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मधुबनी : जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 12 अप्रैल, 23 अप्रैल से 30अप्रैल में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के आयोजन पर चर्चा श्री शीर्षत कपिल अशोक,जिला पदाधिकारी,मधुबनी की अध्यक्षता में गरूवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया।  बैठक में श्री दुर्गानंद झा,अपर समाहर्ता,मधुबनी,श्री ए.के.पांडेय,ए.एस.पी. मधुबनी,श्री सुनील कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री सुजीत कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी,मधुबनी, श्री विनोद कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी -सह-जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,मधुबनी, श्री मुकेश रंजन,अनुमंडल पदाधिकारी,बेनीपट्टी, श्री विमल कुमार मंडल,अनुमंडल पदाधिकारी,झंझारपुर, श्री शंकर शरण ओमी,अनुमंडल पदाधिकारी,जयनगर,श्री जटाशंकर झा,कार्यपालक पदाधिकारी,नगर परिषद,मधुबनी, श्री इंद्रप्रकाश,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री कुंदन सागर,डी.पी.एम.,आपदा, श्री डी.एन.झा, अध्यक्ष, निजी विद्यालय,श्री कैलास भारद्वाज,समन्वयक,निजी विद्यालय समेत विभिन्न निजी विद्यालयों के प्रतिनिधि एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी राष्ट्रीय राज्यमार्गों से सटे विद्यालयों के सामने जेब्रा क्रांसिंग/संकेतक इत्यादि लगाने की आवश्यकता है। जिससे कि स्कूली छात्रों के साथ हो रही सड़क दुर्घटना को रोका जा सकें। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अंचल अधिकारी के माध्यम से एक सर्वे कराकर वैसे स्कूलों की सूची देने का निदेश दिया,जो राष्ट्रीय राजमार्गो एवं प्रमुख मार्गो पर अवस्थित है। उन्होंने उक्त प्रतिवेदन के आधार पर कार्यपालक अभियंता,सड़क निर्माण विभाग को वैसे मार्गाे पर जेब्रा क्रांसिंग/तथा संकेतक आदि लगाने का निदेश दिया।
जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सकरी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े संकेतक नहीं होने की वजह से लोग मधुबनी आने की बजाये आगे की तरफ निकल जाते है। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने कार्यपालक अभियंता,एन.एच.ए.आई. को सकरी से 4 कि0मी0 पहले, 2 कि0मी0 एवं 200 मीटर पहले दोनों तरफ मधुबनी से संबंधित संकेतक लगाने का निदेश दिया। साथ ही समिया ढ़ाला के समीप एन.एच.57 पर रंबल स्ट्रीट लगाने की व्यवस्था करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को त्वरित ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को तीन ऐम्बुलेंस गाड़ी को चैबीसों घंटे तैयारी की स्थिति में रखने का निदेश दिया। उन्होंने एक ऐंबुलेंस भैरवस्थान थाना परिसर में रखने का निदेश दिया। जो दुर्घटना की स्थिति में ससमय घटनास्थल पर पहुंच सके। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि सभी राजमार्गाे से कुल 146 अस्पताल नजदीक है। जिसमें से 35 निजी अस्पताल है। दुर्घटना की स्थिति में आवश्यक है कि दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को आवश्यकता है कि शीघ्र ब्लीडिंग रोका जाये। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी पुलिस पदाधिकारी से अपील किया गया कि वे सभी दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को प्राथमिक ईलाज पूर्व विषेष पूछताछ नहीं की जाय। उन्होंने सभी प्रखंडो/थाना क्षेत्रों के प्रमुख मार्गाे पर स्कूली बच्चों के द्वारा पुलिस पदाधिकारी के सहयोग से वाहन चेंकिग अभियान चलाने का निदेश दिया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि दिनांक 23.04.18 से 30.04.18 तक सभी विद्यालयों में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाना है। जिसमें दिनांक 23.04.18 को सड़क सुरक्षा से संबंधित प्रभातफेरी,24.04.18 को बच्चों की असेम्बली/प्रार्थना सभा के दौरान सड़क दुर्घटना एवं प्राथमिक उपचार, यातायात सतर्कता चिन्हों के बारे में जानकारी तथा हेलमेट/सीट बेल्ट की महत्ता से सबंधित उद्घोषणा,25.04.18 को महाविद्यालयों/विद्यालयों में सड़क सुरक्षा विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता,पेंटिंग प्रतियोगिता तथा नाटक प्रतियोगिता आयोजित कराने एवं प्रमाण पत्र का वितरण कराने, दिनांक 26.04.18 को स्कूल के निकटवर्ती सड़क के समीप आम नागरिकों को हेलमेट से शरीर के बचाव की जानकारी,सीनियर स्टुडंेट्स के द्वारा बिना हेलमेट वाहन चालक को गुलाब फूल इत्यादि भेंट करना, 27.04.18 को सभी बच्चे अपने-अपने अभिभावक से सड़क सुरक्षा के बारे में जिक्र करने,हेलमेट पहनने एवं सीट बेल्ट का प्रयोग करने का अनुरोध करेंगे। दिनांक 28.04.18 को सभी प्राचार्य अपने-अपने विद्यालयों में वैसे बच्चों को चयनित करना है, जिनके परिवार में सड़क दुर्घटना में काल-कलवित हुये है। तथा वैसे बच्चों की वेदना व्यक्त करने आदि पर परिचर्चा आयोजित करने  तथा दिनांक 29.04.18 एवं 30.04.18 को सभी षिक्षक/प्राचार्य/स्टूडेंट द्वारा घोषणा करना कि किसी भी प्रकार का वाहन सड़क पर चलाते समय दूर-संचार वाद्य यंत्रों का उपयोग बिल्कुल नहीं करने तथा सड़क सुरक्षा पर सामूहिक शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित सहित अन्य कार्यक्रमों पर चर्चा की गयी।

विशेष आलेख : चुनौतियों के बीच में बनायी राह

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हरियाणा राज्य का पलवल ज़िला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से तकरीबन 65 किलोमीटर की दूरी पर है।  गीता देवी पलवल के जनाचैली पंचायत की प्रधान हैं। हरियाणा, जहां आज भी स्त्रियों को खुले में सांस लेने की आज़ादी नहीं है, आज भी जहां महिलाएं बंधनों से मुक्त नहीं हैं, ऐसे राज्य की एक पंचायत की प्रधान गीता देवी परंपराओं के सारे बंधनों को ताक पर रखकर अपनी पंचायत की सिरमौर बनी हुई है। हालांकि वह आधुनिक उच्च शिक्षा से लैस हैं ,पर प्रधानी की यह राह उनके लिए न आसान है और न ही सहज थी। गीता एम.ए. व बी.एड. हैं। उनका सपना किसी सरकारी स्कूल में शिक्षिका बनकर बच्चों के भविष्य की राह को संवारना था, पर अपने गांव की बदहाली और गंदगी ने उनकी राह शिक्षा से पंचायत की ओर मोड़ दी। 
      
जनाचैली में गंदगी, अशिक्षा और रूढ़ियों ने लोगों के जीवन को बदतर बना रखा था। यहां वहां कूड़े के ढेर लगे थे, लोग खुले में शौच जाते थे और औरतें घर के भीतर घूंघट में जकड़ी हुई थीं। गीता ने इसे बदलने का बीड़ा उठाया। अच्छी बात यह रही कि इस काम में उनके पति व परिवार ने उनका साथ दिया। गीता के परिवार में कुल छह सदस्य हैं। गीता ने शीघ्र ही महसूस किया कि व्यापक स्तर पर गांव की दशा में बदलाव लाने के लिए शासन के स्तर पर काम करने की ज़रूरत है। संयोग से जनाचैली की सीट ‘महिला सीट’ थी। गीता 2016 में सरपंच के पद पर चुनाव में खड़ी हुईं, जीतीं और सरपंच बनीं। 
         
जनाचैली में तकरीबन 48 प्रतिशत आबादी महिलाओं की है। यहां महिला को प्रधान या सरपंच पद के लिए केवल चुना भर जाता है, लेकिन पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर पंचायत के सारे काम और निर्णय उस महिला का पति या घर का कोई और पुरुष सदस्य करता है। प्रधान पति ही ब्लॉक में होने वाली बैठकों में हिस्सा लेते हैं, और निर्वाचित महिला सरपंच को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती। गीता से पहले जनाचैली की सरपंच रामवती थीं। परंपरा अनुसार रामवती अपने घर की जिम्मेदारियां उठाती थीं और उनके पति इंदर प्रधान प्रतिनिधि के तौर पर पंचायत के काम करते थे। ऐसे में गीता ने एक स्वतंत्र स्वावलंबी महिला सरपंच के तौर पर पंचायत में काम करने का न केवल उदाहरण प्रस्तुत किया बल्कि अपनी पंचायत का रूप ही बदलकर रख दिया। 
अपने दो साल के कार्यकाल में उन्होंने गांव में कई बदलाव किए। जनाचैली में लोग खेतों व जंगलों में शौच के लिए जाते थे। गीता ने हर घर में शौचालय बनवाए तथा लोगों को शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रेरित व जागरूक किया। आज जनाचैली खुले में शौच जाने के कलंक से मुक्ति पा चुका है। सरकारी स्कूल के शिक्षा स्तर में सुधार किया और बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा। गाँव के स्कूलों में पहली बार बच्चों के लिए कंप्यूटर मुहैया कराए गए, साथ ही प्रिंटर भी लगवाएं। गाँव में बिजली की समस्या थी इसलिए उन्होंने स्कूलों के लिए इन्वर्टर भी लगवाए ताकि बच्चों की तकनीकी शिक्षा में कोई बाधा न आये। गांव के खस्ताहाल आंगनबाड़ी की मरम्मत कराकर उसे ठीक कराया। गांव में पानी की व्यवस्था को बेहतर किया। इस तरह जनाचैली आज एक आदर्श गांव बना और उसे मॉडल विलेज चुना गया है। गाँव में पिछड़ी जाति और पिछड़े लोगों के लिए काम करने के हेतु सरकार ने गीता को पचास हज़़ार रूपये का इनाम दिया है। गीता के काम करने का तरीका पारंपरिक पंचायत नेताओं से अलग है। वह देश की शायद इकलौती ऐसी प्रधान हैं जो अपने क्षेत्र के स्कूलों से लेकर गांवों में अचानक दौरे करती हैं और चल रहे कामों का जायजा लेती हैं। 
           
बतौर महिला सरपंच गीता के लिए भी चुनौतियां कम नहीं रहीं। हरियाणा अपनी उग्र रूढ़िवादी सोच के लिए कुख्यात है। यहाँ के गांवों में गाँव का मालिक या गाँव की सरकार “पुरुष” होता है और, यह परम्परा उस सोच को नकार देती है, जिसमें महिलाओं को सशक्त करने के लिए उन्हें ग्राम पंचायत में प्रधान बनने का मौका दिया जाता है। ऐसे में स्वतंत्र रूप से काम करना, निर्णय लेना और कामों पर नजर रखना उनके लिए भी आसान नहीं था, पर गीता ने अपना हौसला और हिम्मत को झुकने नहीं दिया, संघर्ष के बीच में भी समाधानों के लिए सोचती रहीं। उनका मानना है कि किसी को बदलने के लिए पहले खुद को बदलना होता है। उन्होंने ऐसा किया भी। अपने गाँव में घूघंट प्रथा को खत्म करने के लिए उन्होंने पहले खुद घूंघट करना बंद किया। अन्य महिलाओं से इस पर बातचीत जारी रखी। क्रमशः गाँव की अन्य महिलाओं ने अपने घरों में इस बात को रखा और महिलाओं ने घूंघट करना बंद कर दिया। अब गाँव की बड़ी बुजुर्ग महिलाएं भी घूघंट नहीं करती। जनाचैली की महिलाओं के बीच में यह चर्चा अब भी आम है  कि घूंघट एक अभिशाप है। इस अभिशाप के पर्दे से वह आज तक अक्सर ठोकर खाकर गिरती रही हैं। लेकिन कभी घूंघट हटाने साहस नहीं कर पायीं। अब वह इस प्रथा को छोड़ चुकी हैं और इसका सारा श्रेय वह अपनी वर्तमान सरपंच गीता देवी को देती हैं जिनके प्रयासों से वह इसका विरोध करने का साहस जुटा पायीं। 

गीता, सरकार के महिलाओं को पंचायत में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले का शुक्रिया अदा करती हैं। वह सरकार के सरपंच की शैक्षिक योग्यता का निर्धारित करने वाले सरकार के फैसले का भी स्वागत करती हैं। वह कहती हैं कि इन दो वजहों से ही वह सरपंच बन पाईं। एक तो उनके गाँव की सीट महिला के लिए आरक्षित थी और फिर वह उस शैक्षिक योग्यता की शर्त को भी पूरा करती हैं जिसको सरकार ने अनिवार्य बताया है। इसीलिए वह आज सरपंच बन सकी हैं वर्ना हरियाणा के समाज में किसी अन्य स्थिति में यह मुमकिन नहीं था क्योंकि हरियाणा का समाज एक बंद समाज है। 
           
गीता पंचायती राज में महिलाओं की भागीदारी की प्रस्तावित सरकारी नियमावली के पक्ष में हैं। हालांकि वह यह मानती हैं कि इससे महिलाओं की भागीदारी घटेगी। कई महिलाएं पंचायत स्तरीय शासन में भाग लेने से वंचित हुई हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ कुछ और महिलाओं को पंचायत स्तरीय शासन से जुड़ने का अवसर मिला है, खासतौर पर युवा महिलाओं को। जनाचैली की यह सरपंच राष्ट्रीय स्तर की योगा प्रैक्टिशनर भी रह चुकी है और पलवल के गांवों में फ्री योग सेंटर भी चलाती है जिसमें महिलाओं को अच्छी सेहत रखने के हुनर सिखाये जाते हैं।





(जितेश पोसवाल)

दुमका : 49569 मतदाता कर सकेंगे नगर निकाय चुनाव में मतदान।

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  • दुमका नगर निकाय के वार्ड न. 13 व  बासुकिनाथ नगर पंचायत के वार्ड संख्या 1 में हैं सर्वाधिक मतदाता
  • दुमका नगर निकाय के वार्ड न.5 तथा वासुकिनाथ के वार्ड न.10 में हैं सबसे कम मतदाता।  37 पदों के लिए 168 प्रत्याशी हैं चुनाव मैदान में। 

