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सम्पादकीय : "जिह्वा तोड़"लोकतंत्र के मायने......

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विजय सिंह, सम्पादकीय ,आर्यावर्त डेस्क,6 दिसंबर,2018,  7 दिसंबर को राजस्थान और तेलंगाना में मतदान के पश्चात पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव संपन्न हो जायेंगे. अब राजस्थान,तेलंगाना सहित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम को 11 दिसंबर का इंतजार रहेगा जब ई वी एम् से प्रत्याशियों के साथ साथ पार्टियों के भाग्यांक निकलेंगे.चूँकि इन राज्यों के विधानसभा चुनाव को 2019 के आसन्न लोकसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास
समझा जा रहा है ,इसलिए पार्टियों ने अपनी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरा "दम"लगा दिया है. जाहिर है,हर पार्टी के "मुखिया"ने भी "जी तोड़"मेहनत की है. लेकिन ये जी तोड़ मेहनत कब "जिह्वा तोड़"मेहनत में बदल गई, देशवासियों को पता ही नहीं चला. सुना था कि लोकतंत्र में मतदाता ही मालिक होते हैं. कहीं यह भी पढ़ा था कि"जम्हूरियत में बन्दों को गिना नहीं करते ,उन्हें तौला करते हैं."तो क्या मालिकों के पास जब "सेवक"जाते हैं तो उन्हें छीछालेदर,भद्दी जुबान,आरोप प्रत्यारोप,बेतुके शब्द,गरिमाहीन वाक्य सुनाने जाते हैं ? क्या यह बताने जाते हैं कि हम ही सबसे खरे हैं बाकी सब खोटे ? गाली गलौच की कौन सी तराजू में बन्दों को तौलना चाहते है देश के ये साहूकार ?लिहाज ,गरिमा ,बड़प्पन, संयम ,गरल किसी के पास नहीं ,कोई समझने ,मानने को तैयार नहीं. न पद की गरिमा न सम्मान. एक प्रधानमंत्री की जाति पूछता है,तो एक कान से खून निकालने की बात करता है. कोई प्रधानमंत्री की माता को घसीटता है तो कोई उनके स्वर्गवासी पिता को. यह कौन सी राजनीति है,किस राजनीतिक विज्ञान की किताब में लिखी गयीं हैं, हम जानना चाहते हैं.1947 के पहले और आज़ादी के बाद देश में क्या हुआ ,किसने क्या किया,किस प्रधानमंत्री और सरकार ने क्या किया,यह अब इतिहास की बात है. आज वर्तमान हमारा है और वर्त्तमान जब रौशन होगा तभी "मालिक"का भविष्य प्रकाशमय  होगा.फिजिक्स हम पढ़ चुके,केमिस्ट्री बताईये न. बनाइये न नए सपनों का भारत,नई उम्मीदों का देश. किसने रोका है. नेताओं को फिसलती जुबान पर लगाम लगाना होगा.लोकतंत्र का यह मतलब नहीं कि आप मर्यादा छोड़ दें.गरिमा का ख्याल सभी को रखना होगा,चाहे सेवक हों या प्रधान सेवक.देशवासियों को भी जागना होगा,बताना होगा कि हमें ऐसी शुचिता विहीन राजनीति नहीं चाहिए. ज़रा सोचिये कि जिह्वा तोड़ राजनीति में नेता प्रत्याशी पार्टियां तो जीतती हारती रहेंगी लेकिन क्या पूरे विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र अपनी क्षीण होती गरिमा पर गौरव महसूस कर पायेगा ? सोचियेगा जरूर.

दिल्ली बनी19वीं राष्ट्रीय रोप स्किपिंग चैंपियनशिप 2018 की विजेता

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नई दिल्ली।रोप स्किपिंग फेडरेशन इंडिया तत्वधान में जम्मू कश्मीर रोप स्किपिंग एसोसिएशन के सहयोग से इंटरनेशनल दिल्ली पब्लिक स्कूल सुजवान में हाल ही में संम्पन हुई 19वीं राष्ट्रीय रोप स्किपिंग चैंपियनशिप -  2018 में दिल्ली टीम के ओवरऑल चैम्पयनशिप जीत कर अपना विजय अभियान जारी रखा है। दिल्ली पहुंचने पर दिल्ली टीम का भव्य स्वागत किया गया इस मौके पर दिल्ली जम्प रोप एसोसिएशन के महासचिव निर्देश शर्मा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप विजेता बनने पर टीम के सभी स्किपर्स खिलाडियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे राज्य दिल्ली  के लिए गर्व की बात है जो खेल और खिलाडियों को हम आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने मोरल साइंस के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमने अपने सांस्कृतिक मूल्यों को बचाना ही होगा और अपने प्रशिक्षकों को पूर्ण सम्मान देकर गुरु शिष्य परंपरा को कायम रखना होगा। शर्मा ने कहा कि हमारे प्रदेश में भले संसाधनों की कमी रही लेकिन हमने बहुत अच्छे खिलाडियों को तैयार किया है। आज हमारी दिल्ली ने अपने पिछले सात वर्षों के दबदबे को कायम रखा है और जम्मू के आयोजित  19 वीं   राष्ट्रीय रोप स्किपिंग चैंपियनशिप -  2018 का ख़िताब अपने नाम किया है। दिल्ली टीम को बधाई देते हुए दिल्ली जम्प रोप एसोसिएशन के मीडिया एडवाइजर एवं कोषाध्यक्ष अशोक कुमार निर्भय ने सभी खिलाडियों और प्रशिक्षकों को इस विजय का श्रेय देते हुए कहा कि हमारे प्रशिक्षक और स्किपर्स खिलाडी सुबह - शाम कठिन परिश्रम और तकनीकी ज्ञान लेते हैं इसी मेहनत के कारण आज इन सब खिलाडियों के गले में पदक और हाथों के चैम्पयनशिप ट्रॉफी है जो इनको और हमें गर्व की अनुभूति करा रही है। अशोक निर्भय ने बताया फेडरेशन के निर्देश से जम्मू कश्मीर में इस प्रतियोगिता आयोजित करने का मुख्य कारण यही था कि पहाड़ों की नैर्सगिक सुंदरता के बीच वहां कि खेल प्रतिभाओं को नेशनल स्तर पर आगे लाना था। चैंपियनशिप में दूसरा बच्चों  स्वच्छ वातावरण में खेल प्रतिभा दिखाने मौका देना था। इस चैम्पयनशिप में बाल भारती स्कूल पीतमपुरा के बच्चों बालिका वर्ग के अंडर -14 के स्पीड स्प्रिंट में सुहानी करोला ने स्वर्ण पदक,स्पीड रिले डबल अंडर में सुहानी करोला ने दूसरा स्वर्ण पदक जीता,बालक वर्ग के अंडर -14 डबल अंडर इवेंट में शौर्य गुप्ता ने स्वर्ण पदक,डबल डच स्पीड रिले इवेंट के विश्वास खंडेलवाल ने स्वर्ण पदक,स्पीड रिले और डबल अंडर रिले में मानिक सिंघल ने रजत पदक,स्पीड रिले और डबल अंडर रिले में समनव्य नागिया ने रजत पदक जीत का दिल्ली का नाम रोशन किया। दिल्ली टीम में सफलता दिलाने वालों में टूर्नामेंट के चीफ टेक्निकल अधिकारी विवेक सोनी,कोच रामकुमार,दीपक कुमार,हरीश सैनी,राज बाली,दीपक कुमार,राहुल शर्मा,मनीषा ने टीम को बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया।  

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 06 दिसंबर

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आजादी  बाबा साहब  की हीं देन ~बघेल 
आप कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब की प्रतिमा पर आर्पित किए श्रद्धासुमन 
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सीहोर। अम्बेडकर पार्क में गुरूवार सुबह आप कार्यकर्ताओं ने आप जिला सचिव एवं विधानसभा सीहोर से प्रत्याशी कृष्णपाल सिंह बघेल के नेतृत्व में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली आर्पित की। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने शहीद मामा टंट्या भील को भी याद किया। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री बघेल ने कहा की हम आप आजादी और समरसता में खुली सांस ले रहे है बाबा साहब की हीं देन है। बाबा साहब ने अनुसुचित जातियों गरीबों दलितों आदिवासियों पिछड़ों अल्पसंख्यकों को सामानता का अधिकार दिया है। कार्यक्रम में राजेश मालवीय, बंटी चौरसिया अशोक बैरागी, आशीष कुशवाह, राजू मालवीय, प्रमोद कोली, विशाल मालवीय, गेंदालाल सुर्यवंशी, राजेश विश्वकर्मा, पवन मालवीय सहित अन्य आप कार्यकर्तागण मौजूद थे। 

