Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74342 articles
Browse latest View live

बिहार : चूहे पालन करने वाले धंधे को महादलितों के कंधे पर नहीं थोपने का आग्रह

$
0
0
mouse eater cm
गया। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चूहों के मांस खाते हैं। पहले से ही खाते आ रहे हैं। वर्तमान में खा रहे हैं और भविष्य में भी खाते रहेंगे। कई मर्तबा मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने पुराने दोस्त उमेश मांझी के संग चूहों के दावत उड़ा चुके हैं। परिस्थिति बदलने के बावजूद दोनों दोस्त चूहों के मांस खाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। 

सोशल मीडिया फेसबुक के इनबाॅक्स मंे चैटिंग दौरान खुलासा हुआ। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुराने दोस्त  उमेश मांझी से यह पूछा गया कि सूबे के सीएम चूहा खाएंगे ? पर आपका क्या कहना है? इस पर उमेश मांझी का कहना है कि मैं भी। तब स्पष्ट करने के लिए सवाल पूछा गया कि आप भी खाएंगे? तो उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि ‘हां’। जो इस इनबाॅक्स में देखने से साफ तौर से पता चल पा रहा है। 

पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में योजना विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश ने महादलित मुसहर समुदाय के सामाजिक-आर्थिक स्तर उठाने के लिए जोरशोर से प्रयास कर रहे थे। खुद से गहन अध्ययन किए नयापन व्यवसाय से उनको लाभ उठाने के गुर सीखाना चाह रहे थे। अपने किए गए खोजबीन में चूहा पालन और विषैला सर्प के विष निकालकर व्यापार करने पर बल देते। जब किसी सम्मेलन में महादलित मुसहर समुदाय की बहुतायत उपस्थिति में मुख्य अतिथि तौर पर बुलाया आने पर खुद को आईएएस विजय प्रकाश रोक नहीं पाते। एक मर्तबा एकता परिषद के सम्मेलन में शिरकत करने आए थे। चूहों की महिमा और मुसहर समुदाय के यशोगान कर रहे थे। ये लोग बिना मंत्र जाने ही बिल में हाथ डाल लेते हैं। चूहा पालते भी हैं और खाते भी हैं। बस जरूरत है कि कुछ जमीन पर पिंजरा बनाया जाए। ताकि उनको सुरक्षित रखा जा सके। इस पर महादलित मुसहर समुदाय के लोग कहने लगे कि साहब जमीन के अभाव में सूअर के बखोरनुमा झोपड़ी में रहते हैं। खुद के रहने का ठौर नहीं है। उस हालात में चूहों को कैसे पाल सकेंगे? महादलितों ने 10 डिसमिल जमीन देने की मांग करने लगे। जिस भूमि पर रहते हैं। उस भूमि पर मालिकाना हक देने के लिए वासगीत पर्चा निर्गत करें।

इतन सुनना था कि चूहों के मांस के बारे में बखान करने लगे। नौबतपुर में रहने वाले विकास मित्र की पत्नी ने मशालेदार चूहा के मांस बनायी थीं। उसको मैं (विजय प्रकाश ) और मेरी पत्नी मृदुला प्रकाश जी ने डकार मारमार खाएं। इसके बाद फिर महादलितों ने कहा कि साहब मुसहर समुदाय में शिक्षित और अशिक्षित नौजवान हैं। उनके भविष्य के बारे में सोचा जाए। इसके बाद मुद्दा बदलकर सरकारी योजनाओं के बारे में जिक्र करने लगे। खासकर दशरथ मांझी कौशल विकास योजना के बारे में विस्तार से बताया। महादलित विकास मिशन के द्वारा 19 सूत्री कार्यक्रम के ऊपर कार्य किया जाता है। 

इसके कुछ दिनों के बाद राजधानी में महादलित समुदाय के लोगों ने रैली निकालकर चूहे पालन करने वाले धंधे को महादलितों के कंधे पर नहीं थोपने का आग्रह किया गया। इसके बाद सरकार के द्वारा भी पहलकदमी बंद कर दी गयी। एक बार फिर चूहा खाने का मुद्दा जोर पकड़ने लगा है। खुद मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चूहा खाने से गुरैज नहीं करते हैं। उनके बाद मुख्यमंत्री के पुराने मित्र उमेश मांझी भी चूहा खाने की बात करने लगे हैं। इन दोनों दोस्तों के गठबंधन से सूबे के योजना विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश को चूहा पालन और व्यापार करने पर बहसबाजी करने पर बल मिल गया है। यहां साफ तौर पर कहना है कि आपकी मर्जी है। जो कुछ भी खाओं और खिलाओं। मगर उस समुदाय को आगे बढ़ने और बढ़ाने के मार्ग को और मजबूती प्रदान करके पूरा करो। 



आलोक कुमार 
बिहार 

पूर्वोत्तर में 12 साल में 26 पत्रकारों की हत्या

$
0
0

26journo-killed-in-12-years-in-north-east
देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र पत्रकारों के लिए काम करने के लिहाज से सबसे खतरनाक जगह बन गया है। भारतीय प्रेस परिषद के एक सदस्य के अनुसार पिछले 12 वर्षो में यहां 26 पत्रकारों की जान गई है। प्रेस परिषद उपसमिति के सदस्य अमरनाथ कंसुरी ने पत्रकारों को बताया कि नए बन रहे कानून के अनुसार, काम के दौरान मारे गए पत्रकारों के परिवार के लिए मुआवजे के अलावा नौकरी का भी प्रावधान होगा। यह उपसमिति भारत में पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए प्रस्तावित एक विशेष कानून के निर्माण पर काम कर रही है।

कंसुरी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया, "पिछले तीन साल में त्रिपुरा में चार और मणिपुर में तीन पत्रकारों की हत्या हुई है। कुल मिलाकर इस क्षेत्र में 12 सालों में 26 पत्रकारों की जान गई है। वहीं असम में 12 जबकि जम्मू-कश्मीर में 25 पत्रकार मारे गए।"उन्होंने आगे कहा, "सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन सब मामलों में अब तक किसी को भी आरोपी नहीं बनाया गया है।"

प्रस्तावित कानून के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसका मुख्य मकसद जल्द से जल्द पत्रकारों को न्याय दिलाना होगा। कंसुरी ने कहा, "पत्रकारों पर हमले से जुड़ा केस फास्ट ट्रैक अदालतों में जाना चाहिए। मुंबई में एक महिला पत्रकार से हुए दुष्कर्म के मामले में शीघ्र न्याय संभव हो पाया, क्योंकि उसे फास्ट ट्रैक अदालत में भेजा गया था। वहीं मिड-डे के पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या के मामले में ऐसा नहीं हो पाया है।"

उन्होंने कहा, "हम प्रस्तावित कानून में कम से कम 10 लाख रुपये के मुआवजे और सरकारी नौकरी की सिफारिश करने जा रहे हैं।"

बिहार : मांझी मंत्रिमंडल में 14 नए मंत्री शामिल

$
0
0

manjhi-ministry
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 12 दिनों पुरानी अपनी सरकार के मंत्रिमंडल का सोमवार को विस्तार किया। राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल डी.वाई. पाटील ने 14 नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ बिहार में मांझी मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या 31 हो गई है। मांझी मंत्रिमंडल का यह पहला विस्तार है। मंत्री पद के शपथ लेने वालों में राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, बैजनाथ सहनी, बीमा भारती, विनोद प्रसाद यादव, रंजू गीता, मनोज कुमार सिंह, नौशाद आलम, महाचंद्र प्रसाद सिंह, श्रवण कुमार, जय कुमार सिंह और रामधनी सिंह शामिल हैं।

इनके अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से जनता दल (युनाइटेड) में शामिल हुए सम्राट चौधरी, जावेद इकबाल अंसारी और राम लखन राम 'रमण'को भी मंत्री बनाया गया है।  मंत्रियों के नामों को लेकर देर रात तक जनता दल (युनाइटेड) के वरिष्ठ नेताआंे के बीच विचार-विमर्श होता रहा।  लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर 17 मई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद नीतीश को विधायक दल के नेता चुनने के लिए अधिकृत किया गया। नीतीश ने ही मुख्यमंत्री पद के लिए जीतन राम मांझी का नाम तय किया था। 

मांझी सहित उनके नेतृत्व वाली 18 सदस्यीय नई सरकार ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। मांझी की नेतृत्व वाली सरकार ने विधानसभा में 23 मई को राजद और कांग्रेस के सहयोग से विश्वास मत हासिल किया था। जद (यू) सूत्रों के अनुसार, अगले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मंत्रिमंडल में पार्टी नेताओं को स्थान दिया गया है। 

पिछले वर्ष 16 जून को भाजपा से जद (यू) के अलग हो जाने के बाद नीतीश मंत्रिमंडल से भाजपा के 11 मंत्री बाहर हो गए थे। इसके बाद से ही भाजपा ने जद (यू) ने पार्टी में बिखराव के डर से मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं करने का आरोप लगाती रही है। नीतीश के उत्तराधिकारी मांझी ने अपने मंत्रियों की नई टीम में भी कोई फेरबदल नहीं किया था। पहले चरण में शपथ लेने वाले सभी मंत्रियों के विभाग भी पूर्ववत रहने दिए थे। 

मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में कांग्रेस के नेता नियुक्त

$
0
0

mallikarjun kharge
कांग्रेस ने सोमवार को पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त कर दिया। इसके साथ ही सदन में उनके विपक्ष का नेता नियुक्त होने का रास्ता साफ हो गया। पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने आईएएनएस को बताया कि खड़गे को लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल का नेता नियुक्त किया गया है। 

द्विवेदी ने कहा कि इस बात का निर्णय लोकसभा अध्यक्ष पर निर्भर करेगा कि खड़गे को विपक्ष के नेता का दर्जा दिया जाएगा या नहीं, क्योंकि इसके लिए दावा करने हेतु मुख्य विपक्षी पार्टी के पास जरूरी सदस्य संख्या नहीं है। 

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत हासिल की है। मुख्य विपक्षी पार्टी के पास नेता प्रतिपक्ष के दर्जे के लिए सदन में कुल सदस्य संख्या 545 का 10 प्रतिशत यानी कम से कम 55 सांसद होना अनिवार्य है। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष अपने विशेषाधिकार के आधार पर यह दर्जा दे सकते हैं।

बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के साथ जद (यू) में घमासान

$
0
0

manjhi nitish
बिहार में जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही जनता दल (युनाइटेड) में घमासान मच गया। जद (यू) के अंदर विरोध के स्वर मुखर हो गए। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जद (यू) के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने प्रवक्ता पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी में वैसे विश्वासघाती लोगों को सम्मानित किया गया है जिसने नीतीश कुमार को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ा। उन्होंने टेलीफोन पर अपना विरोध जताते हुए कहा, "पार्टी कठिन परिस्थिति के दौर से गुजर रही है। ऐसे में विश्वासघाती को सम्मान और अपनों को दुत्कारा जा रहा है।"नीरज अभी बिहार से बाहर हैं।

इधर, पार्टी के विधायक ज्ञानेंद्र ज्ञानू ने भी मंत्रिमंडल में दलबदलुओं को तरजीह देने से नाराज हो गए हैं। उन्होंने इशारों ही इशारों में राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है जिसने पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को हराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। 

उन्होंने कहा, "मंत्रिमंडल में ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया है जो शपथ ग्रहण समारोह में शपथपत्र भी ठीक से नहीं पढ़ पाए। यह शायद देश में पहला मामला है जब बिना शपथपत्र पढ़े ही मंत्री मान लिया गया।"ज्ञात हो कि मंत्री बनी बीमा भारती शपथपत्र ठीक से नहीं पढ़ पाईं।

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अलग होने के बाद से ही मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो रहा था। माना जा रहा था कि पार्टी में विद्रोह के कारण ही मंत्रिमंडल विस्तार नहीं किया जा रहा था। बहरहाल, कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार पर विरोध के स्वर और मुखर हो सकते हैं। 

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री मुंडे का निधन, प्रधानमंत्री ने जताया शोक

$
0
0

rural-development-minister-gopinath-munde-passes-away-after-a-road-accident-in-delhi
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे का मंगलवार सुबह एक कार दुर्घटना में निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पुलिस के अनुसार, महाराष्ट्र की राजनीति के कद्दावर नेता मुंडे (64) मंगलवार सुबह अपनी मारुति सुजुकी एसएक्स4 कार से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर जा रहे थे, जब उनकी कार को दक्षिणी दिल्ली में अरबिंदो मार्ग पर टाटा इंडिका ने सुबह करीब 6.20 बजे टक्कर मार दी। पुलिस ने बताया कि मुंडे कार में पिछली सीट पर बैठे थे। इंडिका की टक्कर से उनकी कार को जो चोट आई, उससे मुंडे सीधे तौर पर प्रभावित हुए। अचानक हुए इस हादसे से वह हतप्रभ रह गए। उन्होंने एम्स ट्रॉमा सेंटर जाने के क्रम में पानी भी पीया।

प्रधानमंत्री मोदी ने मुंडे के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें एक 'सच्चा जननेता'करार दिया। मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, "एक प्रगतिशील नेता को मेरी ओर से श्रद्धांजलि, जिनके असमय निधन से हुई रिक्ति की भरपाई मुश्किल है।"मोदी ने एक अन्य ट्विट में लिखा, "गोपीनाथ मुंडे सच्चे जननेता थे। समाज के पिछड़े तबके से ताल्लुक रखने वाले मुंडे ने नई ऊंचाइयों को छुआ और लोगों की अथक सेवा की।"मोदी ने लिखा, "अपने मित्र एवं सहकर्मी गोपीनाथ मुंडे जी के निधन पर आहत एवं स्तब्ध हूं। उनका जाना सरकार तथा राष्ट्र दोनों के लिए बड़ी क्षति है।"

