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भारत के 45वें प्रधान न्यायाधीश बने न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने आज भारत के 45वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण की। वह उस पीठ का हिस्सा थे जिसने 16 दिसंबर को हुए सामूहिक बलात्कार मामले में चार दोषियों को मौत की सजा की पुष्टि की थी और सिनेमा हॉलों में राष्ट्रगान को अनिवार्य बनाने का आदेश पारित किया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एक सादे समारोह में न्यायमूर्ति मिश्रा को पद की शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति मिश्रा ने ईश्वर के नाम शपथ अंग्रेजी में ली। न्यायमूर्ति जे एस खेहर के कल सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायमूर्ति मिश्रा (64) ने यह पद संभाला है। न्यायमूर्ति मिश्रा दो अक्तूबर 2018 तक इस पद पर अपनी सेवाएं देंगे। स्थापित परिपाटी के अनुसार न्यायमूर्ति खेहर ने पिछले महीने मिश्रा को देश का आगामी प्रधान न्यायाधीश नामित किया था। वह पटना उच्च न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। अक्तूबर 2011 में वह शीर्ष अदालत में आ गए थे। वर्ष 1977 में वकालत शुरू करने वाले न्यायमूर्ति मिश्रा ने उड़ीसा उच्च न्यायालय में संवैधानिक, दीवानी, फौजदारी, राजस्व, सेवा और बिक्री कर मामलों में प्रैक्टिस शुरू की। उन्हें 17 जनवरी, 1996 को उड़ीसा उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति मिली। उन्होंने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में भी सेवाएं दी। वह 19 दिसंबर 1997 में स्थायी न्यायाधीश बने। न्यायमूर्ति मिश्रा वर्तमान में उस पीठ की अध्यक्षता कर रहे हैं जो कावेरी तथा कृष्णा नदी जल विवाद, बीसीसीआई सुधार और सहारा मामले समेत कई अन्य मामलों की सुनवाई कर रही है। उनकी ही अध्यक्षता में एक पीठ ने देशभर के सिनेमाघरों में राष्ट्रगान को अनिवार्य बनाने का आदेश दिया था। वह उस पीठ का भी हिस्सा थे जिसने 16 दिसंबर 2012 सामूहिक बलात्कार मामले में दोषियों की मौत की सजा बरकरार रखी थी। न्यायमूर्ति मिश्रा और न्यायमूर्ति पीसी पंत ने मई माह में मानहानि को अपराध की श्रेणी से बाहर करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अभिव्यक्ति के अधिकार का यह मतलब नहीं है कि कोई भी किसी की भी मानहानि कर सकता है। इस अपराध में दो वर्ष के कारावास और जुर्माने का प्रावधान है। शपथ ग्रहण समारोह में उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद भी इस समारोह में शामिल हुए।


भारत, चीन ने डोकलाम में सैन्य बलों वापसी पर जताई सहमति: विदेश मंत्रालय

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित चीन यात्रा से एक सप्ताह पहले सरकार ने आज कहा कि भारत और चीन ने डोकलाम में गतिरोध स्थल से सीमाबलों को पीछे हटाने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन ने ‘‘राजनयिक संबंध’’ बरकरार रखे हैं और भारत चीन को अपने हित, चिंताओं एवं रुख से अवगत कराने में सफल रहा है। सरकार के इस बयान से प्रधानमंत्री मोदी की संभावित चीन यात्रा से पहले डोकलाम विवाद सुलझने की उम्मीद बनी है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा कि चीन के साथ राजनयिक स्तर की वार्ताओं के बाद दोनों देशों ने आमने सामने से सुरक्षा बलों को हटाने का फैसला किया है। बयान में कहा गया है , ‘‘पिछले कुछ सप्ताहों में भारत और चीन ने डोकलाम मामले के संबंध में राजनयिक संबंध बरकरार रखे हैं। इन वार्ताओं के दौरान हम अपने हित, अपना रुख और अपनी चिंताओं को व्यक्त करने में सफल रहे।’’ इसमें कहा गया, ‘‘ इन वार्ताओं के आधार पर डोकलाम में विवाद की जगह से सीमा बलों को आमने सामने की स्थिति से हटाने का फैसला किया गया है और यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।’’ उल्लेखनीय है कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से ज्यादा समय से गतिरोध बना हुआ है। यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को इलाके में एक सड़क का निर्माण करने से रोक दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन से पांच सितंबर तक होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में संभवत: हिस्सा लेने के लिए अगले सप्ताह चीन के शियामेन शहर जाएंगे।

डेरा प्रमुख राम रहीम को 10 साल की सजा

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रोहतक,28 अगस्त, केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने बलात्कार के एक मामले में दोषी ठहराये गये डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को आज 10 वर्ष की सजा सुनायी। डेरा प्रमुख को वर्ष 2002 के बलात्कार के मामले में यह सजा सुनायी गयी। चंडीगढ के निकट पंचकूला में सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने रोहतक में सुनारिया जेल में बनाये गये विशेष अदालत कक्ष में 50 वर्षीय गुरमीत को यह सजा सुनायी। गत शुक्रवार को इस मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद से गुरमीत इसी जेल में बंद है। न्यायाधीश को चंडीगढ़ से एक हेलीकॉप्टर से रोहतक लाया गया था और रोहतक के बाहरी इलाके में जेल के निकट बनाये गये एक हेलीपैड पर हेलीकाप्टर उतरा था। गत शुक्रवार को गुरमीत को दोषी ठहराये जाने के बाद हरियाणा में हुई हिंसा में 38 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए है।

बाढ़ प्रभावित किसानों को 1.25 अरब रूपये की राहत सहायता वितरित करेगा नेपाल

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काठमांडो, 28 अगस्त, नेपाल 30 जिलों के उन किसानों को 1.25 अरब रूपये की राहत सहायता वितरित करेगा जिनकी फसल देश में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण चौपट हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। किसानों को दिया जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा सहायता पैकेज है। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना को राष्ट्रीय योजना आयोग और वित्त मंत्रालय की मंजूरी की जरूरत होगी। कृषि विकास मंत्रालय के सचिव सुरोज पोखरेल ने बताया कि यह सहायता तत्काल नगद अनुदान और सब्सिडी के रूप में जारी की जाएगी। यह पैसा घाटा उठाने वाले किसानों के बैंक खातों में सीधे डाला जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘इससे वितरण प्रणाली पारदर्शी होगी और लक्षित समूह तक इसका लाभ पहुंचेगा।’’ कृषि मंत्री राम कृष्ण यादव ने कहा कि राहत प्रदान करना सरकार का कर्तव्य है। राहत पाना किसानों का कानूनी अधिकार है। देश में 11 से 14 अगस्त के बीच हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में 157 लोगों की मौत हो गई। बारिश के कारण 30 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में मुताबिक लगभग 43,406 घर पूरी तरह तबाह हो गए जबकि हजारों घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। मंत्रालय के प्रवक्ता योगेंद्र कुमार कार्की ने अब तक हुए नुकसान की अंतिम रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि कृषि क्षेत्र को कुल 5.84 अरब रूपये का नुकसान हुआ है।

अतिरिक्त पूंजी डाले बिना सरकारी बैंकों के विलय से नहीं सुधरेगी स्थिति : मूडीज

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नयी दिल्ली, 28 अगस्त, वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज का कहना है कि सरकार की तरफ से बैंकों में अतिरिक्त पूंजी डाले बिना केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विलय प्रक्रिया को तेज करने के फैसले मात्र से इन बैंकों की कमजोर पूंजी आधार की स्थिति में सुधार आना मुश्किल है। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने आज कहा कि देश के 21 बैंकों के विलय आदि मामलों पर विचार करने और उसकी निगरानी करने के लिये वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में मंत्रियों का समूह गठित करने का फैसला सकारात्मक कदम है, क्योंकि बैंकों के बीच विलय से उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी और उनमें संचालन की गुणवत्ता में सुधार आयेगा। एजेंसी ने कहा है, ‘‘हालांकि, सरकार की तरफ से नई पूंजी डाले बगैर विलय मात्र से ही सार्वजनिक क्षेत्र के इन बैंकों की पूंजी की कमजोर स्थिति में सुधार नहीं होगा।’’ सरकार की देश के 21 बैंकों में बहुमत हिस्सेदारी है, बैंकों की स्थिति में सुधार के लिये इनमें से कुछ के विलय पर विचार किया जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के ये सभी बैंक देश में कुल बैंक संपत्ति में दो तिहाई का योगदान रखते हैं। मूडीज का कहना है, ‘‘सार्वजिनक क्षेत्र के बैंकों में कार्पोरेट संचालन कमजोर रहना इन बैंकों की बड़ी कमजोरी रही है। सभी 21 बैंकों को व्यवस्थित रखना सरकार के लिये मुश्किल काम रहा है। सरकार इन बैंकों के मामलने में दीर्घकालिक रणनीति और मानव संसाधन जैसे मुद्दों पर पूरा ध्यान देने में नाकाम रही है। बैंकों को मजबूत बनाने और उनके एकीकरण से इनमें से कुछ समस्याओं का समाधान हो सकता है।’’

भारतीय मूल के 13 वर्षीय बच्चे को मेनसा आईक्यू टेस्ट में सर्वाधिक अंक हासिल

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लंदन, 28 अगस्त, ब्रिटेन में भारतीय मूल के 13 वर्षीय एक बच्चे ने मेनसा आईक्यू टेस्ट में सर्वाधिक 162 अंक हासिल किए हैं। इसी के साथ वह यह उपलब्धि पाने वाले विश्व के शीर्ष एक प्रतिशत लोगों में शामिल हो गया है।दक्षिण पूर्व इंग्लैंड के वकिंगघम में रहने वाला ध्रुव गर्ग गर्मियों की छुट्टियों के दौरान अपना समय बिताने के लिए विकल्प तलाश रहा था और उसने फैसला किया कि वह मेनसा के इस बौद्धिक समाज में शामिल होने की कोशिश करेगा। डेली मिरर की खबर के मुताबिक स्कूल में पढ़ने वाले इस बच्चे ने शुरुआती आईक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए जो इस टेस्ट में हासिल किए जा सकने वाले अधिकतम अंक है। इस उपलब्धि के बाद वह ऐसा करने वाले विश्व के शीर्ष एक प्रतिशत लोगों में शामिल हो गया। इसके अलावा उसने दूसरे टेस्ट ‘कल्चर फेयर स्केल’ में भी सबसे ज्यादा 152 अंक प्राप्त किए। इन अंकों के साथ वह मेनसा परीक्षा में भाग लेने वाले विश्वभर के उन गिने-चुने लोगों में शामिल हो गया जिन्होंने दोनों परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं। गर्ग बर्कशायर के रीडिंग स्कूल में पढ़ता है। वह एक ऐसा एप भी विकसित कर रहा है जिससे कि लोगों की सामाजिक एकांतता को खत्म किया जा सके। मेनसा को विश्व की सबसे बड़ी और प्राचीन आईक्यू सोसायटी माना जाता है ।

बिहार : माउंटेन मैन के परिवार फूस का घर में रहते हैं परिवार

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  • पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गहलौर पर्वत के नीचे 600 मकान बनाने की मांग की

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अतरी। मगध प्रमंडल के जिला गया,। तीस किलोमीटर दूर एक गाँव है गहलौर (अतरी प्रखंड)। यहीं पर महादलिप मुसहर समुदाय के दशरथ मांझी का घर है। माउंटेन मैन के बाल बच्चे फूस की झोपड़ी में रहने को बाध्य हैं। जबकि क्षेत्र चिड़ियां खाना बन गया है।देश-विदेश-प्रदेश के लोग आते हैं और मोहब्बत का पैगाम लेकर जाते हैं। बिहार के गया से लगभग तीस किलोमीटर दूर एक गाँव है गहलौर (अतरी प्रखंड), पहाड़ी के किनारे किनारे जाती एक लम्बी वीरान सी सड़क, एक ओर से पूरी तरह पहाड़ी से घिरे होने के कारण सबसे नजदीकी शहर (वजीरगंज) जाने के लिए सत्तर-अस्सी किलोमीटर का लम्बा चक्कर, और तो और पीने का पानी भी लाने के लिए रोजाना पहाड़ी के ऊपर चढ़कर तीन किलोमीटर का कठिन पथरीला डगर। तो ये थी बिहार के उस सुदूर गाँव के वशिंदों की पीड़ा। लेकिन ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन चुके इस पर्वत को झुकाने वाले युगपुरुष का प्रादुर्भाव भी शायद अब हो ही चुका था।


गहलौर घाटी में दशरथ मांझी पथ
एक दिन पर्वत पार करने के क्रम में ही एक महिला लड़खड़ा कर गिर जाती है और उसका मटका फूट जाता है। बुरी तरह जख्मी उसका इलाज सिर्फ इसलिए नहीं हो पाता क्योंकि शहर की दूरी थी सत्तर किलोमीटर, यातायात के साधन भी उपलब्ध न थे। अगर पहाड़ नहीं होता तो दुरी सिर्फ सात किलोमीटर होती और उसकी जान बचायी जा सकती थी। राह देखता उसका पति, इस घटना से खिन्न हो जाता है, और विवश हो जाता है, एक क्रांतिकारी इतिहास का सृजन करने को। अपने हाड़-मांस के शरीर से उस कठोर पर्वत का सीना चीरने लगा।

