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लोकसभा गतिरोध : कांग्रेस ने कहा चर्चा को तैयार, सरकार ने विपक्ष को ठहराया जिम्मेदार

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नयी दिल्ली, पांच अप्रैल, लोकसभा में हंगामे के कारण आज लगातार 21वें दिन भी कुछ कामकाज नहीं हो सका । कांग्रेस ने खुद को अविश्वास प्रस्ताव समेत हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार बताया तो सरकार ने बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत से बने हुए गतिरोध के लिए मुख्य विपक्षी दल को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ चुका है और जब इसके समाप्त होने में एक दिन शेष बचा है तो किसी विशेष कामकाज की उम्मीद भी नहीं बची है। आज भी अन्नाद्रमुक के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सके। एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक दोपहर 12 बजे शुरू हुई तो तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य पिछले दिनों की तरह ही कावेरी बोर्ड के गठन की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गये। हंगामे के बीच ही लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शोर-शराबे के बीच ही कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव, दलितों और किसानों के मुद्दों पर, नीरव मोदी जैसे कारोबारियों द्वारा बैंकों का कर्ज लेकर देश छोड़ जाने जैसे सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। माकपा के पी करुणाकरण ने कहा कि हम सभी विपक्षी दल हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार हैं। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कराने के संबंध में एक नियम का जिक्र किया। उधर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने आरोप लगाया कि पिछले 21 दिन से संसद के दोनों सदनों में कामकाज नहीं हो पा रहा है और इस गतिरोध के लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है। केंद्रीय मंत्री द्वारा कांग्रेस और पार्टी के नेताओं को गतिरोध के लिए जिम्मेदार ठहराये जाने का मुख्य विपक्षी दलों ने जोरदार विरोध किया। अनंत कुमार ने अन्नाद्रमुक सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि भाजपा के सभी सांसदों ने बजट सत्र के दूसरे चरण के 23 दिन का वेतन-भत्ता नहीं लेने का साहसिक फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रहे हैं। वे मोदी सरकार को मिले जनादेश को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस क्या कर रही है। लोकसभाध्यक्ष ने विपक्षी दलों द्वारा सरकार के खिलाफ दिये गये अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अव्यवस्था के बीच वे कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा दिये गये अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को आगे नहीं बढ़ा सकतीं। उन्होंने हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह किया लेकिन वे नारेबाजी करते रहे। हंगामे के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कराने में असमर्थता जताते हुए स्पीकर ने सदन की बैठक को दोपहर करीब 12:10 बजे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। बैठक स्थगित होने की घोषणा होते ही तेलुगूदेशम पार्टी के टी नरसिंहन और वाईएसआर कांग्रेस के वाई बी सुब्बारेड्डी को कुछ पर्चे फाड़कर उड़ाते हुए देखा गया। सबसे पहले उन्होंने ही सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। दोनों ही दल बजट सत्र के दूसरे चरण में पहले दिन से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले सुबह 11 बजे सदन की बैठक शुरू होते ही अन्नाद्रमुक के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे और कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

मॉस्को में निष्कासित राजनयिकों ने अमेरिकी दूतावास छोड़ा

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मॉस्को, पांच अप्रैल, जासूस को जहर देने पर उपजे विवाद के मद्देनजर मॉस्को में वाशिंगटन के दूतावास से निष्कासित किए गए अमेरिका के 60 राजनयिकों का पहला जत्था आज रवाना हो गया। मौके पर मौजूद एएफपी के संवाददाता ने बताया कि अमेरिका के कई राजनयिकों और उनके परिवारों ने स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े छह बजे दूतावास छोड़ दिया और वे तीन बसों तथा एक मिनीबस में सवार होकर हवाईअड्डे की ओर रवाना हुए।  रूस ने राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए आज की समय सीमा दी थी।  ब्रिटेन में चार मार्च को सालिसबरी में पूर्व डबल एजेंट सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमला किया गया जिसमें वे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। ब्रिटेन ने इस हमले के पीछ रूस का हाथ बताया है। इसके बाद जैसे को तैसा नीति के तहत राजनियकों को अपने-अपने देश से निकालने का सिलसिला जारी है। ब्रिटेन ने कहा कि इस हत्या के पीछे रूस के होने की ‘‘पूरी संभावना’’ है। हालांकि रूस ने आक्रामक रूप से इस आरोप को खारिज किया है। अमेरिका, यूरोपीय संघ के सदस्यों, नाटो देशों और अन्य देशो ने रूस के150 से अधिक राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया था और रूस ने भी इसका ऐसा ही जवाब दिया। मार्च के अंत तक रूस ने अमेरिका के60 राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए कहा और साथ ही सेंट पीटर्सबर्ग में वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया। राजनयिकों के देश छोड़कर जाने के मद्देनजर दूतावास में कई वाहन आते और जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कई वाहनों में निष्कासित राजनयिकों के सामान और पालतू जानवरभी हैं।

हबल दूरबीन ने ब्रह्मांड में सबसे पुराने तारों के समूह की सटीक दूरी मापी

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वाशिंगटन, पांच अप्रैल,वैज्ञानिकों ने नासा की हबल अंतरिक्ष दूरबीन का इस्तेमाल कर पहली बार ब्रह्मांड में सबसे पुराने तारों के समूह में से एक की दूरी सटीकता से मापी है।13.4 अरब वर्ष पुराना तारों का यह समूह बिग बैंग घटना के तुरंत बाद बना। तारों के समूह की सटीक दूरी का पता चलने से ब्रह्मांड की उम्र का अंदाजा हो सकता है। इससे खगोल वैज्ञानिकों को तारों के क्रमिक विकास के प्रारूपों में सुधार करने में मदद मिलेगी। तारों के समूह तारकीय प्रारूपों में अहम घटक होते हैं क्योंकि प्रत्येक समूह में तारें एक समान दूरी पर होते हैं, एक जैसी उम्र के और उनकी एक समान रासायनिक संरचना होती है। तारों का यह समूह पृथ्वी के सबसे करीब समूहों में से एक है। नए माप के अनुसार तारों का समूह7,800 प्रकाश वर्ष दूर है। हबल अध्ययन का नेतृत्व करने वाले अमेरिका में स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट के टॉम ब्राउन ने कहा, ‘‘ गोलाकार समूह बहुत पुराने हैं, इनकी उम्र ब्रह्मांड की उम्र से भी अधिक लगती है।’’ 

