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भारत को ‘नयी सोच’ अपनानी होगी : मोदी

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नयी दिल्ली, 10 मई, दुनिया में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे नित नये अन्वेषणों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत को भी विश्व के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए 'नयी सोच'अपनानी होगी वरना हम इतने पीछे रह जायेंगे कि कोई पूछेगा भी नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्याेगिकी ने सम्पूर्ण दुनिया ही बदलकर रख दी है। पिछले तीन दशक में प्रौद्योगिकी का महत्व तेजी से सामने आने लगा है। इन 30 वर्षों में प्रौद्योगिकी ने हर क्षेत्र में जैसी भूमिका निभायी है, वैसी पूर्व के एक हजार साल में इसने नहीं निभायी थी। वह उच्चतम न्यायालय की समेकित मुकदमा प्रबंधन सूचना प्रणाली (आईसीएमआईएस) के उद्घाटन अवसर पर विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम ‘डिजिटल और कागज मुक्त अदालत बनने की दिशा में बढ़ते उच्चतम न्यायालय के कदम’ में उपस्थित न्यायविदों और कानूनविदों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दुनिया में ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस’ के बढ़ते प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के कारण नौकरियों पर संकट छाने का मुद्दा बहस का विषय है, लेकिन यह सच्चाई है कि पूरा विश्व ‘नयी सोच’ की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “पूरा दुनिया नयी सोच के साथ आगे बढ़ रही है और भारत को यदि इस दौड़ में शामिल रहना है तो उसे कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए उसी सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।”


अब भी खुद को छात्र मानते हैं शाहिद कपूर

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मुंबई. 10 मई, बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर अब भी सिनेमा की दुनिया में खुद को छात्र मानते हैं। शाहिद फिल्म इंडस्ट्री में 14 वर्ष पूरे कर चुके हैं। शाहिद ने कहा कि वह सिनेमा की दुनिया में अब भी खुद को छात्र जैसा मानते हैं। शाहिद ने वर्ष 2003 में रोमांटिक फिल्म ‘इश्क-विश्क’ के साथ करियर की शुरुआत की थी। अभिनेता बनने से पहले वह फिल्मों में डांसर के रूप में भी काम कर चुके हैं। शाहिद ने ट्विटर पर सभी प्रशंसकों का उनकी शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। शाहिद ने ट्विटर पर कहा,“शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। 14 वर्ष मैंने वही किया जो मुझे पसंद आया, सिनेमा की खूबसूरती। आप हमेशा छात्र जैसा महसूस करते हैं। सिनेमा से बहुत कुछ सीखा। ” शाहिद वर्तमान में फिल्मकार संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ की शूटिंग में व्यस्त हैं।

हरप्रीत ने ग्रीको रोमन में भारत को दिलाया कांसा

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नयी दिल्ली ,10 मई, भारत के हरप्रीत सिंह ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए चीन के जुनजेई ना को 80 किग्रा ग्रीको रोमन वर्ग में कड़े संघर्ष में 3-2 से पराजित कर देश को सीनियर एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता में बुधवार को कांस्य पदक दिला दिया। हरप्रीत ने यहां आईजी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स स्थित केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में एशियाई प्रतियोगिता के पहले दिन भारत को पहला पदक दिलाया। हरप्रीत ने जहां कांस्य पदक जीता वहीं गुरप्रीत सिंह 75 किग्रा ग्रीको रोमन वर्ग में कांस्य पदक मुकाबले में पराजित हो गये। हरप्रीत का प्रदर्शन दिन की भारत की एकमात्र उपलब्धि रही। हरप्रीत ने क्वालिफिकेशन में जापान के यूया मायेता को 2-1 से हराया। हालांकि हरप्रीत क्वार्टरफाइनल में कोरिया के जुनेयंग किम से 8-0 से हार गये लेकिन कोरियाई पहलवान के फाइनल में पहुंचने के कारण हरप्रीत को कांस्य पदक के लिये उतरने का मौका मिला जहां उन्होंने चीनी पहलवान को शिकस्त दे दी। इस वर्ग का स्वर्ण पदक ईरान के रेमिन सुुल्तानमोराद ने जीता।

राम नाईक ने काशीनाथ सिंह एवं रतन सिंह को कैफी आज़मी अवार्ड से सम्मानित किया

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लखनऊ 10 मई, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने हिन्दी के प्रख्यात साहित्यकार डाॅ0 काशीनाथ सिंह एवं उर्दू के नामवर साहित्यकार डाॅ0 रतन सिंह को कैफी आज़मी अवार्ड एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। अखिल भारतीय कैफी आज़मी अकादमी लखनऊ के तत्वावधान में प्रख्यात शायर कैफी आज़मी की 15वीं पुण्य तिथि पर राज्यपाल नाईक ने स्व0 कैफी आज़मी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने 10 मई की विशेषता बताते हुये कहा कि इस दिन शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था तथा इसी दिन 1857 में देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम की शुरूआत हुई थी। इसी दिन अकादमी द्वारा प्रख्यात शायर कैफी आज़मी की 15वीं पुण्य तिथि पर साहित्यकारों का सम्मान किया जाता है। श्री नाईक ने इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार डाॅ0 काशीनाथ सिंह एवं उर्दू के नामवर साहित्यकार डाॅ0 रतन सिंह को कैफी आज़मी अवार्ड एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कैफी आज़मी साहब के व्यक्तित्व के बारे में बताना वास्तव में सूरज को चिराग दिखाने जैसा है। वे उर्दू शायरी में कैफी आज़मी के नाम से इतना मशहूर हुए कि उनके असली नाम सैय्यद अतहर हुसैन रिज़वी को कम ही लोग जानते हैं। कैफी साहब के नाम पर पुरस्कार देना सराहनीय है। यह गलत धारणा है कि उर्दू वर्ग विशेष की भाषा है।

उ. कोरिया संकट पर मून और ट्रंप संयुक्त कार्रवाई पर सहमत

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सोल,10 मई, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के नये राष्ट्रपति मून जे इन से आज फोन पर बात की तथा उत्तर कोरिया के परमाणु संकट के समाधान के लिए मिलकर काम करने की सहमति जतायी। श्री ट्रंप ने मून से कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु संकट एक जटिल समस्या है लेकिन इसका समाधान निकाला जा सकता है। दोनों नेताओं के बीच फाेन पर पहली बार बातचीत हुयी है। मून ने मंगलवार को हुए राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में जीत हासिल की थी। श्री ट्रंप ने उन्हें इस जीत पर बधाई भी दी।