उधर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों ने बताया कि उन्हें जब अस्पताल लाया गया था, उस वक्त उनके हृदय की गति रुकी हुई थी और सांसें भी नहीं चल रही थी। मुंडे को दुर्घटना के बाद यहीं लाया गया था। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी अमित गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया, "जब मुंडे को एम्स ट्रॉमा सेंटर लाया गया था तो उनकी सांसें नहीं चल रही थीं, रक्तचाप भी नहीं था, धड़कन भी बंद थी। इसलिए तुरंत सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटैशन) शुरू किया गया, जो अगले करीब 50 मिनट तक चला।"

उन्होंने बताया, "हृदय गति चलाने के लिए किए गए सभी प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और सुबह 7.20 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।"उन्होंने बताया कि मुंडे को कोई बाहरी गंभीर चोट नहीं आई थी। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि दुर्घटना के बाद उनकी हृदय गति रुक गई थी।"गुप्ता ने बताया कि मुंडे के निजी सहायक और कार चालक दुर्घटना के करीब 10 मिनट बाद सुबह 6.30 बजे उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि मुंडे के शव को अंतिम संस्कार के लिए मराठवाड़ा के बीड जिले में उनके पैतृक गांव पर्ली ले जाया जाएगा, जहां बुधवार को उनका अंतिम संस्कार होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि मुंडे के निधन के वास्तविक कारण का पता पोस्टमार्टम से ही चल पाएगा। उन्हें जब अस्पताल लाया गया तो उनके हृदय की गति रुकी हुई थी।

पुलिस ने इंडिका कार के चालक गुरविंदर को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी चिकित्सकीय जांच कराई गई है। इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रवक्ता राम माधव ने मुंडे के निधन को भाजपा के लिए 'बड़ी क्षति'करार दिया है। माधव ने ट्विटर पर लिखा, "गोपीनाथ जी का जाना दुखद एवं स्तब्धकारी है। वह महाराष्ट्र के कद्दावर नेता थे। भाजपा, महाराष्ट्र तथा राष्ट्रीय राजनीति को उनके निधन से बड़ा नुकसान हुआ है।"उन्होंने लिखा, "महाराष्ट्र में पार्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गोपीनाथ जी को श्रद्धांजलि। उन्होंने छात्र राजनीति से शुरुआत की और राष्ट्रीय नेता बने।"

मुंडे के निधन पर प्रधानमंत्री राष्ट्रपति सहित विभिन्न नेताओं ने जताया शोक

$
0
0

gopi nath munde passes away
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मुंडे के निधन से महाराष्ट्र और देश की जनता की भारी क्षति हुई है। मुखर्जी ने अपने शोक संदेश में कहा, "उनका (मुंडे) जाना महाराष्ट्र और देश की जनता की भारी क्षति है।" मुखर्जी ने कहा, "उनके निधन से हमने एक वरिष्ठ नेता खो दिया है, जिसने हमेशा आम आदमी के लिए काम किया।"

प्रधानमंत्री मोदी ने मुंडे के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें एक 'सच्चा जननेता'करार दिया। मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, "एक प्रगतिशील नेता को मेरी ओर से श्रद्धांजलि, जिनके असमय निधन से हुई रिक्ति की भरपाई मुश्किल है।"मोदी ने एक अन्य ट्विट में लिखा, "गोपीनाथ मुंडे सच्चे जननेता थे। समाज के पिछड़े तबके से ताल्लुक रखने वाले मुंडे ने नई ऊंचाइयों को छुआ और लोगों की अथक सेवा की।"मोदी ने लिखा, "अपने मित्र एवं सहकर्मी गोपीनाथ मुंडे जी के निधन पर आहत एवं स्तब्ध हूं। उनका जाना सरकार तथा राष्ट्र दोनों के लिए बड़ी क्षति है।"

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहाने शोक जताया है। कुशवाहा ने मुंडे के निधन पर शोक जताते कहा, "उनके निधन से देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। वह न केवल भाजपा बल्कि देश के कद्दावर नेता और कुशल प्रशासक थे। उनकी जगह को भर पाना असंभव है।" उन्होंने बताया कि मुंडे के साथ एक ही मंत्रालय में उन्हें कुछ दिन काम करने का मौका मिला, जिससे उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। उधर, लालू प्रसाद यादव ने मुंडे के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अच्छा मित्र खो दिया है, जो हमेशा गरीबों और पिछड़ों के लिए सोचता था। 

आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालने मंगलवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया। केजरीवाल ने इक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक ट्वीट में लिखा, "गोपीनाथ मुंडे के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। शोकसंतप्त परिवार के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।"मुंडे मंगलवार सुबह अपनी रुति सुजूकी एसएक्स4 कार से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए निकले थे। दक्षिण दिल्ली में उनकी कार को एक अन्य कार ने टक्कर मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई।

केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडीने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक जताया। मुंडे की मंगलवार सुबह दिल्ली में कार दुर्घटना में मौत हो गई। चांडी ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुंडे की आकस्मिक मौत का उन्हें गहरा दुख है। मुंडे अपनी मारुति सुजुकी एसएक्स4 में सवार होकर इंदिरा गांधी  एयरपोर्ट जा रहे थे, जब एक अन्य कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। हादसा दक्षिणी दिल्ली में हुआ।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाणने मंगलवार को कहा कि मुंडे एक सशक्त और जमीन से जुड़े नेता थे। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्होंने निचले स्तर से संघर्ष किया। चव्हाण ने कहा, "वह बेहद नम्र इंसान थे और जनता के साथ हमेशा उन्होंने संपर्क बनाए रखा। कड़ी मेहनत से उन्होंने एक स्थानीय नेता होने से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर का नेता बनने तक का सफर तय किया।"

महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणने मंगलवार को कहा कि दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे एक चमत्कारिक नेता थे, जिनमें राज्य को नेतृत्व प्रदान करने और राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी निभाने की योग्यता थी। शंकरनारायण ने शोक संदेश में कहा, "संगठन के नेता मुंडे ने अपनी कड़ी मेहनत से लोगों में विशेषकर गरीब जनता एवं दलितों के बीच खुद को स्थापित किया था। एक साथ कई जिम्मेदारियां निभाने के बावजूद मुंडे हमेशा जमीनी स्तर पर जनता के संपर्क में रहे। वह वास्तव में एक लोकनायक थे।"

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि देश ने एक कुशल प्रशासक खो दिया है। मुंडे का मंगलवार की सुबह दिल्ली में एक सड़क हादसे के बाद निधन हो गया। चौहान ने कहा कि मुंडे एक अच्छे राजनेता और कुशल प्रशासक थे, उनका निधन देश की क्षति है। चौहान मुंडे के निधन से बेहद आहत हैं। उन्होंने ईश्वर से मुंडे की आत्मा को शांति और उनके परिवार को यह आघात सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंहने मंगलवार को गोपीनाथ मुंडे की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह जमीन से जुड़े नेता थे और गरीब जनता एवं किसानों के हितैषी के रूप में जाने जाते थे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने ट्विटर पर लिखा, "गोपीनाथ मुंडे के निधन के समाचार से गहरे सदमे में हूं। वह जमीन से जुड़े नेता थे और गरीब जनता एवं किसानों के हितैषी थे।"उन्होंने आगे लिखा, "मुंडे जी का निधन भाजपा के लिए एक अपूर्णीय क्षति है और उनके जाने से महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक जीवन में बड़ा खालीपन आ गया है।"

सरकारी अधिकारी से मारपीट के मामले में यशवंत सिन्हा गिरफ्तार

$
0
0
सरकारी अधिकारी के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के मामले में हजारीबाग कोर्ट ने मंगलवार को बीजेपी के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शहर में बिजली कटौती के खिलाफ यशवंत सिन्हा के अनिश्चितकालीन धरने के दौरान सोमवार को बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने विभाग के जीएम धनेश झा को रस्सी से बांधकर उन्हें आधे घंटे तक ऑफिस के बाहर बंधक बनाए रखा था।

बिजली ऑफिस में तालाबंदी, हंगामे और शोर-शराबे के बीच पुलिस ने किसी तरह जीएम को कार्यकर्ताओं से मुक्त कराया था। इस मामले में पुलिस यशवंत सिन्हा सहित 150 बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर थाने ले आई थी।

जीएम ने अपनी शिकायत में सरकारी काम में बाधा डालने, गाली-गलौज, गैर कानूनी रूप से बंधक बनाने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने की बात कही थी। धनेश झा ने कहा कि यशवंत सिन्हा ने उनके साथ आईं महिलाओं को निर्देश दिया था कि मुझे रस्सी से बांध दिया जाए। उन्होंने कहा कि गालियां देते हुए उनके साथ मारपीट की गई और कार्यकर्ताओं ने जाते-जाते उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी।

मुंडे के सम्मान में झुकाया जाएगा राष्ट्रध्वज

$
0
0

gopi nath munde passes away
केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के सम्मान में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, सभी राज्यों की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में मंगलवार को राष्ट्रध्वज झुकाया जाएगा। मुंडे की मंगलवार सुबह नई दिल्ली में एक सड़क हादसे में मौत हो गई। प्रेस इंफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने ट्विटर पर लिखा कि दिवंगत केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के अंतिम संस्कार के दिन भी शोक स्वरूप राष्ट्रध्वज झुकाया जाएगा। 

पीआईबी ने ट्विटर पर लिखा, "सरकार ने घोषणा की है कि गोपीनाथ मुंडे के सम्मान में आज (मंगलवार) दिल्ली, सभी राज्यों की राजधानी और केंद्रशासित प्रदेशों में राष्ट्रध्वज झुका दिया जाएगा।"एक और ट्वीट में लिखा गया, "गोपीनाथ मुंडे के सम्मान में उनके अंतिम संस्कार के दिन और अंतिम संस्कार वाली जगह पर राष्ट्रध्वज झुकाया जाएगा।"

ट्वीट में यह भी कहा गया कि मंत्रालय मुंडे का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थान ले जाने का प्रबंध कर रहा है। पीआईबी की ट्वीट के अनुसार, "गोपीनाथ मुंडे का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में कल (बुधवार) किया जाएगा।"

तरुण तेजपाल की अंतरिम जमानत 27 जून तक बढ़ी

$
0
0

tarun tejpal
सर्वोच्च न्यायालय ने तहलका पत्रिका के संस्थापक संपादक और अपनी कनिष्ठ सहकर्मी के यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी तरुण तेजपाल की अंतरिम जमानत 27 जून तक बढ़ा दी है, ताकि वह अपनी मां के निधन पर होने वाले संस्कारों में हिस्सा ले सकें। न्यायमूर्ति जे. एस. खेहर तथा न्यायमूर्ति सी. नागप्पन की पीठ तेजपाल की अंतरिम जमानत अवधि बढ़ाने पर गोवा सरकार की आपत्ति खारिज कर दी।

तेजपाल को पिछले साल सात-आठ नवंबर को तहलका की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अपनी कनिष्ठ सहकर्मी के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने अपनी जमानत छह सप्ताह के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया था, ताकि वह अपनी मां के निधन के बाद होने वाले संस्कारों में हिस्सा ले सकें।

सर्वोच्च न्यायालय ने 19 मई को तेजपाल को तीन सप्ताह की अंतरिम जमानत दी थी, ताकि वह अपनी मां के अंतिम संस्कारों में हिस्सा ले सकें।

श्रीलंका का 29 भारतीय मछुआरों की रिहाई का आदेश

$
0
0

fisherman release by lanka
श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने पिछले सप्ताह श्रीलंका की जल सीमा में घुसने की वजह से गिरफ्तार किए गए 29 भारतीय मुछआरों की रिहाई के आदेश दिए हैं। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट में दी गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पिछले सप्ताह नरेंद्र मोदी के भारत के नए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद गिरफ्तार की गई यह भारतीय मछुआरों की पहली टोली है।

श्रीलंकाई नौसेना ने शनिवार को भारतीय मछुआरों को देश के उत्तर में थलैमन्नार से गिरफ्तार किया था और उन्हें मत्स्य पालन विभाग को सौंप दिया था। श्रीलंका की नौसेना ने बताया कि गिरफ्तार भारतीय मछुआरे श्रीलंकाई के जल क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। गिरफ्तारी के बाद नौसेना ने भारतीय मछुआरों की छह नौका भी जब्त की। राजपक्षे ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले भी भारतीय मछुआरों की एक अन्य टोली की रिहाई के आदेश दिए थे।

संथाल परगना : आसन्न विस चुनाव पर सभी पार्टियों की नजरें

$
0
0
babu lal marandi jharkhand
लोक सभा चुनाव-2014 में पार्टी की करारी हार के बाद झारखण्ड विकास मोर्चा सुप्रिमों व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मराण्डी का यह बयान कि आसन्न विधानसभा चुनाव की ओर पार्टी का पूरा ध्यान केन्द्रित है, संताल परगना क्षेत्र की जनता के लिये  भटकाने वाली बात साबित हो रही। पिछले 5 वर्षों से लगातार संताल परगना का दौरा करने व तमाम 3 लोक सभाई क्षेत्रों सहित 18 विधानसभाई क्षेत्रों में लोकसभा स्तरीय, विधानसभास्तरीय, जिलास्तरीय व प्रखण्डस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन के लगातार आयोजनों के बाद भी संताल परगना की जनता ने उनकी पार्टी को तीसरे पायदान पर रखा। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का यह बयान कि चारों खाने चित्त पार्टी की इस करारी हार पर गंभीर मंथन किया जाऐगा, पार्टी कार्यकर्ताओं के लिये राहत भरा सबब हो सकता है, किन्तु आम-अवाम परिचित हो चुकी है नेताओं की चुनावी रणनीति, उनके दिशाहीन भाषणों-आश्वासनों की लम्बी फेहरिस्त से। भविष्य में होने वाले असर के अंजाम से। पार्टी के अन्दर से यह भी बात सामने आई कि देश में भाजपा के स्टार प्रचारक नरेन्द्र भाई मोदी की लहर का यह नतीजा रहा। 

