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भागलपुर घोटाले में जिला कल्याण पदाधिकारी और नाजिर हिरासत में

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भागलपुर 14 अगस्त, बिहार के भागलपुर में करीब 800 करोड़ रुपये के सरकारी राशि के घोटाले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम और जिला पुलिस की विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आज अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर जहां जिला कल्याण पदाधिकारी और नाजिर को हिरासत में लिया वहीं जिला प्रशासन ने इस मामले में जेल भेजे गए जिलाधिकारी के स्टेनो प्रेम कुमार समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने यहां बताया कि पटना से आई इओयू और जिला पुलिस एसआईटी की टीम ने सुबह में जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार के आवास पर छापेमारी कर घंटों पूछताछ की और कई दस्तावेजों के अलावा बैंकों के पासबुक , चेक और सृजन से जुड़े कागजात जब्त किये गये हैं । उन्होंने बताया कि जगदीशपुर प्रखंड के पिस्ता गांव मे जिला कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल के आवास पर भी टीम ने छापा मारा और कई कागजात जब्त कर उसे अपने साथ ले गयी। श्री कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान महेश के पुत्र और जिला जनता दल यूनाईटेड (जदयू) नेता शिव कुमार मंडल फरार हो गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिला कल्याण पदाधिकारी, नाजिर और इंडियन बैंक से जुड़े विनोद कुमार को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा अन्य कई लोगों को भी चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि टीम के सदस्यों ने आज जिला समाहरणालय के जिला नजारत के कई दस्तावेजों को जब्त किया है और वहां के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है । 


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सिलसिले में फरार चल रहे घोटाले के मुख्य आरोपी सृजन की सचिव प्रिया कुमार, उसके पति अमित कुमार, जिला नजारत के नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव समेत कई लोगों की गिरफ्तारी के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया गया है। वहीं, इस घोटाले के मामले में जेल भेजे गए जिलाधिकारी के स्टेनो प्रेम कुमार समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया । जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने यहां बताया कि इस मामले में संलिप्त उनके स्टेनो प्रेम कुमार, जिला भू-अर्जन विभाग के नाजिर राकेश झा एवं जिला परिषद के नाजिर राकेश यादव को जेल भेजने की कार्रवाई की रिपोर्ट वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद तीनों को आज निलंबित कर दिया गया है। श्री तितरमारे ने बताया कि उक्त कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। वहीं, फरार चल रहे जिला समाहरणालय के नजारत नाजिर अमरेंद्र कुमार यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 

जिलाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने आज सुबह जिला कल्याण पदाधिकारी और उनके नाजिर के आवास पर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में लिया है। इसकी आधिकारिक सूचना मिलने के बाद इन दोनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पटना से आई टीम को जांच के काम में जिला प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है और इसके लिए एक वरीय उप समाहर्त्ता को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। गौरतलब है कि भागलपुर में सृजन महिला विकास समिति, बैंक और जिला समाहरणालय के कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी राशि के हुए घोटाले में अभी तक करीब 800 करोड़ रुपये के मामले उजागर हो चुके हैं जिसमें गबन की जाने वाली सर्वाधिक राशि जिला भू-अर्जन एवं जिला कल्याण विभाग की है। इस मामले में गिरफ्तार हो चुके लोगों में जिलाधिकारी के स्टोनो प्रेम कुमार मुख्य अभियुक्त है और उनके संरक्षण में ही जिलाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से सरकारी राशि को सृजन महिला विकास समिति के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता था। इस घोटाले में नकली बैंक, पासबुक, चेकबुक, अंकेक्षण प्रतिवेदन और जिलाधिकारी के फर्जी आदेश वाले पत्र का खुलकर इस्तेमाल किया गया है। वहीं, इस मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई और जिला पुलिस की सीआईटी टीम विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर रही है। 


बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दी जाएगी हर संभव सहायता : नीतीश कुमार

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पटना 14 अगस्त, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों में मिली त्वरित मदद के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुये आज कहा कि इन इलाकों में लोगों की सहायता के लिए हर संभव कार्रवाई की जाएगी। श्री कुमार ने बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुये आज सर्वाधिक प्रभावित अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिले का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षामंत्री अरुण जेटली से बातचीत की थी। उनसे राष्ट्रीय आपदा बल (एनडीआरएफ) की टीम भेजने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा, “मैं केन्द्र सरकार को धन्यवाद देता हूं कि हमने जो भी सहायता मांगी थी वह तुरंत मिल गई। अब हमें राहत पहुंचाने के लिए जो कार्रवाई करनी होगी हम करेंगे।” मुख्यमंत्री ने बताया कि सबसे अधिक अररिया और किशनगंज जिले का बड़ा हिस्सा, पूर्णिया के तीन प्रखंड एवं कटिहार का एक प्रखंड प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों के लिए सेना, एनडीआरएफ और राज्य आपदा बल (एसडीआरएफ) की टीम को लगा दिया गया है। बचाव से लेकर राहत तक सब काम युद्धस्तर पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कटिहार जिले में पानी के और फैलने की आशंका काे देखते हुये अांकलन कर इससे निपटने की तैयारी की जा रही है। 


श्री कुमार ने बताया कि हवाई सर्वेक्षण से पता चला कि नेपाल और बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है। खासकर महानंदा और कनकई नदी में पानी का प्रवाह बहुत तेज है। गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। साथ ही सड़के भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। कई स्थानों पर पुलों के ऊपर भी पानी का दबाव देखा गया। महानंदा नदी पुल पर अहतियात बरतते हुये यातायात बंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्णिया में आपदा प्रबंधन मंत्री, प्रभारी सचिव और आयुक्त के साथ चर्चा हुई है। अभी तुरंत अधिकारियों को बैठक के लिये बुलाया गया है और आगे जो करना है, उस पर चर्चा तथा दिशा-निर्देश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि गांव में प्रवेश कर गये बाढ़ के पानी को निकलने में थोड़ा वक्त लगेगा। इसके लिये राहत की पूरी तैयारी की गई है। इसके अलावा हुये नुकसान की भरपाई की भी पूरी कोशिश की जाएगी। श्री कुमार ने कहा, “प्राप्त सूचनाओं के अनुसार सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी और पश्चिम चम्पारण जिले में भी एनडीआरएफ की टीम भेजी जा रही है। पूर्णिया जिले में राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना के जवानों को लगाया गया है। इसके अलावा पूर्वी एवं पश्चिम चम्पारण तथा सीतामढ़ी में भी सेना को लगाया जाएगा।” 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 14 अगस्त

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जेरी पटेल को पी एम मोदी करेगे सम्मानीत

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झाबुआ । सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवम्बर माह मे देश के र्शीस्थ हेकर जेरी पटेल को भारतीय सेना व प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सम्मानीत किया जावेगा।  प्राप्त जानकारी के अनुसार कम्प्युटर हेकर जेरी पटेल को देश प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व भारतीय सेना के द्वारा 13 नवम्बर 2017 को सम्मानीत किया जावेगा। उक्त सम्मान भारत सरकार द्वारा 15 अगस्त को किया जाना था किन्तु किसी कारण से यह सम्मान अब नवम्बर माह मे किया जावेगा। बताया जाता हे कि जेरी पटेल विश्व के 23 वे नम्बर के व भारत के एक नम्बर के कम्प्युटर हेकर हे। लंदन से सी एस करने के बाद ग्रेग स्कॉट के सीईओ न्यूयॉर्क और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सीईओ 23-10 न्यूयॉर्क अमेरिका मे रहे। ज्ञात हो कि फरवरी 2014 मे गीनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड ने सम्मानीत कर अपने रिकार्ड मे जेरी पटेल का नाम शामील किया था।


राज्य सहायक अध्यापक ‘‘गुरूजी’’ संघ म0प्र0 का सम्भागीय महासम्मेलन झाबुआ मंे
  • पम्पलेट, पोस्टर एवं आमंत्रण पत्र का पूजन के साथ किया विमोचन

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झाबुआ । म0प्र0 राज्य सहायक अध्यापक ‘‘गुरूजी’’ संघ का सम्भागीय महासम्मेलन झाबुआ में दिनांक 27.08.2017 दिन रविवार को प्रातः 10 बजे से स्थानीय पैलेस गार्डन राजवाडा चैक झाबुआ मंे आयोजित किया जावेगा। उक्त जानकारी देते हुए संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव तेजनारायण द्विवेदी ने बताया कि इस सम्भागीय महासम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गुरूजियों की एक सूत्रीय मांग गुरूजी से सहायक अध्यापक बने साथियों को गुरूजी के पद पर नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता प्रदान करने को लेकर किया जा रहा है। ताकि मुख्यमंत्रीजी तक संदेश पहुंचाया जा सके। इस सम्भागीय महासम्मेलन मंे श्री सुल्तानसिंह जी शेखावत (कैबिनेट मंत्री दर्जा) अध्यक्ष म.प्र. शहरी/ग्रामीण असंगठित कर्मकार कल्याण मण्डल श्री रमेशचन्द्र शर्मा भी (राज्य मंत्री दर्जा) अध्यक्ष कर्मचारी कल्याण समिति मंत्रालय श्री शिव चैबे जी (मंत्री दर्जा) अध्यक्ष खनिज विकास निगम भोपाल कर्मचारी सलाहकार मुख्यमंत्रीजी, श्री के0पी0 सिंहजी प्रदेश महामंत्री, (बी.एम.एस.) श्री शांतिलाल बिलवाल विधायक झाबुआ, श्री शैलेष दुबे प्रदेश कार्यकारणी सदस्य (जिला संरक्षक) सन्दर्भ सिंह बघेल प्रांतीय अध्यक्ष तेजनारायण द्विवेदी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव कृष्णकांत शर्मा, राकेश गौतम, विनोद दुबे, दिनेश परिहार, विजय श्रीवास्तव, सौरभ पोरवाल, भागीरथ गुर्जर, समस्त प्रदेश पदाािकारी एवं सभी जिलाध्यक्ष, सम्भागीय पदाधिकारी सहित रतलाम नीमच, मंदसौर, उज्जैन, धार, अलीराजपुर, बडवानी, खण्डवा, इन्दौर खरगौन, बुरहानपुर एवं झाबुआ जिलो के सभी गुरूजी सम्मिलित होंगे। इसी कार्यक्रम के तहत दिनंाक 13.08.2017 को प्रचार-प्रसार सामग्री पप्पलेट, पोस्टर एवं आमंत्रण पत्रों का विधिवत पूजन कर विमोचन किया गया। इस अवसर पर सम्भागीय अध्यक्ष प्रकाश पालीवाल, जिलाध्यक्ष सोहनसिंह नलवाया, प्रांतीय कोषाध्यक्ष सौरभ पोरवाल, जिला कार्यकारी अध्यक्ष बहादूरसिंह भूरिया, जिला संयोजक उदयसिंह बिलवाल, महेन्द्र चैहान, गब्बु डांगी, धनेश्वर वर्मा, रामसिंग डामोर, कैलाश बिलवाल, रघुवीर अजनार, रमेश वर्मा, गजाला शेख, मीरा बामनिया, नीता मेडा, आशा राठौर, अनिता  बैरागी, रत्नश्री पाटिदार, शांता परमार सहित आदि बडी संख्या मंे सदस्य उपस्थित हुए। सभी ने एक दूसरो पर पुष्प वर्षा मिठाई खिलाकर कार्यक्रम का आगाज किया। महासम्मेलन प्रभारी प्रकाश पालीवाल ने इस सम्भागीय महासम्मेलन को सफल बनाने एवं झाबुआ जिले का नाम रोशन करने को कहा। 