कुलभूषण मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में सुनवाई 15 मई को

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नयी दिल्ली, 10 मई, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा के खिलाफ भारत की ओर से दाखिल याचिका पर 15 मई को सुनवाई करेगा। नीदरलैंड की हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कल न्यायालय के नियमाें के पैरा-4 के अनुच्छेद 74 के तहत कुलभूषण की फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी। भारत की दलीलाें को गंभीरता से लेते हुए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पत्र लिखकर कुलभूषण की मौत की सजा पर रोक लगाने को कहा था। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कुलभूषण को जासूसी के आरोप में पिछले महीने 10 अप्रैल को फांसी की सजा सुनाई थी। भारत ने इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा था कि पाकिस्तान ने वियना संधि का उल्लंघन करते हुए श्री जाधव पर मामला चलाया है। उसके बार बार के अनुरोध के बावजूद कुलभूषण को भारतीय राजनायिकाें से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। भारत ने यह भी साफ किया था कि कुलभूषण भारत का जासूस नहीं है। वह भारतीय नौ सेना में अधिकारी रह चुका है और रिटायर होने के बाद अपना व्यापार करते हैं। भारत ने पाकिस्तान की सैन्य अदालत के इस फैसले के खिलाफ आठ मई को हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील की थी।

सोनिया की सेहत स्थिर, जल्द मिलेगी अस्पताल से छुट्टी

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नयी दिल्ली 11 मई, भोजन विषाक्तता के कारण अस्पताल में भर्ती हुई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सेहत में सुधार हो रहा है और एक या दो दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। सर गंगाराम अस्पताल के अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। सोनिया को गत सात मई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 69 वर्षीय सोनिया की पिछले साल इसी अस्पताल में कंधे की सर्जरी की गई थी। गंगाराम अस्पताल के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीएस राणा ने बताया, ‘‘सोनिया गांधी को रविवार को भोजन विषाक्तता के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उनकी हालत स्थिर है। उनकी सेहत में अच्छा सुधार आ रहा है और एक या दो दिन में उन्हें छुट्टी मिल सकती है।’’


प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरिया के नये राष्ट्रपति को भारत आने का निमंत्रण दिया

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नयी दिल्ली 11 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दक्षिण कोरिया के नये राष्ट्रपति मून जेइ इन से बात की और उन्हें भारत आने का न्यौता दिया । मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ अभी अभी अपने मित्र कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन से बात की । उन्हें सफलता की शुभकामनाएं दी और जल्द भारत आने का न्यौता दिया । साथ मिलकर हम सफल होंगे। ’’ कल प्रधानमंत्री मोदी ने मून को अंग्रेजी और कोरियाई भाषा में बधाई संदेश ट्वीट किया था। उन्होंने कहा था कि मून के साथ काम करने को लेकर आशान्वित हूं जिससे हमारे सामरिक संबंध और मजबूत होंगे।


मिश्रा ने ‘आप’ पर हमले को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया

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नयी दिल्ली 11 मई, दिल्ली सरकार के बख्रास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी यह ‘झूठ’ फैला रही है कि जिस व्यक्ति ने उन पर हमला करने की कोशिश की, वह भाजपा की युवा शाखा से था। ‘अनिश्चितकालीन अनशन’ पर बैठे मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक अन्य पत्र लिखकर यह आरोप लगाया कि हमलावर अंकित भारद्वाज स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अधिकारक्षेत्र में आने वाली मोहल्ला क्लीनिक परियोजना से जुड़ा है। इस पत्र में मिश्रा ने दावा किया कि जिस तरह ‘आप’ के नेताओं और स्वयंसेवियों ने फौरन भारद्वाज को भाजपा का कार्यकर्ता बता दिया, उससे यह संदेह होता है कि इस पूरे प्रकरण की कहानी को ठीक उसी तरह लिखा गया, ‘‘जिस तरह पूर्व में आप :केजरीवाल: पर हुए हमलों की कहानी को गढ़ा गया था।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘जिस तरह से फेसबुक फोटो साझा किए गए और बयान दिए गए, वे मुझे याद दिलाते हैं कि जब आप पर :केजरीवाल पर: हमले होते थे, तब भी ऐसा ही होता है। क्या यह पुराना हथकंडा है?’’ कल मिश्रा के प्रदर्शनस्थल पर उस समय हंगामा हो गया था, जब भारद्वाज ने वहां धावा बोल दिया और मिश्रा के साथ मारपीट करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों और मिश्रा के सहयोगियों ने भारद्वाज को पकड़ लिया। कुछ ही मिनटों में आप के सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं ने एक फेसबुक प्रोफाइल की तस्वीरें साझा करनी शुरू कर दीं। उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की कि हमलावर भाजपा की युवा शाखा का कार्यकर्ता है और मिश्रा ने ऐसा सहानुभूति हासिल करने के लिए कराया है। हालांकि भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भारद्वाज के साथ किसी भी रिश्ते से इनकार किया है।

मिश्रा ने लिखा, ‘‘पुलिस द्वारा उसे वहां से ले जाए जाने से पहले ही आप नेता संजय सिंह ने यह घोषणा कर दी कि वह भाजपा का कार्यकर्ता है। ऐसा लग रहा था कि पार्टी ऐसा कुछ होने का इंतजार ही कर रही थी।’’ मंत्री पद से हटाए जाने और पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद मिश्रा ने अनशन शुरू करते हुए यह मांग रखी कि आम आदमी पार्टी अपने पांच नेताओं द्वारा किए गए विदेश दौरों का विवरण दे। पार्टी ने मिश्रा पर आरोप लगाया है कि वह भाजपा द्वारा लिखी गई कहानी पर चल रहे हैं।


