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पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (14 अप्रैल)

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श्रीभूरिया ने बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर पूष्प-हार पहनाकर दी पूष्पांजली

jhabua news
झाबुआः’- क्षेत्रीय सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया आज दोपहर 01 बजें स्थानीय न्यायालय के सामने स्थित कोपल गार्डन में डाॅ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात उपस्थित पदाधिकरियों एवं कार्यकर्ताओं ने भी माल्यापर्ण कर पूष्पांजली अर्पित की। इस अवसर पर कांतिलाल भूरिया ने अपने संदेश में कहाकि भारत के संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर भारतीय विधिवेक्ता के साथ ही बहुजन राजनैतिक नेता , बौद्व पुनरूत्थानवादी थे।उन्हे बाबा साहब के नाम से संबोधित करते है। उन्होन अपना सारा जीवन हिंदु धर्म की चतुर्वणप्रणाली और भारतीय समाज में सर्वव्यापी जाति व्यवस्था के विरूद्व संघर्ष में बिता दिया । जिला कांग्रेस अध्यक्ष शांतिलाल पडियार ने भी अपने संदेश में कहाकि डाॅ अंबेडकर कोई सत्तालोलुप राजनैतिक नहीं वरन् भारत माता के सच्चे सपूत थे। उनमें राष्ट्र भक्ति भी कुट-कुट कर भरी थी। प्रदेश कांग्र्रेस अनुशासन समिति सदस्य रमेश डोशी ने भी अपने संदेश में कहाकि उन्होने भारतीय संविधान की रचना में महान योगदान दिया है। उनके आदर्शो पर चलकर हमें धर्मनिरपेक्षता के सिद्वांत को अंगीकार करते हुए समाजसेवा एवं देश सेवा में जुटना होगा। लोकसभा युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशीष भूरिया ने भी अपने संदेश में कहाकि वे एक गरीब परिवार से थे। उनका प्रारंभिक जीवन काफी संघर्षमय रहा तथा उन्होने अपनी प्रखर बुद्वि के कारण कानून की शिक्षा प्राप्त की तथा उन्होंने कई सामाजिक बुराईयों को दुर करने के लिए कई प्रकार के आंदोलन चलाए। इस अवसर पर जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट ने बाबा साहब की 123 वीं जयंती के अवसर पर अपने संदेश में कहाकि बाबा साहेब ने राष्ट्र की सेवा में जो अपना योगदान दिया है वह हमेशा याद रखा जाएगा। बाबा साहेब को भारतरत्न से सम्मानित किया गया था जो भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरूस्कार है। इस अवसर पर राजू भाटी, बबलू कटारा, प्रकाश बामनिया, दिव्येश अम्लियार, नीरज मकवाना, अरूण मकवाना आदि उपस्थित थे।

राम नाम जाप से हनुमान जयंती समारोह का शुभारंभ 

झाबुआ- नगर की आध्यात्मिक धरोहर हनुमान टेकरी पर दो दिवसीय हनुमान जयंती समारोह का शुभांरभ प्रातः 06 बजे सैकड़ो भक्तों की उपस्थिति में अखंड श्री राम नाम जाप से हुआ । श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष श्री प्रेमअदीबसिंह पंवार ने बताया कि हनुमान टेकरी झाबुआ नगर के श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है ।  यहाॅं प्रतिदिन भक्तों का आना लगा रहता है । इस बार हनुमान जयंती मंगलवार को है जों कि ज्योतिष विद्वानों के अनुसार कल्याणकारी एवं फलदायी है, तिथी व वार दोनों का एक साथ आना दुर्लभ संयोग है ऐसा वर्षो में होता है । नगर की जनता को इस दुर्लभ संयोग का लाभ लेना चाहिए । समिति प्रतिवर्ष यहाॅं हनुमान जयंती विशाल समारोह के रूप में मनाती है जिसमें मंदिर की साज सज्जा का विशेष आर्कषण रहता है साथ ही भक्तों की भीड़ यहाॅं आस्था का रंग लेकर उमड़ती है । इस वर्ष भी हनुमान जयंती समारोह 14 अप्रैल की प्रातः 06 बजे से अखंड़ श्री राम नाम जाप से प्रारंभ हुआ जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अपनी सहभागिता दी । कार्यक्रमों में सायं 07 बजे सुंदरकांड़ पर आधारित प्रश्न मंच प्रतियोगिता,रात्रि 9 बजे भजन संध्या श्री अनिरूद्ध मुरारी के मुखारविंद से, रात्रि 12 बजे सुंदरकांड़ व रात्रि जागरण इत्यादि का आयोजन होगा । इसी तरह 15 अप्रैल को प्रातः 06 बजे जन्मोत्सव आरती, प्रातः 07 बजे श्री पंचकुंड़ीय मारूती यज्ञ, दोप0 12 बजे महाआरती, दोप0 12ः30 से सायं 05 बजे  तक अन्नकूट प्रसादी, सायं 07 बजे नृत्य प्रतियोगिता धार्मिक गीत व भजनों पर आधारित इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन होगा । आज दोप0 12 बजे होने वाली महाआरती मंगलवार के दुर्लभ संयोग के कारण अति महत्वपूर्ण  है सभी नागरिेकों को इसका लाभ लेना चाहिए ।  सायं 07 बजे नृत्य प्रतियोगिता जो कि धार्मिक गीतों व भजनों पर आाधारित है जिसमें छोटे-छोटे बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे । समिति सदस्य श्री गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, तरूण बैरागी, सुधीर कुशवाह, मुकेश नीमा, दिलीप चंदेल, ललित त्रिवेदी, सुशील सिसौदिया, पल्लूसिंह चैहान, महेन्द्रसिंह गेहलोद, अरूण भावसार, श्रीमती नीता भावसार, सुनीता सोनी, कैलाश पडि़यार, शीतल चैहान, कल्पना कुशवाह, सुश्री रूकमणी वर्मा, सुश्री मंगला राठौर इत्यादि ने कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की ।

भाजपा नगर मंडल ने पुष्पांजलि अर्पित कर डा. आम्बेडकर को किया स्मरण 

झाबुआ --- बाबा साहब आम्बेडकर ने संविधान का निर्माण करके पूरे देश के नागरिकों को मौलिक अधिकार देकर विश्व के मानचित्र पर इस देश के प्रजातंत्र को महान बनाया है । बाबा साहब आम्बेडकर ही वही व्यक्तित्व थे जिन्होने गेर बराबरी की भावना को समाप्त करके सभी को समान अवसर प्राप्त हो सके ऐसे प्रावधान संविधान में किये थे । बाबा साहब के कष्त्वि एवं व्यक्तित्व का हम सभी पर ऋण है और हमे एक सच्चे भारतीय के रूप  में आबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के जीवन का अनुसरण करके देश के उत्थान एवं विकास में अपनी प्रखर भूमिका निभाना है। उक्त बात सोमवार को स्थानीय आम्बेडकर उद्यान में भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल द्वारा आयोजित आम्बेडकर जयन्ती के अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक शांतिलाल बिलवाल ने व्यक्त किये । भाजपा नगर मंडल के द्वारा आयोजित भीमराव आम्बेडकर जयन्ती समारोह के अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार,महामंत्री कीर्ति भावसार, जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी, उपाध्यक्ष बाबुलाल अग्रवाल, भूपेंश सिंगोड, प्रदेश अजजा मोर्चा के महामंत्री कल्याणसिंह , बबलू सकलेचा, संजय डाबी, मुकेश अजनार,पार्षद जमुना वाखला निर्मला अजनार, अजय पोंरवाल, प्रितेश गादिया, अर्जुन, रमेश परमार, रोशन नाडिया, कन्हेयालाल लाखेरी, रमीला निनामा, अमीत पंवार, निलेश कोठारी,सहित बडी संख्या मे भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने डा. आम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर उन्हे भावांजलि अर्पित की ं। नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार के अनुसार नगर भाजपा द्वारा आम्बेडकर जयन्ती से नगर के सभी बुथ एवं वार्डो में भाजपा के प्रत्याशी दिलीपसिंह भूरिया को विजयी बनाने के लिये प्रचार-प्रसार एवं जनसम्पक्र का अभियान भी शुरू किया गया है। भावांजलि कार्यक्रम के बाद आभार प्रदर्शन कीर्ति भावसार ने माना ।

प्रणव भटृ ने कांग्रेस छोड भाजपा की सदस्यता ग्रहण की 

झाबुआ ---भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर के वार्ड क्रमांक 17 में प्रभावशाली कांग्रेस के युवा  कार्यकर्ता काग्रेस पार्टी द्वारा बीएलए नियुक्त किये गये,  कांग्रेस सेवादल के जिला संयोजक राजेशभटृ के अनुज प्रणव भट्ट ने प्रदेश की शिवराजसिंह सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से प्रभावित होकर तथा केन्द्र में नरेन्द्रमोदी को प्रघानमंत्री  बनाये जाने के लिये कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता छोड कर भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश ले लिया है । श्री भटृ के कांग्रेस प्रवेश के समय गोपालसिंह पंवार, बाबुलाल अग्रवाल, रमेश जेन, ओमप्रकाश सोलंकी, कैलाश समीर, मनीष यादव बिट्टू,मोहन गोलानी, अमीत शर्मा, प्रभा वाखला भंवरसिंह राठौर आदि भाजपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे जिन्होने पुष्पमालाओं से उनका स्वागत कर भाजपा में प्रवेश कराया । भाजपा प्रवेश पर श्री भट्ट ने कहा ़िक वे कांग्रेस सरकार ने पूरे देश मे पिछले एक दशक में महंगाई रोकने में नाकाम रही है तथा मनमोहन सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है । मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार ने कहा कि श्री भटृ की सेवायें भाजपा के लिये उपयोगी सिद्ध होगी ।

इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का द्वितीय रेन्डमाईजेशन
  • पश्चात सिंलिग कार्य की संशोधित दिनांक 15, 16 एवं 17 अप्रैल 

झाबुआ---लोक सभा निर्वाचन-2014 के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का द्वितीय रेन्डमाईजेशन पश्चात ई0व्ही0एम0के सिंलिग का कार्य स्थानीय पोलोटेक्नीक काॅलेज में 15,16 एवं 17 अप्रैल को प्रातः 09 बजे से किया जाना है। विधानसभा क्षैत्र 193 झाबुआ की मशीनों का सीलिंग कार्य 15 अप्रैल 2014 को, 194 थांदला की मशीनों का 16 अप्रैल 2014 को एवं 195 पेटलावद की मशीनों का 17 अप्रैल 2014 को किया जावेगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी.चन्द्रशेखर ने निर्वाचन लडने वाले अभ्यर्थियों को सूचित कर अपने प्राधिकृत प्रतिनिधि को वोटिंग मशीनों के सीलिंग कार्य के समय उपस्थित रहने के लिए निर्देशित किया है।

पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन, इंदौर की अध्यक्षता में बाॅर्डर मीटिंग सम्पन्न 

झाबूआ--वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0पी0सिंह ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन, इंदौर श्री विपिन माहेश्वरी की अध्यक्षता में आज दिनांक 14/04/2014 को पुलिस कण्ट्रोल रूम झाबुआ में बाॅर्डर मीटिंग आयोजित की गई। बाॅर्डर मीटिंग में निम्नलिखित अधिकारी उपस्थित हुए ।
1. श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन, इंदौर
2. श्री अनुपम सिंह गेहलोत, पुलिस उप महानिरीक्षक, बड़ौदा रेंज, बड़ौदा(गुजरात)
3. श्री अखिलेश झा, पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ।
4. श्री मयंक सिंह चावड़ा, पुलिस अधीक्षक, जिला दाहोद(गुजरात)
5. श्री आर0टी0सुसरा, पुलिस अधीक्षक, जिला छोटा उदयपुर(गुजरात)
मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ श्री सुंदर सिंह कनेश, सीमावर्ती अनुभाग के समस्त अ0अ0पु0, जिला झाबुआ के समस्त अ0अ0पु0/उप पुलिस अधीक्षक, डीसीबी प्रभारी उपस्थित हुए। बाॅर्डर मीटिंग में सर्वप्रथम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला झाबुआ श्री एस0पी0सिंह, पुलिस अधीक्षक जिला आलीराजपुर श्री अखिलेश झाबुआ, पुलिस अधीक्षक जिला दाहोद श्री मयंक सिंह चावड़ा, पुलिस अधीक्षक जिला छोटा उदयपुर श्री आर0टी0सुसरा ने अपने जिले की भौगोलिक स्थिति, स्थाई /फरारी वारंटियों/अपराधियों की गिरफ्तारी/अपराधी द्वारा अपराध करने के तरीके आदि के बारे में बताया गया। बाॅर्डर मीटिंग में मतदाता सूची के आधार पर अपराधियों के फोटोग्राफ्स का आदान-प्रदान, व्यवसायिक अपराधियों की सूची व विवरण का आदान-प्रदान, जेल में बंद अपराधी, झाबुआ जिले में गुजरात के अपराधियों द्वारा घटित अपराध, झाबुआ जिले के अपराधियों द्वारा गुजरात राज्य घटित अपराध, गैंगों का पर्दाफाश एवं उनकी गिरफ्तारी हेतु रणनीति बनाना, नाकाबंदी स्थल, स्थाई/फरारी वारंटियों की तामीली/चेकिंग पाइंट/अपराधियों की गिरफतारी/शराब परिवहन पर नियंत्रण/शराब का रूट/संपत्ति संबंधी अपराधियों की सूची/चोरी का वाहन ट्रेस किये जाने हेतु वाहनों की चेसिस नंबर एवं इंजिन नंबर का आदान-प्रदान, दबिश, गोपनीय सूचना संकलन, बीट के कर्मचारियों को सूचना संकलन हेतु लगाना, काॅल डिटेल, मोबाइल टाॅवर लोकेशन आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। दूरभाष सूची का भी आदान-प्रदान किया गया। अंत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बाॅर्डर मीटिंग में उपस्थित समस्त अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया। 

