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सीहेार (मध्यप्रदेश) की खबर 20 सितंबर

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तकीपुर में विधिक साक्षरता शिविर , ग्रामीणों ने एडीजे को बताई समस्याएं 

सीहेार। ग्राम पंचायत तकीपुर महुंआखेड़ी में बुधवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एडीजे नागोत्रा सम्मिलित हुए। सरपंच राजमल परमार ग्राम पटेल कमल सिंह परमार ने मुख्य अतिथि का पुष्प मालाओं से स्वागत किया। शिविर में पहुंचे ग्रामीणों को कानून और धाराओं की विस्तृत जानकारी दी गई। महिला अत्याचार, बालश्रम, बाल विवाह से संबंधित मालों में में न्यायालय प्रक्रिय से भी अवगत करया गया। ग्रामीणों के मध्य एडीजे ने अपराधों से बचने और कानून का पालन करने और पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान ग्राीमणों ने गांव में व्याप्त समस्याओं से एडीजे को अवगत कराया। कार्यक्रम में पटवारी कमल सिंह कटीयार, याकुब कुरैशी, रूप सिंह, रतन सिंह, कु़मेर सिंह, परमेश्वर, लखन सिंह, संतोष राठौर, ओम प्रकाश, कालू परमार, आबिद खान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे। 

एकता के साथ संगठित रहना ही सहकारिता :— श्रीमती उषा सक्सेना

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सीहोर । दिनांक 20.09.2018 को ग्राम श्यामपुर में जिला सहकारी संघ मर्यादित सीहोर द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित पानबिहार एवं दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति श्यामपुर के सहयोग से महिला सहकारी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सक्सेना अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित सीहोर, कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री धरमसिंह वर्मा अध्यक्ष जिला सहकारी संघ सीहोर, श्रीमती बबीता सिसोदिया अध्यक्ष महिला एवं बाल विकास समिति जिला पंचायत सीहोर, श्रीमती प्रीति सक्सेना पार्षद, श्रीमती पूनम शाक्य पार्षद, श्रीमती सुशीला देवी पाटीदार सरपंच, श्रीमती उमा जी पाटीदार अध्यक्ष सेवा संस्था, श्री लक्ष्मीनारायण जी पाटीदार पूर्व जिला पंचायत सदस्य, श्री राम सिंह वर्मा पर्यवेक्षक सहकारी बैंक, के विशेष आतिथ्यि में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया ।  सर्व पृथम ग्राम की महिलाओं द्वारा एवं श्री तेजसिंह ठाकुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला संघ, श्री लक्ष्मीनारायण पाटीदार (मातावाले), श्री श्यामसिंह ठाकुर, श्री सुरेश कुमार खत्री, श्री सीताराम दांगी पूर्व सरपंच बिछिया, श्री विष्णु प्रसाद पाटीदार, श्री छगनलाल पाटीदार, श्री सीताराम सेमलवाले, श्री सुरेश कुमार पाटीदार, श्री दीपक सिंह ठाकुर, श्री विजय यादव, श्री अजुर्न सिंह वर्मा द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्पमालाओं एवं पुष्पगुच्छ द्वारा किया गया । मुख्य अतिथि श्रीमती उषा सक्सेना द्वारा ग्रामीण मातृ शक्तियों को सम्बोधित करते हुए कहाकि सहकारिता का मूल मंत्र ही आपसे में मिलजुल कर कार्य करना है,  एक सबके लिए, सब एक के लिए । आज हम यहाँ सहकारी भावना के साथ जो एकत्रित हुई हैं इस एकता संगठन को सहकारिता कहते हैं । संगठन में रहने वाला व्यक्ति कभी दुखी नहीं हो सकता, जो परिवार एकता के साथ रहेगा वह हमेशा सुखी एवं समृद्धशाली बना रहेगा । श्री धरमसिंह वर्मा द्वारा अध्यक्षता करते हुए कहाकि सर्व प्रथम सहकारिता का शुभारम्भ 1844 में रॉकडेल कस्बे में 21 जुलाहों द्वारा अपने दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक—एक पॉड एकत्रित कर सहकारी समिति का गठन किया, जो आज पूरे विश्व में सहकारिता आन्दोलन के नाम से जाना जाता है। हम सब सहकारी भावना के साथ कार्य करें, संगठन में ही शक्ति है। विश्व में सहकारिता के सात रंग हैं एवं सहकारिता के सात सिद्धांत पर सहकारिता आन्दोलन प्रगति पथ पर है। हमारे प्रदेश में सहकारिता के स्तम्भ, हमारे अपने लोकप्रिय नेता माननीय श्री रमेश सक्सेना जी के नेतृत्व में सीहोर जिला सहकारिता आन्दोलन में अग्रणी है । हमारे बीच उपस्थित हमारी बैंक अध्यक्षा श्रीमती उषा सक्सेना सहकारिता आन्दोलन के माध्यम से मानव सेवा हेतु सदेव तत्पर रहती है। इस अवसर पर जवाहर हाई सेकेण्ड्री स्कूल, एस.बी.एस. स्कूल, आस्था विधा मन्दिर के प्रतिभावान छात्रा—छात्राओं को पुरस्कृत किया गया । श्री तेजसिंह ठाकुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला संघ सीहोर द्वारा सभी ग्रामीण महिलाओं एवं उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया ।

धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी  

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कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े ने चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने तथा कानून व्यवस्था दुरूस्त बनाए रखने के लिए भारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिये गये है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से बुदनी तहसील कार्यालय के संपूर्ण परिसर में प्रभावशील हो गया है। बुदनी तहसील में अनुविभागीय अधिकारी श्री राजेश शाही द्वारा आदेश जारी कर दिये हैं। आदेशानुसार धारा 144 के अन्तर्गत तहसील कार्यालय के संपूर्ण परिसर में जुलूस, धरना प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। तहसील कार्यालय परिसर में 05 या 05 से अधिक व्यक्ति एकत्र नहीं होंगे, यह आदेश क्षेत्र में निवास करने वाले सभी व्यक्तियों तथा अस्थायी तौर से आने जाने वाले समस्त व्यक्तियों पर लागू होगा। यदि कोई व्यक्ति आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 144 (2) के अन्तर्गत आपराधिक प्रकरण कायम कर कार्यवाही की जा सकेगी। यह प्रतिबंधात्मक आदेश शासकीय अधिकारियों, कर्मचारियों, अभिभाषकों एवं शासकीय कार्य में लगाये गए सुरक्षा बलों तथा पुलिसकर्मियों पर प्रभावशील नहीं होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिये गए हैं जो 11  नबंवर 2018  तक प्रभावशील रहेगा। 

आतिशबाजी विक्रय के लिए अस्थाई लायसेंस की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर

अतिरिक्‍त जिला दण्डाधिकारी विनोद कुमार चतुर्वेदी के आदेशानुसार दीपावली त्यौहार के अवसर पर आतिशबाजी या पटाखे विक्रय हेतु अस्थाई लायसेंस के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इच्छुक व्यक्ति आतिशबाजी विक्रय के लिए अस्थाई लायसेंस प्राप्त करने के लिये 1 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2018 तक निर्धारित प्रपत्र में आवदेन पत्र जिला कार्यालय की लायसेंस शाखा में कार्यालयीन समय में जमा कर सकते हैं। समयावधि के पश्चात प्राप्त होने वाले आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।  

ऑनलाईन पंजीयन होंगे जेम पोर्टल पर

जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक ने बताया कि जिले में स्थित समस्त उद्योग संघों एवं विक्रेता, निर्माता जो शासकीय विभागों में अपने उत्पाद बेचने के लिए इच्छुक हैं, ऐसे विक्रेता एवं निर्माता अपना पंजीयन जेम पोर्टल https://gem.gov.in/ पर ऑनलाईन करें। पंजीयन के लिए आधार कार्ड, मोबाईल नंबर, ई-मेल आईडी, पेनकार्ड, जीएसटी नंबर अनिवार्य है।

शिक्षक अभिभावक सम्मेलन का आयोजन 29 सितंबर को
  
चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में 29 सितंबर 2018 को शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि इसमें सभी विद्यार्थियों के अभिभावक आमंत्रित है । सम्मेलन में विद्यार्थियों की शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में अभिभावक जानकारी प्राप्त कर सकेंगें। 

सामान्य सभा की बैठक 26 सितंबर को

जिला पंचायत सीईओ श्री अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक का आयोजन 26 सितंबर 2018  को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मरेठा की अध्यक्षता में किया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा की जाएगी। 