जम्मू कश्मीर के अनंतनाग, बारामुला में छात्रों एवं सुरक्षा बलों के बीच झड़पें

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श्रीनगर 11 मई, कश्मीर के अनंतनाग एवं बारामुला जिलों में आज प्रदर्शनकारी छात्रों तथा सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग जिले के दूरू स्थित सरकारी उच्चतर माध्यमिक शाला के दर्जनों छात्रों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पिछले माह पुलवामा जिले में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों के कथित अत्याचार के खिलाफ था। कुछ छात्रों ने वहां तैनात सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया जिसकी वजह से सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया। अधिकारी ने बताया कि अंतिम खबरें आने तक संघर्ष जारी था लेकिन अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसी ही झड़पें बारामुला जिले के सोपोर शहर में हुईं जहां एक स्थानीय सरकारी उच्चतर माध्यमिक स्कूल के छात्रों ने प्रदर्शन किया। अधिकारी के अनुसार, दोनों ही जगहों पर स्थिति नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बलों को भेजा गया है। पुलवामा में 15 अप्रैल को डिग्री कॉलेज पुलवामा के छात्रों के खिलाफ सुरक्षा बलों के कथित अत्याचार के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे थे और फिर कश्मीर में अन्य जगहों पर भी ऐसे प्रदर्शन हुए। ये छात्र पिछले एक माह में प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए छात्रों की रिहाई की भी मांग कर रहे थे। पुलिस ने सरकारी डिग्री कालेज, पुलवामा में छापा मारा जिसके बाद 17 अप्रैल को पूरे कश्मीर में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तब से प्रदर्शन का सिलसिला रूक रूक कर जारी है जिसके चलते प्रशासन ने पिछले माह एक सप्ताह से अधिक समय के उच्च शैक्षिक संस्थानों की कक्षाओं को निलंबित कर दिया था। श्रीनगर में और घाटी में अन्य जगहों पर कई छात्रों को झड़पों के दौरान गिरफ्तार भी किया गया है।

नारद जयंती विशेष : नारद पत्रकार ही नहीं, जनउद्धारक थे

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देव ऋषि नारद या नारद मुनि ब्रह्माजी के पुत्र और भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त हैं। वह इधर की बात उधर करके, दो लोगों के बीच आग लगाने के लिये काफी प्रसिद्ध हैं। माना जाता है कि उन्हंे सब खबर रहती हैं कि सम्पूर्ण ब्रहमाण्ड में कहाँ क्या हो रहा हैं। मूंह पर नारायण नारायण और हाथ में वीणा लिये, नमक-मिर्च लगा के बातें फैलाना, एक बात को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने, लड़ाई करवाने- उसे रुकवाने, सृष्टि की किसी बड़ी घटना की आहट को पहचानकर उसे एक लोक से दूसरे लोक में पहुंचाने में उनकी महारत थी। उन्हंे दुनिया का आदि पत्रकार माना गया है। जगह-जगह में जो चल रहा है, उसकी सुध लेते, इस लोक से उस लोक तक भ्रमणशील रहते, वीणा की तान छेड़ते नारायण-नारायण करते हुए नारद खबरों को संप्रेषित करते, प्रसारित करते। संगीत के मर्मज्ञ एवं पंडित नारद को हम इहलोक, देवलोक और असुरलोक- तीनों लोेकों में एक समान विचरने वाले सर्वश्रेष्ठ लोक संचारक एवं आदर्श पत्रकार के रूप याद कर सकते हैं। नारद को केवल मात्र एक पत्रकार के रूप में समझना या प्रस्तुत करना संभवतः उनके प्रति एकपक्षीय दृष्टि है, क्योंकि उनका व्यक्तित्व बहुआयामी है। उन्होंने ब्रह्मा से ज्ञान प्राप्त किया। संगीत का आविष्कार किया। समाज में भक्ति के मार्ग का प्रतिपादन किया और संवाद के माध्यम से लोकहित का कार्य किया। वे तमस से ज्योति की, असत्य से सत्य  की एवं अंधकार से प्रकार की एक सतत यात्रा हैं।