25 फीट उंची मटकी को राजवाडा चैक मे किया गया स्थापित
  • आज  होगी मटकीफोड प्रतियोगिता, रंगारंग कार्यक्रम का होगा आयोजन, विजेता टीम को मिलेगा 62 हजार का नगदी पुरस्कार

jhabua newsझाबुआ । आलकी के पालकी जय कन्हैयालाल की, भारत माता की जय के गगनभेदी उदघोष के साथ सोमवार को प्रातः 9-30 बजे शुभ मुहर्त में राजवाडा चैक पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के तत्वावधान में 14 वां दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर  मटकी  को विधि विधान से पण्डित द्विजेन्द्र व्यास द्वारा समिति के अध्यक्ष लालसिंह चैहान से पूजनादि करवा कर बाजे गाजे के साथ चढाया गया । इस अवसर पर  समिति के अध्यक्ष लालसिंह चैहान, संजय सोनी, संदीप कानूनगो, राकेश ब्रजवासी, बलवीरसिंह सोयल, चन्दरसिंह, भूपेश सिंगोड, महेश कोठारी, अब्बूदादा, मेहबूब भाई, जेनुद्दीन,अशोक चैहान, द्विजेन्द्र व्यास, अजय रामावत, प्रमोद सोनी, महेश कोठारी, मनीष बिट्टू यादव, कमलेश पटेल, राजेन्द्र सोनी, एचजी टेलर, भल्ला रितेश कोठारी सहित बडी संख्या में समिति के सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित थे । शहर के हृ्रदय स्थल राजवाड़ा चैक पर 15 अगस्त को रात 8 बजे से मटकी फोड का रंगारंग कार्यक्रम  आयोजित होगा । समिति के नीरजसिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि राजवाडा चैक पर आज जन्माष्टमी के पावन अवसर पर 25 फीट उंची मटकी को दुध,दही मिश्री मेवे आदि से भर कर चढाया गया । मटकी फोड प्रतियोगिता मे भाग लेने वाली प्रत्येक टीम को 250 रुपये इण्ट्री फीस जमा कराना होगी और मटकी फाड प्रतियोगिता में भाग लेने वाली प्रत्येक टीम के लिये ड्रेस कलर कोड रहेगा । मटकी फोड स्पर्धा के लिये राजवाडा चैक पर दो मंच बनाये जायेगें जिसमें एक मंच से प्रतियोगिता का संचालन होगा तथा एक मंच अतिथियों के लिये बनाया गया है ।  इस बार मटकीफोड प्रतियोगिता के पूर्व सायंकाल 7 बजे से रात्री 9 बजे तक निर्माणाधीन फिल्म फौजी के कलाकार पवन भट्ट द्वारा जनता के मनोरंजन के लिये मिमिक्री, राष्ट्रगीत  एवं मनांेरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जावेगें । रात्रि ठीक 9 बजे से मटकी फोड प्रतियोगिता शुरू होगी जो सतत मध्य रात्री 12 बजे तक चलेगी । यदि रात्री 11-30 बजे तक मटकी किसी भी टीम द्वारा नही फोडी जाती है तो इसे नीचे किया जावेगा तथा मटकी फोडने वाली टीम को बृजेन्द्रशर्मा चुन्नु भैया की ओर से 51 हजार रूपये तथा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समिति की ओर से 11 हजार रूपये इस तरह कुल 62 हजार रूपये का नगदी ईनाम दिया जावेगा । समिति द्वारा नगरवासियों से प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष आयोजित होने वाली मटकीफोड प्रतियोगिता को देखने के लिये सपरिवार पधारने का अनुरोध किया गया है ।


आज ऋषभचन्द्रसूरीजी मसा के हाथो होगा ध्वजारोहण
  • सकल व्यापारी संघ निकालेगी नगर मे प्रभात फेरी

झाबुआ । सकल व्यापारी संघ झाबुआ के बैनर तले आज स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी धुमधाम से राष्ट्रीय पर्व को मनायेगी । सकल व्यापारी संघ के पंकज मोगरा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसा आज प्रातः7-30 बजे राजवाडा चैक से इज्जी बेंड की सुमधुर राष्ट्रीय संगीतमय धुनों के साथ सैकडो की संख्या में नगर के व्यापारीगण एवं गणमान्यजनों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जावेगी जो नगर के मुख्यमार्गो से होते हुए राजवाडा चैक पर समापन होगी। इस अवसर पर नगर मे चातुर्मास के लिये बिराजित परमपूज्य आचार्य देवेश ऋषभचन्द्रसूरीजी मसा के कर कमलों से प्रातः 8-30 बजे ध्वजारोहण किया जावेगा तथा वे नगर की जनता को आशीर्वचन प्रदान करेगें । कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अंकित, राजेन्द्र गेंदालाल रूनवाल परिवार की और से पैलेस गार्डन में भव्य नवकारसी का आयोजन किया गया है । सकल व्यापारी संघ के सचिव कमलेश पटेल ने नगर की जनता से राजवाडा चैक पर आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम में सहभागी होने  की अपील की है ।

आदिवासी अंचल की प्रतिभाओ का आडिशन लेकर किया चयन

झाबुआ । संगीत, नृत्य एवं अभिनय के क्षेत्र में आदिवासी अंचल की प्रतिभाओं को आगे लाने के लिये लोक रंग संस्था द्वारा आयोजित आडिशन में करीब 350 से अधिक जिले के बच्चों ने भाग लिया जिसमें निर्णायक मंडल द्वारा 27 बच्चों का आडिशन लिया जाकर उनका चयन किया गया है । संस्था के शंशाक तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन चयनीत बच्चों को लेकर विडयों एल्बम और रिकार्डिग मे उन्हे अतिशीघ्र मौका दिया जावेगा । श्री तिवारी ने आगे बताया कि आडिशन मे चयनीत कलाकारों में दीपक बघेल (गीत) धार,निहाली चैहान (गीत) झाबुआ, राहुल डामोर (नृत्य) झाबुआ,तनय टेलर (गीत) राणापुर,महेश नलवाया (नृत्य) झाबुआ,शिवम हाड़ा (गीत) रंभापुर,चारु लता (नृत्य) कुंदनपुर,दीपक पंवार (गीत) झाबुआ, हिमांशु भूरिया (नृत्य) झाबुआ,प्रकाश कामलिया (गीत) झाबुआ, नीलेश गणावा (गीत) खच्चरटोडी़,पायल पंवार (नृत्य) झाबुआ,प्रेषिता निनामा (नृत्य) झाबुआ,विश्वास शाह (गीत) झाबुआ,राजेन्द्र सिंह गामड़ (नृत्य) सरदारपुर, क्रेजी किलर डांस ग्रुप (नृत्य) पेटलावद,तुषार सिंह राठौर ( वादन -पेड) पेटलावद ,रितिक नाडिया (नृत्य) झाबुआ, अभिषेक सोलंकी (नृत्य) झाबुआ,नवनीत सिंह परिहार (ढोलक व गीत) सारंगी,शैलेष परमार (नृत्य समूह) पेटलावद,राजेन्द्र वसुनिया (गीत) मेघनगर, महावीर परमार( नृत्य) झाबुआ, अमन डामोर (गीत) मेघनगर,दीपक डामोर (गीत) रंभापुर, जेबीना कुरेशी (नृत्य) झाबुआ और सुरेश डामोर (नृत्य) झाबुआ का चयन विभिन्न विधाओं के लिये किया गया है  । श्री तिवारी बताया कि निर्णायक मंडल के आशीष पांडे, विकास पांड जयंत बैरागी, महेश शर्मा,निवेदिता सक्सेना,संगीत भावसार द्वारा बच्चों की प्रतिभाओं का बारिकी से अवलोकन करके इनकी प्रतिभाओं को देखते हुए चयन किया है । आदिवासी लोकगीत गायक शशांक तिवारी के साथ इन सबको कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है । इन कलाकारों के वीडियो शीघ्र ही बाजार मे आजायेगें ।

डीआरपी लाईन में होगा स्वतंत्रता दिवस समारोह
  • स्वतंत्रता दिवस पर कलेक्टर आशीष सक्सेना करेगे ध्वजारोहण

झाबुआ । स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त का समारोह पुलिस लाईन ग्राउण्ड झाबुआ में आयोजित किया जायेगा। समारोह में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना द्वारा प्रातः 9 बजे  ध्वजारोहण किया जाएगा एवं परेड की सलामी ली जाएगी। प्रातः 9.02 बजे मुख्य अतिथि द्वारा परेड का निरीक्षण किया जायेगा। प्रातः 9.22 बजे परेड द्वारा हर्श फायर किया जाएगा एवं परेड द्वारा मार्च पास्ट, के बाद मुख्य अतिथि द्वारा परेड कमांडरो का परिचय प्राप्त किया जाएगा। स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों/लोकतंत्र सैनानियों के सम्मान  के बाद पी.टी.प्रदर्षन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी एवं 11.00 बजे पुरस्कार वितरण किया जावेगा। स्वतंत्रता दिवस पर षासकीय कार्यालयो पर 14 एवं 15 अगस्त की रात्रि को विद्युत व्यवस्था की जाएगी। स्वतंत्रता दिवस पर षासकीय कार्यालयों पर राश्ट्रीय ध्वज को गरिमा मय स्थिति में फहराया जाएगा।

नगरीय निकाय झाबुआ की मतगणना पाॅलेटेक्निक काॅलेज में होगी, मोबाइल, पान, गुटका, सिगरेट प्रतिबंधित रहेगे

झाबुआ । झाबुआ जिले में नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 के लिए नगरीय निकाय झाबुआ, थांदला,  पेटलावद एव  रानापुर के मतो की गणना 16 अगस्त को प्रातः 9 बजे से प्रारंभ होगी। मतगणना स्थल पर मोबाईल, तम्बाकू गुटका पान, सिगरेट इत्यादि प्रतिबंधित रहेगे। 

मतगणना केन्द्र पर फोटो एवं वीडियोंग्राफी प्रतिबंधित
मतगणना स्थल पर निर्वाचन आयोग द्वारा फोटो एवं वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया गया है। उक्त प्रतिबंध जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्राधिकृत कर्मियों पर लागू नहीं होगे। प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने पर दण्ड संहिता के प्रावधानों के तहत अभियोजन की कार्यवाही की जाएगी।

प्रेक्षक श्री आर्य से 07392-243387 पर संपर्क कर सकते है
मतगणना स्थल पर मोबाईल प्रतिबंधित रहेगे इसलिये प्रेक्षक श्री एम.एल.आर्य से दूरभाष क्र. 07392-243387 पर संपर्क किया जा सकता है एवं अन्य आवश्यक कार्य होने पर मतगणना स्थल पर बनाये गये कंट्रोल रूम में श्री प्रभात वाजपेयी से दूरभाष क्र. 07392-244532 पर संपर्क किया जा सकता है।

जुआ एक्ट मे अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । आरोपी इरशाद पिता रियाद मकरानी व अन्य 02 निवासीगण रानापुर को अवैध रूप से रूपये पैसे का दाव लगाकर ताश पत्ते खेलते कब्जे से 52 ताश पत्ते व नगदी 10,500 रूपये जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रंमाक 370/17 धारा 13 जुआ एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध शराब के दो अपराध पंजीबद्ध
      
झाबुआ ।  आरोपी भारता पिता बुदर बामनिया निवासी समोई के अवैध कब्जे से 600/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रं0 369/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी सुरेन्द्र पिता सुभाष गुडिया निवासी थांदला के अवैध कब्जे से 880/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रं0 391/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

चोरी का अपराध पंजीबद्ध
      
झाबुआ । फरि. भुपेन्द्र पिता कांतिलाल बाबेल उम्र 50 साल निवासी झाबुआ ने बताया कि अज्ञात 03 महिलाये फरि. की पत्नी सुनीता के झोले में से 01 मोबाईल लावा कंपनी का जिसमें बी एस एन एल की 9425925706 सीम लगी व पर्स जिसमें नगदी 7,000 रूपयें थे चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रंमाक 657/17 धारा 379 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विशेष : कौन तोड़ेगा नेहरू का रिकार्ड