भारोत्तोलकों ने लहराया परचम, चानू को स्वर्ण और गुरूराजा को रजत

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गोल्ड कोस्ट, पांच अप्रैल, विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने रिकार्डतोड़ प्रदर्शन करते हुए 21वें राष्ट्रमंडल खेलों की स्पर्धाओं के पहले दिन भारत को पीला तमगा दिलाया जबकि पुरूष वर्ग में छिपे रूस्तम साबित हुए पी गुरूराजा ने रजत पदक जीतकर भारत को शानदार शुरूआत दिलाई । स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार रही चानू ने यादगार प्रदर्शन करते हुए स्नैच, क्लीन एंड जर्क और ओवरआल में राष्ट्रमंडल और खेलों का रिकार्ड तोड़ा । चानू ने ग्लास्गो में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था । उसने कुल 196 किलो ( 86 और 110 किलो ) वजन उठाया ।  उसने कहा ,‘‘ मैने रिकार्ड तोड़ने की उम्मीद नहीं की थी लेकिन मैं यहां आई तो रिकार्ड तोड़ना चाहती थी । मैं बता नहीं सकती कि इस समय कैसा महसूस कर रही हूं ।’’  इससे पहले भारोत्तोलक पी गुरूराजा ने पुरूषों के 56 किलो वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत की झोली में पहला पदक डाला । राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण कर रहे 25 बरस के गुरूराजा ने अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन दोहराते हुए 249 किलो ( 111 और 138 ) वजन उठाया ।  ट्रक ड्राइवर के बेटे और भारतीय वायुसेना में निचले रैंक के कर्मचारी गुरूराजा स्नैच के बाद तीसरे स्थान पर थे जिन्होंने दो प्रयास में 111 किलो वजन उठाया । क्लीन और जर्क में पहले दो प्रयास में वह नाकाम रहे लेकिन आखिरी प्रयास में 138 किलो वजन उठाकर रजत सुनिश्चित किया ।  वहीं पदक की दावेदार मानी जा रही भारतीय महिला हाकी टीम के अभियान की शुरूआत निराशाजनक रही जब निचली रैंकिंग वाली वेल्स ने आखिरी क्षणों में गोल करके उसे ग्रुप ए के मुकाबले में 3 . 2 से हरा दिया । भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने मिश्रित टीम स्पर्धा के शुरूआती दौर के एकतरफा मुकाबले में श्रीलंका को 5-0 से शिकस्त दी।

भारत के लिए एकल मुकाबलों में साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत ने आसानी से जीत दर्ज की तो वही मिश्रित युगल में प्रणव चोपड़ा और रूथविका गाडे की जोड़ी को जीत का स्वाद चखने के लिए संघर्ष करना पड़ा। पुरूष युगल में सात्विक रंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने और महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा तथा एन सिक्की रेड्डी ने जीत के साथ आगाज किया ।  महिला टेबल टेनिस ग्रुप मैच में भारत ने श्रीलंका को 3 . 0 से हरा दिया । इसके बाद त्रिनिदाद और टोबैगो को भी 3 . 0 से हराया ।  स्क्वाश में हरिंदर पाल संधू और विक्रम मलहोत्रा ने पुरूष एकल में अपने अपने मुकाबले जीते । तैराकी में वीरधवल खाड़े ने पुरूषों के 50 मीटर बटरफ्लाय वर्ग में सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि साजन प्रकाश चूक गए ।  साइकिलिंग में भारतीय महिलायें टीम स्प्रिंट में छठे स्थान पर रहकर पदक की दौड़ से बाहर हो गई। पुरूष टीम सातवें स्थान पर रही । 

सेवा क्षेत्र का पीएमआई मार्च में वृद्धि के रास्ते पर, रोजगार सृजन सात वर्ष के उच्चस्तर पर

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नयी दिल्ली, पांच अप्रैल, देश के सेवा क्षेत्र में मार्च माह में गतिविधियां तेज हुई हैं। बड़ी मात्रा में नया कामकाज आने के बाद सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई। इसके परिणामस्वरूप कंपनियों में रोजगार सृजन तेजी से बढ़ा है और यह पिछले सात वर्ष के उच्चस्तर पर पहुंच गया। निक्केई इंडिया सविर्सिज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स मार्च माह में 50.3 अंक पर पहुंच गया जो कि एक माह पहले फरवरी में 47.8 पर था। इससे मार्च के दौरान सेवा क्षेत्र में गतिविधियों के बेहतर होने का संकेत मिलता है। सेवा गतिविधियों से जुड़ा यह सूचकांक फरवरी में 50 अंक से नीचे गिर गया था। सूचकांक 50 से ऊपर वृद्धि का संकेत देता है जबकि इससे नीचे गिरावट को दर्शाता है। आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री और रिपोर्ट की लेखक आशना दोधिया ने कहा, ‘‘भारत की सेवा क्षेत्र की गतिविधियां तिमाही के आखिर में उठापटक के बाद स्थिर हो गई। नया काम मिलने की रफ्तार बढ़ने से यह स्थिति बनी है। जो संकेत मिले हैं उनसे मांग स्थिति में सुधार का पता चलता है।’’  इस बीच मौसम अनुरूप समायोजित निक्कई इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स फरवरी के 49.7 से बढ़कर मार्च में 50.8 अंक पर पहुंच गया। विनिर्माण अैर सेवा दोनों क्षेत्र में वृद्धि से कंपोजिट पीएमआई में सुधार आया है।  दोधिया ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर फरवरी माह में गतिविधियों में जो गिरावट आई थी वह अल्पकालिक साबित हुई, भारत की सकल आर्थिक गतिविधियां मार्च में वापस वृद्धि के दौर में पहुंच गई। विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि ने एक बार फिर सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। पिछले कुछ माह से यह रूझान बना हुआ है।’’  उन्होंने कहा कि मांग बढ़ने और मौजूदा संसाधनों पर दबाव बढ़ने से सेवा प्रदाताओं ने अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना शुरू किया और जून 2011 के बाद इसमें सबसे ज्यादा तेजी आई है। दोधिया ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था को अधिक से अधिक औपचारिक तंत्र में लाने के सरकार के प्रयासों के प्रतिक्रिया स्वरूप ज्यादा से ज्यादा लोग रोजगार सृजन की तरफ खिंच रहे हैं। ताजा पीएमआई आंकड़ों में इसका संकेत मिलता है। यही वजह है कि रोजगार सृजन में जून 2011 के बाद सबसे ज्यादा तेजी आई है।’’ इस बीच रिजर्व बैंक पर ब्याज दर में कटौती के लिये दबाव बढ़ रहा है। खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट और आर्थिक वृद्धि को और गति देने के लिये उम्मीद की जा रही है कि रिजर्व बैंक मुख्य दर में कटौती करेगा। 