आम्र्स एक्ट के दो प्रकरण पंजीबद्ध आरोपी गिरफ्तार:
झाबूआ--वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0पी0सिंह ने बताया कि आरोपी केगु पिता गवजी वसुनिया उम्र 50 वर्ष निवासी झायड़ा के कब्जे से एक धारदार फालिया थाना कल्याणपुरा पुलिस द्वारा जप्त किया गया। प्र्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्रमांक 100/14, धारा 25-बी आम्र्स एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी टीटु उर्फ टिटिया पिता गलिया सोलंकी उम्र 32 वर्ष निवासी छोटा सलुनिया के कब्जे से एक धारदार तलवार थाना रायपुरिया पुलिस द्वारा जप्त की गई। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रमांक 99/14, धारा 25-बी आम्र्स एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आरक्षक रायफल से गोलीमार कर की आत्म हत्या 
झाबूआ--प्र0आर0 गोलसिंह पिता जामसिंह जमरा उम्र 55 वर्ष, तैनात थाना अजाक झाबुआ, निवासी बड़ा भावटा थाना आजाद नगर जिला अलीराजपुर ने शासकीय रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में मर्ग क्र0 32/14, धारा 174 जाफौ. का कायम कर विवेचना में लिया गया।  

छेडछाछ का अपराध पंजीबद्ध
झाबूआ--फरियादिया ने बताया कि वह अपनी मोसी के यहां पडोस में रोटी देने जा रही थी रास्ते में आरोपी लायन पिता रमेश बामनिया निवासी रातीतलाई झाबुआ मिला व मुह दबाकर मोरी में ले जाकर जमीन पर गिरा दिया, बाद चिल्लाने पर भाग गया। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 260/14, धारा 354,354-क, 452 भादवि व 7/8 ले0अ0स0. अधि. 2012 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गय।


बिहार : एकता परिषद की महिला नेत्रियों का जमावाड़ा ग्वालियर में

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bihar ekta parishad
पटना। जन सत्याग्रह के महानायक पी.व्ही.राजगोपाल और केन्द्रीय सरकार के प्रतिनिधि जयराम रमेश के संग जन सत्याग्रह 2012 सत्याग्रह पदयात्रा के दौरान ऐतिहासिक समझौता के बाद पहली बार एकता परिषद की महिला नेत्रियों का जमावाड़ा ग्वालियर में 27 से 29 अप्रैल तक होने जा रहा है। इस बात की जानकारी एकता परिषद बिहार की संचालन समिति की सदस्य मंजू डूंगडूंग ने जानकारी दी है ।

आगे पुष्पा सिंह के हवाले से मंजू डुंगडुंग ने कहा कि जन सत्याग्रह के पश्चात हम सब बहनों को एक साथ बैठने का अवसर नहीं मिल पाया है। जन सत्याग्रह के दौरान हम सब एक साथ थे और उर्जा का प्रवाह निरंतर बना हुआ था। उसी उर्जा को पुनः प्राप्त करने के लिए 27 से 29 अप्रैल 2014 को ग्वालियर रिर्सोसे सेंटर में राजाजी के सानिध्य में एक बैठक आयोहित होने जा रही है। इस बैठक को आयोजित करने का निर्णय राष्ट्रीय संचालन समिति की बैठक 29 से 31 मार्च 2014 पारसनाथ, झारखंड में लिया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य है- ‘राजाजी से अहिंसात्मक प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वयं के जीवन एवं सामाजिक जीवन  (संगठनात्मक ) में व्यवस्थित ढंग से लागू करना’। महिला मंच का पुर्नगठन एवं भावी स्वरूप तय करना। सक्रिय एवं द्वितीय लीडरशाीप को चिन्हित कर आगे बढ़ाना, संगठन का भावी स्वरूप,ग्रामवापसी अभियान,जय जगत 20-20,एकता परिषद रजत जयंती वर्ष, महिला आर्थिक समूह को सशक्त बनाकर महिलाओं को स्वावलम्बी बनाना। इन सभी कार्यों में महिलाओं की भागीदारी एवं भूमिका को सुनिश्चित करना।

उपरोक्त उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हमने कुछ नई और वशिष्ठ बहनों के नाम को चिन्हित किया है। इनका नाम मध्यप्रदेश की पुष्पा सिंह, श्रद्धा कश्यप, अनीता, झाबुआ, दुर्गा, मालवा, शोभा बहन, चन्द्रकांता, सुशीला, सभी 3 महाकौशल की, कस्तुरी बहन, अनुभा बहन,सुषमा बहन, कुन्ती बहन, राजकली बहन, सभी 5 बुंदेलखंड की, सरोज बहन, सीधी, कृष्णा बहन, शबनम बहन,कल्पना बहन, राजकुमारी बहन सभी 4 चम्बल की और विमला, मध्यप्रदेश की शामिल होंगी।

छत्तीसगढ़ की जानकी बहन,मीना वर्मा बहन, विरोहित बहन, अम्बिका बहन, मीना कुलदीप,सत्यवती बहन, सरोजनी और भानू पटेल शामिल होंगी। उत्तरप्रदेश की सावित्री, केशरबाई और मुन्नीबाई भी शामिल होंगी। झारखंड की लक्ष्मी, इमलिया, सुभद्रा, सुनीता देवी और देवन्ती देवी जा रही हैं। बिहार की मंजू डूंगडूंग, सिंधु सिन्हा, देवन्ती देवी और मीना देवी जा रही हैं। उड़ीसा विष्णु, स्नेहा, डॉली और विभिनिका भी जा रही हैं। मणिपुर की विघारानी, असम की नीलिमा,तारा,केरल,तमिलनाडु की थेरेसा, प्रेमा और गुजरात की जयश्री जा रही हैं। जो इन जवाबदेही को निष्ठापूर्वक निभाते हुए संगठन में महिलाओं की सशक्त एवं संपूर्ण भागीदारी को सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी। इस बैठक में आने वाली बहनें दूरगामी सोच और मुख्य जिम्मेदारी निभाने की तैयारी के साथ आयें, यह निवेदन पुष्पा सिंह ने की हैं।

हमने जिन बहनों के नाम चिन्हित किये हैं उनके अतिरिक्त यदि आप अन्य बहनों का नाम सुझाना चाहते हैं तो शीघ्र ही सूचित करें, ताकि उन्हें भी इस प्रक्रिया में जोड़ा जा सकें। इस बैठक में बहनों की अधिकतम संख्या 40 से 45 के आसपास हो सकती है। क्योंकि यही बहनें वापस जाकर अन्य बहनों के साथ संवाद,प्रशिक्षण,फील्ड विजिट, अनुभवों का आदान-प्रदान जैसी प्रक्रियाएं अपनाकर महिलाओं को सशक्त कर नेतृत्व में लाने की भूमिका निभायेंगी, और संगठन की ताकत बनेंगी। आप यदि कोई सुझाव देना चाहती हैं तो शीघ्र ही दीजिएगा। आप सभी का स्वागत है। उम्मीद है गरीबों को न्याय और अधिकार दिलाने के सपने को साकार करने की दिशा में हम अवश्य सफल होंगे। 



आलोक कुमार
बिहार 

बिहार : नजरिया में व्यापक बदलाव लेकर हम तो चले

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ambedkar jayanti
गया। महात्मा बुद्ध की धरती पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं के बीच में गजब का परिवर्तन देखा गया। आए थे विचारों को समेटकर और चिंतन को विस्तार करके चले गए। मसलन केवल प्रोजेक्ट के दायरे में रहकर कार्य करते थे। अब प्रोजेक्ट के साथ रहकर लोगों के चतुर्दिक विकास की दिशा में कार्य करेंगे। अनुशासन में रहेंगे, एकदूजे को सम्मान देंगे और सभी लोगों को सहयोग करने में हाथ नहीं खिंचेंगे। इस बीच भारत के संविधान बनाने वाले डा.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। 

गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा गया जिले के 5 प्रखंड में काम किया जाता है। पैक्स के सहयोग से बोधगया, बाराचट्टी और मोेहनपुर में भूमि अधिकार और स्वास्थ्य पर कार्य किया जाता है। वाटर एड इंडिया के सहयोग से फतेहपुर में जल सुरक्षा पर और सेफ द चिल्ड्रेन के सहयोग से शिक्षा के अधिकार पर कार्य किया जाता है। इस प्रखंड कार्यशील कार्यकर्ता प्रोजेक्ट के दायरे में रहकर कार्य करते थे। चार दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के बाद कार्यकर्ताओं में गजब का परिवर्तन आ गया है। प्रशिक्षण देने वालों में प्रदीप प्रियदर्शी, मंजू डूंगडंूग, बी.के.सिंह, विजय गौरेया,सिंधु सिन्हा, अनिल पासवान आदि थे।

अब कार्यकर्ता गांव में जाकर करेंगेः अब कार्यकर्ता गांव में जाकर गा्रमीण समस्याओं का अध्ययन करेंगे। इसके बाद लोगों की समस्या और लोगों की अगुवाई की संभावना तलाश करेंगे। इसके लिए लोगों के बीच में व्यापक जागरूकता अभियान चलाएंगे।लोगों को गोलबंद कर न्यूनतम 20 लोगों को मिलाकर ग्राम ईकाई गठित करेंगे। गांव के अन्य मुद्दों को सरकार के समक्ष उछालने और उसपर विशेष ध्यान आकृष्ट करने के लिए मुद्दा आधारित ईकाई गठित करेंगे। इन ईकाई को गांव से लेकर पंचायत, पंचायत से लेकर प्रखंड और प्रखंड से लेकर जिलास्तर तक फेडरेशन बनाएंगे। हर प्रखंड से 2 लोगों को चयन करके स्टेट लेबल काउंसिल बनाएंगे। इस बीच गांव के तेजतर्रार युवाओं को चिन्हित करके कैडर के रूप में प्रशिक्षित करेंगे। स्थानीय संसाधनों का उपयोग करनाः गांवघर में मौजूद स्थानीय संसाधनों का उपयोग करना और लोगों को भी उपयोग करने को प्रेरित करना। किचन गार्डेन, जैविक खेती, आजीविका, कुटीर उघोग, नशा मुक्ति, देसी उत्पादन को प्रोत्साहन देना।  

लोकतंत्र के चौथा खंभा से संपर्कः समाज के किनारे ठहर गए लोगों के बुनियादी सरोकारों को लेकर कार्यपालिका, न्यायपालिका, विधायिका और पत्रकारिता के समक्ष पैरवी करना। इसके अलावे समान विचारधारा के लोगों को भी शामिल कर जन समस्याओं का निराकरण करवाना। जन संगठन एकता परिषद के मुद्दों जल,जंगल,जमीन को सदैव उठाते रहना। गांधी,विनोबा,जयप्रकाश के मार्ग पर चलकर अहिंसात्मक आंदोलन का राह बनाते रहना। 



आलोक कुमार
बिहार 

जागो, जगाओ, आगे आओ, वोट डालकर धर्म निभाओ

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यह जमाना उन लोगों का ही है जो रोशनी में रहते हैं, रोशनी पाने के आदी हैं। जो लोग अंधेरों में पड़े रहते हैं उनके लिए चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा पसरा रहता है, उन लोगों को रोशनी का सुकून दिलाने के लिए न इंसान कुछ कर सकता है, न भगवान। सदियों से मशहूर है - जो जागत है सो पावत है, जो सोवत है सो खोवत है। यही सब कुछ बातें लोकतंत्र में चुनाव पर भी लागू होती हैं। समाज की हर इकाई के लिए व्यवस्था है और व्यवस्था की संरचना का दायित्व हम प्रजाजनों पर है।

