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वाराणसी के प्रमुख महिला हस्तियों का केजरीवाल को समर्थन

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arvind kejriwal
शहर की कई प्रमुख महिला हस्तियों ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया।  महिलाओं की ओर से प्रेषित समर्थन पत्र में ऐपवा की राष्ट्रीय सचिव कविता कृष्णन, बुनकर महिलाओं की तरफ से जागृति राही, काशी विद्यापीठ की प्रोफेसर शाइना रिजवी, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर विनीता चन्द्रा, शारीरिक रूप से विकलांग सुनीता तिवारी और कई अन्य महिलाओं के नाम शामिल हैं। 

केजरीवाल के पक्ष में लिखे पत्र में समाज के विभिन्न वर्गो से जुड़ी इन महिलाओं ने कहा है कि आम आदमी पार्टी महिलाओं की समस्याओं को सबसे अच्छे तरीके से समझती है।  पत्र में बनारस की महिलाओं से अपील किया गया है कि उन्हें आप का ही साथ देना चाहिए, क्योंकि बाकी पार्टियां महिला सुरक्षा और अन्य मुद्दों पर केवल दिखावा करती हैं, और कोई काम नहीं करतीं। 

केजरीवाल लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से आप के उम्मीदवार हैं। इसके अलावा भाजपा के नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के अजय राय, सपा के कैलाश चौरसिया, बसपा के विजय जायसवाल और तृणमूल कांग्रेस की इंदिरा तिवारी भी चुनाव मैदान में हैं। वाराणसी में मतदान 12 मई को होना है।

कांग्रेस, भाजपा ने गंगा के नाम पर घोटाला किया : मेधा पाटकर

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medha patkar
नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने बुधवार को यहां लहुराबीर में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी भाजपा पर जमकर हमला किया। मेधा ने कहा कि दोनों दलों ने गंगा एक्शन प्लान के नाम पर सिर्फ घोटाला किया और गंगा को अपनी हालत पर छोड़ दिया।मेधा ने गंगा की दशा पर जनता का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा, "चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों पार्टियों ने गंगा एक्शन प्लान के नाम से सिर्फ घोटाला किया है। गंगा नदी मैली की मैली है पर कई सफेदपोश नेताओं के जेब भर गए हैं।"

मेधा ने उपस्थित जनसमूह से आग्रह किया कि गंगा की सफाई के लिए सबसे पहले भ्रष्टाचार की सफाई जरूरी है, और इसके लिए आप उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल का जीतना जरूरी है। इसके अलावा, आप नेता योगेन्द्र यादव, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने भी आज कई जनसभाओं को संबोधित किया। 

पाश्र्व गायक विशाल ददलानी और रोडीज के रघु राम ने खुले मिनी ट्रक पर सवार होकर शहर में रोड शो किया और जनता से झाड़ू चलाने का अनुरोध किया।  महमूरगंज से शुरू हुआ यह रोड शो मंडुआडीह, डीएलडब्ल्यू चौराहा, सुंदरपुर सब्जी मंडी, खोजवां, कमच्छा होते हुए रथयात्रा पर समाप्त हुआ।

लोकसभा चुनाव के आठवें चरण में 6 करोड़ लोगों ने किया मतदान

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vote in india
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले के चरण के लिए बुधवार को हुए मतदान में आंध्र प्रदेश में हिंसा की छिटपुट वारदातों के बीच देश के सात राज्यों के 64 लोकसभा क्षेत्रों में 6 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के बारामूला को छोड़ सभी क्षेत्रों में भारी मतदान हुआ। बारामूला में अलगाववादियों के भय से लोग अपने घरों में ही कैद रहे। राज्य के दूसरे लद्दाख क्षेत्र में मतदान की गति तेज रही।

पूर्व की ही भांति पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा अनुमानत: 78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। राज्य की विपक्षी मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सत्ताधारी तृणमूल पर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है। बुधवार का दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि उनके क्षेत्र में भी इसी चरण में मतदान कराया गया है। इस बार उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्मृति ईरानी और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी कुमार विश्वास से कड़ी चुनौती मिल रही है।

मतदान की समाप्ति के बाद भाजपा और आप ने दावा किया कि इस बार के चुनाव में राहुल गांधी अपनी परंपरागत सीट से पराजित होंगे। कांग्रेस ने इस दावे को खारिज किया है। आंध्र प्रदेश में सीमांध्र के अनंतपुर, कड़पा, चित्तूर, गुंटूर और प्रकाशम जिलों में प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के आपसी भिड़ंत में करीब 20 लोग घायल हो गए। आठवें चरण में आंध्र प्रदेश की 25 सीटों, बिहार की सात सीटों, जम्मू एवं कश्मीर की दो सीटों, उत्तर प्रदेश की 15 सीटों और पश्चिम बंगाल की छह सीटों के साथ ही उत्तराखंड की सभी पांच सीटों एवं हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीटों पर मतदान कराए गए हैं। 

उत्तर प्रदेश में मतदान का यह पांचवां चरण है, जिसके तहत 15 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ। ये 15 लोकसभा सीटें अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फूलपुर, इलाहाबाद, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, कैसरगंज, श्रावस्ती, गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर और भदोही हैं। इस चरण में राहुल गांधी, वरुण गांधी, स्मृति ईरानी, कुमार विश्वास, कुंवर रेवती रमण सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा, राजकुमारी रत्ना सिंह, कीर्तिवर्धन सिंह, ब्रजभूषण शरण सिंह और निर्मल खत्री सहित कुल 243 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया।  आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ ही सीमांध्र क्षेत्र की 175 विधनासभा सीटों के लिए भी मतदान कराया गया है। आंध्र प्रदेश से तेलंगाना के पृथक होने के बाद सीमांध्र क्षेत्र में पहली बार विधानसभा चुनाव कराया गया है।  

