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कप्तानी में पहला टेस्ट जीतने वाले नौवें भारतीय बने रहाणे

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धर्मशाला ,28 मार्च, अजिंक्या रहाणे कप्तान के रूप में अपने पहले ही टेस्ट में जीत हासिल करने वाले भारत के नौवें खिलाड़ी बन गये हैं। रहाणे ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में चोटिल नियमित कप्तान विराट कोहली के बाहर हो जाने के कारण कप्तानी संभाली और टीम इंडिया को आठ विकेट से जीत दिलायी जिसकी बदौलत भारत ने यह सीरीज 2-1 से जीत ली। कप्तान के रूप में अपने पहले ही टेस्ट में जीत हासिल करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी पाॅली उमरीगर थे जिन्होंने 1955 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत हासिल की थी। सुनील गावस्कर 1976 में आकलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ ,रवि शास्त्री 1988 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ और सचिन तेंदुलकर 1996 में दिल्ली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीते थे। सौरभ गांगुली ने 2000 में ढाका में बंगलादेश के खिलाफ ,वीरेन्द्र सहवाग ने 2005 में अहमदाबाद में श्रीलंका के खिलाफ ,अनिल कुंबले ने 2007 में दिल्ली में पाकिस्तान के खिलाफ ,महेन्द्र सिंह धोनी ने 2007 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और रहाणे ने अब 2017 में धर्मशाला में आस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तान के रूप में अपने पहले टेस्ट में जीत हासिल की। 


छेत्री के कमाल से भारत ने म्यांमार को हराया

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यंगून ,28 मार्च, स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री के अंतिम क्षणों में किये गये कमाल के गोल की बदौलत भारत ने 2019 एएफसी एशिया कप फुटबाल क्वालिफायर्स में म्यांमार को 1-0 से हराकर पूरे तीन अंक हासिल कर लिये। विश्व रैंकिंग में 132 वें नंबर के भारत और 172 वें नंबर के म्यांमार के बीच थूवुना वाईटीसी स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला अंतिम क्षणों तक गोल रहित बराबरी पर चल रहा था लेकिन करिश्माई स्ट्राइकर छेत्री ने विपक्षी डिफेंस की सुस्ती का फायदा उठाते हुये दांये छोर से मिली गेंद पर बेहतरीन गोल दाग दिया। इस गोल के बाद तीन मिनट के इंजरी समय में म्यांमार ने वापसी करने की भरपूर कोशिश की लेकिन भारत ने मेजबान टीम को कोई मौका नहीं दिया। भारतीय टीम इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में कंबोडिया को 3-2 से हराकर इस मुकाबले में पहुंची थी। दोनों देशों के बीच आखिरी मुकाबला 2013 में एएफसी एशिया कप के मैच में हुआ था जिसमें म्यांमार की टीम 1-0 से जीती थी लेकिन भारत ने इस बार उस हार का बदला चुका लिया। बराबरी की तरफ बढ़ रहे मैच में छेत्री ने यूदांता सिंह और जेजे लालपेखलुआ के साथ मूव बनाया। यूदांता ने दांये छोर से तेजी से आगे बढ़ते हुए छेत्री को सेंटर दिया और छेत्री ने गेंद को बांये कॉर्नर में पहुंचाने में कोई गलती नहीं की। मैच समाप्त होते ही भारतीय खिलाड़ियों ने एक दूसरे को बधाई दी।

कप्तानी,बल्लेबाजी,गेंदबाजी हर विभाग में हम आगे : कुंबले

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धर्मशाला ,28 मार्च, टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां अंतिम टेस्ट मैच में मिली जीत पर खुशी जताते हुए कहा है कि सीरीज में भारत बल्लेबाजी ,गेंदबाजी ,क्षेत्ररक्षण से लेकर कप्तानी तक हर विभाग में आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर भारी साबित हुआ। भारतीय कोच ने नियमित कप्तान विराट कोहली के स्थान पर चौथे मुकाबले में टीम का नेतृत्व कर रहे अजिंक्या रहाणे की भी जमकर सराहना की। पूर्व धुरंधर लेग स्पिनर कुंबले ने कहा,“ भारतीय टीम ने सीरीज में जिस तरह का लाजवाब प्रदर्शन किया है उसे देखते हुए इस बात का कोई कारण नजर नहीं आता है कि टीम इस प्रदर्शन को विदेशी धरती पर भी न जारी रख सके।” उन्होंने कहा,“ मैच में आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में अच्छा स्कोर किया था लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने न केवल इसका सफलता पूर्वक पीछा किया बल्कि महत्वपूर्ण बढ़त भी दिलायी। सभी खिलाड़ी जीत हासिल करने के प्रति प्रतिबद्ध दिखे और अपना योगदान दिया। ऊपरी क्रम के अलावा निचले क्रम में भी बल्लेबाजों के बल्ले से रन निकले।” कोच ने कहा,“ मैंने खिलाड़ियों से सिर्फ यही कहा था कि एक समय सिर्फ एक ही मैच के बारे में सोचें। एक मैच में भी एक सत्र के बारे में। पिछली या भविष्य की बातों पर ध्यान लगाने के बजाय सिर्फ मौजूदा बातों पर ध्यान देना चाहिये। खिलाड़ियों ने इस पर अमल किया और परिणाम सबके सामने सीरीज जीत के रूप में है।” उन्होंने कार्यवाहक कप्तान रहाणे की प्रशंसा करते हुए कहा,“ टॉस हारने के बावजूद रहाणे ने बेहतरीन कप्तानी की। उन्होंने गेंदबाजों का बेहतरीन इस्तेमाल किया और बल्ले से भी रन बनाकर खुद आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभाली। उनका मैच में नजरिया बेहद सकारात्मक था।” नंबर वन टेस्ट गेंदबाज रवींद्र जडेजा के बारे में कुंबले ने कहा,“ जडेजा हमेशा की तरह बेहतरीन लय में थे। जडेजा ने पहले भी टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलायी हैं लेकिन यहां जीत बेहद खास और यादगार रही।” 