संताल परगना क्षेत्र की तीनों लोकसभाई सीटों दुमका, गोड्डा व राजमहल में उनकी पार्टी के प्रत्याशी तीसरे-चैथे पायदान पर खड़े दिखे। गोड्डा व राजमहल की बात छोड़ भी दी जाय तो दुमका में भी उन्हें कोई तरजीह नहीं दी गई, जबकि पार्टी सुप्रिमों बाबू लाल मराण्डी चुनावी समर में खुद खड़े थे। दुमका में लड़ाई वैसे झामुमों-भाजपा के बीच ही थी। संताल परगना क्षेत्र से झामुमों प्रत्याशी की लोकप्रियता में कमी तो देखी गई किन्तु उन्हें नकारा नहीं गया, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने जब से पार्टी कमान खुद संभालना शुरु, उनकी अपनी रणनीति बड़े काम की रही जिसका परिणाम 16 मई को देखने को देखने को मिला।   दुमका संसदीय क्षेत्र की जनता ने नरेन्द्र मोदी की लहर के बाद भी 70 के दशक से झारखण्ड में आदिवासियों के हक-हकुक की लड़ाई करने वाले आदिवासी नेता शिबू सोरेन को ही अपना नेता चुना। झारखण्ड में डोमिसाईल व वर्ष 1932 के खतियान के सवाल पर दुमका की जनता ने श्री मराण्डी को समर्थन दिया अथवा नहंी यह मंथन का विषय हो सकता है किन्तु श्री मराण्डी ने इस क्षेत्र में अपनी बनी जमीन का जो हवाला सार्वजनिक किया था वह मिट्टीपलित हो गई।  

संताल परगना क्षेत्र की दुमका लोकसभा सीट से पार्टी झाविमों सुप्रिमों बाबूलाल मराण्डी जहाँ एक ओर खुद चुनावी अखाड़े में खड़े हुए थे, वहीं गोड्डा से पार्टी प्रधान महासचिव प्रदीप यादव व राजमहल संसदीय क्षेत्र से डाॅ0 अनिल मुर्मू को खड़ा किया गया था। उपरोक्त तीनों प्रत्याशी अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में मतों के हिसाब से तीसरे-चैथे पायदान पर रहे। जहाँ तक संताल परगना प्रमण्डल अन्तर्गत तमाम जिलोंः-दुमका, देवधर, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा व साहेबगंज की बात है तो उपरोक्त तमाम जिलों में विधानसभा सीटों की कुल संख्या 18 हैं। दुमका संसदीय सीट के अन्तर्गत कुल छः विधानसभा क्षेत्र हैंः-दुमका, जामा, शिकारीपाड़ा, (सभी आरक्षित) नाला, जामताड़ा व सारठ (अनारक्षित) वहीं अलग-अलग विधान सभा क्षेत्र का नेतृत्व वर्तमान में हेमन्त सोरेन (दुमका) सीता सोरेन (जामा) नलिन सोरेन (शिकारीपाड़ा) शशांक शेखर भोक्ता (सारठ) व विष्णु भैया (जामताड़ा) अपने-अपने कर रहे हैं। दुमका संसदीय सीट का एकमात्र विधानसभा क्षेत्र है नाला जो भाजपा के हिस्से में है और इस विस क्षेत्र से सत्यानंद झा बाटुल विधायक हैं। 

गोड्डा संसदीय क्षेत्रान्तर्गत गोड्डा, देवघर, मधुपुर, पोड़ेयाहाट, महगामा व जरमुण्डी विस क्षेत्र की बात की जाय तो गोड्डा से संजय प्र0 यादव, महगामा से राजेश रंजन,, देवघर से सुरेश पासवान, पोड़ेयाहाट से प्रदीप यादव, मधुपुर से हाजी हुसैन अंसारी व जरमुण्डी से हरिनारायण राय (निर्दलिय) विधायक हैं। राजमहल संसदीय क्षेत्रान्तर्गत राजमहल विस क्षेत्र से अरुण मंडल, बोरियो से लोबिन हेम्ब्रम, बरहेट से हेमलाल मुर्मू, लिट्टीपाड़ा से साईमन मराण्डी, पाकुड़ से अकिल अख्तर व महेशपुर से मिस्त्री सोरेन विधायक हैं। संताल परगना की उपरोक्त तमाम विस सीटों में से अधिकाधिक सीटें झामुमों के कब्जे में है। पोड़ेयाहाट से प्रदीप यादव व लिट्टीपाड़ा से मिस्त्री सोरेन को छोड़कर संताल परगना में झाविमों कहीं नजर नहंी आता। भाजपा की स्थिति संताल परगना में और भी खस्ताहाल है। नाला विस क्षेत्र से भाजपा के एक मात्र विधायक सत्यानन्द झा बाटुल विधान सभा में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। झारखण्ड विधानसभा में विधायकों के लिये कुल 81 सीटें हैं। आने वाले विधान सभा चुनाव में झाविमों तमाम सीटों पर प्रत्याशी उतारती है तो उसे सोंच-समझ कर कदम उठाना होगा। ऐसा नहीं कि लोक सभा की तरह ही विधान सभा चुनाव में उसकी भद्द पिट जाऐ। दूसरों की देखादेखी और उतावलेपन में की गई राजनीति का परिणाम अच्छा नहीं होता इसके लिये सतत् मेहनत की आवश्यकता होती है। रही जनता-जर्नादन की बात तो यह सत्य है जिस सूबे की अधिसंख्य आबादी गैर आदिवासी समुदाय से आती हो और जिसके विरुद्ध एक साजिश के तहत किया गया काम उसकी अस्मिता पर ही सवाल खड़ी करती हो तो वैसी स्थिति में वह भी अपना फैसला सुनाने के लिये स्वतंत्र होगी। जनता का विश्वास हासिल करना व सूबे की साढ़े तीन करोड़ जनता के लिये समान विचारधारा रखने वाली पार्टी ही आने वाले समय में इस राज्य की सत्ता पर अपना हक साबित करने में सफल हो सकती है। 


राजनीतिक अखाड़े में दांव-पेंच के माहिर फनकार शिबू सोरेन यूँ तो जीवन के सांध्य पड़ाव पर विराजमान हैं और राजनीति के दैनिक क्रिया-कलापों से अलग-थलग देखे भी जा रहे, तथापि जल-जंगल, जमीन व आदिवासियों के हक-हकुक की लड़ाई के पुराने दिनों के स्मरण मात्र से उनमें अद्भूत किस्म की उर्जा का संचार हो जाता है और वे जनता-जर्नादन से पूर्व की तरह ही मिलने-जुलने को आकुल-व्याकुल दिखलाई पड़ जाते हैं, किन्तु झामुमों की पूरी राजनीति अपने हाथों संभाल रहे मुख्यमंत्री पुुत्र व पार्टी के युवा नेता हेमन्त सोरेन के इशारों पर चलने वाले शिबू सोरेन ने पूरे देश में नरेन्द्र दामोदर दास मोदी की लहर के बावजूद अपनी सीट को बचाऐ रखा तो यह कम बड़ी बात नहीं। 

गठबंधन धर्म का पालन करते हुए मात्र चार लोक सभा सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करने वाली पार्टी झामुमों ने दुमका सीट के अलावे राजमहल सीट को भी अपने कब्जे में कर यह साबित कर दिया कि पार्टी से पुराने खिलाडि़यों के बाहर होने के बाद भी यह किसी की मोहताज नहीं। अलबत्ता संताल परगना क्षेत्र से जिसने भी झामुमों को दरकिनार किया वह राजनीति के कुरुक्षेत्र से दूर-अति दूर होता चला गया। इतना ही नहीं भाजपा छोड़ जिन राजनीतिक दलों ने इस इलाके में पैर पसारने की कोशिशें की उन्हें भी अपनी प्रतिष्ठा से दो-चार होना पड़ा। लोकसभा चुनाव-2014 में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों सहित गठबंधन के तहत काँग्रेस व राजद उम्मीदवारों के लिये जिस तरह चुनावी प्रचार अभियान में शिबू सोरेन ने खुद को व्यस्त करते हुए चुनावी जनसभाओं को संबोधित तथा नुक्कड़ कार्यक्रमों को संबोधित किया उससे यह स्पष्ट हो गया कि उम्र की ढलती शाम से लगातार थकान महसूस करते रहने के बावजूद शिबू सोरेन ने मन-आत्मा से अपनी स्वस्थता का परिचय दिया तथा पार्टी निर्णय के अनुसार खुद का कोल्हू के बैल की तरह प्रयोग किया। यह दिगर बात है किसी कार्यक्रम में भाग लेते-लेते निद्रा में आ जाने की बीमारी के भी वे इस दौरान शिकार होते रहे। 



अमरेन्द्र सुमन
झारखण्ड 

ममता बनर्जी और जीतन मांझी ने मुंडे के निधन पर जताया शोक

$
0
0
mamta banerjee
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जीने कहा है कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के अचानक निधन से गहरा आघात पहुंचा है। मंगलवार सुबह एक सड़क दुघटना में मुंडे की मौत हो गई।  अपने फेसबुक पेज पर बनर्जी ने लिखा है, "श्री गोपीनाथ मुंडे की अचानक और त्रासद मृत्यु की खबर सुनकर मैं गहरे सदमे में हूं।" उन्होंने कहा, "मैं लंबे समय से उन्हें जानती हूं। यह अत्यंत बुरी खबर है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।" महाराष्ट्र की राजनीति के कद्दावर नेता मुंडे (64) दुर्घटना के समय अपनी मारुति सुजूकी एसएक्स 4 कार से इंदिरा गांधी हवाईअड्डा जा रहे थे। दक्षिणी दिल्ली के अरबिंदो चौक पर सुबह 6:20 के आसपास एक इंडिका कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। एक चिकित्सक के मुताबिक, दुर्घटना के कारण पहुंची अंदरूनी चोट के कारण उनकी हृदय गति रुक गई जिससे उनकी मौत हुई।

jitan ram manjhi
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझीने केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में मांझी ने महाराष्ट्र के बीड के सांसद मुंडे को एक अनुभवी राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उनके निधन से सामाजिक और राजनीति के क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है। उल्लेखनीय है कि मुंडे का मंगलवार सुबह दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।

दुनिया को ऑनलाइन करेंगे 180 गूगल उपग्रह

$
0
0

google-will-online-100-satelite
आपने कभी सोचा है कि जब आप इंटरनेट सर्फि ग या चैटिंग में व्यस्त होते हैं, तब 4.8 अरब लोग या दुनिया की दो तिहाई आबादी ऑनलाइन नहीं होती। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। गूगल 180 उपग्रह लांच करने की योजना बना रहा है, जिसके तहत हर किसी के पास वेब की सुविधा होगी। वाल स्ट्रीट जर्नल में यह जानकारी दी गई।

बहुराष्ट्रीय कंपनी गूगल एक अरब डॉलर की लागत इस तकनीक के लिए खर्च कर रहा है, जिसे उपग्रह संचार स्टार्ट अप ओ3बी नेटवर्क के संस्थापक ग्रेग वीलर विकसित करेंगे। छोटे लेकिन उच्च क्षमता वाले उपग्रह पृथ्वी के चारों ओर पारंपरिक उपग्रहों की तुलना में कम ऊंचाई पर परिक्रमा करेंगे।

गूगल का प्रोजेक्ट लून पूरी पृथ्वी के दूर-दराज वाले क्षेत्रों में भी ब्रांडबैंड सेवा उपलब्ध कराने के लिए उच्च ऊंचाई वाले गुब्बारे बना रहा है। गूगल ने इस सेवा के लिए सौर ऊर्जा वाले ड्रोन बनाने की जिम्मेदारी टाइटन एयरोस्पेस को सौंपी है।

मोदी ने मुंडे को दी श्रद्धांजलि, परिवार को सांत्वना

$
0
0

modi condolence to munde
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हुई एक सड़क दुर्घटना में मारे गए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों सांत्वना दी। मुंडे को श्रद्धांजलि देने के लिए मोदी 11 अशोक रोड स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय पहुंचे और वहां शीशे के ताबूत में रखे मुंडे के शव पर श्रद्धांजलि सुमन अर्पित किए। मोदी ने वहां मुंडे के परिवार के लोगों को सांत्वना भी दी।

महाराष्ट्र की राजनीतिक के महत्वपूर्ण चेहरों में से एक मुंडे (64) मंगलवार की सुबह अपनी मारुति सुजूकी एसएक्स 4 कार से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए निकले थे। सुबह करीब 6:20 बजे उनकी कार को एक टाटा इंडिका ने अरबिंद चौराहे पर टक्कर मार दी जिसमें उनकी मौत हो गई।

मुंडे के शव को भाजपा नेताओं के दर्शनाथ पार्टी मुख्यालय में रखा गया है जहां से उन्हें अंतिम संस्कार के लिए महाराष्ट्र ले जाया जाएगा। मुंडे का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी शोक संदेश भेजा है। मुंडे को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, स्मृति ईरानी और एम. वेंकैया नायडू शामिल हैं।

राहुल गांधी भाजपा कार्यालय पहुंचे, मुंडे को श्रद्धांजलि दी

$
0
0

rahul condolence to munde
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगवालर को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय कार्यालय में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे को श्रद्धांजलि दी। मुंडे का यहां मंगलवार सुबह एक सड़क हादसे में निधन हो गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ पहुंचे गांधी ने हाथ जोड़कर मुंडे को श्रद्धांजलि दी।

राहुल गांधी ने मुंडे के पार्थिव शरीर के पास खड़े संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडू से भी कुछ देर बात की।  मुंडे के पार्थिव शरीर को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय में रखा गया है। मुंडे का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव में होगा।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (03 जून)

