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अदालत ने केजरीवाल, सिसोदिया, आप के 11 विधायकों को समन जारी किया

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नयी दिल्ली, 18 सितंबर,  मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट मामले में दिल्ली की एक अदालत ने बतौर आरोपी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के 11 अन्य विधायकों के खिलाफ मंगलवार को समन जारी किया। अदालत ने सभी आरोपियों को समन जारी कर उन्हें 25 अक्तूबर को अपने समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि केजरीवाल के सरकारी आवास पर 19 फरवरी की रात एक बैठक के दौरान प्रकाश के साथ कथित रूप से मारपीट की गयी थी। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने दिल्ली पुलिस द्वारा इस संबंध में 13 अगस्त को दाखिल आरोपपत्र पर संज्ञान लेते हुए ये समन जारी किये हैं। अदालत ने कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ लगे आरोपों की पुष्टि के लिए पर्याप्त आधार हैं। आरोपपत्र में पुलिस ने आप के 11 विधायकों... अमानतुल्ला खान, प्रकाश जारवाल, नितिन त्यागी, ऋतुराज गोविंद, संजीव झा, अजय दत्त, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, मदन लाल, प्रवीण कुमार और दिनेश मोहनिया को भी आरोपी बनाया है। आरोपपत्र के स्तर पर मीडिया के साथ सूचनाएं साझा करने से पुलिस को रोकने का अनुरोध करने वाली केजरीवाल, सिसोदिया और आप के अन्य विधायकों का आवेदन अस्वीकार करते हुए अदालत ने 25 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। अदालत ने कहा था कि उसे 1300 पन्नों के आरोपपत्र को पढ़ने के लिए वक्त चाहिए। आरोपपत्र में पुलिस ने कहा है कि केजरीवाल, सिसोदिया और अन्य ने मुख्य सचिव को जान से मारने या गंभीर रूप से चोट पहुंचाने की धमकी देने का आपराधिक षड्यंत्र किया, उन्हें सरकारी कामकाज करने से रोका और चोट पहुंचायी। दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में केजरीवाल से 18 मई को करीब तीन घंटे पूछताछ की थी। पुलिस ने आप के दो विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार भी किया था।

मोदी ने वाराणसी को 557 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की दी सौगात

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वाराणसी, 18 सितंबर,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र को 557 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की सौगात देते हुए यहां मंगलवार को कहा कि काशी को ‘‘पूर्वी भारत का गेटवे’’ के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है और यहां विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करने पर उनका जोर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह न सिर्फ एक प्रधानमंत्री के तौर पर, बल्कि यहां के सांसद के तौर पर भी क्षेत्र की जनता को अपने काम का हिसाब देना अपना दायित्व समझते हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों की कई योजनाएं गिनाते हुए वाराणसी में सड़क, रेल, गैस, एलईडी, वायुसेवा के लिए किए गए कार्यों का ब्योरा दिया। मोदी ने कहा, ‘‘मैंने चार साल में क्या काम किया, इसकी थोड़ी सी झलक दिखाई है और मैं आपको इसका हिसाब दे रहा हूं।’’  प्रधानमंत्री ने वाराणासी में 557 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। मोदी ने कहा कि वाराणसी में वैदिक विज्ञान केंद्र और अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की नींव रखी गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह सेंटर ‘‘स्टार्ट अप’’ को नई ऊर्जा देगा। उन्होंने 'हर हर महादेव'के साथ अपने भाषण की शुरूआत करते हुये कहा, ‘‘मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं एक और वर्ष की शुरुआत बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से कर रहा हूं।’’  उन्होंने कहा कि काशी में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा (वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर) विकसित करने पर उनका जोर है। उन्होंने कहा कि काशी को पूर्वी भारत के गेटवे के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, 'आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को बाबा भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था। चार वर्ष पहले जब काशीवासी बदलाव के संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है ।' उन्होंने कहा, '‘जब मैं यहां आता था तो बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा यह सोचता था कि काशी को इससे कब मुक्ति मिलेगी। आज काशी के अधिकतर हिस्से से ये तार हटा दिए गए हैं।' मोदी ने कहा कि 'आज काशी एलईडी की रोशनी से जगमगा रही है। एलईडी बल्ब से काशीवासियों के बिजली बिल में भी कमी आई है।' उन्होंने कहा कि राज्य में योगी सरकार के आने के बाद बिहार, नेपाल, झारखंड और मध्य प्रदेश को जाने वाली सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है।  मोदी ने कहा कि यहां रिंग रोड बनाने की योजना पर बहुत तेजी से काम हो रहा है, जिसकी फाइल पिछली प्रदेश सरकार ने दबा कर रखी थी। यहां का विकास होने से बिहार और नेपाल आदि जाने वाले लोगों को भी सहूलियत होगी।  उन्होंने कहा कि रेल से काशी आने वालों को अब स्टेशन पर ही नई काशी की तस्वीर नजर आती है। इसके अलावा वाराणसी को छपरा और इलाहाबाद से जोड़ने वाली पटरी का काम चल रहा है। वाराणसी से नई दिल्ली, वडोदरा और पटना जाने के लिए महामना जैसी ट्रेनें चलाई गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुये कहा कि सड़कों को चौड़ा करने के साथ ही शहर में पुल का निर्माण भी किया गया है। हवाई जहाज से बनारस आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्मार्ट बनारस में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट पर जोर दिया जा रहा है। काशी में ट्रैफिक व्यवस्था को समन्वित किया जा रहा है। काशी में सड़क और रेल के बाद जल परिवहन का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा।  मोदी ने स्वच्छता अभियान के बारे में बात करते हुए कहा कि काशी ने स्वच्छता के मामले में परिवर्तन देखा है। गलियों, घाटों, सड़कों पर स्वच्छता अब स्थायी हो चुकी है। वाराणसी आये जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे समेत कई विदेशी नेताओं ने वाराणसी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों का कुंभ अगले साल जनवरी में काशी में लगने वाला है, जिसमें दुनिया भर में बसे प्रवासी भारतीय आयेंगे। उन्होंने काशी वासियों से कहा कि आप शहर को साफ और स्वच्छ रखें ताकि दुनिया भर से आये भारतीयों को काशी पर गर्व हो और वह यहां की तारीफ दुनिया भर में करें।

पाक में जन्मे अफगान, बांग्लादेशी शरणार्थियों को मिलेगी नागरिकता : इमरान खान

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कराची, 18 सितंबर,  पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की है कि उनकी सरकार उन सभी अफगान और बांग्लादेशी शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करेगी, जिनका जन्म पाकिस्तान में हुआ है। एक्सप्रेस ट्रिब्यूनल की खबर के मुताबिक सरकार बनाने के बाद रविवार को अपने पहले दौरे पर कराची पहुंचे खान ने कहा कि पाकिस्तान में जन्में अफगान और बांग्लादेशी शरणार्थियों को नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (एनआईसी) तथा पासपोर्ट दिए जाएंगे। मीडिया में आई खबरों में खान के हवाले से कहा गया है, ‘‘ बांग्लादेश से आए ये गरीब प्रवासी 40 से भी अधिक वर्षों से यहां हैं, अब उनके बच्चे भी काफी बड़े हो गए हैं... हम उन्हें पासपोर्ट और आईडी कार्ड देंगे। यह हम उन अफगानियों को भी देंगे, जिनके बच्चे यहां पले और बड़े हुए, जो यहां जन्मे, हम उन्हें (नागरिकता) देंगे।’’  संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के मुताबिक पाकिस्तान में 13.9 लाख से ज्यादा अफगान शरणार्थी हैं। जिनमें से कई यहां 30 से भी ज्यादा वर्षों से रह रहे हैं। इसके अलावा यहां 2,00,000 बांग्लादेशी भी रहते हैं।

