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विशेष आलेख : खोदा पहाड़, निकली चुहिया

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मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी को लेकर किये गये तमाम दावों ( कालाधन जब्त होगा‚ महंगाई एवं भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी‚ नकली नोट बंद होंगे‚ नक्सलवाद व आतंकवाद पर प्रतिबंध लगेगा) की पोल आरबीआई की रिपोर्ट ने खोलकर रख दी है। आरबीआई ने अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया कि नोटबंदी के बाद 1,000 रुपये के 1.4 प्रतिशत नोटों को छोड़कर इस मूल्य के बाकी सभी नोट बैंकों में पास वापस आ गए हैं। वर्ष 2016-17 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने कहा कि नवंबर में हुई नोटबंदी से पहले 1,000 रुपये के 632.6 करोड़ नोट चलन में थे, जिसमें से मात्र 8.9 करोड़ नोट प्रणाली में वापस नहीं आए। इस प्रकार 8,900 करोड़ रुपये केंद्रीय बैंक के पास वापस नहीं पहुंचे ! 


उल्लेखनीय है कि कालेधन पर लगाम लगाने की तथाकथित स्कीम के तहत केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 की मध्यरात्रि को 1,000 और 500 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा की थी ! पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने की अनुमति दी गई थी और असाधारण जमा आयकर विभाग की जांच के दायरे में आ गई थी ! सरकार ने 500 रुपये के पुराने नोटों के स्थान पर इस मूल्य के नए नोट शुरू किए गए हैं पर 1,000 रुपये का कोई नया नोट जारी नहीं किया गया है। सरकार ने इस क्रम में 2,000 रुपये का एक नया नोट शुरू किया है ! रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने बताया कि 31 मार्च 2017 तक 500 रुपये के पुराने और नए नोट मिलाकर कुल 588.2 करोड़ नोट बाहर थे। 31 मार्च 2016 के अंत में चलन में 500 रुपये के नोटों की संख्या 1,570.7 करोड़ थी ! रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2016-17 में नोटों को प्रिंट करने की लागत दोगुना बढ़कर 7,965 करोड़ रुपये हो गई जो उससे पिछले वर्ष में 3,421 करोड़ रुपये थी ! 

दअसल में नोटबन्दी मोदी सरकार द्वारा सिर्फ अपने पूँजीपति मित्रों के एनपीए भरने के लिए देश की जनता पर थोपा गया निर्णय था ये आरबीआई की रिपोर्ट से साफ हो गया। जाहिर है कि भ्रष्टाचार या पैसे खिलाकर ब्लैक मनी को फिर दोबारा व्हाइट किया गया, जो मोदी सरकार की 'नोटबन्दी'पर एक जोरदार तमाचा है जिसकी आवाज़ वह सुनना नही चाहती। और रही बात डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की वो भी कुछ ही इजाफे के साथ विफल ही रही है। सबसे बड़ा सवाल आज भी यह बना हुआ है कि जैसे पुराने नकली नोट छापे गए, वैसे ही नए नकली नोट छापना कोई बड़ा काम है क्या ? और हां, एक सवाल और है कि नए नोट की छपाई में लगा खर्च किससे वसूला जाएगा। बरहाल, नोटबंदी का रहस्य स्पष्ट हो गया है। जनता की उम्मीदो पर सरकार ने पानी फेर दिया है। रात-दिन भूखे-प्यासे बैंक की कतार में खडे रहे लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड हुआ है। सरकार ने खुद को अगल दिखाने के लिए बिना सोचे-समझे इतना बडा निर्णय लिया। जिसका परिणाम जनता को भुगतना पड रहा है। 




liveaaryaavart dot com

- देवेन्द्रराज सुथार
जालोर, राजस्थान। 
मोबाईल नंबर - 8101777196

करम पर्व पूरे राज्य का त्योहार- मुख्यमंत्री

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  • करम पर्व सांस्कृतिक एकता का त्योहार  ।  वर्ष 2018 से प्रति वर्ष विश्वस्तरीय झारखण्ड महोत्सव का आयोजन होगा 

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दुमका-राॅची (अमरेन्द्र सुमन) नृत्य संगीत हमें संगठित होकर हर परिस्थिति का सामना करना सिखाता  है । झारखंड के सारे त्योहार प्रकृति से जुड़े हैं। उक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा।  राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित करम पर्व  की पूर्व संध्या पर आयोजित  समारोह में राज्यपाल ने  कहा कि करम पर्व पूरे राज्य का त्योहार है। यह किसी एक समुदाय का त्योहार नहीं है।  करम पर्व की  पूर्व संध्या पर राजभवन में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य में 2018 से हर वर्ष झारखंड महोत्सव मनाया जायेगा। इसमें झारखंड की संस्कृति से पूरी दुनिया को अवगत कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड की पहचान गीत, संगीत व  नृत्य से है। लोग  दिनभर के काम की थकान नाच-गा कर दूर करते हैं। इसे बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने हर गांव में अखड़ा बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सदियों के विदेशी शासन से भी हमारी संस्कृति बची रही है। हमारी परंपरा का संरक्षण और संवर्धन करना हमारा कर्त्तव्य है। हमें अपनी आनेवाली पीढ़ी को हमारी भाषा, संस्कृति और परंपरा सौंपनी है। सरकार ने इसे बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतियोगिता परीक्षाओं में जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल किया है। जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति के शोध के लिए शोध संस्थान बनाने हेतु 3.58 करोड़ रुपये से नये भवन बानने की स्वीकृति प्रदान की है। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने राज्य की नौ जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा में नृत्य पेश किया। कर्यक्रम में रंगारंग कार्यक्रम पेश करनेवाले सभी ग्रुप को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष  हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव  एस के सत्पथी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

सोनभद्र के आठ विकास खंडों के आठ शिक्षक किए गए सम्मानित

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  • वर्षारानी समेत आठ शिक्षक किए गए सम्मानित, जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने सम्मान पाने वाले शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने को कहा, ताकि उससे अन्य शिक्षकों को प्रेरणा मिले 


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सोनभद्र (सुरेश गांधी ) कलेक्ट्रेक्ट सभागार में गुरुवार को शिक्षक सम्मान समारोह 2017 का आयोजन किया गया। समारोह में उत्कृष्ट कार्य, शैक्षणिक वातावरण का निर्माण व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रखंड के आठ शिक्षकों को जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षकों का कर्तव्य है कि बच्चों को अनुशासित बनाएं। बच्चे परिवार में प्रथम शिक्षा प्राप्त करते हैं, इसलिए माताओं की जिम्मेदारी भी कम नहीं। उन्होंने सम्मान पाने वाले शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने को कहा, ताकि उससे अन्य शिक्षकों को प्रेरणा मिले। जिलाधिकारी ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे नई शिक्षा पद्धति को अपनाते हुए नए शिक्षा सत्र में बच्चों को पूर्ण मनोयोग से नवाचारों के माध्यम से शिक्षित करें। साथ ही शिक्षा के अच्छे नवाचार देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं को आगे भी सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय अवार्ड के लिए भी सूची तैयार की जायेगी। जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को हिदायत दी है कि वे हर महीने जिले के आठों विकास खण्डों से एक-एक स्कूल का चयन कर उसमें बेहतर तालीम देने वाले अध्यापकों को सम्मानित करें। सम्मानित होने वालों में विकास खण्ड घोरावल के उच्च प्राथमिक विद्यालय, मगरदहां, विकास खण्ड चतरा के प्राथमिक विद्यालय पूरनाकलां, विकास खण्ड नगवां के उच्च प्राथमिक विद्यालय सेमरिया, विकास खण्ड चोपन के उच्च प्राथमिक विद्यालय खैरटिया, विकास खण्ड म्योरपुर के प्राथमिक विद्यालय कनौड़िया, विकास खण्ड दुद्धी के प्राथमिक विद्यालय कलकलीबहरा की प्रधानाध्यापिका वर्षारानी जायसवाल व विकास खण्ड बभनी के उच्च प्राथमिक विद्यालय डूभा के शिक्षक शामिल हैं। सम्मान समारोह में अपर जिलाधिकारी उमाकान्त त्रिपाठी, उप जिलाधिकारी सदर विशाल यादव, डिप्टी कलेक्टर अशोक यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा गोरखनाथ पटेल, बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी मदुसूदन दूबे, ओम प्रकाश त्रिपाठी, अशोक कुमार सिंह, विमला शंकर त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थें। 

बिहार में बाढ़ से अरबों का हुआ नुकसान, राष्ट्रीय आपदा घोषित करे सरकार: माले

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बाढ़ रोकथाम में सरकार ने दिखाई आपराधिक लापरवाही, जल संसाधन विकास मंत्री इस्तीफा दें. बाढ़ राहत कार्य में लगायी गयी शत्र्तों को वापस ले सरकार, दलित-गरीबों-अकलियतों से भेदभाव बर्दाश्त नहीं. सभी बाढ़ पीड़ितों को अविलंब 100 दिन की अग्रिम मजदूरी व 15 हजार रु. दे सरकार. 15 हजार रु. प्रति एकड़ की दर से सभी किसानों को फसल मुआवजा भी मिले. गरीबों के लिए पक्के मकान की व्यवस्था करे. सरकार की लालफीताशाही के खिलाफ 9 सितंबर को उत्तर बिहार में पश्चिम चंपारण से किशनगंज तक एनएच किया जाएगा जाम.



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पटना 1 सितंबर, पिछले एक महीने से संपूर्ण उत्तर बिहार में प्रलयंकारी बाढ़ की बर्बादी-तबाही मची हुई है. अब तक सैकड़ो लोग मारे गये हैं, हजारो पशुधन मारे गये हैं, गरीबों का सारा अनाज बर्बाद हो गया है, झोपड़िया दह-बह गयी हैं तथा अब गांव-गांव में भूखमरी है, चूल्हे नहीं जल रहे, चारा के अभाव में मवेशियों की लगातार मौत हो रही है. लगभग बिहार के 19 जिलों में लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है, बल्कि उसे नए सिरे से आरंभ करने की चुनौती है. इसलिए इस विपदा को अविलंब राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए और युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाये जाने की जरूरत है. लेकिन यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के प्रधानमंत्री महज 500 करोड़ की सहायता की घोषणा करके अपने दायित्व से मुक्ति पा ली है. यह बिहार की जनता से घोर मजाक है. बिहार में बाढ़ का प्रकोप हर साल आता है. लेकिन पहले की तरह इस बार भी बिहार सरकार का जल संसाधन विभाग निष्क्रिय बना रहा. तटबंधों व नदियों के रखरखाव में घोर उपेक्षा बरती गयी है. इसके बावजूद जल संसाधन विकास मंत्री बयान दे रहे हैं कि चूंकि नहरों पर किसान बस गये हैं और वे अनाज का ढेर लगाते हैं, इसलिए चूहे भी बड़ी संख्या में पैदा हो गये हैं, और इन्हीं चूहों ने तटबंध की मिट्टी खोद दी, जिसकी वजह से बाढ़ आया. यह बयान बेहद शर्मनाक है. मंत्री महोदय यह नहीं बताते कि कटाव स्थलों पर कहीं भूल से भी बालू बैग अथवा तटबंध बचाने के लिए अन्य कोई सामान नहीं था. ऐसे गैर जिम्मेवराना वक्तव्य के लिए जल संसाधन विकास मंत्री को अविलंब उनके पद से हटा देना चाहिए. यह सरकार की आपराधिक लापरवाही का नतीजा है कि बाढ़ की वजह से व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है.

