Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74342 articles
Browse latest View live

कांग्रेस ने मोदी से मांगा उन्हीं के सवालों का जवाब

$
0
0
congress-asks-modi-to-answer-his-own-questions
नयी दिल्ली, 14 फरवरी, कांग्रेस ने आतंकवाद तथा घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार पर ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज वही पांच सवाल किये जिनका श्री मोदी ने पांच साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री से जवाब मांगा था।  कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि श्री मोदी ने पांच वर्ष पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर आतंकवाद की घटनाओं को रोकने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए उनसे पांच सवाल किये थे लेकिन श्री मोदी के सत्ता में आने के बाद स्थित कई गुना खराब हाे गयी है लेकिन वह चुप्पी साधे हुए हैं। प्रवक्ता ने एक जन सभा में श्री मोदी द्वारा पांच साल पहले दिये गये एक भाषण का वीडियो पत्रकारों को दिखाया और ठीक वही सवाल दोहराते हुए उनसे पूछा “हमें जवाब दीजिये कि ये जो आतंकवादी है, उनके पास जो बारूद और शस्त्र हैं वो कहाँ से आते हैं? वो तो विदेश की धरती से आते हैं? और सीमायें संपूर्ण रूप से आपके कब्ज़े में हैं? सीमा सुरक्षा बल आपके कब्ज़े में है।” श्री मोदी की शैली में ही प्रवक्ता ने अगला सवाल दोहराया “हम आपसे दूसरा सवाल पूछना चाहते हैं, आतंकवादियों के पास धन आता है, कहां से आता है, पैसे के पूरे लेन देन का कारोबार भारत सरकार के कब्ज़े में है। रिजर्व बैंक के अंतर्गत है, बैंकों के माध्यम से होता है, क्या प्रधानमंत्री आप इतनी निगरानी नहीं रख सकते कि यह जो धन विदेश से आकर आतंकवादियों के पास जाता है, आपके हाथ में हैं, आप उसको क्यों नहीं रोकते हैं।” तीसरा सवाल भी उन्हीं की भाषा में पूछते हुए श्री सिंघवी ने कहा “विदेशों से जो घुसपैठिये आते हैं, जो आतंकवादियों के रूप में आते है, आतंकवादी घटना करते हैं और भाग जाते हैं, प्रधानमंत्रीजी आप हमें बताइये, सीमायें आपके हाथ में हैं, तटीय सुरक्षा आपके हाथ में है, सीमा सुरक्षा बल, सेना सब आपके हाथ में है, नौसेना आपके हाथ में है,ये विदेश से घुसपैठिये कैसे देश में घुस जाते है?”

रेलवे में 63 हजार पदों पर नियुक्ति खुली, 12 मार्च तक करें आवेदन

$
0
0
appointment-for-63-000-posts-in-railway-announced
नयी दिल्ली, 14 फरवरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय रेलवे में हाई स्कूल तथा आईटीआई उत्तीर्ण युवाओं के लिये ग्रुप-डी के करीब 63 हजार पदों के लिये भर्ती प्रक्रिया शुरु करने का ऐलान किया है और योग्य अभ्यर्थियों से इन पदों के लिए आवेदन करने को कहा है।  श्री गोयल ने आज यहां ट्वीट में यह अपील की। रेलवे में युवाओं के लिये रोज़गार के अवसर खुले हैं। हाई स्कूल तथा आईटीआई उत्तीर्ण योग्य अभ्यर्थी इन पदों के लिये आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च 2018 है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 62 हजार 907 कर्मियों को लेवल वन वेतनमान पर भर्ती करने से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस भर्ती में रेलवे की विभिन्‍न इकाइयों में पहले से ही प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं (अप्रेंटिसों) को प्राथमिकता दी जाएगी।  सूत्रों के अनुसार स्किल इंडिया पहल में बड़ा योगदान करते हुए रेल मंत्रालय फिटर, टर्नर, मशीन वेल्‍डर, पेंटर, बढ़ई, इलेक्ट्रिशियन, रेफ्रिजरेटर और एसी मकैनिक और मोटर वाहन मैकेनिक आदि विभिन्‍न कार्यों में प्रशिक्षुओं को प्र‍शिक्षण प्रदान कर रहा है। मंत्रालय ने अपनी 16 जोनल इकाइयों और सात उत्‍पादन इकाइयों में 30 हजार प्रशिक्षुओं को प्र‍शिक्षण करने का लक्ष्‍य रखा है। सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2017-18 की अवधि में 26 हजार प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने की तैयारी है। रेलवे के 12 हजार रिक्‍त पदों पर नियुक्ति में रेलवे प्रतिष्‍ठानों में प्रशिक्षित प्रशिक्षुओं को प्राथमिकता दी जाएगी। यह व्‍यवस्‍था अप्रेन्टिस अधिनियम 1961 में हाल में किए गए संशोधनों के तहत की गई है।  आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रेलवे अपने मानव संसाधन विकास में श्रम बल के कौशल विकास को महत्‍वपूर्ण मानता है। उसका मानना है कि श्रम बल को आवश्‍यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित करने के लिए उनका बाहर से प्रशिक्षण लेना काफी नहीं है बल्कि उन्‍हें उस स्‍थान पर प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए जहां पर वह काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अप्रेन्टिस प्रशिक्षण में प्राथमिक प्रशिक्षण और नौकरी में रहते हुए प्रशिक्षण तथा व्‍यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। प्राथमिक प्रशिक्षण के तहत ऐसे अप्रन्टिसों को प्रशिक्षित किया जाता है, जिन्‍होंने कभी किसी संस्‍था से कोई प्रशिक्षण नहीं लिया है। ऐसा प्रशिक्षण कुल प्रशिक्षण अवधि का 20 से 30 प्रतिशत होता है। नौकरी में रहते हुए दिया जाने वाला प्रशिक्षण उस प्रतिष्‍ठान में दिया जाता है जहां अप्रेन्टिस कार्यरत होता है।

मध्यप्रदेश में नहीं माफ होगा, किसानों का कर्ज़

$
0
0
no-farm-loan-rebate-in-madhya-pradesh
नयी दिल्ली 14 फरवरी, ऐसे समय जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राजस्थान, उत्तर प्रदेश अौर महाराष्ट्र ने संकटग्रस्त किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा की है, तब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी संभावना से साफ इन्कार किया है। श्री चौहान ने कहा, “कोई कर्ज़ माफी नहीं। केवल कृषि उपज का सही मूल्य देंगे।” उनसे पूछा गया था कि क्या वह राजस्थान की तरह किसानों के कर्ज़ को माफ करने पर विचार करेंगे। एक साल पहले मंदसौर में किसानों के आंदोलन के बाद पहली बार श्री चौहान ने किसानों के ऋण के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं। मुख्यमंत्री यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भावांतर भुगतान योजना में कुछ बदलाव करने के बारे में चर्चा करने आये थे। यह योजना किसानों को उनकी उपज के बाज़ार मूल्य एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर के बराबर राशि के भुगतान के बारे में है। श्री चौहान इस योजना में नया बदलाव यह करना चाहते हैं कि कृषि उपज का मूल्य स्थिर होने तक चार माह तक उसके भंडारण का व्यय भी सरकार वहन करेगी। राजनीतिक गलियारों में ऐसे अनुमान व्यक्त किए जा रहे थे कि मध्य प्रदेश सरकार भी किसान संगठनों के आंदोलन की मांगों के आगे झुक जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसानों को अगर मंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलता है तो राज्य सरकार चार माह तक उपज के भंडारण की लागत वहन करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने भावांतर भुगतान योजना शुरू की है। हम इस योजना में बदलाव कर रहे हैं ताकि किसानों को मंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलता है तो वे वेयरहाउस में चार माह तक अपनी उपज काे सुरक्षित रख सकें। इसकी लागत सरकार वहन करेगी। श्री चौहान ने कहा कि नयी योजना में यदि किसानों को तुरंत पैसे की जरूरत है तो वे भंडारगृह में रखी उपज के मूल्य के 25 प्रतिशत के बराबर राशि बैंकों के माध्यम से एडवांस ले सकेंगे। जैसे ही मूल्य स्थिर होते हैं, किसान अपनी उपज बेचकर सबसे पहले 25 प्रतिशत एडवांस राशि को वापस करेंगे और जो भी ब्याज लगेगा, उसे सरकार वहन करेगी। पिछले साल राज्य के किसानों को आलू, प्याज और टमाटर तथा दूध की ज़्यादा पैदावार होने पर अच्छे दाम नहीं मिलने के कारण फेंकना पड़ा था। श्री चौहान ने सड़क परिवहन एवं जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की और उनसे केन-बेतवा लिंक और भारतमाला सड़क परियोजनाओं को लेकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश को इंदौर एवं भोपाल के बीच एक एक्सप्रेस वे मिला है।

