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अटल जी की अस्थियाँ मोक्षदायिनी गंगा की गोद में समायी

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भारतीय राजनीति का सूर्य आज गंगा में हुआ विलीन, अस्थि विसर्जन नहीं बल्कि आस्था के सृजन का पर्व-स्वामी पूज्य चिदानन्द सरस्वतीजी, पूज्यस्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी ने कहा कि गंगा सहित देश की सभी नदियों की स्वच्छता के लिये  संसद में कानून पारित हो यही श्री अटल बिहारी वाजपेजी के लिये सच्ची श्रद्धांजलि होगी
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ऋषिकेश, 19 अगस्त। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियों का विसर्जन आज हर की पौड़ी हरिद्वार के किया गया। इस अवसर पर गृहमंत्री, भारत सरकार श्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के पार्टी अध्यक्ष, श्री अमित शाह, मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, पतंजलि योगपीठ से आचार्य बालकृष्ण जी, पूज्य स्वामी सत्यमित्रानन्द जी महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द जी महाराज, स्वामी रविन्द्रपुरी जी महाराज, अनेक संत, श्री रमेश पोखरियाल जी, शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक जी, श्री अरविन्द पान्डे जी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू जी, विधामसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, श्री शिवप्रकाश जी, अटल जी के परिवार के सदस्य एवं अनेक राजनीतिक दिग्गजों ने सहभाग किया। गंगा में अस्थियों के विसर्जन के समय वहां उपस्थित सभी की आखें नम हो गयी उस समय बाहर तो गंगा की धारा बह रही थी परन्तु सभी के दिलों में अटल जी की यादों का सैलाब हिलोंरे ले रहा था। सभी ने अपने प्यारे अटल जी को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।  हरिद्वार, भल्ला मैदान से बह्मकुण्ड, हर की पौड़ी के लिये निकली अस्थि कलश यात्रा में हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुये।

 भारतीय राजनीति का सूर्य आज वेदमंत्रों के साथ मोक्षदायिनी गंगा में विलीन हो गया। भारत के इस ऐतिहासिक नेता ने अपने जीवन से ऐसे अनेक उदाहरण प्रस्तुत किये जो आने वाली पीढ़ियों का प्रथ प्रदर्शन करते रहेंगे। अटल जी ऐसे व्यक्तित्व के धनी थे जो विश्व पटल पर अपने को स्थापित करने के पश्चात भी विचारों से बिल्कुल सरल, सहज और शांत थे।  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व हिमालय की तरह विराट और गंगा की तरह पवित्र और निर्मल था। आज तक श्री अटल जी दिलों पर राज करते रहे सब के दिलों में समाये और आज गंगा में समाये और गंगा सागर बन गये। आज मैं उनके मोक्ष के लिये नहीं बल्कि वापस आने के लिये प्रार्थना करता हूँ। आज वे हमें अपने कार्यों और विचारों में अटल जी को हमेंशा जिंदा रखना है। अटल जी का पूरा जीवन देश में स्थिरता, लोकतंत्र की अंखडता, देश का विकास, राष्ट्र निर्माण, अमन और शान्ति के लिये था। अटल जी के चट्टानी इरादों ने हिन्दुस्तान को एक विशेष मुकाम पर पहुंचाया है। राष्ट्र में अमन, चैन और शान्ति बनाये रखने के लिये प्रयत्न करना ही हमारी ओर से अटल को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। स्वामी जी महाराज ने कहा कि आज अटल जी रूपी तीर्थ, हर की पौड़ी, पवित्र तीर्थ में समाहित हो गया। हर की पौड़ी पर अपार संख्या में उपस्थित लोगों ने नम आखों से अपने प्यारे अटल जी की अस्थियों का विर्सजन किया।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और वहां उपस्थित सभी लोगों ने शान्ति पाठ कर प्रार्थना की कि श्री अटल जी फिर से वापस आकर अपने देश की सेवा करे। स्वामी जी ने कहा कि अटल जी ने अपने जीवन काल में नदियों को जोड़ने का अभियान चलाया और आज जाते-जाते भी वे नदियों से जुड़ गये ताकि हम सभी नदियों से जुड़ सके और नदियों को संरक्षित कर सके। श्री अटल जी की अस्थियों का विसर्जन गंगा सहित देश की अन्य सभी नदियों में किया जायेगा। स्वामी जी ने कहा कि आज अस्थि विसर्जन नही बल्कि आस्था का सृजन उस राष्ट्रपुरूष के लिये जो राष्ट्र के लिये जिया। स्वामी जी महाराज ने कहा कि अटल जी एक ऐसे संत थे जो राजनीति से राष्ट्रनीति के लिये जीयें, वे एक महापुरूष थे जो इस शताब्दि के संत बन गये; राष्ट्र पुरूष बन गये। स्वामी जी महाराज ने वहां उपस्थित सभी को नदियों की स्वच्छता का संकल्प कराया सभी ने हाथ खडे कर संकल्प किया। 

दुमका : 23 वें दिन 61, 722 श्रद्धालुओं ने चढ़ाया महादेव पर जल

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) फौजदारी बाबा बासुकीनाथ महादेव के दरबार में श्रावणी मेला के 23 वें  दिन सायं 4 बजे तक कुल संख्या 61, 722  श्रद्धालु कांवरियों ने महादेव पर जलाभिषेक किया। जहां एक ओर दर्शनार्थियों की संख्या  59, 440 रही वहीं जलार्पण कांउटर से 2, 282 श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण किया। शीघ्र दर्शनम कूपन के माध्यम से 1, 973 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किये। विभिन्न  श्रोतों  से  4, 597 रूपये की राशि प्राप्त हुई। 5 ग्राम  चांदी का एक व 10 ग्राम चांदी के 4  सिक्कों की बिक्री की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये विभिन्न चिकित्सा शिविरों में दिन रविवार को कुल 3, 441 श्रद्धालुओं  की चिकित्सा व्यवस्था संपन्न करवायी गई। 20 सय्या वाले वातानुकूलित टेन्ट अस्पताल बासुकिनाथ में 435, मुख्य प्रसासनिक शिविर में 757, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जरमुण्डी में 75, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तालझारी में 306, स्वास्थ्य शिविर सहारा में 89, राजस्व तहसील कचहरी बासुकिनाथ में 143, रेलवे स्टेशन बासुकिनाथ में 88, कांवरियां केम्प बोगली में 19, कांवरियां केम्प मोतीहारा में 60, कांवरियां केम्प सुखजोरा में 23, स्वास्थ्य उपकेन्द्र बासुकिनाथ में 35, स्वास्थ्य शिविर सिंहद्वार में 697 व मेडिकल मोबाईल यूनिट के माध्यम से 89 कांवरियों की चिकित्सा व्यवस्था संपन्न करवायी गई। दिन रविवार को 625 वैक्सिन भी दिये गये।

बेगूसराय : ऐसे होते हैं कोई एक मानव में महामानव

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बेगूसराय (अरुण कुमार) आज बेगूसराय के दिनकर भवन में महामानव "अटल बिहारी वाजपेयी"के महाप्रयाणोपरांत श्रद्धाञ्जली सह शोक सभा का आयोजन किया गया।इस शोक सभा में जिले के तमाम राजनीति दलों के नेता एक साथ,एक मंच पर मंचासीन हुए,उस महान आत्मा के,आत्मा के शान्ति प्रार्थना के लिए और सभी करीब करीब अपनी आपबीती महानायक के सानिध्यताओं का आख्यान प्रस्तुत करते हुए श्रद्धापुष्प अर्पण कर अपना अपना अश्रुपूर्ण श्रद्धाञ्जलि अर्पण की।मौके पर जिला अध्यक्ष संजय कुमार,राजेन्द्र चौधरी,प्रफुल्ल चन्द्र मिश्र आभा सिंह,प्रो•आशा सिन्हा,विधान पार्षद,सह भाजपा के राष्ट्रीय मुख्य सचेतक रजनीश कुमार,केंदीय मंत्री गिरिराज सिंह आदि कई गणमान्यजन मंचासीन और दिनकर भवन का पूरा परिसर और हॉल स्थानीय नागरिकों से पूरा भरा हुआ देखने योग्य था।आज पूरा देश शोकाकूल है,सभी के मुखारविंद से अंतिम वाक्य यही निकलता था कि देश के लिये यह अपूरणीय क्षति है।    

दुमका : हर हर महादेव के नारे से गुंज उठा बाबा बासुकीनाथ व माँ मौलीक्षा का दरबार

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) फौजदारी बाबा बासुकीनाथ महादेव की जय, हर-हर महादेव, बोलबम का नारा है बाबा तेरा एक सहारा है जैसे नारों से गुंजायमान है फौजदारी बाबा बासुकीनाथ महादेव का दरबार। प्रतिदिन की तरह मेला के 23 वें दिन भी श्रद्धालु अलसुबह से ही शिवगंगा के चारों ओर जमे दिखाई दे रहे थे। आस्था की डुबकी लगाकर श्रद्धालु अपने आराध्य पर जलापर्ण करने के लिए बढ़ रहे थे। प्रातः 3 बजकर 35 मिनट पर पुरोहित पूजा के उपरांत जलापर्ण शुरू हुआ। निरंतर श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलार्पण कर रहे थे। बढ़ती जा रही तपिश के बावजूद श्रद्धालुओं की संख्या में  यहाँ घोर इजाफा दिख रहा है। पूरा रुट लाइन केसरिया रंग में रंगा था। तेज धूप के बीच भी श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ बाबा पर जलार्पण कर रहे थे। पूरे रुट लाइन में इंद्र वर्षा के माध्यम से शीतल जल का छिड़काव किया जा रहा था। श्रद्धालुओं की ऊर्जा देखते ही बन रही थी। प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मी देर रात्रि से ही अपने अपने कर्तव्यस्थल पर उपस्थित थे। महत्वपूर्ण स्थलों पर प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने में अहम भूमिका निभा रकहे थे। पूरे रुट लाइन के साथ साथ सभी जलापर्ण काउंटर पर सुरक्षा कर्मी दिखाई से रहे थे। डॉक्टरों की टीम जरूरी दवाइयों के साथ पूरी तत्परता से  कर्तव्यस्थल पर उपस्थित थी, इधर एनडीआरएफ की टीम अन्य दिनों की भांति ही शिवगंगा में  दिन रविवार को भी मुस्तैदी के साथ कर्तव्यों का निर्वहन कर रही थी। चिलचिलाती धूप के बाद अचानक बारिश से पूरा मंदिर प्रांगण व मेला क्षेत्र हर हर महादेव के नारों से गूंज उठा। श्रद्धालु एक नई ऊर्जा के साथ बाबा पर जलार्पण के लिए मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। 

मयूराक्षी सिल्क साड़ी की मची है धूमः बासुकीनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालु मयूराक्षी सिल्क की खरीदारी करना नहीं भूलते। मयूराक्षी सिल्क साड़ी का उत्पादन इस जिले की एक बड़ी उपलब्धी है। श्रावणी मेला के दौरान बड़ी संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों बासुकीनाथ धाम पहुँच रहे श्रद्धालु मयूराक्षी सिल्क साड़ी काॅउण्टर का भ्रमण करना नहीं भूलते। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ व मयूराक्षी सिल्क साड़ी के प्रति जिज्ञासा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा कई अलग-अलग स्टॉल लगाए गए हैं। इन सभी स्टॉलों पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां अंकित की गई हैं। मयूराक्षी सिल्क साड़ी स्टॉल मेला क्षेत्र में आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है। ज्ञात हो, देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने झारखण्ड सरकार के 1000 दिन पूरा होने के उपलक्ष पर इसकी विधिवत शुरुआत की थी। मयूराक्षी सिल्क साड़ी निर्माण में जिले के तकरीबन  27 हजार परिवारों  को जोड़ा गया है। जिला प्रशासन द्वारा 25 हजार परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मयूराक्षी सिल्क साड़ी क्रय करने के बाद कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि बासुकीनाथ धाम पहुँचने से पहले ही ही मयूराक्षी सिल्क के बारे में उन्हें जानकारी प्राप्त हो गई थी। मेला क्षेत्र में स्टॉल दिखा तो खरीदने से खुद को रोक नही सका। दरअसल स्टॉल पर मयूराक्षी सिल्क से निर्मित कई समानों को रखा गया है। मयूराक्षी सिल्क धागा निर्माण की प्रक्रिया को भी स्टाॅल में प्रोमोशन के तहत दिखाया जाता है। बड़ी संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु स्टॉल पर पहुँचते हैं तथा कई सामान क्रय करते हैं। 

माँ मौलीक्षा मंदिर में भी लग रहे बोलबम के नारेः  108 मंदिर व उतने ही सरोवरों  से अपनी पहचान रखने वाला गांव मलूटी में भी बोल बम के नारे लग रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मलूटी पहुँच रहे हैं। श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए मेला के दौरान जिला प्रशासन द्वारा प्रदर्शनी शिविर सह आवासन केंद्र का निर्माण करवाया गया है, जहां श्रद्धालु विश्राम करते हैं। सूचना सहायता कर्मी द्वारा मलूटी के बारे में विस्तृत जानकारी उन्हें  दी जाती है। बासुकिनाथ धाम आने वाले कई श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करने के उपरांत एक बार माँ मौलिक्षा की नगरी भी अवश्य पहुँचते हैं। बासुकिनाथ धाम में भी मलूटी को लेकर साइनेज लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालु मंदिरों के गांव के बारे में जान सके। विभिन्न प्रदेशों से लोग यहाँ लागतार पहुँच रहे हैं। ऐतिहासिक धरोहरों  को देखकर वे काफी खुश नजर आ रहे हैं। अगले वर्ष फिर से आने का न्योता वे यहाँ से स्वीकार करते हुए जाते हैं। सभी श्रद्धालु अगले वर्ष पूरे परिवार के साथ पहुँचने काा संकल्प लेकर ही जाते हैं। 

