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विशेष : सोनिया के अस्तित्व को नकारती कांग्रेस

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अंग्रेजी में एक कहावत है "नो योरसेल्फ एंड बी योरसेल्फ"यानी खुद को जानो और फिर वैसा ही आचरण करो। शायद इसी वाक्य से प्रेरित होकर, लगता है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी खुद को जानने की एक अनंत यात्रा पर निकले हैं। वे अपनी स्वयं की ही खोज में निकले हैं। चूंकि यह कोई छोटा विषय तो है नहीं, इसलिए हर महत्वपूर्ण कार्य की ही तरह इस कार्य को भी वो केवल विशेष मुहूर्तों में ही करते हैं। जी हाँ "मुहूर्त", अर्थात किसी कार्य की सिद्धि या फिर उसमें सफलता प्राप्त करने का सर्वोत्तम समय। अगर कार्य का उद्देश्य आध्यत्मिक फल की प्राप्ती होता है तो यह मुहूर्त सनातन धर्म के पंडित से निकलवाया जाता है। लेकिन अगर कार्य का उद्देश्य राजनैतिक फल की प्राप्ति होता है तो इसका मुहूर्त राजनैतिक पंडित निकलते हैं। जिस प्रकार हिन्दू धर्म के पंडित पंचांग से तिथियाँ देखकर सर्वश्रेष्ठ तारीख बताते हैं, उसी प्रकार राजनीति के विशेषज्ञ चुनावी कैलेंडर देखकर कार्यसिद्धि के लिए सर्वश्रेष्ठ तारीख बताते हैं। इसलिए राहुल गांधी की खुद की ही खोज की इस प्रकार की यात्राएं ज्यादातर चुनावों के दिनों में ही शुरू होती हैं और उत्तर मिले या ना मिले चुनावों के साथ ही खत्म भी हो जाती हैं। आगे की खोज के लिए उन्हें अगले चुनावों की तारीख का इंतजार करना पड़ता है। दरअसल 2014 से पहले उनका जीवन बहुत आराम से बीत रहा था। कहीं कोई दिक्कत नहीं थी। उन्हें अपनी पहचान की कोई दिक्कत नहीं थी, वो खुद को "सेक्युलर"कहते थे और अपनी "सेक्युलर छवि"से पूरी तरह से संतुष्ट थे। उन्हें मीडिया में अपनी मंदिर में माथा टेकते फ़ोटो या फिर जनेऊ दिखाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती थी।

लेकिन 2014 के बाद समय ने करवट ली। जो सेक्युलर छवि कल तक सत्ता की चाबी का पासवर्ड थी आज उसी सत्ता के लिए सबसे बड़ा वायरस बन गई। जब आनन फानन में खोज की गई, तो पता चला की इस वायरस को मारने वाला एंटीवायरस केवल एक ही है जिसका नाम है "हिंदुत्व"लेकिन उसकी एक ही कॉपी थी जो पहले से ही किसी और ने अपने नाम कर ली है। अब तुरत फुरत में उस एंटीवायरस का डुप्लीकेट तैयार किया गया, "सॉफ्ट हिंदुत्व"। लेकिन चूंकि यह ओरिजनल न होकर डुप्लिकेट था, इसकी एक समस्या थी। यह केवल साइट पर ही एक्टिवेट होता था। जी हाँ ठीक समझे। इसे प्रभावकारी बनाने के लिए बार बार हिंदुत्व के भाव जगाने वाले मूल स्थान यानी मंदिरों में जाना पड़ता है। अब शुरू होती है राहुल की वो यात्रा जिसमें वो अपनी एक नई पहचान ढूंढने निकले हैं। जी हाँ यह एक पहचान को गढ़ने से ज्यादा ढूंढना है। क्योंकि कोई भी व्यक्तित्व गढ़ा तब जाता है जब हमारे मन में उसकी स्पष्ट छवि हो। लेकिन राहुल तो अपनी इस यात्रा में रोज रोज नई चीजें सीख कर नए नए रहस्योद्घाटन ही नहीं कर रहे बल्कि अपनी ही नई परम्परायें भी बना रहे हैं।

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अभी कुछ ही दिन पहले जब वे एक मंदिर में गए थे और वहाँ के पुजारी ने उनसे उनका गोत्र पूछा था तो वे बता नहीं पाए थे लेकिन अब हाल ही में राजस्थान के पुष्कर मंदिर में जब उनसे उनका गोत्र पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि वे दत्तात्रेय कौल ब्राह्मण हैं। इससे पहले वे खुद को एक जनेऊधारी ब्राह्मण भी बता चुके हैं लेकिन जब गुजरात के सोमनाथ मंदिर में जाते हैं तो अपना नाम गैर हिंदुओं के रजिस्टर में लिखकर आते हैं। खैर, अभी यहां हम केवल उनके गोत्र के विषय पर आते हैं। दरअसल जब कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस प्रकार के मूर्खतापूर्ण कार्य किये जाते हैं और वो भी छाती ठोक के, तो बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि वे इस देश की जनता को मूर्ख समझ कर उस का अपमान करते हैं। ऐसा लगता है कि ऐसी बातें करके वे देश की जनता को ललकार कर कह रहे हों कि तुम केवल मूर्ख ही नहीं अंधे भी हो क्योंकि तुम वो ही देख पाते हो जो दिखाया जाता है। क्योंकि, तुम यह भी नहीं देख पा रहे कि जो कांग्रेस पार्टी कल तक सोनिया गांधी के नाम की माला जपती थी आज सत्ता के लालच में उन्हीं का अपमान करने से भी नहीं चूक रही। आइए देखते हैं कैसे,

1, गोत्र का चलन केवल भारत में है और वो भी केवल हिंदुओं में
2, गोत्र एक प्रकार की पहचान होती है जो आपके कुल परम्परा, वंश को बताती है
3, वंश परंपरा केवल भारत ही नहीं विश्व के अधिकांश देशों में पिता के नाम से चलती है
4 खुद राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी का असली नाम एंटोनियो "मायनो"है, और उनके पिता का नाम स्टेफेनो "मायनो" 
5 राहुल के पिता राजीव की बात करें तो उनके पिता का नाम फिरोज़ जहांगीर गांधी था। कहा जाता है कि वो एक पारसी थे, लेकिन उनकी कब्र प्रयागराज में है इस प्रकार उन्होंने केवल गांधी जी का नाम अपनाया था धर्म नहीं।
6 अब कांग्रेस का कहना है कि राहुल के पिता राजीव गांधी ने अपने पिता का केवल नाम अपनाया था धर्म नहीं, धर्म उन्होंने अपनी माँ इंदिरा का अपनाया था जो उन्हें अपने पिता जवाहरलाल नेहरु से मिला था जो खुद को एक कश्मीरी पंडित कहते थे। यह अलग विषय है कि नेहरु यह भी कहते थे की शिक्षा से मैं एक अंग्रेज हूँ, विचारों से मैं इनटरनेशनलिस्ट हूँ, संस्कारों से एक मुस्लिम हूँ और एक्सीडेंटली एक हिन्दू हूँ।
7, तो अब प्रश्न यह उठता है कि जब राजीव ने अपने पिता का नाम अपनाया था तो अधूरा क्यों अपनाया राजीव गाँधी ,राजीव फिरोज़ जहांगीर गांधी नहीं, क्यों?
8 राजीव ने अपने पिता का अधूरा ही सही गाँधी नाम तो अपना लिया लेकिन उन्होंने अपने पिता का धर्म क्यों नहीं अपनाया? अपनी माँ का धर्म क्यों अपनाया?
9 अब अगर वह गांधी नाम को अपना रहे हैं तो गोत्र से गांधी हट कर नेहरू जी का कश्मीरी ब्राह्मण और दत्तात्रेय कैसे आ गया?
10 वैसे तो गोत्र पिता से आता है माँ से नहीं फिर भी चलों इस परिवार को विशेष परिस्थितियों में माता की ही तरफ से गोत्र बताने दिया जाय, तो भी यह गोत्र तो केवल राजीव गांधी का है राहुल का नहीं क्योंकि राजीव की माँ इंदिरा हैं जो कि नेहरू की बेटी हैं जो कि कश्मीरी पंडित हैं जबकि राहुल की माँ सोनिया है ।
 11राहुल अगर माता की तरफ का गोत्र लेंगे तो उनका कोई भी गोत्र कैसे हो सकता है क्योंकि उनकी माँ सोनिया हैं एक ईसाई हैं?
12, अब राहुल जब अपने दत्तात्रेय गोत्र का नाम लेते हैं और उसे ये कांग्रेस माँ की तरफ का कहती है जब कि वो उनकी दादी है, तो क्या ये एक माँ का अपमान नहीं है जिसका आस्तित्व ही ये अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए नकार रहे हैं?
13, लेकिन इन सब से परे एक महत्वपूर्ण प्रश्न भी है जिसका उत्तर यह देश इस गाँधी परिवार से आज जानना चाहेगा।