पाकिस्तान में हाफिज सईद के धर्मार्थ संगठनों पर प्रतिबंध

$
0
0
hafiz-charitable-organizations-are-banned-in-pakistan
इस्लामाबाद 14 फरवरी, पाकिस्तान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से सूचीबद्ध आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुख्यात आतंकवादी हाफिज सईद से संबंधित दो धर्मार्थ संगठनों पर आधिकारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी आज एक अधिकारी ने दी। हाफिज सईद के बारे में अमेरिका का कहना है कि 2008 के मुम्बई हमलों के पीछे उसी का हाथ था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान सरकार ने यह कदम काले धन को वैध बनाने पर नजर रखने वाले वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की प्रमुख बैठक से पहले उठाया है। इस बैठक में अमेरिका द्वारा प्रायोजित उस प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा, जिसमें पाकिस्तान का नाम आतंकवाद का वित्त पोषण रोकने में विफल रहने वाले देशों की सूची में डालने की बात है। पाकिस्तान के पंजाब सूबे के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला ने कहा कि गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ अधिसूचना जारी की है। सनाउल्ला ने रायटर को बताया, “ हमें गृह मंत्रालय से हिदायत मिली है और उसके अनुसार हाफिज सईद और उसके जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत जैसे धर्मार्थ संगठनों के पाकिस्तान में संचालन पर रोक लगा दी गई है।”  उन्होंने बताया कि निर्देशों के अनुसार, हमने जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत से जुड़ी सभी सुविधाओं, कार्यालयों, स्कूलों, दवाखानों पर नियंत्रण लेने का कार्य शुरू किया जा चुका है।

इंडियन मुजाहिदीन का कुख्यात आतंकवादी जुनैद गिरफ्तार

$
0
0
indian-mujahideen-terrorist-junaid-arrested
नयी दिल्ली 14, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंडियन मुजाहिदीन के मोस्ट वांटेड आतंकवादी आरिज खान उर्फ जुनैद को गिरफ्तार किया है।  स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने आज यहां पुलिस मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया कि जुनैद को भारत-नेपाल सीमा के पास बनवसा से कल शाम गिरफ्तार किया गया। पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि जुनैद बनवासा में किसी से मिलने के लिए आने वाला है। उसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। श्री कुशवाहा ने बताया कि वह कई बम धमाकों में शामिल रहा है। इन धमाकों में 165 लोग मारे गए तथा 535 लोग घायल हुए हैं। वह बम बनाने में माहिर है।  उपयुक्त ने बताया कि जुनैद दिल्ली के जामिया नगर इलाके में 2008 को हुए बटला हाउस मुठभेड़ में भी शामिल था। मुठभेड़ के दौरान वह फरार हो गया था। बटला हाउस मुठभेड़ के बाद वह करीब एक महीने तक भारत में रहा और उसके बाद नेपाल चला गया। इस एक महीने में किसी ने उसे अपने यहां शरण नहीं दी और इस तरह वह बसों और ट्रेनों में सफर करता रहा और फिर नेपाल चला गया। नेपाल में उसने नेपाली लड़की से शादी कर ली थी। उन्होंने कहा कि जुनैद पर 15 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। एनआईए ने दस लाख रुपये तथा दिल्ली पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा था। बटला हाउस के अलावा जुनैद कई अन्य मामले में भी वांछित था। श्री कुशवाहा ने बताया कि जुनैद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। पेशे से इंजीनियर जुनैद 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान फरार हो गया था। यह मुठभेड़ दिल्ली के पहाड़गंज, बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस, ग्रेटर कैलाश और गोविंदपुरी में सिलसिलेवार बम धमाकों के छह दिन बाद हुई थी। इन धमाकों में 30 लोग मारे गए थे, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। जुनैद पर इन धमाकों में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने बताया कि जुनैद ने पूछताछ में बताया कि भारत में इंडियन मुजाहिदीन और सिमी को पुनर्जीवित करने की साजिश थी।  उन्होंने कहा कि इसका एक साथी तौकीर पहले ही गिरफ्तार किया गया है। जुनैद और तौकीर नेपाल में एक ही स्कूल में पढ़ाता था।

केजरीवाल ने 70 साल के काम की तुलना अपने तीन साल से की

$
0
0
kejriwal-compares-his-three-years-work-to-70-years-work
नयी दिल्ली, 14 फरवरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार के तीन साल की उपलब्धियां गिनाते हुए दावा किया कि राजधानी में जो काम 70 साल में हुए हैं उतने काम तो उनकी सरकार ने महज तीन साल में पूरा कर दिखाए हैं। आप सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में श्री केजरीवाल ने दावा किया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली में जो 70 साल में काम हुए, उतना उनकी सरकार ने महज तीन साल में कर दिखाया। उन्होंने स्वास्थ्य के अलावा सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार, किफायती बिजली और किसानों के लिए बढ़े हुए मुआवजे का भी जिक्र किया। श्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 164 मोहल्ला क्लिनिक बनकर तैयार हो चुके हैं और 786 मोहल्ला क्लिनिक बन रहे हैं। इस तरह कुछ महीनों में 950 मोहल्ला क्लीनिक तैयार हो जाएंगे। उन्होंने कहा, '70 वर्षों में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दस हजार बेड्स थे, इस साल के अंत तक 3,000 बेड्स और तैयार हो जाएंगे और अगले साल तक 2,500 बेड्स तैयार हो जाएंगे। कुल बेड क्षमता में 30 प्रतिशत इजाफा हुआ है। हम चार साल में पिछले 70 साल के मुकाबले 50% बेड्स बढ़ा देंगे।  उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त में इलाज, दवा, जांच और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भीड़ बहुत ज्यादा है इसलिए सरकार ने अपने खर्च पर निजी अस्पतालों में जांच की सुविधा दी है। उन्होंने कहा कि लोगों को दिल्ली के 67 प्राइवेट लैब में जांच की सुविधा दी गई है। इसका पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अलावा अगर किसी मरीज की किसी सरकारी अस्पताल में एक महीने के भीतर सर्जरी नहीं होती तो वह सरकार की लिस्ट में शामिल 44 निजी अस्पतालों में से किसी में भी सर्जरी करा सकता है। सर्जरी का पूरा खर्च सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके तीन साल के कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 33 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा “ राजधानी में सुपरस्पेशियालिटी और मल्टीस्पेशियालिटी अस्पतालों की संख्या में इजाफा हुआ है और उनकी सरकार ने दिल्ली के लोगों को त्रिस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं जिनमें मोहल्ला क्लीनिक, पालिक्लीनिक और सुपरस्पेशियालिटी केन्द्र तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानीवासियों के स्वास्थ्य पर दिल्ली सरकार ने 12 प्रतिशत बजट राशि का प्रावधान किया है और शिक्षा के क्षेत्र में एक नए माॅडल की स्थापना की जा रही है। श्री केजरीवाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ववर्ती कांग्रेेस सरकार ने 15 वर्षों में मात्र 33 स्कूल खोले थे लेकिन आप सरकार चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने तक 48 स्कूलाें खोले जाने की प्रकिया को पूरा कर लेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में 7030 कक्षाओं का निर्माण किया जा चुका है और अभी आठ हजार नई कक्षाओं को बनाने का काम जारी है जिसे इस वर्ष तक पूूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी। अब एक-एक पैसा जनता के विकास पर खर्च हो रहा है। बिजली, पानी, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, सड़कों, फ्लाइओवर्स आदि पर खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन साल में बिजली के बिल में एक पैसे की भी बढ़ोतरी नहीं हुई है। उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही बिजली बिल को आधा कर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 20 नए स्कूल और 90 नए रैन बसेरे बनाए गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद से किसानों को उनकी फसल का सबसे ज्यादा मुआवजा भी दिल्ली की सरकार ने दिया। गौरतलब है कि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी।