विद्युत विभाग ने प्रारंभ की सेल्फ मीटर रीडिंग योजना

मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी द्वारा मीटर रीडिंग से जुड़ी उपभोक्ताओं की शिकायतों पर नियंत्रण रखने हेतु ‘‘सेल्फ रीडिंग योजना‘‘ प्रारंभ की गई है। इस योजना में उपभोक्ताओं के द्वारा स्वयं अपने मीटर की रीडिंग का फोटो (जब डिस्प्ले में kWh प्रदर्शित हो) प्रतिमाह दिनांक 01 से 05 के मध्य कंपनी की ऐप (गूगल प्ले स्टोर पर Urjas MPPKVVCL) के माध्यम से अपलोड की जाएगी। इस योजना में ‘‘सेल्फ मीटर रीडिंग‘‘ भेजने पर प्रतिमाह प्रोत्साहन पुरुस्कार भी प्रदान किये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार रू 3100, द्वितीय पुरुस्कार रू. 2100, तृतीय पुरुस्कार रू 1100 रहेगा। विजेताओं का चयन मान्य फोटो रीडिंग को अलग कर कम्प्यूटर द्वारा रैंडम विधि से किया जाएगा। 

जिला निगरानी एवं समन्वय समिति “दिशा” की बैठक संपन्न
  
जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला निगरानी एवं समन्वय समित दिशा की बैठक में समिती के सहअध्यक्ष एवं सांसद श्री आलोक संजर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। केन्द्र प्रवर्तित समस्त योजनाओं की विभागवार समीक्षा की गयी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति उर्मिला मरेठा, विधायक आष्टा श्री रंजीतसिंह गुणवान, सीईओ जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा,सहित जिला पंचायत सदस्य एवं सांसद प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख उपस्थित रहे। ग्रामीण विकास विभाग, मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में अभी तक किये गये निर्माण कार्यों एवं अन्य कर्यो की प्रगति रिपोर्ट मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा द्वारा प्रस्तुत की गई। जिले में क्रियान्वित योजनाओं एवं कार्यों की प्रगति से सांसद श्री संजर द्वारा कार्य में सलंग्न पूरी टीम को शुभकामानाऐं दी गयीं। समीक्षा के दौरान सांसद द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रभाकर तिवारी को निर्देशित किया गया कि जिले के समस्त उपस्वास्थ्य केन्द्रों में प्रति सप्ताह डॉक्टरों की उपस्थिती सुनिश्चित की जाये। महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में सोलर एनर्जी जैसे वैकल्पिक स्त्रोतों से पंखो एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।  बैठक में कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी को आगामी समय में समस्त मजरों टोलों सहित पेय जल की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं जिन बसाहटों में नल जल योजनाएं संचालित नहीं है, उनमें वैकल्पिक व्यवस्थाऐं करने के निर्देश सांसद द्वारा दिये गये। श्रम विभाग की समीक्षा के दौरान संबल योजना अंतगर्त ,असंगठित श्रमिक पंजीयन, प्रसूति एवं अंत्येष्टि सहायता में जिले की स्थिती टॉप फाइव में होने पर सांसद द्वारा जिला पंचायत सीईओ एवं जिला श्रम अधिकारी सुश्री प्रियंका वंशीवाल के कार्यों की प्रशंसा की। गई। बैठक के अंत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा सांसद एवं उपस्थितजन प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया गया।

दुमका : सोशल मीडिया से संबंधित डीसी दुमका के अनुदेश

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दुमका (आर्यावर्त डेस्क) 20 सितम्बर, मोहर्रम त्यौहार को शांतिपूर्ण वातावरण में मनाये जाने के लिए यह आवश्यक है कि सोशल मीडिया के माध्यम से गलत / भ्रामक सूचनाओं / वीडियो क्लिप / छायाचित्र का प्रसारण ना होने पाए। भ्रामक सूचनाओं के प्रसारित होने से अप्रिय दुष्परिणाम सामने आते है।  सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाय।  वर्तमान समय में अधिकांश लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े हैं। क्योंकि यह माध्यम सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का सबसे सरल माध्यम बन चुका है। सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसा देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर समाचार के नाम पर बने ग्रुप तथा अन्य नाम से बने ग्रुप पर कभी-कभी ऐसे समाचार या तथ्य भी प्रेषित किये जा रहे हैं जिसकी सत्यता प्रमाणित नहीं होती है। सूचनायें कई बार बिना पुष्टि के सीधे कट-पेस्ट / फॉरवर्ड किए जा रहे हैं। इन सबको ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया यथा वाट्स एप, फेसबुक,  यू-ट्यूब,  ट्विटर आदि के ग्रुप एडमिन व  सदस्यों से अपील की गई है कि ग्रुप एडमिन वही बनें जो उस ग्रुप के लिए पूर्ण जिम्मेवारी और उत्तर दायित्व का वहन करने में समर्थ हों। अपने ग्रुप के सभी सदस्यों से ग्रुप एडमिन पूर्णतः परिचित हों। ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा गलत बयानी, बिना पुष्टि के समाचार जो अफवाह बन जाये, पोस्ट किए जाने पर या सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाले पोस्ट पर ग्रुप एडमिन तत्काल उसका खंडन करें। उस सदस्य को ग्रुप से हटाया जाय। अफवाह / भ्रामक सूचना /सामाजिक समरसता के विरुद्ध सूचना पोस्ट होने पर संबंधित थाना को भी तत्काल सूचना दी जाय। ग्रुप एडमिन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर उन्हे भी इसका दोषी माना जाएगा और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर आईटी एक्ट साइबर क्राइम तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। किसी भी धर्म के नाम पर भावनाओं को आहत करने वाले पोस्ट किसी भी ग्रुप में डाले जाने पर समाज में तनाव उत्पन्न होने की संभावना रहती है ऐसे पोस्ट करने या किसी अन्य ग्रुप के फॉरवर्ड करने पर आईटी एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं के आधार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्रुप एडमिन की भी जिम्मेवारी तदनुरूप निर्धारित की जाएगी।

बेगूसराय : अपराधियों पर कसता शिकंजा पुलिस प्रशासन ।

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य), आये दिन बढ़ते हुए अपराधियों के आतंक और अपराधीकरण को देखते हुए बेगूसराय पुलिस प्रशासन अपने कर्तव्यनिष्ठा को याद कर अपराधियों के लिये जारी किया दलबल के साथ फ्लैग मार्च।जिन जिन जगहों पर अपराधियों का गढ़ की आशंका भाँपी जा रही है,उन जगहों पर विशेष निर्देशों के अनुसार सशस्त्र पुलिसबल तैनात।ऐसा सख्त निर्देश बेगूसराय पुलिस की ओर से पहलीबार देखने और सुनने को मिल रहा है।आतंक तो इसके पहले भी व्याप्त रहा करता था किन्तु बेगूसराय में पहलीबार पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार का ये कदम अपराधियों को सबक सिखाने के लिये उठाया गया है।हाई अलर्ट पुलिस ऑपरेशन के फ्लैग मार्च में शामिल हैं ए एस पी मिथलेश कुमार,ए एस पी अभियान अमृतेश कुमार और साथ में हैं सदर एस डी ओ संजीव कुमार।अपने पूरे दलबल के साथ इन्होंने बारो बाजार,बथौली,बरौनी गढ़हरा आदि इलाकों में फ्लैग मार्च कर यह साबित कर दिया कि पुलिस प्रशासन जब चाहेगी अपराधियों को अपने शिकंजे में दबोच कर सबक सिखला सकती है। जाहिर सी बात है जब कभी पुलिस प्रशासन अपने कर्तव्य को समझ लेती है फिर कोई काम मुश्किल नहीं है।चन्द मुठ्ठीभर अपराधियों के वजह से पूरे नगर में दहशत व्याप्त है,आखिर कबतक निर्दोष जनता इस आतंकियों के वजह से आतंकित रहेगी।इसका निदान भी तो इन्हीं पुलिस प्रशासनों के हाथ है,तो पुलिस क्यों नहीं अपना कार्यभार सम्भालती है।इस तरह पुलिस विभाग पर उठते हुए अंगुलियों के जवाब में पुलिस प्रशासन का ये कदम काफी सराहनिय साबित होगा।