आज जो परिवार खुद के एक कश्मीरी पंडित होने की दुहाई दे रहा है उन्होंने 1990 में घाटी के कश्मीरी पंडितों को अकेला क्यों छोड़ दिया था? अगर उस समय इस परिवार ने अपने कर्म से यह जता दिया होता कि वो वाकई में एक जनेयुधारी हिन्दू ब्राह्मण हैं तो आज उस परिवार को अपने जन्म से हिन्दू होने के प्रमाण नहीं देने पढ़ते क्योंकि भारत वो देश है जिसमे जन्म से ज्यादा महत्व कर्म को दिया जाता है इसलिए अब वक्त आ गया है कि राहुल इस बात की गंभीरता को समझें कि जितनी कांग्रेस को सत्ता की जरूरत है उससे अधिक इस देश के लोकतंत्र को एक समझदार और दमदार विपक्ष की जरूरत है। इस देश के लोगों को इंतज़ार है एक ऐसे विपक्ष का जो उन्हें देश के भविष्य को संवारने की अपनी स्पष्ट नीतियाँ दिखाए अपना जनेऊ नहीं। यह देश बेताब है ऐसे विपक्ष को सर आँखों पर बैठाने के लिए जो लोगों के दिलों में अपने काम से उतरने में यकीन रखता हो अपने गोत्र या परदादा या फिर अपनी दादी के नाम के सहारे नहीं।




--डॉ नीलम महेंद्र--

बिहार : अन्य 17 शेल्टर होम की जांच सीबीआई के हवाले करना स्वागतयोग्य कदम: माले

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  • राजनीतिक संरक्षण को जांच के दायरे में लाया जाए.

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पटना 28 नवंबर 2018 , भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह की तरह राज्य के उन सभी 17 शेल्टर गृहों ( जिन्हें टीआईएसएस की रिपोर्ट में अत्यंत चिंताजनक स्थिति मंे दिखलाया गया है) की जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई को सुपुर्द करने के निर्णय का स्वागत किया है. हमारी पार्टी शुरू से ही मुजफ्फरपुर सहित सभी 17 अत्यंत चिंताजनक स्थिति में पाए गए शेल्टर होम की सीबीआई जांच की मांग करती रही है.  उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बाल गृहों में यौन शोषण मामले में पुलिस जांच से लगातार असंतुष्ट था फिर भी जांच की गति में तेजी नहीं आई. जाहिर सी बात है कि बिहार सरकार की मंशा मामले को रफा-दफा करने की थी. पुलिस विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही पास है, इसलिए इसकी सीधी जवाबदेही मुख्यमंत्री की बनती है. उन्होंने यह भी कहा कि दरअसल ऐसे मामले बगैर उच्चस्तरीय राजनीतिक संरक्षण के संभव ही नहीं है, इसलिए सरकार जान-बूझकर इसकी जांच में हद दर्जे की उपेक्षा अपना रही है. अतः हम इसके राजनीतिक संरक्षण को भी जांच के दायरे में लाए जाने की मांग करते हैं. राजनीतिक संरक्षण की गंभीरता को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि अत्यंत चिंताजनक स्थिति में पाए गए एक बाल गृह की संचालिका को इस दौर में भी विभिन्न राजनीतिक पार्टियों व संस्थाओं द्वारा सम्मानित करने का सिलसिला जारी है.  

जन शक्ति से ही जल शक्ति को बचाया जा सकता है-पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी

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गंगा स्वच्छता हेतु स्पर्श गंगा और नमामि गंगे के संयुक्त तत्वावधान में साइकिल रैली का आयोजन, साइकिल रैली में प्रथम आने वाले जवानों को किया पुरस्कृत, जगतगुरू रामानन्दाचार्य हंसदेवाचार्य जी महाराज, स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, स्वामी कैलाशानन्द जी महाराज, संसदीय, विधायी, भाषा, वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत जी, विधायक श्री आदेश चैहान जी एवं अनेक पूज्य संतों व विशिष्ट व्यक्तियों ने सहभाग किया, गंगा हमारा जीवन और जीवन रेखा है
जवानों ने ऋषिकेश से हरिद्वार तक साइकिल रैली की, स्कूली छात्रों ने भी किया सहभाग
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ऋषिकेश, 28 नवम्बर।माँ गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिये स्पर्श गंगा और नमामि गंगे के संयुक्त तत्वावधान में साइकिल रैली का आयोजन किया गया इसमें सैकड़ों स्कूली छात्रों, जवानों, पूज्य संतों एवं अनेक लोगों ने सहभाग किया। जवानों ने त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश से हरिद्वार तक साइकिल रैली का आयोजन कर गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने का संकल्प लिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि स्पर्श गंगा का जन्म परमार्थ निकेतन में गंगा के किनारे माननीय लालकृष्ण अडवानी जी, परम पावन दलाई लामा जी, तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री रमेश पोखरियाल जी तथा देश के अनेक पूज्य संतों के सान्निध्य में  हुआ। स्वामी जी ने कहा कि आज मुझे प्रसन्नता हो रही है कि स्पर्श गंगा की आठ सालों की यात्रा में अनेक जवानों और भाई बहनों ने स्पर्श गंगा की यात्रा में जो आहुतियां दी उन सब का सम्मान करता हूँ।  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि गंगा, हमारा जीवन और जीवन रेखा है; हमारे देश का मान; स्वाभिमान और शान है।  हम बहुत सौभाग्यशाली है कि हमारे प्रदेश से गंगा बहती है और जाकर गंगा सागर बनती है इसलिये हमारा तो कर्तव्य बनता है कि हम पूरे भारत को स्वच्छ और निर्मल गंगा दे सके यही हमारी सबसे बड़ी साधना, ध्यान और पुजा हो।