भूपति ने पेस और बोपन्ना को रखा रिजर्व

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बेंगलुरू, 28 मार्च (वार्ता) अखिल भारतीय टेनिस संघ(एआईटीए) की चयन समिति और गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने उज्बेकिस्तान के खिलाफ यहां सात से नौ अप्रैल तक होने वाले डेविस कप एशिया ओसनिया जोन ग्रुप एक के दूसरे दौर के मुकाबले के लिये अनुभवी युगल विशेषज्ञों लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना को रिजर्व रखा है। एआईटीए के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने मंगलवार को इस मुकाबले के लिये भारतीय डेविस कप टीम की घोषणा की। चार सदस्यीय टीम में रामकुमार रामनाथन, यूकी भांबरी, प्रजनेश गुणेश्वरन और श्रीराम बालाजी को रखा गया है। चटर्जी ने बताया कि टीम का चयन डेविस कप टीम के कप्तान महेश भूपति के साथ विचार विमर्श करने के बाद किया गया। देश के सबसे सफल डेविस कप खिलाड़ी पेस और विश्व रैंकिंग में देश के इस समय शीर्ष युगल खिलाड़ी पेस को रिजर्व के तौर पर रखा गया है। बोपन्ना हाल में मियामी ओपन के पहले ही दौर में बाहर हो गये थे। बोपन्ना फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुये मुकाबले में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे।


टीम के साथ ओलंपियन विष्णु वर्धन को प्रैक्टिस पार्टनर के तौर पर रखा गया है। इसके अलावा दो जूनियर खिलाड़ी टीम के साथ हिटिंग पार्टनर के तौर पर रहेंगे। डेविस कप का दूसरे दौर का यह मुकाबला भूपति का कप्तान के तौर पर पहला मुकाबला है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हुये मुकाबले में विजय अमृतराज टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान थे जो उनका विदाई मैच भी था। भारत और उज्बेकिस्तान के बीच इस मुकाबले के विजेता को विश्व ग्रुप प्लेआफ में खेलने का मौका मिलेगा। यह मुकाबला कर्नाटक राज्य लॉन टेनिस संघ के हार्डकोर्ट पर खेला जाएगा। विश्व के 68वें नंबर के खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन उज्बेकिस्तान की टीम का नेतृत्व कर सकते हैं। इस्तोमिन ने इस वर्ष आस्ट्रेलियन ओपन के दूसरे दौर में नंबर दो सर्बिया के नोवाक जोकोविच को चौंकाया था और पहले राउंड में कोरिया के खिलाफ अपनी टीम की 3-1 की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस्तोमिन ने अपने दोनों एकल और युगल मैच जीते थे। 

बार्डर-गावस्कर ट्राफी पर भारत की बादशाहत

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धर्मशाला, 28 मार्च, विश्व की नंबर एक टीम भारत ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुये आस्ट्रेलिया का घमंड चौथे और अंतिम टेस्ट में साढ़े तीन दिन के अंदर ही चकनाचूर कर मंगलवार को आठ विकेट की जीत के साथ बार्डर-गावस्कर ट्राफी पर 2-1 से कब्जा कर लिया। भारत के सामने मात्र 106 रन का मामूली लक्ष्य था और उसने बिना कोई विकेट खोए 19 रन से आगे खेलते हुये 23.5 ओवर में दो विकेट पर 106 रन बनाकर हासिल कर लिया। लोकेश राहुल (नाबाद 51) और कार्यवाहक कप्तान अजिंक्या रहाणे (नाबाद 38) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुये चौथे दिन सुबह के सत्र में ही मैच समाप्त कर दिया। विश्व की नंबर एक टीम भारत ने इस तरह पहला टेस्ट गंवाने के बाद गज़ब की वापसी करते हुये 2-1 से सीरीज अपने नाम की। भारत के टेस्ट इतिहास में यह चौथा मौका है जब भारतीय टीम ने पहला मैच हारने के बाद टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। इससे पहले भारत ने 1972-73 में इंग्लैंड के खिलाफ, 2000-01 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अौर 2015 में श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट से पिछड़ने के बाद जीत हासिल की थी। मैच में बल्ले और गेंद से करिश्माई प्रदर्शन करने वाले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को मैन आफ द मैच के साथ साथ मैन आफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया। इसी सीरीज के दौरान विश्व के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज बने जडेजा ने दोनों पारियों में कुल चार विकेट और भारत की पहली पारी में 63 रन की शानदार पारी खेली थी जिसकी बदौलत भारत को 32 रन की अहम बढ़त हासिल हुई थी। जडेजा ने सीरीज में कुल 127 रन बनाये और सर्वाधिक 25 विकेट हासिल किये।