दुमका : त्रिकुट पहाड़ (देवघर) पर 22 सितंबर को पर्यटन पर्व का आयोजन

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन)  पर्यटक स्थल त्रिकुट पहाड़  (देवघर) पर  22 सितंबर को पर्यटन पर्व का आयोजन किया जाना है। पर्यटन पर्व पर प्रस्तावित विविध कार्यक्रमों की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। पर्यटन पर्व के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यटन का लाभ, देश की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन और सभी के लिए पर्यटन के सिद्धांत को सुदृढ़ बनाना है। इसके अलावे लोगों को ज्यादा से ज्यादा प्रकृति के महत्व और इसके सदुपयोग की जानकारी देना है। इस दौरान विशेष स्वच्छता अभियान एवं लोगों को प्लास्टिक मुक्त समाज के फायदों की जानकारी भी दी जायेगी। पर्यटन को बढ़ावा व लोगों को प्रकृति के महत्व को समझने हेतु आम लोगों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम में शामिल बच्चों के लिए नास्ता, फल व पानी के समुचित इंतजाम भी रहेंगे। पर्यटन पर्व के दौरान बच्चों के मनोरंजन हेतु कई तरह के इंतजाम किये गये हैं, जिनमें मुख्यतः ट्रिजर हन्ट, टीम बिल्डींग फन गेम, टीम बिल्डींग एक्टीविटीज, क्लीन इन्भायरोन्मेंट एवं कराओक इभेन्ट इत्यादि शामिल हैं। वहीं स्कूली बच्चों द्वारा अपने ज्ञान, हुनर व अपनी जजबा का प्रदर्शन कार्यक्रम के प्रदर्शन के माध्यम से करेंगे। त्रिकुट पर्वत पर पर्यटन पर्व के तहत उक्त तिथि को त्रिकुट पहाड़ पर शहर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र/छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, पेन्टिंग व क्वीज प्रतियोगिता, स्वच्छता जागरूकता अभियान, प्लास्टिक मुक्त देवघर अभियान, बच्चे के मनोरंजन हेतु खो-खो, हाईडएण्डसिक आदि खेलों का भी आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी स्कूलों से 10-10 बच्चों को कार्यक्रम से जोड़ा गया है। कार्यक्रम में पहली कक्षा से पांचवी कक्षा बच्चे भाग ले सकते है। कार्यक्रम का शुरुआत अपराहन 12 बजे से त्रिकुट पर्वत पर की जायेगी। पर्यटन पर्व में शामिल होने के लिए निःशुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई है। पर्यटन पर्व में कोई भी शामिल हो सकता है। अतः देवघर के लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें और इस कार्यक्रम को सफल बनावें। उपायुक्त देवघर राहुल कुमार सिन्हा द्वारा  19 सितम्बर 2018 को त्रिकुटी पर्वत का भ्रमण कर कार्यक्रम में की जाने वाली व्यवस्थाओं का अवलोकन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारी को निदेशित किया कि ससमय पर्यटन पर्व की सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया जाय एवं कार्यक्रम की तैयारी इस तरह से करें कि आने वाले पर्यटकों को एक नई अनुभूति प्राप्त हो। 

बिहार : अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से मिला दिव्यांग को लाभ

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डूमर,(समेली).अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह से लाठी के सहारे चलने वाले लाठीधारी अशोक ऋषि नामक दिव्यांग को कई लाभ मिला. बता दें कि दिव्यांग अशोक ऋषि  बकिया पश्चिमी मुसहरी में रहते हैं. यह मुसहरी डूमर ग्राम पंचायत में है. बिहार भूदान यज्ञ कमिटी द्वारा अशोक ऋषि को 20 डिसमिल जमीन 31.7.1985 को मिला. यह जमीन महाराज दरभंगा ने भूदान कर दिया है.इस जमीन का मोजा नं.405,खेसरा नं.451/422 है. बिहार सरकार,दक्षिण गोपाल मंडल, पूरब नदी, पश्चिम खे.450 एकड़ 0 डिसमिल 20 डिसमिल, जमीन धनहर दो में पड़ता है. संपूर्ण पता बकिया डीह,थाना नं.259,परगना धरमपुर, रेवेन्यू थाना कोढ़ा,पुलिस स्टेशन फलका,रजिस्ट्री कटिहार और जिला कटिहार है.

क्या है मामला? 
बिहार भूदान यज्ञ कमिटी द्वारा जारी जमीन का प्रमाण -पत्रधारकों की जमीन का दाखिल खारिज नहीं होने पर अशोक ऋषि ने सूचना का अधिकार तहत जानकारी मांगी थी.यहां से जवाब प्राप्त हुआ कि यह जलकर भूमि है.अत: नामांतरण करने के बाद दाखिल खारिज नहीं किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री से गुहार लगया
सकारात्मक पहल नहीं होने पर दिव्यांग अशोक ऋषि ने सी.एम. नीतीश कुमार के समक्ष गुहार लगाया कि जलकर भूमि से ऊपर की 20 डिसमिल जमीन को बिहार भूदान यज्ञ कमिटी ने दी है.इसी जमीन का नामांतरण कर दाखिल खारिज करवा दें. 

सी.एम.कार्यालय से मेल डी.एम., कटिहार को 
सी.एम.कार्यालय से मेल डी.एम. कटिहार को आया. तब डी.एम.कार्यालय ने मामले को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय में भेज दिया गया.30 अगस्त को सुनवाई था.हाकिम नहीं पहुंचे तो 19.09.2018 को तारीख दी गयी.

अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी 
अनुमंडलीय लोक शिकायत  निवारण कार्यालय से जारी परिवाद संख्या 99998012507180 3883 के निवारण पदाधिकारी हैं राजेश कुमार सिंह.समेली प्रखंड के सी.ओ.भी हैं.दिव्यांग अशोक ऋषि से निवारण पदाधिकारी ने कहा कि मेरे पास बिहार भूदान यज्ञ कमिटी के कोई 200 मामले आए हैं. जो मोटामोटी गड़बड़झाला में है.कटिहार में सर्वे 1958 में हुआ है.आपको 1985 में कमिटी ने जलकर भूमि का प्रमाण-पत्र थमा दिया है.वहीं सरकार ने 34 डिसमिल जमीन दी है.आपको सरकार केवल एक ही जगह भूमि देगी.उक्त भूमि का दाखिल खारिज है और मालगुजारी दे रहे हैं.उसी को आबाद कीजिए.रही बात जलकर भूमि की जिसमें जोतकोड़ कर 20 डिसमिल पर फसल उगाते रहे.जबतक मत्स्य विभाग अड़गा नहीं लगाता है.आपके बगल वाले जमीन का अतिक्रमण कर रहे हैं तो आवेदन सी.ओ.साहब के नाम से.वह हटा दिया जाएगा. समेली प्रखंड के हल्का कर्मचारी को अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह कहते कि इनके पुत्र को पांच डिसमिल जमीन बंदोवस्ती कर दें.

आज पिता ने पुत्र का आवेदन जमा किया
आज 20 सितंबर 2018 को दिव्यांग पिता अशोक ऋषि ने पुत्र रीतलाल ऋषि का आवेदन समेली अंचल में जाकर जमा कर दिया.सी.ओ.के नाम से आवेदन है.आवसीय भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन देने का आग्रह किया गया है.पत्नी साबो देवी पति रीतलाल ऋषि के नाम से संयुक्त पर्चा देने का आग्रह किया गया है.अब देखना है कि प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ता का प्रयास क्या रंग लाता है?

ट्रेन में चाय, कॉफी के चुकाने होंगे अधिक दाम

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नयी दिल्ली, 20 सितंबर,  रेलवे बोर्ड द्वारा सभी रेल जोनों को जारी सर्कुलर के अनुसार बर्तनों में चाय या काफी देने की सुविधा को बंद करने के साथ ही भारतीय रेलवे ने चाय और कॉफी के दामों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। टी बैग के साथ 150 मिली कप चाय और इंस्टैन्ट कॉफी पाउडर वाली 150 मिली कॉफी को 170 मिली डिस्पोजल कप में दी जायेगी जिसकी कीमत 7 रूपये से बढ़ाकर 10 रूपये प्रति कप होगी। हालांकि सामान्य चाय की कीमत 5 रूपये प्रति कप रहेगी। एक अधिकारी ने बताया कि यह आईआरसीटीसी का प्रस्ताव था जिसे रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी। यह न्यूनतम वृद्धि है। बोर्ड ने जोनों को इसके अनुसार लाइसेंस फीस में परिवर्तन करने को कहा है और जरूरत के मुताबिक दामों में परिवर्तन करने को कहा है। आईआरसीटीसी करीब 350 ट्रेनों में खानपान डिब्बे (पेंट्री कार) संचालित करती है। राजधानी और शताब्दी के भोजन पैकेज के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया जायेगा। 

साक्षर होने की राह पर अत्तापडी आदिवासी

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तिरूवनंतपुरम, 20 सितंबर, केरल के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक अत्तापड़ी क्षेत्र के ढ़ाई हजार आदिवासियों ने प्रदेश सरकार द्वारा करायी गयी साक्षरता परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसका उद्देश्य हाशिये में चले गये लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाना है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केरल राज्य साक्षरता मिशन (केएसएलएम) के साक्षरता परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले कुल 2553 लोगों में से 1975 महिलायें हैं। हाल में उत्तरी पल्लकड़ जिले के अत्तापड़ी में तीन ग्राम पंचायतों में आयोजित परीक्षा में शामिल होने वाले कुल 2624 अर्द्ध साक्षरों में 80 साल की पप्पा सबसे उम्रदराज थी। साक्षरता मिशन ने प्रदेश की आदिवासी बहुल पट्टी में हाल में तीन साक्षरता कार्यक्रमों को शुरू किया था। 