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, राष्ट्रीय राजनीति में श्री नरेंद्र मोदी के पदार्पण के बाद कांग्रेस भले ही सिमटती जा रही हो लेकिन स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का उससे जुड़े प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी का रिकार्ड अगले कई वर्षों तक टूटना मुश्किल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल चौथी बार लालकिले के प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगे। लालकिले पर सबसे अधिक 17 बार झंडा फहराने का रिकार्ड देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के नाम है। उन्होंने पहले स्वतंत्रता दिवस से लेकर 1963 तक लगातार 17 वर्ष लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उनके बाद सबसे अधिक 16 बार तिरंगा फहराने का मौका पंडित नेहरु की पुत्री इंदिरा गांधी को मिला। उन्होंने 1966 से लेकर 1976 तक 11 बार तथा 1980 से लेकर 1984 तक पांच बार लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। नेहरु गांधी परिवार के एक अन्य सदस्य राजीव गांधी को पांच बार यह सम्मान मिला। नेहरु, इंदिरा के बाद सबसे अधिक 10 बार राष्ट्रीय ध्वज फहराने का मौका डॉ मनमोहन सिंह को मिला। उन्होंने 2004 से लेकर 2013 तक लाल किले के प्राचीर पर तिरंगा फहराया। अगर कांग्रेस की बात की जाये तो उसके प्रधानमंत्रियों ने 70 वर्ष के इतिहास में 55 बार लालकिले पर तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। इसमें से 38 बार यह गौरव नेहरु गांधी परिवार के सदस्यों को मिला। कांग्रेस नेता पी वी नरसिंह राव ने पांच बार तथा पंडित नेहरु की मृत्यु के बाद देश की बागडोर संभालने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने दो बार लालकिले के प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लाल किले के प्राचीर पर तिरंगा फहराने वाले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों में श्री अटल बिहारी वाजपेयी सबसे आगे हैं। उन्होंने छह बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद श्री मोदी हैं जो अब तक तीन बार तिरंगा फहरा चुके हैं। आपातकाल के बाद 1977 में देश में बनी पहली गैर कांग्रेसी सरकार का नेतृत्व करने वाले श्री मोरार जी देसाई को दो बार लालकिले की प्राचीर पर झंडा फहराने का मौका मिला। चार प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह एवं सर्वश्री विश्वनाथ प्रताप सिंह, एच डी देवेगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल को एक-एक बार यह सम्मान मिला। श्री चंद्रशेखर एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्हें लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्र को संबोधित करने का अवसर नहीं मिला। पंडित नेहरु और श्री लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु होने के समय दो बार कुछ कुछ समय के लिये प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले श्री गुलजारी लाल नंदा को भी यह राष्ट्रीय अवसर नहीं मिला।

सिएरा लेयोन में भूस्खलन, 179 शव बरामद

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डकार. 14 अगस्त, पश्चिमी अफ्रीकी देश सिएरा लेयोन की राजधानी फ्रीटाउन के बाहरी इलाके में आज भूस्खलन से सैंकड़ों लोगों की मौत हाे गयी तथा अब तक कम से कम 179 शव निकाले जा चुके हैं। रेडक्रास के प्रवक्ता अबू बाकर तारावाल्लिए ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि और शवों की बरामदगी से मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। सिएरा लेयोन के उपराष्ट्रपति विक्टर फोह ने रेजेन्ट शहर में भूस्खलन से सैंकड़ों लोगों की मलबे में दबकर मौत हो जाने की आशंका जतायी है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में काफी संख्या में गैरकानूनी रुप से इमारतें बनायी गयी है। उन्होंने कहा,“ यह एक गंभीर त्रासदी है। हम लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”

अनुच्छेद 370, 35(ए) मामला संविधान पीठ को सौंपने के संकेत

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, उच्चतम न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 और 35(ए) को चुनौती देने वाली याचिकाओं को पांच-सदस्यीय संविधान पीठ को सौंपने के आज संकेत दिये। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर की पीठ ने कश्मीरी पंडित डॉ. चारु वली खन्ना की याचिका को गैर-सरकारी संगठन ‘वी द सिटीजन्स’ की ऐसी ही एक अन्य याचिका के साथ सम्बद्ध कर दिया। ‘वी द सिटीजन्स’ की याचिका तीन-सदस्यीय पीठ के समक्ष लंबित है, जिसकी सुनवाई इस माह के अंत में होनी है। न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा कि यदि तीन-सदस्यीय पीठ को ऐसा लगता है कि इन याचिकाओं को पांच-सदस्यीय संविधान पीठ को सुपुर्द करना जरूरी है तो वह ऐसा कर सकती है। इससे पहले केंद्र सरकार की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल पी एस नरिसम्हा ने भी न्यायालय से आग्रह किया कि सभी संबंधित याचिकाओं की सुनवाई एक साथ की जाये,तो बेहतर है। राज्य सरकार के वकील ने पीठ के समक्ष दलील दी कि जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय 2002 में दिये अपने फैसले में अनुच्छेद 35(ए) के मुद्दे का प्रथम दृष्ट्या निपटारा कर चुका है। अनुच्छेद 370 जहां जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता है, वहीं अनुच्छेद 35(ए) राज्य के स्थायी निवासियों और उनके विशेषाधिकारों को परिभाषित करता है। डॉ. खन्ना ने अनुच्छेद 35(ए) के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के संविधान के अनुच्छेद छह को चुनौती दी है। याचिकाकर्ताओं की दलील है कि अनुच्छेद 370 और 35(ए) संविधान में वर्णित समानता के मौलिक अधिकार का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है, क्योंकि इन अनुच्छेदों के कारण जम्मू-कश्मीर के बाहर का व्यक्ति न तो वहां प्रॉपर्टी खरीद सकता है, न उसे वहां सरकारी नौकरी मिल सकती है और न ही वह स्थानीय निकाय चुनावों में हिस्सा ले सकता है। ‘वी द सिटीजन्स’ ने भी याचिका दायर करके अनुच्छेद 35ए को निरस्त करने का न्यायालय से अनुरोध किया है। 

ऐतिहासिक जीत से टीम इंडिया ने मनाया स्वतंत्रता दिवस का जश्न

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पल्लेकेल, 14 अगस्त, विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सोमवार को 3-0 की क्लीन स्वीप के साथ विदेशी जमीन पर इतिहास रचते हुये यहां एक दिन पहले ही स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना लिया। भारत ने 85 साल के इतिहास में केवल एक बार ही विदेशी मैदान पर सीरीज में तीन टेस्ट जीते हैं और अब विराट के नेतृत्व में एक बार फिर टीम इंडिया ने यहां श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में पारी और 171 रन से जीत अपने नाम कर इतिहास रच दिया। भारत ने इससे पहले विराट के ही नेतृत्व में 22 साल के अंतराल पर पिछले श्रीलंका दौरे में तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीती थी। देश के सफल कप्तानों में शुमार हो चुके 28 साल के विराट के नेतृत्व वाली नंबर एक टेस्ट टीम के खिलाड़ियाें ने बिना किसी परेशानी के तीसरे टेस्ट मैच को तीन दिनों के भीतर ही निपटा दिया और लगातार दूसरे मैच में फॉलोऑन की शर्मिंदगी झेल रही श्रीलंकाई टीम को उसकी दूसरी पारी में 74.3 ओवरों में 181 रन पर ढेर कर दिया। भारत ने पहले गाले टेस्ट में श्रीलंका को 304 रन और दूसरे टेस्ट में पारी तथा 53 रन से शानदार जीत अपने नाम की थी और ये दोनों मैच चार दिन के भीतर ही निपटा दिये थे। भारतीय टीम के लिये तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने 15 ओवरों में 32 रन पर तीन विकेट निकाले जबकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 28.3 ओवरों में 68 रन देकर सर्वाधिक चार विकेट लिये। अश्विन ने आखिरी बल्लेबाज लाहिरू कुमारा(10) को बोल्ड कर श्रीलंकाई पारी को ड्रिंक्स के कुछ देर बाद निपटाते हुये अपनी टीम की जीत की औपचारिकता को पूरा किया।

ममता के टकरावपूर्ण रवैये से हैरान हैं : जावडेकर

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने शिक्षा से जुड़े मसलों पर जिस तरह केंद्र के साथ टकराव का रुख अपनाया है, उस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने काफी हैरानी जताई है और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर सुश्री बनर्जी से मिलकर इस टकराव को दूर करने की कोशिश करेंगे। सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी सरकार ने आज़ादी की 70 वीं वर्षगांठ के मौके पर मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त को स्कूलों में विभिन्न देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित करने का जो निर्देश दिया था उसे लागू न करने का फैसला कर पहली बार इस तरह के टकराव का परिचय नहीं दिया बल्कि पहले भी पश्चिम बंगाल सरकार ने मंत्रालय के साथ असहयोग का रुख अपनाया और यहां तक कि उसने शिक्षा के बज़ट के लिए राज्य सरकार के आंकड़े तक पेश नहीं किये। सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय के संयुक्त सचिव मुकेश गर्ग ने 25 जुलाई को सभी राज्यों को पत्र लिखा कि इस वर्ष आज़ादी की 70 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अाठ अगस्त से 15 अगस्त तक छात्रों एवं लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए 10 तरह के कार्यक्रम करें लेकिन 11 अगस्त को पश्चिम बंगाल सर्व शिक्षा मिशन ने सभी जिला परियोजना अधिकारियों को पत्र लिखकर केंद्र के 25 जुलाई के परिपत्र को न मानने का निर्देश दिया। सूत्रों को इस बात पर गहरी हैरानी हो रही है कि आखिर ममता बनर्जी सरकार ने यह कदम क्यों उठाया जबकि उन 10 कार्यक्रमों में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं था। मंत्रालय ने राज्यों को आज़ादी की 70 वीं वर्षगांठ के मौके पर स्कूलों में स्वंतत्रता आन्दोलन को लेकर क्विज लेख और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन करने अौर देशभक्ति गीत गाने, चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित करने प्रभात फेरियां निकालने,स्वाधीनता आन्दोलन से जुड़ी सांस्कृतिक गतिविधियां करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा छात्रों को आतंकवाद साम्प्रदायिकता जातिवाद भ्रष्ट्राचार गरीबी दूर करने के लिए संकल्प लेने को कहा गया था। यह कोई राजनीतिक संकल्प तो नहीं था। मंत्रालय ने 20 अगस्त तक इस बारे में रिपोर्ट माँगी थी। सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय ने गुवाहाटी, बेंगुलुरु, भोपाल आदि में चिंतन शिविर में भी पश्चिम बंगाल का कोई प्रतिनिधि आया। इसके अलावा जब भी मंत्रालय ने बज़ट के लिए पश्चिम बंगाल से आंकड़े मांगे तो उसने मुहैय्या नहीं कराये। इसके कारण मंत्रालय को बहुत दिक्कतें हुईं लेकिन उसने इसके बावजूद बज़ट की राशि आवंटित की। सूत्रों का कहना हैकि श्री जावडेकर सुश्री बनर्जी से मिलकर यह पूछेंगे कि आखिर आपकी सरकार ने मंत्रालय के साथ टकराव का रास्ता क्यों अपनाया है।


कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने गोरखपुर त्रासदी की निष्पक्ष जांच की मांग की

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने गोरखपुर अस्पताल त्रासदी की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच कराने की आज मांग करते हुए कहा कि इसके लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक नियमित ब्रीफिंग में कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारें संवेदनहीन है। गोरखपुर त्रासदी में अभी 65 बच्चों की मौत हो चुकी है लेकिन भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह इसे छोटा मोटा हादसा मानते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत पर दंड संहिता के तहत ईरादतन हत्या से संबंधित धारा में प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और इसके लिए आश्वयक है कि राज्य के मुख्यमंत्री अौर स्वास्थ्य मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दें। उन्हाेंने कहा कि इन दोनों के पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। श्री माकन ने कहा कि भाजपा की सरकारों को गोरखपुर त्रासदी के संबंध में लगातार चेतावनी दी जाती रही लेकिन इन पर ध्यान नहीं दिया गया। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अप्रैल 2016 में लोकसभा में गोरखपुर में बच्चों की मौत का मामला उठाया था और इस पर तत्काल ध्यान देनी की मांग की थी। उन्होंने कहा कि गाेरखपुर के अस्पताल में आक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने के संबंध में श्री आदित्यनाथ को दो पत्र लिखे गए थे जिनपर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा,“ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि वह सबसे पहले गोरखपुर त्रासदी के लिए लोगों से माफी मांगेंगे।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें और नेता संवेदनहीन हैं और गोरखपुर त्रासदी के संबंध में लापरवाही बरती गयी है। संबंधित मेडिकल कालेज ने राज्य सरकार से 35 करोड़ रुपए की मांग की थी और इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखा था। राज्य सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार से धन मांगा है लेकिन कालेज को इस संबंध में कोई जवाब नहीं मिला है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सचिवालय द्वारा आज जारी बयान में कहा गया कि गोरखपुर मामले की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच करायी जानी चाहिए और देाषी व्यक्तियों को सजा देने के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की खामियों का भी पता लगाया जाना चाहिए। पार्टी ने कहा है कि इस घटना को दबाने के लिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं कि उस अस्पताल में रोजाना औसतन 20 बच्चे मरते हैं लेकिन इस तरह का दावा गलत है। इस बीच राजधानी के नागरिक समाज ने 16 अगस्त को जंतर मंतर से इंडिया गेट तक मारे गए बच्चों के समर्थन में उत्तर प्रदेश सरकार की विफलता पर एक कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है। नागरिक समाज इस घटना की पुरजोर निंदा करता है।