चीन के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में विश्व रिकार्ड पर होगी पेस की नजरें

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तियानजिन, पांच अप्रैल, भारत कल से दो दिन के नये प्रारूप में यहां शुरू हो रहे डेविस कप एशिया ओशियाना ग्रुप में चीन के खिलाफ उतरेगा तो लिएंडर पेस सबसे ज्यादा युगल मुकाबले जीतने का डेविस कप रिकार्ड अपने नाम करना चाहेंगे । 44 बरस के पेस के नाम 42 युगल जीत दर्ज है और इटली के निकोला पीट्रांजेली के साथ संयुक्त रूप से रिकार्ड उनके नाम पर है । वह एक और मुकाबला जीतते हैं तो डेविस कप के इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी बन जायेंगे । पेस के पास फरवरी 2017 में भी यह रिकार्ड बनाने का मौका था जब भारत ने पुणे में न्यूजीलैंड से खेला था लेकिन उस मैच में भारत सिर्फ युगल मुकाबला ही हारा था ।  उजबेकिस्तान के खिलाफ बेंगलूरू में हुए मुकाबले में कप्तान महेश भूपति ने पेस को बेंच पर बिठाकर श्रीराम बालाजी और रोहन बोपन्ना को उतारा था । ये दो मौके थे जब पेस के पास अपने दर्शकों के सामने रिकार्ड बनाने का मौका था । अब टीम में जगह दोबारा बनाने और पिछले कुछ महीने में अच्छे प्रदर्शन के बाद उनके पास हजारों मील दूर परदेस में यह रिकार्ड बनाने का मौका है । पेस ने कहा ,‘‘चीन को चीन में हराना कठिन होगा । उनके पास एक जूनियर खिलाड़ी है जिसने अमेरिकी ओपन जीता है । उनकी युगल टीम ने न्यूजीलैंड को हराया है लिहाजा यह कठिन होगा । चीन एक टीम के रूप में अच्छा खेलता है। मेरे लिये अहम यह है कि हम टीम के रूप में जीते ।’’ इस मुकाबले की तैयारी के दौरान भी विवाद पैदा हो गया था जब रोहन बोपन्ना ने पेस के साथ खेलने से इनकार कर दिया । 

पेस का मानना है कि इससे उनके प्रदर्शन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा । उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा हमेशा से मानना रहा है कि रोहन और मैं मिलकर अच्छी टीम बनाते हैं ।उसकी ताकत और मेरा नियंत्रण । उसकी सर्विस और मेरा नेट खेल । मुझे रोहन के साथ खेलकर खुशी होगी ।’’ भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी युकी भांबरी चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं जिनकी जगह रामकुमार रामनाथन को उतारा जायेगा । पेस ने कहा ,‘‘हमें युकी की कमी खलेगी । उसने पिछले महीने शानदार प्रदर्शन किया है और वह सर्वश्रेष्ठ फार्म में है ।’’  चीन के पास यिबिंग वू के रूप में बेहतरीन खिलाड़ी है जो फिलहाल जूनियर विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर है ।वह पहले मैच में रामकुमार से खेलेगा । इसके बाद सुमित का सामना झांग से होगा । शनिवार को पेस और बोपन्ना की टक्कर दि वू और माओ शिन गोंग से होगी । युगल के बाद उलट एकल खेले जायेंगे ।

कपिल मिश्रा को दिल्ली विधानसभा से बाहर निकाला गया

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नई दिल्ली, 5 अप्रैल,आम आदमी पा र्टी (आप) के बागी विधायक कपिल मिश्रा द्वारा गुरुवार के एजेंडा में चर्चा के लिए चयनित विषयों में से एक विषय को हटाने की मांग करने के कारण सदन से बाहर कर दिया गया। गुरुवार को सदन के शुरू होते ही मिश्रा ने 'रामनवमी कार्यक्रम के दौरान सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कथित कोशिश'विषय को हटाने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल द्वारा उनकी मांग खारिज करने पर मिश्रा ने एजेंडा लिखे पत्र को फाड़ दिया। इसके बाद उन्हें मार्शल के जरिए सदन से बाहर कर दिया गया।