हज़रत इमाम हुसैन की कुर्बानी अमर है : नीतीश कुमार

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पटना, 20 सितम्बर,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोहर्रम के अवसर पर करबला के शहीदों एवं हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। नीतीश ने कहा कि मैदान-ए-करबला में नाइंसाफी, जुल्म, अहंकार के विरूद्ध हक और सच्चाई के लिए हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों द्वारा दी गई कुर्बानी अमर है। इसे हमेशा याद किया जायेगा। इससे प्रेरणा लेकर हमें इंसानियत, सच्चाई और भलाई के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिये। उन्होंने मोहर्रम के अवसर पर राज्यवासियों से अपील कि है कि वे हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानियों को याद करें और सच, इंसानियत, हक और भलाई के आदर्शों को अपनाते हुये बुराई, अहंकार और आतंक के विरूद्ध वातावरण बनायें। मुख्यमंत्री ने मोहर्रम को पूरे मेल-जोल, भाईचारा और आपसी सौहार्द्र के साथ मनाये जाने की अपील राज्यवासियों से की। मोहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है। 680 ई में करबला (इराक) में की गई जंग में इस्लाम के आखिरी पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को इस महीने की 10वीं तारीख को शहीद कर दिया गया था।

पेट्रोल के दाम में फिर वृद्धि, डीजल स्थिर

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नई दिल्ली, 20 सितम्बर,  पेट्रोल और डीजल की महंगाई से लोगों को निजात मिलने के आसार कम दिख रहे हैं क्योंकि एक दिन की राहत के बाद गुरुवार को फिर पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि डीजल की कीमतें स्थिर रहीं। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम के आधार पर तय होती है। पिछले कुछ दिनों से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी का रुख बना रहा है। तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत छह पैसे बढ़कर 82.22 रुपये प्रति लीटर कर दिया। इसी प्रकार मुंबई में पेट्रोल का दाम 89.60 रुपये और कोलकाता में 84.07 रुपये प्रति लीटर हो गया। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 85.48 रुपये प्रति लीटर रही। हालांकि डीजल की कीमतें स्थिर रहीं। डीजल का भाव दिल्ली में 73.87 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया, जबकि मुंबई में 78.42 रुपये प्रति लीटर। कोलकाता में डीजल गुरुवार को 75.72 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 78.10 रुपये प्रति लीटर था। देश के चारों महानगरों में बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में स्थिरता बनी रही। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर गुरुवार को कच्चे तेल का चालू महीने यानी सितंबर डिलीवरी वायदा शाम के सत्र में 15 रुपये की तेजी के साथ 5,114 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। मुहर्रम का अवकाश होने के कारण गुरुवार को दिन के सत्र के दौरान एमसीएक्स पर कारोबार नहीं हुआ। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंट क्रूड 79.81 डॉलर प्रति बैरल से फिसलकर स्थिरता के साथ 79.40 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, डब्ल्यूटीआई 0.21 फीसदी की बढ़त के साथ 70.92 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है जबकि इससे पहले 71.34 डॉलर प्रति बैरल तक का उछाल देखा गया।

जेट एयरवेज की उड़ान में 30 यात्रियों के कान, नाक से बहा खून

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मुंबई, 20 सितम्बर, जेट एयरवेज के विमान में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद केबिन प्रेशर कम होने से 30 यात्रियों के नाक और कान से खून बहने लगे, जिसके बाद सरकार ने विमानों के लिए एक सेफ्टी ऑडिट प्लान के आदेश दिए।  जेट एयरवेज ने बाद में कहा कि विमान के कॉकपिट क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है, जो जांच होने तक ड्यूटी नहीं करेंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआईए) से करीब सुबह छह बजे उड़ान संख्या 9डब्ल्यू-697 के उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही कई यात्रियों ने सिर और कान में बेहद दर्द की शिकायत की। विमान में 166 यात्री और चालक दल के पांच सदस्य सवार थे। जेट एयरवेज के एक प्रवक्ता ने कहा, घटना के बाद विमान को वापस बुलाना पड़ा। विमान के लौटने के बाद हवाईअड्डे पर डॉक्टरों की एक टीम ने यात्रियों को तुरंत चिकित्सीय सुविधा दी। हवाईअड्डे के सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि चालक दल के सदस्य विमान के उड़ान भरने पर केबिन का प्रेशर मेंटेन करने के लिए उपलब्ध बटन 'ब्लीड स्विच'को ऑन करना भूल गए हों, जिस वजह से केबिन दबाव में समस्या उत्पन्न हुई और यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क का प्रयोग करना पड़ा। घटना को गंभीरता से लेते हुए, नागरिक उड्ययन मंत्री सुरेश प्रभु ने तत्काल नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सभी हवाईअड्डों, विमानों, फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल और एमआरओ को शामिल करते हुए सुरक्षा मानदंडों पर समग्र सुरक्षा ऑडिट प्लान तैयार करने को कहा है। एक अधिकारी ने कहा, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सुरक्षा ऑडिट तत्काल शुरू हो और 30 दिनों के अंदर उन्हें रिपोर्ट दिया जाए और ऑडिट के दौरान पाए गई त्रुटि पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए। इस घटना से नाराज कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइंस के खिलाफ अपनी दशा को पूरी तरह से अनदेखा करने का आरोप लगाया। एक यात्री ने ट्वीट कर बताया, "उड़ान में तकनीकी गलती के कारण अराजकता की स्थिति। उड़ान टेकऑफ के 45 मिनट के बाद मुंबई वापस आई। मैं और सभी यात्री सुरक्षित हैं।"उन्होंने दावा किया कि एयर कंडीशन व्यवस्था में खराबी आने के बाद वायु दबाव प्रणाली खराब हो गई और ऑक्सीजन मास्क गिरा दिए गए। कई यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें लंबे समय तक विमान में बैठने को मजबूर होना पड़ा। न ही नाश्ता दिया और न ही एयरलाइंस की ओर से कोई जानकारी दी गई। एक अन्य यात्री ने कहा, "आपातकाल लैंडिंग हुई। अब क्या? ग्राउंड स्टाफ के पास भी कोई जवाब नहीं। क्या करें।"कई यात्रियों ने उड़ान में हुए घटनाक्रम की छोटी वीडियो क्लिप साझा की है।

भारत ने किया 'प्रहार'मिसाइल का सफल परीक्षण

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भुवनेश्वर, 20 सितम्बर, भारत ने जमीन से जमीन पर निशाना दागने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रहार'का गुरुवार को भारी बारिश के बीच ओडिशा के तट से सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लांचिंग कांप्लेक्स-3 से दोपहर 1.35 बजे के करीब किया गया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि रोड मोबाइल लांचर से मिसाइल को लांच किया गया। प्रहार मिसाइल की मारक क्षमता 150 किलोमीटर है। इस मिसाइल की लंबाई 7.32 मीटर है और इसका व्यास 420 मिलीमीटर है। इसका भार 1.28 टन है और यह 200 किलोग्राम का भार वहन कर सकती है। मिसाइल को लांच करने से पहले आईटीआर के आसपड़ोस के गांवों से लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया गया था।

