51 आवेदनों का हुआ निराकरण
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा के मार्गदर्शन में मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में कुल 167 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से 51 आवेदनों का मौके पर निराकरण किया गया है। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जन सुनवाई कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर श्री राजीवनंदन श्रीवास्तव के समक्ष अनेक आवेदकों ने बीपीएल में नाम जोड़े जाने, आर्थिक सहायता मुहैया करायें जाने के आवेदन प्रस्तुत किए संबंधित आवेदकों को शासन के दिशा निर्देशों से अवगत कराया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा सहायक अधीक्षक श्री कामता प्रसाद मौजूद थे।
निःशक्तजनोें की खेल कूद प्रतियोगिता सम्पन्न
शासकीय स्कूलों एवं छात्रावासों में अध्ययनरत्् निःशक्तजनों की एक दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता मंगलवार को डाइट प्रागंण में आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता का शुभारंभ जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने माॅ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निःशक्तजन भी प्रतिभा के धनी है। वर्तमान परिवेश में ज्ञान प्राप्ति के संसाधनो में बहुत वृृद्धि हुई है। राज्य सरकार के द्वारा निःशक्तजनों के उत्थान हेतु अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है इन सबके पीछे शासन की मंशा है कि वे भी समाज में अपने आप को किसी भी परिस्थितियों में कमजोर ना समझे। सीडब्ल्यूएसएन के माध्यम से निःशक्त विद्यार्थियों के लिए दौड, गोला फंेक, चित्रकला, रंगोली इत्यादि विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। विजेताआंें को पुरस्कृृत किया गया। इस अवसर पर डाइट की प्राचार्य श्रीमती शशि सक्सेना, डीपीसी श्री हरेन्द्र सिंह के अलावा शिक्षकगण मौजूद थे।
डिप्टी कलेक्टर श्री श्रीवास्तव को डीआर का प्रभार
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने आदेश जारी कर जिला पंजीयक का प्रभार डिप्टी कलेक्टर श्री राजीवनंदन श्रीवास्तव को सौंपा है।
निःशक्तजनों के लिए सात को शिविर आयोजित
विदिशा जनपद पंचायत और निकाय क्षेत्र के ऐसे निःशक्तजन जिनके पास निःशक्तता प्रमाण पत्र नही है उनके लिए विशेष शिविर का आयोजन सात फरवरी को विदिशा जनपद पंचायत के प्रागंण में प्रातः 11 बजे से आयोजित किया गया है। सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक श्री सी0एल0पंथारे ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि निकाय एवं जनपद क्षेत्र के मानसिक रूप से अविकसित निःशक्तजनों के मेडीकल बोर्ड का प्रमाण पत्र के आधार पर निरामय बीमा योजना, लीगल गार्जियनशिप, सामाजिक सहायता अनुदान मुहैया कराई जानी है इसके लिए निकाय एवं जनपद क्षेत्र के कुल 401 मानसिक बाधित एवं बहु विकलांग निःशक्तजनों का चिन्हांकन किया गया है जिसमें से अभी तक 310 निःशक्तजनों को सहायता अनुदान राशि पांच-पांच सौ रूपए फरवरी माह से प्रदाय की जा रही है शेष के लिए उक्त विशेष केम्प आयोजित किया गया है ताकि उन्हें मेडीकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्राप्त हो जायें और सहायता अनुदान राशि की पात्रता की कार्यवाही पूर्ण हो सकें।
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी द्वारा जायजा
मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती ऊषा चतुर्वेदी और सदस्य श्रीमती आर0एन0लता ने मंगलवार को विदिशा के बालिका सम्प्रेक्षण गृृह और शासकीय कन्या महारानी लक्ष्मीबाई उ0मा0विद्यालय में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर उनके साथ बाल कल्याण समिति की जिलाध्यक्ष श्रीमती मंजरी जैन भी मौजूद थी। आयोग की अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने एम0एल0बी0स्कूल में शिकायत पेटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेटी ऐसी जगह लगाई जाये कि छात्राएं सुगमता से अपनी शिकायत पेटी में डाल सकें और उनकी गोपनीयता बनी रहें। यहां उन्होंने स्कूली स्टाफ से विचार विमर्श किया और उनसे बच्चियों की व्यावहारिक कठिनाईयों और अधिक सरल, सहज कैसे बनाया जायें के संबंध में चर्चा की। संस्था की अध्यापिकाओं ने छात्रवृृत्ति वितरण के कार्य को सरलीकरण करने का सुझाव दिया। आयोग की अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने सम्प्रेक्षण गृृह के निरीक्षण के उपरांत यहां सुरक्षा को ध्यानगत रखते हुए बाउण्ड्रीवाल और अधिक ऊंची करने और खिड़कियों में सुधार कार्य कराये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सम्पे्रक्षण गृह में रहने वाली बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्धेश्य से बहुमुंखी विधाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी कराई जायेगी।