भारतीय टीम ने मैच के तीसरे ही दिन कंगारूओं पर अपना शिकंजा कस दिया था। आस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 137 रन पर लुढ़काने के बाद भारत ने अपनी जीत सुनिश्चित कर ली थी। राहुल और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिये मात्र 9.5 ओवर में 60 रन की अविजित साझेदारी कर जीत की औपचारिकता पूरी कर दी। ओपनर राहुल एक बार फिर अहम साबित हुये और उन्होंने 76 गेंदों में नौ चौके लगाकर नाबाद 51 रन की अर्धशतकीय पारी खेली तथा विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तानी कर रहे रहाणे ने 27 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाकर नाबाद 38 रन बनाये। राहुल ने मैच का अपना दूसरा और सीरीज का छठा अर्धशतक बनाया। रहाणे की कप्तानी की शुरूआत भी यादगार रही और उन्होंने न केवल भारत को मैच जिताया बल्कि सीरीज भी उसके नाम कर दी। चोटिल विराट की जगह रहाणे को इस मैच में कप्तानी करने का मौका मिला और उन्होंने बेहतरीन कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से खुद को साबित किया। धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में भारतीय टीम ने सुबह अपनी पारी को कल के 19 रन से आगे बढ़ाया और उस समय तक उसके सभी 10 विकेट सुरक्षित थे। बल्लेबाज राहुल 13 रन और मुरली विजय छह रन पर नाबाद थे तथा भारत को जीत के लिये मात्र 87 रनों की जरूरत थी। पहले विकेट के लिये राहुल ने मुरली के साथ 46 रन की साझेदारी की और 13वें ओवर में जाकर पैट कमिंस ने मैथ्यू वेड के हाथों मुरली को कैच करा दिया। 

मुरली ने 35 गेंदों में आठ रन बनाये। लेकिन फिर इसी स्कोर पर आस्ट्रेलिया ने चेतेश्वर पुजारा को खाता खोलने का मौका भी नहीं दिया और ग्लेन मैक्सवेल ने उन्हें रनआउट कर दूसरा विकेट भी झटक लिया। पुजारा और राहुल एक सिंगल चुराने के असमंजस में विकेट के बीच में अटके और पुजारा रनआउट हो गये। पुजारा को अफसोस रहा कि उन्होंने इस तरह रनआउट होना पड़ा। पुजारा का घरेलू टेस्ट में यह पहला शून्य रहा। उनका घरेलू मैचों में 50 पारियों में यह पहला शून्य है। वह भारत से बाहर 31 पारियों में दो बार शून्य पर आउट हुये हैं। हालांकि लक्ष्य बड़ा नहीं था इसलिये भारत को पुजारा के शून्य पर आउट होने से ज्यादा परेशानी नहीं हुई। राहुल और रहाणे ने फिर आसानी से स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाये रखा और भारत को आठ विकेट से मैच में जीत दिला दी। राहुल ने 76 गेंदों में अपने 50 रन पूरे किये जो उनका इस मौजूदा सीरीज में छठा अर्धशतक था। वह साथ ही पुजारा(405) के बाद 393 रन बनाकर दूसरे सर्वश्रेष्ठ भारतीय स्कोरर भी रहे। आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के पास अपना बचाव करने के लिये कोई स्कोर नहीं था और उन्होंने भी हताशा में मैच की औपचारिकता पूरी की। भारत की ओर से गिरे दो विकेटों में एक रनआउट रहा और कमिंस ने 42 रन पर एक विकेट लिया। आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 300 रन बनाये थे लेकिन भारत ने 332 रन बनाकर जो मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की वह अंत में निर्णायक साबित हुई। अपने कप्तान स्टीवन स्मिथ पर टिकी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी दूसरी पारी में उनके मात्र 17 रन पर आउट होने से संभल नहीं सकी और 137 रन पर ढेर हो गयी। भारत ने लक्ष्य को आसानी से हासिल किया और अास्ट्रेलिया का 2004 के बाद से पहली बार भारत में सीरीज हासिल करने का सपना तोड़ दिया। भारत ने 2014-15 में पिछले आस्ट्रेलियाई दौरे में 0-2 से सीरीज गंवाई थी लेकिन इस बार उसने 2-1 से सीरीज जीतकर पिछला हिसाब चुकता किया और बार्डर-गावस्कर ट्राफी अपने नाम कर ली। 

बिहार : पूर्णियां में डायन का आरोप लगाकर महिला की जिंदा जलाकर हत्या

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पूर्णियां 28 मार्च, बिहार में पूर्णियां जिले के मोहनपुर पुलिस आउट पोस्ट क्षेत्र में डायन होने का आरोप लगाकर कल देर रात एक वृद्ध महिला की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गयी । पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि कांप गांव में कल रात चिकरु महलदार का 12 वर्षीय पुत्र भीम कुमार की सांप काटने से मौत हो गयी थी। मृतक के पिता ने पड़ोस में रहने वाली रामपति देवी (52) पर डायन होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जादू-टोना कर इसने ही मेरे बेटे की हत्या कर दी है । इसके बाद मध्य रात्रि में उसने महिला के घर में घुसकर उसके शरीर पर किरासन तेल छिड़ककर आग लगा दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी । सूत्रों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी चिकरु को गिरफ्तार कर लिया है। शव पोस्टमार्टम के लिए पूर्णियां सदर अस्पताल भेज दिया गया है । 

भाजपा सदस्य लाल बाबू प्रसाद दिनभर के लिए परिषद से निलंबित

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पटना 28 मार्च, बिहार विधान परिषद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य लाल बाबू प्रसाद को आज एक दिन के लिए परिषद की कार्यवाही में भाग लेने से निलंबित कर दिया गया है । सभापति अवधेश नारायण सिंह ने परिषद में घोषणा की कि उन्होंने आज अपने कक्ष में सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की । बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कल परिषद में अमर्यादित आचरण करने को लेकर भाजपा सदस्य श्री प्रसाद को आज दिनभर के लिए कार्यवाही से निलंबित किया जाता है । बाद में परिषद में प्रतिपक्ष नेता सुशील कुमार मोदी ने परिषद स्थित अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा के श्री प्रसाद को दिनभर के लिए कार्यवाही से निलंबित किया गया है जबकि सत्तारुढ़ जनता दल यूनाइटेड के सतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल के सुबोध कुमार ने कल परिषद में विपक्षी सदस्यों के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए सदन के बीच में धक्का-मुक्की की थी। सत्तारुढ़ दल के दोनों सदस्यों के इस अमर्यादित आचरण से पूरा सदन शर्मसार हुआ है ,लेकिन सत्तारुढ़ दल के इन दोनों सदस्यों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी । 


