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नरकटियागंज (बिहार) की खबर (19 जुलाई)

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सहायक प्रबंधक जीतेन्द्र कुमार की दी गयी विदाई

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नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) भारतीय स्टेट बैंक नरकटियागंज के सहायक प्रबंधक (कृषि) जीतेन्द्र कुमार को उनके नये पदस्थापना शाखा कृषि विकास बेतिया के लिए सहयोगियों व अधिकारियों ने विदा किया। उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उनके कार्यकलापों की चर्चा की गयी। वे सहकर्मियांे के साथ मित्रवत् और ग्राहकों के साथ अच्छे व्यवसायिक रिश्ता बनाकर कार्य सम्पन्न करते रहे। उनके सहयोगियांे और अधिकारियों ने उन्हे नये स्थान पर व्यक्तिगत रिश्तों को प्रगाढ कर भारतीय स्टेट बैंक को समुचित सेवा प्रदान करने के साथ ग्राहकों की संतुष्टि का विशेष ध्यान रखने का परामर्श दिया। भारतीय स्टेट बैंक में वैकल्पिक चैनल से सेवा प्रारंभ करने वाले जीतेन्द्र कुमार काफी मृदुभाषी है और ग्राहको की सेवा मे सदैव तत्पर रहते है। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करने वालों में मुख्य प्रबंधक कुमार रंजीत, वैयक्तिक प्रबंधक सी. पी. गौड मुख्य है। विदाई समारोह में सहायक प्रबंधक मुकेश कुमार, नीरज कौशिक, सुरेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, कन्हैया लाल, शशांक शेखर, लेखा प्रबंधक राजीव कुमार सिंह, कैशियर मदन मोहन वर्णवाल, सहायक मुकेश कुमार, रूपेश कुमार, रंजीत कुमार, नीरज कुमार के अलावे सहयोगी शामिल हुए। स्थानांतरित सहायक प्रबंधक जीतेन्द्र कुमार ने भावुक हो सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। जबकि उनके स्थान पर नवागत शशांक शेखर ने बैंक के सभी कर्मियों से अपने परिचय का आदान प्रदान किया।

साठी में दावत ए इफ्तार का आयोजन

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नरकटियागंज (अवधेश कुमार शर्मा) हिन्दू-मुस्लिम एकता का परिचय देते हुए शुक्रवार को दावत ए इफ्तार का आयोजन साठी बाजार में किया। जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने शिरकत किया। मुल्क और क्षेत्र में अमन और शांति के लिए इफ्तार से पहले रोजेदारों ने दुआयें मांगी। जिसमें दोनो समुदाय के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। इफ्तार की दावत का आयोजन महम्मद हफीज उर्फ छुरी, पूर्व जिला पार्षद कलीम गफ्फार एवं मौलाना फखरूल हसन ने किया। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी रमजान के पाक महीने में बाजार तथा आसपास के रोजेदारों एवं हिन्दू भाइयों ने इफ्तार की दावत में शिर्कत किया। जिससे हमारी एकता का पैगाम पूरे क्षेत्र के साथ मुल्क में जाता है कि हिन्दू व मुसलमान एक ही सिक्के के दो पहलू है। वहीं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अब्दुर्रहमान ने कहा कि रमजान का महीना बरकत, बख्सि एवं रहमत का महिना है। भाजपा के साठी मंडल अध्यक्ष पवन वर्मा ने इसे आपसी सौहार्द का नमुना बताया। मौके पर साठी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष महम्मद उमर, सेमरी पंचायत अध्यक्ष शंभु सिंह, डा. वसिउल्लाह, डा. के. आजम, हरिश्चन्द्र राव, सत्येन्द्र राव, राम जीआवन साह, बच्चा साह, चंद्रिका साह उर्फ भेन्डर, जफीर आलम, महम्मद वैस, मक्सुद आलम, ग्यासुद्वीन खां, पलटन साह सहित सैकड़ों की संख्या में रोजेदार व सैकड़ों लोग मौजुद रहे । 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (19 जुलाई)

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नेशनल एम्बुलेंस सर्विस की जिला कार्यकारी परिषद की बैठक

शिमला, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  उपायुक्त शिमला, श्री दिनेश मल्होत्रा ने कहा कि जिला शिमला में नेशनल एम्बुलेंस सर्विस 108 के तहत 29 एम्बुलेंस के माध्यम से आपातकालीन सेवाऐं प्रदान की जा रही हैं। वह आज यहां नेशनल एम्बुलेंस सर्विस 108 की जिला कार्यकारी परिषद की अध्यक्षता कर रहे थे ।  उपायुक्त ने एम्बुलेंस सेवा के प्रबन्धन जीवीके-इएमआरआई को निर्देश दिए की जिला के दूरदराज क्षेत्रों में सेवा प्रदान करने में और दक्षता लाई जाए तथा मरीजों को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाया जाए, ताकि उन्हें समयबद्व चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके । दिनेश मल्होत्रा ने जीवीके-इएमआरआई के प्रबन्धन को निर्देश दिए कि दूरदराज के क्षेत्रों के लिए अधिक एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएं ताकि लोगों को बेहतर आपातकालीन चिकित्सा सेवाऐं मुहया करवाई जा सकें । उन्होंने कहा कि 108 एम्बुलेंस द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न सेवाओं की जानकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी आम लोगों तक पंहुचाने के लिए कदम उठाए जाएंगे । उपायुक्त ने कहा कि जिला शिमला में नेशनल एम्बुलेंस सर्विस 108 द्वारा अभी तक 68894 मामलों में सेवाऐं प्रदान की गई हैं । जिसमें 1758 पुलिस से सम्बन्धित, 317 आगजनी की घटना से सम्बन्धित, 66819 चिकित्सा सेवाओं से सम्बन्धित, 9381 मामले गर्भावस्था से सम्बन्धित, 2508 मामले दुर्घटनाओं से सम्बन्धित, 2820 मामले हृदय से सम्बन्धित रोगों के 3310 मामले सांस सम्बन्धित बीमारियों के, 2458 मामले भयसूचक घटनाओं के और 504 मामलों में ईएमटी द्वारा प्रसव के मामले शामिल हैं ।दिनेश मल्होत्रा ने कहा कि जनवरी से मार्च, 2014 तक शिमला जिला में 4928 मामलों में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों द्वारा नेशनल एम्बुलेंस सर्विस 108 सेवा प्राप्त करने के लिए टेलिफोन कॉल किए गए जबकि अप्रैल से जून, 2014 तक 6943 टेलिफोन कॉल किए गए हैं । इसमें जून माह में आपातकालीन चिकित्सा के 2273 मामले शामिल हैं ।    उपायुक्त ने कहा कि पिछले 6 माह के दौरान नेशनल एम्बुलेंस सर्विस 108 सेवा को आपातकालीन सेवाओं के लिए प्राप्त टेलिफोन कॉल में 37 प्रतिशत मामले पेट से सम्बन्धितबीमारियों, 26 प्रतिशत मामले गर्भावस्था से सम्बन्धित, 7 प्रतिशत सांस और 6 प्रतिशत आरटीए के हैं दिनेश मल्होत्रा ने जीवीके-इएमआरई प्रबन्धन को शरद ऋतु के दौरान आपातकालीन ऐम्बुलेंस सेवा वाहनों के बेहतर प्रबन्धन के निर्देश भी दिए । उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा जन कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिले और प्रशासन में और अधिक दक्षता लाई जा सके ।    बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त शिमला श्री यूनुस, जीवीके-इएमआरई प्रबन्धन के प्रतिनिधि और जिला के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।

शिमला बाल फिल्म महोत्सव सम्पन्न

शिमला, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  जिला प्रशासन शिमला द्वारा बाल चित्र समिति, भारत के सहयोग से शिमला में आयोजित छ: दिवसीय बाल फिल्म महोत्सव आज सम्पन्न हो गया । इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिमला, श्री यूनुस ने भी गेयटी थियेटर शिमला में विभिन्न बाल/बालिका आश्रमों व विभिन्न स्कूलों के छात्रों के साथ फिल्म का अवलोकन किया ।यूनुस ने कहा कि शिमला के विभिन्न स्कूलों के छात्रों के लिए फिल्मोत्सव के दौरान रिटिज़, शाही और गेयटी थियेटर में आठ फिल्में प्रदर्शित की गई ।  उन्होंने कहा कि फिल्में सिर्फ मनोंरंजन का साधन  नहीं होती हैं , बल्कि इनसे जीवन में ऊर्जा का संचार होता है और प्रेरणा भी मिलती है । फिल्मों के माध्यम से हमें जीवन के कई अनछुए पहलुओं को जानने और समझने का अवसर भी प्राप्त होता है, साथ ही कल्पनाशीलता भी बढती है । उन्होंने बाल चित्र समिति द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि छात्र  फिल्मों के संदेश को ग्रहण कर अपने भविष्य और व्यक्तित्व को और प्रखर बनाएंगें ।  इस अवसर पर श्री अशोक कुमार, सहायक वितरण अधिकारी, बाल चित्र समिति भारत ने जिला शिमला में बाल फिल्म महोत्सव के सफल आयोजन पर जिला प्रशासन का धन्यवाद किया ।

ग्राम पंचायत चायली में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित

शिमला, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  समाज के पिछडे वर्ग, ग्रामीण जनता, कमजोर वर्ग व महिलाओं के अतिरिक्त सभी नागरिकों को कानून के बारे में जागरूकता प्रदान करना ही कानूनी साक्षरता शिविर का प्रयोजन है । यह बात आज अध्यक्ष उपमंडलीय विधिक साक्षरता प्राधिकरण एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शिमला श्रीमती ज्योत्सना एस. डढवाल ने ग्राम पंचायत चायली में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर के दौरान अपने सम्बोधन में कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने मूल कर्तव्यों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने देश की एकता, अखंडता, संास्कृतिक विरासत को संजोये रखने में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करें। धर्म, जाति, सम्प्रदायिकता व निजी स्वार्थो से उपर उठकर देश हित को प्राथमिकता दें ।  उन्होंने कहा कि आपसी घरेलू, दीवानी व फोैजदारी झगडो को आपसी बातचीत, मध्यस्तता से निपटाया जाना चाहिए । जिला सत्र न्यायालय द्वारा लोक अदालतों का आयोजन इसी उद्देश्य से किया गया है ताकि अधिक से अधिक विवादों का निपटारा कर लोगों के समय व धन को बचाया जा सके जिससे न्यायालय का कीमती समय देश के विकास में खर्च हो।     इस अवसर पर प्रधान जिला बार एसोसियेशन एवं अधिवक्ता वीरेन्द्र शर्मा ने       मोटर वाहन एक्ट के बारे में  जानकारी देते हुए बताया कि वाहन खरीदने के बाद प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह वाहन चलाने से पूर्व ड्राईविंग लाईसैंस, गाडी का रजिस्ट्रेशन  सर्टिफिकेट, इंश्योरैंस को हमेशा अपने साथ रखें । मीरा ठाकुर, अधिवक्ता ने फौजदारी व दीवानी दावों के सम्बन्ध में की जाने वाली कानूनी कार्यवाही के बारे में बताया जबकि अंकुश ठाकुर अधिवक्ता ने महिलाओं के अधिकारों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि कानून समाज के प्रताडित प्रत्येक वर्ग को संरक्षण ही प्रदान नहीं करता अपितु उसके अधिकारों को भी दिलाता है।  इस अवसर पर प्रधान ग्राम पंचायत चायली श्री संजीव वर्मा ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तथा उनके सहयोगियों का कानूनी जानकारी प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया । शिविर में स्थानीय लोगों के अतिरिक्त, युवक व महिला मंडल के सदस्यों ने भाग लिया । 

मुख्यमंत्री से जिला परिषद प्रतिनिधिमण्डल की भेंट

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शिमला, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह से आज यहां जिला परिषद शिमला के एक प्रतिनिधिमण्डल ने अध्यक्ष श्री चन्द्रेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से जिला परिषद कार्यालय को उपायुक्त कार्यालय शिमला में बनाए रखने का आग्रह किया, जब तक उनका अपना भवन निर्मित न हो जाए। उन्होंने पंजड़ी में जिला परिषद कार्यालय के निर्माण की भी मांग की।प्रतिनिधिमण्डल ने 13वें वित्त आयोग द्वारा जिला परिषद, पंचायत समिति तथा पंचायतों को प्रदान की जा रही ग्रांट-इन-एड की यथास्थिति बनाए रखने का भी आग्रह किया ताकि पंचायतों में विकास कार्य सुनिश्चित बनाए जा सकें।मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल को उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

159 करोड़ से मनरेगा में कार्यन्वित होंगे विभिन्न कार्य - सुधीर

धर्मशाल , 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    जिला में महात्मा गांधी ग्रामीण सुनिश्चित रोजगार योजना के अंतर्गत ग्रामीण विकास योजनाओं पर 159 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। इस दौरान 2 लाख 34 हजार 739 जॉब कार्ड तैयार किए गए हैं एवं जून, 2014 तक 16758 घरों को रोजगार मुहैया करवाया गया है। यह जानकारी देते हुये शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री ने बताया कि इस योजना के अन्र्तगत जिला में अब तक 16758 परिवारों को रोजगार मुहैया करवाया गया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को एक नई गति मिली है और ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को 100 दिन का सुनिश्चित रोजगार मिलने से उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ हुई है। इस योजना के क्रियान्वित होने से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पर्क मार्गों, गलियों के पक्का करने, कूहलों के पक्का होने से इन क्षेत्रों के लोगों को बरसात के मौसम में होने वाली कठिनाईयों से राहत मिली है। उन्होंने कहा कि बरसात के मद्देनजर विभिन्न विभागों के माध्यम से सडक़ों की नालियों की मरम्मत एवं सफाई, पेयजल योजनाओं को सुचारू रखने हेतु पेयजल स्त्रोतों के रख-रखाव व पौधारोपण इत्यादि के कार्य भी इस योजना के अन्र्तगत किये जा रहे हैं। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे निर्वाह कर आवासहीन व्यक्तियों को आवास उपलब्ध करवाने के लिये इन्दिरा आवास योजना के अन्र्तगत जिला में इस वर्ष 678.75 लाख रूपये की लागत से 905 घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त राजीव आवास योजना के अन्र्तगत शहरों को झुग्गी झोंपड़ी मुक्त बनाने के उद्देश्य से जिला में 207 लाख रूपये की लागत से 276 आवासों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष इस योजना के अन्र्तगत 229 लाख की लागत से 148 घरों का निर्माण किया गया। श्री सुधीर शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार मातृ शक्ति बीमा योजना के अन्र्तगत गरीबी रेखा से नीचे निर्वाह कर रही समस्त महिलाओं को बीमा योजना के अधीन लाया गया है। इस योजना के अन्र्तगत 10 से 85 की उम्र की महिलाओं के किसी दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा में उनके पति या पिता की मृत्यु होने की स्थिति में एक लाख की सहायता प्रदान की जा रही है। इस वित्त वर्ष में अब तक 2 लाख रूपये जबकि गत वित्त वर्ष में 17 लाख की सहायता प्रदान की गई थी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह सरकार द्वारा कार्यन्वित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठायें।
                   
लोक सम्पर्क विभाग की नाट्य इकाई जन-जन तक पहुंचायेगी सरकारी योजनायें

धर्मशाला 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग धर्मशाला की नाट्य इकाई 21 जुलाई से 31 जुलाई तक गांव-गांव में जाकर लोगों को सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी फोक मीडिया के माध्यम से प्रदान करेंगी। यह जानकारी देते हुये जिला लोक सम्पर्क अधिकारी श्री मुहम्मद अमीन शेख चिश्ती ने बताया कि इकाई 21 जुलाई को बडोह एवं समलोटी में, 22 जुलाई को सेराथाना व बलधर में व 23 जुलाई को नगरोटा बगवां के 53 मील व खोली में कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई को नाट्य दल जदरांगल व रमेहड़ में, 25 जुलाई को रक्कड़ सिद्वबाडी व मसरेहड़ में, 26 जुलाई को बगली व इच्छी में, 28 जुलाई को कांगडा व त्यारा में, 30 जुलाई को लदवाड़ा और भाली में, 31 जुलाई को द्रमण और प्रेई में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस दौरान नाट्य निरीक्षक श्रीमती नसीम बाला नाट्य दल का नेतृत्व करेंगीं।

