प्रख्यात वैज्ञानिक भारत रत्न सी. एन. आर. राव का मानना है कि भारत विज्ञान के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहा है, लेकिन कुछ दूसरे अग्रणी देश, जैसे चीन और दक्षिण कोरिया हमसे भी बेहतर काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के साथ ही राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को राव को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से अलंकृत किया। राव ने कहा कि अन्य भारतीय वैज्ञानिकों को भी भारत रत्न दिया जाना चाहिए, इससे वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए उन्हें प्रेरणा मिलेगी।
राव ने कहा, "बहुत ही अच्छा महसूस कर रहा हूं। मेरे देश ने मुझे सम्मानित किया है। मैं 55 वर्षो तक विज्ञान का प्राध्यापक रहा, तथा इस दौरान मुझे अनेक पुरस्कार मिले, लेकिन यह उन सबमें सर्वश्रेष्ठ है। मैं इस सम्मान का जीवन भर आदर करूंगा।"देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त करने वाले 79 वर्षीय राव चौथे वैज्ञानिक हैं। इससे पहले सी. वी. रमन, एम. विश्वेश्वरैया तथा पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
भारतीय वैज्ञानिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए पर्याप्त श्रेय एवं सम्मान मिलने के सवाल पर राव ने कहा, "सिर्फ दो वैज्ञानिकों को उनकी कार्यावधि के दौरान सम्मानित किया गया है, जिसमें मैं और अब्दुल कलाम हैं। मेरे विचार से अन्य वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया जाना चाहिए। लेकिन इस वर्ष विज्ञान क्षेत्र से 14 लोगों को पद्म पुरस्कारों के लिए चुना जाना प्रसन्नता का विषय है। यह देश के लिए अच्छा है।"
हाल-फिलहाल भारतीय वैज्ञानिकों को नोबेल न मिलने के सवाल पर राव ने कहा, "भारतीय वैज्ञानिकों ने नोबेल न मिलने के बावजूद काफी सफलता अर्जित की है। ऐसी अनेक हस्तियां रही हैं, जिन्हें नोबेल नहीं प्रदान किया गया। लेकिन हमें यह देखना होगा कि विज्ञान के क्षेत्र में हम प्रतिस्पर्धा में बने हुए हैं या नहीं। हम बहुत अच्छा कर रहे हैं, लेकिन चीन और कोरिया जैसे अन्य देश हमसे भी बेहतर कर रहे हैं। हम विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए काफी निवेश कर रहे हैं, लेकिन अभी और निवेश किए जाने की जरूरत है।"