श्री मोदी ने कहा कि कल की कार्यवाही का वीडियो फुटेज सभापति के कक्ष में हुयी सभी दलों की बैठक में देखा गया ,लेकिन ऐसा कुछ नहीं दिखायी पड़ा जिससे कि श्री प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की जा सके । उन्होंने कहा कि उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान जब कल परिषद में जवाब देने के लिए खड़े हुए थे तभी श्री प्रसाद ने न तो उनका कुर्ता फाड़ा था और नहीं जवाब वाले प्रति को फाड़ा था उन्होंने केवल उनका विरोध किया था । प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस की एक सभा के दौरान मंत्री मस्तान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चित्र पर जूते चलवाये और उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी । इसके बाद ही पार्टी ने उनके सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था और इसी के तहत कल भी उनका विरोध किया गया । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के चित्र पर जूता चलवाने वाले मंत्री को कांग्रेस पार्टी बचाव में खड़ी है । मंत्री के खिलाफ अभी तक इस मामले में न तो कोई कार्रवाई की गयी है और न हीं मौके पर मौजूद अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है । श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा सदस्य श्री प्रसाद को लेकर प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था और धमकी दी थी कि यदि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो कांग्रेस सदस्य दोनों सदनों को बहिष्कार करेंगे । उन्होंने कहा कि ऐसी करतूतों के कारण ही कांग्रेस को उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में परिणाम भुगतना पड़ा । यदि मंत्री मस्तान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी तो बिहार विधान सभा के आगामी चुनाव में महागठबंधन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी । 

बिहार में पूर्ण शराबबंदी सामाजिक सुधार की दृष्टि से क्रांतिकारी निर्णय : कोविंद

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पटना, 28 मार्च, बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविन्द ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को ऐतिहासिक, साहसिक और सामाजिक सुधार की दिशा में अत्यन्त क्रांतिकारी निर्णय बताया है। श्री कोविन्द ने आज राजधानी के श्रीकृष्ण स्मारक भवन में आचार्य महाश्रमणजी की अहिंसा-यात्रा के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ण शराबबंदी का राज्य सरकार का निर्णय ऐतिहासिक, साहसिक और सामाजिक सुधार की दिशा में लिया गया अत्यन्त क्रांतिकारी निर्णय है। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने शराबबंदी से संबंधित बिल को बहुत सोच-समझकर अपनी मंजूरी प्रदान की थी। इसे लागू करने के पीछे सरकार का नेक इरादा था और इसका उद्देश्य व्यापक जन-कल्याण था, इसीलिए इसके कार्यान्वयन की स्वीकृति उनके द्वारा प्रदान कर दी गई। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को नशाबंदी के साथ-साथ अपने अहंकार के नशे का भी परित्याग करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा , “ बिहार ज्ञान, कर्म, चरित्र, नैतिकता, दर्शन, धर्म -सबसे परिपूर्ण एक विपुल वैभवशाली और गौरवशाली प्रदेश रहा है। यह जैन और बौद्ध धर्मों का तो जन्मस्थल ही रहा है। सिक्खों के दशमेश-गुरू गुरू गोविन्द सिंह जी के जन्मोत्सव को इस वर्ष ‘प्रकाश पर्व’ के रूप में आयोजित कर, बिहार ने पूरी दुनियां के सामने आतिथ्य के प्रति अपनी गहरी निष्ठा को प्रकट किया। ” 


श्री कोविंद ने कहा कि जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से 22 की मोक्ष-स्थली बिहार एवं झारखंड की एकीकृत धरती रही है। 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर वर्द्धमान सहित पांच तीर्थंकरों की जन्म-भूमि भी बिहार की पावन भूमि रही है। वर्द्धमान महावीर जैन धर्म और दर्शन को उत्कर्ष दिलाने में सर्वश्रेष्ठ रहे। राज्यपाल ने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व हिंसा और आतंकवाद के खतरों से त्रस्त है। आज सभी आध्यात्मिकता की ललक में पुनः भारतवर्ष की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। जीवन का सदुपयोग कैसे हो , इस विषय में भारतीय संतों और महात्माओं ने अपने संदेशों से बराबर जन-मानस का मार्ग दर्शन किया है। उन्होंने बिहारवासियों और देशवासियों को नव संवत्सर और नवरात्र की बधाई भी दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी से पूर्ण नशाबंदी की ओर अब आगे बढ़ रही है। शराबबंदी के निर्णय से समाज में शांति बढ़ी है। इससे एक ओर जहां अपराध घटे हैं तो दूसरी तरफ सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई हैं। लोग शराब सेवन से दूर रहकर जो पैसे बचा रहे हैं, उसे अपने जीवन-स्तर के सुधार में खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सफलतापूर्वक ‘प्रकाश पर्व’ आयोजित किया गया और अब राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के ‘चम्पारण-सत्याग्रह-आंदोलन’ के शताब्दी-समारोह का सफल आयोजन किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान अणुव्रत समिति द्वारा मुख्यमंत्री श्री कुमार को शराबबंदी के निर्णय के लिए ‘अणुव्रत पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने इसे आम बिहारवासी के दृढ़निश्चय का सम्मान बताया। 