बॉलीवुड सलमान खान के साथ

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मुंबई, 5 अप्रैल, जोधपुर की एक अदालत द्वारा 1998 में काले हिरन के शिकार मामले में गुरुवार को सलमान खान को दोषी ठहराए जाने से जया बच्चन, सुभाष घई और आलोक नाथ जैसे फिल्म जगत के सदस्य दुखी हैं।बॉलीवुड हस्तियों ने उन्हें उच्च अदालत से न्याय मिलने की आशा जताई है। अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन ने मीडिया से कहा, "मुझे बुरा लग रहा है..फिल्म जगत ने उन पर बहुत निवेश किया हुआ है, उन्हें घाटे से जूझना पड़ेगा। 20 साल बाद उन्होंने उन्हें दोषी पाया है। लेकिन..कानून अपना वक्त लेता है..कोई इसके बारे में क्या कह सकता है?"उच्च अदालत से उन्हें न्याय मिलने के सवाल पर जया ने कहा, "उन्हें मिलना चाहिए..उन्होंने अपने संगठन बीइंग ह्यूमन के माध्यम से बहुत से मानवीय कार्य किए हैं।" 52 वर्षीय सलमान को कानून द्वारा प्रतिबंधित लुप्तप्राय प्रजाति के दो काले हिरनों के शिकार के लिए वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 9/51 के तहत दोषी पाया गया है। घटना बॉलीवुड फिल्म 'हम साथ साथ हैं'की शूटिंग के दौरान अक्टूबर एक-दो 1998 को जोधपुर के समीप कनकनी गांव में हुई थी। सलमान को जहां पांच साल जेल की सजा सुनाई गई है वहीं चार सह कलाकार सोनाली बेंद्रे, सैफ अली खान, तब्बू और नीलम और एक स्थानीय नागरिक को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है।

फिल्मकार सुभाष घई ने ट्वीट कर कहा, "सलमान को दोषी ठहराए जाने की खबर सुनकर सदमे में हूं..लेकिन भारतीय न्यायतंत्र में मेरा पूरा भरोसा है, जहां अंतिम न्याय की अपील के लिए कई दरवाजें हैं। वह (सलमान) अपने मानवीय कारणों से फिल्म जगत और लोगों के सबसे प्यारे शख्स हैं।"'हम साथ साथ हैं'में सलमान के पिता का किरदार निभाने वाले आलोक नाथ ने कहा कि यह 'त्रासद'है कि सलमान को दोषी ठहराए जाने का यह फैसला बीस साल बाद आया है। उन्हें सजा मिलना फिल्म उद्योग के लिए दुखद खबर है। उन्होंने कहा, "इसमें बहुत समय लगा..एक व्यक्ति के लिए जो इस मामले में पिछले दो दशक से लटका रहा हो और फिर उसे अचानक इतनी बड़ी सजा। मुझे नहीं पता क्या कहना चाहिए।"उन्होंने आशा जताई कि सलमान के वकील उच्च अदालत में न्याय के लिए अपील करेंगे। अर्जुन रामपाल ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है और इस पर बहस नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा, "बेबसी महसूस कर रहा हूं। सलमान और उनके परिवार के लिए दिल में भावनाएं हैं। वजह यह है कि जो आखिरी चीज हो सकती है वह यह कि सलमान एक अपराधी है। यह बहुत सख्त है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें वह राहत मिलेगी जिसके वह हकदार हैं।"

सलमान की मेजबानी वाले टीवी शो बिग बास में हिस्सा ले चुकी शिल्पा शिंदे ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, "कितने बाघों का शिकार हुआ है और उन पर न्याय की क्या स्थिति है? विकास के नाम पर कितने जंगल काटे गए हैं? क्या यह वन्यजीव को मारे जाने की तरफ नहीं ले जाता? इसके लिए किसे सजा मिलेगी? एक अच्छे इनसान को सजा देना स्वीकार्य नहीं है।"सलमान के दोस्त फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने अपनी फिल्म बागी-2 की सफलता पर शुक्रवार को पार्टी रखी थी लेकिन अब उसे रद्द कर दिया है। सलमान जोधपुर की जेल में हैं। उनके वकीलों ने उनकी जमानत के लिए सत्र अदालत में अपील की है।

संसद की कार्यवाही 21 वें दिन भी नहीं चली

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नयी दिल्ली, 05 अप्रैल, विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही आज लगातार 21 वें दिन भी नहीं चल पायी जिसके कारण भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक राज्यसभा में लटक गया और लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस नहीं लिया जा सका । लोकसभा की कार्यवाही शुरु होते ही कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के पास आकर भारी हंगामा शुरु कर दिया जिसके कारण अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को कार्यवाही पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी । सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर वही नजारा दिखायी दिया । शोर-शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाये। इसके बाद उन्होंने सदन को बताया कि कांग्रेस के मलिकार्जुन खडगे, तेलुगुदेशम् पार्टी के थोटा नरसिम्हन, वाई.एस.आर. कांग्रेस के वाई.वी. सुब्बा रेड्डी, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन.के. प्रेमचंद्रन आदि सदस्यों से उन्हें अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं। उन्होंने हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक के सदस्यों से सदन में व्यवस्था बनाने के लिए अपनी-अपनी सीटों पर जाने की अपील करते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के समर्थन में खड़े सदस्यों को गिन नहीं पा रही हैं, लेकिन इन सदस्यों पर अपील का असर नहीं हुआ । इस बीच संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को तैयार है, लेकिन कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दल खुद ही चर्चा को लेकर गम्भीर नहीं हैं। उन्होंने कांग्रेस पर सदन में गतिरोध जारी रखने का आरोप भी लगाया। हंगामा न थमता देखकर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।