बेहद प्यार करते थे फगुनिया से
दरअसल गाँव के लोगों को पानी लाने के लिए रोजाना पहाड़ी पार कर जाना पड़ता था, इसी क्रम में दशरथजी की पत्नी फगुनिया (फागुनी देवी) एक दिन गिरकर बुरी तरह जख्मी हो जाती है, और शहर दूर होने के कारण सही समय पर इलाज नहीं हो पाता। वो दम तोड़ देती है। अगर पहाड़ बाधा नहीं होता तो शहर की दूरी सत्तर के बजाय सात किलोमीटर ही होती और उसका इलाज हो सकता था। इस घटना ने दशरथ जी को झकझोर कर रख दिया। अंत में खुद ही पहाड़ काटने की ठान ली। लेकिन यह भी कोई आसान काम न था। रोजी-रोटी की भी समस्या थी।  छोटे-छोटे बच्चे थे। फिर भी जूनूनी होकर अपने भेड़-बकरियों को भी बेच डाला, और फावड़ा , हथौड़ा, छेनी खरीद लिया।

दिन-रात एक कर पहाड़ काटते-काटते
उनकी उम्र 24 से 46 हो गयी। तब जाकर सन 1982 के आस पास 365 फीट लम्बी, 25 फ़ीट गहरी और 30 फीट चौड़ी सड़क बनी। इतना ही नहीं, बाद में सरकार से सड़क, स्कूल, अस्पताल आदि के लिए रेल की पटरियों के किनारे-किनारे पैदल ही चलकर  दिल्ली तक का रास्ता नाप लिया और वहां अपनी याचिका दी। बाद में उनके दुनिया से जाने के चार साल बाद 2011 में आख़िरकार सरकार ने इसकी सुध ली, और सड़क को और चौड़ा कर दोनों ओर जोड़ने वाली सड़क को आगे बढाया, जिसे दशरथ मांझी पथ का नाम दिया गया। कहते हैं की ताजमहल मुहब्बत की एक मिसाल है, क्योंकि उसे एक बादशाह ने बनवाया था। बादशाह के पास तमाम साधन और नौकर-चाकर थे। लेकिन उस बेचारे गरीब के पास क्या था, सिवाय अपने श्रम के, खून-पसीना बहाने के? अपनी मुहब्बत के लिए उस गरीब ने पर्वत को चिर कर रास्ता बना डाला। साथ ही यह मुहब्बत आगे चलकर गाँववालो के लिए भी वरदान बन गयी। अब आप मुहब्बत की असली मिसाल किसे कहेंगे? लेकिन आज दशरथ साहब ने गरीबों की मुहब्बत की लाज रख ली है। वे सदैव एक जननायक के तौर पर जाने जायेंगे, उनकी मिसाल युगों-युगों तक दी जाती रहेगी। गहलौर घाटी मुहब्बत के एक और ताज के रूप में जानी जाती रहेगी।


नीतीश ने ‘माउंटेन मैन’ दशरथ मांझी के प्रयासों की सराहना की
मांझी ने 22 साल में छेनी और हथौड़े के मदद से पहाड़ काट कर 110 मीटर लंबा रास्ता बना दिया था। इससे गया के अतरी और वजीरगंज ब्लॉक की दूरी 55 किलोमीटर से घटकर 15 किलोमीटर रह गई थी। वर्ष 2006 में दशरथ मांझी के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह एक बार आए थे जब मैं ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम’ के बाद मीडिया से बात कर रहा था।’’ मुख्यमंत्री ने कहा मैंने जब उन्हें देखा तो अपनी कुर्सी छोड़ दी और उनसे मीडिया कर्मियों से अपनी दुर्लभ उपलब्धि के बारे में अनुभव साझा करने का आग्रह किया।

खास बाते
नीतीश कुमार ने माउंटेन मैन दशरथ मांझी की मूर्ति का उद्घाटन किया
नीतीश ने माउंटेन मैन दशरथ मांझाी के प्रयासों की सराहना की...
माउंटेन मैन पर प्रभु मेहरबान ...दशरथ मांझी के गांव तक रेल लाइन बिछाएगी सरकार

पर्वत पुरुष स्व दशरथ मांझी की याद में राज्य सरकार ने दशरथ महोत्सव का आयोजन किया।इस महोत्सव के मौके पर गहलौर घाटी की तराई में दशरथ मांझी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा का अनावरण सूबे के सी एम नीतीश कुमार ने किया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि मैं अपने कार्यकाल में पहली बार गहलौर आया हूं। आज मुझे दशरथ मांझी के किये कार्यों को प्रत्यक्ष रुप से देखने का मौका मिला। पहले से केवल इनके कार्यों को जानते थे जिसे देखने का सपना था। सीएम ने कहा कि बाबा दशरथ मांझी मगध की धरती से हैं। पहले यह ज्ञान की भूमि थी लेकिन पर्वत पुरुष के संकल्प से यह कर्म की भूमि भी बन गई, निर्माण की भूमि बन गई। मगध ऐसा क्षेत्र है जहाँ ज्ञान, मोक्ष और निर्माण सभी कुछ का संगम है। इनके द्वारा घाटी कटकर बनाये गये सड़क की उंचाई कम किया जायगा ताकि दोनों तरफ़ से आवागमन सुगम हो सके। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने इस स्थल को यादगार इसलिए बनाने की कोशिश की है कि हमारे साथ- साथ नई पीढ़ी भी बाबा के कार्यों से सीखे. यह समझे कि यदि हमारा संकल्प सही है तो दुनिया का कोई भी कठिन से कठिन कार्य आसानी से किया जा सकता है। वहीं उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पर्वत पुरुष स्व. दशरथ मांझी सिर्फ गहलौर और गया के ही आदर्श नही है, बल्कि सम्पूर्ण देश और दुनिया के आदर्श हैं।  हमें इनके आदर्शों का पालन करना चाहिए। राज्य सरकार ने स्व. मांझी की प्रेरणा से एक छोटा सा संकल्प लिया है कि प्रदेश के हर गरीब के घर मे शौचालय हो। अगले वर्ष के नवम्बर तक कोई भी ऐसा घर नहीं होगा जिसमें शौचालय नही होगा। महोत्सव में बाबा दशरथ मांझी के हजारों अनुयायियों ने भाग लिया। क्षेत्र में इस महोत्सव को लेकर काफी उत्साह का माहौल है।  पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गहलौर पहाड़ की तराई में 600 मकान बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार के 7 निश्चय को लागू करें। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अजय मांझी ने पर्वत पुरूष दशरथ मांझी के झोपड़ी वाले घर को पक्का कर दें।

साध्वी बलात्कार मामले में राम रहीम को 10 वर्ष का कारावास

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रोहतक,28 अगस्त,  डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी बलात्कार मामले में आज 10 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई गयी, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां सुनारिया जेल में स्थापित विशेष अदालत में राम रहीम को 10 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई, पचास वर्षीय राम रहीम को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार), 506 (डराने-धमकाने) और 509 (महिला की इज्जत से खिलवाड़) के तहत दोषी पाया गया है। हरियाणा के पंचकूला स्थित सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश ने 25 अगस्त को 15 साल इस पुराने मामले में राम रहीम को साध्वी के साथ बलात्कार का दोषी करार दिया था। राम रहीम को दोषी ठहराने के बाद पंचकूला के अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और कई अन्य राज्यों में डेरा के अनुयायियों ने बड़े पैमाने पर हिंसा की थी, जिसे देखते हुए सजा सुनाने के लिए जेल में ही अस्थायी रूप से विशेष अदालत स्थापित की गयी। राम रहीम को सजा सुनाने के लिए न्यायाधीश को हेलीकाॅप्टर से सुबह सुनारिया जेल लाया गया। दोषी ठहराये जाने के बाद अनुयायियों द्वारा की गयी हिंसा के मद्देनजर इस बार प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। रोहतक जेल के आस-पास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है और कई किलोमीटर के दायरे में किसी को आने-जाने पर पूरी तरह रोक रही। कई स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी और रोहतक में धारा 144 लगायी गयी है। यह मामला वर्ष 2002 का है,तब एक साध्वी ने गुमनाम पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से इस मामले की जांच की गुहार लगाई थी। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीआई को जांच के आदेश दिये थे। जांच एजेंसी ने 30 जुलाई 2007 को मामला दर्ज किया था और इस मामले में 18 साध्वियों से पूछताछ की थी, जिनमें से दो ने बलात्कार की बात स्वीकार की थी। इस मामले में छह सितंबर 2008 को सुनवाई शुरू हुयी। गुरमीत राम रहीम ने सुनवाई के दौरान बलात्कार के आरोप को झूठा करार दिया और कहा कि वह शारीरिक संबंध बनाने में ‘सक्षम’ नहीं है। गत 25 अगस्त को हुई हिंसा में 38 लोग मारे गये थे। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अगले 48 घंटे के लिए हरियाणा में इंटरनेट और मोबाइल सेवायें निलंबित कर दी थी। पंजाब में भी 29 अगस्त तक इंटरनेट मोबाइल सेवाओं को निलंबित रखा गया है। सुनारिया जेल के आसपास चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद किसी भी आपात स्थिति में पुलिस को गोली मारने के आदेश दिये गये हैं। सेना को भी सतर्क रखा गया है। हरियाणा के अन्य जिलों में भी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गयी है। पंजाब के कई क्षेत्रों में पुलिस के साथ अन्य सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया हैं।


चीन का दावा, डोकलाम से हटी भारतीय सेना

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बीजिंग, 28 अगस्त, चीन के विदेश मंत्रालय ने आज दावा किया कि भारत ने डोकलाम से अपने सैनिकों को हटा लिया है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, “28 अगस्त को अपराह्न में भारत ने डोकलाम से अपने सभी सैनिकाें और उपकरणों को हटा लिया। चीन ऐतिहासिक समझौतों के अनुसार अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनाये रखेगा। ” उन्होंने कहा कि 18 जून से भारतीय सैनिक डोकलाम में थे। चीन ने विभिन्न कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से भारत के साथ बातचीत की। प्रवक्ता ने कहा, “चीन सरकार भारत के साथ अपने मैत्रीपूर्ण संबंधों को बहुत अहमियत देती है। उम्मीद है कि भारत सीमा पर स्थिरता बनाये रखने के लिए एेतिहासिक समझौते का पालन करेगा।

विशेष : भाजपा भगाओ रैली में नीतीश को ‘खदेड़ते’ रहे लालू

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27 अगस्‍त को राष्‍ट्रीय जनता दल की ओर से देश बचाओ, भाजपा भगाओ रैली का आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया था। भीड़ को लेकर राजद की ओर से ‘ऐतिहासिक दावे’ किये गये। भाजपा ने दावे का मजाक भी उड़ाया। इन दावे और प्रतिदावे के बीच ‘भाजपा भगाओ रैली’ से भाजपा गायब रही और लालू यादव नीतीश कुमार को ‘खदेड़ते’ रहे।


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लालू यादव ने देश बचाओ, भाजपा भगाओ रैली की घोषणा राजद के राजगीर में आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में किया था। नीतीश कुमार को भी रैली के लिए मौखिक आमंत्रण दिया गया था, लेकिन आधिकारिक आमंत्रण के पूर्व ही नीतीश ने भाजपा की सवारी कर ली और लालू देखते रह गये। रैली की तैयारी में जुटे राजद के कार्यकर्ता भाजपा भगाने की जगह ‘नीतीश हटाने’ में जुट गये। इसका असर भी रैली में दिखा। एक पत्रकार ने कहा कि लालू यादव के भाषण से खबर के लिए इंट्रो निकालना भी मुश्किल हो गया, क्‍योंकि भाजपा भगाने को लेकर लालू यादव कुछ बोले ही नहीं। लालू पूरे भाषण में नीतीश को भगाने में जुटे रहे। इतना ही नहीं, लालू यादव चुनाव के लिए घोषणा भी मंच करने लगे।

राजद के मंच पर पहुंचे गैरराजद नेता केंद्रीय राजनीति से भाजपा को भगाने का संकल्‍प दुहराते रहे। रणनीति की संभावनाओं पर विचार रखते रहे। उत्‍तर प्रदेश के अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने लालू के साथ खड़े होने के साथ भाजपा के खिलाफ मोर्चा बनाने की बात कही। लेकिन लालू यादव खुद भाजपा के खिलाफ बोलने से बचते रहे और नीतीश को लेकर हमलावर बने रहे। तो इसकी वजह भी थी। राष्‍ट्रीय स्‍तर पर विपक्ष की एकता के लिए बुलायी गयी रैली ‘राजद वेदना’ में डूब गयी। लालू यादव का पूरा परिवार नीतीश के ‘धोखा और अवश्विास’ से आगे नहीं बढ़ पाया। विपक्षी एकता की बात करने आये गैरराजद नेता भी तेजस्‍वी यादव की संभावनाओं पर चर्चा के साथ ‘संवेदना’ के शब्‍द कहने को विवश रहे। तेजस्‍वी के प्रति सहानुभूति भी जतायी।

एक बार राजद के वरिष्‍ठ नेता ने हमसे कहा था कि ‘आपकी बिरादरी का युवा सब सनक गया है। रोड पर उतर आया है।’ यह ‘सनक’ रैली में दिखी भी। लेकिन युवाओं का उत्‍साह या आक्रोश भाजपा भगाने के लिए नहीं था। युवा तेजस्‍वी को सरकार से बाहर करने के खिलाफ आक्रोशित था। तेजस्‍वी यादव ने रैली के लिए कंपेन की शुरुआत ही ‘जनादेश अपमान यात्रा’ से की। इस जनादेश अपमान यात्रा में भाजपा कहीं नहीं थी। नीतीश निशाने पर थे। देश बचाओ भाजपा भगाओ रैली ‘जनादेश अपमान यात्रा’ का विस्‍तार था, यात्रा की पूर्णाहुति थी।