 स्वामी जी ने सभी छात्रों को सम्बोधित करते हुये कहा, समय आ गया है कि हम सभी फोर टी प्रोग्राम करे जिसमें अपना टाइम, टेलैंट, टेक्नोलाॅजी और टुगेदर्नेस अर्थात सारे मिलकर कार्य करे। सारी संस्थायें, स्कूल और सारी जनशक्ति अगर मिल जाती है तो जन शक्ति से ही जल शक्ति को बचाया जा सकता है। स्वामी हंसदेवाचार्य जी महाराज ने कहा कि गंगा हमारे देश का स्वाभिमान है। गंगा केवल बाहर ही नहीं बल्कि हमारे दिलों में बहती है, गंगा के प्रति हमारा विशेष कर्तव्य है कि उसमें कभी भी और कहीं भी कूडा-कचरा न जाये और उसमें प्रदूषण न हो तथा पालिथिन का उपयोग न करे और इस पर विशेष ध्यान दे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने वहां उपस्थित सभी लोगों एवं सैकड़ों की संख्या में उपस्थित छात्रों को संकल्प कराया कि न तो में गन्दगी करूंगा और न करने दूंगा, न मैं प्रदूषण करूंगा और न प्रदूषण करने दूंगा। उन्होने कहा कि वृक्ष लगाकर अपनी धरती को हरा-भरा बनायेंगे और इसकी शुरूआत अपनी गली से, अपने गांवों से करना होगा इस कार्य के लिये हम खुद भी जुटेंगे और दूसरों को भी जोड़ेंगे। उन्होने कहा कि स्वच्छता में ही ईश्वर का निवास है स्वच्छता ईश्वर को बहुत प्रिय है अतः स्वच्छता हमारा संस्कार बने, स्वच्छता हमारा धर्म बने, स्वच्छता हमारी संस्कृति बने।  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने दिव्यांग जवान को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। इस दिव्यांग जवान ने साइकिल रैली में भाग लिया। दिव्यांग छात्र को स्वामी जी महाराज, श्री प्रकाश पंत जी और पूर्व मुख्यमंत्री जी ने सम्मानित किया।

मधुबनी : एम.एस.एम.ई. योजना के क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन

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मधुबनी, 28,नवंबर :श्री एन.श्रवण कुमार,संयुक्त सचिव,मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय स्थित सभागार में एम.एस.एम.ई. कार्यक्रम के क्रियान्व्यन की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।  बैठक में संयुक्त सचिव,मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा बताया गया कि मधुबनी जिले का चयन एम.एस.एम.ई. योजना के तहत हस्तकला के क्षेत्र में चयनित किया गया है। जिसके तहत मिथिला पेंटिंग,सिक्की कला,टेरा-कोटा सहित अन्य हस्तकला के क्षेत्र में विकास किया जाना है। जिसके तहत हस्तषिल्पियों को एम.एस.एम.ई. योजना के तहत सषक्त बनाना है।  उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को नगर भवन,मधुबनी जागरूकता कैंप एवं ऋण वितरण षिविर का आयोजन किया जायेगा। साथ ही प्रखंड मुख्यालयों में भी बैंक एवं प्रखंड के पदाधिकारियों के समन्वय से हस्तषिल्प जागरूकता षिविर-सह-ऋण मेला का आयोजन किया जायेगा। षिविर में बैंक के पदाधिकारियों द्वारा लाभार्थियों के बीच ऋण का वितरण किया जायेगा। तथा हस्तषिल्प विभाग के पदाधिकारियों द्वारा हस्तकला के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु उन्हें तकनीकी बारिकियों से भी अवगत कराया जायेगा। उन्होंने मधुबनी महोत्सव-2018 एवं जिला स्थापना दिवस के अवसर पर भी स्टाॅल लगाने का निदेष दिया। तत्पष्चात उनके द्वारा बैंकों को हस्तषिल्पियों को मुद्रा देने हेतु उपलब्ध कराये गये आवेदनों की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कई बैंक अपने निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप ऋण स्वीकृत नहीं किया है। ऋण स्वीकृति की प्रगति धीमी देख उन्होंने नाराजगी व्यक्त किये। तथा सभी बैंकों को 6 दिनों के अंदर प्राप्त आवेदनों को स्वीकृत अथवा अस्वीकृत(कारण सहित) करने का निदेष दिया गया। साथ ही सभी बैंको को कम-से-कम 50 षिल्पियों को ऋण मुहैया कराने का निदेष दिया। उन्होंने सभी बैंकों के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि वे कलाकारों को उचित कागजी प्रक्रिया पूरी करने के पष्चात शीघ्र अवष्य लोन दें। इस अवसर पर संयुक्त सचिव द्वारा 20 षिल्पियों को कुल 10 लाख की राषि का मुद्रा ऋण की स्वीकृति प्रमाण पत्र एवं 10 षिल्पियों को षिल्पि पहचान का वितरण किया गया।
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श्री रत्नेष झा,अपर विकास आयुक्त,हस्तषिल्प के द्वारा बताया गया कि हस्तषिल्प कलाकारों को सुविधा उपलब्ध के उद्देष्य से विभाग द्वारा कलामित्र मोबाईल एप्प बनाया गया है। इस एप्प के माध्यम से कलाकार पहचान पत्र हेतु आवष्यक जानकारी अपलोड कर आवेदन कर सकते है। एप्प के माध्यम से कलाकारों को नाम, पता, मोबाईल नंबर, आधार नंबर, बैंक विवरणी, षैक्षणिक तथा अन्य प्रमाणपत्र,जियो टैग फोटोग्राफ इत्यादि विवरणी अपलोड करना होगा। हस्तषिल्पियों को प्रमाण पत्र के माध्यम से कई प्रकार की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होगी। तत्पष्चात संयुक्त सचिव, मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा मधुबनी रेलवे स्टेषन परिसर में आयोजित षिल्प जागरूकता कार्यक्रम का फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम दिनांक 28.11.18 से 29.11.18 तक चलेगा। जिसमें कलाकारों द्वारा विभिन्न हस्तकला के उत्पादों का स्टाॅल लगाया गया है। उन्होंने सबों से विष्व विख्यात मिथिला पेंटिंग के विकास हेतु समन्वय बनाकर कर ईमानदारी पूर्वक कार्य करने का निदेष दिया। पुनः संयुक्त सचिव महोदय द्वारा ग्राम विकास परिषद द्वारा आयोजित स्फूर्ति कार्यक्रम में हिस्सा लिया गया। इस अवसर पर श्री शीर्षत कपिल अषोक,जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा सभी वरीय पदाधिकारियों का स्वागत किया गया तथा जिला प्रषासन द्वारा हस्तकला के क्षेत्र में हरसंभव सहयोग देने की बात कही गयी।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 नवंबर

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झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस ने टेविल बूथ पर झोकी ताकत

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सीहोर। विधानसभा सीहेार में चुनाव के अंतिम दिन बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष तथा विधायक प्रतिनिधि नरेंद्र खंगराले ने मतदान केदंा्रें पर घर से बूथ तक मतदाताओं को अधिक अधिक ले जाकर कांग्रेस के पक्ष में मतदान कराया। श्री खंगराले ने  टेविल बूथ पर साथियों सहित पूरी ताकत के साथ कांग्रेस के लिए कार्य किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से क्षेत्रीय पार्षद आरती खंगराले,वरिष्ठ कांग्रेस नेता दर्शन सिंह वर्मा, ज्ञान सिंह ठाकुर, डॉ लक्ष्मण सिंह ठाकुर, ब्रहम्पाल ठाकुर कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेंश गुप्ता, कुतुबुददीन शेख,पन्नालाल खंगराले, श्यामलाल महोबिया, धर्म प्रकाश आर्य, मुकेश ठाकुर, प्रीतम दयाल चौरसिया, सजन सिंह, कचनेरिया, शोभाराम अहिरवार, सुरेश सिलावट, अशोक जाटव, कैलाश जाटव, संतोष जाटव, धनराज थारोले, राकेश मालवीय, गोकल चौधरी, आनंद चौधरी,लाल सिंह ठाकुर, नीरज जाटव, रिंकू जाटव, कमलेश चौधरी, सुरेश सिलावट, धीरेंद्र सिलावट, बाबूलाल केवट, जितेंद्र जिगने, पिंटु कचनेरिया, सोनू, जुगल महोबिया, सुनील जाटव, किशोर, सुरेश जाटव, पवन जोहरे आदि लोग उपास्थित थे। 