विधानसभा अध्यक्ष 22 से 24 जुलाई तक पालमपुर में

धर्मशाला 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी लाल बुटेल अपने सरकारी प्रवास पर 21 जुलाई को सांय 7 बजे पालमपुर पहुंचेंगे। श्री बुटेल 22 से 24 जुलाई तक विधानसभा क्षेत्र पालमपुर में लोगों की समस्यायें निपटायेंगे। विधानसभा अध्यक्ष 25 जुलाई को बाद दोपहर शिमला के लिये रवाना होंगे। यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने दी। 

स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने भडोली में सुनीं जनसमस्यायें

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धर्मशाला 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  प्रदेश के वयोवृद्व स्वतंत्रता सेनानी एवं स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पंडित सुशील रत्न ने आज भडोली में स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों एवं स्थानीय लोगों की समस्यायें सुनीं। इस मौके पर श्री सुशील रत्न ने अधिकारियों का आहवान किया कि अधिकारी जनता के सेवक बन कर कार्य करें तथा सरकार द्वारा जनता के कल्णार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।  इस अवसर पर जिला कांग्रेस महासचिव श्री राजेन्द्र राणा, पूर्व प्रधान एवं विकलांग बोर्ड के सदस्य श्री रमेश कुमार, उप प्रधान जखोटा पंचायत श्री सुशील कुमार, श्री विशम्भर दत्ता, श्री मेहर चंद, श्री प्रदीप कुमार, श्री शशि व सभी विभागों के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

योल फीडर में 21 जुलाई को बिजली बंद

धर्मशाला 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  योल फीडर में 21 जुलाई को विभिन्न मुरम्मत कार्यों व रख रखाव के चलते बिजली बंद रहेगी। इस दौरान यहां स्थापित ट्रांसफार्मर नम्बर तीन पर कार्य किया जायेगा। यह जानकारी देते हुये अधिशासी अभियंता सिद्वपुर श्री शेर सिंह चौधरी ने बताया कि मौसम प्रतिकूल होने पर यह कार्य नहीं किया जायेगा तथा इस कार्य पर लगभग 3 घंटे का समय लगेगा। 

दीपिका ने महिलाओं को दिखाई स्वाबलंबन की राहें  
  • लघु बचत से प्रतिमाह कमा रही हैं एक लाख 20 हजार
  • प्रदेश की अग्रणी लघु बचत अभिकर्ता के रूप में बनाई पहचान

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हमीरपुर, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    मेहनत और जज्बे की डगर ही बुलंदियों तक पहुंचाती है, छोटे से कस्बे में रहकर भी शहर के कारपोरेट हाउसिस में नौकरी की आमदनी से ज्यादा प्रतिमाह कमाया जा सकता है। कुछ इसी तरह की मिसाल जाहू की लघु बचत एजेंट दीपिका सोनी ने कायम की है।   लघु बचत एजेंट दीपिका सोनी प्रतिमाह 28 लाख रूपये की राशि विभिन्न खाताधारकों की जमा करवाकर एक लाख 20 हजार रूपये प्रतिमाह कमीशन अर्जित कर रही है  लघु बचत योजनाओं में सबसे ज्यादा राशि जमा करवाने में दीपिका सोनी को प्रदेश के सबसे अग्रणी लघु बचत एजेंट के रूप में आंका गया है। इसके साथ ही जिला में अन्य बहुत सी महिला अभिकर्ता प्रतिमाह दस हजार से एक लाख तक की कमीशन लघु बचत योजनाओं के माध्यम से अर्जित कर रही हैं।  हमीरपुर जिला में लघु बचत योजनाएं महिलाओं के लिए स्वरोजगार का सबसे बड़ा साधन बनकर उभरा है। उक्त महिलाएं लघु बचत के माध्यम से अर्जित धनराशि से न केवल स्वयं अच्छा जीवन यापन व्यतीत कर रही हैं अपितु अन्य महिलाओं के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। दीपिका सोनी का कहना है कि बहुतकनीकी संस्थान से डिप्लोमा करने के उपरांत प्राइवेट या सरकारी नौकरी करने की बजाय उन्होंने लघु बचत एजेंट के रूप में पंजीकरण करवाया गया तथा पहले महीने उसके माध्यम से मात्र 265 रूपये ही जमा हो सके लेकिन धीरे-धीरे महिलाओं से संपर्क कर लघु बचत योजनाओं के साथ लोगों को जोडऩे का कार्य किया गया, एक वर्ष के पश्चात दीपिका सोनी ने प्रतिमाह दस से बीस हजार तक की कमीशन प्राप्त होने लगी और गत वर्ष करीब अढ़ाई करोड़ से ज्यादा की राशि लघु बचत योजनाओं के माध्यम सेजमा करवाई गई, इस समय दीपिका सोनी ने लघु बचत योजनाओं के साथ तीन हजार उपभोक्ताओं को जोड़ा गया है। दीपिका सोनी का कहना है कि लघु बचत योजनाओं में अपना पैसा जमा करवाने के लिए गरीब से गरीब व्यक्ति को भी प्रेरित किया गया है तथा पचास रूपये से लेकर एक लाख तक की राशि प्रतिमाह जमा करवाने वाले खाताधारक उनसे जुड़े हुए हैं। उनका कहना है कि लघु बचत योजना के तहत काम उनके पास काफी बढ़ गया है और इस के लिए अब उन्होंने खाताधारकों के हिसाब किताब रखने के लिए दो लोगों को रोजगार भी दिया गया है। दीपिका सोनी का कहना है कि महिलाओं के लिए लघु योजनाएं स्वरोजगार का बेहतर साधन बन सकती हैं तथा महिलाओं को इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए। गौरतलब है कि  हमीरपुर जिला में 1775 महिला अभिकर्ता लघु बचत योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचा रही हैं और हमीरपुर जिला लघु बचत योजनाओं में पूरे देश भर में अव्वल माना गया है। गत वर्ष लघु बचत योजनाओं के विभिन्न स्कीमों के तहत 141 करोड़ की राशि जमा करवाई गई है वहीं गत वित वर्ष में जिला हमीरपुर में पांच वर्षीय आवर्ती योजनाओं के अंतर्गत 73338 नए खाते खोले गए हैं जबकि विभिन्न लघु बचत योजनाओं के अंतर्गत कुल 115476 खाते खोले गए हैं, चालू वित्त वर्ष में जून माह तक 35 करोड़ से अधिक राशि जमा करवाई जा चुकी है जिसमें 11464 नए खाते पांच वर्षीय आवर्ती जमा योजना के अंतर्गत जिला में खोले गए हैं। लघु बचत के अंतर्गत हमीरपुर जिला का भारतवर्ष एवं प्रदेश भर में एक अग्रणी स्थान रहा है और पिछले कई वर्षों से लघु बचत के क्षेत्र में हमीरपुर जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है और इसमें दीपिका सोनी जैसी महिला अभिकर्ताओं का अहम योगदान रहा है।

20 जुलाई को बिजली बंद रहेगी
   
हमीरपुर, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    सहायक अभियंता विद्युत उप-मण्डल नं0 2 ई. बलदेव चंद ने जानकारी दी है कि सव-स्टेशनों की पुरानी तारों की मुरम्मत कार्य करना आवश्यक है, जिसके कारण 20 जुलाई को 10 बजे से 4 बजे तक विद्युत आपूति बंद रहेगी। उन्होंने बताया कि बिजली बंद होने के कारण पट्रोल पम्प, हमीर होटल तथा एच.आर.टी.सी  कार्यशाला के आस-पास के क्षेत्रों के उपभोक्ता प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रभावित होने वाले उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है7 

बारिश से 36.81 लाख की सडक़ें क्षतिग्रस्त
   
हमीरपुर, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    जिला में गत 24 घण्टों में हुई वर्षा के कारण लोक निर्माण विभाग के हमीरपुर मण्डल की तीन और टौणी देवी मण्डल की एक  36.81 लाख रूपये की सडक़ें प्रभावित हुईं। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त हिमांशु शेखर चौधरी ने दी।  उन्होंने बताया कि हमीरपुर मण्डल की तीन सडक़ें क्रमश: झनियारी-नेरी -कमलाह 10:83 लाख रूपये, सासन-खगल 6:50 लाख रूपये, पसतल-बुगधार-मतरोह-बलडूहक 15.47 लाख रूपये  जबकि टौणी देवी मण्डल में टौणी देवी -ऊहल-कक्कड़-बजरोल- जंगलवैरी का सडक़ मार्ग पर 4 लाख रूपये का नुकसान हुआ है।  उन्होंने बताया कि वर्षा उप-मण्डल बड़सर की तहसील डटवाल के गांव कन्नड़-बुल्ला में अंजना कुमारी की गौशाला को 30 हजार रूपये की क्षति पहुंची।

अपराध समाचार

ऊना, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    ऊना जिला के थाना हरोली के अन्तर्गत बीती रात मु0आ0 षक्ति नन्दन अन्वेशाधिकारी थाना हरोली मय मुलाजमान के गष्त पर टाहलीवाल चौंक में मौजूद था तो मखन सिंह सपुत्र श्री भुला सिंह निवासी गोन्दपुर जयचन्द तह0 हरोली जिला ऊना से 3140/-रू0 के करंसी नोट व पर्ची दड़ा सट्टा बरामद हुई। जो इस सन्दर्भ में मखन सिंह उपरोक्त के विरूद्व अभियोग अधीन धारा 13ए0-3-67 जुआ अधिनियम के अन्तर्गत पंजीकृत किया गया है। अन्वेशण जारी है। थाना सदर ऊना के अन्तर्गत राजकुमार सपुत्र ईशर दास निवासी मकान न0 12680 गली न0 5 थाना डिवीजन न0 6 लुधियाना पंजाब हाल सेवादार शिव मन्दिर पीरनिगाह ने शिकायत दर्ज करवाई कि  दिंनाक 17.07.14 को समय करीब 11.00 बजे रात को कुछ लोग मोटर साईकिल सवार आये और मोटर साईकिल को मन्दिर के आगे खडा कर दिया जिसे मोटर साईकिल वहां पर खडा न करने के लिए कहा तो जगदेव वग्गा निवासी पीरनिगाह व जगदेव की लडकी व बहु सभी निवासी पीरनिगाह इसका रास्ता रोक कर लडाई झगडा व मारपीट करने लग पडे । जो इस सन्दर्भ में राजकुमार उपरोक्त की शिकायत पर जगदेव वग्गा, जगदेव की लडकी व वहू के विरूद्व अभियोग अधीन धारा 341, 323, 504, 34 भा0द0स0 के अन्तर्गत पंजीकृत किया गया है। अन्वेषण जारी है।

भाजपा के नेता अपना कद देख कर ब्यानबाजी करें

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ऊना, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    भाजपा के नेता अपना कद देख कर ब्यानबाजी करें। यह बात जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डा. विजय डोगरा ने जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता झूठे आंकड़े पेश कर जनता का गुमराह करते है। अब प्रदेश की जनता भति-भांति समझ चुकी है कि प्रदेश में मात्र कांग्रेस की ही सरकार विकास करवा सकती है। डोगरा ने कहा कि हिमालच प्रदेश में हो रहा रेल विकास व प्रदेश की प्रगति कांग्रेस सरकार के अथक प्रयासों की देन है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखबिंद्र सुक्खु पर टीका-टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांके व अपना कद पहचानें। उन्होंने कहा कि आए दिन कभी मु यमंत्री व कभी मंत्रियों पर छीटांकशी करना बंद करें तथा प्रदेश में हो रहे सामुचित विकास को पचाने का मादा रखें। जिला ऊना में पिछले डेढ़ वर्ष में करोड़ो रूपए के विकास कार्य करवाए जा चुके है जो भाजपा के गले नही उतर रहे है। डोगरा ने कहा कि पिछले 10 वर्षो में यूपीए सरकार की जो जनहित नीतियां थी उनके कारण प्रदेश का चहुंमुखी विकास हुआ व अंब-तलवाड़ा रेल लाईन का कार्य जोरो पर चल रहा है, यह भी यूपीए की देन है। प्रदेश अध्यक्ष ने बिल्कुल सही कहा कि प्रदेश के सांसद इस बजट में कुछ खास करवाने में निक मे साबित हुए है। डोगरा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के आने से सडक़, स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में ट्रिप्पल आईटी, केंद्रीय विद्यालय, एफसीआई का गोदाम, इंडियन ऑयल का डिप्पू ये सभी हिमालच प्रदेश सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनावों के दिनों में किए अपने सभी वायदे पूरे किए है।

हिम गौरव आई टी आई में क्तिटर वैल्डर व पलम्वर में दाखिला जारी - सींटे सीमित
  • कम्पयूटर में लडकियों के लिए २० सींटें सुरक्षित

ऊना, 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।    हिमाचल सरकार व भारत सरकार द्वारा क्राक्तट ट्रैनिंग के अन्र्तगत हिम गौरव आई टी आई सन्तोषगढ  में क्तिटर , वैल्डर व पलम्वर ट्रैड के दाखिले किए जा रहें हैं यह जानकारी हिम गौरव के प्रधानाचार्य के.एल. शर्मा ने वताया कि क्तिटर ट्रैड में ५, वैल्डर में १० व पलम्वर ट्रैड में १२ सीटे खाली है तथा कम्पयूटर ट्रैड में २० सीटें लडकियों के लिए सुरक्षित है जो कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भरी जाएगीं । उन्होने वताया कि यह सभी आई टी आई कोर्स  हृष्टङ्कञ्ज के  हैं जिनकी परीक्षा राजकीय आई टी आई ऊना में होगी तथा परीक्षा पास करने के उपरान्त भारत सरकार का जो  हृष्टङ्कञ्ज का  प्रमाण पत्र होगा वह सरकारी नौकरी के लिए पूरे भारत वर्ष में मान्य होगा साथ  ही हिम गौरव में आई टी आई कोर्स करने वाले को हिमाचल सरेार की तरक्त से एक हजार रूपया कौशल विकास भत्ता दिया जाएगा। यदि उसके परिवार की आय दो लाख रूपए से कम हो और वह किसी भी जाति से सम्वन्ध रखता हो । इसके ईलावा हिम गौरव के हर ट्रैनी की पलैसमैंट हिम गौरव संस्थान द्वारा करवाई जाती है तथा २४ जुलाई को मल्टीनैशनल कम्पनी सैमसंग इलैक्ट्रोनिक्स इण्डिया दो सौ आई टी आई धारकों को नौकरी की ऑक्तर देने ऊना आ रही है तथा इससे पूर्व हिम गौरव के ट्रैनियों का चयन टाटा मोटर्ज , मारूती सजूकी , जिल्ट इण्डिया में हो गया हैं। जो कि जुलाई अगस्त में अपनी आई टी आई परीक्षा देकर उक्त क म्पनियों में अपनी नौकरी ज्वाईन करेगें।  

