Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all articles
Browse latest Browse all 78528

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (04 फ़रवरी )

$
0
0
ज्वालामुखी में धूमधाम से मनाई गई बसंत पंचमी

himachal news
धर्मशाला, 04 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा) ।  ज्वालामुखी में आज बंसत पंचमी पूरे उल्लास व धर्मिक श्रद्धा के साथ मनाई गई।  मंदिरों मे खासी भीड़ थी, जगह जगह मां सरस्वती का गुणगान किया गया।  कई जगह  भंडारे का आयोजन था। राजकीय वरिष्ठ माध्मिक पाठशाला ज्वालामुखी में आयोजित  समारोह में समाज सेवी कांता दत्त की ओर से स्कूल परिसर में स्थापित सरस्वती की प्रतिमा का लोकार्पण किया गया। बड़ी तादाद में यहां जुअे लोगों व स्कूली बच्चों ने सरस्वती का गुणगान किया व भजन भी गाये।  इस अवसर पर बोलते हुये मुख्यतिथि मंदिर न्यास ज्वालामुखी में वरिष्ठ सदस्य भवानी दत्त शास्9ी ने  सरस्वती व बंसत पंचमी की महिमा का उल्लेख करते हुये बताया कि  भारतीय संस्कृति में अलग-अलग ऋतुओं का अपना महत्व है। हमारे व्रत और त्योहार ऋतुओं के साथ-साथ चलते हैं। वसंत ऋतु की पंचमी तिथि का अपना पौराणिक और धार्मिक महत्व है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की आराधना होती है इस दिन को विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का दिन माना जाता है।  बकौल उनके ऐसा मानना है कि वसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का अवतार हुआ था। इसलिए इस दिन सरस्वती की पूजा की जाती है। भवानी दत्त शास्त्री ने  बताया कि ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना करने के बाद, मनुष्य की रचना की। मनुष्य की रचना के बाद उन्होंने अनुभव किया कि मनुष्य की रचना मात्र से ही सृष्टि की गति को संचालित नहीं किया जा सकता। उन्होंने अनुभव किया कि नि:शब्द सृष्टि का औचित्य नहीं है, क्योंकि शब्द हीनता के कारण विचारों की अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं था और अभिव्यक्ति के माध्यम के नहीं होने के कारण ज्ञान का प्रसार नहीं हो पा रहा था।  लिहाजा विष्णु से अनुमति लेकर उन्होंने एक चतुर्भुजी स्त्री की रचना की जिसके एक हाथ में वीणा तथा दूसरा हाथ वर मुद्रा में था। अन्य दोनों हाथों में पुस्तक एवं माला थी। बारह राशियों में सूर्य या पृथ्वी के घूमने में लगने वाले बारह महीनों को दो-दो मासों के वर्गों में बांटकर 6 ऋतु की कल्पना बड़े व्यावहारिक तरीके से भारत में की गई है। इनमें वसंत ऋतु को सबका राजा ऋतुराज कहा गया है। इस अवसर पर बोलते हुये स्कूल के प्राचार्य ओ पी वशिष्ठ ने कांता दत्त की मिशनरी भावना की सराहना करते हुये  कहा कि इसी तरह हमें भी समाज सेवा में जुटे लोगों से आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने प्रतिमा की स्थापना के लिये आभार जताया। इससे पहले स्कूली बच्चों को हलवा प्रसाद भी बांटा गया। इस अवसर पर शयाम सुन्दर , अशिवनी दत्त, संस्कृत कालेज के प्राचार्य प्रवल शास्त्री व अन्य गणमान्य लोग  भी उपस्थित थे।

कालेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर अनदेखी का शिकार

धर्मशाला, 04 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा) ।  सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक शक्तिपीठ कालेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर जीर्णोद्धार की राह देख रहा है। हैरत की बात है कि सरकार के कई आला नेता उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर इस मंदिर के विकास की गंगा के दावे करते हैं, परंतु बाद में ये सभी दावे खोखले साबित होते हैं। यहां तक कि कालेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु वर्ष 2002 में मंदिर कमेटी का गठन भी हुआ था, जिसमें स्थानीय प्रशासन व उक्त मंदिर में काफी अरसे से डेरा जमाकर बैठे साधु समाज के बीच मंदिर चढ़ावे को लेकर बराबर की हिस्सेदारी तय हुई थी, वहीं उस समय क्षेत्रवासियों को एक नई उम्मीद जगी थी कि स्थानीय प्रशासन व साधु समाज के मध्य बनी उक्त कमेटी मिलकर इस मंदिर के हालात बदलेगी, लेकिन हैरानी तो इस बात की है कि उक्त कमेटी के गठन को 12 वर्ष का समय बीत जाने के पश्चात भी यहां विकास कार्य में किसी ने रुचि नहीं दिखाई। अगर, मंदिर कमेटी के गठन के उपरांत आज दिन तक मंदिर चढ़ावे की बात करें तो सरकारी बचत बैंक खाता में मंदिर कमेटी के नाम पर 12 लाख 53 हजार 293 रुपए जमा हुए हैं, वहीं उक्त कमेटी ने अपने 12 वर्षों के कार्यकाल में उक्त मंदिर के विकास निर्माण कार्य पर बेहद कंजूसी दिखाकर मात्र उक्त चढ़ावे से दो लाख 39 हजार 367 रुपए खर्च किए हैं। इस बात का खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मंदिर प्रशासनिक कमेटी द्वारा ली गई जानकारी से हुआ है। इससे साफ होता है कि मंदिर मेटी भी उक्त निर्माण कार्य पर कितनी रुचि रखती है। कालेश्वर महादेव मंदिर की पवित्र आस्था को देखते हुए यहां प्रतिदिन प्रदेश व पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालु पहुंचते हैं। लाखों का चढ़ावा भी मंदिर में चढ़ता है, परंतु यहां न ही रात को श्रद्धालुओं के ठहरने की उचित व्यवस्था है और न ही कोई लंगर का प्रबंध है। सफाई व पेयजल व्यवस्था भी कभी कभार यहां रामभरोसे पर हो जाती है।

जाली सिमों का कारोबार करने वाले दुकानदारों पर पुलिस कसेगी शिकंजा

धर्मशाला, 04 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा) ।  जाली सिमों का कारोबार करने वाले दुकानदारों पर अब  कांगड़ा जिला पुलिस सख्त कार्रवाई अमल में लाएगी। इसके लिए पुलिस द्वारा शीघ्र ही दुकानों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके लिए जिला पुलिस द्वारा योजना तैयार की गई है। इसके तहत कंज्यूमर एप्लीकेशन फार्म के तहत सिमें न बेचने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। देहरा के डी एस पी बी डी भाटिया ने बताया कि जाली सिमों के फैल रहे इस कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस द्वारा विशेष योजना तैयार की गई है। इसके तहत पुलिस द्वारा ऐसे डीलरों को चिन्हित किया जाएगा जो जाली दस्तावेजों पर लोगों को मोबाइल सिम मुहैया करवाते हैं। उन्होंने बताया कि इलाके  में ऐसे बहुत से मोबाइल सिम डीलर हैं, जो किसी अन्य व्यक्ति के दस्तावेजों पर मोबाइल सिम बेचते हैं। ऐसे में किसी आपराधिक घटना के दौरान कई बार एक निर्दोष व्यक्ति भी इन मामलों में फंस जाता है। ऐसे में पुलिस द्वारा इन फेक सिम बेचने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो दुकानदार निर्धारित नियमों के अनुसार सिम नहीं बेचते हैं, उन पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि ऐसे बहुत से दुकानदार हैं, जो जाली दस्तावेजों के आधार पर मोबाइल सिम उपलब्ध करवाते हैं। इसके अलावा मनचले युवाओं द्वारा जाली सिम होने के कारण युवतियों को भी परेशान किया जाता है। ऐसे कई मामले पुलिस के पास पहुंचे हैं। इसके चलते सत्यापित प्रूफ न होने के कारण आरोपी को तलाश करना पुलिस के  लिए परेशानी बन जाती है। हालांकि जिस व्यक्ति के दस्तावेजों पर दुकानदार द्वारा सिम बेची जाती है, उस व्यक्ति को पुलिस की कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। लिहाजा इन फेक सिमों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने योजना तैयार की है। इसके तहत सिम डीलरों द्वारा बेची जाने वाली सिमों के प्रूफ का पुलिस द्वारा जांच की जाएगी। इस दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर पुलिस संबंधित डीलर के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाएगी।