इस बार का बाढ़ पहले से भिन्न स्वरूप का है. नदियों ने तटबंधों को बराज से काफी पहलेे तोड़ा, इसलिए बाढ़ का पानी नए-नए इलाकों में फैला. बाढ़ से बड़ा इलाका पूरी तरह प्रभावित हुआ. नेपाल में भारी बारिश व तबाही हुई. संभवतः यह हिमालय में आए किसी परिवर्तन की वजह से हो रहा है. भारत सरकार को चाहिए कि नेपाल के साथ मिलकर संयुक्त अध्ययन दल गठित करके आ रहे इस बदलाव का अध्ययन करे और बाढ़ का स्थायी समाधान निकाले. यह बेहद हास्यास्पद है कि सांइस और टेक्नोलाॅजी के जमाने में भी हम बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने में असफल साबित हो रहे हैं. बाढ़ राहत के लिए सरकार ने आधारभूत संरचनाओं को आधार बनाया है. इस आधार पर बाढ़ से हुए नुकसान का सही आकलन नहीं हो सकता. इसमें पशुधन सहित कई चीजों को शामिल नहीं किया जा रहा है. व्यापक पैमाने पर अनाज का नुकसान हुआ है. इसलिए नुकसान का मुआइना व्यक्ति अथवा परिवार के आधार पर किया जाना चाहिए. राहत अभियान के लिए गठित टीमें दलित-गरीबों व अकलियत समुदाय के साथ भेदभाव भी बरत रही है. जो कुछ भी राहत अभियान चल रहा है, वह जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है. इसलिए हमारी मांग है कि पहले की तरह सर्वदलीय अनुश्रवण टीम का गांव-गांव में गठन किया जाए और यही टीम लाभार्थियों की सूची बनाए तथा राहत सामग्री पहुंचाने की गारंटी करे. पंचायत स्तर पर सर्वदलीय अनुश्रवण की जो व्यवस्था वर्षों से कार्यरत थी उसे सरकार ने ध्वस्त करने का काम किया है और उसकी जगह ब्यूराक्रेसी के सिस्टम को खड़ा कर रही है. 


सरकार ने कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बकरीद तक आवश्यक मात्रा में राहत सामग्री मिल जाएगी, लेकिन जमीन पर कहीं भी ऐसा नहीं हो रहा है. सरकार की जो लालफीताशाही है, उसकी वजह से दशहरे तक भी लोगों को राहत मिल जाए, इसकी उम्मीद कम ही है. बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए तमाम गरीबों-मजदूरों के लिए मनरेगा की 3 महीने की अग्रिम मजदूरी, 3 माह का राशन व 15 हजार रु. उपलब्ध कराना चाहिए. हम बटाईदार किसानों सहित सभी किसानों के लिए 15 हजार रु. प्रति एकड़ फसल मुआवजे की भी मांग करते हैं. पशुधन क्षति का भी मुआवजा दिया जाना चाहिए और चारे की मुकम्मल व्यवस्था का ठोस इंतजाम करना चाहिए. यह देखने में आया कि पश्चिम चंपारण से लेकर किशनगंज तक जो बिहार का बोर्डर इलाका है, वहां बेहद गरीबी है. जिन लोगों के पास पक्का मकान था, वे तो किसी प्रकार बच गये और अपने सामान को भी बचा लिया. लेकिन जिनकी झोपड़ियां थीं, उनका सबकुछ बर्बाद हो गया. न तो वे अपनी जिंदगी बचा सके न अपना अनाज. इसलिए तमाम गरीबों के लिए पक्के मकान का इंतजाम किया जाना चाहिए. राहत अभियान में सरकार ने कई तरह की शर्तें थोप रखी हैं, जो दिखलाती है कि सरकार का असली इरादा क्या है? आधार कार्ड, बैंक खाता आदि की अनिवार्यता को समाप्त किया जाना चाहिए, क्योंकि इस बाढ़ में लोग ये सब कहां से लायेंगे. उसकी जगह वोटर लिस्ट के आधार पर चूल्हा को आधार बनाकर राहत अभियान चलाया जाना चाहिए. सरकार बाढ़ पीड़ितो को या तो कैश दे अथवा बियरर चेक जारी करे. इन मांगों से संबंधी एक मांग पत्र जल्द ही बिहार सरकार को सौंपा जाएगा और इस पर त्वरित कार्रवाई की मांग की जाएगी. यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो आगामी 9 सितंबर को प. चंपारण से किशनगंज तक एनएच को हम जाम करेंगे. बाढ़ पीड़ितों के राहत व अधिकार के लिए भाकपा-माले संपूर्ण बिहार में तत्परता से उतरी हुई है. राज्य स्तर पर भी राहत अभियान चलाया गया. हमारी पार्टी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए 461694 रु. जमा किए हैं, जिसे जरूरतमंदों के पास अविलंब भेजा जा रहा है.

विशेष आलेख : सबकों मोक्ष देने वाले काशी का कब होगा उद्धार

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भगवान भोलेनाथ के त्रिशूल पर टिकी काशी, गलियों का शहर है। इस शहर का कण-कण ऐतिहासिक है। संस्कृति, संस्कारों और परंपराओं की थाती सहेजती पुरातन शहर का अपना अलग मिजाज रहा है। सदियों से लोग बाबा विश्वनाथ, माता पार्वती और कलकल, निश्चल होकर बहने वाली मां गंगा को श्रद्धा से निहारने भारत ही नहीं सात समुंदर पार विदेशों से भी लोग आते रहे है। पर्यटन विभाग की मानें तो हजारों पर्यटक रोजाना बनारस आ रहे हैं। लेकिन अब गंदगी, जाम, टूटी-फूटी सड़के, प्रशासनिक बदइंतजामी इसके साख पर बट्टा लगा रही है 



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वाराणसी (सुरेश गांधी )‘काशी क्योटो बनेगा। माॅडल सिटी के रुप में विकसित होगा। गड्ढामुक्त होंगी सड़के। वरुणा एवं अस्सी नदी का कायाकल्प होगा। ओवरब्रिजों का जाल बिछाकर बीएचयू, सारनाथ समेत कई स्थलों की दूरियां कम होगी।‘, जैसे विकास के जुमले सुनते-सुनते कान पक गए हैं। लेकिन वास्तविकता के धरातल पर तीन साल में बनारस की व्यथा जस का तस है। खस्ताहाल टूटी सड़के, हिचकोले खाते यात्री, सुविधाओं के अभाव एवं लापरवाहियों के चलते दम तोड़ते मासूम मरीज। कचड़ों से पटी सड़के व नालियां इस कदर बजबजा रही है कि चलना दूभर हो गया है। मतलब साफ है संस्कृति, संस्कारों और परंपराओं की थाती सहेजती काशी जो सबकों मोक्ष देती है, लेकिन उसका कब उद्धार होगा, इसका जवाब अब हर काशीवासी चाहते हैं। यह बातें संकटमोचन मंदिर के महंत एवं आईआईटी बीएचयू के प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने कहीं। वे बुधवार को वाराणसी नगर-निगम और ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ-गवर्नमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित बेटर बनारस समारोह को संबोधित कर रहे थे। 


आंकडों से नहीं जमीनी कवायद से बदलेगी काशी की सूरत। 
श्री मिश्र ने स्पष्ट शब्दों में कहा, आंकडों से नहीं जमीनी कवायद से बदलेगी काशी की सूरत। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत स्थानीय मंत्री व जनप्रतिनिधियों को आंकडों की बाजीगरी व लुभावने बयानों से बाहर निकलकर जमीनी कवायद करनी होगी, तभी बदलेगी काशी की सूरत। काशीवासियों ने गुजरात के नरेन्द्र मोदी को अपनाया, उन्हें अपना नेता इस उम्मीद में चुना कि अब काशी का उद्धार हो जायेगा। लेकिन अफसोस है कि उनके प्रधानमंत्री बनने के तीन साल बाद भी काशी जस की तस है। मोदी जी ने वायदे बहुत किए लेकिन उन वायदे पर सिर्फ कागजों में ही काम नजर आता है, हकीकत की जमीन पर सब गोलमाल है। बनारस का मूल काशी स्टेशन का उद्धार आज तक नहीं हो पाया। जबकि रेल राज्यमंत्री मनोज सिनहा यही के पड़ोसी जिले से है। गंगा किनारे 87 से अधिक घाट है, लेकिन बदइंतजामी के चलते सारे घाट खोखला हो चुके है। इसकी बड़ी वजह यह है कछुआ सेंचुरी के नाम पर गंगा उस पार बालू का टीला खड़ा हो गया है और पानी का दबाव घाटों पर है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति पुराना होता है उसकी देखभाल और इलाज दोनों बेहद संजीदगी से होनी चाहिए। लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है। सड़कों का आलम यह है कि दो-चार को छोड़ दें तो सब गड्ढे में ही तब्दील हो चुके हैं। लंका से लेकर गोदौलिया तक की सड़क पिछले 10 वर्षों से जर्जरता की शिकार होकर अब यमराज बन चुकी है। हर दिन कोई न कोई यात्री गिरकर अपनी हाथ-पैर तुड़वा रहा है। 

गंगा नदी नहीं मां है 
प्रो. मिश्र ने कहा कि मां गंगा को नदी की संज्ञा देने वाले लोग अज्ञानता के परिचायक है। मां गंगा कभी नदी नहीं हो सकती। पूरी दुनिया में मां गंगा का जल ही ऐसा जल है जिसे श्रद्धालु दरश, परश, स्नान और आचमन के लिए दूर-दूर से आते है। मां गंगा को नदी की संज्ञा देकर लोग अदूरदर्शी सोच का परिचय दे रहे है। बनारस की स्वच्छता पर बोलते हुए महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने कहा कि नगर-निगम जब नगर-पालिका था तो काशी चमकती थी। पालिका के कर्मचारी मशक के सहारे नालियों की ऐसी सफाई करते थे कि लोग यह कहते थे कि उपरोक्त नाली की सफाई अभी हुई है उधर गंदगी मत करना। लेकिन जब से नगर पालिका नगर-निगम का रुप लिया तब से इच्छाशक्ति के आभाव में काशी की गालियां और नालियां गन्दगी से कराह रही है। यह दुर्भाग्य है कि काशी की सफाई के लिए दिल्ली और लखनऊ के पंचसितारा होटलों में बैठकर काशी की स्वच्छता का खाका खींचने वाले लोग यह भूल गए है कि नगर-निगम की भी अपनी जिम्मेदारी होती है। आज स्वच्छता को लेकर देशभर में अभियान चलाया जा रहा है मगर पीएम का संसदीय क्षेत्र काशी में की दुर्दशा के लिए कोई जिम्मेदार है तो केवल अफसर है। कहा जा सकता है वर्षों से यह शहर सबसे प्रदूषित और गंदे शहरों में से एक बनता जा रहा है। यहां की बढ़ती जनसंख्या के लिए पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। खस्ताहाल सड़कों, हिंसा, सड़क जाम और बिजली एवं पानी की बाधित आपूत्र्ति से लोग परेशान है। सरकारी विभागों में माफिया और ठेकेदारों का हस्तक्षेप भी एक प्रमुख कारण है। 

निगम को आर्थिक मजबूती देने के बजाय औद्योगिक घरानों को मजबूत करना घातक 
बढ़ती बेरोजगारी के साथ शहर के सबसे बड़े मार्केट ट्रेंड ‘बनारसी पान‘ और ‘बनारसी साड़ी‘ अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। जबकि वाराणसी के इस प्राचीन विरासत को बरकरार रखने की आवश्यकता है। स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा करने के लिए कुटीर, हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। इसके अलावा शहर की पुरानी प्रतिष्ठा को भी वापस लाने की जरूरत है। वर्तमान दौर में यह देखा जा रहा है कि देश के औद्योगिक घरानों द्वारा सिमित अपने आमदनी के 10 फीसदी हिस्सा नगर-निगम को देकर निगम को पंगु बनाया जा रहा है। यह दुर्भाग्य है कि सरकारें नगर-निगम को आर्थिक मजबूती न देकर औद्योगिक घरानों की मजबूरी बना ली है। यह भविष्य के लिए खतरनाक है। निगम को इस विशेष कार्य के लिए अपने कोष में धन रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर नागरिक सुविधाओं को उपलब्ध कराए बिना काशी का उद्धार संभव नहीं है। इन समस्याओं को दूर कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान दूर कराने का वादा किया था। लेकिन उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद विभिन्न योजनाओं के तहत पैसे तो खूब आएं लेकिन वह जमीन पर दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। 


विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 01 सितम्बर

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डाॅक्टरी प्रिस्क्रिप्शन के बिना प्रतिबंधित दवा ना दें दवा विक्रेता