बेगूसराय : "नागार्जुन"सम्मान से सम्मानित कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्रा।

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बेगूसराय (अरुण कुमार) प्रफुल्ल को "नागार्जुन सम्मान"मिलने पर पूरा जिला प्रफुल्लित।बेगूसराय, "कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता"एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों"इस चर्चित कहावत को चरितार्थ करने वालों में ज़िले की एक और शख़्सियत कवि प्रफुल्ल चंद्र मिश्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,जिन्होंने पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में "बाबा नागार्जुन सम्मान"से सम्मानित हो ज़िले को गौरवान्वित किया।शनिवार को बिहार की चर्चित संस्था "एलीट"की 17वां वार्षिकोत्सव पर आयोजित संस्थान के ही छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक सह सम्मान समारोह में राज्य से विभिन्न क्षेत्रों से 12/13 व्यक्तियों को सम्मान के लिये चयनित किया गया था जिसमें तीन सम्मान से चयनितों को सम्मानित करना तय हुआ (1) प्रतिभा सम्मान(2)सरस्वती सम्मान और (3)सबसे अहम सम्मान था बाबा नागार्जुन सम्मान।जिसमें मिथिला की गौरव स्वर कोकिला मैथिली ठाकुर को सरस्वती सम्मान और बेगूसराय के गौरव कवि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्रा को नागार्जुन सम्मान से समानित करते हुए, सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सी पी ठाकुर ने उन्हें साहित्य के क्षेत्र में बिहार ही नहीं देश का गौरव बताया।कार्यक्रम के संयोजक अमरदीप झा गौतम ने मौके पर कहा कि प्रफुल्ल चन्द्र मिश्रा की कविताओं के ओज ने राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को आह्लादित कर अमिट प्रभाव छोड़ा है,और आने वाले समय मे राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर ये अपने सूबे को गौरवान्वित करेंगें।अपने चहेते कवि को सम्मानित किए जाने से ज़िले के सांस्कृतिककर्मियों,साहित्यकारों व समाजसेवियों में खुशी की लहर व्याप्त है।बिहार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष सह बॉलीवुड अभिनेता अमिय कश्यप ने इस सम्मान को ज़िले के विकास में मील का पत्थर बताया और प्रफुल्ल जी को ज़िले के धरोहर की संज्ञा दी।शुभकामना व्यक्त करने वालों में फ़िल्म निर्माता दिनकर भारद्वाज,फ़िल्म निर्माता व युवा समाजसेवी रजनीकांत पाठक,शिक्षक नेता अमरेन्द्र कुमार सिंह,दिनकर फिल्मसिटी के कार्यकारी निर्माता राकेश महंथ,भाजपा नेता सह मुखिया सुधीर कुमार मुन्ना,सिने अभिनेता रंजीत गुप्त,अरुण शांडिल्य,अरविंद पासवान,बबलू आनंद,पंकज पराशर आदि प्रमुख हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 19 अगस्त

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शांति समिति की बैठक आज

आगामी त्यौहारों के मद्देनजर कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक सोमवार 20 अगस्त को आयोजित की गई है। यह बैठक कलेक्टेªट सभाकक्ष मंें सायं छह बजे से शुरू होगी। 

सद्भावना दिवस का आयोजन आज

राज्य शासन द्वारा लिए गए निर्णयानुसार 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाया जाएगा। कलेक्टर श्री केव्ही सिंह के द्वारा जिलाधिकारियों को ततसंबंध में जारी निर्देशों का हवाला देते हुए अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा ने बताया कि बीस अगस्त की प्रातः 11 बजे कलेक्टेªट सहित सभी कार्यालयों में सदभावना दिवस मनाया जाएगा। आयोजन के तहत अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा प्रतिज्ञा ली जाएगी। 

अपर कलेक्टर द्वारा निर्वाचन कार्यो का जायजा

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अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा ने रविवार को बासौदा में निर्वाचन के मद्देनजर सम्पादित किए जाने वाले कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने इलेक्शन सुपरवाईजरों को से कहा कि आयोग की मंशा के अनुरूप निर्वाचन कार्यो का सम्पादन समय सीमा मंें कराया जाना अनिवार्य है। विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एक भी ऐसा पात्र मतदाता जो मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की आर्हता रखता है उसका नाम अनिवार्यतः सूची में शामिल होना चाहिए। वही ऐसे मतदाता जिनके नाम सूची से पृथक किए जाने है और अब तक इस प्रकार की कार्यवाही नही हुई है तो अविलम्ब शीघ्र कराएं। मतदाता सूची पूर्णरूपेण विशुद्व होना चाहिए उसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होना चाहिए। अपर कलेक्टर श्री वर्मा ने इलेक्शन सुपरवाईजरो को निर्देश दिए कि जेण्डर रेशों और इपिक रेशों आयोग की मंशानुसार कम नही होना चाहिए। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रायः देखने में आया है कि नई बहू का नाम मतदाता सूची में जुडवाने में आनाकानी की जाती है इस प्रकार की कार्यप्रणाली कही परलिक्षित हुई तो संबंधित बीएलओ के साथ-साथ सुपरवाईजर के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे कर जेण्डर रेशो में आए परिवर्तन के कारणों का उल्लेख स्पष्ट दर्शाने के निर्देश दिए है। उक्त बैठक में एसडीएम श्री प्रकाश नायक, तहसीलदार भी मौजूद थे।

राजस्व न्यायालयीन कार्यो का जायजा

अपर कलेक्टर श्री एचपी वर्मा ने रविवार को बासौदा में अनुविभागीय राजस्व अधिकारी न्यायालय के प्रकरणों का औचक निरीक्षण किया। उनके द्वारा प्रकरण दर्ज कराने, आर्डर पारित करने के उपरांत, रिकार्ड रूम में संधारित करने के अलावा राजस्व न्यायालयीन कार्यो को सम्पादित कराने हेतु जारी गाईड लाइन के अनुरूप समय सीमा में उन कार्यो का सम्पादन कर निर्णय पारित हुए है कि नही इत्यादि का औचक निरीक्षण किया। 

बालिकाएं सुरक्षित रहें का संदेश जन-जन तक

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बालिकाआंे के प्रति हो रही हिंसा के विरोध में सामुदायिक सहभागिता में जनजागरण के तहत जिले में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। खासकर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दीवार लेखन, फ्लेक्सों के माध्यम से जन-जन को संदेश दिया जा रहा है कि बालिकाएं सुरक्षित रहे यह हम सबका नैतिक दायित्व है। शैक्षणिक संस्थाओं में भी बालिकाओं के प्रति हिंसा को रोकने के लिए जिले में नवाचार किया गया है। प्रार्थना के बाद बालिका हिंसा से बचाव के उपायो की जानकारियों से छात्राओं को अवगत कराया जाता है इसके पश्चात स्कूलों में पढाई शुरू हो रही है इसी प्रकार की शिक्षा विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को भी दी जा रही है। आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से ही बालिका हिंसा के प्रति जनजागरूकता लाने के लिए हर रोज कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमंे मुख्यतः एकीकृत बाल विकास सेवाएं के सौजन्य से आयोजित जनजागरण कार्यशाला में मुख्य रूप से बालिकाओं के प्रति हो रही हिंसा को कैसे रोेके, सामाजिक जागरूकता को कैसे बढाएं, विभिन्न आयु वर्ग के युवाजनों में आपसी सौहार्द्र और मधुर व्यवहार, भाई बहन पर आधारित हो को बढावा देने, सांस्कृतिक पुर्नजागरण पर बल देते हुए लैंगिग हिंसा के विरोध में समाज के सभी घटको को एकजुट करना इत्यादि बिन्दुओं पर सरल सहज भाषा में जानकारी दी जा रही है।  लटेरी परियोजना क्षेत्रांतर्गत आने वाले आंगनबाडी केन्द्रों में बाल पेंटिग के माध्यम से जन-जन को सूचित करने के दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है वही आयोजित कार्यक्रम में संकल्प दिलाकर बालिका हिंसा को रोेकने के लिए प्रतिबद्व किया जा रहा है।

सीएम हेल्पलाइन के फोर्स क्लोज राजस्व प्रकरणों का प्रतिवेदन सहित टीएल में उपस्थित हो

कलेक्टर श्री केव्ही सिंह ने जिले के समस्त अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए है कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के अंतर्गत प्राकृतिक प्रकोप के राजस्व विषय से संबंधित प्रकरण जो एल-थ्री, एल-फोर पर फोर्स क्लोज किए गए है। फोर्स क्लोज करने के कारणों का प्रतिवेदन सहित स्वंय एसडीएम टीएल बैठक में उपस्थित हो के निर्देश प्रसारित किए गए है।

2 सितम्बर को आयेंगे म.प्र. कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ

विदिशाः सम्मानीय साथियों आगामी 2 सितम्बर 2018 दिन रविवार को म.प्र. कंाग्रेस कमेटी के सम्मानीय अध्यक्ष कमलनाथ जी गंजबासौदा पधार रहें है। प्रदेष अध्यक्ष जी के आगमन कार्यक्रम की तैयारी को लेकर दिनांक 21.08.2018 दिन मंगलवार प्रातः 10ः30 बजे गुलाबगंज में एवं विदिषा नगर कांग्रेस कमेटी एवं विदिषा ग्रामीण कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक दोपहर 1 बजे शगुन गार्डन जिला अस्पताल के सामने आयोजित की गई है। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त जिला विदिषा प्रभारी माननीय अष्विनी शर्मा जी, पूर्व विधायक माननीय जोधाराम गुर्जर जी, पूर्व मंत्री माननीय प्रभुसिंह ठाकुर जी, जिला कंाग्रेस कमेटी विदिषा के अध्यक्ष माननीय डाॅ. मेहताबसिंह यादव जी, म.प्र. कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव श्री शषांक भार्गव जी, विदिषा जनपद अध्यक्ष श्रीमती रामदेवी रंधीरसिंह ठाकुर, ग्यारसपुर जनपद अध्यक्ष श्रीमती ममता राकेष कटारे जी, जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र भदौरिया, जिला महिला कंाग्रेस अध्यक्ष प्रियंका किरार, जिला एवं ब्लाॅक कांग्रेस के समस्त पदाधिकारी, न.पा. के पार्षद, पूर्व पार्षद, पूर्व न.पा. अध्यक्ष एवं जनपद सदस्यगण, सरपंचगण मंडलम एवं सेक्टर कमेटी के अध्यक्षगण समस्त मोर्चा संगठनों के अध्यक्षगण पदाधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। सभी कंाग्रेसजनों की उपस्थित सादर प्रार्थनीय है। बैठक में उपस्थित होने की अपील ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी विदिषा शहर वीरेन्द्र पीतलिया, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी गुलाबगंज अध्यक्ष अनुज लोधी, ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी विदिषा ग्रामीण अध्यक्ष दीवान किरार।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 19 अगस्त

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जिले भर में भाजपा के सदस्यता अभियान में 1 लाख 53 हजार सदस्य बनायेे
  • पैलेस गार्डन मे सैकडो की संख्या में भाजपाई कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने मोबाईल से संवाद स्थापित किया ।