ऎसे में यह जरूरी है कि लोकतंत्र की हरेक गतिविधि में हम भागीदारी निभाएं और अपना वांछित योगदान अदा करें। चुनाव हमारे सामाजिक, पारिवारिक तथा क्षेत्रीय उत्सवों की ही तरह  है जो सार्वजनीन भविष्य की भूमिकाएं तय करता है और इसका हर इंसान से किसी न किसी प्रकार का परोक्ष या अपरोक्ष संबंध होता ही है।
हम जिस समाज और परिवेश में रहते हैं उसकी प्रत्येक घटना और आह्वान  के प्रति संवेदनशील होना और सहभागिता का भाव रखना ही अच्छे नागरिक की पहचान है। हमारे हाथ में कुंजी होने के बावजूद हम उसके उपयोग के प्रति उपेक्षा का भाव अपनाए रखें, यह और किसी का नहीं, बल्कि हमारा अपना दोष और दुर्भाग्य दोनों ही है जिसके कारण से कई सारी गतिविधियां प्रभावित होती हैं।

सरकार चुनने के लिए वोट डालना भी हमारा वह फर्ज है जिसे पांच साल में एक बार पूरा करने का मौका मिलता है। ऎसे अवसर का लाभ लेकर वोट देना हमारा व्यक्तिगत फर्ज है जो हमारे अपने लिए रास्ते खोलता है, दशा और दिशाएं तय करता है। वोट जरूर दें, सोच-समझ कर दें और इसमें कोई लापरवाही नहीं बरतें।  वोट देने का काम उत्साह से करना चाहिए क्योंकि ये किसी और का नहीं बल्कि हमारा अपना काम है और हमें ही पूरा करना है।

दुनिया के ढेर सारे दूसरे काम हैं जो औरों के भरोसे पूरे होने संभव हैं लेकिन मतदान का कर्म अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। जो लोग अवसर की उपेक्षा करते हुए समय पर फर्ज अदा नहीं कर पाते, वे बाद में हमेशा पछताते रहते हैं। जीवन में जब कभी कहीं पछतावे का समय आता है, वह आत्महीनता और कुण्ठाएं पैदा करता है। इसलिए भावी कुण्ठाओं से दूर रहने के लिए और अपने भविष्य को सुरक्षित एवं खुशहाल बनाने के लिए लोकतंत्र के महापर्व में आत्मीयता और उल्लास के साथ भागीदारी निभाएं।

द्रष्टा न बनें रहें, स्रष्टा का धर्म निभाएं, तभी सुनहरी सृष्टि के स्वप्नों को साकार कर पाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग का स्वीप के जरिये अनिवार्य मतदान का पैगाम यही सब तो कह रहा है, इसके लिए निर्वाचन से जुड़ी मशीनरी की जितनी तारीफ की जाए, वह कम है। अंत में यही संदेश -  वोट जरूर  दें।





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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com

गुलजार .....मुसाफिर हूं यारो, बस चलते ही जाना है

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Guljar
इनकी बातों में ‘किमाम की खुशबू’ है। ये ‘जिगर की आग से बीड़ी जला’ देते हैं। इनका ‘आशिक सड़कों पर रिक्शा सा’ मिलता है। इनका प्रेमी जोड़ा ‘गिलहरी के झूठे मटर’ साथ बैठ खाता है। वो ‘दिल की कचहरी’ लगाते हैं। इनका ‘दिल तो बच्चा’ भी है और ‘कमीना’ भी। वह उन गलियों को छोड़कर आए हैं, जहां हंसी सुन-सुन कर फसल पका करती थी, एड़ियों से धूप उड़ा करती थी। वह जिंदगी से नाराज नहीं, बस हैरान होते हैं। वह गुस्से में सरहद पर खींची लकीरों पर कबड्डी खेलना चाहते हैं। उनकी खामोशी भी उनकी आवाज है ...पर वह जानते हैं कागज कि कश्तियों का किनारा नहीं होता इसलिए वह दिल निचोड़ते हैं, रातों की मटकी तोड़ते हैं, गुडलक निकालते हैं। वह चैन-वैन सब उजाड़ते हैं। वह कलेजा चाकू की नोंक पर रखते हैं। उनकी उम्र कब की सफेद हो गई है पर दिल तो बच्चा है जी, इसलिए कजरारे नैनो की बात करते हैं, जिगर से बीड़ी जलाकर नमक इश्क का चटाते हैं। 

उनकी आंखें कमाल करती हैं, पर्सनल से सवाल करती हैं। उनकी बातों में किमाम की खुशबू है ... इतनी कि बीते 50 से अधिक बरस से सिनेमा उनके होने भर से गुलजार है। वक्त को रोककर आगे न बढ़ने देना या फिर कभी दौड़कर वक्त से आगे निकल जाना। वक्त से दोस्ती निभाना और फिर कभी नाराज होकर सारी-सारी रात बस शिकायतें लिखना। जी हां गुलजार का कुछ ऐसा ही अल्हदा अंदाज है और उनका यही अंदाज उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के बाकी गीतकारों से अलग लाकर खड़ा कर देता है। गानों में मिट्टी की महक गुलजार ने अपने गानों को कभी हिंदी या आदर्श शब्दों की सीमाओं में नहीं बांधा। उनके गीत अल्फाज नहीं जज्बात की बात कहते हैं। और इन्हीं जज्बातों को बयां करने के लिए गुलजार ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया 

जो आमतौर पर गीतों में इस्तेमाल नहीं होते हैं या जिनको गानों में इस्तेमाल करने के बारे में हम सोच भी नहीं सकते। मसलन ‘बीड़ी’, ‘किमाम’, ‘फुर्रर’, ‘रिक्शा’, ‘बोसा’, ‘इब्ने बतूता’, ‘कमीना’ और ‘खसमानूखां’ जैसे ठेठ शब्द उन्होंने गानों में इस्तेमाल किए। गुलजार की इस तरह के शब्दों के इस्तेमाल के लिए आलोचना भी हुई लेकिन लोगों ने इन गानों को बेहद पसंद किया। आम बोलचाल के शब्दों को गानों में लेने की वजह से ये गाने आम से लेकर खास तक में मशहूर हुए। गुलजार ‘कमीने’ और ‘खस्मानूखां’ जैसे शब्दों के इसतेमाल के बारे में कहते हैं कि ये अपशब्द नहीं हैं, बल्कि ये तो प्यार से दी हुईं गालियां हैं जो हम अक्सर रोजमर्रा की जिंदगी में सुनते रहते हैं। 

गुलजार के ये ठेठ शब्द गाने को अजीब नहीं बनाते बल्कि उन्हें और ज्यादा मिट्टी से जोड़ देते हैं। अक्सर ऐसा भी कहा जाता है कि गुलजार की रचनाएं क्लास ऑडियंस के लिए ही होती हैं। लेकिन ऐसे गाने इस सोच को भी गलत साबित करते हैं। अब उनकी ही परंपरा को आगे बढ़ाने का काम प्रसून जोशी और स्वानंद किरकिरे जैसे गीतकार कर रहे हैं। गुलजार के गाने लीक से हटकर जरूर होते हैं लेकिन फिर भी सभी को अपील करते हैं। उनके ये गाने आम आदमी की भाषा में ही उसके दिल की आवाज है जिनमें बसी है मिट्टी की खुशबू। गुलजार... यानी कभी हाथों से धूप मलना, कभी ठंड लगने पर धूप ओढ़ लेना और सावन में पीली धूप पहन के बागों में निकल जाना। 

उनकी उम्र उनके ख्यालों से नहीं उलझती। 80 की उम्र में भी उनमें एक बच्चा है, जो कभी पिंजरे में चांद मांगता है तो कभी लालटेन देकर कहता है, आसमां पर टांगो। उनकी खासियत उनकी सादगी है। आंखों पर चश्मा चढ़ाकर खामोशी से जिंदगी की हर शर्त को बिना बहस समझना चाहते हैं। वह कहते हैं, जिंदगी कैसी है पहेली, कभी ये हंसाए, कभी ये रुलाए। वह जिंदगी से गले लगाने की गुजारिश करते हैं और कहते हैं, ए जिंदगी गले लगा ले, हमने भी तेरे हर एक गम को गले से लगाया है, है ना।  उनका ये अंदाज ही उन्हें सदाबहार बनाता है। बीते 50 साल से लगातार वह लिख रहे हैं और उनके लिखे लफ्ज हर बार दिलों को छूते रहे। वक्त के साथ खुद को बदलते रहना और लफ्जों को पीछे न छूटने देना उन्हें बखूबी आता है। 

गुलजार खुद कहते हैं, 'मैं नया लिखने की बहुत कोशिश नहीं करता, मैं बस कोशिश करता हूं, जो कुछ पीछे छूट रहा है, उसे आगे ले आऊं। बीड़ी जलई ले (ओंकारा) गाने में लिहाफ और गिलाफ जैसे शब्द ऐसी ही कोशिश थे।  मैंने अपनी जिंदगी में जो कुछ देखा या महसूस किया है, वह सब मेरे गीतों, गजलों या कहानियों के जरिए सामने आता रहा है और आगे भी ये कोशिश जारी रहेगी।' गुलजार की खासियत ही उनका सरल होना है। वह कुछ ऐसा नहीं लिखते जिसको समझने के लिए दिमाग उलझाना पड़े।  वह तो गीत भी सीधे-सीधे शब्दों में ही लिखते हैं। वह ठहर कर लिखते हैं, तो आंखें छलक उठती हैं। गुलजार साहब की खूबी यह है कि वह पॉयट्री में प्रोज की जगह बना लेते हैं। 

...और तो और उनकी सीधी-सपाट लाइनें दिल को गहरे तक छूती हैं। जैसे फिल्म 'इजाजत'का उनका लिखा गाना 'मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है ... इस गाने को लेकर एक किस्सा काफी प्रचलित है। यह गाना लिखकर जब गुलजार साहब ने आरडी बर्मन साहब को दिया तो उन्होंने कहा कि एक दिन आएगा, जब तुम मुझे अखबार उठाकर दोगे और कहोगे कि धुन बना दो। हालांकि उस वक्त बर्मन साहब के साथ मौजूद आशा भोसले ने यह गाना गुनगुनाया, जिसके बाद आरडी बर्मन साहब ने धुन कम्पोज की और यह गाना बहुत बड़ा हिट साबित हुआ। ऐसे एक नहीं कई उदाहरण हैं, जैसे ऐ जिंदगी गले लगा ले, हमने भी तेरे हर एक गम को गले से लगाया है...। इसके अलावा तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हैरान हूं मैं - में भी गुलजार सीधे कहानी लिखते नजर आए। गीतों में कहानी लिखने का हुनर उन्हें दूसरों से अलग करता है। वह हमेशा किसी दूसरे के कहे मुताबिक नहीं लिखते रहे। उन्होंने हर बार वह लिखा, जो खुद महसूस किया शायद इसीलिए वह गूंगी आवाजों की खामोशियों को भी सुन लेते हैं। वह आंखों में महकती खुशबू देख लेते हैं। शब्दों को बहुवचन में इस्तेमाल करना भी उनका खास अंदाज है और वक्त के बदलते मिजाज को भी उन्होंने बखूबी समझा है। उनके लिखे गीतों में अंग्रेजी हिंदी के साथ ऐसी बुनी होती है कि वह किसी कारीगर के डिजाइन-सी गीत की खूबसूरती बढ़ाती है। 

जैसे बंटी और बबली फिल्म का आंखें भी कमाल करती हैं, पर्सनल से सवाल करती हैं। इसके अलावा तीन थे भाई का टाइटल ट्रैक लिसन, सुनो भाई, तीन थे भाई। पिजन, कबूतर। पैरट, तोता। तीजा तितली, बटरफ्लाई, तीन थे भाई। गुलजार के इस तरह के प्रयोग उन्हें दूसरों से अलग करते हैं और उनकी गहराई को बयां करते हैं। बीते 50 साल से लगातार बढ़िया लिखने का राज वह कुछ यूं बयां करते हैं, 'ईमानदारी से परखकर काम किया और जैसा महसूस किया वैसा ही लिखा। किताबों के हवाले से कभी नहीं कहा। वक्त के साथ एक जिद है, जो खुद को तैयार करती है। मुझे तसल्ली होती है, जब कुछ अच्छा लिख पाता हूं। वक्त के साथ सिनेमा बदला है, इसलिए मिजाज बदला है। हालांकि मैंने बस लफ्जों की हेराफेरी की है। अंदाज वही पुराना है।'