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) 16 अप्रैल को दुमका व बासुकिनाथ निकाय चुनाव में 49,  569 मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे । इस चुनाव में पुरुष मतदाताओं की संख्या 25,  943 है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 23, 626 है । दुमका नगर निकाय में मतदाताओं की कुल संख्या और 38,  398 है,  जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 20,  196  व महिला मतदाताओं की संख्या 18,  202 है । नगर पंचायत बासुकिनाथ  के अंतर्गत कुल मतदाताओं की संख्या  11,  171 है।  यहां  पुरुष मतदाताओं की संख्या 5,  747 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 5,  424 है । नगर पर्षद दुमका  के अंतर्गत मतदाताओं की सर्वाधिक संख्या  वार्ड नंबर 13 में है।  इस वार्ड में कुल  2,  490 मतदाता अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,  311  व  महिला मतदाताओं की संख्या 1,  179 है ।  दुमका नगर पर्षद क्षेत्र में सबसे कम मतदाता वार्ड नंबर 5 में है।  इस वार्ड में  604 पुरुष व  586 महिला मतदाता हैं।  मतदाताओं की कुल संख्या इस वार्ड में  1,  190  है।  बासुकिनाथ नगर पंचायत के अंतर्गत सबसे अधिक मतदाता वार्ड नंबर 01 में है, जहां 637 पुरुष तथा 553 महिलाओं सहित कुल 1190 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे ।वासुकिनाथ नगर निकाय के अंतर्गत सबसे कम मतदाता वार्ड नंबर 10 में है जहां 276 पुरुष तथा 223 महिला मतदाता सहित कुल 499 मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।

दुमका नगर निकाय के प्राथमिक विद्यालय दुर्गा स्थान रसिकपुर दक्षिणी भाग स्थित मतदान केंद्र पर सबसे अधिक 1280 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे ,जिसमें 679 पुरुष तथा 601 महिला मतदाता होंगी। वासुकीनाथ नगर निकाय के बाल विकास परियोजना कार्यालय जरमुंडी स्थित मतदान केंद्र में सर्वाधिक 1016 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिसमें 468 पुरुष तथा 548 महिला मतदाता होंगी । दुमका नगर निकाय के अंतर्गत क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय दुमका पूर्वी भाग स्थित मतदान केंद्र पर सबसे कम 335 मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे, जिसमें 161 पुरुष तथा 174 महिला मतदाता होंगी। वासुकीनाथ नगर निकाय के सामुदायिक भवन नवाडीह स्थित मतदान केंद्र पर सबसे कम 350 मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे जिसमें 179 पुरुष तथा 171 महिला मतदाता होंगी।

दुमका व वासुकिनाथ नगर निकाय चुनाव में कुल 37 पदों के लिए 168 प्रत्याशी अभी भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं ।दुमका नगर निकाय अध्यक्ष पद के लिए 05, उपाध्यक्ष पद के लिए 07तथा 21वार्ड सदस्य पद के लिए 89 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं। वासुकिनाथ नगर निकाय के अध्यक्ष पद के लिए 04,उपाध्यक्ष पद के लिए 07 तथा 12 वार्ड सदस्य पद के लिए 56 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं ।

बदलता इंडिया : कान्वेंट स्कूलों की टक्कर में ‘कलकली बहरा‘ का प्राइमरी स्कूल

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ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की भी तमन्ना होती है उनके बच्चे भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़े। लेकिन महंगी फीस के कारण वो अपने बच्चों का एडमिशन नहीं करा पाते। लेकिन सोनभद्र के दुद्धी ब्लाक के कलकली बहरा गांव में एक ऐसा प्राइमरी स्कूल है जो कान्वेंट स्कूल से भी दो कदम आगे है। इस स्कूल के प्रधानाध्यापिका अपनी जेब से पैसा खर्च कर छात्र छात्राओं को कान्वेंट स्कूल जैसी सुविधाएं दे रही हैं। स्कूल के फर्नीचर से लेकर जमीन पर बिछी कालीन तक उन्हीं के पैसों से आयी है। ये स्कूल कान्वेंट स्कूल की तरह नजर आता है। इसके चलते समय समय पर स्कूल के प्रधानाध्यापिका को उत्कृष्ट सेवा के लिए भी जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया जो पूरे स्कूल के साथ साथ पूरे जनपद के लिए गौरव और सम्मान की बात है। परिणाम यह है कि योगी सरकार ने इस प्राइमरी विद्यालय को अंग्रेजी माॅडल का स्कूल घोषित किया है। मतलब साफ है यह “सरकारी स्कूल लोगों के लिए जहा नजीर बन गया है, वही लोगों की उस सोच को भी बदल रहा है कि सरकारी स्कूल हर मामले में बद से बदतर होते हैं। जरुरत इस स्कूल से सीख लेने की है 
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नाम है वर्षा जायसवाल। इस अध्यापिका ने अपने जुझारूपन से इस सरकारी स्कूल को ऐसा बना दिया है जिसको पहली नजर में देखने पर आपके लिए ये यकीन करना मुश्किल होगा कि ये सरकारी स्कूल ही है। यहां पर पढ़ने वाले बच्चे तीन से चार महीने में अपना पूरा परिचय और जरूरत की चीजें कान्वेंट स्कूल के बच्चों की तरह अंग्रेजी में बोलने लगते हैं। प्रधानाध्यापिक के लगन व परिश्रम का ही कमाल है कि यूपी के सोनभद्र के दुद्धी ब्लाक के कलकली बहरा गांव का प्राइमरी स्कूल माॅडल इंग्लिश स्कूल के नाम से जाना जाता है। हाल ही में सरकार ने इस प्राथमिक स्कूल को इंग्लिश मीडियम स्कूल का दर्जा दी है। गौर करने वाली बात यह है कि यह स्कूल बिल्कुल पिछड़े आदिवासी इलाके में है। झारझंखाड़ से घिरे इस विद्यालय के आसपास कुछ भी नहीं है। स्कूल से चार-पांच सौ मीटर दूर कुछ कुछ दूरियों पर सिर्फ झोपड़ी ही दिखते है। ऐसे में वर्षा दूसरे सरकारी शिक्षकों के लिए मिसाल हैं। पूरी लगन से शिक्षा की लौ जलाए हुए हैं। स्कूल में ऐसा माहौल बना देती हैं कि बच्चों का पढ़ाई में मन लग सके। इसके लिए कई बार अपने पास से पैसे खर्च कर देती हैं। यही वजह है कि उनके स्कूल के बच्चे अंग्रेजी भी बोलते हैं। खास यह है कि वर्षा ने स्कूल में पर्सनल प्रोजेक्टर के जरिए शैक्षिक एवं भौतिक वातावरण पढ़ाई के अनुकूल बनाया। वह बताती हैं कि अब यहां प्रार्थना भी अंग्रेजी में होती है। हालांकि बाद में हिंदी में भी कराई जाती है। इसके बाद बच्चे अंग्रेजी में न्यूज पढ़ते हैं। दैनिक रूप से अच्छे विचार प्रस्तुत करते हैं। विद्यालय की दीवारों पर स्लेबस से संबंधित पाठ हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में है। पेंटिग्स और मॉडल भी बनाए गए हैं। अब यहां कोई भी अधिकारी भ्रमण के लिए आता है और बच्चों से सवाल करता है तो बच्चे अंग्रेजी में जवाब देते हैं। स्कूल का यह माहौल गांव के लोगों को भी खूब भा रहा है। यही वजह है कि स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस साल स्कूल को बेहतर शैक्षिक स्तर, छात्र संख्या, भौतिक वातावरण, पढ़ाई के तौर तरीके आदि की बदौलत सर्वश्रेष्ठ स्कूल के रूप में चुना गया है। 

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स्कूल की प्रधानाध्यापिका वर्षा बताती हैं, “मेरी हमेशा से ये इच्छा रही है सरकारी स्कूल में बच्चे भेजने वाले पैरेंट्स को कभी ये अफसोस न रहे कि उनके पास पैसे नहीं हैं। पैसे के अभाव में ही वो मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजतें हैं। सरकारी स्कूल में वो अपने बच्चों को भेजकर मजबूरी न समझे बल्कि उनके बच्चे को कान्वेंट स्कूल जैसी शिक्षा मिल रही है ऐसा विश्वास करें।” “हमारे स्कूल के बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं ऐसा तो हम नहीं कह सकते लेकिन इतना जरुर कहेंगे कि वो अपने परिचय से लेकर सामान्य आम बोलचाल की अंग्रेजी बखूबी बोल लेते हैं। इनमे अंग्रेजी भाषा की इतनी समझ है कि किसी कान्वेंट स्कूल के बच्चे से बात करने में पीछे नहीं रहते हैं। वर्षा के इस दावे के बाद मैने स्वयं इस स्कूल का विजिट किया। “इस स्कूल के बच्चों से सवाल पूंछने पर बहुत ही संतोषजनक जबाब मिला। कहा जा सकता है शिक्षिका का प्रयास बहुत ही सराहनीय है। और सभी के लिए एक उदहारण भी हैं। अगर विद्यालय के शिक्षक चाह ले तो स्कूल की तस्वीर बदलने में समय न लगे, इस स्कूल की तरह उनकी भी गिनती माडल स्कूल की तरह होने लगे।” वर्षा दुद्धी के जाबर में पली बढ़ी जरुर है लेकिन उन्होंने ग्रेजुएशन 2003 में पं मदन मोहन मालवीय के शिक्षा की बगिया बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय से की है। बनारस से ही उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट भी किया। वर्ष 2009 से 2011 तक ट्रेनिंग के बाद जब साल 2011 में इनका सलेक्शन सरकारी स्कूल के प्राथमिक पाठशाला में हुआ तब इनकी खुशी का ठेकाना न रहा। वह बताती है, “बच्चे पढ़ाई के लिए इस ढंग से आते हैं ये मैंने पहली बार देखा था। कोई बिना चप्पल पहने, शर्ट की बटने खुली हुई, बच्चे बिना कंघी किये हुए स्कूल आ जाते थे। मैंने इससे पहले बच्चों को कभी इस ढंग से स्कूल आते नहीं देखा था।” वह जिस परिवेश से आयीं थी उनके लिए इस प्राथमिक पाठशाला में पढ़ाना बहुत मुश्किल था। लोग कहने लगे कि तुम्हे वापस शहर लौट जाना चाहिए, इन बच्चों को पढ़ाना तुम्हारे बस की बात नहीं। उनकी ये बात उन्हें परेशान करने लगी। तभी उन्होंने ठान लिया कि कुछ भी हो जाए अब वो वापस तो नहीं जायेंगी। वर्षा ने इस कड़ी चुनौती को स्वीकार किया। पहले स्कूल दिशा व दशा सुधारी। चहारदीवारी के बीच चारों तरफ फूलों की बगिया लगाई। गांव में अभिभावकों से संपर्क उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया। वर्षा बताती हैं, “इस स्कूल में मुझे सबकुछ खुद ही करना था। तीन साल में ये स्कूल माडल स्कूल बन गया। इससे हमारा उत्साह बढ़ा। परिणाम यह हुआ कि अब इसे अंग्रेजी स्कूल का दर्जा भी मिल गया। 

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बता दें, इस स्कूल में कोर्स को बहुत ज्यादा रटाने का प्रयास नहीं किया जाता है। रोचक ढंग से पढ़ाई को आसान किया जाए इसके लिए कई तरह की गतिविधियां कराईं जाती हैं। बच्चे शनिवार को बैग लेकर नहीं आते हैं, शनिवार को ‘नो बैग डे’ रहता है जिससे बच्चे खुलकर अपने मन की बात कर पायें। बच्चे वेस्ट मटेरियल से उपयोगी वस्तुएं बनाते हैं। समय-समय पर सांस्कृतिक गतिविधियां करायीं जाती हैं, यहां सभी त्योहार भी मनाये जाते हैं। बच्चे फर्नीचर पर बैठते हैं, पूरी ड्रेस से लेकर आई कार्ड तक बच्चे लगाकर आते हैं। ये बच्चे समय-समय पर कान्वेंट स्कूल में विजिट करने जाते हैं। वर्षा का कहना है, “आज स्कूल में जितनी भी सुविधाएं हैं वो उनके पति, उनकी खुद की तनख्वाह एवं आस-पास के लोगों के सहयोग से सम्भव हो पायी हैं। स्कूल में जो भी विजिट करने आता है कुछ न कुछ योगदान देकर ही जाता है। स्कूल में बच्चों के लिए लाइब्रेरी से लेकर खेलकूद की सभी सुविधाएं मौजूद हैं।” स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा रंगीला एवं प्रिंस बताते हैं, ”पापा कह रहे थे इंग्लिश मीडियम बड़े स्कूल में पढ़ाएंगे, लेकिन मम्मी कह रही थीं कि पैसे नहीं है। तो हमें मजबूरी में सरकारी स्कूल आना पड़ा। जब हम इस स्कूल में आए तो हमें बहुत अच्छा लगा। यहां स्कूल में अगर हमारे पास किताबें नहीं रहती हैं तो स्कूल में लाइब्रेरी से ले लेते हैं। मैम का पर्सनल प्रोजेक्टर भी है जिससे वे सिखाती हैं और हमें अक्सर खेलकूद के लिए बाहर ले जाती हैं।” 

फिरहाल, मैने विजिट के दौरान पाया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापको की कड़ी मेहनत से ये स्कूल बखूबी कान्वेंट स्कूल की तरह नजर आया। बच्चों के सपने साकार हुए। उन्होंने मन लगाकर पढ़ना तो शुरू किया ही साथ ही सर्व धर्म प्रार्थना, योग, कड़ी मेहनत से सीखा। इस विद्यालय ने तो जिलास्तर पर कई पुरस्कार भी जीते हैं। विद्यालय के छात्र छात्राओं को अपना ये सरकारी स्कूल ही कान्वेंट स्कूल लगता है। “इस प्राथमिक पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चे इस स्कूल में आने वाले अतिथि का इंग्लिश में वेलकम गीत गाकर स्वागत करते हैं। इस स्कूल में हर वो संसाधन मौजूद है जो एक अच्छे कान्वेंट स्कूल में होना चाहिए। बेहतर स्कूल की तरह इस स्कूल में लाइब्रेरी भी है, जहां छात्र छात्राएं पढ़ाई करते हैं। लाइब्रेरी में स्कूल की पुस्तकों के साथ साथ सामान्य ज्ञान की भी किताबें मौजूद हैं।” प्राथमिक स्कूलों में घटती छात्र संख्या वाले शिक्षकों के लिए वर्षा ने कड़ी मेहनत और स्वयं के संसाधनों से मॉडल स्कूल बनाकर एक मिसाल पेश की है। किसी अंग्रेजी स्कूल से बेहतर पढ़ाई से हर अभिभावक ऐसे स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है। स्कूल में जहां हर बच्चा शौचालय का उपयोग करता है, वहीं छात्र-छात्राएं बाकायदा डाइनिंग टेबल पर मिड-डे मील का खाना खाते हैं। स्कूल में संगीत सीखने की भी सुविधाएं हैं। स्कूल में विज्ञान, गणित तथा अंग्रेजी विषय के अलावा कला, संगीत एवं सॉफ्ट-स्किल्स तथा व्यक्तित्व के सर्वागीण विकास पर विशेष बल दिया जाएगा। इसमें कम्प्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