$
0
0
प्रिन्टेड जनसुनवाई आवेदन आवेदकों को निःशुल्क प्रदाय किए जायेंगे

vidisha map
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा के मार्गदर्शन में जनसुनवाई कार्यक्रम को और अधिक कारगर एवं सहज बनाए जाने के उद्धेश्य से आॅन लाइन के उपरांत अब आवेदकों के लिए आवेदन पत्र प्रिन्टेड निःशुल्क हर मंगलवार को जन सुनवाई कार्यक्रम के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत करने वाले आवेदकों को मुहैया कराए जायेंगे। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि प्रिन्टेड प्रत्येक आवेदन पर आईडी क्रमांक भी अंकित की जायेगी साथ ही साथ आवेदनकर्ता ने पूर्व में आवेदन दिया है कि नही उसका भी उल्लेख किया जाएगा। प्रिन्टेड आवेदन में विभागों से संबंधित प्राप्त होने वाले विषय, आवेदक का नाम एवं पता और मोबाइल नम्बर, पटवारी हल्का, बीपीएल है की नही के अलावा समस्या का विवरण, पूर्व में दिए गए आवेदन का उल्लेख न्यायालय में विचाराधीन है कि नही की भी जानकारी प्रिन्टेड आवेदन में उल्लेखित की गई है।  आवेदन में आवेदक के हस्ताक्षर के उपरांत कार्यवाही हेतु किसे अधिकृृत किया गया है, विभाग का नाम, अधिकारी का नाम और समय सीमा इत्यादि का समावेश किया गया है। आवेदन प्रक्रिया सम्पादित कराए जाने हेतु महाविद्यालयों के ऐसे विद्यार्थी जो निःशुल्क अपनी सेवाएं देना चाहते है वे आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते है। कलेक्टर श्री ओझा के द्वारा आज आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में 251 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें से मौके पर सात आवेदनों का निराकरण किया गया शेष आवेदन आवश्यक कार्यवाही हेतु आॅन लाइन दर्ज करने की कार्यवाही सम्पादित की गई है। संबंधित विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए है कि आवेदनों का निराकरण समय सीमा में करते हुए की गई कार्यवाही आॅन लाइन दर्ज की जाए ताकि आवेदकगण अपने आवेदन पर हुई कार्यवाही से आॅन लाइन अवगत हो सकेें। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में अपर कलेक्टर डाॅ0के0डी0त्रिपाठी, नगर तथा ग्राम निवेश के सहायक संचालक श्री आर0सी0सेन, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक श्री विवेक पांडे, जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एम0के0श्रीवास्तव के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी तथा अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार मौजूद थे। 

प्रेरक हेतु मिस्ड काल देकर पंजीयन कराएं 

‘‘स्कूल चले अभियान’’ को जन आंदोलन का स्वरूप देने के उद्धेश्य से प्रेरकों का पंजीयन किया जा रहा है इसके लिए मापदण्ड की पात्रता रखने वाले टेलीफोन नम्बर 0755-2570000 पर मिस्ड काॅल देकर अपना पंजीयन करा सकता है। प्रेरक के लिए पंजीयन हेतु अंतिम तिथि 10 जून नियत की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पंजीयन होने के उपरंात हरेक प्रेरक को एक किट प्रदाय की जायेगी साथ ही पंजीकृृत प्रेरकों के लिए प्रशिक्षण 10 से 15 जून के बीच आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड परियोजना समन्वयक के कार्यालय में जाकर प्रेरक के रूप में कार्य सम्पादित कराएं जाने हेतु अपना पंजीयन करा सकते है। 

प्रेरक हेतु मापदण्ड
व्यक्तिगत रूप से प्रेरक, संस्थागत रूप से प्रेरक जैसे एनजीओ और अन्य संस्थाएं जो इस प्रकार के कार्यो के लिए अधिकृृत है। कार्पोरेट सोशल रिस्पान्सिविलिटी के तहत औद्योगिक प्रतिष्ठान के अलावा मीडिया के कार्यकर्ता प्रेरक बन सकते है।

मुख्यमंत्री घोषणाओं की अद्यतन जानकारियां गुरूवार तक जमा कराएं 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा विदिशा जिले के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक शीघ्र ही आहूत की जायेगी कि जानकारी देते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने जिले के प्रवास के दौरान की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति संबंधी जानकारियां पांच जून तक जिला पंचायत को हार्ड काॅपी, ईमेल पर उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा द्वारा संबंधितों विभागों के अधिकारियों को दिए है। 

मलेरिया निरोधक माह जून में जनजागृृति कार्यक्रमों का आयोजन

मलेरिया, डेंगू, चिकिनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से जन-जन को अवगत कराते हुए उनके बचाव के उपाय तथा पीडि़त मरीजो को शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क दवाईयां मुहैया कराई जा रही है का व्यापक प्रचार-प्रसार करने हेतु शासन द्वारा जून माह को मलेरिया निरोधक के रूप मंे मनाएं जाने के निर्देश जारी किए गए है। इस बावत जिले में कार्ययोजना तैयार कर अनेक कार्यक्रम शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ मासांत तक आयोजित किए जायेंगे जिसमें मलेरिया रोग निदान शिविर, प्रदर्शनी, प्रचार रथ के माध्यम के अलावा ग्राम पंचायतों में होने वाली बैठकों में साथ ही साथ ग्रामीणी स्वास्थ्य अमले के माध्यम से मलेरिया के प्रति जनजागृृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रचार रथ के माध्यम से जागरूकता संबंधी कार्यो के सम्पादन के साथ-साथ पीडित मरीजों की रक्त पट््टी का सग्रंह कार्य भी किया जाएगा। भ्रमण के दौरान आमजनों को डेंगू एवं चिकिनगुनिया की बीमारी से बचाव एवं बीमारी से ग्रस्त रोगियों के उपचार के संबंध में जानकारी दी जायेगी।

श्रीराम जानकी लक्ष्मणजी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न, श्री विष्णु महायज्ञ का भी हुआ मंगल समापन 

विदिषा-03 जून 2014/विदिशा से मात्र 9 कि.मी. दूर अवस्थित रायसेन जिले के ग्राम सनखेड़ी स्थित श्री सीताराम मंदिर में श्रीराम जानकी लक्ष्मणजी की प्राण-प्रतिष्ठा सहित पंच-कुण्डात्मक श्री विष्णु महायज्ञ का विधिवत दिव्य-भव्य समापन हुआ। समापन दिवस की पूर्व संध्या में विदिशा की जानी-मानी नन्ही भजन गायिका कु. सौम्या शर्मा ने अपने मधुर भजनों की मार्मिक प्रस्तुति से श्रोताओं को अभिभूत और मंत्र मुग्ध कर दिया। यह यज्ञ श्री दक्षिण काली मंदिर नीलधारा हरिद्वार उत्तराखण्ड तथा श्री पंच अग्नि अखाड़ा केन्द्र काशी उ.प्र. के महामण्डलेश्वर आचार्य कैलाशचन्द्र ब्रह्मचारीजी महाराज के मार्गदर्शन में काक्षी के ही सर्वेशानंद ब्रह्मचारीजी महाराज यज्ञकर्ता ने संपन्न कराया। काशी तथा हरिद्वार में प्रतिष्ठित यज्ञाचार्य पं. पवन मिश्र शास्त्रीजी ने महायज्ञ में यज्ञाचार्य की भूमिका का निर्वहन किया। विदिशा के प्रख्यात भागवताचार्य पं. पीलेश शास्त्री ने समूची यज्ञावधि में प्रतिदिन श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया। सनखेड़ी के श्रीराम मंदिर के पुजारी पं. कोमल प्रसाद तथा ज्योतिषाचार्य पं. गयाप्रसाद नायक ने इस विराट अनुष्ठान को सफल बनाने में सतत सक्रिय सहयोग किया। यज्ञ संचालक का दायित्व श्री पंच दश नाम जूना अखाड़ा केन्द्र काशी के ग्राम मानपुर आश्रम जिला रायसेन निवासी महंत रविपुरी, ललितपुर के पंडित मुरारीलाल विधुआ ने निभाया।इस विशाल आध्यात्मिक आयोजन में सनखेड़ी के साथ महुआखेड़ा, देवलखेड़ा, हिम्मतगढ़, झिरनियां, विशनखेड़ा, कृष्णाखेड़ा, आलमखेड़ा, वैजाखेड़ा, मेहगाँव, धनियाँखेड़ी, सालेरा, चाँदना, मोनियांखेड़ी, कतारिया, परवरिया, कोटरा, मुंगावली, गिरवर, आमा, रासयेन, सुण्ड, पथरई, धोवाखेड़ी, मर्दानपुर, सोंठिया, बिजोली, खण्डेरा, डाबर, विशनखेड़ी, खेजड़ा, कांठ, सेमरा, नरवर, टिकोदा, सेमरा, अरवरिया, वेरखेड़ी, खामखेड़ा, गंगरबाड़ा, लोथाखेड़ी, बल्लाखेड़ी, देहलाखेड़ी, काछीखेड़ा, सुगनाखेड़ी, बेरखेड़ी, सरचम्पा, बर्रो, सलैया, करैया, वामनखेड़ा, दोहा मेंगरा, कागपुर तथा विदिशा ग्रामों के ग्रामवासियों ने तन-मन-धन, मनसा-वाचा-कर्मणा हर संभव सहयोग किया। समापन अवसर पर प्रसादी वितरण के साथ भण्डारा भी हुआ। 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (03 जून)

$
0
0
राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री द्वारा केन्द्रीय मंत्री के निधन पर शोक

शिमला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री गोपीनाथ मुंडे का आज सुबह दिल्ली में सडक़ दुर्घटना में निधन हो गया था। श्रीमती उर्मिला सिंह ने कहा कि श्री गोपीनाथ मुंडे ने जीवन पर्यन्त आम लोगों के लिए कार्य किया। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे श्री मुंडे के आकस्मिक निधन से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि श्री मुंडे लोकप्रिय जन नेता थे। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है तथा श्री मुंडे के परिवार से अपनी संवेदनाएं सांझा की हैं।

वीरभद्र सरकार बदला-बदली की भावना से ही काम करती रही : धूमल

शिमला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की वीरभद्र सरकार बदला-बदली की भावना से ही काम करती रही और प्रदेश में शिक्षा स्वास्थ्य की सेवाओं में गुणवता लाने में पूरी तरह विफल रही। पूर्व मुख्यमंत्री आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने इस बात का कड़ा संज्ञान लिया कि आई.जी.एम.सी. और टांडा मैडिकल कालेज में एम.सी.आई. ने एम.बी.बी.एस. की सीटों को कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में जाते-जाते कांग्रेस सरकार ने बिना आवश्यक आधारभूत ढांचे व एम.सी.आई. की अनुमति के ही टांडा मेडिकल कालेज खोल दिया था। भाजपा ने सरकार बनते ही टांडा मेडिकल कालेज को एम.सी.आई. से मान्यता दिलाई और आवश्यक आधारभूत ढांचा विकसित किया। 2008 से 2012 के बीच भाजपा ने इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज में एम.बी.बी.एस. की सीटें 65 से बढाकर 100 की जबकि टांडा मेडिकल कालेज में 50 से 100 करवाई थीं। प्रो धूमल ने कहा कि दोनों कालेजों में दो-दो बार एम.सी.आई. द्वारा निरीक्षण किया गया और दोनों संस्थानों को पूरी मान्यता भी मिल गई। पिछले डेढ वर्ष में इस सरकार के निकम्मेपन के कारण जहां 100-100 प्रशिक्षु दोनों संस्थानों में प्रवेश ले रहे थे । अब कांग्रेस के कारण वहां आई.जी.एम.सी. में 65 और टांडा में 50 ही प्रवेश ले पाएंगे। प्रो0 धूमल ने कहा कि हमारी सरकार ने पी.जी. की सीटें जो 2008 तक मात्र 39 थीं उन्हें बढाकर 2012 तक 149 कर दिया गया था और इसे 200 तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि वीरभद्र सरकार ने सीटों को बढ़ाना तो दूर की बात, उलटा एम.बी.बी.एस. की सीटों को कम करवा दिया। 8 सीटें भाजपा कार्यकाल में सुपरस्पेशलिटी डी.एम. और एम.सी.एच. की करवाई थीं। वर्ष 2011 और 2012 में इनमें दाखिले भी हो गये थे । कांग्रेस सरकार ने इनमें कोई बढ़ौतरी नहीं की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में किए गए कार्यों के आधार पर प्रदेश को जब सम्मानित किया गया, तब कांग्रेस अपनी पीठ थपथपा रही थी और बड़े-बड़े होर्र्डिंगस लगाकर प्रचार कर रही थी। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि इस पुरस्कार को लेने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह स्वयं विधानसभा सत्र छोडक़र दिल्ली चले गए जबकि उनकी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर यह देखते रह गए कि पुरस्कार लेने के लिए तो उनका जाना बनता था। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस सरकार के काम का सत्य लोगों के सामने आ गया है और यह स्पष्ट हो गया कि भाजपा की प्राथमिकताओं में सडक, शिक्षा, स्वास्थ्य, शुद्व पेयजल और रोजगार था जिसे वर्तमान सरकार में कोई महत्व नहीं दिया गया। सडक़ों में खड्डे पड़े हैं, शिक्षा का स्तर गिर रहा है, स्वास्थ्य सेवाएं न के बराबर हैं और गुणवता में लगातार गिरावट आ रही है। विभिन्न अस्पतालों से मरीजों को रैफर करने का ही काम रह गया है। कहां तो यह सरकार दमगजे भर रही थी कि नए मेडिकल कालेज खोले जाएंगे जबकि पुराने कालेजों की सीटें बचाने में भी पूर्णतया नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश में विशेषकर राजधानी शिमला में पेयजल का भारी संकट हैं। प्रो0 धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बताएं कि आखिर उनका एजेंडा क्या है ? बदला-बदली ही या कुछ और भी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में देश में हुए लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय महत्व के साथ स्थानीय मुद्दे भी हिमाचल में देखने को मिले। जनता ने कांग्रेस सरकार को असफल करार देते हुए भाजपा को 68 में से 59 विधानसभा सीटों में बढ़त दिलाई और चारों लोकसभा सीटों के साथ- साथ सुजानपुर विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को विजयी बनाया।