संपूर्ण जिले में लगभग 82.98 %  मतदान, चाक-चौबंद व्‍यवस्‍थाओं के बीच शांतिपूर्ण ढंग से संपन्‍न हुआ मतदान

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विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिये जिले की चारों विधानसभाओं में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्‍न हुआ। सुबह 7 बजे से ही मतदान केन्‍द्रों पर मतदान करने के लिये लोग जमा होना शुरु हो गए थे। शासन द्वारा सभी मतदान केन्‍द्रों पर मतदाताओं  के लिए सभी आवश्‍यक सुविधाएं उपलब्‍ध कराई गई थी। कलेक्‍टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े ने सुबह 8 बजे स्‍थानीय टैगोर स्‍कूल स्थित मतदान केन्‍द्र क्र.245 पर पहुंचकर अपना वोट डाला। वोट डालने हेतु उन्‍हें लगभग 30 मिनिट तक मतदान में लगना पड़ा। सुबह मतदान की गति कुछ धीमी रही किंतु दोपहर से शाम तक काफी तेजी से मतदान हुआ। सीहोर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 75.90, इछावर में लगभग 91, आष्‍टा में लगभग 82.10 एवं बुधनी में लगभग 82.94 प्रतिशत एवं संपूर्ण जिले में लगभग 82.98 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। मतदान के दौरान कलेक्‍टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े एवं पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल ने पुलिसबल के साथ सभी मतदान केन्‍द्रों का निरीक्षण किया एवं मतदाताओं से चर्चा की। कलेक्‍टर के निर्देश पर अनेक मतदान केन्‍द्रों के आसपास 100 मीटर के दायरे से बाहर टेबिल कुर्सी लगाकर मतदाता सूचियां लेकर बैठे विभिन्‍न राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं को वहां से हटवाया एवं उन्‍हें सख्‍त चेतावनी दी।

7 दिसम्बर तक एक्जिट पोल पर रहेगा प्रतिबंध

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार विधानसभा निर्वाचन 2018 के संबंध में 7 दिसम्बर 2018 को अपराह्न 5:30 बजे तक एक्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाया गया है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126 क के प्रावधानों के अनुसार आयोग द्वारा अधिसूचना अवधि में कोई एक्जिट पोल आयोजित करना और उसका परिणाम प्रकाशित करना एवं प्रसारित करना प्रतिबंधित रहेगा। मतदान की समाप्ति के लिए नियम समय पर समाप्त होने वाले 48 घंटों के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी ओपिनियन पोल या अन्य किसी मतदान सर्वेक्षण के परिणाम सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रदर्शन पर प्रतिबंध होगा।  

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 27 नवंबर

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शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हुआ, जिले के लगभग 73 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया 

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विदिशा जिले की पांचो विधानसभाओं के लिए आज 28 नवम्बर की प्रातः आठ बजे से जिले के सभी 1319 मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रक्रिया शुरू हुई। जिले में शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 73 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान प्रक्रिया में भाग लिया है।  विदिशा नगर मंे शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शेरपुरा के मतदान केन्द्र पर पहुंचकर कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सपत्नी मतदान किया। उक्त मतदान केन्द्र पर पुलिस अधीक्षक श्री विनीत कपूर के द्वारा भी मतदान किया गया है। नगर के लक्ष्मीबाई धर्मशाला मतदान केन्द्र पर 81 वर्षीय सेवानिवृत्त अभियांत्रिकी व्याख्याता दिव्यांग श्री शिवनारायण अग्रवाल ने अपने पुत्र श्री धीरज अग्रवाल के साथ व्हीलचेयर से पहुंचकर मतदान का जज्बा दिखाया इसी प्रकार श्री हरिवृद्वाश्रम में रह रहीं वायोवृद्व  कस्तूरीबाई ने अपने साथी की मदद से होमगार्ड में बनाए गए मतदान केन्द्र में पहुंचकर मतदान किया है। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले में शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया सम्पन्न होने पर सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रजातंत्र के इस महापर्व में सभी ने बढ़चढकर भाग लिया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री संदीप अस्थाना ने बताया कि सायं पांच बजे तक विदिशा में 69 प्रतिशत, बासौदा में 76.6 प्रतिशत, कुरवाई में 67.15 प्रतिशत, सिरोंज में 70.91 तथा शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र में 74.27 प्रतिशत मतदान हुआ है। पीठासीन अधिकारियों की डायरी से मिलान के उपरांत ही जिले का वास्तविक प्रतिशत का आंकलन किया जाएगा। 

निर्वाचन सामग्री जमा होने लगी
जिले की पांचो विधानसभाओं में शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया सम्पन्न कराने के उपरांत मतदान दलों के अधिकारी समुचित निर्वाचन सामग्री सहित निर्धारित वाहनो में बैठकर सामग्री जमा कराने हेतु एसएटीआई के कैलाश सत्यार्थी सभागृह के समीप बनाए गए स्ट्रांगरूम में जमा कराने हेतु पहुंचने लगे है। मतदानकर्मियों की सामग्री के मिलान हेतु दल गठित किए गए है ताकि सामग्री जमा कराने में किसी भी प्रकार की दुविधाओं का सामना ना करना पडे़।

मध्यप्रदेश : रीवा में ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

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रीवा (आर्यावर्त डेस्क) मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान जहां एक ओर ईवीएम गड़बड़ी कि शिकायत मिली है वहीं रीवा जिला के देवतालाब विधान सभा क्षेत्र के बदौंआ पंचायत के बदौंआ गांव में आज एक भी वोट नहीं डाला गया | बदौंआ गांव की जनता ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि इस चुनाव में वे हिस्सा नहीं लेंगे | इस बार का चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया है जिसका मुख्य कारण गाँव बंदोआ का सड़क खर्रा से नहीं जोड़ने के कारण , पानी की समस्या, बिजली की समस्या तथा तहसील में घोर भ्रष्टाचार को ध्यान में रखते हुये लिया गया है | चुनाव से पहले इस मुद्दे को विधायक, S.D.M. तथा सम्बंधित सभी उत्तरदायी लोगों के पास उठाया गया था | लेकिन सभी जगह निराशा ही हाथ लगी है | राष्ट्रीय किसान संगठन ने गाँव के मुद्दे को लेकर गाँव की जनता के साथ लगातार संघर्ष कर रहा था | इसके बाबजूद भी किसी तरह का कोई काम नहीं हुआ है | पिछले पांच वर्ष में न तो विधायक निधि से , नहीं सांसद निधि से और नहीं सरकारी अधिकारीयों के तरफ से किसी भी तरह का काम किया है | चुनाव से पहले ही राष्ट्रीय किसान संगठन के नईगढ़ी तहसील अध्यक्ष भाग्योदय सिंह , तहसील उपाध्यक्ष मनोज सिंह (मन्नू सिंह) के नेतृत्व में बैठक किया गया था जिसके बाद गाँव की जनता यह निष्कर्ष पर पहुंची कि विकास कार्यों में गांव को उपेक्षा पर रखने के कारण चुनाव का बहिस्कार किया जाएगा |