बिहार में लोकसभा की सात सीटों के लिए मतदान के साथ-साथ विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव के लिए भी मतदान कराया गया है। लोकसभा की सात सीटों के लिए यहां 118 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सारण से पहली बार लोकसभा में पहुंचने के लिए जोर आजमा रही हैं। यहां भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से उनका मुकाबला है।  हाजीपुर (सुरक्षित) सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी मैदान में हैं। 2009 में इन सात सीटों में से पांच पर जद (यू) का कब्जा हुआ था, जबकि दो सीटें राजद के हिस्से में गई थीं।

पश्चिम बंगाल की छह सीटों के लिए 72 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इस चरण में वाम मोर्चा पर अपनी छहों सीटों को बरकरार रखने का दवाब है। इस चरण में प्रमुख रूप से नौ बार से सांसद बासुदेव आचार्य, पूर्व अभिनेत्री मुनमुन सेन, संध्या राय और गायक बाबुल सुप्रियो मैदान में हैं। 

आठवें चरण में बिहार में 56 प्रतिशत मतदान

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8th phase poll bihar
बिहार की सात संसदीय सीटों के लिए बुधवार को हुए मतदान में 1़ 08 करोड़ मतदाताओं में से 56 प्रतिशत से ज्यादा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस चरण की समाप्ति के साथ ही रामविलास पासवान, राबड़ी देवी, राजीव प्रताप रूड़ी जैसे दिग्गज नेताओं का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया। बिहार में यह पांचवां चरण था। सीतामढ़ी संसदीय क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। 

इस चरण में सात संसदीय क्षेत्रों शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, हाजीपुर और उजियारपुर संसदीय क्षेत्र में चुनाव संपन्न हो गया। इस चरण में 10 महिला उम्मीदवारों सहित 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इसके अलावा महाराजगंज और चिरैया विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर भी मतदान हुआ। 

बिहार के अपर मुख्य निर्वाची अधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि इस चरण में 56़ 03 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो पिछले चुनाव से 11 प्रतिशत ज्यादा है। सबसे ज्यादा मुजफ्फ रपुर संसदीय क्षेत्र में 61़ 92 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सबसे कम महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में 53 प्रतिशत मतदान हुआ है। 

उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान सीतामढ़ी संसदीय क्षेत्र के बथनाहा विधानसभा के रमनगरा स्थित मतदान केन्द्र संख्या 224 पर मतदान केन्द्र को कब्जा करने का प्रयास विफल करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र के औराई में मतदान केन्द्र संख्या 25 पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी। इस दौरान मतदान में बाधा पहुंचाने के आरोप में 81 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। 

मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। मतदान के दौरान कुल 66,211 जवानों को तैनात किया गया था। दियारा इलाकों में निगरानी और गश्ती के लिए घुड़सवार दस्ते की सात टुकड़ियां तथा नदी मार्ग में गश्ती के लिए 36 मोटरवोट की व्यवस्था की गई थी। 

इस चरण में राबड़ी देवी, रामविलास पासवान, राजीव प्रताप रूड़ी, रामसुंदर दास, रमा देवी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, प्रभुनाथ सिंह, अखिलेश प्रसाद सिंह, लवली आंनद जैसे नेता दांव आजमा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में बिहार के छह लोकसभा क्षेत्रों में 10 अप्रैल को जबकि दूसरे, तीसरे और चौथे चरण में सात-सात लोकसभा क्षेत्रों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीट हैं। 

दिल्ली मेट्रो में तकनीकी खराबी, परेशान रहे यात्री

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delhi metro
दिल्ली मेट्रो के ब्लू लाइन में बुधवार शाम आई तकनीकी खराबी से हजारों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दिल्ली ब्लू लाइन मेट्रो द्वारका से नोएडा सिटी सेंटर और वैशाली के बीच चलती है। दिल्ली मेट्रो की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास एक बिजली के तार टूट जाने की वजह से यह बाधा खड़ी हुई।

इसके बाद शाम करीब साढ़े छह बजे यमुना बैंक और बाराखम्भा स्टेशन के बीच तीन मेट्रो स्टेशनों इंद्रप्रस्थ, प्रगति मैदान और मंडी हाउस को बंद करना पड़ा। इस दौरान मेट्रो ट्रेन सेवा द्वारका से बाराखम्बा और यमुना बैंक से नोएडा और वैशाली के बीच ही जारी रह पाई। शाम के समय ऑफिस से घर लौटने वालों की बढ़ती तादाद से तमाम मेट्रों स्टेशनों पर भीड़ बहुत बढ़ गई। 

इस दौरान ऑटो और टैक्सी वालों की भी खूब चांदी रही। 19 साल की छात्रा अनीता कपूर जो उस समय नोएडा सेक्टर 18 पर थी, ने बताया, मैंने एक घंटे से भी ज्यादा समय तक मेट्रो का इंतजार किया और ऑटो से घर लौटने का विचार किया। लेकिन भाड़ी भीड़ के कारण ज्यादातर ऑटो पहले ही रिजर्व हो गए थे और जो बचे थे वह भी दोगुना भाड़ा मांग रहे थे। 

ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेक्टर से अच्छी खबर

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ग्राहकों के लिए पैसों के लेन-देन से जुड़ी तीन अच्छी खबरें हैं। जहां अब आप बैंक से लिया गया लोन समय से पहले बिना किसी पेनल्टी के चुकता कर सकेंगे, तो वहीं देश को आज पहला स्वदेशी कार्ड पेमेंट सिस्टम मिलेगा। इससे पहले आरबीआई ने इनेक्टिव बैंक खातों में मिनिमम अमाउंट न रखने पर भी जुर्माना नहीं लगाने का निर्देश दिया था।