हिमाचल कांगे्रस चट्टान की  तरह पूरी मजबूती से  सोनिया व राहुल के साथ है

धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  हिमाचल कांग्रेस पूरी तरह अपनी अध्यक्षा श्रीमति सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ है। कांग्रेस प्रवक्ता विजयेन्दर शर्मा ने यहां कहा कि कुछ स्वार्थी लोग  अपने निजि हितों की खातिर सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर सवाल उठा रहे हैं।  यह लोग कांग्रेस की विचाधारा के प्रति कभी भी निष्ठावान नहीं रहे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सबको मिलकर पार्टी की मजबूती के लिये काम करना चाहिये। न कि नेतृत्व बदलने की मांग। उन्होंने कहा कि  कांग्रेस के लिये पहले भी कई बार ऐसी चुनौतियां आती रही हैं। व कांग्रेस हर बार संकट से मजबूत होकर उभरी है। उन्होंने कहा कि  हिमाचल कांग्रेस अपने अध्यक्ष ठाकुर सुखविन्दर सिंह के गतिशील नेतृत्व में चट्टान की  तरह सोनिया व राहुल गांधी के साथ खड़ी है। इस मामले में कहीं कोई संशय नहीं है।  कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नेहरू गांधी परिवार का देश के प्रति योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। श्री मति इंदिरा गांधी, राजीव गांधी की कुर्बानियां हमेशा ही हर कांग्रेस कार्यकर्ता के लिये प्रेरणास्त्रोत रही हैं।  उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस पूरी सक्रियता के साथ मिशन 2017 को कामयाब करने के लिये जुट गई है। व संगठन को पूरा विशवास है कि उसे पार्टी के नेतृत्व के मार्गदर्शन में इस मिशन की कामयाबी में कोई मुशिकल नहीं होगी। 

मुख्य संसदीय सचिव ने नगरोटा सूरियां में सुनी जन समस्याएं
    
धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  मुख्य संसदीय (शिक्षा), नीरज भारती ने आज ज्वाली क्षेत्र के नगरोटा सूरियां विश्राम गृह में जन समस्याएं सुनी। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से 59,300 रुपए के चैक प्रदान किए जिनमें से 6 स्कूलों को 5100-5100 रुपए सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए तथा 5 लोगों को बीमारी के ईलाज के लिए प्रदान किए। उन्होंने कहा कि नगरोटा सूरियां कॉलेज में इसी शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं आरंभ कर दी जाएंगी। इस मौके पर एसडीएम ज्वाली मोहन दत्त शर्मा, अधिशाषी अभियंता नानक चंद, बीडीओ रविन्द्र प्रकाश, नायब तहसीलदार नगरोटा सूरियां ज्ञान चंद, मंडल अध्यक्ष रण सिंह सहित विभिन्न विभागों के उपमंडलीय अधिकारी तथा काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

उत्तरी क्षेत्र विकास परिषद का गठन करवाना मेरी प्राथमिकता : मनकोटिया 

himachal news
धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास परिषद के चैयरमैन बनने उपरांत पहली बार जिला कांगड़ा में पहुंचने पर मेजर विजय सिंह मनकोटियां  का जिला के प्रवेश द्वार से लेकर शाहपुर तक जगह जगह तोरण द्वार लगाकर समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। मनकोटिया नेे कहा है विश्व का सब से बड़ा उद्योग पयर्टन उद्योग है ओर हिमाचल मे इसकी अपार सभांवानाए है। मैं प्रयास करूंगा की इस उद्योग को हिमाचल मे बडे पैमाने पर बढावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि इससे  जंहा स्थानीय युवकों के लिये रोजगार के साधन निकलते है वही उस क्षेत्र की आर्थिक हालत मे भी सुधार आता है। इस मौका पर उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के अर्शीवाद से पयर्टन उद्योग मे क्र ांती कारी विक ास होगा ओर इस उद्योग के द्वारा हिमाचल का नाम पयर्टन के क्षेत्र मे मानचित्र पर लाया जाएगा। इस मौका पर कर्ण परमार, विनित शर्मा, संजीव वालिया, अशोक व अन्य कई गण्मान्य व्यक्ति व उनके समर्थक उपिस्थत थे। इससे पूर्व लोगों द्वारा ज्वालामुखी में भी मनकोटिया का भव्य स्वागत किया गया। मनकोटिया ने कहा देवभूमि हिमाचल में देवी-देवताओं का वास है। प्रदेश के शक्तिपीठों में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से देवी दर्शनों को आते हैं। शक्तिपीठ क्षेत्रों में लगे गंदगी के अंबार श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का आहत करते हैं, वहीं सुविधाओं के अभाव में श्रद्धालु निराश होते हैं। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शक्तिपीठों में सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करना होगा। गंदगी के अंबारों को हटाकर सुविधाओं में सुधार व वृद्धि करनी होगी। जिससे श्रद्धालुओं की प्रदेश के शक्तिपीठों के प्रति धार्मिक आस्था की पुर्नस्थापना हो सके। उन्होने कहा हिमाचल में बुद्धिस्ट सर्किट पर्यटन क्षेत्र की अहम कड़ी है, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल मैक्लोडगंज। तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा का निवास स्थान होने के चलते विदेशों से बौद्ध अनुयायी व तिब्बत समर्थक भारी संख्या में मैक्लोडगंज पहुंचते हैं। बुद्धिस्ट सर्किट में बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाकर इससे इंटरनेशनल पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। प्रदेश में कई प्राचीन बौद्ध मठ व गोम्पा हैं, जिन्हें देखने देश के विभिन्न राज्यों सहित विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। लेकिन ऐसे प्राचीन बौद्ध मठों व गोम्पा स्थलों तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को सुविधाएं उपलब्ध करवानी होंगी। ऐसे स्थलों के माध्यम से प्रदेश इंटरनेशनल पर्यटन मानचित्र पर अपना अलग मुकाम बना सकता है। प्रदेश की आबादी 65 लाख के लगभग है, जबकि इनमें से 11 लाख युवा बेरोजगार हैं। रोजगार की तलाश में यहां-वहां ठोकरें खा रहे युवाओं को पर्यटन के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा सकता है। इसके लिए विशेष योजना बनाई जाएगी। बेरोजगारी की समस्या वर्तमान में सबसे बड़ी है। बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग हताश व निराश है, लेकिन सही ढंग से पर्यटन विकास को गति प्रदान की जाए तो बेरोजगारी की समस्या से काफी हद तक निपटा जा सकता है, इसके लिए दृढ़इच्छा शक्ति चाहिए, जो हम में है और हम यह कर दिखाएंगे।उत्तरी पूर्वी राज्यों की तर्ज पर हिमालयी राज्यों हिमाचल, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर को मिलाकर उत्तरी क्षेत्र विकास परिषद का गठन करने की मांग केंद्र के समक्ष उठाई है। तीनों राज्यों के सांसद जब एक मत से लोकसभा व राज्यसभा में आवाज उठाएंगे तभी इन राज्यों की बुनियादी समस्याओं का समाधान संभव है। उत्तरी क्षेत्र विकास परिषद का नेतृत्व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को करना होगा, क्योंकि वह छह बार मुख्यमंत्री रहे व तीन बाद केंद्रीय मंत्री रहे हैं, ऐसे में इस परिषद के गठन में उनकी अहम भूमिका है। वर्तमान परिस्थितियों में उत्तरी क्षेत्र विकास परिषद का गठन जरूरी हो गया है।

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गांधी वाटिका में आयोजित होंगे कार्यक्रम
    
धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के उपलक्ष्य पर धर्मशाला व्यापार मंडल एवं विभिन्न सामाजिक पर्यावरण समितियां गांधी स्मृति वाटिका, कोतवाली बाजार में जन जागरण हेतु रैली का आयोजन करेंगी। यह जानकारी देते हुए संस्था के प्रतिनिधि अंजन के$ कालिया ने बताया कि धर्मशाला शहर व आस-पास के ग्रामीण ईलाकों के लोगों को पर्यावरण को बचाने व धरती पर जीवन को बनाए रखने के उद्देश्य से उचित कूड़ा-कचरा प्रबधंन एवं हरित आर्थिकी विषय पर जागरूक करने के लिए ‘‘राईज योर वाईस नॉट दॉ सी लेवल’’ थीम के साथ जन-जागरण अभियान इस दिन से चलाया आरंभ किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों की बैनर एवं पोस्टर व भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त विभिन्न संस्थाओं, पर्यावरण पे्रमियों, पंचायत प्रतिनिधियों के विचार भी आमंत्रित किए जायेंगे।

बाली  भाजपा की चिंता छोड़ सरकारी डिपूओं की दशा सुधारें: धवाला

धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  वरिष्ठ भाजपा नेता  पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने आज  प्रदेश के कबीना मंत्री जी एस बाली को आड़े हाथों लेते हुये उन्हें नसीहत दी है कि वह भाजपा व मोदी सरकार की चिंता छोड़  सरकारी डिपूओं पर ध्यान दें। जहां  पूरी राशन व्यवस्था पिछले डेढ़ साल से चौपट हो गई है। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुये  धवाला ने कहा कि किसे मंत्री बनाना है या किसे नहीं यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। इसमें किसी कांग्रेस नेता की सिफारिश की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों ने जो समर्थन भाजपा को दिया है, उससे केन्द्रिय नेतृत्व बखूबी परिचित है।  व समय आने पर उसका सम्मान लोगों को मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश से पूरी तरह वाकिफ हैं।  धवाला ने कहा कि  जी एस बाली को अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिये। ताकि लोगों को डिपूओ ंमे सस्ता राश मिल सके।  धवाला ने आरोप लगाया कि विभाग के मंत्री होने के नाते डिपूओं की हालत पर बाली का ध्यान कभी नहीं जाता। जबकि हिमाचल प्रदेश के निचले व मध्यम तबके के लोग पूरी तरह सरकारी डिपूओं पर ही निर्भर हैं।  उन्होंने सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को जनविरोधी करार देते हुये कहा कि सरकार की इन जनविरोधी नितियों की वजह से  कांग्रेस को चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा।  धवाला ने कहा कि सरकार अपनी विशवासनियता खो चुकी है, लिहाजा प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस  के पास न तो निति है न ही कोई कार्यक्रम। सरकार ने अपने डेढ़ साल  के कार्यकाल में गरीबों दलितों का शोषण व कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर उत्पीडऩ किया है। प्रदेश में बड़े पैमाने पर तबादला उद्योग चल रहा है। भाजपा नेता ने  कहा कि कांग्रेस की कथनी व करनी में हमेशा विरोधाभाष रहा है। उन्होनेे कहा कि वीरभद्र सरकार ने अपने कार्यकाल का डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी प्रदेश को कुछ भी नया नहीं दे पाये। चूंकि पूर्व भाजपा सरकार के दौर से चल रहीं योजनायें ही चल रही हैं। 

कुल्लू में जूनियर हैल्परों के साक्षात्कार नौ को

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   बद्दी की प्रसिद्ध कंपनी पैनेसिया बायोटैक लिमिटेड में जूनियर हैल्पर (पुरुष) के 30 पद भरे जा रहे हैं। इन पदों के लिए नौ जून को सुबह दस बजे जिला रोजगार कार्यालय में साक्षात्कार लिए जाएंगे।  जिला रोजगार अधिकारी राजेश पंघानिया ने बताया कि आवेदक की आयु 18 और 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए तथा वह कम से कम दसवीं पास होना चाहिए। बारहवीं पास उम्मीदवारों को तरजीह दी जाएगी। चयनित उम्मीदवारों को 5500 रूपये मासिक वेतन मिलेगा। राजेश पंघानिया ने पात्र युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। 

भूस्खलन से विलिंग नाला अवरूद्ध

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।     बेमौसमी बर्फबारी और बारिश के कारण पहाड़ी खिसकने से केलांग के निकट विलिंग नाला अवरूद्ध हो गया है तथा लगभग तीन किलोमीटर क्षेत्र में जमीन धंस गई है। इससे दो मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। सोमवार सुबह इसका पता चलते ही जिलाधीश वीर सिंह ठाकुर, एसडीएम प्रशांत सरकैक, तहसीलदार जीवन सिंह नेगी और ग्राम पंचायत केलांग के प्रधान ज्ञाल सिंह ठाकुर अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच गए।  जिलाधीश वीर सिंह ठाकुर ने बताया कि भूस्खलन के कारण विलिंग नाले का बहाव अवरूद्ध हो गया है और वहां झील बन गई है। इसलिए नाले के साथ लगते क्षेत्र के लोगों को आगाह कर दिया गया है। उन्हें नाले के पास न जाने की हिदायत दी गई है। विलिंगवासियों को अपने पशुओं को राइट बैंक से ही ले जाने की सलाह दी गई है।  जिलाधीश ने बताया कि प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं तथा सभी प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। उधर, लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने कहा है कि विलिंग गांव के प्रभावितों की हरसंभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि नाले में बनी झील से पानी निकालने के लिए विशेषज्ञों से संपर्क किया जा रहा है, ताकि किसी भी तरह के नुकसान को रोका जा सके।

गाड़ा-गुशैणी पंचायत में 7 जून को प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम 