भारत में पाक समर्थित आतंकी हमले जारी रहेंगे : अमेरिका

$
0
0
pak-supperted-terrorist-attacks-to-be-continue-in-india-us
वाशिंगटन 14 फरवरी, अमेरिकी खुफिया विभाग के निदेशक डैन कोट्स ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों के हमले भारत में जारी रहने की आशंका व्यक्त की है। श्री कोट्स ने मंगलवार को सीनेट की खुफिया समिति को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हमलों के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा।  उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान नयी परमाणु क्षमताओं को विकसित करके, आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में असहयोग करके और चीन के साथ अपने संबंधों को और मजबूत बना कर अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने का काम भी जारी रखेगा।  उन्होंने कहा,“इस्लामाबाद से समर्थन पाने वाले आतंकवादी पाकिस्तान में मिले सुरक्षित पनाहगार के कारण भारत और अफगानिस्तान पर हमले करते रहेंगे और अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने का उनका काम भी जारी रहेगा।” श्री कोट्स का यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान समर्थित जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादियों ने जम्मू के सुंजवां सैन्य शिविर पर शनिवार को हमला किया।  शनिवार सुबह हुए फिदायीन हमले में छह जवान शहीद हो गये थे। हमले में एक नागरिक की मौत हाे गई थी और 10 लोग घायल हुए थे। सेना ने तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। शहीद जवानों के नाम जूनियर कमीशंड अधिकारी मदन लाल चौधरी, सूबेदार मोहम्मद अशरफ अली, हवलदार हबीब उल्ला कुरैशी, नायक मंजूर अहमद, लांस नायक मोहम्मद इकबाल और हवलदार राकेश चंद्रा हैं। हमले में लांस नायक मोहम्मद इकबाल के पिता भी मारे गये।

पीएनबी में 11,420 करोड़ रुपये का फर्जी लेनदेन का मामला

$
0
0
new-delhi-pnb-11-420-crore-rupees-fake-transactions-case-cbi-filed-complaint
नयी दिल्ली 14 फरवरी, सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी)में करीब 11,420 करोड़ रुपये (177 करोड़ डॉलर)के फर्जी तथा अनधिकृत लेनदेन का मामला सामने आया है। बैंक ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पास इस संबंध में शिकायत दर्ज करायी है। बैंक ने संदिग्ध लेनदेन के बारे में अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और एक आभूषण कंपनी के खिलाफ सीबीआई में अलग-अलग शिकायत दर्ज करायी है। पीएनबी ने आज शेयर बाजार को बताया “बैंक ने मुंबई की एक शाखा में फर्जी तथा अनधिकृत लेनदेन का मामला पाया है जिसमें कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुँचाने की कोशिश की गयी है। ऐसा लगता है कि इन लेनदेन के रिकॉर्ड के आधार पर विदेशों में कुछ बैंकों ने उन्हें ऋण दिये हैं।” बैंक ने कहा है,“ये लेनदेन सीमित हैं तथा नियमों के दायरे में जिम्मेवारी तय की जायेगी। उसने बताया कि इन लेनदेन की कुल राशि 177.17 करोड़ डॉलर है। उसने बताया कि इस मामले की जानकारी नियामकों को दे दी गयी है ताकि वे दोषियों के खिलाफ जाँच करके कार्रवाई कर सकें।”  वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव लोक रंजन ने यहाँ एक कार्यक्रम में इस संबंध में पूछे जाने पर कहा “मैं नहीं समझता कि स्थिति नियंत्रण से बाहर है या यह कोई बड़ी चिंता का विषय है।” जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि एजेंसी को संदिग्ध लेनदेन के बारे में मंगलवार देर रात शिकायतें मिली थीं। इस संदिग्ध लेनदेन का पता सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने स्वयं लगाया था। सूत्रों के अनुसार,संदिग्ध लेनदेन बैंकों की शाखाओं से किये जाने की शिकायतें मिलीं। आरोपों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई के बारे में जल्द ही फैसला लिया जायेगा। उन्होंने, हालांकि इससे इतर कोई और जानकारी देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि इससे जांच में बाधा आ सकती है। जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, पीएनबी से मिली एक अन्य शिकायत को लेकर सीबीआई पहले ही नीरव मोदी के खिलाफ जांच कर रही है।

विशेष आलेख : ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के संकल्प को आगे बढ़ाता भारत