अब आप बैंक से लिया गया लोन समय से पहले चुका सकते हैं या दूसरे बैंक में शिफ्ट कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों से कहा है कि लोन समय से पहले बंद करने में कोई पेनल्टी नहीं लगेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने बैंकों को पेनल्टी माफी पर विचार करने की सलाह दी थी। बुधवार को रिजर्व बैंक ने नोटिफिकेशन के जरिये इसे बैंकों के लिए जरूरी बना दिया। यह आदेश फ्लोटिंग ब्याज दर पर लोन लेने वाले हर शख्स पर लागू होगा, चाहे उसने लोन गाड़ी के लिए लिया हो या पर्सनल लोन लिया हो। कॉर्पोरेट लोन के लिए पेनल्टी माफी पर बैंकों में चिंता थी, सो उनके लिए नियम नहीं बदले।

लोन के मौजूदा और नए ग्राहकों के बीच ब्याज दरों में भेदभाव खत्म होगा। पेनल्टी न होने पर कस्टमर कम ब्याज दर वाले बैंक में लोन शिफ्ट करा सकेंगे। बैंकों में ग्राहक लुभाने की होड़ से ब्याज दरें घटेंगी। पेनल्टी बकाया लोन का 2 प्रतिशत तक होती थी। दो साल पहले रिजर्व बैंक ने फ्लोटिंग ब्याज दर वाले होम लोन पर पेनल्टी खत्म कर दी थी। होम लोन में पेनल्टी खत्म करने के बावजूद पेपर ट्रांसफर कराने की प्रक्रिया में पेचीदेपन के कारण ग्राहक लोन शिफ्टिंग को टेढ़ी खीर मानते हैं।

देश को आज पहला स्वदेशी कार्ड पेमेंट सिस्टम मिलेगा। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी देश में विकसित 'रू-पे'कार्ड पेमेंट नेटवर्क को आज देश को समर्पित करेंगे। इसका मतलब है कि अब बैंक तेजी के साथ कस्टमर्स को वीजा और मास्टर कार्ड नहीं, बल्कि रू-पे कार्ड जारी करेंगे। 'रु-पे'कार्ड देश के सभी (1.60 लाख से भी ज्यादा) एटीएम, 9.45 लाख से भी ज्यादा पीओएस टर्मिनल और अधिकतर ई-कॉमर्स टर्मिनलों में स्वीकार किए जाएंगे। इससे वीजा और मास्टरकार्ड जैसे इंटरनैशनल कार्ड पर निर्भरता खत्म होगी। ट्रांजैक्शन की लागत घटेगी।

मौजूदा समय में एटीएम से कैश निकालने और शॉपिंग करने के लिए वीजा और मास्टर कार्ड का ही इस्तेमाल किया जाता है। यह दरअसल इंटरनैशनल नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। इसका इस्तेमाल करने के लिए बैंकों को शुल्क भी देना पड़ता है। मगर रू-पे कार्ड के मार्केट में आने से यह देसी तौर पर नैशनल कार्ड नेटवर्क होगा। इसको सरकार और बैंक मिलकर डिवेलप करेंगे। ऐेसे में पूरे देश में कार्ड का ऐसा नेटवर्क फैल जाएगा, जो पूरे तौर पर देसी होगा।

 कुछ बैंकों ने रू-पे डेबिट कार्ड मार्केट में लॉन्च करना शुरू कर दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा सहित कुछ और बैंकों ने इसे लॉन्च करना शुरू किया है। इस कार्ड के जरिए देश के करीब 1.65 लाख एटीम से कैश निकाला जा सकता है। देश के करीब 9 लाख पॉइंट ऑफ से टर्मिनल में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। कोऑपरेटिव बैंक और रीजनल रूरल बैंक्स (आरआरबी) ने तेजी के साथ रू-पे कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है ताकि ग्रामीण और किसान इसको सहजता से इस्तेमाल कर सकें।

अपना कार्ड नेटवर्क विकसित होने से बैंकों के लागत खर्च में कमी आएगी। ऐसे में वे ग्राहकों से एटीएम समेत अन्य नेटवर्किंग सेवा कम शुल्कों पर उपलब्ध कराएंगे। देशी नेटवर्क होने से अन्य बैंकों के एटीएम से कैश निकालने की छूट भी बढ़ सकती है। इसके साथ रु-पे कार्ड बनाने में ज्यादा आसानी होगी और बैंकों का नेटवर्क गांवों और ग्रामीणों तक पहुंचेगा। फिलहाल विदेशों में इस्तेमाल नहीं रू-पे कार्ड का इस्तमाल देश में ही किया जा सकेगा। इसको विदेशों में इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। बैंकिंग सेक्टर के एक्सपर्ट सुशील अग्रवाल का कहना है इसको इंटरनैशनल नेटवर्क का हिस्सा बनाने के लिए काफी तकनीकी औपचारिकता पूरी करनी होगी। इंटरनैशनल बैंक को इसको मान्यता देनी होगी। सेवा को इंटरनैशनल लेवल पर खरा उतरना होगा।

पिन नंबर के साथ ही इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें भी एटीएम से कैश निकालने की सीमा 25,000 हजार रुपये रखी गई है। पीओसी में खर्च की सीमा 50,000 रुपये रोजाना की होगी। सुरक्षा के नाम पर इसमें वे सभी फीचर है, जो वीजा और मास्टर कार्ड के हैं। ऐसे में इसके गुम हो जाने पर इसके दुरुपयोग की कोई आशंका नहीं है। आने वाले समय में रू-पे कार्ड के कई रूप सामने आ सकते हैं। रू-पे क्रेडिट कार्ड भी जल्द लॉन्च किया जाएगा। रेलवे टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी जल्द ही प्री-पेड रू-पे क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने जा रही है। साल 2020 तक रू-पे कार्ड देश में वीजा और मास्टर कार्ड की जगह सकते हैं।