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   जिला कुल्लू के बंजार उपमण्डल के गाड़ा-गुशैणी पंचायत में 7 जून को प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए उपायुक्त कुल्लू राकेश कंवर ने दी। उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके घरद्वार पर जवाबदेही एवं पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना है, साथ में लोगों की समस्यओं का मौके पर ही निपटारा करके लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करना भी है। उन्होंने बताया कि इस दिन बंजार उपमण्डल के नोहांडा, तुंग, शैरेही, काण्ढीधार, श्रीकोट, कलवारी, शिल्ली तथा मशियार पंचायत के लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।  उपायुक्त ने जिला के सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभागीय अधिकारी स्वयं उपस्थिति दर्ज करवाकर जनसमस्या के समाधान के लिए प्रशासन का सहयोग करे। उपायुक्त ने उक्त पंचायत के प्रतिनिधिमण्डल सहित आम जनता से अपील की है कि उक्त प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम में भाग लेकर अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करे।

कुल्लू में यातायात एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे 

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।       जिला पुलिस अधीक्षक कुल्लू सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि जिला कुल्लू में यातायात एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। यह उक्त शब्द पुलिस अधीक्षक ने आज बचत भवन कुल्लू में व्यापार मण्डल, टैक्सी एवं ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों तथा अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ यातायात एवं कानून प्रबंधन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय कोई व्यक्ति व चालक फोन पर बात करते हुए पाया जाता है तो उसका चालान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकांश दुर्घटनाओं का कारण गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन होता है। उन्होंने सभी दोपहिया वाहन के चालकों से आह्वान किया है कि वाहन चलाते समय हैलमेट अवश्य पहनें, यदि कोई यातायात कानून का उल्लंघन करता है तो उनका चालान किया जाएगा। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि शहर में कानून व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस का सहयोग करें और किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना एवं गैर कानूनी कार्यों के बारे में पुलिस को अवगत करवाएं। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को बाईक व गाड़ी चलाने के लिए प्रेरित न करेें। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निहाल चंद, उप पुलिस अधीक्षक संजय शर्मा, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा अन्य गैर सरकारी सदस्यों ने भी भाग लिया।

कुल्लू के विभिन्न स्थानों पर 3 जून से 8 जून तक प्रात: 9.30 से सायं 5.30 बजे तक बिजली बंद रहेगी। 

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   कुल्लू के विभिन्न स्थानों पर 3 जून से 8 जून तक प्रात: 9.30 से सायं 5.30 बजे तक बिजली बंद रहेगी। यह जानकारी आज यहां एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए विकास गुप्ता सहायक अधिशाषी अभियंता विद्युत उपमण्डल ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी। उन्होंने बताया कि 3 जून को इन्नर सरवरी, रामशीला, चामुण्डा नगर, इंडस्ट्रीय स्कूल व महन्त बेहड़, 4 जून को ब्यासा मोड़, फायर स्टेशन, रामशीला, चामुण्डा नगर, इंडस्ट्री स्कूल, महन्त बेहड़, 5 जून को मार्किट कमेटी, कब्रिस्तान, रामशीला, अंदर अखाड़ा, रघुनाथपुर, अप्पर सुल्तानपुर, 6 जून को गांधीनगर, चामुण्डा नगर, इंडस्ट्री स्कूल, महन्त बेहड़, शिशामाटी, शिशामाटी मंदिर लोरन तथा इन्नर सरवरी, में बिजली बंद रहेगी। इसके साथ ही 7 जून को कलाकेंद्र, न्याय परिसर, अस्पताल व 8 जून को लोअर ढालपुर तथा कैटल ग्राउंड के आसपास के स्थानों में बिजली बंद रहेगी। 

बरशैणी स्कूल के विद्यार्थियों ने निकाली रैली 

कुल्लू  , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   निर्मल भारत अभियान के तहत जिले भर में स्वच्छता सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरशैणी में स्वच्छता प्रहरी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के विद्यार्थियों ने रैली निकालकर क्षेत्रवासियों को संपूर्ण स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। प्रधानाचार्य ओम प्रकाश लखरवाल ने बताया कि रैली में स्कूल के सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि निर्मल भारत अभियान को सफल बनाने के लिए समाज में जागरूकता अति आवश्यक है और इसमें विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।  उन्होंने सभी विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों से अपील की कि वे इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें। प्रधानाचार्य ने बताया कि पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर पांच जून को भी स्कूल में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा तथा जागरूकता रैली निकाली जाएगी।

मुंडे की सडक़ दुर्घटना में हुए असामयिक निधन पर भाजपा नेताओं ने शोक प्रकट किया 

धर्मशाला, , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व केन्द्रीय ग्रामीण विकास  मंत्री  गोपीनाथ जी मुंडे की सडक़ दुर्घटना में हुए असामयिक निधन पर संगठनात्मक जिला भाजपा देहरा के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने गहरा दुख प्रकट करते हुए  शोक प्रकट किया हैं। देहरा भाजपा विधायक रवीन्द्र रवि ,जसवां -परागपुर के भाजपा विधायक विक्रम ठाकुर व पूर्व मंत्री रमेश ध्वाला  के श्रद्धांजलि की प्रैस विज्ञप्ति मीडिया को जारी करते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी सपन सूद ने बताया कि वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने दिवगंत भाजपा नेता गोपीनाथ जी मुंडे को यशस्वी जननेता बताते हुए उनके निधन को भाजपा व सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया।  श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परमपिता परमात्मा से भाजपा नेताओं ने दिवगंत भाजपा नेता गोपीनाथ जी मुंडे की दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने और उनके परिवार को इस अपरिमित दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करने की भी प्रार्थना की। भाजपा नेताओं ने कहा की इस महान दु:ख के क्षण में पूरी भारतीय जनता पार्टी श्री मुंडे के परिवार के साथ खड़ी है।

मस्सल, टालू और झिकली कोठी में खोली जाएंगी तीन उचित मूल्य की दुकानें

धर्मशाला, , 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   जिला नियन्त्रक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, कांगड़ा, श्री बलवंत ने जानकारी दी कि जिला कांगड़ा के गांव मस्सल, गांव टालू, गांव झिकली कोठी में तीन उचित मूल्य की दुकानें खोली जानी हैं। उन्होंने बताया कि सहकारी सभा, महिलाओं द्वारा बनाई गई सहकारी सभा, व्यक्ति, भूतपूर्व सैनिक, अपंग व्यक्तियों, बेरोजगार शिक्षित व्यक्तियों (जिनके घर में कोई सरकारी सदस्य नौकरी में नही है), आवेदन कर सकते हैं।  उन्होंने बताया कि इच्छुक उम्मीदवार को आवेदन-पत्र निर्धारित प्रपत्र पर पूर्णरूप से भरा होना चाहिए तथा आवेदक उसी क्षेत्र/उसी पंचायत का होना चाहिए, जिस क्षेत्र में उचित मूल्य की दुकान खोली जानी चाहिए और आवेदन के पास उचित मूल्य की दुकान चलाने हेतु पर्याप्त पूंजी एवं विनिदृष्ट वस्तुओं के भण्डारण हेतु पर्याप्त एवं उपयुक्त भवन होना चाहिए एवं आवेदक संबंधित ग्राम पंचायत में किसी पद पर आसीन न हो।  जिला नियंत्रक ने बताया कि आवेदक को अपने आवेदन-पत्र के साथ शैक्षणिक एवं कम्प्यूटर ज्ञान संबंधी, आवेदक के पास धनराशि संबंधी बैंक का प्रमाण-पत्र, दुकान, गोदाम का वहुदिशात्मक नक्शे सहित पूर्ण विवरण तथा भंडारण क्षमता संबंधी शपथ-पत्र, सहकारी सभा से आवेदन संबंधित सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं के माध्यम से प्राप्त होने चाहिए तथा यदि आवेदक अपंग है तो अपंगता प्रमाण-पत्र की सत्यापित छायाप्रति आवेदन-पत्र के साथ संलग्न करें और ग्राम पंचायत में किसी पद पर आसीन नहीं होने संबंधी प्रमाण-पत्र एवं आवेदक के परिवार में कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी नहीं होने संबंधी ग्राम पंचायत द्वारा जारी प्रमाण-पत्र की छायाप्रति आवेदन-पत्र के साथ संलग्न करें।  उन्होंने बताया कि यदि आवेदन पत्र के साथ मांगे गए प्रमाण-पत्रों की छायाप्रतियां अथवा दस्तावेज संलग्न नहीं होंगे तो आवेदन-पत्र रद्द कर दिया जाएगा तथा इस संबंध में कोई पत्राचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवेदन-पत्र निरीक्षक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नगरोटा बगवां और नूरपुर के कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया आवेदन-पत्र 18 जून, 2014 तक सभी प्रमाण-पत्रों की छायाप्रतियां/दस्तावेजों सहित जिला नियंत्रक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, धर्मशाला के कार्यालय में में पहुंच जानी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए जिला नियंत्रक, धर्मशाला के दूरभाष नम्बर-01892-222877 सम्पर्क कर सकते हैं।

सैनिक विश्राम गृह ज्वालामुखी की नीलाम 23 जून को

धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   उप-निदेशक, सैनिक कल्याण विभाग, धर्मशाला, मनोज राणा ने बताया कि सैनिक विश्राम गृह, ज्वालामुखी में एक हाल (12’ग40’) का है, जिसे विभाग किराए पर देना चाहता है। इस हाल को किराए पर लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति 16 जून, 2014 प्रात: 10 बजे तक उप-निदेशक, सैनिक कल्याण विभाग धर्मशाला के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस हाल को किराए पर देने के लिए नीलामी 23 जून, 2014 को 11 बजे होगी।

चौकीदार तथा अंशकालीन सफाई कर्मचारी के लिए करें आवेदन

ऊना, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।   उपनिदेशक, सैनिक कल्याण मेजर (सेवानिवृत) रघुवीर सिंह ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि सैनिक विश्राम गृह, ऊना में दैनिक भोगी वेतन आधार पर चौकीदार का पद भरा जाना है जिसके लिए भूतपूर्व सैनिक, जिन्होंने सेना में कम से कम 15 वर्ष कार्य किया हो, आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अंशकालीन सफाई कर्मचारी का पद भी भरा जाना है, जिसमें कर्मचारी को चार घंटे कार्य करना होगा। इसके लिए सफाई का कार्य करने वाला सिविलियन भी आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि प्रार्थी कार्यालय, उपनिदेशक सैनिक कल्याण, ऊना में तीन दिनों के भीतर इन पदों के लिए आवेदन कर सकता है। 

वीरभद्र सिंह  केन्द्र में बदले राजनैतिक महौल में बैकफुट पर आने लगे 

धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  हिमाचल प्रदेश के सी एम वीरभद्र सिंह  केन्द्र में बदले राजनैतिक महौल में बैकफुट पर आने लगे हैं।  इस बात के चरचे इन दिनों हिमाचल की वादियों में हैं। कल तक भाजपा नेताओं को हर मंच पर निशाने पर लेने वाले वीरभद्र सिंह इन दिनों मोदी की सरकार बनने के बाद बदले बदले से नजर आ रहे हैं। व अब  वीरभद्र सिंह भाजपा से दोस्ती का हाथ बढ़ाने लगे हैं।  प्रदेश में अपने ऊपर चल रहे राजनैतिक दवाब के चलते अपनी कुर्सी बचाने की खातिर  बीते दिनों उन्होंने  जहां भाजपा नेता अरूण जेतली के ऊपर किये मानहानि मामले को वापिस ले  लिया वहीं अब  वीरभद्र सिंह ने पूर्व सीएम पी के धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर के खिलाफ मानहानि का केस वापस लेने की तैयारी भी कर ली है।  दरअसल वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के मामलों को भाजपा ने जोरशोर से उठाया था। लेकिन हिमाचल के सी एम ने  उस समय अपने आपको पाक साफ बताते हुये भाजपा नेताओं पर मानहानि के मामले दायर कर दिये थे।  यही हाल एच पी सी ए मामले का है।  एच पी सी ए मामले पर प्रदेश के परिवहन मंत्री जी एस बाली ने भी वीरभद्र सिंह को घेरा था।  लगता है यह मामला भी ठंडे बस्ते में जाने वाला है।  उधर सांसद अनुराग ठाकुर ने  अपनी मांग को दोहराते हुये कहा है कि वीरभद्र सिंह पर लगे भ्रष्ट्राचार के आरोपों की जांच नई सरकार में सीबीआई निष्पक्ष रूप से करे, ताकि भ्रष्ट्राचार के मामलों की सच्चाई सामने आ सके।उन्होंने कहा कि अब सीबीआई चाय पीने वीर भद्र के पास नही आएगी, ब्लकि स्वतंत्र रूप से निष्पक्ष जांच को आगे बढ़ाएगी, ऐसा हमारा विश्वास है। अनुराग ने कहा कि वीरभद्र सिंह पर भ्रष्ट्राचार के अनेक आरोप लगे है और ऐसे में जनता भ्रष्ट्राचार के आरोपो में लिप्त मु ख्यमंत्री से छुटकारा चाहती है। उधर दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर सीबीआई को यह अंतरिम निर्देश देने की मांग की गई है कि वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के वर्तमान कार्यकाल में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच करे। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ में ‘कॉमन कॉज’ नाम के एक गैर-सरकारी संगठन ने यह याचिका दायर की। याचिका में मांग की गई है कि केंद्रीय इस्पात मंत्री के तौर पर वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में उन पर लगे धनशोधन, आय से अधिक संपत्ति जमा करने और आपराधिक दुव्र्यवहार के आरोपों की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच कराई जाए। सिंह ने आरोपों से इनकार किया है। जानेमाने वकील प्रशांत भूषण की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि जनहित याचिका लंबित रहने के दौरान यह सामने आया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने साई कोठी में 14 जून 2002 को एक पनबिजली परियोजना मेसर्स वेंचर एनर्जी एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित कर दी।