अांध्र के मुद्दे पर तेदेपा सांसद राज्यसभा और केंद्रीय कक्ष में धरने पर

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नयी दिल्ली 05 अप्रैल, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर तेलुगू देशम पार्टी के पांच सांसद आज राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन में धरने पर बैठ गए। तेदेपा के कार्यालय सचिव एन. सत्य नारायण ने यूनीवार्ता को यहां बताया कि इसके अलावा संसद के केंद्रीय कक्ष में भी पार्टी के कई लोकसभा सदस्य धरने पर बैठे हैं। राज्यसभा की कार्यवाही भ्रष्टाचार निवारण विधेयक पर हुए हंगामे के कारण जब लगभग पौने तीन बजे स्थगित की गयी तो तेदेपा के पांच सांसद सदन से बाहर नहीं गये और वहीं बैठ गये। उन्होंने बताया कि बहुत देर तक जब तेदेपा सांसद सदन से बाहर नहीं निकले तो उप सभापति पी जे कुरियन और संसदीय कार्यमंत्री विजय गोयल उन्हें मनाने के लिए उनके पास आये लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। इसके बाद मार्शल को भी बुलाया गया लेकिन तेदेपा के सदस्य वहां से नहीं हटे।  इस बीच तेदेपा की सदस्य थोटा सीताराम लक्ष्मी और सी आर रमेश का रक्तचाप गिर गया। जिसे देखते हुए डाक्टर को बुलाना पडा। इसी तरह एक सदस्य एम एस श्रीनिवासराव की भी तबीयत खराब हो गयी और उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराना पडा। समाचार लिखे जाने तक सांसदों को धरना जारी था।

आतंकवाद अंतराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बडी चुनौती: सीतारमण

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नयी दिल्ली 05 अप्रैल, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आतंकवाद को मानवता के लिए अभिशाप बताते हुए आज कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है और इससे निपटने के लिए सभी देशों को एकजुट होना होगा। रूस की तीन दिन की यात्रा पर गयी रक्षा मंत्री ने कल रात मास्को में अंतर्राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर सातवें ‘मॉस्‍को सम्‍मेलन ’ में ‘ग्‍लोबल सिक्‍युरिटी इन ए पॉलीसेन्ट्रिक वर्ल्‍ड’ विषय पर अपने संबोधन में मौजूदा समय में रक्षा, सुरक्षा और रणनीतिक परिदृश्य पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का अभिशाप अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में प्रमुख चुनौती बना हुआ है। आतंकवादी अधिक खतरनाक तरीके अपना रहे हैं। युवा कट्टरपंथी नई टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया नेटवर्कों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने आतंकवादियों द्वारा पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय अड्डे स्थापित करने तथा कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम करने के प्रयासों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत काफी लंबे समय से क्षेत्र में परमाणु हथियारों के प्रसार की ओर इशारा कर रहा था, जो हमारी अपनी सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि यूरेशियाई पड़ोसियों के साथ स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने खासतौर से आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए रूस के साथ सहयोग कायम करना भारत के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सामने खड़ी समस्याओं का समाधान किसी एक देश अथवा देशों के समूह द्वारा नहीं किया जा सकता इसके लिए सबको एकजुट होना होगा।

व्यवसाय, वाणिज्य में महिलाओं को उचित जगह नहीं मिली : कोविंद

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नयी दिल्ली, 05 अप्रैल, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज कहा कि घर और कार्यस्थल के माध्यम से अर्थव्यवस्था में योगदान देने के बावजूद महिलाओं को कारोबार और वाणिज्यिक मामलों में उचित जगह नहीं दी गयी। फिक्की की महिला संगठन (एफएलओ) के 34वें वार्षिक सत्र को सम्बोधित करते हुए श्री कोविंद ने कहा कि भारतीय महिलाएं कार्यस्थल और घर पर विविध तरीकों से काम करके अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं, लेकिन जब बात व्यवसाय और वाणिज्य की आती है तो यह खेदजनक है कि महिलाओं को उनका अधिकार नहीं दिया जाता।  उन्होंने कहा, “हमें ऐसी स्थितियां बनाने की जरूरत है, जहां हमारी अधिक से अधिक बेटियों और बहनों की गिनती श्रम बल में हो। हमें घर पर, समाज में और कार्यस्थल पर उनके लिए उपयुक्त, उत्साहवर्धक और सुरक्षित स्थितियां सुनिश्चित करनी होंगी, ताकि कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत बढ़ सके।” राष्ट्रपति ने कहा कि यदि अधिक महिलाएं श्रम बल का हिस्सा बनेंगी तो घरेलू आमदनी और विकास दर दोनों में तेजी आएगी। भारत अधिक समृद्ध राष्ट्र बनेेगा और समाज में और अधिक समानता आएगी। आवश्यकता इस बात की है कि समाज के निचले तबके की बहनों और बेटियों को भी उद्यमिता से अवगत कराया जाये और स्टार्ट-अप से जोड़ा जाये। हाल के महीनों में बैंक धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि विशुद्ध व्यवसाय विफल हो सकता है, लेकिन जब जानबूझकर और आपराधिक तरीके से बैंक ऋण का भुगतान नहीं किया जाता है तो इसका खामियाजा भारतीयों के परिवारों को भुगतना पड़ता है। निर्दोष नागरिक परेशानी में पड़ जाते हैं और अंततः ईमानदार करदाता को इसका बोझ उठाना पड़ता है।  उन्होंने कहा, “यह सराहनीय है कि हमारे देश के निचले स्तर पर- छोटे गांवों और परम्परागत रूप से शोषितों और वंचित समुदायों में मुद्रा उद्यमियों ने अपने ऋणों का भुगतान किया है। 