मधुबनी : कल राज्य स्तरीय विद्यालय खेल आयोजन समिति की बैठक

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मधुबनी, 18, सितंबर 18,  कला, संस्कृति एवं युवा विभाग,बिहार पटना द्वारा जारी वार्षिक खेल कार्यक्रम वित्तीय वर्ष 2018-19 के तहत राज्य स्तरीय विद्यालय(फुटबाॅल/बैडमिंटन) खेल आयोजन समिति की बैठक दिनांक 13.08.18 को आयोजित किया जाना था,जिसे अपरिहार्य कारणवष स्थगित किया गया था। पुनः राज्य स्तरीय विद्यालय(फुटबाॅल/बैडमिंटन) खेल आयोजन समिति की बैठक दिनांक 19.09.2018 को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में 10ः00 बजे पूर्वाहन में आहूत की गई है। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारियों को ससमय बैठक में भाग लेने हेतु निदेष दिया गया है।

मधुबनी : मधुबनी जिला युवा उत्सव का आयोजन पांच अक्टूबर को

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मधुबनी : 18, सितंबर 18,  जिला प्रषासन,मधुबनी द्वारा जिला युवा उत्सव 2018-19 का आयोजन किया जा रहा है। इस उत्सव में 15 वर्ष से 35 वर्ष के आयु के कलाकार ही भाग ले सकेंगे। इसके लिये प्रतिभागियों को उम्र संबंधी प्रमाण-पत्र समर्पित करना होगा। कला संस्कृति एवं युवा विभाग,बिहार पटना द्वारा निर्गत मार्गदर्षिका के अनुसार समूह गायन-संगत कलाकार सहित 10 कलाकार, समूह लोक नृत्य में संगत कलाकार सहित 20 कलाकार/नृत्य एवं गायन वाद्य वादन पारंपरिक होंगे, एकांकी नाटक में अधिक-से-अधिक 12 कलाकार हिन्दी भाषा में प्रस्तुत कर सकते है। शास्त्री नृत्य(कथक,ओडिसी,भारत नाट्यम,तथा कुच्चीपुड़ी) में प्रस्तुति एक होगी, संगत कलाकार सहित अधिकतम 05 कलाकार हो सकते है। इसमें संगत कलाकार 35 वर्ष के उपर हो सकते है। साथ ही शास्त्री गायन-एकल प्रस्तुति,संगत कलाकार सहित तीन सदस्य,षास्त्री वादन-एक प्रस्तुति,संगत कलाकार सहित 03 सदस्य सितार,गिटार,तबला,बांसुरी,वीणा,मुदंगत,(पखवज नहीं), हारमोनियम वादन(सुगम) में एकल तथा वक्तृता(हिन्दी एवं अंग्रेजी एकल) विधाओं में ही भाग लेंगे। विधा में जिला स्तर के बाद राज्य स्तर पर चयनित दल/कलाकार ही राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी राज्य में भागीदारी हेतु भेजा जायेगा। अन्य विधाओं के युवा कलाकारों के प्रोत्साहन हेतु सरकार का निर्णय है कि जिला स्तर पर एवं राज्य स्तर पर लोक गाथा,गायण,लोकगीत,सुगम संगीत,वायलिन वादन,सारंगी वादन, सरोद वादन, शहनाई,ध्रुपद-धमाड़ आदि तथा चक्षुष कला, चित्रकला, हस्तषिल्प,मूत्र्तिकला,फोटोग्राफी आदि की प्रतियोगिता भी होगी। इन विधाओं में प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कलाकार दलों की सूचीबद्ध कर क्रमषः राज्य एवं राज्य से बाहर विभिन्न कार्यक्रमों में भेज कर प्रतिभा विखेरने का अवसर प्रदान किये जायेंगे। जिला युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त कलाकारों/दल को राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में अवसर भी प्रदान किये जाएंगे। प्रतिभागियों को अपनी संबंधित विधा में सहभागिता हेतु निर्धारित तिथि एवं समय के 01 घंटा पूर्व संबंधित प्रेक्षागृह प्रभारी को रिपोर्ट कर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। वेष-भूषा, परिधान वाद्ययंत्र,मंच सामग्री और संगत कलाकार की व्यवस्था प्रतिभागियों को स्वयं करनी होगी। आयोजक द्वारा इसकी आपूत्र्ति नहीं की जायेगी। जिला/राज्य सरकार के युवा उत्सव में सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कलाकार/दल को योग्यता प्रमाण पत्र संबंधित आयोजक द्वारा प्रदान करेंगे। प्रतियोगिता में चयन विधानुसार गठित निर्णायक दल का निर्णय अंतिम होगा। मधुबनी जिला युवा उत्सव का आयोजन दिनांक 05.10.2018 को 10ः00 बजे पूर्वा. में प्रारंभ किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अभ्यर्थी अपना आवेदन विहित प्रपत्र में दिनांक 27.09.2018 तक विकास शाखा में जमा करेंगे। उसके उपरांत आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा। स्क्रीनिंग टेस्ट में चयनित कलाकार/दल ही दिनांक 05.10.2018 को अपनी प्रतिभा को प्रदर्षित करेंगे। जिसका मूल्यांकन राज्य युवा उत्सव में इस जिला को प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभागी का चयन विधावार किया जायेगा।

मध्यप्रदेश : राज्य स्तरीय सम्मलेन का आयोजन

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  • मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के क्रियान्वयन की स्थिति और चुनौतियों के लिए 

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भोपाल (18 सितंबर 2018) मध्यप्रदेश लोक सहभागी साझा मंच द्वारा “ मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के क्रियान्वयन की स्थिति और इस दिशा में आने वाली चुनौतियां विषय पर आज भोपाल में राज्य स्तरीय सम्मलेन का आयोजन किया गया. इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष श्री राजकिशोर स्वाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि “हमारा उद्देश्य है कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून प्रभावी रूप से लागू हो इसके लिये सरकार, सामाजिक संगठनों और समाज के जागरूक लोगों साथ मिलकर काम करने की जरूरत है” इस दौरान राज्य खाद्य आयोग के सदस्य-सचिव आर.बी. प्रजापति द्वारा राज्य खाद्य आयोग की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया, उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में खाद्य सुरक्षा कानून  के प्रावधानों के अनुसार सतर्कता समितियों का गठन तो हो गया है लेकिन अब जरूरत है कि इसकी बैठकें भी नियमित रूप से हों. सममेलन के दौरान मध्यप्रदेश खाद्य सिविल आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सयुंक्त संचालक सुकृति सिंह द्वारा सतर्कता समिति के प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया गया