राहुल राफेल, एनपीए पर झूठ गढ़ रहे हैं : अरुण जेटली

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नई दिल्ली, 20 सितम्बर ,वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 'मूर्ख राजकुमार'कहा और राफेल लड़ाकू विमान सौदे और बैंकों के खराब ऋण पर 'झूठ गढ़ने'का आरोप लगाया। जेटली ने कहा कि कांग्रेस नेता 'सार्वजनिक बहस'को प्रदूषित कर रहे हैं। जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, "राहुल ने पहले राफेल सौदे पर 'झूठ बोला'और अब नन परफोर्मिग एसेट्स(एनपीए) पर झूठ बोल रहे हैं। राहुल ने दावा किया है कि भाजपा सरकार ने 15 उद्योगपतियों के 2.5 लाख करोड़ रुपये के ऋण को माफ कर दिए हैं। किसी देनदार के एक भी रुपये के ऋण को माफ नहीं किया गया है।"उन्होंने कहा, "उनकी रणनीति है, झूठ गढ़ो और इसे जितनी बार हो सके दोहराओ।"जेटली ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्या 'तथ्यों को गढ़ने वाली सोच'वाला कोई व्यक्ति सार्वजनिक बहस का हिस्सा बन सकता है। उन्होंने कहा, "विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को यह गंभीरता से अवलोकन करना चाहिए कि क्या सार्वजनिक बहस को एक 'मूर्ख राजकुमार (क्लाउन प्रिंस)'के झूठ द्वारा प्रदूषित करने की इजाजत दी जा सकती है।"उन्होंने कहा, "परिपक्व लोकतंत्र में जो झूठ पर विश्वास करते हैं, उसे सार्वजनिक जीवन के लिए अयोग्य माना जाता है। कईयों को झूठ बोलने की वजह से राजनीतिक गतिविधि से प्रतिबंधित कर दिया गया। लेकिन निश्चित ही यह नियम वंशवादी संगठन कांग्रेस पार्टी में लागू नहीं होगा।"उन्होंने कहा, "अगर राफेल मामले में मनगढ़ंत कहानी बनाना पहला झूठ था, तो दूसरा.. बार-बार कहना कि मोदी ने 15 उद्योगपतियों के 2.5 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए। इस वाक्य के सारे शब्द झूठ हैं।"उन्होंने कहा, "मिस्टर राहुल गांधी सच्चाई यह है कि आपकी सरकार ने बैंकों को लूटने की इजाजत दी। ऋण को अपर्याप्त रूप से प्रतिभूतिकृत किया गया। आपकी सरकार की इसमें सहभागिता थी.. एक झूठ को कई अवसरों पर दोहरा कर, आप सच्चाई को बदल नहीं सकते।"

भारत की अर्थव्यवस्था 2022 तक 5,000 अरब डॉलर की होगी : मोदी

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नई दिल्ली, 20 सितम्बर,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था का आकार वर्ष 2022 तक 5,000 अरब डॉलर का होगा, जिसमें कृषि और विनिर्माण क्षेत्रों में प्रत्येक का योगदान 1,000 अरब डॉलर का होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए विभिन्न राज्य एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्स्पो सेंटर का शिलान्यास करने के मौके पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में निर्यात का हिस्सा बढ़ाकर 40 फीसदी करने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। उन्होंने कहा, "देश का समष्टिगत बुनियादी घटक मजबूत है और जीडीपी में निर्यात की हिस्सेदारी बढ़ाकर 40 फीसदी करने के लिए विभिन्न एजेंसियां प्रयासरत हैं।"मोदी ने कहा, "हमने 2022 तक अपनी जीडीपी बढ़ाकर पांच ट्रिलियन डॉलर (5,000 अरब डॉलर) करने की योजना बनाई है जिसमें विनिर्माण और कृषि का योगदान एक-एक ट्रिलियन डॉलर (1,000 डॉलर) होगा।"उन्होंने कहा, "इस प्रयास में राज्य भी एकजुट हैं और इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।"उन्होंने आगे कहा, "हाल के वर्षो में भारत की उच्च जीडीपी विकास दर से व्यापक रोजगार सृजन हुआ है, खासतौरन से आईटी, खुदरा और पर्यटन क्षेत्र में।"देना बैंक, विजया बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा का विलय कर देश में तीसरी सबसे बड़ी बैंकिंग संस्था बनाने को लेकर मंगलवार को सरकार द्वारा किए गए प्रस्ताव के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बैंकों का एकीकरण किया है जिसपर काफी समय से चर्चा हो रही थी। प्रधानमंत्री ने वस्तु एवं सेवा कर लागू करने जैसे सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा, "सरकार द्वारा संचालित दर्जनों बैंकों की जरूरतों पर काफी समय से चर्चा हो रही थी, लेकिन हमने इस पर अमल किया। यह सरकार राष्ट्रहित में सख्त फैसले लेने में संकोच नहीं करती है।"

विशेष आलेख : संघ की दस्तक सुनें

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तीन का ‘भविष्य का भारत’ विषयक विचार अनुष्ठान अनेक दृष्टियों से उपयोगी एवं प्रासंगिक बना। दिल्ली के विज्ञान भवन में देश के प्रमुख बुद्धिजीवियों और लगभग सभी दलों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित कर उन्हें न केवल संघ के दृष्टिकोण से अवगत कराया गया बल्कि एक सशक्त भारत के निर्माण में संघ की सकारात्मक भूमिका को भी प्रभावी ढ़ंग से प्रस्तुत किया। यह एक दस्तक है, एक आह्वान है जिससे न केवल सशक्त भारत का निर्माण होगा, बल्कि इस अनूठे काम में लगे संघ को लेकर बनी भ्रांतियांे एवं गलतफहमियों के निराकरण का वातावरण भी बनेगा। प्रश्न है कि संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को आखिर क्या जरूरत आ पड़ी कि उन्हें समाज के प्रबुद्ध लोगों के बीच संघ का एजेंडा रखना पड़ा? मोहन भागवत ने इस विचार अनुष्ठान से संघ की छवि सुधारने का साहसपूर्ण प्रयास किया गया है, जिससे राष्ट्रीयता एवं भारतीयता की शुभता की आहत सुनाई दी है।

संघ ने भारत के भविष्य को लेकर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के साथ ही अपनी नीतियों, अपने क्रियाकलापों और उद्देश्यों के बारे में जिस तरह विस्तार से प्रकाश डाला उसके बाद कम से कम उन लोगों की उसके प्रति सोच बदलनी चाहिए जो उसे बिना जाने-समझे एवं तथाकथित पूर्वाग्रहों-दुराग्रहों के चलते एक खास खांचे में फिट करके देखते रहते हैं। एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के रूप में संघ किस तरह बदलते समय के साथ खुद को बदल रहा है, इसका एक प्रमाण तो यही है कि उसने औरों और यहां तक कि अपने विरोधियों और आलोचकों को अपने ढंग के इस अनूठे कार्यक्रम में आमंत्रित किया। देश और शायद दुनिया के इस सबसे विशाल संगठन के नेतृत्व ने इन आमंत्रित लोगों के सवालों के जवाब भी दिए, उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने जो भाषण दिए, वे सचमुच नई लकीर खींचते हैं, एक नई सुबह का अहसास कराते हैं। उन्होंने हिंदुत्व और भारतीयता को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया है। उनके इस कथन ने उसे और अधिक स्पष्ट कर दिया कि मुसलमान लोग भी हिंदुत्व के दायरे के बाहर नहीं हैं। संघ के हिंदुत्व का अर्थ है, विविधता में एकता, उदारता, सहनशीलता, सह-जीवन आदि। उन्होंने हिंदुत्व को नए ढंग से परिभाषित करने की कोशिश की है।

यह एक सुखद अनुभूति है कि संघ सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहता है, पूर्ण समाज को जोड़ना चाहता है, इसलिए संघ के लिए कोई पराया नहीं, जो आज विरोध करते हैं, वे भी नहीं। संघ केवल यह चिंता करता है कि उनके विरोध से कोई क्षति नहीं हो। संघ  शोषण और स्वार्थ रहित समाज चाहता है। संघ ऐसा समाज चाहता है जिसमें सभी लोग समान हों। समाज में कोई भेदभाव न हो। दूसरों के अस्तित्व के प्रति संवेदनशीलता आदर्श जीवनशैली का आधार तत्व है और संघ इसे प्रश्रय देता है। इसके बिना अखण्ड राष्ट्रीयता एवं समतामूलक समाज की स्थापना संभव ही नहीं है। जब तक व्यक्ति अपने अस्तित्व की तरह दूसरे के अस्तित्व को अपनी सहमति नहीं देगा, तब तक वह उसके प्रति संवेदनशील नहीं बन पाएगा। जिस देश और संस्कृति में संवेदनशीलता का स्रोत सूख जाता है, वहाँ मानवीय रिश्तों में लिजलिजापन आने लगता है। अपने अंग-प्रत्यंग पर कहीं प्रहार होता है तो आत्मा आहत होती है। किंतु दूसरों के साथ ऐसी घटना घटित होने पर मन का एक कोना भी प्रभावित नहीं होता। यह असंवेदनशीलता की निष्पत्ति है। संघ सबके अस्तित्व को स्वीकारता है, सबका विकास चाहता है। सहअस्तित्व की भावना संघ का दूसरा आधार तत्व है। भगवान महावीर ने वैचारिक और व्यावहारिक भेद में अभेद की स्थापना कर अनेकांत दर्शन का प्रतिपादन किया। अनेकांत के अनुसार अनेक विरोधी युगलों का सहअस्तित्व संभव है। अविरोधी विचारों वाले व्यक्ति एक साथ रहे, यह कोई आश्चर्य का विषय नहीं है। विरोधी विचारों, नीतियों और लक्ष्यों वाले लोग भी साथ-साथ मिलें, बैठें, चिंतन करें और रहें, यह सह-अस्तित्व का फलित है और इसी बात को इस तीन दिन के विचार अनुष्ठान का फलित मान सकते हैं, संघ की सार्थक पहल के रूप में उसे स्वीकृति दे सकते हैं। 