पटना के गांधी मैदान में आयोजित रैली का मकसद विपक्षी एकता को राष्‍ट्रीय फलक पर ले जाना था, लेकिन रैली नीतीश कुमार से आगे नहीं बढ़ पायी। लालू यादव विपक्षी एकता के बजाये ‘पारिवारिक सत्‍ता’ को स्‍थापित करने के लिए बेचैन दिखे। लालू की बेचैनी स्‍वाभाविक थी, लेकिन लालू यादव को पारिवारिक सत्‍ता को विस्‍तार देने के लिए भी राष्‍ट्रीय फलक की राजनीति में अपनी जमीन तलाशनी होगी, जगह बनानी होगी। उन्‍हें नीतीश के दायरे से बाहर निकलना होगा। तभी विपक्षी एकता की कोई सार्थक परिणति दिखायी देगी।





साभार  : वीरेंद्र यादव

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 28 अगस्त

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मीडिया कार्यशाला 31 को

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राष्ट्रीय पोषण आहार सप्ताह के परिपेक्ष्य में एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन 31 अगस्त को किया गया है कि जानकारी देते हुए एकीकृत बाल विकास सेवाएं के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे ने बताया कि कार्यशाला कलेक्टेªट के सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। श्री शिवहरे ने सभी मीडियाकर्मियों से आग्रह किया कि वे राष्ट्रीय पोषण आहार सप्ताह के प्रचार-प्रसार एवं क्रियान्वयन के संबंध में अपने बहुमूल्य सुझावों से अवगत कराएं। राष्ट्रीय पोषण आहार सप्ताह जिले की सभी आंगनबाडी केन्द्रों में एक सितम्बर से सात सितम्बर तक आयोजित किया जाएगा। 

आर्थिक मदद जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आर्थिक सहायता के आठ प्रकरणों में आरबीसी के प्रावधानों के तहत अनुदान सहायता राशि स्वीकृत करने के आदेश जारी कर दिए है। सर्पदंश से ग्राम बरखेडाकछवा की श्रीमती कलाबाई चिडार की मृत्यु हो जाने पर मृतका के पति श्री सुन्दर लाल चिडार को चार लाख रूपए की तथा लटेरी तहसील के ग्राम गोलाखेडा के श्री दिमान सिंह चिडार की मृत्यु होने पर मृतक के पिता श्री वंशीलाल चिडार को चार लाख रूपए की तथा ग्राम गुरोद के मोनू मालवीय की मृत्यु सगड़ नदी में डूबने से हो जाने के कारण मृतक की मां श्रीमती राजकुमारी मालवीय को चार लाख रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है। हिट एण्ड रन के चार प्रकरणों में आर्थिक मदद जारी की गई है जिनमें जतरापुरा के श्री प्रतापसिंह कुशवाह को साढे बारह हजार रूपए एवं ग्राम ऐरन जिला रायसेन की श्रीमती ओमवती बाई की मणीपुर चक्कपाटनी के पास अज्ञात वाहन से टक्कर हो जाने पर घायल श्रीमती ओमवती बाई को साढे बारह हजार रूपए की, बरेठ के राजू उर्फ राजकुमार शर्मा की मृत्यु हो जाने पर मृतक की पत्नी श्रीमती अर्चना शर्मा को 25 हजार रूपए की, विदिशा किले अन्दर निवासी श्री शैलेन्द्र कुशवाह की मृत्यु हो जाने पर मृतक की पत्नी श्रीमती संगीता कुशवाह को 25 हजार रूपए तथा नामदेव कालोनी गंजबासौदा के  श्री संजू पुत्र श्री देवी सिंह अहिरवार की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर मृतक की पत्नी श्रीमती छाया बाई अहिरवार को 25 हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है। 


जिले मंे 592.9 मिमी औसत वर्षा हुई

जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर सोमवार की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि सोमवार को जिले में 7.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि एक जून से आज दिनांक 28 अगस्त तक 592.9 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 1360.9 मिमी औसत वर्षा हुई थी। ज्ञातव्य हो कि जिले की सामान्य वर्षा 1075.2 मिमी है। सोमवार को तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार विदिशा में 11 मिमी, बासौदा में 15 मिमी, लटेरी में 16 मिमी, ग्यारसपुर में 0.5 मिमी, गुलाबगंज में 13 मिमी, नटेरन में दो मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि कुरवाई और सिरोंज तहसील में वर्षा नगण्य रही। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 28 अगस्त

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राज्य सहायक अध्यापक ‘‘गुरूजी’’ संघ का सम्भागीय महासम्मेलन सम्पन्न
  • गुरूजियों की वरिष्ठता की मांग होगी पूर्ण सरकार के प्रतिनिधियों ने दिया भरोसा

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झाबुआ । राज्य सहायक अध्यापक ‘‘गुरूजी’’ संघ का क्रांतिकारी महासम्मेलन 27 अगस्त को को सुल्तानसिंह शेखावत (कैबिनेट मंत्री दर्जा) शिव चैबेजी (कैबिनेट मंत्री दर्जा) मुख्यमंत्रीजी के सलाहकार, रमेश चन्द्रशर्मा (राज्य मंत्री दर्जा) अध्यक्ष कर्मचारी कल्याण समिति म.प्र. शासन स्थानीय विधायक शांतिलाल बिलवाल, संगठन के जिला संरक्षक शैलेष दुबे, संगठन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव तेजनारायण द्विवेदी की उपस्थिति मंे जिला झाबुआ में सम्पन्न हुआ। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं महासचिव तेजनारायण द्विवेदी ने बताया कि कार्यक्रम मंे सर्वप्रथम माँ सरस्वती की पूजा अर्चना दीप प्रज्जवलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। महासम्मेलन मंे हमारी अपेक्षा से अधिक सब कुछ प्राप्त हुआ। जिसके लिये राज्य शासन के सभी उपस्थित प्रतिनिधियों के जीवन भर ऋणी रहेंगे, मुझे पता नहीं था कि इस महासम्मेलन मंे उनकी मांग पुरी होने की घोषणा होगी। श्री द्विवेदी ने अतिथियों के समक्ष अपनी संगठन की सम्पूर्ण भूमिका रखी सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता स्तर को ऊपर उठाना गुरूजियों से सहायक अध्यापक बने साथियों को गुरूजी के पद पर नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता प्रदान करने की मांग रखी। शिक्षा के गुणवत्ता स्तर को ऊपर उठाने हेतु सभी ने दोनों मुठ्ठी बांधकर हाथ ऊपर खडेकर संकल्प भी लिया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिव चैबे एवं सुल्तान सिंह शेखावत ने घोषणा की कि गुरूजियों से सहायक अध्यापक बने लोगों को उनकी एक सूत्रीय मांग वरिष्ठता का निर्धारण करना वर्ष 2018 के प्रथम कुछ माह पहले ही होगी। इसके लिये वह मुख्यमंत्री के साथ बैठकर विस्तृत चर्चा करेंगे। श्री चैबे ने तेजनारायण द्विवेदी एवं उनकी टीम को राजधानी भोपाल मंे मुख्यमंत्री निवास पर सहभोज मंे भी आमंत्रित किया है। जिसकी तिथि 15 दिनों के अन्दर तय हो जायेगी। इसके लिये संगठन उनका तहेदिल से आभार व्यक्त करता है। सम्मेलन को रमेशचन्द्र शर्मा, स्थानीय विधायक  शांतिलाल बिलवाल आदि ने संबोधित करते हुए म.प्र. शासन के कार्यो का भी वर्णन किया एवं गुरूजियों की मांग को पूर्ण कराने के लिये हर स्तर पर सहयेाग प्रदान करने को कहा। साथ ही विभाग के शिक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री को इस विषय मंे अपना पक्ष उनके सामने रखेंगे। श्री द्विवेदी के अनुसार कि कुछ ट्रेनों को छोडकर सभी ट्रेने रदद् होने के बावजूद हमारे साथी, पन्ना, छतरपुर, सागर, दमोह, कटनी, छिन्दवाडा, बैतूल, रीवा, सीधी, सतना, शहडोल, रतलाम, उज्जैन, नीमच, मन्दसौर, खरगोन, खण्डवा, धार, अलिराजपुर, हरदा आदि जिलो से तमाम परेशानियों के कष्ट को पार करते हुए झाबुआ पहूंचे इसके लिये आभार व्यक्त किया। झाबुआ जिले की सम्पूर्ण इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया का भी पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए सह्ृदय धन्यवाद आभार। कार्यक्रम मंे माँ सरस्वती वन्दना का गायन, उमेश डबगर, आशा राठौर एवं तरन्नुम शेख द्वारा किया। सम्मेलन की भूमिका तेजनारायण द्विवेदी, स्वागत भाषण बहादूर सिंह भूरिया एवं आभार प्रदर्शन सोहन सिंह नलवाया के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रांतीय अध्यक्ष, सन्दर्भ सिंह बघेल, भागीरथ गुर्जर, दिनेश परिहार, जुनैद खान, राकेश गौतम, सौरभ पोरवाल, गोपाल कुमरावत सहित समस्त पदाधिकारियेां का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम प्रभारी सम्भागीय अध्यक्ष प्रकाश पालीवाल ने इसका सम्मेलन को सफल बनाने मंे सहयोग प्रदान करने वाले उदयसिंह बिलवाल, रामसिंह डामोर, धन्नालाल हामड, धनेश्वर वर्मा, गब्बुसिंह डांगी, महेन्द्र चैहान, नरेन्द्र सोलंकी, नियाज खान, कैलाश बिलवाल एवं अपनी सम्पूर्ण टीम को धन्यवाद किया एवं हमेशा इसी तरह से सहयोग की अपेक्षा की।


नगर  मे सिद्धीतप यात्रा महोसव पर निकला ऐतिहासिक चल समारोह
  • पूरा नगर आचार्य देवेष की निश्रा में हुआ धर्ममय, तपस्वियों का किया गया बहुमान

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झाबुआ । नगर के इतिहास में पहली बार विशालतम तप अभिनंनदन का भव्यातिभव्य चलसमारोह  निकाला गया ।पूरमपूज्य गच्छाधिपति आचार्यदेव श्री ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी मसा की पावन निश्रा में एवं पूज्य मधुरवक्ता मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी मसा की पावन प्रेरणा से 73 सिद्धीतप एवं5 मास क्षमण की विराट आराधना हुई । श्री गौडी पाश्र्वनाथ से वरघे डे की शुरूवात हुई । नगर के इतिहास मे  पहली बार इतनी भव्य तपस्वियों की बहुमान यात्रा से पूरा नगर महावीरमय बन गष्या । हजारों की संख्या में  दूर दूर शहरों से  श्रावकजनो ं से  इस दुूर्लभ अवसर का लाभ उठाया । श्री संघ के रिंकू रूनवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि चल समारोह नगर  के प्रमुख मार्गो से गजरा तो जय जय कारों स े पूरा माहौल आचार्यमय हो गया । जुलुस का समापन शहनाई गार्डन पर हुआ जहां मंगलाचरण के बाद घर्मसभा  मेंयुवा संत मुनिराज रजतचन्द्र विजय जी मसा ने कह ा कि  तप करते हुए शरीर को गलाना आसान है किन्तु का्रेध कशाय को गलाना मुश्किल है । भगवान महावीर ने भी कर्मो की निर्जरा के लिये  तपक ा श्रेष्ठ मार्ग बताया । तप पूर्णाहूति पर मुनिश्री ने कहा कि तपस्वी पारणा करने के भाव से तप को पूर्ण न करें बल्कि ऐ सा कोई तप और जीवन में करने का सौभाग्य मिले  इस भाव से  करें । मुनिश्री ने मासक्षमण, सिद्धीत पके अलावा 16,11,10,9 एवं 8 उपवास के साथ चत्तारी अट्ठ तप वालों की सातापृच्छा की एवं उन्हे  पारणों के बाद संयमित आहार करने का बात कहीं । पूज्य आचार्य देवेश ऋषभचन्द्रसूरिजी मसा ने भी धर्मसभा में कहा कि दानशील तप भाव से आराधकों ने जीवन को महकाया है । जो श्रेष्ठ कार्य है । सभी तपस्वियों को सुन्दरतम बहुमान तिलक, शाल,श्रीफल,साफा,चुनरी, स्वर्णचैन, चांदी के सिक्के आदि उपहार देकर सम्मानित किया गया । स्वर्ण चैन से बहुमान का लाभ हुक्मीचन्द वागरेचा एवनमल मोहनखेडा के ट्रस्टियों को मिला । दो दिवसीय महा महोत्सव के लाभार्थी कोठारी परिवार, कटारिया परिवार एवं बाबेल परिवार का विशेश बहुमान भी किया गया । सभी पधारे अतिथियों का अभिनंदन किया गया । अर्चना राकेश चैधरी 11 उपवास एवं कल्पना अभय दायजी थादला 11 उपवास का पारणाहुआ । श्रीमती रूनवाल के भी 11 उपवास पूर्ण हुए ।

क्या है सिद्धीतप
स्ंासार के बधंनों से मुक्ति की कामना सिद्धशीला मे पहूंचने की भावना  से अस्टकर्मो को चुर कर आत्मा को शाश्वत सुख मे लिन बनाने के उद॰ेश्य से किया जाता है । 44  दिवसीय इस आराधना मे ं 8 ज्ञब्ेप होते है । इसमे क्रमशः आराधना,तप-जप,क्रियायें की जाती है ।ं इन  तपस्याओं के प्रेरणादाता परमपूज्य मुनि रजतचन्द्रविजय जी मसा है ।

क्षमायाना के लिये आज पधारेगें विभिन्न श्रीसंघ
श्री रूनवाल ने बताया कि आज मंगलवार को अहमदाबाद, इन्दौर, राजगढ, देवास, आलीराजपुर, खाचरौद, नीमच श्री संघ के श्रावक श्राविकायें पपू आचार्य देवेश से क्षमापना के लिये उपस्थित रहेगें तथा पूरे मनोवेग से आचार्यश्री का वंदन करेगें ।