वर्ष 2019 तक शिक्षा का हब बनेगा झारखंड : रघुवर

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डालटनगंज 28 मार्च, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि उनकी सरकार प्रदेश को शिक्षा हब के रुप में स्थापित करने की दिशा में तेजी काम कर रही है और आने वाले कुछ सालों में झारखंड निश्चय ही शिक्षा का हब बनकर नये आयाम स्थापित करेगा। श्री दास ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी देश या प्रदेश के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड को अग्रणी बनाने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है और पूरी उम्मीद है कि वर्ष 2019 तक झारखंड शिक्षा का हब बनेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा से हीगरीबी और बदहाली दूर होगी। मुख्यंमत्री ने राज्य में उद्योगीकरण के दिशा में किये जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा देकर लोगों को रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही है। साथ ही स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में भी जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “ हम समाज के सभी वर्गो के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयत्नशील है। सरकार मुसलमानों का भी विकास चाहती है। कौशल विकास के माध्यम से मुसलमानों का विकास किया जायेगा। इसके अलावा राज्य में जल्द ही उर्दू अकादमी का गठन होगा। ” 

संस्कृत साहित्य में मानवता सर्वप्रधान , समानता को प्रश्रय : कुलपति

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दरभंगा 28 मार्च, देश के प्रतिष्ठित संस्कृत विश्वविद्यालयों में शुमार कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आरंभ हो गयी। विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में “संस्कृतवाङ्मय में वर्णित मानवाधिकार विषयक विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिवाकांत झा और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विद्याधर मिश्र ने संयुक्त रुप से दीप-प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर वैदिक मंगलाचरण एवं लौकिक मंगलाचरण भी किया गया। प्रो. शिवाकांत झा ने संगोष्ठी को संबोधित करते कहा कि विशाल संस्कृत साहित्य मानवता को सर्वप्रधान मानते हुए समानता को प्रश्रय देता है। यहां “वसुधैव कुटुम्बकम” के द्वारा पूरी पृथ्वी को परिवार माना गया है। “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता: एवं “अहिंसा परमोधर्म:” का उद्घोष करने वाले इस साहित्य एवं इसमें व्यक्त विचार आज के युग में पूर्ण प्रासंगिक हैं। यदि इन विचारों का पालन आज समाज में हो तो निश्चय ही मानवाधिकार हनन की स्तिथि उत्पन्न नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज के युग में व्याप्त भ्रष्टाचार, आतंकवाद, सामंतवादी प्रवृति, नारी-उत्पीड़न आदि सभी मानव के अधिकारों के हनन करने वाली प्रवृतियों का नाश हमारे संस्कृतशास्त्र के विचार करने में सक्षम हैं। वहीं , विशिष्ट अतिथि प्रो. रामवदन यादव ने “ कर्मण्येवाधिकारते मा फलेषु कदाचन” का उद्धरण देते हुए कहा कि संस्कृत साहित्य कर्म के संपादन में विश्वास रखता है और यहां बतलाए गए अच्छे कर्मों का संपादन कर हम मानवाधिकार की रक्षा करने में सक्षम हैं। संगोष्ठी को ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के प्रो. विनय कुमार चौधरी, ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय के निदेशक डॉ. देवनारायण यादव, मिथिला शोध संस्थान एवं समाज सेवी शोभा शुक्ला ने भी संबोधित किया और मानवाधिकार रक्षा की बात कही। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षाशास्त्र विभाग के निदेशक डॉ. घनश्याम मिश्र ने किया। कार्यक्रम का संचालन संगोष्ठी की संयोजिका डॉ. श्रीमती रीता सिंह ने किया। 

चारा घोटाला मामले में पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समेत तीन लोगों को कठोर कारावास की सजा

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पटना 28 मार्च, बिहार में करोड़ों रुपयों के चारा घोटाला के एक मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत ने आज पशुपालन विभाग, पूर्णिया के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक सीताराम सिंह समेत तीन लोगों को तीन-तीन वर्ष के सश्रम कारावास की सजा के साथ ढ़ाई-ढ़ाई लाख रुपये का जुर्माना भी किया। चारा घोटाला मामलों की सुनवाई कर रहे ब्यूरो के विशेष न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी ने यहां मामले में सुनवाई के बाद पशुपालन विभाग, पूर्णिंया के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक श्री सिंह , चलंत पशु चिकित्सा पदाधिकारी नागेन्द्र साह और लेखा लिपिक चंद्रशेखर प्रसाद को भारतीय दंड विधान और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं में दोषी करार देने के बाद यह सजा सुनाई है। जुर्माने की राशि अदा नहीं करने पर दोषियों को ढ़ाई-ढ़ाई साल के कारावास की सजा अलग से भुगतनी होगी। आरोप के अनुसार वर्ष 1995-96 के दौरान दोषियों ने दवा आपूर्तिकर्ता और बजट पदाधिकारी के साथ मिलकर फर्जी स्वीकृति आदेश और फर्जी विपत्रों के आधार पर लाखों रुपयों का घोटाला किया था। मामले की सुनवाई के दौरान दवा आपूर्तिकर्ता महेन्द्र प्रसाद और बजट पदाधिकारी ब्रज भूषण प्रसाद की मृत्यु हो गयी थी। 