रिजर्व बैंक ने उपभोक्ता संरक्षण पहल के तहत बैंकों से उन ग्राहकों पर जुर्माना नहीं लगाने को कहा है जो अपने इनेक्टिव खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखते हैं। रिजर्व बैंक ने अधिसूचना में कहा, 'बैंकों को यह सलाह दी जाती है कि वे किसी निष्क्रिय खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखने पर जुर्माना नहीं लगाएं।'भारतीय स्टेट बैंक समेत कई बैंक निष्क्रिय खातों में न्यूनतम राशि नहीं होने पर कोई शुल्क नहीं लगाते हैं। केंद्रीय बैंक ने 2012 में बैंकों को निर्देश दिया था कि वे निष्क्रिय पड़े मूल बचत बैंक जमा खातों को चालू करने के लिए ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं ले। परिचालन वाले बैंक खातों के मामले में आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शहरी क्षेत्रों में न्यूनतम औसत तिमाही राशि 10,000 रुपये और अर्द्धशहरी इलाकों में 5,000 रुपये नहीं रखने पर 750 रुपये प्रति तिमाही शुल्क वसूलते हैं।

वाराणसी में बीएचयू के बाहर जेटली, शाह का धरना शुरू

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amit shah dharna varanasi
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख प्रचारक और बनारस से भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को बेनियाबाग में रैली की इजाजत न मिलने से खफा भाजपा के नेताओं ने गुरुवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के बाहर लंका चौक पर अपना सत्याग्रह शुरू कर दिया है। भाजपा के नेता अरूण जेटली व अमित शाह लंका गेट पर धरने पर बैठ गए हैं। भाजपा ने कल ही घोषणा की थी कि मोदी को बेनियाबाग में रैली की इजाजत नहीं मिलने पर गुरुवार को लंका चौक पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

बीएचयू के बाहर स्थित लंका चौक पर भारी संख्या में भाजपा समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। समर्थक लगातार मोदी के पक्ष में नारेबाजी कर रहे हैं। भाजपा की मांग है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को तत्काल हटाया जाए क्योंकि वह सूबे की समाजवादी पार्टी (सपा) के इशारे पर काम कर रहे हैं और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र मोदी शाम लगभग पांच बजे बनारस पहुंचेंगे और सिगरा स्थित निर्वाचन कार्यालय जाकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। लंका चौक पर हो रहे धरने मेंजेटली एवं शाह के अलावा अनंत कुमार व विजय गोयल भी मौजूद हैं।

विश्व की सबसे बड़ी और शक्तिशाली कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज 135वें स्थान पर

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मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज उन 54 भारतीय कंपनियों में अव्वल नंबर पर हैं जिन्होंने फोर्ब्स की 2000 सबसे बड़ी और शक्तिशाली कंपनियों की सालाना सूची में जगह बनाई है। साथ ही चीन की तीन कंपनियों ने इस सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। फोर्ब्स की वैश्विक 2000 सूची में आय, मुनाफे, परिसंपत्ति और बाजार मूल्यांकन के आधार पर आंकी गई विश्व की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली कंपनियों की व्यापक सूची में शामिल हैं।

चीन में विश्व की तीन शीर्ष सूचीबद्ध कंपनियां हैं और शीर्ष 10 कंपनियों में से पांच कंपनियां भी वहीं की हैं। अमेरिका ने 2000 कंपनियों की इस सूची में अपना दबदबा बरकरार रखा है जिनमें से 564 वहां की हैं। अमेरिका के बाद जापान का स्थान है जहां कुल मिलाकर 225 कंपनियां हैं। भारत में विश्व की 54 सबसे बड़ी और शक्तिशाली कंपनियां हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज मई 2014 तक 50.9 अरब डॉलर के बाजार मूल्यांकन और 72.8 अरब डॉलर की बिक्री के साथ 135वें स्थान पर है।
    
रिलायंस के बाद भारतीय स्टेट बैंक का स्थान है जो 23.6 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ 155वें स्थान पर है। जिन अन्य कंपनियों में इस सूची में जगह बनाई है उनमें ओएनजीसी, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, इंडियन ऑयल, एचडीएफसी, कोल इंडिया, लार्सन एंड टूब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, इन्फोसिस, बैंक ऑफ बड़ौदा, महिंद्रा एंड महिंद्रा आईटीसी और विप्रो आदि शामिल हैं।

विदेशों से चंदा लेने के मामले में 'आप'को मिली क्लीन चिट

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आम आदमी पार्टी को विदेशों से मिले चंदा मामले में केंद्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा है कि विदेशी पते वाले आठ लोगों ने आम आदमी पार्टी को चंदा दिया था लेकिन पार्टी को मिला चंदा विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम का उल्लंघन नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य न्यायाधीश जी. रोहिणी और न्यायमूर्ति आरएस एंडला की बेंच के समक्ष हलफनामा दायर कर यह भी बताया कि आप को मिले विदेशी चंदा मामले में उसकी जांच चल रही है और विदेशों में बसे भारतीयों की ओर से पार्टी को दिया गया चंदा एफसीआरए का उल्लंघन नहीं है।

केन्द्र सरकार ने जवाब में कहा, यह पता लगाने के लिए कि क्या उसने किसी विदेशी स्त्रोत से चंदा लिया है, आप और उसकी इकाईयों के बैंक खातों के स्टेटमेंट की जांच की गयी लेकिन बैंक रेकार्ड से पता नहीं चला है कि स्त्रोत विदेशी है या घरेलू। कोर्ट को यह भी बताया गया कि भारतीय पासपोर्ट धारक एनआरआइ की ओर से दिया गया चंदा विदेशी स्त्रोत नहीं है। इसलिए एफसीआरए, 2010 के तहत उन्हें मिले चंदे को विदेशी दान नहीं माना जाएगा।