हिमाचल सेंट्रल यूनिवर्सिटी की प्रस्तावित भर्ती पर फिलहाल रोक 

himachal news
धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  कांगड़ा और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के दो पाटों में फंसे केंद्रीय विश्वविद्यालय को नमो सरकार के पहले संसद सत्र में किनारा मिल जाएगा। इसी बीच केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने हिमाचल सेंट्रल यूनिवर्सिटी की प्रस्तावित भर्ती पर फिलहाल रोक लगा दी है। एक से 27 जून तक आयोजित होने वाले असिस्टेंट रजिस्ट्रार तथा असिस्टेंट प्रोफेसर समेत सभी श्रेणियों के इंटरव्यू स्थगित कर दिए हैं। छह सालों से लटके हिमाचल प्रदेश के इस केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय कड़ा फैसला ले रहा है। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा. फुरकान कमर अब एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के सेक्रेटरी जनरल होंगे। इसके चलते डा. फुरकान ने अपना त्याग पत्र राष्ट्रपति भवन को भेज दिया है। पुख्ता सूचना के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार और हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर बेहद गंभीर हैं। शपथ ग्रहण करने से पूर्व ही इन दोनों सांसदों ने अधर में लटके केंद्रीय विश्वविद्यालय का मसला मानव संसाधन मंत्रालय के साथ उठाया है। 17 मई को मिले प्रचंड बहुमत के तीन दिन बाद 20 मई को डा. फुरकान कमर ने अपना त्याग पत्र सरकार को भेज दिया था। अब राष्ट्रपति अगर उनके त्याग पत्र को मंजूर कर लेते हैं, तो वीसी की दौड़ में सीयू के प्रो. वाइस चांसलर योगेंद्र वर्मा शामिल हो जाएंगे। हालांकि नमो सरकार हिमाचल के इस केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपनी पसंद का वीसी भेजना चाहती है। हिमाचली सांसदों की मानें, तो संसद के पहले सत्र के बाद इस पर बड़ा फैसला आएगा। जाहिर है कि इसकी स्थापना को लेकर धर्मशाला में जगह चिन्हित की गई थी। फोरेस्ट लैंड तथा कम भूमि की अड़चन के चलते इसे देहरा शिफ्ट कर दिया गया था। धूमल सरकार में हिमाचल प्रदेश को मिले इस केंद्रीय विश्वविद्यालय को बाद में दो हिस्सों में बांटने का फैसला लिया गया था, इसके तहत इसका प्रशासनिक भवन धर्मशाला तथा कालेज देहरा में बनना था। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद इसकी स्थापना धर्मशाला में करने के दावे हुए थे। बहरहाल अब नमो सरकार के आने और दिल्ली में हिमाचल सांसदों के मजबूत होने से इस सीयू की स्थापना तय है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की पूर्व की भाजपा सरकार ने देहरागोपीपुर के विकास के लिए महत्वपूर्ण इस योजना को अमलीजामा पहनाया था। लेकिन पूर्व की यूपीए सरकार की राजनीतिक द्वेषता व प्रदेश की सत्ता में लगभग एक बर्ष पूर्व आयी कांग्रेस सरकार की भेदभाव की राजनीति से देहरा क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों पर कांग्रेस ने कुठारघात किया हैं। उन्होंने कहा की सेन्ट्रल युनिवर्सटी   का शिलान्यास अतिशीघ्र देहरा में रखने के वायदे पर भाजपा कायम हैं। उन्होंने कहा की पूरी सेन्ट्रल युनिवर्सटी देहरा में ही बनाई जायगी। अनुराग ने कहा की पूर्व की भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान देहरा में सेन्ट्रल युनिवर्सटी के लिए पर्याप्त मात्रा में भूमि का प्रवाधान करके पूर्व की केन्द्र सरकार को भेजा हैं।

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने अपने पद से इस्तीफा दिया 

धर्मशाला, 03 जून (विजयेन्दर शर्मा)।  हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. फुरकान कमर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रो. फुरकान ने राष्ट्रपति (विजिटर ऑफ यूनिवर्सिटी) को इस्तीफे के लिए प्रार्थना पत्र भेज दिया है। हालांकि, अभी तक उनका त्यागपत्र मंजूर नहीं हुआ है। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी में बतौर सेक्रेटरी जनरल पांच साल के लिए नियुक्ति मिलने पर सीयू के वीसी प्रो. फुरकान कमर ने राष्ट्रपति को त्यागपत्र के लिए प्रार्थना भेजी है। वहीं, केंद्रीय विश्वविद्यालय छतड़ी (शाहपुर) में वीसी प्रो. फुरकान कमर का कार्यकाल जनवरी 2015 में खत्म हो रहा है। राष्ट्रपति की ओर से त्यागपत्र मंजूर होने के बाद प्रो. फुरकान कमर एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज दिल्ली में बतौर सेक्रेटरी जनरल पद्भार संभाल लेंगे। केंद्रीय विश्वविद्यालय छतड़ी के वीसी प्रो. फुरकान कमर ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को इस्तीफे के लिए प्रार्थना पत्र भेजा है।जैसे ही उनका प्रार्थना पत्र मंजूर होगा, वह एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज में बतौर सेक्रेटरी जनरल पद्भार ग्रहण कर लेंगे। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज में बतौर सेक्रेटरी जनरल उनको नियुक्ति मिल गई है। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज का मुख्यालय दिल्ली में है। इसका मुख्य कार्य भारतीय विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। इसके अलावा राज्यों के विश्वविद्यालयों में विभिन्न कोर्सों की रिकोग्नाइजेशन देखना भी इसका कार्य होता है। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज विश्वद्यालयों के कुलपतियों के लिए कार्यशालाओं और कांफेंस का भी आयोजन करती है। यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2010 में प्रो. फुरकान की बतौर वीसी नियुक्ति के साथ ही हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय शुरू हुआ। केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट जारी किया था, लेकिन आज तक ये खर्च नहीं हो पाया। इसका कारण जगह का विवाद भी रहा है। पहले तय हुआ था कि देहरा में केंद्रीय यूनिवर्सिटी खुलेगी। बाद में इसे धर्मशाला शिफ्ट कर दिया गया। यहां अभी 900 छात्र और लगभग 70 स्टाफ है।

हमीरपुर जिला में स्वच्छता रथ करेगा लोगों को जागरूक, स्वच्छता ही स्वस्थ जीवन का आधार : पराशर
   
हमीरपुर। स्वच्छता ही स्वस्थ जीवन का आधार है, सभी लोगों को अपने आस पास के क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों को सुंदर एवं स्वच्छ बनाया जा सके। यह उद्गार एसी टू डीसी एसके पराशर ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता रथ को हरी झंडी दिखाने के उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता रथ के माध्यम से लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा इसके अतिरिक्त सभी खंडों में नुक्कड़ नाटक इत्यादि भी लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर एसडीएम डा चांद प्रकाश भी उपस्थित थे। डीआरडीए के उपनिदेशक राकेश शर्मा ने कहा कि हमीरपुर जिला में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए मंगलवार, तीन जून से स्वच्छता अभियान आरंभ किया गया हैा इसके तहत स्कूलों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेष स्वच्छता अभियान के तहत चार जून को महिला एवं बाल स्वास्थ्य दिवस आयोजित किया जाएगा जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमें महिलाओं एवं बच्चों को स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। पांच जून को स्वच्छ वातावरण एवं व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाएगा, छह जून को सामूहिक सामाजिक दायित्व दिवस, सात जून को संपूर्ण स्वच्छता अभियान को लेकर मीडिया के माध्यम से लोगों को जागररूक करने के लिए प्रारूप तैयार किया गया है तथा आठ जून को ग्राम सभाओं में संपूर्ण स्वच्छता को लेकर संकल्प दिवस भी मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस विशेष स्वच्छता अभियान के दौरान जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षित पेयजल से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन सभी सहयोगी विभागों की भागीदारी व समुदाय आधारित संस्थाओं व आम लोगों का सहयोग भी सुनिश्चित किया जाएगा ताकि आम जन स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें।  

नाल्टी में निकाली जागरूकता रैली
  
हमीरपुर।   स्वच्छता प्रहरी दिवस के मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नालटी तथा ब्राहलड़ी में भाषण, नारा लेखन तथा चित्रकला तथा निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं तथा नालटी बाजार में जागरूकता रैली भी निकाली गई। नालटी स्कूल में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में जमा एक की प्रियंका ने पहला, विशाल ने दूसरा तथा कविता धीमान ने तीसरा स्थान हासिल किया गया जबकि स्लोगन लेखन में अंकिता ने पहला, काजल ने दूसरा स्थान हासिल किया इसी तरह से निबंध लेखन में राहुल ने पहला, प्रियंका ने दूसरा स्थान हासिल किया गया। इस अवसर पर विकास खंड अधिकारी डा सुनील चंदेल ने बच्चों को स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी गई तथा सभी बच्चों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया गया। इसके अतिरिक्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दड़ूही,झगडियाणी, कोट, नालागंर, नौण, सासन, डलयाह, बाड्ी स्कूल में भी स्वच्छता प्रहरी दिवस आयोजित किए गए।

आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं   
  
हमीरपुर।  आओ मिलकर हाथ बढ़ाएं, निर्मल हमीरपुर के सपनों को साकार बनाएं कुछ तरह के संदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों ने पटलांदर तथा भगेड़ा में गीत संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए दिया गया। इसके अतिरिक्त विशेष स्वच्छता सप्ताह की जानकारी देने के लिए लोगों को पंपलेंट भी वितरित किए गए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगा स्वच्छता अभियान के साथ जुडक़र हमीरपुर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों को सुदंर और स्वच्छ बनाने में अपना रचनात्मक सहयोग प्रदान कर सकें।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (03 जून)

$
0
0
गैरसैंण पर घमासान,राजधानी के मसले पर मतभेद उजागर

देहरादून, 3 जून, (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखंड की जनता के लिए भावनात्मक मुद्दा बन चुके गैरसैंण पर प्रदेश की राजनीति में हंगामा मचा हुआ है। एक तरफ मौजूदा सरकार जहां वहां आगामी 9 जून को विधानसभा का सत्र चलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जता रही है तो वहीं विपक्ष इसे सरकार की फिजूलखर्ची बता रहा है। जबकि सरकार के कई मंत्री इस मुद्दे पर अलग राय रखते है। ताजा मामले में हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत के बयान ने इस मुद्दे पर सूबे की सियासत को गर्म कर दिया है। कैबिनेट मंत्री डा. रावत ने अपने एक बयान में कहा कि गैरसैंण में राजधानी बनाना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं है और इस बारे में कोई भी घोषणा मात्र राजनीतिक स्टंट और राजनीतिक माइलेज लेने का प्रयास माना जाना चाहिए। आज यहां कुछ जनमाध्यमो के प्रतिनिधियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि देहरादून में राजधानी की अवस्थापना से जुड़े कई निर्माण कार्य पूरे किये जा चुके है। हजारो करोड़ रूपए दोबारा राजधानी के नाम पर गैरसैंण में खर्च करना किसी भी सरकार के बस के बाहर की बात है। उन्होंने कहा कि इस हकीकत को सभी राजनीतिक दल समझते है लेकिन छुद्र राजनीतिक लाभ के लिए समय समय पर ऐसे मुद्दे को हवा देकर अपनी राजनीतिक रोंटी सेकना चाहते है। इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि गैरसैंण राज्य की जनता की भावनाओं से जुड़ा है इसलिए सरकार इस पर कोई कोताही नहीं बरतेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी वहां राजधानी बनाने की बात नहीं की है बल्कि सरकार वहां विधानसभा का ग्रीष्म कालीन सत्र चलाने के प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वहां पर राजधानी का निर्माण विचार का विषय है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है और पहाड़ो के विकास पर पूरा फोकस किया जा रहा है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देने के लिए मुख्यमंत्री उपस्थित नहीं थे। लेकिन उनके नजदीकी सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री हरीश रावत कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत के बयान से नाराज है। वे राज्य के विभिन्न मसलो पर कांग्रेस आलाकमान से बातचीत करने कि लिए दिल्ली गए हुए हैं। उनके वापस देहरादून आने पर उनकी प्रतिक्रिया मिलेगी। उधर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने भी मौजूदा सरकार पर गैरसैंण मसले के राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को भुनाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार के मन सच में गैरसैंण को लेकर चिंता है तो उसे वहां विधानसभा का निर्माण तुंरत कराना चाहिए और राजधानी घोषित करने की प्रक्रिया प्रारंभ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी इसे भुनाया और आननफानन में वहां विधानसभा भवन का शिलान्यास किया लेकिन उसके बाद वहां कोई कार्य नहीं हुआ। अब हरीश रावत भी बहुगुणा के नक्शेकदम पर ही चल रहे है। उन्होंने सरकार द्वारा गैरसैंण में विधानसभा सत्र के आयोजन को जनता के पैसो की फिजूलखर्ची बताया है। अजय भट्ट के विरोध के चलते सीएम ने वहां जाने वाले सभी मंत्रियों और अधिकारियों को कम से कम खर्च करने का निर्देश दिया है। इसके तहत पहले हवाई मार्ग से जाने वाले सभी नेताओं और अधिकारियों को सड़क मार्ग से गैरसैंण जाने का आदेश दिया है। 