सांसद पप्पू यादव की जमानत अर्जी खारिज

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पटना 28 मार्च, पटना की एक अदालत ने नजायज मजमा बनाकर सरकारी कार्य में बाधा डालने के एक मामले में आज सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की नियमित जमानत अर्जी खारिज कर दी। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जावेद अहमद खान की अदालत में जमानत अर्जी दाखिल कर श्री यादव की ओर से कहा गया था कि ना तो उन्हें इस मुकदमें की जानकारी थी और ना ही पुलिस ने धारा 41 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत उनपर कोई नोटिस तामील की थी। सांसद के वकील ने उन्हें निर्दोष बताते हुए मुकदमें को द्धेषपूर्ण एवं राजनीति से प्रेरित करार देते हुए जमानत की प्राथर्ना की थी। अर्जी पर सुनवाई के बाद अदालत ने श्री यादव को जमानत पर मुक्त करने से इंकार कर दिया। मामले की दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, 24 जनवरी 2017 को सांसद श्री यादव और उनके साथ करीब एक हजार लोगों ने नजायज मजमा बनाकर सरकारी कार्य में बाधा डाली थी ।

17 वर्षो के विभाजन के बावजूद बिहार-झारखंड सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से एक : द्रौपदी

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पटना 28 मार्च, झारखंड की राज्यपाल सुश्री द्रौपदी मुर्मू ने आज कहा कि बिहार और झारखंड के बीच 17 वर्षों का विभाजन भी दोनों राज्यों के लोगों को सामाजिक एवं सांस्कृतिक रूप से नहीं बांट सका है तथा उनके बीच जीवंत संबंध अभी भी बरकरार है।  राज्यपाल सुश्री मुर्मू ने यहां आद्री पटना के ..बिहार एवं झारखंड साझा इतिहास से साझा दृष्टि तक..विषय पर आयोजित पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए राज्यों के बीच भाषाई समरूपता पर बल दिया और कहा कि उनकी आकांक्षाएं एवं आर्थिक लक्ष्य समान हैं । खनिज संपदा से समृद्ध झारखंड और विस्तृत उपजाउ जमीन वाला बिहार अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए एक-दूसरे के पूरक हैं । राज्यपाल ने कहा कि सामाजिक न्याय से रहित विकास को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने आद्री द्वारा अपनी गतिविधियों का विस्तार झारखंड में भी करने की आवश्यकता बतायी और कहा कि इससे लोग गुणवत्तापूर्ण समाज और वैज्ञानिक अनुसंधान का लाभ ले सकेंगे । इससे पूर्व झारखंड सरकार के संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने समेकित रूप से आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड एवं उड़ीसा के साथ ही पड़ोसी देश नेपाल, भूटान और बांग्लादेश को शामिल करते हुए महापूर्वांचल बनाने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से समृद्ध दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ मजबूत संपर्क के लिए कोलकाता, हल्दिया और पारादीप बंदरगाहों की सुविधाओं को उत्क्रमित किया जाना चाहिए। इस मौके पर बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सरकार पटना विश्वविद्यालय और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में शोध सुविधाओं को और बेहतर करने जा रही है । आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और देश में अपने तरह का पहला सेंटर फॉर रिवर स्टडीज की भी शुरुआत होने जा रही है। 

भाजपा और मोदी की आलोचना पर मुझे धमकियां मिल रही हैं: रामचंद्र गुहा

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नयी दिल्ली, 28 मार्च, जानेमाने लेखक-इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने आज ट्वीट किया कि उन्हें ऐसे मेल आ रहे हैं जिनमें चेतावनी दी गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की आलोचना नहीं करें । 58 साल के गुहा ने दावा किया कि मेल में यह चेतावनी भी दी गई कि वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भी आलोचना नहीं करें । ट्वीट में कहा गया, ‘‘कई लोगों की आईडी से मुझे एक जैसे मेल आ रहे हैं जिसमें चेतावनी दी गई है कि भाजपा की आलोचना करने पर ‘दिव्य महाकाल’ की ओर से मिलने वाली सजा के लिए तैयार रहें ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह चेतावनी भी दी गई कि दुनिया को बदलने के लिए दिव्य महाकाल की ओर से चुने गए और उनसे आशीर्वाद प्राप्त नरेंद्र मोदी और अमित शाह की आलोचना नहीं करूं।’’ हालांकि, इतिहासकार ने  कहा कि ऐसे मेल नियमित रूप से आते रहते हैं और इनमें ‘कुछ भी गंभीर नहीं हैं।


आतंकी को बचाने के लिए जवानों पर पत्थरबाजी, 63 जवान घायल, 3 प्रदर्शनकारियों की मौत

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श्रीनगर : मध्य कश्मीर के बड़गाम जिले के चदूरा इलाके में एक मुठभेड के दौरान एक आतंकी मारा गया जबकि मुठभेड़ स्थल के निकट पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में तीन नागरिकों की मौत हो गयी. सेना के एक अधिकारी ने बताया, ‘एक आतंकी मारा गया और मुठभेड़ स्थल के पास से एक हथियार बरामद किया गया है.'सीआरपीएफ के डीआईजी संजय कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की ओर से की जा रही पत्थरबाजी में सीआरपीएफ के 43 जवान घायल हो गये हैं. जबकि पुलिस के 20 जवान भी घायल हुए हैं. उन्‍होंने कहा कि कुछ लोग हमारे ऑपरेशन में रुकावट डालने का प्रयास कर रहे थे, वे पत्‍थर फेंक रहे थे. उन्‍होंने कहा कि हमें दानों तरु निपटना पड़ रहा था. एक तरफ आतंकवादी और दूसरी तरफ स्‍थानीय लोग. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ खत्म हो गयी है. उन्होंने साथ ही बताया कि इस दौरान अर्धसैनिक बल का एक जवान घायल हो गया. मुठभेड़ स्थल पर छिपे हुए आतंकी को भगाने की कथित कोशिश के क्रम में पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में तीन नागरिकों की मौत हो गयी और 18 अन्य लोग घायल हो गये. मारे गये नागरिकों में सभी युवा हैं और सबकी उम्र 20 वर्ष के आसपास है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद चदूरा क्षेत्र के दरबाग इलाके को तड़के घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया. अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड शुरू हो गयी. इस पूरे घटनाक्रम में मारे गये युवकों की पहचान जाहिद डार, सादिक अहमद और इशफाक अहमद वानी के रूप में हुई है. 