गोरखपुर अस्पताल मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी : अमित शाह

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बेंगलुरु ,14 अगस्त, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने के कारण बच्चों की मौत पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। कर्नाटक में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा के लिये चुनाव प्रचार के संबंध में बेंगलुरु की यात्रा पर आये श्री शाह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भाजपा नेतृत्व वाले उत्तर प्रदेश राज्य में मेडिकल कालेज में कथित रूप से हुयी लापरवाही चिंताजनक है और इस मामले के दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पहले ही कई महत्वपूर्ण कदम उठा चुकी है। श्री योगी ने इस मामले की जांच के लिये एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मामले के संबंध में उच्च स्तरीय डाक्टरों के एक समूह को वहां भेज दिया है। यह पूछे जाने पर कि श्री मोदी ने मेडिकल कालेज घटना के संबंध में कोई ट्वीट नहीं किया है, श्री शाह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि श्री मोदी बच्चों की मौत पर बेहद व्यथित हैं और वह शोक संदेश भेज चुके हैं। श्री शाह ने राज्य में आठ अगस्त को हुए राज्य सभा चुनाव में पार्टी द्वारा किसी भी प्रकार की खरीद-फरोख्त किये जाने से इंकार करते हुए कांग्रेस की तीखी आलोचना की। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि यह पार्टी ऐतिहासिक पिछड़ा वर्ग आयोग विधेयक के राज्य सभा से पारित होने में अड़चन पैदा कर रही है लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह विधेयक जल्द ही संसद से पारित कर दिया जायेगा। भाजपा अध्यक्ष ने श्री मोदी द्वारा विकास के लिये शुरू की गयी विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार समाज के सभी तबकों के विकास के लिये काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकवादियों के खात्मे के लिये की गयी सर्जिकल स्ट्राइक ने भारत का कद विश्व के देशों के बीच बहुत हद तक बढ़ा दिया है।

सुरक्षा बलों की हर जरूरत पूरी करेगी सरकार : जेटली

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नयी दिल्ली 14 अगस्त, रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने देश की सुरक्षा में लगे सशस्त्र बलों का आभार व्यक्त करते हुए आज कहा कि सरकार उनके मनोबल को बनाये रखने और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के नाम अपने संदेश में श्री जेटली ने कहा कि देश के सैनिक सीमाओं पर पूरी तरह सतर्क आैर चौकन्ने हैं तथा नियंत्रण रेखा पर विरोधियों द्वारा किये जाने वाले घृणित कृत्यों का लगातार जवाब दे रहे हैं। अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए कुछ जवान अपना सर्वस्व न्योछावर करते रहे हैं। देश उनके इस बलिदान के लिए सदा ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि अनेक सैनिक अपने परिवार से कोसों दूर न सिर्फ कठिन इलाकों में बल्कि गहरे समुद्र में भी देश की सुरक्षा में जुटे हुए हैं। सीमा पर पाकिस्तान की हरकतों का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “कई बार अनुरोध करने के बावजूद वह अपने अवैध कब्जे वाले भारत के भूभाग का इस्तेमाल आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने और भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए ‘लांच पैड’ के तौर पर करता रहा है। उसकी इन गतिविधियों से हमारा धैर्य समाप्त हो गया, क्योंकि ये आतंकवादी न सिर्फ हमारे सैनिकों को बल्कि आम नागरिकों को भी निशाना बना रहे थे। जम्मू कश्मीर तथा विभिन्न राज्यों में घुसपैठ करने के उद्देश्य से तैयारी में बैठे थे और इसीलिए भारतीय सेना ने गत वर्ष सितंबर में कई स्थानों पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। इस कार्रवाई के दौरान आतंकवादियों और उन्हें मदद पहुंचाने वाले कई लोगों को जानमाल का नुकसान उठाना पड़ा।”

माेदी लाल किले से चौथी बार करेंगे देश को संबोधित, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, स्वाधीनता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर लाल किले में मुख्य आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। राष्ट्रीय पर्व को निर्बाध एवं सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए समारोह स्थल के साथ ही समूचे दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बदोबस्त किए गए हैं। बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गयी है। किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सभी वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली, राज्यमंत्री सुभाष भामरे तथा रक्षा सचिव संजय मित्रा लाल किले पर प्रधानमंत्री की अगवानी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ आॅनर का निरीक्षण करेंगे और फिर झंडा फहराने के बाद लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबाेधित करेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में स्वाधीनता दिवस पर यह उनका चौथा संबोधन होगा। दिल्ली पुलिस के अनुसार सुरक्षा के लिए तैनात किए गए पुलिस बलों में लगभग 500 विशेष कमांडो भी शामिल हैं। इन्हें मुख्य आयोजन स्थल लाल किले पर तैनात किया गया है। आयोजन स्थल और आसपास के इलाके को सुरक्षा के लिहाज से 16 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में सुरक्षा की जिम्मेदारी एसीपी स्तर के अधिकारी को सौंपी गयी है। वहीं तीन सेक्टर को मिलाकर एक जोन बनाया गया है जिसकी जिम्मेदारी डीसीपी स्तर के अधिकारी को सौंपी गयी है। आयोजन स्थल के आसपास 600 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं जिसमें उच्च क्षमता वाले 100 एचडी कैमरे भी शामिल हैं। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले 14 अगस्त को आज दोपहर 12 बजे से रिंग रोड की तरफ से लालकिले को आने वाले मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद की जा चुकी है। इन मार्गों पर 15 अगस्त को दिन में 12 बजे तक यातायात बंद रहेगा। दिल्ली पुलिस ने विस्फोटक युक्त वाहन से हमले की आशंका जताने वाली खुफिया रिपोर्टों के आधार पर खास तैयारी की है। इस खतरे से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस रिंग रोड से लाल किले की ओर आने वाले मार्गों के हर मोड़ पर डीटीसी की खाली बसों को खड़ा किया जाएगा। सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप दिए जाने के बाद 14 अगस्त से आयोजन स्थल और आसपास की सुरक्षा कमान राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के सुपुर्द कर दी गयी है। दिल्ली मेट्रो के पार्किंग स्थलों को भी आज सुबह से लेकर कल 12 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है।

राष्ट्रपति ने कहा : न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं

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नयी दिल्ली,14 अगस्त, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अगले पांच वर्ष में ‘न्यू इंडिया’ बनाने के राष्ट्रीय संकल्प को हासिल करने के लिये नागरिकों और सरकार के बीच मजबूत साझेदारी की आवश्यकता पर आज बल दिया तथा इसके स्वरूप की विस्तृत रूपरेखा देशवासियों के सामने रखते हुए कहा कि इसमें गरीबी के लिए कोई जगह नहीं है। श्री कोविंद ने 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा कि जिस न्यू इंडिया की बात हो रही है उसके कुछ बड़े स्पष्ट मापदंड हैं जैसे हर परिवार के लिये घर, मांग के मुताबिक बिजली, बेहतर सड़कें और संचार के माध्यम, आधुनिक रेल नेटवर्क, तेज और सतत विकास। राष्ट्रपति ने कहा,“ लेकिन इतना काफी नहीं है। यह भी जरूरी है कि न्यू इंडिया हमारे डीएनए में रचे बसे समग्र मानवतावादी मूल्याें को समाहित करे। यह न्यू इंडिया एक ऐसा समाज होना जो भविष्य की ओर तेजी से बढ़ने के साथ-साथ संवेदनशील भी हो।” आधुनिक टेक्नॉलॉजी को ज्यादा से ज्यादा प्रयोग में लाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा,“ हमें अपने देशवासियों को सशक्त बनाने के लिए टेक्नॉलॉजी का प्रयोग करना ही होगा, ताकि एक ही पीढ़ी के दौरान गरीबी को मिटाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। ‘न्यू इंडिया’ में गरीबी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।” न्यू इंडिया कैसा हो इसके बारे में श्री कोविंद द्वारा पेश की गयी अवधारणा इस प्रकार है...... • एक ऐसा संवेदनशील समाज, जहां पारंपरिक रूप से वंचित लोग, चाहे वे अनुसूचित जाति के हों, जनजाति के हों या पिछड़े वर्ग के हों, देश के विकास प्रक्रिया में सहभागी बनें। • एक ऐसा संवेदनशील समाज, जो उन सभी लोगों को अपने भाइयों और बहनों की तरह गले लगाए, जो देश के सीमांत प्रदेशों में रहते हैं, और कभी-कभी खुद को देश से कटा हुआ सा महसूस करते हैं। • एक ऐसा संवेदनशील समाज,जहां अभावग्रस्त बच्चे, बुजुर्ग और बीमार वरिष्ठ नागरिक और गरीब लोग, हमेशा हमारे विचारों के केंद्र में रहें। अपने दिव्यांग भाई-बहनों पर हमें विशेष ध्यान देना है और यह देखना है कि उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में अन्य नागरिकों की तरह आगे बढ़ने के अधिक से अधिक अवसर मिलें। • एक ऐसा संवेदनशील और समानता पर आधारित समाज, जहां बेटा और बेटी में कोई भेदभाव न हो, धर्म के आधार पर कोई भेदभाव न हो। • एक ऐसा संवेदनशील समाज जो मानव संसाधन रूपी हमारी पूंजी को समृद्ध करे, जो विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थानों में अधिक से अधिक नौजवानों को कम खर्च पर शिक्षा पाने का अवसर देते हुए उन्हें समर्थ बनाए, तथा जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और कुपोषण एक चुनौती के रूप में न रहें। राष्ट्रपति ने कहा, “न्यू इंडिया’ का अभिप्राय है कि हम जहां पर खड़े हैं वहां से आगे जाएं। तभी हम ऐसे ‘न्यू इंडिया’ का निर्माण कर पाएंगे जिस पर हम सब गर्व कर सकें। ऐसा ‘न्यू इंडिया’ जहां प्रत्येक भारतीय अपनी क्षमताओं का पूरी तरह विकास और उपयोग करने में इस प्रकार सक्षम हो कि हर भारतवासी सुखी रहे। यह एक ऐसा ‘न्यू इंडिया’ बने जहां हर व्यक्ति की पूरी क्षमता उजागर हो सके और वह समाज और राष्ट्र के लिए अपना योगदान कर सके।” उन्होंने कहा, “ मुझे पूरा भरोसा है कि नागरिकों और सरकार के बीच मजबूत साझेदारी के बल पर ‘न्यू इंडिया’ के इन लक्ष्यों को हम अवश्य हासिल करेंगे।”

विशेष आलेख : देश भक्ति के साथ कान्हा रंग में रंगा ‘हिन्दुस्तान‘

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पूरा देश एक तरफ जहां ‘सारे जहां से अच्छा...‘, ‘जहां डाल-डाल पर...‘, देशभक्ति गीतों के बीच तिरंगा फहरा रहा था, ‘तू दिखा जरा मटकी तोड़कर...‘, ‘गोविन्दा आला रे...‘ जैसे गीतों पर भगवान श्रीकृष्ण को मनाने में जुटा था। यह सुनहरा मौका देशवासियों को बीस साल बाद मिला है जब देशभक्ति व कान्हा भक्ति साथ-साथ दिखी। इन सब बीच के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चैथी बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराते हुए पाक से लेकर चीन तक को चेता दिया कि आतंरिक सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, समंदर हो या सीमा हो, साइबर हो या स्पेस हो हमें हर प्रकार की सुरक्षा करनी आती है। भारत इसे करने में सक्षम है, देश के खिलाफ कुछ भी होने के हौसले परस्त करने में हम सक्षम हैं। सवा सौ करोड़ देशवासियों में हर कोई बराबर है, कोई भी छोटा-बड़ा नहीं है 
modi-laal-qila
आज से सत्तर साल पहले हमने गुलामी की बेडियों को तोड़ा, खुली हवा में सांस लेने का अवसर मिला। जाहिर है अवसर अद्भूत हैं। इस अद्भूत अवसर को कोई यूं नहीं जाने देना चाहता। यही वजह है कि शहर-शहर-गांव-गांव में न सिर्फ तिरंगा फहराता दिखा, बल्कि देशभक्ति गीतों के बीच गोविंदा आला रे... की गूंज पूरे वातावरण को तिरंगे की रंग में कान्हामय कर दिया। चारों तरफ कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी एवं स्वतंत्रता दिवस की धूम है। मुंबई, दिल्ली, बनारस, लखनउ, मथुरा आदि शहरों में गोविंदाओं की टोली दही हांड़ी तोड़ती दिखी तो मंदिरों में गोविंदा आला रे..., अपनी मटकी सम्‍भाल बृजबाला, की गूंज रहे थे। गली हो या मुहल्ला, हर तरफ गोविंदा की टोली नजर आई, जिनमें दही-हांडी को फोड़ने की होड़ लगी रही। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा में भी भक्तगण रासलीला में गोते लगाते रहे। तो पीएम मोदी ने लाल किले की प्रचीर से नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइकल, कश्मीर समस्या, भारत-चीन विवाद, आस्था के नाम पर हिंसा, तीन तलाक और गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत जैसे अहम मुद्दों पर अपनी बात रखने के साथ ही ‘भारत जोड़ो’ का नारा दिया। 