मतगणना हेतु कलेक्‍टर ने ली प्रत्‍याशियों के प्रतिनिधियों की बैठक

कलेक्‍टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री तरुण कुमार पिथोड़े की अध्‍यक्षता में विधानसभा चुनाव लड़ रहे चारों विधानसभाओं के प्रत्‍याशियों के प्रतिनिधयों को मतगणना संबंधी आवश्‍यक जानकारियों से अवगत कराया गया। मतगणना स्‍थल पर की गई व्‍यवस्‍थाओं के अनुसार प्रत्‍याशियों एवं उनके एजेंटों के लिये रफी अहमद किदवई कृषि महाविद्यालय के पिछले गेट से प्रवेश की व्‍यवस्‍था की गई है। प्रत्‍येक विधानसभा के लिये पार्टियों द्वारा नियुक्‍त किये गये मतगणना एजेण्‍टों को सिर्फ अपने-अपने मतगणना केन्‍द्रों में ही रहना होगा। मोबाइल फोन अंदर ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। प्रत्‍येक एजेंट को विधानसभा रिर्टनिंग अधिकारी के समक्ष आईडी प्रूफ के साथ उपस्थित होकर शपथ पत्र पर हस्‍ताक्षर करने होंगे। कलेक्‍टर ने सभी को सूचित किया है कि अपने-अपने निर्धारित ऐजेंटों को सम-सीमा में रिर्टनिंग अधिकारी के समक्ष उपस्थित कर आवश्‍यक कार्यवाही पूर्ण करावें जिसमें समय पर उनके प्रवेश पत्र तैयार किये जा सके। बैठक में अपर कलेक्‍टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री मेहताब सिंह गुर्जर उपस्थित थे।  

विश्‍व मृदा स्‍वास्‍थ्‍य दिवस का आयोजन

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’’विश्‍व मृदा स्वास्थ्य दिवस’’ आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रक्षेत्र सेवनिया पर किया गया। कार्यक्रम में प्रबन्धक, आई. टी. सी. राकेश मोहन रावत, प्रबन्धक, आई. टी. सी डॉ नागेन्द्र मिश्रा,  प्रमुख (प्रभारी), संदीप टोडवाल, वैज्ञानिक जे. के. कनौजिया  एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का समस्त स्टाफ व पत्रकार, जिले से लगभग 150 किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान राकेश मोहन रावत ने किसान भाईयों को जैविक खेती के प्रति जागरूक किया। खेतों में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग वैज्ञानिकों की अनुशंसा अनुरूप ही करें, जिससे लागत में कमी व उत्पादन में वृद्धि होगी। कार्यक्रम में वैज्ञानिक देवेन्द्र पाटिल ने विश्‍व मृदा स्वास्थ्य दिवस मनाने के उद्देश्‍य पर विस्तार से चर्चा करते हुए मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन पर अवगत कराया। आपने उपस्थित किसानों को मृदा स्वास्थ्य पर जागरूक किया एवं कार्यक्रम में उपस्थित समस्त किसान भाईयों से अपील की कि वैज्ञानिकों की अनुशंसा के अनुरूप ही उर्वरकों का उपयोग कृषि फसल अनुसार करें। वैज्ञानिक संदीप टोडवाल  ने मृदा कार्ड की जानकारी, मृदा परीक्षण के लाभ, नमूना लेने की विधि, जी. पी. एस. रीडिंग लेने की विधि एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड की अवधि व उपयोग आदि विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। मृदा में उपलब्ध मुख्य पोषक तत्व (नाईट्रोजन, फास्फोरस, पोटाष), द्वितीयक पोषक तत्व सल्फर व सूक्ष्म पोषक तत्व जिंक, कॉपर, मैगनीज, बोरान, लोहा आदि पर विस्तार से जानकारी दी एवं मृदा स्वास्थ्य पर विस्तार से चर्चा की। मृदा स्वास्थ्य पर ध्यान केन्द्रित करते हुए नाडेप, केचुआ खाद उत्पादन व उपयोग हेतु प्रेरित किया। आपने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर अनुशंसित उर्वरक उपयोग करने की सलाह दी। वैज्ञानिक जे. के. कनौजिया  ने कृषकों से आवाहन किया कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर खेतों में खाद, उर्वरक प्रबन्धन पर चर्चा की। आपने उपस्थित कृषकों को बताया कि खेती को वैज्ञानिक ढंग से करें, नवीन कृषि तकनीकों को अपनाते हुए अधिक पैदावार लें एवं मृदा स्वास्थ्य को बनाये रखें। कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी करना आवश्‍यक है, क्योंकि खेती बिना पशुपालन के सम्भव नहीं है। फसलों में तैयार गोबर खाद, केंचुआ खाद, नाडेप खाद का उपयोग करें। कार्यक्रम के दौरान कृषकों को मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन पर फिल्म शो कर मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन का संदेश प्रसारित किया गया साथ ही साथ मृदा स्वास्थ्य के सम्बन्ध में एक प्रतियोगिता का आयोजन कर सही जवाब देने वाले कृषकों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।

दस्तक अभियान के लिये दिया गया कर्मचारियों को प्रशिक्षण
17 दिसंबर 2018 से 31 जनवरी 2019 तक संचालित होगा अभियान का द्वित्तीय चरण
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दस्तक अभियान का द्वित्तीय चरण 17 दिसंबर 2018 से 31 जनवरी 2019 तक संचालित होगा। अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए बुधवार को इछावर एवं सीहोर शहरी क्षेत्र के महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कर्मचारियों को मंडी स्थित जिला प्रशिक्षण केन्द्र में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एम.चंदेल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. टीआर उईके एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री धीरेन्द्र आर्य द्वारा प्रशिक्षण दिया गया । दस्तक अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल ए.एन.एम.,आशा,एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा 5 वर्ष से छोटे बच्चों वाले परिवारों के घर तक स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की दस्तक दी जाकर बच्चों में पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रीय पहचान एवं उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि डेढ़ माह तक संचालित होने वाले दस्तक अभियान के अंतर्गत समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान व प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान,रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक बच्चों में गंभीर एनीमिया,की सक्रिय स्क्रीनिंग, दस्त रोग नियंत्रण हेतु ओ.आर.एस.एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा एवं प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओआरएस पहुंचाना, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों की पहचान, समुचित शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाईश समुदाय को देना,एसएनसीयू एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग तथा फालोअप, गृहभेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुए बच्चों की टीकाकरण स्थिति की जानकारी देना तथा बाल मृत्यु की पिछले 6 माह तक की जानकारी आदि गतिविधियां शामिल हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 06 दिसंबर

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द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आठ को 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि जिले की पांचो विधानसभाओं की मतगणना कार्य हेतु नियुक्त मतगणनाकर्मियों के लिए द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आठ दिसम्बर को आयोजित किया गया है। उक्त प्रशिक्षण एसएटीआई इंजीनियरिंग काॅलेज विदिशा के कक्षो में दो पालियांे में आहूत किया गया है। प्रथम पाली प्रातः 11 बजे से एक बजे तक तथा दूसरी पाली दोपहर दो बजे से चार बजे तक आयोजित की गई है। अपर कलेक्टर एवं मतगणना प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी श्री एचपी वर्मा ने बताया कि द्वितीय चरण के प्रशिक्षण में 326 गणनाकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। मतगणना संबंधी तमाम जानकारियां देेने के लिए आठ मास्टर टेªनर्स के द्वारा संबंधितों को प्रशिक्षित किया जाएगा।  अपर कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि प्रथम चरण के प्रशिक्षण में 360 मतदानकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस प्रकार जिले की पांचो विधानसभाओं में मतगणना संबंधी कार्य हेतु 686 गणनाकर्मी कार्यो का सम्पादन करेंगे। प्रत्येक विधानसभा के लिए कुल 19 मतगणनाकर्मी तैनात किए जाएंगे जिसमें 14 टेबिलों के लिए एक-एक तथा रिटर्निंग आफीसर एवं सहायक रिटर्निंग आफीसर की टेबिल पर एक-एक और तीन-तीन मतगणनाकर्मियों को रिजर्व में रखा गया है।  