कहा जा सकता है प्राइवेट स्कूलों की फीस पर लगाम लगाने की कार्ययोजना सामने आई है तो अब प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों को इंग्लिश माध्यम में तब्दील करने की योजना परवान चढ़ सकती है। यूपी सरकार प्रदेश में गरीब और ग्रामीण बच्चों को शहरी पब्लिक स्कूल के बच्चों की तरह स्मार्ट बनाने की कार्ययोजना पर काम कर रही है। इसीलिए शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए और गरीब बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए 5000 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। इसके लिए इसके लिए सरकार ने हर ब्लाक स्तर पर पांच सरकारी स्कूलों को चयन करने का जिम्मा बेसिक शिक्षा विभाग को दिया है। योगी सरकार का मानना है कि पढ़ाई में तो गांव, देहात और कस्बों के बच्चे शहरी बच्चों से आगे या बराबर जरूर होते हैं लेकिन अंग्रेजी ना बोल पाना या अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई का ना होना सबसे बड़ी बाधा होती है। उनके कैरियर को पंख नहीं लगा पाता। योगी सरकार की यह सोच न सिर्फ सुर्खियां बटोर रही है बल्कि तारीफ भी खूब बटोर रही है। क्योंकि ये उत्तर प्रदेश ही है जो राजनीतिक तौर पर अंग्रेजी के विरोध का गवाह भी रहा है। 





(सुरेश गांधी)

बिहार : काफी प्रयास बाद वार्ड नम्बर-7 में आंगनबाड़ी

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समेली. कटिहार जिले में है समेली प्रखंड.इस प्रखंड के पंचायत है मलहरिया.इस पंचायत के वार्ड न.7 के वार्ड  सदस्य देर्वेश्वर प्रसाद मंडल, आई.सी.डी.एस.की लेडी सुपरवाइजर कुमारी लक्ष्मी और आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका गुड़िया कुमारी ने मिलकर फीता काटकर किया आंगनबाड़ी केंद्र को ऑपेन. आज "राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस"है. इस अवसर पर समेली प्रखंड के मलहरिया पंचायत अंतर्गत ग्राम भरेली के वार्ड 7 में नवसृजित आंगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया गया.भरेली उत्तर-पूर्व टोला में है.केंद्र संख्या-087 है. मौके पर कुमारी लक्ष्मी, देर्वेश्वर प्रसाद मंडल,हरि प्रसाद मंडल राजेंद्र कुमार मंडल,युवा सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार भारती आदि उपस्थित रहे.सेविका गुड़िया कुमारी व सहायिका रूपा देवी है. वंदना कुमारी हैं आशा फेसिलेटेड.आंगनबाड़ी विकास समिति गठित की गयी. सर्वसम्मति से 6 माह से 3 साल की माता गुड़िया देवी व सुनीता देवी का चयन किया गया.इसी तरह 3 साल से 6 साल की माता रीता देवी व अनुजा देवी का भी चयन किया गया. ममता देवी व नूतन देवी (गर्भवती माता).तुलसी देवी व सुलोचना देवी( धात्री माता). केंद्र करने के लिये 8 सदस्यीय निगरानी कमिटी बनायी गयी.

आलेख : 32 माह में कैसे पूरे करेंगे एचआईवी/ एड्स नियंत्रण के 90:90:90 लक्ष्य?

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उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया (एएसआई, जो एचआईवी चिकित्सकों का राष्ट्रीय समूह है) के दल से भेंट की जिसका नेतृत्व कर रहे थे एएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ईश्वर गिलाडा और संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर (डॉ) तपन एन ढोल. डॉ गिलाडा ने बताया कि एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया ने उत्तर प्रदेश में एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी संक्रमण नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य मंत्री को सुझाव दिये हैं और साथ ही एएसआई के चिकित्सकों/विशेषज्ञों की सेवाएँ नि:शुल्क प्रदान करने का आश्वासन भी दिया. 1986 में जब भारत में पहला एचआईवी से संक्रमित रोगी चिन्हित हुआ, तब जो डॉक्टर सबसे पहले इलाज और देखभाल के लिए आगे बढ़ कर आये उनमें से प्रमुख थे डॉ ईश्वर गिलाडा.

डॉ गिलाडा ने कहा कि हाल ही में उन्नाव में एचआईवी से 50 से अधिक लोगों के संक्रमित होने पर वे सभी चिंतित हैं. हालाँकि प्रारंभ में अप्रशिक्षित/झोला छाप व्यक्ति द्वारा संक्रमित सुई (इंजेक्शन) लगाने से एचआईवी संक्रमित होने की रिपोर्ट आई थी - जो वैज्ञानिक आधार पर, केवल अफवाह मात्र ही कही जा सकती है. जैसा कि सर्वविदित है, भारत में एचआईवी संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा साधन असुरक्षित यौन सम्बन्ध ही हैं जो संभवत: उन्नाव क्षेत्र में भी संक्रमण फैलाने का जरिया रहा होगा. एचआईवी के समाचार तो प्रमुख रूप से प्रसारित होते हैं, पर शायद हम यह भूल जाते हैं कि 20 से अधिक यौन रोग और 20 से अधिक अन्य ऐसे रोग हैं जो असुरक्षित / अस्वच्छ सुई (इंजेक्शन) से फ़ैल सकते हैं. कुछ ऐसे संक्रमण हैं जो एचआईवी वायरस से अनेक गुना अधिक सरलता से संक्रमित होते हैं - उदाहरण के लिए, एचआईवी की तुलना में हेपेटाइटिस- सी वायरस के संक्रमित होने का खतरा (और सम्भावना) 10 गुना अधिक होती है, और हेपेटाइटिस बी वायरस के संक्रमित होने का खतरा (और सम्भावना) 100 गुना अधिक होती है. यदि सुरक्षित/ स्वच्छ सुई/ इंजेक्शन से संक्रमण फैला हो तो सभी संभावित संक्रमणों की उपयुक्त जांच होनी चाहिए. डॉ गिलाडा ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में एचआईवी दर कम है परन्तु भारत सरकार के राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संस्थान के अनुसार, एचआईवी के नए संक्रमण जिन प्रदेशों में सबसे अधिक रिपोर्ट किये गए उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और गुजरात शामिल हैं.

32 माह में कैसे पूरे करेंगे एचआईवी के 90:90:90 लक्ष्य?

डॉ गिलाडा ने संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के टेलीमेडिसिन सभागार में अतिथि व्याख्यान दिया. इस कार्यक्रम में वरिष्ठ सर्जन डॉ एहतेशाम उद्दीन सिद्दीकी, उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी से डॉ प्रीती पाठक, वरिष्ठ स्वास्थ्य संचार-संवाद विशेषज्ञ यादवेन्द्र, संजय गाँधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर (डॉ) तपन एन ढोल, प्रमुख रहे. डॉ इश्वर गिलाडा ने बताया कि भारत सरकार की 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति का एक लक्ष्य (2.4.1.3.) है 2020 तक एचआईवी का 90:90:90 का लक्ष्य पूरा करना है— 90% एचआईवी पॉजिटिव लोगों को यह पता हो कि वे एचआईवी पॉजिटिव हैं; जो लोग एचआईवी पॉजिटिव चिन्हित हुए हैं उनमें से कम-से-कम 90% को एंटी रेट्रो वायरल दवा (एआरटी) मिल रही हो; और जिन लोगों को एआरटी दवा मिल रही है उनमें से कम-से-कम 90% लोगों में ‘वायरल लोड’ नगण्य हो.

डॉ गिलाडा ने कहा कि जन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह अत्यंत आवश्यक है कि एचआईवी से ग्रसित सभी लोगों को उनके संक्रमण के बारे में जानकारी हो, उन्हें एआरटी दवाएं मिल रही हों, और उनका वायरल लोड नगण्य रहे, अन्यथा एचआईवी रोकधाम में जो प्रगति हुई है वो पलट सकती है, जो नि:संदेह अवांछनीय होगा. वैज्ञानिक शोध यह प्रमाणित करते हैं कि यदि एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति नियमित रूप से जीवन-रक्षक एआरटी दवाएं ले रहा हो और उसका वायरल लोड नगण्य रहे, तो उससे किसी अन्य को एचआईवी संक्रमण फैलने का खतरा भी नगण्य रहता है और वह स्वयं एक स्वस्थ और सामान्य ज़िन्दगी जी सकता है. चूँकि भारत में अभी वायरल लोड जांच करने वाली मशीनों की अत्यधिक कमी है, जिसके कारणवश जिन 9,02,868 लोगों को एआरटी मिल रही है उनमें अधिकांश के वायरल लोड के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. यदि भारत को अपनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के लक्ष्य पूरे करने हैं तो बिना विलम्ब यह सुनिश्चित करना होगा कि हर एचआईवी के साथ जीवित व्यक्ति को एआरटी मिल रही हो, उसकी वायरल लोड जांच हो रही हो और उसका वायरल लोड नगण्य रहे.

डॉ गिलाडा ने कहा कि 2016 तक, अनुमानित 21 लाख एचआईवी संक्रमित लोगों में से सिर्फ 67% लोगों को यह ज्ञात था कि उन्हें एचआईवी है. इन 14 लाख एचआईवी संक्रमित लोगों को जिन्हें संक्रमण की जानकारी थी, उनमें से 10 लाख से अधिक को जीवन-रक्षक एंटी-रेट्रो-वायरल दवा मिल रही थी. अर्थात भारत में अभी भी एच आई वी से संक्रमित 30% से अधिक लोगों को अपने संक्रमित होने का पता ही नहीं है। इन लोगों तक जांच और दवा पहुचना अत्यंत आवश्यक है. इसके अलावा, वर्तमान में केवल 50% एचआईवी संक्रमित लोगों को ही एंटी-रेट्रो-वायरल दवा मिल रही है,और यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बाकि के 50% को भी यह दवा शीघ्र ही प्राप्त हो. यही राष्ट्रीय एड्स कार्यक्रम और विश्व स्वास्थ्य संगठन की मार्गनिर्देशिका कहती है कि हर एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को बिना विलम्ब एंटी-रेट्रो-वायरल दवा मिले जिससे कि वे स्वस्थ रहे, संक्रमण न फैले और टीबी आदि जैसे अवसरवादी संक्रमण होने का खतरा भी अत्यंत कम हो सके. डॉ गिलाडा ने कहा कि आज एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित अनेक नीति और कार्यक्रम हमें ज्ञात हैं। हमें यह भी पता है कि कैसे एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति भी एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकते हैं। परन्तु जमीनी हकीकत भिन्न है. यदि हम प्रमाणित नीतियों और कार्यक्रमों को कार्यसाधकता के साथ लागू नहीं करेंगे तो 2030 तक एड्स-मुक्त कैसे होंगे?





शोभा शुक्ला एवं बॉबी रमाकांत, 
सीएनएस (सिटिज़न न्यूज़ सर्विस)

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 12 अप्रैल

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स्कूल शिक्षा विभाग के 33 कर्मचारियों को शोकाॅज नोटिस 

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जाॅयफूल लर्निंग शैक्षणिक गतिविधियों की क्रास मानिटरिंग के लिए जिला परियोजना समन्वयक श्री एसके खाण्डे के द्वारा विशेष प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। जिसके तहत प्रत्येक शैक्षणिक संस्थाओं में पदस्थ शिक्षकों की पहचान के लिए उनके फोटोयुक्त फ्लैक्स भी स्कूलों में लगाए जा रहे है।  जाॅयफुल लर्निंग के तहत विद्यार्थियों को विभिन्न विधाओं के माध्यम से शैक्षणिक जानकारियां सुगमता से खेल-खेल में दी जा रही है। डीपीसी श्री खाण्डेकर ने बताया कि आकस्मिक निरीक्षणों के दौरान शैक्षणिक संस्थाओं में अनुपस्थित पाए गए 33 प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को शोकाॅज नोटिस जारी किए गए है और संबंधितों से तीन दिवस के भीतर जबाव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। जिन प्रधानाध्यापक एवं शिक्षको को शोकाॅज नोटिस जारी किए गए है उनमें शासकीय प्राथमिक शाला बिलौरी की श्रीमती सीमा तिवारी, श्रीमती आशा द्विवेदी, शासकीय माध्यमिक शाला सलैया की श्रीमती हेमलता माकरे, श्रीमती रजनी चैकसे, शासकीय माध्यमिक शाला माधवगंज श्रीमती कीर्ति शर्मा, श्रीमती शशिकला दुबे, श्री सुरेश पाटिल, श्रीमती सुधा पवार, कुमारी सरोज त्रिपाठी, श्री कृष्णकुमार शर्मा, श्री अरूण शर्मा, श्रीमती उषा आचार्य, श्रीमती चंचल श्रीवास्तव, श्रीमती रमा तिवारी, शासकीय माध्यमिक शाला बिलौरी की श्रीमती मालती शर्मा, श्रीमती सीमा चतुर्वेदी, श्रीमती सरिता भगौरिया, शासकीय प्राथमिक शाला करारिया, श्रीमती आशा राजपूत, श्रीमती प्रगति कदे्र, श्रीमती सुनीता मिश्रा, माध्यमिक शाला मोहानाखेजडा के श्री मट्टूलाल चिडार, शासकीय कन्या प्राथमिक के श्री सौरभ नामदेव, शासकीय प्राथमिक शाला खरी श्रीमती अर्चना त्रिपाठी, श्रीमती संगीता त्रिपाठी, शासकीय प्राथमिक शाला पांझ श्री अजय सिंह रघुवंशी, श्री विजय कुशवाह, शासकीय प्राथमिक शाला माधवगंज श्रीमती संध्या श्रीवास्तव, शासकीय प्राथमिक शाला पुलिस लाइन श्रीमती  काांति लारिया, श्रीमति कुमुद कौशिक, श्रीमती निरंजना नेमा आदि नाम शामिल है। 

शत प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति

पिछडा वर्ग के माध्यम से क्रियान्वित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के शत प्रतिशत लक्ष्यों की प्राप्ति जिले में की गई। विभाग के सहायक संचालक श्री एएस कुरैशी ने बताया कि पिछडा वर्ग के हितग्राहियो को योजना के तहत प्रत्येक प्रकरण में अधिकतम दस लाख का लोन स्वीकृत किया गया है। जिले में मुख्यमंत्री पिछडा वर्ग स्वरोजगार योजना के तहत 40 हितग्राहियों को लाभांवित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था जो वित्तीय वर्ष समाप्ति के पूर्व हासिल कर लिया गया है।

नोड्ल अधिकारी नियुक्त

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने जिले में ग्राम स्वराज अभियान के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर जिपं सीईओ श्री दीपक आर्य को नोड्ल अधिकारी नियुक्त किया गया है। भारत सरकार एवं राज्य स्तर को उक्त अभियान की आॅन लाइन डाटा इन्ट्री के लिए समस्त पत्राचार समय सीमा में भिजवाने के लिए एनआईसी के डीआईओ श्री एमएल अहिरवार को अधिकृत किया गया है। कलेक्टर श्री सुचारी के द्वारा ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत विभिन्न दिवसों पर विशिष्ट आयोजन कार्यक्रमों की माॅनिटरिंग और गतिविधियों के संचालन हेेतु जिला स्तरीय प्रकोष्ठ का भी गठन किया गया है। उक्त प्रकोष्ठ के संचालन हेतु जिला पंचायत के परियोजना अधिकारियों को दायित्व सौंपे गए है।