आधार हर मर्ज की दवा नहीं : सुप्रीम कोर्ट

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नयी दिल्ली, 05 अप्रैल, उच्चतम न्यायालय ने आज टिप्पणी की कि आधार हर मर्ज की दवा नहीं हो सकता। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने आधार की अनिवार्यता और संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान कहा कि वह केंद्र सरकार के इस तर्क से सहमत नहीं है कि आधार मौजूदा व्यवस्था से संबंधित हर मर्ज की दवा है। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति अर्जन कुमार सिकरी, न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर शामिल हैं। संविधान पीठ ने एटर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल से पूछा, “क्या आप किसी की निजता के अधिकार का हनन कर सकते हैं? आप उसको सरकारी सुविधाएं देते हैं और उसकी निजी जानकारी को राज्य अपने पास रखता है, लेकिन ये कैसे सुनिश्चित होगा कि यह डाटा कहीं और इस्तेमाल नहीं किया जायेगा? यह एक संवैधानिक सवाल है कि क्या आप किसी को सरकारी सुविधा देकर उसकी निजी जानकारी ले सकते हैं, चाहे वह किसी भी वर्ग या तबके का हो। आखिर ये उसकी निजता का सवाल है।” श्री वेणुगोपाल ने जवाब में कहा कि भोजन के अधिकार जैसे मौलिक अधिकारों को पूरा करने के लिए आधार को जरूरी किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे लोगों के इन अधिकरों को सुरक्षित रखा जा सकता है। शीर्ष अदालत ने आगे कहा कि आधार करोड़ो रुपये की बैंक धोखाधड़ी में कारगर नहीं है, क्योंकि ऋण लेने वाला कानूनी तरीके से ऋण लेता है और इसमें आधार कोई मदद नहीं करता, क्योंकि उसकी पहचान छुपी नहीं होती। जब बैंक अधिकारी ऋण देता है तो वह जानता है कि वह किसे कर्ज दे रहा है, ऐसे में आधार इसको कैसे रोक सकता है? एटर्नी जनरल ने जवाब दिया कि संभव है न्यायालय नीरव मोदी प्रकरण की बात कर रहा हो, लेकिन आधार बेनामी संपत्ति और बेनामी लेन-देन को लेकर बहुत कारगर है। मामले की अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी। शीर्ष अदालत आधार की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई कर रही है।

बीसीसीअाई ने 6138 करोड़ में बेचे मीडिया अधिकार

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मुंबई, 05 अप्रैल, दुनिया के सबसे अमीर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने वर्ष 2018 से 2023 तक के मीडिया अधिकार ई-नीलामी प्रक्रिया के जरिये गुरूवार को तीसरे दिन जाकर 6138 करोड़ रुपये (94.4 करोड़ डॉलर) में बेच दिये। हालांकि बीसीसीआई ने अभी तक इस कंपनी का नाम उजागर नहीं किया है जिसे यह अधिकार बेचे गये हैं। बीसीसीआई के मीडिया अधिकारों की कीमत पिछले 3851 करोड़ से 59 फीसदी ज्यादा रही। मंगलवार को शुरू हुई ई नीलामी तीन दिन बाद जाकर समाप्त हुई। मीडिया अधिकारों की होड़ में तीन कंपनियां स्टार इंडिया, रिलायंस और सोनी शामिल थीं।  बीसीसीआई भारत के अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू मैचों के लिए पहली बार ई-नीलामी प्रक्रिया के तहत मीडिया अधिकार बेचे। वैश्विक समग्रित अधिकार (जीसीआर) के लिए पहले दिन सबसे ज्यादा बोली 4442 करोड़ रुपये पहुंची और उसके बाद दूसरे दिन 6032.50 करोड़ रुपये पहुंची। यह सिलसिला 6138 करोड़ पर जाकर रूका। भारत में 15 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2023 तक बीसीसीआई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मैचों के वैश्विक टेलीविज़न और डिजिटल अधिकार शामिल हैं।  क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल सितंबर में आईपीएल के टीवी और डिजीटल अधिकार 2018 से 2022 तक की अवधि के लिये 16347.5 करोड़ रूपये में स्टार इंडिया को बेचे थे जबकि बोर्ड ने टीम इंडिया के मीडिया अधिकार 6138 करोड़ रूपये में बेचे हैं। भारतीय टीम के प्रति मैच की औसत कीमत लगभग 60 करोड़ रूपये आ रही है जो आईपीएल के प्रति मैच कीमत 54.5 करोड़ रूपये से भी अधिक है।

बाबाओं को मंत्री का दर्जा देने पर राहुल का कटाक्ष

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नयी दिल्ली, 05 अप्रैल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ निकालने की तैयारी में जुटे बाबाओं काे राज्यमंत्री का दर्जा मिलने के बाद हृदय परिवर्तन होने पर तीखा कटाक्ष करते हुए आज कहा कि मध्य प्रदेश बर्बाद हो रहा है। श्री गांधी ने ट्वीट किया “बाबा कहते थे बड़ा काम करूँगा, नर्मदा घोटाला नाकाम करूँगा, मगर यह तो, मामा ही जाने अब इनकी मंज़िल है कहाँ! मध्य प्रदेश, क़यामत से क़यामत तक” कांग्रेस अध्यक्ष ने यह कटाक्ष मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पांच बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा देने की घोषणा पर किया है। उन्होंने इसके साथ ही एक खबर भी पोस्ट की है जिसमें कहा गया है कि शिवराज सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा मिलने के बाद कंप्यूटर बाबा और योगेंद्र महंत ने साफ तौर कह दिया है कि अब 'नर्मदा घोटाला रथ यात्रा'नहीं निकाली जाएगी।

उम्मीद है भविष्य सलमान को न्याय देगा : राज बब्बर

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नयी दिल्ली 05 अप्रैल, प्रसिद्ध अभिनेता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने काला हिरन शिकार मामले में मशहूर अभिनेता सलमान खान को पांच साल की सजा सुनाये जाने पर आज कहा कि वह अच्छे इंसान हैं और उम्मीद है कि आने वाला कल उन्हें न्याय देगा। श्री राज बब्बर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा “सलमान बेहतरीन इंसान हैं। वह इंसानियत की खिदमत के लिए हरदम तैयार रहते हैं। उम्मीद है आने वाला कल उसे न्याय देगा। ” उन्होंने कहा कि यह दु:खद है कि सलमान लगातार विपदाओं से गुजर रहा है। उसके साथ विपरीत परिस्थितियां आयी हैं और उसे इन परिस्थितियों से निजात मिलती रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाला समय उसके साथ न्याय करेगा। गौरतलब है कि राजस्थान में जोधपुर की एक अदालत ने बहुचर्चित कांकाणी हिरण शिकार मामले में सलमान खान को दोषी मानते हुए पांच साल की कैद और दस हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनायी है।