गरीबों तक सरकारी योजनाएं पहुंचाएं अधिकारी: रामलाल

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कुल्लू 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  हिमाचल प्रदेश राज्य योजना विकास एवं 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अध्यक्ष रामलाल ठाकुर ने अधिकारियों से प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने का आह्वान किया है। शनिवार को यहां बचत भवन में जिला स्तरीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए रामलाल ठाकुर ने उक्त शब्द कहे। उन्होंने बताया कि 20 सूत्रीय कार्यक्रम का मुख्य ध्येय सरकार की जनहित की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहंचाना है, ताकि वे विकास की मुख्य धारा में जुड़ सकें। अध्यक्ष ने जिला में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे विकास कार्यों पर संतोष प्रकट करते हुए कहा कि वर्ष 2013-14 में मनरेगा के तहत विभिन्न विकास कार्यों पर 27.88 करोड़ रूपये खर्च किए गए तथा करीब 21 लाख 25 हजार कार्यदिवस अर्जित किए गए। रामलाल ने बताया कि गत वित वर्ष में इंदिरा आवास योजना के अंतर्गत जिला में 422 मकान बनाए गए, जिनके लिए पात्र व्यक्तियों को 75-75 हजार की धनराशि प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों की पैंशन बढ़ाकर 1000 रूपये कर दी गई है। रामलाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र को सरकारी दस्तावेज का दर्जा दिया है, ताकि जनता से किए गए सभी वायदों को पूरा किया जा सके। इसमें सामाजिक क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में गरीब से गरीब लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए हैं। इससे सामाजिक क्षेत्र में अनेक कल्याणकारी योजनाओं से लोगों की आर्थिकी सुदृढ़ हुई है, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने जिला के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि खंड विकास अधिकारियों, अन्य अधिकारियों व बैंक अधिकारियों में समन्वय स्थापित करके बैंकों के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अधिक से अधिक जोर देना चाहिए। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि जिन पात्र व्यक्तियों को विभाग बैंक ऋण के लिए चयनित करता है, वे स्वयं बैंक में जाकर उन लोगों को ऋण उपलब्ध करवाने में सहायता करें। अध्यक्ष ने अधिकारियों को वित्तीय लक्ष्यों के साथ-साथ भौतिक लक्ष्य हासिल करने पर बल देने के लिए कहा, ताकि योजनाओं का सीधा लाभ आम लोगों तक पहुंच सके। उन्होंने वन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि वे पौधारोपण कार्यक््रम में जन सहभागिता सुनिश्चित करें, जिससे पौधारोपण कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। इस अवसर पर जिला 20 सूत्रीय कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष एवं विधायक कर्ण सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि जिला में 20 सूत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत योजनाओं के लिए उपलब्ध धनराशि का सदुपयोग करके विकास कार्यों को गति प्रदान करके वित्तीय एवं भौतिक लक्ष्य हासिल करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। इस बैठक में अध्यक्ष एवं अन्य गैर सरकारी सदस्यों का धन्यवाद करते हुए उपायुक्त कुल्लू राकेश कंवर ने मुख्य अतिथि को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा दिए गए सुझावों व मार्गदर्शन से सरकारी योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाया जाएगा। बैठक में कुल्लू के विधायक महेश्वर सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष हरि चंद शर्मा, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुंदर सिंह ठाकुर, अन्य गैर सरकारी सदस्य और विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया। 

दलाश में प्रशासन जनता के द्वार 25 जुलाई को

 कुल्लू 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  आम लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आनी उपमंडल के गांव दलाश में 25 जुलाई को ‘प्रशासन जनता के द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दलाश में आयोजित होने वाले इस जिला स्तरीय कार्यक्रम में ग्राम पंचायत दलाश के अलावा ग्राम पंचायत ब्यूंगल, डिंगीधार और तलूना के लोगों की समस्याएं भी सुनीं जाएंगी तथा उनका निवारण किया जाएगा। कार्यक्रम में सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जिलाधीश राकेश कंवर ने क्षेत्रवासियों से इस कार्यक्रम का लाभ उठाने की अपील की है।

खराब मौसम के कारण श्रीखंड महादेव यात्रा स्थगित
  
कुल्लू 19 जुलाई ( विजयेन्दर शर्मा) ।  उपायुक्त कुल्लू राकेश कंवर ने बताया कि खराब मौसम और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए श्रीखंड महादेव यात्रा को सिंघगाड़ से आगे स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मौसम के अनुकूल होने के बाद ही यह यात्रा पुन: शुरू की जाएगी और श्रद्धालुओं को सिंघगाड़ से आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जब तक जिला प्रशासन यात्रा की अनुमति नहीं देता है, तब तक वे श्रीखंड महादेव की यात्रा न करें।  उन्होंने कहा कि श्रीखंड महादेव यात्रा के धार्मिक महत्व को देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मैडिकल टीम, बचाव दल और कई अन्य आवश्यक प्रबंध किए थे, लेकिन मौसम के खराब रूख को देखते हुए जिला प्रशासन को यह यात्रा स्थगित करने का निर्णय लेना पड़ा है। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जुलाई)

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कमिश्नर ने किया स्कूल, आंगनवाडी केन्द्र तथा सडक का निरीक्षण
  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के करें प्रयास-कमिश्नर

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पन्ना 19 जुलाई 14/पन्ना जिले के दो दिवसीय भ्रमण के क्रम में सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर ने स्कूल, आंगनवाडी केन्द्र, खेत सडक निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने मुरब्बा बनाने वाले समूह तथा डीपीआईपी परियोजना के महिला समूहों से भी उनके आर्थिक उन्नति की जानकारी ली। उन्होंने माध्यमिक शाला दहलान चैकी का निरीक्षण करते हुए बच्चों से पहाडे पूछकर उनकी शिक्षा के स्तर की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शालाओं में बच्चों का शत प्रतिशत प्रवेश के साथ उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें। प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करें। बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के भी शैक्षणिक स्तर एवं पठन पाठन क्षमता का लगातार मूल्यांकन करें। उन्होंने मध्यान्ह भोजन योजना, निःशुल्क किताब तथा गणवेश वितरण की जानकारी ली। निरीक्षण के समय कलेक्टर आर.के. मिश्रा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा जिला एवं खण्ड स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। कमिश्नर ने दहलान चैकी आंगनवाडी केन्द्र का निरीक्षण कर पोषण आहार के वितरण तथा स्नेह शिविर की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शिविर प्रारंभ होने से 15 दिन पूर्व सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से कराएं। इनमें जो बच्चे बीमार मिले उनको उपचार की पूरी सुविधा दें जिससे बच्चे स्वस्थ्य होकर स्नेह शिविर का लाभ उठा सकें। बीमार बच्चे को अतिरिक्त आहार देने से भी कोई लाभ नही होगा। मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने बताया कि शिविर में शामिल सभी 11 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। मिनी आंगनवाडी केन्द्र में संचालित शिविर में एक बच्चा हृदय रोग से पीडित पाया गया है उसके उपचार के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। कमिश्नर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह को स्नेह शिविर की नियमित मानीटरिंग के निर्देश दिए। इसके बाद कमिश्नर दहलान चैकी में ही डीपीआईपी की महिला स्वरोजगारियों से भेंट की। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने परियोजना से सहायता प्राप्त करके तीन सिलाई मशीनें खरीदी हैं। इनसे उन्हें प्रतिदिन 200 से 300 रूपये की आमदनी हो जाती है। समूह की एक महिला ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए ऋण लिया है। कमिश्नर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों को अच्छी पूरी शिक्षा दें। इसके बाद कमिश्नर ने अजयगढ विकासखण्ड के ग्राम सिंहपुर के मजरा गिदरहा में निर्माणाधीन खेत सडक का निरीक्षण किया। उन्होंने सडक निर्माण के लिए जंगल साफ करने हेतु 20 हजार रूपये की राशि व्यय करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि खेत सडक निर्माण शासन के मापदण्डों के अनुसार करें। मौके पर उपस्थित कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आर.एस. देशवाले ने बताया कि सडक की कुल लम्बाई 580 मीटर है जिसमे दो पुलियों का निर्माण कराया जाना है। इसकी कुल लागत 9 लाख 54 हजार रूपये है। अभी केवल खुदाई का कार्य किया गया है जिसमें 76 हजार रूपये व्यय हुए हैं। इसके बाद कमिश्नर सिंहपुर में ही प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना से निर्माणाधीन सडक का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने ग्राम गुछारा में बुन्देलखण्ड पैकेज से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा बनाए गए स्टाप डेम का निरीक्षण किया। उन्होंने इसकी सिंचाई क्षमता बढाने तथा ग्राम वासियों के लिए आवागमन का वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश दिए। 

उचित सलाह से होगा मीडिएशन सफल-एडीजे श्री मिश्रा
  • मीडिएशन में वकीलों की है महत्वपूर्ण भूमिका-श्री शर्मा

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पन्ना 19 जुलाई 14/जिला अधिवक्ता संघ सभागार में मीडिएशन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री के.के. त्रिपाठी के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यशाला में मीडिएशन पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए अपर जिला दण्डाधिकारी श्री डी.पी. मिश्रा ने कहा कि पक्षकारों को उचित सलाह से ही मीडिएशन सफल होगा। पक्षकार सबसे पहले वकील के पास आते हैं वकील उन्हें उचित सलाह दें। किसी भी प्रकरण के निराकरण का मुख्य उद्देश्य सत्य का अंवेषण करना है। मीडिएशन तथा समझौते में अंतर है दोनों से ही प्रकरण का निराकरण होता है किन्तु मीडिएशन से किया गया निराकरण अधिक कारगर होता है। कार्यशाला में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव तथा न्यायाधीश श्री रवीन्द शर्मा ने मीडिएशन की जानकारी देते हुए कहा कि इसमें वकीलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पक्षकारों से प्रभावी तथा सतत संवाद करके मध्यस्थता से प्रकरणों का निराकरण किया जा सकता है। पन्ना में एक जनवरी से अब तक 127 प्रकरण मध्यस्थता के लिए प्राप्त हुए इनमें से 32 का निराकरण किया गया। इसे और बेहतर किया जा सकता है। दावा प्रकरण सिविल तथा पारिवारिक विवाद के प्रकरण भी मध्यस्थता से सुलझाए जा सकते हैं। वकीलों को प्रकरणों के समाप्त होने का भय नही होना चाहिए। मध्यस्थता के माध्यम से कम समय में प्रकरण निराकृत होने पर अधिक मामले प्राप्त होंगे। लंबी न्यायालयीन प्रक्रिया के कारण पक्षकारों में न्यायालयों के प्रति विश्वास घट रहा है इसे मध्यस्थता से प्रकरण निराकृत कर कायम रखा जा सकता है। कार्यशाला में अधिवक्ता श्री आर.बी. पटेल ने कहा कि मध्यस्थता पुनीत कार्य है। इसमें अब तक केवल व्यक्तिगत प्रकरण ही प्राप्त हो रहे हैं। जिन प्रकरणों में शासन पक्षकार है उनमें भी मध्यस्थता का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मध्यस्थता से प्रकरण निराकृत होने पर पक्षकारों के वकीलों को भी आर्थिक लाभ देने का सुझाव दिया। अधिवक्ता श्री सुशील खरे ने कहा कि सिविल के प्रकरणों में राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा जानबूझ कर की गई गलती से रोज नये प्रकरण तैयार हो रहे हैं। कार्यशाला में कहा गया कि लोक अदालत तथा आपसी सुलह से प्रकरणों के निराकरण में कोर्ट फीस पक्षकार को वापस करने का प्रावधान है। लेकिन दिसंबर 2013 में निराकृत प्रकरणों की फीस एसडीएम द्वारा नही दी जा रही है। कार्यशाला में अधिवक्ता तथा सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मंजूलता जैन ने पक्षकारों को पर्याप्त अवसर देने तथा मीडिएशन के लाभ की जानकारी दी। श्रीमती रूप नगायच ने कहा कि मीडिएशन के लिए प्रकरण भेजने के साथ पक्षकारों को भी उपस्थित कराने की व्यवस्था की जाए। कार्यशाला के समापन में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री जे.के. राव तैलंग ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का संचालन करते हुए जिला विधिक सेवा अधिकारी अमित शर्मा ने मीडिएशन के कानूनी प्रावधानों, वैधानिक स्थिति तथा प्रशिक्षण की जानकारी दी। कार्यशाला में न्यायाधीश श्री कमलेश कोल, अन्य न्यायाधीशगण तथा अधिवक्तागण उपस्थित रहे। 

दलहनी फसलों की बुवाई पर प्रषिक्षण 

पन्ना 19 जुलाई 14/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना एवं कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा द्वारा ग्राम हथकुडी विकासखण्ड पवई में दलहनी फसलों की बुवाई तकनीक पर डाॅ. बी.एस.किरार कार्यक्रम समन्वयक, एल.एल.धान्या सहायक संचालक कृषि, के.वी. कारपेंटर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं निलय सक्सेना द्वारा उडद की किस्म पी.यू. 30, पी.यू. 35, के.यू. 96-3, मंूग जे.एम. 721,पूसा विषाल, हम 12, अरहर टी.जे.टी. 501, आषा, जे.ए. 4 आदि किस्मों को वीटावेक्स पावर या साॅफ 2 ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज या बाविस्टीन एक ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज से उपचार कर बुवाई करने से बीज जनित फफूंदनाषक बीमारियों से बचाव होगा। मूंग, उड़द एवं अरहर की बीजदर 7-8 कि.ग्रा. प्रति एकड़ पर्याप्त होता है और बुवाई सीड ड्रिल या नारी हल से करे उड़द एवं मूंग की बुवाई के लिए कतार और पौधों की आपस की दूरी 30ग् 8-10 सें.मी. रखें। साथ ही खेत में जल निकास के लिये नालियां अवष्य बनायें। अरहर की बुवाई कतार और पौधों की दूरी 45-60 सें.मी. ग् 15-20 से.मी. पर करें। सोयाबीन फसल की बुवाई अभी 20 जुलाई तक कर सकते है देरी से बुवाई करने की स्थिति मे कतार से कतार की दूरी घटाकर (30 से.मी.) व बीज दर 20-25 प्रतिषत तक बढ़ाकर बुवाई की जाये। एल.एल. धान्या द्वारा धान की श्रीविधि के बारे में और नर्सरी डालने की तकनीक पर विस्तार से जानकारी दी गयी। 

मलेरिया तथा मच्छरजनित रोगों से बचाव की सलाह

पन्ना 19 जुलाई 14/जिले में पर्याप्त वर्षा न होने के कारण तापमान लगातार अधिक बना हुआ है। अधिक तापमान तथा नमी के कारण मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे आमजनता में मलेरिया, डेंगू चिकुनगुनिया तथा अन्य मच्छरजनित रोगों का प्रसार हो सकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी तथा जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. ए.जी. बिनचुनकर ने आमजनता को मलेरिया एवं मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए उचित उपाय की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, फूलदान, अनुपयोगी वर्तन, पुराने टायर आदि में पानी न जमा होने दें। इनमें वर्षा का पानी जमा होने पर एडीज एवं एनाफिलीज मच्छर तेजी से बढते हैं। घरों में शाम के समय नीम की पत्ती का धुंआ करके तथा अन्य उपायों से मच्छरों से बचाव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह का बुखार का प्रकोप होने पर तत्काल खून की जांच कराएं। उसके आधार पर रोग का समुचित उपचार चिकित्सक की देखरेख में कराएं। मलेरिया का प्रकोप होने पर चिकित्सक द्वारा निर्धारित मात्रा के अनुसार दवा का सेवन करें। तेज सिर दर्द तथा तेज बुखार होने एवं शरीर पर लाल दाने होना तथा आंखों के आस पास दर्द होना डेंगू रोग के लक्षण हैं। इसका प्रकोप होने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें। किसी भी रोग का प्रकोप होने पर निकटतम शासकीय चिकित्सालय में सम्पर्क कर निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा का लाभ उठाएं। 

रेम्प निर्माण की जानकारी देने के निर्देश

पन्ना 19 जुलाई 14/शासन द्वारा निःशक्तजनों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं। निःशक्त व्यक्ति समान, अवसर, अधिकार, संरक्षण एवं भागीदारी अधिनियम 1995 के तहत सभी शासकीय भवनों, महाविद्यालय तथा अस्पतालों में निःशक्तजनों के लिए रेम्प का निर्माण अनिवार्य है। कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने सभी कार्यालय प्रमुखों को उनके कार्यालय में रेम्प निर्माण के संबंध में जानकारी निर्धारित प्रपत्र में तीन दिवस के अन्दर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। 