मुकेश अग्रिहोत्री 8 फरवरी को कुंगड़त में स्वां परियोजना के डिवीजन का शुभारंभ करेंगे 

ऊना, 4 फरवरी  : हरोली के विकास में 8 फरवरी को एक नया मील पत्थर जुड़ेगा। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री 8 फरवरी को प्रात: 11 बजे कुंगड़त में स्वां तटीकरण परियोजना की नई डिवीजन का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद उद्योग मंत्री हरोली में स्वां तटीकरण परियोजना की ही नई सव-डिवीजन का भी शुभारंभ करेंगे। यह जानकारी देते हुए आज यहां डीपीआरओ गुरमीत बेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह और उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री के अथक प्रयासों से ही ऊना जिला को 922 करोड़ 48 लाख की स्वां तटीकरण परियोजना का तोहफा मिला है जिसके तहत जिला में स्वां की सभी 73 सहायक खडडों का चार सालों में तटीकरण किया जाएगा। ऊना जिला मुख्यालय में पहले ही स्वां तटीकरण परियोजना का सर्कल आरम्भ हो गया है जिसमें एस.ई. रैंक के अधिकारी बैठते हैं। सरकार ने इस परियोजना के कार्य को गति प्रदान करने के लिए स्वंा प्राधिकरण का भी गठन किया है।

राज्यपाल द्वारा राज्य भोज का आयोजन

himachal news
राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र आरम्भ होने के अवसर पर गत सायं राजभवन में राज्य भोज का आयोजन किया। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री बी.बी.एल. बुटेल, मंत्रिमण्डल के सदस्यगण श्रीमती विद्या स्टोक्स, श्री कौल सिंह ठाकुर, श्री जी.एस. बाली, श्री सुजान सिंह पठानिया, श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, श्री मुकेश अग्निहोत्री, श्री सुधीर शर्मा, डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल एवं श्री अनिल शर्मा, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री जगत सिंह नेगी, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री रवि ठाकुर, राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष श्री कुलदीप कुमार, मुख्य संसदीय सचिव, विधायक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री द्वारा श्री सचिन तेंदुलकर एवं प्रो. सी.एन.आर. राव को बधाई 

राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने महान क्रिकेटर श्री सचिन तेंदुलकर तथा विख्यात वैज्ञानिक प्रो. सी.एन.आर. राव को ‘भारत रत्न’ पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि श्री सचिन तेंदुलकर को देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने से खेलों को बढ़ावा और देश में खिलाडि़यों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि श्री सचिन तेंदुलकर आने वाले वर्षों में भी भारतीय क्रिकेट और नवोदित क्रिकेट खिलाडि़यों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने प्रो. सी.एन.आर. राव को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें ‘भारत रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित करने पर वैज्ञानिकों, शोधकर्त्ताओं, शिक्षाविद्ों एवं विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी।