नेशनल लोक अदालत हेतु 20 खण्ड पीठो का गठन बाईक रैली से किया प्रचार

जिला एवं तहसील न्यायालय स्तर पर आठ दिसम्बर को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया है। नेशनल लोक अदालत में रखे जाने वाले प्रकरणों में अधिक से अधिक समझौता होकर निदान हो इसके लिए जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री श्यामचरण उपाध्याय के मार्गदर्शन में बीस खण्ड पीठो का गठन किया गया है। अपर जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री डीपीएस गौर ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में कुल 11574 प्रकरणों को रखा जाएगा जिसमें न्यायिक न्यायालयों के 2131 व प्रीलिटिगेशन के 9443 शामिल है। जिला स्तर पर छह खण्ड पीठो का गठन किया गया है जबकि गंजबासौदा में सात, सिरोंज में चार, कुरवाई में दो और लटेरी तहसील में एक खण्ड पीठ का गठन किया गया है। 

बाईक रैली ने दिया संदेश
नेशनल लोक अदालत के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। गुरूवार को जिला न्यायाधीश श्री श्यामाचरण उपाध्याय ने जिला न्यायालय परिसर से बाईक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली नीमताल, स्वामी विवेकानंद चैराहा, ग्राम रंगई, ग्राम पड़रिया होते हुए रामलीला चैराह, उदयगिरी से पुनः रामलीला चैराहे होकर जतरापुरा, रायपुरा, महलघाट, बजरिया, बडा बाजार, निकासा, रेल्वे स्टेशन, जिला चिकित्सालय, नीमताल से होते हुए एडीआर सेन्टर प्रागंण में रैली का समापन हुआ। रैली में शामिल पैरालीगल वालिंटियर्स के द्वारा नेशनल लोक अदालत, नालसा एवं सालसा की योजनाओं के पेम्पलेटों का भी वितरण किया गया है। 

कलेक्टर ने प्रातः स्ट्रांगरूम का जायजा लिया

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कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम ंिसंह ने एसएटीआई विदिशा में बनाए गए  स्ट्रांगरूम का आज गुरूवार की प्रातः पुन जायजा लिया। कलेक्टर श्री सिंह तैनात सुरक्षा बल के अधिकारियों कर्मचारियो के साथ-साथ स्ट्रांगरूम की सीसी कैमरो के माध्यम से एलईडी पर हो रहे प्रसारण के अवलोकन हेतु अभ्यर्थियों द्वारा नियुक्त निजी सुरक्षाकर्मियों से भी कलेक्टर ने चर्चा का स्थिति का जायजा लिया।  कलेक्टर श्री सिंह ने निरीक्षण पंजी पर गत दिवस की भांति आज भी हस्ताक्षर कर समय अंकित किया

अवैध रेत उत्खननकर्ताओं पर कार्यवाही खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में प्राप्त गुप्त सूचनाओं के आधार पर गुरूवार को खनिज, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों की टीम ने संयुक्त रूप से ग्राम गमाखर एवं खिरिया में दबिश दी। जिला खनिज अधिकारी श्री रमेश पटेल ने बताया कि छापामार कार्यवाही के दौरान ग्राम गमाखर और खिरिया मंे रेत छानने के स्ट्रेक्चर को ध्वस्त किया गया है। यहां अवैध संग्रहित रेत को जप्त करने की कार्यवाही की गई है।

अधिमान्यता कार्ड का नवीनीकरण की प्रक्रिया आॅन लाइन
पीआरओ की अनुशंसा की अनिवार्यतः
जिले के अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों के अधिमान्यता कार्ड का नवीनीकरण का कार्य चालू माह के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ हो गया है। इस बार पत्रकारों को अपने अधिमान्यता कार्ड का नवीनीकरण स्वंय आॅन लाइन करना होगा। साथ ही साथ पीआरओ की अनुशंसायुक्त आवेदन संलग्न करना होगा। जनसम्पर्क संचालनालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को कार्ड नवीनीकरण के लिए अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड से अपना आवेदन खोलकर उसे भरना होगा। पत्रकार के पासवर्ड भूलने पर वह अपना एक्जिस्टिंग यूजर लाॅगइन में जाकर अपना फाॅरगेट पासवर्ड निर्मित कर सकता है। दैनिक समाचार पत्र से अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए संपादक की अनुशंसा, अधिमान्यता कार्ड की प्रति अपलोड करनी होगी। साप्ताहिक समाचार पत्र से अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए संपादक की अनुशंसा, प्रसार संख्या, नियमितता प्रमाण पत्र, अधिमान्यता कार्ड की प्रति अपलोड करनी होगी। बेवसाइट से अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए संपादक की अनुशंसा एक माह में तीस हजार हिट्स का गूगल एनेलिटिक्स प्रमाण पत्र और अधिमान्यता कार्ड के प्रति अपलोड करनी होगी। स्वतंत्र पत्रकार से अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए एक माह में दो लेख कुल 24 लेखों की पीडीएफ फाइल करें और मान्यता कार्ड की प्रति अपलोड करनी होगी। इलेक्ट्राॅनिक मीडिया से पत्रकारों को अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए संपादक की अनुशंसा एवं अधिमान्यता कार्ड की प्रति अपलोड करनी होगी। फीचर एजेन्सी से अधिमान्यता नवीनीकरण के लिए संपादक की अनुशंसा फीचर एजेन्सी के ग्राहकों की सूची एवं अधिमान्यता कार्ड की प्रति अपलोड करनी होगी। अधिमान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया अपनाने के साथ पीआरओ की नवीनतम अनुशंसा भी आवश्यक होगी। अनुशंसा के अभाव में अधिमान्यता नवीनीकरण किया जाना संभव नही होगा। अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार को अपने नवीन कार्ड में पते या किसी अन्य जानकारी में कोई संशोधन करवाना हो तो अपने फार्म में संशोधन कर सकते है। नवीनीकरण फार्म भरने में किसी भी प्रकार की कठिनाई हो तो अधिमान्यता शाखा (भोपाल) में पदस्थ श्री ललित कुमार उपाध्याय के मोबाइल नम्बर 9993374395 पर सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते है।

मधुबनी : प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त(प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा-2014 को लेकर बैठक आयोजित