कांग्रेस और माकपा ने इस दौरान आम लोगों की मौत की निन्दा की और सुरक्षाबलों से प्रदर्शनकारियों से निपटते समय संयम बरतने का आग्रह किया. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के प्रवक्ता फारुक अंद्राबी ने एक बयान में कहा, ‘हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करते हैं और बलों से आग्रह करते हैं कि वे प्रदर्शनकारियों से निपटते समय संयम बरते.'अंद्राबी ने कहा कि आम लोगों की मौत से ‘निश्चित तौर पर घाटी का माहौल खराब होगा. सुरक्षा बलों को केवल गोलियों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए अन्य सामान्य तरीके अपनाने चाहिए.'उन्होंने लोगों से शांत और मुठभेड़ स्थलों से दूर रहने की सलाह दी. लोगों की मौत पर आश्चर्य और दुख व्यक्त करते हुए माकपा नेता और कुलगाम के विधायक मोहम्मद युसूफ तारिगामी ने कहा कि सुरक्षा बल अगर ‘अधिकतम संयम का परिचय दें'तो इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि ‘कानून प्रवर्तन एजेंसियां पूर्व के अनुभवों से सबक नहीं ले रही हैं.' 


सपा ने सभी वादे पूरे किये फिर भी उप्र चुनाव में हार गई : मुलायम सिंह

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज जोर दिया कि उत्तरप्रदेश में भाजपा ने बड़े बड़े वादे किये, प्रदेश की जनता ने इनके वादों के झांसे में आकर भाजपा को जबर्दस्त जीत दिलायी जबकि सपा वादे पूरा करने के बावजूद चुनाव हार गई। मुलायम ने दावा किया कि सपा ने मुफ्त शिक्षा, चिकित्स सुविधा उपलब्ध कराने के साथ किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाये। अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा को बेहतर बनाया। ऐसा देश में कहीं नहीं हुआ। हमने सभी वादे पूरे किये लेकिन हम चुनाव हार गए। लोकसभा में जीएसटी पर चर्चा के दौरान सपा नेता ने कहा कि आपने लोगों से बड़े बड़े वादे किये। पहले भी :2014 के लोकसभा चुनाव: किये, उन्हें पूरा नहीं किया। और इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी बड़े बड़े वादे किये। लोगों ने समझा कि बहादुर प्रधानमंत्री हैं और जय मोदी, जय मोदी करके आपको :भाजपा: जीता दिया। मुलायम ने कहा कि आपने इतने वादे किये हैं और राज्य में आपको अपार बहुमत मिला है। आपको भी इसकी उम्मीद नहीं थी। किसी को यह उम्मीद नहीं थी। लेकिन आप जीते। लेकिन जल्द ही जब लोगों के वादे पूरे नहीं होंगे तब पता चलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता बनाना भी जानती है और पाटना भी जानती है। सपा नेता ने कहा कि 1997 में हमें भारी जनादेश मिला और 1980 में हम हार गए। 1984 में फिर कांग्रेस जीती और इसके बाद हुए चुनाव में फिर हम जीते। इस बात को ध्यान में रखें और वादों को पूरा करें।

महिलाओं को 26 हफ्ते का मातृत्व अवकाश मिलेगा, राष्ट्रपति ने नये कानून को मंजूरी दी

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, नये कानून के तहत महिला कर्मचारियों को अब 12 हफ्ते की बजाए 26 हफ्ते का सवैतनिक अवकाश मिलेगा । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मातृत्व लाभ :संशोधन: कानून, 2017 को अपनी मंजूरी दे दी । महिला कर्मचारियों के फायदे के लिए 55 वर्ष पुराने कानून के कुछ प्रावधानों में बदलाव किया गया है । नये कानून के तहत 50 या ज्यादा कर्मचारियों वाले हरेक संस्थान के लिए निर्धारित दूरी के भीतर क्रेच की सुविधा होना आवश्यक है । नियोक्ता भी एक महिला को दिन में चार बार क्रेच जाने की अनुमति देने के लिए बाध्य होगा । कानून कहता है कि हरेक प्रतिष्ठान को इसके तहत उपलब्ध हर सुविधा के बारे में हरेक महिला को उसकी शुरूआती नियुक्ति के वक्त लिखित और इलेक्ट्रॉनिक रूप से बताना होगा । नियोक्ता महिला को मातृत्व अवकाश पाने के बाद घर से काम करने की इजाजत दे सकता है । इसमें कहा गया है, ‘‘ऐसी स्थिति में जहां महिला को सौंपी गयी कार्य की प्रकृति उस तरह की हो कि वह घर से काम कर सकती है तो नियोक्ता ऐसी अवधि के लिए मातृत्व लाभ हासिल करने के बाद उसे ऐसा करने की अनुमति दे सकता है और ऐसी स्थिति में नियोक्ता और महिला आपसी तालमेल से राजी हो सकते है । ’’ कानून तीन महीने से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने और मां बनने :जैविक मां जो अपने अंडाणु को दूसरी महिला में प्रतिरोपित कर बच्चा पैदा करती हैं : वाली महिला को 12 हफ्ते मातृत्व छुट्टी की अनुमति देता है । कानून के तहत 26 हफ्ते की सवैतनिक छुट्टी केवल दो बच्चों के लिए है । दस या ज्यादा लोगों को नौकरी देने वाले सभी प्रतिष्ठानों पर लागू होने वाला कानून कहता है कि दो या ज्यादा बच्चों वाली महिला 12 हफ्ते के मातृत्व अवकाश की हकदार होगी ।