जल एवं स्वच्छता अभियान के तहत निकाली रैली

पन्ना 19 जुलाई 14/जागृति युवा मंच समिति द्वारा वाटर एड इन्डिया, एम.पी. टास्ट एवं निर्मल भारत अभियान के सहयोग से पन्ना जिले में जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभियान के तहत ग्राम सुगरहा में स्वच्छता, साफ-सफाई एवं शुद्ध पेयजल के लिये कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही समिति द्वारा गाॅव को खुले मंे शौच मुक्त करने के लिये सघन रूप से अभियान चलाया जा रहा है। एस.जी. वर्मा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत शाहनगर द्वारा ग्राम चैपाल में सभी ग्राम वासियों को खुले में शौच मुक्त ग्राम बनाने के लिये संकल्प दिलाया गया साथ ही कहा गया कि आप लोग अपने-अपने घरों में मर्यादा अभियान का लाभ लेते हुये शौचालय का निर्माण कर उसका उपयोग करें। जिससे होने वाली बीमारियों एवं अन्य दुष्पिरिणामों से बचा जा सकता और आपके ग्राम को एक निर्मल ग्राम बनाया जा सकता है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक जे.वाय.एम.एस. प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपनी मर्यादा एंव स्वभियान को वचाने के लिये जागरूकता रैली निकाली गई।  रैली को जिला समन्वयक आलोक सिंह एम.पी. टास्ट एवं व्लाॅक समन्वयक सुश्री सुमन सिंह निर्मल भारत अभियान के द्वारा हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया। जिसमें महिलाओं व बच्चों द्वारा तख्ती पर लिखे एवं नारे लगाकर समुदाय को प्रेरित एवं जागरूक किया गया। ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों, संरपच, सचिव एवं रोजगार सहायक, रामलखन तिवारी संचालक जे.वाय.एम.एस., राजेश जैन व्लाॅक समन्वयक, नारायण सिंह, प्रशांत चैरसिया, प्रहलाद लोधी, अर्चना लखेरा, बृजराज पाठक, एवं राजेश शुक्ला द्वारा मर्यादा अभियान को सफल बनाने में सक्रीय भूमिका निभाई।                                           

एंटी डेंगू माह मनाए जाने संबंधी कार्यशाला 21 को

पन्ना 19 जुलाई 14/जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा बताया गया कि डेंगू एवं चिकुनगुनिया बीमारी के नियंत्रण के लिए जुलाई को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जाना है। इसके लिए अन्तर विभागीय कार्यशाला का आयोजन 21 जुलाई को अपरांह एक बजे से आईपीडीपी सभाकक्ष में आयोजित की गई है। 

अनुसूचित जाति के युवाओं को दिया जाएगा कौशल उन्नयन प्रशिक्षण

पन्ना 19 जुलाई 14/कार्यपालन अधिकारी जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति पन्ना के कार्यपालन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के अनुसूचित जाति के युवाओं को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवा भाग ले सकेंगे। सम्पूर्ण जानकारी सहित 31 जुलाई तक सादे कागज में आवेदन जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय में जमा करा सकते हैं। आवेदकों को इलेक्ट्रिशियल एण्ड डोमेस्टिक इलेक्ट्रिशियन, बेडिंग, मोबाईल रिपेरिंग, ड्राईवर कम मैकेनिक, इंटीरियर डिजायनिंग, फैशन डिजायनिंग, फिटर, नर्सिंग, हास्पिटलिटी, सिक्योरिटी गार्ड, ब्यूटी पार्लर, गारमेंट मैकिंग, रिटेल ट्रेड, पिलम्बर एवं एमपीसी बेट आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण देने के इच्छुक संस्थाएं आवेदन कर सकती है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए जिला अन्त्यावसायी कार्यालय में उपस्थित होकर अथवा दूरभाष क्रमांक 07732-252271 पर सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है। 

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जुलाई)

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संविदा पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी 

छतरपुर/19 जुलाई/जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत ने एकीकृत बाल विकास परियोजना राजनगर क्रमांक 2 की संविदा पर्यवेक्षक श्रीमती द्रौपदी द्विवेदी को कार्य में लापरवाही बरतने पर सेवा समाप्त करने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिवस में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने यह कार्यवाही विभाग के संयुक्त संचालक के निर्देश पर की है। विगत दिनों टुरया में आयोजित स्नेह शिविर का संभागीय कार्यालय सागर के संयुक्त संचालक ने निरीक्षण किया था। इस दौरान शिविर में मैपिंग की कार्यवाही व्यवस्थित रूप से नहीं पाई गई एवं शिविर की अन्य व्यवस्थाओं में भी कमियां पायी गई थीं। 

मूल्यांकन परीक्षा में अनुपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी

छतरपुर/19 जुलाई/परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना बिजावर द्वारा गत् 6 जुलाई को सम्पन्न हुयी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टी0एन0ए0 परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाली 17 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के माध्यम से परीक्षा के दौरान अनुपस्थित रहने का कारण पूछा गया है। समय-सीमा में जवाब प्रस्तुत न करने पर सेवा समाप्ति की कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी। जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है, उनमें आंगनबाड़ी केंद्र डिलारी की कार्यकर्ता क्रांति यादव, टिकरी की कीर्ति यादव, भरतला की रजनी सौर, पटवापुरवा की सेदाबाई अहिरवार, मलगुवां की तारा विश्वकर्मा, अलगाना की राम देवी यादव, गढ़ा की कुंती विश्वकर्मा, कांटी की भानकुंवर परमार एवं पिपरिया खुर्द आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता आशा जैन शामिल हैं। इसी तरह नगर पंचायत सटई के वार्ड क्रमांक 3 की गोमती जाटव, वार्ड क्रमांक 5 की पुष्पा राय, वार्ड क्रमांक 6 की राम सखी असाटी, बहारगंज की रश्मि सिंह, भौरखुवां की उर्मिला दुबे, टिपारी की कुंता गौड़, छोटा किशनगढ़ की कलावती यादव एवं टपरियनपुरवा आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता किरण पाण्डेय को एससीएन जारी किया गया है।         

सोयाबीन फसल की बोनी हेतु सलाह जारी

छतरपुर/19 जुलाई/किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा मानसून के विलंब से आगमन की स्थिति में कृषकों को सोयाबीन फसल की बोनी के लिये समसामयिक सलाह जारी की गई है। विभाग के उप संचालक इंद्रजीत सिंह बघेल ने किसानों से अपील की है कि वे मानसून के आगमन के पश्चात पर्याप्त नमी होने की स्थिति में ही सोयाबीन की बोनी करें। एक सप्ताह पश्चात बीज अंकुरण क्षमता की जांच करें एवं 70 प्रतिशत से कम बीज अंकुरण होने पर उसी अनुपात से बीज दर बढ़ाकर बोनी करें। देर से बोनी करने की स्थिति में कतार की दूरी घटाकर तथा बीज दर 20-25 प्रतिशत बढ़ाकर बोनी की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त किसान बोनी करने से पहले सोयाबीन के बीज को फफूंदनाशक दवा के साथ मिलाकर बीज उपचार जरूर करें। उप संचालक श्री बघेल ने वर्षा की अनिश्चितता एवं सूखे की समस्या के कारण सोयाबीन की फसल में होने वाली संभावित उत्पादन में कमी को देखते हुये बीबीएफ सीडड्रिल एवं फब्र्श सीडड्रिल का उपयोग कर सोयाबीन की बोनी करने के लिये कहा है। इन मशीनों की उपलब्धता न होने पर सुविधा के अनुसार 6 से 9 कतारों के बाद देशी हल चलाकर नालियां बनायी जा सकती हैं। सोयाबीन की बोनी करते समय बीज की गहराई का उचित ध्यान रखें, जिससे सोयाबीन का अंकुरण प्रभावित न हो। इसके लिये पंजी लगे सीडड्रिल का उपयोग किया जा सकता है।       

बिना परमिट वाले वाहनों पर चालानी कार्यवाही की गई

छतरपुर/19 जुलाई/सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत यातायात पुलिस द्वारा एनसीसी छात्रों के सहयोग से शहर में बगैर परमिट के चल रही टैक्सियों एवं चालक सीट के बगल में सवारी बैठाने वाले चालकों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। जिसके तहत शुक्रवार को ऐसे 25 वाहनों को पकड़कर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्यवाही की जाकर 25 हजार 700 रूपये वसूले गये हैं। इसके साथ ही दो बड़े वाहनों के न्यायालयीन चालान भी बनाये गये। आगामी दिनों में स्कूली वाहनों एवं किसी भी यातायात अवरूद्ध होने वाले स्थान पर वाहन खड़े करने वाले चालकों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। यातायात थाना प्रभारी के पी एस परिहार ने बताया कि भविष्य में भी बिना परमिट की टैक्सियां शहर में चलते पाये जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने वाहन चालकों को परमिट के साथ लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, बीमा,  फिटनेस एवं प्रदूषण प्रमाण पत्र के साथ वाहन चलाने की हिदायत दी है। टैक्सी चालकों को खाकी वर्दी पहनकर ही वाहन चलाने के निर्देश दिये गये हैं।  

शिक्षा ऋण शिविर में 16 विद्यार्थियों को मौके पर ऋण स्वीकृत, शिविर में पहुंचे कुल 112 विद्यार्थी
  • प्रचार-प्रसार कर अधिकाधिक विद्यार्थियों को ऋण स्वीकृत करें: कलेक्टर

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छतरपुर/19 जुलाई/लीड बैंक कार्यालय छतरपुर द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में विद्यार्थियों के लिये व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में उच्च शिक्षा हासिल करने हेतु शिक्षा ऋण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 13 शासकीय एवं अशासकीय बैंकों के फील्ड आफीसर ने मौजूद रहकर ऋण स्वीकृत करने की कार्यवाही की। शिविर में कुल 112 विद्यार्थी पहुंचे, जिनमें से 47 विद्यार्थियों के प्रकरण दर्ज कर 16 विद्यार्थियों को मौके पर ही ऋण स्वीकृत किया गया। शेष 31 विद्यार्थियों को निर्धारित दस्तावेज लेकर बैंक में आने पर ऋण स्वीकृत करने का आश्वासन दिया गया। शिविर में पहुंचे सभी विद्यार्थियों को परामर्श प्रदान किया गया। शिविर का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा भविष्य में अच्छी तरह प्रचार-प्रसार कर अधिकाधिक विद्यार्थियों को ऋण स्वीकृत किया जाये। उन्होंने बैंकर्स को विद्यार्थियों के लिये उच्च शिक्षा हेतु सहानुभूतिपूर्वक ऋण स्वीकृत करने के निर्देश दिये। शिविर के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक मध्यांचल ग्रामीण बैंक श्री एलपी कुमार, मुख्य प्रबंधक क्षेत्रीय कार्यालय एसबीआई श्री खरे, मुख्य प्रबंधक मुख्य शाखा एसबीआई श्री डीके जैन, लीड बैंक प्रबंधक श्री रमेश सिंह तोमर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। शिविर में शासकीय एवं अशासकीय बेैंकों के अंतर्गत एसबीआई, इलाहाबाद बैंक, सीबीआई, यूबीआई, पीएनबी, बीओबी, बीओआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, आईओबी, सिंडीकेट बैंक, पंजाब एवं सिंध बैंक तथा कैनरा बैंक के फील्ड अधिकारी मौजूद थे। 

सीईओ जिपं नोडल अधिकारी नियुक्त

छतरपुर/19 जुलाई/आगामी नगरीय एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों का आम निर्वाचन पहली बार इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन द्वारा सम्पन्न होना है। फोटोयुक्त मतदाता सूची एवं ईव्हीएम का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने एवं जन-जागरूकता के लिये जिला पंचायत सीईओ डाॅ. सतेन्द्र सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. मसूद अख्तर ने जिपं सीईओ को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित् करने के लिये कहा है।  

बक्सवाहा में महिला जागरूकता शिविर सम्पन्न

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छतरपुर/19 जुलाई/पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय, छतरपुर रेंज द्वारा मंडी प्रांगण बक्‍स्‍वाहा में  महिला जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पुलिस अधीक्ष्‍ाक श्री ललित शाक्‍यवार , श्रीमती मधुर खन्‍ना शाक्‍यवार , श्रीमती रश्मि पाण्‍डेय सहा०पुलिस महा०निरीक्षक , श्री मनोज कुमार सिंह अनु०अधि०;पुलिस , बडामलहरा श्री इनोद रंधावा रक्षित निरीक्षक पुलिस लाईन छतरपुर , उनि आर०के० शुक्‍ला थाना प्रभारी बकस्‍वाहा , श्री प्रतिपाल सिंह बागरी सीईओ , श्रीमती कमला गंधर्व नगर पंचायत अध्‍यक्ष बकस्‍वाहा , श्री रमेश पटेल उपाध्‍यक्ष नगर पंचायत बकस्‍वाहा , श्री एल०एल० अहिरवार बीएमओ बकस्‍वाहा , श्री जीतराम अहिरवार महिला एवं बाल विकास विभाग बकस्‍वाहा , श्री सुनील कुमार गुप्‍ता , महिला सशक्तिकरण छतरपुर , श्री संजू साहू आदिम जाति कल्‍याण विभाग छतरपुर , श्री ए०आर० वर्मा जिला रोजगार कार्यालय छतरपुर , श्री आर०के० नायक जिला उद्योग विभाग छतरपुर , कु० क्रान्ति चौधरी स्‍तन पान सलाहकार जि०चिकित्‍सालय छतरपुर , श्रीमती राजकुमारी अनुरागी परिवार परामर्शदात्री छतरपुर , श्रीमती संगीता तिवारी महिला परामर्श दाता एड्स छतरपुर , श्री सचिन चौरसिया पुरूष परामर्श दाता एड्स छतरपुर , श्रीमती पुष्‍पा द्विवेदी एड्स काउन्‍सलर छतरपुर  शामिल रहे। शिविर में ग्रामीण महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों जैसे. अपहरण , बलात्‍कार , दहेज हत्‍या व भ्रूण हत्‍या आदि की रोकथाम के बारे में लोकगीतों व चर्चा के जरिये विचार विमर्श किया गया , साथ ही शासन के विभिन्‍न विभागों की ग्रामीण महिलाओं व युवाओं से संबंधित योजनाओं व जानकारियों के प्रस्‍तुतिकरण के माध्‍यम से महिला.अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास पुलिस के मंच से किया गया । 

सम्मान
पुलिस अधीक्षक छतरपुर श्री ललित शाक्‍यवार द्वारा दीपा अहिरवार नि० महाराजगंज अध्‍यक्ष तेजस्‍वी  महिला ग्रामीण संघ बडामलहरा को ग्राम महाराजगंज की शराब की दुकान स्‍थानांतरित कराने में शील्‍ड प्रदान कर पुरस्‍कृत किया गया एवं  रेखा यादव सचिव तेजस्‍वनी ग्रामीण महिला संघ बडामलहरा को दरगुंवा के स्‍कूल में बच्‍चों का एडमीशन कराने हेतु शील्‍ड प्रदान कर पुरस्‍कृत किया गया है। 

दोहरे हत्याकांड के आरोपी को दोहरा उम्रकैद, 70 हजार का जुर्माना
  • शादी समारोह में गोली चलाकर दो की हत्या कर दो को किया था मरणासन्न