ग्राम का विकास ग्राम के लोगो द्वारा ही संभव - षिव चैबे

झाबुआ । ग्राम का विकास ग्राम के लोगो द्वारा ही संभव है। जब ग्रसम के लोगों में जागरूकता आयेगी ओर वे गांव के भले बुरे को समझेगे तो ही विकास होगा। गांव की प्रगति में ही खुद की प्रगति छिपी होती है ओर आप सभी ऊर्जावान युवाओं की सेना को अपने प्रायोगिक ग्राम में इस मंत्र को लेकर गांव की समस्याओं को समझ कर उसे दूर करने के लिए एक जोष ओर परहित की भावना को ध्यान में रखकर कार्य करना है। आपके इस कार्य में कई प्रकार की बाधाए आएगी, परन्तु महापुरूषो के जीवन से प्रेरणा लेकर आप अपनी मंजिल को पा सकते है।
उक्त उद्बोधन षासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में म.प्र.जन अभियान परिषद् द्वारा संचालित पाठ्यक्रम मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम की कक्षा में मुख्य अतिथि के रूप में म.प्र. खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री षिव चैबे ने प्रकट किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए म.प्र. कर्मचारी कल्याण समिति अध्यक्ष रमेषचन्द्रजी षर्मा ने छात्र/छात्राओं को विकास के अग्रदूत बताते हुए कहा कि आपको अपने गांव की संेवा से जोडने का कार्य म.प्र.जन अभियान परिषद् कर रहा है। आज मुख्यमंत्रीजी ने गांवो के विकास के लिए 200 से ज्यादा योजना संचालित कर रखी है, किन्तु उसे अंन्तिम व्यक्ति तक लाभ पहुचाने को जिम्मा आपका है। इससे पुर्व अतिथियों का स्वागत पाठ्यक्रम के छात्र/छात्राओं द्वारा किया गया। स्वागत भाषण और पाठ्यक्रम की जानकारी देते हुए म.प्र.जन अभियान परिषद् के संभाग समन्वयक अमित षाह ने बताया कि इस पाठ्यक्रम के जरिए गांव में छात्र जागरूकता पैदा कर रहे है ओर अपने नेतृत्व के द्वारा गांवो की समस्या जिले स्तर पर उठा कर उसका निराकरण करवा रहे है। यह पाठ्यक्रम मुख्यमंत्री जी की अभिनव पहल है ओर समाज कार्य करने वाले एवं अपने देष के विकास में आगे आने के लिए बेहतर माध्यम है । श्री षाह ने पाठ्यक्रम संचालन ओर कोर्स संबधित जानकारी आमंत्रित अतिथियो को दी। कार्यक्रम के दौरान गांवों में सोष्यल आॅडिट करने वाले छात्र/छात्राओं को अतिथ्यिों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में पाठ्यक्रम के छात्र/छात्रा धनसिंह , तानसिंह, जया बिलवाल, प्रभु कटारा आदि ने अपने-अपने फिल्ड ग्राम में किए गए कार्य ओर अनुभव साझा किए। अतिथियों को प्रतिक चिन्ह के रूप में आदिवासी संस्कृति के प्रतिक स्मृति चिन्ह मेंटर्स द्वारा प्रदान किए गए। कार्यक्रम का आभार प्रदर्षन करते हुए प्राचार्य एवं बी.ई.ओ. आयषा कुरैषी ने पाठ्यक्रम की विषेषताए बताते हुए जन अभियान परिषद् के संचालन की प्रषंसा कर इसे मुख्यमंत्री जी के स्वर्णिम म.प्र. बनाने में बेहतरीन पहल है और भविष्य में इसके अच्छे परिणाम हेतु सभी को आषान्वित किया । कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक वीरेन्द्रसिंह ठाकुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में ब्लाक समन्वयक दयाराम मुवेल एवं पाठ्यक्रम के तीनों वर्षो के छात्र/छात्रा तथा मेंटर्स राजेष वैरागी, अजय कुमार , प्रकाष मेडा ओर निहारिका परमार उपस्थित रहे।


पटवारी संगठन ने कलेक्टर को सीएम के नाम सौपा ज्ञापन

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झाबुआ । मध्यप्रदेश पटवारी संेघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश मुलेवा के नेतृत्व में पटवारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर आशीष सक्सेना को फसल गिरदावरी एप की व्यावहारिक कठिनाईयो के संबंध में तथा संसाधन उपलब्ध कराये जाने के संबंध में मुख्यमंशिवराजसिंह चैहान द्वारा एक लोकार्पण के समय की गई घोषणाओं के तारतम्य में ज्ञापन सौपा ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि शासन द्वारा फसल गिरदावरी एप पर कार्य करने हेतु आदेषित किया गया है किन्तु इस मोबाईल एप पर कार्य करने की वर्तमान प्रक्रिया पूर्णतः अव्यवहारिक होकर अत्यधिक समय लेने वाली है, जिसके कारण वर्तमान स्वरूप में इस एप पर कार्य करने से राजस्व एवं भू-अभिलेख के अन्य कार्यो का प्रभावित होना सुनिष्चित है इस एप की प्रमुख व्यवहारिक कठिनाईयो का सामना करना पडता है । पांच सूत्री ज्ञापन में-वेब जी आई एस के डाटा का उपयोग के संबंध मे अनुरोध किया है कि इस एप का आधार वेब जी आई एस साॅफ्टवेयर के डाटा बेस को बनाया गया है जबकि वेब जी आई एस साॅफटवेयर अव्यवहारिक होने के कारण उसका संचालन प्रदेष में बंद हो चुका है । वर्तमान एन.आई.सी. साॅफट्वेयर लागू होकर बडी मात्रा में रिकार्ड अपडेषन हो चुका है । ऐसे में पुराने और त्रुटिपूर्ण डाटाबेस पर फसल दर्ज करना न केवल अनावष्यक है बल्कि इससे पुनः किसानो की समस्याएॅ ही बढेगी ।ज्ञापन के अनुसार फसल दर्ज करने के लिए मोबाईल नम्बर और ओ.टी.पी. की अनिवार्यता को लेकर कहा गया है कि इस एप में फसल दर्ज करने के लिए कृषक का मोबाईल नम्बर दर्ज किया जाना अनिवार्य है तथा दर्ज की गई फसल अपलोड करने के लिए कृषक से ओ.टी.पी. लिया जाना है। अतः इस व्यवस्था के चलते कृषक बैंक से अधिक ऋण प्राप्त करने के लिए अपनी मनमर्जी की फसल दर्ज करने के लिए दबाव बना रहे है  तथा मनमाफिक फसल दर्ज नही होने पर ओ.टी.पी. नही बताया जा रहा है । साथ ही अधिकांष ग्रामो में ऐसे कृषको की भी भूमि है, जो अन्य किसी ग्राम में निवास करते है ऐसी स्थिती में न तो पटवारियो को ऐसे कृषक के मोबाईल नम्बर उपलब्ध नही हो पा रहा है । कृषको से ओ.टी.पी. प्राप्त करने के लिए भी पटवारी को संबंधित कृषक को फोन करना पड रहा है, इस हेतु पटवारियो को कोई अतिरिक्त भत्ता नही दिया जा रहा है । साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो में मोबाईल नेटवर्क की समस्या होने के कारण न तो कृषक को समय पर ओ.टी.पी. प्राप्त हो पाता है और ना ही ओ.टी.पी. पूछने के लिए कृषक से संपर्क हो पाता है । ग्राम के कई कृषक के पास  अभी भी मोबाइल नही है । साथ ही कई भूमिस्वामी वरिष्ठ वयोवृद्व है जिनके लिए मोबाइल का उपयोग संभव नही है । ज्ञापन में मोबाईल एप के डाटा का सर्वे नंबरवार न होकर खातावार होने के बारे में उल्लेखित किया है कि इस एप में उपयोग किया जा रहा डाटाबेस सर्वे नंबरवार न होकर खातावार है इस संबंध में प्रशिक्षण के समय ही एप निर्माताओ को अवगत कराया गया था किन्तु आज दिनांक तक  संशोधन नही हुआ है  एप में सर्वे नबंरवार डाटाबेस का विकल्प डाला गया है किन्तु वह काम नही कर रहा है। एक कृषक के खाते में कई सारे सर्वे नम्बर होते है जो ग्राम की भिन्न-भिन्न दिषाओ मेें फैले होते है । जिसके कारण एक ही समय में एक कृषक के संपूर्ण खाते के सभी सर्वे नंबरो में फसल दर्ज करना संभव नही है । साथ ही इस एप को सर्वे नम्बरवार कर भी दिया जाता है तो प्रत्येक सर्वे नम्बर के लिए हर बार कृषक से ओटीपी लिया जाना होगा, जिसमें और भी अधिक समय लगेगा । अतः ओटीपी समाप्त किया जाना उचित होगा । वही संसाधनो का उपलब्ध नही होने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि शासन के विभिन्न विभागो में संसाधन उपलब्ध कराए जाने के बाद ही किसी योजना का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर  किया जाता है, इस संबंध में प्रथम प्रषिक्षण के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा सभी पटवारियो को टैब खरीदने के लिए बजट उपलब्ध कराने का आष्वासन दिया गया था, किन्तु आज तक बिना बजट उपलब्ध कराये ही एप पर कार्य करने हेतु दबाव डाला जा रहा है । जबकि सच्चाई यह है कि आज भी कई पटवारियो के पास एंड्रायड फोन नही है न ही पुराने पटवारियो को इस फोन के संचालन का ज्ञान  है । साथ ही एक के संचालन हेतु न तो पटवारियो को इन्टरनेट बैलंेस हेतु राषि दी जा रही है और न ही कृषको से ओटीपी प्राप्त करने के लिए काल करने के लिए मोबाइल बैलंेस दिया गया है । ज्ञापन में कार्य के लिए अत्यल्प समय सीमा का जिक्र करते हुए अनुरोध किया है कि इस मोबाईल एप में इतनी कठिनाईयाॅ होते हुए भी फसल गिरदावरी दर्ज करने के लिए 31 अगस्त 2017 तक की समय सीमा निर्धारित की गई है जबकि भू-अभिलेख नियमावली के अनुसार खरीफ फसल गिरदावरी की अंतिम तिथी 30 सितंबर 2017 है । जिले के समस्त पटवारी अपने कर्तव्यो के प्रति निष्ठावान है और सदैव ही जिला प्रषासन की अपेक्षाओ के अनुरूप अपने सामथ्र्य से बढकर कार्य करते हुए प्रदेष में जिले की प्रतिष्ठा को बढाते आए है । सभी पटवारी इस मोबाईल एप पर भी कार्य करने को तैयार है, किन्तु जब तक उपरोक्त व्यवहारिक कठिनाईयो को दूर नही किया जाता तब तक इस एप पर कार्य करना दुष्कर है । यदि उपरोक्त समस्याओ को दरकिनार करते हुए इस एप पर कार्य करने को बाध्य किया जाता है तो न केवल समय सीमा में गिरदावरी कार्य पूर्ण हो सकेगा बल्कि राजस्व एवं भू-अभिलेख के अन्य समस्त कार्य भी ठप हो जाएगे । अतः जिले के समस्त पटवारियो की ओर से मांग की गई है कि इस एप की उपरोक्तानुसार व्यवहारिक कठिनाईयो को दूर करने हेतु शासन स्तर से आवश्यक कार्यवाही करते हुए शासन को अवगत कराया जावे । साथ ही निवेदन किया है  कि यदि उक्त वास्तविक एवं व्यवहारिक कठिनाईयो को दूर किये बिना ही इस एप पर ही गिरदावरी दर्ज करना अत्यंत कठिन कार्य है, फिर पटवारियो के उपर कार्य का अत्यधिक दबाव है, जिसके लिए आवश्यक समय एवं एप में आवश्यक सुधार किये बिना यह कार्य किया जाना अत्यंत कठिन है । ज्ञापन सौपते समय पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा, तहसील अध्यक्ष गोपाल जोषी, नानूराम मेरावत, मलसिंग डामोर, मोहम्मद असरफ, और अजीज सिंह चैहान, राजाराम पाटीदार, कविता डामोर, रेखा बिलवाल, रेखा वसूनिया, सुनिता भूरिया, लक्ष्मी गणावा, मुक्ता डामोर, सुनिता चैहान, सुनिता वाखला, हेमेन्द्र राठौर, ऋषि जयसवाल, अभय व्यास, नब्बूसिंह डामोर, संजय सोनी, मोहम्मद मसंूरी, छत्तरसिंह मेरावत, गोविन्द हाडा, महेश गरवाल, भारतसिंह नायक, सहित बडी संख्या में पटवारी उपस्थित थे ।

साम्प्रदायिक सौहार्द हेतु भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भावसार ने स्थायी समाधान की मांग की
  • प्रतिमा विसर्जन और कर्बला हेतु स्थल सुनिश्चित करने की मांग जिला प्रशासन से की