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के संज्ञान में लाया गया है कि प्रतिबंधित दवाएं मेडीकल स्टोरों से डाक्टरी प्रिस्क्रिप्शन के बिना दी जा रही है। कलेक्टर श्री सुचारी ने जिले के सभी दवा विक्रेता (मेडीकल स्टोर) को निर्देशित किया है कि चिकित्सीय प्रिस्क्रिप्शन पर ही संबंधित मरीज को दवाएं दी जाएं।  कलेक्टर श्री सुचारी ने खासकर लटेरी क्षेत्र के मेडीकल स्टोर संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि क्षेत्र में ऐसी अनेक प्रतिबंधित दवाएं सीधे क्रेताओं को दी जा रही है जो चिकित्सक के द्वारा लिखी नही जा रही हैै।  जांच पड़ताल के दौरान यदि किसी मेडीकल स्टोर संचालक के द्वारा डाक्टरी प्रिस्क्रिप्शन के बिना ‘‘एविल’’ के इंजेक्शन दिए जाते है तो संबंधित मेडीकल स्टोर संचालक के खिलाफ चिकित्सा अधिनियमों के तहत कार्यवाही की जाएगी।

कलेक्टर द्वारा टीकाकरण कार्यो की समीक्षा

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कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सम्पादित किए जाने वाले कार्यो की गहन समीक्षा की। उन्होंने खासकर नियमित और अभियान के माध्यम से क्रियान्वित टीकाकरण कार्यो की विकासखण्डवार समीक्षा की।  कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि टीकाकरण से एक भी बच्चा और गर्भवती माताएं वंचित ना रहे के पुख्ता प्रबंध स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने विभिन्न स्त्रोंतो के माध्यम से संकलित किए जाने वाले डाटाओं में एकरूपता प्रदर्शित हो पर बल देते हुए कहा कि समीक्षा के दौरान डाटा के आंकडो में काफी अंतर प्रदर्शित हो रहा है। टीकाकरण के उपरांत डाटा इन्ट्री का कार्य उसी दिन सम्पादित हो ऐसे प्रबंध प्रत्येक विकासखण्ड में क्रियान्वित किए जाए। कलेक्टर श्री सुचारी ने कहा कि जिले के सभी डिलेवरी पाइंटो में अनुपातिक डिलेवरी नही हो रही है। अतः  इन केन्द्रों में पदस्थ स्वास्थ्य अमला अपने नियत मुख्यालय पर रहें। उन्होंने ततसंबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य को निर्देश दिए कि ऐसे चिकित्सक जो मुख्यालय पर नही रहते है उनकी सूचीबद्व कर वेतन रोकने की कार्यवाही की जाए। चिकित्सीय अमला एएनएम एवं एमपीडब्ल्यू के द्वारा नवीन प्रपत्रों मंे जानकारियां उनके द्वारा सुगमता से अंकित की जा सकें। इसके लिए विकासखण्डवार उन्हें प्रशिक्षित करने की व्यवस्था क्रियान्वित करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा कि प्रशिक्षण में तमाम प्रपत्रों की प्रतियां प्रशिक्षणार्थियों को उपलब्ध कराई जाएं और प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा प्रपत्रों को भरने की कार्यवाही कराई जाए। ताकि डाटा सही दाखिल हो सकें। बैठक में मिशन इन्द्रधनुष के तहत क्रियान्वित अभियानोें की उपलब्धियों की भी समीक्षा इस दौरान की गई। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में हुई उक्त बैठक में मेडीकल आफीसर श्री एसके अहिरवार, डब्ल्यूएचओ के द्वय प्रतिनिधि डाॅ रजावत, डाॅ जोशी के अलावा चिकित्सक डाॅ प्रमोद मिश्रा के अलावा समस्त बीएमओ एकीकृत बाल विकास सेवाएं के सहायक संचालक श्री विवेक शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा मौजूद थे। 



मंत्री श्री रामपाल सिंह तीन को विदिशा आएंगे

लोक निर्माण, विधि एवं विधायी कार्य विभाग के मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत रविवार तीन सितम्बर को विदिशा में स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मंत्री श्री रामपाल सिंह का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार तीन सितम्बर की प्रातः दस बजे भोपाल से प्रस्थान कर प्रातः 11 बजे विदिशा आएंगे और स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे। कार्यक्रमों के उपरांत मंत्री श्री राजपूत दोपहर तीन बजे नरसिंहगढ के लिए रवाना होंगे। 

प्रभार सौंपा

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक श्री एएस कुरैशी को विमुक्त घुमक्कड़ एवं अद्र्व-घुमक्कड जनजाति कल्याण विभाग का प्रभार सौंपा है। श्री कुरैशी को पिछडा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रशासकीय नियंत्रण में रहते हुए विमुक्त घुमक्कड़ एवं अद्र्व-घुमक्कड जनजाति कल्याण विभाग का कार्य प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अधिकारी की हैसियत से अतिरिक्त रूप से संपादित करेंगे।

शिक्षक सम्मान समारोह पांच को

जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह पांच सितम्बर को आयोजित किया गया है कि जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सम्मान समारोह उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दोपहर दो बजे से शुरू होगा। सम्मान समारोह में जिले के वर्ष 2016-17 की हाईस्कूल एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की परीक्षाओं में शत प्रतिशत परिक्षा परिणाम देने वाले शालाओं के प्राचार्य एवं सितम्बर 2016 से अगस्त 2017 तक की समयावधि में जिले के सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं जिला स्तरीय शैक्षणिक संगोष्ठी में चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी इस दौरान सम्मानित किया जाएगा।

छात्रवृत्ति फार्म तीस तक जमा होंगे

पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के अंतर्गत वर्ष 2017-18 में छात्रवृत्ति प्रदाय करने हेतु अनुसूचित विकास के आयुक्त द्वारा कैलेण्डर जारी किया गया है कि जानकारी देते हुए जिला संयोजक श्री नरेन्द्र अवस्थी ने बताया कि छात्रवृत्ति पोर्टल पर छात्रवृत्ति संबंधी आवेदन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर है। प्राप्त आवेदनों को 31 अक्टूबर तक स्वीकृत किया जाएगा और छात्रवृत्ति का वितरण 31 दिसम्बर 2017 तक किया जाएगा। जिला संयोजक श्री अवस्थी ने जिले के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य, संचालको से कहा है कि अपनी-अपनी संस्था में अध्ययनरत अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि से अनिवार्यतः अवगत कराए और विद्यार्थियों को प्रेरित करे कि वे अंतिम तिथि के पहले छात्रवृत्ति पोर्टल पर अपना आवेदन फार्म अनिवार्यतः दाखिल कराएं ताकि विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्राप्ति में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पडे़।

आवास सहायता योजना के तहत आवेदन आमंत्रित

राज्य सरकार द्वारा आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को आवास सहायता योजना के तहत लाभांवित किया जाता है। ततसंबंध में कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक को निर्देश प्रसारित किए है कि सुपात्र विद्यार्थी आवास सहायता योजना से वंचित ना हो के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत वर्ग विशेष के विद्यार्थियों को आवास सहायता योजना की जानकारी सुगमता से प्राप्त हो सकें इसके लिए महाविद्यालय में जागरूकता शिविरों का आयोजन करने के भी निर्देश दिए है। आवास सहायता योजना हेतु संबंधित विद्यार्थियों को आॅन लाइन आवेदन दाखिल करने होंगे। इसके अलावा गतवर्ष की अंक सूची, मकान मालिक एवं किरायादार का शपथ पत्र, एग्रीमेंट की छायाप्रति, नवीन विद्यार्थियों को उनके बैंक खाते की जानकारी, किराएदार होने का साक्ष्य थाना प्रभारी के माध्यम से प्राप्त करना होगा। आधार कार्ड के अलावा विद्यार्थी की 75 प्रतिशत उपस्थिति का प्रमाण पत्र, इत्यादि प्रमुख है। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक कार्यालय में कार्यालयीन दिवसों, अवधि में सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।



आर्थिक सहायता जारी

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने हिट एण्ड रन के प्रकरणों में आर्थिक मदद के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि सड़क दुर्घटना में मृतक के परिजन को 15 हजार रूपए तथा घायल को साढे सात हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है। सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर चार प्रकरणों में क्रमशः 15-15 हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है तदानुसार ग्राम सांकलखेडाखुर्द के श्री ताजमोहम्मद खां की मृत्यु उपरांत मृतक की पत्नी श्रीमती सलीमाबी को, ग्राम हसनपुर जाठौदा के श्री लक्ष्मीनारायण लोधी की मृत्यु होने पर मृतक की पत्नी श्रीमती रीना लोधी को, ग्राम परसोरिया के श्री अंसार खां की मृत्यु उपरांत मृतक की पत्नी श्रीमती अफसानाबी को तथा ग्राम झिरिया बरामदगढ जिला रायसेन की ललताबाई की मृत्यु ग्राम अटारीखेजडा मंे हो जाने के कारण मृतिका के पति श्री हरीशचंद्र कुशवाह को आर्थिक मदद जारी की गई है। इसके अलावा सड़क दुर्घटना में घायल होने पर ग्राम रंगई के श्री हीरा को साढे सात हजार रूपए की मदद जारी की गई है। 

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के पांच वर्ष होने पर कार्यक्रम तीन को आयोजित

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के पांच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तीन सितम्बर को जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है कि जानकारी देते हुए योजना के जिला नोड्ल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्री एके मांझी ने बताया कि योजनाओें से लाभांवित होने वालो को ही उक्त कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है ताकि उनके अनुभवों को साझां किया जा सकें। कार्यक्रम तीन सितम्बर को एसएटीआई के पाॅलिटेक्निक सभागृह मंे दोपहर 12 बजे से आयोजित किया गया है।

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन आज से मीडिया कार्यशाला सम्पन्न

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन जिले में भी एक से सात सितम्बर के दरम्यिान किया जाएगा। अभियान के उद्धेश्यों और व्यापक प्रचार-प्रसार में मीडियाकर्मियों की सहभागिता हो इसके लिए गुरूवार को एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया था। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में हुई उक्त मीडिया कार्यशाला में एकीकृत बाल विकास सेवाएं के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे ने राष्ट्रीय पोषण सप्ताह आयोजन के उद्धेश्यों को विस्तारपूर्वक बताया कि उन्होंने बाल मृत्यु को कम करने और कुपोषण को रोकने के लिए जिले में किए जा रहे कारगर प्रयासों को भी रेखांकित किया। कार्यशाला में बताया गया कि जन्म के एक घंटे के भीतर माताएं नवजात शिशु को स्तनपान अनिवार्यतः कराएं। बच्चों को छह माह के पश्चात् ऊपरी आहार देने की शुरूआत की जाए। तरल पदार्थ के रूप में ऊपरी आहार कैसे तैयार करना, बच्चे को खिलाना इत्यादि की जानकारी पावर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से दी गई। कार्यशाला में बताया गया कि बच्चे को पूरक आहार के साथ-साथ स्तनपान दो वर्ष या इससे अधिक तक जारी रखा जा सकता है। छह माह के पहले आहार की शुरूआत करने से होने वाली हानियां, बीमारियों की भी जानकारी इस दौरान दी गई। डाॅ प्रदीप गुप्ता ने बच्चों के स्वास्थ्य पर पढ़ने वाले प्रतिकूल असर, सावधानियांें के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि यदि बच्चों को किसी भी प्रकार की तकलीफ हो तो इलाज में चिकित्सक की सलाह जरूर लंे। शासकीय कन्या महाविद्यालय की डायटिस्ट प्रोफेसर के द्वारा महिलाओं को गर्भधारण के दौरान अपने आहार में किन खाद्य पदार्थो का अधिक सेवन करना चाहिए और किन खाद्य पदार्थाे से बचें की जानकारी दी गई। वही नवजात शिशु कुपोषित ना हो इसके लिए आहारो की जानकारी उनके द्वारा सूचीबद्ध कराई गई है। कार्यशाला के माध्यम से मीडियाकर्मियों से आग्रह किया गया कि वे राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के प्रति आमजनों में जागरूकता बढ़े इसके लिए प्रचार-प्रसार में अपना योगदान देने का कष्ट करें। सप्ताह भर आयोजित होने वाली गतिविधियों के संबंध में बताया गया कि एक सितम्बर को पोषण परामर्श सत्र, दो को पोषण बाल सभा तथा बच्चों में व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा, चार को संतुलित पोषण थाली प्रतियोगिता, पांच को गोद भराई तथा परामर्श, टीएचआर की नई व स्वादिष्ट रेसिपी की जानकारी, छह को पोषण दस्तक तथा पोषण प्रश्नोत्तरी भरना, ग्राम की पोषण वाटिका का कृषि विभाग के अमले का भ्रमण एवं सुझाव, सात सितम्बर को कन्या महाविद्यालय में पोषण परिचर्चा तथा विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता ‘‘कैसा हो अपने गांव का संतुलित भोजन’’ विषय पर आयोजित की जाएगी। कार्यशाला में श्रीमती रेखा श्रीवास्तव, विभाग के सहायक संचालक श्री विवेक शर्मा एवं मीडियाकर्मी मौजूद थे। 