सम्मलेन के दौरान मध्यप्रदेश लोक सहभागी साझा मंच द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून की जमीनी स्थिति को लेकर 8 जिलों में किये  अध्ययन के निष्कर्षों को भी प्रस्तुति किया गया . इस अध्ययन में 26 % परिवारों द्वारा बताया गया कि उन्हें सावर्जनिक वितरण प्रणाली से मिलने वाली राशन की गुणवत्ता खराब होती है जबकि 56% परिवारों को इस बारे में जानकारी ही नहीं थी कि कि पी.डी.एस.की  शिकायत कहाँ दर्ज की जा सकती है. इसी तरह से अध्यन में शामिल कुल 87 आंगनबाड़ियों में से 79% आगनवाडी में शौचालय नहीं हैं जबकि 59% आगनवाडी में बच्चों के लिये पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. अध्यन के दौरान पाया गया कि कुल 109 शालाओं 93% शालाओं में मेनू के हिसाब से मध्यान भोजन नहीं मिलता है और 18% शालाओं में तो बच्चों को नियमित रूप से मध्यान भोजन भी नहीं मिलता है . इस सम्मलेन में मध्यप्रदेश के पंद्रह जिलों में खाद्य सुरक्षा के को लेकर काम कर रहे संगठनों/ कार्यकर्ताओं और हितग्राहियों द्वारा भागीदारी की गयी जिन्होंने जिलों में इसके क्रियान्वयन को लेकर हुये अपने अनुभवों को भी साझा किया गया जिसमें कई बातें निकल कर आयीं जैसे अभी भी कई ऐसे पात्र परिवार हैं जिन्हें राशन नहीं मिल रहा है, पीडीएस के तहत मिलने वाली राशन की गुणवत्ता बहुत खराब हैं, राशन की दुकानों  पर शिकायत निवारण तंत्र के अधिकारीयों जैसे जिला शिकायत निवारण अधिकारी, सतर्कता समिति के सदस्यों, राज्य खाद्य आयोग के पदाधिकारीयों के नाम, पद और फ़ोन नंबर प्रदर्शित नहीं हैं आदि. गौरतलब है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 05 जुलाई, 2013 को लागू हुआ था जिसके इस साल पांच साल पूरे हो रहे हैं. इस कानून के अंतर्गत चार हकदारियां दी गयी हैं जिसमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली, आगनबाडी में पोषण आहार, मध्यान भोजन और मातृत्व हक़ शामिल हैं. मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधनियम का क्रियान्वयन 1 मार्च 2014 से शुरू हुआ है

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 18 सितंबर

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नैतिक मतदान कराना हमारा लक्ष्य - जिला पंचायत सीईओ
  • जिला अधिकारियों को दिया गया स्वीप का प्रशिक्षण

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कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े की उपस्थिति में मंगलवार को प्रात:10 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में‍ जिला अधिकारियों को स्वीप संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण देते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अरुण विश्वकर्मा ने आगामी विधानसभा चुनाव में शतप्रतिशत चुनाव करवाने के लिए जिले के सभी अधिकारियों को मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी के अलावा अन्य सभी विभाग प्रमुख उपस्थित थे। प्रशिक्षण के दौरान जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि बिना किसी दबाव के नैतिक मतदान कराना ही हमारा लक्ष्य है। इस वर्ष हमें समाज के हर व्यक्ति को मतदान करने के लिए प्रेरित करना है। 80 वर्ष से अधिक उम्र बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती व स्तनपान करा रही महिलाएं व घुमक्कड़ जनजाति, मजदूर वर्ग आदि सभी को इससे जोड़ना है। शतप्रतिशत मतदान के लिए जानकारी देना, प्रेरित करना तथा सुविधा प्रदान करने की रणनीति बनाकर कार्य करना होगा। दिव्यांगों एवं वृद्धजनों के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र बाधारहित वातावरण तैयार करवाने का दायित्व सामाजिक न्याय विभाग का होगा। इसी प्रकार स्कूलों में निर्वाचन में मताधिकार का प्रयोग कर हिस्सा लेने की शपथ दिलाने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा विभाग पर होगी। स्वीप गतिविधियों के विस्तृत प्रचार-प्रसार के लिए मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह सभी जानकारी प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों को दी गई। 

विधिक जागरूकता शिविर आयोजित

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चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,  के तत्वाधान में ‘‘शिक्षा का अधिकार विषय एवं लोक अदालत के संबंध में जागरूकता शिविर’’ आयोजित किया गया। शिविर में श्री शैलेन्द्र नागौत्रा (सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर ने विद्यार्थियों को बताया कि शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों को विधिक जानकारी के माध्यम से समाज को जागरूक बनाना है। उन्होने विद्यार्थियों को विभिन्न न्यायिक प्रक्रियाओं एवं कानूनी प्रावधानों के संबंध में उदाहरणों के माध्यम से बताया। इसके साथ-साथ विभिन्न कानूनों आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी. एवं साइबर क्राइम के संबंध में भी जानकारी दी। साथ ही पेनल लायर श्रीमती बरखा वर्मा ने विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियों एवं विधिक सहायता के संबंध में बताया। इसके अतिरिक्त पेनल लायर श्री याद मोहम्मद ने भी विद्यार्थियों को उनके अधिकारों एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं व उनके प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. ज्योति नेताम, डॉ. कल्पना दवे, डॉ. सुषमा तिवारी, डॉ. नीरजा कोष्टा, डॉ. आई.ए. दुर्रानी, श्रीमती नोरारूथ कुमार सहित छात्र-छात्राँए उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन आज से शुरु

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन 23 सितंबर से किया जाना है। जिसके अंतर्गत 19 सितंबर से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवा शिविर निरामयम योजना का शुभारंभ किया जायेगा। 19 सितंबर को सीएचसी इछावर, 20 को नसरूल्लागंज, 22 को आष्टा एवं श्यामपुर तथा 25 सितंबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बुधनी में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। सीएमएचओ डॉ.प्रभाकर तिवारी ने बताया कि आयोजित इन शिविरों में राष्ट्रीय असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम, महिला स्वास्थ्य शिविर, दस्तक अभियान के दौरान चिन्हित मरीजों का उपचार एवं जांच  विकासखण्ड स्तरीय शिविरों में की जाएगी। शिविरों की शत प्रतिशत सफलता हेतु जिले के समस्त बीएमओ को जरूरी सभी दिशा निर्देश जारी किए गए है वहीं शिविर की निगरानी के लिए जिला स्तर से जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी प्रबंधन हेतु समस्त बीएमओ,समस्त राष्ट्रीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु जिला आईईसी सलाहकार,हितग्राहियों के पंजीयन हेतु बीईई हितग्राहियों को सूचनार्थ समस्त बीसीएम की ड्यूटी आयोजित इन शिविरों में लगाई गई है। 