नारद मुिन के व्यक्तित्व रहस्यमय है, उन्हें समझना आसान नहीं हैं। यूं तो वे हमेशा खुश और आनन्दित दिखते हैं पर वे काफी संजीदा और विद्वान भी हैं। हिन्दू पौराणिक कथाओं की मानें तो उन्होंने भगवान विष्णु के कई काम पूरे किये हैं। नारदजी को विष्णु का संदेशवाहक माना गया है। वे हमेशा तीनों लोकों में घूमते रहते हैं और देव, दानव और मानव को महत्वपूर्ण जानकारी देते रहते हैं। नारदजी हिन्दू शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा के सात मानस पुत्रों में से एक है। उन्हांेने कठिन तपस्या से ब्रह्मर्षि पद प्राप्त किया है। वे धर्म के प्रचार तथा लोक-कल्याण हेतु सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। शास्त्रों में इन्हें भगवान का मन कहा गया है। इसी कारण सभी युगों में, सब लोकों में, समस्त विद्याओं में, समाज के सभी वर्गों में नारदजी का सदा से प्रवेश रहा है। मात्र देवताओं ने ही नहीं, वरन् दानवों ने भी उन्हें सदैव आदर दिया है। समय-समय पर सभी ने उनसे परामर्श लिया है। श्रीमद् भगवद्गीता के दशम अध्याय के २६वें श्लोक में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने इनकी महत्ता को स्वीकार करते हुए कहा है देवर्षियों में मैं नारद हूं। वायुपुराण में देवर्षि के पद और लक्षण का वर्णन है- देवलोक में प्रतिष्ठा प्राप्त करनेवाले ऋषिगण देवर्षि नाम से जाने जाते हैं। भूत, वर्तमान एवं भविष्य-तीनों कालों के ज्ञाता, सत्यभाषी, स्वयं का साक्षात्कार करके स्वयं में सम्बद्ध, कठोर तपस्या से लोकविख्यात, गर्भावस्था में ही अज्ञान रूपी अंधकार के नष्ट हो जाने से जिनमें ज्ञान का प्रकाश हो चुका है, ऐसे मंत्रवेत्ता तथा अपने ऐश्वर्य (सिद्धियों) के बल से सब लोकों में सर्वत्र पहुँचने में सक्षम, मंत्रणा हेतु मनीषियों से घिरे हुए देवता, द्विज और नृपदेवर्षि कहे जाते हैं। जनसाधारण देवर्षि के रूप में केवल नारदजी को ही जानता है। उनकी जैसी प्रसिद्धि किसी और को नहीं मिली। वायुपुराण में बताए गए देवर्षि के सारे लक्षण नारदजी में पूर्णतः घटित होते हैं। सम्पूर्ण भारत में ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण और अनेक देवी-देवताओं की एक समान जानकारी हर भारतवंशी को होने के पीछे नारदजी की पत्रकारिता एवं सुसंवादिता ही मुख्य है। नारद की छवि किसी जाति, वर्ग, समुदाय, सम्प्रदाय से नहीं जुड़ी थी। वे मनुष्य थे या देवता, यह कहना कठिन है। कहीं-कहीं वे गंधर्व के रूप में भी प्रकट होते हैं। परन्तु उस काल में वे देवताओं, मानवों और दानवों सभी के मित्र-हितैषी थे और उनको कुछ सिद्धियां एवं अधिकार प्राप्त थे, जिससे वे पलक झपकते ही सृष्टि के किसी भी कोने में पहुंच जाते और ब्रह्मा, विष्णु, महेश एवं अन्य सभी के दरवाजे उनके लिये हरदम खुले रहते थे। बिना किसी रोक-टोक के वे कहीं भी आ जा सकते थे।
एक बार त्रिदेवी - लक्ष्मी, सरस्वती और पार्वती के बीच में अहम की लड़ाई हो गयी कि कौन सी माता सबसे श्रेष्ठ है। नारदजी ने इस मौके का पुरा फायदा उठाया और हर देवी के पास जाकर दूसरी दो देवियों की बातें बतायी। आखिर में नारदजी के कहने पर अपनी शक्ति का प्रणाम देने के लिये तीनो देवियों ने एक चमत्कार करने की ठानी। ज्ञान की देवी सरस्वती ने एक गूंगे-बहरे आदमी को रातों-रात विद्वान बना दिया। धन की देवी लक्ष्मी ने एक गरीब औरत को रानी बना दिया और बल की देवी पर्वती ने एक बहुत डरपोक आदमी को बल देकर सेनापति बना दिया। थोड़ी देर में ही उस राज्य में कोहराम मच गया क्योंकि आम जनता ने उस सेनापति के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि उस रानी ने उस विद्वान को मृत्यु-दंड दे दिया था। उस विद्वान ने रानी की प्रशंसा करने के लिये मना कर दिया था। तब तीनो देवियों को एहसास हुआ यह सारा खेल नारदजी का ही किया धरा था। इस तरह नारदजी आपस में लड़ाने में माहिर थे। आधुनिक समय में आम तौर पर यदि कोई दो लोगों के बीच लड़ाई कराये तो उसे हम ‘नारद मुनि’ की उपाधि देते है। विष्णु पुराण के एक आनंदमय श्लोक के अनुसार जो दो लोगों के बीच कलह करवाये वह नारद है। लेकिन नारदजी की नीयत हमेशा साफ होती है। वे परोपकारी एवं जनउद्धारक हैं। वे जो कुछ भी करते हैं प्रभु की इच्छा अनुसार ही करते हैं, कभी बदले की भावना या कभी किसी को नुकसान पहंुचाने की भावना से नहीं करते। जन-जन का कल्याण ही उनकी इच्छा होती है। सकारात्मकता, सज्जनता एवं परोपकार उनका मुख्य ध्येय होता है।

माना जाता है ऋषि नारद के कारण ही असुर हिरण्यकशिपु के प्रह्लाद जैसा संत एवं भक्त पुत्र समाज को प्राप्त हुआ। यह उदाहरण अकेला नहीं है। नारद ने ऐसे अनेक कार्य किये जिनसे भविष्य का घटनाक्रम ही बदल गया। कंस के मन में उन्होंने यह शक पैदा किया कि देवकी की कोई भी आठवीं संतान हो सकती है जो उसका वध करेगी। नारद ने ऐसा इसलिये किया कि कंस के अत्याचार और पाप इतने बढ़ जायें जिससे उसका वध करना समाज हित के लिए एक अनिवार्य कार्य हो जाए। व्यापक दृष्टि से देखें तो नारद केवल मात्र सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं करते थे। वे तो वाणी का प्रयोग लोकहित में करते थे। महत्वपूर्ण यह भी है कि नारद स्थायी रूप से कहीं नहीं रहते थे। कहा जाता है कि प्रजापति ने उन्हें यह श्राप दिया था कि वे निरंतर भ्रमण करते रहें और एक स्थान पर रहना उनके लिए अवांछनीय था। इसलिये पत्रकारिता के लिये भ्रमणशीलता जरूरी मानी गयी है। 
एक पत्रकार का कहा हुआ समाज एवं देश हित में माना जाता है, पत्रकारिता के प्रति यह विश्वसनीयता नारदजी के कारण ही है। ऐसा इसलिये भी है कि नारद ने जैसा कहा, उसे उस समय हर किसी ने सौ प्रतिशत सत्य और तथ्यात्मक माना। इतना ही नहीं, नारद ने जो सुझाव दिया, उसे किसी दानव, मानव या देवता ने न माना हो, ऐसा भी प्रकरण नहीं आता है। यहां तक कि पार्वती अपने पति शिव की बात को न मानकर नारद के कहने पर अपने पिता दक्ष प्रजापति के यज्ञ में जाती हंै और एक बड़े घटनाक्रम का सूत्रपात होता है जिसमें शिव के तांडव का उद्घाटन है। ऐसा संभव नहीं लगता कि नारद केवल एक ही व्यक्ति थे क्योंकि सतयुग, द्वापर और त्रेता युग- सभी में नारद की उपस्थिति के प्रमाण मिलते हैं। अविरल भक्ति के प्रतीक और ब्रह्मा के मानस पुत्र माने जाने वाले देवर्षि नारद का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक भक्त की पुकार भगवान तक पहुंचाना है। वह विष्णु के महानतम भक्तों में माने जाते हैं और इन्हें अमर होने का वरदान प्राप्त है। भगवान विष्णु की कृपा से यह सभी युगों और तीनों लोगों में कहीं भी प्रकट हो सकते हैं। आज की पत्रकारिता उनसे प्रेरणा ले और मानवता के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध हो, ऐसा होने से नारदजी की स्मृति एवं उनकी उपस्थिति का अहसास हम युग-युगों तक जीवंत रख पाएंगे। 



narad-jayanti

(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

विशेष आलेख : आप तो सबसे बड़े हैं..फिर गरिमा का ख्याल क्यों नहीं?