फिल्मों में दिखाते रहे हकीकत

गुलजार की फिल्में भी उनके गीतों की तरह है दिल में घर करने वाली हैं। उन्होंने अपनी फिल्मों में कहानी को इतनी सरलता से पेश किया कि किसी बहते पानी की तरह वह दिलों को पूरी तरह भिगो गए। उन्होंने 21 फिल्मों का निर्देशन किया। बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म मेरे अपने (1971) थी। इसके अलावा उन्होंने अंगूर, आंधी, मौसम, खुशबू, लिबास, इजाजत, माचिस जैसी लाजवाब फिल्में बनाईं। 1999 में हू-तू-तू बतौर निर्देशक उनकी आखिरी फिल्म थी। ऐसे तो गुलजार की हर फिल्म खास थी पर उनमें से कुछ वाकई लाजवाब थीं।

मेरे अपने (1971) : गुलजार की यह फिल्म उस समाज का आइना दिखाती है, जहां छोटी-छोटी लड़ाइयां बड़ी बन जाती हैं। समाज में बढ़ती बेरोजगारी और बदलते माहौल के बीच युवाओं की हालात को इस फिल्म ने बयां किया। बेरोजगारी और अकेलेपन से जूझते नायक की यह कहानी कई सवाल उठाती है। साथ ही फिल्म ने यह भी समझाया कि एकता कितने कामों को आसान करती है।

अचानक (1974) :गुलजार ने समाज के उन विषयों को चुना, जो हमें सोचने पर मजबूर करते हैं। फिर भी उनके बारे में बात नहीं होती। 'अचानक'की कहानी भी ऐसी ही थी। इसमें फांसी पाया हुआ नायक, जो बीमारी से मर रहा है, को बीमारी से बचाकर फांसी दी जाती है। नायक को बचाया ही इसलिए जाता है, ताकि उसे मौत दी जा सके। इससे बड़ी समाज की विसंगति क्या होगी।

इजाजत (1987) :यह तलाक ले चुके पति-पत्नी की कहानी है। कहानी तलाक के बाद एक रेलवे स्टेशन पर मिले पति-पत्नी की है। दोनों को सुबह की गाड़ी पकड़नी है और रात को दोनों एक साथ वेटिंग रूम में बिल्कुल पहले की तरह बातें करते हैं। कहानी फ्लैश बैक में चलती है, पर हर सीन दिल को छूता है। रात भर की बातचीत में पति यह तय कर लेता है कि उसे अपनी पत्नी को साथ ले जाना है तो सुबह उसकी पत्नी का दूसरा पति आ जाता है। यह पूरी कहानी कविता की तरह रिश्तों का ताना-बाना बुनती है और इसके गीत इसमें जान फूंकने का काम करते हैं।

माचिस (1996) : गुलजार ने 'माचिस'बनाकर उस दर्द को भी बयां किया, जो बंटवारे के बाद हजारों दिलों में दबा बैठा था। आतंकवाद पर आधारित इस फिल्म ने हकीकत की गहराई में उतरकर बेबसी की सच्चाई बयां की। फिल्म में नायक हालात से परेशान होकर अपने लिए अलग राह चुनता है। सिस्टम और हालात पर सवाल खड़े करती यह फिल्म हिट साबित हुई। फिल्म के गीत आज भी लोगों को भाते हैं। 

कलम से निकले कुछ यादगार डायलॉग
जिंदगी और मौत ऊपरवाले के हाथ है जहांपनाह, जिसे ना आप बदल सकते हैं, न हम। हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं, जिनकी डोर ऊपरवाले के हाथ बंधी है। कब कौन कैसे उठेगा, ये कोई नहीं बता सकता है। -आनंद

वही शहर, वही गली, वही घर
सब कुछ वही तो नहीं, पर है वहीं
- इजाजत

छोटे-छोटे लोगों के लिए छोटी-छोटी बातें बहुत मायने रखती हैं। तेरे घर में ड्राइवर है, कभी तूने उसे नाम से बुलाया। एक बार बुला के देख। बिक जाएगा, तेरा गुलाम हो जाएगा।
- नमक हराम



---दीपक कुमार---
लेखक अमर उजाला में कार्यरत हैं
9555403291

deepak841226@gmail.com

समेकित बाल विकास योजना में होती है बालकों की दुर्दशा

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भारत सरकार द्वारा 1975 में समेकित बाल विकास योजना (आईसीडीएस)े की षुरूआत की गई थी जिसके अंर्तगत ग्रामीण तथा षहरी क्षेत्रों में जनसंख्या मापदंडों के आधार पर आंगनबाड़ी केंद्र तथा लघु आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जाते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देष्य 0 से 6 वर्श की उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं केे स्वास्थ्य, पोशण एवं षैक्षिक सेवाओं का ध्यान रखना है। 2009-10 के केंद्रीय बजट के अनुसार इस योजना के तहत सभी उपलब्ध सेवाएं , 6 वर्ष से नीचे के प्रत्येक बच्चे क¨ गुणवŸाा के साथ उपलब्ध करवाई जाएगी।  इस योजना पर खास ध्यान देते हुए 2012-13 के बजट में इसे 15,870 करोड़ रुपए की धनराषि आवंटित की गई थी। इसके बावजूद देष के दूरदराज़ इलाकों में इस योजना का क्रियान्वयन ठीक से नहीं हो पा रहा है।  सरहदी इलाकों में इस स्थिति का जायजा लेने के बाद ऐसा मालूम पड़ता है कि सरकार की यह योजना  सिर्फ फाइलों में बंद होकर रह गई है। यहां सवाल यह पैदा होता है कि केंद्र सरकार की इस योजना का फायदा वास्तव में उन लोगों तक पहुंच रहा है जिनके लिए यह योजना षुरू की गई थी। 
            
जम्मू एवं कष्मीर के पुंछ जि़ले की सुरनकोट तहसील के फागला के मोहल्ला कसलां में यह योजना दम तोड़ती नज़र आ रही है। योजना के क्रियान्वयन के बारे में कसलां के स्थानीय निवासी सैयद सिद्दीक हुैसन षाह (काल्पनिक नाम) कहते हैं कि कसलां में एक ही आंगनबाड़ी केंद्र है जिसकी संरक्षिका  मुंबई में रहती हैं। इसके अलावा यह केंद्र तब ही खुलता है जब राषन सामान वगैरह बच्चों के लिए आता है। और तो और यह सामान आने के बाद कहां जाता है, इसका कुछ पता नहीं? इस बारे में जब संबंधित विभाग से बात की गई तो इस बारे में उनका कहना है कि जांच के लिए टीम भेज दी गई है। लेकिन इस बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि  जिस दिन टीम जांच के लिए पहुंचती है उस दिन  केंद्र पर बच्चे इकट्ठे हो जाते हैं और केंद्र खुल जाता है। इस बारे में जब पता लगाया तो गांव के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जांच टीम के आनेे के बाद आज तक केंद्र नहीं खुला है। वहीं दूसरी ओर जब लेखक ने सुरनकोट के गांव बफलियाज़ के मोहल्ला सेठा के एक केंद्र का दौरा किया तो केंद्र 12 बजे तक बंद था। इस बारे में जब लेखक ने केंद्र की सहायिका से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि केंद्र की संरक्षिका की षादी मंडी तहसील में हो गयी है जिसकी वजह से वह कभी-कभी आती हैं। इस बारे में जब सहायिका से दोबारा पूछा गया कि आप केंद्र को समय पर और नियमित रूप से क्यों नहीं खोलती हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि आपको यह पूछने का हक किसने दिया? यही बात जब यहां की संरक्षिका से फोन करके जानने की कोषिष की गई तो उन्होंने भी सहायिका वाला जवाब देकर टालने की कोषिष की। 
            
बफलियाज़ से 9 किलोमीटर की दूरी पर मड़हा गांव स्थित है। यहां के आईसीडीएस केंद्र की कहानी भी बड़ी अजीबोगरीब है। इस बारे में यहां के स्थानीय निवासी मौलाना नूर-ए- इलाही नक्षबंदी कहते हैं कि हमारे गांव के एक ही मोहल्ले में दो केंद्र है और दोनों एक साथ दो भाईयों के घर में चलते हैं। एक को नीचे की मंजि़ल और दूसरे को उपर की मंजिल दी हुई है, वहीं दूसरी ओर इसी गांव में एक ऐसा मोहल्ला भी है जहां पर तकरीबन 40 घर हैं लेकिन वहां पर कोई केंद्र नहीं है। इन दोनों केंद्रों का हाल भी बेहाल ही है। स्थानीय लोगों की मानें तो इन केंद्रों को कभी भी खुला हुआ नहीं देखा गया। इसके अलावा इन केंद्रों पर आने वाले राषन का भी कोई पता नहीं कि यह राषन कब आता है और कहां चला जाता है। बच्चों के लिए आता है या जिसके घर में केंद्र है, उसी को चला जाता है। सुरनकोट के दूरदराज़ इलाके हाड़ी बुढ़ड्ा के एक षख्स मोहम्मद इरषाद जिनकी उम्र 50 साल कहते हैं कि हमारे वार्ड नंबर एक में कोई भी केंद्र नहीं है जिससे हमारे बच्चे फायदा ले सकें। लेकिन दूसरे मोहल्ले में केंद्र है तो फिर यहां क्यों नहीं? इस समस्या को लेकर यहां के लोगों ने जब सुरनकोट में संबंधित अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि  अगर जनता  हमारा साथ देगी तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। यहां सवाल यह उठता है कि आईसीडीएस केंद्र की इतनी बुरी गत क्यों है? जिन इलाकों में केंद्र हैं भी तो उनकी हालत इतनी बुरी है कि उनका होना या न होना एक ही बात है। इस मामले में केंद्र सरकार के महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव प्रीती मदान ने जनवरी में कहा था कि हम इस मामले की जांच करवाएंगें लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी किसी तरह का क¨ई सुधार ह¨ता नहीं दिख रहा है। जम्मू एवं कश्मीर पर छपी एक रिप¨र्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर के सामाजिक कल्याण विभाग के अधिकारी तथाकथित रूप से बच्च¨ं के लिए आने वाला समान बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं अ©र बच्च¨ं क¨ घटिया स्तर का सामान मिल रहा है या नहीं मिल रहा है।  यहां की आवाम सरकार से सवाल करते हुए कहती है कि क्या हमें कभी सरकारी य¨जनाअ¨ं का फायदा मिल पाएगा या नहीं? अगर मिलेगा तो कब तक? फिलहाल तो इन केंद्रों की हालत को देखकर यही कहा जा सकता है कि भारत जैसे ल¨कतांत्रिक देष में भी जहां सबको समान अधिकार देने की बातें की जाती हैं, आज भी बड़ी तादाद में लोग अपने बुनियादी हक से महरूम हैं।



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सैय्यद एजाज़-उल-हक बुखारी
(चरखा फीचर्स)

आज नरेंद्र मोदी की बिहार में 2 चुनावी सभाएं

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narendra modi
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी मंगलवार को बिहार के दौरे पर पहुंचेंगे तथा भागलपुर और अररिया में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। मोदी के आगमन को लेकर दोनों स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने बताया कि मोदी करीब तीन बजे भागलपुर और शाम साढ़े चार बजे अररिया के फारबिसगंज में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। 


भागलपुर से शाहनवाज हुसैन और अररिया से प्रदीप कुमार सिंह भाजपा के उम्मीदवार हैं। मोदी इससे पहले 27 मार्च को बिहार के गया और सासाराम, दो अप्रैल को नवादा और बक्सर तथा 10 अप्रैल को जहानाबाद, विक्रम (पटना) व आरा में चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हैं।

किन्नरों को रोजगार में मिले आरक्षण : सर्वोच्च न्यायालय

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supreme court of india
सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि किन्नर समुदाय को तीसरे लिंग का दर्जा दिया जाना चाहिए और सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग मानकर रोजगार में आरक्षण दिया जाना चाहिए। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूत्र्ति के. एस. राधाकृष्णन और न्यायमूत्र्ति ए. के. सीकरी की पीठ ने केंद्र और राज्य सरकारों को शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में किन्नरों को आरक्षण दिए जाने का निर्देश दिया। 

न्यायालय ने केंद्र और राज्य सरकारों को किन्नरों के लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाने के भी निर्देश दिए।