वर्ष 2016 से 33 पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार किए गए : सरकार

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, सरकार ने आज कहा कि सुरक्षाबलों ने 2016 से लेकर अब तक 33 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया है। गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने राज्यसभा को एक सवाल के जवाब में बताया कि उपलब्ध सूचना के अनुसार 2016 से लेकर 22 मार्च 2017 तक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करते हुए 33 एजेंट पकड़े गए। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों में से 14 राजस्थान में, पंजाब में छह, जम्मू कश्मीर में छह, दिल्ली में चार, गुजरात में दो और एक उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार किया गया।

जीएसटी पर सरकार का ‘एक राष्ट्र एक कर’ का दावा है महज मिथक : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, कांग्रेस ने वस्तु एवं सेवा कर :जीएसटी: विधेयक के जरिये कराधान के मामले में संसद के अधिकार सीमित करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वर्तमान विधेयकों में महंगाई रोकने के कोई उपाय नहीं किये गये हैं तथा इनके लागू होने से परेशानियां तथा भ्रष्टाचार बढ़ेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली आज संसद भवन में पार्टी के नियमित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी पर सरकार का ‘एक राष्ट्र-एक कर’ का दावा महज मिथक है क्योंकि करों की एक समान दरें होने की संभावना नहीं है। उन्होंने भाजपा पर विपक्षी दल के रूप में जीएसटी का मार्ग बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण कर सुधार में सात.आठ वर्ष की देरी के कारण 12 लाख करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है और इस नुकसाई की भरपाई कौन करेगा? उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी जीएसटी की विरोधी नहीं है किन्तु वह चाहती है कि इसे लागू करते समय उपभोक्ताओं के हितों को सुरक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि राजग सरकार इसे क्रांतिकारी कर सुधार पहल बता रही है लेकिन इन विधेयकों के प्रावधानों से स्पष्ट है कि यह कोई ‘गेम चेंजर’ नहीं बल्कि आगे की ओर एक छोटा सा कदम भर है। उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी दु:स्वप्न होगी और इसके प्रावधान बेहद आघातकारी हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि जीएसटी के प्रस्तावित प्रावधान इसकी मूल भावना के विपरीत हैं और कई तरह के कर, उपकर और सरचार्ज बने रहने के कारण एक राष्ट्र, एक कर की अवधारणा मिथक ही है। उन्होंने कहा कि वस्तुओं की अंतर राज्य आवाजाही के बारे में जो प्रावधान किये गए हैं, वे लालफीताशाही को बढ़ावा देने वाले हैं। जीएसटी में उच्च कर प्रावधान उद्योगों पर आघात करने वाले हैं। मोइली ने कहा कि इसे राज्यसभा में विचार के लिए नहीं लाया जाना एक आघात है। यह बहुमत का दुरूपयोग है।

राज्यसभा में सरकार की किरकिरी , वित्त विधेयक पर विपक्ष के पांच संशोधनों को मंजूरी

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नयी दिल्ली, 29 मार्च, राज्यसभा में विपक्ष ने वित्त विधेयक 2017 में पांच संशोधनों करा कर सदन में सरकार को अपनी अपेक्षाकृत बड़ी ताकत का एक बार फिर एहसास कराया। सदन ने वित्त विधेयक को इन संशोधनों के साथ लोकसभा को लौटा दिया है जहां इस पर फिर से विचार किया जाएगा। इन पांच संशोधनों में से तीन संशोधन कांग्रेस सदस्य दिग्विजय सिंह द्वारा लाये गये जबकि दो संशोधन मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी द्वारा पेश किये गये। विपक्ष के इन संशोधनों को सदन में बड़े अंतर के साथ स्वीकार कर लिया गया। इनमें मतों का अंतर 27 से 34 के बीच रहा। तृणमूल कांग्रेस के सदन में 10 सदस्य हैं, मतदान से पहले उसके सभी सदस्य सदन से उठकर चले गये। राज्य सभा में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: का बहुमत नहीं है। 245 सदस्यीय राज्यसभा में भाजपा के 56 सदस्य हैं जबकि राजग के कुल मिलाकर 74 सदस्य हैं। इससे पहले वित्त विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुये वित्त मंत्री अरण जेटली ने विभिन्न लाभ पाने के लिये आधार को अनिवार्य बनाये जाने के सरकार के प्रयासों का मजबूती के साथ बचाव किया। जेटली ने कहा कि कर चोरी और धोखाधड़ी को रोकने के लिये यह जरूरी है। आधार पर उन्होंने कहा कि यह पिछली संप्रग सरकार की ‘‘बड़ी पहल’’ थी और राजग सरकार इसे आगे बढ़ा रही है। जेटली ने कहा, ‘‘इससे पहले हममें से कुछ को इसको लेकर शंकायें थी . आपके भी कुछ लोगों :कांग्रेस: को इसपर आशंकायें थी। बाद में प्रधानमंत्री :नरेन्द्र मोदी: के समक्ष इस पर एक प्रस्तुतीकरण दिया गया जिसमें आशंकाओं को दूर किया गया।’’ कांग्रेस के सदस्यों द्वारा बार बार यह सवाल पूछा गया कि सरकार आधार को अनिवार्य क्यों बना रही है। इसके जवाब में जेटली ने कहा कि इस तकनीक का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाना चाहिये जबकि इसे लोगों के फायदे के लिये बनाया गया है।

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