संघ को राष्ट्र की चिंता है, उसके अनुरूप उसकी मानसिकता को दर्शाने वाले इस विचार-अनुष्ठान से निश्चित ही भारत के भविष्य की दिशाएं तय होगी। भारतीय जनता आजादी का सुख नहीं भोग सकी, आजाद कहलाने पर भी उसका लाभ नहीं उठा सकी, इसके लिए दोषी किसे ठहराया जाए? लोकतांत्रिक देश की जनता के महान आदर्शों को सीख नहीं पायी और इस बात को पहचान ही नहीं पायी कि राष्ट्रीयता के स्थान पर व्यक्तिवादिता एवं दलगत स्वार्थ उसके मन के किस हिस्से पर हस्ताक्षर कर रही है। जो संगठन आरएसएस को पानी पी-पीकर कोसते हैं, उन्होंने तो कभी यह बताने की जहमत मोल नहीं ली कि देश के विकास को लेकर, संसाधनों के बंटवारे को लेकर, अवसरों की समानता को लेकर उनकी अपनी क्या दृष्टि है? बेहतर होगा कि संघ की इस पहल से प्रेरणा लेकर अन्य दल और संगठन भी अपनी बुनियादी दृष्टि के बारे में आम देशवासियों की समझ साफ करें ताकि उनके समर्थकों और विरोधियों को ऐसी कसौटियां उपलब्ध हों, जिन पर उनके कामकाज को परखा जा सके। संघ ने सामूहिकता यानी संगठन का शंखनाद किया है तो इसका अर्थ संघ की सदस्यता वृद्धि नहीं है बल्कि भारत के निर्माण में रचनात्मक एवं सृजनात्मक शक्तियों को संगठित करना है।  

किसी व्यक्ति, वर्ग या संगठन पर दोषारोपण करने से कुछ होने वाला नहीं है। पर यह जरूर विचारणीय है कि एक स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिक इतने निस्तेज, इतने निराश और इतने कुंठित क्यों हो गए, जो अपने विश्वास और अपनी आस्थाओं को भी जिन्दा नहीं रख पाते? इस संदर्भ में सबसे पहली बात यह है कि स्वप्न वैसा ही देखना चाहिए जो पूरा हो सके। स्वप्न वैसा ही देखना चाहिए, जिसके अनुरूप पुरुषार्थ किया जा सके। कल्पना और आशा का अतिरंजन आदमी को भटकाने के सिवाय उसे क्या दे सकता है? संघप्रमुख ने राष्ट्रीयता, भारतीयता के साथ समाज एवं राष्ट्र निर्माण की आवश्यकता पर जिस तरह अपने विचार व्यक्त किए उससे यह स्पष्ट है कि इस संगठन की दिलचस्पी राजनीति में कम और राष्ट्रनीति में अधिक है। उन्होंने समाज निर्माण को अपना एक मात्र लक्ष्य बताया। इस क्रम में उन्होंने हिंदू और हिंदुत्व पर जोर देने के कारणों का भी उल्लेख किया। क्योंकि हिंदुत्व सब को जोड़ता है और संघ एक पद्धति है जो व्यक्ति निर्माण का काम करती है। प्रत्येक गांव और गली में ऐसे स्वयंसेवक खड़े करना संघ का काम है, जो सबको समान नजर से देखता हो। उन्होंने कहा कि विविधताओं से डरने की बात नहीं है, बल्कि सबका उत्सव मनाने की जरूरत है। निश्चित ही इससे संघ और हिंदुत्व को लेकर व्याप्त तमाम भ्रांतियां दूर होंगी, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि अभी भी कुछ भ्रांतियां और संदेह बरकरार रहेंगे। यह सही है कि संघ के इस कार्यक्रम का प्रयोजन लोगों को अपनी बातों से सहमत करना नहीं, बल्कि अपने बारे में आग्रह, पूर्वाग्रह एवं दुराग्रह को दूर करना एवं संघ के यथार्थ की जानकारी देना था, लेकिन उचित यही होगा कि वह इस तरह के आयोजन आगे भी करता रहे। निःसंदेह संघ को जानने-समझने का यह मतलब नहीं कि उसका अनुसरण किया जाए, लेकिन इसका भी कोई मतलब नहीं कि उसकी नीतियों को समाज एवं राष्ट्रविरोधी करार देकर उसे अवांछित संगठन की तरह से देखा जाए या फिर उसका हौवा खड़ा किया जाए। भारत को स्वतंत्र हुए काल का एक बड़ा खंड पूरा हो रहा है। इतने वर्षों बाद भी यह सवाल उसी मुद्रा में उपस्थित है कि एक स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिकों के अरमान पूरे क्यों नहीं हुए? इस अनुत्तरित प्रश्न का समाधान न आंदोलनों में है, न नारेबाजी में है और न अपनी-अपनी डफली पर अपना-अपना राग अलापने में है। इसके लिए तो एक सामूहिक प्रयोग की अपेक्षा है, जो जनता के चिंतन को बदल सके, लक्ष्य को बदल सके और कार्यपद्धति को बदल सके। इसी बड़ी सोच एवं दृष्टि को लेकर संघ आगे बढ़ रहा है तो यह स्वागत योग्य है। 

आज देश की जो दशा है, भ्रष्टाचार का जो बोलबाला है, महंगाई बढ़ रही है, पडौसी देश सदैव डराने-धमकाने का दुस्साहस करते रहते हैं, कालेधन और राजनीति का गठबंधन अनेक समस्याओं का कारण बन रहा है, इन सब सन्दर्भों में देश के नेतृ-वर्ग से एक प्रश्न है। वह चाणक्य के जीवन से शिक्षा कब लेगा? कब साहस एवं शक्तिशाली होने की हुंकार भरेगा? संघ केवल हिन्दुत्व की बात नहीं करता, बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्रीयता की बात करता है। संघ शुचिता एवं ईमानदारी की संरचना भी चाहता है। इसी से हमारी स्वतंत्रता सफल और सार्थक बन सकती है। अन्यथा स्वतंत्रता के गीत गाते रहें और उसी पुराने ढर्रे पर चलते रहें, इससे देश की नीतियों में बदलाव कैसे आएगा? मन्त्रिमंडल में जो लोग आते हैं, उनका यह नैतिक दायित्व है कि वे अपने इस्पाती चरित्र से देश को नयी दिशा दें। जनता की चारित्रिक शुचिता बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि नेतृवर्ग का चरित्र उज्ज्वल रहे। संघ ने इन बुनियादी बातों पर बल दिया है। इसके लिए आज से ही, अब से ही नये संकल्प के साथ काम शुरू किये जाने की आवश्यकता व्यक्त की है। उस संकल्प के साथ कृत्रिम प्रलोभन या हवाई कल्पनाएं नहीं होनी चाहिए। यथार्थ के ठोस धरातल पर कदम रखने वाला ही अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। इसके लिए भगवान् बनने की धुन छोड़कर मनुष्य बनने का लक्ष्य सामने रहना चाहिए। मनुष्य, मनुष्य बनें, इसके लिए बहुत बड़े बलिदान की भी अपेक्षा नहीं है। 

संघ के विरोधी एवं उससे दूरी रखने वाले इस विचार-अनुष्ठान का जिस तरह बहिष्कार करते हुए उसे सगर्व सार्वजनिक भी किया उससे यही स्पष्ट हुआ कि जब संघ खुद में बदलाव लाने की तैयारी दिखा रहा तब उसके आलोचक और विरोधी जहां के तहां खड़े रहने में ही खुद की भलाई देख रहे हैं। वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन समझदारी तो इसी में है जो खुद को देश, काल और परिस्थितियों के हिसाब से बदलता है। सतत संवाद-संपर्क तमाम समस्याओं के समाधान की राह दिखाता है। जब संघ हिंदुत्व को भारतीयता का पर्याय मानकर यह कह रहा है कि वह अन्य मत-पंथ-विचार से जुड़े लोगों को साथ लेकर चलना चाहता है तब फिर कोशिश यही होनी चाहिए कि इस राष्ट्र निर्माण में ऐसे लोगों का एक समवाय बने और उनकी शक्ति भारत को सशक्त बनाने में लगे। जब संघ यह चाह रहा है कि वह राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ना चाहता है तो फिर कोशिश होनी चाहिए कि समाज का हर वर्ग उसके साथ जुड़े, क्योंकि सबल और समरस समाज के जरिये राष्ट्र निर्माण का काम कहीं अधिक आसानी से किया जा सकता है। भागवतजी ने स्पष्ट किया कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और रहेगा। हिंदुत्व समाज को एकजुट रखता है, लेकिन हम समाज में संघ का वर्चस्व नहीं चाहते, बल्कि समाज के हर व्यक्ति का वर्चस्व चाहते हैं। यहां भी उनका संदेश साफ था- सबका साथ- सबका विकास। जब ऐसी ही निर्माण की आवाज उठेगी, पौरुष की मशाल जगेगी, सत्य की आंख खुलेगी तब हम, हमारा वो सब कुछ, जिससे हम जुड़े हैं, हमारे लिये कीमती तौहफा होगा।