$
0
0
indian-tradition
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम राष्ट्र संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे के दौरान दुबई के ओपेरा हाउस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अबू धाबी में बनने जा रहे पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी और कहा कि यह मंदिर आधुनिक तो होगा ही लेकिन विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का अनुभव करने का माध्यम बनेगा। उसी दौरान भारत में अहिंसा विश्व भारती एवं इंटरनेशनल सिद्धाश्रम शक्तिपीठ द्वारा आयोजित ‘वसुधैव कुटुंबकम-विश्व एक परिवार’ के अभिनव अभियान का उद्घाटन कांस्टीट्यूशनल क्लब में प्रख्यात जैन आचार्य डा. लोकेश मुनि के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। एक तरफ भारत की सर्वोच्च राजनीतिक ताकत एवं दूसरी और भारत की आध्यात्मिक ताकत- दोनों एक बार पुनः भारत को विश्वगुरु का दर्जा दिलाने के लिये तत्पर दिखाई दिये। 
प्रधानमंत्रीजी ने मंदिर निर्माण के बारे में कहा, हम उस परंपरा में पले बढ़े हैं जहां मंदिर मानवता का माध्यम है। अबू धाबी में सद्भावना सेतु के रूप में मंदिर का निर्माण हो रहा है। वहां यह प्रथम हिंदू मंदिर 55 हजार वर्गमीटर भूमि पर बनेगा। इस मंदिर का निर्माण भारतीय शिल्पकार कर रहे हैं। यह साल 2020 में पूरा होगा। यह मन्दिर विश्व एक परिवार का प्रतीक बनकर प्रस्तुत होगा। यह भी तब जब आतंकवाद और देशों का सिर्फ अपने हितों की चिंता करना, दुनिया के साझा भविष्य के लिए बड़ी चुनौती के रूप में उभर रहा है। ऐसे जटिल दौर में भारत की दो महान् शक्तियां प्राचीन भारतीय दर्शन को मानवता व प्रकृति के अनुकूल बताते हुए जिस अंदाज में इसकी व्याख्या कर रहे हैं उससे दुनिया का प्रभावित होना तय माना जा रहा है। मोदी ने दरारों भरी दुनिया में साझा भविष्य को सार्थक बनाने में भी भारतीय दर्शन को उपयोगी बताया। वही आचार्य लोकेश मुनि ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता ने कितने ही परिवर्तनों को स्वीकार किया परन्तु विश्व एक परिवार के दर्शन को आंच नहीं आने दी। वे वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्वे भवन्तु सुखिनः के भारत दर्शन को विश्व के कोने-कोने में ले जाना चाहते हैं। इस दर्शन एवं संस्कृति को विश्व कल्याण और विश्व शांति का आधार बनाना चाहते हैं। भारत में वे ‘वसुधैव कुटुंबकम’-विश्व एक परिवार अभियान को लेकर दिल्ली के बाद आगरा, अहमदाबाद एवं अन्य महानगरों में जायेंगे। उनके इस अभियान में पूर्वी लंदन के सांसद एवं आल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप के चेयरमैन श्री बॉब ब्लैकमेन, ब्रेंट लंदन के पार्षद भगवानजी चैहान, कवीन के प्रतिनिधि एवं लंदन के पुलिस कमांडर श्री साइमन ओवेन्स के अलावा इंटरनेशनल सिद्धाश्रम शक्तिपीठ के संस्थापक श्री राजराजेश्वरजी उनके साथ हंै। भारत में अनादि काल से ही मानवता के साझा भविष्य की चिंता की गई है और मानव को एक दूसरे से जोड़ने के उपाय किये गए। भारतीय चिंतकों ने वसुधैव कुटुम्बकम का सूत्र दिया। वसुधैव कुटुम्बकम यानि पूरा विश्व एक परिवार है। परिवार में आपस के मतभेद संकट के समय मिट जाते हैं और साझा हित के लिए पूरा परिवार एकजुट हो जाता है। ठीक ऐसे ही जब खतरा समूची दुनिया के लिए हो तो अपने संकुचित दायरों से बाहर निकल कर एकजुट होना होगा। भारत सदैव जोड़ने में विश्वास करता रहा है। आज जबकि संरक्षणवाद की ताकतें सिर उठा रही हैं इससे वसुधैव कुटुंबकम का दर्शन सिकुड़ता दिख रहा है। इस धारणा को बदलने के लिये भारत की संत शक्ति एवं राजनीतिक शक्ति जुटी हैं, यह सम्पूर्ण मानवता के हित का चिन्तन है। प्राचीन काल से ही भारतीय दर्शन में दुनिया के भविष्य को लेकर उपाय होते रहे हैं। इसी हेतु यहां से सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया मंत्र गुंजायमान हुआ और इसे मानवता को लेकर भारतीयों के दृष्टिकोण का परिचायक बताया। आज विश्व एक परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिये भारतीय दर्शन को समझने और उसके अनुसार भविष्य के लिए अपनी नीतियां तय करने की आवश्यकता है। 
indian-tradition
आज का मानव व्रत की संस्कृति को भूलकर बम की संस्कृति में जी रहा है। आदमी कहीं भी सुरक्षित नहीं है। समाज की धरती पर मनुष्य ने जब-जब विषमता के बीज बोये, तब-तब हिंसा, आतंक और घृणा के विषफलों ने मानवता की कमनीय काया को विद्रूप बनाया, विकृत किया और निष्प्राण किया है। मनुष्यता को इस महाविनाश से उभारने के लिए, उसे अहिंसा प्रेम और सहअस्तित्व का प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय संत परम्परा में संतों, ऋषियों, मनीषियों ने उल्लेखनीय उपक्रम किये हैं। इसी संत परम्परा में आचार्य लोकेश मुनि का एक विशिष्ट स्थान है। भगवान महावीर के सिद्धांतों को जीवन दर्शन की भूमिका पर जीने वाले इस संत चेतना ने संपूर्ण मानवजाति के कल्याण और जीवन-निर्माण में स्वयं को समर्पित कर समय, शक्ति, श्रम और सोच को एक सार्थक पहचान दी है। वे आध्यात्मिक राजदूत हैं, राष्ट्रसंत हैं, प्रखर प्रवक्ता हैं, समाज सुधारक हैं, विचारक हैं, मनीषी हैं और धर्म के प्रवर्तक हैं। आपके निर्बंध कर्तृत्व ने राष्ट्रीय एकता, सद्भावना एवं परोपकार की दिशा में संपूर्ण राष्ट्र को सही दिशाबोध दिया है। निश्चित ही उनका वसुधैव कुटुंबकम अभियान दुनिया के लिये एक उजाला बनकर प्रस्तुत होगा। उन्होंने भारत की आध्यात्मिक परम्परा को समृद्ध किया है, वे ईश्वर के सच्चे दूत हंै, महावीर की अहिंसा को विश्व में स्थापित करने को तत्पर हैं, सेवा-परोपकार, जीवनमूल्यों से प्रतिबद्ध एक महान् विभूति हैं, ऊर्जा का एक पुंज हंै, प्रतिभा एवं पुरुषार्थ का पर्याय हंै। इन सब विशेषताओं और विलक्षणताओं के बावजूद उनमें तनिक भी अहंकार नहीं है। पश्चिमी विचारक जी. के चस्र्टटन लिखते हैं-‘देवदूत इसलिए आकाश में उड़ पाते हैं कि वे अपनी महानता को लादे नहीं फिरते।’ आज के तनाव भरे जीवन में मानव मात्र शान्ति की खोज में व्याकुल है। वह विचार जो हमारे अन्तर्मन को शुकून और आत्मीयता का अनुभव कराते हैं, हमारे लिये शान्ति के कारक बनते हैं। इसी बात को आचार्य लोकेश मुनिजी दुनिया में पहुंचा रहे है। वे बड़ी से बड़ी बात को भी इतनी सहजता से परिभाषित कर देते हैं कि सामान्य व्यक्ति को भी वह अपने काम की लगती हैं और छोटी से छोटी बात को इतनी आत्मीयता से वर्णित करते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी बात लगती है और वह उनसे हृदय से जुड़ जाता है। जब व्यक्तियों के हृदय आपस में जुड़ जाते हैं तो प्रेम और सद्भाव के विचार तेजी से फैलते हैं। हिन्दु, मुस्लिम, सिंख, ईसाई, जैन आदि सभी धर्मों को मानने वाले लोग आपके कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर आपके विचारों से शक्ति प्राप्त करते हैं। उन्होंने देश के अलावा विदेशों में भी भारतीय संस्कृति और महावीर के अहिंसा दर्शन को महिमामंडित किया हैं। उनकी कीर्ति देश और विदेश में फैल गयी। उन्होंने अमरीका, ब्रिटेन, हांगकांग, स्वीडन, डेनमार्क, नार्वे, हालैंड जैसे देशों में धर्म और अध्यात्म की अलख जगाई। वे इंसान से इंसान को जोड़ने का काम कर रहे हैं, वे आत्मबल को मजबूत बना रहे हैं। 
महात्मा गांधी ने भी इसी आत्मबल को मजबूत बनाने की आवश्यकता व्यक्त करते हुए कहा था कि मैं नहीं चाहता कि भारत दूसरे राष्ट्रों की चिता-भस्म पर खड़ा हो। मैं चाहता हूं कि भारत आत्मबल प्राप्त करे और दूसरे राष्ट्रों को बलवान बनावे। राष्ट्रपति विल्सन ने अपने चैदह सिद्धांतों की रचना की और उस पर कलश चढ़ाते हुए कहा, ‘यदि हम इसमें सफल न हों तो हथियार तो हैं हीं।’’ गांधी ने इसे उलट कर कहा कि ‘‘हमारे सब पार्थिव शस्त्र बेकार हुए हैं, किसी नये शस्त्र को खोजें। चलो, अब प्रेम का शस्त्र-सत्य का शस्त्र-लें। यह शस्त्र जब हमें मिल जायेगा, तब हमें दूसरे किसी शस्त्र की जरूरत न रहेगी।’’ प्रधानमंत्री मोदी  गांधी के सपनों को साकार करते हुए प्रेम के शस्त्र को उपयोग में ला रहे हैं, यह राष्ट्र के लिये गौरव की बात है। आज दुनिया में खुदगर्जी, ईष्र्या, अभिमान, शोषण और तज्जनित संघर्ष छाया हुआ है, तभी सब कुछ बिगड़ता हुआ लग रहा है। दुनिया में ये असामाजिक दोष जोरों से बढ़ रहे हैं, इसलिए किसी न किसी कारण को आगे करके लोग लड़ने लगते हैं, एक दूसरे से नाजायज लाभ उठाना चाहते हैं और जीवन को विषमय बना देते हैं। ऐसे लोग बातचीत में जीवन को भी जीवन-कलह कहते हैं। उसका प्रतिरोध करने के लिए इस आशय के ग्रंथ लिखने पड़े कि जीवन में अगर कलह है तो उससे बढ़कर परस्पर सहयोग भी है, जिसके बिना जीवन का विकास हो ही नहीं सकता।
दुनिया में सृष्टि के व्यापार में-संघर्ष और सहयोग दोनों तत्व पाये जाते हैं। लेकिन जहां मानवता आयी, वहां मनुष्य संघर्ष के तत्व को, जैसे भी हो सके, कम करने की कोशिश करता है और सहयोग तथा परस्पर उपकारिता को बढ़ाता जाता है। इसी में मानव की मानवता चरितार्थ होती है और दुनिया प्रगति करती है। तत्वज्ञ कहते हैं कि दुनिया में हिंसा और अहिंसा दोनों हैं। इनमें हिंसा का तत्व यथासंभव उत्तरोत्तर कम करते जाना और अहिंसा को बढ़ाते जाना, यही है उन्नत जीवन की साधना। ऐसे उन्नत जीवन को ही अध्यात्म जीवन कहते हैं, क्योंकि उसमें आत्मशक्ति का परिचय और आनंद बढ़ता जाता है। प्रेम, करुणा सेवा, स्वार्थ, आत्म-बलिदान आदि सद्गुणों का विकास आत्म-साधना के बिना नहीं हो सकता। जहां सर्वस्व की होड़ चलती है, वहां बड़े-बड़े राष्ट्र और बड़े-बड़े धनी लोग ‘टाॅस’ का न्याय अथवा निर्णय कैसे मान सकते हैं? झगड़ा किसी न किसी रूप में चलता ही है और बढ़ाता भी है। इसलिए जहां कहीं मतभेद आया, वहां समन्वय को काम में लाने की वृत्ति जगाने की आवश्यकता महसूस हुई और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ अभियान उसी आवश्यकता की पूर्ति का सशक्त माध्यम बन रहा है। मोदी भी ऐसे ही मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका मानना है कि अपने हृदय के आंगन में मेहमानों को आने दो। उनका आदर-सत्कार करो। कवि के यह उद्गार सदा याद रखो ‘‘प्रेम करना चाहो तो मुझसे करो, और धिक्कारना चाहो तो मुझे धिक्कारो, लेकिन मेरी एक ही विनय है-मेरी उपेक्षा न करो।’’ तुम्हारे जीवन में जैसे-जैसे दूसरों को स्थान मिलेगा, वैसे-वैसे तुम्हारा अपना महत्व बनेगा। सारी वसुधा को अपना कुटुम्ब बनाना है, उसके लिये व्यापक प्रेम की वृत्ति, अहिंसा की जीवनशैली एवं हृदय की विशालता आवश्यक हैं। अब कोई भी अकेला सुखी नहीं रह सकता, उसे विशाल परिवार की कल्पना और रचना करनी होगी, तभी अशांति दूर होगी, तभी युद्धों का अंत होगा और तभी आतंकवादमुक्त विश्व निर्मित हो सकेगा। 