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पिछले कुछ दिनों से कोलकाता उच्च न्यायालय के जज  सी.एस.कर्णन और देश के सर्वोच्च न्यायालय के बीच विवाद चर्चा में है. विवाद के कारण और तह में न जाते हुए इतना जरूर कहना चाहूंगा कि यह शुभ संकेत नहीं है.पिछले ढाई दशक की पत्रकारिता में मैंने पहली बार सुना ,पढ़ा कि किसी पदासीन जज को सर्वोच्च न्यायालय ने जेल भेजने की सजा सुनाई हो.यह भी पहली बार ही सुना कि किसी उच्च न्यायालय के पीठासीन न्यायाधीश ने सर्वोच्च न्यायालय के आठ न्यायाधीशों  समेत देश के मुख्य न्यायाधीश को ही पांच -पांच  वर्ष की सजा सुनाई हो,वह भी घर बैठ कर, तब जबकि उनके पास किसी भी तरह के आदेश देने का न्यायिक अधिकार ही नहीं था. ताजा घटनाक्रम में जहाँ सर्वोच्च अदालत की सात सदस्यीय पीठ ने कोलकाता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कर्णन को अवमानना का दोषी मानते हुए छह महीने की जेल की सजा सुनाई है, वहीँ कुछ दिन पहले सर्वोच्च न्यायालय से अधिकार रहित किये जाने के बावजूद जज कर्णन ने देश के प्रधान न्यायाधीश जस्टिस जे.एस.खेहर सहित आठ जजों को ५-५ वर्षों की सजा सुनाई थी. यहाँ किसी अहम् का सवाल नहीं है,न ही किसी व्यक्ति विशेष का.सवाल देश की सबसे बड़ी अदालत का है,जिसकी गरिमा देश के सवा सौ करोड़ जनता के लिए सबसे जरुरी है.आज भी लोगों का विश्वास सुप्रीम कोर्ट के प्रति काफी ज्यादा है.आम धारणा हैं कि सर्वोच्च अदालत का फैसला भले देरी से हो पर न्यायपूर्ण और मान्य है.फिर उसकी गरिमा से कोई व्यक्ति खिलवाड़ कैसे कर सकता है वो भी न्यायपालिका के शिखर पर बैठ कर ? 


 किसी विषय या मुद्दे पर वैचारिक मतभेद हो सकता है .लेकिन कानून हाथ में लेकर या कानून का मजाक बना कर देश के कानून पालन करवाने की जिम्मेदार सबसे बड़ी संस्था की गरिमा को ही कठघरे में खड़ा कर अपना अहम् संतुष्ट करना संविधान संवत नहीं हो सकता. सुप्रीम कोर्ट ने शायद इसी गरिमा को ध्यान में रख कर जस्टिस कर्णन को छह माह के कैद की सजा सुनाई हो. सवा सौ करोड़ जनता की आशाओं को सिंचित करने वाले सुप्रीम कोर्ट को शायद अपनी रक्षा के लिए इससे उचित कदम नहीं सूझा होगा. हालाँकि यह देखना भी दुखद ही होगा कि एक पीठासीन न्यायाधीश को जेल जाना पड़े क्योंकि आज़ाद भारत के इतिहास में मेरी जानकारी में शायद यह पहली घटना होगी. देश के न्यायालयों में जजों को काफी सम्मान मिला है और किसी फैसले पर वो जो मुहर लगा दे वही सच मान लिया जाता है,भले ही कानूनी प्रावधानों के तहत आप आगे अपील पर जा सकते हों. जब इतना बड़ा सम्मान हो तो आपको भी बड़ा बनना होगा,प्रतिष्ठा समझनी होगी,गरिमा का ख्याल रखना होगा. इन सबके बीच सुप्रीम कोर्ट द्वारा जस्टिस कर्णन के बयानों को मीडिया में  प्रकाशन पर रोक भी अनुचित है.अभिव्यक्ति की आज़ादी पर रोक को भी सही कदम नहीं कहा जा सकता.न्यायपालिका किसी मामले में दोनों पक्षों को सुनती है ,मीडिया को भी दोनों पक्षों की बातों को जनता के समक्ष लाने का अधिकार है.




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--विजय सिंह--
वरिष्ट सम्पादक 
आर्यावर्त 

बिहार : भाकपा ने दलित युवक की मौत की कड़ी निन्दा की

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पटना, 11 मई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने दरभंगा जिला के हावीडीह गांव में पुलिस फाइरिंग में एक दलित युवक की मौत तथा तीन अन्य दलितों के जख्मी होने की घटना की कड़ी निन्दा की है तथा दरभंगा सदर एस.डी.ओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तथा मृतक एवं घायल दलितों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की है। आज यहां जारी अपने बयान में सत्य नारायण सिंह ने कहा कि दरभंगा जिलान्तर्गत बहेड़ी थाना के हावीडीह गांव में दरभंगा सदर एसडीओ की मौजूदगी में पुलिस ने 5 मई को दलितों पर अंधाधुंध बर्बरतापूर्ण फाइरिंग की जिससे एक 23 वर्षीय दलित युवक विजय राम की मौत हो गइ्र्र और तीन अन्य दलित जिसमें एक अविवाहित लड़ी भी है, बुरी तरह घायल हो गय। कम्युनिस्ट नेता ने कहा कि भूदान की जमीन, जो हावीडीह गांव के दलितों को वितरित की गई थी, के विवाद के सिलसिले में सदर एसडीओ पुलिस बल के साथ गांव में 5 मई को गये हुए थे। कुछ स्थानीय लोग पर्चाधारी दलितों की जमीन को लेना चाहते थे। इस वजह से दलितों और कुछ अन्य लोगों के बीच विवाद था। पुलिस ने इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने के बजाय दलितों पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसायी, जिससे एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य दलित घायल हो गये। इस घटना के लिए सदर एसडीओ पूरी तरह जिम्मेवार हैं, क्योंकि उनकी आंखों के सामने यह घटना हुई। इसलिए उक्त एसडीओ को तुरंत निलंबित किया जाय तथा उनके खिलाफ आपराधिक मुकद्दमा दर्ज किया जाय। सत्य नारायण सिंह ने मांग की है कि मृतक युवक के परिवार को दस लाख रूपये तथा प्रत्येक घायल को दो-दो लाख रूपये बतौर मुआवजा दिया जाय। साथ ही साथ दलितों को दी गई भूदान की जमीन की सुरक्षा की जाय। इस घटना से यह साफ हो गया है कि बिहार में दलितों एवं अन्य कमजोर वर्गों के जान-माल सुरक्षित नहीं है और राज्य सरकार इन्हें सुरक्षा प्रदान करने में विफल है।   