झाबुआ । धार्मिक त्यौहारों के दौरान जिला मुख्यालय पर साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे इस हेतु जिला भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजन स्थल सुनिश्चित करते हुए स्थायी समाधान  की मांग जिला प्रशासन से की गई है।गौरतलब है की प्रतिवर्ष नगर में हिन्दू समुदाय दस दिवसीय गणेशोत्सव और नौ दिवसीय नवरात्रि पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाता है वहीं मुस्लिम समुदाय द्वारा ताजियों के विसर्जन का आयोजन भी किया जाता है। गणेशोत्सव व नवरात्रि पर्व पश्चात श्री गणेश व माताजी की प्रतिमाओ का विसर्जन किया जाता है तो वही ताजियों को भी जल में प्रवाहित किया जाता है। इन आयोजनों की स्थितियों के मद्देनजर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने उक्त धार्मिक आयोजन स्थलो को लेकर प्रतिवर्ष अनिश्चितता के बनने वाले माहौल के दृष्टिगत जिला प्रशासन के मुखिया जिलाधीश श्री आशीष सक्सेना से मांग की।उन्होंने उक्त  धार्मिक आयोजनों के सम्बन्ध में स्थान सुनिश्चित करने की मांग की ताकि प्रतिवर्ष बनने वाली तत्सम्बन्धी अनिश्चितता का स्थायी समाधान हो सके।इस विषय को लेकर जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने कलेक्टर श्री सक्सेना से चर्चा की।कलेक्टर श्री सक्सेना ने तत्सम्बंध में शीघ्र ही प्रशासनिक तौर पर स्थान सुनिश्चित करने की बात भाजपा जिलाध्यक्ष से कही है।उक्त जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने दी।

जिले में अब तक कुल 671.4 मि.मी. औसत वर्शा दर्ज, 24 घण्टो में कुल 6.3 मि.मी. वर्षा दर्ज

झाबुआ । अधीक्षक भू-अभिलेख झाबुआ ने बताया कि जिले में 1 जून से आज दिनांक तक कुल 671.4 मि.मी. औसत वर्शा हो चुकी है। जिले में विगत 24 घण्टों के दौरान औसत 6.3 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई। विगत 24 घण्टो में झाबुआ तहसील में 30.2 मि.मी., थांदला तहसील में 2.8 मि.मी., रानापुर में 0.4 मि.मी., मेघनगर में 8.0 मि.मी., पेटलावद में 5.4 मि.मी.,रामा में नील मि.मी. वर्शा दर्ज की गई है।

शिक्षकों की व्यावसायिक योग्यता प्राप्त करने की तिथि 31 मार्च 2019 तक बढी
  • शिक्षक 5 सितम्बर तक पोर्टल पर करवा सकते है पंजीयन

झाबुआ । मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 23(2) में संशोधन करते हुए सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों की व्यावसायिक योग्यता प्राप्त करने की अवधि को 31 मार्च 2019 तक बढाया गया है। शासकीय, अनुदान प्राप्त, गैर अनुदान प्राप्त, निजी शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षक जिन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में प्रावधानित न्यूनतम योग्यता हासिल नहीं की है, उन्हें अंतिम अवसर देते हुए यह योग्यता 31 मार्च 2019 तक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।  अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार 01 अप्रैेल 2019 के पश्चात् कोई भी शिक्षण संस्थान  अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा में नहीं रख सकेंगे। इन अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण का अवसर देने हेतु केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयीन संस्थान के माध्यम से दूरस्थ शिक्षा प्रणाली से डी.एल.एड. प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत कक्षा 1 से 8 तक अध्यापन करवाने वाले समस्त सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों को पोर्टल पर अनिवार्यतः पंजीयन कराना होगा। उक्त पंजीयन हेतु शिक्षक की संस्था का डाईस कोड एवं आधार नंबर आवश्यक होगा। संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से संचालित किया जायेगा। ऐसे शिक्षक जो कक्षा 12वीं उत्तीर्ण नही है अथवा 12वीं में 50 प्रतिशत से कम प्राप्तांक है, उन्हें राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयीन संस्थान के माध्यम से कक्षा 12वीं एवं डी.एल.एड. दोनो पाठ्यक्रमों में पंजीयन कराना होगा। कक्षा 12वीं में 50 प्रतिशत या अधिक प्राप्तांक से उत्तीर्ण होने पर डी.एल.एड. की पत्रोपाधि प्राप्त होगी। ऐसे शिक्षक जो पूर्व वर्षों में डी.एल.एड. प्रथम अथवा द्वितीय वर्ष अनुत्तीर्ण हो चुके हैं, उन्हें भी इस कार्यक्रम में पंजीयन कराकर पाठ्यक्रम पूर्ण करना होगा। पाठ्यक्रम के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षा का शुल्क पंजीकृत आवेदक को स्वयं वहन करना होगा। शिक्षक 5 सितम्बर 2017 तक अपना पंजीयन पोर्टल पर करवा सकते है।

झाबुआ में सकंल्प से सिद्धि कार्यक्रम का आयोजन हुआ
  • 2022 तक गाॅव के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों ने लिया संकल्प

झाबुआ । शासन के निर्देशानुसार भारत छोडो आंदोलन की 75 वी वर्ष गांठ पर न्यू इण्डिया मंथनः संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम का आयोजन आज 28 अगस्त को झाबुआ जनपद में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पंचायतराज संस्थाओ के निर्वाचित जन प्रतिनिधियो का सम्मेलन आयोजित कर न्यू इण्डिया मंथन का संकल्प करवाया गया। कार्यक्रम में, विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल, कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमना भिडे, जनपद सीईओ झाबुआ श्री पी.सी.वर्मा एवं पंचायत राज संस्थाओ के निर्वाचित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल ने गाॅव के विकास के लिए सभी को संकल्प करवाया एवं गाॅव का विकास करने के लिए सरपंचों से कहा कि सन् 2022 तक सरपंच प्रत्येक गाॅव के प्रत्येक घर एवं प्रत्येक किसान के यहां बिजली पहंुचाये, हर परिवार के पास शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करे। गाॅव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण करवाये। गाॅव को कीचड मुक्त करने हेतु सडक निर्माण करवाये, गाॅव में शत-प्रतिशत साक्षरता के लिए पहल करे। बच्चो का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करे। हर जरूरत मंद को आवास, खाद्यान्न एवं सामाजिक पेंशन का लाभ दिलवाये, गाॅव के सभी व्यक्तियों के बैंक खाते खुलवाये हर खेत तक पानी पहंुचाने को प्राथमिकता दे। हर गाॅव में स्वयं सहायता समूह बनवाकर उन्हें आत्म निर्भर बनवाये, हर गाॅव को वृक्षों से आच्छादित करे, गाॅव को गरीबी मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, सम्प्रदाय मुक्त, जातिवाद मुक्त उन्नत गाॅव बनाये। न्यू इण्डिया मंथन कार्यक्रम का आयोजन थांदला में 30 अगस्त को किया जाएगा। कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से बालिकाओं का विवाह 18 साल से कम उम्र में नहीं करने एवं उनकी पढाई पूरी करवाने तथा दहेज दापा प्रथा को गांव से समाप्त करने का संकल्प भी करवाया।

1 सितम्बर से आधार केन्द्र निजी भवन से संचालित नहीं होगे ,आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन एवं अपडेशन के लिए दरे तय

झाबुआ । शासन द्वारा भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को डिजीटल पहचान देने हेतु आधार कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। प्राधिकरण द्वारा आधार कार्ड उपलब्ध करवाने का कार्य विभिन्न शासकीय एवं गैर शासकीय रजिस्ट्रारों के माध्यम से करवाया जाता है। रजिस्ट्रार अपने से संबंधित इनरोलमेन्ट एजेन्सियो एवं एनरोलमेंट से यह कार्य कराते है। आधार कार्ड पंजीकरण एवं संबंधित अन्य प्रक्रियाओं हेतु प्राधिकरण द्वारा दरे निर्धारित की गई। जिसके अनुसार आधार पंजीकरण, बायोमेट्रिक अद्यतन 5 से 15 वर्ष आयु तक एवं स्थिति की जानकारी पंजीयन केन्द्र संचालक द्वारा निःशुल्क प्रदान की जाएगी। आधार कार्ड के संबंध में 15 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति का पंजीयन शुल्क 25 रूपये, डेमोग्राफिक अपडेशन के 25 रूपये, आधार नम्बर पता करना एवं इ्र्र-आधार प्रिंट (कलर) के लिए 20 रूपये एवं ई-आधार प्रिंन्ट ब्लेक एण्ड व्हाइट के लिए 10 रूपये शुल्क निर्धारित किया गया है। आधार संबंधित शिकायतों पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु शासन द्वारा अब आधार केन्द्र का संचालन शासकीय भवनो में किये जाने हेतु निर्देश जारी किये गये है। इसके लिए संचालक को तहसील/जनपद/नगरपालिका/ नगर परिषद अथवा चिकित्सालय में निजी आधार केन्द्र संचालको को एक कक्ष उपलब्ध करवाया जायेगा। कक्ष आवंटन हेतु संचालक को सबंधित अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत करना होगा। अधिकारी द्वारा आवंटित कक्ष पर संचालक द्वारा प्राधिकरण द्वारा तय दर संबंधी बेनर आधार पंजीयन केन्द्रो पर अनिवार्य रूप से लगाना होगा। आधार पंजीयन शिविर आयोजित होने में शिविर में अनिवार्य रूप से जाने। आधार केन्द्र पर संचालक द्वारा केवल आधार संबंधी गतिविधियों का ही संचालन किया जाएगा। आगामी 1 सितम्बर के बाद यदि कोई आधार केन्द्र संचालक निजी भवन पर पंजीयन/अपडेशन कार्य करते हुए पाया जाता है, तो संचालक की मशीन जप्ती की कार्यवाही एवं ब्लेक लिस्ट करने की अनुशंसा संबंधित एसडीएम द्वारा शासन को की जाएगी। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान पंजीयन केन्द्र पर दर संबंधी बेनर लगा हुआ नहीं पाये जाने एवं तय दर से अधिक राशि वसूल करते पाये जाने पर एनरोलमेन्ट आॅपरेटरो के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।

सूक्ष्म, लद्यु और मध्यम उद्यम विभाग की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी एवं स्वरोजगार योजना लोकसेवा गारंटी अधिनियम में शामिल

झाबुआ । मध्यप्रदेश लोक सेवाओं के प्रदाय की गांरटी अधिनियम 2010 में सेवाओं का विस्तार करते हुए राज्य सरकार द्वारा सूक्ष्म, लद्यु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली सेवाओं में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजनाओं एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को जोडा गया है। जारी अधिसूचना अनुसार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजनांतर्गत प्राप्त आवेदन का परीक्षण कर पूर्ण/अपूर्ण की जानकारी आवेदक को प्रदान करने के लिए 15 कार्य दिवस, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनांन्तर्गत प्राप्त आवेदन का परीक्षण कर पूर्ण/अपूर्ण की जानकारी आवेदक को प्रदान करने के लिए 15 दिवस एवं पूर्ण आवेदन को सक्षम समिति से निर्मित करवाने के लिए 30 दिवस की समय-सीमा सेवाओं के लिए नियत की गई है। सेवा प्रदाय करने के लिए महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग को पदाभिहित अधिकारी, परिक्षैत्रीय उद्योग अधिकारी को प्रथम अपीलीय अधिकारी एवं उद्योग आयुक्त को द्वितीय अपीलय अधिकारी बनाया गया है।

खेत मे निंदाई करने गई महिला के साथ किया बलात्कार 
      
झाबुआ। फरि. नेे बताया कि खेत में निदाई करने गई थी कि आरोपी विनोद पिता अनसिंह सिंगाड निवासी झावलिया ने अकेली देखकर पकड़ लिया व चिल्लाने पर हाथ थप्पड़ से मारपीट कर ईच्छा के विरूद्ध जबरन खोटाकाम (बलात्कार) किया। प्रकरण में थाना रायुरिया में अपराध क्रमांक 281/17 धारा 376,323,506 भादवि व 3/4 पास्को एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ। फरि. सुखराम पिता अमरा मेडा उम्र 42 साल निवासी देवली ने बताया कि मेरी लड़की बदूडी उम्र 16 साल घर पर अकेली थी कि आरोपी हकरिया पिता मांगू दायमा निवासी लालारूण्डी ने बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रंमाक 282/17 धारा 363 भादवि. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध शराब के तीन अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ। आरोपी मोहन पिता धूमा अजनार उम्र 48 साल निवासी खजुरखो को अवैध रूप से शराब बैचते 22 बीयर व 20 लीटर कच्ची महुआ शराब कुल किमती 4,640/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अपराध क्रं0 165/17 धारा 34(2),36 आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी विष्णु पिता कांतीलाल राठौर निवासी पाडलवा के अवैध कब्जे से 1200/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रं0 395/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी अनिल पिता कमलसिंह नायक निवसी टांडी के अवैध कब्जे से 1500/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रं0 396/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

चोरो ने दिवार खेाद कर चुराए आभुषण
      
झाबुआ । फरि. दिलीप पिता प्रेमसिंह बंजारा उम्र 33 साल निवासी पिपलीपाडा ने बताया कि अज्ञात 01 बदमाश घर के आगे की दिवार खोदकर मकान में घुसा व अलमारी का लाॅक तोड़कर आभूषण चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रंमाक 284/17 धारा 457, 380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अज्ञात का शव नदी मे मीला
      
झाबुआ । अज्ञात मृतक व्यक्ति उम्र करीब 25 से 30 साल की अनास नदी के पानी में डुबने से मृत्यु हो गई। थाना कोतवाली में में मर्ग क्रमांक 91/2017 धारा 174 जा.फौ. की कायमी की गयी।

दुमका (झारखण्ड) की हलचल 28 अगस्त

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एक नया स्वच्छ भारत, गरीबी मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, आतंकवाद मुक्त भारत, सम्प्रदायवाद मुक्त भारत, जातिवाद मुक्त भारत का। 
  • न्यू इंडिया मंथनः संकल्प से सिद्धि के लिये सांसद दूबे ने दिलाया संकल्प