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(ललित गर्ग)
बी-380, प्रथम तल, 
निर्माण विहार, दिल्ली-110092
फोनः 22727486, 9811051133

बिहार के मुजफ्फरपुर से माओवादी गिरफ्तार

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बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से सशस्त्र सीमा बल :एसएसबी: के साथ एक संयुक्त अभियान में स्थानीय पुलिस ने गुरूवार को प्रतिबंधित नक्सली संगठन के एक सदस्य को धर दबोचा। वरिष्ठ अधीक्षक हरप्रीत कौर ने बताया कि मुजफ्फरपुर के साहबगंज से एसएसबी की 32वीं बटालियन के साथ एक संयुक्त अभियान में मदन भगत नामक एक माओवादी को गुरूवार को गिरफ्तार किया गया । उन्होंने बताया कि भगत पर कई माओवादी हमलों में शामिल होने का आरोप है। वह लगभग आधा दर्जन मामलों में वांछित था ।

चुनाव आयोग ने जिम्मेदारी छोड़ दी : बादल

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चंडीगढ़, 21 सितंबर, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने गुरूवार को राज्य में बुधवार को हुए जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों को ‘लोकतंत्र की नृशंस और दिन दहाड़े हत्या’ करार दिया।  बादल ने कहा कि 19 सितंबर 2018 को पंजाब में लोकतंत्र के लिए ‘सबसे काले दिनों में से एक’ रूप में याद किया जाएगा जब कांग्रेस ने ‘बिहार के सबसे बुरे समय के जैसी’ स्थितियां राज्य में भी पैदा कर दीं।  पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘‘बेहद दर्दनाक और खेदजनक’’ था कि राज्य चुनाव आयोग ने कल अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी तरह त्याग दी।

कश्मीर में आतंकवादियों ने तीन पुलिसकर्मियों की हत्या की

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  • दो पुलिसकर्मियों ने इस्तीफे की घोषणा की

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श्रीनगर, 21 सितंबर, जम्मू कश्मीर में शोपियां जिला के एक बाग से शुक्रवार सुबह तीन पुलिसकर्मियों का शव बरामद किया गया। इसके कुछ घंटे पहले तड़के ही आतंकवादियों ने इन पुलिसकर्मियों को उनके घरों से अगवा किया था। पुलिस ने यह जानकारी दी। तीन पुलिसकर्मियों की हत्या की दुखद खबर के चलते कम से कम दो पुलिसकर्मियों ने वीडियो संदेश जारी कर बल से अपने इस्तीफे की घोषणा की है। मारे गये पुलिसकर्मियों की पहचान कांस्टेबल निसार अहमद, दो विशेष पुलिस अधिकारियों - फिरदौस अहमद और कुलवंत सिंह के तौर पर हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन्हें आज सुबह बाटागुंड और कापरान गांव स्थित उनके घरों से अगवा किया गया था। उन्होंने बताया कि अगवा किये गये लोगों को बचाने के लिये सुरक्षा बलों ने गहन तलाश अभियान शुरू किया लेकिन आतंकवादियों ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। पुलिसकर्मियों के शव वंगम इलाके में एक बाग से बरामद किये गये। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘हमने एक नृशंस आतंकवादी हमले में अपने तीन बहादुर साथियों को खो दिया। इन तीनों शहीद जवानों को हमारी श्रद्धांजलि...।’’  उन्होंने बताया, ‘‘हमलोग इस अमानवीय कृत्य की निंदा करते हैं और आश्वस्त करते हैं कि सभी दोषियों के साथ कानून के मुताबिक बर्ताव होगा।’’  पुलिस ने बताया कि बाटागुंड गांव के निवासियों ने आतंकवादियों का पीछा किया। अधिकारियों ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने हवा में गोली चलायी और ग्रामीणों को धमकी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने इलाके में एक नदी को पार किया और वहीं गोली मार कर पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन से कथित रूप से संबद्ध एक ट्विटर हैंडल पर इस अपहरण और हत्या की वारदात को अंजाम देने का दावा किया गया। सुरक्षा एजेंसियों का भी मानना है कि इस हत्या के पीछे हिज्बुल के आतंकवादियों का हाथ है। समझा जाता है कि हत्या की इस घटना से पुलिस विभाग के निचले रैंक में खलबली मच गयी है और कम से कम दो पुलिसकर्मियों ने वीडियो संदेश भेजकर बल से खुद को अलग करने की बात कही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो संदेश में इनमें से एक पुलिसकर्मी यह कह रहा है, ‘‘मेरा नाम इरशाद अहमद बाबा है और मैं पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था। मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है...। एसपीओ तजाल्ला हुसैन लोन ने कहा कि उन्होंने 17 सितंबर को पुलिस विभाग से इस्तीफा दे दिया और वह ये वीडियो इसलिए जारी कर रहे हैं ताकि उनके इस कदम को लेकर किसी तरह का कोई शक नहीं बना रहे। बहरहाल, इन इस्तीफों पर पुलिस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नाइको ने कई बार स्थानीय पुलिसकर्मियों खासकर कई एसपीओ को यह कहकर बल से इस्तीफा देने की धमकी दी कि सरकार उनका इस्तेमाल कर रही है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने इस घटना को लेकर ट्विटर पर अपनी नाराजगी जतायी है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों की गोलियों ने तीन और पुलिसकर्मियों की जान ले ली... सभी लोग इस घटना की निंदा, आलोचना करेंगे और आक्रोश जतायेंगे।’’  उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों के अपहरण की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए केन्द्र की बल प्रयोग की नीति बिल्कुल काम नहीं कर रही है। महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘इसके लिये बातचीत ही एकमात्र रास्ता है, जो अब सपना प्रतीत हो रहा है।’’  इन पुलिसकर्मियों को तीन सप्ताह पहले अगवा किया गया था। इससे पहले आतंकवादियों ने 30 अगस्त को दक्षिण कश्मीर में विभिन्न स्थानों से पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों को अगवा किया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया था। इस तरह के कम से कम आठ लोगों को अगवा किया गया था, जिनके रिश्तेदार जम्मू कश्मीर पुलिस में काम करते हैं। हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नाइकू ने 12 मिनट के एक वीडियो में कथित रूप से इस अपहरण की जिम्मेदारी ली। उसने पुलिस हिरासत में मौजूद आतंकवादियों के रिश्तेदारों को रिहा करने के लिये तीन दिन का समय दिया है। वैश्विक तौर पर वांछित आतंकवादी और हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन के नेता सैयद सलाहुद्दीन के दूसरे बेटे की एनआईए द्वारा गिरफ्तारी के बाद 30 अगस्त को अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया गया। हत्या की ये घटनाएं पंचायत और स्थानीय शहरी निकायों के चुनाव की घोषणा के बाद हुई हैं।