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मधुबनी 06,दिसंबर, : बिहार कर्मचारी चयन आयोग,पटना द्वारा प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त(प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा-2014 को लेकर प्रभारी,जिला पदाधिकारी,मधुबनी श्री दुर्गानंद झा की अध्यक्षता में गुरूवार को डी.आर.डी.ए. सभागार,मधुबनी में सभी केन्द्राधीक्षकों एवं प्रषासकीय पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी।  बैठक में श्री सुनील कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री सुजीत कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी,मधुबनी, श्री अरविंद कुमार झा,वरीय उप समाहत्र्ता,मधुबनी, सुश्री कामिनीबाला,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी,सदर मधुबनी, श्री राजीब सिंह,पुलिस उपाधीक्षक,मुख्यालय, श्री राजेष सिन्हा,जिला प्रोग्राम पदाधिकारी,स्थापना समेत सभी केन्द्राधीक्षक एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचल अधिकारी तथा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थे। जिसमें बताया गया कि दिनांक 08.12.2018,09.12.2018 एवं 10.12.2018 को दो पालियों में आयोजित की जायेगी। प्रथम पाली की परीक्षा 09ः30 बजे पूर्वा. से 11ः45 पूर्वा. तक एवं द्वितीय पाली की परीक्षा 02ः00 बजे अप. से 04ः15 अप. तक होगी। मधुबनी जिला मुख्यालय अंतर्गत निर्धारित कुल-15 परीक्षा केन्द्रों पर यह परीक्षा आयोजित की जा रही है,जिसमें कुल 8,568 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। आयोग द्वारा जिला पदाधिकारी को इस परीक्षा का जोनल समन्वयक नामित किया गया है,साथ ही जिला पदाधिकारी,मधुबनी द्वारा इस परीक्षा के नोडल पदाधिकारी के रूप में श्री सुजीत कुमार,जिला परिवहन पदाधिकारी,मधुबनी तथा सहायक नोडल पदाधिकारी के रूप में श्री अरविंद कुमार झा,वरीय उप समाहत्र्ता,मधुबनी(उप सचिव एंव समकक्ष स्तर) एवं श्री राम कुमार,जिला षिक्षा पदाधिकारी,मधुबनी नामित है। इस परीक्षा में प्रत्येक खंड के लिए एन.सी.आर.टी./बी.एस.ई.बी/आई.सी.एस.ई. बोर्ड के एक ही टेक्स्ट बुक ले जाने की छुट होगी। किसी विषय से संबंधित गाईड,किसी पुस्तक की फोटो काॅपी अथवा हस्तलिखित नोट परीक्षा भवन में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा भवन में पुस्तकों का आदान-प्रदान पूर्णतः वर्जित रहेगा। स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन हेतु जिला दंडाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक,मधुबनी द्वारा संयुक्त आदेष निर्गत किया जा चुका है। निर्धारित 15 परीक्षा केन्द्रों पर 15 स्टैटिक दंडाधिकारी,प्रत्येक 03 परीक्षा केन्द्र पर एक गष्ती दंडाधिकारी कुल 05 गष्ती दल दंडाधिकारी,04 उड़नदस्ता दल दंडाधिकारी एवं 49 केन्द्र पे्रक्षक की प्रतिनियुक्ति की गयी है। प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त(प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा-2014 के सफल संचालन हेतु प्रभारी,जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा सभी पदाधिकारियों को शांतिपूर्ण वातावरण में कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन हेतु आवष्यक निदेष दिया गया। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन सभी परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में अनुमंडल दंडाधिकारी,सदर मधुबनी को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 परीक्षा अवधि तक लागू किये जाने हेतु निदेष दिया गया। परीक्षा के दौरान सभी परीक्षा केन्द्रों पर सूक्ष्म निगाह रखते हुए स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देष्य से अनुमंडल कार्यालय,सदर मधुबनी के कार्यालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है,जिसका दूरभाष संख्या-06276-222201 है। कदाचार में लिप्त परीक्षार्थियों एवं इसमें सहयोग करने वाले व्यक्तियों के साथ-साथ परीक्षा व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मियों पर भी बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम-1981 सख्ती से लागू करते हुए दोषियों को दंडित किया जायेगा। आयोग से प्राप्त निदेष के आलोक में परीक्षा की तिथि को परीक्षा केन्द्रों में पेन/पेंसिल/कैलकुलेटर/स्लाईड रूल/लाॅग टेबुल/ग्राफ पेपर/चार्ट पेपर/इलेक्टाॅनिक उपकरण यथा-मोबाईल फोन,ब्लूटूथ,पेजर,वियरेबल डिवाईस,स्मार्टफोन,घड़ी,जूता,मोजा, आभूषण आदि ले जाना पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। तत्पष्चात समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में श्री दीपक वरनवाल,पुलिस अधीक्षक,मधुबनी एवं श्री दुर्गानंद झा,प्रभारी जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा प्रेस सम्मेलन को संबोधित किया गया। जिसमें परीक्षा से जुड़े सभी क्रिया-कलापों के बारे में विस्तारपूर्वक पत्रकारों को बताया गया।

भारतीय विज्ञान संस्थान में धमाका,वैज्ञानिक की मौत

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आर्यावर्त डेस्क ,बैंगलोर5  दिसंबर 2018,  बैंगलोर स्थित देश के प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस के एयरोस्पेस प्रयोगशाला में संदिग्ध हाइड्रोजन सिलिंडर में ब्लास्ट हो जाने की वजह से एक शोधकर्ता वैज्ञानिक की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से  घायल हो गए .घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मृतक का शरीर ८ मीटर ऊपर तक उछल गया था .इंस्टिट्यूट ने एक जांच समिति गठित कर दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है.

मधुबनी : प्रथम SSC इंटर स्तरीय परीक्षा की प्रशासनिक तैयारी पूरी

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) : बिहार कर्मचारी चयन आयोग पटना द्वारा आयोजित प्रथम इंटरस्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के शांतिपूर्ण व सफल संचालन को ले जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। शहर के 15 परीक्षा केंद्रों पर 8 से 10 दिसंबर तक 6 चरणों में आयोजित की जा रही है। प्रत्येक दिन दो चरण की परीक्षा होगी।परीक्षा की अवधि 2 घंटा 15 मिनट है। प्रथम, तीसरे और पांचवे चरण की परीक्षा 9ः30 बजे पूर्वा० से तथा दूसरे, चौथे, छठे चरण की परीक्षा 2ः00 बजे अप० से प्रारंभ होगी। परीक्षा को कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण संचालन के उद्देष्य से जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के संयुक्त आदेश से 14 परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। परीक्षा को कदाचारमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ संचालन एवं विधि व्यवस्था संधारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई है। सभी केंद्र पर एक-एक प्रेक्षक की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। स्टैटिक दंडाधिकारी, प्रेक्षक एवं पुलिस पदाधिकारियों को सहयोग हेतु एवं महिला परीक्षार्थियों की जांच हेतु एक महिला पर्यवेक्षिका की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। परीक्षा अवधि में दूरभाष संख्या- 06276 222201 पर 8ः00 बजे पूर्वा० से 6ः00 बजे अप० तक नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा।

परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटे पहले से परीक्षार्थियों की जांच प्रारंभ कर दी जाएगी तथा परीक्षा केंद्र के अंदर जांच किए हुए परीक्षार्थी प्रवेश करते जाएंगे। परीक्षार्थी एडमिट कार्ड के साथ पहचान पत्र, सामान्य ज्ञान, गणित, सामान्य विज्ञान का एक-एक टेक्सट बुक (बी.एस.ई.बी., एन.सी.ई.आर.टी., आई.सी.एस.ई.) परीक्षा केंद्र के अंदर ले जा सकते है। किताब पर उनका नाम, रॉल क्रमांक अंकित रहना चाहिए। जूता-मौजा, कलम-पेंसिल, कैलकुलेटर, ग्राफ पेपर, स्केल, मोबाइल फोन, ब्लू टूथ, पेजर एवं अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक गजट, घड़ी, आभूषण आदि का प्रवेष वर्जित रहेगा। परीक्षार्थी को कलम आयोग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। आयोग स्तर से सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर सभी अभ्यर्थियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति एवं फोटो लेने की व्यवस्था आयोग स्तर से की जा रही है। परीक्षा केंद्र के 200 गज की दूरी में रहने/घूमने, भीड़ इकट्ठा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा केंद्र के आस-पास की सभी फोटो कॉपि की दुकान परीक्षा अवधि मे बंद रहेगी