स्वच्छता अभियान अन्तर्गत सेवा दिवस का आयोजन

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स्वच्छ भारत अभियान कार्यक्रम अन्तर्गत सेवा दिवस कार्यक्रम का आयोजन सीआरडीई कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियां द्वारा अंगीकृत गोद ग्रामः गोलूखेड़ी, विकासखण्ड: इछावर में किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र संदीप टोडवाल, पौध संरक्षण वैज्ञानिक दीपक कुशवाह, गृह विज्ञान कुसुम सुखवाल व ग्राम के पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह वर्मा, ग्राम के लगभग 35 - 40 कृषक व कृषक महिलाओं से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। कार्यक्रम में संदीप टोडवाल ने कृषकों को स्वच्छता पर चर्चा कर जागरूक किया व दैनिक स्वच्छता पर विस्तार से भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें अपने आस-पास के परिसर को साफ- सुथरा बनाये रखना चाहिए एवं स्वच्छता को बनाये रखने हेतु सभी को प्रेरित करते रहना चाहिए। वहीं दीपक कुशवाह ने कृषकों को कृषि अवषेषों को पुनः डीकम्पोस्ट कर जैविक खाद तैयार करने की जानकारी दी। इसी प्रकार कुसुम सुखवाल ने कृषक महिलाओं को सेवा दिवस कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए बताया घरों में साफ-सफाई रखने से बीमारिया कम आती है, जिससे होने वाले अनियमित व्ययों से बचें एवं घरों के आप-पास पानी न भरने दे, साफ-सफाई बनाये रखें।

सीएम हेल्पलाईन से संबंधित प्रशिक्षण प्रत्येक गुरुवार को

अतिरिक्त कलेक्टर सीहोर ने समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित करते हुए कहा है कि समय सीमा समीक्षा उपरांत यह पाया गया है कि कुछ विभागों द्वारा सीएम हेल्पलाईन का निराकरण समय सीमा में संतुष्टि के साथ नहीं किया जा रहा है। साथ निम्न गुणवत्ता के साथ बंद शिकायतों की संख्या अनावश्यक रूप से अधिक है। इस संबंध में राज्य स्तर से ऑनलाईन व्ही.सी. के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था प्रत्येक गुरुवार को प्रात:9:30 से 10:30 बजे तक कलेक्टर कार्यालय में किया गया है। जिसमें सभी विभाग प्रमुखों की उपस्थिति अनिवार्य है। 

नि:शक्‍त दंपत्तियों को प्रोत्साहन राशि स्वीकृत

नि:शक्‍त व्यक्तियों के लिए सरकार द्वारा नि:शक्तजन प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। जिले के ऐसे तीन दम्पत्तियों के लिए कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े द्वारा दो दंपतियों को एक-एक लाख एवं एक दंपत्ति को दो लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस सिलसिले में कलेक्टर श्री पिथोड़े द्वारा भुगतान स्वीकृति आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश के अनुसार नि:शक्त दम्पत्तियों में जिले की इछावर तहसील के ग्राम चितोड़िया लाखा निवासी श्रीमती आशा पति श्री राकेश, ग्राम जताखेड़ा निवासी श्रीमती मंजू पति श्री मनोज जिला सीहोर को एक-एक लाख एवं ग्राम आमला नौआबाद निवासी श्रीमती बिन्दा पति श्री विनोद वर्मा को दो लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। गौरतलब है कि नि:शक्त व्यक्तियों को समान अवसर, अधिकार संरक्षण और पूर्ण भागीदारी अधिनियम एवं नि:शक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के प्रावधानों के मुताबिक योजना में हितग्राही कन्या को निराश्रित निधि की ब्याज राशि प्रोत्साहन स्वरूप मुहैया कराई जाती है। दम्पत्ति द्वारा असत्य जानकारी प्रस्तुत करने या संबंध विच्छेद करने पर राशि बकाया भू-राजस्व की भांति वसूली योग्य होगी।

निर्वाचन 2018 के लिए मास्टर ट्रेनर नियुक्त

निर्वाचन कार्यालय के आदेशानुसार जिला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े द्वारा आगामी निर्वाचन 2018 के लिए आयोजित होने वाले प्रशिक्षण के लिए 47 अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया है। नियुक्त किये गये मास्टर ट्रेनरों में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर-10, आष्टा विधानसभा-9, बुदनी विधानसभा-9, इछावर विधानसभा-9, सीहोर विधानसभा-10 शामिल हैं। विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिए प्रशिक्षण मतदान दिवस से काफी समय पूर्व सम्पन्न हो जावेंगे । जिले में मतदान दल गठन में लगने वाले कर्मचारियों की संख्या में कमी होने के कारण उक्त मास्टर ट्रेनर को RO   अपने स्तर से अन्य मतदान संबंधी कार्य जैसे EVM  तैयार करना, सामग्री वितरण के पूर्व की तैयारी, सामग्री प्रदाय, कंट्रोल रूम इत्यादि कार्य हेतु नियुक्त कर सकते है जिससे कि इन कार्य मे लगने वाले अन्य कर्मचारियों को मतदान दल के कार्य मे लगाया जा सकेगा इसके अतिरिक्त मतदान दिवस को मास्टर ट्रेनर्स को सेक्टर अधिकारियों के साथ भी संलग्न किया जा सकता है जिससे की किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर इनका सहयोग प्राप्त किया जा सके ।

बेगूसराय : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से मिले बेगूसराय बजरंग दल के शुभम कुमार

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) बजरंगदल विभाग संयोजक शुभम भारद्वाज आज पटना में माननीय उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से पूर्व निर्धारित समय में मिलकर बेगूसराय विहिप बजरंगदल कार्यर्ताओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ निवेदन कर आवेदन दिया।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोगों के साथ ऐसा होना गलत है,मैं स्वयं इस मामले को देखूंगा।शुभम ने बताया कि पिछले एक वर्षों में बेगूसराय विहिप बजरंगदल कार्यकर्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है,।साथ में जिला मंत्री श्री विकास भारती भी थे। विकास ने बताया कि औरंगजेबी शाशन में पिछले एक वर्ष से हिंदूवादी कार्यकर्ता गुजर रहे हैं।इस्लामिक शक्ति जन मन चाहें जो मन करे कहते बोलते हैं,उसपर पुलिस चुप रहती है,परन्तु हिन्दू अगर शांतिपूर्वक प्रदर्शन भी करता है तो प्रसाशन प्राथमिकी दर्ज कर अपना हिन्दू विरोधी रवैय्या दिखाती है

बेगूसराय : प्रसाद खाने से सौ से अधिक बच्चे बीमार

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) 18 सितम्बर 2018, बिहार में बेगूसराय जिले के छौड़ाही प्रखंड पताही गांव में मंगलवार की देर रात विश्वकर्मा पूजा का विषाक्त प्रसाद खाने से 100 से ज्यादा बच्चें उल्टी एवं दस्त होने से गंभीर रूप से बीमार पड़ गए।खोदावंदपुर प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) प्रभारी डॉ अनिल प्रसाद ने मंगलवार को बताया कि 30 बच्चों को इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया है जबकि शेष अन्य बच्चों का रोसड़ा और हसनपुर आदि स्थानों पर निजी नर्सिंग होम और क्लीनिक में इलाज किया जा रहा है। उन्होंने घटिया खाद्य तेल का इस्तेमाल होने के कारण प्रसाद के विषाक्त होने की आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि सभी बच्चों की हालत अब खतरे से बाहर हैं।

