संसद का आखिरी सत्र भारी शोर-शराबे के बीच शुरू हुआ और तेलंगाना मुद्दे पर जोरदार हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही तत्काल कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी पक्षों से अपील की कि वे संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में सरकार का सहयोग करें। तेलंगाना मुद्दे पर संसद के बाधित होने की संभावना पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिक्कतें हैं। वहीं वित्तमंत्री पी चिंदबरम ने कहा कि संसद के इस सत्र में कोई विधेयक पारित होने पर शक है।
तेलंगाना, चॉपर डील, महंगाई जैसे मुद्दे एक बार फिर संसद में गूंज सकते हैं। भाजपा आज से शुरू हो रहे संसद सत्र में वीवीआइपी हेलीकॉप्टर घोटाले का मुद्दा उठाएगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि एनडीए चाहती है कि संसद की कार्यवाही बिना बाधा के चले, लेकिन उसे संदेह है कि कांग्रेस और उनके साथी इसमें बाधा डालेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वीवीआईपी चॉपर डील में इटली की कंपनी द्वारा सोनिया के करीबियों से संपर्क साधने के मुद्दे को वह जोर−शोर से उठाएंगे।
वैसे, भारत सरकार 3600 करोड़ का कॉन्ट्रेक्ट पिछली जनवरी में रद्द कर चुकी है। उस डील के आधार पर भारत को तीन वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मिल चुके हैं, जो अभी तक इस्तेमाल नहीं किए गए। संसद के आखिरी सत्र में सरकार अंतरिम बजट भी पेश करेगी।
आखिरी सत्र में यूपीए सरकार राहुल गांधी के चुनिंदा बिलों को पास कराने की कोशिश में है। भ्रष्टाचार निरोधी बिल और महिला आरक्षण बिल समेत सरकार ने करीब 39 बिल संसद में पास कराने के लिए प्रस्तावित कर दिए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी को छोड़कर अधिकतर दलों ने भ्रष्टाचार निरोधी बिल पर अपनी सहमति दे दी है। समाजवादी पार्टी का कहना है कि इस सत्र में सिर्फ वित्तीय विधेयकों को ही पारित कराया जाए।
गौरतलब है कि 15वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में अगर 15वीं लोकसभा में हुए काम पर नजर डाली जाए तो आजादी के बाद से अब तक 15वीं लोकसभा में सबसे कम काम हुआ है। संसद के दोनों सदनों में कुल मिलाकर अभी 126 बिल पेंडिंग हैं। इनमें से 72 बिल लोकसभा में पेंडिंग हैं और 54 बिल राज्यसभा में पेंडिंग हैं।