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झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा रविवार को  पूरे  जिले की सभी पांचों तहसील मुख्यालयों पर भाजपा सदस्यता संवाद अभियान की शुरूवात जिला भाजपाध्यक्ष मनोहर सेठिया के मार्गदर्शन अनुसार शुरू हुई । इसी कडी मे तहसील झाबुआ के तहत नगर मंडल झाबुआ, रामा, पारा, झाबुआ गा्रमीण, कल्याणपुरा क्षैत्र के भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं, महिला कार्यकर्ताओं द्वारा संभागस्तर पर एक साथ चलने वाले भाजपा सदस्यता संवाद दिवस के अवसर पर स्थानीय पैलेस गार्डन  पर अभिनव सदस्यता सत्यापन के साथ ही मोबाईल से संपर्क करके दो दो सदस्यों के नाम मोबाईल नंबर सहित देने के अनुरोध के लिये पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं स्व.अटलजी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ सदस्यता संवाद अभियान का शुभारंभ पूर्णकालिक गेंदालाल बमनका के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुआ । इस अवसर पर जितला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया, तहसील प्रभारी बबलु सकलेचा, कल्याणसिंह डामोर,  पूर्णकालिक सुनील परमार, मंडल अध्यक्ष गा्रमीण हरू भूरिया, रामा मंडल प्रभारी सोमसिंह सोलंकी, पर्वतसिंह मकवाना, मेगजी भाई, मेजिया कटारा, भूपेंश सिंगोड, मयूर चैहान, महेन्द्र पंवार, लाला गुण्डिया सहित तहसील स्तर के सभी मंडलों के करीब 200 से अधिक कार्यकर्ता एवं महिलायें उपस्थित रही । जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी विश्व की महानतम पार्टी होकर विगत समय चलाये गये सदस्यता अभियान में जिले भर में 1 लाख 53 हजार से अधिक सदस्य बनाये गये थे । जिसमे दोपहर तक 1 लाख 5 हजार से अधिक लोगों से  संवाद स्थापित किया गया । जिले के सभी पांचों तहसील मुख्यालयों पर एक साथ सदस्यता संवाद अभियान चलाया जारहा है । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गंेदालाल बमनका ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह की भावनानुसार पूर्व में भाजपा का मोबाईल पर मिस्डकाल देकर देशभर में सदस्य बनाने का अभियान चलाया गया था जिसके तहत पूरे देश में 11 करोड भाजपा के सदस्य बनाये गये वही पूरे मध्यप्रदेश में 1 करोड भाजपा के सदस्य मोबाईल से बनाये गये थे जिसमें से 63 लाख का सत्यापन हो  चुका है। इन्दौर संभाग में 10 लाख सदस्य बनाये जाकर एक कीर्तिमान बनाया गया है। इस सदस्यता संवाद अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि मोबाईल मिस्ड काल से जो सदस्य बनाये गये थे, उनसे भाजपा की ओ र से संपर्क एवं संवाद स्थापित  करके  जहां उनका सत्यापन हो  सकेगा वही उनसे दो दो लोगो ं के नाम भी मोबाईल नम्बर सहित लेकर उनके नाम इन्दौर संभाग स्तर पर भेजे जायेगें जहां से उन्हे मोबाईल पर सूचित कर सदस्य बनाने की जानकारी भाजपा की ओर से दी जावेगी । श्री बमनका ने बताया कि जिन लोगों से मोबाईल पर संपर्क होगा उनकी सूची तथा दो दो और सदस्यों के नाम की सूची तेैयार की जावेगी तथा उनसे भाजपा के वरिष्ठजनों द्वारा संपर्क स्थापित किया जावेगा । इस सदस्यता संवाद के दौरान  और दो नाम  दिये जावेगें वही हमारे जननायक रहे स्व. अटलबिहारी बाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी । दोपहर 12 बजे से 5 बज तक चलने वाले सदस्यता संवाद अभियान में 200 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओ ं ने मोबाईल से  संपर्क कर के  अभिवाद के साथ ’’ नमस्कार, मै भारतीय जनता पार्टी से  बोल रहा हूं, आप मिस्ड काल द्वारा भाजपा के सदस्य बने है, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी को सच्ची श्रद्धांजलि के रूप  में आप आपके दो परिचितों के नाम देकर आप उन्हे सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे है ।’’ संदेश के साथ महिला एवं पुरूष कार्यकर्ताओं,पदाधिकारियो ं ने सदस्यता संवाद के जरिये हजारों लोगों से संपर्क स्थापित करके  तथा दो दो परिचितों के नाम एवं मोबाईल नम्बर प्राप्त करके उनके नाम पंजीबद्ध किये । पैलेस गार्डन मे  चले सदस्यता संवाद अभियान में महिलाओं ने उत्साह के साथ संवाद स्थापित किया वही तहसील के मंडलों से आये पदाधिकारियों ने भी प्रत्येक सदस्य ने दी गई सूची के अनुसार बने हुए सदस्यों से संवाद स्थापित किया ।,

भूत भावन भगवान भोलेनाथ का श्रावण माह के अंतिम श्रावण सोमवार को देवझिरी मे होगा महाअभिषेक ।

झाबुआ । भूत भावन भगवान भोलेनाथ के पावन तीर्थस्थल देवझिरी में वैकुण्ठवासी  पण्डित हरिप्रसाद अग्निहोत्री द्वारा स्थापित परम्परा को सतत रखते हुए उनके परिजनों एवं सहयोगियों द्वारा श्रावण के पवित्र माह में प्रतिवर्शानुसार इस वर्ष के अंतिम श्रावण सोमवार 21 अगस्त को भगवान संकट मोचन महादेव का विधि विधान से महाअभिषेक, अनुष्ठान पण्डित संत रूपादास के सानिध्य में दोपहर 10.30 बजे से पंडित रमेष उपाध्याय, पण्डित जैमिनी, षुक्ला, पंण्डित जनार्दन षुक्ला, आचार्य नामदेव, पंडित पारेष्वर,गोलू चर्तुवेदी, पंडित आंनद षर्मा, श्री भागवत षुक्ला, श्री किषोर भट्ट,  श्री षेलेन्द्र पंड्या द्वारा सम्पन्न किया जावेगा। वही दोपहर 2.30 बजे महाआरती के उपरांत प्रसादी वितरण का आयोजन भी किया गया है। ज्ञतव्य हैं, कि पहला श्रावण सोमवार के यजमान अग्निहोत्री परिवार था, एवं द्वितीय सोमवार के यजमान खुमानसिह निनामा एवं तेरसिंह भूरिया द्वारा किया गया । तृतीय श्रावण सोमवार पूर्व विधायक वालसिंह मेडा द्वारा संपन्न किया गया था, अंतिम श्रावण सोमवार पूर्व जनपद अध्यक्ष षंकरसिंह भूरिया हैं । समिति के जितेन्द्रप्रसाद अग्निीहोत्री सत्यदेव षर्मा वालसिंह मेडा, षंकर भूरिया, बालू भूरिया,खुमानसिंह निनामा,तेरसिंह भूरिया,मानसिंह मेडा, मडिया भाई, दीपक महेष्वरी, मुकेष सघ्ंावी बंटू अग्निहोत्री हर्श भट्ट ने अंचल के सभी षिव भक्तों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में सपरिवार देवझिरी पधार कर अतिम श्रावण सोमवार पर आयोजित इस धार्मिक कार्यक्रम मे भाग लेकर धर्म लाभ प्राप्त करें।

भगवान मनकामेष्वर डोले मे बिराजित हो नगरवासियों को देगें दर्षन आषीर्वाद,
नवग्रह कथा का होगा समापन,अभिषेक हवन का होगा अनुष्ठान, महाआरती के साथ महाप्रसादी का होगा वितरण
झाबुआ । श्रावण माह के अन्तिम सोमवार को नगर के हृदयस्थल मे बिराजित भगवान श्री मनकामेश्वर  के दरबार में भव्य आध्यात्मिक एवं धार्मिक आयोजन के साथ ही आकर्षक शिव डोले का आयोजन नगर की जनता के लिये सुकुनदेने वाला होगा । श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय रामावत ने जानकारी देते हुए बताया कि आज श्रावण माह के अन्मि सोमवार को पूरे मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाकर रोशनाई की गई है तथा सायंकाल 5 बजे से सजे हुए डोले में भगवान मनकामेश्वर बिराजित होकर शो भायात्रा के साथ नगर भ्रमण कर नगरवासियों को दर्शन एवं आशीर्वाद प्रदान करेगें । श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर इन दिनों धार्मिक आयोजनों में नवग्रह कथा का आयोजन का लाभ भी नगर की धर्मप्रेमी जनता ले रही है। प्रातः 8 बजे भगवान भोलेनाथ का मंत्रोच्चार के साथ विद्वान पण्डितों द्वारा अभिषेक पूजन, नवग्रह पूजन एवं हवन का आयोजन किया गया है। यज्ञ एवं पूजन पण्डित द्विजेन्द्रव्यास, पण्डित विनोद दवें उज्जैन, पंण्डित संतोष शर्मा उज्जैन, पं. दर्शन शर्मा रतलाम, दीपक शर्मा झाबुआ, द्वारा किया जावेगा तथा यज्ञ मे आहूतियां मंत्रोच्चार के साथ संपन्न ह ोगी । दोपहर 1 बजे मंदिर परिसर में यज्ञ की पूर्णाहूति होगी तथा पण्डित हरिओम शर्मा उमरखाना रतलाम द्वारा संगीत मय नवग्रह कथा प्रस्तुत की जावेगी । दोपहर आरती के साथ कथा का समापन होगा । श्री रामावत के अनुसार सायंकाल 5 बजे से मनकामेश्वर महादेव की आकर्षक झांकी के दर्शन के साथ ही शाही डोला नगर के मुख्यमार्गो नेहरू मार्ग, चन्द्रशेखर आजाद मार्ग, सिद्धेश्वर मंदिर से लक्ष्मीबाई मार्ग होने हुए मनकामेश्वर मंदिर पहूंचेगा जहां भगवान भोलेनाथ की महामंगल आरती संपन्न होगी । नगर मे जगह जगह पुष्पवर्षा कर डोले का स्वागत किया जावेगा ।बेंडबाजों के साथ धार्मिक भजनों की धुनों पर राजू शर्मा, जगदीश पंवार द्वारा वातावरण को शिवमय किया जावेगा । भगवान के इस भव्य डोले में आदिवासी लोक गायक माजु भूरिया द्वारा परम्परागत भजनो ं की प्रस्तुति दी जावेगी । सायंकालीन महा आरती रात्री आठ बजे होगी जिसमें विधायक शांतिलाल बिलवाल,जिला भाजपाध्यक्ष मनोहर सेठिया, जिला कलेक्टर आशीष सक्सेना, नपा अध्यक्ष मन्नुबेन डोडियार, पुलिस अधीक्षक महेशचन्द्र जैन सहित नगर के सभी गणमान्यजन उपस्थित रहेगें । इस अवसर पर महाप्रसादी संजय कांठी एवं संतोष नाकोडा के सौजन्य से वितरित होगी जिसमें साबुदाना खिचडी एव ंकेशरिया दुग्ध का वितरण किया जावेगा । मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय रामावत, सरंक्षक नीरजसिंह राठौर, उपाध्यक्ष मनोज कोठारी, रविराज राठौर, संजयसिंह सिसौदिया, देवेन्द्र पुरी राजेश नागर भेरूसिंह सांकला आदि ने नगवासियों से भगवान भोलेनाथ के इस दीव्य एवं भव्य डोले  में  सपरिवार सहभागी होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है ।

भगवान उमापति महादेव का निकलेगा डोला, अन्तिम श्रावण सोमवार को मंदिर पर रहेगी भीड

झाबुआ । श्रावण माह के अन्तिम सोमवार को विवेकानंद कालोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर से शंकर सवारी का भव्य आयोजन सायंकाल 3-30 बजे से किया जावेगा । श्रावण माह के चैथे सामवार को मंदिर मे प्रातःकाल से ही पूजन अभिषेक, के साथ ही मंदिर में पण्डित प्रदीप भ्ट्ट द्वारा आकर्षक झांकी एवं डोले को सुसज्जित किया जावेगा । सायंकाल 3-30 बजे मंदिर से सम्पूर्ण कालोनी में पहली बार शोभायात्रा निकाली जावेगी जिसमें महिलायें पीले वस्त्रों में तथा पुरुष वर्ग सफेद वस्त्रो  में शामील होगें । सायंकाल आकर्षक झांकी आकर्षण का केन्द्र रहेगी । मह ा आरती रात्री 8 बजे होगी तथा प्रसाद के रूप  में मदिर समिति की ओर से  ठंडाई की प्रसादी का वितरण होगा । उमापति महिला मंडल ने नगरवासियों से भगवान शिवजी की सवारी मे शामिल होने की अपील की है ।

स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने देष में हर वर्ग, धर्म और समाज के लिए किया कार्य -ः रमेष डोषी
स्व. अटलजी के देवलोकगमन से पूरा देष मौन -ः श्रीमती भारती सोनीस्व. वाजपेयी का झाबुआ से भी दिली नाता था -ः यषवंत भंडारीशहर के मध्य आजाद चैक पर सर्व धर्म एवं समाजजनों ने मिलकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
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झाबुआ। देष के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न से सम्मानित, पूरे देषवासियों के हितैषी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का बीत दिनों दिल्ली में एम्स में उपचार के दौरान देवलोकगमन हो गया है। उनके स्वार्गावास से पूरा देष जैसे शोक स्तब्ध है एवं देष में चहु ओर स्व. वाजपेयी को अलग-अलग माध्यमों से भावांजलि देने का क्रम जारी है। इसी क्रम में जिला मुख्यालय झाबुआ पर भी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को शहर के मध्य आजाद चैक पर सर्व धर्म, सर्व समाज, सर्व सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं द्वारा मिलकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शनिवार रात 8 बजे स्थानीय आजाद चैक पर सकल व्यापारी संघ के बेनर तले आयोजित कार्यक्रम में शहरवासियों ने मिलकर स्व. वाजपेयी को नमन करने के साथ उन्हें व्यक्तित्व, कृतित्व एवं जीवन पर संक्षिप्त प्रकाष डाला। बाद सभी उनके चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पण कर दो मौन का मौन रखकर भावांजलि अर्पित की। साथ ही इस दौरान एक स्वर मंे अटल बिहारी वाजपेयी अमर रहे ....., अमर रहे ... के जयघोष लगाए गए।

स्व. वाजपेयी का देवलोकगमन पूरे देष के लिए बड़ी क्षति
आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सर्वप्रथम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के बनाए गए बेनर पर दीप प्रज्जवलन किया गया। पष्चात् उनके चित्र के सम्मुख मोमबत्तीयां भी प्रज्जवलित की गई। बाद सभा का संचालन करते हुए सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने बताया कि आज यह श्रद्धांजलि सर्व धर्मों के लोगों एवं सर्व समाज के लोगों के साथ शहर की सभी सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के लिए संयुक्त रूप से रखी गई है। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का देवलोकगमन पूरे देष के लिए एक अपूरणीय क्षति के समान है, जिसकी पूर्ति इस युग में कभी भी नहीं की जा सकती है।