मधुबनी : महानिदेशक,बिहार सैन्य पुलिस की अध्यक्षता में जन जागरण सभा का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) : श्री गुप्तेश्वर पांडेय,महानिदेशक,बिहार सैन्य पुलिस की अध्यक्षता में बुधवार को स्थानीय नगर भवन,मधुबनी में बिहार में पूर्ण शराबबंदी अभियान के तहत मधुबनी पुलिस द्वारा आयोजित जन जागरण सभा कार्यक्रम में भाग लिया गया। महानिदेशक,बिहार सैन्य पुलिस के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपस्थित पुलिस पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों तथा अन्य लोगों से शराबबंदी कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गयी। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी,मधुबनी,श्री शीर्षत कपिल अशोक, पुलिस महानिदेशक के सहायक श्री अरविंद कुमार, समादेष्टा,बिहार सैनय पुलिस-13,दरभंगा, श्री अश्विनी कुमार,पुलिस अधीक्षक,मधुबनी, श्री दीपक वरनवाल,सहायक पुलिस अधीक्षक,झंझारपुर,श्री योगेन्द्र कुमार एवं सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

बिहार : रोम में रहने वाले संत फ्रांसिस का बिहार आगमन

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आगमन के बाद वृहस्पतिवार को पटना में स्थित कुर्जी पल्ली जाएंगे, यहां पर पटना धर्मप्रांत की शताब्दी वर्ष का उद्घाटन करेंगे
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पटना,28 नवम्बर।भारत और नेपाल के राजदूत हैं महाधर्माध्यक्ष जियाबतिस्ता डिक्वाटो।संत पिता फ्रांसिस,रोम के राजदूत हैं।उनका आगमन बिहार में हो रहा है। यहां पर आगमन होने के बाद पटना में स्थित कुर्जी पल्लाी चले जाएंगे। वृहस्पतिवार 29 नवम्बर, 2018 को 3ः30 बजे से प्रेरितों की रानी ईष-मंदिर में मिस्सा पूजा अर्पित करेंगे। इसी अवसर पर पटना धर्मप्रांत की स्थापना की शताब्दी वर्ष का उद्घाटन कर देंगे। इसके साथ ही विभिन्न तरह का कार्यक्रम साल भर चलता रहेगा। कई धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष भी रहेंगे मौजूद
अब से कुछ घंटे के बाद पटना धर्मप्रांत का शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो जाएगा। विभिन्न धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष, फादर, सिस्टर और ईसाई धर्मावलम्बी आने लगे हैं। यह सुनिश्चित है कि पटना महाधर्मप्रांत के पटना, बेतिया, मुजफ्फरपुर, नेपाल, पूर्णिया, और भागलपुर के धर्माध्यक्ष आएंगे। बक्सर धर्मप्रांत के बिषप का पद रिक्त हैं वहां से प्रषासक बने विकर जेनरल आएंगे। पटना धर्मप्रांत के बिषप विलियम डिसुजा हैं। जो पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्मायक्ष भी हैं। इन लोगों के साथ धर्मी भी आएंगे। कुल मिलाकर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भव्य होगा। आगत सभी लोग इस ऐतिहासिक पल का गवाह बन जाएंगे।

इलाहाबाद धर्मप्रांत से अलग होकर बना है पटना धर्मप्रांत
आपको मालूम है कि इलाहाबाद धर्मप्रांत से अलग होकर बना है पटना धर्मप्रांत। जी हां, संत पिता बेनेडिक्ट 15 वें के कार्यकाल में 10 सितम्बर 1919 को इलाहाबाद धर्मप्रांत से अलग करके पटना धर्मप्रांत की स्थापना की गयी थी। इसके 2 साल के बाद पटना धर्मप्रांत को प्रथम धर्माध्यक्ष मिला। प्रथम धर्माध्यक्ष बनने का श्रेय फादर लुइस वानहुक को प्राप्त हुआ। 1921 में विधिवत फादर लुइस वानहुक को पटना धर्मप्रांत के
प्रथम  धर्माध्यक्ष के रूप में अभिषिक्त किया गया।

शताब्दी वर्ष का विधिवत उद्घाटन पर सांस्कृति कार्यक्रम
भारत और नेपाल के राजदूत महाधर्माध्यक्ष जियामबतिस्ता डिक्वाटो के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाएगा। कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर रेमंड केरोबिन के अनुसार पल्ली के स्कूल और संस्थानों के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। सभी कार्यक्रम नयना विराम होगा।

पाकिस्तान में प्रस्तावित दक्षेस सम्मेलन में शामिल नहीं होगा भारत

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हैदराबाद, 28 नवंबर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि भारत, पाकिस्तान में प्रस्तावित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) सम्मेलन में शामिल नहीं होगा और जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद नहीं करेगा, दोनों देशों के बीच कोई वार्ता नहीं होगी। सुषमा स्वराज ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत, पाकिस्तान में दक्षेस सम्मेलन में भाग नहीं लेगा। उन्होंने कहा कि भारत सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण का जवाब नहीं देगा। उन्होंने यहां मीडिया से कहा, "जैसा कि मैंने कहा, जब तक पाकिस्तान, भारत में आतंकवादी गतिविधि समाप्त नहीं करेगा, कोई वार्ता नहीं होगी और हम दक्षेस में भाग नहीं लेंगे।"पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मंगलवार को कहा था कि मोदी को दक्षेस सम्मेलन के लिए पाकिस्तान आमंत्रित किया जाएगा। पाकिस्तान में 2016 में होने वाले 19वें दक्षेस सम्मेलन का भारत ने बहिष्कार किया था। इसके बाद अफगास्तिान, बांग्लादेश और भूटान ने भी सम्मेलन में भागीदारी से मना कर दिया था और इसे रद्द करना पड़ा था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि भारत हालांकि करतारपुर कॉरिडोर के विकास का स्वागत करता है, लेकिन हम तब तक वार्ता नहीं करेंगे, जब तक इस्लामाबाद आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता। उन्होंने कहा, "द्विपक्षीय वार्ता और करतारपुर कॉरिडोर बिल्कुल अलग-अलग चीज है। मैं बहुत खुश हूं कि बीते 20 वर्षो से भारत सरकार करतारपुर कॉरिडोर की मांग कर रही थी और पहली बार पाकिस्तान ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।"उन्होंने कहा, "लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जाएगी..हम हमेशा कहते हैं कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान जैसे ही भारत में आतंकवादी गतिविधि रोकेगा, वार्ता शुरू हो जाएगी। वार्ता केवल करतारपुर कॉरिडोर से जुड़ी हुई नहीं है।"सुषमा स्वराज ने कहा कि वह करतारपुर समारोह में शामिल नहीं हो सकीं क्योंकि उन्हें तेलंगाना का दौरा करना था। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर से संबंधित समारोह में पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने पर किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और उनके बयान के हवाले से कहा कि वह निजी हैसियत से वहां गए हैं। मंत्री ने कहा कि सिद्धू के इस कार्यक्रम में भाग लेने पर पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी समारोह में भाग लेने पाकिस्तान गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के समीप इस परियोजना की आधारशिला रखी। करतारपुर साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे।