हिंदुत्व और विकास के मुद्दों पर आज भी कायम हूँ : योगी आदित्यनाथ

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भाजपा ने भले ही इस चुनाव में विकास को हिंदुत्व के मसले पर तरजीह दी हो लेकिन गोरखपुर से लगातार चार बार लोकसभा चुनाव जीत चुके उसके प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व के एजेंडे पर ही जीत का यकीन है हालांकि उन्होंने कहा कि वे हिंदू-मुसलमान को बांटकर वोट नहीं मांग रहे। 
     
मात्र 26 बरस की उम्र में 1998 में पहली मर्तबा लोकसभा का चुनाव जीतने वाले योगी आदित्यनाथ गोरझनाथ मठ के महंत हैं और 1999, 2004 और 2009 में भी गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। पिछली बार उनकी जीत का अंतर 1,42,309 वोट का था और उन्हें इसमें इजाफे का यकीन है। इस बार उनका सामना बसपा के रामभुआल निषाद, सपा के राजमति निषाद, कांग्रेस के अष्टभुज तिवारी और आप के प्रो राधेमोहन मिश्रा से है।  
    
आदित्यनाथ ने इंटरव्यू में कहा कि पूरे देश में राजनीतिज्ञों के सामने सबसे बड़ा संकट विश्वसनीयता का है क्योंकि उनका जनता से संवाद नहीं है। गोरखपुर में ऐसा नहीं है और मैंने पहला चुनाव जिन मुद्दों और विचारधारा पर लड़ा, आज भी उन्हीं पर काम कर रहा हूं। ऐसा नहीं है कि भाषण में कुछ और कहूं और बाद में काम कुछ और करूं। उन्होंने कहा कि वह हिंदुत्व और विकास के मुद्दों पर आज भी कायम हैं। उनके अनुसार, मेरा मुद्दा हिंदुत्व और विकास का है जो एक दूसरे के पूरक हैं। हिंदुत्व इस देश में विकास और सुरक्षा की गारंटी है और भाजपा का भी नारा सभी का विकास और सबका साथ है।
    
भाजपा के गढ़ रहे गोरखपुर में आदित्यनाथ से पहले महंत अवैद्यनाथ ने 1989, 1991 और 1996 में चुनाव जीता था। कांग्रेस ने आखिरी बार यह सीट 1984 में जीती थी जब शीला कौल यहां से चुनी गई थी। मुसलमानों की भूमिका के बारे में पूछने पर इस 42 वर्षीय हिंदूवादी नेता ने कहा कि हम लोग हिंदू या मुसलमान के नाम पर वोट नहीं मांग रहे हैं। भारत की राष्ट्रीयता पर जिनका विश्वास है, वे ही व्यक्ति मुझे वोट करें और जिनका नहीं है, वे कतई न करें। पूर्वी उत्तरप्रदेश में मैंने डुमरियागंज जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों का भी दौरा किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी को सुरक्षा देंगे और सबका विकास करेंगे लेकिन हम अपेक्षा करते हैं कि कोई भी कौम खुद को कानून और संविधान से ऊपर नहीं माने।
     
सांप्रदायिकता की राजनीति के आरोपों पर उन्होंने कहा, हमारे यहां 1947 से जिस तरह की राजनीति हो रही है, उसमें यहां की सांस्कृतिक धारा को नकारा गया है। यह माना गया है कि हिंदुत्व की बात करना रूढिवाद का प्रतीक है। उसे सांप्रदायिक रूप देकर लांछित और अपमानित किया गया लेकिन हिंदू कोई मजाहब या पूजा पद्धति नहीं बल्कि भारत की राष्ट्रीयता का प्रतीक है।
    
उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के सफाये का दावा करते हुए इस भगवाधारी नेता ने अमेठी में भी इस बार चौंकाने वाले नतीजे आने का दम भरा। उन्होंने कहा कि मोदी लहर का भाजपा को पूरे देश में फायदा मिल रहा है और उत्तरप्रदेश में भी कथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाने वाली पार्टियों को लेकर काफी आक्रोश है। आदित्यनाथ ने कहा कि सपा का पूरे राज्य में सफाया होने जा रहा है। यदि वे बूथ कैप्चरिंग न करें और चुनाव ईमानदारी से हो जाये तो उसे छह या सात सीटें बमुश्किल मिलेगी। मुलायम सिंह यादव का प्रधानमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होने वाला क्योंकि तीसरा मोर्चा अस्तित्व में ही नहीं होगा। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो राहुल गांधी इस बार चुनाव जीत सकेंगे, इसी में संदेह है।
    
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने पहले गलती नहीं की होती तो वह कभी अमेठी से जीत नहीं पाते लेकिन इस बार स्मति ईरानी काफी मजबूती से लड़ी हैं और चुनाव परिणाम चौंकाने वाले होंगे। वाराणसी सीट के बारे में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के आगे कोई नहीं टिकने वाला। उन्होंने कहा कि वाराणसी में मोदी की लहर नहीं, आंधी है और केजरीवाल समेत बाकी सभी की जमानतें जब्त होने वाली है।

चुनाव आयोग परिसर के आसपास निषेधाज्ञा लागू

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 दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को चुनाव आयोग परिसर के आस पास निषेधाज्ञा लागू कर दी क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता वाराणसी में नरेंद्र मोदी की रैली के आयोजन के लिए अनुमति न दिए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने वाले थे। आपराधिक आचार संहिता की धारा 144 के तहत लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई और भाजपा कार्यकर्ताओं को समीपवर्ती आकाशवाणी केंद्र की इमारत के पास रोक लिया गया तथा आयोग परिसर की ओर नहीं जाने दिया गया।

    
इसी बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू और रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। यह मुलाकात वाराणसी लोकसभा सीट के निर्वाचन अधिकारी द्वारा मोदी की रैली की अनुमति न दिए जाने के सिलसिले में थी। इस सीट से मोदी उम्मीदवार हैं।
    