दुमका (अमरेन्द्र सुमन) कृषि विज्ञान केन्द्र दुमका के तत्वावधान में दिन सोमवार को इन्डोर स्टेडियम, दुमका में न्यू इंडिया मंथनः संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकान्त दुबे ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सांसद श्री दूबे ने उपस्थित पदाधिकारीयों, जन प्रतिनिधियों, विभिन्न प्रखंडों के कृषक मित्रों को इस अवसर पर संकल्प से सिद्धि का संकल्प दिलाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक भारत को न्यू इंडिया बनाने का संकल्प लिया है। 1942 में स्वतंत्रता सेनानियों ने एक संकल्प लिया था ‘‘भारत छोड़ो’’ का। वर्ष 1947 में वह महान संकल्प सिद्ध हुआ। भारत छोड़ो आन्‍दोलन की 75 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर 9 से 30 अगस्त तक पूरे देश में न्यू इंडिया मंथन: संकल्प से सिद्धि तक का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। एक नया स्वच्छ भारत, गरीबी मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, आतंकवाद मुक्त भारत, सम्प्रदायवाद मुक्त भारत, जातिवाद मुक्त भारत का। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद श्री दूबे ने कहा कि 2022 तक कृषि आय दोगुना करने का संकल्प भी है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु फसलों का बीमा, जैविक खेती, उच्च पैदावार के बीज व रोपण सामग्री अपनाने, एकीकृत कृषि प्रणाली, मूल्यवर्धन, सुरक्षित भंडारण, उत्पादन में वृद्धि, इनपुट का प्रभावी उपयोग, उपज के बाद कम नुकसान, गुणवत्ता में वृद्धि, न्यूनीकृत विपणन मार्जिन, जोखिम में कमी व  सहायक गतिविधियों का संकल्प भी शामिल है। कहा खेती के प्रति किसानों की इच्छाशक्ति ही आमदनी दोगुना करने एक मात्र माध्यम है। फायदेमंद खेती जरुरी है। खेती फायदा तभी होगा जब लागत मूल्य कम होगा। सरकार के द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रकार के खेती से संबंधित योजनओं का लाभ कृषक को मिले तभी जिले में लक्ष्य की प्राप्ति हो सकती है।  शिबू सोरेन के सांसद प्रतिनिधि विजय सिंह ने कहा कि लक्ष्य का निर्धारण सफलता की पहली कूंजी है। किसानों की आय में बढ़ोत्तरी के लिए सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो, जैविक खेती व कृषि फसल बीमा योजना के अन्तर्गत दावे का जल्द से जल्द निष्पादन जरुरी है। उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कहा कि संकल्प की प्राप्ति के लिए हम हर सम्भव प्रयास करेंगे। इसके लिए दुमका जिला में आॅर्गनाईजेशनल स्ट्रक्चर स्थापित किया जा रहा है। बेहतर कृषि हेतु मास्टर ट्रेनर्स तैयार किये जा रहे हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में कृषकों को प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा दुमका में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है।  दावों का निष्पादन अविलम्ब किया जा रहा है। हमारा प्रयास है स्वाईल हेल्थ कार्ड में भी सौ प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हो। संयुक्त निदेशक डीआरडी भारत सरकार मान सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक ए के सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह, वरीय वैज्ञानिक व प्रधान केवीके दुमका डा श्रीकांत सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सैयद राशिद अख्तर, परियोजना निदेशक आत्मा दुमका डा दिवेश कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह, डीडीएम नाबार्ड नवीन चंद्र झा, जिला मत्स्य पदाधिकारी अलका पन्ना, जिला गव्य विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सिन्हा, जिला उद्यान पदाधिकारी एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी आदि इस अवसर पर उपस्थित थे। 


चांसलर ट्रॉफी कुश्ती प्रतियोगिता के लिये सिदो कान्हु मुर्मू विवि, दुमका से सात सदस्यीय टीम का चयन

नीलांबर पीताम्बर विवि मेदिनीनगर पलामू में होने वाले चांसलर ट्रॉफी कुश्ती प्रतियोगिता 2017-18 के लिये सिदो कान्हु मुर्मू विवि, दुमका से सात सदस्यीय टीम दुमका से रवाना होगी। इस टीम में साहिबगंज कॉलेज से अंगद यादव (पुरुष वर्ग) में तथा पूनम कुमारी, पूजा कुमारी व खुशबू कुमारी (महिला वर्ग) में भाग लेंगी। एसपी महाविद्यालय, दुमका से फरीद व विनित व के के एम काॅलेज पाकुड़ से निर्विक कुमार यादव भाग लेगें। के के एम काॅलेज पाकुड़ के रणवीर कुमार टीम मैनेजर होगें। श्री कुमार के के एम कॉलेज पाकुड़ के जिला व राज्य स्तरीय कुश्ती प्रशिक्षक हैं। यह पहला अवसर है जब जब सिदो कान्हु मुर्मू विवि अन्तर्गत साहेबगंज की टीम कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेगी। खिलाड़ियों में इतिहास रचने का उत्साह साफ देखा जा सकता है। एस के एम यू, दुमका से जाने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों को कुलपति ने शुभकामनाएँ दी है। मालूम हो,  29 से 31 अगस्त तक के लिये चांसलर ट्रॉफी प्रतियोगिता आयोजित की गई है।  इस प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर राज्यपाल झारखण्ड द्रौपदी मुर्मू अपना बहुमूल्य समय देगीं। विवि की ओर से उम्मीद जताई गई है कि  इस विश्वविद्यालय के होनहार खिलाड़ी विवि का नाम अवश्य रोशन करेंगे। विश्वविद्यालय खेल पदाधिकारी डॉ रणजीत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा है कि अंतर महाविद्यालय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन गोड्डा कॉलेज गोड्डा में 28 से 29 अगस्त 2017 को प्रारंभ हो चुका है। इसमें विवि के सभी कॉलेजों की टीमें भाग लेंगी। साहिबगंज कॉलेज की टीम भी भाग लेंगी। समापन समारोह सह पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यतिथि कुलपति को बनाया गया है। 

झारखण्ड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 के विरुद्ध 
  • विशाल रैली के माध्यम से 28 अलग-अलग चर्चों से संबद्ध इसाई समुदाय ने रघुवर सरकार के विरुद्ध किया विरोध प्रदर्शन। डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन। 

12 अगस्त 2017 को झारखण्ड सरकार द्वारा पारित झारखण्ड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 व भूमि अर्जन, पुर्नवास व विस्थापन में उचित प्रतिकार व पारदर्शिता का अधिकार (झारखण्ड संशोधन) विधेयक 2017 को निरस्त करने की मांग को लेकर दिन गुरुवार (24 अगस्त 2017) को आॅल चर्चेस एसोसिएशन आॅफ संताल परगना, दुमका के वैनर तले इसाई समुदाय के पास्टर, बुद्धिजीवि, सामाजिक कार्यकर्ता, शुभचिन्तक, आदिवासी समाज के परम्परागत अगुवों व इसाई धर्मावलम्बियों ने मौन जुलूस निकाल कर सरकार के विरुद्ध अपना विरोध प्रकट किया। इससे पूर्व इसाई धर्मावलम्बियों ने एक विशाल रैली के माध्यम से दुमका नगर के विभिन्न मार्गों में अपनी बहुमत उपस्थिति दर्ज करायी। डीसी, दुमका के माध्यम से राज्यपाल, झारखण्ड द्रौपदी मुर्मू के नाम पर एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस रैली व प्रदर्शन के संयोजक डा0 सुशील मराण्डी ने कहा कि झारखण्ड विधानसभा में पास किया गया विधेयक झारखण्ड धर्म स्वतंत्रता विधेयक 2017 व भूमि अर्जन विधेयक 2017 असंवैधानिक है। यह लोकतंत्र पर आघात है। सेवानिवृत्त अधिकारी ई0 जे0 सोरेन ने कहा कि सरकार द्वारा पारित भूमि अर्जन, पुर्नवास व पुनव्र्यवस्थापन में उचित प्रतिकार और पारदर्शिता का अधिकार (झारखण्ड संशोधन) विधेयक 2017 में रैयतों से बिना सहमति लिये सरकार अपने प्रयोजन के लिये जमीन ले सकती है। ग्राम सभा की सहमति लेना अनिवार्य नहीं बनाया गया है। ऐसी स्थिति मंे सरकार कानून का गलत प्रयोग कर जमीन हड़पने की साजिश रच रही है। अनुसूचित क्षेत्रो मंें रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों के लिये संवैधानिक अधिकारों में हनन होगा। इससे पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। अधिवक्ता सामुएल सोरेन ने कहा कि इस विधेयक से भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 तक के मौलिक अधिकारों का हनन है। ऐसा कानूून संविधान की आत्मा पर प्रहार है। इसे शीघ्र निरस्त किया जाए। सभा में डा0 संजय सेबास्टियन मरांडी, शीरिल सोरेन, मार्शल टुडू, किनू हेम्ब्रम, पौलूस मुर्मू, सोनोत हांसदा, विनोद कुमार वास्की, श्यामदेव हेम्ब्रम, एहतेशाम अहमद, पिटर हेम्ब्रम, नंदलाल हेम्ब्रम, लुसु हेम्ब्रम, छवि हेम्ब्रम इत्यादि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। दुमका डायस के फादर विशप जूलियस मरांडी व फादर सोलोमन ने रैली मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आॅल चर्चेस एसोसिएशन आॅफ संताल परगना, दुमका ने पर्चा के माध्यम से इसाई समुदाय को जागरुक करते हुए कहा है कि विधान सभा की प्रवर समिति को सौंपने के विपक्ष के सुझाव को अमान्य करते हुए सरकार ने उपरोक्त विधेयकों को मंजूरी प्रदान की है। ऐसा प्रतीत होता है कि विधेयक को मंजूरी देने में काफी हड़वड़ाहट दिखलाई गई है। सरकार की मंशा में खोट है। सरकार की मंशा स्वार्थी तत्वों की मनोकामनाओं को पूर्ण करना है। धर्म आस्था का विषय है। आदिवासियों की एकता को तोड़ने के लिये कानून को हथियार बनाकर वैसे लोगों को सरकार निशाना बनाना चाहती है जो गलत नीतियों का विरोध करते हैं। झारखण्ड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 में धर्मांतरण को संज्ञेय अपराध की श्रेणी में रखकर इसके खिलाफ कड़े प्रावधान निर्धारित किये गए हें। धोखाधड़ी, लालच, प्रलोभन व दबाव से जबरन धर्मांतरण की बात सरकार करती है किन्तु पिछले 16 वर्षों में ऐसे मामलों के विरुद्ध कितने लोगांे के विरुद्ध कार्रवाई की गई सरकार इन आँकड़ों को प्रस्तुत करने से डरती है। भादसं की धारा 295 ए के तहत जबकि सरकार को प्रयाप्त कानूनी अधिकार प्राप्त है । धर्मातरण राज्य का सबसे बड़ा मुद्दा है तो फिर सरकार श्वेत पत्र क्यों नहीं जारी करती ? आॅल चर्चेस एसोसिएशन आॅफ संताल परगना, दुमका की ओर से कहा गया कि धर्मांतरण आस्था व हृदय परिवर्तन का मसला है। एक धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी नागरिक का धर्म क्या होगा सरकार कैसे तय कर सकती है ? आॅल चर्चेस एसोसिएशन आॅफ संताल परगना, दुमका द्वारा प्रस्तुत आँकड़ों के मुताबिक वर्ष 1951 में ईसाइयों की जनसंख्या 4. 12 प्रतिशत थी। वर्ष 1961 में बढ़कर यह 4.17 प्रतिशत हो गई। वर्ष 1971 में जनसंख्या का प्रतिशत बढ़कर 4. 35 प्रतिशत हो गई। वर्ष 1981 में घटकर इनकी जनसंख्या प्रतिशत 3. 72 हो गई। वर्ष 1991 में 3. 72 प्रतिशत, वर्ष 2001 में यह बढ़कर 4. 10 प्रतिशत व वर्ष 2011 में 4. 30 प्रतिशत। पिछले 70 वर्षों में इसाई धर्मावलम्बियों की जनसंख्या प्रतिशत 4 प्रतिशत पर ही अटकी हुई है। मिशनरियों से जुड़े बुद्धिजीवियों का कहना है संविधान के भाग-3 के अनुच्छेद 25 के अन्तर्गत लोक व्यवस्था, सदाचार व स्वास्थ्य के अधीन प्रत्येक नागरिक को अन्तःकरण की स्वतंत्रता व धर्म के आचरण व प्रचार का समान हक है। झारखण्ड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 वर्तमान स्थिति में असंवैधानिक व संविधान के अनुच्छेद 13 (2) के अन्तर्गत प्रदत्त मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। 

विशेष : चोटी काट लेने की घटनाओं के रहस्य से अभी तक पर्दा नहीं उठ पाने का माजरा क्या है ?