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई

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रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान का शुभांरभ 

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मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना एवं कौशल्या योजना के तहत रोजगार की पढाई, चलें आईटीआई अभियान का शुभांरभ कार्यक्रम आज जिला मुख्यालय की शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर में आयोजित किया गया था। उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), वन राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने शुभांरभ कार्यक्रम मंें कहा कि कौशल उन्नयन के क्षेत्र में हमारे प्रदेश के युवाजन पिछड़ ना जाए इसके लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने नई योजना प्रारंभ की है निश्चित ही इससे युवाजन लाभांवित होंगे। वे आईटीआई में आकर स्वंय देखे कि हम अपने छोटे-छोटे रोजगार के लिए तकनीकी मार्गदर्शन कैसे प्राप्त कर सकते है।राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराया जाए। आईटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहंे युवाजनों से श्री मीणा ने कहा कि वे अपने प्रशिक्षण को गंभीरता से लंे इससे उनके हुनर के कौशल में वृद्वि होगी। राज्य सरकार द्वारा अनेक हितग्राहीमूलक योजनाएं संचालित कराई जा रही है जिसका वे लाभ लेकर स्वंय का रोजगार स्थापित करें और दूसरों को रोजगार देने की पहल करें।विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों की टेªनिंग एक ही जगह बहुत ही कम मिल पाती है। यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों से उन्होंने कहा कि खुद का कौशल उन्नयन के साथ-साथ दूसरांे के लिए प्रेरणा बनें। उन्होंने आईटीआई के प्रशिक्षण कक्षो का जायजा लिया और छात्रों से संवाद स्थापित कर जानकारियां प्राप्त की। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कहा कि विकास के लिए हुनरमंद होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आईटीआई को जाने और समझें। रोजगार का अवसर और हुनर के विकास मंे आईटीआई के महती भूमिका है। ऐसे बच्चें जो किन्ही कारणों से पढ़ाई छोड़ चुके है उनका आईटीआई के माध्यम से कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण देना है ताकि वे स्वंय रोजगारमुखी हो सकें। कार्यक्रम को श्री मनोज कटारे, श्री भगवान सिंह ने भी सम्बोधित किया।इस दौरान बताया गया कि अभियान चार चरणों में क्रियान्वित किया जाएगा। जिसके प्रथम चरण में स्कूली बच्चों के लिए आईटीआई में तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन केम्प 11 से 26 मई के दरम्यिान आयोजित किया जाएगा। दूसरे चरण में ग्रीष्मकालीन शिविरों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का प्रदेश स्तर पर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। तीसरे चरण में स्कूलों मंे पढ़ रहे, ड्राप आउट छात्र-छात्राओं का जिला स्तरीय आईटीआई में भ्रमण कराया जाएगा इसके लिए एक जून से 15 जून का समय नियत किया गया है। अंतिम अर्थात चैथे चरण में विद्यालयों में रोजगार की पढाई चले आईटीआई अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन 15 से 30 जून तक किया जाएगा। रोजगार की पढ़ाई, चलें आईटीआई अभियान के तहत क्रियान्वित बिन्दुआंे की जानकारी आईटीआई के प्राचार्य श्री बीएल टोर के द्वारा दी गई। 


लाइव प्रसारण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान का उदबोधन विदिशा में भी कार्यक्रम स्थल पर लाइव प्रसारण के प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे लाइव प्रसारण कार्यक्रम को स्थानीय युवाजनों के साथ-साथ गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारी, कर्मचारियों ने देखा-सुना। कार्यक्रम स्थल पर पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, मीडियाकर्मी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती दीप्ति शुक्ला ने किया और आगंतुको के प्रति आभार संस्था के प्राचार्य श्री टोर ने व्यक्त किया।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मई

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समाधान योजना अब 31 मई तक

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मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा समाधान योजना की अवधि में विस्तार किया गया है। योजना अब 31 मई तक लागू रहेगी। योजना का लाभ कम्पनी कार्यक्षेत्र के गरीबी रेखा के नीचे जीवन.यापन करने वाले और शहरी क्षेत्रों में अधिसूचित झुग्गी- झोपडी बस्तियों में निवासरत निम्न.दाब घरेलू उपभोक्ता उठा सकेंगे। योजना का उद्देश्य राज्य शासन की मंशानुसार बिजली कनेक्शन से विच्छेदित आर्थिक स्थिति से कमजोर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को बिजली की रोशनी उपलब्ध करवाना है। बिजली उपभोक्ता अब 31 मई तक आवेदन कर सकेंगे। योजना से लाभान्वित होने वाले उपभोक्ताओं को दो श्रेणी में बाँटा गया है। प्रथम श्रेणी में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले और शहरी क्षेत्रों में अधिसूचित झुग्गी- झोपडी बस्तियों में निवास करने वाले निम्न.दाब घरेलू उपभोक्ता एवं द्वितीय श्रेणी में अन्य घरेलू उपभोक्ता। योजना में ऐसे उपभोक्ता भी शामिल हो सकते हैं जिन पर सामान्य बिजली बिल की राशि बकाया है एवं जिन्होंने विद्युत वितरण कम्पनी के विरुद्ध बकाया राशि के लिये न्यायालयीन प्रकरण दर्ज किया है और उनके प्रकरण लम्बित हैं। ऐसे उपभोक्ता न्यायालय से अपने प्रकरण वापस लेकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। ऐसे उपभोक्ता जिन पर विद्युत अधिनियम की धारा 126,135 एवं 138 के तहत प्रकरण दर्ज हो, वे भी निर्धारित प्रक्रिया और शर्तों का पालन कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि वे समीप के बिजली वितरण केन्द्र में योजना की अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें।


मधुबनी प्रशासनिक हलचल 11 मई

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शराबबंदी तथा विधि व्यवस्था से संबंधित बैठक

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मधुबनी, मई; आज डीआरडीए सभा कक्ष में जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह ने शराबबंदी तथा विधि व्यवस्था से संबंधित बैठक की। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री दीपक बरनवाल तथा सभी एसडी0ओ0, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष आदि उपस्थित थे। बैठक में निम्न निर्देश दिए गए !