सबका साथ, सबका गांव, सबका विकास विशेष अभियान

कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने बताया कि ग्राम स्वराज अभियान जो 14 अपै्रल से पांच मई तक जिले में क्रियान्वित किया जाएगा। अभियान के अंतर्गत एक विशेष प्रयास ऐसे गांव के लिए किए जाएंगे जहां निर्धन, आवास रथो की संख्या अधिक है। इन गांव में सात कार्यक्रमों का यूनिवर्सल कव्हरेज चिन्हांकन किया जाएगा। सबका साथ-सबका गांव, सबका विकास पर आधारित यूनिवर्सल कव्हरेज के लिए जो पांच गांव चिन्हित किए गए है उनमें लटेरी जनपद का अहमदनगर, सिरोंज के मदागन एवं बरेज, बासौदा के अम्बानगर एवं रजोदा में, यूनिवर्सल कव्हरेज के लिए सात कार्यक्रम निर्धारित है एवं उन कार्यक्रमों के क्रियान्वयन हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों को नोड्ल दायित्व सौंपा गया है जिसमें खाद्य विभाग के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, ऊर्जा विभाग को सौभाग्य (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना)  अक्षय ऊर्जा, उजाला योजना, वित्त विभाग को प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के माध्यम से मिशन इन्द्रधनुष का क्रियान्वयन यूनिवर्सल कव्हरेज के तहत किया जाएगा।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 12 अप्रैल

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मुख्यमंत्री श्री चौहान आज ग्राम गोपालपुर आएंगे 

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प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 13 अप्रैल, 2018 को जिले की नसरूल्लागंज तहसील के ग्राम गोपालपुर आएंगे तथा स्थानीय कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। जारी दौरा कार्यक्रमानुसार मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 13 अप्रैल को दोपहर 1.30 बजे भोपाल से हैलीकाप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 1.55 बजे ग्राम गोपालपुर आएंगे तथा यहां स्थानीय कार्यक्रम में एवं छिपानेर माईक्रो इरीगेशन प्राजेक्ट का शिलान्यास, छिपानेर नल -जल योजना का लोकार्पण और हितग्राही सम्मेलन में सम्मिलित होंगे। वे अपरान्ह 4 बजे हैलीकाप्टर द्वारा ग्राम गोपालपुर से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे। 

महिला स्वास्थ्य शिविर संपन्न

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11 अप्रैल, 2018 को महिला स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ वार्ड नंबर 7 आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक 11 मुरदी में मा. अरूणा राय, डॉ. डी. आर. अहिरवार सीएमएचओ, श्री धीरेन्द्र आर्य डीपीएम,वार्ड पार्षद द्वारा किया गया जिसमें डॉ. मारीयमा हुसैन, श्री हरिओम मेवाडा एलडीसी एमआईएस शहरी आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं आशा एएनएम सम्मिलित हुए। जिसमें किशोरी बालिकाओं, प्रजनन आयु वर्ग, गर्भवती महिलाओं एवं वरिष्ठ आयु वर्ग की महिलाओं में स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान कर उनकी जांच एवं उपचार प्रदान किया गया। शहरी क्षेत्र में लगभग 40 महिला स्वास्थ्य शिविर का आयोजन विभिन्न स्‍लम क्षेत्र की आंगनवाडी केन्द्रों में किया जाएगा। 

जिला स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन 23 एवं 24 को 

जिला पंचायत एवं जिला रोजगार कार्यालय सीहोर एवं विकासखंड स्तर के सहयोगी के माध्यम से विकासखंड स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन 23 एवं 24 अप्रैल,2018 को प्रात: 10.30 बजे से जनपद पंचायत आष्टा में किया जा रहा है जिसमें विभिन्न कंपनियों के शामिल होने की संभावनाएं है जिनके द्वारा मशीन आपरेटर, सेक्यूरिटी गार्ड, सेल्स यएक्जीक्यूटिव, कस्टमर केयर, फाइनेन्स एडवाइजर, ट्रेनी आदि पदों के लिए भर्ती की जाएगी। इच्छुक आवेदक अपने समस्त मूल प्रमाण पत्रों सहित उपस्थित होंवे। भर्ती कंपनी द्वारा अपनी शर्तो पर की जाएगी। इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाईन पंजीयन कराकर के मेले में संबंधित कंपनियों के समक्ष उपस्थित होंवे तथा हमारे कार्यालय द्वारा भविष्य लक्षी रोजगार सहायता को उपलब्ध करवाये जाने में आपकी सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए कार्यालय द्वारा एक्सपर्ट कैरियर काउंसलरों तथा विषय विशेषज्ञों के माध्यम से कैसे आपको रोजगार उपलब्ध हो सकेगा इस संबंध में टिप्स तैयार की जाकर आप युवक युवतियों को उपलब्ध करवाये जाने सहभागिता के अनुसार दी जा सकेगी। आप उनमें अपनी इच्छा के अनुसार अपने ऋण प्रकरण बनवाये जाने के लिए भी लाभ उठा सकते है। वि‍भागीय पोर्टल पर ऑन लाईन पर साईबर कैफे पर पंजीकृत होकर ही उक्त मेले का लाभ उठावें। नवीनतम व्यवस्था में इस बात का ध्यान रहे बिना पंजीकृत आवेदकों को शामिल किये जाने हेतु असुविधा से बचने के लिए पंजीकरण अवश्य ही कराकर के उक्त मेले का लाभ उठायें।

कैरियर काउंसलर / विषय विशेषज्ञ हेतु आवेदन आमंत्रित

जिला रोजगार कार्यालय सीहोर में वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए कैरियर काउंसिलिंग योजनांतर्गत काउंसलर / विषय विशेषज्ञों के लिए 20 अप्रैल,2018 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गए है। कांउसलर / विषय विशेषज्ञ को उनके गुणवत्ता के आधार पर प्रत्येक कार्य दिवस का मानदेय समिति द्वारा निर्धारित कर प्रदाय किया जाएगा। योग्य एवं इच्छुक उम्मीदवार 20 अप्रैल,2018 को शाम 5 बजे तक अपने आवेदन पत्र कार्यालय में जमा करवा सकते है। काउंसलर के लिए काउंसलर गाइडेन्स डिप्लोमा अथवा मनोविज्ञान से एम.ए. तथा विषय विशेषज्ञ के लिए स्नातकोत्तर पी.एच.डी. उपाधि होना अनिवार्य है। अनुभवी आवेदकों को प्राथमिकता दी जायेगी। आवेदन पत्र जिला रोजगार कार्यालय नवीन कलेक्ट्रेट भवन कक्ष क्रमांक 119 से कार्यालयीन समय में प्राप्त कर सकते है। शासकीय सेवक अपने विभाग के अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ आवेदन पत्र प्रस्तुत करें। उक्त तिथि के उपरांत प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा। 

कलेक्टर ने किया उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण दिए आवश्यक निर्देश

कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोडे गत दिवस रेहटी स्थित ई- उपार्जन केन्द्र पहुंचे तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य की समीक्षा की और चना एवं मसूर खरीदी हेतु की जा रही तैयारियों का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिए। 

जल संसद / कार्यशाला का आयोजन 17 को

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोडे के निर्देशानुसार जिले में वर्ष 2018-19 में जल अभिषेक अभियान का कार्यान्वयन किया जाना है। इस अभियान की कार्यनीति विभिन्न विभागों की योजनाओं के अभिसरण और जन सहभागिता को प्रोत्साहित कर जल संरक्षण गतिविधियों के सघन कार्यान्वयन पर केन्द्रित होगी। इस सिलसिले में 17 अप्रैल,2018 को दोपहर 3 बजे जिला पंचायत सीहोर के सभाकक्ष में जल संसद / कार्यशाला आयोजित की गई है। उक्त कार्यशाला में विभिन्न विभागों द्वारा जल संरक्षण अंतर्गत संपादित / प्रस्तावित गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। कार्यशाला में प्रत्येक जनपद पंचायत के अंतर्गत जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 10 पंचायतों के सरपंच, जिला पंचायत के अध्यक्ष एवं सदस्यगण तथा जिले के समस्त विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र, स्वयं सेवी संस्थान समर्थन एवं आईटीसी के विशेषज्ञों द्वारा जल संवर्धन / संरक्षण तकनीकी पर प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। 

अक्षय तृतीया  पर बाल विवाह रोकने हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर टीम का गठन, सख्ती के साथ रोकेंगे बाल विवाह 

म0प्र0 शासन की मंषा अनुसार पूरे प्रदेष में बाल विवाह शून्य हो एवं कोई भी बाल विवाह का प्रकरण सामने ना आए इस हेतु पुरे प्रदेष मे लाडो अभियान 2013 से लागू किया गया। जिसके अंतर्गत बाल विवाह रोकने एवं जागरुकता बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। व सघन अभियान चलाया जा रहा है। 18 वर्ष से कम उम्र की लडकी एवं 21 वर्ष से कम उम्र के लडके का विवाह बाल विवाह की श्रेणी मे आता है। भारतीय संविधान मे बाल विवाह को दण्डनीय अपराध माना गया है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह कराने वाले माता पिता, भाई बहन, एवं परिवारजन सम्मिलित बाराती, एवं सेवा देने वाले जैसे टेंट हाउस, प्रिन्टर्स, ब्यूटी पार्लर, हलवाई, मेरिज गार्डन, घोड़ी वाले, बैंड बाजे वाले, कैटर्स, धर्मगुरू, पण्डित, समाज के मुखिया, आदि के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाने के साथ उन्हे जेल भेजने का प्रावधान भी किया गया है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 अंतर्गत 18 साल से कम उम्र की लडकी और 21 साल से कम उम्र का लडका बच्चा होता है। बच्चे का विवाह कराना अपराध है। बाल विवाह कराने पर व्यक्ति को जमानत नही मिलेंगी। बाल विववाह मे दो वर्ष की सजा एवं एक लाख का जुर्माना है। बाल विवाह होने पर कोई भी व्यक्ति इसकी रिपोर्ट पुलिस, बाल विवाह निषेध अधिकारी, प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट और जिला मजिस्ट्रेट को दे सकता है। दुष्परिणाम  जब बच्चांे का विवाह होता है तो उनके शरीर और दिमाग दोनो बहुत कमजोर होते है। लडकिया कम उम्र मे गर्भवती हो जाती है। समय से पूर्व बच्चे पैदा होते है जिससे प्रसव के समय षिषु मृत्यू दर अधिक होती है। कम उम्र मे विवाह से षिक्षा के अधिकारों का हनन होता है। बाल विवाह के कारण बच्चे अनपढ और अकुषल रह जाते है। जिससे उन्हे रोजगार नही मिलता। दोषियों मे निम्नलिखित शामिल लडके लडकी के अभिभावक, पादरी पण्डित मौलवी, दोनों तरफ के रिष्तेदार, सामूहिक विवाह समारोह कराने वाले, परिवारजन सम्मिलित बाराती, एवं सेवा देने वाले जैसे टेंट हाउस, प्रिन्टर्स, ब्यूटी पार्लर, हलवाई, मेरिज गार्डन, घोड़ी वाले, बैंड बाजे वाले, कैटर्स, धर्मगुरू, पण्डित, समाज के मुखिया, आदि। संचालनालय महिला सषक्तिकरण से प्राप्त दिषा निर्देषानुसार दिनांक 18/04/2018 अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह रोकने हेतु जिला स्तर एवं विकासखण्ड/परियोजना स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। बाल विवाह को रोकने व बाल विवाह की सूचना हेतु जिला मुख्यालय पर कन्ट्रोल रूम बनाया गया। जिसका नंबर 07562-221195 एवं विकासखण्डवार अधिकारी/कर्मचारीयों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही स्थानीय आंगनबाडी केन्द्र पुलिस थाना, परियोजना कार्यालय, व अन्य किसी भी शासकीय कर्मचारी को सूचना दी जा सकती है।    

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 12 अप्रैल

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मंडल भाजपा एवं अल्पसंख्यक मोर्चे ने 354 असंगठित श्रमिको के आवेदन कार्यवाही के लिये नगरपालिका अधिकारी को सौपे

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झाबुआ । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिको के आर्थिक उत्थान के लिये लागू की गई हितगा्रही योजना के लिये पंजीयन करने में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रखर भूमिका का निर्वाह किया गया है । भाजपा के जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, विधायक शांतिलाल बिलवाल एवं प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे के आव्हान एवं प्रेरणा पर भाजपा नगर मंडल एवं अल्प संख्यक मोर्चे द्वारा नगर के वार्ड क्रमांक 2 एवं 3 में 354 असंगठित श्रमिको के पंजीयन करने का कार्य किया जाकर प्रत्येक पंजीयन किये गये श्रमिक के नामजद  सर्वेक्षण आवेदन, आधारकार्ड, समग्र आईडी, बैंक पास बुक आदि रेकार्ड की फोटो प्रतियों सहित आवेदनों को संकलित करके गुरूवार को नगरपालिका के अधिकारी को 354 फाम्र्स नगर मंडल अध्यक्ष बबलु सकलेचा, अल्प संख्यक मोर्चा अध्यक्ष इरशाद कुर्रेशी, गलरेज कुर्रेशी, सौरभ जायसवाल, जैनुद्दीन शेख, पार्षद नरेन्द्र संघवी एवं पपीश पानेरी द्वारा सौपे जाकर इन्हे आन लाईन आवश्यक कार्यवाही करने के लिये सौपे गये । वार्ड 2 एवं 3 के इन असंगठित श्रमिको ने भाजपा द्वारा उनके हितार्थ किये गये इस कार्य के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया गया है। श्री सकलेचा ने बताया के नगरपालिका अधिकारी को प्रस्तुत इन आवेदनों पर आन लाईन कार्यवाही की जाकर इन सभी लोगों को योजना का लाभ अतिशीघ्र मिल सकेगा ।

किसान सम्मान यात्रा का गर्मजोषी से हुआ स्वागत
  • विधायक ने 90 लाख की लागत के पहूंच डामरीकरण मार्ग का किया भूमि पूजन 

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झाबुआ । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वार प्रदेश में किसानों के हितार्थ जो योजनायें लागू करके प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पांच पांच बार कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ है वह किसानों की मेहनत, सरकार की नीतियों-योजनाओ ंके कारण ही मिला है। इसी को ध्यान मे रखते हुए भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसान सम्मान यात्रा प्रारंभ की गई है जो 5 अपे्रल से 15 अर्प्रेल तक विधानसभा के हर गा्रम पंचायत एवं गा्रमों में पहूंच कर किसानों के हित की बात की जानकारी देरही है तथा किसानों को सरकार की किसान हितैषी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ लेने के लिये प्रेरित कर रही है । किसी भी वर्ग का किसान हो वह सम्मान के साथ जीये यह हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है । हर गा्रम पचायत मे किसान सम्मान यात्रा के पहूमचनक पर उसका गा्रमीण अंचलों में गर्मजोशी से स्वागत हो रहा है यात्रा के दौरान किसानों का सम्मान पार्टी के जन प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों द्वारा किया जारहा है। अन्नदाता किसान को पूरी पूरी सुविधायें एवं मदद मिले यह हमारी पार्टी एवं सरकार का संकल्प है । कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में जहां किसानों का शोषण होता था, उनके घरों के सामान तक को ले जाया जाता था वही भाजपा सरकार ने किसानी को लाभ का धंधा बनाने तथा आदिवासी किसानों के जीवन स्तर को उपर उठाने का काम किया है ।उक्त विचार थांदला विधायक कलसिंह भाबर ने गा्रम सेमलिया, नारेला नहारपुरा, भे रूगढ, दोमडिया, नारला खास, मकोडिया, नरसिंहपाडा में पहूंची किसान यात्रा के दौरान उपस्थित गा्रमीणों को संबोधित करते हुए कहीं । विधायक प्रतिनिधि राकेश सोनी ने  जानकारी देते हुए बताया कि पूरे अंचल मे किसान यात्रा उत्साह के साथ निकाली जारही है तथा किसानों को साहित्य का वितरण भी किया जारहा है। किसान सम्मान यात्रा के दौरान राजेन्द्र भगत, गणराज आचार्य,राकेश सोनी, रमेश बारिया, हरचन्द भूरिया, श्रीमती तोली तोलसिंहगणावा सरपंच, रमीया मेडा सहित बडी संख्या में गा्रमीण जन उपस्थित थे ।