बेवजह गुस्सा आता हो, तो जांचिए ग्लूकोज का स्तर

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यदि आपको अक्सर गुस्सा आता है और आप अपने साथी पर बेवजह चीखते-चिल्लाते हैं, तो आपको अपने खून में ग्लूकोज के स्तर की जांच करानी चाहिए। ग्लूकोज का स्तर सामान्य से कम होने पर लोग गुस्सैल और आक्रामक हो जाते हैं। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में संचार एवं मनोविज्ञान के प्रोफेसर ब्रैड बुश्मैन ने कहा, "अध्ययन में पता चला कि किस तरह भूख जैसा सामान्य सा कारक भी परिवार में कलह, लड़ाई-झगड़ों और कभी-कभी घरेलु हिंसा की भी वजह बन जाता है।"

शोध में 107 विवाहित युगलों पर अध्ययन किया गया, जिसमें हर एक जोड़े से पूछा गया कि अपने विवाहित जीवन से संतुष्ट होने के बारे में उनकी क्या राय है? कुल 21 दिनों तक किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि विवाहित जोड़ों में हर शाम ग्लूकोज का स्तर साथी के साथ संबधों पर प्रभाव डालता है।

जिन लोगों में ग्लूकोज का स्तर कम पाया गया, वे अपने साथी पर ज्यादा गुस्सा करते हैं और तेज आवाज में बात करते हैं। बुशमैन ने कहा कि ग्लूकोज का स्तर कम होने से उत्पन्न भूख और क्रोध की स्थिति बेहद करीबी रिश्तों को भी प्रभावित कर सकती है। यह अध्ययन ऑनलाईन पत्रिका नेशनल एकेडेमी ऑफ साइंस में प्रकाशित हुई है।

बिहार : महिला उम्मीदवारों पर परिवार की विरासत संभालने की जिम्मेदारी

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rabri devi
बिहार में 16वीं लोकसभा चुनाव में विभिन्न संसदीय क्षेत्रों से कई महिला उम्मीदवार किस्मत आजमा रही हैं, लेकिन इनमें से कई ऐसी उम्मीदवार भी हैं जो अपने पिता या पति की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं। कुछ लोग इसे जहां विरासत संभालना कह रहे हैं, तो कई लोग इसे राजनीति में वंशवाद बता कर राजनीतिक पार्टियों की आलोचना कर रहे हैं। इनमें से कई उम्मीदवार ऐसी हैं जिन्हें चुनावी बैतरणी पार करने के लिए पति और पिता के नाम का ही सहारा है। 

पटना के पाटलिपुत्र सीट से पहली बार चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रही मीसा भारती अपने पिता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में खम ठोंक रही हैं, वहीं लालू की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी लालू की परंपरागत सीट माने जाने वाले सारण से चुनावी मैदान में उतरी हैं। 

जिस चारा घोटाले के कारण लालू को मुख्यमंत्री की कुर्सी को छोड़कर राबड़ी देवी को बिहार की सत्ता सौंपनी पड़ी थी, उसी चारा घोटाले मामले में सजा पाने के बाद लालू को सारण की सीट भी राबड़ी को सौंपनी पड़ी है। पांच लोकसभा चुनावों में सारण सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले लालू की विरासत संभालने की राह पर आगे बढ़ी राबड़ी के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा की भी लड़ाई मानी जा रही है।

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इधर, सासाराम सीट से पूर्व केन्द्रीय मंत्री जगजीवन राम की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनकी पुत्री मीरा कुमार एक बार फिर चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रही हैं। इस क्षेत्र में 10 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ है।  बांका संसदीय क्षेत्र से पुतुल कुमारी दूसरी चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने अपने पति दिग्विजय सिंह के निधन के बाद हुए उप चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी, लेकिन इस चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी हैं। 

शिवहर लोकसभा क्षेत्र में दो महिलाएं अपने-अपने पति की राजनीति विरासत संभालने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ खड़ी हैं। निवर्तमान सांसद रमा देवी पूर्व मंत्री स्वर्गीय बृजबिहारी सिंह की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से चुनाव मैदान में हैं, वहीं उनके विरूद्घ समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर लवली आनंद अपने पति आनंद मोहन सिंह की राजनीति विरासत संभालने के लिए संघर्ष कर रही हैं। पिछली बार लवली ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।

आरा लोकसभा क्षेत्र से मीना देवी अपने राजनीतिक परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। मीना एक बार फिर आरा संसदीय क्षेत्र से भाग्य आजमा रही हैं पिछले चुनाव में वह अपने पति और जनता दल (युनाइटेड) के तत्कालीन सांसद अजीत सिंह के निधन के बाद जीतकर संसद पहुंची थीं। चार लोकसभा चुनावों में सीवान से जीत चुके मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना साहेब भी पति द्वारा तैयार की गई राजनीति जमीन से कोशिश कर रही हैं। सीवान से हिना साहेब पिछला चुनाव भी लड़ी थी परंतु उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई थी। 

हिमाचल : कैट ने जारी किया अपना आर्थिक एजेंडा

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  • कॉर्पोरेट सेक्टर के बजाय घरेलू व्यापार को मजबूत करने से ही होगी अर्थव्यवस्था मजबूत

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आने वाले दिनों में केंद्र में नई सरकार के गठन पर नजरे टिकाते हुए व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने नई सरकार की प्राथमिकताओं में व्यापारिक मुद्दों को शामिल कराने हेतु अभी से अपनी कमर कस ली है! इसी बात को ध्यान में रखते हुए कैट ने गत 27 फरवरी को नई दिल्ली में हुए व्यापारियों के राष्ट्रीय महाधिवेशन में जिसका उद्घाटन भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उमीदवार श्री नरेंद्र मोदी नई किया था में व्यापारियों का एक राष्ट्रीय चार्टर भी जारी किया था ! महाधिवेशन में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्री कपिल सिबल सहित अन्य अनेक दलों के नेताओं ने भी भाग लिया था !

आज नागपुर में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने केंद्र में गठित होने वाली नई सरकार के लिए व्यापारियों का आर्थिक एजेंडा जारी करते हुए कहा की भारतीय अर्थव्यवस्था इस वक्त बेहद बुरे दौर से गुजर रही है जिसे पटरी पर लाना नई सरकार के पहली प्राथमिकता होगी और इस हेतु बजाय कॉर्पोरेट घरानों या बहुराष्ट्रीय कम्पनिओं का मुह ताकने के सरकार को घरेलू संसाधनों के भरपूर दोहन पर ही जोर देना होगा और इस दृष्टि से देश के रिटेल व्यापार जो राष्ट्रीय जी डी पी में लगभग 15 प्रतिशत का योगदान देता है को मजबूत करने से ही अर्थव्यवस्था तेजी से सुधारि जा सकती है !

दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा की इस बात को ध्यान में रखते हुए कैट नई सरकार से एक राष्ट्रीय व्यापार नीति बनाने और केंद्र एवं राज्यों में पृथक रूप से एक आंतरिक व्यापार मंत्रालय गठित करने पर जोर देगा ! जब तक यह मंत्रालय गठित नहीं होता तब तक केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय में आंतरिक व्यापार हेतु एक राज्य मंत्री नियुक्त हो जिसके अंतर्गत पृथक रूप से एक प्रभावी आंतरिक व्यापार निदेशालय काम करे जो घरेलू व्यापार के सुनियोजित विकास और उस से सम्बंधित सभी विषयों की देख रेख करे ! देश के रिटेल व्यापार में 6 करोड़ से अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठान काम करते हैं जो लगभग 25 करोड़ से अधिक लोगों को रोज़गार देते हैं ! अर्थव्यवस्था के इतने महत्वपूर्ण सेक्टर की अब तक अनदेखी ही की गयी है लेकिन अब और अनदेखी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगी और जरूरत पड़ी तो इसके लिए कैट देश भर में एक राष्ट्रीय आंदोलन छेड़ने में भी पीछे नहीं रहेगा !

श्री भरतिया एवं श्री खण्डेलवाल ने कहा की व्यापारियों के लिए व्यापार करने हेतु सरलता से ऋण मिले इस हेतु एक वैकल्पिक वित्तीय ढांचे की बेहद जरूरत हैं क्योंकि बैंक इस मामले में अब तक बेहद नाकाम साबित हुए है और यह तथ्य रिज़र्व बैंक के गवर्नर श्री रघुराम राजन द्वारा गठित डॉ. नचिकेत मोर कमिटी ने भी हाल ही में रिज़र्व बैंक को सौंपी गयी अपनी रिपोर्ट में स्वीकार भी किया है ! कैट का मत है की व्यापारियों को ऋण उपलब्ध करने हेतु कोआपरेटिव बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों के ढांचे को मजबूत किया जाए और यहाँ तक की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों में ही स्माल बैंकिंग फाइनेंस कम्पनियों की एक अलग श्रेणी बनायीं जाए जो केवल छोटे व्यापारियों और निम्न आय वर्गों के लोगों के लिए आसान शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराएं !

रिटेल व्यापार में ऍफ़ डी आई को किसी भी प्रकार की अनुमति व्यापारियों के लिए बेहद घातक है और ऐसी किसी भी कोशिश का ताल ठोंक कर देश भर में पुरजोर विरोध किया जाएगा ! कैट ने कहा की इसके बजाय सरकार वर्तमान रिटेल व्यापार के ढांचे को मजबूत और चुस्त दुरुस्त करने की योजना बनाये और इसको उच्च स्तरीय बनाते हुए आधुनिकीकरण किया जाए ! एक तरफ केंद्र एवं राज्य सरकारें अपने विभागों में ई गवर्नेंस पर जोर दे रहीं हैं वहीँ दूसरी ओर व्यापारियों में अब तक कम्प्यूटरीकरण न होने के कारण से एक बड़ा अंतर बना हुआ है जिसके कारण व्यापारियों को कानूनों  की पालना करने में अनेक मुश्किलें आ रही है ! इसके लिए सरकार व्यापारियों को ई गवर्नेंस के प्रति शिक्षित करने और कंप्यूटर आदि खरीदने में वित्तीय सहायता देने की योजना बनाये, इस पर भी कैट का जोर होगा ! हाल हे में कैट और ई कॉमर्स में विश्व की बड़ी कम्पनियों में से एक ईबे के साथ देश भर में व्यापारियों के आधुनिकीकरण और  ऑनलाइन व्यापार हेतु एक समझौता किया गया है जिसकी औपचारिक घोषणा कैट एवं ईबे संयुक्त रूप से आगामी 17 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में करेंगे !

श्री भरतिया एवं श्री खण्डेलवाल ने यह भी बताया की कैट के आर्थिक अजेंडे में व्यापारियों पर लागू सभी तरह के कानूनों की पुन : समीक्षा किये जाने हेति एक समीक्षा आयोग गठित करने की भी मांग शामिल है ! भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में इसे शामिल भी किया है ! इसके अलावा फ़ूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट की पुन:समीक्षा, देश भर में समान रूप से एक करीय कर प्रणाली लागू करने, व्यापारियों सहित अन्य सभी वर्गों से बातचीत के बाद जल्द से जल्द जी एस टी को लागू करना,  वायदा कारोबार पर लगाम लगाना, एपीएमसी एक्ट की पुन : समीक्षा जैसे मुद्दे भी कैट के आर्थिक अजेंडे में शामिल हैं!