indian-tradition

(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

रायबरेली : जगमोहनेश्वर मंदिर में धूमधाम से मनाई गई महाशिवरात्रि।

$
0
0
mahashivratri-in-rai-bareli
रायबरेली (आर्यावर्त डेस्क) शिवरात्रि के पावन पर्व पर  शिवमंदिरों में भगवान शिव की  पूजा बड़ी धूमधाम से की जाती है ।  रायबरेली शहर के चंदापुर कोठी में स्थित भगवान जगमोहनेश्वर मंदिर में भगवान शिव की  डी.जे.व बैण्ड पार्टी की धुन पर शिव बारात निकाली गयी।  इस बारात में शिव  भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। बारात का जगह-जगह स्वागत हुआ।  मंदिर के प्रांगण में आकर्षक झांकियां भी सजाई गई । साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन आज किया जो देर रात तक चलता रहा।  आपको बता दें कि, रायबरेली शहर का प्रसिद्ध जगमोहनेश्वर मंदिर करीब सवा सौ वर्ष से ज्यादा पुराना है। इस मंदिर का शिव लिंग स्फटिक की तरह चमकता रहता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि शिव लिंग सबेरे काले रंग का , दोपहर में सफेद रंग का  और शाम को यह भूरे रंग का दिखता है।   तीन माह लगातार दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना  पूरी हो जाती हैं।  चंदापुर परिवार के राजासाहब हर्षेद्र सिंह ने मंदिर के बारे में जानकारी देते हुए कहा  कि उनके बाबा राजा जगमोहनेश्वर ने मंदिर का निर्माण 1880 में कराया था।   जब वह शिवलिंग लाने के लिए नर्मदा नदी गये थे, तब उनके हाथ में कई दिनों तक कोई शिवलिंग नही आया था।  भगवान शिव से प्रार्थना करते हुए उन्होंने कहा कि आज अगर शिवलिंग न मिला तो कभी लौट कर नही जायेंगे। उसी दिन जब वे नदी में गये तो डुबकी लगाने पर उनके हाथ में एक नही दो शिवलिंग आ गये।

 दोनो स्फटिक की तरह चमक रहे थे, एक की स्थापना शहर की चंदापुर कोठी में कराया जिसका नाम जगमोहनेश्वर पड़ा। दूसरे शिवलिंग की स्थापना काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर करायी थी। इसलिए हर शिवरात्रि पर विशाल शोभा यात्रा काली मंदिर निकाली जाती है। यह प्रमुख मार्गो से होकर गुजरती है। साथ ही इस महापर्व के दूसरे दिन विशाल  नगर भोज का आयोजन किया जाता है ।  आपको बताते चलें कि श्रद्धालु बड़े धूमधाम से इस पर्व को मनाते हैं।  शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।




रवि श्रीवास्तव
पत्रकार

बिहार : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा स्वच्छता क्रांति रथ का शुभांरभ

$
0
0
swachhata-kanti-rath-sushil-modi
नालंदा (आर्यावर्त डेस्क) 14 फ़रवरी, आजकल जीवा द्वारा स्वच्छता क्रांति अभियान चल रहा है.अव्वल पटना जिले के मोकामा में शानदार कार्य करने के उपरांत सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले हरनौत और राजगीर प्रखंड में बेहतर कार्य किया गया. इसका सार्थक परिणाम सामने आया. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्वच्छता क्रांति रथ का शुभारंभ किया . बुधवार को उच्च विघालय बिंद के परिसर में धरती पुत्र महान स्वतंत्रता सेनानी स्व.श्याम नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण समारोह में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी मुख्य अतिथि थे. इस अवसर पर भव्य मंच बनाया गया. यहां के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा कई दौरों  में विचार व्यक्त किये.इस बीच आयोजकों द्वारा जीवा को मौका दिये गया कि नुक्कड़ नाटक को प्रस्तुत करें. मंच पर जाते ही  पूर्व विधायक व महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.श्याम नारायण सिंह तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित साकेत जी ने  किया. इसके बाद जीवा के कार्यकताओं द्वारा नुक्कड़ नाटक पेश किया गया.जो काफी सहरानीय रहा.क्या बच्चे क्या बुढ़े सभी लोगों ने लुप्त उठाया और स्वच्छता क्रांति अभियान को सराहा.पटेल नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष के द्वारा माननीय राज्य सभा सांसद श्री आर. सी. पी.सिंह से अनुरोध किया कि जीवा टीम को नालंदा जिले के सभी प्रखंडों में कार्य करने का अनुरोध किया जाये. जिसका समर्थन अस्थावां के विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार द्वारा किया गया. सांसद महोदय ने इस कार्य के लिये जिला परिषद के अध्यक्ष को डी.डी.सी.एवं डी.एम.से मिलकर कार्यक्रम के अंत में उप मुख्यमंत्री द्वारा झंडा दिखाकर बिंद प्रखंड में कार्य करने का शुभारंम किये. काफी विलम्ब से आने के बाद उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सीधे पूर्व विधायक व महान स्वतंत्रता सेनानी स्व.श्याम नारायण सिंह का आदम की प्रतिमा का अनावरण किये. अनावरण समारोह में एक साथ उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी,नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार,राज्य सभा सांसद आर.सी.पी.सिंह और आस्थावां से विधायक डॉ.जितेंद्र मौजूद थे.  मंजू डुंगडुंग,रंजीत कुमार सिंह,पंकज कुमार,अरविंद कुमार,संदीप कुमार, राकेश रोशन आदि लोगों ने अहम भूमिका निभायें.इस बात की जानकारी डॉ.साकेत कुमार ने दी है.पटना,नालंदा और उत्तराखंड तक जीवा से जुड़े लोगों में हर्ष है.

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 15 फ़रवरी

$
0
0
विधिक जागरूकता शिविरों में नवाचार के निर्देश 

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायाधिपति श्री रंजन गोगोई द्वारा विधिक सेवा शिविरों के आयोजन के संबंध में नया माॅडयूल अनुमोदित किया है। जिसके अनुसार जिलो में आयोजित होने वाले विधिक सेवा प्राधिकरण के जागरूकता शिविरों में स्पष्ट परलिक्षित होगा। जिला प्राधिकरण द्वारा नालसा के नवीन माॅडयूल पर आधारित शिविर का आयोजन 25 फरवरी को विदिशा विकासखण्ड के खामखेडा में आयोजित किया गया है। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री विपिन बिहारी शुक्ला के मार्गदर्शन में आयोजित होने वाले उक्त शिविर के संदर्भ में मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट श्री पीएस कैमेथिया तथा जिला रजिस्ट्रार एवं सचिव श्री दिनेश कुमार प्रजापति के द्वारा आयोजन स्थल खामखेडा ग्राम का निरीक्षण किया गया है। इस दौरान शिविर के मूल उद्वेश्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिनियमों के अंतर्गत केन्द्र एवं राज्य शासन के द्वारा संचालित सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं के विषय में आमजन को जागरूक कर उनका लाभ पहुंचाना है से अवगत कराया गया। विधिक सेवा प्राधिकरण आयोजन के पूर्व प्री-केम्प तैयारी की जा रही है जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा नियुक्त पैरालीगल वालेंटियर्स डोर-टू-डोर प्रचार प्रसार कर रहे है। नालसा की कोर थीम से जुड़े व्यक्तियों की पहचान कर उनसे सम्पर्क किया जा रहा है तथा वंचित व्यक्तियों को प्राप्त होने वाले लाभ तथा योजनाओं के विषय में आवश्यक रूप से जागरूक किया जा रहा है तथा फोटो, आधार कार्ड सहित आवेदन प्राप्त कर संबंधित विभागों के लिए कार्यवाही हेतु प्रेषित किए जा रहे है। 

हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र प्रदाय, मधुमक्खी पालन से प्रशिक्षित हुए 

vidisha news
उद्यानिकी विभाग के द्वारा मधुमक्खी पालन को बढावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। कृषकों का मधुमक्खी पालन के प्रति रूझान बढ़े इसके लिए बकायदा प्रशिक्षण का आयोजन खण्ड मुख्यालयांे के साथ-साथ ग्रामों मंे किया जा रहा है। विभाग के सहायक संचालक श्री केएल व्यास ने बताया कि विकासखण्ड कुरवाई के ग्राम सीहोरा में एक दिवसीय मधुमक्खी पालन कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें डाॅ राजवीर सिंह ने मधुमक्खी पालन की महत्वता और उपयोगिता तथा होने वाले लाभो की विस्तृत जानकारी प्रशिक्षणार्थियों को दी। प्रशिक्षण अवधि में ही 26 कृषकों के प्रकरणों में स्वीकृति प्रदान की गई ताकि उनके द्वारा इसी वित्तीय वर्ष मंे मधुमक्खी पालन का व्यवसाय संचालित किया जा सकें। प्रत्येक यूनिट पर चालीस प्रतिशत का अनुदान केन्द्र सरकार की योजना के तहत हितग्राहियों को दिया जा रहा है। श्री व्यास ने बताया कि मधुमक्खी पालन की अधिक से अधिक यूनिट जिले में स्थापित हो इसके लिए विकासखण्डवार लक्ष्य निर्धारित किए गए है। उन्होंने आमजनों एवं कृषकों से आग्रह किया है कि मधुमक्खी पालन के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करनी हो अथवा यूनिट स्थापित करना हो तो उद्यानिकी कार्यालय से सीधा सम्पर्क किया जा सकता है। 

मधुबनी : डीएम ने किया तृतीय तिमाही की बैठक का आयोजन

$
0
0
dm-madhubani-took-meeting
मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 15 नवंबर, मधुबनी:  जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में गुरूवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में डी.एल.सी.सी. एवं डी.एल.आर.सी. के तृतीय तिमाही की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री धर्मेन्द्र कुमार, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री रामप्रीत पासवान, माननीय विधायक, राजनगर, श्रीमती शीला देवी, माननीय अध्यक्ष, जिला परिषद, मधुबनी एवं सभी बैंकों के जिला समन्वयक तथा जिला स्तरीय विभिन्न विभाग के पदाधिकारियों ने भाग लिया।  बैठक में जिला पदाधिकारी को बताया गया कि इस जिले का साख-जमा अनुपाल 34.65 प्रतिषत है, जो पिछले तिमाही से 1.55 प्रतिषत अधिक है। जिला पदाधिकारी ने बैंक समन्वयकों को राज्य के साख-जमा अनुपात 38.77 प्रतिषत को पूरा करने पर बल दिया गया जिससे जिले के विकास को गति मिले। जिला साख योजना के अंतर्गत प्रगति 58.80 प्रतिषत है, जबकि राज्य की उपलब्धि 66.56 प्रतिषत है। उन्होनें केसीसी के तहत प्रगति 72.85 प्रतिषत है जो दिसम्बर 2017 के निर्धारित लक्ष्य 75 प्रतिषत से 2.15 प्रतिषत कम है। एलडीएम के द्वारा बताया गया कि विद्यार्थी ऋण के तहत कुल 175 आवेदन बैंको को प्राप्त हुआ, जिसमें कुल 167 आवेदन स्वीकृत हुआ एवं 165 छात्रों को ऋण वितरित किया गया है। जिसकी राषि 3.02 करोड़ है। बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत 326 आवेदन कुल राषि 10.26 करोड़ इस वित्तीय वर्ष के नौ महीने की अवधि में स्वीकृत हुआ और 260 आवेदन कुल राषि 3.44 करोड़ का वितरण 31 दिसम्बर 2017 तक किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभीं बैंको के पदाधिकारियों को निदेष दिया गया कि वितरित राषि को पोर्टल में अपलोड किया जाए, जिससे सही वितरण परिलक्षित हो।
      
स्वंय सहायता समूह के तहत बैंको द्वारा 6241 समूहों को कुल ऋण 48.61 करोड़ को क्रेडिट लिंकेज किया गया जबकि वार्षिक लक्ष्य 9421 समूहों का है। पी0 एम0 ई0 जी0 पी0 के तहत 29 आवेदन स्वीकृत की गयी है तथा 19 आवेदन 31.12.2017 तक वितरित की गयी। जी0सी0सी0 3458 आवेदन ऋण राषि 20.07 करोड़ स्वीकृत की गई। बैंको द्वारा कुल 3476 आवेदन प्राप्त हुआ था। डेयरी 2016-17 कुल 80 आवेदन ऋण राषि 1.95 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 76 आवेदन कुल राषि 1.40 करोड़ वितरित की गयी। कृषि यंत्रीकरण के तहत 89 आवेदन के विरूद्ध 69 आवेदन कुल राषि 2.30 करोड़ स्वीकृत एवं वितरित की गयी। गृह निर्माण ऋण के तहत 295 आवेदन के विरूद्ध 288 आवेदन कुल राषि 33.02 करोड़  स्वीकृत हुआ जिसमें 283 आवेदन के तहत 24.10 करोड़ राषि वितरित की गयी। जिला पदाधिकारी को बताया गया कि एस0 आर0 टी0 ओ0 (आॅटो लोन) के तहत 192 आवेदन बैंको को प्राप्त हुआ जिसमें 191 आवेदन कुल राषि 5.02 करोड़ स्वीकृत एवं वितरित की गयी।
    
 मुद्रा ऋण योजना के तहत 3264 आवेदन कुल राषि 57.64 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 32652 आवेदन कुल राषि 56.53 करोड़ वितरित की गई। एन0यु0एल0एम0 के तहत वार्षिक लक्ष्य 237 के विरूद्ध 118 आवेदन स्वीकृत एवं वितरित की गयी। जे0एल0 जी0 के तहत वार्षिक लक्ष्य 4717 के विरूद्ध वत्र्तमान वित्तीय वर्ष के तृतीय तिमाही के समाप्ति तक 7855 आवेदन स्वीकृत एवं वितरित की गयी। जिला पदाधिकारी द्वारा को बताया गया कि बैंको के कुल सक्रिय खातों का 71.19 प्रतिषत आधार लिंक कर दिया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी बैंक के पदाधिकारियों को आधार सिडिंग कार्य को तीव्र गति से करने का निदेष दिया गया। मुर्गी पालन के तहत प्राप्त 21 आवेदनो में से 17 आवेदन कुल राषि 0.66 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 17 आवेदन कुल राषि 0.61 करोड़ वितरित की गई है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि कृषि ़क्षेत्र को प्राथमिकता के आधार पर विषेषकर के0सी0सी0, डेयरी आदि के लिए अधिक-से-अधिक लाभुकों को ऋण मुहैया कराने का निदेष दिया। जिन बैंको का उपलब्धि कम है, उनके उच्चधिकारियों को सूचित किया जाय। बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत आवेदनों का त्वरित निष्पादन किया जाय। उन्होंने साख-जमा अनुपात को बढ़ाने का अहृान किया, जो जिले के विकास को परिलक्षित करता है। समाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंषन दी जाती है, कई मामलों में लाभुकों को पेंषन की राषि 2014 से लंम्बित है, जिसका कारण लाभुआंे का खाता बैंको में निष्क्रिय या बंद होना है। जिला पदाधिकारी ने वैसे  खातो को अविलंब चालू करने का निदेष दिया। माननीय राजनगर विधायक श्री रामप्रीत पासवान ने गरीबों को ऋण देने में बैंको द्वारा आना-कानी न करने एवं बेहतर सेवा देने की अपील की गयी। साथ ही उन्होेंने उन क्षेत्रों में जहां बैंकिग सुविधा की जरूरत है, वहाॅ बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने का सलाह दिया। श्री ब्रीजेष कुमार,एल0डी0ओ0, भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंको के साख-जमा अनुपात बढ़ाने एवम जिला योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य को षत-प्रतिषत पूरा करने का निर्देष दिया।