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, आवेदनों में समग्र आईडी अंकित करनी होंगी

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ आवेदक एक ही बार ले सकें उनकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जिले में नवाचार किया गया है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने बताया कि अब मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत आवेदनकर्ता को अपने समग्र आईडी भी फार्म में अंकित करनी होगी। कलेक्टर श्री सुचारी ने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना मेें पारदर्शिता रखने के लिए एनआईसी के द्वारा विकसित आॅन लाइन साफ्टवेयर जिसका एडेªस ीजजचयध्ध्ेेेउण्दपबण्पद  है। जिले में एम्लीमेंट करने के लिए एनआईसी के डीआईओ श्री एमएल अहिरवार को निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजन के आवेदनोें को आॅन लाइन करने के लिए कम्प्यूटर आपरेटरों की एक दिवसीय टेªनिंग एक सितम्बर को आयोजित किया गया था। जिसमें ईजाद किए गए नवीन साफ्टवेयर के संचालन की विस्तृत जानकारी दी गई। उक्त प्रशिक्षण दोपहर दो बजे से एनआईसी विदिशा में आयोजित किया गया था। जिसमें जिले के समस्त तहसीलों, निकायों एवं जनपदों के कम्प्यूटर आपरेटर शामिल हुए थे।

सुझाव पांच तक आमंत्रित

प्रदेश की रेत खनन एवं विपणन नीति तैयार की गई है ततसंबंध में आमजनों से सुझाव आॅन लाइन पांच सितम्बर तक आमंत्रित किए गए है। की जानकारी देते हुए जिला खनिज अधिकारी श्री रमेश पटेल ने बताया कि विभाग द्वारा अन्य राज्यों की खनन नीति का परीक्षण किया गया है परीक्षण उपरांत प्रदेश में दिनांक 21 जुलाई 2017 को राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला आयोजित की गई थी। इस कार्यशाला में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि, पर्यावरणविद, तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हुए थे। कार्यशाला उपरांत विभाग द्वारा रेत खनन एवं विपणन नीति का प्रारूप तैयार कर इस पर प्रदेश के सभी आयुक्त आईजी, कलेक्टर, एसपी तथा जन सामान्य से सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इन सुझावों के परीक्षण उपरांत तेलगांना राज्य, छत्तीसगढ़ राज्य एवं प्रदेश में वर्तमान मेें प्रचलित रेत खनन नीति को समाहित करते हुए विभाग द्वारा नवीन रेत खनन एवं विपणन नीति तैयार की गई है। जिसे बेवसाइट एवं शासन की बेवसाईट पर प्रदर्शित किया गया है। इस नीति में मुख्य तथ्य यह प्रस्तावित किया गया है कि खदानों का चिन्हांकन खसरा के आधार पर न करके रेत के भौगोलिक विस्तार को आधार लिया गया है। जिसकी खनन योजना आवश्यक पर्यावरण अनुमति कलेक्टर द्वारा ली जाएगी। रेत हार्वेस्टिंग एवं विक्रय का कार्य अलग-अलग ऐजेन्सी के माध्यम से किया जाएगा। रेत का विक्रय इसे डिपो पर संग्रहित कर वहां से किया जाएगा। खदानों का संचालन पंचायतों एवं स्थानीय निकाय के नियंत्रण के अधीन होगा। डिपो पर रेत की दर का निर्धारण पंचायत के प्रस्ताव के आधार पर जिला स्तर पर गठित एक समिति के द्वारा किया जाएगां रेत का परिवहन पंजीकृत वाहनों से किया जाएगा। खदानों के संचालन से प्राप्त रायल्टी राशि में से 50 प्रतिशत राशि संबंधित ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय, 30 प्रतिशत राशि जिला कलेक्टर तथा 20 प्रतिशत राशि राज्य शासन/निगम को प्रदान किए जाने का प्रावधान किया गया है। नागरिकों को रेत परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सेण्ड ट्रांसपोर्ट टेक्सी की व्यवस्था किए जाने का प्रावधान किया गया है।

कैंसर निदान षिविर 3सितम्बर को

सेवाभारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में 3 सितम्बर रविवार को सुबह11 बजे से कैंसर रोग से पीड.ीत मरीजों की जांच एंव चिकित्सा परामर्ष जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल रिसर्च सेंटर भोपाल के डाॅ महेन्द्र पाल सिंग दृारा की जायेगी। सेवा भारती के सचिव राजीव भार्गव ने ऐसे मरीज जिनको षरीर के किसी भी स्थान में कैंसर,अंाचल कैंसर,बच्चादानी का कैंसर,पेट व आतों का कैंसर,फेफडो का कैंसर,साफट टिषू एंव हड्डी का कैंसर,ल्यूकोमिया एंव लिम्फोमा कैंसर,अथवा आपरेषन की सलाह ले सकते हैं। इस उपचार  षिविर का लाभ लेने के लिए अपना पंजीयन 3 सितम्बर रविवार को सुबह 10बजे से 12 बजे तक सेवा भारती भवन श्रीकृध्ण कालोनी दुर्गानगर में करा सकते हैं।

6 सितम्बर बुधवार पूर्णिमा से शुरू हो जायेगा पितरो का आगमन

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भोपाल। पितरो के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्राद्धो की शुरूआत पूर्णिमा से शुरू हो जायेगी। 6 सितम्बर बुधवार से 16 दिनों के महालय व्रत शुरू हो जायेगे। इसी दिन प्रतिपदा श्राद्ध, श्राद्ध पक्ष का प्रथम दिन होगा, इस दिन से दर्पण आदि कार्य प्रारंभ हो जायेगे। इस माहलय व्रत के प्रधान देवता भगवान विष्णु एवं प्रतिनिधि देवता भगवान सूर्य माने गये है। पितृ संज्ञक सूर्य इस व्रत के आरंभ से ही अपनी सौराशि सिंह में रहेगें। जिससे इस बार के पितरों का आगमन एवं गमन दोनों शुभताकरी है। बुधवार से प्रारंभ होकर बुधवार को ही पितृ मोक्ष आमावस्या के दिन तारीख 20 को पितरो की विदाई होगी। यह व्रत पितरों की तृप्ति हेतु किया जाता है। पुरखो को प्रसन्न करने हेतु सूर्य को जल देना पुण्य प्राप्त कराता है। तिथि के दिन ब्राह्मण अभ्यागत एवं पुरोहितों को भोजन प्रसादी कराने से पितरो को मोक्ष की प्राप्ति होती है। पंचप्राणियों में गाय को ग्रास देने का विशेष महत्व है। वहीं जलचर में मछलियों को भोजन, फलचर में स्वान को भोजन एवं नवचर में कौएॅ को भोजन कराने से पुरखो को तृप्ति प्राप्त होती है। तिथि में चीटी को मिष्ठान, गौ दान, शैया दान, अन्न दान, वस्त्र दान के साथ पंचपात्रों का दान करने से पुण्य के साथ हमारे पूर्वज प्रसन्न होते है। इस व्रत को करने के लिए वृति को पूर्व से ही श्राद्ध तिथि ज्ञात कर लेना चाहिए, तिथि का अभिप्राय उस दिन से होता है जिस दिन को उन पितरों का दाह संस्कार किया जाता है। उस तिथि को प्रातः ब्रह्मः मुहुर्त में व्रत का संकल्प लेकर पितरों का आवाहन करना चाहिए, तत्पश्चात् सरोबर आदि में उनके निमित तर्पण करना चाहिए, पश्चात् घर में कुलवधु के द्वारा बनाये गये पकवानों का भोग पितरों के निमित लगाना चाहिए। विधि-विधान से यह कार्य पूर्ण होने पर धन-धान्य, यश कृति के साथ वंश वृद्धि का का वरदान पूर्वजों द्वारा प्राप्त होता है। इस बार के श्राद्धपक्ष में एक दिन ही दो तिथियों के मिलने से तर्पण-अर्चण करने का सौभाग्य 15 दिन ही प्राप्त हो रहा है। इस बार के महालय व्रत 6 सितम्बर से शुरू होकर 20 सितम्बर तक रहेंगे। पितृ मोक्ष आमावस्या तारीख 20 को हमारे पूर्वज पृथ्वी से विदा हो जायेगे। मान्यता है कि प्रतिवर्ष सिर्फ एक पखवाड़े के लिए कुंवार कृष्ण पक्ष में भी पूर्वज पृथ्वी पर किसी न किसी रूप में उपस्थित रहते है। इस कारण इन दिनों में किसी भी प्राणि को सताना एवं अनादर नहीं करना चाहिए। पितृमोक्ष आमावस्या के दिन सभी ज्ञात अज्ञात पितरो का तर्पण किया जाता है। यह आमावस्या पितरों की विदाई बेला होती है। ऐसे समय पर हमें थोड़ा बहुत पितरों के निमित श्राद्ध करने से बहुत कुछ प्राप्त होता है। अतः हम सभी को पितरों के प्रसान्नात पूर्वजो का आवहान पूजन करना चाहिए। ऊॅं पितृ देवायः नमः का उच्चारण कर भी हम सभी प्रकार का कर्मकाण्ड स्वतः ही पूर्ण कर सकते है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 01 सितम्बर

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खुदी सडको से बेहाल जनता की कोई सुध लेने वाला नही :  राजीव गुजराती

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सीहोर/ सीहोर शहर में अमृत योजना के अंतर्गत सीवेज निर्माण कार्य पेचले एक वर्ष से जयादा समय से बेतरतीब ढंग से चल रहा है, शहर की खुदी हुई सडको पर आम जनता का हाल बेहाल है, नागरिक परेशान है लेकिन उनकी परेशानी को समझने वाला कोई नही है । शहर की कालोनोंइयो और अनधुरनी बस्तियों को खोद कर पटक दिया गया है । सडको पर बिना डायवर्सन के कार्य किया जा रहा है इसके कारण रोज जैम की स्थिति निर्मित हो रही है । एक और बसस्टैंड से भोपाल नाके तक सड़क निर्माण के कारण पुराना हाईवे मार्ग बंद है पुरे ट्राफिक का दारोमदार इंग्लिश पुरे के एक मात्र सड़क पर है लेकिन इस मार्ग पर भी बिच सड़क पर जेसीबी से खोद कर मिटटी सड़क पर छोड़ डी गई है इसके कारण दिन भर से उक्त सड़क पर जाम लगा हुआ है, न कोई ट्राफिक पुलिसे की व्यवस्था है, नगर पालिका और प्रशासन को नगर की व्यवस्था से कोई लेना देना नही है । इस समस्या के विरोध में युवा कांग्रेस और एनएसयुआई सीहोर ने आज इस जनसमस्या के विरोध में प्रदर्शन कर अंकिता कंस्ट्रक्शन कम्पनी का पुतला फुका । युवा कांग्रेस और एनएसयुआई कार्यकर्ताओ ने इंग्लिशपूरा रोड पर जमकर नगर पालिका और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया । युवा कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती ने कहा है की आमजनता का इस कार्यो के चलते जीना मुहाल हो गया है, प्रशासन को शहर की ट्राफिक व्यवस्थाओ को ध्यान में रख कर निर्माण कार्यो की मोनिटरिंग करनी चाहीए और तुरंत गद्दे भरवाने चाहीये वाही दूसरी ओर चाणक्यपूरी, अवध पूरी, भोपाल नाका, इंग्लिशपुरे, गंज, नेहरु कॉलोनी की अंधुरानी सडको की स्थिति बेहाल है लोगो का अपने घर आनाजाना मुश्किल है राजीव गुजराती ने जनप्रतिनिधि और प्रशासन से तुरंत इस और ध्यान देकर जनहित में सडको को सुधराकर आमजनता को राहत प्रदान करना चाहीये । एनएसयुआई जिलाध्यक्ष आनंद कटारिया ने कहा है की यदि जल्द ही शहर की स्थिति में सुधार नही किया गया तो जनांदोलन खड़ा किया जायेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी । प्रदर्शन करने वालो में युवा कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती, एनएसयुआई जिलाध्यक्ष आनंद कटारिया, मनोज पटेल, ब्रजेश पटेल, पियूष मालवीय, मनीष कटारिया, तुलसी राठौर, आदित्य उपाध्याय, दुर्गेश मिस्त्री, देवेन्द्र ठाकुर, प्रणय शर्मा, सोनू विश्वकर्मा, रजत पटेल, मोहित किंगर, दीपक सिसोदिया, मनीष मेवाडा, उत्तम जयसवाल, हरिओम सिसोदिया, विराट यादव, योगेश पटेल, दीपक वर्मा, सुमित चाद्रवंशी, घनश्याम झलावा, अन्जिश वर्मा, अनिल वर्मा, गौरव सिसोदिया, रवि वर्मा, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे ।


झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 01 सितम्बर

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नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्‍यक्ष एवं कांग्रेस समर्थित विजयी पार्षदों का कांग्रेसजनों ने किया सम्‍मान

jhabua news
झाबुआ । जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय झाबुआ पर गुरूवार को दोपहर बाद हाल.ही में संपन्‍न हुए नगरपालिका चुनाव में बीस वर्षों बाद नगर परिषद पर पुनरू कब्‍जा करने एवं अध्‍यक्ष सहित 18 वार्डों में से 9 वार्डों पर कांग्रेस के अधिकृत प्रत्‍याशियों ने शानदार विजय हासिल की। जिला कांग्रेसए ब्‍लॉक कांग्रेस एवं शहर कांग्रेस द्वारा विजयी उम्‍मीदवारों को हार.फुल पहनाकर कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा सम्‍मान किया गया। 20 वर्षों बाद कांग्रेस समर्थित परिषद को जो नगर की जनता ने जो आर्शिवाद प्रदान किया है उसका सम्‍मान करते हुए जनता का आभार व्‍यक्‍त करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अब झाबुआ में नई परिषद पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्‍यनिष्‍ठा के साथ नगर के विकास की ओर अग्रसर होगी तथा अपने कार्यकाल के दौरान निर्विवाद रूप से सभी से सामान्‍जस्‍य स्‍थापित कर नगर के विकास में मील का पत्‍थर साबित होगी। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहता ने अध्‍यक्ष एवं समस्‍त पार्षदों को सामन्‍जस्‍य के साथ कार्य करने पर अपनी एकजुटत का परिचय देकर पार्टी में अनुशासन बनाने में भूमिका का निर्वाहन करने का आव्‍हान किया। जिला पंचायत अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने सभी विजयी उम्‍मीदवारों से एकमत होकर आगामी होने वाले निर्वाचन में पार्टी के निर्देशानुसार कार्य करने पर जोर दिया एवं कहा कि जनता ने जो हमे जनादेश दिया है उसे हम एकजुटता का परिचय देते हुए कार्य करेंगे। जिला कांग्रेस उपाध्‍यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि डॉण् विक्रांत भूरिया ने इस अवसर पर कहा कि नगर एवं वार्ड की जनता ने कांग्रेस पार्टी पर जो विश्‍वास जताया है उनके विश्‍वास पर खरा उतरना ही हमारा लक्ष्‍य एवं कर्तव्‍य होना चाहिए। पूर्व विधायक जेवियर मेडा ने सभी उपस्थित नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि हम सब मिलकर एक ऐसी नगर पालिका चलाएं जिससे आने वाले वर्षों में हमारे उपर जनता का भरोसा यथावत बना रहे। इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्‍यक्ष बंटु अग्निहोत्री ने कहा कि जनता ने हमे जनता के बीच में जाकर कार्य करने का जो अवसर दिया है  उसे पूरा करने में किसी भी प्रकार की कोई चुक नहीं करनी चाहिए। तभी जनता का विश्‍वास हम पर बना रहेगा। कार्यक्रम का संचालन ब्‍लॉक कांग्रेस अध्‍यक्ष हेमचंद्र डामोर ने किया एवं आभार प्रवक्‍ता हर्ष भट्ट ने माना। इस अवसर पर नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्‍यक्ष श्रीमती मनुबेन डोडियारए पार्षद श्रीमती नुरजहां बीए साबीर फिटवेलए रशीद खॉनए हेमेन्‍द्र कटाराए श्रीमती उषा येवलेए श्रीमती शशि धुमा डामोरए श्रीमती रोश्‍नि डोडियारए श्रीमती मालुबेन डोडियारए वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता नाथुभाई ठेकेदारए लोकसभा युवक कांग्रेस अध्‍यक्ष आशीष भूरियाए एनएसयूआई जिलाध्‍यक्ष विनय भाबोरए कांग्रेस नेता विवेक येवलेए अविनाश डोडियारए दिपू डोडियारए रविन्‍द्र सिंह चौहान सहित जिला कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।


सार्वजनिक गणेष मंडल मे हुआ भजन संध्या का आयोजन, सरस्वतीनंदन भजन मंडली ने भजनों से किया धर्ममय माहौल

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झाबुआ । बारह दिवसीय गणेशोत्सव में स्थानीय राजवाडा चैक स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर पर सरस्वती नंदन गुरूद्वारा भजन मंडली थांदला द्वारा मध्यरात्रि तक आध्यात्मिक एवं घार्मिक भजनों की प्रस्तुति देकर पूरे वातावरण को धर्ममय कर दिया ।  कार्यक्रम के संयोजक  भागवत शुक्ला, शरद शुक्ला ने बताया कि श्री जी एवं भगवान श्री सत्यनारायण की आरती के बाद गुरूद्वारा थांदला से आई भजन मंडल द्वारा जय गणेश गणनाथ दयानिधि..... आओं तो गुरूदेव, दर्शन दो गुरूदेव.... कीर्तन की है रात सरस्वतीनंदन स्वामी आओ रे.... सदगुरू तेरे चरणों की गर धुल जो मिल जाये ..... जैसे संगीत मय भजनों ने पूरे वातावरण को भक्ति से सराबोर कर दिया । इस अवसर पर गुरूद्वारा भजन मंडली थांदला की डा. जया पाठक, मनीष बैरागी, रमेन्द्र सोनी, अतुल सोनी, मोहन गढवाल , किशोर उपाध्याय, श्रीराम नागर, तुषार भटृ ने एक से बढ कर आध्यत्मिक एवं भक्तिमय नाम संकीर्तन की प्रस्तुति दी । मध्यरात्री तक नाम संकीर्तन का  क्रम चला ।  इस अवसर पर पुष्पकरण सोनी, राजेन्द्र अग्निहौत्री, नानालाल कोठारी, जनार्दन शुक्लर, रविराजसिंह राठौर, सौभाग्यसिंह चैहान, पर्वतसिंह, भेरूसिंह तरंग, गोपालसिंह चैहान, महेश पाण्डे, आषुतोष राठौर  विजयलक्ष्मी शुक्ला, कुंता सोनी, हंसा श्रुक्ला, वर्षा जैमिनी शुक्ला सहित बडी संख्या में लोगों ने नाम संकीर्तन का लाभ उठाया । मध्यरात्री मे भजनों के समापन के साथ प्रसादी का वितरण किया गया ।

आज  होगा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, हास्य ,वीर एवं श्रृंगार रस की बहेगी बयार 

झाबुआ । सार्वजनिक गणेश मंण्डल राजवाडा चैक पर आज शनिवार को रात्रि 9 बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है । कार्यक्रम के संयोजक नीरजसिंह राठौर एवं मनीष व्यास ने बताया कि आज 2 सितम्बर सार्वजनिक गणेश मंडल राजवाड़ा चैक के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का किया जा रहा है । जिसमे सहित्य जगत के ज्वाज्वल्यमान नक्षत्र कविगण कैलाश मंडेला हास्य भीलवाडा,, दिनेश बंटी हास्य जयपुर,अतुल ज्वाला हास्य इंदौर,शंकर सिंह सिसौदिया हास्य महिदपुर, असीम शुक्ला हास्य बदायूं, प्रेरणा ठाकरे श्रगार नीमच व शम्भू सिंह मनहर वीर रस खरगोन अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मनोरंजन करेगें। कार्यक्रम के सूत्रधार नालछा के हास्य सम्राट  धीरज शर्मा रहेगें। सार्वजनिक गणेश मंडल के अध्यक्ष एवं महासचिव ने नगरवासियों निवेदन किया है कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर कवि सम्मेलन का लुफ्त उठाये । संयोजक नीरजसिंह राठौर ने बताया कि कवि सम्मेलन की व्यापक तैयारिया पूरी कर ली गई है तथा राजवाडा चैक पर महिलाओं के बैठने के लिये पृथक से व्यवस्था की गई है।

पुलिस अधीक्षक श्री जैन एवं चुन्नु भैया ने सुखदेव विहार मे उतारी आरती

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झाबुआ । गुरूवार रात्रि 8 बजे सुखदेव विहार गणेश मण्डल झाबुआ में विराजित गणपति बप्पा की आरती झाबुआ जिले के पुलिस अधीक्षक महेश चंद्र जैन,समाजसेवी और उद्योगपति ब्रजेन्द्र(चुन्नू )शर्मा,सकल व्यापारी संघ के सचिव कमलेश पटेल, राजवाड़ा मित्र मंडल के गोपाल  नीमा, वार्ड क्रमांक 8 के पार्षद अजय सोनी,राजवाड़ा मित्र मंडल के सभी सदस्य गण, भूपेश सिंगोड़, रामशरणं से आनंद विजय सिंह सक्तावत एवं समस्त भक्त जन, युवा साई सेवा समिति के सभी सदस्यगण तथा साई भक्त भजन मंडली जोबट के सभी सदस्यगण ने गजानंद महाराज की आरती उतारी और तत्पश्चात साई भक्त भजन मंडली जोबट द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई । उक्त जानकारी समिति के संयोजक दिलीप कुशवाह ने दी ।

सुंदरकांड में भजनों की प्रस्तुति पर थिरके महिला-पुरूष एवं युवाजन
  • सत्त् 5 घंटे तक चले समधुर कार्यक्रम ने समां बांध दिया

झाबुआ। गणेषोत्सव पर्व के तहत स्थानीय तेलीवाड़ा मौहल्ला (लक्ष्मीबाई मार्ग) में रिद्धि-सिद्धी विनायक गणेष मंडल (आरएसवी) ग्रुप द्वारा विघ्नहर्ता की मनमोहक प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां रात्रि में प्रतिदिन आयोजन के क्रम में गुरूवार रात सुंदरकांड का आयोजन किया गया। जिसमें पवनपुत्र रामायण मंडल अमझेरा की समधुर प्रस्तुति ने उपस्थित रसिकों का दिल जीत लिया। कई भजनों पर श्रोतागण जमकर झूमने लगे एवं भगवान के जमकर जयकारे लगाए। यहां पर्व के सातवे दिन आरती करने का लाभ वरिष्ठ समाजसेवी बजृेन्द्र चून्नू के साथ पार्षद नरेन्द्र संघवी, अजय सोनी, अंकुष कांठी, मनोहर मोदी आदि द्वारा लिया गया। रात 9 बजे से सुदंरकांड शुरू हुआ। इससे पूर्व आरवीएस के वरिष्ठ पदाधिकरी घनष्याम भाटी, दर्पण भाटी एवं अन्य सदस्यों द्वारा पधारे सभी मंडल के सदस्यांे का पुष्पमालाओं से भावभीना स्वागत किया गया। इसके पश्चात् सुंदरकांड की संगीतमय प्रस्तुति देना अमझेरा के कलाकरों ने शुरू किया। जिसमंे ललितभाई एवं अजयभाई की प्रस्तुति ने मानो समा बांध दिया। वाद्य यंत्रों पर कई भजनों पर महिला-पुरूष के साथ युवक-युवतियां भी जमकर थिरकी।


रात 1 बजे तक चला कार्यक्रम
उक्त आयोजन सत्त देर रात 1 बजे तक चलता रहा और श्रोतागण भी पूरे समय तक उक्त आयोजन का आनंद लेने के लिए डटे रहे।ं बाद रामायण मंडल की प्रस्तुति की उन्होंने जमकर सराहना की तथा अगले वर्ष उक्त मंडल के कलाकारों को पुनः पधारने का भावभरा आमंत्रण भी दिया।