स्व. वाजपेयी के स्वार्गावास से पूरा देष मौन
पश्चात् श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम बार एसोसिएषन झाबुआ के अध्यक्ष रमेष डोषी ने कहा कि हम सभी के लिए यह गौरव का विषय रहा है कि स्व. अटलजी जैसे व्यक्ति ने इस देष में जन्म लिया और 93 वर्ष तक देष की सेवा के लिए तत्पर और समर्पित रहे। उन्होंने 5 साल तक सरकार चलाईै। विधानससभा, राज्यसभा सदस्य भी रहे। राजनीति में रहकर उन्हें सभी धर्मों और समाजों के लिए सराहनीय कार्य किया। जिला बाल कल्याण समिति के वरिष्ठ सदस्य यषवंत भंडारी ने बताया कि स्व. अटलजी का गत दषकों में झाबुआ आगमन भी हो चुका है। झाबुआ में उन्होंने जब सबसे पुराने प्याऊ मां के दो आंसू पर लिखा स्लोगन पाप और पुण्य का तराजू देखा था, तो उन्हें यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई थी। श्री भंडारी ने कहा कि स्व. अटलजी के रूप में राजनीति में देष के एक बहुत बड़े संत को खोया है। श्रीमती भारती सोनी ने व्यंग्यात्मक शैली में कहा कि आज एक सन्नाटा है, जो समझ से परे, पूरा देष मौन है। श्रीमती सोनी ने कहा आज पूरा राष्ट्र स्व. अटलजी को नमन कर रहा है।

सत्ता का नहीं रहा लोभ
बोहरा समाज के अध्यक्ष नुरूद्दीनभाई बोहरा ने कहा कि स्व. वाजपेयी का पूरा जीवनकाल ही संघर्षषील रहा है। उन्हंे सत्ता का कभी लोभ नहीं रहा। आज देष ने एक महापुरूष को खो दिया है। रोटरेक्ट क्लब आजाद से संजय कांटठी ने एक सुझाव देते हुए कहा कि जिस तरह से हम शहीद चन्द्रषेखर आजाद की जयंती एवं बलिदान दिवस पर उन्हें याद और नमन करते है, उसी तरह से हम हर वर्ष स्व. अटलजी को भी उनकी जन्मतिथि और पुण्यतिथि पर उन्हंे याद करते हुए इस तरह से सामूहिक रूप से कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें कार्यों का स्मरण करे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी अपने घरों पर स्व. वाजपेयी का एक फोटो आवष्यक रूप से लगाए, ताकि उनकी स्मृति सदैव सभी के मन में बनी रहेगी।

आज की पीढ़ी स्व. अटलजी के जीवन से प्रेरणा ले
शिवगंगा के राजाराम कटारा ने कहा कि स्व. अटलजी में अनेक गुण विद्यमान थे। आज की पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आदर्षों पर चलने की आवष्यकता है। सकल व्यापारी संघ के सह-सचिव पंकज जैन मोगरा ने बताया कि स्व. वाजपेयीजी के भाजपा में रहने के बावजूद विपक्षी पार्टी कांग्रेस से भी अच्छे संबंध रहे। उनका व्यक्तित्व इतना देदीप्यमान था कि उनके गुणों का बखान करने के लिए शब्द भी कम पड़ जाए। वरिष्ठ साहित्कार पं. गणेषप्रसाद उपाध्याय ने सरल शब्दों में कहा कि उनकी विषेषताओं का बखान के लिए हिन्ही साहित्य में इतने शब्द नहीं है। पं. उपाध्याय ने कविता के माध्यम से स्व. अटलजी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

अमीरी-गरीबी में नहीं रखा भेदभाव
सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन के सचिव निखिल भंडारी ने कहा कि आज की पीढ़ी को अटलजी के सिद्धांतों पर चलने की नितांत आवष्यकता है, उन्होंने अमीरों और गरीबों में कोई भेदभाव नहीं रखा और सभी को हमेषा समान माना। आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर ने आसरा ट्रस्ट की ओर से स्व. वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्वेतांबर जैन समाज से वरिष्ठ ओएल जैन ने सहज शब्दों में कहा कि स्व. अटल का शरीर जरूर अब पंचतत्व में विलीन हो गया है, परन्तु आत्मा अजर और अमर होती है और वह इस रूप में सदैव हमेषा हमारे साथ मौजूद रहेंगे। युवा कलाकार अंबरीष भावसार ने स्व. अटलजी से बातचीत की एक सुंदर क्लिीपिंग सुनाई। नीमा समाज से अध्यक्ष मनमोहन शाह ने कहा कि स्व. अटलजी के स्वार्गावास से ऐसा लगात है कि कोई अपना इस दुनिया से चला गया है, उन्होंने नीमा समाज की ओर से श्रद्धांजलि दी।

स्व. अटलजी का व्यक्तित्व काफी उज्जवल था
पर्यावरण प्रेमी पं. राजकुमार देवल ने स्व. अटलजी को एक वट वृक्ष की तरह बताया है, जिस तरह से पेड़ को खड़ा रहने के लिए जड़े मजबूत होना चाहिए, इसी तरह देष को खड़ा रखने के लिए स्व. अटल जैसे व्यक्तित्व की जरूरत पर प्रकाष डाला। धार्मिक संस्था गायत्री परिवार की ओर से विनोदकुमार जायसवाल ने बताया कि स्व. वाजपेयी वेद माता मां गायत्रीजी के परम साधक थे और जो मां गायत्री का साधक होता है, निष्चित ही उसका व्यक्तित्व का काफी उज्जवल और देदीप्मान होता है। अंत में जिला आजाद साहित्य के अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी ने कहा कि स्व. अटलजी बिना थके और बिना रूक सत्त चलते थे। वे राजनीति और लोकतंत्र के भीष्म पितामह थे। स्व. वाजपेयी अपने उद्देष्यों के प्रति काफी सजग थे।

इन संस्थाओं एवं समाजजनों ने की सहभागिता
भव्य श्रद्धांजलि सभा में शहर की सकल व्यापारी संघ, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, संकल्प ग्रुप, जिला पतंजलि योग समिति, जिला टेंट एवं लाईट एसोसिएषन, श्री राम रोटी समिति, सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएषन, बार एसोसिएषन, लाईट फिटींग एसोसिएषन, संस्कार भारती, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत, बजरंग व्यायाम शाला, निजी चिकित्सा संगठन, राजपूत महिला मंडल, रोटरी क्लब मेन, रोटरी क्लब आजाद, रोटरेक्ट क्लब, जिला पेंषसर्न एसोसिएषन, हनुमान टेकरी सेवा समिति, सार्वजनिक गणेष मंउल, राजवाड़ा मित्र मंडल, जिला आजाद साहित्य परिषद्, गुड मार्निंग क्लब, राष्ट्रीय राजपूतकरणी सेना, श्री मनकामेष्वर महादेव मंदिर समिति, राजपूत समाज, गायत्री शक्तिपीठ काॅलेज मार्ग, गायत्री शक्तिपीठ बसंत काॅलोनी, श्री सत्यसांई सेवा समिति, अखिल भारतीय जैन संगठना, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के साथ समाजों में नीमा समाज, राजपूत समाज, सींध समाज, सकल जैन समाज, सींधी समाज, मुस्लिम समाज, बोहरा समाज आदि समाजजनों की सहभागिता रहीं।

चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की
श्रद्धांजलि सभा के अंत में सभी वक्ताओं के साथ सभी संस्थाओं एवं समाज के लोगांे द्वारा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर उन्हें नमन किया गया। बोहरा समाज की ओर जोरहभाई बोहरा द्वारा स्व. अटलजी के चित्र पर भव्य माला अर्पण की गई। इससे पूर्व दो मिनिट का मौन भी रखा गया। सभी ने सामूहिक रूप से स्व. अटल बिहारी वाजपेूयी अमर रहे ... अमर रहे ... के जयघोष लगाने के बाद अपने गतव्य स्थलों के लिए प्रस्थान किया।

’जितनी जल्दी संभव हो’ विषय पर साध्वीजी ने कहा- जितना जल्दी हो  पाप का प्रायष्चित कर लेना चाहिये
चातुर्मास मे ज्ञानगंगा मे ं डूबी लगा रहे श्रावकजन 

झाबुआ । श्री बावनजिनालय मे बिराजित पूज्य प्रमोद यशा श्रीजी ने चातुमार्सिय धर्मसभा को संबोधित करते हुए बताया कि,हम संसार मे रहते हुए मन वचन या काया से लगातार कुछ न कुछ पाप कर ही रहे है,अनजाने में भी व जानते हुए भी हम जो भी कर्म कर रहे है,उनका हिसाब किताब कर्म सत्ता बराबर रख रही है,उसी के अनुसार हमारा अगले भवो का निर्धारण होता है,। यदि हम हमारे द्वारा किये गए पापों का प्रायश्चित कर ले तो हम इन पापो की सजा से छूट सकते है । पूज्याश्री ने कहा कि हमारे जैन धर्म मे पापो की आलोचना का सुंदर उपाय गुरु भगवंतों ने बताया है,यदि आप स्मरण कर के अपने द्वारा जाने अनजाने में किये पाप व गलतियों को गुरुभगवन्तो के सामने प्रकट करे तो आचार्य भगवंत आप की क्षमता अनुसार बारह तपो में से कुछ आप को आलोचना में देते है जिससे कर्मो का भार कम होता है,। उन्होंने कहा कि जैसे शरीर मे चुभा हुआ कोई छोटा सा कांटा यदि हम न निकले व उपेक्षा से वह अंदर रह जाय तो बहुत बड़ा नासूर बन जाता है,उसी प्रकार यदि हम किसी भी गलती या पाप को स्वीकार न कर प्रायश्चित न करे तो वह भवो भव साथ आता है व जन्मजन्मांतर तक दुख देता है । जैसे मेकअप करने के पूर्व चेहरा साफ करने से रूप और निखरता है उसी प्रकार पापो के प्रायश्चित से आत्म रूप व अच्छे कर्मों का फल और निखरेगा। यदि हम पाप कर के उसकी अनुमोदना भी करते है तो पाप कर्म और गाडा होकर पापानुबंधी पाप कर्म बांधता है,। यदि पूण्य की अनुमोदना करे तो पुण्यानुबंधी पूण्य का उपार्जन होता है। रूपसेन व सुनंदा रानी के दृष्टांत से उन्होने समझाया कि जहाँ मन की आसक्ति होती है वही अपनी उत्पत्ति होती है । जिस तरह यदि कपड़े पर कोई चाय का दाग लग जाय व हम उसे तुरंत पानी से धो ले तो वह निकल जाता है,किंतु पड़ा रहने दे तो वह नही निकलता,। इसी तरह यदि पाप हो भी जाये तो तुरंत या याद आने पर भाव से पश्चाताप सहित उसकी आलोचना ले लेना चाहिए। हम सबको परमात्मा ने रोज अपने पापो को खपाने के लिए प्रतिक्रमण जैसा सुंदर अनुष्ठान दिया है,यदि रोज मन से विधिपूर्वक हम करे व रोज की गलतियों का मिच्छामि दुक्कड़म करे तो बहुत ही अच्छा है ।पूज्य पुनीत प्रज्ञा जी ने सभी को भव आलोचना की पुस्तिका देते हुए कहा कि इसमे सब सच्चाई से अपने द्वारा हुए पापो का ब्यौरा लिखे,यह पुस्तिका सिर्फ आचार्य भगवंत देख कर आप को आलोचनाएं देंगे,यह किसी के भी सामने प्रकट नही होगी।

मन की शान्ति का यह सुंदरतम उपाय है
परम् पूज्य साध्वी श्री पुनीत प्रज्ञा श्री जी म.सा.आदि ठाणा 5 की पावन निश्रा में श्रीमती वीणा जी कटारिया, प्रेमलताजी जैन, सपनाजी संघवी ,सरिताजी बाबेल,सुशीलाजी राठौर ,पुष्पाजी नाहटा ,भारतीजी नाहटा ,सवीताजी मुथा, श्वेताजी सकलेचा ,शीलाजी कटारिया ’ इन 10 तपस्वीयो की 28 दिवसीय चत्तारि ,अट्ट, दस, दोय तप की तपस्या की पूर्णाहुती 22 अगस्त को होगी । संजय मेहता और तेजप्रकाश कोठारी ने बताया की तपस्वियों का आज 23 वा उपवास हे । अभिषेक का लाभ प्रेमलता पोरवाल परिवार ने लिया ।