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13 अगस्त (दिन रविवार) 2017 की रात दुमका (झारखण्ड) के रामगढ़ प्रखण्ड के सिंदूरिया गाँव में 68 वर्षीय कौशल्या देवी ने अपने माथे पर कुछ बैठने का आभाष प्राप्त किया। जैसे ही उसने सर पर हाथ रखा, कुछ बाल उसके हाथ में आ गए। पति को उसने इसकी जानकारी दी। पति ने पत्नी के माथे पर हाथ रखा तो देखा एक बड़ा सा कीड़ा बैठा हुआ है। इसी प्रखंड के भालसुमर के डेलीपाथर गाँव की 55 वर्षीय जदिया मसोमात के भी बाल काट लिए गए। बाल कटने के बाद दो घंटे तक वह बेहोश रही। जामा प्रखण्ड के ग्राम मसुआचक (पंचायत पलासी) में ग्यांति देवी नाम की महिला घर के बाहर सफाई कर रही थी। इसी बीच किसी ने उसकी चोटी काट ली। चोटी कटने से चक्कर खाकर वह गिर पड़ी। परिजन दौड़ कर उसके करीब पहुँचे। महिला बेसुध पड़ी थी। महिला की कटी चोटी कुछ दूर पर पड़ी मिली। बिना देर किये परिजनों ने महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जामा पहुँचाकर इलाज प्रारंभ करवाया। अपने दो जुड़वां बच्चों के साथ शिकारीपाड़ा (दुमका) की समाप्ति साहा 18 अगस्त 2017 की दोपहर दो मंजिले मकान की उपरी तल पर सोई हूुई थी। घर के अन्य सदस्य मिठाई दूकान में थे। जुड़वां बच्चों के दादा बनमाली साहा स्कूल से अपने बड़े पोते को लेकर घर लौटे तो बड़े भाई ने अपने दोनों जुड़वां भाईयों रिबू साहा व ऋषि साहा की खोजबीन शुरु कर दी। बिस्तर पर पड़ी माँ को भी उसने उठाने का प्रयास किया, माँ नहीं उठी तो बेटे ने शोर मचाकर घर के अन्य सदस्यों को बुलाया। सारे सदस्य हांफते हुए छत पर पहुँचे। बिस्तर पर महिला बेहोश पड़ी थी। उसके दोनों बच्चे सामने से गायब थे। महिला के बाल भी कटे थे। परिवार के सदस्यों ने जुड़वां बच्चों की तलाश शुरु कर दी। घरवालों ने कुँए में गिरे बच्चों को देखा। दिल से कलेजा ही निकल गया। आनन-फानन मंें बच्चों को सामुदायिक अस्पताल पहुँचाया गया। दोनों बच्चे मृत पाए गए। यह दिगर बात है कि महिला की चोटी भी कटी पायी गई। महिला समाप्ति साहा का इलाज करवाया गया। जुड़वां बच्चों की हत्या की शंका पर जब पुलिस ने तफसीस से महिला से पूछताछ प्रारंभ की तो सारी बातें उसने स्वीकार करते हुए खुद को दोषी ठहराया। उसने कहा उसी ने बच्चों को कुँए में डाल कर उनकी हत्या की। जुड़वा बच्चों के अपशकुन की बात पर कुछ गलत संगत में वह पड़ चुकी थी। विकृत मनोदशा वाली माँ ने एक ही साथ दो जुड़वां बच्चों की इहलीला समाप्त कर डाली। महिला ने यह भी स्वीकार किया कि अपनी चोटी उसने खुद ही काट रखी थी जिसे एक थैले में डालकर उसे एक कोने में छुपाकर रख दिया था। इससे चोटीकटवा गिरोह की शंका पर वह गिरफतार होने से वह बच जाएगी। इसी दिन जरमुण्डी प्रखण्ड (पंचायत कुशमाहा चिकनिया) के मझडीहा ग्राम में 40 वर्षीय रेखा देवी शाम के वक्त बकरी को पानी पिला रही थी। इसी क्रम में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। किसी तरह घर पहुँचने के बाद खाट पर लेटते ही वह बेहोश हो गई। पति गोविन्द राय के अनुसार पत्नी रेखा देवी के सर, पीठ व हाथ-पैरों में जब अन्य के साथ उसने तेल मालिश शुरु की तो  उसके माथे से कुछ बाल कटे हुए मिले। बेहोश महिला को आनन-फानन में जरमुण्डी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के लिये उसे ले जाया गया। दिन शनिवार (19 अगस्त 2017) की सुबह 6-6ः30 बजे के आसपास दुधानी (दुमका) की 45 वर्षीय महिला मीना देवी की चोटी काट ली गई। सुबह-सुबह वह अपने घर के आंगन में थी कि तभी अचानक बेसुध हो गई। इसी दरम्यान उसकी चोटी काट ली गई। इससे पहले गोड्डा में भी इसी तरह की एक घटना घटी। चोटी काटने की छः वारदातें अब तक दुमका में घट चुकी हैं। पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी, दुमका टाउन मनोज कुमार ठाकुर ने कहा विकृत मानसिकता वाली महिलाओं द्वारा ही ऐसे कार्य किये जाते हैं। शिकारीपाड़ा की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा सात माह के दो जुड़वा बच्चों को कुँए में डूबोकर मारने के बाद महिला द्वारा अपनी चोटी खुद ही काट कर व उसे एक थैले में छुपाकर रख दिया जाना यह दर्शाता है कि अपराध करने के बाद चोटीकटवा के रहस्यों में उलझ कर पुलिस वास्तविक कांड के अनुसंधान से डायवर्ट हो जाएगी। कई मनोचिकित्सकों ने ऐसी घटनाओं के पीछे महिलाओं की खुद की साजिश को ही आधार बनाया है। 


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, बिहार और अब झारखंड में ऐसी घटनाएँ आम हो चुकी हैं। अब तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि इन घटनाओं के पीछे कौन सा रहस्य काम कर रहा है। किसी आपराधिक गिरोह हाथ है या फिर अंधविश्वास के वशीभूत हो खुद महिलाएँ ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रही हैं। छोटी-छोटी बच्चियों, स्कूली छात्राओं, शादीशुदा महिलाओं व वृद्ध माताओं की चोटियों के कटने की घटनाओं से पूरा देश इन दिनांे भयाक्रान्त है। देश के अलग-अलग प्रांतों में प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र से महिलाओं, बच्चियों की चोटी कटने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। चोटी काटने वाला कब, कहाँ और किस रुप में चोटी काट डालेगा कहना मुश्किल है। किसकी चोटी दिन में काटी जाऐगी, किसकी रात में इसका भी कोई आभाष नहीं। चोटी कटवा गिरोह मंे पुरुष हंै या फिर महिलायें, इसका जबाव किसी के पास नहीं। रात में खाना पकाते वक्त किसी की चोटी काट ली जाती है तो कभी गहरी नींद में सोई अवस्था में। घर की साफ-सफाई के वक्त किसी की चोटी कटी पायी जाती है तो किसी की चोटी पालतु जानवरों को चारा-पानी देते वक्त। माॅर्निंग वाक की तैयारी के समय कहीं चोटी काट लेने की घटना घटती है तो तो कहीं दोपहर में आराम करते वक्त। महानगरों से लेकर कस्बाई क्षेत्रों तक यह घटना इतनी तेजी से फैल चुकी है कि प्रत्येक घरों में बुजुर्ग महिलाएँ, बहु-बेटियाँ खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। चोटी कटने के पीछे तमाम जगहों से एक सामान्य बात यह सामने आ रही है कि चोटी कटते वक्त या चोटी कटने के तुरंत बाद महिलाएँ घंटा-दो घंटा तक बेसुध पड़ी रहती हैं। उन्हें होश नहीं रहता। वे यह नहीं समझ पा रहीं कि उनकी चोटी कौन काट जाता है ? कुछ महिलाओं ने आपबीती में यह जरुर जिक्र किया है कि तेजी से कोई साया उनके पीछे से गुजरता है। इसके बाद उनकी चोटी कटी मिलती है। यह किसी चोटीकटवा गिरोह का हाथ है या फिर अपराधी प्रवृत्ति के लोगांे का ? माथे पर किसी कीड़े बैठने से इस तरह की धटनाएँ सामने आ रही हैं या फिर अंधविश्वास में महिलाएँ खुद अपनी चोटी काट जाती हैं, वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह एक यक्ष प्रश्न बनकर रह गया है। हालाॅकि पुलिस व प्रशासन के लोग एक साजिश के तहत किया जा रहा अपराध इसे मानते हैं। वास्तविकता यह है कि लोग अभी तक इसकी तह तक पहुँचने में असफल रहे हैं। इस संबंध में किसी को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं। ऐसी घटनाओं से महिलाओं के बीच दहशत का माहौल तो व्याप्त है ही, घर के पुरुषों की रात की नींदें भी उड़ चुकी हैं। दिल्ली के बाटला हाउस में एक 17 वर्षीय लड़की की चोटी काट डाली गईं। 

दिल्ली के द्वारका पुलिस काॅलोनी में पुलिस इन्स्पेक्टर जयनारायण की पत्नी अनिता की चोटी काट डाली गई। बेगमपुर (रोहिणी) दिल्ली की अनिता यादव व गुड्डी इसी घटना की शिकार हुई। रसोई घर मंे सुनीता रात को दूध गर्म कर रही थी कि अचानक वह बेसुध हो गिर पड़ी। होश आया तो उसकी चोटी कटी पायी गई। तलवंडी साबोर (भटिंडा) पंजाब में करमजीत कौर की चोटी काट ली गई। यूपी के बरेली मंडल के चार अलग-अलग जिलों में महिलाओं की चोटी काट लेने की घटनाएँ तेजी से फैली। शाहजहाँपुर (यूपी) में एक लड़की की चोटी पढ़ते वक्त काट ली गई। यूपी के शामली में 12 वर्षीय लड़की चाँदनी की मध्यरात्रि चोटी काट डाली गई। डुमराव (बक्सर) बिहार में ज्ञानचन्द राय की बेटी सिमरन (आठवीं वर्ग की छात्रा) की चोटी कटी पायी गईं। इसी तरह बूंदी (राजस्थान) के अरवेड गाँव में तथा ग्वालियर (मध्यप्रदेश) के चकरायपुर ग्राम में रीता खान की महिला की चोटी काट लेने के समाचार प्राप्त हुए। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिये गाँव-कस्बों में बड़े-बुजुर्गों, नौजवानों द्वारा रात-रात भर पहरा देकर घरों की महिलाओं-बच्चियों की सुरक्षा की जा रही है। पता नहीं चोटी काटने वालों का प्रवेश कब किसके घरो में हो जाए और बिना किसी आहट के वे महिलाओं की चोटियों को काट डालें ? यूँ तो, चोटी काटने की घटनाओं से सर्वाधिक प्रभावित व पीड़ीत राज्य दिल्ली रहा है, किन्तु दूसरे राज्यों में भी इस तरह की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। चोटी कटने की घटना पर यूपी के सुलखान सिंह का एक बयान आया था। उन्होंने कहा यह पूरी तरह अफवाह है। सहुलियत के साथ सरकारी अनुदान मिलने की प्रत्याशा में महिलाएँ अपनी चोटी खुद काट कर इस तरह की घटना को अंजाम दे रही हैं। डीसीपी दिल्ली एम एन तिवारी ने ऐसी घटना के पीछे अंधविश्वास फैलाने वाली बात कही। 


स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएँ के लिये घरों से बाहर निकलना तक दूभर हो गया है। हल्दी, नीम, निम्बू, मिरचाई, मंेहदी इत्यादि चीजों को एक साथ अपने-अपने घरों के बाहर लोग टांगने पर मजबूर हो गए हैं। घर के बाहर की दीवारों पर पूरी हथेली की छाप भी उकेरी पायी जा रही है। ओझा-गुनी, झाड़-फूँक, जादूटोना, पर विश्वास करने वाले लोग मानते हैं कि ऐसा करने से दुष्ट प्रवृत्त्यिों का प्रवेश वंचित हो जाता है। अपने-अपने जूड़े में महिलाएँ नीम की पत्तियाँ तक खोंसकर रहने लगीं। सवा सौ करोड़ की आबादी वाले इस मूल्क में अब तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि इस चोटी कटने अथवा काट लेने की घटनाओं के पीछे किन-किन लोगों व किस-किस शक्ति का हाथ है। इस घटना की पूरी तहकीकात के बाद भी अधिकांश स्थानों पर यह पता नहीं लगाया जा सका है कि इस तरह की घटनाएँ घट क्यों रही हैं ? मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक डिजिज है। मनोविज्ञान के पूर्व शिक्षक मो0 इब्राहिम अंसारी के अनुसार ऐसी घटनाओं के पीछे महिलाओं की संकीर्ण मानसिकता काम करती है। जो भी हो, पूरे देश में ऐसी घटनाओं पर लम्बी बहस जारी है। बावजूद निष्कर्ष पर नहीं पहुँचा जा सका है कि माजरा क्या है। 






--अमरेन्द्र सुमन--

मधुबनी (बिहार) की प्रशासनिक हलचल 28 अगस्त

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डीएम ने पदाधिकारियों के साथ मिलकर सीएम से किया विडिओ कांफ्रेंस 

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मधुबनी, 28 अगस्त; माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय स्थित विडियो काॅन्फ्रेसिंग कक्ष में विडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिले में चलाये जा रहे बाढ़ राहत कार्यो की समीक्षा की गई। विडियों काॅन्फ्रेसिंग में मुख्य सचिव, बिहार, प्रधान सचिव, बिहार, पुलिस महानिदेशक, बिहार, प्रधान सचिव, गृह विभाग एवं सभी विभागों के प्रधान सचिव/सचिव भी उपस्थित थे। माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा बाढ़ राहत कार्य में तेजी लाने, सुखा राशन का वितरण करने एवं फसल क्षति, गृह क्षति, पशुक्षति का सर्वेक्षण कर एक माह के अंदर भुगतान करने का निदेष दिया। विशेष रूप से अनुग्रह अनुदान का भुगतान बकरीद पर्व से पूर्व करने का निदेष दिया गया। साथ ही क्षतिग्रस्त पथों की मरम्मती द्रुतगति से करने का निदेश दिया गया। माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा आगामी बकरीद पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सदभाव बनाये रखने हेतु निदेश दिया गया।  माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा नयी उत्पाद नीति के तहत जिला के बेवरेज काॅरपोरेशन के गोदाम में अवशेष बचे शराब को त्वरित गति से विनष्ट करने का निदेश दिया गया। साथ ही अधिग्रहित वाहनों की नीलामी करने का निदेश दिया। विडियो काॅन्फ्रेसिंग में जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्री शीर्षत कपिल अशोक, एवं अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।