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छतरपुर 19 जुलाई। चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश कृष्णमूर्ति मिश्र की अदालत ने दोहरे हत्याकाण्ड में एक आरोपी को दोषी करार देकर दोहरे उम्रकैद के साथ 70 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई। एडवोकेट लखन राजपूत ने बताया कि ग्राम छानीकला जिला महोबा निवासी रामस्वरूप उर्फ छन्नू नामदेव के पुत्र प्रदीप का विवाह सरवई निवासी मुन्ना नामदेव की बहिन पूजा नामदेव के साथ तय हुआ था। दिनांक 10 फरवरी 2012 को ग्राम सरवई में मुन्ना नामदेव के घर पर विवाह के कार्यक्रम में शामिल होने छन्नू नामदेव के साथ ओमप्रकाश सिंह सरवई आया था। जैसे ही बारात मुन्ना नामदेव के यहां आयी। रात्रि 1 बजे द्वाराचार के समय बबलू उर्फ ओमदत्त पुत्र कौशल किशोर मिश्रा निवासी सरवई ने आकर अचानक 315 बोर के कट्टे से फायर करना शुरू कर दिया। गोली चलने से एक गोली मुन्नालाल शुक्ला के मुंह में लगी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी, दूसरी गोली मोंटी उर्फ मंसूर खान की जांघ में लगी और तीसरी गोली प्रहलाद नामदेव निवासी चिचारा के कमर में लगी और एक गोली फूलकली के पैर में लगी जिससे सभी लोग गंभीर घायल हो गए। तीनों घायलों को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में प्रहलाद नामदेव की भी मौत हो गयी। थाना सरवई थाना में आरोपी  बबलू मिश्रा के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के तहत जुर्म दर्ज कर तत्कालीन एसआई आर.के. शर्मा ने विवेचना उपरांत मामला अदालत के सुपुर्द कर दिया। चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश कृष्णमूर्ति मिश्र की अदालत ने मामले की अंतिम सुनवाई करते हुए आरोपी बबलू उर्फ ओमदत्त मिश्रा को मुन्नालाल शुक्ला, प्रहलाद नामदेव की हत्या करने और मंसूर खान तथा फूलकली को जान से मारने के प्रयास के आरोप का दोषी करार दिया। न्यायाधीश श्री मिश्र की अदालत ने आरोपी बबलू मिश्रा को आईपीसी की धारा 302 में दोहरे उम्रकैद के साथ 50 हजार के जुर्माने और धारा 307 में 5-5 साल की कठोर कैद के साथ 20 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई। अभियोजन की ओर से मामले की पैरवी एजीपी रामराजा मिश्रा और अरूणदेव खरे द्वारा की गयी।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (19 जुलाई)

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सभी गांव सड़कों से जोडे़ जाएंगे-प्रभारी मंत्री श्री राजपूत
  • दो चिकित्सको को निलम्बन के निर्देश
  • जिला योजना समिति की बैठक सम्पन्न

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विदिशा जिले के सभी गांव सड़कों से जोड़े जाएंगे इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क और मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत तैयार कार्य योजना को मूर्तरूप दिया जाए निर्देश प्रदेश के राजस्व, पुर्नवास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने अध्यक्षता में शनिवार को जिला योजना समिति की बैठक में कही। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक में सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता सोनकर, जिले की पांचो विधानसभाओं के विधायक जिनमें शमशाबाद के श्री सूर्यप्रकाश मीणा, कुरवाई विधायक श्री वीर सिंह पंवार, विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, बासौदा विधायक श्री निशंक जैन और सिरोंज विधायक श्री गोवर्धन उपाध्याय समेत अन्य सदस्यगण और कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी के अलावा समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने शासकीय कार्यो में लापरवाही बरतने पर कुरवाई के चिकित्सक डाॅ नागेश और गुलाबगंज की डाॅ प्राची गुप्ता को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार अहमदपुर की प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के संबंध में प्राप्त शिकायतों की जांच करने के निर्देश विदिशा एसडीएम को दिए। जिला योजना समिति की बैठक में किसान कल्याण तथा कृृषि विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यो की समीक्षा मुख्यतः की गई। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि जिले की कृृषकों को खाद, बीज की परेशानी ना हो। उन्होंने समय पर कीटनाशक दवाईयां मुहैया कराएं जाने के निर्देश दिए। इस दौरान बतलाया गया कि जिले में अब तक खरीफ की 41 प्रतिशत बोवनी हो चुकी है। पर्याप्त वर्षा हो जाने के उपरांत बतर आने के पश्चात्् बोवनी के प्रतिशत में वृृद्धि होगी। इस दौरान रबी की पूर्व तैयारियों की संबंध में भी जानकारी दी गई। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कृृषि विकास के ग्रामीण अमले को मासिक टूर डायरी संधारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी जानकारी प्राप्त करें।लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री संजय खाण्डे ने विभागीय निर्माण कार्यो के संबंध में बिन्दुवार जानकारी प्रस्तुत की। उनके द्वारा मुख्यमंत्री घोषणाओ के अमल पर अब तक की प्रगति से भी अवगत कराया गया। इसी प्रकार पीआईयू और मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क प्राधिकरण के महा प्रबंधक द्वारा सड़कों के निर्माण के संबंध में जानकारियां प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत पांच सौ आबादी के गांव को मुख्य सडकों से जोडने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है इसी प्रकार इससे कम आबादी के ग्रामों को मुख्य ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत कनेक्टिविटी से जोड़ा जा रहा है।प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जिले में की गई सड़क निर्माण की घोषणाओं के क्रियान्वयन में जिन ठेकेदारो द्वारा काली मिट््टी का उपयोग किया जा रहा है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएं। इसी प्रकार जिन अधिकारियों के द्वारा क्रियान्वयन में लापरवाही बरती जा रही है उनका निलंबन प्रस्ताव शासन को भेजने के भी निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि ऐसे ग्राम जो ओलावृृृष्टि से प्रभावित हुए है उन ग्रामों की बिजली लाइन ना काटी जाए। उनके निर्देशों पर 14 नलजल योजनाएं जो बिजली सप्लाई ना होने से बंद थी उन्हें चालू कराया गया। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने विदिशा शहर के पूरनपुरा वार्ड के नाले में बनाई गई पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने के निर्देश दिए और उक्त कार्य हेतु विदिशा नगरपालिका को अधिकृृत किया गया। 

उपखण्ड प्रारंभ
प्रभारी मंत्री द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में हुई कार्यवाही की जानकारी देते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि ग्यारसपुर और नटेरन विकासखण्ड में विभाग के उपखण्ड कार्यालय क्रियाशील हो गए है। वर्षाकाल के दौरान पेयजल स्त्रोतो के शुद्धिकरण हेतु किए गए कार्यो से भी उन्होंने अवगत कराया। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने बैठक के अंत में कहा कि प्रभारी मंत्री, सांसद और सम्माननीय सदस्यों द्वारा जो जनहितैषी सुझावो से अवगत कराया गया है उन पर संबंधित विभाग समय सीमा में अमल करना सुनिश्चित करें और जिन कमियों को रेखांकित किया गया है उन्हंे अविलम्ब दूर करें। 

प्रभारी मंत्री द्वारा जिला चिकित्सालय का निरीक्षण 

राजस्व एवं पुर्नवास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने शनिवार को विदिशा जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से संवाद स्थापित कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान महिला मरीज श्रीमती रामकली ने बताया कि अस्पताल में दवाईयां और जांचे निःशुल्क की गई है। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने जिला चिकित्सालय में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने और चिकित्सक समय पर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें के निर्देश संबंधितों को दिए। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधार लाने के लिए और क्या-क्या किया जा सकता है की रिपोर्ट दें। इस अवसर पर सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव समेत अन्य जनप्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी साथ मौजूद थे।

जिला रोगी कल्याण समिति की बैठक सम्पन्न

प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत की अध्यक्षता में जिला रोगी कल्याण समिति की बैठक शनिवार को सम्पन्न हुई जिसमें जिला चिकित्सालय के उन्नयन और साफ सफाई व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक निर्णय लिए गए। इस बैठक में सागर सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, कुरवाई विधायक श्री वीर सिंह पंवार, विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी सहित समिति के अन्य सदस्यगण तथा कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान जिन प्रस्तावों पर सहमति व्यक्त की गई उनमें जिला चिकित्सालय की दुकानो के अनुबंध का नवीनीकरण करने, रोगी कल्याण समिति हेतु वित्तीय कार्यो के लिए मानदेय पर लेखापाल रखने, जननी सुरक्षा योजना एवं जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत आरसीएच, एनआरएचएम से प्राप्त राशि का उपयोग जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं में सुधार करने, बाह््य मरीजों के पंजीयन शुल्क पांच रूपए और ओपीड़ी टिकिट को कम्प्यूटरीकृृत करने पर सहमति व्यक्त की गई। बैठक में समिति के आय व्यय पर चर्चा की गई और वर्ष 2014-15 हेतु बजट का अनुमोदन किया गया। 

जिले में अब तक 243.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज, एक दिन मेें 21.3 मिमी औसत वर्षा हुई

जिले में इस साल अब तक 243.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। पिछले साल उक्त अवधि मेें 694.3 मिमी औसत वर्षा हुई थी। तहसीलों में स्थित वर्षामापी यंत्रो पर दर्ज की गई वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा में 326.6 मिमी, बासौदा में 294.4 मिमी, कुरवाई में 222.6 मिमी, सिरोंज में 144 मिमी, लटेरी में 151 मिमी, ग्यारसपुर में 258 मिमी, गुलाबगंज में 349 मिमी और नटेरन तहसील में 201 मिमी वर्षा दर्ज की गई हैै। शनिवार की प्रातः आठ बजे तक तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार विदिशा मेें 80 मिमी, बासौदा 17.8 मिमी, कुरवाई में 17 मिमी, सिरोंज में 3.3 मिमी, लटेरी में 5 मिमी, ग्यारसपुर में 5 मिमी, गुलाबगंज में 34 मिमी वर्षा और नटेरन तहसील में 8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (19 जुलाई)

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...तो अब डमी मुख्य सचिव की तैयारी !

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देहरादून, 19 जुलाई (राजेन्द्र जोशी) ।इस समय सूबे की ब्यूरोक्रेसी में एक अहम सवाल यह खड़ा हो रहा है कि सेवा विस्तार पर काम कर मुख्य सचिव सुभाष कुमार के बाद राज्य का नया मुख्य सचिव कौन होगा। मौजूदा हालात पर गौर करें तो साफ दिखेगा कि सरकार इस समय अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा को कद कम करने की स्थिति में नहीं है और उनकी छवि को देखते हुए मुख्य सचिव का पद भी सौंपना नहीं चाहती है। ऐसे में सरकार की मंशा एक डमी मुख्य सचिव तैनात करने की लग रही है। माना जा रहा है कि भले ही मुख्य सचिव का दायित्व एस राजू को सौंप दिया जाए। लेकिन शासन में राकेश शर्मा की तूती इसी तरह से बोलती रहेगी।
  मुख्य सचिव सुभाष कुमार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू रहने के दौरान ही सेवा निवृत्त हो चुके हैं। उस वक्त सरकार अगर नए मुख्य सचिव की नियुक्ति करती तो निर्वाचन आयोग का सीधा दखल रहता। सरकार को तीन अफसरों के नाम वाली सूची आयोग को भेजनी होती। इसके बाद आयोग ही तय करता कि नया मुख्य सचिव कौन होगा। सरकार ने इससे बचने के लिए सुभाष कुमार को छह माह का सेवा विस्तार दिलाने में ही अपनी भलाई समझी। इस समय भले ही सुभाष कुमार मुख्य सचिव की कुर्सी पर बैठे हैं। लेकिन शासन के असली कर्ताधर्ता राकेश शर्मा ही हैं। सुभाष का सेवा विस्तार 25 जुलाई को खत्म होने वाला है। ऐसे में नए मुख्य सचिव की तलाश जरूरी हो गया है। सरकार की ओर से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहे 1981 बैच के आईएएस अमरेंद्र सिन्हा को यहां लाने की बात की। बताया जा रहा है कि सिन्हा पहले तो आने की अनिच्छा जताई। बाद में सरकार के सिपहसालारों को साफ बता दिया कि अगर वो उत्तराखंड आते हैं तो किसी अन्य अफसर की शासन के रोजाना के कामों को बेवजह की दखलंदाजी को किसी भी दशा में सहन नहीं करेंगे। उनका इशारा अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा की ओर ही था। बताया जा रहा है कि सिपहसालार नहीं चाहते हैं कि शासन में राकेश का दबदबा किसी भी स्थिति में कम हो। बताया जा रहा है कि शर्मा की एक खास छवि को देखते हुए सरकार उन्हें मुख्य सचिव भी नहीं बनाना चाहती। कहा जा रहा है कि अगर ऐसा किया गया तो सरकार की छवि पर भी दाग लग सकता है। यही वजह है कि अब एक नया रास्ता तलाशा गया है। सूत्रों ने बताया कि अब इस मामले में योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। मतलब सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। इसी योजना पर अमल करते हुए एस राजू को अपर मुख्य सचिव पद पर प्रमोशन दिया गया है। हो सकता है कि उप चुनाव का नतीजा पक्ष में आने के बाद कांग्रेस की सरकार उन्हें मुख्य सचिव नियुक्त कर सकती है। अगर ऐसा किया जाता है तो सरकार एक चर्चित अफसर को मुख्य सचिव बनाने के फैसला करने से तो बच ही जाएगी और सिपहसालारों की मंशा के अनुसार राकेश शर्मा की रुतबा भी कम नहीं होगा। राजू को बेहद शालीन छवि वाला अफसर माना जाता है। ऐसे में राकेश शर्मा को अपनी दबंगई दिखाने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली है। यानि नाम राजू का काम राकेश का. फिलवक्त भी शासन ऐसे ही चल रहा है। मुख्य सचिव की कुर्सी पर भले ही सुभाष कुमार बैठे हैं। लेकिन फैसला वहीं होता है जो राकेश शर्मा की अदालत में तय होता है। एक तरफ सीएस के कमरे में सन्नाटा छाया रहता है तो दूसरी तरफ राकेश का कमरा हर वक्त नेताओ, विधायकों और बड़े आदमियों से गुलजार रहता है। सचिवालय में चल रही चर्चाओं पर यकीन किया जाए तो कहा जा सकता है कि सरकार उत्तराखंड शासन को एक डमी मुख्य सचिव देने की तैयारी कर रही

हिन्दी की अनिवार्यता समाप्त करने का होगा विरोध

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। राष्ट्रभाषा हिन्दी और हिन्दी भाषियों के साथ विभिन्न स्तरों पर हो रहे भेदभाव पर युवाओं ने आक्रोश जताया है। वरदान संस्था के तत्वावधान में आयोजित विचार-गोष्ठी में युवाओं ने उत्तराखंड बोर्ड के पाठ्यक्रम में हिन्दी की अनिवार्यता समाप्त किए जाने पर आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। शनिवार को कैनाल रोड स्थित संस्था कार्यालय में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्था सचिव अनिल चन्दोला ने सरकार के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यूपीएससी में हिन्दी और अन्य भाषाओं को लेकर लड़ाई लड़ रहे युवाओं को सरकार के इस निर्णय से झटका लगा है। उन्होंने कहा कि सरकार इंटर कक्षा में हिन्दी विषय की अनिवार्यता समाप्त कर वैकल्पिक विषय के रुप में लागू करने जा रही है। इसका राज्य का युवा वर्ग पूरी तरह विरोध करेगा। संस्था के कोषाध्यक्ष भोपाल सिंह ने कहा कि उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय बिल्कुल भी तर्कसंगत नही हैं। अंग्रेजी समेत अन्य भाषाओं को महत्व दिया जाना ठीक है लेकिन इसके लिए हिन्दी को किनारे करना किसी भी तरह ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि हिन्दी को समाप्त कर अंग्रेजी को बढ़ावा देने के निर्णय से नुकसान ही झेलना पड़ेगा। अंग्रेजी मानसिकता के गुलाम हो चुके नौकरशाह इस निर्णय को राज्य के युवाओं पर थोपना चाहते हैं। विचार गोष्ठी में विनोद रावत, सुषमा, सुधीर रावत, शिवानी, अर्चना, दीपीका, मनमोहन, विमल, सुधीर रावत, कल्पेश्वर चैधरी, मनोज चन्दोला समेत अन्य युवाओं ने भी विचार रखे। 