मध्यप्रदेश में खरीफ-2017 के लिये भावान्तर भुगतान य¨जना एक सितम्बर से लागू
  • अंतर के भुगतान की राशि किसान¨ं के खाते में सीधे पहुँचेगी

झाबुआ । मध्यप्रदेश में किसान¨ं क¨ उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिये पायलेट आधार पर खरीफ-2017 के लिये किसान-कल्याण एवं कृषि विभाग ने भावान्तर भुगतान य¨जना लागू की है। इस य¨जना में किसान द्वारा अधिसूचित कृषि उपज मण्डी प्रांगण में चिन्हित फसल उपज का विक्रय किये जाने पर राज्य शासन ने घ¨षित माॅडल विक्रय कर एवं भारत सरकार द्वारा घ¨षित न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसान¨ं क¨ भुगतान करने का निर्णय लिया है। खरीफ-2017 में स¨याबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द एवं तुअर की फसलें ली गयी हैं। इन फसल¨ं के लिये किसान¨ं का य¨जना में एक सितम्बर-2017 से 30 सितम्बर-2017 तक भावान्तर भुगतान य¨जना के प¨र्टल में पंजीयन किया जायेगा। भावान्तर भुगतान य¨जना में पंजीकृत किसान¨ं की फसल¨ं के मण्डी में विक्रय अवधि तुअर के लिये एक फरवरी-2018 से 30 अप्रैल-2018 तक तथा स¨याबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग अ©र उड़द के लिये 16 अक्टूबर-2017 से 15 दिसम्बर-2017 तक माॅडल विक्रय दर की गणना मध्यप्रदेश तथा द¨ अन्य राज्य¨ं की माॅडल विक्रय दर का अ©सत ह¨गा। य¨जना का लाभ पंजीकृत किसान¨ं द्वारा मध्यप्रदेश में उत्पादित कृषि उत्पाद का विक्रय अधिसूचित मण्डी परिसर में किये जाने पर मिल सकेगा। य¨जना का लाभ जिले में विगत वषर्¨ं की फसल कटाई प्रय¨ग¨ं पर आधारित अ©सत उत्पादकता के आधार पर उत्पाद की सीमा तक ही देय ह¨गा। प्रदेश के किसान¨ं क¨ देय राशि की गणना में प्रावधान किया गया है कि यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम किन्तु राज्य शासन द्वारा घ¨षित माॅडल विक्रय दर से अधिक हुई त¨ न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसान द्वारा विक्रय मूल्य के अंतर की राशि किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जायेगी। यदि किसान द्वारा मण्डी समिति परिसर में विक्रय की गयी अधिसूचित फसल की विक्रय दर राज्य शासन द्वारा घ¨षित माॅडल विक्रय दर से कम हुई त¨ न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा माॅडल विक्रय दर के अंतर की राशि ही किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जायेगी। भावान्तर भुगतान य¨जना में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ/मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज काॅपर्¨रेशन द्वारा पात्र किसान¨ं क¨ भुगतान किया जायेगा। भावान्तर भुगतान य¨जना में निर्धारित विक्रय अवधि के बाद विक्रय अवसर प्रदान करने के लिये भावान्तर भुगतान य¨जना में निर्धारित विक्रय अवधि के बाद तुअर के लिये एक मई-2018 से 30 अगस्त-2018 अ©र स¨याबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल, मक्का, मूंग, उड़द एक जनवरी-2018 से 30 अप्रैल-2018 तक किसान द्वारा लायसेंसयुक्त ग¨दाम में अपने कृषि उत्पाद रखे जाने के लिये ग¨दाम क्रय राशि किसान¨ं क¨ दिये जाने का भी निर्णय लिया गया है। यह राशि निर्धारित भण्डारण अवधि में माॅडल विक्रय दर, न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम रहने की स्थिति में 7 रुपये प्रति क्विंटल प्रति माह अथवा ज¨ वास्तविक भुगतान किया गया है, द¨न¨ं में से ज¨ भी कम ह¨, की दर से ऐसे किसान¨ं के बैंक खाते में राशि जमा करवायी जायेगी। भावान्तर भुगतान य¨जना के संबंध में नीतिगत निर्णय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कृषि केबिनेट द्वारा लिये जायेंगे। क्रियान्वयन प्रगति एवं समीक्षा के लिये राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति तथा जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा दिये जाने का निर्णय लिया गया है।

सीईओ,कलेक्टर सहित जिला अधिकारियो ने किया मार्निंग फालोअप

झाबुआ । कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, सीईओं जिला पंचायत श्रीमती जमना भिडे सहित जिला अधिकारियो ने आज रामा ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रो झुमका,माकनकुई,झाबुआ ब्लाक के सेमलयाबडा में स्वच्छ भारत मिशन अभियान अंतर्गत शौचालय निर्माण की प्रगति देखी एवं ग्रामीणों से चर्चा कर शौचालय का निर्माण कर उपयोग करने के लिए समझाईश दी। ग्रामीणो को शौचालय का उपयोग करने के फायदे बताते हुए कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहां कि बाहर शौच करने जाने से जहरीले जानवरों के काटने का खतरा बना रहता है। वर्षा काल में बहुत परेशानी होती है एवं गाॅव के आसपास गंदगी बने रहने से डायरिया टायफाइड इत्यादि घातक बीमारियों हो सकती है। इसलिए आप लोग शौच के लिए शौचालय का ही उपयोग करे। शौचालय का उपयोग करने में आप कई बीमारियों से बचे रहेगे और बीमार होने के कारण दवाईयों एवं ईलाज पर होने वाला खर्च भी बचेगा। शौचालय के फायदे ही फायदे है नुकसान कुछ भी नहीं। अतः सभी ग्रामीण जन शौच के लिए शौचालय का उपयोग करे एवं अपने गाॅव को स्वच्छ बनाये तथा परिवार के सभी सदस्यों का मान बढाये।

वंदे मातरम का हुआ गायन

झाबुआ । शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर कार्यालय सहित शासकीय कार्यालयों में आज माह के पहले कार्य दिवस पर राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम का गायन किया गया। कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर श्री आशीष सक्ेसना, सहित कलेक्टर कार्यालय परिसर में लगने वाले विभागो के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम एवं मध्यप्रदेश गान का गायन किया।

आंगनवाडी केन्द्रो पर पोषण परामर्श सत्र  का आयोजन किया गया
  • राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 7 सितम्बर तक आयोजित होगा

झाबुआ । प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 01 से 07 सितम्बर 2017 के दौरान राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। पोषण सप्ताह के दौरान आंगनवाडी केन्द्रो पर पोषण जागरूकता को बढावा देने के लिए ग्रामीणो को समझाया जाएगा, पोषण विविधता के बारे में बताया जाएगा, स्थानीय खाद्य सामग्री के उपयोग को बढावा देने की सलाह दी जाएगी। किचन गार्डन लगाने हेतु महिलाओं को प्रेरित किया जाएगा। पोषण सप्ताह के दौरान अपना पोषण अपने हाथ पर आधारित पोषण आनन्द मेला का आयोजन जिला स्तर पर होगा। मेले का आयोजन होम साइंस काॅलेज एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वय से किया जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री जमरा, ने बताया कि पोषण सप्ताह के दौरान आज 1 सितम्बर को प्रथम दिवस आंगनवाडी केन्द्रो पर पोषण परामर्श सत्र  का आयोजन किया गया। बच्चो एवं आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका द्वारा गाॅव मे रैली आयोजित कर पोषण आहार का महत्व बताया गया।   3 सितम्बर को द्वितीय दिवस को पोषण बाल सभा तथा बच्चो में व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा की जाएगी बच्चो को सुबह का नाश्ता व खाना निर्धारित समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रीर्थ दर्शन यात्रियो का सम्मेलन 3 सितम्बर को
  
झाबुआ । मध्य प्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ जिले के जिन यात्रियो ने लिया है,  उनका जिला स्तर पर सम्मेलन 3 सितम्बर 2017 को डी आर पी लाईन झाबुआ के सामुदायिक भवन मे अपरान्ह 3 बजे से आयोजित किया जाएगा। तीर्थ दर्शन यात्रियो द्वारा सम्मेलन मे अपने अनुभव साझा किये जायेगे। सम्मेलन मे कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, सीईओं जिला पंचायत श्रीमती जमना भिडे सहित जिला अधिकारीे उपस्थित होकर तीर्थ दर्शन यात्रियो से चर्चा करेगे।

लात घुसो से मार की हत्या 
     
झाबुआ। आरोपी राजेन्द्र पिता बाबू मुणिया निवासी छोटा तालाब मुणिया फलिया मेघनगर ने पे्रमिका सविता को शादी की बात बोलने को लेकर अज्ञात व्यक्ति को जान से मारने की नियत से लात घूसों से मारपीट की जिससे अज्ञात व्यक्ति की ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रमांक 302/17 धारा 302 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

घर मे घुसकर किया खोटा काम
      
झाबुआ। फरि. नेे बताया कि विधवा जीवन व्यतीत कर रही घर में अकेली थी कि आरोपी रस्सु पिता कालिया भुरिया निवासी झाराडाबर का आया व फरि. के घर में घुस आया व मर्जी के खिलाफ खोटा काम किया, चिल्लाने व बताने पर जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्रमांक 301/17 धारा 376,450,506 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

छेड़छाड़ का अपराध पंजीबद्ध
      
झाबुआ। फरि. नेे बताया कि आरोपी दल्ला पिता अपसिंह निनामा निवासी ग्रांम पारेवा ने फरि. को रास्ते में पिछा करते हुए बुरे नियत से पीड़िता का हाथ पकड़ा व झुमा झपटी कर निचे गिराकर चोट पहुचायी चिल्लाने पर भाग गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रमांक 287/17 धारा 354,323 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दहेज प्रताड़ना का अपराध पंजीबद्ध
      
झाबुआ। फरि. दसूडी पति ईश्वर गामड उम्र 19 साल निवासी खजुरीया ने बताया कि आरोपी ईश्वर पिता सोमा गामड व अन्य-02 निवासीगण खजुरीया ने फरि. के साथ मारपीट कर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रंमाक 411/17 धारा 498-ए,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

थ्कराना दुकान मे चोरी 
     
झाबुआ।  फरि. महेन्द्र पिता विनोद कुमार पटवा उम्र 35 साल निवासी बरवेट ने बताया कि अज्ञात बदमाश दुकान का ताला तोड़कर अंदर घुसे व किराना सामान व नगदी 5000रू. चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रंमाक 286/17 धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फांसी लगाकर लगाया मोत को गले
     
झाबुआ ।  हजूर पिता सुरतान डामोर उम्र 55 साल निवासी कयड़ावद बड़ी की स्वंय के घर के अन्दंर फांसी लगा लेने से मृत्यु हो गयी। थाना कोतवाली मेें मर्ग क्रमांक 92/2017 धारा 174 जा.फौ. की कायमी की गयी।

मधुबनी : पीर बाबा के मजार से आजतक कोई खाली हाथ नही लौटा।

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  • हिंदू क्या मुस्लिम सभी फरियाद लेकर आते है।

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अंधराठाढी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढी। प्रखंड क्षेत्र के ननौर पंचायत स्थित अलपुरा गॉव मे बाबा मकदुम शाह के मजार पर लगने वाला प्रसिद्ध उर्स मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। यह उर्स मेला प्रखंड के प्राचीनतम मेले मे से एक है। कहते है पीर बाबा के मजार से आजतक कोई खाली हाथ नही लौटा। जो भी यहॉ आकर अपनी झोली फैलाता है पीर बाबा उसकी मुराद जरूर पुरी करते है। हिंदू क्या मुस्लिम का कोई भेद नही। हर साल लाखो की संख्या मे फरियादी बाबा के मजार पर जुटते है। मुंबई, बंगाल, नेपाल, दिल्ली, बंगलौर, उडीसा आदि सुदुरवर्ती क्षेत्रो से भी श्रद्धालु और फरियादी यहॉ जुटते है। प्रेतबाधा से मुक्ति के लिये यह मेला प्रसिद्ध है। प्रेतबाधा से ग्रस्त पीडितो को लेकर दुर दुर से लोग यहॉ आते है। साथ ही साथ मुक्ति पाये लोग भी अपनी मनौती पुरा करने यहॉ आते है। मनौती चढाने वाले लोग यहॉ बकरे और मुर्गे की कुर्बानी देते है और यही पका कर उसका प्रसाद ग्रहण करते है। किवदंती है की पीर मकदुम साह अपने जमाने के प्रसिद्ध और ख्याति प्राप्त फकीर थे। यहॉ उर्स के लिये जमीन मुगल बादशाहो ने दी थी। कालांतर मे उर्स की जमीन अतिक्रमण का शिकार होकर मजार सहित कुछ ही कठ्ठो मे सिमट कर रह गयी है। सरकारी संरक्षण के अभाव मे यहॉ बुनियादी सुविधा तक उपलब्ध नही है। श्रद्धालुओ के ठहरने के लिये कोई शेड या ठहराव स्थल तक यहॉ आजतक मयस्सर
नही हो सका है। मुगलकालीन ये उर्स मेला बकरीद से एक दिन पहले लगता है। और शाम होते होते ये खतम हो जाता हे। इस मेले मे श्रद्धालुओ की भीड एक रात पहले ही यहॉ जमा हो जाती है। मगर बुनियादी सुविधा के अभाव मे सद्धालुओ को काफी परेशानी और दिक्कतो का सामना करना पडता है।