इस साल एप्पल लॉन्च कर सकता है 3 नए आईफोन

$
0
0
apple-mey-launch-3-new-iphone
सैन फ्रांसिस्को, 15 फरवरी, एप्पल इस साल कथित तौर पर तीन नए आईफोन लॉन्च करने के लिए तैयार है और तीनों एक दूसरे की तुलना में अधिक लोकप्रिय होंगे। ताइवान व्यापार समूह केजीआई सिक्योरिटीज से जुड़े एक शीर्ष विश्लेषक ने इस बात की जानकारी दी। केजीआई सिक्योरिटीज से जुड़े सबसे मशहूर विश्लेषक मिंग-चुई कुओ के मुताबिक जब हम बात एप्पल की करते हैं तो सुपरटीनो मुख्यालय दिग्गज का यह मकसद है कि इस साल लॉन्च होने वाले 6.1 इंच के आईफोन की 10 करोड़ इकाईयां बेची जाए। 9टू5मैक की बुधवार रात की खबर के मुताबिक, "6.1 इंच का एलसीडी आईफोन जाहिर तौर पर समान फुल-स्क्रीन डिजाइन के साथ आईफोन एक्स की तरह दिखता है, लेकिन यह किफायती कीमत पर ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। विश्लेषक को संभावना है कि इस नए आईफोन की कीमत आईफोन8 और आईफोन 8 प्लस की जगह लेगी। इसकी कीमत 699 डॉलर रहने की संभावना है।"सभी तीन उपकरणों में फेस आईडी की सुविधा होने की संभावना है और आईफोन एक्स के गैस्ट्रल नेविगेशन को ध्यान में रखते हुए होम बटन को हटा दिया गया है। पिछले केजीआई रिपोर्ट के मुताबिक, 6.1 इंच के आईफोन डिवाइस में न तो डुअल कैमरा है और न ही 3डी टच।

मलाला के लिए 'पैडमैन'की स्पेशल स्क्रीनिंग

$
0
0
padman-screening-for-malala
मुंबई, 15 फरवरी, मलाला युसुफजई ने आर. बाल्की द्वारा निर्देशित फिल्म 'पैडमैन'के प्रति अपना समर्थन जताया है। वहीं, निर्माता ने बताया कि नोबल शांति पुरस्कार विजेता के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग की योजना है। बाल्की ने कहा, "मलाला द्वारा हमारी फिल्म को समर्थन देने के बारे मैं क्या कह सकता हूं? हम धन्य और सम्मानित हैं। उनके जैसी शख्सियतों की आवाजें ही 'पैडमैन'में दिए हमारे संदेश को आगे ले जाएंगी। माहवारी के विषय को अब और पर्दे के पीछे नहीं रखा जाना चाहिए। और हमें इस संदेश को आगे बढ़ाने के लिए मलाला जैसी मजबूत आवाजों की जरूरत है।"उन्होंने मलाला को 'पैडमैन'दिखाने की योजना का खुलासा करते हुए कहा, "हम निश्चित रूप से जल्द से जल्द उन्हें फिल्म दिखा रहे हैं।"उन्होंने कहा, "पहली बात यह कहानी असल जीवन के किरदार अरुणाचलम मुरुगनांथनम की कहानी है, जिन्हें शुरुआत में चुनौतियों का सामना करना पड़ा।"उन्होंने कहा, "मुझे असल जिंदगी के लोगों के बारे में फिल्म बनाना पसंद नहीं है, क्योंकि इससे फिल्मकार पर असल शख्स की जिंदगी को पर्दे पर हूबहू उतारने का दबाव होता है।"लेकिन कुछ चीजों ने बाल्की का मन बदल दिया। उन्होंने कहा, "लेकिन इस बार मैने यह फिल्म बनाने का निर्णय लिया। मैंने 'पैडमैन'बनाने का फैसला किया क्योंकि उस व्यक्ति की कहानी ने मुझे सचमुच प्रेरित किया जिसके मन में सस्ते सैनिटरी पैड बनाने का खयाल आया। जब ट्विंकल खन्ना मेरे विचार के साथ जुड़ीं तो मैं तुरंत तैयार हो गया।"

खाद्य पदार्थ, तेल के दाम में नरमी से थोक महंगाई घटी

$
0
0
inflation-down
नई दिल्ली, 15 फरवरी, देश में खाद्य पदार्थो व तेल के दाम में नरमी रहने से बीते पिछले महीने थोक महंगाई दर में थोड़ी राहत मिली। सरकार की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में भारत की वार्षिक थोक महंगाई दर 2.84 फीसदी रही। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2017 में थोक महंगाई दर 3.58 फीसदी थी, जबकि पिछले साल जनवरी 4.26 फीसदी दर्ज की गई थी। क्रमिक आधार पर, डब्ल्यूपीआई में 22.62 फीसदी योगदान करने वाली प्राथमिक वस्तुओं पर खर्च में कमी आई है और इसकी वृद्धि दर जनवरी में 2.37 फीसदी रही है, जबकि दिसंबर में 3.86 फीसदी थी। इसी प्रकार, खाद्य पदार्थो की कीमतों में गिरावट आई है। डब्ल्यूपीआई सूचकांक में इस श्रेणी की वस्तुओं का भार 15.26 फीसदी होता है और इसमें वृद्धि दिसंबर 2017 की वृद्धि दर 4.72 फीसदी की तुलना में जनवरी 2018 में तीन फीसदी दर्ज की गई। इसके अलावा, तेल और ऊर्जा की श्रेणी का भार डब्ल्यूपीआई में 13.15 फीसदी होता है और इस मद के खर्च में दिसंबर 2017 की 9.16 फीसदी की बढ़ोतरी की तुलना में जनवरी में महज 4.08 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि विनिर्माण उत्पादों के मदों में खर्च में इजाफा हुआ है। जनवरी में इन उत्पादों पर खर्च में 2.78 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि पिछले महीने यह दर सिर्फ 2.61 फीसदी थी।

किरदारों की लंबाई को लेकर कोई समस्या नहीं : नताशा सूरी

$
0
0
natasha-on-role-length
मुंबई, 15 फरवरी, पूर्व ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री नताशा सूरी ने कहा कि उन्हें जिन भूमिकाओं का प्रस्ताव मिलता है, उनकी लंबाई को लेकर उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होती। नताशा ने 2016 में मलयालम फिल्म 'किंग लायर'से अभिनय क्षेत्र में कदम रखा था, अब वह जल्द ही कॉमेडी फिल्म 'बा बा ब्लैक शीप'में नजर आएंगी। विश्वास पांड्या निर्देशित 'बा बा ब्लैक शीप'में अनुपम खेर, अन्नू कपूर और के के मेनन भी शामिल हैं। नताशा ने एक बयान में कहा, "गुणवत्तापूर्ण काम करने की इच्छा रखने वाले एक कलाकार के रूप में मुझे किरदारों की लंबाई को लेकर कोई समस्या नहीं है। मुझे केवल अपने किरदार के दमदार होने की फिक्र होती है। मेरे लिए स्क्रीन पर ग्लैमरस दिखना आसान है लेकिन मैं बेहद सहजता से बिना मेकअप और साधारण साड़ी पहने हुए एक महिला के किरदार में भी नजर आ सकती हूं, जिसे देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे।"

