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जवाब मांगना गांधी ने सीखाया - प्रो सुधीर चंद्र

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हिन्दू कालेज में 'आज के सवाल और गांधी'विषय पर व्याख्यान
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दिल्ली।  गांधी ने दुनिया को सिखाया है कि ना कहना मनुष्य का सबसे बड़ा अधिकार है जिसके साथ हमारा नैतिक साहस भी जुड़ा है। आज किसी भी तरह के सवालों को खड़ा करना और उनकी बात करना मुश्किल हो गया है यह किसी सभ्य जनतांत्रिक समाज के लिए बेहद चिंता की बात है। सुप्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक सुधीर चंद्र ने हिन्दू कालेज में 'आज के सवाल और गांधी'विषय पर व्याख्यान में कहा कि कुछ संपन्न लोगों का हित राष्ट्रवाद नहीं होता अपितु व्यापक स्तर पर आदर्शवाद को राष्ट्रीय चेतना के साथ जोड़कर राष्ट्रवाद को समझना चाहिए। हिंदी विभाग द्वारा गांधी के 150 वर्ष पर आयोजित इस विशेष व्याख्यान में उन्होंने कहा कि हमारे देश में स्वार्थ के आधार पर संकुचित समझ से राष्ट्रवाद की व्याख्या की जा रही है जो उचित नहीं है।

प्रो सुधीर चंद्र ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के निर्माण का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्र एक स्थापित इकाई नहीं है अपितु समय समय पर बदलने वाली इकाई है। उन्होंने कहा कि किसी समाज में बोलने- छपने में डर लगे तो उसे सेन्सरशिप कहा जाता है और अगर यह सेंसरशिप अदृश्य हो तो भयानक होती है। बेख़ौफ़ जीने और अपने विचारों की अभियक्ति करने को सभ्य समाज की बुनियादी शर्त बताते हुए उन्होंने आपातकाल के उदाहरण देकर कहा कि सरकार की सेंसरशिप से जूझना आसान है लेकिन अपने ही समाज के लोगों से जूझना पड़े तो बहुत मुश्किल हो जाता है। आजादी के आंदोलन में गांधी की भूमिका ाको रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी का आंदोलन समाज को बदलने और आजादी दिलाने के उद्देश्यों से संचालित था। प्रो सुधीर चंद्र आगे ने गांधी को इस संदर्भ में याद करते हुए कहा कि सवालों के जवाब मांगना गांधी ने सिखाया है लेकिन हम अपने समाज को कितना बदल पाए हैं यह विचार करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान लोकतांत्रिक प्रक्रिया में घुन लग गया है और बाजार का वर्चस्व सब जगह देखा जा सकता है। बाजार का वर्चस्व राष्ट्रीय हितों की ह्त्या करने लगे तो स्थिति की गंभीरता को समझना चाहिए।  व्याख्यान के अंत में प्रो सुधीर चंद्र ने विद्यार्थियों के सवालों के उत्तर देते हुए कहा कि इतिहासकार का काम परिवर्तन देखना है।        

इससे पहले हिंदी विभाग द्वारा प्रकाशित की जाने वाली भित्ति पत्रिका 'लहर'के ताज़ा अंक का अनावरण भी किया। पत्रिका के छात्र सम्पादक मंडल श्वेता,आस्तिका, ऋतुराज कुमार और कर्णसिंह ने पत्रिका के बारे में जानकारी दी। आयोजन में हिंदी विभाग की प्रभारी डॉ रचना सिंह, वरिष्ठ अध्यापक डॉ रामेश्वर राय, डॉ अभय रंजन, डॉ हरींद्र कुमार, डॉ पल्लव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी शामिल थे। संयोजन कर रही एम ए पूर्वार्ध की छात्रा स्नेहदीप ने सभी का आभार व्यक्त किया।  

दुमका : चाइल्ड ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर विषय पर काम कर रहा।राज्य बाल संरक्षण आयोग

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दुमका (आर्यावर्त डेस्क) राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों द्वारा सूचना भवन सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस  वार्ता  में  राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य अनुज आर्य ने कहा कि मुक्ति कारवां अभियान रथ रांची से प्रारंभ होकर झारखंड के चिन्हित 14 जिलों में पहले चरण में चाइल्ड ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर विषय पर लोगों को जागरुक करने का कार्य किया। शेष बचे जिलों में दूसरे चरण में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। झारखंड में प्रथम चरण के अभियान का समापन हो चुका है तथा यह रथ बिहार के लिए प्रस्थान कर चुकी है। पहले चरण के लिए झारखण्ड, बिहार, उड़ीसा तथा बंगाल का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि 3500 किलोमीटर की यात्रा में लगभग 25 से 30000 लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरुक करने का कार्य किया गया। वहीं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1 लाख लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया है।  श्री आर्य ने बताया कि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा चाइल्ड ट्रैफिकिंग जैसे मुद्दों पर कार्य किया जा रहा है। अबतक 86 हजार बच्चों को मुक्त कराकर उन बच्चों को एक नया जीवन देने का कार्य किया गया है। विश्व के 144 देशों में इस अभियान को चलाया जा रहा है।  पूरे देश के 20 राज्यों में इस अभियान को चलाया जाएगा । उन्होंने कहा कि झारखंड के कई ऐसे जिले हैं जहां के बच्चों को बहला-फुसलाकर यहां से दूर ले जाया जाता है तथा कई बार उनका शोषण भी किया जाता है। उन्होंने कहा सभी 14 जिलों में 15 सदस्य की निगरानी कमिटी बनाई जाएगी जिसमें सभी क्षेत्र के लोग होंगे तथा आयोग के सदस्य अध्यक्ष के रूप में होंगे। उन्होंने कहा कि चाइल्ड ट्रैफिकिंग जैसी गंभीर समस्या को रोकने के लिए मीडिया का योगदान महत्वपूर्ण है। प्रेस प्रतिनिधि अखबारों  व टीवी चैनलों के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का कार्य करें। सभी के सहयोग से ही हम इसे रोकने में सफल होंगे। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके लिए व्यापक रूप से प्रचार प्रसार करने की आवष्यकता है। उन्होंने कहा चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 तथा एम्बुलेंस नंबर 108 को लोगों तक पहुचाने का कार्य करें। सभी थानों के साथ बाल मित्र थाना संबद्ध है जहाँ कोई भी बच्चा जाकर किसी भी प्रकार की शिकायत लिखित रूप से दे सकता है। इस अवसर पर मुक्ति कारवां के राज्य सदस्य राजा दुबे, मुक्ति कारवां के जिला समन्वयक अमरेंद्र कुमार यादव, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती, अभ्युदय जन कल्याण आश्रम के सचिव शकुंतला दुबे, प्रयत्न फाउंडेशन के सुनील कुमार साहा आदि उपस्थित थे।