केन्द्रीय योजना आयोग ने दिए 3966.51 परियोजना 

देहरादून, 19 जुलाई, (निस)। लखवाड़ जल विद्युत परियोजना (300 मेगावाट) के निर्माण के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से दूसरे चरण की स्वीकृति मिलने के बाद केन्द्रीय योजना आयोग से इंवेस्टमंेट क्लियरेंस मिलनी थी। इसके बाद 3966.51 करोड़ रूपये लागत की इस परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हो जाता। लेकिन केन्द्रीय योजना आयोग से इंन्वेंस्टमेंट क्लियरेंस जारी न हो सका। इस सिलसिले में मुख्य सचिव सुभाष कुमार केन्द्रीय कैबिनेट सचिव अजीत सेठ से मुलाकात की। कैबिनेट सचिव ने मुख्य सचिव से कहा कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के द्वितीय चरण के क्लियरेंस की प्रति योजना आयोग और कैबिनेट सचिवालय में जमा कर दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही लखवाड के लिए इंन्वेंस्टमेंट क्लियरेंस मिल जायेगी। इसके बाद उत्तराखंड परियोजना का निर्माण कार्य शुरू कर सकता है। मुख्य सचिव सोमवार को कैबिनेट सचिवालय और केन्द्रीय योजना आयोग में जाकर दूसरे चरण के स्वीकृति की प्रति जमा करेंगे। गौरतलब है कि इस राष्ट्रीय परियोजना के लिए केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत यानि 2578 करोड़ रूपये की धनराशि उत्तराखण्ड को देगा। इस बहुउद्देशीय परियोजना से उत्तराखंड सहित 06 राज्यों को लाभ मिलेगा। राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों को पेयजल मिलेगा। इस जल विद्युत परियोजना से प्रति वर्ष पैदा होने वाली 615 मिलियन यूनिट बिजली पर केवल उत्तराखण्ड का अधिकार होगा। वर्ष 2020 तक परियोजना का निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा। 

घरों में घुसा बरसात का पानी, जनता परेशान, चीमा ने अधिकारियों को दिये सचेत रहने के निर्देश

काशीपुर, 19 जुलाई (निस)। क्षेत्रीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने क्षेत्र में हो रही मानसून की पहली भारी बरसात से सम्भावित नुकसान के प्रति प्रशासनिक अधिकारियों को सचेत रहने के निर्देंश दिए हैं। श्री चीमा ने कहा है कि क्षेत्र की जनता मौसम की पहली भारी बरसात का सामना कर रही है। विगत रात्रि से लगातार हो रही बरसात से होने वाले जलभराव एवं भू कटाव वाले क्षेत्रों का शीघ्र निरीक्षण किए जाने के निर्देंश प्रशासनिक अधिकारियों को दिए गये हैं । उन्होंने बताया कि अभी तक क्षेत्र के ग्राम गोपीपुरा एवं गॉंव गुलडिय़ा में ढ़ेला नदी से कटान होने एवं गुलडिया गॉंव में जलभराव होने की उन्हें सूचना पाप्त हुई है जिसके प्रति उनके द्वारा जहॉं पार्टी कार्यकर्ताओं से निरन्तर सम्पर्क बनाये रखा गया है वहॉं अधिकारियों को भी प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गये हैं। उधर वीते रोज से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से लक्ष्मीपुर पटटी, ढेला बस्ती समेत कई कालोनियों में बने घरों में वरसाती पानी घुस गया। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगरनिगम प्रशासन ने लाखों रुपये का बजट खर्च कर नालों की सफाई कर तलीझाड़ सफाई का दावा किया था। बारिश से एमपी चैक, मुख्य बाजार रतन सिनेमा रोड, पटेल नगर, चीमा चैराहा हर जगह जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा। लक्ष्मीपुर पटटी, ढेला बस्ती, नस्तरनगर, काली बस्ती आदि क्षेत्रों में पानी भर गया। वार्ड आठ में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया। यहां के सभासद अब्दुल कादिर ने बताया कि पूर्व में ही निगम अधिकारियों से नालियों की सफ ाई की गुहार लगाई थी। लेकिन लक्ष्मीपुर पटटी नाले की आधी अधूरी सफ ाई कर छोड़ दिया गया। नतीजनत पूरे वार्ड में पानी ही पानी नजर आ रहा है। कादिर ने बताया कि उनके मोहल्ले में अब्बास, रईस, शकूर, नेपाली सहित दर्जन भर से अधिक लोगों के घरों में पानी घुस गया। जिससे उनका घरेलू सामान भी भीग गया।

डीएम ने लिया बाढ़ संभावित क्षेत्रों का जायजा, अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश

रूद्रपुर, 19 जुलाई (निस)।  बीते रोज से लगातार हो रही तेज वरसात के मद्देनजर जिलाधिकारी डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डे ने आज तहसील सितारगंज क्षेत्र में बाढ सम्भावित क्षेत्रों का जायजा लिया तथा सम्बन्धित उप जिलाधिकारी एवं सिचंाई एवं लोनिवि के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देष दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हांलाकि क्षेत्र में अभी बाढ जैेसी कोई स्थिति नही है फिर भी लगातार हो रही वरसात को दृश्टिगत रखते हुये विषेश चैकसी बरती जाय। उन्होंने कहा कि बाढ से लोगों को किसी प्रकार का नुकसान न हो यह प्रषासन की पहली प्राथमिकता में षामिल है। उन्होंने कहा कि पूर्व में बैगुल नदी पर 1900 मीटर का जो तटबन्ध बनाया जाना था उसके लिये उप जिलाधिकारी व अधिषासी अभियंता सिंचाई काष्तकारों के साथ बैठक करें ताकि वह अपनी भूमि तटबन्ध बनाने हेतु प्रषासन को दे दें। भूमि देने के बाद ही उसमें पक्का तटबन्ध बनाये जाने का कार्य किया जायेगा । जिलाधिकारी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में पानी भर रहा है या बाढ से नुकसान हो रहा हो उस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाकर उनके खाने पीने की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनको प्रषासन द्वारा दी जाने वाली अहेतुक राषि के चैक षीघ्र उपलब्ध करायें जाय। जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देष देते हुये कहा कि बेैगुल नदी में वांच करने हेतु विद्युत व्यवस्था षीघ्र की जाय। जिलाधिकारी द्वारा बैगुल पूल का भी निरीक्षण किया तथा निरीक्षण के दौरान उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को आवष्यक निर्देष देते हुये कहा कि वह पोकलैण्ड के माध्यम से आज ही नदी से सील्ट हटायें। आज मौके पर लोनिवि द्वारा दो पोकलैण्ड मषीन लगाकर सील्ट हटाने का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा था। जिलाधिकारी ने कहा कि सील्ट हटाने के बाद नदी का पानी सुचारू रूप से बह सकेगा। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देष देते हुये कहा कि सभी बाढ चैकियां नियमित रूप से कार्य करें। बाढ चैकियों में रात के समय भी कर्मचारियों को बैठाया जाय। नदियों का जल स्तर बढने पर वह हर किसी को अलर्ट करने के साथ ही इसकी सूचना जिला प्रषासन को भी उपलब्ध करायें ताकि समय रहते आवष्यक कार्यवाही की जा सकें। जिलाधिकारी द्वारा प्रा0वि0 झाडी में पहुंचकर बरूआबाग के ग्रामीणों से बात की गई । ज्ञात हो कि बरूआबाग के 10 परिवारों को जल भराव होने के कारण प्रा0वि0 झाडी में ठहराया गया। जिलाधिकारी ने सभी परिवारों को 2700-2700 रूपये के चैक उपलब्ध कराये। परिवारेां की भोजन व्यवस्था हेतु उप जिलाधिकारी को आवष्यक निर्देष दिये। उप जिलाधिकारी ऋचा सिंह ने बताया कि परिवारों की भोजन व्यवस्था हेतु भेाजन माता को रखा गया है जो प्रभावित परिवारों की भोजन व्यवस्था कर रही है। इस अवसर पर प्रषिक्षु आईएएस विनीत कुमार,अधिषसी अभियंता सिंचाई संजय राज,एसडीओ विद्युत आरसी आर्य, अधिशासी अभियंता लोनिवि योगेष लाल,अधिषासी अधिकारी सरिता राणा व वन विभाग के अधिकारी मौजूद थें।  

नोडल व सह नोडल अधिकारी नियुक्त

नैनीताल, 19 जुलाई (निस)। जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने वर्षा के कारण क्षति आंकलन व राहत कार्य तत्परता से किये जाने हेतु व दैवीय आपदा कार्यो के परिवेक्षण हेतु सीडीओ ललित मोहन रयाल को तहसील कोश्याकुटौली व तहसील बेतालघाट का नोडल अधिकारी तैनात किया है तथा परगना रामनगर हेतु अपर जिलाधिकारी उदय सिह राणा को नोडल अधिकारी बनाया गया है,। इसी तरह प्रत्येक उपजिला स्तर पर सह-नोडल अधिकारियो की नियुक्ति भी कर दी है। श्री गुप्ता ने बताया कि उप जिला नैनीताल में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एचपी विश्वकर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक आसी पुरोहित को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह धारी में परियोजना निदेशक डीआरडीए हरगोविन्द भट् व परियोजना अधिकारी उरेडा संदीप शर्मा, कोश्याकुटौली में उप निदेशक रेशम अरविन्द ललोरिया व परियोजना प्रबन्धक स्वजल प्रदीप तिवारी, हल्द्वानी में उपश्रमायुक्त अनिल पेटवाल व क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी अख्तर अली तथा परगना रामनगर में अधीशासी अभियन्ता नलकूप एनएस देऊपा व सहायक आयुक्त वाणिज्य कर प्रवर्तन निखिलेश श्रीवास्तव को तैनात किया  गया है। उन्होंने 02 नोडल व 08 सह-नोडल अधिकारियो को निर्देश दिये कि सभी अधिकारी प्रतिदिन दैवीय आपदा से क्षति व राहत कार्यो की सूचना जिलाधिकारी कार्यालय व कन्टोल रूम को देना सुनिश्चिित करेगे तथा सह नोडल अधिकारी सम्बन्धित उपजिलाधिकारियो समन्वय स्थापित कर आपदा राहत कार्यो को त्वरित गति से करवाना सुनिश्चिित करेगे।

ढैंचा बीच प्रकरण की पत्रावलियों को सार्वजनिक करें: त्रिवेन्द्र 

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। डोईवाला विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी व पार्टी के राष्ट्रीय  सचिव त्रिवेंन्द्र सिंह रावत ने काॅग्रेस पर अपनी हार सुनिश्चित देख घिनोने हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनौती  देते हुए कहा कि यदि उनमें जरा भी दम है तो वे ढैंचा बीच प्रकरण की पत्रावलियों को सार्वजनिक करें।  चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दिन आज श्री रावत ने दुधली, बालावाला, थानों आदि क्षेत्रों में जनसंपर्क कर दर्जन भर चुनावी सभाओं केा संबोधित किया। इस दौरान आयोजित चुनावी सभाओं में उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले उनके द्वारा मुख्यमंत्री हरीश रावत को डोईवाला क्षेत्र से चुनाव लडने की चुनौती दी गयी थी। मगर मुख्यमंत्री रणछोड़ साबित हुए और डोईवाला छोड़कर धारचुला चले गए। अब उन्हें धारचुला मे भी अपनी जीत पक्की नहीं दिखायी दे रही है। लिहाजा, वो घिनौने षडयंत्रों का सहारा लेने लगे हैं। भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री को चुनौती दी और कहा कि उनमें अगर जरा सा भी दम है तो वे ढैंचा बीज प्रकरण की सारी पत्रावली सार्वजनिक करें, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ सके। उन्होेंने कहा कि काॅगे्रस का इतिहास षडयंत्रों का इतिहास रहा है। षडयंत्रों के बल पर ही काॅग्रेस देश में राज करती आयी है। उन्होंने कहा कि काॅग्रेस ने जान बूझकर चुनाव के दौरान ढेंचा बीज प्रकरण उठाया है। मगर जनता काॅग्रेस की चाल को बखूबी समझती है और चुनाव में वह उसका मॅुहतोड़ जवाब देगी।

जपेन्द्र सिंह जैसे नेता को पार्टी में शामिल करना दुर्भाग्यपूर्ण: संजय भट्ट

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक संजय भटट ने हाल ही में पार्टी में शामिल हुए कुंवर  जपेन्द्र सिंह के खिलाफ आंदोलन छेडने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि ऐसे व्यक्ति को पार्टी में शामिल किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ राजधानी के कई थानों में आपराधिक मुकदमें दर्ज है।  शनिवार को हिन्दी भवन में पत्रकारों से रूबरू होेते हुए संजय भट्ट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कुंवर जपेन्द्र सिंह के मामले में पूरी प्रक्रिका व पार्टी के सिद्धांतों को दरकिनार किया गया है। उनका कहना है कि संविधान की धारा तीन के नियम ग के उप नियम 9 में स्पष्ट कहा गया है कि यदि जिला कार्यकारिणी, राज्य कार्यकारिणी किसी ऐसे व्यक्ति को पार्टी की  सदस्यता देने का निर्णय करती है जो विगत 10 वर्षों में किसी पंजीकृत पार्टी के नेता रह चुके हों या अभी भी नेता हो, तो ऐसे निर्णय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की स्वीकृति के बाद ही प्रभावी होंगे, यहां नेता से अभिप्राय ऐसे व्यक्ति से है जो किसी अन्य पार्टी के राष्ट्रीय अथवा राज्य स्तर के पद पर रह चुके हो या उन्होंने अन्य पार्टी के चुनाव चिन्ह से संसद, विधानसभा अथवा जिला स्तर का चुनाव लडा हो को शामिल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि कुंवर जपेन्द्र सिंह के खिलाफ राजधानी के कई थानों में मुकदमा दर्ज है।  उनका कहना है कि पार्टी में दागियों को लेने का जो कार्यक्रम चल रहा है इसका कडा विरोध किया जायेगा। उनका आरोप है कि पूर्व प्रदेश संयोजक हरीश आर्य की शह पर दिनेश कोठारी व डा. आर के गुप्ता जिन्हें तीन वर्ष नारकोटिक्स में जेल में रह चुके है। जितेन्द्र मलिक राजधानी में पत्रकार वार्ता की जो प्रोटोकाल का उल्लंधन है। उनका कहना है कि पार्टी के सदस्यों ने कंुवर जपेन्द्र सिंह को पार्टी में आने का कडा विरोध किया है और बैठक बुलाकर शामिल होने वाले व शामिल करने वालों के खिलापफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है और जितेन्द्र मलिक, डा. अरविन्द चैधरी, मोहन सिंह रावत, राजेन्द्र नेगी, अशोक सेमवाल की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने की संतुति की गई है और हाई कमान से इस पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।

चारधाम यात्रा के नाम पर लाखों रूपया बहा रही सरकार, यात्रा रूकी पर प्रचार के लिए खर्च किए जा रहे लाखांे