अंधराठाढी : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विदाई समारोह की गयी।

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अंधराठाढ़ी/मधुबनी (मोo आलम अंसारी) अंधराठाढी प्रखंड शिक्षा  पदाधिकारी  के सेवा निवृत भाव भीनी विदाई दी गयी। इसके लिए गुरुवार को बीआरसी भवन  में एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया ।बरिष्ट बी आर पी लालबाबू कामत की अध्यक्षता में सम्पन्न इस समारोह में सेवा निवृत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बिरेन्द्र प्रसाद   को अंग वस्त्र पाग दुपट्टा एवं पुष्प गुच्छ आदि से सम्मानित किया गया । समारोह में प्रखंड प्रमुख शुभेश्वर यादव ,उपप्रमुख मोतीउर रहमान,अंचल अधिकारी विष्णुदेव  सिह , बीआर सी संजीव कुमार चौधरी, संजय कुमार कुलानन्द चौधरी , प्रधान अध्यापक अनोठी राम , केशब कुमार झा ,मो नौशाद ,मो अलाउद्दीन , ब्रह्म देव यादव,हरिमोहन चौधरी ,कृषमोहन चौधरी ,चन्द्रशेखर ,धर्मवीर प्रसाद, मनीष रंजन दास,अजय कुमार कर्ण ,बौए लाल राम, राजेश्वर मिश्र ,प्रखंड एम डी एम प्रभारी मनोज कुमार पासवान ,आदि ने सेवा निवृत  प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी  के व्यक्तित्व और कृतित्व की प्रसंशा की । उनके स्वभाव का यहाँ  को लोग कायल है। उनकी कमी हमेशा खलेगी । उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अहम योगदान के लिए मार्ग दर्शक के रूप में हमेशा याद किया जायेगा। उनके कार्यकाल में शिक्षक छात्र और शिक्ष्ण संसथान के बीच समन्वय का तरीका कविले तारीफ था। 

मधुबनी जिले की प्रशासनिक हलचल (01 सितम्बर)

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डीएम एसपी ने तैयार हो रहे ड्राई फुड पैकेट कार्य का निरीक्षण किया

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मधुबनी, 01 सितम्बर; जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्री शीर्षत कपिल अशोक, पुलिस अधीक्षक, श्री दीपक बरनवाल एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा शुक्रवार को टाउन हाॅल एवं वाट्सन उच्च विद्यालय में तैयार हो रहे ड्राई फुड पैकेट कार्य का निरीक्षण किया गया। जिसमें उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मचारियों को 24 घंटे फूड पैकेट निर्माण करने का निदेष दिया गया। उपस्थित पदाधिकारियों को यह भी निदेष दिया गया कि रौषनी की पर्याप्त व्यवस्था करे एवं सामंजस्य बनाकर तेज गति से पैकेट का निर्माण कराना सुनिष्चित करे।  जिला पदाधिकारी द्वारा वाट्सन विद्यालय के प्रधानाध्यापक को विद्यालय के अन्य कमरो को खुलवाने का आदेष दिया। ताकि अधिक से अधिक फुड पैकेट का निर्माण सुनिष्चित किया जा सके। पदाधिकारियों को खाद्य सामग्रियों के आपूर्ति और तैयार पैकेट को क्षेत्र में वितरण हेतु भेजने की निगरानी बारिकी से करने का निदेष दिया गया। इस दौरान  अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, मधुबनी, विषेष कार्य पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।


डीएम एसपी ने मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम स्थल का निरिक्षण किया 

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मधुबनी, 01 सितम्बर; जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्रीशीर्षत कपिल अशोक, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी, श्री दीपक बरनवाल शुक्रवार को पण्डौल प्रखंड के सरिसवपाही स्थित लक्ष्मीष्वर एकेडमी में आगामी दिनांक-09.09.17 को प्रस्तावित माननीय मुख्यमंत्री के भ्रमण कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला के सभी वरीय पदाधिकारी /तकनीकी पदाधिकारी उपस्थित थे। जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यक्रम आयोजक मडंल के सदस्यों के साथ कार्यक्रम के संर्दभ में विचार-विमर्ष किया गया। मुखिया, ग्राम पंचायत सरिसवपाही एवं आयोजक मडंल के सचिव श्री जीबू सिंह द्वारा बताया गया कि दिनांक-09.09.17 को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार 11.30 बजे (पूर्वाहन) में महाराज लक्ष्मीष्वर सिंह महाविधालय के प्रांगण में निर्मित हैलीपैड पर उतरेंगे। तत्पष्चात वे सिद्धेष्वरी मंदिर, सरिसवपाही में दर्षन के उपरांत आयाची डीह पर निर्मित पं0 आयाची मिश्र की प्रतिमा का आनावरण करेगे। तत्पष्चात चमैनिया डाबर पर नवनिर्मित मुर्ति का अनावरण करने के बाद लक्ष्मीष्वर एकेडमी, सरिसवपाही के परिसर में उनके द्वारा सभा को संबोधित किया जाएगा।  जिला पदाधिकारी मधुबनी, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी,  अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर, एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा सभी कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया गया। एवं सभी संबंधित विभागों को आवष्यक निदेष यथा हैलीपैड निर्माण, सभा मंच निर्माण, पथ की मरम्मती, पेयजल आपूर्ति, विधुत व्यवस्था, जल जमाव की समस्या दुर करने का निदेष दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी, पण्डौल, अंचल अधिकारी, पण्डौल को प्रतिदिन कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर की जा रही तैयारी का प्रतिवेदन भेजने का निदेष दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी, सदर/अनुमडंल पुलिस पदाधिकारी, सदर को प्रत्येक दुसरे दिन कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर किए गये तैयारियों की समीक्षा करने एवं विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु स्थल चयन कर दण्डाधिकारी/पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति का प्रस्ताव भेजने का निदेष दिया गया। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, ए.एस.पी. मधुबनी, विषेष कार्य पदाधिकारी, मधुबनी, अपर समाहत्र्ता, मधुबनी, जिला षिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी, कार्यक्रम मंडल के सदस्यगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे। 

->  बकरीद के मद्देनजर सभी विभागों की छुट्टियाँ कलेक्टर ने रद्द की !


समस्तीपुर : डकैती के दौरान महिला की गोली मारकर हत्या

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समस्तीपुर 01 सितम्बर, बिहार में समस्तीपुर जिले के मुसरीधरारी थाना क्षेत्र के डगरुआ गांव मे डकैतों ने कल देर रात लूट के दौरान एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि डगरुआ गांव निवासी अशरफी राय के घर देर रात 12 की संख्या मे सशस्त्र डकैतों ने धावा बोला। इसके बाद डकैतों ने हथियार का भय दिखाकर परिवार के सभी सदस्यों को अपने कब्जे में ले लिया। विरोध करने पर डकैतों ने अशरफी राय की पत्नी बसंती देवी (60) की चाकू मारकर हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद डकैत लाखो रूपये मूल्य की संपत्ति लूटकर फरार हो गये। इस सिलसिले में संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस डकैतों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर रही है। शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। 

नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या, दो गिरफ्तार

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हाजीपुर 01 सितम्बर, बिहार में वैशाली जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र में 11 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि लगड़ा टोला के एक घर में तीन युवक देर रात घुस गये और हथियारों के बल पर 11 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर अपने साथ लेते गये। युवकों ने अपहृत बच्ची को मकई के खेत में ले जाकर उसके साथ पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मृतक बच्ची स्थानीय विद्यालय में तीसरी कक्षा की छात्रा थी। सूत्रों ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद आज सुबह मौके पर पहुंची पुलिस ने मकई की खेत से बच्ची का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मृतका के परिजनों के बयान के आधार पर संबंधित थाना में एक नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नामजद मिथलेश दास एवं ललन दास को गिरफ्तार कर लिया है।

उत्पाद विभागीय लापरवाही से वैशाली में शराब से कई एकड़ में लगी फसल नष्ट

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हाजीपुर 01 सितम्बर, बिहार में वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के वारिसपुर गांव में उत्पाद विभाग की कथित लापरवाही से कई एकड़ में लगी लाखों रुपये मूल्य की धान की फसल नष्ट हो गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि वारिसपुर गांव स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधान पार्षद सुबोध राय की बंद शराब फैक्ट्री तरंगनी लीकर प्राईवेट लिमिटेड पहुंच कर उत्पाद विभाग की टीम ने सोमवार को 29 हजार 600 लीटर शराब खेत में एक गड्डा खोदकर बहा दी थी। वहीं, खेत की मालकिन और किसान गायत्री देवी ने उत्पाद विभाग पर उनके खेत में लगी धान की फसल को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विभाग की लापरवाही से उनके साथ अन्य किसानों की कई एकड़ में लगी धान की फसल जल गयी है जिससे लाखों रुपये की क्षति हुई है। शराब के असर के कारण आने वाले समय में दूसरी फसल की उपज होने पर भी संदेह है। इस बीच उत्पाद अधीक्षक अरविंद कुमार का कहना है कि उन्होंने उत्पाद नीति के तहत ही बरामद शराब को नष्ट किया है। साथ ही एक बड़ा गड्डा खोदकर शराब को बहाया गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अप्रैल माह से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है। 


बिहार के सभी जिलों में थमी बारिश, बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जारी

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पटना, बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश की रफ्तार लगभग थमने से राज्य के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति जहां सुधर रही है वहीं, राज्य सरकार की ओर से राहत कार्य जारी है। योजना एवं विकास विभाग की ओर से आज यहां जारी आंकड़ों (सुबह साढ़े आठ बजे तक) के अनुसार, प्रदेश के सभी 38 जिलों में पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश की रफ्तार पर लगभग ब्रेक लग गया है। सीमावर्ती किशनगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णियां, अररिया में नहीं के बराबर वर्षा रिकार्ड की गयी है। इसके अलावा पटना, नालंदा, सीतामढ़ी, दरभंगा, शिवहर, मधुबनी समेत कई अन्य जिलों में शून्य बारिश दर्ज की गयी है। हालांकि आज दोपहर करीब 12 बजे आधे घंटे की बारिश ने राजधानीवासियों को उमस भरी गर्मी से निजात जरुर दिला दी। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले 48 घंटों के दौरान बाढ़ से किसी के मरने की सूचना नहीं है। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल और प्रदेश में लगातार बारिश के कारण राज्य के 19 जिलों में आई भीषण बाढ़ में अबतक 514 लोगों की मौत हुई है। राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार आने के साथ राहत कार्य अभी भी जारी है। राज्य में 57,109 लोग अभी भी 107 राहत शिविरों में रह रहे हैं। इस बीच केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार, आज सुबह आठ बजे गंगा नदी का जलस्तर गांधीघाट में 87 एवं कहलगांव में 81 सेंटीमीटर नीचे रिकार्ड किया गया। अधवारा समूह कमतौल में 60 और महानंदा नदी का जलस्तर ढ़ेगराघाट में खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर नीचे था। आयोग ने इन नदियों के जलस्तर में अगले 24 घंटे में और गिरावट की संभावना व्यक्त की है। हालांकि गंगा, बूढ़ी गंडक, बागमती समेत कुछ अन्य नदियों का जलस्तर कई जगहों पर अब भी ऊपर बना हुआ है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के पूर्वानुमान में बताया कि बिहार के सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में हल्की वर्षा होने की संभावना है। 