भारत में सुधर रहा है बच्चों का स्वास्थ्य, अभी भी बजट बढ़ाने की जरूरत : बिल गेट्स

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वाशिंगटन, 18 सितंबर, सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक तथा समाजसेवी बिल गेट्स ने मंगलवार को कहा कि भारत में साल दर साल बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। हालांकि उन्होंने पोषण बेहतर करने तथा मौत से छुटकारा पाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा अधिक धन निवेश करने की जरूरत पर जोर भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत में टीकाकरण की पहुंच की दर काफी बेहतर हुई है तथा नये टीकों का बड़ा प्रभाव पड़ेगा। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारत में बच्चों का स्वास्थ्य साल दर साल बेहतर हो रहा है। भारत सरकार और राज्यों के कई नेता टीकाकरण की पहुंच बेहतर करने जैसी चीजों के लिए श्रेय के पात्र हैं।’’  स्वास्थ्य एवं शिक्षा के बारे में राय पूछे जाने पर गेट्स ने कहा कि जब उन्होंने और उनकी संस्था ने बिहार तथा उत्तरप्रदेश में काम शुरू किया था तब टीकाकरण की पहुंच की दर 40 प्रतिशत से भी नीचे थी। उन्होंने कहा कि इस कारण हजारों अनावश्यक मौतें हो रही थीं। गेट्स ने कहा कि काफी सारी चीजें बेहतर होने के बाद भी कुपोषण की समस्या के हल में भारत काफी पीछे है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह कहना चाहूंगा कि केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया जाने वाला बजट उस स्तर से काफी कम है जो हमें लगता है कि पोषण बेहतर करने तथा मौतों से छुटकारा पाने के लिए आवश्यक है। हालांकि कुल मिलाकर चीजें सकारात्मक हैं।’’  उन्होंने कहा कि भारत की नयी डिजिटल संरचना ने गरीबी, स्वास्थ्य और शिक्षा की मुख्य चुनौतियों से निपटने के कुछ अच्छे अवसर दिये हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 18 सितंबर

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उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक सभी वर्गो के  मेधावी विद्यार्थियों की फीस सरकार भरेगी-मुख्यमंत्री श्री चैहान
विदिशा में मुख्यमंत्री द्वारा मेडिकल काॅलेज का लोकार्पण
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मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि विदिशा जैसे स्थान पर मेडिकल काॅलेज खुलना आज क्षेत्र के लिए बडी उपलब्धि है। श्री चैहान ने आज विदिशा में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल काॅलेज के लोकार्पण के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस काॅलेज से पास होकर निकलने वाले विद्यार्थी पूरे मेडिकल जगत में काॅलेज का नाम रोशन करेंगे। श्री चैहान ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सा सुविधाएं बढाने के लिए अनेक कदम उठाये है, सरकार ने सागर, खंडवा, रतलाम और विदिशा में नए मेडिकल काॅलेजों की शुरूआत की है। नए मेडिकल काॅलेज खुलने के पश्चात् प्रदेश में डाक्टरों की संख्या बढे़गी और इससे ग्रामीण अंचलों में और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। श्री चैहान ने कहा कि विदिशा स्थित अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल काॅलेज आधुनिकतम उपकरणों से युक्त है। यहां आधुनिक चिकित्सा मरीजों को उपलब्ध हो सकें, इसके लिए हाइटैक मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराए गए है। लगभग 356 करोड़ रूपए लागत से बने मेडिकल काॅलेज में 750 बिस्तरीय अस्पताल भी है। अस्पताल में गंभीर और असाध्य रोगो के उपचार की व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री श्री कहा कि प्रदेश के बेटे-बेटियांे को उच्च शिक्षा के लिए धनाभाव की चिन्ता नहीं करनी होगी, राज्य सरकार उनकी फीस भरेगी। आज आरंभ हुए मेडिकल काॅलेज में भी 29 छात्रों कोि मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ मिला है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक सभी वर्गो के मेधावी विद्यार्थियों की फीस सरकार द्वारा भरी जाएगी। इसके पूर्व मेडिकल काॅलेज के लोेकार्पण के बाद मुख्यमंत्री श्री चैहान ने काॅलेज में प्रवेश लेने वाले प्रथम बैच के विद्यार्थियों से भेंट की। उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं दी तथा कहा कि चिकित्सा पूरी करने के बाद ये बच्चे देश भर में काॅलेज का नाम रोशन करेंगे। 

लोेकतंत्र सेनानियों का सम्मान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने विदिशा के खेल परिसर में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम कोे सम्बोधन उपरांत विदिशा जिले के 53 लोकतंत्र सेनानियों को ताम्र पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया। 

पहला देहदान
आज अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को पहला देहदान प्राप्त हुआ। 53 वर्षीय श्री उमेश सोनी का पार्थिव शरीर मेडिकल काॅलेज को मिला। उनके सुपुत्र श्री अंशुल सोनी व श्री अंकित सोनी की सहमति से यह देहदान हुआ। कार्यक्रम स्थल पर उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा, सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री राकेश सिंह जादौन, विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, विधायक सर्वश्री कल्याण सिंह ठाकुर, श्री वीर सिंह पंवार, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा के अलावा भाजपा के अन्य पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण तथा एसीएस श्रीमती गौरी सिंह, स्वास्थ्य आयुक्त श्रीमती पल्लवी जैन, भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत, कलेक्टर श्री केव्ही सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल काॅलेज के डीन श्री डीके पाल तथा अन्य चिकित्सकगण मौजूद थे।

बिहार : रक्तदान को महाकल्याण के रूप में कार्यशील हैं सुमन सौरभ

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लखीसराय: यहां पर कोनाक है यहीं की रहने वाली है छाया देवी.वह  कैंसर रोग से पीड़ित हैं.अभी उनका पी.एम.सी.एच.,पटना में इलाज चल रहा है. बता दें कि उनको कई यूनिट रक्त की जरूरत. अभी कई यूनिट बल्ड दिया जा चुका है.यह बल्ड मरीज के परिजनों के सहयोग से पूरा किया गया.अब परिवार में कोई शेष नहीं हैं जो छाया देवी को रक्तदान कर सकें. अब तो कुछ माह के बाद ही संभव हो सकता है.यदि कोई परिजन हैं तो पटना से काफी दूरी पर रहते हैं.यहां तो डॉक्टर को तत्काल ब्लड की जरूरत है. बता दें कि लखीसराय से पटना की दूरी अत्यधिक होने के कारण परिजन पटना नहीं पहुंच पाएं. तब जाकक मित्र भाई समान प्रकाश भाई को इसकी सुचना दी तब हमारे मित्र प्रकाश भाई ने तत्परता दिखायी और उनकी तत्परता का ही परिणाम रहा. देव तुल्य रक्तवीर साथी राजा विवेक भाई के रूप में जो पटना से लगभग 50 किलोमीटर दूर पालीगंज से पटना आकर अपना रक्तदान किये.सुमन सौरभ दिलेर रक्तवीर साथी राजा विवेक भाई को तहे दिल से सलाम करता हूं साथ ही साथ रक्तवीर सहयोगी साथी प्रकाश भाई को ढ़ेर सारा प्यार देता है.