(1) जहाॅ भी शराब पकड़ी जाती है वहाॅ उस शराब आने का श्रोत, कैसे शराब वहाॅ तक लाई गई, कहाॅ उसका भंडारण होता है तथा उसके वितरण के पूरे नेटवर्क का पता लगाएं।
(2) शनिवार को आयोजित थाना दिवस पर क्षेत्र के दो-चार संभ्रांत लोगों को भी बुलाएं तथा उनसे शराब की उपलब्धता के संबंध में जानकारी लें।
(3) क्षेत्र के शराब माफियाओं को चिह्नित कर उनके विरूद्ध साक्ष्य एकत्रित कीजिये और उन्हें जेल भेजिये।
(4)उत्पाद अधीक्षक जिले में विभागीय  वर्ष 14-15, 15-16 के शराब ठेकेदारों की सूची पुलिस अधीक्षक मधुबनी को उपलब्ध करायें।
(5) शराब के संबंध में गुप्त सूचना देने वाले को प्रोत्साहित करें।
(6) जिले में शराब के साथ जो भी वाहन पकड़े गए है, उनकी सार्वजनिक नीलामी की जाएगी।
(7) कितना भी बड़ा व्यक्ति हो, यदि वह शराब के साथ पकड़ाए , उसे जेल भेजिए।
(8) बारात में सिविल ड्रेस में उपस्थित रहिए तथा यदि कोई शराब पिए हुए मिलता है तो उसे जेल भेजिए।
(9) आदतन शराबी की सूची बनाइए तथा पता कीजिए कि क्या अभी भी उन्हें शराब मिल रही है। यदि मिल रही है तो कार्रवाई कीजिए।
(10) जिस घर में शराब का गोदाम पाया जाता है, उसकी पूरी संपति को जब्त कर लिया जाएगा।
(11) देशी शराब की भट्रठी पकड़ाने पर पूरे गाॅव पर सामुहिक जूुर्माना कीजिए।
(12) शराब की बड़ी खेप पकड़ाने पर प्रेस काॅफ्रेंस के माध्याम से लोगों को जानकारी दीजिए।
(13) एसएसबी ने बताया कि दो जगह अवैध शराब के धंधेबाजों को पकड़ने पर लोगों ने आक्रमण कर धंधेंबाजों को छुड़ा लिया। एसपी ने संबंधित थानेदारों को निर्देश दिया कि जिनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है, उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर जेल भेजें। नही मिलते है तो घर की कुर्की जब्ती करें।
(14) प्रत्येक शुक्रवार को जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक शराब बंदी की समीक्षा करेगें (15) शबे-बारात के अवसर पर विधि-व्यवस्था से संबंधित जानकारी जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी एसडीओ, एसडीपीओ, थानाध्यक्ष से ली गई। सबों ने स्थिति को सामान्य बताया।
(16) जिला पदाधिकारी ने प्रधानमं़त्री आवास योजना की प्रगति की सभीक्षा सभी बीडीओ, एसडीओ, के साथ की।

 ईवीएम का रेंडमाइजेशन

मधुबनी, 11 मई; आज जिला पदाधिकारी, मधुबनी श्री गिरिवर दयाल सिंह के कार्यालय कक्ष में नगरपालिका आम निर्वाचन, 2017 से संबंधित मतदान कर्मियों तथ ईवीएम का रेंडमाइजेशन किया गया। निर्वाचन को स्वच्छ, निष्पक्ष करने के उदेश्य से सभी निर्वाची पदाधिकारियों तथा प्रेक्षकों की उपस्थिति में यह कार्य किया गया। इस अवसर पर डीआईओ(एनआईसी) उप-निर्वाचन पदाधिकारी अदि भी उपस्थित थे।

प्रेक्षक की सूचीः-
नगर परिषद              मो0 अफजालूर रहमान     मोबाईल नं0
  मधुबनी                                            उप-विकास आयुक्त           9431818367
                                                    
नगर पंचायत                                  श्री अरविंद कुमार                        9661517708
 जयनगर                                            निदेषक,डीआरडीए
समस्तीपुर

नगर पंचायत                                     श्री समीर कुमार      9431818745   
झंझारपुर                                                 जिला कृषि पदा0
दरभंगा

नगर पंचायत                 श्री दूधनाथ राम             9431692627
घोघरडीहा                जिला योजना पदा0
समस्तीपुर

मधुबनी : कलश यात्रा

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मधुबनी/अंधराठाढ़ी (मोo आलम )स्थानीय प्रखंड के भडुआर गाव में बुधवार को कलश शोभा यात्रा निकली गयी। अखंड नवाह संकीर्तन आयोजन  का दुसरे वर्ष है। क.लश शोभा यात्रा में 255 कन्याओ ने इसमें भाग ली थी। । इसका आयोजन मिथिला युवा सेवा समिति भदुआर द्वारा किया गया है। कलश शोभा यात्रा का नेतृत्व प्रखंड प्रमुख शुभेश्वर यादव जिप सदस्य संजय यादब मुखिया राजाराम यादव  नेत्रित्व कर रहे थे। नवाह संकिर्तन समिति अध्यक्ष शिव कुमार कुशवाहा सदस्य राम भरोष महतो सुधीर कुमार महतो राम सुद्दीन महतो
दिलीप ठाकुर हरि नारायण महतो चनदेश्वर ठाकुर ग्रामीण हरेराम महतो सीताराम महतो दामोदर महतो महंत गणेश दास, संत नारायण दास समस्त भदुआर ग्रामीणों के सहयोग रहता है।