समस्तीपुर : राजद करेगा सड़क से सदन तक उग्र आंदोलन

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समस्तीपुर (आर्यावर्त डेस्क) 06 दिनों से लगातार आशा कार्यकर्ता नौकरी में स्थायीकरण, नियमित वेतन और प्रमोशन समेत 15 सूत्री मांगों को लेकर समस्तीपुर सदर अस्पताल परिसर में लगातार धरने पर है l  सरकार उनकी नहीं सुन रही है l हड़ताली आशा कार्यकर्ता जिले के विभिन्न अस्पतालों में धरना प्रदर्शन आयोजित कर अपनी आवाज को बुलंद किया l आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को सरकार नजरअंदाज करती रहेगी तब तक उनका आंदोलन लगातार चलता रहेगा वक्ताओं ने कहा कि आशा कार्यकर्ता को सरकार अब तक उपेक्षित रखा हैl   आंदोलनकारी आशा कार्यकर्ताओ   का कहना है कि 24 घंटे सरकार के योजनाओं का क्रियान्वयन के लिए तत्पर रहने के बावजूद उन्हें    मजदूर से भी कम राशि  दी  जाती हैं l उनकी प्रमुख  मांगो में सेवा का नियमित कर उन्हें कम से कम  ₹18000 मानदेय दिया जाए  ।लेकिन सरकार इनकी मांग को अनसुना कर रही है l  आशा कार्यकर्ताओ की प्रमुख मांगो के समर्थन में आज दिनांक -06.12.18 को  समस्तीपुर के  राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन , राजद जिला अध्यक्ष विनोद कुमार राय, जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर , राजद महासचिव रामविनोद पासवान , विश्वनाथ राम, प्रमोद राम, रोशन यादव , विजय कुशवाहा आदि राजद  नेतागण  सदर अस्पताल स्थित धरना स्थल पहुंच कर लगभग 01 घंटे तक आंदोलनकारियों के साथ धरना पर बैठे और कार्यक्रम को सम्बोधित भी किया l  धरना को सम्बोधित करते हुए  विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने आंदोलनकारियों को अपेक्षित सहयोग का भरोसा दिलाया तथा बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों व तानाशाही रवैये की तीव्र निंदा किया l विधायक व राजद के प्रदेश प्रवक्ता श्री शाहीन ने कहा कि अगर सरकार इनकी जायज मांगों को पूरा नहीं करती है तो राजद आशा कार्यकर्ताओ के समर्थन में सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी l  प्रांतीय राजद प्रवक्ता व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा की आशा कार्यकर्ताओ से बिहार सरकार बंधुआ मजदूर की तरह काम लेती है l स्वास्थ्य सेवा से लेकर जनसंख्या, जन्म-मृत्यु समेत कई तरह के कार्यों में सेवा ली जाती है l श्री शाहीन ने  सरकार से मांग किया की  आशा कार्यकर्ताओ की  नौकरी स्थायी करे,  साथ ही नियमित वेतन दिया जाये l उन्होंने कहा की आशा कार्यकर्ता महिला सशक्तिकरण के लिए कई तरह के सरकारी कार्यक्रमो  को सफल बना रही है, इसके बावजूद इनके  लोगों के उत्थान के बारे में बिहार  सरकार नहीं सोच रही है !  आखिर कब सोचेगी ? अगर इनकी जायज मांगें पूरी नहीं की गयी, तो राजद कार्यकर्ता आशा बहनो के समर्थन में बिहार सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे l

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय वित्त समिति की बैठक

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) आज दिनॉंक 06-12 : -2018 को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय वित्त समिति की बैठक माननीय कुलपति प्रो॰ सुरेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें 21 दिसम्बर 2018 को होने वाली अधिषद् की बैठक हेतु बीस लाख पचास हजार (अनुमानित बजट ) की स्वीकृति प्रदान की गयी।दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सलाहकार समिति द्वारा अनुशंसित कुल पॉच प्रस्तावों को स्वीकृत किया गया।विश्वविद्यालय में कार्यरत ड्राइभरों को वर्दी प्रदान करने के सम्बन्ध में निर्णय हुआ कि पिछली राशि का सामंजन के उपरान्त इस हेतु राशि प्रदान की जाय। विश्वविद्यालय “पब्लिकेसन सेल “ के लिये एक कम्प्यूटर अॉपरेटर एवं स्टेशनरी हेतु एक लाख तैंतालिस हजार रूपये के अनुमानित बजट को स्वीकृत किया गया।बैठक में वित्तीय परामर्शी श्री अमानुल हक, वित्त समिति सदस्य श्री अरविन्द सिंह ,वित्त पदाधिकारी श्री विनोद कुमार , प्रभारी कुलसचिव श्री रजी अहमद एवं लेखा शाखा के सहायक श्री अनिल शरण उपस्थित थे ।

मधुबनी : जिला क्रिकेट लीग में आज टाउन क्रिकेट क्लब और डायमंड रेड क्रिकेट क्लब विजयी

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) बिहार क्रिकेट संघ के मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के जिला क्रिकेट लीग में टाउन क्रिकेट क्लब मधुबनी का मैच डायमंड क्रिकेट क्लब पंडोल के साथ पंडोल के हाई स्कूल मैदान में हुआ जिसमें डायमंड क्रिकेट क्लब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लेते हुए अपने सभी विकेट मात्र 38 रन पर गंवा दिए  जिसमें डायमंड क्रिकेट क्लब की ओर से कोई भी बल्लेबाज 2 अंक में नहीं पहुंच पाए गेंदबाजी करते हुए टाउन क्रिकेट क्लब मधुबनी की ओर से प्रेम प्रियंक ने 4 विकेट रिपुंजय मिश्रा ने दो विकेट अरविंद ने 3 विकेट लिया बल्लेबाजी करने उतरी डाउन क्रिकेट क्लब की टीम ने निर्धारित लक्ष्य को पार करने के लिए मात्र 6 ओवर्स  में हासिल कर ली जिसमे शेखर ने 20 रितिक ने 19 का योगदान दिया। और मैच को 8 विकेट से जीत दर्ज हासिल की। 

वहीं दूसरी ओर झंझारपुर स्टेडियम में खेले गए मैच में नारायण पट्टी क्रिकेट क्लब का मैच डायमंड रेड क्रिकेट क्लब के साथ हुआ जिसमें नारायण पट्टी क्रिकेट क्लब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लेते हुए अपने अपनी सभी विकेट गंवाकर 81 रन ओं का लक्ष्य दिया जिसमें आदित्य ने सर्वाधिक 19 रनों का योगदान दिया गेंदबाजी करते हुए डायमंड रेड क्रिकेट क्लब की ओर से मनीष ने चार और केसब ने 3 विकेट चटकाए जवाब देने उतरे डायमंड रेड क्रिकेट क्लब के बल्लेबाजों ने अपने 7 विकेट खो के लक्ष्य को हासिल कर लिया जिसमे पिंटू पोंटिंग ने सर्बधिक 23 बनाया गेंदबाजी करते हुए नारायनपट्टी की टीम की ओर से जीतू ने 3 विकेट लिये। कल का मैच यासीन स्पोर्ट्स क्लब फी व नाम जानकी क्रिकेट क्लब जयनगर पंडोल में होगा और झंझारपुर में टाउन क्रिकेट क्लब ब्लू बनाम आजाद क्रिकेट क्लब फुलपरास होने वाला है

दरभंगा : "वैश्वीकरण के युग में पर्यटन के उभरते परिदृश्य पर होगी चर्चा"

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क)   ललित नारायण मिथि'ला विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग में 7- 8 दिसंबर को प्रस्तावित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रदेशों समेत  विश्व के करीब 6 देशों के विद्वान प्रतिनिधि भाग लेंगे एवं प्रत्रवाचन करेंगे। "वैश्वीकरण के युग में पर्यटन के उभरते  परिदृश्य"विषय पर आयोजित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वाणिज्य एवं प्रबंधन के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र से जुड़े राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय विद्वान प्रतिनिधियों के द्वारा दो दिनों तक पर्यटन की समस्याएं, महत्व,आवश्यकता एवं संभावना समेत विभिन्न पहलुओं पर विचार मंथन किया जायेगा। वाणिज्य व्यवसाय प्रशासन विभाग के अध्यक्ष सह निदेशक एवं सम्मेलन के संगठन सचिव प्रोफ़ेसर हरे कृष्ण सिंह ने बताया कि अमेरिका के प्रोफेसर अतुल  पर्वतीयार, वर्मा के प्रोफेसर जगदीश सेठ, मिश्र के डॉक्टर हसन रफत, बांग्लादेश के प्रोफेसर धनंजय कुमार, भूटान के प्रोफेसर हित नाथ डकार व एस एम गोम्स, नेपाल के दीपक भंडारी एवं थाईलैंड के सिद्धोप समेत एक दर्जन विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लेगे। इसके अलावा गढ़वाल के प्रोफेसर एस के गुप्ता,जम्मू के प्रोफेसर परीक्षत सिंह मन्हास, वर्धमान के डॉक्टर मसोफिक, दिल्ली के अदिति लाहिरी  के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड, बिहार, जम्मू कश्मीर  सिक्किम, उत्तराखंड, राजस्थान, मेघालय, बंगाल के प्रोफेसर एचके सिंह, प्रोफेसर ओपी राय, प्रोफेसर मंटू सिंह आदि इस सम्मेलन में भाग लेंगे।

