अमेरिका ने कहा है कि भारतीय राजनायिक देवयानी खोबरागड़े के मुद्दे को लेकर दोनों देशों को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए, कयोंकि ऐसे विवाद दोनों देशों के आपसी सहयोग के सकारात्मक प्रयासों पर असर डाल सकते हैं। राष्ट्रपति बराक ओबामा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसन राइस ने एस्पन इंस्टीट्यूट यूएस इंडिया डॉयलाग में अपने संबोधन में कहा कि हाल ही की घटनाओं ने सकारात्मक सहयोगात्मक प्रयासों के बजाए असहमतियों की ओर ज्यादा ध्यान खींचा है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को देखते हुए ऐसे विवादों को ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए और अगर कुछ मतभेद हैं तो उनसे सकारात्मक तरीके से निपटाया जाना चाहिए। दोनों देशों के संबंध महत्वपूर्ण हैं और आपस में मिलकर वे काफी कुछ कर सकते हैं। राइस ने कहा कि दोनों देश आतंकवाद निरोधक अभियान, क्षेत्रीय सुरक्षा एवं रक्षा जैसे मुद्दों पर व्यापक सहयोग करते हैं और भारत-अमेरिका हथियारों का एक बड़ा बाजार है। उन्होंने कहा कि हम आपस में मिलकर वृहत सुरक्षा और वृहत समृद्धि वाले भविष्य के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं और ऐसे विवादों या चुनौतियों का असर अपने संबंधों पर नहीं पड़ने देना चाहिए।
राइस ने यह उम्मीद भी जताई कि भारत में आगामी लोकसभा चुनावों के नतीजे चाहे कुछ भी रहें, दोनों देशों के बीच तथा सामरिक साझेदारी लगातार बढ़तर रहेगी।