डामरीकरण रोड का किया भूमि पूजन
विधायक कलसिंह भाबर ने 90 लाख की लागत से बनने वाले नरसिंहपाडा, खवासा, देवगढ मार्ग से तेजपुरा, जूना खवासा को जोडने वाले डामरीकृत पहूंच मार्ग का विधि विधान से भूमि पूजन किया । इस अवसर पर उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराजसिंह सरकार ने गा्रमीण अंचलों के तेजी से विकास के लिये सडक,पानी एवं बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिये करोडो की राशि खर्च करके गा्रमीण अंचलों में मूल भूत सुविधायें देने में कोई कसर बाकी नही रखी है और गा्रमीणों की मांग पर सतत विकास कार्य किये जारहे है। उन्होने कहा कि इस मार्ग के निर्माण के बाद गा्रमीण अंचलों में लोगों को आवागमन में काफी सहुलित मिल सकेगी । भूमि पूजन के अवसर पर भाजपा के कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं बडी संख्या में सरपंच, पंच एवं गा्रमीण जन उपस्थित थे ।

मात्र आधा घंटा यदि प्राणायाम व्यायाम किया जाए तो काफी रोगों को दूर किया जासकता है- विष्वामित्र
  • दूसरे दिन भी योग षिविर में बताये योग के  गुर

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झाबुआ । योग से संपूर्ण बीमारियों का इलाज होता है हमारे शरीर में अनेक प्रकार के ऐसे बीमारियां होती है जो मानसिक शारीरिक एवं आत्मिक होती है इन बीमारियों को दूर करने के लिए योग बहुत ही आवश्यक है क्योंकि योग तो रोग को दूर करता ही करता है योग मानसिक तनाव टेंशन डिप्रेशन तथा अनेक अंदरूनी बीमारियों को खत्म करने में कारगर साबित होता है आज पुरे देश में योग से लोग स्वस्थ हो रहे हैं ग्रामीण इलाका एवं शहरी इलाकों में होने वाले जो अधिकतर बीमारियां ह,ैं वह डायबिटीज, अर्थराइटिस पेन, घुटना का दर्द तथा कब्जियत लोगों के घर कर गई है जिसके कारण अपने दैनिक दिनचर्या को करने में असमर्थता महसूस करने लगते हैं यह शिविर के माध्यम से लोगों में जन जागृति एवं स्वास्थ्य के प्रति जागृत करने का एक अच्छा प्रयास किया जा रहा है, जिससे सभी लोग योग कर आत्मिक मानसिक एवं शारीरिक रोगों से छुटकारा पा सकते हैं । कपालभाति अनुलोम विलोम तथा भस्त्रिका प्राणायाम से 99 प्रतिशत बीमारियों का निदान कर सकते हैं क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में लोग अपने शरीर के लिए समय नहीं निकाल पाते और व्यर्थ समय यूं ही गवा देते हैं अगर सुबह उठकर के उषापान कर शौचालय से निवृत होकर मात्र आधा घंटा यदि प्राणायाम व्यायाम किया जाए तो काफी रोगों को हम दूर कर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं। उक्त विचार पंतंजलि महिला योग समिति द्वारा गुरूवार को दूसरे दिन करे योग रहे निरोग के  नारे के साथ स्थानीय नसियाजी मे आयोजित शिविर में हरिद्वार से पधारे योग प्रचारक विश्वामित्र ने संबोधित करते हुए कहे । संगीत की धुन पर उनके द्वारा बडी संख्या में योग क्रियाये एवं आसन करवाये गये  वही ख्ुामेजाभाई बोहरा द्वारा रेबोनिक्स पर विभिन्न आसन एवं योग करवाये गये योग गुरू सुश्री रूकमणी वर्मा द्वारा प्रणायाम, भा्रमरी का अभ्यास करवाया गया । विश्वामित्र ने  योगाभ्यास के तहत ताडासन, त्रिकोणासन, पाद हस्तासन, सूर्य नमस्कार, जंपींग, मोटापा दूर करने के लिये आसन आदि योग क्रिया सरल तरिके से करवाई गई । योग शिविर में विश्वामित्र ने बताया कि यदि प्रतिदिन आसन-प्राणायाम किया जावेगा तो व्यक्ति आजीवन आरोग्यमय रह सकता है। निरोगी काया ही सबसे बडा सुख होता है । पंतजलि महिला योग समिति की जिला प्रमुख रूकमणी वर्मा ने नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में इस शिविर का लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा है कि माता-पिता, गुरू का आदर एवं उनका सम्मान करना ईश्वर की पूजा से भी बढ कर है । उन्होने बताया कि हरिद्वार से पधारे विश्वामित्र जी प्रतिदिन विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में जाकर भी बच्चों को योग एवं प्राणायाम की जानकारी प्रदान कर रहे है । उनके द्वारा नगर के त्रिपुरा कालेज, शारदा विद्या मंदिर, केशव इंटर नेशनल स्कूल, न्यू पलाश स्कूल के  बच्चों के बीच जाकर योगासन का प्रशिक्षण दिया गया है। योग के साथ ही विभिन्न जडी बुटियों के माध्यम से बीमारी के उपचार के बारे में भी उनके द्वारा जानकारी दी जारही है ।

आध्यात्मिक साधना, राज योग के माध्यम से जैविक खाद द्वारा अन्न, सब्जी, फल का उत्पाद करना सीखाया गया
  • दो दिवसीय शाष्वत यौगिक खेती प्रषिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन, दो सत्रों में हुआ आयोजन 
  • आज गोपालपुरा केंद्र पर होगा प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

झाबुआ। प्रजापिता ब्रहा्राकुमारी ईष्वरीय विष्वविद्यालय एवं कृषि व ग्राम विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय शाष्वत यौगिक खेती प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 11 एवं 12 अप्रेल को शारदा विद्या मंदिर, बामनिया रोड पेटलावद में किया गया। जिसमें कोलापुर से आए संस्था के ब्रह्राकुमारी एवं बह्राकुमार द्वारा सैकड़ों कृषकों को आत्ध्यात्मिक साधना एवं राज योग के माध्यम जैविक खाद द्वारा शुद्ध अन्न, सब्जी एवं फल का उत्पाद करना सीखाया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ ओम की आकृति पर मोमबत्तीयां प्रज्जवलित कर मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, पूर्व भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, शारदा विद्या मंदिर के संचालक दिनेष पालिवाल, कोलापुर की बीके मनीषा दीदी एवं ब्रहा्रकुमार विष्णुभाईजी एवं ब्रहा्राकुमारी संस्था झाबुआ से जुड़ी जयंती दीदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सेठिया ने कहा कि आज नई तकनीकों के तहत किसानों को उत्पादन करने की आवष्यकता है, इससे जहां उत्पादन अधिक होगा वहीं कृषकों की आय में भी वृद्धि होगी। आध्यात्मिक साधना एवं राज योग के माध्यम से जैविक खाद द्वारा अन्न, फल एवं सब्जीयों का उत्पादन करने की पहल अनूठी एवं सार्थक है। वरिष्ठ भाजपा नेता प्रवीण सुराना ने कहा कि ब्रहा्राकुमारी संस्था की सेवाएं सराहनीय है। संस्था आध्यात्मिक साधना एवं राज योग के क्षेत्र में तो कार्य कर रहीं है एवं खेती के संबंध में भी जागरूक करने का कार्य जिले के कृषकों को संस्था द्वारा किया जा रहा है। शुभारंभ कार्यक्रम को शारदा विद्या मंदिर के संचालक श्री पालिवाल ने भी संबोधित किया।

किसानों को यौगिक खेती के संबंध में किया गया दक्ष
इसके पश्चात् शुरू हुए प्रषिक्षण कार्यक्रम में मनीषा बहन एवं विष्णुभाई द्वारा पेटलावद क्षेत्र के कृषकों को रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव तथा घातक रसायन मुक्त शाष्वत यौगिक खेती के प्रति जागरूकता, किसानों की आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक सषक्तिकरण हेतु व्यवहारिक ज्ञान एवं प्रषिक्षण तथा किसानों को सरकार दी जा रहीं सुविधाओं की जानकारी एवं उन्हें प्राप्त करने के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रषिक्षण दो सत्रों सुबह 9 से दोपहर 12 बजे एवं दोपहर 1 से 3 बजे तक चला। इसमंे प्रवेष निःषुल्क रखा गया था। यह प्रषिक्षण कार्यक्रम 12 अप्रेल को भी चला। दो दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम का सैकड़ों की संख्या में कृषक महिला-पुरूषों ने लाभ लिया। कार्यक्रम का संचालन बीके ज्योति दीदी ने किया एवं आभार संस्था के ओंकारभाई ने माना।

आज गोपालपुरा संस्था पर प्रषिक्षण कार्यक्रम
बीके ज्योति दीदी ने बताया कि शुक्रवार को झाबुआ विकासखंड के कृषकों के लिए प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ग्राम गोपालपुरा स्थित संस्था पर किया जाएगा। यह प्रषिक्षण कार्यक्रम भी दो सत्रों सुबह 9 से दोपहर 12 बजे एवं दोपहर 1 से 3 बजे तक चलेगा। जिसमें कोलापुर से पधारी मनीषा बहन एवं विष्णुभाई द्वारा किसानों को उक्त विषयों पर ही जानकारी दी जाएगी। बीके जयंती दीदी एवं ज्योति दीदी द्वारा  झाबुआ क्षेत्र के सभी कृषकों से प्रषिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहने का आव्हान किया है। 

नाराज कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
  • दो दिवसीय सामूहिक अवकाश आंदोलन का आज था पहला दिन
  • 13 अप्रेल को भी कर्मचारी रहेंगे सामूहिक अवकाश पर

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झाबुआ । प्रदेश सरकार की बेरूखी एवं कर्मचारियों की मांगों की वादाखिलाफी के विरोध में प्रदेश के हजारों लिपिकों ने आज सामूहिक अवकाश पर रहकर सरकार का ध्‍यान अपनी मांगों की ओर आकृष्‍ट किया। जिले के सभी सरकारी कार्यालयों के लिपिवर्गीय कर्मियों ने सामूहिक अवकाष लेकर अपना विरोध दर्ज कराया । प्रदेश के 6 बडे मान्‍यता एवं गैर मान्‍यता प्राप्‍त कर्मचारी संगठन मंत्रालय कर्मचारी संघ, लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, लघुवेतन कर्मचारी संघ, राजस्‍व कर्मचारी संघ एवं नगर पालिका कर्मचारी संघ के संयुक्‍त आवहान पर 12 एवं 13 अप्रेल को दौ दिवसीय सामूहिक अवकाश आंदोलन का आज पहला दिन था । कर्मचारियों ने अपनी नाराजगी अर्धनग्‍न प्रदर्शन कर एवं नारेबाजी कर प्रकट की । कर्मचारी नारे लगा रहे अब की बार यार या पार , अभी नही तो कभी नही । जिले भर में लिपिक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सामूहिक अवकाश आंदोलन पर रहने के कारण आम जनता को परेशानी का सामना करना पडा । कलेक्टर गेट पर आंदोलनकारी कर्मचारियों का जमाबडा होने के कारण सरकारी काम बुरी तरह प्रभावित हुआ ।आज की हडताल का व्‍यापक असर देखा गया । पूरे जिले में आज की हडताल को कर्मचारी नेताओं ने सफल हडताल बताया है । जिला मुख्यालय के कई सरकारी कार्यालयों में विरानी छाई रही तथा सरकारी काम बुरी तरह प्रभावित हुआ । लिपिकों कीमांगों में प्रमुख रूप  से ग्रेड पे का उन्‍नयन कर 2400 किया जायें, रमेशचन्‍द्र समिति की 23 अनुसंशाये लागू की जायें, लोकनिमार्ण जलसंसाधन, पीएचई वन विभाग के लिपिकों को बिना किसी शर्त के तृतीय समयमान दिया जायें, लेखापाल की विसंगति 1 जनवरी 96 से दूर की जायें,कर्मचारियों से हो रही रिकवरी को तत्‍काल बंद किया जायें, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वृत्ति कर पूर्ण रूप से समाप्‍त किया जायें,भृत्‍य का पदनाम परिवर्तित किया जायें,अर्जित अवकाश की संग्रहण सीमा 240 से बढाकर 300 दिवस की जायें, पेंशनरों को बकाया मंहागाई भत्‍ता एवं सातवे वेतनमान का लाभ दिया जायें, संविदा कर्मचारियों का नियमितिकरण किया जायें, नई पेंशन योजना को समाप्‍त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जायें,मंत्रालय के अनभाग अधिकारी एवं निज सचित का वेतनमान पुनरीक्षित किया जायें,स्‍टेनो टायपिस्‍ट का तृतीय समयमान संशोधित किया जायें,तिलहन संघ से मर्ज कर्मचारियों का पे प्रोटेकशन किया जायें, अनाज एवं त्‍यौहार अग्रिम 10000 रूपयें किया जायें।

श्री राजेन्द्र जयंत  जैन पाठषाला का 20 को होगा षुभारंभ
  • तीन माह तक बच्चो ं को मिलेगी नैतिक व धार्मिक षिक्षा

झाबुआ । श्री ष्वेताम्बर श्री संघ के द्वारा परम पूज्य जयंत सेन सूरिजी महाराज की पावन प्रेरणा एवं स्थानीय बावन जिनालय स्थित श्री राजेन्द्र जैन पाठषाला ज्ञान मंदिर में आगामी 20 अप्रेल से प्रारंभ होगी । इस पाठषाला में सुश्रावक संजय मेहता एवं कविता मेहता द्वारा पिछले 14 बरसों से ग्रिश्मकाल के अवकाष में पाठषाला का संचालन किया जाता रहा है। इस ज्ञान मंदिर पाठषाला में  बच्चो ं को प्रतिदिन प्रातः 7-30 बजे से 10-30 बजे तक बच्चों के नैतिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिय 5 कक्षाओं का संचालक होगा जिसमें धार्मिक पर्वो के अलावा राश्ट्रीय पर्वो को भी मनाया जावेगा । श्री महेता ने जानकारी देते हुए बताया  िकइस दौरान बच्चों को धार्मिक ज्ञान के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भाषण, चित्रकला, स्तवल, योग आदि विधाओं की जानकारी दी जाकर उनके नैतिक विकास को किया जावेगा । श्री संघ के वरिश्ठ धर्मचंद मेहता, आंनंदीलाल संघवी यशवंत भ्ंडारी, अभय धारीवाल, सुभाष कोठारी, अनील रूनवाल,  जैन सोष्यल ग्रुप के अध्यक्ष राजेन्द्र संघवी, रिंकू रूनवाल, जै न सोष्यल ग्रुप मैत्री अध्यक्ष,दिनेष रूनवाल, मनोज संघवी आदि ने समस्त समाज जनों से 20 अप्रेल से प्रारभ हो रही पाठशाला में अपने बच्चों को सहभागी कराने का अनुरोध किया है ।