सदस्स संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित

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झाबुआ। शनिवार को संजीवनी क्रेडिट को-आॅपरेटिव सोसायटी द्वारा सदस्य संगोष्ठी का आयोजन झाबुआ शाखा पर किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्षता स्टेट एमडी मोहनसिंह कोटड़ा, मुख्य अतिथि व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, विषिष्ट अतिथि व्यापारी संघ सचिव कमलेष पटेल व कोषाध्यक्ष राजेष शाह उपस्थित थे। आयोजन में पधारे अतिथियों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया। तत्पष्चात ब्रांच हेड शैलेष साहू द्वारा मंचासिन अतिथियों, उपस्थित सदस्यों व अभिकर्ताओं का स्वागत उद्बोधन किया। एरिया कार्यालय से पधारे जिला अधिकारी शैलेंद्र माहेष्वरी द्वारा संगोष्ठी कार्यक्रम के उद्देष्य को बताया। इसके पष्चात कार्यक्रम अध्यक्ष मोहनसिंह द्वारा संजीवनी क्रेडिट को-आॅपरेटिव सोसायटी के क्रियाकलाप व कार्यविधि के बारे में विस्तार से बताते हुए सहकारिता के महत्व की जानकारी दी। अतिथियों द्वारा अपने विचार व्यक्त करते हुए संगोष्ठी कार्यक्रम की प्रषंसा की। इसके बाद कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों व अभिकर्ताओं का सम्मान किया गया। अंत में मार्केटिंग एक्जुक्विटिव प्रफुल्ल पटेल द्वारा कार्यक्रम उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया। साथ ही अभिकर्ता प्रमोद माहेष्वरी,  हेमेंद्र जोषी, जावेद शाह, दीपक चैपड़ा एवं अन्य अभिकर्ताओं व शाखा के कर्मचारियों ने सहयोग प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाया।

महाविद्यालय में निर्माण कार्यों की समीक्षा हेतु जनभागीदारी समिति की महत्पूर्ण बैठक संपन्न
विभिन्न नवीन निर्माण एवं विकास कार्यों की दी स्वीकृति
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झाबुआ। शासकीय शहीद चन्द्रषेखर आजाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ में अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा एवं नवीन विकास तथा निर्माण कार्यों की स्वीकृति हेतु काॅलेज की जनभागीदारी समिति की महत्वपूर्ण बैठक महाविद्यालय के सभा कक्ष में संपन्न हुई। अध्यक्षता जनभागीदारी समिति अध्यक्ष यषवंत भंडारी ने की। बैठक के प्रारंभ में जनभागीदारी समिति सचिव एवं प्राचार्य डाॅ. एचएल अनिजवाल ने समिति द्वारा काॅलेज में अब तक किए गए निर्माण एवं विकास कार्यों तथा छात्र हित में किए कार्यों की उपस्थित सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत की। सभी सदस्यों ने विकास एवं निर्माण कार्य की मुक्त कंठ से प्रसंषा की। प्राचार्य डाॅ. एचआर अनिजवाल ने बैठक के उद्देष्य के बारे में बताया कि महाविद्यालय के खेल मैदानों के सुधार हेतु तथा छात्रांे की आवष्यक शैक्षणिक सामग्री तत्काल उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव सामान्य परिषद् की बैठक में रखे जा रहे है, जिन्हें समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।

सभी प्रस्ताव सर्वानुमति से स्वीकृत किए गए
सचिव एवं प्राचार्य डाॅ. अनिजवाल ने समिति के समक्ष जो प्रस्ताव रखे, उस समिति अध्यक्ष एवं सदस्यों ने प्रत्येक प्रस्ताव पर विचार-मंथन कर स्वीकृति प्रदान की। जिसमें प्रमुख प्रस्तावों में काॅलेज ग्राउंड के सुधार हेतु प्रस्तुत प्राक्कलन के लिए शासन एवं जिला योजना समिति से राषि आवंटित करवाने, काॅलेज के बास्केट बाॅल एवं अन्य खेल मैदानों का रिपेयरिंग कार्य, महाविद्यालय भवन के कक्ष क्रमांक 15, 29 एवं 33 का रिनोवेषन, पीजी विभागों में तार, जाली फिटींग एवं एल्यूमिनियम सेक्षन, कक्ष क्रमांक 7 के सामने वाले शौचालय का रिनोवेषन, नवीन कम्प्यूटर लेब, महाविद्यालय में स्थापित बैंडमिंटन कोर्ट एवं स्पोर्ट्स कक्ष के पास अंडरग्राउंड नाली का निर्माण, भवन के मुख्य द्वार का सौंदर्यीकरण, रिनोवेष कार्य एवं सीमेन्टेड शेड का निर्माण, पेयजल व्यवस्था हेतु पुराने वाटर कूलर को आरओ के साथ परिसर के बाहर स्थापित करना, नवीन मोटर एवं पाईप लाईन फिटींग, विज्ञान संकाय में नया लेप्रोसिक उपकरण क्रय करने, पर्याप्त मात्रा में फनिर्चर, लेपटाॅप, कम्प्यूटर आदि खरीदी करने आदि प्रस्तावों को समिति अध्यक्ष श्री भंडारी एवं सदस्यों द्वारा सवा्रनुमति से स्वीकृति प्रदान की गई।

यह थे उपस्थित
यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस अवसर पर जनभागीदारी समिति सदस्यों में प्रतापसिंह सिक्का, सुनील संघवी, श्रीमती आरती भानपुरिया, अर्चना राठौर, सांसद प्रतिनिधि, गौरव सक्सेना के साथ काॅलेज प्रबंधन की ओर से वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ. रविन्द्रसिंह, जेसी सिन्हा, अंजना मुवेल, मंगला गरवाल आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन समिति प्रभारी डाॅ. गोपाल भूरिया ने किया एवं बैठक में सभी प्रस्ताव पास होने पर अंत में आभार समिति अध्यक्ष यषवंत भंडारी ने माना।

मुख्यमंत्री की जन आषीर्वाद यात्रा को लेकर विधानस्तरीय भाजपा की विषेष बैठक झाबुआ एवं थांदला में आज ।

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री एव विधानसभा क्षेत्र प्रभारी  प्रवीण सुराणा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज 20 अगस्त सोमवार को  झाबुआ एवं थांदला विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों, एवं कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण बैठक  प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान की आगामी 27 अगस्त को जिले की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर  आहूत की गई है । आज 20 अगस्त को झाबुआ में प्रातः 10 बजे पैलेस गार्डन में तथा थांदला में कृषि उपज मंडी परिसर में दोपहर 12 बजे भाजपा के विधानसभा क्षेत्र मे निवासरत प्रदेश पदाधिकारीगण, सभी मोर्चो के  जिलाध्यक्षगण, सभी मंडलों के पदाधिकारीगण, एवं समस्त प्रभारीजनों को अनिवार्यरूप से उपस्थित रहने का जिला भाजपा ने अनुरोध किया है । इस महत्वपूर्ण बैठक को  मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान की जन आशीर्वाद यात्रा के संभागीय प्रभारी बाबुसिंह रघुवंशी, जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर सेठिया, विधायक झाबुआ शांतिलाल बिलवाल, विधायक ंथांदला कलसिंह भाबर मार्गदर्शन देगें । श्री सुराणा ने मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर आयोजित इस बैठक में अनिवार्यतः उपस्थित रहने का अनुुरोध किया हे।

मध्यप्रदेश महिला संघ के जिलाध्यक्ष मनोनित होने पर झाबुआ व थांदला मे भव्य स्वागत हुआ

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झाबुआ ।  मध्यप्रदेश महिला संघ के झाबुआ जिला ईकाई के अध्यक्ष पद पर श्रीमती मयुरी चैहान झाबुआ का मनोनयन होने के बाद झाबुआ सहित जिले भर की महिलाओ मे हर्ष की लहर व्याप्त है एवं श्रीमती चैहान को बधाइयो का तांता लगा हुआ है। आज मयुरी चैहान का झाबुआ की महिला सदस्यो द्वारा उनके जिलाध्यक्ष बनने पर पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया ठीक इसी प्रकार नवनियुक्त जिलाध्यक्ष चैहान का  थांदला पहुचने पर महिलाओ द्वारा स्वागत पुष्पमालाओ द्वारा किया गया झाबुआ महिला सदस्य सर्व श्री -मुन्नी गवली, रानी राठौर, सोनु कटकानी, कृष्णा पोरवाल, शोभा योगी, कांता हटिला, सत्तु मैडा, साधना कुमावत, सुनीता जाटव, रंजना साक्यवार, लीला ब्रजवासी, सुनीता परखुन, धन्नीबाई चैहान, सोहन देवडा, मीना चैहान, अनीता परमार, सावित्री भाबोर, शांति निनामा, संजन वसुनिया, रमिला मैडा, सिक्कु मोहनिया, दीपिका प्रजापत, जयोति भुरिया, चंचला, रजनी सतोगिया, रहनाखान, मंजु डामोर, आदि ने शुभकामना प्रेषित करते हुए उनके राजनैतिक उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर नवनियुक्त महिलासंघ की जिलाध्यक्ष श्रीमती चैहान ने उनके स्वागत के अवसर पर बोलते हुए कहा कि शहरी ओर ग्रामीण क्षैत्रो की महिलाओ का सशक्तिकरण करना बहुत जरुरी है ओर इस दिशा मे मै शीघ्र महिला संघ की जिला कार्यकारिणी व मंडल कार्यकारिणी का गठन कर जिले भर मे महिला संघ को शक्ति कर महिलाओ को जोडने का सतत प्रयास करुगी उनके जिलाध्यक्ष बनने पर उनकी महिला साथियो ने पुष्पमाला स्वागत करने पर उनका आभार व्यक्त किया।

खरीफ फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ लेने हेतु पंजीयन प्रारंभ, पंजीयन की अंतिम तिथि 11 सितंबर नियत
        
झाबुआ । जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एम. के. त्यागी ने बताया कि झाबुआ जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ लेने हेतु (मोटा अनाज) धान, ज्वार, मक्का, सोयाबीन, अरहर, उड़द, कपास, मूंग एवं मूंगफली का पंजीयन दिनांक 10.8.2018 से प्रारंभ कर दिया गया है । झाबुआ जिले में इस कार्य हेतु 21 पंजीयन केन्द्र निर्धारित किये गये है। पंजीयन हेतु कृषक को मोबाईल नम्बर, आधारकार्ड, समग्र आई.डी. एवं भूमि की ऋण-पूस्तिका की छायाप्रति साथ में पंजीयन केन्द्र पर ले जाना आवश्यक है, एक मोबाईल नम्बर पर कृषक की (जिला एवं जिले के बाहर की) सम्पूर्ण भूमि का पंजीयन एक ही बार मंे होगा। एक बार पंजीयन होने के पश्चात पुनः पंजीयन नही होगा । सभी कृषको से अनुरोध है कि इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेवे एवं पंजीयन केन्द्रो पर जाकर पंजीयन कराया जाये । षासन द्वारा पंजीयन की अंतिम तिथि 11 सितंबर नियत की गई है।

जिले में इन 21 केन्द्रो पर हो रहा पंजीयन
जिले के 21 पंजीयन केन्द्रो पर किसानो के पंजीयन का कार्य किया जा रहा है। सहकारी विपणन संस्था मर्या0झाबुआ, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रानापुर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रजला, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था पारा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था कालीदेवी, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, सहकारी विपणन संस्था मेघनगर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था कल्याणपुरा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मेघनगर, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था नौगांवा, सहकारी विपणन संस्था मर्या0 थांदला, सहकारी संस्था थांदला, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था खवासा, सहकारी विपणन संस्था मर्या0 पेटलावद, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था पेटलावद, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था रायपुरिया, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था बामनिया, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झकनावदा, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था सारंगी, आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था करवड, सहकारी सेवा विपणन संस्था मर्या0 रानापुर, में किसानो के पंजीयन संबंधी कार्य किया जा रहा है।

31 अगस्त तक चलेगा प्रदेश के ग्रामीण अंचल¨ं में ष्स्वच्छ सर्वेक्षण-2018श्श्
       
झाबुआ । स्वच्छ भारत मिशन में शहरी क्षेत्र की तर्ज पर अब ग्रामीण क्षेत्र¨ं में भी स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 करवाया जायेगा। यह सर्वेक्षण एक अगस्त से 31 अगस्त, 2018 तक ह¨गा। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा पूरे देश के 680 जिल¨ं में थर्ड पार्टी सर्वेक्षण करवाया जायेगा। इसी क्रम में मध्यप्रदेश के 51 जिल¨ं चुनिंदा 510 ग्राम¨ं का रेण्डमली चयन कर यह सर्वेक्षण करवाया जायेगा। इसमें भारत सरकार द्वारा निर्धारित एजेंसी द्वारा चयनित ग्राम¨ं में स्वच्छता अभियान में करवाये गये कायर्¨ं की गुणात्मकता अ©र संख्यात्मकता का परीक्षण किया जायेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण तीन तरह से किया जायेगा। इसमें 35 प्रतिशत अंक सिटीजन फीडबैक से, 35 प्रतिशत अंक सर्विस लेवल प्र¨ग्रेस तथा 30 प्रतिशत अंक सर्वेक्षण एजेंसी द्वारा मूल्यांकित किया जायेगा।