नायडू ने कहा कि आयोग ने मोदी की रैली की अनुमति न दिए जाने के सिलसिले में एक बैठक के लिए पार्टी नेताओं को बुलाया था। बैठक के लिए जाने से पहले नायडू ने संवाददाताओं को बताया हम यहां चुनाव आयोग के खिलाफ नहीं बल्कि वाराणसी के निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन करने आए हैं। हम चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलने जा रहे हैं। मुलाकात में हम चुनाव आयोग से उन्हें हटाने का आग्रह करेंगे ताकि वहां स्वतंत्र चुनाव हो सके।

गंगा आरती का राजनीतिककरण कर रहे मोदी : अखिलेश, केजरीवाल

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Arvind-Kejriwal-Varanasi
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य प्रचारक नरेंद्र मोदी से पूछा कि जब निर्वाचन आयोग ने उन्हें गंगा आरती की इजाजत दे दी है, तो फिर वह इसे क्यों मुद्दा बना रहे हैं। मोदी को गंगा आरती की इजाजत देने वाली निर्वाचन आयोग की चिट्ठी को दिखाते हुए केजरीवाल ने कहा, "धार्मिक कार्य करने के लिए निर्वाचन आयोग की अनुमति की जरूरत नहीं थी। निर्वाचन आयोग की अनुमति की जरूरत सिर्फ राजनीतिक गतिविधियों में होती है।"

केजरीवाल ने कहा, "मोदी क्यों नहीं आरती करते? क्यों इसे राजनीतिक रूप दे रहे हैं?" मोदी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी मंशा साफ होनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि गंगा नदी के किनारे स्थित मंदिरों में प्रवेश से उन्हें किसी ने नहीं रोका। उन्होंने कहा, "मैं अपनी पत्नी के साथ गुरुवार को दोबारा मंदिर जाऊंगा।" निर्वाचन आयोग ने मोदी को वाराणसी में रैली की अनुमति नहीं दी है, जिसके खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।



akhilesh yadav
समाजवादी पार्टी (सपा) नेता एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह गंगा आरती के मुद्दे का बेवजह राजनीतिकरण कर रहे हैं। देवरिया जिले के सलेमपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा, "मोदी की गंगा आरती राजनीतिक थी तभी तो प्रशासन की अनुमति के बाद भी वह इस कार्यक्रम को रद्द करके बेवजह प्रशासन को कठघरे में खड़ा रहे हैं।"

अखिलेश ने कहा, "मोदी और भाजपा के लोग नौटंकी करके वाराणसी का माहौल खराब कर रहे हैं। जनता सब देख रही है। सांप्रदायिकता फैलाकर सत्ता पाने की कोशिश कर रही भाजपा को वाराणसी के लोग 12 मई को चुनाव में सबक सिखाएंगे।"

गौरतलब है कि वाराणसी जिला प्रशासन ने मोदी को दसाश्वमेध घाट पर गंगा आरती और रोहनिया में जनसभा करने की अनुमति दे दी थी। लेकिन शहर के बेनियाबाग मैदान में रैली को अनुमति नहीं देने के मामले में भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा और जिलाधिकारी प्रांजल यादव पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाए जाने की मांग की।

भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और अमित शाह विरोध जताने के लिए गुरुवार को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सामने धरना दे रहे हैं।

मोदी को केजरीवाल ने दिया वाराणसी में खुली बहस का आमंत्रण

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वाराणसी में नरेंद्र मोदी को रैली करने की अनुमति न मिलने से उपजे विवाद के बीच ही आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार को वाराणसी में खुली बहस के लिए आमंत्रित किया। केजरीवाल ने आज सुबह ट्वीट किया कि मैं श्रीमान मोदी को एक सार्वजनिक मंच पर खुली बहस के लिए आमंत्रित करता हूं। काशी के लोगों को हम दोनों से ही सीधे सवाल पूछने दीजिए। समय और स्थान उनकी (मोदी की) पसंद का हो। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मोदी गंगा आरती प्रार्थना के जरिए राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उत्तर प्रदेश की इस महत्वपूर्ण सीट से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।


केजरीवाल ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा, मोदी जी को गंगा आरती की अनुमति दी गई लेकिन आरती करने के बजाय वे राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश में जुटे हैं। यह दुखद है। निर्वाचन आयोग द्वारा मोदी को इस संदर्भ में दी गई आधिकारिक अनुमति को टि्वटर पर पोस्ट करते हुए केजरीवाल ने पूछा कि वे क्यों सिर्फ जाकर आरती नहीं कर लेते इसके राजनीतिकरण की क्या जरूरत है।

अपने इस हमले को भाजपा द्वारा मोदी के लिए आज वाराणसी में गंगा आरती की अनुमति मांगे जाने पर ही केंद्रित रखते हुए केजरीवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग की अनुमति की जरूरत राजनैतिक गतिविधियों के लिए होती है, प्रार्थनाएं करने के लिए नहीं। अगर आपको केवल आरती और पूजन करना हो तो निर्वाचन आयोग की अनुमति नहीं चाहिए होती। आपको निर्वाचन आयोग की अनुमति राजनैतिक गतिविधियों के लिए चाहिए होती है।

केजरीवाल ने कहा कि मैं एक दिन अकेला गया और वहां आरती की। मुझे किसी ने नहीं रोका। मैं दोबारा आज अपनी पत्नी के साथ वहां जाऊंगा और आरती करूंगा। नीयत साफ होनी चाहिए। भाजपा के शीर्ष नेताओं की इस पवित्र शहर में उपस्थिति की ओर इशारा करते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि यह उनमें घबराहट का प्रतीक है। अपने ट्वीटस की सीरीज में उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता काशी में आए हैं। यह उनकी घबराहट को दर्शाता है। क्या वे मोदी जी को हार से बचा पाएंगे।