पूर्णिया : जोगबनी से वाया पूर्णिया पटना के लिए ट्रेन की सुविधा हो बहाल : सरिता राय

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- पूर्णिया स्टेशन सलाहकार समिति की बैठक में 22 मांगों की सौंपी सूची
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कुमार गौरव । पूर्णिया : एनएफ रेल मंडल कटिहार अंतर्गत पूर्णिया जंक्शन में स्टेशन सलाहकार समिति के सदस्यों की बैठक हुई। वाणिज्य प्रबंधक बीबी गिरी ने बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान स्टेशन सलाहकार समिति सदस्य सह वार्ड पार्षद सरिता राय ने मंडल रेल प्रबंधक को पत्र प्रेषित कर 22 विभिन्न मांगों काे जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि पूर्णिया जंक्शन सीमांचल क्षेत्र का प्रमुख रेल जंक्शन है और यहां से प्रतिदिन हजारों की आबादी ट्रेन का सफर करती है। साथ ही नेपाल व बांग्लादेश के यात्री भी रेल सुविधा का लाभ उठाते हैं। बता दें कि वर्तमान में पूर्णिया शहर की आबादी करीब साढ़े तीन लाख है और रेल सुविधा के नाम पर यहां कुछ खास मयस्सर नहीं है। जन सुविधा को देखते हुए पूर्णिया जंक्शन से ट्रेनों की संख्या बढ़ाए जाने व सौंदर्यीकरण कराए जाने पर उन्होंने बैठक में बल दिया। 

...इन मांगों पर हुई चर्चा : 
पूर्णिया स्टेशन सलाहकार समिति की सदस्य सरिता राय के द्वारा जो सूची सौंपी गई है उसमें स्टेशन परिसर के साथ साथ प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2 व 3 पर यूरिनल और शौचालय की व्यवस्था किए जाने, जोगबनी से वाया पूर्णिया पटना के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन किए जाने, स्टेशन परिसर के बाहर पार्किंग व वाहन शेड की समुचित व्यवस्था किए जाने, स्टेशन परिसर को अतिक्रमण मुक्त बनाए रखने, प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2 व 3 पर शेड बहुत छोटा होने के कारण बरसाती दिनों व गर्मी में धूप से बचने में रेलयात्रियों को काफी परेशानी होती है इस कारण शेड का विस्तार किए जाने की भी मांग की गई। 

...सीमांचल एक्सप्रेस का ठहराव 5 मिनट हो : 
सरिता राय ने कहा कि सीमांचल एक्सप्रेस का ठहराव दो मिनट की जगह 5 मिनट किए जाने की मांग की गई है। जानकी एक्सप्रेस की समय सारिणी को बदलकर रात्रि के 9 बजे या फिर 10 बजे किए जाने, रैक प्वाइंट को सुदृढ़ करने, लोकल व्यापारियों के प्रोत्साहन के लिए कटिहार में ट्रामसिटमेंट की व्यवस्था किए जाने, यार्ड की उत्तर दिशा में हाईमास्ट लाइट लगाए जाने, पूर्णिया जंक्शन के बगल में रेलवे ओवरब्रिज पर लाइटिंग की व्यवस्था किए जाने, कोसी हटिया एक्सप्रेस को पूर्णिया जंक्शन तक विस्तार किए जाने चूंकि सुरक्षा व असुविधा के दृष्टिकाेण से यात्रीगण कोर्ट स्टेशन नहीं जाना चाहते हैं। 

...आम्रपाली एक्सप्रेस का परिचालन जोगबनी तक हो : 
बैठक में आम्रपाली एक्सप्रेस का परिचालन जोगबनी स्टेशन तक किए जाने की मांग की गई है। साथ ही स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज दक्षिण की ओर बढ़ोत्तरी कर बाहर की ओर निकासी की व्यवस्था किए जाने की मांग भी शामिल है। इसके अलावा स्टेशन पर डिस्प्ले बोर्ड, कुलियों के लिए विश्रामालय, सस्ते कैंटीन, स्टेशन परिसर में प्रथम श्रेणी व द्वितीय श्रेणी के लिए पूर्ण सुविधायुक्त प्रतीक्षालय की व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला आरक्षी बल की तैनाती किए जाने, दिव्यांगों के लिए स्टेशन परिसर में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराए जाने, आरक्षण काउंटर में वैसे बंद काउंटर जो पूर्व में चालू थे उसे पुन: चालू किए जाने और दिव्यांग व वरिष्ठ जनों के लिए अलग से काउंटर की सुविधा बहाल किए जाने, अनारक्षित टिकट काउंटर जो रात्रि प्रहर में बंद रहता है उसे भीड़ में चालू किए जाने और समय समय पर स्टेशन सलाहकार समिति के सदस्यों के द्वारा रेलवे परिसर समेत रेलवे क्वार्टर में स्वच्छता अभियान व पौधरोपण कार्यक्रम को भी सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई है। इस बैठक में स्टेशन प्रबंधक राहुल कुमार, यातायात निरीक्षक संजय कुमार, एन तिवारी, आरपीएफ प्रभारी व जीआरपी प्रभारी, सरिता राय, नीरज खेमका, राजकुमार, अभिमन्यु कुमार मन्नू, रतन कुमार गुप्ता, लक्ष्मीनारायण बजाज शामिल थे।