 संगठन सचिव प्रोफ़ेसर सिंह ने बताया कि इस सम्मेलन में अब तक 300 प्रतिनिधियों ने पत्रवाचन के लिए शोधपत्र/ आलेख का सारांश के साथ-साथ प्रतिनिधि शुल्क जमा किया है। इनको स्वीकृति पत्र भेजी गयी है। प्रोफेसर सिंह के मुताबिक इस सम्मेलन को छह सत्रों में विभक्त किया गया है। पहला सत्र उद्घाटन सत्र एवं अंतिम सत्र समापन सत्र होगा।इस बीच 4 तकनीकी सत्र होगा। इस 4 तकनीकी सत्रो में पत्रवाचन किया जाएगा। देश के विभिन्न प्रदेशों के विश्वविद्यालय से आए विषय विशेषज्ञ  प्राध्यापक, शोधछात्र एवं छात्राएं अपने अपने आलेख व शोधपत्र की प्रस्तुति आवंटित समय सीमा के अंदर करेंगे । संगठन सचिव ने बताया कि इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने के लिए विभागीय शिक्षक एवं कर्मचारी जुटे हुए हैं । कुलपति,प्रतिकुलपति एवं कुलसचिव समेत विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारियों का सहयोग नियमित मिल रहा है। इस सम्मेलन को यादगार बनाने की तैयारी की जा रही है।  प्रोफेसर सिंह ने बताया कि सम्मेलन का उद्घाटन एवं समापन सत्र ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के जुबली हॉल में प्रस्तावित है । चारों तकनीकी सत्र का आयोजन प्रबंधन भवन में किया जाएगा। बाहृय एवं स्थानीय प्रतिनिधियो के आने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिनके ठहरने आदि की व्यवस्था की जा रही है। मिथिला में इस सम्मेलन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की जा रही है।

सड़क पर गड्ढों की वजह से मौत अस्वीकार्य : उच्चतम न्यायालय

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नयी दिल्ली, छह दिसंबर, उच्चतम न्यायालय ने सड़कों पर गड्ढों की वजह से पिछले पांच साल के दौरान हुई दुर्घटनाओं में 14,926 लोगों की मौत पर बृहस्पतिवार को चिंता व्यक्त करते हुये इसे ‘अस्वीकार्य’ बताया। न्यायमूर्ति मदन बी. लोकूर, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की पीठ ने कहा कि सड़कों पर गड्ढों के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा ‘‘संभवत: सीमा पर या आतंकवादियों द्वारा की गई हत्याओं से ज्यादा है।’’  पीठ ने कहा कि 2013 से 2017 के बीच सड़कों पर गड्ढों के कारण हुई मौतों का आंकड़ा यही दिखाता है कि संबंधित प्राधिकारी सड़कों का रखरखाव सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। न्यायालय ने भारत में सड़कों के गड्ढों के कारण होने वाली मौतों के मामले में शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश के. एस. राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट पर केन्द्र से जवाब मांगा है। न्यायालय ने इस मामले को जनवरी में सुनवाई के लिये सूचीबद्ध किया है। शीर्ष अदालत ने 20 जुलाई को इस तरह की मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुये टिप्पणी की थी ऐसी दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु के आंकड़े आतंकी हमलों में मारे गये लोगों की संख्या से अधिक हैं। पीठ ने इस स्थिति को भयावह बताते हुये शीर्ष अदालत की समिति से इस मामले में सड़क सुरक्षा के बारे में गौर करने का अनुरोध किया था। न्यायालय ने कहा था कि यह सर्वविदित है कि इस तरह के हादसों में बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु होती है और वे प्राधिकारी, अपना काम ठीक तरह से नहीं कर रहे हैं जिनकी जिम्मेदारी सड़कों के रखरखाव की है । देश में सड़क सुरक्षा से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई के दौरान सड़कों पर गड्ढों का मुद्दा उठा था। 

बिहार : कार्यपालक अभियंता रिश्वत लेते हुए गिरफ़्तार

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बिहारशरीफ, छह दिसम्बर, बिहार राज्य निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की एक टीम ने नालंदा जिले के बिहारशरीफ भवन प्रमंडल के एक कार्यपालक अभियंता को एक व्यक्ति से रिश्वत के तौर पर 75 हजार रुपये लेते हुए बृहस्पतिवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पटना स्थित ब्यूरो मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नालंदा जिले के बिहारशरीफ थाना अंतर्गत अंबेर मोहद्दीनगर गांव निवासी और परिवादी संजय कुमार ने शिकायत दर्ज करायी थी कि कार्यपालक अभियंता सुभाष कुमार गुप्त पुनरीक्षित प्राक्कलन को स्वीकृति प्रदान करने, अस्थावां पॉलिटेक्निक प्रशासनिक भवन एवं परीक्षा भवन के लिए आवंटित राशि मंगवाने की एवज में उनसे रिश्वत के तौर पर एक लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। पुलिस उपाधीक्षक गोपाल पासवान के नेतृत्व में ब्यूरो की एक टीम ने बिहारशरीफ भवन प्रमंडल कार्यालय स्थित सुभाष कुमार गुप्त के कक्ष में ही परिवादी से उसे रिश्वत के तौर पर 75 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को पूछताछ किए जाने के बाद पटना स्थित निगरानी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

‘केदारनाथ’ की रिलीज के खिलाफ अपील खारिज

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मुंबई, छह दिसंबर, बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को वह जनहित याचिका खारिज कर दी जिसमें फिल्म ‘‘केदारनाथ’’ की रिलीज का विरोध करते हुए कहा गया था कि यह फिल्म धार्मिक भावनाएं आहत करने के साथ साथ भगवान केदारनाथ की गरिमा को भी घटाती है। सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की मुख्य भूमिकाओं वाली यह फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज होनी है। मुख्य न्यायमूर्ति नरेश पाटिल और न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की पीठ ने सभी पक्षों की दलीलें विस्तार से सुनीं। फिर उन्होंने जनहित याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह सुनवाई योग्य नहीं है। दो स्थानीय वकीलों ... प्रभाकर त्रिपाठी और रमेशचंद्र मिश्रा द्वारा दायर इस याचिका में दावा किया गया था कि वर्ष 2013 में उत्तराखंड में आई भीषण बाढ़ की पृष्ठभूमि में बनी इस फिल्म में न केवल आपदा की गंभीरता को कम करके दिखाया गया है बल्कि यह धार्मिक भावनाएं भी आहत करती है। याचिकाकर्ताओं ने कहा ‘‘कहानी काल्पनिक है। फिल्म एक हिंदू ब्राह्मण लड़की और एक मुस्लिम लड़के की प्रेम कहानी बताती है जो विश्वास से परे है। इसे उत्तराखंड में बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालुओं की जान लेने वाली प्राकृतिक आपदा से जोड़ा गया है।’’ उन्होंने दावा किया कि फिल्म भगवान केदारनाथ की गरिमा को घटाती है। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) और फिल्म के निर्माताओं ने इस जनहित याचिका का विरोध किया। फिल्म निर्माताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता पी दाखपालकर ने पीठ के समक्ष कहा कि फिल्म एक प्रेम कहानी बताती है और केदारनाथ का उपयोग ‘सेटिंग’ के तौर पर किया गया है। ‘‘दो अलग अलग आस्थाओं के लोगों की प्रेम कहानी बताने वाली इस फिल्म का इरादा किसी को भी आहत करने का कतई नहीं है।’’ सीबीएफसी के वकील अद्वैत सेठना ने पीठ से कहा कि फिल्म को प्रमाणपत्र देने के लिए बोर्ड के दिशानिर्देश बहुत कड़े हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने फिल्म की रिलीज के लिए प्रमाणपत्र देने की खातिर सभी नियमों का पालन किया है। सेठना और दाखपालकर दोनों ने ही कहा कि गुजरात और उत्तराखंड उच्च न्यायालयों ने फिल्म का विरोध करने वाली ऐसी ही अपीलों को खारिज कर दिया है। इस पर पीठ ने यह जनहित याचिका खारिज करने का फैसला किया। बहरहाल, पीठ ने सुझाव दिया कि प्राधिकारी विशेषज्ञों की एक इकाई गठित करने के बारे में सोच सकते हैं जो फिल्म के ऑनलाइन रिलीज होने वाले ट्रेलर और पोस्टरों की समीक्षा तथा उनका नियमन करें। पीठ के अनुसार, फिल्म के ऑनलाइन रिलीज होने वाले ट्रेलर और पोस्टरों की फिलहाल सीबीएफसी या ऐसे ही निकाय द्वारा कोई निगरानी नहीं हो रही है।