ये रहेंगे मापदण्ड
सर्वेक्षण मूल्यांकन के लिये एजेंसी गाँव के सार्वजनिक स्थान यथा स्कूल, आँगनवाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्र, हाट-बाजार, धार्मिक स्थल ह¨ंगे। इन स्थान¨ं की साफ-सफाई की स्थिति अ©र व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। इसमें ग्राम के महत्वपूर्ण व्यक्तिय¨ं की राय भी ली जायेगी। सर्वेक्षण में प्राप्त अंक¨ं के आधार पर देश अ©र प्रदेश की रैंकिंग की जायेगी। टाॅप के जिल¨ं क¨ भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर, 2018 क¨ राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। प्रदेश में सर्वेक्षण के प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के लिये तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना ने जिले मे संबंधित अधिकारियो, सरपंच/सचिव एवं जनप्रतिनिधियो की बैठक लेकर जिले के गांवो को स्वच्छ बनाने के लिये अपील की है ताकि जिले के गांव स्वच्छता सर्वेक्षण मे अपना स्थान बना पाये।

अल्पसंख्यक मास्टर शिल्पकारों के लिए उस्ताद सम्मान-2018
       
झाबुआ । भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक शिल्पकारों से उस्ताद सम्मान-2018 के लिए विचार किये जाने, चुने जाने के लिए विधिवत रूप से भरे गये प्रपत्र में आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं। पात्रता- छह अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदायों नामतः मुस्लिम, ईसाई, जैन, बौद्ध पारसी और सिक्ख के भारत में रह रहे सभी दस्तकार और जो 30 वर्ष से अधिक आयु के हैं तथा जिन्हें 31.12.2017 तक कला और शिल्प के क्षेत्र में 10 वर्ष का अनुभव है, चुनी गई शिल्प को व्यवहार के लाने के लिए सक्रिय रूप से लगा होना चाहिए, एवं शिल्पकारों और उनकी शिल्पों को चयन करते समय लुप्त हो रही और मृतप्राय शिल्पों और नवचारी उत्पादों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। आवेदन प्रपत्र अल्पसंचयक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है और विधिवत रूप से भरा गया आवेदन प्रपत्र निम्नलिखित में से किसी एक पते पर प्रस्तुत किया जा सकता है-के.बी. सिंह, अवर सचिव 11वां तल, पं. दीनदयाल अन्त्योदय भवन, सीजीओ काम्पलेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली-110003 या राज्य के विभिन्न राज्य कल्याण विभाग जिनका पता अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

लक्ष्य पूर्ति करने वाले जिले, जनपद और ग्राम पंचायत होंगे पुरस्कृत
        
झाबुआ । प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिले, जनपद और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिला स्तर पर 31 दिसम्बर तक 2 तिहाई लक्ष्य पूर्ति करने वाले प्रत्येक जिले को 2.50 लाख रुपये, जनपद स्तर पर 80 प्रतिशत आवास पूर्ण करने वाली प्रत्येक जनपद को एक लाख रुपये तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति करने वाली ग्राम पंचायत को पंच-परमेश्वर योजना के तहत सी.सी. सड़क और पक्की नाली निर्माण के लिए तीन लाख रुपये का अतिरिक्त आवंटन प्रदान किया जाएगा।

उर्दू पाण्डुलिपि और पुस्तकों के लिये 31 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित
       
झाबुआ । वर्ष 2018-19 में उर्दू की पाण्डुलिपियों के प्रकाशन के लिये आर्थिक सहायता देगा। मध्यप्रदेश के उर्दू साहित्यकारों और शायरों से 31 अगस्त 2018 तक मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन, बांणगंगा रोड, भोपाल में आवेदन के साथ पाण्डुलिपि जमा करने का अनुरोध किया है। जिन साहित्यकारों और शायरों की पुस्तकों को अकादमी द्वारा आर्थिक सहायता दिये हुये 10 वर्ष नहीं हुये है, उनकी पाण्डुलिपियों पर विचार नहीं किया जायेगा। इसी के साथ अकादमी ने उर्दू पुस्तकें खरीदने के लिये लेखकों से वर्ष 2017-18 में प्रकाशित पुस्तकों के प्रस्ताव बुलवाये है। जमा की गयी पुस्तकों का कोई मूल्य भुगतान नहीं किया जायेगा और पुस्तकों को वापस नहीं किया जायेगा।

20 अगस्त को मनाया जाएगा सदभावना दिवस

झाबुआ । शासन के निर्देशानुसार 20 अगस्त को “सद्भावना दिवस” के रूप में मनाया जायेगा। इस दौरान सभी शासकीय कार्यालयों में  अधिकारी, कर्मचारियों को प्रातः 11 बजे “सद्भावना की प्रतिज्ञा” दिलाई जायेगी।

विधानसभा निर्वाचन के लिये मीडिया प्रतिनिधियो की बैठक सम्पन्न
        
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झाबुआ । आगामी विधानसभा निर्वाचन 2018 हेतु मीडिया प्रतिनिधियो की बैठक विगत 13 अगस्त को कलेक्टर श्री आषीष सक्सेना की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई। बैठक मे पुलिस अधीक्षक श्री महेषचंद्र जैन, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एसपीएस चैहान, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिडे सहित षासकीय सेवक एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक मे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना ने बताया कि भारत निर्वाचन आय¨ग ने अधिसूचना जारी कर प्रदेश की निर्वाचक नामावलिय¨ं में चल रहे द्वितीय विशेष सार पुनरीक्षण के लिए प्रदेश के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र¨ं के लिए दाव¨ं अ©र आपत्तिय¨ं क¨ प्रस्तुत करने के लिए अंतिम तारीख क¨ 31 अगस्त, 2018 तक बढ़ा दिया है। सभी राजनीतिक दलो के पदाधिकारियो की बैठक लेकर उन्हे बताया गया है कि वे अपने क्षेत्र मे बीएलए की नियुक्ति कर सूची निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध करवाये एव बीएलए के माध्यम से मतदाता सूची मे जुडे हुए मृत व्यक्तियो के नाम, स्थानांतरित व्यक्तियो के नाम हटवाने मे सहयोग करे। साथ ही छूटे हुए मतदाताओ के नाम सूची मे जुडवाये। ईवीएम एवं वीवीपैट मषीन की जानकारी देते हुए बताया कि मतदाताओ को जागरूक करने के लिये ईवीएम और वीवीपैट मषीन का फलिये फलिये भ्रमण करवाया जायेगा एवं मतदाताओ को वोट डालने की प्रक्रिया बताई जायेगी। 

चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की “सीविजिल एप“ पर कर सकेंगे षिकायत
चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होता नजर आने पर जनता अब मोबाइल फोन के जरिये तत्काल निर्वाचन आयोग को षिकायत कर सकेगी। इसके लिये निर्वाचन आयोग द्वारा सीविजिल एप बनाया गया है। एप युजर्स के लिये सहज व संचालन मे आसान है। एप के जरिये घटना के तत्काल बाद से लेकर मतदान के एक दिन बाद तक रिपोर्ट की जा सकेगी।

वीडियो भी भेज सकेंगे
इस संबंध मे षिकायतकर्ता व्यक्ति एप के जरिये फोटो व घटना के संबंध मे एक से दो मिनट का वीडियो भी भेज सकेगा। एप के लिये जीपीएस युक्त एन्ड्राॅयड फोन होना आवष्यक होगा।

बेगूसराय : एआईएसएफ नगर परिषद ने निकाला प्रतिरोध मार्च

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मोतिहारी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय यादव तथा स्वामी अग्निवेश पर हमले के विरोध में 
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बेगूसराय (अरुण कुमार) आज दिनांक 19 अगस्त 2018 को ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन नगर परिषद के द्वारा स्वामी अग्निवेश जो कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि देने आए थे उन पर अभाविप तथा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा हमला और मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर संजय यादव पर हमले के विरोध में एआईएसएफ नगर परिषद के द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया, उक्त जानकारी देते हुए जिला अध्यक्ष सजग सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि  केंद्र और राज्य सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है उसको सरकार अपने पाले हुए छात्र संगठन के द्वारा उन पर हमला करवाती है उन्होंने कहा कि एक तरफ मौजूदा केंद्र सरकार हिंदू रक्षक और भगवा रक्षक होने का दंभ भर्ती है और दूसरी तरफ लगातार दूसरी बार भगवाधारी संत पर जो कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के श्रद्धांजलि सभा में संवेदना प्रकट करने आए थे ,उन पर हमला करवाने का काम करती है जो कि निंदनीय है साथ ही उन्होंने कहा कि मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर संजय यादव पर अभाविप के गुंडों  द्वारा मारपीट की जाती है और सरकार चुप्पी साधे बैठी है यह सरकार की मनसा को दर्शाता है। हमारा संगठन मांग करता है कि स्वामी अग्निवेश तथा प्रोफेसर संजय यादव पर हमला करने वाले अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कारवाही किया जाए नही तो हमारा संगठन आर पार का रास्ता अख्तियार करेगा जिसकी सारी जवाबदेही इस तानासाही सरकार की होगी। जिला सचिव  किशोर कुमार और जिला उपाध्यक्ष शम्भू देवा ने कहा कि  यह सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है ,यह सरकार सत्ता में आने से पहले अपने किए गए किसी भी वादों को पूरा नहीं की है उन वादों से भटकाने के लिए इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।नगर अध्यक्ष ताजुद्दीन और नगर सचिव विवेक कुमार ने कहा कि लगातार शिक्षा और शिक्षकों पर सरकार के गुंडों के द्वारा हमला करवाया जा रहा है जो की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने की एक सुनियोजित साजिस है । हमारा संगठन हमेशा से शिक्षा को बचाने की और छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा की बात करता है और मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर संजय यादव पर हमला हो जाता है और सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए हैं जो निंदा योग है। नगर सह सचिव शाहरुख खान तथा गौरव कुमार ने कहा कि शिक्षा का निजी करण करने के लिए मौजूदा सरकार के द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाया जा रहा है प्रोफेसर संजय यादव लगातार मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति के द्वारा किए गए वित्तीय अनिमितताओं तथा लूट खसोट के खिलाफ आवाज उठाते रहे जिसके बदले में कुलपति का संरक्षण प्राप्त छात्र संगठन के द्वारा उन पर हमला करवाया गया जो कि भर्त्सना योग्य है हम मांग करते हैं की सरकार और प्रशासन जल्द से जल्द इन अपराधी तत्वों का नकेल कसने का काम करें नहीं तो हमारा आंदोलन और उग्र रूप धारण करेगा ।इससे पहले ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन नगर परिषद के बैनर तले अपनी चट्टानी एकता और नारों के साथ पटेल चौक स्थित जिला कार्यालय से निकलकर मार्केट होते हुए जी. डी. कॉलेज का भर्मण करते हुए गेट पर पहुंचकर सभा मे तब्दील हो गया सभा की अद्यक्षता नगर अध्य्क्ष ताजुद्दीन ने किया ।मौके पर अल्ताफ,कलीम,अविनाश,संतोष,दानिश, नज़ीर ,समशेर,विक्रम,हसनेन आदि ने भी सम्बोधित किया।

मधुबनी : रोटरी मधुबनी ने अटल को दिया श्रधा सुमन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 19 अगस्त, आज एक होटल के सभागार में रोटरी क्लब मधुबनी द्वारा भारत के महान सपूत दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का खास आकर्षण रहा वीडियो के द्वारा उनपर आधारित प्रस्तुति जो उनके जीवन के महान उपलब्धियों का मार्मिक चित्रण था।रोटरी के अध्यक्ष डॉ प्रकाश नायक ने कहा कि राजनीति में सही मार्ग दिखाने वाले महापुरुष का अंत हो गया।इससे उत्पन्न शून्य को नही भरा जा सकता। मिथिला के लिए उनके विशेष योगदान की चर्चा करते हुए मैथिली भाषा को अष्टम सूची में जोड़ने एवम् कोशी महासेतु का उल्लेख किया। उन्होंने मांग की कि कोशी महासेतु का नाम अटल महासेतु रखा जाय। सभा मे रोटरी क्लब के सचिब बिमल जायसवाल अजय धारी सिंह, विष्णु राउत, विश्वनाथ कारक, डॉ प्रमोद , डॉ गिरीश पांडेय, मनीष महासेठ, मनीष कुमार, विनोद पमनानी, विवेक  डॉ राहुल मनहर इत्यादि के अलावे शहर के गणमान्य लोग मौजूद थे। लोगो ने फूल माला चढ़ाकर श्रधांजलि दी साथ ही दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

मधुबनी : जानकी सेना ने आयोजित किया अटल श्रधांजलि सभा

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 19 अगस्त, मधुबनी कें युवराज होटल कें सभागार मेँ माँ जानकी सेना द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी कि श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्य संरक्षक मृत्युंजय झा ने कहा कि अटल जी महामानव थे जिन्होने ना केवल संघ विचारधारा बल्कि अन्य विचारधारा कें नेताओ को व्यक्तित्व का कायल बना दिया ।  मिथिला कें उनका किया कार्य कभी ना भूलने वाला है । अटल जी ऎसे नेता जो पहली बार गेर काँग्रेसी सरकार अपना कार्यकाल पूरा किया । उन्होने भाजपा को नई ऊचाई दी । इस अवसर पप्पू यादव ,दरभंगा जिला अध्यक्ष डा शिशिर झा , दरभंगा नगर अध्यक्ष  मनोज महतो ,  जितेन्द्र झा , नवीन झा , दुर्गा राय , किशन शाह , मुकुंद महतो , रोशन झा , प्रकाश मनी आदि उपस्थित थे ।