पेरिस समझौते के बावजूद पर्यावरण पर खतरा ज्यादा

$
0
0
environment-in-trouble
वाशिंगटन, 15 फरवरी, पेरिस समझौते में इस दशक में वैश्विक तापमान वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से कम रखने का लक्ष्य पाने के बावजूद वर्तमान की तुलना में आगे पर्यावरणीय घटनाएं होने की संभावना और ज्यादा है। हाल ही में हुए एक शोध में यह दावा किया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पेरिस समझौते में सभी देशों ने वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर रखने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को लगभग पा लिया है। स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में मौसम वैज्ञानिक और शोध रिपोर्ट के प्रमुख लेखक नोह डिफेनबॉफ ने कहा, "लक्ष्य हासिल करने के बावजूद हम ऐसी जलवायु में पहुंच जाएंगे, जिसमें पर्यावरणीय घटनाएं वर्तमान से भी ज्यादा अनोखी घटनाएं घटने की प्रबल संभावनाएं हैं।"पत्रिका 'साइंस एडवांसेज'में प्रकाशित शोध रिपोर्ट के अनुसार, पेरिस समझौते का लक्ष्य हासिल करने पर धरती का क्षेत्रफल कम होने का अनुमान है, जिससे पर्यावरणीय घटनाओं की संभावना तीन गुना तक बढ़ सकती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि सभी देश अगर वैश्विक तापमान वृद्धि को 2-3 डिग्री सेल्सियस रखने का लक्ष्य रखते तो इससे यूरोप में रातें रिकार्ड 50 फीसदी और पूर्वी एशिया में 25 फीसदी गर्म होने की संभावना बढ़ जाती।

फ्लोरिडा में स्कूल में गोलीबारी में 17 मरे, पूर्व छात्र गिरफ्तार

$
0
0
firing-in-florida-school-17-dead
वाशिंगटन, 15 फरवरी, अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में एक 19 वर्षीय पूर्व छात्र द्वारा स्कूल परिसर में की गई गोलीबारी में 17 शिक्षकों व छात्रों की मौत हो गई। हथियारबंद युवक को घटना के एक घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया। यह भयावह घटना बुधवार को पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमेन डगलस हाईस्कूल में हुई जिसे पिछले वर्ष फ्लोरिडा का सबसे सुरक्षित शहर चुना गया था। 'द न्यूयॉर्क टाइम्स'के अनुसार, एआर-15 अर्ध-स्वचालित राइफल से लैस सशस्त्र हमलावर की पहचान स्कूल के ही 19 वर्षीय निष्कासित छात्र निकोलस क्रूज के रूप में हुई है जिसे अनुशासनात्मक कारणों से स्कूल से निकाल दिया गया था। युवक ने स्कूल की छुट्टी होने के समय अपरान्ह लगभग 2.40 बजे स्कूल के बाहर गोलीबारी शुरू की। फिर वह अंदर घुस गया और छुपने की कोशिश कर रहे भयभीत छात्रों और शिक्षकों पर गोलीबारी की। कक्षाओं में छिपे बच्चों ने अपने फोन के माध्यम से घटना के भयावह दृश्य सोशल मीडिया पर शेयर किए। ब्रोवार्ड काउंटी शेरिफ स्कॉट इजरायल ने बताया कि क्रूज ने 12 लोगों की स्कूल की इमारत के अंदर और तीन को इमारत के बाहर जान से मारा। इसके अलावा दो घायलों की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। छात्रों ने इस भयावह घटना को याद करते हुए बताया कि गोलीबारी शुरू होने के दौरान उनकी अंग्रेजी की कक्षा चल रही थी। 17 साल के एक छात्र रयान कडेल ने कहा, "हमारी एक फायर ड्रिल थी। इसलिए हमें नहीं पता था कि क्या चल रहा है। हम बाहर गए और हमने देखा एक सुरक्षाकर्मी गोल्फ कार्ट से हमारे पास तेजी से आ रहा है और चिल्लाते हुए हमें भागने के लिए कह रहा है।"

'द टाइम्स'के अनुसार, एफबीआई से बात करने के बाद फ्लोरिडा के सीनेटर बिल नेल्सन ने कहा कि बंदूकधारी पूरी तरह से तैयारी कर आया था। उन्होंने कहा, "हमलावर ने गैस मास्क पहना था। उसने धुआं किया और फायर अलॉर्म बजाया ताकि बच्चे कक्षा से बाहर आ सकें।"शेरिफ स्कॉट ने कहा कि उन्हें इस घटना के पीछे का कारण नहीं पता है। इस घटना में एक फुटबॉल प्रशिक्षक की मौत हुई है। 17 मृतकों में से 12 की बुधवार रात तक पहचान हो गई है। क्रूज का ब्रोवार्ड काउंटी स्कूल के किसी और स्कूल में दाखिला करवा दिया गया था। शेरिफ ने कहा कि अधिकारियों को क्रूज के सोशल मीडिया खातों पर हैरान करने वाली सामग्री मिली है। उसके इंस्टाग्राम खाते पर भी कई बंदूकों की तस्वीरें मिली हैं। तस्वीरों में छह राइफल और हैंडगन बिस्तर पर पड़ी नजर आ रही हैं। इसके अलावा एक तस्वीर में खून से लथपथ एक मेंढक भी नजर आ रहा है। 'द वाशिंगटन पोस्ट'के अनुसार, क्रूज के गणित के शिक्षक जिम गार्ड जो 2016 में इसी स्कूल में पढ़ाते थे, उन्होंने बताया कि वह काफी चुपचाप रहने वाला छात्र था। गोलीबारी की बाद उन्हें कई छात्रों से पता चला कि उस पर एक लड़की को लेकर जुनून सवार था जिसका वह पीछा भी करता था।

यह गोलीबारी की घटना आधुनिक अमेरिका के इतिहास की 10 सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं में से एक है जिसने विभिन्न अमेरिकी नेताओं के बीच घटना पर दुख जताते हुए एक बार फिर बंदूक नियंत्रण पर बहस छेड़ दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, "फ्लोरिडा में गोलीबारी की भयावह घटना के पीड़ितों व उनके परिवारों के लिए मेरी संवेदनाएं हैं। किसी भी अमेरिकी स्कूल में कभी किसी बच्चे, शिक्षक या किसी और को असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए।"

विश्व टी-20 के सेमीफाइनल में पहुंचना मेरा लक्ष्य : झूलन गोस्वामी

$
0
0
goal-to-reach-t20-semifinal-jhulan-goswami
कोलकाता, 15 फरवरी, एड़ी की चोट के कारण स्वदेश लौंटी भारत की दिग्गज महिला गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने गुरुवार को कहा कि विश्व टी-20 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचना उनका मुख्य लक्ष्य है। झूलन इस चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी टी-20 सीरीज से बाहर हो गई हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने के बाद आईएएनएस को दिए एक बयान में झूलन ने कहा, "हर टीम का सपना विश्व कप जीतना है। हम भी इसे हासिल करना चाहते हैं। हमें पहले शीर्ष चार टीमों में जगह बनानी होगी और इसके बाद ही हम आगे बढ़ सकते हैं।"झूलन ने हाल ही में वनडे क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाली पहली महिला खिलाड़ी की उपलब्धि हासिल की है। बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के संयुक्त सचिव अभिषेक डालमिया ने हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया था। भारत की 35 वर्षीया दिग्गज गेंदबाज झूलन ने कहा, "हम यहां से अधिकतर रूप से टी-20 मैच खेल रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका में जारी टी-20 सीरीज में चार युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है। हमारी अब पूरी ऊर्जा टी-20 विश्व कप की तैयारियों में जाएगी, क्योंकि हम सच में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।"महिला टी-20 विश्व कप टूर्नामेंट का आयोजन नौ से 24 नवम्बर के दौरान एंटिगा एवं बारबूडा, गयाना और सैंट लूसिया में होगा। पहली बार महिला टी-20 विश्व कप का आयोजन अलग से हो रहा है। पिछले छह संस्करणों का आयोजन पुरुषों के टी-20 विश्व कप के साथ होता आया है। भारतीय महिला टीम ने पिछले साल 50 ओवर वाले विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। झूलन ने कहा, "हम पिछले साल फाइनल में मिली हार का बदला पूरा करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। यह एक अलग प्रारूप का टूर्नामेंट है। यह हमारे लिए एक नई शुरुआत होता। हम हर संभव रूप से तैयार होना चाहते हैं।"अपनी चोट के बारे में झूलन ने कहा कि वह इससे उबरने के लिए बेंगलुरु में स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) जाएंगी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अगला अभियान आस्ट्रेलिया के खिलाफ है। 12 मार्च से टीम आईसीसी महिला चैम्पियनशिप का पहला मैच इसी टीम के खिलाफ खेलेगी। इसके बाद मार्च में भारतीय टीम आस्ट्रेलिया ओर इंग्लैंड के बीच टी-20 सीरीज की मेजबानी करेगी। इसके बाद वह अपने घरेलू मैदान पर ही इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलेगी। 
Viewing all 74342 articles
Browse latest View live


Latest Images