मोदी ने कम शब्दों में देश की आन-बान-शान हमारी तीनों सेनाओं के पौरुख को पूरी दुनिया से अवगत कराया तो सभी सुरक्षा एजेंसियों के कर्तबों की दरियादिली बताते हुए जता दिया कि बलिदान करने में ये हमारे जांबाज कभी पीछे नहीं रहे हैं। आतंकवाद हो या घुसपैठ हो हर जगह उन्होंने बखूबी अपना काम किया। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तब दुनिया ने हमारी ताकत को पहचाना। देश की आतंरिक मसलों को भी उन्होंने बड़े ही सधे अंदाज में रखा। कहा, पूरे देश मे तीन तलाक के खिलाफ एक आंदोलन चल रहा है, जो मेरी बहने इसके खिलाफ लड़ रही हैं उनका अभिनंदन है। तीन साल में सवा लाख करोड़ का कालाधन ढूंढा और उसे सरेंडर करने के लिए मजबूर किया। आस्था के नाम पर हिंसा गलत, उस समय का नारा था ‘भारत छोड़ो’ अब नया नारा है ‘भारत जोड़ो’, जातिवाद और संप्रदायवाद को खत्म करना ही होगा। नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में मदद मिली, तकनीक के जरिए भ्रष्टाचार और कालेधन से हम आगे भी लड़ेंगे। इस दौरान मोदी ने सवा सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान किया कि ‘बदला है, बदल रहा है, बदल सकता है,‘ हम इस विश्वास और संकल्प के साथ आगे बढ़ें। कश्मीर समस्या का हल न गाली न गोली से, बल्कि गले लगाने से होगा, जिसके लिए हम प्रयासरत हैं। आतंकवाद की लड़ाई में हम अकेले नहीं है, हमारे साथ कई देश हैं। 29 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खुलें, 2.5 करोड़ महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन मिले। 


उन लोगों को भी आड़े लिया जो नफरत की राजनीति करते हैं। देश शांति, एकता और सद्भावना से चलता है। सबको साथ लेकर चलना हमारी सभ्यता एवं संस्कृति है। तब भारत छोड़ो का नारा था, आज भारत जोड़ो का नारा है। उनकी सरकार में कोई छोटा नहीं कोई बड़ा नहीं, सब बराबर है। सवा सौ करोड़ लोगों की सामूहिक शक्ति और नए संकल्प के साथ हम एक न्यू इंडिया के निर्माण की दिशा में आगे बढ रहे हैं। ये काम हम खुद करेंगे। 2022 में भव्य और दिव्य हिंदुस्तान देखेंगे। हम ऐसा भारत बनाएंगे जहां बिजली हो, पानी हो, घर हो। उस भारत में देश चिंता में नहीं चैन से सोएगा। हम ऐसा हिंदुस्तान बनाएंगे जहां युवाओं और महिलाओं को को सपने पूरा करने के लिए पूरा अवसर उपलब्ध होगा। ऐसा भारत बनाएंगे जो आतंकवाद, जातिवाद से मुक्त होगा। हम सब मिलकर ऐसा भारत बनाएंग जो स्वच्छ होगा, स्वस्थ होगा और स्वराज के सपने को पूरा करेगा। नोटबंदी के बाद डाटा माइनिंग किया गया तो पता चला कि तीन लाख ऐसी कंपनिया हैं जो काल धंधा और हवाला का कारोबार कर रही हैं। हमने पौने दो लाख कंपनियों पर ताले लगा दिए। अब देश लूटने वालों को जवाब देना पड़ेगा। हमने वो काम कर दिया। इनमें कुछ तो ऐसी भी हैं कि एक ही एड्रेस पर 400 कंपनिया चल रही हैं। सारी मिली भगत चल रही थी कोई देखने वाला नहीं था। नोटबंदी के बाद तीन लाख करोड़ रूपए आए हैं। बैंको में जमा किए राशि में पौने दो लाख करोड़ से ज्यादा शक के घेरे में है। 18 लाख से ज्यादा ऐसे लोगों को पहचान लिया गया है जिनकी आय उनकी हिसाब किताब से ज्यादा है। एक लाख ऐसे लोग हैं जिन्होंने जिंदगी में कभी इनकम टैक्स का नाम नहीं सोचा था। 

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किसान को ताकत मिले तो वो मिट्टी से सोना उगा सकता है। हमने 99 में से 21 योजनाएं शुरु कर दी है, बाकि शुरु होने वाली हैं। बीज से बाजार तक जब तक हम किसान को सुविधा नहीं देते हैं तबतक बदलाव नहीं होगा। ‘चलता है’ वाला स्वभाव हमें छोड़ना पड़ेगा। ‘बदल सकता है’ के बारे में सोचना पड़ेगा तभी हम देश का विकास कर सकते हैं। इतने कम समय में 800 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति सरकार ने जब्त कर ली है। हमने ‘वन रैंक वन पेंशन’ बढ़ाया जिससे सुरक्षाबलों का हौसला और बढ़ा। जीएसटी हमारी सबसे बड़ी सफलता है। गरीबों को लूटकर तिजोरी भरने वाले लोग अब चैन की नींद नहीं सोकेंगे। इससे ईमानदार लोगों का भरोसा बढ़ा है। आज ईमानदारी का उत्सव मनाया जा रहा है और बेईमानों के लिए सिर छुपाने की जगह नहीं है। ये वर्ष आजाद भारत के युवाओं के लिए विशेष है। जिन लोगों ने 21वीं शताब्दी में जन्म लिया है उनके लिए आने वाला 2018 खास है। ये उनके जीवन का निर्णायक वर्ष है। मैं सभी नौजवानों का अभिनंदन करता हूं। मैं इन सभी नौजवानों से कहना चाहूंगा कि आइए देश के निर्माण में अपनी भूमिका निभाइए। अंत में उन्होंने कहा, देश के गौरव के लिए जिन लोगों ने बलिदान दिया है, उन सभी महानुभावों को मैं लाल किले की प्राचीर से सवा सौ करोड़ देशवासियों की तरफ से शत-शत नमन करता हूं।”

प्राकृतिक आपदाएं कभी-कभी बहुत बड़ी चुनौती बन जाती है, अच्छी वर्षा देश को फलने-फूलने में बहुत योगदान देती हैं। लेकिन जलवायु परिवर्तन का नतीजा है कि कभी इन आपदाओं से संकट भी पैदा होता है। पिछले दिनों अस्पताल में मासूम बच्चों की मौत हुई, इस संकट की घड़ी में सभी देशवासी एक साथ हैं। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि ऐसे संकट के समय पूर्ण संवेदनाओं के साथ हम जनसुरक्षा के साथ कुछ भी करने में कमी नहीं रहने देंगे। ये वर्ष लोकमान्य तिलक का के जज्बे का 125 वां वर्ष है। हम आजादी का 70वां वर्ष और 2022 में आजादी के 75 साल, 1942 से 1947 से देश ने सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन किया अंग्रेजों को भारत छोड़ कर जाना पड़ा। हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता से ही 2022 में भारत का सपना न्यू इंडिया पूरा हो पाएगा। हम जानते हैं कि सामूहिकता की शक्ति क्या होती है, भगवान कृष्ण ने सामूहिक शक्ति से गोवर्धन पर्वत उठाया, जब प्रभु राम को लंका जाना था तब सामूहिकता से ही सेतु बनाकर लंका पहुंच गए, महात्मा गांधी ने सामूहिक ताकत से देश को आजाद करवाया। आज भारत सरकार ऐसी वेबसाइट लॉन्च कर रही है, जहां पर गैलेंटरी अवॉर्ड प्राप्त करने वाले लोगों की जानकारी मिलेगी। टेक्नोलॉजी की मदद से हम लोग देश में ईमानदारी को बल देंगे, काले धन-भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। आधार के जरिए हमने इस काम को आगे बढ़ाया है। 




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(सुरेश गांधी)

आलेख : कोविन्द के वक्तव्य में नये भारत का संकल्प

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भारत के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन नये भारत को निर्मित करने के संकल्प को बल देता है, अपने इस सशक्त एवं जीवंत भाषण में उन्होंने उन मूल्यों एवं आदर्शों की चर्चा की, जिन पर नये भारत के विकास का सफर तय किया जाना है। राष्ट्रवाद, लोकतंत्र, संविधान, नैतिकता और ईमानदारी को कैसे मजबूत करना है, किस तरह से राजनीतिक शुचिता एवं प्रशासनिक ईमानदारी बल मिले, कैसे घोटाले एवं भ्रष्टाचार मुक्त जीवनशैली विकसित हो, ‘सत्यमेव जयते’ का हमारा राष्ट्रीय घोष कैसे जीवन में दिखाई दे, किस तरह से पिछडे़, आदिवासी एवं दलित लोगों का कल्याण हो- इन महत्वपूर्ण विषयों पर राष्ट्रपति का जागरूक होना और राष्ट्र को जागरूक करना देश के लिये शुभता का सूचक है। रामनाथ कोविंद का यह पहला स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या का उद्बोधन अनेक विशेषताएं लिये हुए हंै, उन्होंने अपने इस उद्बोधन से यह स्पष्ट कर दिया कि वे एक सशक्त राष्ट्रपति के रूप में देश को नयी दिशा देंगे। उन्होंने अपने भाषण में गांधी, नेहरू, नेताजी, पटेल से पहले क्रांतिकारी नेताओं भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद का नाम लिया, और भाषण की शुरुआत महिला वीरांगनाओं से की, निश्चित ही एक नयी परम्परा का सूत्रपात हैं।