डिप्टी रजिस्ट्रार की नौकरी छोड़ निधि बनेंगी जैन आर्यिका, विदिशा में दो साल से कर रही थीं नौकरी,
जिला रजिस्ट्रार कार्यालय में डिप्टी रजिस्ट्रार का पद छोड़कर निधि जैन ने अब वैराग्य अपनाने का संकल्प लिया है। वे एक फरवरी को जैन आर्यिका के वेश में दफ्तर पहुंचीं और कलेक्टर एमबी ओझा को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसमें उन्होंने अपने मन में वैराग्य का भाव होने की स्थिति में यह फैसला लेने की बात लिखी है। पुष्करवाणी गु्रप ने जानकारी लेते हुए बताया कि विदिशा में दो साल से डिप्टी कलेक्टर स्तर की नौकरी कर रहीं ३० वर्षीय उपपंजीयक निधि सिवनी जिले के छपारा ब्लॉक की रहने वाली हैं। उनका चयन इस पद पर मप्र लोक सेवा आयोग ((पीएससी)) की परीक्षा के जरिए हुआ था। निधि अविवाहित हैं। सिवनी जैन समाज के दिनेश जैन अलमस्त के मुताबिक, निधि के पिता का पहले निधन हो चुका है। निधि आचार्य विद्यासागर महाराज से प्रभावित हैं। उन्होंने प्रतिभा स्थली जबलपुर में ब्रह्मचर्य का व्रत लिया है। आगे चलकर उनकी साधना देखने के बाद आचार्यश्री से उन्हें आर्यिका दीक्षा प्राप्त होने की संभावना है। निधि का यह फैसला सुनकर थोड़ी हैरत हुई। डिप्टी कलेक्टर रैंक की ऐसी नौकरी कड़ी मेहनत के बाद मिलती है। उन्हें इस संबंध में सोच-समझकर फैसला लेने की समझाइश भी दी गई, लेकिन वे फैसले पर अडिग हैं। निधि का इस्तीफा स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा जाएगा।
निधि और बहन नीलू 2002 से ही ब्रह्मचारी
निधि जैन और उनकी बड़ी बहन नीलू वर्ष 2002 से पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन कर रही हैं। निधि अब रामटेक ((नागपुर)) में प्रतिभास्थली में रहेंगी। निधि बेहद शांत स्वभाव की हैं और उन्होंने पहले से ही आर्यिका दीक्षा ग्रहण करने का मन बना लिया था।
डिप्टी रजिस्ट्रार की नौकरी छोड़ निधि बनेंगी जैन आर्यिका, विदिशा में दो साल से कर रही थीं नौकरी,
- आर्यिका के वेश में इस्तीफा देने पहुंची दफ्तर
जिला रजिस्ट्रार कार्यालय में डिप्टी रजिस्ट्रार का पद छोड़कर निधि जैन ने अब वैराग्य अपनाने का संकल्प लिया है। वे एक फरवरी को जैन आर्यिका के वेश में दफ्तर पहुंचीं और कलेक्टर एमबी ओझा को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसमें उन्होंने अपने मन में वैराग्य का भाव होने की स्थिति में यह फैसला लेने की बात लिखी है। पुष्करवाणी गु्रप ने जानकारी लेते हुए बताया कि विदिशा में दो साल से डिप्टी कलेक्टर स्तर की नौकरी कर रहीं ३० वर्षीय उपपंजीयक निधि सिवनी जिले के छपारा ब्लॉक की रहने वाली हैं। उनका चयन इस पद पर मप्र लोक सेवा आयोग ((पीएससी)) की परीक्षा के जरिए हुआ था। निधि अविवाहित हैं। सिवनी जैन समाज के दिनेश जैन अलमस्त के मुताबिक, निधि के पिता का पहले निधन हो चुका है। निधि आचार्य विद्यासागर महाराज से प्रभावित हैं। उन्होंने प्रतिभा स्थली जबलपुर में ब्रह्मचर्य का व्रत लिया है। आगे चलकर उनकी साधना देखने के बाद आचार्यश्री से उन्हें आर्यिका दीक्षा प्राप्त होने की संभावना है। निधि का यह फैसला सुनकर थोड़ी हैरत हुई। डिप्टी कलेक्टर रैंक की ऐसी नौकरी कड़ी मेहनत के बाद मिलती है। उन्हें इस संबंध में सोच-समझकर फैसला लेने की समझाइश भी दी गई, लेकिन वे फैसले पर अडिग हैं। निधि का इस्तीफा स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा जाएगा।
निधि और बहन नीलू 2002 से ही ब्रह्मचारी
निधि जैन और उनकी बड़ी बहन नीलू वर्ष 2002 से पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन कर रही हैं। निधि अब रामटेक ((नागपुर)) में प्रतिभास्थली में रहेंगी। निधि बेहद शांत स्वभाव की हैं और उन्होंने पहले से ही आर्यिका दीक्षा ग्रहण करने का मन बना लिया था।