परिसंपत्तियों क¢ पुर्ननिर्माण क¢ लिए धनराशि स्वीकृत करने में बरती गई अनियमितताएं

देहरादून,3 जून,(निस) टिहरी जिले के तहसील घनसाली क¢ अंतर्गत दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों क¢ पुर्ननिर्माण व मरम्मत क¢ लिए धन स्वीकृत करने में �ारी अनिमिताएं सामने आई हैं। इन क्षेत्रों के संपर्क मार्गो क¢ लिए मनर¢गा क¢ अंतर्गत धन प्रदान किये जाने क¢ लिए पूर्व में जिलाधिकारी क¢ निर्देशांे को दर किनार कर करीब पचास लाख से अधिक की धनराशि इन योजनाओं क¢ मरम्मत क¢ लिए दी गई है। तहसील क¢ अंतर्गत दो दर्जन से अधिक �ूस्सखलन से प्रभावित गांवो में �ू-वैज्ञानिकों क¢ सुझाव क¢ अनुरूप कोई धनराशि भी स्वीकृत नहीं की गई है, जिससे कि अब वर्षात क¢ सीजन में एक बार फिर इन गांवों क¢ लोग �य क¢ साये में जीने को मजबूर होंगे। तहसील घनसाली क¢ अंतर्गत क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की मरम्मत व पुर्ननिर्माण में धनराशि स्वीकृत करने में �ारी अनिमितताये सामने आ रही हैं। पूर्व में क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों की मरम्मत व पुर्ननिर्माण क¢ लिए तत्कालीन जिलाधिकारी ने मनर¢गा से धन आवांटित करने क¢ निर्देश दिये थे तथा शासन से आपदा क¢ अंतर्गत पुर्ननिर्माण क¢ लिए मिलने वाले धन को पक्क¢ कार्यो जिनमें पुलिया, सिंचाई नहरें आदि को वरीयता दी जाने की बात की गई थी लेकिन तहसील घनसाली क¢ अंतर्गत पीआईयू क¢ तहत मिले तीन करा¢ड में से पचास लाख से अधिक के संपर्क मार्गो क¢ लिए खर्च कर दिये गये। सूत्र बताते हैं कि इन कार्यो को स्वीकृत कराने क¢ लिए तीन से पांच प्रतिशत तक सुविधा शुल्क विभाग को दिया गया है। कुछ संपर्क मार्गो क¢ लिए तो चार लाख तथा एक संपर्क मार्ग क¢ लिए नौ लाख तक स्वीकृत कर दिये गये जबकि इतनी बडी धनराशि से इसी क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुई कई पुलियांे का निर्माण व मरम्ममत हो सकती थी। यानि आपदा क¢ अंतर्गत क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का पुर्ननिर्माण �ी सभी विभाग क¢ द्वारा करवाया जाना था लेकिन तसील घनसाली से नौ लाख की भारी �रकम राशि अवस्थापना व पुर्नवास विभाग को दी गई है । जबकि इस विभाग ने इस क्षेत्र में इन संपर्क मार्गो का निर्माण भी नहीं किया था । शासन से स्वीकृत धनराशि का एक बडा �ाग संपर्क मार्गो क¢ मरम्मत क¢ नाम पर खर्च किया जा रहा है, जबकि तहसील क¢ अंतर्गत दो दर्जन से अधिक ऐसे गांव हैं जो गत वर्षात मे �ूस्खलन क¢ चपेट में आये थे। �ूवैज्ञानिकों ने इन गांवों में सुरक्षा की दृष्टि से वायरक्रेट, चकडैम व वर्षात क¢ पानी क¢ निकासी क¢ लिए नालियो क¢ निर्माण की सलाह दी थी लेकिन पीआईयू क¢ तहत मिले धन क¢ बंदर बांट किये जाने से इन गांवो में भू-वैज्ञाानिको की सलाह क¢ अनुसार कोई �ी कार्य नहीं हो पाया है। जिससे कि आने वाले वर्षात में यहां क¢ ग्रामीणों क¢ समक्ष फिर जीवन-मरण का प्रश्न पैदा हो जायेगा। इधर उप जिलाधिकारी जगदीश लाल का कहना है कि संपर्क मार्गो क¢ लिए �ी धन स्वीकृत किया जा सकता है लेकिन प्राथमिकता अन्य पक्क¢ कार्यो को ही देनी है।

मुंडे के निधन पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित भाजपा सांसदों ने जताया गहरा दुःख

harish rawat rahul cgives condolence to munde
देहरादून, 03 जून,(निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 अज़ीज़ कुरैशी ने, आज प्रातः दिल्ली में सड़क दुर्घटना में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।उन्होंने स्वर्गीय मुंडे को एक कुशल राजनीतिज्ञ तथा समाजसेवी बताते हुए उनके असामयिक निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। राज्यपाल ने स्वर्गीय मुंडे की आत्मा की शांति तथा दुःख की इस विषम घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। वहीं मुख्यमंत्री हरीश रावत ने, मंगलवार प्रातः दिल्ली में हुई सड़क दुर्घटना में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने स्व0 मुंडे की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घडी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। वहीं मंगलवार दोपहर को मुख्यमंत्री श्री रावत कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने स्व0 मुंडे के पार्थित शरीर पर पुष्प चक्र चढाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने स्व0 मुंडे को कुशल राजनीतिज्ञ तथा समाजसेवी बताते हुए उनके असामयिक निधन  कोे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल से सांसद मेजर जनरल (से.नि.) भुवन चन्द्र खण्डूड़ी, हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक व अल्मोडा के सांसद अजय टम्टा ने केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के असमय निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि देश ने एक ऐसा वरिष्ठ नेता खो दिया है जिसने हमेशा आम आदमी के लिए काम किया। केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे ने सदा किसानों और गरीबों के हितों के बारे में सोचा। उनके निधन से देश को क्षति हुई है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। 

घटिया गुणवत्ता वाले निर्माण कार्य को नायब तहसीलदार ने रूकवाया 

गोपेश्वर, 3 जून (निस)। चमोली लासी सरतोली मोटर मार्ग पर एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की ओर से घटिया गुणवत्ता का कार्य देख बिफरी नायब तहसीलदार चमोली ने निर्माण कार्य रुकवा दिया है। नायब तहसीलदार ने एडीबी के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि यदि कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया तो वे संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। एडीबी गौचर द्वारा वर्तमान समय में चमोली लासी सरतोली मोटर मार्ग पर डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि एडीबी रात्रि को चोरी छिपे डामरीकरण का कार्य कर रही है। उनका आरोप है कि मिट्टी के ऊपर ही डामर बिछाया जा रहा है, जो कि बिछाने के तुरंत बाद उखड़ रहा है। बीते शनिवार को रांगतोली के निकट सड़क खराब होने के चलते रूलर मशीन रांगतोली में फंस गई। ऐसे में एडीबी के कर्मचारी बिना मशीन के ही सड़क पर बेलचे फावड़े से डामर बिछाते रहे। लासी, हरमनी, मजोठी, रांगतोली, मेड़ आदि गांवों के लोगों ने इसका विरोध भी किया। साथ ही इसकी शिकायत नायब तहसीलदार चमोली सुशीला कोठियाल से दूरभाष पर की। शिकायत मिलने के तुरंत बाद नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर तत्काल निर्माण कार्य रुकवाया। उन्होंने एडीबी के अधिशासी अभियंता को दूरभाष पर निर्देश दिए कि मौके पर आकर कार्य का स्वयं निरीक्षण करें। नायब तहसीलदार ने बताया कि सड़क पर घटिया गुणवत्ता का डामरीकरण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार को एडीबी के अधिकारी मौके पर आएंगे। यदि कार्य में दुबारा घटिया गुणवत्ता की शिकायत पाई गई तो एडीबी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विरोध करने वाले ग्रामीणों में लासी के सत्येंद्र सिंह, हरमनी के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह, अजय सिंह, मजोठी के सूबेदार आनंद सिंह, कुलदीप सिंह, संजय सिंह, मेड़ के देवी मिश्रा आदि शामिल थे।

गैरसैंण पर मंत्री ने ली अधिकारियों की बैठक

देहरादून,3 जून, (निस)। प्रदेश के शहरी विकास, राजीव गांधी शहरी आवास योजना, पशुपालन, मत्स्य पालन, चारा एवं चारागाह विकास, नागरिक सुरक्षा, होमगार्ड एवं जेल मंत्री उत्तराखण्ड प्रीतम सिंह पंवार ने मंगलवार को विधान सभा स्थित सभाकक्ष में गैरसैंण में प्रस्तावित विधान सभा सत्र के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने उत्तराखण्ड के जेलों(बंदीगृहों) की स्थिती को ठीक करने के लिए विभागीय अधिकारियों को जेलों के सम्बध में विस्तृत विवरण प्रस्तुत कर उनकी स्थिती को सुधारने के लिए निर्देश दिये। जिससे जेलों में रहने वाले कैदीयों को किसी प्रकार की समस्या न हो जिससे वे बंदीगृह को बंदीगृह न समझकर सुधार गृह समझंे। मंत्री जी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि गैरसैंण में विधानसभा  सत्र के लिए प्रत्येक विभाग अपनी प्रगति रिर्पोट अपडेट रखे जिससे कोई दिक्कत व परेशानी न हो, उन्होंने पशुपालन से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पशुपालन से सम्बन्धित योजनाओं को  पर्वतीय क्षेत्रों में वृहद रूप से लागू करें जिससे वहां के निवासियों को योजनाओं का भरपूर लाभ मिल सके उन्होंने कहा कि महिलाओं को विकास में सहभागिता के लिए स्वरोजगार से जोड़ने के लिए दुग्ध विकास योजनाओं को भी शुरू किया जाय। जिससे उनकी आर्थिकी मजबूत हो सके। बैठक में प्रमुख सचिव गृह एम0एच0 खान, प्रमुख सचिव पशुपालन रणवीर सिंह, सचिव शहरी विकास डी0एस0 गब्र्याल, अपर सचिव शहरी विकास नितेश झाॅं, अपर सचिव आवास विनय शंकर पाण्डे एवं अपर सचिव कारागार विनोद शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।  

दायित्वों में फेरबदल

देहरादून,3 जून, (निस)। शासन द्वारा जनहित में अपर सचिव, वैकल्पिक उर्जा, समाज कल्याण, निदेशक जनजाति निदेशालय तथा आयुक्त निशक्तजन टीकम सिंह पंवार को अपर सचिव, समाज कल्याण तथा निदेशक जनजाति निदेशालय के पदभार से अवमुक्त किये जाने का निर्णय लिया गया है, उनके पास शेष पदभार यथावत रहेंगे। यह जानकारी देते हुए अपर सचिव कार्मिक रमेश चन्द्र लोहनी ने बताया कि निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण, आयुक्त गन्ना तथा श्रमायुक्त हल्द्वानी सुशील कुमार को वर्तमान पदभार के साथ-साथ अपर सचिव, समाज कल्याण तथा निदेशक जनजाति निदेशालय के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है।

पेट्रोल पम्पों के कर्मचारी काट रहे हैं वाहन चालकों की जेब

देहरादून,3 जून, (निस)। राशन की कालाबाजारी व रसोई गैस की किल्लत सुधारने में नाकाम हो चुके जिला पूर्ति विभाग पेट्रोल पंपों पर होने वाली घटतौली को जांचने में भी विफल साबित हुआ है जिसके कारण वाहन चालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। शहर के कई स्थानों पर ऐसे पेट्रोल पम्प हैं जिनके कर्मचारी आये दिन वाहन चालकों को मीटर को अपने हिसाब से सेट कर वाहन चालकों को कम पेट्रोल-डीजल दे रहे हैं। इसका पता वाहन चालकों को बाद में लगता है। कई पेट्रोल पम्पों पर तो कर्मचारी पुराने  से ही मीटर चला देते हैं और वाहन चालकों की आंखों में धूल झोंककर अपने लिए मुनाफे का इंतजाम कर लेते हैं। सूत्रों का कहना है कि कई पेट्रोल पम्प पर कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन भी नहीं मिल पाता ऐसे में घटतोली कर वह अपने लिए ऊपरी कमाई का इंतजाम कर लेते हैं। सूत्रों का कहना है कि पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा बचाकर 15 से 20 लीटर तक पेट्रोल-डीजल की बचत की जाती है। जिसे बेचकर अपनी जेब भरने और वाहन चालकों की काटने का काम किया जाता है। इसी का एक उदाहरण सहारनपुर रोड स्थित एक पेट्रोल पम्प पर भी देखने को मिला जहां इलैक्ट्रोनिक मीटर लगा हुआ है, उसमें सेटिंग बिठाकर ही 100 या 200 रूपये या इससे अधिक का पेट्रोल वाहनों में डाला जाता है लेकिन इस पेट्रोल पम्प के कर्मचारी अपनी मनमर्जी से कुछ प्वाइंट कम पेट्रोल डालकर वाहन चालकों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। जब विरोध किया जाता है तो पेट्रोल पम्प के कर्मचारी वाहन चालकों से अभद्रता पर उतारू हो जाते हैं। पेट्रोल पम्पों पर इलैक्ट्रोनिक मीटर इसीलिए लगाये गये थे ताकि घटतौली को रोका जा सके किंतु कुछ पेट्रोल पम्पों पर कर्मचारी अपने हिसाब से पेट्रोल डालकर वाहन चालकों की जेब पर डाका डालने से पीछे नहीं हट रहे। हैरानी की बात यह है कि पहले जहां जिला पूर्ति विभाग इन पेट्रोल पम्पों पर घटतोली की जांच करता था।

चौटाला को 3 हफ्ते के लिए अंतरिम जमानत

$
0
0

om prakash chautala interim bail
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को अपने छोटे भाई की अंत्येष्टि व श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए तीन सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दी। ओम प्रकाश चौटाला के छोटे भाई प्रताप सिंह चौटाला का 1 जून को निधन हो गया।

न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर और न्यायमूर्ति वी. के. शाली ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की स्थिति रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद चौटाला की जमानत याचिका मंजूर की और उन्हें 5 लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की दो अमानत भरने के लिए कहा।

जमानत अर्जी पेश करते हुए इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख चौटाला ने कहा कि उनके छोटे भाई का निधन 1 जून को हो गया और वे परिवार में सबसे बड़े सदस्य हैं अत: उन्हें अंतिम क्रिया करनी है।

राजधानी की सीबीआई की एक विशेष अदालत ने 22 जनवरी 2013 को चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और आठ अन्य को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में 10 वर्ष कैद की सजा दी थी। इस मामले में एक को पांच वर्ष जबकि 45 अन्य को चार वर्ष कैद की सजा सुनाई गई।
Viewing all 74342 articles
Browse latest View live




Latest Images