शाहजहांपुर : मीजिल्स-रुबेला टीकाकरण के बाद 30 बच्चे बीमार

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शाहजहांपुर (उ.प्र.), छह दिसम्बर, शाहजहांपुर जिले के एक स्कूल में बृहस्पतिवार को मीजिल्स-रूबेला का टीका लगाये जाने के बाद करीब 30 बच्चों की तबीयत खराब हो गयी।  जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आर. पी. रावत ने बताया कि जिले में मीजिल्स-रूबेला वायरस से बचाव के लिये टीकाकरण अभियान के तहत एक स्कूल में टीके लगाये जाने के बाद बच्चों ने सिर दर्द तथा चक्कर आने की शिकायत की। उसके बाद पीड़ित 30 बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रावत ने बताया कि दिव्यांशी नामक छात्रा की हालत ज्यादा खराब है। वहीं, कुछ बच्चों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। उन्होंने बताया कि जिले में गत 26 नवम्बर से शुरू हुए इस अभियान में अब तक तीन लाख बच्चों को इंजेक्शन लगाए जा चुके हैं। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि टीका लगने के बाद बच्चों की तबीयत खराब होने की जांच करायी जा रही है। इसके लिए एक टीम गठित की गयी है।


भाजपा का आरोप, ममता चला रही हें तानाशाही

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नयी दिल्ली, छह दिसम्बर, भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राज्य में ‘‘तानाशाही’’ चलाने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में राज्य में सात दिसम्बर से शुरू हो रही ‘रथ यात्रा’ निकालने के लिए राज्य सरकार के अनुमति नहीं मिलने के बाद, पार्टी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय की शरण ली है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बनर्जी ‘‘तुष्टिकरण की राजनीति’’ कर रही हैं और इसलिए उनकी सरकार ने पहले आएसएस प्रमुख मोहन भागवत और अब शाह के कार्यक्रम पर रोक लगा दी है।  पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अनुमति पाने के लिए हमें बार बार अदालत जाना पड़ता है। अदालत ने हर बार राज्य सरकार को डांट लगाई है लेकिन उन्होंने (बनर्जी) कोई सबक नहीं सीखा।’’ भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि वह तानाशाही चला रही हैं। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष का तीन ‘‘रथ यात्राओं’’ वाली ‘‘लोकतंत्र बचाओ रैली’’ की शुरूआत करने का कार्यक्रम था। 

असाधारण स्थिति के लिये असाधारण उपाय जरूरी : सीवीसी

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नयी दिल्ली, छह दिसंबर, केन्द्रीय सतर्कता आयोग ने बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि असाधारण स्थिति के लिये असाधारण उपाय जरूरी है। सतर्कता आयोग ने आलोक वर्मा को केन्द्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक के अधिकारों से वंचित कर अवकाश पर भेजने के केन्द्र के फैसले के खिलाफ उनकी याचिका पर सुनवाई के दौरान यह दलील दी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति केएम जोसफ की पीठ के समक्ष सीवीसी की ओर से अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने यह दलील दी। उन्होंने शीर्ष अदालत के फैसलों और सीबीआई को संचालित करने वाले कानूनों का जिक्र किया और कहा कि (सीबीआई पर) आयोग की निगरानी के दायरे में इससे जुड़ी ‘‘आश्चर्यजनक और असाधारण परिस्थितियां’’ भी आती हैं। इस पर पीठ ने कहा कि अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने उसे बताया था कि जिन परिस्थितियों में ये हालात पैदा हुए उनकी शुरूआत जुलाई में ही हो गई थी। पीठ ने कहा, ‘‘सरकार की कार्रवाई के पीछे की भावना संस्थान के हित में होनी चाहिए।’’  शीर्ष अदालत ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सीबीआई निदेशक और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच झगड़ा रातोंरात सामने आया जिसकी वजह से सरकार को चयन समिति से परामर्श के बगैर ही निदेशक के अधिकार वापस लेने को विवश होना पड़ा हो।

उसने कहा कि सरकार को ‘निष्पक्षता’ रखनी होगी और उसे सीबीआई निदेशक से अधिकार वापस लेने से पहले चयन समिति की सलाह लेने में क्या मुश्किल थी। प्रधान न्यायाधीश ने सीवीसी से यह भी पूछा कि किस वजह से उन्हें यह कार्रवाई करनी पड़ी क्योंकि यह सब रातोंरात नहीं हुआ। मेहता ने कहा कि सीबीआई के शीर्ष अधिकारी मामलों की जांच करने के बजाय एक दूसरे के खिलाफ मामलों की तफ्तीश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीवीसी के अधिकार क्षेत्र में जांच करना शामिल है, अन्यथा वह कर्तव्य में लापरवाही की दोषी होगी। अगर उसने कार्रवाई नहीं की होती तो राष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय के प्रति वह जवाबदेह होता। उन्होंने कहा कि सरकार ने सीबीआई निदेशक के खिलाफ जांच के लिये मामला उसके पास भेजा था।  मेहता ने कहा, ‘‘सीवीसी ने जांच शुरू की लेकिन वर्मा ने महीनों तक दस्तावेज ही नहीं दिये।’’  राकेश अस्थाना की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने शीर्ष अदालत से कहा कि इस मामले में वह तो व्हिसिल-ब्लोअर थे परंतु सरकार ने उनके साथ भी एक समान व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि सरकार को वर्मा के खिलाफ केन्द्रीय सतर्कता आयोग को जांच को अंतिम नतीजे तक ले जाना चाहिए। आलोक वर्मा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता फली नरिमन ने कहा कि केन्द्र के आदेश ने उनके सारे अधिकार ले लिये। उन्होंने कहा कि सामान्य उपबंध कानून की धारा 16 भी इस बिन्दु के बारे में है कि सीबीआई निदेशक जैसे अधिकारी को कौन हटा सकता है परंतु यह अधिकारी को उसके अधिकारों से वंचित करने के बारे में नहीं है।

आलोक वर्मा के अभी भी जांच एजेन्सी का निदेशक होने संबंधी अटॉर्नी जनरल की दलील के संदर्भ में नरिमन ने कहा, ‘‘अधिकारी के पास निदेशक के अधिकार होने चाहिए। दो साल के कार्यकाल का यह मतलब नहीं कि निदेशक बगैर किसी अधिकार के सिर्फ पद के साथ विजिटिंग कार्ड रख सकता है।’’  इस पर न्यायालय ने नरिमन से पूछा कि क्या वह किसी और की नियुक्ति कर सकती है तो नरिमन ने कहा, ‘‘हां।’’  न्यायालय केन्द्र के आदेश को चुनौती देने वाली, आलोक वर्मा की याचिका के साथ ही राकेश अस्थाना सहित जांच ब्यूरो के विभिन्न अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की शीर्ष अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल से जांच के लिये गैर सरकारी संगठन ‘कॉमन कॉज’ की याचिका और आवेदनों पर सुनवाई कर रहा था। 

दिल्ली में मौसम की प्रतिकूल स्थिति, वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बरकरार