( विजयेन्दर शर्मा)

बिहार : राष्ट्रीय महिला बैठक में बिहार से चार नेत्री शिरकत करेंगी

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ekta parishad news
पटना। राष्ट्रीय महिला बैठक में एक साथ एकता परिषद के संस्थापक पी.व्ही.राजगोपाल, एकता परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रनसिंह परमार, एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक प्रदीप प्रियदर्शी और राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्य रमेश शर्मा नजर आएंगे। राष्ट्रीय महिला बैठक में शामिल होने बिहार से मंजू डूंगडूंग, सिंधु सिन्हा, देवन्ती देवी और मीना देवी जा रही हैं। बिहार की सभी नेत्री 26 अप्रैल की शाम अथवा 27 अप्रैल की सुबह रिसोर्स सेंटर, ग्वालियर, मध्यप्रदेश में प्रवेश कर जाएंगी। 27 से 29 अप्रैल तक राष्ट्रीय बैठक की जाएगी।

विख्यात गांधीवादी और एकता परिषद के संस्थापक पी.व्ही.राजगोपाल के द्वारा मूल रूप से अहिंसात्मक आंदोलन पर ध्यान केन्द्रित कर प्रशिक्षण देंगे। अंहिसात्मक आंदोलन क्या है। यह क्यों जरूरी है। कहां से शुरू और कहां पर अंत किया जा सकता है। यह अंहिसात्मक आंदोलन किसके लिए किया जाएगा। इसके बाद स्वयं के जीवन एवं सामाजिक जीवन में अहिंसा का महत्व क्या है? इसके पहले 27 अप्रैल को आगत अतिथियों का स्वागत पुष्पा सिंह करेंगी और बैठक का उद्देश्य श्रद्धा कश्यप पेश करेंगी। 

राष्ट्रीय महिला बैठक के दूसरे दिन 28 अप्रैल को राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्य रमेश शर्मा के द्वारा एकता परिषद रजत जयंती वर्ष में महिलाओं की भूमिका एवं कार्यक्रमों पर फोकस डालेंगे। उसके बाद वनाधिकार अधिनियम 2006 एवं भूमि मुद्दे पर चर्चा करेंगे। एकता परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रनसिंह परमार सक्रिय एवं द्वितीय स्तर के लीडरषीप को तैयार करने की प्रक्रिया पर चर्चा करेंगे। राष्ट्रीय महिला बैठक के तीसरे दिन 29 अप्रैल को एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक प्रदीप प्रियदर्शी एकता परिषद के संगठनात्मक कार्यों में आने वाली समस्याएं,उनके समाधान और विकल्पों पर चर्चा करेंगे। 

बिहार से राष्ट्रीय महिला बैठक में शामिल होने जा रही मंजू डूंगडूंग ने कहा कि  एकता महिला मंच का पुर्नगठन एवं भावी स्वरूप, जन संगठन का भावी स्वरूप, ग्राम वापसी अभियान एवं महिला आर्थिक समूह को सशक्त बनाने पर चर्चा होगी। इसके अलावे 5 वर्षों की क्रमबद्ध योजना बनायी जाएगी। इसके आलोक में अन्तरराष्ट्रीय महिला सम्मेलन की तैयारियों पर भी चर्चा की जाएगी।




आलोक कुमार
बिहार 

दिल्ली दुष्कर्म : न्यायालय ने पीड़िता का मृत्युपूर्व बयान मांगा

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supreme court of india
सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर की रात चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती द्वारा मृत्यु पूर्व दिए बयान पेश करने का निर्देश मंगलवार को दिल्ली पुलिस को दिया। न्यायालय ने मामले के दो दोषियों मुकेश और पवन गुप्ता के मृत्युदंड पर अंतरिम फैसले की तारीख को भी आगे बढ़ा दिया है। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.एस.चौहान और न्यायमूर्ति जे.चेलमेश्वर की पीठ ने मुकेश और पवन के वकील एम.एल.शर्मा द्वारा पीड़िता का बयान पेश करने में असमर्थता जाहिर करने पर अतिरिक्त महाधिवक्ता सिद्धार्थ लूथरा से मृत्यु पूर्व दिए गए बयान पेश करने का निर्देश दिया। 

न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने कहा, "अगर मृत्युपूर्व बयान विश्वसनीय है तो हम नहीं मानते कि न्यायालय को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।"मुकेश, पवन, विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर और राम सिंह और एक नाबालिग आरोपी ने दिल्ली में चलती बस में एक 23 वर्षीय युवती के साथ मिलकर दुष्कर्म किया था। पीड़िता और उसके मित्र को बाद में बस के बाहर फेंक दिया गया था। गंभीर रूप से घायल महिला का 29 दिसंबर को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में निधन हो गया था। 

सर्वोच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई और न्यायमूर्ति शिव कीर्ति सिंह की पीठ ने 15 मार्च, 2014 को विशेष सुनवाई के दौरान मुकेश और पवन के मृत्युदंड पर 31 मार्च तक रोक लगा दी थी। इसके बाद न्यायमूर्ति बी.एस.चौहान और न्यायमूर्ति जे.चेलमेश्वर ने इस रोक को सात अप्रैल 2014 तक के लिए बढ़ा दी थी।

न्यायालय ने सात अप्रैल को इस पर फिर एक सप्ताह तक के लिए रोक लगा दी और दोनों दोषियों के वकील से सिंगापुर के अस्पताल के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कॉपी पेश करने का निर्देश दिया। मुकेश और पवन की दलील है कि सिंगापुर के अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभियोजन पक्ष की तरफ से किए गए उस दावे की पुष्टि नहीं हुई है, जिसमें कहा गया था कि पीड़िता की मौत आंत में गंभीर चोट से हुए अतिरिक्त रक्तस्राव की वजह से हुई थी। उन दोनों का यह भी कहना है कि सुनवाई निष्पक्ष नहीं हुई है और जनता व राजनीति के दबाव में आकर मृत्युदंड का फैसला सुनाया गया है। 

मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह मामले में सुनवाई शुरू

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pervez musharraf
पाकिस्तान की विशेष अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह के मामले में पिछले महीने औपचारिक रूप से अभियोग लगाए जाने के बाद सुनवाई की तारीख बढ़ा दी। डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, तीन न्यायाधीशों वाली पीठ का नेतृत्व कर रहे न्यायाधीश फैजल अरब पूर्व सेनाध्यक्ष मुशर्रफ के खिलाफ उच्च राजद्रोह के मामले की सुनवाई कर रहे हैं।

बीते 31 मार्च को हुई सुनवाई में मुशर्रफ को मामले का आरोपी ठहराया गया था, जहां उन्होंने खुद के निर्दोष होने की बात कही थी। न्यायालय ने पहले स्वास्थ्य कारणों से मुशर्रफ को सुनवाई में उपस्थित न होने की छूट दी थी और कहा था कि जरूरत पड़ने पर उन्हें न्यायालय में हाजिर होने को कहा जाएगा।

मुशर्रफ पर 2007 में देश में आपातकाल लागू करने और संविधान को रद्द करने के लिए उच्च राजद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है। साल 2008 में मुशर्रफ ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया और निर्वासन में चले गए, लेकिन पिछले साल संसदीय चुनाव में हिस्सा लेने के लिए देश वापस आए थे। हालांकि अदालत ने मई 2013 में होने वाले देश के आम चुनाव में उनकी चुनाव में उम्मीवारी रद्द कर दी थी।

काशी से फूंकेंगे नई क्रांति का बिगुल : केजरीवाल

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kejriwal in kashi
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी पहुंचकर मंगलवार से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्होंने काशी से नई क्रांति का बिगुल फूंकने का दावा किया है। वह कई जगहों पर नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करेंगे। केजरीवाल ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, "मैं काशी से नई क्रांति का बिगुल फूंकने आया हूं। इस बार बनारस को मोदी से और अमेठी को राहुल गांधी से मुक्ति दिलाऊंगा।" उन्होंने कहा, "देश को जब तक कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी से मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक देश से भ्रष्टाचार नहीं मिटेगा, सांप्रदायिकता और वंशवाद से मुक्ति नहीं मिल पाएगी।"

शिवगंगा एक्सप्रेस से वाराणसी स्टेशन पर उतरे केजरीवाल का जोरदार स्वागत किया गया। 'मैं आम आदमी हूं'लिखी टोपी पहने उनके समर्थक काफी संख्या में मौजूद थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 12 मई को मतदान होने तक केजरीवाल लगातार वाराणसी में रहेंगे और गली-गली में घूमकर मतदाताओं को जागरूक करेंगे। 

वाराणसी सीट पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी रण में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल के उतरने से यह सीट दोनों नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। बनारस से कौमी एकता दल द्वारा अपना प्रत्याशी न खड़ा करने का ऐलान किए जाने के बाद माना जा रहा है कि आप को यहां पर मुस्लिम समाज का समर्थन मिल सकता है लेकिन मुस्लिमों का समर्थन हासिल करने के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी लगातार उलेमाओं से मुलाकात कर रहे हैं।

वाराणसी में केजरीवाल के पहुंचने से पहले शहर में कई जगह केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगे देखे गए। ये पोस्टर कैंट, नदेसर, सिगरा, गोदौलिया सहित कई जगहों पर चिपकाए गए हैं। पोस्टर में एक काटरून बनाकर उन्हें 'दिल्ली का भगोड़ा'बताया गया है। बताया जाता है कि ये पोस्टर भगत सिंह क्रांति सेना नामक एक संगठन की तरफ से लगाए गए थे। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अप्रैल)

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हमारी सरकार ने 810 करोड की इंदिरा गांधी ऐकीकृत जल आपूर्ति योजना स्वीकृत कराकर इतिहास रचा- नटराजन
  • संसदीय क्षेत्र को मरुस्थल होने से हमने बचाने का प्रयास किया।

minakshi natrajan
मंदसौर। हमारी कांग्रेस पार्टी काम में विश्वास करती है बात में नही। मालव भूमि गहन गंभीर, पग पग रोटी डग डग नीर की कहावत यहां अपना यर्थात खो रही थी। समूचा संसदीय क्षेत्र मरुस्थल होने की ओर अग्रसर था। समूचे क्षेत्र मे पानी की कमी से नगरिक बेहाल व परेशान था। पिछले पांच वर्ष पूर्व जब मै आपके आर्शिवाद से सांसद बनी तो मैने यह प्रयास किया कि यूपीए सरकार के माध्यम से हम क्षेत्र में पानी के लिए प्रयास करे। मुझे खुशी है कि मै पेयजल समस्या के क्षेत्र में समूचे संसदीय क्षेत्र को योजनाएं स्वीकृत कराने में सफल रही हों। इसके लिए हमारी नेता श्रीमती सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी की मै आभारी हूं कि उन्होने इन योजनाओ को स्वीकृत कराने में अपना पूरा सहयोग दिया। उक्त बात जावद विधान सभा के ग्र्रामीण क्षेत्रो का दौरा करते हुए कांग्रेस की विकासवादी प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन ने सभाओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होने कहा कि 810 करोड रुपये की इंदिरा गांधी ऐकीकृत जल आपूर्ति योजना का स्वीकृत होना एक ऐतिहासिक कदम है। इस योजना से रामपुरा कुकडेश्वर, मनासा, जावद नयागांव, नगर पंचायतो एवं नीमच शहर सहित 354 गांव लाभान्वित होगें। यह एक बहु आयामी योजना है। पूरी होने पर इस क्षेत्र की तकदीर व तस्वीर दोनो बदल जायेगी। उन्होने कहा कि मंदसौर जिला मुख्यालय पेयजल संकट से जूझ रहा था हमारी सरकार ने कालाभाटा बांध के लिए 32 करोड रुपये स्वीकृत किये। आज मंदसौर का पेयजल संकट समाप्त हो गया है वही शामगढ में 24 करोड रुपये के लागत से जल आपूर्ति योजना स्वीकृत हुई जिससे शामगढ वासियों को पेयजल समस्या से राहत मिलेगी। गरोठ में 15 करोड रुपये की लागत से जलआपूर्ति योजना स्वीकृत करवाई। जिला मुख्यालय नीमच में 15 करोड 47 लाख रुपये की लागत से जल आपूर्ति योजना स्वीकृत हुई जिसमें ठीकरिया बांध से नीमच तक पाईप लाईन डाली गई। आज नीमच के नागरिक पेयजल को लेकर राहत की सांस ले रहे है। नटराजन  ने कहा कि सुवासरा में 17 करोड 6 लाख रुपये की लागत से जल आपूर्ति योजना स्वीकृत कराई। मल्हारगढ में 5 करोड 48 लाख रुपये की लागत से पेयजल योजना स्वीकृत कराई गई जिसमें पाईपलाईन एवं टंकी का निर्माण किया गया। उन्होने कहा कि जीरन में 5 करोड 70 लाख रुपये की लागत से जल आपूर्ति योजना स्वीकृत हुई। इसमें सिवरेज योजना के अन्तर्गत गंदगी मुक्त शहर भी शामिल है। जीरन में 4 करोड 94 लाख रुपये पाईप लाईन एवं टंकी निर्माण के लिए दिये गये। डीकेन में 5 करोड 57 लाख रुपये के लागत से जलआपूर्ति योजना लागू की गई। जावरा शहर में 11 करोड 60 लाख रुपये की लागत से जल आपूर्ति योजना लागू हुई। वही जावरा शहर में आधुनिक फिल्टर प्लांट एवं पानी की टंकी का निर्माण किया गया जावरा शहर में 2 करोड 94 लाख की लागत से सीवरेज योजना के अन्तर्गत गंदगी मुक्त शहर स्वीकृत हुई। सभा को पूर्व मंत्री घनश्याम पाटीदार जनपद अध्यच सत्यानारायण पाटीदार जावद ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन्द्र बोहरा ब्लाॅक अध्यक्ष राजेन्द्र दक वरिष्ठ नेता धीरज व्यास सिंगोली नगर पंचायत के अध्यक्ष अशरफमेव गुडडु जिला पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष मधूबंशल वरिष्ठ नेता सुरेश शर्मा जिला कांग्रेस का महामंत्री मनीष जोशी आदि नेताओं ने संबोधित किया। 