खराब ईवीएम का उपयोग वोट में हेराफेरी करने की चाल : ममता बनर्जी

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पुरुलिया, 28 नवंबर, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में पाई गई खराबी की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ईवीएम में खराबी लोगों के वोट में हेराफेरी करने की एक चाल थी। उन्होंने कहा, "मैं सुबह से सुन रही हूं कि मध्य प्रदेश में मतदान के दौरान कई ईवीएम खराब थी। हम सभी इस योजना को समझते हैं। यह अपने फायदे के लिए लोगों के वोट में हेराफेरी करने का प्रयास है।"ममता बनर्जी ने परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संदर्भ में यह बात कही, क्योंकि मध्य प्रदेश और केंद्र में भाजपा की ही सरकार है। उन्होंने कहा, "मैंने सुना है कि ईवीएम के जरिए डाले गए वोट में से सिर्फ दो फीसदी मतों का पता लगाया जा सकता है। यह दो फीसदी की क्या अहमियत है? अगर दो फीसदी वोट सही है और 80 फीसदी में हेराफेरी, इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? अगर चुनावों में ईवीएम और वीवीपैट का उपयोग किया जाता है तो चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एक भी ईवीएम मतदान के दौरान खराब न हो।"तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि वह ईवीएम खराबी का मसला दिल्ली में दिसंबर में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में उठाएगी। उन्होंने कहा, "हमने पहले ही इस मसले को उठाया है। मैं फिर दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक में उठाऊंगी। मध्यप्रदेश में जो कुछ हो रहा है उसका दस्तावेज भी मैं वितरित करूंगी।"मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव के लिए मतदान के दौरान बुधवार को कई ईवीएम और वीवीपैट में खराबी पाई गई है और मशीनें एक घंटे के भीतर बदली गईं।

नक्सलवाद 8 जिलों तक सिमटा : राजनाथ सिंह

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मंडी (हिमाचल प्रदेश), 28 नवंबर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि बीते चार वर्षो में नक्सलवाद आठ जिलों तक ही सीमित रह गया है और पूर्वोत्तर क्षेत्र में उग्रवाद में 80 प्रतिशत तक की कमी आई है। उन्होंने कहा, "बुधवार को लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर नवीद जट भी कश्मीर में मारा गया।"गृह मंत्री ने यहां कहा, "बीते चार वर्षो में, नक्सलवाद 90 जिलों से घटकर केवल आठ से नौ जिलों में ही सिमट कर रह गया है।"राजनाथ ने कहा, "पूर्वोत्तर में उग्रवाद की घटनाओं में 80-85 प्रतिशत की कमी आई है। कश्मीर में बीते तीन-चार दिनों में हमारे बलों ने 18-19 आतंकवादियों को मार गिराया है। यहां तक की आज (बुधवार को) भी, हमारे बलों ने लश्कर के कमांडर नवीद जट को मार गिराया।"राजनाथ मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा के पन्ना प्रमुखों की बैठक की अध्यक्षता करने यहां एक दिवसीय दौरे पर आए हुए थे। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और अन्य नेता मौजूद थे।

मिजोरम में 73 फीसदी से ज्यादा मतदान

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आइजोल, 28 नवंबर, मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 7.68 लाख मतदाताओं में से करीब 73 फीसदी से ज्यादा ने मतदान किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी आशीष कुंद्रा ने मीडिया को बताया, "चुनाव समाप्त होने की अवधि अपराह्न् चार बजे तक 7,68,181 मतदाताओं में से 73 प्रतिशत से ज्यादा ने मतदान किया है। मतदान का प्रतिशत हालांकि 77-78 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, क्योंकि राज्य के विभिन्न मतदान केद्रों पर अभी भी मतदाता कतार में अपना मत डालने का इंतजार कर रहे हैं।"मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ। सभी जिलों में लोग मतदान के लिए कतारों में खड़े दिखाई दिए। कुंद्रा ने कहा, "अनुकूल स्थिति और मौसम की वजह से लोगों ने सहजता के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया।"उन्होंने कहा कि 25 ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों) के अलावा वीवीपीएटी (वोटर्स वेरिफाइबल पेपर ऑडिट ट्रेल) डिवाइस खराब हो गए, लेकिन अबतक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कुछ मतदाता जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है, वे भी अपने परिवार की सहायता से मतदान करने आए। म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से सटा पहाड़ी राज्य मिजोरम आठ पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस का अंतिम गढ़ है। मौजूदा मुख्यमंत्री व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ललथनहावला लगातार तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री जोरामथंगा की अगुवाई वाले मुख्य विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) से कड़ी चुनौती मिल रही है। कांग्रेस और एमएनएफ दोनों ने 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश कर रही है और इसने 39 उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा और कांग्रेस के अलावा मिजो नेशनल फ्रंट (एनएनएफ) समेत कई क्षेत्रीय एवं स्थानीय पार्टियों ने भी 40 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों को उतारा है। राज्य में कुल 768,181 मतदाताओं में से 393,685 महिलाएं और 3,74,496 पुरुष मतदाता हैं। इन मतदाताओं ने 209 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला करने के लिए मतदान किया। इन उम्मीदवारों में से 15 महिलाएं हैं। निर्वाचन आयोग ने कन्हमुन में रेआंग जनजाति के शरणार्थी को मतदान करने के लिए 15 विशेष मतदान केंद्र बनाए हैं, जिन्होंने पिछले 21 सालों से त्रिपुरा में शरण ले रखी है। यह गांव मिजोरम-त्रिपुरा की सीमा पर स्थित है। इससे पहले मिजोरम निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बांग्लादेश और म्यांमार के साथ लगी मिजोरम की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा बनाए रखने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। यहां मध्यप्रदेश, राजस्थाना, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के साथ मतगणना 11 दिसंबर को होगी।

बिहार : 'सीबीआई के दुरुपयोग'पर बिहार विधानसभा में विपक्ष का हंगामा

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पटना, 28 नवंबर, बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चल सकी। हंगामे के बीच चली 11 मिनट की कार्यवाही में औद्योगिक विवाद (बिहार संशोधन) विधेयक 2018 पारित कर दिया गया। विधान परिषद में भी विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। इसकी वजह से पांच सदस्यों को निलंबित कर दिया गया, जिसके विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कई सदस्य धरने पर बैठ गए। विधानसभा की कार्यवाही के पूर्वान्ह 11 बजे शुरू होते ही विपक्षी सदस्य केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का दुरुपयोग कर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को फंसाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कई बार विपक्षी सदस्यों को अपने स्थान पर बैठने और प्रश्नकाल के बाद इस मामले को उठाने का अनुरोध किया लेकिन जब सदस्य नहीं मानें तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अपरान्ह दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

भोजनावकाश के बाद कार्यवाही जब फिर शुरू से हुई तो विपक्षी सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे। पक्ष-विपक्ष की ओर से जमकर आरोप-प्रत्यारोप होता रहा। हंगामे के बीच अध्यक्ष की अनुमति से श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने औद्योगिक विवाद (बिहार संशोधन) विधेयक 2018 विधेयक पेश किया। सदस्यों का संशोधन प्रस्ताव न ही पेश हुआ और न ही उस पर चर्चा हुई। विधेयक के मूल प्रस्तावों को ध्वनि मत से पारित करने के साथ ही कार्यवाही गुरुवार को पूर्वान्ह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस विधायक रामदेव राय ने कहा कि सीबीआई 'सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंडिया'हो गई है। लोकतंत्र षडयंत्र में बदल गया है। विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया जा रहा है। राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आरोप लगाते हुए कहा, "सीबीआई में खींचतान के बाद एक उच्च स्तरीय अधिकारी द्वारा शपथ पत्र देकर कहा गया है कि सीबीआई अधिकारी अस्थाना, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएमओ की मिलीभगत से लालू प्रसाद यादव को फंसाया गया है। उप मुख्यमंत्री ने इस आरोप का आज तक खंडन नहीं किया।"

उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष भाजपा के धुर-विरोधी हैं, इस कारण उनकी गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि राजद ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है। विधान परिषद में भी राजद सदस्यों के शोर-शराबे के कारण कामकाज नहीं हो सका। परिषद के सभापति हारून रशीद ने राजद के पांच सदस्यों को दो दिन के लिए निलंबित कर दिया और कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद विधान परिषद में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी निलंबन हटाने की मांग को लेकर परिषद की पोर्टिको में धरने पर बैठ गईं। इसके बाद उनका साथ देने उनके बेटे और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई अन्य सदस्य वहां पहुंच गए। राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार द्वारा हमारे पूरे परिवार को फंसाया गया है, लेकिन हमलोग डरने वाले नहीं हैं। हमलोग लड़ाई लड़ते रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक संजय सरावगी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को न्यायालय ने सजा सुनाई है। विपक्ष एक परिवार के कारण सदन का समय बर्बाद कर रहा है। राज्य के संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार हर मामले को लेकर बहस को तैयार है। किसी के कहने से सदन की कार्यवाही नहीं चलती बल्कि नियमों से चलती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा जनता के हित में कार्य करने की है। पांच दिनों तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी हंगामे के बीच मात्र 40 मिनट का कार्य हो सका था।

झारखंड, ओडिशा व असम में लोकसभा चुनाव लड़ेगी तृणमूल : ममता

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पुरुलिया, 28 नवंबर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस 2019 लोकसभा चुनाव में पड़ोसी राज्यों झारखंड, ओडिशा और असम की कई लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरुद्ध हमला बोलते हुए बनर्जी ने कहा कि 2019 में भगवा पार्टी बंगाल में खाता भी नहीं खोल पाएगी और कई राज्यों में बड़ी संख्या में लोकसभा सीटों पर उसकी हार होगी।

बनर्जी ने पुरुलिया के बलरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "जो पुरुलिया, पश्चिम मिदनापुर, झारग्राम, बीरभूम जैसे बंगाल-झारखंड के सीमावर्ती जिलों में रहते हैं, उन्हें तैयार रहना चाहिए। हम झारखंड में कई लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हम ओडिशा में कई सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जिसके साथ हम सीमा साझा करते हैं।"उन्होंने कहा, "भाजपा असम से बंगालियों को भगाने की कोशिश कर रही है। असम हमारा पड़ोसी राज्य भी है। हम असम में भी कुछ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हम बंगाल के अलावा इन राज्यों से चुनाव लड़ेंगे क्योंकि हम पड़ासियों के साथ अपने अच्छे रिश्ते चाहते हैं।"तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि भाजपा मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों जगहों पर विधानसभा चुनाव में हार का सामना करेगी और इसके साथ ही 2019 में उसे केंद्र से उखाड़ फेका जाएगा। बनर्जी ने कहा, "बंगाल में सत्ता में आने के बारे में भूल जाइए। आने वाले दिनों में उन्हें दिल्ली से भी उखाड़ फेंका जाएगा। अगर अभी झारखंड में चुनाव होगा, भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी। वे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और बंगाल में हार जाएंगे, उन्हें इस बार एक बड़ा जीरो मिलेगा।"

बंगाल में कथित रूप से 'अशांति पैदा करने के लिए घुस आए झारखंड के भाजपा समर्थकों'को चेतावनी देते हुए बनर्जी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी वहां (झारखंड में) रह रहे दलितों और जनजातीय लोगों के खिलाफ अत्याचार को रोकने के लिए प्रतिरोधक बल (रेसिस्टेंस फोर्से) बनाएगी और झारखंड में प्रवेश करेगी। उन्होंने कहा,"हम झारखंड को प्यार करते हैं। लेकिन, भाजपा पुरुलिया में अशांति पैदा करने के लिए वहां से गुंडे ला रही है। हम झारखंड में दलितों और जनजातीय लोगों के खिलाफ अत्याचार के विरुद्ध राज्य में प्रतिरोधक बल बनाएंगे। अगर झारखंड में जनजातीय लोगों पर किसी भी प्रकार का हमला होता है, तो हम बंगाल से उनकी रक्षा करने के लिए लोगों को भेजेंगे और उनके अधिकारों के लिए लड़ेंगे।"बनर्जी ने दावा किया कि वाम पार्टियां और कांग्रेस बंगाल में भाजपा के उदय के लिए जिम्मेदार हैं और आरोप लगाया कि कुछ माकपा नेता और कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर लोगों को गुमराह करने के लिए उनकी सहायता कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "माकपा राज्य में भाजपा को पांव पसारने में मदद कर रही है। माकपा कार्यकर्ता उन्हें ग्रामीण इलाकों में लोगों के दरवाजों तक ले जा रहे हैं और तृणमूल के विरुद्ध फर्जी प्रोपेगेंडा फैलाने में मदद कर रहे हैं। वाम और कांग्रेस बंगाल में भाजपा के उदय के लिए जिम्मेदार हैं।"

बिहार : विधान परिषद में 5 सदस्यों के निलंबन के विरोध में राबड़ी, तेजस्वी धरने पर

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पटना, 28 नवंबर, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार की शाम यहां अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई। विधान परिषद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पांच सदस्यों को दो दिनों के लिए निलंबित किए जाने के विरोध में सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद भी विपक्षी सदस्य विधान परिषद में डटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी विधान परिषद के अंदर तो तेजस्वी यादव विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दे रहे हैं। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अन्य विपक्षी सदस्यों के साथ विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए हैं। धरने पर बैठे राजद नेता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "विपक्ष जन सरोकार के मुद्दे को सदन में उठाना चाहता है, परंतु सदन में विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। आखिर विपक्ष कहां जाए? क्या करे?"

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में हो रही कई तरह की अनियमितताओं से जुड़े सवालों का जवाब भी राज्य सरकार नहीं देना चाहती। यही कारण है कि सरकार सदन में विपक्ष को सवाल नहीं पूछने दे रही है। इससे पूर्व विधान परिषद की कार्यवाही बुधवार को हंगामे के पहले दोपहर 12 बजे और फिर गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद ही विपक्षी सदस्य सीबीआई के दुरुपयोग को लेकर वेल में पहुंच कर हंगामा करने लगे। विधान परिषद में हुए हंगामे के दौरान सभापति हारून रशीद ने विपक्ष के पांच सदस्यों राधाचरण सेठ, सुबोध राय, दिलीप राय, कमर आलम, खुर्शीद मोहसिन को दो दिन के लिए निलंबित कर दिया। निलंबन के विरोध में राबड़ी देवी वेल में पहुंचकर धरने पर बैठ गई। उनके साथ कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा, रामचंद्र पूर्वे, सुबोध कुमार, दिलीप राय, कमर आलम और खुर्शीद मोहसिन भी राबड़ी देवी के साथ धरने पर बैठ गए। इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राजद के अन्य सदस्यों के साथ विधानसभा मुख्यद्वार पर धरने पर बैठ गए।