जल संकट को देखते हुए नपा ने दो नए ट्रेक्टरों का किया लोकार्पण
  • नगर के सभी वार्डों में सत्त चल रहा विकास कार्य -ः श्रीमती मन्नूबेन डोडियार

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झाबुआ। आज शाम नगरपालिका परिषद् झाबुआ द्वारा आगामी दिनों में जल संकट को देखते हुए 2 नए ट्रेक्टर खरीदी कर नगर पालिका परिसर में ट्रेक्टरों की पूजा-अर्चना कर लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती डोडियार ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में नगर में होने वाले जल संकट को दूर करने हेतु परिषद ने कार्य योजना बनाई है ताकि नगर के प्रत्येक वार्डों में पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से की जा सके। श्रीमती डोडियार ने आगे बताया कि नगर में स्वच्छता के अंतर्गत मूत्रालयों एवं शौचालयों का नियमित रूप से सफाई अभियान चलाया जा रहा है। वहीं नगर के 18 वार्डो में से 9 वार्डो में वर्तमान में विकास मूलक कार्य किए जा रहे है। इस अवसर पर नपा मुख्य नगरपालिका अधिकारी एमएस निगवाल, सब इंजीनियर केके जोशी लेखापाल पंकज गोड़़, पार्षद साबिर फिटवेल, अजय सोनी, मालू डोडियार पपीश पानेरी, दर्शन कहार, नरेंद्र संघवी, नरेंद्र राठोरिया, विवेक मेडा, दीपू डोडियार प्रह्लाद राठौड़ आदि उपस्थित थे।

स्पर्धा का आयोजन करने का उद्देष्य बालक-बालिकाओं को आत्म रक्षा के गुर सीखाना -ः भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया
  • कराते एसोसिएषन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय कराते प्रतियोगिता का हुआ समापन
  • विजेताओं को गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रांज मेडल प्रदान किए गए

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झाबुआ। कराते एसोसिएषन आॅफ झाबुआ द्वारा स्थानीय रोटरी हाॅल में जिला स्तरीय कराते प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, भाजपा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे तथा जिला खेल एवं युवक कल्याण अधिकारी जलज चतुर्वेदी उपस्थित थे। अध्यक्षता कराते एसोसिएषन के अध्यक्ष उमंग सक्सेना ने की। इस अवसर पर बालक एवं बालिका वर्ग में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सेठिया ने कहा कि जूडो-कराते आत्म रक्षा का एक साधन है, जिसके माध्यम से प्रतिभागी अपने आपको परिपक्व बनाता है एवं समय आने पर अपनी रक्षा के लिए तैयार रहता है। इस तरह की स्पर्धाएं करने की आज नितांत आवष्यकता है। जिससे बालक विषेषकर बालिकाएं अपनी आत्म रक्षा के गुर सीख सके एवं जरूरत पड़ने पर किसी के भरोसे नहीं रहे। भाजपा के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे ने कहा कि स्पर्धा में जो बालक-बालिकाएं विजेता रहे है, वे बधाई के पात्र है, लेकिन जो हारे है, वे भी निराष ना हो, यह स्पर्धा केवल जीतने के लिए ही नहीं खेली जाती है, अपितु इसमें भाग लेने से विद्यार्थी अपनी रक्षा के गुर सीखता है और जटिल बनता है। जिला खेल अधिकारी श्री चतुर्वेदी ने उक्त आयोजन के लिए कराते एसोसिएषन को शुभकामनाएं प्रेषित की।

विजेताओं को मेडल प्रदान किए गए
बाद अतिथियों द्वारा विजेता को पुरस्कार प्रदान किए गए। एसोसिएषन के अध्यक्ष श्री सक्सेना ने बताया कि स्पर्धा में ओवर आॅल में प्रथम आईपीएस स्कूल रहा। द्वितीय केषव इंटरनेषनल स्कूल एवं तृतीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास करड़ावद बड़ी रहा। जिन्हें क्रमष अतिथियों द्वारा गोल्ड, सिल्वर एवं ब्रांज मेडल प्रदान किए गए। इसके साथ शील्ड भी प्रदान की गई। इस अवसर पर स्पर्धा के आयोजकों का भी अतिथियों द्वारा मोमेंटों देकर सम्मान किया गया। स्पर्धा में कुल 160 प्रतिभागी शामिल हुए। विजेता एवं उप विजेता रहने वाले बालक-बालिकाओं ं नगद पुरस्कार स्पर्धा के संयोजक संजय शाह दिव्या इलेक्ट्रानिक्स की ओर से प्रदान किए गए। इस अवसर पर रोटरी क्लब के आगामी सचिव हिमांषु त्रिवेदी द्वारा पतंजलि चिकित्सालय के सौजन्य से प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार प्रदान किए गए।एसोसिएषन अध्यक्ष उमंग सक्सेना की ओर से प्रतिभागियों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई।  कार्यक्रम का संचालन एसोसिएषन के डाॅ. सुनिल सिकरवार ने किया एवं आभार सचिव सूर्यप्रतापसिंह ने माना।

तीर्थदर्षन योजना में द्वारकापुरी रामेष्वरम, एवं तिरूपति यात्रा हेतु आवेदन आमंत्रित

झाबुआ । प्रदेष सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री तीर्थदर्षन योजना के तहत आगामी 12  मई से 17 मई तक जिले के वरिष्ठ नागरिक द्वारकापुरी यात्रा ,पर जायेंगे। इसके लिए इच्छुक वृद्धजन अपने आवेदन निकटतम नगरीय निकाय अथवा जनपद पंचायत कार्यालय में 26 अप्रेैल तक जमा करा सकते है। आगामी 19  मई से 24 मई तक जिले के वरिष्ठ नागरिक रामेष्वरम यात्रा ,परजायेंगे। इसके लिए इच्छुक वृद्धजन अपने आवेदन निकटतम नगरीय निकाय अथवा जनपद पंचायत कार्यालय में 2 मई तक जमा करा सकते है। आगामी 27  मई से 1 जून तक जिले के वरिष्ठ नागरिक तिरूपति यात्रा ,पर जायेंगे। इसके लिए इच्छुक वृद्धजन अपने आवेदन निकटतम नगरीय निकाय अथवा जनपद पंचायत कार्यालय में 11 मई तक जमा करा सकते है। आवेदक की आयु 60 वर्ष से कम नही होनी चाहिए तथा आवेदक आयकर दाता भी नही होना चाहिए एवं उसने पूर्व मंे इस योजना का लाभ नही लिया हो। आवेदन के साथ आधार कार्ड की छायाप्रति संलग्न करना अनिवार्य होगी।

असंगठित श्रमिकों के पंजीयन 14 अप्रैल तक होंगे
     
झाबुआ । राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ऐतिहासिक योजना के अंतर्गत असंगठित मजदूरों के लिए पंजीयन का कार्य शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर पंजीयन अब 14 अप्रैल तक होंगे । पंजीयन का कार्य जिले की जनपद पंचायत एवं नगरीय निकाय के माध्यम से जारी है। इस कार्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त अधिकारी - कर्मचारी पंजीयन कार्य को समय सीमा में पूरा करायें, जिससे कोई भी असंगठित मजदूर पंजीयन कराने से शेष नहीं रहेगा। असंगठित मजदूरों के लिए प्रारंभ की गई ऐतिहासिक योजना में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीयन एक अप्रैल से प्रारंभ कर दिया गया है। असंगठित श्रमिकों के लिए शुरू किए गए पंजीयन महाअभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में सीईओ जनपद एवं शहरी क्षेत्र में सीएमओ नगरीय निकाय द्वारा पंजीयन की कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। इस पंजीयन के अन्तर्गत असंगठित मजदूरों में किसान, जिनके पास एक हेक्टेयर से कम भूमि है, को भी शामिल किया जायेगा। चालक /परिचालक भी असंगठित मजदुर में पंजीयन करवा सकते है । इस विशेष अभियान के अन्तर्गत प्रचार-प्रसार की दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित की गई है, जिससे असंगठित श्रमिक अपना पंजीयन करा सकेंगे।

ग्राम पंचायत¨ं में 14 अप्रैल क¨ ह¨ंगी ग्राम सभायें
  • प्रधानमंत्री आवास य¨जना की प्रतिक्षा सूची अ©र प्रगति पर ह¨गी चर्चा

झाबुआ। ग्राम पंचायत¨ं में 14 अप्रैल 2018 क¨ ग्राम-सभाअ¨ं का आय¨जन किया जाएगा। ग्राम सभाअ¨ं में प्रधानमंत्री आवास य¨जना (ग्रामीण) की प्रतीक्षा सूची क¨ अपग्रेड़ करने, निर्माणधीन आवास¨ं क¨ शीघ्र पूरा कराने तथा पंचायत में चलाए जा रहे निर्माण कायर्¨ं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। ग्राम सभाअ¨ं में पंच परमेश्वर य¨जना अंतर्गत उपलब्ध राशि तथा प्रस्तावित कायर्¨ं के नवीन दिशा-निर्देश¨ं तथा एप से सदस्य¨ं क¨ अवगत कराया जायेगा। ग्राम क¨ खुले में श©ंच मुक्त घ¨षित करने की रणनीति तथा अवधि का निर्धारण किया जाएगा। खुले में श©च मुक्त घ¨षित ह¨ चुके ग्राम¨ं क¨ ष्कचड़ा मुक्त-कीचड़ मुक्तष् ग्राम के रूप में विकसित करने के लिये रणनीति निर्धारित की जाएगी। ग्राम सभा में अनिवार्य कर¨ं के करा-र¨पण एवं वसूली की जानकारी दी जाएगी। ग्राम पंचायत अंतर्गत विद्यालय¨ं में मध्यान्ह भ¨जन वितरण अ©र आंगनवाड़िय¨ं में बच्च¨ं के प¨षण आहार की व्यवस्था पर भी चर्चा ह¨गी। जिन ग्राम¨ं में सभी पात्र महिलाएँ स्व-सहायता समूह की सदस्य बन चुकी हैं, उनकी पूर्ण जानकारी ग्राम सभा में रखी जाएगी। 14 अप्रैल क¨ आय¨जित ग्राम सभाअ¨ं में स्व-सहायता समूह¨ं की स्वच्छता मिशन के अंतर्गत खुला श©च मुक्त (अ¨डीएफ) तथा ठ¨स एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (एसएलडब्ल्यूएम) में भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। ग्राम संगठन द्वारा किये गये कायर्¨ं की जानकारी ग्राम सभा में साझा की जाएगी। विभिन्न पेंशन य¨जनाअ¨ं के तहत लाभ वितरण तथा मद्यपान, तम्बाकू, गुटखा, सिगरेट एवं अन्य नशीले मादक द्रव्य¨ं तथा पदाथर्¨ं के दुष्परिणाम¨ं तथा ष्मद्य निषेधष् हेतु स्वस्थ्य वातावरण निर्माण जैसे विषय¨ं पर ग्राम सभाअ¨ं में  चर्चा की जाएगी।

जिले मे 10 अप्रैल तक 166683.00 क्ंिवटल गेहूॅ खरीदा गया
  • किसानो को 289195005.00 रूपये का हुआ भुगतान

झाबुआ । जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एम के त्यागी ने बताया कि जिले में 21 खरीदी केन्द्रो पर किसानो से गेहूं 15 मार्च से खरीदी प्रारंभ की गई है। जिले में अब तक 166683.00 क्ंिवटल गेहॅू सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर खरीदा गया एवं किसानो को ई. पेमेट के माध्यम से 289195005.00 रूपये का भुगतान किया गया।

जिले में इन 21 केन्द्रो पर हो रहा गेहूॅ उपार्जन 
जिले के 21 खरीदी केन्द्रो पर किसानो से गेहूॅ खरीदी का कार्य किया जा रहा है। सहकारी विपणन संस्था मर्या0झाबुआ, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रानापुर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रजला, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था पारा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था कालीदेवी, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, सहकारी विपणन संस्था मेघनगर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था कल्याणपुरा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मेघनगर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था नौेगांवा,  सहकारी विपणन संस्था मर्या0 थांदला,  सहकारी संस्था थांदला, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था खवासा, सहकारी विपणन संस्था मर्या0 पेटलावद, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था पेटलावद, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रायपुरिया, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बामनिया, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झकनावदा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था सारंगी, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था करवड, सहकारी सेवा विपणन संस्था मर्या0 रानापुर, में किसानो के पंजीयन एवं गेहूॅ खरीदी संबंधी कार्य किया जा रहा है।

अब उपार्जन केन्द्र स्तर से किसानो को भेजे जा रहे एसएमएस
प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूॅ उपार्जन के लिये किसानो को उपार्जन केन्द्र पर किस दिन पहुॅचना है इसका एसएमएस अब किसानो को उर्पाजन केन्द्र स्तर से किया जा रहा है। अब उर्पाजन केन्द्र प्रभारी, समिति किसानो को चिन्हित कर उर्पाजन केन्द्र पर गेहूॅ उपार्जन के लिये उतने ही किसानो को संबंधित दिन पर पहुॅचने के लिये एसएमएस भेज रहे है,जितने की व्यवस्था आसानी से उपार्जन केन्द्र पर हो सके।

समाधन एक दिवस में हुआ तत्काल समाधन

झाबुआ । कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी श्री एस एस गामड ने बताया कि समाधान एक दिवस मे आज लोक सेवा केन्द्र रामा में दोपहर 1ः30 बजे तक कुल 5 आवेदन प्राप्त हुए, 1 मूल निवासी एवं 4 आय प्रमाण-पत्र से संबंधित थे। जिसका तत्काल निराकरण किया गया ।

दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए जिला पंचायत झाबुआ एवं ग्राम पंचायत परवलिया चयनित