रामनाथ कोविंद ने जहां सरकार की प्राथमिकताओं का उजागर किया वहीं सरकार के लिये करणीय कार्यों की नसीहत भी दी है। सरकार का पहला दायित्व होता है कि वह सबसे गरीब आदमी की स्थिति सुधारने के लिए सभी उपाय करे। इसके लिए भारत का शासन किस तरह जनकल्याणकारी शासन होगा, उसकी रूपरेखा भी उन्होंने प्रस्तुत की। उन्होंने सरकार के साथ-साथ नागरिकों के कर्तव्य एवं जिम्मेदारियों की भी चर्चा की। सरकार ने ‘स्वच्छ भारत’ अभियान शुरू किया है लेकिन भारत को स्वच्छ बनाना हर एक की जिम्मेदारी है। राष्ट्रपति ने जिस समय अपना उद्बोधन दिया, उससे कुछ घंटों पहले ही सुखी परिवार अभियान के प्रेरणा एवं आदिवासी जनजीवन के मसीहा गणि राजेन्द्र विजयजी के साथ हम लोग राष्ट्रपतिजी से मिले, सुखी परिवार फाउण्डेशन के माध्यम से आदिवासी क्षे़त्रों में संचालित की जा रही गतिविधियों की जानकारी से कोविन्दजी अभिभूत हुए। उन्होंने अपने उद्बोधन कहा भी है कि अनेक व्यक्ति और संगठन, गरीबों और वंचितों के लिए चुपचाप और पूरी लगन से काम कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। देश को खुले में शौच से मुक्त कराना, विकास के नए अवसर पैदा करना, शिक्षा और सूचना की पहुंच बढ़ाना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अभियान को बदल देना, बेटियों से भेदभाव न हो, ये किस तरह से सुनिश्चित को इसकी चर्चा राष्ट्रपति के वक्तव्य का हार्द है। दलगत राजनीति से परे राष्ट्रीय विचारधारा वाले व्यक्ति का इस सर्वोच्च पद पर निर्वाचित होना और उनका राष्ट्रीयता के साथ-साथ सामाजिक संदेश देना प्रेरक है। ‘कदम-कदम बढ़ाये जा खुशी के गीत गाये जा, ये जिन्दगी है कौम की तू कौम पर लुटाये जा’। कोविंदजी का मन्तव्य भी यही है कि आजादी किसी की जागीर नहीं है बल्कि इस मुल्क के लोगों की सामूहिक हिम्मत से हासिल की गई कामयाबी है, इसको नये आयाम देने एवं विकास की नयी इबारत लिखने के लिये हर व्यक्ति आगे आये और देश विकास में सहभागी बने।
एक साधारण परिवार के शख्स का देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होना भारतीय लोकतंत्र की महिमा का बखान है और वे लोकतंत्र को सुदृढ करने की दिशा में उत्साहित भी है। इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता कि राष्ट्रपति के रूप में उनकी जैसी पृष्ठभूमि वाले करोड़ों लोगों को प्रेरणा मिल रही हैं, वे आश्वस्त हो रहे हैं। इससे भारतीय लोकतंत्र को न केवल और बल मिलेगा, बल्कि उसका यश भी बढ़ेगा और यही यश उनके पहले स्वतंत्रता दिवस के उद्बोधन में बढ़ता हुआ दिखाई दिया है। वे भारत को केवल राजनीति, आर्थिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक एवं लोकतांत्रिक दृष्टि से भी समुन्नत बनाना चाहते हैं और इसीलिये उन्होंने अपने भाषण में चरित्र निर्माण, शिक्षा, राष्ट्रीय एकता, अनुशासन, संविधान आदि की चर्चा की। गांधीजी ने समाज और राष्ट्र के चरित्र निर्माण पर बल दिया था। गांधीजी ने जिन सिद्धांतों को अपनाने की बात कही थी, वे आज भी प्रासंगिक हैं और कोविन्दजी उसी को बल दे रहे हैं। नेताजी सुभाषचन्द बोस ने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा’ का आह्वान किया तो भारतवासियों ने आजादी की लड़ाई में अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। नेहरूजी ने सिखाया कि विरासतों और परंपराओं का टेक्नोलॉजी के साथ तालमेल होना चाहिए है, क्योंकि वे आधुनिक समाज के निर्माण में सहायक हो सकती हैं। सरदार पटेल ने हमें राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति जागरूक किया, उन्होंने यह भी समझाया कि अनुशासन-युक्त राष्ट्रीय चरित्र क्या होता है। आंबेडकर ने संविधान के दायरे मे रहकर काम करने तथा ‘कानून के शासन’ की अनिवार्यता के विषय में समझाया। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि कोविन्दजी अतीत से प्रेरणा लेकर भविष्य का निर्माण करने के पक्षधर है और इस हेतु वे तत्पर भी दिखायी दे रहे हैं।

हमने आजाद भारत के विकास में कितना सफर तय किया है, यह महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि हम अब भारत को कैसा बनाना चाहते हैं। हमारा सफर लोकतन्त्र की व्यवस्था के साये में निश्चित रूप से सन्तोषप्रद रहा है लेकिन अब हमें ऐसा भारत निर्मित करना है जिसमें सबका संतुलित विकास हो। इसी संकल्प को  आजादी के 75 साल पूरे होने तक हासिल करने की बात कोविन्द ने की है। नया इंडिया के लिए कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्य प्राप्त करने के लिये उनके कुछ राष्ट्रीय संकल्प है। नया इंडिया के बड़े स्पष्ट मापदंड भी हैं, जैसे सबके लिए घर, बिजली, बेहतर सड़कें और संचार के माध्यम, शिक्षा, चिकित्सा, आधुनिक रेल नेटवर्क, तेज और सतत विकास। नया इंडिया हमारे डीएनए में रचे-बसे मानवतावादी मूल्यों को समाहित करे। नया इंडिया का समाज ऐसा हो, जो तेजी से बढ़ते हुए संवेदनशील भी हो। ऐसा संवेदनशील समाज, जहां पारंपरिक रूप से वंचित लोग, देश के विकास प्रक्रिया में सहभागी बनें। उन्होंने अपने दिव्यांग भाई-बहनों पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता व्यक्त है। वे चाहते है ऐसे नया इंडिया का निर्माण हो जहां हर व्यक्ति की पूरी क्षमता उजागर हो सके और वह समाज और राष्ट्र के लिए अपना योगदान कर सके। 
भारतीय राजनीति लम्बे समय से घोटालों एवं भ्रष्टाचार के काले अध्याय के रूप में चर्चित रही है, जहां सिद्धान्तों की बजाय अवसरवादिता को प्राथमिकता दी जाती रही है, लेकिन नये भारत में ईमानदारी एवं पारदर्शिता को आधार बनाने की जरूरत पर कोविन्द ने बल दिया है। नोटबंदी के समय जिस तरह कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया गया, उसे उन्होंने जिम्मेदार और संवेदनशील समाज का ही प्रतिबिंब बताया। ईमानदारी की भावना और मजबूत हो, इसके लिए उन्होंने लगातार प्रयास करते रहने की जरूरत व्यक्त की है। श्री रामनाथ कोविंद ने ‘अप्प दीपो भव’ यानी अपना दीपक स्वयं बनो की प्रेरणा देकर भारत को आध्यात्मिक रूप से विकसित करने की सलाह भी दी है। दीपक जब एक साथ जलेंगे तो सूर्य के प्रकाश के समान वह उजाला सुसंस्कृत और विकसित भारत के मार्ग को आलोकित करेगा। हम सब मिलकर आजादी की लड़ाई के दौरान उमड़े जोश और उमंग की भावना के साथ सवा सौ करोड़ दीपक बन सकते हैं। दीपक बनने की यह प्रेरणा ही उनके वक्तव्य की व्यापकता एवं दूरदर्शिता की भावना की अभिव्यक्ति है, जिसके माध्यम से वे एक सार्थक सन्देश दे रहे हैं।  
राजनीति करने वाले स्वार्थी एवं अपरिपक्व नेताओं को भी कोविन्द ने नयी राजनीति-वास्तविक राजनीति का सन्देश दिया है। राजनीति में यदि वे जिन्दा रहना चाहते हैं तो उन्हें अपनी सोच बदलनी होगी। सेवा को, विकास को एवं गुड गवर्नेंस को माध्यम बनाना होगा, आत्म-निरीक्षण करना होगा। मिल-जुलकर कार्य करने का पाठ सीखना होगा। विरोध की राजनीति को त्यागना होगा। विचारधाराविहीन राजनीति, उनकी महत्वाकांक्षाएं, अराजक कार्यशैली और नकारात्मक एवं झूठ की राजनीति के कारण लोकतंत्र कमजोर होता रहा है, लेकिन अब लोकतंत्र को मजबूत करके ही राष्ट्र को सुदृढ़ किया जा सकेगा और यही इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के वक्तव्य का निचोड़, हार्द है।             



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(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, डीएवी स्कूल के पास, 
दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

बिहार : आठ सालों से सम्मानित हो रहे हैं जेवियर जोसेफात, सी.डब्लू.एम. के हाथों सम्मानित

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जमालपुर। कृतज्ञ राष्ट्र ने 71 वां स्वाधीनता दिवस मनाया। इसमें भला कैसे पूर्व रेलवे पीछे रहता। झंडोत्तलन किया और उत्कृष कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित कर दिया। जमालपुर रेल इंजन कारखाना के भंडार विभाग, पूर्व रेलवे के विभिन्न विभागों में कार्यरत 100 कर्मियों को  200 सौ रूपये नगद और प्रशंस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बता दें इस तरह का आयोजन स्वतंत्र दिवस, गणतंत्र दिवस,रेल सप्ताह और हिंदी सप्ताह के अवसर पर किया जाता है। पश्चिम चम्पारण जिले के चुहड़ी पल्ली में रहने वाले जोसेफात भाजू। इनके अन्य बच्चों में जैकब जोसेफात और जेवियर जोसेफात पटना आ गये। यहां पर आने के बाद जेवियर ने काफी मेहनत की तो उसका सार्थक परिणाम सामने आया। उनको रेलवे में नौकरी लग गयी। जमालपुर रेल इंजन कारखाना भंडार विभाग, पूर्व रेलवे जमालपुर में 1984 से  कार्यरत हैं जेवियर जोसेफात। इसके कुछ साल के बाद निर्मला साहू से विवाह किये। निर्मला साहू का घर फेयर फील्ड कॉलोनी,पटना में है। पटना में संत कैरेंस स्कूल में टीचर थीं। यहां के शिक्षण अनुभव के आधार नोट्रेडेम एकेडमी में नौकरी लग गयी। 9 और 10 कक्षा में हिंदी पढ़ाती हैं। जेवियर और निर्मला की जिन्नी जेवियर जोसेफात बेटी हैं। पटना विमेंस कॉलेज से बी.कॉम की हैं। एम.कॉम में एडमिशन लेने वाली हैं। भंडार विभाग के डीजल लेजर में जेवियर जोसेफात कार्यशील हैं लिपिक- ।। में। उत्कृष्ट कार्य करने के कारण सालों से सम्मानित होते आ रहे हैं। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 15 अगस्त

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राज्यमंत्री श्री मीणा ने ध्वजारोहण कर परेड़ की सलामी ली
  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों को दर्शकगण एकटक देखते रहे, उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुरस्कृत हुए

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स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के पावन पर्व पर जिला मुख्यालय के पुलिस परेड ग्राउण्ड पर प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मार्च पास्ट के अलावा छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। समारोह के मुख्य अतिथि श्री मीणा ने कलेक्टर श्री अनिल सुचारी और पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर के साथ सफेद रंग की जिप्सी वाहन पर सवार होकर परेड का निरीक्षण किया। तत्पश्चात् उन्होंने प्रदेश की जनता के नाम मुख्यमंत्री जी के संदेश का वाचन किया। संदेश वाचन उपरांत मध्य प्रदेश गान का गायन हुआ। समारोह में हर्ष फायर उपरांत प्रगति के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारों को मुक्त आकाश में छोड़कर स्वतंत्रता का संदेश दिया गया। स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा मनोहारी व रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाॅ दी गई जिन्हें उपस्थित जनसमूह द्वारा करतल ध्वनि से सराहा गया। मुख्य समारोह में विशेष सशस्त्र बल 34 बटालियन, जिला पुलिस बल एक एवं दो, जिला नगर सेना, एनसीसी सीनियर एसएटीआई, कन्या महाविद्यालय, एनसीसी जूनियर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, एसएसएल जैन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जिला गाइड दल एक एमएलबी, जिला गाइड दल दो शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शेरपुरा, ओलम्पस हायर सेकेण्डरी के बैण्ड दल द्वारा मार्चपास्ट कर सलामी दी गई। इसके अलावा नगर की चार शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। जिसमें कन्या महारानी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा ‘‘ये मेरा इंडिया.......’’,ट्रिनिटी कान्वेंट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल के छात्रों द्वारा ‘‘विद्या पाओ तुम.............’’, साकेत एमजीएम के विद्यार्थियों द्वारा ‘‘जो बोले सो निहाल.........’’ तथा ओलम्पस हायर सेकेण्डरी स्कूल के बैण्ड दल द्वारा मनमोहन प्रस्तुति प्रस्तुत की गई।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मीणा ने जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी, कर्मचारियों और स्वंयसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं खेलो के क्षेत्र में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ियों को प्रशंसा पत्र एवं शील्ड प्रदाय कर सम्मानित किया।  कार्यक्रम स्थल पर विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दिनेश सोनी, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा व अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, गणमान्य नागरिक, पत्रकारो के अलावा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थी। समारोह में कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अध्यापक डाॅ दीप्ति शुक्ला ने किया। स्वतंत्रता लक्ष्मीबाई कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल में आयोजित मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दिनेश सोनी, जनप्रतिनिधिगण के अलावा कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर, सीईओ जिला पंचायत श्री दीपक आर्य, एडीएम श्री एचपी वर्मा एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारियों ने विद्यार्थियों के साथ सहभोज किया। बच्चों एवं अन्य सभी के लिए सब्जी, पूड़ी, खीर के अलावा लड्डू वितरित किए गए। इस अवसर पर मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की नोड्ल अधिकारी कीर्ति चैहान, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा, डीपीसी श्री सुरेश कुमार खांडेकर के अलावा शैक्षणिक संस्थाओं के गुरूजन और अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