नीमच आगमन पर त्याग की प्रतिमूर्ति सोनिया गांधी जी का ऐतिहासिक स्वागत करे।

मंदसौर। देश में त्याग की मिशाल कायम करने वाली हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी का 18 अप्रैल को दोपहर 1 बजे नीमच आगमन हो रहा है। आप क्षेत्र की लोकप्रिय नेता तथा कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन के समर्थन में आम सभा को संबोधित कंरेगी। श्रीमती गांधी का कांग्रेसजन एवं आम जनता नीमच पंहुचकर ऐतिहासिक स्वागत करें। उक्त बात श्री पूर्व सांसद बालकवि बैरागी पूर्व मंत्री भारतंिसह जावरा, सुभाष सोजतिया, नरेन्द्र नाहटा, घनश्याम पाटीदार, मंदसौर जिला काग्रेस के अध्यक्ष प्रकाश रातडिया, नीमच जिला काग्रेस के अध्यक्ष नन्दकिशोर पटेल, रतलाम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रभु राठौर विधायक हरदीप सिंह डग, पूर्व विधायक धनसुख लाल भाचावत पूर्व विधायक रामगोपाल भारती, भारतसिंह दीपाखेडा, नवकृष्ण पाटिल, विजेन्द्र सिंह मालाहेडा, पुष्पाभारती, सम्पतरुरप जाजू ने कही। 

श्री नाहटा आज 16 अप्रैल को मनासा क्षेत्र के दौरे पर।
मंदासौर। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता शिवभानुसिंह बघेल ने बताया कि पूर्व मंत्री श्री नरेन्द्र नाहटा कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन जी के समर्थन में मनासा विधान सभा के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर जनसंर्पक करेंगे। उनका दौरा निम्मनानुसार है। सायं 4 बजे बर्डिया 5 बजे बनी 6 से 6.30 बजे तक ग्राम बरखेडा बरखेडी 7.30 बजे सेमली जागीर 8 बजे सेमली इस्तमुरार 8.30 बजे हासपुर। 

कांग्रेस जनो ने मंदसौर शहर में किया जनसंर्पक। 
मंदसौर। कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन को विजयी बनाने के लिए कांग्रेसजनों ने वार्ड क्रमांक 10  एवं 11 में जनसर्पंक किया तथा उनके विकास कार्यो से जनता को अवगत कराते हुए उन्हे पुनः विजयी बनाने की अपील की। जनसंर्पक में काग्रेस नेता अभिमन्यु सिंह मण्डलोई श्रीमती सरोज सिंह सिसौदिया श्री संजय राठौर पार्षद सीमा राठौर रमेश सिंघार दशरथ सिंह राठौर श्रीमती मधु साल्वी श्री ललित माखीजा श्रीमती सागर राजकुमार सिंह देवडा डा अभय शुक्ला कृषण पाल ंिसह सागर आदि नेता शामिल थे। 

आज कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन भानपुरा दौरे पर।
  • पूर्व मंत्री श्री सोजातिया ने की भव्य स्वागत की अपील।

मंदसौर। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता शिवभानुंिसंह बघेल ने बताया कि कांग्रेस की लोकप्रिय प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन आज 16 अप्रैल को भानपुरा क्षेत्र मे पंहुचकर मतदाताओ से आर्शिवाद प्राप्त करेंगी। क्षेत्र के लोकप्रिय पूर्व मंत्री सुभाष सोजातिया ने समस्त कांग्रेसजनो एवं नागरिको से अपील की है  कि वे कांग्र्रेस की विकासवादी कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन का भव्य स्वागत करें। कांग्रेस प्रत्याशी का दौरा निम्मनानुसार है। प्रातः 8.30 बजे अंत्रालिया 9.15 बजे दुधाखेडी माता जी 10.00 बजे बाबुल्दा 10.30 बजे कांवला 11 बजे भानपुरा नगर में जन संर्पक 11.45 बजे नीमथूर 12.15 ढाबला माधोसिंह 1.15 बजे संधारा 1.45 बजे ओसारा 2.15 बजे लेदी चैराहे पर स्वागत 2.30 बजे ग्राम ढाबा भोजन 3.15 बजे बोरदा 3.45 बजे भैंसोदा 4.30 बजे लोटखेडी 5.30 बजे नावली 6.15 बजे गांधीसागर नम्बर 3 7 बजे गांधीसागर नम्बर 8, 8.30 बजे गरोठ नगर में जनसंर्पक एवं आम सभा। दौरे में नटराजन तथा सोजातिया के साथ गरोठ ब्लाॅक कांग्रेस के अध्यक्ष जानकीलाल पाटीदार भानपुरा ब्लाॅक कांग्रेस के अध्यक्ष दर्शन बधवा कांग्रेस नेता तूफानसिंह सिसौदिया, राजेन्द्र गुप्ता देवेन्द्र योगी कृपाल सिंह कचरुलाल मगर दिनेश अग्रवाल  शिव राठौर शमी दुआ आदि नेता उपस्थित रहेंगे।

आज पार्षद दल गोल चैराह नई आबादी क्षेत्र मे जनसंर्पक करेगा।

मंदसौर। पार्षद दल के नेता डा प्रीतिपाल सिंह राणा ने बताया कि आज पार्षद दल गोल चैराह नई आबादी क्षेत्र  पर जनसंर्पक करेगा। जन संर्पक में पार्षद दल के नेता डा प्रीतीपाल सिंह राणा वरिष्ठ पार्षद नियाज अहमद पार्षद प्रतिनिधि गण अशोक रैकवार युसूफ खेडीवाला दिगपाल सिंह भाटी विजय गुर्जर संजय राठौर पार्षद आविद मेव पार्षद लियाकत निलगर कचरमल जटिया कांग्रेस नेता लक्ष्मण मेघलानी रवि विनायका शामिल थे। 

हमारी संासद ने माडॅल स्कूल तथा पर्यटन विकास के लिए सहयोग किया।
मंदसौर। हमारी लोकप्रिय सांसद ने नगर का विकास किया हैं। हमे उनके माध्यम से माडॅल स्कूल एवं तैलिय तालाब पिकनिक स्पाॅट को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए राशि स्वीकृति की लेकिन नपा अध्यक्ष ने इसमें भारी भ्रष्टाचार किया। आज तैलिय तालाब की वाॅल पर जहां टाईल्स लगाई गई है वहां बडी बडी घास उग आई है जिससे नागरिको को भारी असुविधा हो रही है। नगर पालिका का नगर विकास में कोई योगदान न होकर सिर्फ भूमाफियों को सहयोग मिल रहा है। उक्त बात पार्षद दल ने नगर में जन संर्पक करते हुए कही। जनसंर्पक में अशोक रैकवार युसूफ खेडीवाला दिगपाल सिंह भाटी विजय गुर्जर संजय राठौर पार्षद आविद मेव पार्षद लियाकत निलगर कचरमल जटिया पूर्व पार्षद संजय जैन पार्षद प्रतिनिधि सलामुदीन शेख कांग्रेस नेता लक्ष्मण मेघलानी रवि विनायका शामिल थे।

अफीम की बात करने वाली भाजपा डोडा़चुरा पर चुप क्यों है- गुर्जर
मंदसौर। डोडाचुरा के किसान भाजपा की वादा खिलाफी पर प्रताडित है। प्रदेश के झूठे घोषणावीर मुख्यमंत्री ने 100 रुपये प्रतिकिलो डोडाचुरा के भाव तो घोषित कर दिये लेकिन भाजपा से जुडे माफिया किसानो से दादागिरीके साथ 40 रुपये किलो में डोडाचुरा खरीद रहे हैं। अफीम मुददे पर हमारी सांसद को मौन धारण करने की बात करने वाले भाजपा प्रत्याशी डोडाचुरा के मुददे पर क्यो मोनी बाबा बने हुए है। उक्त बात जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह गुर्जर ने मंदसौर के ग्रामीण क्षेत्र मे कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन के समर्थन में सभाओं को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर कांग्रेस नेता डा अजीत जैन महेश पाटीदार विजय सिंह जितेन्द्र सिंह भाटी अरुण ठन्ना के के सिंह भाटी मोहनलाल पाटीदार आदि नेता उपस्थित थे। 

वार्ड नंबर 37 की दुर्दशा के लिए भाजपा के उम्मीदवार स्वयं जिम्मेदार कांग्रेस उम्मीदवार ने दिलाई मन्दसौर  क्षेत्र को कई सौगातें, महिला कांग्रेस ने किया जनसम्पर्क 

मन्दसौर . कांग्रेस उम्मीदवार एवं सांसद मीनाक्षी नटराजन ने सदैव दलगत राजनीति से ऊपर उठकर क्षेत्र के विकास के लिए सतत कार्य किये है उन्होंने भाजपा समर्थित नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों को केंद्र सरकार से विकास हेतु राशि बिना किसी भेद भाव के दिलाई है । वार्ड नंबर 37 के वर्तमान पार्षद को जिताने के लिए भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी घर घर घूमे उनके झूठे वादों के कारण आज वार्ड की दुर्दशा हो रही है वार्ड नंबर 37 की दुर्दशा के लिए भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार स्वयं जिम्मेदार । यह बात जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष बबीतासिंह तोमर ने वार्ड 37 के भागवत नगर हनुमान नगर चिद्दचक्र विहार एवं नटखट भवन गली में कांग्रेस उम्मीदवार सुश्री मीनाक्षी नटराजन के समर्थन में जनसम्पर्क के दौरान कही ।  महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने मतदाताओं से अपील की है कि इस बार झूठे वादे कर वोट पाने वालों को करारा जवाव दिया जाएगा । वार्ड 37 की सडकों और नालियों की स्थिति बाद से बदतर हो गई पर भाजपा की नगर सरकार और उनके नुमाइंदों ने इसकी कोई सुध नहीं ली है । महिला कांग्रेस ने विकास और उन्नति के लिए मीनाक्षी नटराजन को जिताने की अपील की है । जनसम्पर्क में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बबीतासिंह तोमर जिला पंचायत सदस्य नेहा धाकड़ पार्षद मीना कुंवर भाटी महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव रफत पयामी महिला कांग्रेस पदाधिकारी रीना जैमन कुसुम जादौन रजनी धाकरे प्रभा जैन पुखराज जैन शकुन्तला चौहान सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैलाश दांगड़ा जिला कांग्रेस महामंत्री शशिकांत गर्ग डॉ राघवेन्द्रसिंह तोमर अभिषेक जैन विनायक जैमन अक्षय प्रताप सिंह सूरजसिंह ख़ुशी तोमर  भी साथ थे । 

16 अप्रैल को पिपल्या मण्डी में वार्ड 01 से 15 तक कांग्रेस के सभी संगठन एक साथ जान संपर्क करेंगे 

मंदसौर . महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बबीतासिंह तोमर ने बताया कि कांग्रेस की उम्मीदवार सुश्री मीनाक्षी नटराजन के समर्थन में  कांग्रेस का जनसम्पर्क 16  अप्रैल 2014 को पिपल्या मण्डी के वार्ड 01 से 15 तक के क्षेत्र में होगा । इस जनसम्पर्क में महिला कांग्रेस युवक कांग्रेस कांग्रेस आईटी एवं सोशल मीडिया सेल सेवादल शहर कांग्रेस आदि सभी संगठनों की भागीदारी होगी । 

श्री नाहटा आज नटराजन के समर्थन में मनासा क्षेत्र का दौरा करेंगें
मंदसौर। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता शिवभानुसिंह बघेल ने बताया कि पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाहटा आज 16 अप्रैल को कांग्रेस प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन के समर्थन मंे मनासा क्षेत्र के ग्रामीण  क्षेत्रों का दौरा कर जन संर्पक करेंगे। उनका दौरा निम्मनानुसार है। सांय 4 बजे बर्डिया 5 बजे बनी 6 बजे बरखेडा/बरखेडी 7.30 बजे सेवली जागीर, 8 बजे सेमलीईस्तमुरार 8.30 बजे ग्राम हासपुर। 