बिहार : सूबे में बहुत बड़ी जनसंख्या रोजगार के लिए मछली उत्पादन पर निर्भर : कृष्ण कन्हैया

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  • - राज्य में 3200 किमी नदी, 1 लाख हेक्टेयर चैर एवं आर्द्रभूमि, 9000 हेक्टेयर माॅन, 7200 हेक्टेयर जलाशय एवं 93296 हेक्टेयर तालाब मौजूद है
  • - बहुतायात में मात्स्यिकी संसाधन बिहार में रहते हुए भी यहां मांग से बेहद कम मछली उत्पादन होता है
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पूर्णिया (कुमार गौरव) :  भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णिया के द्वारा आयोजित पांच दिवसीय आत्मा, दरभंगा बिहार द्वारा प्रायोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम विषय : मखाना उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक के तकनीकी सत्र के तीसरे दिन मुख्य वक्ता डाॅ पारसनाथ, सह अधिष्ठाता सह प्राचार्य, भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय ने विगत तीन दिनों से चल रहे प्रशि़क्षण कार्यक्रम प्रशिक्षणर्थियों से फीडबैक लिया। उन्होंने मखाना फसल में कीट प्रबंधन के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि खेत पद्धति मखाना पौध की रोपाई से पूर्व इमिडाक्लोरपिड 70 या थायोमेथोक्सैम 25.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर उसके जड़ को आधा घंटा तक उस घोल में डुबोकर शोधित करना चाहिए। मखाना पौधे की रोपाई के 40 दिनों बाद 5 प्रतिशत नीम तेल का घोल 25 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करना चाहिए। तालाब पद्धति मखाना पौध की रोपाई के 40 दिनों बाद 5 प्रतिशत नीम तेल का घोल 25 दिनों के अंतराल पर छिड़काव करना चाहिए।

...मांग के अनुपात में उत्पादन है कम : 
जिला मत्स्य पदाधिकारी, पूर्णिया कृष्ण कन्हैया ने मत्स्यपालन के लिए सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में किसानों को विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही मत्स्यपालन की वैज्ञानिक विधि भी बताई। उन्होंने मखाना सह मत्स्यपालन की संभावना तथा मखाना के देसी मंागुर की खेती पर विशेष बल दिया। श्री कृष्ण ने बताया कि बिहार की अर्थव्यवस्था मुख्य रुप से कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन पर आधारित है। राज्य में मत्स्य पालन, पोषण सुरक्षा एवं रोजगार के लिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है। सूबे में बहुत बड़ी जनसंख्या रोजगार के लिए मछली उत्पादन पर निर्भर करती है। राज्य को गंगा नदी दो भागों में विभाजित करती है। उत्तर में नेपाल, पूरब में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तरप्रदेश एवं दक्षिण में झारखंड राज्यों से जुड़ा हुआ है। बिहार राज्य में 3200 किमी नदी, 1 लाख हेक्टेयर चैर एवं आर्द्रभूमि, 9000 हेक्टेयर माॅन, 7200 हेक्टेयर जलाशय एवं 93296 हेक्टेयर तालाब मौजूद है। बहुतायात में मात्स्यिकी संसाधन बिहार में रहते हुए भी यहां मांग से बेहद कम मछली उत्पादन होता है। बिहार राज्य में मत्स्य पालन के लिए जल संसाधन के रुप में 69000 हेक्टेयर तालाब, 9000 हेक्टेयर माॅन, 7276 हेक्टेयर जलाशय एवं 1 लाख हेक्टेयर चैर उपलब्ध है। वर्तमान में बिहार राज्य में 3.60 लाख टन मछली का उत्पादन प्रतिवर्ष होता है। 4.56 लाख टन मछली का प्रतिवर्ष बिहार राज्य में खपत होता है। मांग की अधिकता के कारण पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल से मछलियों कोे आयात किया जाता है। यही हाल इस राज्य में मत्स्य बीजों का भी है। 700 मिलियन फ्राई प्रतिवर्ष की जरुरत बिहार में है लेकिन सिर्फ 300 मिलियन फ्राई का उत्पादन राज्य में होता है।

...पौधशाला तैयार करना जरूरी : 
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मुख्य समन्वयक मखाना वैज्ञानिक डाॅ अनिल कुमार ने मखाना उत्पादन के लिए वैज्ञानिक विधि से पौधशाला तैयार करने की जानकारी देते हुए बताया कि बुआई का समय दिसंबर माह में पौधशाला में मखाना बीज की बुआई करें। मखाना बीज की बुआई प्रति हेक्टेयर 22-25 किलो है। बीज के शोधन के लिए इमिडाक्लोप्रीड 70 अथवा थायोमेथोक्सैम 70.5 ग्राम प्रति किलो की दर से उपचार करना चाहिए। पौधशाला में जल की गहराई खेत पद्धति में लगभग 6 इंच, तालाब पद्धति में लगभग 5-6 फीट होने चाहिए। मखाना बीज (गुर्री) की बुआई पौधशाला में मखाना बीज खेत/तालाब के निचली सतह पर करनी चाहिए। पांच दिवसीय प्रशि़क्षण कार्यक्रम के सह समन्वयक जयप्रकाश ने मखाना लावा एवं कच्चे फलों के उपयोग के बारे में विस्तरपूर्वक बताया। 

...इन किसानों ने लिया प्रशिक्षण में हिस्सा : 
दरभंगा के किसान सुनील कुमार सहनी, राजन कुमार झा, श्रवण कुमार, हरदेव मुखिया, बिल्टु मुखिया, बुधन मुखिया, दिनेश मुखिया, रौदी मुखिया, कमलेश मुखिया समेत कुल बीस मखाना उत्पादक कृषकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। इस मौके पर महाविद्यालय के जयप्रकाश प्रसाद एवं कर्मचारियों ने अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन मखाना वैज्ञानिक तथा प्रधान अन्वेषक डाॅ अनिल कुमार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन जयप्रकाश प्रसाद द्वारा किया गया।

बिहार : मैके में बंध्याकरण और ससुराल में शिशु जन्मा

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कन्या शिशु होने पर घर में कोहराम 
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नौबतपुर(पटना).यह जानकर घोर आश्चर्य में पड़ जाएंगे. एक सरकारी चिकित्सक ने 24.04.2015 को बंध्याकरण ऑपरेशन करता है. इसके तीन साल के बाद 28.08. 2018 को बंध्याकरण करवाने वाली बच्चा जन्म देती है.इस तरह से शिशु का आगमन होने से विवाद उत्पन्न हो गया है.अगर लड़का जन्म लेता तो मामला शांत हो जाता मगर लड़की बच्ची होने पर मामला तुफान में तब्दील है.इसको लेकर मियां-बीबी के बीच कोहराम बचा है.

क्या है मामला?
नौबतपुर थानान्तर्गत बादीपुर गांव में रहते हैं जितेंद्र साव.इनकी शादी प्रतिमा देवी के साथ हुई.इन दोनों के चार बच्चे हैं.दो लड़की और दो लड़के. मजदूर किस्म के इंसान होने के बावजूद भी  जितेंद्र साव ने नारा दे रखा. 'चार बच्चे घर में रहे अच्छे'. इसी नारा को सफलीभूत करने के उद्देश्य से पत्नी को मैयके भेजा.

प्रतिमा देवी के मैयके में क्या हुआ?
धनरूआ थाना क्षेत्रान्तर्गत नदवा गांव में रहती हैं प्रतिमा देवी. प्रतिमा देवी के पति जितेंद्र साव कहते हैं कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,धनरूआ में 24.04.2015 को डॉ.विनय कुमार ने मेरी पत्नी का बंध्याकरण ऑपरेशन किया. सब कुछ सामान्य था.संयम भी बरता गया.तो फिर से बच्चा कैसे हो गया? समझ से बाहर की बात है.