अनेक जगह हुआ ध्वजारोहण

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर जिला मुख्यालय पर अनेक जगह ध्वजारोहण हुआ जिसमें नगरपालिका कार्यालय में नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत कार्यालय मंे जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, विदिशा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कार्यालय में अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा ने, विदिशा जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती रामदेवी ने अपने जनपद कार्यालय में ध्वजारोहण किया। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने कलेक्टर निवास, कलेक्टेªट एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी विनीत कपूर ने तथा अन्य शासकीय कार्यालयों में विभाग के जिला अधिकारियों द्वारा तथा विदिशा प्रेस क्लब भवन में अध्यक्ष श्री भरत राजपूत के द्वारा ध्वजारोहण किया गया।

जतिवाद, आतंकवाद, गरीबी व भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिये संकल्प लेने का वक्त है यह : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू

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वर्ष 2022 तक नये भारत के निर्माण का संकल्प लें। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डा0 राजेन्द्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेदकर, सरदार भगत सिंह समेत उन सभी महान विभूतियों के प्रति श्रद्धा अर्पित करती हूँ, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। शासन में जन-भागीदारी, भ्रष्टाचार उन्मूलन, कृषि व आधारभूत संरचना का विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन, पिछड़ों, दलितों व वंचितों का कल्याण, महिला सशक्तिकरण आदि लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास जारी है। जन-आकांक्षाओं के अनुरूप समावेशी व न्यायोचित विकास सरकार की प्राथमिकता है। एतिहासिक पुलिस लाईन मैदान, दुमका में राज्यवासियों को संबोधित करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने उपरोक्त बातें कही। 

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) स्वच्छ भारत, गरीबी मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, आतंकवाद मुक्त भारत, सम्प्रदायवाद मुक्त भारत, जातिवाद मुक्त भारत के निर्माण का प्रण लें। नये भारत के निर्माण के इस संकल्प की सिद्धि के लिए पूरी तन्मया से जुट जाने की आवश्यकता है ताकि तीव्र गति से प्रगति के मार्ग को प्रशस्त किया जा सके। स्वतंत्रता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ को ‘संकल्प पर्व’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया गया है। सभी जानते है कि 1942 में स्वतंत्रता सेनानियों ने एक संकल्प लिया था, भारत छोड़ो का और 1947 में वह महान संकल्प सिद्ध हुआ, भारत स्वतंत्र हुआ। वर्ष 2022 तक नये भारत के निर्माण का संकल्प लें। झारखण्ड की धरती वीर सपूतों की धरती रही है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। बिरसा मुण्डा, सिदो, कान्हू, चाँद, भैरव, नीलाम्बर, पीताम्बर, बुधु भगत जैसे वीरों के संघर्ष व बलिदान का ही परिणाम है कि आज हम खुली हवा में विचरण कर रहे हैं। उनकी वीर गाथा हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं। राष्ट्रीय पर्व की इस सुखद बेला में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, डा0 राजेन्द्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेदकर, सरदार भगत सिंह समेत उन सभी महान विभूतियों के प्रति असीम श्रद्धा अर्पित करती हूँ, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। विश्व के मानचित्र पर एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत उदय उपरोक्त के ही तप त्याग व संधर्ष का परिणाम है। उप राजधानी दुमका के एतिहासिक पुलिस लाईन मैदान में 71 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यवासियों को संबोधित करते हुए उपरोक्त बातें राज्यपाल, झारखण्ड द्रौपदी मुर्मू ने कहा। राज्यपाल ने कहा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा प्रदान की और एक मजबूत स्वतंत्र भारत की बुनियाद रखी। बापू ने न केवल विदेशी सत्ता से आजादी दिलायी बल्कि रूढिवादी़ सामाजिक बंधनों से भी मुक्ति दिलायी जिनसे हमारा समाज सदियों से जकड़ा हुआ था। गाँधी जी ने सहनशीलता व आत्मसंयम पर आधारित स्वशासन-स्वराज्य का भरोसा दिलाया। कत्र्तव्य व लक्ष्य के प्रति निष्ठा व ईमानदारी तथा व्यापक हित के लिए परित्याग की भावना से ही गाँधी जी का सपना साकार हो सकता है। 


राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि शहीदों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए शहीद ग्राम विकास योजना के तहत् राज्य के वीर सपूतों यथा भगवान बिरसा मुण्डा, वीर बुधु भगत, सिद्धो-कान्हो व चाँद-भैरव, नीलाम्बर-पीताम्बर इत्यादि की जन्म भूमि के समग्र विकास का निर्णय लिया गया है। पिछले 70 वर्षों से हम भारत को एक महान एवं सर्व शक्तिमान राष्ट्र बनाने के सपने को पूर्ण करने की दिशा में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस अवसर पर हम सभी को चिन्तन करना चाहिये कि राष्ट्र के निर्माण में हम किस प्रकार अधिक-से-अधिेक योगदान दे सकते हैं। झारखण्ड का देश के स्वतंत्रता संघर्ष में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुझे विश्वास है कि झारखण्ड के सभी नागरिक राज्य एवं राष्ट्र को सुन्दर, समृद्ध और वैभवशाली बनाने के लिए लगातार प्रयत्नशील रहेंगे। सरकार राज्य के समग्र विकास व जन-कल्याण के प्रति सचेष्ट है। शासन में जन-भागीदारी, भ्रष्टाचार उन्मूलन, कृषि व आधारभूत संरचना का विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन, पिछड़ों, दलितों व वंचितों का कल्याण, महिला सशक्तिकरण आदि लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयास जारी है। जन-आकांक्षाओं के अनुरूप समावेशी व न्यायोचित विकास सरकार की प्राथमिकता है। 

राज्यपाल ने कहा किसानों की खुशहाली व समृद्धि राज्य के विकास का आधार है। राज्य में केले की खेती की असीम संभावनाओं को देखते हुए संताल परगना प्रमण्डल अन्तर्गत साहेबगंज जिला में इसकी खेती आरम्भ की गई है। प्रारम्भिक तौर पर 100 कृषकों को केले की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया है। भविष्य में संथाल परगना क्षेत्र केले की खेती में अपनी एक अलग पहचान बनायेगा ऐसा विश्वास है। राज्य के सभी जिलों के सभी प्रखण्डों में तीन दिवसीय ‘‘किसान मेला-सह-प्रखण्ड कृषि जागृति अभियान, 2017’’ का आयोजन किया गया ताकि किसानों को एक ही स्थान पर लाभकारी योजनाओं की पूरी जानकारी मिल सके तथा सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ किसानो तक पहँुचाया जा सके। बायफ के माध्यम से संथाल परगना प्रमण्डल अन्तर्गत विभिन्न जिलों में 280 डेयरी पशु विकास केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। राज्य के कुल 10, 000 मत्स्य कृषकों को मछली पालन हेतु तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। झारखण्ड मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो चुका है। संताल परनगा क्षेत्र में सड़कों की स्थिति में सुधार के तहत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनान्तर्गत 281 पथ एवं 41 पुल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजनान्तर्गत भी इस वित्तीय वर्ष में 11 पुलों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस वित्तीय वर्ष में 954 कि0मी0 पथ का निर्माण करते हुए 386 बसावटों को जोड़ने का भी लक्ष्य निर्धारित है। दुमका में मयूराक्षी नदी पर उच्चस्तरीय पुल के निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। 


राज्यपाल ने कहा राज्य के आर्थिक रूप से अक्षम वृद्धों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने एवं प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन हेतु सरकार द्वारा ’मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ संचालित की जा रही है। इस योजनान्तर्गत दुमका प्रक्षेत्र के गरीबी रेखा के नीचे के 1000 (एक हजार) वरिष्ठ नागरिकों को प्रमुख तीर्थ स्थल यथा हरिद्वार एवं ऋषिकेश की यात्रा करायी गयी। झारखण्ड में औद्योगिक विकास के उद्देश्य से ‘‘मेक इन इंडिया’’ के तर्ज पर मेक इन झारखण्ड की शुरूआत की गई है ताकि झारखण्ड के होनहार युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। इसके फलस्वरूप झारखण्ड में अनुकूल औद्योगिक एवं व्यापारिक वातावरण तैयार हुआ है तथा यहाँ के औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आयी है। झारखण्ड में निजी पूंजी-निवेश को बढ़ावा देने की दृष्टिकोण से राज्य में दो नये निजी विश्वविद्यालयों यथा एमिटी यूनिवर्सिटी झारखण्ड व आइसेक्ट यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। इस वर्ष पुनः तीन नये विश्वविद्यालय यथा-सरला बिरला विश्वविद्यालय, वाई.बी.एन. विश्वविद्यालय तथा अरका जैन विश्वविद्यालय की स्थापना करने से संबंधित अधिनियम को स्वीकृति प्रदान की गई है। राज्य में महाविद्यालयों की संख्या राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। इस ओर सरकार द्वारा गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में कुल 30 महाविद्यालय जिसमें 11 महिला महाविद्यालय, 12 माॅडल महाविद्यालय, 7 डिग्री महाविद्यालय की स्वीकृति देते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इन 30 काॅलेजों में से 10 महिला महाविद्यालयों में वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए पठन-पाठन का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है तथा इस वर्ष 6 अन्य महाविद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य शुरु किया जा रहा है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य हमारी मूलभूत आवश्यकता है। शिक्षा के विकास हेतु सरकार द्वारा हर स्तर पर प्रयास जारी है। शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने तथा राज्य में शिक्षा-व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु 280 ़2 विद्यालयों की स्थापना की गई है। नेतरहाट विद्यालय/ इंदिरा गाँधी विद्यालय की तर्ज पर संथाल परगना प्रमण्डल के दुमका जिला में भी आवासीय विद्यालय स्थापित किया जा रहा है।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा झारखण्ड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु हमारी सरकार कृतसंकल्प है। शिशु-स्वास्थ्य, मातृत्व-स्वास्थ्य, टीकाकरण, पोषण इत्यादि पर सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आदिम जनजातियों के स्वास्थ्य एवं जीवन को सुरक्षित रखने के लिए संथाल परगना क्षेत्र में ‘पहाड़िया विशेष स्वास्थ्य योजना’ के अंतर्गत 18 पहाड़िया उप स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। ‘आदिम जनजाति बिरसा आवास योजना’ के तहत इन्हें आवास की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है।  महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए हमारी सरकार ने एक अभिनव प्रयास किया है जिसके तहत् महिलाओं के पक्ष में निष्पादित 50 लाख रुपये मूल्य तक की भूमि/ सम्पत्ति के विक्रय विलेखों पर मात्र एक रुपये टोकन राशि के रूप में मुद्रांक शुल्क लेकर निबंधन शुल्क में पूर्ण विमुक्ति दी गई है। महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की इस योजना के दूरगामी परिणाम होंगे। सभी आँगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ गैस एवं स्टोव की आपूर्ति की कार्रवाई की जा रही है। इस योजना से आँगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्यकर वातावरण उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा संथाल परगना क्षेत्र में मानकी-मुण्डा व्यवस्था को मान्यता प्रदान करते हुए हमारी सरकार द्वारा मानकी, मुण्डा/ग्राम प्रधान, डाकुवा के सम्मान राशि में दोगुने की वृद्धि करते हुए मानकी को 3000/- रुपये प्रतिमाह, मुण्डा/ ग्राम प्रधान को 2ए000/- रुपये प्रतिमाह तथा डाकुवा को 1ए000/- रुपये प्रति माह सम्मान राशि के रुप में प्रदान किया जा रहा है। जल, जंगल, जमीन झारखण्ड की सामाजिक सांस्कृतिक पहचान है तथा यहाँ के जनजातियों के जीवन का हरेक पहलू जंगल से जुड़ा हुआ है। हमारी सरकार द्वारा जनजातीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए वन अधिकार अधिनियम के तहत् देवघर, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ एवं साहेबगंज जिले में लगभग 2180 हे0 भूमि ग्रामीणों के मौलिक अधिकारों हेतु उपलब्ध कराया गया है, ताकि उनकी आजीविका सुदृढ़ हो सके। महात्मा गाँधी के सच्चे अनुयायी टाना भगतों को मुख्यधारा में लाने एवं इनके सर्वांगीण विकास हेतु टाना भगत विकास प्राधिकार का गठन किया गया है तथा इसके निमित्त चालू वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ रुपये का बजट उपबंध किया गया है। संथाल परगना क्षेत्र के हमारे आदिवासी भाई बन्धुओं का साहुकारों द्वारा लम्बे समय तक शोषण किया जाता रहा है। हमारी सरकार ने झारखण्ड की भोली-भाली जनता को साहुकारों के चंगुल से मुक्त करने के लिए झारखण्ड निजी साहुकारी अधिनियम, 2016 पारित किया है जिससे अब बिहार साहुकारी अधिनियम, 1974 समाप्त हो गया है। अब बैंकों को छोड़कर कोई व्यक्ति नगद या वस्तु के रूप में बंधक रखने संबंधी साहुकारी का व्यवसाय नहीं कर सकेगा।