सलमान की सजा से करोड़ों रुपये दांव पर

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मुंबई 05 अप्रैल, बॉलीवुड के टाइगर सलमान खान को बहुचर्चित कांकाणी हिरण शिकार मामले में पांच साल की सजा से ग्लैमर वर्ल्ड के हजारों करोड़ रुपये दांव पर लग गये हैं। करीब 20 साल से चल रहे बहुचर्चित कांकाणी हिरण शिकार मामले में आज राजस्थान में जोधपुर की विशेष अदालत के सलमान खान को सजा दिये जाने से कई फिल्म, टेलीविजन शो और एडवरटाइजिंग वर्ल्ड के कई प्रोजेक्टों के अधर में लटकने की संभावना है। सलमान इस समय कई प्रोजेक्ट से जुड़े हैं या जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जाने-माने फिल्मकार रमेश तौरानी निर्मित फिल्म रेस 3 की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है लेकिन पोस्ट प्रोडक्शन और प्रमोशन का काम बाकी है। यह फिल्म इस वर्ष 15 जून को प्रदर्शित होने वाली है। सलमान खान को लेकर सुल्तान और टाइगर जिंदा है जैसी फिल्म का निर्देशन कर चुके अली अब्बास जफर जल्द ही उन्हें लेकर फिल्म भारत शुरू करने वाले थे। फिल्म का निर्माण सलमान के जीजा अतुल अग्निहोत्री कर रहे हैं। यह फिल्म कोरियन फिल्म ऑड टू माय फादर की हिन्दी रीमेक होगी। सलमान की इस फिल्म की शूटिंग जून में शुरू होनी है लेकिन उनकी सजा से यह फिल्म भी ठंडे बस्ते में चली जाएगी। सलमान की महत्वाकांक्षी फिल्म दबंग और किक सीरीज पर काम चल रहा है और इनमें से कई फिल्मों की शूटिंग भी अंतिम चरण में है। सलमान के भाई अरबाज खान काफी समय से दबंग 3 को बनाना चाहते थे। फिल्म के निर्देशन का जिम्मा प्रभुदेवा को दिया गया है। इन सबके साथ ही साजिद नाडियाडवाला भी अपनी सुपरहिट फिल्म किक का सीक्वल सलमान को लेकर शुरू करने की योजना बना रहे हैं। रियलिटी शो बिग बॉस सीजन 12 के लिये भी सलमान खान का नाम तय है। अक्टूबर में शुरू होने वाले बिग बॉस 12 के लिए सलमान की जगह अन्य होस्ट खोजना पड़ सकता है।

स्वास्थ्य : विवाह में देरी बांझपन का मुख्य कारक

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लखनऊ 01 अप्रैल, आमतौर पर बांझपन की समस्या के लिये महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि अनियमित दिनचर्या,खानपान,तनाव,नशे की लत और विवाह में देरी समेत कई कारकों से देश में पुरूषों में बांझपन की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। जाने माने विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डा पवन यादव ने आज यहां  कहा ‘‘ हमारे समाज में संतान उत्पत्ति में बाधा के लिये आमतौर पर महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है लेकिन हालिया सर्वेक्षणों के अनुसार महिलाओं की अपेक्षा पुरूषों में बांझपन की समस्या अधिक जटिल है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। करियर की खातिर युवा देर से विवाह को तवज्जो देते हैं। इसके अलावा जंकफूड का अधिक सेवन, नशे की लत समेत कई कारक युवाओं में बांझपन का सबब बनते हैं। ” चिकित्सक ने कहा कि विवाह में देरी महिलाओं में बांझपन की समस्या का अहम कारण है। पिछले कुछ सालों से युवा वर्ग में बांझपन की समस्या में उल्लेखनीय तेजी दर्ज की गयी है। तीस वर्ष की आयु से पहले विवाह करने वाले युवाओं की तुलना में 30 से 40 आयुवर्ग में परिणय सूत्र में बंधने वाले दंपत्तियों को बांझपन की समस्या का अधिक सामना करना पडा। 

उन्होने कहा कि निसंतान दंपति को ज्यादातर दवाइयों की बजाय मनोस्थिति की दुरस्त करने के लिये उचित सलाह की जरूरत होती है। दिमागी पीड़ा और तनाव के क्षण संतान उत्पत्ति में बाधा बनते है। इससे उबरने के लिये ऐसे जोडों को योग्य चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिये और बांझपन के कारणों के बारे में खुले दिमाग से जानना चाहिये। उचित परामर्श, जांच के बाद ऐसे दंपति इलाज से संतान का सुख उठा सकते हैं।  डा यादव ने कहा कि रक्त की जांच,एक्स रे और अल्ट्रासाउंड के अलावा हार्मोंस के कुछ परीक्षणों से महिलाओं में बांझपन का कारण पता चलता है। शरीर हार्मोंस के स्तर से पता लगाया जा सकता है कि महिला में प्रजनन की कितनी क्षमता है। इसके अलावा कुछ अन्य जांचे भी महिलाओं में प्रजनन स्तर का पता लगाने में सहायक होती है। गर्भाशय की टीवी,गर्भनालिका में अपरोध जैसे कुछ अन्य विकार भी महिलाओं के गर्भधारण में बाधा बनते हैं मगर उचित इलाज से ऐसी महिलायें भी गर्भ धारण योग्य बन सकती हैं।

चिकित्सक ने कहा कि कई मामलों में पुरूषो का वीर्य परीक्षण इलाज में मददगार साबित होता है। वीर्य में विकास, दुर्बलता समेत कई कारक संतान उत्पत्ति में बाधक बनते हैं मगर सही परामर्श और इलाज से इन विकारों से छुटकारा पाना संभव है। उन्होने कहा कि 80 फीसदी निसंतान नवदंपत्ति में हार्मोंस का असंतुलन, संक्रमण समेत अन्य विकार पाये जाते हैं जबकि मात्र 20 फीसद दंपत्ति गंभीर रोग की वजह से संतान सुख से वंचित रहते है। चिकित्सा विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली हैं कि उचित इलाज से मामूली से लेकर गंभीर समस्या का निदान कर दंपत्ति को संतान सुख दिलाया जा सकता है।

