राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि उन्हें सरदार पटेल पर बोलने का अधिकार नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी पटेल की विचारधारा से अलग हो गई है। आरएसएस के नेता राम माधव ने टाइम्स नाउ चैनल से कहा, "वैसे हम बचकानी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया नहीं देते.. उन्हें (राहुल गांधी) पहले इतिहास पढ़ना चाहिए।"
राम माधव ने कहा, "क्या वे सरदार पटेल की विचारधारा को कांग्रेस की विचारधारा के रूप में स्वीकार करने को तैयार है? उन्होंने सरदार पटेल और महात्मा गांधी की विचारधारा को तिलांजलि दे दी है।"राहुल ने कहा है कि महात्मा गांधी की हत्या के बाद पटेल ने आरएसएस को प्रतिबंधित कर दिया था। राहुल की इस टिप्पणी पर माधव ने कहा कि प्रतिबंध आठ महीनों बाद हटा लिया गया था।
माधव ने कहा, "पटेल ने आरएसएस को प्रतिबंधित नहीं किया था, बल्कि आठ महीने बाद यह कहते हुए प्रतिबंध हटा लिया था कि महात्मा गांधी की हत्या से आरएसएस का कुछ लेना-देना नहीं था।"राहुल ने गुजरात के बारदोली में एक रैली को संबोधित करते हुए आरएसएस पर परोक्ष हमला किया और कहा कि एक जहरीली मानसिकता ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी। पटेल ने 1928 में बारदोली में तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ एक विशाल सविनय अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया था।