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। उत्तर प्रदेश से अलग हुए उत्तराखण्ड के आवाम को यह आशा थी कि उनका नया राज्य जल्द देश में अपना एक नया मुकाम बना लेगा लेकिन इस गरीब प्रदेश में भी वही सबकुछ हो रहा है जो बड़े प्रदेशों की सरकारें किया करती हैं। अपने संसाधनों से राज्य को खड़ा करने में नाकाम हरीश रावत सरकार ने देश के कोने कोने में अपने राज्य का नाम विख्यात करने के लिए गरीब प्रदेश की दौलत को दोनों हाथों से प्रचार प्रसार में लूटाने का काम तेजी से शुरू कर रखा है? हरीश रावत सरकार में भी प्रचार प्रसार को लेकर जिस तरह राज्यवासियों के हक के पैसे को बहाया जा रहा है उससे अपने आपको जमीनी नेता कहलाने वाले प्रदेश के मुखिया भी अब सवालों के घेरे में हैं? 13 साल पूर्व जन्मे उत्तराखण्ड में भाजपा व कांग्रेस की सरकारें भले ही धरातल पर विकास की कोई गंगा न बहा पाये हों लेकिन कई टीवी चैनलों में प्रचार प्रसार में करोड़ों रूपया पानी की तरह बहाकर वह अपनी सरकारों का गुणगान कराने का जो खेल खेलती आ रही हैं वह इस नवोदित राज्य के लिए एक घातक संकेत है? कांग्रेस के पूर्व चारधाम यात्रा के प्रचार प्रसार में पानी की तरह पैसा बहा रही हरीश रावत सरकार यात्रा पर लगा हुई ब्रेक फिर भी चैनलों में चल रहा प्रचार मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के कार्यकाल में कई टीवी चैनलों में सरकार ने अपना गुणगान कराने के लिए कई करोड़ रूपये गरीब जनता के लुटा दिये थे तथा राज्य में आयी आपदा में पूरी तरह से फेल रही सरकार ने देश भर के लोगों की आंखों में ध्ूल झौंकने के लिए कई टीवी चैनलों में करोड़ों रूपया देकर यह संदेश देने की कोशिश की थी कि आपदा में सरकार ने हजारों श्रद्धालुओं को बचाने के साथ साथ उजड़े परिवारों को बसाने के लिए आगे आकर काम किया है। सरकार के इस मायाजाल का देश की जनता ने कापफी विरोध् किया था। अब कई माह से राज्य में हरीश रावत की सरकार है और वह भी राज्य के विकास का पहिया भले ही एक इंच आगे न बढ़ा पायी हो लेकिन गरीब प्रदेश के करोड़ों रूपये वह प्रचार प्रसार में तेजी के साथ लुटाने में लगी हुई है। कितना बड़ा मजाक है कि एक ओर तो बारिश के कहर से पिछले कई दिनों से चारधाम यात्रा को सरकार ने बंद कर रखा है लेकिन कई टीवी चैनलों पर सुबह से रात तक चारधाम यात्रा को लेकर वह प्रचार प्रसार में करोड़ों रूपया पानी की तरह बहाने में लगी हुयी है। एक ओर तो विज्ञापन में प्रचार किया जा रहा है कि चारधाम यात्रा को देखते हुए सरकार ने यात्रा मार्ग बेहतर कर रखा है वहीं सरकार यह भी दावे कर रही है कि बरसात के कारण चारधाम मार्गो के कई रास्ते टूट गये हैं और मौजूदा समय में यात्रा को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। सवाल उठ रहे हैं कि जब राज्य में चारधाम यात्रा पर कई दिनों के लिए ब्रेक लगा हुआ है तो सरकार क्यों गरीब प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई को दोनों हाथों से प्रचार प्रसार में लुटाने में लगी है। सवाल उठ रहे हैं कि हरीश रावत अपने आपको राज्य का जमीनी नेता साबित करते आ रहे हैं तो क्या उनके सामने उनकी सरकारी मशीनरी ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया कि ऋषिकेश से ऊपर सभी सड़क मार्ग बंद हैं और चारों धम यात्रा की सभी सड़कंे भी बंद हो रखी हैं तथा पूरे देश में इस बात का संदेश जा रखा है कि भारी बरसात के चलते चारधाम यात्रा बंद है लेकिन इसके बावजूद भी आखिरकार सरकार किस यात्रा को लेकर करोड़ों रूपये प्रचार प्रसार में लुटाने में लगी हुयी है। उत्तराखण्ड के अन्दर अब हरीश रावत सरकार को भी पूरे देश में मीडिया में प्रचार प्रसार कराकर छाने का चस्का लग गया है वह इस नवोदित राज्य के लिए एक घातक संकेत है? इस राज्य में टीवी चैनलों में विज्ञापन देने के लिए भी कोई नीति नहीं है और यहां वहीं कहावत चरित्रार्थ हो रही है जिसकी लाठी उसकी भैंस? क्योंकि उत्तर प्रदेश में जिन टीवी चैनलों के लिए प्रति सैंकेड राशि निर्धारित की हुयी है उन्हीं टीवी चैनलों को यहां दुगने व तिगनी राशि पर विज्ञापन देने का खेल चला आ रहा है।

पत्रकार वार्ता बनी निर्विकार के लिए मुसीबत

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। अपने ही विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले दरोगा निर्विकार सिंह एक बार  फिर मुसीबत मंे पड़ते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस से निलंबित चल रहे दरोगा निर्विकार सिंह की दिक्कतें समाप्त होती नजर नहीं आ रही हैं। डीजीपी से जुड़े एक मामले में जांच के बाद से ही निर्विकार सिंह ने अपने ही विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इधर निर्विकार सिंह ने अपनी सफाई पेश करते हुए कई बार बिना अधिकारियों की अनुमति के मीडिया से बातें कीं। अब यही पत्रकार वार्ता उनके लिए एक और मुसीबत लेकर आई है। नगर कोतवाली में निर्विकार ंिसह के खिलाफ पुलिस अधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है। अपने एक आला अधिकारी को आड़े हाथों लेने एवं उन पर संगीन आरोप लगाने वाले दरोगा पर अब मुकदमा दर्ज किया गया है। कभी राजपुर थाने में तैनात रहे निर्विकार सिंह इन दिनों पुलिस विभाग के खिलाफ अपने बगावती तेवरों के लिए खासे चर्चा में हैं। दरोगा निर्विकार सिंह ने राजपुर थाने में अपनी तैनाती के दौरान डीजीपी से जुड़े एक मामले की भी जांच की थी, जिसमें बाद में निर्विकार सिंह ने डीजीपी पर ही जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाए थे। इसके पश्चात अधिकारियों एवं निर्विकार ंिसह के बीच  शीतयुद्ध शुरू हो गया था जिसमें निर्विकार सिंह पर कई आरोप लगाए गए। साथ ही उन पर कुछ पुरानी विवेचनाओं को लेकर भी गढे मुर्दे उखाड़े गए और आरोप लगाए गए कि निर्विकार सिंह ने विवेचना अधिकारी रहने के दौरान इन मामलों की जांच में गंभीरता नहंी दिखाई और जांचें पूरी नहीं कीं। इधर निर्विकार सिंह भी लगातार अपने पक्ष को रखने के लिए भागदौड़ करते रहे। यहां तक ही उन्होंने अदालतों तक के दरवाजे खटखटाए और मीडिया तक जा पहुंचे। 17 मई को भी वह अपना पक्ष रखने के लिए मीडिया के आगे गए थे। इधर इस प्रेस वार्ता से पुलिस अधिकारी भी हतप्रभ रह गए। अधिकारियों ने बिना अनुमति के प्रेस वार्ता बुलाए जाने को अनुशासनहीनता माना और इस मामले की जांच डीएसपी स्वतंत्रा कुमार को जांच सौंपी। जांच में निर्विकार सिंह को अनुशासनहीनता के लिए दोषी पाया गया और डीआईजी के आदेश पर आज नगर कोतवाली में पुलिस द्रोह उद्दीपन अध्निियम 1922 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

शिक्षा मंत्री के विरोध मंे उतरे बुद्धिजीव 

देहरादून, 19 जुलाई (निस)। प्रदेश के शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के इंटर तक हिन्दी की अनिवार्यता को समाप्त करने के बयान को लेकर साहित्यकारों, लेखकों व अन्य संगठनों से जुडे हुए लोगों ने मोर्चा खोल दिया है और कहा कि इसके लिए जनांदोलन किया जायेगा। यहां हिन्दी भवन में पत्राकारों से रूबरू होते हुए लेखिका व साहित्यकार वीणापाणी जोशी ने कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने जिस प्रकार से बयान दिया है कि इंटर तक हिन्दी की अनिवार्यता को समाप्त करने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है जिसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है। उनका कहना है कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकतंत्र के मूल में हिन्दी मंे हिन्दी राष्ट्रीय चेतना की सम्वाहक रही है और देशप्रेम के गीत, नारे, लोगों में संचेतना भरने वाले गाने भी हिन्दी में रहे है और इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने की जरूरत है। उनका कहना है कि क्योंकि समाज का मार्गदर्शन करने वाले दिशा देने वाले जितने भी विद्वान है यह सब हिन्दी में ही पत्रा पत्रिकाओं द्वारा पुस्तकों द्वारा समाज का मार्गदर्शन करते रहे है। उनका कहना है कि हिन्दी केवल भाषा ही नहीं है अपितु भारत की संस्कृति भी है, प्रदेश में राज्य, राष्ट्र में तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हिन्दी का बडा सम्मान है जहां पर हिन्दी बोली व लिखी जा रही है और हिन्दी को सम्मान दिया जा रहा है और दूसरी ओर हिन्दी को समाप्त किया जा रहा है, जिसे सहन नहीं किया जायेगा। उनका कहना है कि विदेशों में हिन्दी उत्तरोतर उत्कर्ष की ओर है और यहां पर हिन्दी को बढावा दिये जाने के बजाय समाप्त करने की योजना चल रही है। उनका कहना है कि राज्य में डा. पीताम्बर दत्त बडथ्वाल हिन्दी अकादमी की स्थापना की गई है और जिसके जरिये से हिन्दी को प्रोन्नत करने के प्रयास किये जा रहे है। उनका कहना है कि देश के शुभचिंतकों, विचारकों, लेखकों को सम्मानित होने एवं मार्गदर्शन करने का अवसर मिलता रहा है। जन्म से लेकर मरण तक में हिन्दी में ही सब संस्कार व व्यवहार आयोजित होते है। उनका कहना है कि हमारी सामाजिक संरचना ही हिन्दी पर आधरित होती है और हिन्दी हटा दी जाये तो भारत में 80 प्रतिशत हिन्दी भाषा, छात्र-छात्राओं का भविष्य भी अंध्ेारे में हो जायेगा और इसके लिए एक बार फिर से शिक्षा मंत्री को पुनर्विचार करने की जरूरत है, नहीं तो स्कूलों, कालेजों व अन्य संस्थानों से जुडे हुए लोगों को एक बडे आंदोलन में शामिल किया जायेगा। स्पेक्स संस्था के सचिव एवं संगोष्ठी के संयोजक डाॅ0 बृज मोहन शर्मा द्वारा सभी साहित्यकारों, एवं संस्कृत कर्मियों का धन्यवाद करते हुए आगे भी इस मुहिम को जारी रखने का निर्णय लिया गया तथा तय किया गया कि 23 जुलाई को एक वृहद स्तर पर एक गोष्ठी पुनः आयोजित की जायेगी और जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा कर आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी। इस अवसर पर वार्ता में बीजू नेगी, डा. बृजमोहन शर्मा, रोशन ध्स्माना, सुनील गैरोला, कमलेश आर्य, पंडित उदय शंकर भट्ट, नरेश उप्रेती, सुशील पंत, मुनीश खरबंदा, रामतीरथ, कमलेश शर्मा, पंडित मनोज शर्मा, आशुतोष आदि मौजूद थे।

अवैध खनन पर सैल ने मारे छापे

देहरादून, 19 जुलाई (निस)।  सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष के बीच खनन को लेकर चल रही नूराकुश्ती का माइनिंग विजीलेस सैल ने वो तमाम दावें घो कर रख दिए जो सरकार कर रही थी। विजीलेंस सैल ने बाजपुर की नदी में जंहा करोड़ों रूपये की अवैध खनन को पकड़ा वहीं अवैध खनन का माल लेने वाले पांच स्ट्रोन क्रशरों को भी सील कर दिया। विजीलेंस सैल की इस कार्यवाही से यह साफ हो गया कि नदियों में सफाई के नाम पर खनन का खेल किस तरह सफेद पोशों के संरक्षण में फल फूल रहा है।  उपखनिजों के अवैध खनन एवं कालाबाजारी को रोके जाने हेतु श्री संजय गुंज्याल, पुलिस उपमहानिरीक्षक पीएसी/प्रमुख कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में अवैध खनन सतर्कता इकाई टीम द्वारा जनपद उधमसिंहर नगर के बाजपुर क्षेत्र में अवैध खनन/भण्डारनों तथा के्रशरों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निम्न के्रशरों पर अनियमितताऐं पाये जाने पर के्रशरों को सीज किया गया है। उन्होंने एलएससी इनट्रेक्ट लीमिटेड , जगन्नाथपुर होई रोड के उॅचा गाॅव, राज लक्ष्मी के्रशर , हिमालियन बिल्ड स्टोन के्रशर, कोसी मिनरल स्टोन के्रशर को जब्त कर लिया।

उपचुनाव  के लिए तैयार हुए 74 मतगणना कार्मिक

देहरादून 19 जुलाई (निस)। डोईवाला विधान सभा उपनिर्वाचन 2014 को निष्पक्ष एवं निर्विघन रूप से सम्पादित करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार की उपस्थिति में शनिवार को नगर निगम हाल देहरादून में निर्वाचन हेतु तैनात किये गये मतगणना कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें कुल 74 मतगणना कार्मिको  को तैनात किया गया है जिसमें 26 मतगणना माईक्रों आब्जर्वर, 24 मतगणना सुपरवाईजर तथा 24 मतगणना सहायकों को तैनात किया गया है। प्रशिक्षण में उपस्थित कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी चन्द्रेश कुमार ने कहा कि जो जिम्मेदारी उन्हे दी गई है उसका निर्वहन धैर्य के साथ बिना परेशानी के साथ पूरा करें। उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि जो उन्हे प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसे ध्यान पूर्वक एवं गम्भीरता के साथ समझे ताकि मतगणना के समय किसी प्रकार की परेशानी न होने पाये उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि मतगणना का कार्य ठीक 8 बजे शुरू हो जायेगा जिसके लिए की जाने वाली सभी तैयारियंा 8 बजे से पहले कर ले ताकि मतगणना का कार्य ठीक समय से शुरू हो सकंे । उन्होने कहा कि मतगणना हेतु 14 टेबिल लगाये गये है तथा 15 वीं टेबल आर.ओ. टेबल होगी तथा 11 राउण्ड में मतगणना की जायेगी। तथा प्रत्येक टेबिल पर माईक्रो आब्जर्वर लगाये गये है।
इससे पूर्व जिलाधिकरी ने पत्रकार वाता में अवगत कराया कि 23 डोईवाला विधान सभा उप निर्वाचन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। जिसके लिए आज रेजर्स ग्राउण्ड देहरादून से सभी पोलिग पार्टियों को निर्वाचन सामग्री वितरित कर दी गई है तथा दिनांक 20 जुलाई 2014 को सभी पोलिगं पार्टियां औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान डोईवाला से ई.वी.एम. मशीन के साथ रवाना की जायेगी। इससे पूर्व निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक ओम प्रकाश बकोरिया एवं जिला निर्वाचन अधिकारी चन्द्रेश कुमार द्वारा रेजर्स कालेज को जायजा लिया जहां से निर्वाचन हेतु निर्वाचन सामग्री वितरित की जा रही थी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी/प्रभारी अधिकारी कार्मिक प्रताप शाह ने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि तैनात किये गये कार्मिक सुबह 6 बजे तक अनिवार्य रूप से मतगणना केन्द्र में उपस्थित हो जाय तथा उसके बाद ही उसी समय उनका परिचय पत्र बनाया जायगा जिसके लिए फोटो लाना अनिवार्य होगा। तथा 7 बजे तक अपने-अपने टेबिल पर उपस्थित हो जाय तथा यह देख लें कि उनके साथ लगे सभी कार्मिक उपस्थित हो गये है यदि कोई कार्मिक अनुपस्थित है तो उसकी सूचना तत्काल आर.ओ. टेबिल पर दे ताकि उसी समय रिजर्व में रखें कार्मिकों में से ही ड्यूटी लगाई जा सके। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि मतगणना केन्द्र के अन्दर मोबाईल फोन को प्रतिबन्धित किया गया है कोई भी कार्मिक अपने साथ मोबाईल फोन न लें जाये। उन्हो यह भी कहा कि ठीक 8 बजे मतगणना शुरू कर दी जायेगी तथा सबसे पहले पोस्टल बैलेट की मतगणना की जायेगी उसके बाद ई.वी.एम. से गणना होगी। उन्होने यह भी बताया कि आज के प्र्रिशक्षण कार्यक्रम में 9 कार्मिक अनुपस्थित पाये गये जिसमें 01 माईक्रो आब्जर्वर, 04 मतगणना सुपरवाईजर, तथा 04 मतगणना सहायक अनुपस्थित थें जिन्हे जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से कारण बताओं नोटिस जारी किया जा रहा है। जो कल संाय तक अपनी आख्या निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध न कराने पर उनके विरूद्व आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। इस अवसर पर मास्टर टेªनर/ जिला पंचायत राज अधिकारी एम.एम. खान, व मास्टर टेªनर खण्ड शिक्षा अधिकारी यू.डी. गोस्वामी द्वारा उपस्थित कार्मिको को मतगणना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर उप जिलानिर्वाचन अधिकारी सोनिका, प्रशिक्षु आई.ए.एस. सुश्री वन्दना, सहित मतगणना कार्य हेतु तैनात कार्मिक उपस्थित थे। 