शिशु रेफरल अस्पताल में जन्म
राज्य समिति,बिहार,बिहार सरकार के रेफरल अस्पताल,नौबतपुर में डॉ.शाहनाज़ बानो की देखरेख में प्रतिमा देवी का पांचवा बच्चा 25. 08.2018 को हुआ.कन्या शिशु होने पर घर में कोहराम मच गया.कहा जा रहा है कि पी.एच.सी, धनरूआ में डॉ.विनय कुमार ने बंध्याकरण ऑपरेशन कर दिया तो   शुक्राणु जाने का राह बंद हो गया तो वह कैसे गया?यह तो धरती का कथित भगवान की लापरवाही ही है.मुआवजा तीस हजार रू.देकर मुंह बंद करवाया जा रहा है.

मौसम के अनुसार ही फसल व प्रजाति का करें चयन

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पूर्णिया (कुमार गौरव)  भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णिया द्वारा आयोजित पांच दिवसीय आत्मा, दरभंगा बिहार द्वारा प्रायोजित प्रशि़क्षण कार्यक्रम विषय : मखाना उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक के तकनीकी सत्र के चौथे मुख्य वक्ता डाॅ आरके मल्लिक, वरीय शस्य विज्ञानविद, सीसा अंतर्राष्ट्रीय परियोजना ने किसानों को व्यवसायिक खेती करने की सलाह देते हुए कहा कि मौसम के अनुसार ही फसल एवं प्रजाति का चयन करें। डाॅ मल्लिक ने कहा कि यह क्षेत्र मखाना व मक्का के लिए बहुत ही ज्यादा उपयुक्त है। डाॅ पारसनाथ, सह अधिष्ठाता सह प्राचार्य, भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय ने विगत चार दिनों से चल रहे प्रशि़क्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षणर्थियों से फीडबैक लिया। साथ ही अनुपयुक्त नीची जमीन/जलजमाव वाले क्षेत्रों को विकसित करने के लिए बैंक आधारित परियोजना बनाने का तरीका विस्तारपूर्वक बताया। डाॅ इंदुशेखर सिंह, वरीय वैज्ञानिक मृदा विज्ञान, मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा ने तकनीकी सत्र के दूसरे दिन प्रशिक्षणार्थियों को जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में मखाना उत्पादन तकनीक की जानकरी दी। उन्होंने बताया कि मखाना की खेती जलजमाव वाले क्षेत्र में की जानी चाहिए। बदलते मौसम, नई सड़कों व रेल लाइन बनने से जलनिकासी की समस्या बढ़ती जा रही है। अधिक वर्षा होने पर खेती योग्य भूमि में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जहां मखाना एवं सिंघाड़े की खेती सफलतापूर्वक कर किसान अपनी आमद को बढ़ा सकते है। आजादी मिलने के समय से ही खाद्य सुरक्षा देश का एक बड़ा लक्ष्य रहा है। जिसके लिए भारत सरकार ने वर्ष 2013 में खाद्य सुरक्षा अधिनियम पारित किया। साथ ही आधुनिक मखाना पाॅपिंग मशीन/मखाना पाॅपिंग मशीनों का संचालन एवं रखरखाव पर प्रशिक्षण दिया। मुख्य समन्वयक मखाना वैज्ञानिक डाॅ अनिल कुमार ने पौराणिक विधि से मखाना लावा बनाने से होनेवाले नुकसान से किसानों को अवगत कराया। साथ ही व्यापारोन्मुखी मखाना आधारित उत्पाद बनाने की बात कही, तभी किसानों को उचित आमद प्राप्त हो सकती है। दरभंगा के किसान सुनील कुमार सहनी, राजन कुमार झा, श्रवण कुमार, हरदेव मुखिया, बिल्टु मुखिया, बुधन मुखिया, दिनेश मुखिया, रौदी मुखिया, कमलेश मुखिया समेत अन्य बीस मखाना उत्पादक कृषकों ने उत्साहपूर्वक इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य वैज्ञानिक एवं कर्मचारियों ने अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम  का संचालन मखाना वैज्ञानिक तथा प्रधान अन्वेषक डाॅ अनिल कुमार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन अनुपम कुमारी द्वारा किया गया।

कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं हैं : सिद्धरमैया

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बेंगलुरू, 18 सितंबर,  कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार की समन्वय समिति के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस में मतभेदों की खबरों का मंगलवार को खंडन किया और कहा कि इन पर मीडिया में आ रही खबरें ‘निराधार’ हैं। उन्होंने जारकीहोली बंधुओं से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘कोई भी मतभेद नहीं हैं। मीडिया में जो भी आ रहा है, उसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। यह पूरी तरह निराधार है।’’  कांग्रेस में मंत्री रमेश जारकीहोली के नेतृत्व वाले विधायकों के एक धड़े द्वारा आंतरिक मतभेदों की खबरें चल रही हैं। जारकीहोली और राज्य के मंत्री डी के शिवकुमार के बीच रस्साकशी चल रही है। सिद्धरमैया ने कहा कि छह मंत्री पद भरे जाने हैं और पद के लिए कई उम्मीदवार होने से मीडिया में पार्टी के भीतर मतभेदों की अटकलें चल रही हैं।  पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सरकार को अस्थिर करने की भाजपा कोशिश कर रही है क्योंकि कई विधायकों ने कहा है कि भाजपा के कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया था। 

तोगड़िया ने किसानों से एकजुट होने की अपील की

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रायपुर, 18 सितम्बर,  विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को किसानों की आत्महत्या के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने किसानों से एकजुट होने की अपील की है। तोगड़िया शहर के ईदगाह भाठा मैदान में बस्तर क्षेत्र से आए किसानों के धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। बस्तर क्षेत्र के किसान राष्ट्रीय किसान परिषद के बैनर के तले इस महीने की 10 तारीख से पैदल यात्रा करते हुए मंगलवार को तीन सौ किलोमीटर दूर राजधानी रायपुर पहुंचे। तोगड़िया परिषद के संरक्षक हैं। किसानों की पैदल यात्रा मंगलवार को जब शहर के करीब अभनपुर गांव पहुंची तब तोगड़िया भी इस यात्रा में शामिल हो गए। तोगड़िया ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अन्नदाता किसान आजादी के बाद से सरकार की नीतियों के कारण तकलीफ झेल रहा है। आज किसान दुखी ही नहीं है बल्कि कर्ज के बोझ तले दबा हुआ भी है। किसान जो लोगों का पेट भरता है आज उसके बच्चे ही भूखे हैं। विहिप के पूर्व नेता ने कहा "पिछले 17 वर्षों में तीन लाख किसानों ने आत्महत्या की है। यह दुनिया के किसी भी देश में किया गया सबसे बड़ा नरसंहार है। यह सरकार के द्वारा किया गया नरसंहार है। उनकी नीतियों के द्वारा किया गया नरसंहार है।"तोगड़िया ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने वादे से मुकरने को आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट के अनुसार किसानों को उत्पादन लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का वादा किया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने वही किया है जो कांग्रेस की सरकार ने किया था। कांग्रेस की सरकार किसानों के लिए समर्थन मूल्य प्रतिवर्ष 50 रुपये बढ़ाती थी। मोदी सरकार ने चार वर्ष में दो सौ रुपये बढ़ाये हैं। तोगड़िया ने कहा कि किसानों द्वारा निकाली गई पैदल यात्रा किसानों की क्रांति की शुरूआत है। आज किसानों ने पैदल यात्रा की है। लेकिन जो किसान अपने खेत की जुताई के लिए हल चलाता है वह हल उठा भी सकता है। उन्होंने किसानों को उत्पादन लागत से डेढ़ गुना अधिक समर्थन मूल्य देने, सब्जियों, फलों और दूध के लिए भी समर्थन मूल्य देने, कर्ज माफ करने और किसानों के लिए पेंशन की मांग की। तोगड़िया ने किसानों से आग्रह किया कि वे अपने गांव में अपनी मांगों को लेकर ग्राम सभा का आयोजन करें जिससे राजनीतिक दलों पर मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाया जा सके। इससे पहले तोगड़िया ने बस्तर से पैदल रायपुर पहुंचे कुछ किसानों के पैर भी धोए।