पूर्णिया : कुछ लोगों ने राजनीति काे एक पेशा बना दिया है : पूर्व सांसद पप्पू सिंह

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पूर्णिया :सोमवार को पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित शक्ति केंद्र प्रवास कार्यक्रम के तहत कसबा विधानसभा के अंतर्गत कसबा नगर तथा ग्रामीण मंडल में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। कसबा नगर के ठाकुरबाड़ी तथा बनारसी देवी जेजानी महाविद्यालय के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में शामिल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि कार्यकर्ता दल की पूंजी है। कार्यकर्ताओं के बल पर ही भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे पार्टी बनी है। पूर्व सांसद उदय सिंह ने कहा कि वो हमेशा कार्यकताओं की सुनते हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि मैं पार्टी का एक साधारण अनुशासन प्रिय कार्यकर्ता हूं। मैंने एक एक कार्यकर्ता से भाई की तरह स्नेह किया है और प्यार दिया है और उनके भावनाओं का सम्मान करना मेरा जुनून रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने राजनीति काे एक पेशा बना दिया है। पर, राजनीति पेशा नहीं राजनीति मेरा जुनून है सेवा करने का, काम करने का। बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रफ़ुल्ल रंजन वर्मा, जिला महामंत्री किशोर जायसवाल, राकेश कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष निहारचंद्र, पूर्व जिला महामंत्री राजेश कुमार मंडल, मीडिया प्रभारी सुमित प्रकाश, अनंत भारती सहित कसबा मंडल अध्यक्ष राजेंद्र साह, नगर अध्यक्ष कैलाश चंद्र साह,महामंत्री अनिल चौरसिया, उप मुख्य पार्षद सीता देवी, पार्षद सीमा मांझी, लक्ष्मण मांझी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बिहार : पैथाेलॉजी संचालकों को मिली बड़ी राहत,

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-राज्य सरकार ने टेक्नीशियन व एमबीबीएस डिग्री धारकों को भी पैथोलॉजी संचालन की अनुमति- स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने पैथोलॉजी संचालन पर लगा दी थी रोक- आदेश के बाद पैथोलॉजी संचालकों में बढ़ गया था आक्रोश
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कुमार गौरव ।पूर्णिया : शहर के पैथोलॉजी संचालकों के बुरे दिन समाप्त होकर अच्छे दिन आने वाले हैं। राज्य सरकार के अपर सचिव ने हाईकोर्ट के केस का हवाला देते हुए टेक्नीशियन व एमबीबीएस डीग्री धारक को पैथोलॉजी संचालन करने पर रोक लगा दी थी। जिसे लेकर टेक्नीशियन व एमबीबीएस पैथ संचालकों में काफी आक्रोश था और विरोध व हड़ताल पर चले गए थे। शहर में सबसे अधिक टेक्नीशियन व एमबीबीएस डिग्री धारक पैथोलॉजी चला रहे हैं। रोक लगने के बाद जिला प्रशासन द्वारा छापेमारी कर करीब अाधे दर्जन पैथोलाॅजी को सील कर दिया गया। पैथ संचालकों के विरोध के बाद राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने 28 सितंबर को गजट और केंद्र सरकार के आदेश को मानते हुए लगाई गई रोक को हटा दी गई है। अब माईक्रो बायोलॉजी टेक्नीशियन व एमबीबीएस डिग्री धारक आसानी से मापदंड के तहत पैथ संचालन कर सकेंगे। 

...तीन तरह के डिग्री धारक ही चला पाएंगे पैथोलॉजी : 
डीपीएनडीटी एक्ट ने पैथोलॉजी को तीन श्रेणी में बांटा है। जिसमें माईक्रो बायोलॉजी टेक्नीशियन, एमबीबीएस व एमडी, डीसीपी, डीएनबी डिग्रीधारक हैं। टेक्नीशियन पैथ के लिए न्यूनतम योग्यता डीएमएलटी या बीएससी डिग्री निर्धारित है। टेक्नीशियन लैब वाले रूटीन एक्जामिनेशन जांच ही कर सकते हैं। एमबीबीएस डीग्री धारक जेनरल रूटीन एग्जामिनेशन कर सकते हैं और एमडी, डीसीपी, डीएनबी डीग्री धारक सभी तरह का जांच कर सकते हैं। डिग्री के साथ पैथ चलाने के लिए अन्य कई तरह का मापदंड भी निर्धारित किया गया है। 

...आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी : 
स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव द्वारा टेक्नीशियन व एमबीबीएस डीग्री धारकों को पैथोलॉजी चलाने के लिए पत्र जारी होने की जानकारी नहीं है। पत्र प्राप्त होने के बाद आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी। : डॉ केएम पूर्वे, सिविल सर्जन, पूर्णिया।

बिहार : दो नदी के बांध के बीच रहते हैं महादलित

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सुअर के बखौरनुमा झोपड़ी में रहते हैं नीतीश कुमार के महादलित मुसहर
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सहरसा।इस जिले में है  सोनवर्षा प्रखंड.इसमें सहसौल ग्राम पंचायत हैं.मुखिया हैं शिवेंद्र सिंह और वार्ड नं.3 के वार्ड सदस्य हैं मनोज कुमार. दोनों प्रतिनिधियों की नजर सरूवा   मुसहरी वासियों पर नहीं है. इसके कारण विकास की रोशनी 80 परिवार सुअर के बखौरनुमा झोपड़ी में रहते हैं.10 फीट चौड़ी और 20 फीट लम्बी झोपड़ी है.सी.एम. नीतीश कुमार के महादलित मुसहर सुरसई नदी व छोटकी घाट के मध्य में 125 साल से रहते हैं.आजादी के 71 साल के बाद भी आबादी के 400 लोगों में से कोई मैट्रिक उर्तीण नहीं हैं.इसी से विकास नापा जा सकता है.

जी हां यही स्थिति और परिस्थिति यहां है.बिहार में भूमि स्वामित्व का कानून है.मगर लागू नहीं किया जा रहा है.आवासीय भूमिहीन हैं मगर  इनको पांच डिसमिल जमीन नहीं दी जा रही है. सुअर के बखौरनुमा झोपड़ी में रहते हैं मगर वासगीत पर्चा निर्गत नहीं किया जा रहा है.भूमि अभाव में सरकारी योजनाओं का मकान नहीं बन रहा है.  सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने का प्रावधान नहीं है.सुकन सादा का पुत्र सूरज कुमार हैं.पोलियों मार देने से दिव्यांग हो गया है.आंख से अंधी हैं सुदामा देवी.दोनों को पेंशन नहीं मिलता है.22 लोगों के पास बी.पी.एल.कार्ड है.दुलार देवी कहती हैं कि जवान लोगों के नाम से अलग से बी.पी. एल.कार्ड नहीं बनता है. ईट के अभाव में फूस की दीवार है. टीन का चादर देकर रहने वाले रोजगार की तलाश में महादलित पलायन को बाध्य हैं.यहां मर्द और नारी को 100 रू.किसान देते हैं. रोपनी समय में 50 रू.और जलपान में  एक रोटी और कुछ  सब्जी देते हैं. छुआछुत बरकरार है.महादलितों को केला का पत्ता पर जलपान मुहैया किया जाता है. मंगली देवी, श्यामतलिया देवी,  प्रयासमन देवी आदि ने सी.एम.नीतीश कुमार से आग्रह किए हैं कि महादलितों को रहने के लिए  पांच डिसमिल और खेती करने के लिए एक बीद्या जमीन दें.