झाबुआ । दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार भारत सरकार वर्ष 2018 में जिला पंचायत झाबुआ एवं ग्राम पंचायत परवलिया (थांदला) का चयन किया गया है। जिला पंचायत झाबुआ को यह पुरस्कार दूसरी बार प्राप्त हो रहा है। पूर्व में यह पुरस्कार लखनऊ उ0प्र0 में अध्यक्ष जिला पंचायत झाबुआ सुश्री कलावती भूुरिया, द्वारा प्रशस्ती पत्र एवं 50 लाख का पुरस्कार ग्रहण किया गया था। वर्ष 2018 का यह पुरस्कार जबलपुर म0प्र0 में  24 .अप्रैल 2018 को होने कार्यक्रम मे प्रदान किया जावेगा। जिसमें जिले से अध्यक्ष, सुश्री कलावती भूुरिया, जिला पंचायत झाबुआ एवं श्रीमती जमुना भिडे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत झाबुआ यह राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण करेगीं। इसके अतिरिक्त जिले की ग्राम पंचायत परवलिया (थांदला) का चयन किया गया है, जिन्हें पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र एवं 12 लाख रूपये का पुरस्कार दिया जाएगा। ग्राम पंचायत परवलिया के संरपंच व सचिव इस पुरस्कार को ग्रहण करेगे। इस उपलब्धि के लिए कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना, अपर कलेक्टर श्री एस.पी.एस. चैहान समस्त जिलाधिकारी एवं कर्मचारियों ने बधाई प्रेषित की है।  अध्यक्ष जिला पंचायत झाबुआ सुश्री कलावती भूरिया एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत झाबुआ श्रीमती जमुना भिडे, अति. मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम.एस. वास्कले ने पुरस्कार की घोषणा होने पर हर्ष व्यक्त किया है और कहा-कि, यह पुरस्कार अधिकारियों, कर्मचारियों की मेहनत एवं कार्य के प्रति लगन के कारण प्राप्त हुआ है इसके लिये हम सभी को धन्यवाद प्रेषित करते हैं।

रेवसिंह का प्रधानमंत्री आवास योजना में बना पक्का मकान

jhabua newsझाबुआ । मजदूरी कर परिवार का गुजारा चलाने वाले रेवसिंह पिता पांगला ने भी सपना देखा था कि उसका भी पक्का मकान हो। एक कमरे के मिटटी व खपरैेल की छत वाले मकान में रहने वाले रेवसिंह पिता पांगला जैसे-तैसे परिवार का भरण-पोषण कर पाते थे। ऐसे में उनका पक्के मकान का सपना हकीकत नही बन पाया था। अब उसका सपना प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की वजह से हकीकत बन गया है और एक कमरे के मिट्टी व खपरैेल की छत वाले मकान में रहने वाला रेवसिंह पिता पांगला अब सीमेंट कांक्रीट की छत वाले मकान का मालिक बन गया है। झाबुआ जिले के थांदला विकास खण्ड के ग्राम हेडावा के निवासी रेवसिंह को प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत वर्ष 2016-17 में पक्का आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से अनुदान मे मिली राशि से रेवसिंह ने अपना पक्का मकान बना लिया अब वह अपने परिवार के साथ सीमेंट कांक्रीट के पक्के मकान में रहते है। चर्चा के दौरान रेवसिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास का लाभ नही मिलता तो वे अपना पक्का मकान नही बना पाते और उन्हें मिट्टी के कच्चे मकान में ही रहने से जहरीले जानवर के काटने बारिस में छत टपकने, मकान के कभी भी गिरने का डर समाया रहता। छत टपकने से बरसात का मौेसम बहुत ही कष्टदायक होता था। प्रधानमंत्री आवास योजना ने मदद कर उसकी सारी समस्या ही हल कर दी है अब जहरीले जानवरो के काटने, छत टपकने और मकान गिरने की कोई चिंता नही है।

बिहार : और वह जहर खाने वालों को मौत के मुंह से निकालने लगा

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समेली. अपने सहोदर भाई से बेइंतहा मोहब्बत करता था वह. उसका भाई पारिवारिक तनाव के कारण जहर खाकर मर गया. वह अपने अनुज की याद में  जहर खाकर आने वाले लोगों को मौत के मुंह से बचाने लगा. उस शक्स का नाम है  प्रभाष कुमार मंडल.खुद को वह चिकित्सक नहीं मानता है.फिर भी उसकी जादुई कारामात से जहर खाकर आने वाले लोगों को मौत के मुंह में समा जाने वाले लोगों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.  प्रभाष कुमार मंडल कहते हैं कि पिताजी गणेश प्रसाद मंडल और माताजी उर्मिला देवी है.हमलोग 3 भाई और 2 बहन है. मेरे भाई अरूण कुमार मंडल हैं.अभी पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता हैं.बिहार बार एसोसिएशन से संबंधित हैं.  आगे कहते हैं कि बड़े अरूण कुमार मंडल स्वार्थी किस्म के आदमी हैं. अपने भाइयों पर ध्यान दिये.माता-पिता के बल पर पढ़े और छोटे भाई  शशि कुमार मंडल को पढ़ने नहीं देते थे.इस कार्रवाई से नाखुश होकर शशि थाईमेंट और रोगर खा गया.इसे किसान लोग केले के पेड़ में लगे कीटाणुओं को मारने के लिये प्रयोग करते हैं. भाई शशि को बचाने का प्रयास 4 चिकित्सक किये. अन्तत: वह मर गया.वह 15 साल का था और नौवीं कक्षा में पढ़ता था.उसके सदमे में माताजी उर्मिला देवी 27 अगस्त 2004 में दम तोड़ दी. आगे प्रभाष कुमार मंडल कहते हैं कि उनकी शादी  रूबी देवी के साथ हुई है. हमदोनों के 1 बच्चा 2 बच्ची हैं.सभी पढ़ते हैं.आगे कहते हैं कि मुझ पर जहर खाने वाले लोगों को बचाने को लेकर  जुनून सवार है. 150 लोगों को मौत के मुंह से बचाने में कामयाब हो गये हैं. केवल 4 गंभीर लोगों को ही रेफर किये हैं.वे  अनपढ़ और 25 से 30 वर्ष के थे.जहर खाने व उनके परिजनों को शिक्षित भी करते हैं. आई.ए. उर्तीण हैं प्रभाष कुमार मंडल.14 साल से मेहनत कर रहे हैं.इसके बाद गांव के लोगों ने त्रिस्तरी ग्राम पंचायत 2015 में वार्ड नम्बर 4 के पंच पद पर विजयी माला पहना दिये. तब मलहरिया ग्राम पंचायत के सरपंच संजय कुमार पासवान ने प्रभाष कुमार मंडल को उप सरपंच बना दिये.

नगर परिषद् दुमका के अध्यक्ष/ उपाध्यक्ष / वार्ड पार्षदों का चुनाव

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  • मतदाताओं से उत्पन्न निराशा ही हमें भावी मतदाताओं के पास लायी है। पहले मतदान फिर जलपान। योग्य और स्वच्छ छवि के लोगों को ही चुनें।  निकाली गई मतदाता जागरूकता प्रभात रैली। हरी झंडी दिखाकर विदा किया गया मतदाता जागरूकता रथ। 

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) वास्तविक मतदाताओं से उत्पन्न निराशा ही हम सबों को भावी मतदाताओं के पास लेकर आयी  है।  आप  सब भावी मतदाता हैं,  भविष्य में मताधिकार के प्रति जागरूक रहने के साथ-साथ अपने अड़ोस - पड़ोसमें रहने वाले उन तमाम लोगों को मतदान हेतु प्रेरित करें जो किसी कारणवश मतदान केंद्र तक नहीं आ पाते। दुमका के अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने जिला प्रशासन स्वीप द्वारा आयोजित 16 अप्रैल को होने वाले दुमका एवं वासुकीनाथ नगर निकाय के मतदान में अधिक से अधिक संख्या में मतदान प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गाँधी मैदान दुमका में आयोजित प्रभात रैली जो कि विभिन्न विद्यालयों से आरंभ होकर गांधी मैदान तक आई थी को संबोधित करते हुए यह बात कही । उन्होंने इस बात पर चिंता प्रकट की कि आजादी मिलने के इतने वर्षों बाद भी आम लोगों को मतदान करने हेतु जागरुक करना पड़ रहा है उन्होंने बच्चों से अपील की कि अपने अभिभावकों से कहे कि पहले मतदान करें उसके पश्चात ही जलपान करें उन्होंने आम लोगों से अपील की कि जाति ,धर्म या किसी अन्य प्रकार के पूर्वाग्रहों को छोड़कर योग्य और स्वच्छ छवि के लोगों को ही अपना प्रतिनिधि चुने । अवसर पर एन.सी.सी.के कैप्टन दिलीप कुमार झा तथा जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सैयद राशिद अख्तर ने भी आमजनों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की । इससे पूर्व संत जोसेफ उच्च विद्यालय दुमका, बालिका उच्च विद्यालय दुमका ,सिद्धू कान्हू उच्च विद्यालय दुमका ,ग्रीन माउंट एकेडमी दुमका, बालभारती विद्यालय दुमका तथा करहलबिल उच्च विद्यालय दुमका के छात्र छात्राओं ने अपने अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में वोट डालने जाना है अपना फर्ज निभाना है ,जात पर न धर्म पर बटन दबाएं कर्म पर ,डालने बूथ पर जाएं लोकतंत्र का पर्व मनाए ,वोट हमारा है अनमोल कभी न लेंगे इसका मोल, न नशे से न नोट से किस्मत बदलेगी वोट से ,सबकी सुनो सबकी जानो निर्णय अपने मन की मानो ,बूढ़े हो या फिर हो जवान सब मिलकर करें मतदान ,जब भी वोट डालने जाएं पहचान पत्र को साथ में लाएं ,जन जन की है यही पुकार वोट डालो अबकी बार आदि नारों की तख्तियां लगाएं तथा नारा लगाते हुए अपने अपने विद्यालयों से पूरे शहर का परिभ्रमण कर गांधी मैदान दुमका तक पहुंचे थे । इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर मतदाता जागरूकता रथ को विदा किया।

कार्यक्रम में जिला स्कूल के प्राचार्य अजय कुमार गुप्ता ,कड़हलबिल उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिशिर कुमार घोष, अनिल तिवारी,सिदो कान्हु उच्च विद्यालय के निदेशक प्रदीप्तो मुखर्जी,खेलकूद संघ के सचिव उमा शंकर चौबे, जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव वरुण कुमार ,खेलकूद संघ के प्रवक्ता मदन कुमार ,जिला कबड्डी संघ के संयुक्त सचिव रंजन कुमार पांडे, मनोज घोष ,जीवानंद यादव ,चंदन कुमार, शिक्षक कन्हैयालाल दुबे ,काजेश कुमार झा, हेमकांत पंडित ,संतोष कुमार कापरी ,प्रियांकर परमेश, नीतू भारती ,अखिल भूषण ,मृणाल कांति सरकार, विभा कुमारी, राजेश कुमार, रंजीत साह, देवाशीष मुखर्जी, अशोक राय, विश्वरूप बनर्जी, सुनील शर्मा, मोना विनय, रीना कुमारी, शीलवंती कुमारी, रंजीत कुमार सिंह, जय गोराई, त्रिलोचन शर्मा, किशोर कुमार, कंचनमाला रानी, कंचना कुमारी, राजीव कुमार घोष, विजय आनंद हेंब्रम, इलियास इक्का, नीरज कुमार सिंह, अनुपम दास, बिपिन बिहारी वैद्य, अनुराग मिश्रा, मोहम्मद अली, नवनीत कुमार, पराक्रम शर्मा, देवेश दत्ता, कल्याणी, कैलाश प्रसाद राय, खगेंद्र झा, नवल किशोर, निर्मल शर्मा, सुरेंद्र साह सहित जिला जनसंपर्क कार्यालय के चंद्रशेखर मांझी तथा सुरेंद्र नारायण यादव भी मौजूद थे ।

दरभंगा : समस्याओं को सुलझाने में मददगार होगा छात्रसंघ : कुलपति

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दरभंगा  (आर्यावर्त डेस्क) 12 अप्रैल : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा ने कहा कि छात्र किसी भी विश्वविद्यालय की आत्मा होते हैं. इसलिए इसकी पवित्रता व सुचिता समेकित रूप से जरूरी है. कुलपति अपने सचिवालय कक्ष में विश्वविद्यालय छात्रसंघ के चुनाव में विजयी प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र सौंपने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. उन्होंने कहा कि छात्रसंघ का काम छात्रों की समस्याओं को प्रमुखता से हल करना है. वहीं प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि छात्रसंघ अब अपने अस्तित्व में आ गया है. ऐसे में उमीद करते हैं कि छात्रों की समस्याओं को हल करने में संघ काफी मददगार होगा. जनसम्पर्क पदाधिकारी निशिकांत प्रसाद सिंह ने बताया कि आज संघ के अध्यक्ष बलरामजी झा, महासचिव डिम्पल कुमारी, संयुक्त सचिव अमरजीत कुमार झा, कोषाध्यक्ष सिकंदर पासवान को प्रमाण पत्र दिया गया. इस मौके पर कुलसचिव डॉ. शिवलोचन झा समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.

दरभंगा : ससुर को छोड़ पति के साथ रहने के लिए हुई तैयार

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जाले/दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 12 अप्रैल  : थाना क्षेत्र के एक गांव से बीते सात महीने पूर्व अपने पति को छोड़ अपने चचेरे ससुर के साथ भागी, महिला को स्थानीय सरपंच व स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसे अपने घर वापस कर दिया गया. इस संबंध में गुरुवार को सामाजिक सहयोग से ग्राम कचहरी में दोनो पक्षो से बॉन्ड बनवाकर उस महिला को अपने पति के हवाले कर दिया गया. मालूम हो कि 26 वर्षीय एक विवाहिता ने अपने पति समेत दो मासूम बच्चे तीन वर्षीय पुत्र चप्पू कुमार व डेढ़ वर्षीय पुत्री बच्ची रानी को घर में छोड़ दाम्पत्य जीवन को कलंकित करती हुई अपने 66 वर्षीय चचेरे ससुर के साथ कोलकाता भाग कर अपने चचेरे ससुर से अबैध संबन्ध बनाकर परिवारिक रिश्ते को ध्वस्त करते हुए अपना दूसरा घर बसा ली थी. इस कलंकित रिश्ता को ग्रामीणों को नागवार लगा. स्थानीय लोगो ने बच्ची व बच्चे की रोने की आवाज सुन सामाजिक स्तर पर फोन से ही उक्त महिला को मनाने का पूरी कोशिस किया, लेकिन ग्रामीणों की कोशिस नाकाम रहा. उस महिला पर इसका कोई असर नही होता देख, उसके चचेरे स्वसुर को समझाया बुझाया गया, तब जाकर उसे उसके चचेरा ससुर ने उसे वापस उसके घर पति व बच्चों के पास भेजने का वचन दिया. कई दिनों के इंतजार के बाद, वह महिला अपने पति के पास वापस अपने गांव लौट आई. जहां ग्राम कचहरी के सरपंच के समक्ष, ग्रामीणों के न्यायालय में, दोनों पक्ष ने आपसी रजामंदी सामंजस्य के साथ रहने का, शपथपत्र बनाया है व दोनो अपने-अपने बच्चों को गले लगाकर उक्त महिला अपने पति के साथ घर वापस घर लौट गई है.