झारखण्डवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेवारी है और हमारी सरकार इस दिशा में सघन प्रयास भी कर रही है। पाकुड जिला के लिट्टीपाड़ा प्रखण्ड को पूर्णतः पाईप जलापूर्ति से आच्छादित करने हेतु हमारी सरकार द्वारा 217 करोड़ रुपये की योजना का शुभारम्भ किया गया है। इससे इस क्षेत्र की फ्लोराईड प्रभावित आबादी भी आच्छादित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने हेतु वर्ष 2017-18 में संथाल परगना क्षेत्र में कुल 17 वृहद् ग्रामीण एवं 765 लघु पाईप जलापूर्ति योजनायें स्वीकृत एवं कार्यान्वित की जा रही है। झारखण्ड विकास के पथ पर अग्रसर है और विकास की इस यात्रा में हमारी सरकार सबको साथ लेकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है। कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ लक्षित समूहों तक पहुँचे, इसके लिए आवश्यक है कि प्रशासन चुस्त-दुरूस्त, संवेदनशील एवं पारदर्शी हो। अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहँुचाकर उसके चेहरे पर मुस्कान लाने में सफल हों, यही हमारे लोकतंत्र की सही मायने में जीत होगी।

जैनधर्म का महापर्व है "पर्युषण" : -गणि राजेन्द्र विजय -

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दुनिया के प्राचीन धर्मों में अग्रणी है जैन धर्म। जैन संस्कृति में जितने भी पर्व व त्योहार मनाए जाते हैं, लगभग सभी में तप एवं साधना का विशेष महत्व है। जैनों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पर्व है पर्युषण पर्व। पर्युषण पर्व का शाब्दिक अर्थ है− आत्मा में अवस्थित होना। जैनों का यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व ग्रंथियों को खोलने की सीख देता है। इस आध्यात्मिक पर्व के दौरान कोशिश यह की जाती है कि जैन कहलाने वाला हर व्यक्ति अपने जीवन को इतना मांज ले कि वर्ष भर की जो भी ज्ञात-अज्ञात त्रुटियां हुई हैं, आत्मा पर किसी तरह का मैल चढ़ा है वह सब धुल जाए। संस्कारों को सुदृढ़ बनाने और अपसंस्कारों को तिलांजलि देने का यह अपूर्व अवसर है। इस पर्व के आठ दिन इतने महत्वपूर्ण हैं कि इनमें व्यक्ति स्वयं के द्वारा स्वयं को देखने का प्रयत्न करता है। ये आठ दिन नैतिकता और चरित्र की चैकसी का काम करते हैं और व्यक्ति को प्रेरित करते हैं वे भौतिक और सांसारिक जीवन जीते हुए भी आध्यात्मिकता को जीवन का हिस्सा बनाएं। आत्मोत्थान तथा आत्मा को उत्कर्ष की ओर ले जाने वाले इस महापर्व की आयोजना प्रतिवर्ष चातुर्मास के दौरान भाद्रव मास के शुक्ल पक्ष में की जाती है। इस महापर्व मंे निरंतर धर्माराधना करने का प्रावधान है। इन दिनों जैन श्वेतांबर मतावलंबी पर्युषण पर्व के रूप में आठ दिनों तक ध्यान, स्वाध्याय, जप, तप, सामायिक, उपवास, क्षमा आदि विविध प्रयोगों द्वारा आत्म-मंथन करते हैं। दिगंबर मतावलंबी दशलक्षण पर्व के रूप मंे दस दिनों तक इस उत्सव की आराधना करते हैं। क्षमा, मुक्ति, आर्जव, मार्दव, लाघव, सत्य, संयम, तप, त्याग तथा ब्रह्मचर्य इन दस धर्माें के द्वारा अंतर्मुखी बनने का प्रयास करते हैं।


पर्युषण की आराधना के इन दिनों मंे व्यक्ति अपने आपको शोधन एवं आत्मचिंतन के द्वारा वर्षभर के क्रिया-कलापों का प्रतिक्रमण प्रतिलेखन करता है। विगत वर्ष में हुई भूलों को भूलकर चित्तशुद्धि का उपाय करता है। सभी व्यक्ति एक दूसरे से क्षमा का आदान-प्रदान करते हैं, जिससे मनोमालिन्य दूर होता है और सहजता, सरलता, कोमलता, सहिष्णुता के भाव विकसित होते हैं। पर्युषण पर्व के आठ दिनों में प्रतिदिन एक विशेष आयोजन निश्चित है। इन आठों दिन के आयोजनों के साथ मुख्य रूप से तप और मंत्र साधना को जोड़ा गया है। संयम, सादगी, सहिष्णुता, अहिंसा, हृदय की पवित्रता से हर व्यक्ति अपने को जुड़ा हुआ पाता है और यही वे दिन हैं जब व्यक्ति घर और मंदिर दोनों में एक सा हो जाता है। छोटे-छोटे बालक-बालिकाओं का उत्साह दर्शनीय होता है। आहार-संयम, उपवास एवं अठाई तप के द्वारा इस महापर्व को मनाते हंै। इस अवसर पर जैन मंदिरों, स्थानकों, उपासना स्थलों, जिनालयों की रौनक बढ़ जाती है। संपूर्ण जैन समाज में साधु-साध्वियों, उपासकों, विद्वत्जनों के प्रवचनों के द्वारा धर्म की विशेष आराधना होती है। श्रावक-श्राविकाएं भी अपना धार्मिक दायित्व समझकर अध्यात्म की ओर प्रयाण करते हैं। अनेक स्थानों पर इन दिनों व्यापारिक गतिविधियां सीमित हो जाती हैं। कई प्रतिष्ठान विशेष दिनों के आयोजन पर अवकाश भी रखते हैं। श्रेष्ठीजन अपने कर्मचारियों को भी धर्माराधना हेतु प्रेरित करते हैं।

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पयुर्षण पर्व मेें क्षमा, मैत्री, करुणा, तप, मंत्र साधना आदि पर विशेष बल दिया जाता है। क्षमा का सर्वाधिक महत्व इस पर्व के साथ जुड़ा है- मैं सब जीवों कोे क्षमा करता हूं, सब जीव मुझे क्षमा करते हैं। मेरी सब प्राणियों से मित्रता है, किसी से मेरा वैर-भाव नहीं है। प्रभु महावीर के इस मैत्री मंत्र के साथ सामूहिक क्षमापना-क्षमावाणी दिवस को समूचा जैन समाज विश्व मैत्री दिवस के रूप में मनाता है। पर्युषण पर्व प्रतिक्रमण का प्रयोग है। पीछे मुड़कर स्वयं को देखने का ईमानदार प्रयत्न है। वर्तमान की आंख से अतीत और भविष्य को देखते हुए कल क्या थे और कल क्या होना है इसका विवेकी निर्णय लेकर एक नये सफर की शुरुआत की जाती है। पर्युषण आत्मा में रमण का पर्व है, आत्मशोधन व आत्मोत्थान का पर्व है। यह पर्व अहंकार और ममकार का विसर्जन करने का पर्व है। यह पर्व अहिंसा की आराधना का पर्व है। आज पूरे विश्व को सबसे ज्यादा जरूरत है अहिंसा की, मैत्री की। यह पर्व अहिंसा और मैत्री का पर्व है। अहिंसा और मैत्री के द्वारा ही शांति मिल सकती है। आज जो हिंसा, आतंक, आपसी-द्वेष, नक्सलवाद जैसी ज्वलंत समस्याएं न केवल देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए चिंता का बड़ा कारण बनी हुई है और सभी कोई इन समस्याओं का समाधान चाहते हैं। उन लोगों के लिए पर्युषण पर्व एक प्रेरणा है, पाथेय है, मार्गदर्शन है और अहिंसक जीवन शैली का प्रयोग है। आज भौतिकता की चकाचैंध में, भागती जिंदगी की अंधी दौड़ में इस पर्व की प्रासंगिकता बनाये रखना ज्यादा जरूरी है। इसके लिए जैन समाज संवेदनशील बने विशेषतः युवा पीढ़ी पर्युषण पर्व की मूल्यवत्ता से परिचित हो और वे सामायिक, मौन, जप, ध्यान, स्वाध्याय, आहार संयम, इन्द्रिय निग्रह, जीवदया आदि के माध्यम से आत्मचेतना को जगाने वाले इन दुर्लभ क्षणों से स्वयं लाभान्वित हो और जन-जन के सम्मुख एक आदर्श प्रस्तुत करे।  पर्युषण महापर्व मात्र जैनों का पर्व नहीं है, यह एक सार्वभौम पर्व है। पूरे विश्व के लिए यह एक उत्तम और उत्कृष्ट पर्व है, क्योंकि इसमंे आत्मा की उपासना की जाती है। संपूर्ण संसार में यही एक ऐसा उत्सव या पर्व है जिसमें आत्मरत होकर व्यक्ति आत्मार्थी बनता है व अलौकिक, आध्यात्मिक आनंद के शिखर पर आरोहण करता हुआ मोक्षगामी होने का सद्प्रयास करता है। 






(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
25 आई. पी. एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92
फोनः 22727486, 9811051133

मैं पार्टी का सिपाही, नीतीश मेरे नेता : टिंकू कसेरा

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मधुबनी, (आर्यावर्त डेस्क), आनन फानन में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण दल की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित मधुबनी जिला जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सह जिला कोषाध्यक्ष टिंकू कसेरा ने बताया कि वो पार्टी के सिपाही हैं और उनके एक मात्र नेता नेता नीतीश हैं. निलंबन के सम्बन्ध में पूछे जाने पर कहा कि वो पार्टी के समक्ष अपनी बात रखेंगे. निलम्बन का कारण पूछने पर कसेरा ने बताया कि मधुबनी नगर परिषद् के चुनाव के बाद मधुबनी विकास और बदलाव के लिए किये जारे हे प्रयास और विरोध के कारण साजिश हो सकती है. उन्होंने कहा कि मैं आज भी जदयू का कार्यकर्त्ता हूँ और जदयू के लिए जमीन से जुड़े हर कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में मैंने बढ़ चढ़ कर कार्यकर्त्ता की हैसियत से कार्य किया है, चाहे पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत हो या पार्टी का दस्तक अभियान, वृक्षारोपण अभियान हो या जदयू का मधुबनी से पटना दिल्ली तक अधिकार रैली तमाम कार्यक्रम को मैंने अपने नेतृत्व में सफलतापूर्वक अंजाम दिया है और आगे भी पार्टी के हर कार्य के लिए मैं निष्ठा के साथ मौजूद हूँ. 



जिला जदयू अध्यक्ष अब्दुल कयूम और प्रवक्ता शिवकुमार यादव ने टिंकू कसेरा को निर्दोष बताया और कहा कि नगर परिषद् चुनाव के कारण टिंकू कसेरा को साजिशन निशाना बनाया गया है, शरद यादव के मधुबनी कार्यक्रम के दौरान टिंकू कसेरा समेत एक भी जदयू कार्यकर्त्ता मौजूद नहीं था और पूरी जिला इकाई पार्टी के साथ एकजुटता के साथ खड़ी है, अध्यक्ष एवं प्रवकत द्वय ने बताया कि टिंकू कसेरा का निलंबन वापिस लेने के लिए जिला जदयू पार्टी से आग्रह करेगी.
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