दानदाता के नाम पर शासकीय भवन, संस्था के नामकरण नियमों का सरलीकरण
राज्य शासन द्वारा शासकीय अधिकारियों द्वारा जन-हित के काम के लिये चंदा/दान एकत्रित किये जाने तथा दानदाता के नाम पर शासकीय भवन एवं संस्थाओं के नामकरण संबंधी नियमों में सरलीकरण करते हुए संशोधन कर दिया गया है। इस सिलसिले में निर्देश जारी किये हैं। जारी संशोधित नियमानुसार अब यदि कोई व्यक्ति किसी विद्यालय के भवन के लिये पूर्ण राशि दान में देता है तो उस भवन का नाम दानदाता के या उसके द्वारा प्रस्तावित व्यक्ति के नाम पर रखा जायेगा। जिला योजना समिति से अनुमोदन के बाद संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा नामकरण आदेश जारी किये जायेंगे। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति भवन का कुछ अंश बनाता है और उसका नामकरण स्वयं या उसके द्वारा प्रस्तावित व्यक्ति के लिये करना चाहता है तो जिला योजना समिति से अनुमोदन के बाद जिला कलेक्टर उस अंश/कक्ष के नाम पर शिलालेख दानदाता के नाम पर लगवाये जाने की अनुमति देंगे। यदि कोई व्यक्ति विद्यालय के पूर्ण भवन के लिये आवश्यक भूमि दान देता है तो भूमि का कोई मूल्यांकन किये बिना उस भवन का नाम दानदाता या उसके द्वारा प्रस्तावित व्यक्ति के नाम पर रखा जायेगा। जिला योजना समिति के अनुमोदन के बाद जिला कलेक्टर द्वारा नामकरण के लिये आदेश जारी किये जायेंगे। यह निर्णय लेने के पहले कलेक्टर सुनिश्चित करेंगे कि जिस व्यक्ति के नाम का नामकरण प्रस्तावित है, वह व्यक्ति विवादग्रस्त छवि अथवा आपराधिक प्रवृŸिा का नहीं हो। दानदाताओं को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से यह आवश्यक नहीं होगा कि निर्माण की राशि शासन के पास जमा की जाये। कलेक्टर द्वारा अनुमोदित मानचित्र के अनुसार दानदाता स्वयं ही निर्माण कार्य करा सकेंगे, लेकिन प्लान एवं डिजाइन आदि तैयार करते समय लोक निर्माण या पंचायत एवं ग्रामीण विकास (ग्रामीण यांत्रिकी सेवा) विभाग का सहयोग प्राप्त करना अनिवार्य होगा। इससे भवन का लोक निर्माण या पंचायत एवं ग्रामीण विकास (ग्रामीण यांत्रिकी सेवा) विभाग या ग्राम-पंचायत की पुस्तिका पर अनुरक्षण लेने में कठिनाई नहीं होगी। दानदाता द्वारा कलेक्टर को इस बात से संतुष्ट करवाना आवश्यक होगा कि निर्माण कार्य के लिये उनके पास पर्याप्त राशि उपलब्ध है। इसके लिये बैंक की गारंटी अथवा सम्पूर्ण राशि एक अशासकीय समिति के पास या एस्क्रो खाते में जमा करवाई जा सकती है, जिससे प्रस्तावित निर्माण कार्य पूरा करवाया जा सके। इस अशासकीय समिति में जिला कलेक्टर या उनके द्वारा नामांकित प्रतिनिधि (अपर या डिप्टी कलेक्टर) अध्यक्ष होंगे। दान इकट्ठा करने वाले दानदाता तथा उसके द्वारा नामांकित एक प्रतिनिधि, संबंधित विभाग का सहायक संचालक स्तर का एक अधिकारी और निर्माण कार्यों के मामले में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री समिति के सदस्य होंगे।
जन सूचना केन्द्र का शुभारंभ
शासन की योजना की जानकारी अंतिम व्यक्ति तक होगी तो आओ बनाये अपना मध्यप्रदेश का सपना साकार होगा । उक्त बात सीहोर विधायक श्री सुदेश राय ने मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् द्वारा गठित ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति करंजखेड़ा के जन-सूचना केन्द्र एवं विवेकानंद वाचनालय के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित ग्रामीणजनों से कही । उन्होंने कहा कि प्रस्फुटन समितियों के कार्य प्रशंसनीय एवं सराहनीय है । ग्राम वासियों ने स्वालंबन एवं ग्राम विकास का भाव जगाकर विभिन्न विषयों पर किये जाने वाली गतिविधियां जन सूचना केन्द्र खुलने के बाद और तेज गति से होगी । वाचनालय समाज का दर्पण है, क्योंकि पुस्तके ही हमारी सच्ची मित्र और मार्गदर्शक होती है । इस अवसर पर ब्लाक समन्वयक मंगल व्यास ने जनअभियान परिषद् की योजनाओं की जानकारी दी । कार्यक्रम में प्रस्फुटन समिति के श्री हेम सिंह चंद्रवंशी, सुनील चंद्रवंशी, अर्जुन चंद्रवंशी, मुकेश वर्मा ‘पंच’, रामनारायण वर्मा, मोतीलाल वर्मा आदि उपस्थित थे ।
अमेरिकन टीवी प्रोडूसर सीहोर में
- अमरीका से टीवी प्रोडूसर 5903 किलोमीटर का सफ़र कर के साइकिल से सीहोर आया
सीहोर :मध्य प्रदेश के सीहोर में देर रात एक अमेरिकन साइकिल से सीहोर आया पेशे से टीवी चैंनल में प्रोडूसर के पद पर कम रहे का नाम ऑस्टिन है ! ऑस्टिन अमरीका कीकैलिफोर्निया शहर का रहने वाला है ! ऑस्टिन ने अपनी साइकिल से यात्रा 2010 में अमेरिका से शुरू की थी ! 3668 मील (5903 किलोमीटर) से अधिक की दूरी साइकिल सेनवम्बर 8, 2013 को ही पूरी कर चुके है तो वही हांगकांग से लंदन तक का सफ़र जारी है ! एक विशेष इंटरव्यू में कहा के भारत में कई खूबूसरत चीज़े है !
तो वही खजुराहो साँची के मंदिर को काफी अच्छा बताया ! लोग काफी अच्छे है ! लेकिन अनुशासन लोगो में कम है लोग कही भी गाडियो के हॉर्न बजा देते है ! तो वहीं अमरीका में हुए 9 /11 हमले के बाद सुरक्षा काफी चक चौबंद हो गई है ! तो वही ऑस्टिन का मानना है के इंडियन टीवी शोज और मूवीज भी और शारुख खान काफी प्रसिद्ध है ! तो वही ऑस्टिन का साइकिल से अगला पड़ाव मुम्बई और फिर मुम्बई से दुबई को जाएगे !