बेगूसराय : 2019 के चुनाव में वैश्य समाज भी देंगे अपना एम पी प्रत्यासी

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भाजपा के निवर्तमान जयराम लड़ेंगे चुनाव।

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) बेगूसराय लोक सभा से अखिल भारतीय पान महासंघ के समर्थन मिलना भी तय,अंतराष्ट्रीय वैश्य महासभा से घोषित लोक सभा के उम्मीदवार जयराम दास उतरेंगे चुनावी समर में।आगे आपको बताते चलूँ की पान महासंघ के दूसरी बार बने राष्ट्रीय अध्यक्ष आई पी गुप्ता के सम्मान में होटल जेम्स के सभागार में रविवार को आयोजित वैश्य समाज के 24 उपजातियों के जिला अध्यक्षों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।वक्ताओं ने राजनीतिक दलों द्वारा वैश्य समाज की हो रही उपेक्षाओं पर आक्रोश प्रकट करते हुए संगठित होने पर बल देते हुए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की बात कही।इसके साथ ही वैश्य समाज द्वारा बेगूसराय से घोषित प्रत्याशी जयराम दास को तन मन और धन से सहयोग और समर्थन देने का आश्वासन भी दिया।इस बावत पान महासंघ भी अपना समर्थन देने  की बात कही।पान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज में एकजुटता नहीं रहने का फायदा राजनीति दल उठा रहे हैं।जबकि मतदाता को मद्देनजर रखते हुए बिहार में हम सब अन्य जातियों की अपेक्षा ज्यादा हैं।राजनीतिक दलों के समक्ष हम अपनी दावेदारी एक बहुसंख्यक के रुप में बखूबी प्रस्तूति कर सकते हैं और करेंगे।अगर हमें उचित हिस्सेदारी नहीं मिलेगी तो हम स्वतंत्र रुप से अपने शक्ति का प्रदर्शन कर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।हमारे वैश्य समाज दलगत भावनाओं से उठकर अपने उत्थान के लिये वोट करेंगे तभी भविष्य उज्जवल होना सम्भव हो सकेगा।गुप्ता ने जयराम दास को समर्थन देने की बात कही।पूर्व मेयर नगर निगम आलोक अग्रवाल ने कहा कि जयराम दास को सर्व सम्मति से प्रत्याशी घोषित किया गया है तो हम सबों का यह उत्तारदायित्व बनता है कि हम उन्हें सहयोग कर सबल बनाते हुए हम अपने शक्ति का प्रदर्शन करें।आबादी के अनुसार हम चुनाव जीतने के स्थिति में हैं।हमें हर राजनीतिक परिस्थितियों का सामना करने के लिये तैयार रहना होगा,तभी सफालता प्राप्त होना संभव होगा।वार्ड पार्षद संजना देवी व हेमन्त कुमार,पूर्व नगर पार्षद व अंतराष्ट्रीय वैश्य महासभा के नगर अध्यक्ष रंजीत कुमार दास,वॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता अमिय कश्यप,जिला अध्यक्ष रविन्द्र ठाकुर,फुटकर विक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष नन्दलाल राम,जिला अध्यक्ष शंकर पोद्दार,राजकुमार अग्रवाल, पप्पू चौरसिया,रामचरित्र साह,पान समाज के राष्ट्रीय मंत्री ऋषि पान,युवा प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र दास, जिला अध्यक्ष चंद्रबली सहित सभी 24 जातियों के जिला अध्यक्षों ने संगठन के मजबूती करण पर जोड़ देते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को हमारी उपेक्षा का दंश झेलना ही पड़ेगा।हम किसी से कम नहीं हैं।इस आयोजन में पान व वैश्य समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में पानी उपस्थिति दर्ज करा कर यह प्रमाणित कर दिया कि वाकई हम किसी से कम नहीं।

बिहार : 600 रूपये में दम नहीं और 18000 से कम नहीं

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बिहार राज्य रसोइया  विद्यालय संद्य
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पटना:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रसोइया के साथ भेदभाव किया जा रहा हैं.आशा कार्यकर्ता का इंसेटिव दोगुना और आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय में दोगुना  वृद्धि कर दिया गया.तो विद्यालय रसोइया का मानदेय एक पैसा नहीं बढ़ाया गया है. बिहार राज्य रसोइया  विद्यालय संद्य के राज्य अध्यक्ष सरोज चौबेे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोहरी नीति खेल रहे हैं.आशा कार्यकर्ता का इंसेटिव दोगुना और आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय में दोगुना  करके सम्मान दिया है. विद्यालय रसोइया का मानदेय में एक पैसा नहीं बढ़ाकर अपमानित कर रहे हैं.हद तो यह है कि 12 माह के मानदेय देने के बदले 10 माह का ही मानदेय दे रहे हैं. राज्य अध्यक्ष आशा कार्यकर्ता संद्य शशि यादव ने कहा कि विद्यालय रसोइया को विभिन्न कारणों से कई महीनों का वेतन नहीं मिल रहा है.इनको मात्र 6 सौ रूपये मानदेय दिया जाता है.इनका न वर्तमान और भविष्य ही उज्जवल है. दुर्द्यटना बीमा, स्वास्थ्य बीमा या पेंशन लाभ नहीं मिल रहा है.एक परिसर में कार्य करने वालों के साथ शिक्षक सम्मानपूर्ण ढंग से व्यवहार नहीं करते हैं.हरदम काम से हटा देने की धमकी देते हैं. अखिल कर्मचारी महासंद्य के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद व राज्य महासचिव ऐक्टू आर.एन. ठाकुर ने संयुक्त रूप से कहा कि 15 अगस्त  से पहले शौचालय नहीं बनाने पर नौकरी से हटा देने की धमकी दी गयी है.  विद्यालय रसोइया को न्याय दिलवाने के प्रयास में पूर्ण हड़ताल करने का आह्वान किया गया है.पांच दिवसीय आंदोलन की द्योषणा की गयी है.5-6 अक्टूबर को जिला और प्रखंड मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन होगा. 7 अक्टूबर को मशाल जुलूस और 8-9 अक्टूबर को पटना गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन होगा.