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नयी दिल्ली, छह दिसंबर, धीमी वायु गति जैसी प्रतिकूल मौसम स्थितियों के कारण दिल्ली में बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में कायम रही जबकि चार क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 343 दर्ज किया। एक्यूआई सूचकांक 201 से 300 के बीच में ‘खराब’, 301 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 500 से ऊपर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। बोर्ड के अनुसार, चार इलाकों मुंडका, नेहरू नगर, रोहिणी और वजीरपुर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। वायु गुणवत्ता 24 क्षेत्रों में ‘बहुत खराब’ और चार क्षेत्रों में ‘खराब’ रही। बोर्ड ने कहा कि पीएम 2.5 का औसत स्तर 210 और पीएम 10 का स्तर 386 रहा। बोर्ड के डेटा के अनुसार, एनसीआर में, गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही।  केन्द्र द्वारा संचालित ‘वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली’ (सफर) ने कहा कि दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बरकरार रही। संस्था ने कहा, ‘‘सामान्य सतह वायु गति एकमात्र मौसम संबंधी कारक है जो प्रदूषण को असरदार तरीके से संग्रहित नहीं होने दे रही है और कुछ हद तक सकारात्मक रूप से काम कर रही है। मौसम संबंधी अन्य स्थितियां वायु गुणवत्ता के लिए प्रतिकूल हैं।’’  प्रदूषण नियंण बोर्ड के एक कार्यबल ने दिल्ली एनसीआर में ज्यादा प्रदूषण वाले 21 स्थलों की पहचान की है और संबंधित निकाय संस्थाओं को ‘‘केन्द्रित कार्रवाई’’ करने का निर्देश दिया।

भाजपा कर रही माधुरी दीक्षित को पुणे सीट से लड़ाने पर विचार

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मुंबई, छह दिसंबर, भाजपा अभिनेत्री माधुरी दीक्षित नेने को 2019 के लोकसभा चुनाव में पुणे सीट से मैदान में उतारने पर विचार कर रही है। यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस साल जून में अदाकारा से मुंबई स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। शाह उस समय पार्टी के ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत मुंबई पहुंचे थे। शाह ने इस दौरान अभिनेत्री को नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराया था। राज्य के एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि माधुरी का नाम पुणे लोकसभा सीट के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी 2019 के आम चुनाव में माधुरी दीक्षित को उम्मीदवार बनाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। हमारा मानना है कि पुणे लोकसभा सीट उनके लिए बेहतर होगी।’’  भाजपा नेता ने कहा, ‘‘पार्टी कई लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया में है और दीक्षित का नाम पुणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुना गया है...इसके लिए उनके नाम पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।’’  51 वर्षीय अदाकारा माधुरी ने ‘तेजाब’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘दिल तो पागल है’, ‘साजन’ और ‘देवदास’ सहित अनेक बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। वर्ष 2014 में भाजपा ने पुणे लोकसभा सीट कांग्रेस से छीन ली थी और पार्टी उम्मीदवार अनिल शिरोले ने तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। माधुरी को चुनाव लड़ाने की योजना के बारे में भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘‘इस तरह के तरीके नरेंद्र मोदी ने गुजरात में तब अपनाए थे जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों में सभी उम्मीदवारों को बदल दिया और पार्टी को उस फैसले का लाभ मिला।’’  उन्होंने कहा, ‘‘नए चेहरे लाए जाने से किसी के पास आलोचना के लिए कुछ नहीं था। इससे विपक्ष आश्चर्यचकित रह गया और भाजपा ने अधिक से अधिक सीट जीतकर सत्ता कायम रखी।’’  नेता के अनुसार, इसी तरह का सफल प्रयोग 2017 में दिल्ली के निकाय चुनावों में भी किया गया जब सभी मौजूदा पार्षदों को टिकट देने से इनकार कर दिया गया। भाजपा ने जीत हासिल की और नियंत्रण बरकरार रखा।

संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने के आसार

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नयी दिल्ली, छह दिसंबर, संसद का अगले सप्ताह शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। सत्र के दौरान सरकार तीन तलाक, उपभोक्ता संरक्षण, चिट फंड, डीएनए, गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम जैसे विधेयकों सहित करीब तीन दर्जन विधेयक पारित कराना चाहती है । इनमें 20 विधेयक नये हैं जबकि शेष, सदन में पहले ही पेश किये जा चुके विधेयक हैं ।  कांग्रेस सहित विपक्षी दल राफेल मुद्दा, कृषि एवं किसानों की समस्याओं, सीबीआई में उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों के बीच झगड़े जैसे मुद्दे उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे ।  राज्यसभा में कांग्रेस के सचेतक भुवनेश्वर कालिता ने ‘‘भाषा’’ से कहा, ‘‘ हम संसद सत्र के दौरान राफेल समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे उठायेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।’’ उन्होंने कहा कि संसद में उठाये जाने वाले विषयों की रूपरेखा पार्टी की बैठक में तय की जाएगी लेकिन किसानों के मुद्दे, सीबीआई में वर्तमान स्थिति, साम्प्रदायिक सौहार्द के समक्ष चुनौती जैसे विषय निश्चित तौर पर उठेंगे । 

वहीं, संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि सरकार के लिये यह सत्र महत्वपूर्ण है । तीन अध्यादेश के संबंध में विधेयक आने हैं । ‘‘हम तीन तलाक संबंधी विधेयक पारित कराना चाहते हैं ।’’  उन्होंने कहा कि लोकसभा में पेश किये गए करीब 15 विधेयक और राज्यसभा में पेश 9 विधेयक पारित होने हैं । अन्य महत्वपूर्ण नये विधेयक भी पेश किये जाने हैं और पारित होने हैं ।  यह पूछे जाने पर कि, विपक्ष राफेल समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगा, गोयल ने कहा कि विपक्ष नियमों के तहत कोई भी मुद्दा उठा सकता है और सरकार इसके लिये तैयार है। सरकार का दामन और नीयत दोनों साफ हैं । ‘‘हम नियमों के तहत चर्चा कराने को तैयार हैं । ’’  संसद का शीतकालीन सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पांच राज्यों ... मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना मिजोरम के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं । इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के लिये महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं । समझा जाता है कि संसद सत्र पर चुनाव परिणाम का प्रभाव देखने को मिल सकता है । 

सत्र के दौरान लोकसभा में पेश होने वाले नये विधेयकों में तीन तलाक संबंधी विधेयक, कंपनी संशोधन विधेयक, भारतीय चिकित्सा परिषद संशोधन विधेयक, भारतीय औषधि प्रणाली के लिये राष्ट्रीय आयोग संबंधी विधेयक, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग विधेयक, राष्ट्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा आयोग विधेयक, राष्ट्रीय विमान संशोधन विधेयक, जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक संशोधन विधेयक, सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन विधेयक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी संशोधन विधेयक, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम संशोधन विधेयक, बांध सुरक्षा विधेयक, एनसीईआरटी विधेयक आदि शामिल हैं ।  इसके अलावा सार्वजनिक परिसर अनधिकृत कब्जा हटाने संबंधी विधेयक, दंत चिकित्सक संशोधन विधेयक, उपभोक्ता संरक्षण विधेयक, नयी दिल्ली अंतरराष्ट्रीय पंचाट केंद्र विधेयक, भारतीय हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकार संशोधन विधेयक, किशोर वय :बाल देखरेख एवं संरक्षण: संशोधन विधेयक, डीएनए प्रौद्योगिकी :उपभोक्ता एवं व्यवहार: नियामक विधेयक, मानवाधिकार संरक्षण संशोधन विधेयक, ट्रांसजेंडर अधिकार संरक्षण विधेयक, किराये की कोख संबंधी नियामक विधेयक, चिटफंड संशोधन विधेयक, बिना नियमन की जमा योजना को प्रतिबंधित करने संबंधी विधेयक आदि शामिल है ।  लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 11 दिसंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सर्वदलीय बैठक बुलाई है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने एक दिन पहले 10 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इन बैठकों का उद्देश्य सदन का कामकाज सुचारु रूप से चलाने के लिए सर्वसम्मति बनाना है।
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