बेटी भी चाहती थीं मनमोहन इस्तीफा दे दें : बारू

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प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू एक और नया खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दागी नेताओं को चुनाव लड़ने की इजाजत देने वाला बिल फाड़ा था तो पीएम बेटी काफी आहत हुई थीं और चाहती थीं कि उनके पिता इस्तीफा दे दें। विवादों में घिरी अपनी किताब 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर'के मुंबई में बुधवार को लोकार्पण के अवसर पर बारू ने कहा कि 2009 में संप्रग के दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को कई बार इस्तीफे की सलाह दी थी।

बारू के मुताबिक राहुल गांधी के बिल फाड़ने की घटना के बाद आखिरकार मैं टीवी पर आया और कहा कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मुझे उनकी बेटी की ओर से एक मेसेज मिला, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह मुझसे सहमत हैं।'बारू ने हालांकि यह नहीं बताया कि पीएम की दोनों में से किस बेटी ने अपने पिता के इस्तीफा देने की बात पर सहमति जताई थी। हालांकि पहले पीएम की बेटी उपिंदर सिंह ने बारू को धोखेबाज बताया था। बारू ने कहा कि प्रधानमंत्री मानते थे कि 2009 लोकसभा चुनावों में संप्रग की जीत उनकी जीत थी। लेकिन उन्हें किसी ने उस जीत का श्रेय नहीं दिया। मेरे दोस्त पृथ्वीराज चव्हाण, जिन्हें सिंह ही पीएमओ में लाए थे, उन्होंने भी कहा कि जीत का श्रेय राहुल गांधी को जाता है।

बारू ने कहा कि उनकी किताब भारतीय राजनीति में एक अनूठे प्रयोग का विश्लेषण है, ऐसा प्रयोग जो पहले पांच साल सफल रहा और उसके बाद के पांच साल में विफल हो गया। बारू ने एक और घटना का जिक्र किया, जो किताब में नहीं है। उन्होंने बताया कि 2007 में जब लक्ष्मी मित्तल फ्रांसीसी कंपनी आर्सेलर मित्तल का अधिग्रहण कर रहे थे, तब प्रधानमंत्री ने मित्तल के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति से बात की थी। किताब को जारी करने की टाइमिंग पर बारू ने कहा कि मेरे कई मित्रों ने, जिनसे मैंने सलाह ली, मुझसे कहा कि चुनावों के बाद मनमोहन सिंह इतिहास बन जाएंगे। उसके बाद उनमें किसी की दिलचस्पी नहीं होगी। इसलिए इसे आम चुनावों से पहले जारी किया। एक सवाल के जवाब में बारू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव का मानना था कि गांधी परिवार के आगे भी कांग्रेस में एक जीवन होना चाहिए और यह उनके खिलाफ रहा। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि नरसिंह राव का दिल्ली में एक स्मारक होना चाहिए।

आशिकी 2 के गायक अंकित तिवारी गिरफ्तार, रेप का आरोप

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रेप के आरोप में मुंबई पुलिस ने मशहूर गायक अंकित तिवारी को गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें कि ये वही अंकित तिवारी हैं जिन्‍होंने 2013 की सुपरहिट फिल्‍म 'आशिकी 2'के लिए हिट गाना 'सुन रहा है न तू...'गाया था. अंकित के खिलाफ एफआईआर दायर की गई थी, जिसके बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में अभी ज्‍यादा जानकारी नहीं मिल पाई है.

गौरतलब है कि अंकित तिवारी ने फिल्‍मफेयर और आईफा (IIFA) समेत कई अवॉर्ड जीते हैं. बहराहल, अंकित हाल ही में रेप के मामलों में गिरफ्तार होने वाले तीसरे बॉलीवुड सेलिब्रिटी बन गए हैं. अभी कुछ दिन पहले ही एक्‍टर इंदर कुमार को एक 22 साल की उभरती हुई एक्‍ट्रेस के साथ गाली-गलौच और रेप करने के आरोप में 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. उन्‍हें 13 मई तक न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया है.

इससे पहले शाइनी आहूजा को अपनी नौकरानी से रेप करने के आरोप में 14 जून 2009 को गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि बाद में नौकरानी ने अपने आरोपों को वापस ले लिया, लेकिन मुंबई कोर्ट ने शाइनी आहूजा को रेप का दोषी मानते हुए सात साल जेल की सजा सुनाई.

निर्वाचन आयोग पक्षपात कर रहा है : नरेंद्र मोदी

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modi in azamgarh
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य प्रचारक नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को निर्वाचन आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। मोदी ने कहा कि आयोग अपना काम ठीक ढंग से नहीं कर रहा है इसीलिए पिछले चरणों के दौरान कई जगहों से गडबड़ी की शिकायतें आई हैं। आजमगढ़ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने ये बातें कहीं। मोदी ने कहा कि आयोग को 24 अप्रैल को बताया गया था कि कई जगहों पर मतदान के दौरान गड़बड़ी फैलाए जाने की कोशिश हो रही है।

मोदी ने कहा, "निर्वाचन आयोग को पहले ही चेतावनी दे दी गई थी लेकिन वह पूरी तरह से पक्षपात कर रहा है। पिछले तीन चरणों के चुनाव के दौरान उप्र और बिहार में कई जगह गड़बड़ियां हुईं और आयोग मूकदर्शक बना रहा।"आजमगढ़ की चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इस बार का चुनाव देश में नई आशा और उम्मीद लेकर आया है। मोदी ने कहा, "इस बार का चुनाव महज चुनाव नहीं है। इस बार यह चुनाव 125 करोड़ लोगों की उम्मीदों और आशाओं का चुनाव है।"