बिहार के चर्चित सृजन घोटाले में सीबीआई ने शुरू की पूछताछ

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भागलपुर 01 सितम्बर,  बिहार के भागलपुर जिले में अरबों रुपये बहुचर्चित सृजन घोटाले की जांच कर रही केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज यहां सृजन कार्यालय में छापेमारी कर कई लोगों से पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि दिल्ली से आई सीबीआई की पंद्रह सदस्यीय टीम ने आज सुबह जिले के सबौर स्थित सृजन कार्यालय में छापा मारा और कई कर्मचारियों से घंटों पूछताछ की। टीम के अधिकारियों ने कार्यालय में उपलब्ध दस्तावेजों को कब्जे में लेकर इसकी जांच शुरु कर दी है । सूत्रों ने बताया कि ब्यूरो की टीम इस घोटाले के मुख्य अभियुक्त सृजन महिला विकास सहयोग समिति के पदधारकों, प्रशासनिक अधिकारियों, बैंक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा इससे लाभ लेने वाले अन्य लोगों की सूची तैयार कर उनकी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा खंगालने में जुटी है। 


सीबीआई के अपर पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र मल्लिक के नेतृत्व में टीम के सदस्य इस घोटाले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों और फरार चल रहे अधिकारियों के अलावा इससे जुड़े अन्य लोगों के संभावित ठिकानों की जानकारियां लेने में जुट गये हैं। गौरतलब है कि भागलपुर स्थित गैर-सरकारी संगठन सृजन महिला विकास सहयोग समिति के माध्यम से महिलाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाता था । वर्ष 2004 से 2014 की अवधि में सरकार द्वारा जारी राशि से करीब एक हजार करोड़ रुपये भागलपुर में स्थित गैर-सरकारी संगठन के खाते में अवैध तरीके से स्थानान्तरित कर लिए गए थे। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए प्रदान की गई सरकारी राशि को सरकारी अधिकारियों, बैंककर्मियों और सृजन के कर्मचारियों की मिलीभगत से कई अन्य खातों में स्थानान्तरित कर दिया गया। इस मामले में अबतक 12 प्राथमिकी दर्ज कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है । वहीं, सृजन महाघोटाले में गिरफ्तार जिला कल्याण विभाग का नाजिर महेश मंडल की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो चुकी है । वहीं सृजन की सचिव प्रिया कुमार और उसका पति अमित कुमार के अलावा जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह अबभी फरार हैं । 

नोटबंदी और जीएसटी ने पूरे देश को परेशानी में डाला : लालू यादव

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रांची 01 सितम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के मुद्दे पर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए आज कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के लागू करने के निर्णय से पूरे देश के लोग परेशान हैं। श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केन्द्र की जनविरोधी नीतियों ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। मोदी सरकार के एक के बाद एक जनविरोधी निर्णयों से जनता त्राहिमाम कर रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार को ‘जुमलेबाजों की सरकार’ करार दिया और कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़े ने नोटबंदी से कालेधन को निकालने के केन्द्र के फैसले पर सवालिया निशान लगा दिया है। नोटबंदी ने पूरे देश को कतार में खड़ा कर दिया। राजद सुप्रीमों ने जीएसटी से होने वाले नुकसान गिनाते हुए कहा कि जीएसटी ने कारोबारियों को मुश्किल में डाल दिया है। कारोबारी कारोबार करें या अपने कारोबार का जटिल हिसाब-किसाब रखे। उन्होंने कहा कि जीएसटी से कारोबारियों को अपनी कमाई में बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है।


श्री यादव ने अरबों रुपये के बहुचर्चित सृजन घोटाले की चर्चा करते हुए कहा कि सृजन घोटाला में कई बड़े लोग फंसेंगे। उन्होंने घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री से सुशील मोदी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि दोनों के पद पर रहते इस महाघोटाले की निष्पक्ष जांच कैसे हो सकती है। पूरा घोटाला नीतीश कुमार की जानकारी में और उनकी नाक के नीचे हुआ है। राजद अध्यक्ष ने बिहार में आई भीषण बाढ़ के संबंध में मंत्री ललन सिंह के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि सबने मिलकर बांध तुड़वा कर बाढ़ को बुलाया है। पटना के गांधी मैदान में 27 अगस्त को ‘भाजपा भगाओ देश बचाओ’ रैली में किये खर्च को लेकर आयकर विभाग से जारी किये गये नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री यादव ने कहा, “ पार्टी ने कोई पैसा नहीं खर्च किया है। पार्टी नेता और कार्यकर्ता अपने खर्च पर पटना की रैली में शिरकत करने राजधानी आये थे। एक साजिश के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार उनके पूरे परिवार को फंसा रही है।‘ श्री यादव ने भाजपा शासित प्रदेशों की खराब स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि जहां-जहां भाजपा का शासन है, लोग बेहाल हैं । उन्होंने झारखंड की रघुवर दास सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में चिकित्सकों समेत कई अहम विभागों में नियुक्ति हो नहीं रही है। रिम्स हो या जमशेदपुर का एमजीएमए अस्पताल सभी जगह बच्चे मर रहे हैं। 

फर्जी बीपीएल कार्ड रखने वालों पर होगी कठोर कार्रवाई : रघुवर दास

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चतरा 01 सितम्बर, झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) के फर्जी कार्डधारकों को सख्त चेतावनी देते हुए आज कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ खुफिया जांच करवा कर कठोर कार्रवाई की जायेगी। श्री दास ने चतरा जिला मुख्यालय से करीब तीस किलोमीटर की दूर कान्हाचट्टी प्रखंड के कौल्हैया प्रखंड मुख्यालय में आयोजित ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम में कहा, “ जो बीपीएल कार्डधारी गरीबी की अहर्ता पूरी नहीं करते हैं वो अपना कार्ड जल्द से जल्द सरेंडर करें वर्ना राज्य सरकार खुफिया जांच करवाकर फर्जी बीपीएल धारकों पर कठोर कारवाई करेगी।” उन्होंने इस मौके पर चतरा में एक स्टील प्लांट लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि स्टील संयंत्र की स्थापना से इस इलाके में विकास के नये आयाम खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य को विकास, सुशासन एवं लोगों के भरोसे से आगे बढ़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों के जरिये लोगों के विभिन्न प्रमाण पत्र बनवा कर उनके घर तक पहुंचाया जायेगा ताकि गांव के लोगों को प्रखंड एवं अन्य कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़े।


श्री दास ने कहा कि दिसम्बर 2017 तक झारखंड को उग्रवाद एवं अपराध मुक्त राज्य के रुप में स्थापित कर दिया जायेगा। वहीं, वर्ष 2018 तक हर गांव में बिजली मुहैय्या करा दी जायेगी। इसी तरह वर्ष 2020 तक राज्य के सभी बेघरों को आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी विभागों को जल्द ही ‘डिजिटलाईजेशन’ कर पेपरलेस किया जा रहा है ताकि बिचौलिया एवं घूसखोरी पर लगाम लग सके। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने करीब 223 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें चतरा जिले के विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में पावर सब स्टेशन का निर्माण, कई सड़क परियोजनाएं शामिल है। श्री दास ने कार्यक्रम के दौरान फोकस एरिया का समग्र विकास नामक पुस्तक का विमोचन किया। इसके अलावे उन्होंने सखी मंडल के सदस्यों के बीच स्मार्ट फोन का वितरण किया। उन्होंने बेहतर काम करने वाले स्वयं सहायता समूहों को भी पुरस्कृत किया।

तेजस्वी ने सुशील मोदी को उनके अंदाज में दिया जवाब, दिखाये प्रॉपटी के दस्तावेज

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पटना 01 सितम्बर, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य के उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को दस्तावेजों के जरिए उनके ही अंदाज में जबाव देते हुए आज कहा कि श्री मोदी ने मनीलांड्रिंग में शामिल अपने भाईयों की खोखा कंपनियों की बदौलत अपने कालेधन को सफेद करा लिया। श्री यादव ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में उप मुख्मयंत्री पर जमकर हमला बोला और कहा कि सुशील मोदी अपने भाईयों की खोखा कंपनियों के साथ किसी तरह का संबंध होने से इंकार करते रहे हैं, लेकिन उनके पास पर्याप्त दस्तावेजी सबूत हैं जिससे यह साबित होता है कि उन्होंने इन कंपनियों के जरिए अपने भाईयों और उनके पुत्रों को पावर ऑफ अटार्नी देकर फ्लैटों की खरीद-बिक्री कर कालेधन को सफेद किया है। नेता प्रतिपक्ष ने प्रॉपटी से जुड़े दस्तावेज मीडिया के साथ साझा करते हुए कहा कि श्री मोदी ने अपने बड़े भाई आर.के. मोदी को पावर ऑफ अटार्नी देकर साल 2006 में 14.49 लाख रुपये मूल्य का एक फ्लैट खरीदा था। इसके बाद साल 2015 में श्री मोदी ने उक्त फ्लैट को 85 लाख रुपये में बेच दिया। उन्होंने कहा कि पावर ऑफ अटार्नी देकर बड़े भाई के जरिए खरीदे गये फ्लैट का निर्माण उनके भाई के खोखा कंपनी द्वारा किया गया था। उन्होंने कहा कि इन दस्तावेजों से श्री मोदी का अपने भाईयों की कंपनियों के साथ कोई रिश्ता नहीं होने का दावा पूरी तरह झूठा साबित हुआ है।



श्री यादव ने कहा कि भाजपा नेता ने पहले इस तथ्य को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था कि श्री आर के मोदी उनके भाई है, लेकिन अब सब कुछ सार्वजनिक हो जाने से यह साबित हो गया है कि वह अपने पाप को छुपाने और जनता को गुमराह करने के लिए जानबूझ कर भाई के साथ अपने रिश्तों का छुपा रहे थे। इसी तरह साल 2010 में भी श्री मोदी ने अपने भतीजों को पावर ऑफ अटार्नी दिया था जिसके जरिए उनके भतीजे ने उनके लिए एक अन्य फ्लैट खरीदा था। राजद नेता ने कहा कि श्री मोदी का अपने भाईयों की खोखा कंपनियों के साथ गहरा संबंध रहा है जिसे वह अबतक नकार रहे थे। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि श्री मोदी को बताना चाहिए कि उन्होंने खोखा कंपनियों के जरिए फ्लैट की खरीद-बिक्री के लिए अपने भाई और भतीजे को पावर ऑफ अटार्नी दी थी। महज कालेधन को छुपाने के लिए ऐसा किया गया। श्री यादव ने कहा कि साल 2010 में श्री मोदी ने एक बार फिर भतीजे को पावर ऑफ अटार्नी देकर एक अन्य फ्लैट की खरीदारी की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में स्थित इस फ्लैट की कीमत 36.70 हजार रुपये थी। श्री मोदी ने फ्लैट की खरीद करते हुए भुगतान की प्रक्रिया से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी और ऐसा लगता है कि काले धन को सफेद करने के उद्देश्य से ही यह पूरी कवायद की गयी है।

श्री यादव ने कहा कि सुशील मोदी के भाई की कंपनी ने दावा किया है कि उन्होंने शून्य प्रतिशत ब्याज पर 500 करोड़ रुपये का रिण लिया है। यह काफी आश्चर्यजनक है ऐसा कौन सा बैंक या वित्तीय संस्था है, जो तरह की बड़ी रकम को शून्य प्रतिशत ब्याज पर दे सकती है। इससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि कंपनी ने 186 करोड़ रुपये का दीर्घकालिक ऋण भी दिया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री मोदी के भाई की खोखा कंपनियों के जरिए 500 करोड़ और 186 करोड़ रुपये की बड़ी राशि का लेन-देन साफ तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से 2013 के दौरान इन खोखा कंपनियों के माध्यम से किया गया लेन-देन वहीं अवधि है, जब सुशील मोदी राज्य के वित्त मंत्री थे। श्री यादव ने कहा कि उनकी पार्टी सुशील मोदी और उनके भाईयों के खोखा कंपनियों के बीच संबंधों को लेकर पूरे दस्तावेजी सबूत के साथ केन्द्रीय जांच ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और अन्य केन्द्रीय एजेंसियों को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच की मांग करेगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जांच के लिए ज्ञापन सौंपा जायेगा। 

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