बिहार : राबड़ी, तेजस्वी का धरना समाप्त

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पटना, 28 नवंबर, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार की शाम विधान परिषद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पांच सदस्यों का निलंबन रद्द किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का धरना समाप्त हो गया। विधान परिषद में विपक्ष के लागतार हंगामे के बाद बुधवार को सभापति ने राजद के पांच सदस्यों को दो दिन के लिए निलंबित कर दिया था। इसके विरोध में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी सहित कई सदस्य कार्यवाही समाप्त हो जाने के बाद भी सदन में धरने पर बैठ गए। इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी अन्य विपक्षी सदस्यों के साथ निलंबन के विरोध में विधानसभा द्वार पर धरना पर बैठ गए। इसकी सूचना के बाद विधान परिषद के सभापति हारून रशीद विधान परिषद पहुंचे और सभी निलंबित सदस्यों का निलंबन रद्द कर दिया। इसके बाद राजद नेताओं का धरना समाप्त हो गया। तेजस्वी यादव ने इसे विपक्ष की एकता की जीत बताते हुए कहा, "सरकार ने भी अपनी गलती मान ली, तभी तो निलंबन वापस लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि आखिर जिन नेताओं को सदन से निलंबित किया गया था, उन्होंने तो केवल जनता की बात रखने का काम किया था। सरकार की तानाशाही नीति नहीं चलेगी।"

इससे पूर्व विधान परिषद की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के कारण बुधवार को पहले दोपहर 12 बजे और फिर गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद ही विपक्षी सदस्य सीबीआई के दुरूपयोग को लेकर वेल में पहुंच कर हंगामा करने लगे। विधान परिषद में हुए हंगामे के दौरान सभापति हारून रशीद ने विपक्ष के पांच सदस्यों राधाचरण सेठ, सुबोध राय, दिलीप राय, कमर आलम, खुर्शीद मोहसिन को दो दिन के लिए निलंबित कर दिया। निलंबन के विरोध में राबड़ी देवी वेल में पहुंचकर धरना पर बैठ गई। उनके साथ प्रेमचंद मिश्रा, रामचंद्र पूर्वे, सुबोध कुमार, दिलीप राय,, कमर आलम और खुर्शीद मोहसिन भी राबड़ी देवी के साथ धरना पर बैठ गए। इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राजद के अन्य सदस्यों के साथ विधानसभा मुख्यद्वार पर धरना पर बैठ गए थे।

गुलजार के साथ फिर से फिल्म करना चाहती हैं तब्बू

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मुंबई, 28 नवंबर,अभिनेत्री तब्बू, दिग्गज गीतकार व फिल्मकार गुलजार के साथ फिर से काम करना चाहती हैं। तब्बू 'माचिस'और 'हू तू तू'नामक फिल्मों में गुलजार के साथ काम कर चुकी हैं। तब्बू ने 92.7 बिग एफएम के शो 'बिग एमजे ऑफ द वीक'में कहा, "मेरे पास गुलजार के लिए संदेश है, कृपया कर जल्द ही एक फिल्म बनाएं और मुझे उसमें कास्ट करें। अगर आप एक अभिनेत्री के तौर पर मुझे नहीं रख सकते तो अपनी असिस्टेंट रख लें।"इस शो में तब्बू आरजे (रेडियो जॉकी) बनीं और अपनी फिल्मों एवं किरदारों के बारे में बातचीत की। हाल में रिलीज हुई थ्रिलर फिल्म 'अंधाधुन'में डार्क रोल निभाने के लिए तब्बू की काफी प्रशंसा हुई। इसके अलावा, 'हैदर'और 'फितूर'में भी उन्होंने नकारात्मक किरदार को बखूबी निभाया था। तब्बू ने कहा, "मुझे ग्रे कैरेक्टर बहुत दिलचस्प लगते हैं। यह एक अलग सफर है क्योंकि आप किरदार के बारे में अलग-अलग चीजें जानते रहते हैं।"अभिनेत्री के अनुसार, नकारात्मक किरदार निभाना भी एक तरह का रोमांस है। तब्बू ने कहा, "मैं नहीं जानती कि जिस तरह के रोल मैंने निभाए हैं, आप उसे एक जैसा कहेंगे लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह बुरी बात है।"उन्होंने कहा, "मैं मानती हूं कि अगर इस चीज को मेरे द्वारा पहचाना जाता है और अगर लोग जानते हैं कि वह आपको किसी चीज से पहचान सकते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि है। मैं नहीं समझती कि इसमें कुछ गलत है। मुझे बहुत खुशी है कि ऐसे रोल मुझे मिले और लोग उसे मुझसे जोड़ते हैं।"

बिहार : महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में 20 दोषी करार

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आरा, 28 नवंबर, बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया में एक महिला को निर्वस्त्र कर सार्वजनिक रूप से घुमाने के आरोप में एक अदालत ने सभी 20 आरोपियों को दोषी करार दिया है। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि अदालत इस मामले में दोषियों को शुक्रवार को सजा सुनाएगी। भोजपुर व्यवहार न्यायालय में अपर प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश आऱ सी़ द्विवेदी ने बुधवार को सभी 20 आरोपियों को दोषी करार दिया। लोक अभियोजक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि अदालत ने बिहिया में उपद्रव व महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में सभी 20 आरोपितों को दोषी माना है। इनमें पांच आरोपियों को दंगा, महिला को निर्वस्त्र करने व अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) एक्ट में दोषी पाया जबकि अन्य 15 आरोपितों को उपद्रव व एससी-एसटी एक्ट के तहत दोषी माना गया है। बिहिया में 20 अगस्त को एक छात्र की हत्या के बाद लोग आक्रोशित हो गए थे और जमकर उपद्रव मचाया था। आक्रोशित लोगों ने कई घरों में तोड़फोड़ की थी और कई घरों में आग लगा दी थी। इसके बाद एक महिला को निर्वस्त्र कर पूरे बाजार में घुमाया गया था। इस मामले में वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

बिहार : सामाजिक सुरक्षा पर संवाद में लोगों ने बी.डी.ओ व सी.ओ. को घेरने का निश्चिय किया

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कुर्सेला,28 नवम्बर।आज कुर्सेला थानान्तर्गत सर्वोदय आश्रम गांधी घर में गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के तत्वावधान में एवं इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी के सहयोग से सामाजिक सुरक्षा पर संवाद आयोजित की गयी.इसमें  कुर्सेला एवं समेली प्रखंड के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम के मुख्य मंशा फांउडेशन के फैयाज खां, पूर्वी मुरादपुर पंचायत के मुखिया गगन महलदार, पूर्वी मुरादपुर पंचायत के सरपंच बासुदेव मंडल, साहित्यकार दिनेश कुमार दिनेश, हरि प्रसाद मंडल, प्रदीप  महलदार आदि ने जमकर समाजिक सुरक्षा पर विचार  व्यक्त किया. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के अधीन हजारों योजना संचालित है.फिर भी गरीबी बरकरार है. इसके पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तैल चित्र पर मालार्पण किया गया.मंशा फांउडेशन के फैयाज खां, पूर्वी मुरादपुर पंचायत के मुखिया गगन महलदार, पूर्वी मुरादपुर पंचायत की वार्ड नं.3 की वार्ड सदस्या वीणा देवी, इसी वार्ड की पंच लीला देवी और भूमि अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष नागो राम ने मोमबर्ती जलाकर संवाद का उद्घाटन किया.  संवाद में भाग ले वालों ने कुर्सेला व समेली प्रखंड के कॉमन डिमांड बनाकर बी.डी.ओ और सी.ओ.को देने का निश्चिय किया है.
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