मधुबनी : श्रीमती निर्मला देवी के अध्यक्षता में अटल शोक सभा

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) स्थानीय बड़ा बाज़ार मधुबनी में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी के निधन पर शोक सभा का आयोजन वार्ड पार्षद श्रीमती निर्मला देवी के अध्यक्षता में मनाया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा नेता मनोज कुमार मुन्ना ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जन जन के नेता थे एवं उनका मैथिली को अष्टम सूची का स्थान दिलाने का योगदान, मिथिलांचल के लोग भूल नहीं सकते है। जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष टिंकू कसेरा ने कहा कि इनकी क्षति पूर्ति नही की जा सकती हैं, देश ने एक बहुमूल्य धरोहर को खो दिया है। साथ ही सरकार से मांग किया गया ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का नाम अटल बिहारी के नाम से जाना जाए । शिव शिष्य परिवार के जिला शाखा प्रभारी गजेंद्र प्रसाद ने कहा कि हम सभी के श्रद्धेय अटल जी देश के एक सभ्य एवं ईमानदार नेता थे । जहां सभी नेता ने ईमानदारी को खो दिया वही उन्होंने पोखरण परीक्षण कर अपनी ताकत का एहसास कराया । कार्यक्रम के अंत में 2 मिनट का मौन धारण किया गया तथा सभी ने कार्यक्रम में उनके छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया। मौके पर विष्णु राउत, ओमप्रकाश शाह, आकर्षण, अमित राउत पप्पू, विकास कुमार, अनिल प्रसाद, राजू राउत, केदार ठाकुर, अजय प्रसाद, विनय महतो, मुकेश, ऋतुराज, गुड्डू, भगवान जाधव, दिनेश प्रसाद, परशुराम ठाकुर, सहित अन्य कई लोग सम्मिलित हुए।

बाढ़ प्रभावित केरल में हजारों लोगों को अब भी सुरक्षित निकाले जाने का इंतजार

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तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्त, केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हजारों लोग अब भी सुरक्षित निकाले जाने की आस लगाए हुए हैं जहां पिछले 10 दिनों में मरने वालों की संख्या 197 पर पहुंच गई है।  अलप्पुझा, त्रिशूर और एर्णाकुलम जिलों के कई इलाकों में अब भी कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं जहां उनके पास भोजन और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है।  आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इडुक्की जिले में सबसे ज्यादा लोगों के मरने की खबरें आईं हैं जहां अब तक 43 लोग अपनी जान गंवा चुके है।  मलप्पुरम में 28 और त्रिशूर में 27 लोगों की मौत की खबर आई है। राजस्व अधिकारियों के मुताबिक अलप्पुझा जिले के चेंगानुर में कम से कम 5,000 लोग फंसे हुए हैं। राज्य भर के राहत शिविरों में करीब छह लाख लोग मौजूद हैं। पतनमत्तिटा जिले के रन्नी में राहत शिविर में मौजूद एक महिला ने कहा, “यह हमारे लिए दूसरा जन्म है। पिछले चार दिनों में हमारे पास कोई खाना नहीं है और चारों तरफ गले तक पानी भरा हुआ था।” एर्णाकुलम के परावुर में छह लोगों के मारे जाने की खबर आई जहां बुधवार रात चर्च का एक हिस्सा गिर गया था। जीवित बचाए गए एक व्यक्ति ने गुस्सा जाहिर करते हुए एक टीवी चैनल को बताया कि कम से कम 600 लोग चर्च में फंसे हुए हैं और अब तक कोई भी उनकी मदद को नहीं पहुंचा है। हालांकि चर्च में छह लोगों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कृषि मंत्री वी एस सुनील कुमार ने बताया कि त्रिशूर जिले में करीब दो लाख लोग राहत शिविर में हैं। कुछ राहत देते हुए कोच्चि नेवल हवाईअड्डा कल से यात्री विमानों का परिचालन शुरू करेगा। रेलवे ने कम से कम 18 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और आज कन्याकुमारी-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस को दूसरे मार्ग पर मोड़ दिया है। 

करीब 2,000 गैर पंजीकृत बालगृहों के बंद होने के आसार

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नयी दिल्ली, 19 अगस्त, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की बार-बार अपील के बावजूद सरकार के साथ पंजीकरण नहीं कराने वाले देश भर के करीब 2,000 शिशु देखभाल संस्‍थानों (सीसीआई) पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर गैर-अनुपालन ऐसे ही जारी रहा तो ऐसे संस्थान बंद हो सकते हैं। झारखंड में हाल में मिशनरियों के कथित रूप से अवैध तरीके से बच्चों को गोद दिये जाने के मामलों पर संज्ञान लेते हुए केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने पिछले महीने सभी राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि सभी बालगृहों का पंजीकरण किया जाये और उन्हें एक महीने के अंदर देश की शीर्ष संस्था केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) के साथ जोड़ा जाये। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं सुरक्षा) कानून, 2015 में सभी सीसीआई के पंजीकरण एवं कारा के साथ उन्हें जोड़ने का प्रावधान दिया गया है। दो साल पहले यह प्रभाव में आया लेकिन कुछ अनाथालयों ने इस अनुच्छेद की वैधता को चुनौती दी थी। उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक गैर पंजीकृत बालगृह में 24 लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद मंत्रालय ने एक बार फिर सभी संस्थानों से पंजीकरण की अपील की। सीसीआई में बाल गृह, अवलोकन गृह, विशेष गृह, सुरक्षा स्थान, विशेषीकृत दत्तक एजेंसी और खुले आश्रय गृह शामिल हैं। देवरिया में नाबालिग लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न की घटना के बाद मेनका ने ऐसे बच्चों को रखने के लिये एक मात्र बड़े केन्द्रीय संस्थान के निर्माण का प्रस्ताव दिया था ताकि गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के माध्यम से इनके ‘‘उत्पीड़न एवं दुर्व्यवहार’’ को रोका जा सके।

कोफी अन्नान की समानता एवं अधिकार के लिए लड़ने की विरासत हमेशा रहेगी जीवंत

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संयुक्त राष्ट्र, 19 अगस्त, कोफी अन्नान ने गरीबी का मुकाबला करने, समानता को बढ़ावा देने और मानवाधिकारों के लिए लड़ने के आदि क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र को काफी सशक्त बनाया और ताउम्र वह इन समस्याओं को एकजुट होकर हल कर रहे देशों की आवाज बने रहे और इसके साथ ही वह बढ़ते राष्ट्रवाद को लेकर चिंतित भी रहे। कोफी अन्नान 1997 से 2006 तक संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पद पर काबिज रहे। अन्नान की सबसे बड़ी उपलब्धियां देशों के बीच असमानता को कम करने, संक्रामक रोगों से लड़ने, मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और नरसंहार सहित गृहयुद्धों को रोकने के लिए कार्यक्रम एवं योजनाएं लाना था। गरीबी कम करने, महिलाओं के लिए समानता को बढ़ावा देने,प्रत्येक बच्चे की प्राथमिक शिक्षा सुनिश्चित करने, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने और एड्स को फैलने से रोकने के लिए वर्ष 2000 में उन्होंने विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान ’संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों’ की शुरुआत की थी। इन सभी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए वर्ष 2015 की समय सीमा तय की गई थी।  अन्नान को वर्ष 2001 में संयुक्त राष्ट्र के साथ नोबेल शांति पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। गौरतलब है कि कल संक्षिप्त बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। कोफी अन्नान का जन्म 8 अप्रैल,1938 को घाना के कुमासी में हुआ था। उन्होंने 1961 में सेंट पॉल मिन्नेसोटा में मैकैलेस्टर कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। वहां से वह जिनेवा चले गये जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मामलों में स्नातक अध्ययन शुरू किया और अपने यूएन करियर की शुरूआत की। अन्नान ने एक नाइजीरियाई महिला तिती अलाकिजा से 1965 में विवाह किया। उनकी एक बेटी आमा और पुत्र कोजो हैं। वह 1971 में अमेरिका लौटे और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से मास्टर डिग्री हासिल की। वह 1970 दशक के दौरान अपनी पत्नी से अलग हो गये थे और स्वीडिश वकील नाने लागेगग्रेन से 1984 में दूसरी शादी की।

सिद्धू का पाकिस्तान के सेना प्रमुख से गले मिलना अच्छा नहीं : अमरिंदर

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चंडीगढ़, 19 अगस्त, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि उनके कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से इस्लामबाद में गले मिलना 'अच्छा भाव-प्रदर्शन नहीं था और इससे पूरी तरह से बचा जा सकता था। 'मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में यहां कहा कि जब रोज सीमा भारतीय सैनिक मारे जा रहे हैं, तो ऐसे में सिद्धू को इस भाव प्रदर्शन से बचना चाहिए था। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, "आखिरकार, सेना प्रमुख ही तो मारने का आदेश देते हैं। सैनिक तो सिर्फ आदेश का पालन करते हैं।"अमरिंदर सिंह ने कहा, "बाजवा हमारे सैनिकों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं और सिद्धू को उनके प्रति ऐसी सदाशयता नहीं दिखानी चाहिए थी।"पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ-ग्रहण समारोह में सिद्धू के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के प्रेसिडेंट मसूद खान के बगल में बैठने के सवाल पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'पूर्व क्रिकेटर शायद नहीं जानते होंगे कि वह कौन हैं। फिर यह भी है कि बैठने की व्यवस्था कोई उनके हाथ में तो थी नहीं।'हालांकि मुख्यमंत्री ने सिद्धू के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया। सिद्धू के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाने पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह निजी हैसियत में वहां गए थे क्योंकि क्रिकेट खेलने के दिनों में इमरान खान के साथ उनके गहरे रिश्ते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सोमवार को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के अपने समकक्षों से मुलकात के दौरान मादक पदार्थो के इस्तेमाल पर नियंत्रण के लिए संयुक्त रणनीति बनाने पर विचार-विमर्श करेंगे। 

केरल में बाढ़ से 370 मरे, 7 लाख लोग शिविरों में

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तिरुवनंतपुरम, 19 अगस्त, केरल में रविवार को बारिश थमने से आखिरकार लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली, मगर इससे पहले भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से मची त्रासदी ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया और सैकड़ों की जानें ले लीं। प्रदेश में बाढ़ की विभीषिका के कारण 7,24,649 लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। बाढ़ पीड़ितों के लिए 5,645 राहत शिविर बनाए गए हैं। बाढ़ की त्रासदी ने 370 जिंदगियां लील लीं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हमारी सबसे बड़ी चिंता लोगों की जान बचाने की थी। लगता है कि इस दिशा में काम हुआ।"केरल में आखिरकार बाढ़ के सबसे विनाशकारी दौर समाप्त होने के संकेत मिले और कई शहरों व गांवों में जलस्तर में कमी आई। मुख्यमंत्री ने कहा, "शायद यह अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिससे भारी तबाही मची है। इसलिए हम सभी प्रकार की मदद स्वीकार करेंगे।"उन्होंने बताया कि 1924 के बाद प्रदेश में बाढ़ की ऐसी त्रासदी नहीं आई। विजयन ने कहा कि बचाव कार्य का अंतिम चरण जारी है। कई व्हाट्सएप ग्रुप पर मदद की मांग की जा रही है, खासतौर से अलप्पुझा से मदद मांगी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 22,034 लोगों को बचाया गया है। केरल में 29 मई को आई पहली बाढ़ के बाद से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है।

बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित अलाप्पुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर में बचाव कार्य जारी है। अधिकारियों ने इन तीन जिलों में जारी किए गए रेड अलर्ट को वापस ले लिया है। सर्वाधिक प्रभावित स्थानों जहां लोग पिछले तीन दिनों से भोजन या पानी के बिना फंसे हुए हैं, उनमें चेंगन्नूर, पांडलम, तिरुवल्ला और पथानामथिट्टा जिले के कई इलाके, एर्नाकुलम में अलुवा, अंगमाली और पारावुर में शामिल हैं। अलाप्पुझा में बचाव कार्य में मदद के लिए आए फंसे मछुआरों के एक समूह ने अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी होने की शिकायत की। समूह ने कहा, "हमने कई लोगों को बचाया लेकिन अब हम जहां से अपनी नाव से आए थे, वहां लौटने में हमारी मदद करने के लिए कोई नहीं है। हमने बचाव कार्यो में अपने जीवन को खतरे में डाल दिया लेकिन अब हमारी मदद के लिए कोई नहीं है।"पारावुर, एर्नाकुलम के कांग्रेस विधायक वी.डी. सतीशन ने राहत टीम को भेजने में नाकाम रहने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की निंदा की। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने कहा कि हालांकि कई क्षेत्रों में जलस्तर कम हो गया है, लेकिन बड़े पैमाने पर संकटपूर्ण स्थितियों के कारण संभवत: चिकित्सा सुविधाएं कुछ क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाई हैं।

मंत्री ने कहा, "ऐसा इसलिए है क्योंकि चिकित्सकों ने प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना मुश्किल पाया और अब तक यह समस्या लगभग हल हो गई है। हमें बड़ी मात्रा में दवाएं चाहिए। संक्रमण संबंधी बीमारियों को रोकने के लिए एक प्रमुख स्वास्थ्य अभियान की योजना बनाई जा रही है।"उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों की मेडिकल टीमें जल्द ही पहुंच जाएंगी। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर दी गई 500 करोड़ रुपये की मदद बहुत कम है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री को इस संकट को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए।"केरल सरकार ने बाढ़ से कुल 19,500 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है।