मधुबनी: जिले के एटीएम व्यवस्था की हालत खास्ता

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  • उपभोक्ता की हो रही परेशानी, शादी के मौसम में पैसे के लिए भटकने को मजबूर उपभोक्ता ॥

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मधुबनी (दिनेश सिंह) जिले में पैसे निकासी के लिये एटीएम व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है । मुख्यालय के  रेलवे स्टेशन हो या बीएसएनएल ऑफिस , सूरी स्कूल हो या जल्धारी चौक या हेड पोस्ट ऑफिस , लगभग सभी जगह के एटीएम शहर में शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है । बता दे कि शादी का मौशम है हर घर में रोज़ पैसे की ज़रूरत पड़ती है । दुर - दुर से लोग आते है निकासी के लिये , परंतु शहर के ढीले एटीएम व्यवस्था को देख लोग मायूस हो जाते है । वहीं बैंक के लाइन में लगकर नगद निकासी करना लोगों के लिये , लोहे के चने चबाने जैसा है , क्योंकि नोट बंदी के बाद भी बैंक की लाइन में कोई कमी आयी नहीँ है । अब हाल प्रखंडों का भी जान लें । पन्डौल , राजनगर , बाबूबरही , खजौली , झँझारपुर , जयनगर , लदनीया एवं जिले के सभी अनुमंडल एवं प्रखंड के एटीएम का हाल मुख्यालय से भी बदतर है । बता दे की यहाँ महीने में तीन से चार दिन ही एटीएम में पैसा रहता है । इसी क्रम में मै आपको आज राजनगर के एटीएम की सैर कराता हूँ । सबसे पहले पीएनबी में पहुँचा , जहाँ पर एटीएम ठीक है परंतु कभी यहाँ पैसा ही नहीँ रहता । फ़िर आया एसबीआई ब्रांच के सिडिएम ई - कॉर्नर पर , जहाँ एटीएम का शटर गिरा हुआ था ,लोगों की लम्बी लाइन लगी थी । गार्ड ने बताया की कूछ खराबी आ गयी है एटीएम में , वही ठीक हो रहा है । बता दूँ कि यहाँ भी एटीएम में पैसा नहीँ था । लाइन में लगे लोगों से पूछा तो उन्होने बताया कि यहाँ सिडिएम ई कॉर्नर रहने के कारण यहाँ पैसा जमा भी होता है , जिस कारण कूछ निकासी हो जाती है । लाइन में लगे लोगों ने बताया कि हमलोग एक घंटे से लाइन में लगकर इंतजार कर रहे हैं । फ़िर यहाँ से पहुँचा सेंट्रल बैंक के शाखा पर , वहाँ भी एटीएम का शटर गिरा हुआ था । फ़िर पहुँचा चट्टी रोड स्थित एसबीआई के एटीएम पर वहाँ भी एटीएम खाली । वही हाल गाँधी चौक , भट्टी चौक एवं मच्छट्टा चौक का भी था । कहीँ पर एटीएम बन्द था तो कहीँ पर पैसा नहीँ । एक बैंक अधिकारी ने बताया की राजनगर के एटीएम में पैसा डालने के लिये जिला मुख्यालय से गाड़ी आती है । जितना भी पैसा एटीएम में डाला जाता है , एक से दो घंटे के अंदर पैसा ख़त्म हो जाता है । 

मधुबनी : संसद ने किया नवनिर्मित सड़क का उदघाटन

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मधुबनी/अंधराठाढी (मोo आलम )सांसद वीरेंदर चौधरी ने प्रखंड के रखवारी गांव में गुरुवार को सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत बानी सड़क का उद्घघाटन किया। मुख्य सड़क से सापहा टोल तक जाने वाली ये  सड़क करीब 15 लाख रूपये की लागत से बना है। मौके  पर लोगों ने सांसद और अतिथियों को पाग दुप्पटे और फूल मालाओं से सम्मानित किया। मौके पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए सांसद श्री चौधरी ने कहा की गॉवो का विकास बिना अच्छी सडक के संभव नही है। क्षेत्र मे कई सडक, पुल, तालाबघाट, एवं सडकों को जोडनेवाली पुल पुलियों का निर्माण कराया जा रहा है। मौके पर सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में देश लगातार विकास के मार्ग पर आरूढ़ है। माननीय प्रधानमंत्री जी के काम काज से न केवल भारत का विकास तेज हुआ है वल्कि विश्व स्तर पर देश के आन बान शान में बृद्धि हुई है। इनके नेतृत्व में भारत एक नये और मजबुत राष्ट्र की शक्ल ले रहा है। इस अवसर पर पंकज कुमार चौधरी, रामचंद्र यादव, जैनेन्द्र झा सहित दर्ज़नो ग्रामीण और भाजपा कार्यकर्ता मौजुद थे।

अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर 15 अक्टूबर को शुरू होगी तहरीके तालीम : नकवी

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नयी दिल्ली 11 मई, सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर 15 अक्टूबर को पूरे देश में तहरीके तालीम (शिक्षा के लिए अभियान) की शुरूआत करेगी। अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने मंत्रालय के तीन वर्ष के कामकाज और उपलब्धियों का ब्योरा देने के लिए आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि वर्ष 2017-18 तहरीके तालीम वर्ष होगा, जिसके लिए देश के 100 जिलों को चिह्नित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत उन क्षेत्रों में शिक्षा के संसाधन और सुविधा का व्यापक जाल बिछाया जाएगा, जहां शिक्षा के लिए जागरूकता की कमी है। श्री नकवी ने कहा कि तहरीके तालीम के तहत शिक्षा संस्थानों में थ्री टी यानी टीचर, टिफिन और टाॅयलेट की व्यवस्था की जाएगी और इस काम में अल्पसंख्यक मंत्रालय मौलाना आजाद फांउडेशन का सहयोग लेगा। उन्होंने कहा कि तहरीके तालीम से मदरसों को भी जोड़ा जाएगा और उनमें भी ‘थ्री टी’ में से जिस चीज जरूरत होगी, वह उन्हें उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय को तीस हजार मदरसों से शौचालय बनाने के प्रस्ताव मिले हैं और इस बारे में जल्द ही कार्य शुरू कराया जाएगा।

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