बिहार सरकार की उपलब्धि हवा-हवाई

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  • * दानापुर अनुमंलडीय अस्पताल में अल्ट्रासांउड स्कैनिंग मनमौजी
  • * अल्ट्रासांउड बाहर करवाने से ई.डी.डी. 2 अप्रैल 2018 को
  • * दानापुर अनुमंडल अस्पताल में अल्ट्रासांउड करवाने से ई.डी.डी. 12 मई 2018
  • * 40 दिनों के अंतर होने पर तब डाक्टर रूपम को विश्वास ही नहीं होता है

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दानापुर. बिहार सरकार व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सुरक्षित प्रसव कराने के लिये महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाता है. आशा बहनों के सहयोग से उनको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,रेफर हॉस्पिटल,अनुमंडलीय अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में भेजा जाता है. एम्बुलेंश की भी व्यवस्था है.जच्चा-बच्चा को पोषाहार के लिये राशि दी जाती है. दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में अल्ट्रासांउड स्कैनिंग खराब होने से बिहार सरकार की उपलब्धि हवा हवाई होने लगी है. एक व्यक्ति परेशान हैं अपनी  गर्भवती पत्नी को लेकर. वह प्रथम बार माँ बनने वाली हैं. दोनों यानी पति-पत्नी स्वस्थ बच्चे चाहते हैं. पर उसे मालूम नहीं है कि कब अंतिम बार माहवारी हुई थी ? प्रथम बार माँ और बाप बनने की खुशी व स्वस्थ बच्चे की चाहत ने दोनों को धरती के भगवान के द्वार पहुंचा दिये. शुरूआती  चरण की जांच करवाने  लेडी डाक्टर के पास पहुंचे.डाक्टर साहब ने गर्भवती महिला से पूछा कि अंतिम माहवारी कब हुई? हां उसे लास्ट मंथली पीरियड की तिथि (एलएमपी) मालूम नहीं है. तो डाक्टर साहब ने अल्ट्रा सोनोग्राफी  करवाने की सलाह दी. 600 रू. करके अल्ट्रासांउड करवाने से पता चला कि गर्भवस्त शिशु स्वस्थ है. प्रसव की  संभावित तिथि (ई.डी.डी.) 2 अप्रैल 2018 है.डाक्टर साहब ने छह माह के बाद भी अल्ट्रासांउड कराया. सब सामान्य ही था.

आज मंद्धिम दर्द होने लगा. संभावित तिथि  2 अप्रैल के 3 दिनों के बाद प्रसव नहीं होने पर चल पड़े दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल.दो रूपये देकर पर्चा बना लिया. इसके बाद दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित डाक्टर रूपम के कक्ष में गर्भवती को दिखाया गया. डाक्टर रूपम ने बाहर से किया गया अल्टासांउड पर यकीन नहीं. तब उन्होंने अपने अनुमंडलीय अस्पताल में अल्ट्रासांउड करा लेने को कहा. कुछ समय के बाद परिजन अल्टासांउड लेकर आये. अल्ट्रासांउड देखकर   डाक्टर साहिबा परेशान हो गयी. यहां तो प्रसव की संभावित तिथि 12 मई 2018 दिखा दिया. 40 दिनों के अंतर होने पर तब डाक्टर रूपम को कहना पड़ गया कि अनुमंडल अस्पताल के अल्ट्रा सोनोग्राफी पर विश्वास नहीं है. इसके बाद बड़बोल डाक्टर साहब ने हमदर्दी दिखाते गर्भवती महिला के पति को मोबाइल नम्बर दे दी.जब भी प्रसव पीड़ा हो तो फोन करें. अस्पताल में ही मंद्धिम दर्द सहने वाली को ऑर्ब्जवेशन वार्ड में भरती नहीं. सवाल है कि क्या आज 5 अप्रैल 2018 को ही डाक्टर रूपम को पता चला कि अल्ट्रासांउड स्कैंनिग अविश्वसनीय है? इसकी जांच होनी चाहिये. 

बिहार में ‘ रेरा’ ने काम करना शुरू किया

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पटना 05 अप्रैल, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अफजल अमानुल्लाह के नेतृत्व में बिहार भू-संपदा (विनियमन और विकास) प्राधिकरण ने काम करना शुरू कर दिया है। श्री अमानुल्लाह ने आज यहां अपनी नई जिम्मेदारी संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह प्राधिकरण बिहार में भू-संपत्ति को विनियमित और विकसित करने के लिए नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि देश भर में भू संपदा को विनियमित और विकसित करने के लिए बने केंद्रीय कानून के अनुसार बिहार में इसका खाका तैयार किया गया है। प्राधिकरण के अध्यक्ष ने कहा कि अब प्रदेश में नये परियोजना को शुरू करने के साथ-साथ पूर्व से चल रही सभी निर्माणधीण परियोजनाएं इसके दायरे में आ जाएगी। बिल्डरों और प्रमोटरों को अपनी परियोजनाओं को 30 अप्रैल तक पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही आने वाले समय में लॉन्च किए जाने वाले प्रोजेक्ट्स को पंजीकृत कराना भी आवश्यक होगा। श्री अमानुल्लाह ने कहा कि परियोजनाओं के सभी विवरण प्राधिकरण की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे जिससे देश-दुनिया में बैठे लोग किसी भी परियोजना के बारे आसानी से जानकारी ले सकेंगे। किसी भी परियोजना से जुड़ी हर जानकारी प्राधिकरण की वेबसाईट पर उपलब्ध होगी, ताकि खरीदार आसानी से विवरण प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि बिल्डरों द्वारा खरीदार को धोखा देने की संभावना को काफी हद तक कम किया जाएगा। 
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