गोवा कांग्रेस ने भाजपा सरकार से सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा

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पणजी, 18 सितम्बर,  गोवा में कांग्रेस के विधायकों ने मंगलवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें भाजपा सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश देने के लिए कहा। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब 62 वर्षीय मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर अग्नाशय की बीमारी का इलाज कराने के लिए दिल्ली में एम्स में भर्ती हैं। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने मांग की कि राज्यपाल को विधानसभा का एकदिवसीय सत्र बुलाकर बहुमत साबित करवाना चाहिए। सिन्हा के साथ मुलाकात के बाद कावलेकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य सरकार सदन में साबित करे कि उसके पास बहुमत है अन्यथा हम दिखाएंगे कि हमारे पास उनसे ज्यादा विधायक हैं।’’ गोवा के 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के 16 विधायक हैं। गोवा फॉरर्वड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), राकांपा और निर्दलियों के सहयोग से राज्य का शासन भाजपा चला रही है। विधानसभा में भाजपा के 14 विधायक, जीएफपी और एमजीपी के तीन-तीन सदस्य और राकांपा का एक सदस्य है। तीन निर्दलीय विधायक हैं।

RSS ने कभी स्वयंसेवकों से पार्टी विशेष के लिए काम करने को नहीं कहा : भागवत

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नयी दिल्ली, 18 सितंबर, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को यह दावा किया कि संघ ने अपने स्वयंसेवकों से किसी पार्टी विशेष के लिए काम करने को कभी नहीं कहा किन्तु उन्हें राष्ट्रीय हितों के लिए काम करने वाले लोगों का समर्थन करने की सलाह अवश्य दी है। आरएसएस के तीन दिवसीय सम्मेलन में दूसरे दिन भागवत ने इस टिप्पणी के जरिये आरएसएस के कामकाज और भाजपा के काम के बीच विभेद करने का प्रयास किया। भाजपा को वैचारिक तौर पर प्राय: संघ के साथ सम्बद्ध माना जाता है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित इसके कई शीर्ष नेताओं की आरएसएस पृष्टभूमि रही है। उन्होंने भाजपा का नाम लिये बिना कहा कि ऐसी धारणा है कि आरएसएस किसी पार्टी विशेष के कामकाज में मुख्य भूमिका निभाता है क्योंकि उस संगठन में इसके बहुत सारे कार्यकर्ता हैं। भागवत ने कहा, ‘‘हमने कभी स्वयंसेवक से किसी पार्टी विशेष के लिए काम करने को नहीं कहा। हमने उनसे राष्ट्रीय हित के लिए काम करने वालों का समर्थन करने को अवश्य कहा है। आरएसएस राजनीति से दूर रहता है किन्तु राष्ट्रीय हितों के मुद्दे पर उसका दृष्टिकोण है।’’ उन्होंने कहा कि संघ का मानना है कि संविधान की परिकल्पना के अनुसार सत्ता का केन्द्र होना चाहिए तथा यदि ऐसा नहीं है तो वह इसे गलत मानता है। सम्मेलन के पहले दिन सोमवार को भागवत ने कहा कि आरएसएस प्रभुत्व नहीं चाहता तथा इसकी कोई परवाह नहीं है कि सत्ता में कौन आता है। सम्मेलन का शीर्षक है, ‘‘भविष्य का भारत..आरएसएस का दृष्टिकोण।’’  भागवत ने सोमवार को इस सम्मेलन के जरिये आरएसएस और उसकी विचारधारा को लेकर आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने दावा किया कि आरएसएस बहुल लोकतांत्रिक है और तानाशाही नहीं।

मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में नया जांच दल बनाना जांच के लिये नुकसानदेह

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नयी दिल्ली, 18 सितंबर, उच्चतम न्यायालय ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड की जांच के लिये नया जांच दल गठित करने के पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर मंगलवार को रोक लगा दी। न्यायालय ने कहा कि इस तरह का आदेश न सिर्फ जांच के लिये बल्कि पीड़ितों के हितों के लिये भी नुकसानदेह होगा। शीर्ष अदालत ने मामले की जांच के लिये सीबीआई के विशेष निदेशक को नया जांच दल गठित करने के उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाते हुए कहा कि मौजूदा जांच दल को बदलने का कोई कारण नहीं है। इसे सीबीआई निदेशक ने गठित किया था। उच्च न्यायालय ने एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित इस बालिका गृह में लड़कियों और महिलाओं के कथित बलात्कार और यौन शोषण की घटनाओं की जांच के लिये 29 अगस्त को केंद्रीय जांच ब्यूरो के विशेष निदेशक को नया जांच दल गठित करने का आदेश दिया था। न्यायमूर्ति मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने इस बात पर भी गौर किया कि मामले की जांच कर रहे दल पर जांच के तरीके को लेकर कोई आरोप नहीं लगे।  पीठ ने कहा, ‘‘हमें ऐसी कोई वजह नजर नहीं आती कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच कर रहे मौजूदा जांच दल को इस समय बदला जाना चाहिए। यह जांच के लिये और उन बच्चियों के हित के लिये भी नुकसानदेह होगा, जिनका मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन उत्पीड़न हुआ।’’ शीर्ष अदालत ने निर्देश दिया कि जांच वही दल जारी रखेगा जिसका गठन सीबीआई निदेशक ने 30 जुलाई को किया था। पीठ ने सीबीआई से मामले में सीलबंद लिफाफे में दो स्थिति रिपोर्ट भी दाखिल करने को कहा, जिसे उच्च न्यायालय के समक्ष दाखिल किया गया था और मामले की अगली सुनवाई की तारीख 20 सितंबर को निर्धारित कर दी। सरकार की आर्थिक मदद से चलने वाले इस गैर सरकारी संगठन में 30 से अधिक लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार हुआ था। इस गैर सरकारी संगठन का संचालक ब्रजेश ठाकुर है। बालिका गृह में लड़कियों के कथित बलात्कार और यौन शोषण की घटनायें राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग को टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज (टिस) की ओर से सौंपी गयी रिपोर्ट में सामने आयीं थीं। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद ब्रजेश ठाकुर सहित 11 व्यक्तियों के खिलाफ 31 मई को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। बाद में यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था।
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