बकरीद के अवसर पर विधि व्यवस्था की बैठक 

मधुबनी, 28 अगस्त; जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्री शीर्षत कपिल अशोक, की अध्यक्षता में सोमवार को डी.आर.डी.ए. स्थित सभा कक्ष में आगामी बकरीद पर्व को लेकर विधि-व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सदभाव बनाये रखने हेतु बैठक आयोजित की गई। जिसमें उपविकास आयुक्त, मधुबनी, अपर समाहत्र्ता, मधुबनी, सभी अनुमडंल पदाधिकारी, सभी अनुमडंल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी थानाअध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए।  बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा सभी पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के संवेदनषील/अतिसंवेदनषील स्थानों पर बकरीद पर्व के अवसर पर विषेष निगरानी रखने का निदेष दिया गया। साथ ही उन्हें यह भी निदेष दिया गया कि सभी अनुमडंल पदाधिकारी द्वारा भेजे गये पूर्वाभाष प्रतिवेदन के आधार पर जिला स्तर से दण्डाधिकारी/पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जा रही है, किन्तु अपने स्तर से भी आसुचना संग्रह कर अन्य संवेदनषील स्थानों पर भी विधि-व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सदभाव बनाये रखने हेतु समुचित कारवाई करेंगे। असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरूद्व निरोधात्मक कारवाई करने का भी निदेष दिया गया।

भागलपुर में प्रतिमा विसर्जन के दौरान नौ लोगों की डूबकर मौत

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भागलपुर 28अगस्त, बिहार में भागलपुर जिले के बिहपुर थाना क्षेत्र के महंत स्थान के निकट कल शाम तालाब में गणेश की प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूबने से मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। भागलपुर के सहायक समाहर्त्ता हरिशंकर प्रसाद ने आज यहां बताया कि धर्मपुर मड़वा गांव के कुछ युवक गणेश की प्रतिमा का विसर्जन महंत स्थान के निकट तालाब में कर रहे थे तभी अचानक गहरे पानी में चले गए। उन्होंने बताया कि घटना के कुछ समय के बाद तालाब से पांच युवक सौरभ कुमार(15) ,पिन्टू कुमार (13) ,छोटू कुमार (10) , राहुल कुमार (12) और निरंजन यादव (16) का शव बरामद कर लिया गया था । श्री प्रसाद ने बताया कि कल देर रात गोताखोरों की मदद से बिट्टू कुमार (12) ,विकास कुमार (13),अंकेश कुमार (12) और ननकू कुमार(13) का शव भी बरामद कर लिया गया है।आपदा विभाग की ओर से मृतकों के परिजनों को सहायता राशि के रूप में आज चार-चार लाख रुपए दिये जायेंगे। इस बीच युवकों की मौत से आक्रोशित लोगों ने महंत स्थान के निकट राष्ट्रीय उच्चपथ संख्या 31 को जाम कर दिया है।आक्रोशित लोग दस लाख रुपये मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे हैं। पुलिस के वरीय अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। 

पासवान ने लालू की रैली को ‘फ्लाप शो’ करार दिया

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हाजीपुर 28 अगस्त, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष और केन्द्रीय उपभोक्ता मामले,खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल(राजद) की ‘भाजपा भगाओ देश बचाओ’ रैली को पूरी तरह फ्लाॅप बताया और कहा कि यह रैली राजद के परिवारवाद और भ्रष्टाचार की काली कमाई को बचाने के लिये आयोजित की गयी थी । श्री पासवान ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजद ने इस रैली के आयोजन में पूर्व से अर्जित अवैध सम्पत्ति का करोड़ों रूपया खर्च किया है, इसकी उच्च स्तरीय जांच करायी जानी चाहिए। काले धन को सफेद करने के लिये यह रैली आयोजित की गयी थी । उन्होंने कहा कि इस रैली में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के नेताओं का चरित्र भी भ्रष्टाचार के रंग से दागदार हो गया है। उन्होंने रैली की फर्जी तस्वीर सोशल साइट्स पर डालने को लेकर तंज कसते हुए कहा कि रैली की कथित सफलता का अंदाजा इसी बात से हो जाता है कि राजद को भीड़ दिखाने के लिए फर्जी फोटो तक का सहारा लेना पड़ा। लोजपा सुप्रीमों ने लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका (लालू) राजनीतिक जीवन समाप्त होने के कगार पर है और इसके लिये वह स्वयं ही जिम्मेवार हैं। उन्होंने रैली के आयोजन समय पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह अजीब है कि एक तरफ बिहार के करीब 20 जिलों के डेढ़ करोड़ से अधिक की आबादी बाढ़ग्रस्त इलाकों में अपने परिवार के साथ जीवन और मौत से जूझ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ बाढ़ पीड़ितों की सहायता करने की बजाय लालूजी और उनके परिवार के लोग अपनी राजनीति साख बचाने के लिये नाच-गाने के साथ खुशी मनाते हुए रैली आयोजित करने में लगे रहे ।


बाद में वैशाली जिले के हरिहरपुर के कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रांगण में आयोजित ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के साथ ही देश के किसानों को नये भारत का सपना दिखाया है। उन्होंने बिहार, बंगाल, ओड़िशा आदि प्रदेशों के किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिये पहली बार नीतिगत कार्य शुरू करने, राष्ट्रीय स्तर पर इसके लिये विभिन्न योजनाओं को लागू करने की सराहना की। उन्होंने फसल बीमा योजना के निहित कमियों को खत्म करते हुए देश में एक नयी फसल योजना शुरू करने को कृषि क्षेत्र में बड़ा फैसला बताया और कहा कि इससे किसानों के स्थिति में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा। वहीं, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के शिक्षा प्रसार निदेशक डा0 कृष्ण मुरारी सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वैशाली जिले के किसानों ने अपनी मेहनत से प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपना नाम किया है । उन्होंने कहा कि वैशाली के फूलगोभी के बीजों की मांग पूरे देश में है । कार्यक्रम को कई कृषि वैज्ञानिकों ने भी संबोधित किया । इस मौके पर पार्टी विधायक राजकुमार साह, जिलाध्यक्ष टुनटुन सिंह समेत अन्य नेता मौजूद थे । 

कांग्रेस ने रांची नगर निगम के नये परिसीमन पर आपत्ति दर्ज करायी

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रांची 28 अगस्त, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने रांची नगर निगम के परिसीमन को लेकर आपत्ति दर्ज करायी है।  प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमण्डल आज यहां रांची के उपायुक्त से मिलकर नगर निगम का परिसीमन किये जाने पर आधिकारिक आपत्ति दर्ज करायी। प्रतिनिधिमण्डल ने वार्ड संख्या-55 से घटाकर 53 किये जाने को अव्यवहारिक करार दिया। प्रतिनिधिमण्डल ने उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि वर्ष 1985 में सीटों की संख्या 33 थी, वर्ष 2008 में 23 वर्षो के बाद चुनाव कराये गये तब सीटों की संख्या बढ़ाकर 55 की गई। साल 2017 में सीटों की संख्या 53 कर दी गई, जबकि राजधानी की संख्या में बेहताशा वृद्धि हुई है। व्यावहारिक रूप में सीटों की संख्या बढ़नी चाहिए थी।  इसके साथ ही साथ वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, वोटर आईडी, राशन कार्ड, वार्ड स्तर पर बनाये गये हैं जिनमें परिसीमन के बाद काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। परिसीमन करने के बाद सभी दस्तावेज का नवीकरण करना होगा, जो काफी अव्यावहारिक होगा एवं आम लोगों के लिये परेशानी भरा होगा।इस परिसीमन से वोट का प्रतिशत भी घटेगा। वहीं, दूसरी तरफ जिस तरीके से परिसीमन किया गया है उसमें पार्षद तक पहुंचना संभव नहीं होगा।



इस पर उपायुक्त ने कहा कि सीटों की संख्या घटाये जाने का निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग ने लिया है। जहां तक परिसीमन से हो रहे कठिनाइयों को दूर करने की बात है, तो जिला प्रशासन आपसे लिखित सुझाव आमंत्रित करता है। उपायुक्त से मुलाकात के उपरांत उपस्थित संवाददाताओं से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट मानना है कि वार्ड की संख्या किसी भी परिस्थिति में कम नहीं किया जाये, अव्यवहारिक परिसीमन से वोट प्रतिशत भी घटेगा, पूर्व में ही निगम के चुनाव में 22 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग नहीं होता है। पूर्व महापौर रमा खलखो ने कहा कि परिसीमन से रांची वासियों के समक्ष कठिनाई बढ़ जायेगी। वोटर आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन सहित कई पहचान बदल जायेंगे। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में 25 वर्षो में परिसीमन होता है तो निगम के अन्दर 10 वर्षो में कौन सी परिस्थिति आई है जिसके कारण परिसीमन किया जा रहा है। इसमें राज्य सरकार की साजिश से भी इनकार किया जा सकता है। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव लाल किशोर नाथ शाहदेव ने बताया कि पार्टी बिन्दुवार अपना सुझाव उपायुक्त को देगी और जल्द ही अपने मांगो के समर्थन में राज्य निर्वाचन आयुक्त से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जायेगा।

शरद गुट के जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 18 सितम्बर को

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पटना 28 अगस्त, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शरद यादव गुट ने पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 18 सितम्बर को नयी दिल्ली में बुलायी है । जदयू के वरिष्ठ नेता अरूण कुमार श्रीवास्तव ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 17 सितम्बर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नयी दिल्ली में होगी। इसके बाद 18 सितम्बर को राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय सम्मेलन की बैठक होगी । उन्होंने कहा कि इस बैठक में देश के सभी राज्यों से जदयू के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे ।  श्री श्रीवास्तव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जदयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संस्थापक शरद यादव ने कल पार्टी के निर्णय के अनुरूप ही पटना में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल(राजद) की ‘भाजपा भगाओ, देश बचाओ’ रैली में हिस्सा लिया था । उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा के अनुसार संघ मुक्त भारत बनाये जाने के प्रयास करने का निर्णय लिया गया था । जदयू के बागी नेता ने कहा कि जदयू के प्रवक्ता पहले यह कहते रहे थे कि जब श्री यादव राजद की रैली में शामिल होंगे तब उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी और अब वे कह रहे हैं कि उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी छोड़ दी है तथा इसकी जानकारी राज्यसभा के सभापति को दी जायेगी । उन्होंने कहा कि स्वेच्छा से पार्टी छोड़ने की कोई बात नहीं है क्योंकि पिछले वर्ष के निर्णय के अनुरूप ही श्री यादव ने राजद की रैली में हिस्सा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जदयू यदि यह समझ रहा है कि राज्यसभा के सभापति को श्री यादव के संबंध में रिपोर्ट देने पर सदन की सदस्यता समाप्त हो जायेगी तो यह गलतफहमी है। 

बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें केन्द्र सरकार : पप्पू यादव

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पटना 28 अगस्त, जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बिहार में जारी भयावह बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने मांग की है। श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने बाढ़ की विभीषिका का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। लेकिन बाढ़ से उत्पन्‍न स्थिति में राहत एवं पुनर्वास के लिए सिर्फ 500 करोड़ रुपये दिये जो त्रासदी की अपेक्षा नगण्‍य है। उन्‍होंने कहा कि राज्य के 19 जिलों के दो करोड़ की आबादी बाढ़ की चपेट में है, जो भयावह है। इसे राष्‍ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए था, लेकिन प्रधानमंत्री ने नहीं किया। यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है। सांसद ने कहा कि फरक्‍का बराज का नवनिर्माण और कोसी में हाईडैम के निर्माण के बिना बिहार को बाढ़ से मुक्ति नहीं मिलेगी। लेकिन प्रधानमंत्री ने इन मुद्दों पर कोई बात नहीं की। उन्‍होंने कहा जन अधिकार पार्टी (लो) अपना स्‍थापना दिवस पर 31 अगस्‍त को संघर्ष दिवस के रूप में मनाएगी। फरक्‍का बराज का नवनिर्माण और कोसी में हाईडैम के निर्माण के लिए पार्टी आंदोलन शुरू करेगी। 


जाप संयोजक ने बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे सरकारी राहत शिविर और राहत कार्यों पर असंतोष व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि खाने के पैकेट कम संख्‍या में हैं। राहत के पैसे अधिकारियों के बैंक एकांउट में डाल दिये गये हैं और उन पैसों का इस्‍तेमाल नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में राहत, बचाव और पुनर्वास के नाम पर नेता, अधिकारी और ठेकेदार को लूटने का मौका मिल जाता है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ प्राकृतिक नहीं, बल्कि राजनीतिक आपदा है। बाढ़ प्रदेश में अरबों-खरबों रुपये की लूट का जरिया बन गयी है। सांसद ने कहा कि प्रदेश में अबतक बाढ़ के कारण करीब 30 बांध टूट गये हैं। इस कारण लाखों लोग बेघर हुए। इसके लिए जिम्‍मेवार अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ धारा 302 का मुकदमा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से सभी प्रभावित जिलों में राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। प्रभावितों को खाना दिया जा रहा है और राहत सामग्री भी उपलब्‍ध करायी जा रही है। श्री यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह रैली नीतीश भगाओ, परिवार बचाओ रैली बन गयी थी। इसका एकमात्र उद्देश्य लालू प्रसाद यादव परिवार की राजनीतिक सत्‍ता को कायम रखना था। सांसद ने सृजन घोटाले की जांच सर्वोच्‍च न्‍यायालय की देख रेख में करने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि इस घोटाले में सभी पार्टियों के नेता जुड़े हुए हैं। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष अखलाक अहमद, राष्‍ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह एवं राजेश रंजन पप्‍पू, अभियान समिति के अध्‍यक्ष मधुकर आनंद, प्रवक्‍ता श्‍याम सुंदर आदि मौजूद हैं। 
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