नेपाल में नव निर्वाचित प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने मंगलवार दोपहर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। गठबंधन में साझेदार नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) के किसी सदस्य ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली है। पार्टी ने सरकार में गृह मंत्रालय की मांग की है। राष्ट्रपति रामबरन यादव ने प्रमुख दलों के नेताओं की मौजूदगी में नेपाली कांग्रेस के नेता कोईराला को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख, काठमांडू में मौजूद रानयिकों और सरकार के प्रमुख अधिकारी भी मौजूद थे।
मंगलवार को कोईराला के साथ केवल दो सदस्यीय मंत्रियमंडल ने ही शपथ ली है और माना जा रहा है कि विभागों को लेकर चल रहे खींचतान के समाप्त होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। विभागों के बंटावारे में सबसे बड़ा अड़ंगा गृह मंत्रालय को लेकर है। कोईराला के प्रधानमंत्री पद पर चुने जाने के महज 24 घंटे के भीतर देश की दो बड़ी पार्टियों -नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल -के बीच रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो गई।
सीपीएन-यूएमएल के नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए और न ही किसी नेता ने मंत्री पद की शपथ ही ली है। गठबंधन के साझेदार मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे पर सहमति बनाने में विफल रहे। इससे पहले दोनों दलों के बीच बनी सहमति के तहत तय हुआ था कि मंत्रिमंडल में दोनों के 13-13 सदस्य शामिल होंगे। कोईराला के साथ केवल नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामशरण महत ने ही शपथ ली है।