दरभंगा : माले का बिहार बचाव पदयात्रा 1 मई को पहुंचेगी पटना : धीरेन्द्र

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 12 अप्रैल  : भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा ने आज यहां कहा कि पार्टी भाजपा भगाव, बिहार बचाव जनाधिकार पदयात्रा का आयोजन करने जा रही है. पद यात्रा राज्य के पांच कोनों से शुरू होगी और 1 मई को गांधी मैदान पहुंचेगी. जहां जनाधिकार महासम्मेलन में भाग लेंगे. माले नेता श्री झा पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उनके निशाने पर भाजपा थी. श्री झा आरोप लगाया कि भाजपा और उनके नेताओं द्वारा राज्य को दंगा की आग में झोंकने की साजिश की जा रही है, ताकि पटना और दिल्ली की सरकारें जन मुद्दे से लोगों में व्याप्त गुस्सा को भटकाया जा सके. उन्होंने कहा कि विक्रमगंज, गया, नवादा, खगरिया और दरभंगा से पदयात्रा शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि दरभंगा से शुरू हो रही पदयात्रा में मोदी सरकार के द्वारा केन्द्रीय विश्वविद्यालय, स्मार्ट सीटी, रेल परियोजनाओं सहित बंद पड़े मीलों को चालू करने में अभिवंचना के सवाल को मजबूती से उठाया जाएगा. संवाददाता सम्मेलन में माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने फसलक्षति का मुद्दा उठाया और कहा कि कहीं भी किसानों को फसलक्षति मुआवजा नहीं मिली है. मक्का किसान बाली में दाना नहीं आने से मर रहे हैं. इस अवसर पर माले नेता लक्ष्मी पासवान भी मौजूद थे.

संप्रग सरकार की ‘नीतिगत पंगुता’ ने रक्षा तैयारियों को बाधित किया : मोदी

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तिरूवेदांती : तमिलनाडु :, 12 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि रक्षा क्षेत्र में संप्रग सरकार की ‘ नीतिगत पंगुता ’ ने देश की सैन्य तैयारी को प्रभावित किया। चार दिवसीय रक्षा एक्सपो का यहां उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि पिछली सरकार की सुस्ती, अक्षमता या ‘शायद कुछ छिपे उद्देश्यों’ ने रक्षा क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था जब नीतिगत पंगुता की वजह से रक्षा तैयारियों का अहम मुद्दा प्रभावित हुआ। हमने देखा है कि इस तरह की सुस्ती, अक्षमता या कुछ छिपे हुए उद्देश्य देश को कितना नुकसान पहुंचा सकते हैं। अब नहीं, अब और नहीं।’’  प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर आरोप लगाया कि वह लंबी चयन प्रक्रिया के बाद 126 मध्यम, अनेक भूमिका निभाने वाले लड़ाकू विमानों : एमएमआरसीए : की खरीद संबंधी सौदे पर निर्णय करने में विफल रही। मोदी ने कहा, ‘‘आप याद करेंगे कि लड़ाकू विमान की खरीद के लिये चली लंबी प्रक्रिया किसी अंजाम तक नहीं पहुंच सकी। हमने न सिर्फ हमारी तात्कालिक महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने के लिये साहसिक कदम उठाया, बल्कि हमने 110 लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिये नयी प्रक्रिया भी शुरू की।’’  सरकार ने पिछले सप्ताह तकरीबन 110 लड़ाकू विमानों की खरीद की प्रक्रिया शुरू की थी। सरकार ने इसके लिये आरएफआई : सूचना के लिये अनुरोध : या शुरूआती निविदा आमंत्रित की थी। पांच साल पहले वायु सेना के लिये 126 एमएमआरसीए की खरीद की प्रक्रिया सरकार के रद्द करने के बाद लड़ाकू विमानों की खरीद के लिये यह पहली बड़ी पहल है। एमएमआरसीए सौदे को रद्द किये जाने के बाद राजग सरकार ने सितंबर 2016 में फ्रांसीसी सरकार के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। राफेल मुद्दे पर कांग्रेस राजग सरकार पर लगातार हमले करती रही है। उसका आरोप है कि संप्रग सरकार के दौरान जिस सौदे को लेकर बातचीत हुई थी वह मोदी सरकार द्वारा हस्ताक्षरित अनुबंध की तुलना में सस्ता था।

मोदी कल अम्बेडकर स्मारक का उद्घाटन करेंगे

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नयी दिल्ली , 12 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल यहां अम्‍बेडकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक का उद्घाटन करेंगे। यह स्‍मारक भारत के संविधान निर्माता डॉ . अम्‍बेडकर के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है।  प्रधानमंत्री ने 21 मार्च , 2016 को इसकी आधारशिला रखी थी। भारत रत्‍न बाबा साहब डॉ . भीम राव अम्‍बेडकर का जन्‍म मध्‍य प्रदेश में महू में 14 अप्रैल , 1891 को हुआ था और वह स्‍वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे।  वह 1 नवम्बर , 1951 को केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा देने के बाद , 26, अलीपुर रोड , दिल्‍ली में सिरोही के महाराजा के घर में रहने लगे जहां उन्‍होंने 6 दिसम्‍बर , 1956 को आखिरी सांस ली और महापरिनिर्वाण प्राप्‍त किया। यहीं पर स्मारक बना है।  इस इमारत में एक प्रदर्शनी स्‍थल , स्‍मारक , बुद्ध की प्रतिमा के साथ ध्‍यान केन्‍द्र , डॉ . अम्‍बेडकर की 12 फुट की कांस्‍य प्रतिमा है। प्रवेश द्वार पर अशोक स्‍तम्‍भ (11 मीटर ) और पीछे की तरफ ध्‍यान केन्‍द्र बनाया गया है। इसमें सीवेज शोधन संयंत्र (30 केएलडी ), वर्षा जल सिंचाई प्रणाली और नेट मीटरिंग के साथ छत पर सौर ऊर्जा (50 किलोवाट ) संयंत्र स्‍थापित किया गया है। इमारत 7374 वर्ग मीटर क्षेत्र में खड़ी की गई है और इसका कुल निर्मित क्षेत्र 6758 वर्ग मीटर है। 

इंद्राणी के जान के खतरे के दावे पर जांच शुरू

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मुंबई , 12 अप्रैल, मुंबई पुलिस ने शीना बोरा हत्या मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की ओर से अपनी जान को खतरा बताने के बाद जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।  पुलिस उपायुक्त और पुलिस के प्रवक्ता दीपक देओराज ने बताया , ‘‘ हमें इंद्राणी की ओर एक आवेदन मिला है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उनकी जान को खतरा है।  उन्होंने कहा कि इंद्राणी के दावे पर जांच पूरी होने के बाद कानून के मुताबिक उचित कार्रवाई की जाएगी।  एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी इंद्राणी के दावों को लेकर उनका बयान रिकॉर्ड करेंगे।  इंद्राणी (46) को दक्षिण मुंबई स्थित भायखला जेल से छह अप्रैल को ‘ अर्ध चेतन ’ अवस्था में सरकारी जेजे अस्पताल लाया गया था।  इंद्राणी को दवा की संदिग्ध ओवर डोज के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कल वापस जेल ले आया गया ।  उन्होंने कल अस्पताल से जेल जाते वक्त संवाददाताओं से अपनी जान को खतरा बताया था।  आईएनएक्स मीडिया की पूर्व सह - संस्थापक इंद्राणी पर अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा है। वह इस मामले में मुख्य आरोपी हैं। 

तूफान से ताजमहल परिसर में नुकसान

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आगरा,12 अप्रैल, आगरा में आए तूफान से ताजमहल पर शाही दरवाजे के ऊपर लगा करीब 12 फुट ऊंचा खंभा और दक्षिणी गेट के ऊपर लगा आठ फुट ऊंचा स्तंभ टूट गया। सहेली बुर्ज के मकबरे की छत का गुलदस्ता भी नीचे आ गिरा। बुधवार रात 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आये तूफान और बारिश में फोरकोर्ट में लगा नीम का पेड़ गिर गया। रेवती के बाड़े में पश्चिमी दीवार से लगा पीपल का पेड़ टूट गया। इसमें बाड़े की दीवार टूटने के साथ ही बगल के मकान की दीवार भी टूट गई । वहीं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के ताजमहल के संरक्षण सहायक अंकित नामदेव ने बताया कि गत बुधवार की शाम आये तूफान और बारिश से ताजमहल को काफी नुकसान हुआ है। गुरुवार को ताजमहल में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है और कहां-कहां नुकसान हुआ है उसका जायजा लिया जा रहा है। 

बिहार में रविशंकर, गिरिराज ने उपवास रखा

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पटना, 12 अप्रैल, संसद सत्र को बाधित किए जाने के विरोध में भाजपा सांसदों के राष्ट्रव्यापी उपवास के तहत बिहार के पटना, बक्सर, नवादा और उजियारपुर में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय ने आज उपवास रखा। पटना के गर्दनीबाग में आयोजित उक्त उपवास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह सवाल मुनासिब है कि वे आज उपवास पर क्यों बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वे आज जनता के बीच पीडा से आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के 70 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि बजट जैसे महत्वपूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री बोलते रहे और कांग्रेस के लोग उनका विरोध करते रहे। तीन तलाक विधेयक का राज्यसभा में विरोध किया गया। उन्होंने कांग्रेस से पूछा,‘‘ महत्वपूर्ण बजट सत्र को तो आपने चलने नहीं दिया पर क्या यह उम्मीद की जाए कि वे संसद का अगला सत्र चलने देंगे।’’ प्रसाद ने आरोप लगाया,‘‘ हम लोगों को अपना राजनीतिक विरोधी मानते हैं दुश्मन नहीं मानते हैं। कांग्रेस पार्टी के लोग आज से नहीं बल्कि जनसंघ के समय से ही हमें अपना दुश्मन मानते हैं। हमने कहा कि तुम दुश्मनी करो। हमारी तो सोच है कि दुश्मनी इतनी न करो किसी मोड पर मिल जाएं तो आंखों में शर्म आ जाए।’’ भाजपा नेता ने कहा कि गरीबों के लिए बैंकों में जगह नहीं थी लेकिन आज 31 करोड गरीबों के बैंकों में खाते खुले हैं। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि वह दिल्ली से बिहार के गांव के लिए एक रूपया भेजते है और 15 पैसा पहुंचते है। नरेंद्र मोदी की सरकार में दिल्ली से गरीब के लिए एक हजार रूपये भेजा जाता है और उनके खाते में एक हजार रूपये ही पहुंचता है । यही तो है डिजिटल इंडिया । प्रसाद ने कहा कि अंबेडकर जयंती के अवसर पर आगामी 14 अप्रैल को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में डिजिटल इंडिया के माध्यम से साक्षर और सशक्त की गयी बिहार की 250 दलित बहनों को बुलाया गया है और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा । यह है बदलाव।हम अपने दलित भाई—बहनों का प्रयोग सिर्फ वोट के लिए नहीं बल्कि उन्हें आगे बढाने के लिए करते हैं। यह हमारी सोच है। यही सोच हमारी अल्पसंख्यकों के बारे में भी है। लेकिन ,एक बात साफ है कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

SC-ST कानून पर फैसले ने इसके प्रावधानों को हलका कर दिया: केन्द्र

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नयी दिल्ली , 12 अप्रैल, केन्द्र ने आज उच्चतम न्यायालय से कहा कि अनुसूचित जाति - जनजाति कानून पर उसके हालिया फैसले ने इसके प्रावधानों को ‘‘ हलका ’’ कर दिया है , जिससे देश को ‘‘ बहुत नुकसान ’’ पहुंचा है और इसमें सुधार के लिये कदम उठाये जाने चाहिए।  केन्द्र ने कहा कि शीर्ष अदालत ने एक बहुत ही संवेदनशील प्रकृति के मुद्दे पर विचार किया था और इसके फैसले ने देश में ‘ बेचैनी , क्रोध , असहजता और असंगति का भाव ’ पैदा कर दिया है।  केन्द्र यह भी कहा है कि शीर्ष अदालत के फैसले ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है और पुनर्विचार के जरिये इसमें दिये गये निर्देशों को वापस लेकर इसे ठीक किया जा सकता है। अटार्नी जनरल के . के . वेणुगोपाल ने अपनी लिखित दलीलों में कहा है कि इस फैसले के माध्यम से न्यायालय ने अजा - अजजा ( अत्याचार निवारण ) कानून , 1989 की खामियों को दूर नहीं किया बल्कि न्यायिक व्यवस्था के माध्यम से इसमें संशोधन किया है।  उन्होंने यह भी कहा कि कार्यपालिका , विधायिका और न्यायपालिका के बीच कार्यो और अधिकारों का बंटवारा है जो ‘ अनुल्लंघनीय ’ है।  अटार्नी जनरल ने कहा है कि इस फैसले ने अत्याचार निवारण कानून के प्रावधानों को नरम कर दिया है और इस वजह से देश को बहुत नुकसान हुआ है।  शीर्ष अदालत के 20 मार्च के फैसले के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा दो अप्रैल को आयोजित भारत बंद के दौरान कई राज्यों में हिंसा और झड़पों की घटनाओं की पृष्ठभूमि में केन्द्र सरकार ने यह लिखित दलीलें पेश की हैं। भारत बंद के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में कम से कम आठ व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी थी।  शीर्ष अदालत ने तीन अप्रैल को अपना फैसला यह कहते हुये स्थगित रखने से इंकार कर दिया था कि इस आदेश में कुछ सुरक्षात्मक उपाय करने के खिलाफ आन्दोलन कर रहे लोगों ने शायद उसके फैसले को पढ़ा भी नहीं होगा या वे निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा गुमराह कर दिये गये होंगे।  

शीर्ष अदालत ने कहा था कि निर्दोष व्यक्तियों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के लिये अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करते समय इस कानून के किसी भी प्रावधान को कमजोर नहीं किया गया है।  पीठ ने केन्द्र की ओर से अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल और महाराष्ट्र सरकार की ओर से अतिरिक्त सालिसीटर जनरल तुषार मेहता की इन दलीलों को स्वीकार करने से इंकार कर दिया था कि केन्द्र की पुनर्विचार याचिका पर निर्णय होने तक फैसले को स्थगित रखा जाये।  न्यायालय ने अटार्नी जनरल से सवाल किया था कि यदि इस कानून के तहत कोई असत्यापित आरोप उनके खिलाफ लगाया जाता है तो क्या वह काम कर सकते हैं या कोई लोकसेवक काम कर सकता है यदि उसके खिलाफ इस तरह के आरोप लगाये जाते हैं।  पीठ ने कहा था , ‘‘ नहीं , वे काम नहीं कर सकते। निर्दोष व्यक्तियों को कोई राहत दिये बगैर उनके अधिकारों को छीना नहीं जा सकता है।  इस मामले में न्याय मित्र की भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ अधिवक्त अमरेन्द्र शरण ने केन्द्र की पुनर्विचार याचिका का विरोध किया था और कहा था कि न्यायालय ने अपने फैसले में सरकार द्वारा पेश आंकड़ों और संसद की स्थाई समिति की रिपोर्ट पर भी विचार किया है।  उन्होने कहा था कि केन्द्र की पुनर्विचार याचिका शीर्ष अदालत के 20 अप्रैल के फैसले के खिलाफ उस समय तक अपील नहीं हो सकती जब तक कि इसमे स्पष्ट त्रुटि नहीं हो।  शीर्ष अदालत ने कहा था कि उसने अपने फैसले में किसी भी दूसरे कानून की तरह ही इस कानून के तहत अपराध के लिये अग्रिम जमानत की व्यवस्था की है क्योंकि इस कानून के तहत निर्दोष व्यक्ति के पास राहत पाने के लिये किसी भी मंच पर जाने का विकल्प उपलब्ध नहीं है। 
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