चालू वित वर्ष में 3 करोड़ 42 लाख रूपये खर्च किए जाएंगे

himachal news
जिला कुल्लू में सेब की फसल को सुदृृढ़ीकरण करने के उद््देश्य से सेब पुर्नुजीवित योजना के अंतर्गत बागवानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के चालू वित वर्ष में 3 करोड़ 42 लाख रूपये खर्च किए जाएंगे। यह जानकारी आज उपायुक्त कुल्लू राकेश कंवर ने बचत भवन कुल्लू में प्रशासन में दक्षता लाने सम्बन्धी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उपायुक्त ने कहा कि सेब पुर्नजीवित योजना के तहत बागवानों को पुराने पौधे़ उखाड़ने तथा नऐ सेब के पौधे रोपित करने के लिए विशेष आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस योजना के आरम्भ होने से जिला के लगभग 280 बागवानों को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि इस योजना के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करें और खण्ड विकास अधिकारियों के साथ सामजस्य स्थापित करके ग्राम सभा में लोगों को योजना के बारे में विस्तृृत जानकारी प्रदान करें। उन्होंने कृृषि और बागवानी अधिकारियों से विभागीय योजनाओं को मनरेगा कनवर्जंेस के साथ मिलकर करने का सुझाव दिया, ताकि योजनाओं का अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिले और निर्माण कार्यों को और उचित तरीके से किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदर्श कृृषि गांव योजना के तहत जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक-एक पंचायतों में सिंचाई सुविधाओं के लिए दस-दस लाख रूपये खर्च किए जा रहे हैं। उपायुक्त ने जिला के सभी अधिकारियों से मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा किए गए कार्यों के साथ-साथ अन्य जन प्रतिनिधियों कार्यों को प्राथमिकता पर करने को कहा, ताकि आम जनता को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ मिले। उपायुक्त ने अधिकारियों को विधानसभा समिति द्वारा उठाए गए मामलों और कोर्ट में लम्बित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने का प्रयत्न करें। उन्होंने विकास कार्यों से जुड़े विभागों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि विभागीय अधिकारियों को चुनाव आचार संहिता लगने से पूर्व ही प्रगति पर अग्रसर विकास कार्यों की प्रशासनिक एवं वित्तीय अन्य औपचारिकताएं पूर्ण कर लें, जिससे निर्माण कार्य के लिए आबंटित बजट खर्च भी हो और निर्धारित लक्ष्य को भी समय रहते पूर्ण कर पाएंगे। इस अवसर पर एडीएम विनय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निहाल चंद, सहायक उपायुक्त कुमुद सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

फरवरी में लगेंगे 17 परिवार नियोजन शिविर : सीएमओ 

ऊना, 4 फरवरी : जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ऊना द्वारा जिला के विभिन्न स्थानों पर परिवार नियोजन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जहां विशेषज्ञ चिकित्सक बिना टांका व चीरा लगाए नि:शुल्क परिवार नियोजन के आप्रेशन करेंगे। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जेआर कौशल ने बताया कि 5 फरवरी को हरोली, 6 को गगरेट, 7 को ऊना, 10 को बंगाणा, 11 को अम्ब, 12 को दुलैहड़, 13 को दौलतपुर चौक, 15 को थानाकलां, 17 को चुरड़ू, 18 को अम्ब, 19 को बसदेड़ा, 20 को बढेड़ा राजपूतां, 21 ऊना, 22 बंगाणा, 25 अम्ब, 26 को कुंगड़त तथा 28 फरवरी को परिवार नियोजन शिविरों का आयोजन होगा। 

वसंत पंचमी पर बहडाला स्कूल में समारोह आयोजित  

ऊना, 4 फरवरी : वसंती पंचमी के अवसर पर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बहडाला में एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने विद्या की देवी माता सरस्वती के बीज मंत्र का उच्चारण कर अपनी एक बुरी आदत को कागज पर लिखकर माता सरस्वती की प्रतिमा को अर्पित कर सदा के लिए उस बुराई को तिलांजलि देने का प्रण लिया। इस अवसर पर प्राध्यापक अश्वनी कुमार ने बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डाला। विद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम शर्मा सहित पूरे स्टाफ ने इस समारोह में भाग लिया। 