मोदी ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा ) पर भी जमकर हमला बोला। मोदी ने कहा कि दिल्ली में 'मां-बेटे'की सरकार और उप्र में 'बाप-बेटे'की सरकार है। ये दोनों उप्र में दोस्ती करते हैं और दिल्ली में नूराकुश्ती करते हैं। मोदी ने कहा, "पिछले 10 वषरें के दौरान 'मां-बेटे'की सरकार ने देश के लोगों के साथ धोखा किया है। इन्हें न युवाओं की, न किसानों की और न ही महिलाओं की चिंता है। मोदी ने कहा कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव अपनी इज्जत बचाने के लिए आजमगढ़ आए हैं। कांग्रेस, सपा और बसपा तीनों मिलकर सिर्फ उन्हें रोकने का काम कर रहे हैं, इनके पास और कुछ काम नहीं बचा है।

पहले गुरु को रोका, अब चेले की बारी : लालू प्रसाद

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lalu prasad
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले गुरु को रोका गया था और अब चेले की बारी है। लालू ने गुरुवार को सुबह माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर लिखा, "पहले गुरु को रोका था अब चेले की बारी है।" इसके दो दिन पूर्व भी लालू ने ट्विट कर मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा, "दलितों, पिछड़ों, गरीबों के हकों की लड़ाई के वक्त मोदी कमंडल के रथ पर सवार थे। इन सामाजिक समूहों की बेहतरी के लिए मोदी ने क्या किया?"

उल्लेखनीय है कि बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा को 1991 में लालू सरकार के दौरान ही रोका गया था। मोदी ने बिहार के बेतिया की चुनावी सभा में मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इसने लालू के साथ के लिए उन्हें जेल से निकाला। मोदी ने इसे 'नीच राजनीति'की संज्ञा दी थी।

कांग्रेस सबको साथ लेकर चलती है : राहुल गांधी

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rahul gandhi
कांगेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के गोपालगंज में कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो सब लोगों को साथ लेकर चलती है। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में कई सारे लोग आतंकवाद के शिकार हुए थे। गोपालगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि बिहार का इतिहास यह बताता है, कि यहां की जनता ने देश को रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा, "हिन्दुस्तान सबका है। यह किसी एक धर्म या एक जाति का नहीं है। जब सबका विकास होगा तभी देश का भी विकास होगा। देश की प्रगति का फायदा हर किसी को मिलेगा।"

उन्होंने कहा कि इस चुनाव में अलग-अलग पार्टियां हैं। कोई धर्म आधाारित पार्टी है, तो कोई एक व्यक्ति की पार्टी है, तो कोई एक राज्य की पार्टी है। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की 10 वर्षो के शासन में यही कोशिश रही कि गरीबों, कमजोरों का विकास हो। राहुल ने कहा, "आज लोग आतंकवाद की बात कर रहे हैं, परंतु राजग की पांच वर्ष की सरकार में जहां 22,000 लोग आतंकवाद के शिकार हुए थे, वहीं संप्रग सरकार के काल में 800 लोग आतंकवाद के शिकार हुए हैं।"

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों का विकास हो, महिलाएं सशक्त हों। हम यह कभी नहीं चाहते कि देश में जाति-धर्म के आधार पर विभाजन हो। हम शांति चाहते हैं, परंतु वे हिन्दू और मुसलमान को लड़ाना चाहते हैं। उनका विकास एक-दो लोगों तक सीमित है।

मनमोहन सिंह का विदाई भाषण 16 मई को

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manmohan singh
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के प्रमुख के रूप में 10 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद पद छोड़ने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के नाम विदाई भाषण देंगे। मनमोहन सिंह लोकसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा के अगले दिन 17 मई को पद से इस्तीफा दे देंगे। एक दशक तक सफलतापूर्वक संप्रग सरकार चलाने के बाद उन्होंने साल की शुरुआत में सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी। 

प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया, "यह देश के नाम संबोधन जैसा कुछ होगा। उनके भाषण को तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।"प्रधानमंत्री ने अपना अंतिम व अपने 10 वर्ष के कार्यकाल का तीसरा प्रेस सम्मेलन तीन जनवरी को संबोधित किया था। उन्होंने सम्मेलन के दौरान राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा की थी।

राजग शासनकाल में लोग ज्यादा आतंकवाद के शिकार हुए: राहुल

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प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के आतंकवाद से लड़ने के दावे की बखिया उधेड़ते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संप्रग सरकार की तुलना में राजग शासनकाल के दौरान देश में लोग सबसे ज्यादा आतंकवाद के शिकार हुए।

बिहार के गोपालगंज संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस एवं राजद की संयुक्त प्रत्याशी ज्योति के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों में फर्क यह है कि कांग्रेस कहती है भारत सबका है बाकी सब पार्टियां कहती हैं कि हिंदुस्तान किसी ना किसी का (कुछ खास लोगों का) है, बाकी लोगों का नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग की सरकार ने अपने पिछले दस वर्ष के शासनकाल के दौरान गरीबों, कमजोर लोगों, दलित, आदिवासी भाईयों और महिलाओं के साथ सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश की है। राहुल ने कहा कि उससे पहले केंद्र में भाजपा नीत राजग की सरकार थी। राजग सरकार के कार्यकाल के दौरान बिजली एवं पानी की किल्लत थी, किसान मर रहे थे, मजदूरों के पास रोजगार नहीं था और आदिवासियों के पास जमीन नहीं थी तथा उसने इंडिया शाईनिंग का नारा दिया था।

प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए राहुल ने कहा कि वह आजकल कहते हैं कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हैं। उन्होंने कहा कि राजग के पांच साल के शासनकाल के दौरान 22 हजार लोग आतंकवाद के शिकार हुए जबकि संप्रग के दस सालों के शासनकाल के दौरान 800 लोग आतंकवाद से मरे फिर भी वे कहते हैं कि वह आतंकवाद से लड़ते हैं।
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