समर कैंप का शुभारंभ 

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सीहोर। क्रिकेट खिलाडिय़ों को क्रिकेट के टिप्स देने के लिए नगर के बीएसआई हेल्थ एंड स्पोट्र्स क्लब के मैदान पर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में मंगलवार को समर कैंप का शुभारंभ किया गया। क्लब के चेयरमैन प्रमोद पटेल, एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत अग्रवाल द्वारा वरिष्ठ पदाधिकारी एसएन पहलवान, अतुल तिवारी, वीरेन्द्र वर्मा, संजय खंडेलवाल, आशीष शर्मा, अमित कटारिया, उल्लास सोलके,  मनोज दीक्षित मामा, मदन कुशवाहा, हेमंत केसरिया, मयंक जैन, चेतन मेवाड़ा, कमलेश परोचे आदि ने यहां पर मौजूद बड़ी संख्या में समर कैंप में आए खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर खेल सामग्री का वितरण किया। 

खुषामदा में हनुमान जयंती धूम-धाम से संपन्न 

सीहोर ष्मंगलवार को ष्यामपुर तहसील के ग्राम खुषामदा में  हनुमान जयंती उत्साह एवं उमंग से मनाई गई। आयोजन समिति  के सदस्य सौदान सिह खुषामदा ने बताया कि मंगलवार को  हनुमान प्रतिमा का मन मोहक श्रंगार किया गया। ग्रामवासियों ने राम भक्त हनुमान की महाआरती कर महा प्रसादी का भोग लगाकर प्रसादी वितरित की। मंदिर परिसर में पूरे समय जय श्री राम का जयघोष गुंजायमान रहा। राम भक्तों द्वारा हनुमान चालीसा व राम पाठ कर महाबली हनुमान की आराधना की एवं विष्व के कल्याणार्थ प्रार्थना की गई। आयोजन समिति ने आसपास के गांवों से पधारे श्रृद्धालुओ के सहायोग के लिए हर्ष व्यक्त किया।

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अप्रैल)

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सालेटेकरी शराब दुकान को 17 अप्रैल की शाम तक बंद रखने के आदेश
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बालाघाट जिले की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिले में 17 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान कराया जा रहा है। लोक सभा चुनाव के दौरान किसी तरह का व्यवधान न हो इसके लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री व्ही. किरण गोपाल ने छत्तीसगढ़ राज्य के सीमा वर्ती क्षेत्र के तीन किलोमीटर की परिधि में आने वाली बालाघाट जिले की बिरसा तहसील के ग्राम सालेटेकरी की शराब दुकान को 15 अप्रैल की शाम 6 बजे से मतदान दिवस 17 अप्रैल 2014 को मतदान समाप्ति तक बंद रखने के आदेश दिये है। आबकारी विभाग के अधिकारियों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करने कहा गया है। 

सड़क दुर्घटना में मृत तीन व्यक्तियों के परिजनों को 10-10 हजार रु. की सहायता मंजूर
जिले के विभिन्न स्थानों पर विगत दिनों घटित सड़क दुर्घटना में तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने राज्य शासन के सामाजिक कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत उनके वारिसों को 10-10 हजार रु. की सहायता राशि मंजूर की है। 28 अप्रैल 2013 को कटंगी तहसील के ग्राम देवरी के निवासी सुरेन्द्र पुरी की ग्राम खैरलांजी एवं पाथरवाड़ा के बीच मारूती वेन क्रमांक एम.पी.-20 एच.ए.-6191 से हुई दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के कारण उसकी वारिस पत्नी सोमलता ऊर्फ योगिता को 10 हजार रु. की सहायता राशि मंजूर की गई है। इसी प्रकार ग्राम बासी के निवासी बुधराम की 23 दिसम्बर 2012 को ट्रेक्टर क्रमांक एम.पी.-22.बी.-4219 से ग्राम नैतरा एवं कौड़ीटोला के बीच हुई दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के कारण उसके पिता मंगलसिंह को 10 हजार रु. की सहायता राशि मंजूर की गई है। कटंगी तहसील के ग्राम आगरवाड़ा के निवासी विजय रहांगडाले की की 9 मई 2012 को बजाज वाहन क्रमांक एम.पी.-22-डी.-3668 से नंगाटोला खमरिया के बीच घटित दुर्घटना में मृत्यु हो जाने के कारण उसके वारिस पिता ईशुलाल रहांगडाले को 10 हजार रु. की सहायता राशि मंजूर की गई है। 

'भाग मिल्खा भाग'एवम 'शिप ऑफ थीसस'को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

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आतंकवाद के ज्वलंत मुद्दे पर आधारित फिल्म 'शाहिद'के लिए न सिर्फ निर्देशक हंसल मेहता को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है, बल्कि इसी फिल्म के लिए राजकुमार राव को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया है। वैसे, राजकुमार के अतिरिक्त मलयालम अभिनेता सूरज वंजारामूदु भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुने गए हैं। उधर, 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार आनंद गांधी की 'शिप ऑफ थीसस'को दिया गया है।

'जॉली एलएलबी'को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फिल्म घोषित किया गया, जबकि सामाजिक संदेश देने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में 'गुलाब गैंग'को चुना गया। सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार फिल्म 'जल'को दिया गया, जबकि सर्वाधिक लोकप्रिय फिल्म के रूप में फरहान अख्तर अभिनीत 'भाग मिल्खा भाग'का चयन हुआ।

3 मई, 2014 को होने वाले समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार फिल्म 'लायर्स डाइस'में अभिनय के लिए गीतांजलि थापा को दिया जाएगा, जबकि फिल्म 'जॉली एलएलबी'में अभिनय के लिए सौरभ शुक्ला को सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता के रूप में के रूप में सम्मानित किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का पुरस्कार दो अभिनेत्रियों को दिया गया है, जिनमें अमृता सुभाष (फिल्म 'अस्तु') तथा आलिया एल काशिफ (फिल्म 'शिप ऑफ थीसस') शामिल हैं।

सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के रूप में बांग्ला फिल्म 'जतीश्वर'में गाए गीत के लिए रूपान्कर को चुना गया है, जबकि सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका के रूप में बेला शेन्दे को (मराठी गीत 'कोडा कोडा...') चुना गया है। सर्वश्रेष्ठ संवादों के लिए फिल्म 'अस्तु'को पुरस्कृत किया गया है, जबकि बेस्ट साउंड डिज़ाइन का पुरस्कार 'मद्रास कैफे'को दिया गया है, जबकि स्पेशल जूरी पुरस्कार के लिए फिल्म 'मिस लवली'और 'येलो'चुनी गईं। फिल्म 'भाग मिल्खा भाग'के गीत 'मस्तों का झुंड...'के लिए गणेश आचार्य को सर्वश्रेष्ठ नृत्यनिर्देशक चुना गया है, तथा सर्वश्रेष्ठ अंग्रेज़ी फिल्म का पुरस्कार 'द कॉफिनमेकर'को दिया गया है।

बिहार : टेम्पों चालकों को 425 रू. नकदी और डीजल के कूपन थमा दिए

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दानापुर। मतदान केन्द्र में लगे कर्मियों की राशि के भुगतान संबंधी निर्देश चुनाव आयोग ने जारी किए। एक में अलग और दूसरे में अलग राशि भुगतान के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा और नक्सल प्रभावित क्षेत्र भोजपुर में नवीनतम निर्देश पर भुगतान किया गया। जब पाटलिपुत्र लोकसभा चुनाव के लिए मनेर हाई स्कूल में स्थापित नियंत्रण कक्ष में 165 बूथों के लिए लगाए गए लगभग 650 कर्मियों के बीच अंग्रिम का भुगतान किया जा रहा था। आयोग द्वारा तय राशि से कम भुगतान होते देख चुनावकर्मी भड़क गये और हंगामा करने लगे। नये निर्देशानुसार राशि भुगतान होने के बाद मामला दबा।

पाटलिपुत्र बीएस कॉलेज में लोकसभा चुनाव के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। एक थैला में लोक सभा निर्वाचन 2014 अंकित किया गया है। इनको 31- पाटलिपुत्र संसदीय निर्वाचन क्षेत्र और 186 दानापुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान करवाना है। किसी दल विशेष के प्रभाव के बिना ही जनतंत्र की रक्षा करेंगे। बैंग में खाने का जुगाड़ कर लिए हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविका और सहायिका के ऊपर आश्रित नहीं रहेंगे। इनका भी कहना है कि आयोग के द्वारा तय राशि से कम भुगतान किया जा रहा है। पीठासीन अधिकारी को बाइस सौ पचास, पीठासीन (पी वन और टू) को सोलह सौ पचास व पीठासीन अधिकारी थ्री को दस सौ पचास रूपए का भुगतान करना है। कई जगहों पर पीठासीन अधिकारी उन्नीस सौ रूपए व पी वन और टू को चौदह सौ वहीं पी थ्री को नौ सौ ही भुगतान किया जा रहा है।

मजे की बात है कि चुनाव आयोग द्वारा राशि के भुगतान संबंधी निर्देश की कॉपी की मांग करने लगे। उसके बाद कर्मियों को चुनाव आयोग के द्वारा जारी एक पत्र दिखाया लेकिन उक्त पत्र को पुराना करार देते हुए जिलाधिकारी को चुनाव आयोग के द्वारा हाल में जारी पत्र को दिखाने पर मामला शांत हो सका। आयोग के निर्देशानुसार नई दर से भुगतान शुरू किया गया। टेम्पों चालकों को 425 रू. नकदी और डीजल के कूपन थमा दिए। 



आलोक कुमार
बिहार 

चूके नहीं यह मौका, आता नहीं दुबारा

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यों तो हर साल कोई न कोई उत्सव, पर्व, जयंती, तिथि और दूसरे सभी प्रकार के अवसर आते रहते हैं पर आज का अवसर कुछ खास है जो हर साल नहीं आता बल्कि पाँच साल में एक बार आता है और हमारी जिन्दगी से लेकर क्षेत्र और देश तक की तकदीर गढ़ जाता है। इसलिए आज का दिन हम सभी के लिए हर मामले में खास है। यह वो दिन है जिस दिन हमें जो कुछ करना है वह दूरदर्शिता के साथ खूब सोच-समझ कर करना है क्योंकि इस एक दिन की गई गलती का पछतावा हमें पाँच साल तक निरन्तर बना रहता है। 

इसलिए जो कुछ निर्णय लें वह ऎसा लें कि हमें आज के बाद कभी पछताना नहीं पड़े। भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव के रूप में लोकसभा चुनाव के लिए आज का दिन मतदान महापर्व है जो देश की हर इकाई के लिए वह जरूरी काम है जिसके आगे दूसरे सारे काम और प्राथमिकताएँ गौण हैं। यह हमारा अधिकार भी है और हमारे भविष्य की राह तय करने का मौका भी। लोकतंत्र की मजबूती के लिए समर्पण भाव से जुटना हम सभी नागरिकों की प्राथमिक जिम्मेदारी है जिसका निर्वाह करने में हम जरा सा भी चूके तो फिर न अपने आपको कुछ कह पाएंगे, न किसी और को दोष दे पाएंगे।

आज का दिन हमारे लिए वह निर्णायक घड़ी लेकर आया है जब हमारी दशा और दिशा तय करने का अधिकार हमारे पास है, वह  कुंजी, ‘मास्टर की’ हमारे पास है जिससे हम भविष्य की पगडण्डियों से लेकर फोर लेन तक को पा सकने के लिए समर्थ हैं। एक-एक वोट अमूल्य है जिसकी कोई कीमत कभी नहीं आंकी जा सकती, इसे हम सभी अच्छी तरह जानते हैं। जो अपने वोट की कीमत जानते हैं उनके लिए कोई समस्या नहीं लेकिन जरूरत इस बात की है कि हम आज के दिन वो प्रयास करें कि सभी क्षेत्रों में शत-प्रतिशत मतदान हो, सभी मतदाता मतदान का फर्ज निभाएँ और कोई भी मतदाता ऎसा नहीं रहे जो वोट डालने से बचा रह जाए। 

वोट डालना जिस प्रकार हमारा फर्ज है, उसी प्रकार अपने परिवार, आस-पास और अपने क्षेत्रों में सभी मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करना भी हमारा सामाजिक उत्तरदायित्व है। सरकार बनाने में हरेक की भागीदारी का होना ही देश के लिए जरूरी है और इसी से लोकतांत्रिक परंपरा को मजबूती दी जा सकती है। आज कोई चूके नहीं, कोई चूक न हो जाए, सभी मतदाता वोट डालें। वोट किसी को भी  दें, मगर वोट जरूर दें। हमारा वोट हमारा भाग्य बनाता है और देश की तकदीर गढ़ता है। यह वोट नहीं लोकतंत्र का वो उत्सव है जिसमें हम सब की सहभागिता जरूरी है। आइये आज के दिन सच्चे नागरिक के रूप में अपने फर्ज को निभाएं।  मतदान अवश्य करें, यह अपना अधिकार है।





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---डॉ. दीपक आचार्य---
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