बेगूसराय : पानगाछी धाम में बोलेरो ने ट्रक को मारी टक्कर।

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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) बेगूसराय - ट्रक और बोलेरो की आमने सामने टक्कर । आधे दर्जन लोग घायल। सदर अस्पताल में चल रहा है इलाज। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पान गाछी की घटना।बोलेरो में सवार 6के 6 लोग हुए घायल,घायलों में दो की हालत एकदम नाजुक बताई जा रही है।यह घटना नगर निगम क्षेत्र के 45 और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुर्गास्थान पानगाछी धाम में घटी यह घटना।बोलेरो सवार हेमरा मटिहानी रॉड से मटिहानी की तरफ जा रही थी इसी क्रम में पान गाछी धाम के निकट बांध पर सामने से आ रही ट्रक से जबर्दस्त यक्कर हो गई।वाहनों के टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और आनन फानन में सभी घायलों को इलाज के लिये सदर अस्पताल पहुंचाये।इसी बीच ट्रक का चालक और खलासी (उपचालक) मौका मिलते ही फरार हो गया।इस घटना में बोलेरो सवार राहुल कुमार,रिशु कुमार,रोशन कुमार,रतीश कुमार गंभीर रुप से घायल हो गए हैं।बाकी के दो अन्य की हालत गंभीर होने के कारण सदर अस्पताल से रेफर कर दिया गया है,जिसका इलाज ए के शर्मा के निजी अस्पताल में इलाज के लिये ले जाया गया है।घटनाआ की सूचना मिलते ही अविलम्ब पुलिस मौके पर पहुँचकर सदर अस्पताल में घायलों को भर्ती कराने में सहायता की।मुफसिल थाना के माधव कुमार ने बताया कि दुर्घटना ग्रस्त दोनो वाहनों को पुलिस अपने कब्जे में ले लिया है।मामलाआ दर्ज करने के साथ ही पुलिस जाँच की अगली प्रक्रिया में जुट गई है।

‘‘अवैध संबंधों’’ के चलते महिला की हत्या

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मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश), एक अक्टूबर, उत्तर प्रदेश के लाई गांव में ‘‘अवैध संबंध’’ के चलते 30 वर्षीय एक विवाहित महिला की गला दबाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि महिला को वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान फुगाना से लोई विस्थापित किया गया था। सर्कल अधिकारी हरिराम यादव के अनुसार आरोपी मुन्नावर के खिलाफ भादंवि की धारा 302 और 201 के तहत मामल दर्ज किया गया हे। महिला के पति ने अपनी शिकायत में बताया कि महिला कई दिनों से लापता है। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान मामले में मुन्नावर का हाथ सामने आया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है, जिसे खेत में दफनाया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी ने गुनाह स्वीकार कर लिया है। मुन्नावर ने बताया कि महिला उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी। यादव ने बताया कि शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है।

बिहार : 50 हजार रूपये का इनामी नक्सली गिरफ्तार

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डेहरी ऑन सोन, एक अक्टूबर, बिहार के रोहतास जिले की पुलिस ने विशेष कार्यबल के सहयोग से राजपुर थानाक्षेत्र से प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी का पचास हजार रूपये के इनामी नक्सली को सोमवार को धर दबोचा। पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार माओवादी का नाम राजेश शर्मा उर्फ ‘तूफान’ है। पुलिस को इसकी बघैला थाना और राजपुर पुलिस चौकी में लूट व हत्या के साथ नासरीगंज, राजपुर, अकोढीगोला, करगहर तथा नौहट्टा थानाक्षेत्र में विभिन्न नक्सली वारदातों में तलाश थी। उन्होंने बताया कि पिछले ग्यारह वर्षों से फरार राजेश के पास से पुलिस ने दो देशी पिस्तौल, दो कारतूस व एक मोबाइल जब्त किया है।

युवती से बलात्कार के मामले में चाचा गिरफ्तार

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नई दिल्ली, एक अक्टूबर, दिल्ली पुलिस ने अपनी भतीजी का मांगलिक दोष ठीक करने के बहाने चार साल से अधिक समय तक उससे बलात्कार करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि आरोपी ने 23 वर्षीय युवती से कहा कि अगर उसके दोष का निवारण नहीं किया जाता है तो उसके पिता की मृत्यु हो जाएगी। उन्होंने बताया कि चार साल के दौरान नियमित तौर पर अपराध किया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपी ने युवती को उसकी शादी के बाद भी बुलाया जिसके बाद उसने अपने ससुर के संज्ञान में यह मामला लाने का फैसला किया। युवती के ससुर उसे नरेला थाने ले गए और 13 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़िता का चाचा है। उसे उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था जब प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने पीड़िता को काउंसलिंग देने के लिए दिल्ली महिला आयोग से संपर्क किया है।

भारतीय न्यायपालिका सबसे अधिक सुदृढ़ है : प्रधान न्यायाधीश मिश्रा

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नई दिल्ली, एक अक्तूबर, प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने सोमवार को कहा कि भारतीय न्यायपालिका दुनिया में सबसे अधिक सुदृढ़ संस्था है और युवा वकील हमारी संपदा है जिनमें न्याय शास्त्र को विकसित करने की क्षमता है।  उच्चतम न्यायालय परिसर में आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुये प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘हमारी न्यायपालिका दुनिया में सबसे शक्तिशाली है जिसमे मुकदमों की विस्मित करने वाली संख्या से निबटने की क्षमता है।’’  निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘न्याय का मानवीय चेहरा होना चाहिए।’’  प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘इतिहास कभी कृपालु और निष्ठुर हो सकता है। मैं लोगों का उनके अतीत से नहीं बल्कि उनकी गतिविधियों और दृष्टिकोण से आकलन करता हूं। न्यायाधीश के रूप में अपने पूरे जीवन में मैंने कभी भी स्वंय को समता से अलग नहीं किया है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रत्येक स्तर पर बार का ऋणी हूं और यहां से संतुष्ट होकर जा रहा हूं।’’  प्रधान न्यायाधीश ने मनोनीत प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के बाद समारोह को संबोधित किया। न्यायमूर्ति गोगोई ने उनकी प्रशंसा करते हुये कहा कि नागरिक स्वतंत्रता के मामले में उनका अनमोल योगदान है और इस संबंध में उन्होंने न्यायमूर्ति मिश्रा के हाल के फैसलों को उद्धृत किया। न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि न्यायमूर्ति मिश्रा एक विलक्षण न्यायाधीश हैं। न्यायमूर्ति गोगोई बुधवार को देश के नये प्रधान न्यायाधीश के पद की शपथ ग्रहण करेंगे। न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा, ‘‘यदि हम अपने सांविधानविक आदर्शो को कायम रखने में विफल रहे तो हम लगातार एक दूसरे को मारते रहेंगे और उनसे नफरत करते रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीश पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और हमेशा ही प्रतिबद्ध रहेंगे। न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा, ‘‘हम ऐसे समय में रह रहे हैं जब हमें क्या खाना और पहनना चाहिए भी हमारे निजी जीवन की छोटी बातें नहीं रह गयी हैं।