यूपीए के दोनों कार्यकाल में सर्वाधिक दशकीय विकास दर : चिदंबरम

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नई दिल्ली, 19 अगस्त, पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर की गणना पूर्ववर्ती वर्षो की श्रृंखला में की जाए जो संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दोनों कार्यकाल (2004-2014) के दौरान 8.13 फीसदी की दशकीय विकास दर रही है, जोकि स्वतंत्रता के बाद सर्वाधिक है।  उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में मौजूदा सरकार द्वारा पूरी कोशिश से तथ्यों को तोड़मरोड़ कर मनमोहन सिंह सरकार के रिकॉर्ड को धूमिल किया जा रहा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार को सत्ता में आए यह पांचवां साल है और सरकार संप्रग-1 की औसत विकास दर की बराबरी नहीं कर सकी है लेकिन उम्मीद कर रही है कि यूपीए-2 के शासन काल की विकास दर को पकड़ सकती है। उन्होंने यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा, "देश के वास्ते हमारी आकांक्षा है कि सरकार पांचवें साल में बेहतर करे।"उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में मौजूदा सरकार को एक ऐसी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी जो प्रगति की ओर अग्रसर थी। चिदंबरम ने कहा, "दुर्भाग्यवश, दो साल बाद सरकार लड़खड़ा गई और प्रगति की रफ्तार मंद पड़ गई। नोटबंदी, त्रुटिपूर्ण ढंग से वस्तु एवं सेवा कर लागू करना और कर आतंकवाद इसके मुख्य कारण रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "पिछली श्रृंखला के आंकड़े अब उपलब्ध हैं। आंकड़ों से यह बात सही प्रमाणित होती है कि सच को हमेशा के लिए नहीं दबाया जा सकता है। झूठ और तोड़मरोड़ कर तथ्यों को पेश किए जाने के बीच सच उभरकर सामने आ गया है।"उन्होंने कहा, "सरकार 2014 के मई में सत्ता में आई और उसके बाद से डॉ. मनमोहन सिंह के 2004 से लेकर 2014 के शासन काल के रिकॉर्ड की आलोचना करने के प्रयास लगातार जारी हैं।"सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों का जिक्र करते हुए चिदंबरम ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर राजग-1 (प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में) शासन काल में 5.68 फीसदी थी, जो संप्रग-1 कार्यकाल में 8.36 फीसदी और संप्रग-2 में 7.68 फीसदी हो गई, जबकि राजग-2 में यह 7.33 फीसदी है। कांग्रेस नेता ने कहा, "काफी भ्रम पैदा किए गए। मोदी सरकार ने आधार वर्ष को 2004-05 से बदलकर 2011-12 करके भ्रम पैदा किया।"उन्होंने कहा कि संप्रग-1 और संप्रग-2 के शासन काल के दौरान स्वतंत्रता के बाद सर्वाधिक विकास दर (8.13 फीसदी) रही।

एशियाई खेल : बजरंग को स्वर्ण, पवन कांसे से चूके, सुशील ने किया निराश

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जकार्ता, 19 अगस्त, भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया 18वें एशियाई खेलों में जिन उम्मीदों के साथ गए थे, वो उन्होंने पूरी की हैं।  बजरंग ने पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा में शानदार जीत दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। स्वर्ण पदक के एक और बड़े दावेदार माने जा रहे ओलिम्पक पदक विजेता सुशील कुमार ने हालांकि निराश किया और वह खेलों के पहले दिन रविवार को पहले ही दौर में हार कर बाहर हो गए। बजरंग ने फाइनल में जापान के दाइचे ताकातानी को रोचक और कड़े मुकाबले में 11-8 से मात देकर एशियाई खेलों का अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। बजरंग ने पिछले एशियाई खेलों में रजत पदक अपने नाम किया था और इस बार उनसे उम्मीद थी की वह अपने पदक का रंग बेहतर करेंगे। बजरंग ने सभी की उम्मीदों को पूरा करते हुए सोने का तमगा हासिल किया। लेकिन, सुशील विफल रहे और 74 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के क्वालिफिकेशन में ही बहरीन के अदम बातिरोव से 5-3 से मात खाकर बाहर हो गए। कुश्ती में भारत के हिस्से एक कांस्य पदक आ सकता था, लेकिन 86 किलोग्राम भारवर्ग में पवन कुमार कांस्य पदक के मुकाबले में मंगोलिया के ओरगोदुल उतुमेन से 8-1 से हार कर पदक जीतने का मौका गंवा बैठे। इनके अलावा संदीप तोमर 57 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गए। मौसम खत्री को 97 किलोग्राम भारवर्ग फ्री स्टाइल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में शिकस्त झेल खेलों से बाहर होना पड़ा।

इसी साल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले बजरंग ने फाइनल मुकाबले की शानदार शुरुआत की और आते ही टेकडाउन से छह अंक लिए। ताकातानी ने 0-6 से पिछड़ने के बाद हालांकि हार नहीं मानी और बजरंग को बाहर ले जाते हुए दो अंक लिए। पहले राउंड में बजरंग 6-2 की बढ़त के साथ गए। दूसरे राउंड में ताकातानी ने वापसी के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया और स्कोर 6-6 से बराबर कर लिया। यहां से दोनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई। बजरंग ने जापानी खिलाड़ी को पलटते हुए दो अंक लेकर स्कोर 8-6 और फिर 10-6 कर लिया। ताकातानी ने दो अंक लेकर एक बार फिर वापसी की कोशिश की लेकिन बजरंग ने एक और अंक लिया और दूसरे राउंड की समाप्ति तक अपनी तीन अंकों की बढ़त को बनाए रखते हुए सोने का तमगा हासिल किया। बजरंग ने अपने पहले मुकाबले में उज्बेकिस्तान के पहलवान सिरोजिद्दीन खासानोव को 13-3 से मात दे क्वार्टर फाइनल का सफर तय किया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने ताजिकिस्तान के फेजेव अब्दुलकासिम को 12-2 से एकतरफा शिकस्त देकर अंतिम-4 में प्रवेश किया जहां मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को 10-0 से मात दे फाइनल में जगह बनाई और फिर अपना स्वर्ण पदक पक्का किया।

फरहान ने बंगाल से किताब में गलती सुधारने का आग्रह किया

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मुंबई, 19 अगस्त, फिल्मकार-अभिनेता फरहान अख्तर ने पश्चिम बंगाल के स्कूल की किताबों में हुई बड़ी गलती को उजागर किया और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी से उसे ठीक करने का आग्रह किया। फिल्म 'भाग मिल्खा भाग'में भारत के महान खिलाड़ी मिल्खा सिंह का किरदार निभा चुके फरहान ने बताया कि बंगाली स्कूल के एक किताब में मिल्खा सिंह की जगह उनकी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। फरहान ने रविवार को ट्वीट किया, "पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री, स्कूल की एक किताब में मिल्ख सिहंजी की जगह मेरी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। क्या आप प्रकाशक से कहकर किताब में इस तस्वीर को बदलवा सकते हैं।"फरहान 'द स्काई इज पिंक'नामक अपनी अगली फिल्म में प्रियंका चोपड़ा और जाएरा वसीम के साथ नजर आएंगे।

विशेष : ‘श्रमणसंघ के रक्षक’ श्री रूपमुनिजी ‘रजत‘

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जिनके आगमन से अंधेरों की मुंडेर पर दीपावलियाँ जगमगा उठीं। जिनके आँगन ने वातावरण को अपूर्व सौंदर्य से अभिस्नात कर दिया। जिनके अवतरण से अभावों की धरती पर समृद्धि के शिखर खड़े हो गए। जिनके अवतरण ने इतिहास का एक खाली पृष्ठ यश बोध के आखर को सादर समर्पित कर दिया। ये अवतरण था- एक उर्जस्वल विभूति का। उस विभूति को समाज ने लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान, प्रवर्तक श्री रूपचंद जी म.सा. ‘रजत‘ के नाम से संबोधित कर अपना शीष नवाया। ऐसे लोकमान्य संत, वरिष्ठ प्रवर्तक श्री रूपचन्द्रजी ‘रजत’ के देवलोकगमन से श्रमण संघ और जिनशासन का एक दिव्य सितारा अस्त हो गया है। मैं जब मेरी गुरु परम्परा के सम्बन्ध में अतीत में निहारता हूँ तो पूज्य प्रवर्तकश्री का सहयोग, सहकार और मैत्री के अनेक प्रसंग याद आते हैं। श्रमण संघ के तृतीय पट्टधर पूज्य आचार्य श्री देवेन्द्रमुनिजी महाराज के दादागुरु पूज्य महास्थविर श्री ताराचन्दजी महाराज, पूज्य उपाध्याय श्री पुष्करमुनिजी महाराज एवं पूज्य आचार्य श्री देवेन्द्रमुनिजी महाराज के साथ उनके बहुत ही आत्मीय सम्बन्ध रहे। उन्होंने उन महान गुरुदेवों के शिष्य-शिष्याओं के प्रति भी हमेशा असीम वात्सल्य भाव रखा और अवसर आने पर अपना मुक्त सहज सहयोग किया। 

वस्तुतः सबके साथ उनके वैसे ही आत्मीय सम्बन्ध थे। श्रमण संघ के निर्माण और संगठन में अनेक संतों, महापुरुषों का योगदान रहा, उनमें मरुधर-केसरी पूज्य श्री मिश्रीमलजी महाराज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। यदि हम यह कहें कि पूज्य प्रवर्तक श्री रूपमुनिजी ने पूज्य मरुधर केसरी और अन्य अनेक संत महापुरुषों के अथक श्रम से निर्मित इस श्रमण संघ के संगठन को बनाए रखने में अपना विशिष्ट योगदान किया तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। पूज्य प्रवर्तकश्री ने संगठन को बनाए रखने के साथ ही श्रमण संघ के रक्षक के रूप में भी अपनी भूमिका अदा की। जब लगा कि श्रमण संघ की एकता या गरिमा पर कोई चोट हो रही या होने वाली है तो पूज्य प्रवर्तकश्री ढाल बन गये। वे श्रमणसंघ की आशा और विश्वास के प्रतीक थे। इससे भी आगे यदि यह कहा जाए कि वे जिनशासन के निर्भीक प्रहरी थे तो भी कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। जैन धर्म और समाज पर यदि कभी कोई प्रहार होने लगा तो उन्होंने उसे रोका। उनके प्रति छŸाीस कौमों के व्यक्ति श्रद्धा रखते थे। जैन दिवाकर मुनि चैथमलजी के बाद किसी जैन संत के प्रति सभी जातियों की ऐसी श्रद्धा संभवतः अन्यत्र दुर्लभ रही। उन्होंने श्रमण संघ की एकता, जैन एकता और सामाजिक एकता को एक साथ साधा। जिन्होंने भी शेरे-राजस्थान, प्रवर्तक श्री रूपचन्द्रजी म.सा. ‘रजत‘ की पावन सन्निधि पाई है, उनका अनुभव है कि वे वास्तव में लोकमान्य संत हैं। देशभर में जैन और जैनेतर सभी समुदायों और वर्गों के व्यक्ति उनके प्रति आस्था रखते हैं। यह पूज्य प्रवर्तकश्री की साधना की शक्ति और पुनवानी थी कि कोई उनकी बात टालता नहीं था। उन्होंने अपने प्रभाव का उपयोग जिनशासन की प्रभावना, जीवदया और मानवसेवा में किया। उनके द्वार आया कोई कभी खाली नहीं लौटा। 

श्रमण सूर्य, मरुधर केसरी पूज्य श्री मिश्रीमलजी महाराज की विरासत को उन्होंने अच्छी तरह से संभाला। शायद कम लोग जानते होंगे कि पूज्य प्रवर्तकश्री के गुरु पूज्य श्री मोतीलालजी महाराज थे, जो दीक्षा के बाद थोड़े समय में ही महाप्रयाण कर गये। पूज्य गुरुदेव मोतीलालजी महाराज के देवलोकगमन के पश्चात् मुनि श्री रूपचंदजी को पूज्य मरूधर केसरी का सशक्त साधनामय आश्रय मिला। पूज्य श्री मोतीलालजी महाराज की तरह ही उन्हें पूज्य श्री मरूधर केसरी जी महाराज का भी अन्यन्य प्रेम प्राप्त हुआ। श्रमणसूर्य मरूधर केसरी जी महाराज का प्रत्येक पल एक अबाध अवलोकन युक्त प्रशिक्षण था। वे संत ही नहीं, संस्थान थे। संस्थान ही नहीं, समाधान थे। प्रश्नों से घिरे रह कर संघर्षपूर्ण तरीके से राहत भरा उत्तर खोज लेना उनका स्वाभाविक गुण था। उनका यही गुण पूज्य प्रवर्तकश्री में संक्रमित हुआ। पूज्य प्रवर्तक मुनि श्री रूपचन्दजी को पूज्य मरुधर केसरी जी महाराज की अथाह अपार कृपा दृष्टि मिली। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के उस कृपादृष्टि की वृष्टि पूरे युग पर की। अपने युग को आप्लावित और तृप्त किया। उनका महाप्रयाण एक युग का अन्त है। हार्दिक श्रद्धांजलि!





-श्री दिनेशमुनि जी-
(श्रमणसंघीय सलाहकार)

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