 डीसी ने किया खाद्यान्न गोदामों का औचक निरीक्षण

ऊना, 4 फरवरी : डीसी ऊना ने एसी ऊना व नियंत्रक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति ऊना के सहित जलग्रां स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूॢत निगम, भारतीय खाद्य निगम व हिम फैड के गोदामों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोदामों में रखे खाद्यान्न स्टॉक की जांच की तथा वितरण प्रणाली की भी समीक्षा की। उन्होंने गोदाम के माध्यम से होने वाली सप्लाई को 18 फरवरी तक सभी उचित मूल्य की दुकानों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।  राज्य खाद्य निगम के गोदाम के रखरखाव के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने के लिए मामला निगम प्रबन्धन को भेजने के निर्देश दिए जबकि भारतीय खाद्य निगम के गोदाम का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने गोदाम प्रभारी को निर्देश दिए कि वह गोदाम में माल उतारने वाले ट्रकों को शीघ्र अनलोड करवाएं ताकि ऊना-नंगल हाइवे पर यातायात बाधित न हो। निरीक्षण के दौरान गोदामों को जाने वाले रास्ते के सुधार के साथ-साथ हिम फैड व भारतीय खाद्य निगम के गोदामों के सम्पर्क मार्गों को भी उपयुक्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। 

कम्प्यूटरीकृत राशनकार्डों पर ही मिलेगा डीपुओं में राशन, उपभोक्ता शीघ्र फार्म जमा करवाएं

ऊना, 4 फरवरी : जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक यादविन्द्र पाल ने बताया कि भविष्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकारी डीपुओं में मिलने वाले राशन का वितरण आधारयुक्त कम्प्यूटराज्ड़ राशनकार्डों पर किया जाएगा। उन्होंने जिला के उन सभी राशनकार्डधारकों से आहवान किया है कि जिन्होंने अभी तक ईपीडीएस के तहत बनने वाले कम्प्यूटरीकृत राशनकार्ड के फार्म पंचायत सचिव या खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक के पास भरकर जमा नहीं करवाए हैं, वह शीघ्र जमा करवाएं ताकि डीपू में राशन प्राप्त करने के दौरान किसी प्रकार असुविधा का सामना न करना पड़े।  उन्होंने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से कम्प्यूटरीकृत राशनकार्ड बनाये जा रहे हैं जिनका पूरा ब्यौरा कम्प्यूटर पर उपलब्ध रहेगा और नकली राशनकार्डधारक बाहर हो जाएंगे।

15 फरवरी तक स्कूल मुखिया नवीनतम अनुमति पत्र की प्रति जमा करवाएं 

हमीरपुर, 4 फरवरी , उप-शिक्षा निदेशक उच्चतर सोम दत्त संाख्यान  ने  जिला में कार्यशील निजि उच्च व वरिष्ठ पाठशालाओं के मुखियों को निर्देश दिये हैं कि वे विभागीय अनुमति पत्र / सम्बद्धता पत्र की नवीनतम प्रतिलिपि उनके कार्यालय में 15 फरवरी से पहले जमा करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि पाठशाला मुखिया निर्धारित तिथि तक कार्यशाील पाठशाला का नवीनतम दस्तावेज जमा नहीं करवाता  है तो उस स्कूल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

मुख्यमंत्री द्वारा स्मारिका का विमोचन

himachal news
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां हिमाचल प्रदेश खेल, सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संघ द्वारा प्रकाशित 20वीं अखिल भारतीय महाराजा पदम सिंह क्रिकेट प्रतियोगिता की स्मारिका का विमोचन किया। प्रदेश में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए संघ के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश खेल, सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संघ वर्ष 1993 से इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है तथा गत वर्ष यह प्रतियोगिता 25 जून से प्रथम जुलाई, 2013 तक आयोजित की गई। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्प है तथा प्रदेश में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में खेल अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश खेल, सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संघ के महासचिव श्री हरदयाल भारद्वाज, ऊन संघ के अध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह तथा संघ के अन्य सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Viewing all articles
Browse latest Browse all 78528

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>