दिल्ली में किशोर ने बच्ची का यौन शोषण किया

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नई दिल्ली, एक अक्टूबर,उत्तर पश्चिम दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची से एक किशोर ने कथित रूप से यौन शोषण किया है। आरोपी लड़के को पकड़ लिया गया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि आरोपी 14 वर्षीय लड़का है और वह पीड़िता के घर के नजदीक रहता है। उसे पकड़ लिया गया है। उन्होंने बताया कि लड़का बच्ची के घर गया । फिर वह उसके कमरे में गया । अपने कपड़े उतार दिये उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की । बच्ची के एक रिश्तेदार ने घटना को देख लिया और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद लड़के को पकड़ लिया गया।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गौतम नवलखा की नजरबंदी खत्म की

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नयी दिल्ली, एक अक्टूबर,  दिल्ली उच्च न्यायालय ने गौतम नवलखा को नजरबंदी से सोमवार को मुक्त कर दिया। महराष्ट्र में हुई कोरेगांव - भीमा हिंसा के सिलसिले में उन्हें चार अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पांच हफ्ते पहले गिरफ्तार किया गया था। नवलखा को राहत देते हुए उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के ट्रांजिट रिमांड आदेश को भी रद्द कर दिया। उन्होंने मामले को शीर्ष न्यायालय में ले जाने से पहले इस आदेश को चुनौती दी थी। उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार की यह दलील स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि उनकी नजरबंदी दो दिन के लिए बढ़ाई जाए क्योंकि शीर्ष न्यायालय ने पिछले हफ्ते अपने फैसले में इसे चार हफ्तों के लिए बढ़ा दिया था। न्यायमूर्ति एस मुरलीधर और न्यायमूर्ति विनोद गोयल की पीठ ने कहा कि शीर्ष न्यायालय ने नजरबंदी चार हफ्ते के लिए बढ़ाई थी ताकि कार्यकर्ता उपयुक्त कानूनी उपाय का सहारा ले सकें और यह विस्तार सीमित उद्देश्य के लिए था तथा नवलखा ने इसका उपयोग किया। उच्च न्यायालय ने कहा कि नवलखा को 24 घंटे से अधिक हिरासत में रखा गया, जिसे वैध नहीं ठहराया जा सकता। पीठ ने मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के 28 अगस्त के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसके तहत नवलखा की ट्रांजिट रिमांड पुणे पुलिस को दी गई थी। पीठ ने कहा कि ऐसा करते हुए संविधान के मूलभूत प्रावधानों और सीआरपीसी का अनुपालन नहीं किया गया, जो अनिवार्य प्रकृति के हैं। अदालत ने कहा कि मजिस्ट्रेट ने इस बात की अनदेखी की कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को संविधान के प्रावधानों के तहत गिरफ्तारी का आधार बताना होता है। पीठ ने इस बात का जिक्र किया कि निचली अदालत के आदेश में ऐसा कोई संकेत नहीं है कि उसने जांच अधिकारी को केस डायरी दिखाने को कहा या केस डायरी देखी। पीठ ने कहा कि निचली अदालत के आदेश को वैध नहीं ठहराया जा सकता।  अदालत ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 56 और 57 के मद्देनजर तथा मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के रिमांड आदेश की अनुपस्थिति में याचिकाकर्ता की हिरासत स्पष्ट रूप से 24 घंटे से अधिक हो गई है जिसे वैध नहीं ठहराया जा सकता। इसलिए याचिकाकर्ता की नजरबंदी अब खत्म की जाती है। अदालत ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह आदेश महाराष्ट्र सरकार को आगे की कार्यवाही से नहीं रोकेगा।  उच्च न्यायालय ने नवलखा की गिरफ्तारी और निचली अदालत के ट्रांजिट रिमांड आदेश को चुनौती देते हुए उनकी ओर से दायर याचिका स्वीकार कर ली। गौरतलब है कि नवलखा को दिल्ली में 28 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। अन्य चार कार्यकर्ताओं को देश के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया था।  शीर्ष न्यायालय ने 29 सितंबर को पांचों कार्यकर्ताओं को फौरन रिहा करने की एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि महज असहमति वाले विचारों या राजनीतिक विचारधारा में भिन्नता को लेकर गिरफ्तार किए जाने का यह मामला नहीं है। इन कार्यकर्ताओं को कोरेगांव - भीमा हिंसा मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।  शीर्ष न्यायालय ने कहा था कि आरोपी और चार हफ्ते तक नजरबंद रहेंगे, जिस दौरान उन्हें उपयुक्त अदालत में कानूनी उपाय का सहारा लेने की आजादी है। उपयुक्त अदालत मामले के गुण दोष पर विचार कर सकती है।  महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले साल 31 दिसंबर को हुए एलगार परिषद सम्मेलन के बाद दर्ज की गई एक प्राथमिकी के सिलसिले में 28 अगस्त को इन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। इस सम्मेलन के बाद राज्य के कोरेगांव - भीमा में हिंसा भड़की थी।  इन पांच लोगों में तेलुगू कवि वरवर राव, मानवाधिकार कार्यकर्ता अरूण फरेरा और वेरनन गोंजाल्विस, मजदूर संघ कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता नवलखा शामिल थे। 