भारत को उच्च मध्यम-आय वाला देश बनाने में मदद के योजना की मंजूर

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वाशिंगटन, 21 सितंबर, विश्वबैंक ने शुक्रवार को भारत के लिए एक महत्वाकांक्षी पांच वर्षीय ‘स्थानीय भागीदारी व्यवस्था ’ (सीपीएफ) को मंजूरी दी।इसके तहत भारत को 25 से 30 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद है ताकि देश को निम्न मध्य-आय वाले देशों की श्रेणी से उच्च-मध्यम आय वाले देशों की श्रेणी में पुंचने में मदद मिल सके।  विश्वबैंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस घोषणा के एक दिन बाद इस भागीदारी व्यवस्था को मंजूरी दी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अर्थव्यवस्था पांच-सात साल में 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था हो जाएगी। उसका मानना है कि सीपीएफ योजना से भारत को अपने समावेशी और स्वस्थ आर्थिक वृद्धि के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी। विश्वबैंक के निदेशक मंडल ने भारत के एक उच्च मध्य आय देश बनने के लक्ष्यों का समर्थन किया है। इस सहायता से देश की बुनियादी विकास की प्राथमिकताओं की कुछ समस्याओं का निवारण करने में आसानी होगी। इसमें संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल और समावेशी विकास, रोजगार सृजन और मानव पूंजी का निर्माण जैसी प्राथमिकताएं शामिल हैं। इस भागीदारी व्यवस्था के तहत भारत को अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक (आईबीआरडी), अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) और बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (एमआईजीए) से पांच साल में 25 से 30 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता आने की उम्मीद जतायी गई है। विश्वबैंक के उपाध्यक्ष एवं दक्षिण एशिया मामलों के प्रभारी हार्टविंग श्काफर ने कहा, ‘‘तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, वैश्विक कद और पिछले दशकों में सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को गरीबी की रेखा से ऊपर उठाने के अपने विशेष अनुभव के चलते भारत 2030 तक एक उच्च मध्य आय वाला देश बनने की अच्छी स्थिति में है।’’  विश्वबैंक के भारत के निदेशक जुनैद अहमद ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह एक पांच वर्षीय योजना है जो भारत के बारे में बैंक की प्रतिबद्धता का सबूत है। यह व्यवस्था इसबात से जुड़ी है कि हम क्या करेंगे, कैसे करेंगे और इसका वित्तीय स्तर क्या होगा। यह इस तरह पहली साझेदारी व्यवस्था है जो भारत के साथ बनायी गई है।’’  अहमद ने कहा कि सीपीएफ में प्रक्रियाबद्ध तरीके से देश की समस्याओं की पहचान की जाएगी जो देश के बारे में एक प्रस्तावना पेश करेगा। विश्वबैंक के भारत के लिए सीपीएफ पेश करने के तुरंत बाद अहमद ने कहा कि बैंक पिछले कई दशकों में भारत द्वारा की गई आर्थिक प्रगति और विकास को मान्यता देता है। उन्होंने कहा कि बैंक जानता है कि भारत ने एक कम आय वाले देश से कम-मध्य आय वाले देश के रूप में पहुंचा है और देश अब कम-मध्य आय वाले देश से उच्च-मध्य आय वाले आर्थिक बदलाव में प्रवेश कर रहा है। यह सीपीएफ इस लक्ष्य में बैंक की सहायता के बारे में बताता है।

कौन सर्वश्रेष्ठ टीम है यह मायने नहीं रखता, सबक लेना महत्वपूर्ण : द्रविड़

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नयी दिल्ली, 21 सितंबर, पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने मुख्य कोच रवि शास्त्री के इंग्लैंड दौरे पर 'सर्वश्रेष्ठ टीम'संबंधी बयान पर शुक्रवार को यहां कहा कि उनके लिये यह मायने नहीं रखता कि कौन सर्वश्रेष्ठ है और कौन नहीं क्योंकि अभी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि टीम ने उससे क्या सीख ली और आगे कैसे बढ़ना है। भारतीय टीम को हाल के इंग्लैंड दौरे में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1—4 से करारी हार का सामना करना पड़ा था लेकिन शास्त्री ने इस बीच यह कहकर नयी बहस छेड़ दी थी कि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम पिछले 15—20 वर्षों में सर्वश्रेष्ठ टीम है। सुनील गावस्कर सहित कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनके इस बयान की आलोचना की थी। भारत ने इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट श्रृंखला 2007 में जीती थी और तब द्रविड़ कप्तान थे और उनका मानना है कि शास्त्री के बयान को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया।

द्रविड़ ने कहा, 'मुझे लगता है कि इस पूरी बात को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया और शास्त्री क्या सोचते हैं और क्या नहीं इस पर टिप्पणी करने में मेरी दिलचस्पी नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि हमने इन सब चीजों से क्या सीख ली है और अगली बार दौरा करने के लिये हमें क्या करना चाहिए।'अपने जमाने के इस दिग्गज बल्लेबाज ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, 'कौन सर्वश्रेष्ठ है और कौन नहीं ये मेरे लिये मायने नहीं रखता है। मैं इस तरह से नहीं सोचता क्योंकि सारी चीजों को बहुत बढ़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया। मेरे लिये महत्वपूर्ण यह है कि हमने इस सबसे सबक सीखा है और अगली बार इंग्लैंड दौरे पर हम क्या बेहतर कर सकते हैं।'द्रविड़ ने हालांकि स्वीकार किया कि भारतीय टीम विशेषकर गेंदबाजी आक्रमण बहुत अच्छा है लेकिन मौकों का फायदा नहीं उठा पाने के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, 'हमें तीन या चार साल में एक बार इंग्लैंड दौरा करने का मौका मिलता है और खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ को भी निराशा होती है क्योंकि कोई नहीं जानता कि अगले चार वर्षों में क्या होगा। इस बार वास्तव में हमारी टीम अच्छी थी। हमारा गेंदबाजी आक्रमण बेजोड़ था।'द्रविड़ ने कहा, 'मुझे लगता है कि टीम को भी अहसास होगा कि उसके पास मौके थे। निश्चित तौर पर इस श्रृंखला के कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे। हमारी गेंदबाजी और हमारा क्षेत्ररक्षण अच्छा रहा, विशेषकर हमारी कैचिंग बहुत अच्छी थी, लेकिन जैसे मैंने पहले कहा कि हमारे पास मौके थे लेकिन इस बार हम उनका फायदा नहीं उठा पाये। हमें चार साल में इंग्लैंड दौरे का मौका मिलता है तो इस लिहाज से यह निराशाजनक है।'भारत के 2011 दौरे में द्रविड़ अकेले बल्लेबाज थे जिन्होंने इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया जबकि इस बार कोहली को छोड़कर बाकी सभी बल्लेबाज जूझते रहे।

द्रविड़ ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो इंग्लैंड में परिस्थितियां बल्लेबाजों के लिये आसान नहीं होती हैं। दोनों टीमों के बल्लेबाजों को ही संघर्ष करना पड़ा। अगर विराट कोहली को छोड़ दिया जाए तो यह दोनों टीमों के बल्लेबाजों के लिये आसान श्रृंखला नहीं रही। मैं इंग्लैंड में खेला हूं और वहां परिस्थितियां कड़ी होती हैं लेकिन जरूरत इसकी है कि हमें ऐसा क्या करना चाहिए जिससे हम इस तरह की परिस्थितियों में जितना संभव हो सके बेहतर खेल सकें।'पूर्व भारतीय कप्तान ने इसके साथ ही वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे एशिया कप में पाकिस्तान पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के प्रति भी आगाह किया क्योंकि अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। द्रविड़ ने कहा, 'वास्तव में टूर्नामेंट में पूरा ध्यान पाकिस्तान पर केंद्रित किया जा रहा है लेकिन अन्य टीमें भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। बांग्लादेश अच्छा खेल रहा है। उसने श्रीलंका को आसानी से हराया। अफगानिस्तान ने दिखाया कि उसकी टीम बहुत मजबूत है। हमें केवल पाकिस्तान पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हमें अन्य टीमों से भी सतर्क रहने की जरूरत है। 'भारत ने पाकिस्तान को पिछले मैच में आठ विकेट से करारी शिकस्त दी थी। इन दोनों टीमों को रविवार को सुपर फोर में फिर एक दूसरे का सामना करना है।

भारत और पाक के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित बैठक, एक शानदार खबर : अमेरिका

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वाशिंगटन, 21 सितंबर, अमेरिका ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित बैठक को शुक्रवार को एक ‘‘शानदार खबर’’ बताया। साथ ही, अमेरिका ने उम्मीद जतायी है कि यह भविष्य में दोनों पड़ोसी देशों के बीच ‘‘बेहतर’’ और ‘‘मजबूत’’ संबंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा।  वर्ष 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत स्थगित होने के बाद से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच इस तरह की यह पहली उच्च स्तरीय बैठक होगी। हालांकि, भारत ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यह भारत-पाक के बीच वार्ता की बहाली नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नुअर्ट ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने यह (भारत एवं पाकिस्तान के नेताओं के बीच बैठक की खबर) देखी। मेरा मानना है कि दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात और उनके बीच होने वाली वार्ता भारत एवं पाकिस्तान के लोगों के लिये एक शानदार खबर है।’’  नुअर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच संदेशों के आदान-प्रदान का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं पाकिस्तान के उनके समकक्ष खान के बीच सकारात्मक संवादों के आदान-प्रदान के बारे में हमने खबर देखी है। हमें उम्मीद है कि यह परिस्थितियां भविष्य में एक बेहतर मजबूत रिश्ते, बेहतर मजबूत द्विपक्षीय संबंध की शुरुआत करेगी।’’  दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच आखिरी बार दिसंबर 2015 में हार्ट ऑफ एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान बैठक हुई थी, जहां सुषमा पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री सरताज अजीज से मिली थीं। बैठक के बाद दोनों देशों ने व्यापक द्विपक्षीय प्रारूप के तहत वार्ता बहाली की घोषणा की थी, हालांकि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के पठानकोट हमले के बाद यह शुरु नहीं हो पाया। बृहस्पतिवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने घोषणा की कि भारत ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं उनके समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच बैठक को लेकर पाकिस्तान के अनुरोध पर सहमति जतायी है।
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