समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले के मुख्य आरोपी स्वामी असीमानंद ने अपने इंटरव्यू में आरएसएस को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। असीमानंद के मुताबिक समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट और मालेगांव ब्लास्ट को आरएसएस की मंजूरी के बाद अंजाम दिया गया था। उधर, आरएसएस ने इस दावे को झूठा बताते हुए इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
ये सनसनीखेज खुलासा असीमानंद ने कैरावन मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में किया है। कैरावन का दावा है कि अंबाला जेल में एक इंटरव्यू के दौरान असीमानंद ने उसकी संवाददाता गीता रघुनाथ को दिए इंटरव्यू में ये दवा किया। मैग्जीन के मुताबिक असीमानंद ने दावा किया कि समझौता ब्लास्ट और मालेगांव ब्लास्ट को मंजूरी खुद मौजूदा आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने दी थी।
कैरावन के मुताबिक बम धमाकों को मंजूरी देने की प्रक्रिया में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ साथ संघ के बड़े अधिकारी इंद्रेश कुमार भी शामिल थे। कैरावन मैग्जीन के मुताबिक गीता रघुनाथ ने 2 साल में कुल 4 बार असीमानंद का इंटरव्यू किया, जिसके आधार पर ये दावा किया गया है। कैरावन ने अपने दावे को पुख्ता करने के लिए अपनी वेबसाइट पर गीता रघुनाथ और असीमानंद के इंटरव्यू के 2 ऑडियो भी जारी किए हैं। आरएसएस चिंतक विराग पाचपोर ने कैरावन मैग्जीन में छपे स्वामी असीमानंद के इंटरव्यू को फर्जी करार दिया है। उन्होंने कहा कि ये इंटरव्यू पूरी तरह झूठ और फरेब है, जिसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने इंटरव्यू के टेप रिकॉर्ड वाली बात पर भी सवाल उठाए हैं। पाचपोर ने कहा कि इस तरह जेल में जाकर कोई इंटरव्यू कैसे कर सकता है।