राफेल सौदे पर मोदी का कभी समर्थन नहीं किया, न करूंगा : शरद पवार

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बीड (महाराष्ट्र) एक अक्टूब, विवादित राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कथित रूप से ‘बचाव’ करने पर आलोचनाओं का सामना कर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह ऐसा ‘कभी नहीं’ करेंगे। पवार ने अपनी इस टिप्पणी से अटकलों का दौरा शुरू कर दिया था कि वह नहीं समझते हैं कि फ्रांस से जंगी जहाज खरीदने को लेकर लोगों को मोदी की मंशा पर शक है। पवार की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए राकांपा के संस्थापक सदस्य तारीक अनवर और महासचिव मुनाफ हकीम ने पिछले हफ्ते पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उनका यह बयान ऐसे वक्त में आया था जब कांग्रेस ने इस सौदे को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला बोला है और राकांपा के साथ भावी चुनावों के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश में है। मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘‘ कुछ लोगों ने मेरी आलोचना की कि मैंने उनका (मोदी का) समर्थन किया है। मैंने उनका समर्थन नहीं किया है और ऐसा में कभी नहीं करूंगा।’’  पार्टी प्रमुख ने कहा, ‘‘ उन्होंने (सरकार ने) विमान खरीदे हैं। मैं साफ तौर पर कह रहा हूं कि सरकार को संसद को बताना चाहिए कि विमान की कीमत (प्रति विमान) 650 करोड़ रुपये से बढ़कर 1600 करोड़ रुपये कैसे हुई।’’  पवार की हालिया टिप्पणी को मोदी के बचाव के तौर पर देखा गया था और भाजपा ने इसका स्वागत किया था। भाजपा प्रमुख अमित शाह ने इसके लिए पवार का शुक्रियाअदा किया था। बहरहाल, राकांपा ने दावा किया था कि मीडिया ने पवार के बयान का मतलब संदर्भ से बाहर निकाला। राकांपा प्रमुख ने सोमवार को राफेल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग को दोहराया और मांग की कि सरकार 36 विमानों की कीमत का विवरण साझा करे। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि विमान के तकनीकी पहलुओं को सार्वजनिक करने की कोई जरूरत नहीं है।

नफरत और हिंसा फैलाने में एक जैसे हैं पाकिस्तान और आरएसएस : कांग्रेस

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नागपुर, एक अक्टूबर,कांग्रेस कार्यसमिति की महाराष्ट्र के वर्धा में होने वाली बैठक से एक दिन पहले पार्टी ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एवं पाकिस्तान ‘नफरत, हिंसा फैलाने और लोगों के बीच विभाजन पैदा करने में एक जैसे हैं।’’ पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस 'दलितों-पिछड़ों का दमन तथा प्रजातंत्र का हनन करने वाली भाजपा सरकार’ से राहुल गांधी के नेतृत्व में देश को मुक्ति दिलाने के लिये तैयार हैं। उन्होने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जब गांधी जी और कांग्रेस अंग्रेजों के खिलाफ लड़ रहे थे तो आरएसएस खामोश था। आरएसएस समाज के किसी हिस्से का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। यह हिंसा में विश्वास करता है और उसका आधार ध्रुवीकरण, घृणा और विभाजन है।’’ संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के आरएसएस विरोधी बयान से जुड़ी खबर पर सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘आरएसएस की तरह पाकिस्तान भी हिंसा का समर्थन करता है और वह नफरत और विभाजन का सहारा लेता है। कांग्रेस और भारत की जनता इसका समर्थन नहीं करती हैं।’’ सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस, महात्मा गाँधी के मार्ग पर चल कर, देश को आर्थिक अराजकता, किसानों के दमन, भ्रष्टाचारी, बैंक लूट, घोटालों व राफेल के घोटालेबाजों, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न, दलितों-पिछड़ों का दमन तथा प्रजातंत्र का हनन करने वाली ‘भाजपा सरकार’ से मुक्ति दिलाने के लिये तैयार है।'उन्होंने कहा, 'अंग्रेजी हुकूमत भी भारत के संसाधनों को लूट कर विदेश ले जाती थी। भाजपा सरकार भी भारत के ‘बैंक लुटेरों को विदेश भागने की खुली छूट’ देकर भारत के संसाधनों पर डाका डाल रही है । 'उन्होंने कहा, 'अंग्रेजी हुकूमत भी भारत के बहुलतावाद को कुचल कर ‘फूट डालो और शासन करो’ की नीति अपनाए हुए थी। भाजपा सरकार भी सांप्रदायिक-जातीय-क्षेत्रीय बंटवारे और ध्रुवीकरण के बीज बोकर ‘शकुनि’ की भांति हर हालत में सत्ता प्राप्ति के लिए ‘राजनैतिक चौसर’ खेल रही है। '  उन्होंने आरोप लगाया, 'अंग्रेजी हुकूमत भी चंपारण में नील का ‘तीन कठिया कानून’ बनाकर किसानों का दमन करती थी। भाजपा सरकार भी किसानों को फसलों के दाम न देकर ‘आत्महत्या की ड्योढ़ी’ पर जबरन पहुंचाती है और न्याय मांगने पर किसान के ‘सीने में गोलियां’ उतार देती है ।'  उन्होंने कहा, 'अंग्रेजी हुकूमत भी समाज की ‘अंतिम पंक्ति’ के लोगों का शोषण कर गुलामी की जंजीरों में धकेलती थी। बीजेपी सरकार का ‘डीएनए’ भी दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं तथा अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के शोषण एवं प्रताड़ना वाला है।"सुरजेवाला ने कहा, 'अंग्रेजी हुकूमत भी नमक का ‘काला कानून’ बना कर भारत के नागरिकों को भारी भरकम करों के बोझ तले दबाती थी। भाजपा सरकार भी ‘गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) और नोटबन्दी’ जैसे मनमाने फैसले थोप कर आम नागरिक और छोटे-छोटे दुकानदार तथा व्यवसायियों की रोजी रोटी पर कुठाराघात करती है।'  उन्होंने दावा किया, 'अंग्रेजी हुकूमत भी ‘मुट्ठी भर अमीरों’ और ‘जमींदारों’ के हितों को साधकर अपना शासन चलाती थी। मोदी सरकार भी ‘मुट्ठी भर अमीरों और सरमायादारों’ के लिए काम कर रही है और गरीब के अधिकार छीन कर, भारत के संसाधनों को अपने मुट्ठी भर अमीर दोस्तों पर लुटा रही है।'

अमेरिकी जेम्स एलीसन और जापानी तासुकु होन्जो को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार

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स्टॉकहोम, एक अक्टूबर, दो प्रतिरक्षा वैज्ञानिकों (इम्यूनोलाजिस्ट) अमेरिका के जेम्स एलीसन और जापान के तासुकु होन्जो को कैंसर थेरेपी की खोज के लिए चिकित्सा के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई है। ज्यूरी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि एलीसन और होन्जो ने शोध किया है कि कैसे शरीर का स्वाभाविक सुरक्षा तंत्र कैंसर से लड़ सकता है। कैंसर के ज्यादातर पारंपरिक उपचार में सीधे कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाने पर बल दिया जाता है लेकिन इसके विपरीत एलीसन और होन्जो ने यह पता किया कि कैसे मरीज की अपनी ही प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से मजबूती से निपटने में मदद पहुंचाई जा सकती है। नोबेल एसेंबली ने कहा,‘‘जेम्स एलिसन और तासुकु होन्जो को “ऋणात्मक प्रतिरक्षा विनियमन के अवरोध से कैंसर थेरेपी की खोज के लिए” इस सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की गई है। एसेंबली ने स्टॉकहोम में इस पुरस्कार की घोषणा के बाद कहा कि थेरेपी "अब कैंसर के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव कर चुकी है और मूल रूप से जिस तरह से हम देखते हैं कि कैसे कैंसर का मुकाबला किया जा सकता है।’’ इन दोनों वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज के लिए ऐसी थेरपी विकसित की है जिसमें प्रतिरक्षा अवरोधक थेरेपी कुछ कैंसर कोशिकाओं के साथ साथ इम्यून सिस्टम से बने प्रोटिनों को निशाना बनाती है। एलीसन टेक्सास विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं और होन्जो क्योतो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं। इन दोनों को 2014 में उनके अनुसंधान के लिए अन्य पुरस्कार दिया जा चुका है । इन दोनों को नोबेल पुरस्कार के तहत लगभग 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर मिलेंगे। एलीसन और होन्जो को 10 दिसम्बर को स्टॉकहोम में एक औपचारिक समारोह में ये पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। एलीसन ने कहा कि वह ‘‘इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाकर गौरवान्वित है।’ उन्होंने कहा,‘‘मैंने ऐसा सपना कभी नहीं देखा था कि मेरा शोध इस दिशा में जायेगा।’’ होन्जो (76) ने क्योतो विश्वविद्यालय में पत्रकारों से कहा,‘‘मैं अपना शोध जारी रखना चाहता हूं ताकि यह प्रतिरक्षा थेरेपी अधिक से अधिक कैंसर रोगियों की जान बचा सके।’’  उन्होंने कहा,‘‘शीर्ष पर हूं कि मुझे इस तरह का पुरस्कार मिल रहा है। मुझे सच में लगता है कि मैं एक भाग्यशाली व्यक्ति हूं।’’  नोबेल ज्यूरी ने कहा कि 100 से अधिक वर्षों के लिए, वैज्ञानिकों ने कैंसर के खिलाफ लड़ाई में प्रतिरक्षा प्रणाली को शामिल करने का प्रयास किया।’’ 

आरटीआई के दायरे में काम करेगा बीसीसीआई : सीआईसी

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नई दिल्ली, एक अक्टूबर, केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने सोमवार को आदेश दिया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड अब सूचना के अधिकार (आरटीआई) के अंतर्गत काम करेगा और इसकी धाराओं के अंतर्गत देश के लोगों के प्रति जवाबदेह होगा। आरटीआई मामलों में शीर्ष अपीली संस्था ‘सीआईसी’ ने इस निष्कर्ष को निकालने के लिये कानून, उच्चतम न्यायालय के आदेश, भारत के विधि आयोग की रिपोर्ट तथा युवा एवं खेल मामलों के मंत्रालय के केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी की प्रस्तुतियों को देखा कि बीसीसीआई की स्थिति, प्रकृति और काम करने की विशेषतायें आरटीआई प्रावधान की धारा दो (एच) की जरूरी शर्तों को पूरा करती है। सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलू ने 37 पन्ने के आदेश में कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने भी फिर से पुष्टि कर दी कि बीसीसीआई देश में क्रिकेट प्रतियोगिताओं को आयोजित करने के लिये ‘स्वीकृत’ राष्ट्रीय स्तर की संस्था है जिसके पास इसका लगभग एकाधिपत्य है। ’’ आचार्युलू ने कानून के अंतर्गत जरूरी केंद्रीय लोक सूचना अधिकारी, केंद्रीय सहायक सार्वजनकि सूचना अधिकारी और प्रथम अपीली अधिकारियों के तौर पर योग्य अधिकारी नियुक्त करने के लिये अध्यक्ष, सचिव और प्रशाासकों की समिति को निर्देश दिया। उन्होंने आरटीआई प्रावधान के अंतर्गत सूचना के आवेदन प्राप्त करने के लिये बीसीसीआई को 15 दिन के अंदर आनलाइन और आफलाइन तंत्र तैयार करने के निर्देश दिये। यह मामला उनके समक्ष तब प्रस्तुत हुआ जब खेल मंत्रालय ने आरटीआई आवेदक गीता रानी को संतोषजनक जवाब नहीं दिया जिन्होंने उन प्रावधानों और दिशानिर्देशों को जानने की मांग की थी जिसके अंतर्गत बीसीसीआई भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा है और देश के लिये खिलाड़ियों का चयन कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई को आरटीआई प्रावधान के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के रूप में सूचीबद्ध करना चाहिए। आरटीआई अधिनियम बीसीसीआई और उसके सभी संवैधानिक सदस्य क्रिकेट संघों पर लागू करना चाहिए।’’ 

रुपया 26 पैसे लुढ़ककर करीब दो सप्ताह के निम्न स्तर पर पहुंचा

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मुंबई, एक अक्तूबर, अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने तथा बाजार से पूंजी निकासी जारी रहने से रुपया आज 26 पैसे लुढ़ककर करीब दो सप्ताह के निम्न स्तर 72.91 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ। अमेरिकी बांड पर प्रतिफल तीन प्रतिशत को लांघ गया, जिससे डॉलर मजबूत रहा। वैश्विक मुद्राओं की तुलना में डॉलर करीब एक महीने के उच्चतम स्तर को छू गया। इस बीच भारतीय रुपया 72.61 रुपये प्रति डॉलर पर खुला जो शुक्रवार के बंद भाव 72.65 रुपये प्रति डॉलर के मुकाबले मामूली अधिक है। भारी डॉलर मांग के कारण यह 72.95 रुपये प्रति डॉलर के निम्न स्तर को छूने के बाद 72.60 रुपये तक सुधर गया। अंत में रुपया 26 पैसे की गिरावट दर्शाता 72.91 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,841.63 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणा की कि वह त्यौहारी सत्र की मांग को पूरा करने के लिए अक्तूबर महीने में सरकारी बांड खरीद के जरिये वित्तीय तंत्र में 36,000 करोड़ रुपये की नकदी डालेगा। rupees-slashedउतार चढ़ाव भरे कारोबार में 30-शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 299 अंक की तेजी के साथ 36,526.14 अंक पर बंद हुआ।
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