बिहार के औरंगाबाद में पुलिस फायरिंग में 2 की मौत

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बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को पुलिस फायरिंग में दो ग्रामीणों की मौत हो गई जबकि पांच के घायल होने की खबर है। पूरे क्षेत्र में तनाव व्याप्त है तथ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मदनपुर के सहजपुर क्षेत्र से पुलिस ने एक युवक को नक्सली होने के संदेह में गिरफ्तार किया था, जिससे ग्रामीण आक्रोषित हो गए और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 को जाम कर दिया। पुलिस जब जाम हटाने गई तो पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव किया। पुलिस ने आत्मरक्षार्थ फायरिंग की जिसमें दो लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लोग घायल हो गए। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

आक्रोषित लोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय को निशाना बनाया और उसमें तोड़फोड़ की और बाद में आग लगा दी। औरगांबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है परंतु स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि ग्रामीणों की भीड़ में नक्सली भी शामिल थे। 

गाजा में मृतकों की संख्या 318 हुई

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इजरायल और इस्लामिक हमास आंदोलन के बीच चल रहे घमासान में शनिवार को 11 और फिलिस्तीनियों के मारे जाने के बाद गाजा में मृतकों की संख्या बढ़कर 318 हो गई है। शनिवार को संघर्ष का 13वां दिन था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि तड़के हुए हवाई हमलों में गाजा के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में 11 फिलिस्तीनी मारे गए।

इजरायली सेना ने इजरायल पर हो रहे रॉकेट हमले रोकने के लिए शुरू किए गए अपने खूनी हवाई हमले के 11 दिनों बाद गुरुवार को जमीनी कार्रवाई गाजा तक सीमित की। यह अभियान मिस्र और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों से हुए संघर्ष विराम के विफल रहने के बाद शुरू किया गया। हमास ने चेतावनी दी है कि इजरायल को गाजा पर जमीनी हमला करने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आठ जुलाई को इजरायल ने आपरेशन प्रोएक्टिव एज के नाम से अपना सफाया अभियान शुरू किया। संघर्ष में 318 फिलिस्तीनियों के मारे जाने के अलावा 2,260 घायल भी हुए हैं।

भाजपा ने बिहार में 'मिशन 175'का नारा दिया

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पिछले लोकसभा चुनाव के परिणाम से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार से प्रारंभ दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक में अगले विधानसभा चुनाव के लिए 'मिशन 175'का नारा दिया है। बिहार प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन अगले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में हम 122 सीटों के साथ ही बहुमत प्राप्त कर लेंगे परंतु भाजपा का लक्ष्य दो-तिहाई 175 सीटों पर कब्जा करना है। इससे मजबूत और अच्छी सरकार दी जा सकती है। 

उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बिहार की 175 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई थी। यही कारण है कि बिहार में 'मिशन 175'की सफलता में संदेह नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीती थी जबकि उसकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने छह और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के तीन सीट पर विजय प्राप्त की थी। 

उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार से भाजपा के अलग होते ही बिहार की स्थिति सबके सामने है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में भाजपा ही सुशासन की सरकार दे सकती है। इस बैठक में केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह के अलावे भाजपा के नेता शत्रुघ्न सिन्हा, गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव समेत कई नेता उपस्थित थे। 

जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन टूटा

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जम्मू-कश्मीर में अब कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस का सत्ताधारी गठबंधन टूट चुका है। कांग्रेस ने जम्मू और कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस और नैशनल कॉफ्रेंस के बीच बीते कुछ समय से अनबन की खबरें आ रही थीं। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद दोनों के बीच राजनीतिक द्वंद कुछ अधिक बढ़ गया था। राज्य की 87 सीट पर अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। 

कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी चुनाव में सभी सीटों पर अकेले ही उतरेगी। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में द्विसदनीय व्यवस्था है। विधानसभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं, जबकि विधान परिषद के सदस्यों का चुनाव विधानसभा के 87 सदस्य करते हैं। 

राज्य विधानसभा का छह वर्षों का कार्यकाल अगले साल जनवरी में पूरा हो रहा है। चुनाव इस साल के अंत तक होने वाले हैं। सरकार बनाने के लिए किसी को 44 सीटों की दरकार होती है।

राष्ट्रपति ने निठारी हत्याकांड के दोषी कोली तथा 5 अन्य की दया याचिका खारिज की

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सनसनीखेज निठारी हत्या और दुष्कर्म मामलों के दोषी सुरेन्द्र कोली समेत मौत की सजा पाए छह अपराधियों की दया याचिकाओं को खारिज कर दिया है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि कोली के अतिरिक्त महाराष्ट्र की रेणुकाबाई और सीमा, महाराष्ट्र के ही राजेन्द्र प्रहलादराव वासनिक, मध्य प्रदेश के जगदीश और असम के होलीराम बोरदोलोई की दया याचिकाओं को गृह मंत्रालय की सिफारिशों के बाद राष्ट्रपति ने नामंजूर कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में नोएडा के निठारी गांव में बच्चों से बलात्कार के बाद उनकी नृशंस तरीके से हत्या करने वाले 42 वर्षीय कोली को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सही ठहराया था तथा बाद में उच्चतम न्यायालय ने फरवरी 2011 में इसकी पुष्टि की थी। पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाले इस मामले में कोली को वर्ष 2005 से 2006 के बीच निठारी में अपने नियोक्ता और कारोबारी मोनिन्दर सिंह पंढेर के आवास पर बच्चों के साथ एक के बाद एक दुष्कर्म करने और उनकी नृशंस तरीके से हत्या करने का दोषी पाया गया था। कई लापता बच्चों के अवशेष इस मकान के पास से बरामद किए गए थे।

कोली के खिलाफ 16 मामले दाखिल किए गए थे जिनमें से उसे अभी तक चार मामलों में मौत की सजा दी गई है और बाकी मामले अभी विचाराधीन हैं। महाराष्ट्र की रहने वाले दो बहनों रेणुकाबाई और सीमा ने अपनी मां तथा एक अन्य सहयोगी किरण शिंदे के साथ मिलकर वर्ष 1990 से 1996 के बीच 13 बच्चों का अपहरण किया और उनमें से नौ की हत्या कर दी। हालांकि अभियोजन पक्ष केवल पांच ही हत्याओं को साबित कर पाया। दोनों बहनों को मौत की सजा दी गई है।

वर्ष 1997 में इनकी मां की मौत होने के कारण उसके खिलाफ मामला खत्म कर दिया गया जबकि शिंदे सरकारी गवाह बन गया। दोनों बहनें अपने इलाके में गरीब लोगों के बच्चों का अपहरण करती थीं और उसके बाद उन बच्चों को चोरी और चेन झपटमारी जैसे काम करने को मजबूर करती थीं। लेकिन जब बच्चे बड़े हो जाते और चीजों को समझने लगते तो ये उनकी हत्या कर देती थीं। कुछ बच्चों के सिर कुचले हुए, गला घोंट कर मारे हुए, लोहे की सलाखों से दागे हुए और रेलवे पटरियों पर फेंके हुए पाए गए। उच्चतम न्यायालय ने 31 अगस्त 2006 को दोनों बहनों की मौत की सजा की पुष्टि की थी।

जनवरी में उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि फांसी दिए जाने में अनावश्यक तथा अनुचित देरी मौत की सजा पाए दोषी की सजा को हल्का करने का आधार बनता है और इससे मौत की सजा पाए 15 दोषी सजा से बच गए। तीसरा मामला महाराष्ट्र के असरा गांव में एक बच्ची की नृशंस हत्या से जुड़ा है जिसमें उच्चतम न्यायालय ने अक्तूबर 2012 में वासनिक को सुनाई गई मौत की सजा को बरकरार रखा था। यह मामला यौन उत्पीड़न तथा पीड़ित की हत्या से जुड़ा हुआ था।

आलेख : जिसके भाव चढ़ जाएं, उसकी उपेक्षा करें या त्याग

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आजकल अभावों का तो पूरा भरोसा होता है लेकिन भावों का नहीं। भाव के साथ उतार-चढ़ाव का क्रम हमेशा बना रहता है। किसी के भी भाव कभी भी गिर सकते हैं, और ऊँचे से ऊँचे चढ़ भी सकते हैं। कभी अचानक उछालें मार लिया करते है। कभी औंधे मुँह धड़ाम से नीचे गिर जाया करते हैं। बहुत कम बार भावों में स्थिरता देखी जाती है।

जहाँ अभाव है वहाँ स्थिरता होती है और इसमें गिरावट का कोई मायना नहीं होता, जितना नीचे गिरता जाएगा वह अभाव ही अभाव कहा जाएगा। फिर  अभावों में चढ़ाव की संभावनाएं या तो पैदा ही नहीं होती या फिर धीरे-धीरे इस तरह चढ़ाव होने लगता है कि इसे चढ़ाव नहीं कहकर रेंगना कहना ज्यादा समीचीन है। अभावों से भावों की यात्रा अत्यन्त धीमी और मंथर गतिवाली होती है और इसका परिणाम महीनों की बजाय बरसों में दिख पाता है।

आजकल सर्वत्र भावों का जमाना है। ये भाव ही हैं जो कई बाहरी और भीतरी कारणों से उतरते-चढ़ते रहते हैं। बाहर के मौसम को देखकर भावों का परिवर्तन निरन्तर होता रहता है। भावों की परंपरा बहुरूपिया कल्चर से मेल खाती लगती है जिसमें यथार्थ से वास्ता कम होता है और अभिनय से ज्यादा।

मांग और आपूर्ति के सिद्धान्त के हिसाब से भावों की केमिस्ट्री और फिजिक्स से लेकर फिलॉसोफी तक सब कुछ बदलती रहती है। जिसकी कमी हो जाए उसकी मांग बढ़ जाती है और मांग बढ़ने पर भाव चढ़ जाते हैं। भाव चढ़ने के पीछे भी कई सारे कारण हैं। हर कोई चाहता है कि कम खर्च में अधिक प्राप्त हो। इसलिए सभी लोग भावों को चढ़ता देखने को व्यग्र रहा करते हैं। जिनका जितना बड़ा पेट, जितनी ज्यादा भण्डारण की क्षमता, उतने ही भाव बढ़ाने का इनका अपना सामथ्र्य।

बाकी जगह जिसके भाव बढ़ जाते हैं उसके प्रति लोग फिकर करना छोड़ देते हैं क्योंकि जिसके भाव बढ़ जाते हैं उसका इस्तेमाल करना लोग छोड़ देते हैं जिससे अपने आप इनके भाव अपनी औकात पर आ जाते हैं और सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो जाता है।

अपने यहाँ इस मामले में कुछ दूसरे प्रकार का पागलपन हावी है, हमारे यहाँ जिसके भाव बढ़ जाते हैं उसके भावों को और अधिक उछाल देते हुए हम लोग इतनी कद्र करनी शुरू कर देते हैं जैसे कि भगवान या बहुमूल्य वस्तु ही हो गए हों।  और ऎसे में इनके भाव सातवें आसमान पर पहुंच जाते हैं और हममें से हर किसी को इनके भाव(भार) आने लगते हैं। इन भावों को हम पूजनीय श्रेणी में ला कर प्रतिष्ठित कर दिया करते हैं।

इस मामले में जापान का उदाहरण लिया जाता है जहां जिस किसी के भाव बढ़ जाते हैं, उसका उपयोग करना वहां के लोग कुछ दिन के लिए छोड़ देते हैं और इस तरह वहां के समझदार, राष्ट्रीय चरित्र से सम्पन्न जागरुक लोग भावों को हमेशा आईना दिखाकर अपनी औकात में बाँधे रखते हैंं।

अपने यहाँ की स्थिति विचित्र है जहाँ जिस किसी के भाव चढ़ जाते हैं लोग पागलों की तरह उसी के पीछे भागने लगते हैं और उसे पाने, अपना बनाने और हथियाने के लिए टूट पड़ते हैं। बात किसी भी प्रकार की वस्तुओं की हो या व्यक्ति की,  भावोंं के मामले में हमारा सोच कुछ अलग ही तरह का रहा है।

अपने यहाँ किसके भाव कब चढ़ जाएं, यह कहा नहीं जा सकता। इसके लिए न मौसम का हमें इंतजार रहता है न किसी और परिवर्तन का। हमारे यहाँ वस्तुओं और आदमी के भावों की तुलना शेयर मार्केट, सेंसेक्स, आलू-प्याज और सब्जियों से लेकर गैस, डीजल, पेट्रोल और उन सभी चीजों से होनी शुरू हो जाती है जिनका हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से संबंध हो या न हो।

वस्तुओं के बारे में तो भावों का चढ़ना और उतरना आम बात है मगर इंसान के भाव एक बार चढ़ जाने के बाद कभी उतरने का नाम ही नहीं लेते। हमारा अपना अंचल हो या फिर पावन और दिव्य कही जाने की भारतभूमि, सभी जगह ऎसे लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है जिनके भाव लगातार चढ़ते ही जा रहे हैं, कुछेक ही हैं जिनके भाव औंधे मुँह गिर कर धड़ाम से नीचे आ गए हैं। कई सारे ऎसे हैं जिनके भाव कुछ साल ऊपर चढ़े रहते हैं, कुछ साल नीचे।  कई तो ऎसे हैं जिनके भाव कितने ही गिरे हुए हों मगर अपने आपको आज भी बेशकीमती भावों का पर्याय मानते हैं।

इंसान की फितरत ही ऎसी है कि एक बार उसके भाव चढ़ जाने के बाद नीचे उतरने का नाम ही नहीं लेते। फिर अपने यहाँ जितना कोई खुद नहीं चढ़ता, उससे ज्यादा वह भीड़ चढ़ाए रखती है जो नीचे से कंधों की ताकत दे देकर ऊपर की ओर थामे रखती है। इस भीड़ का काम ही औरों को ऊपर चढ़ाये रखना है, आज इन्हें चढ़ाये रखेंगे, कल उन्हें। अपने कंधोें की ताकत देने वाले सारे कंधा दानी लोग मिल जाएं तो अलग से एक देश बना सकते हैं। दोनों किस्मों के लोग अपने यहां हैं - कंधे पर चढ़ाने वाले भी हैं और उछल-उछल कर औरों के कंधों पर सवार होकर अपने कद को ऊँचा दिखाने वाले भी।

चढ़ने वालों और चढ़ाने वालों की कई प्रजातियों ने मिलकर आजकल भावों के सारे संतुलन और समीकरण गड़बड़ा दिए हैं। कहीं कोई भावातिरेक होकर आत्ममुग्ध बने हुए है।, कहीं भावशून्यों का कुंभ उमड़ा हुआ है। कइयों के बारे में पता ही नहीं चलता कि उनमें ऎसा कौनसा माद्दा बचा है कि भाव सातवें आसमान तक उछाले मारने के काबिल हों।

हर कोई चाहता है अपने-अपने भावों में उछाल हमेशा बना रहे ताकि उनके मूल्य हमेशा ऊँचाई पर बने रहें, भले ही मूल्यहीनता हावी क्यों न रहे। हममें से कोई यह नहीं बता सकता कि हम उन्हें भाव क्यों दे रहे हैं। भीड़ संस्कृति का यही रोना है। हम सब वही कर रहे हैं जो और लोग कर रहे हैं। आदमी हो या वस्तु,  भावों को नियंत्रित करने का काम हमारा ही है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही या मूल्यांकनहीनता कभी भी कहर ढा सकती है।

यही सब चलता रहा तो भावों की गणित उन्हें सातवें आसमान तक पहुंचा देगी और हमें रसातल में। उतना ही भाव दें जितना उचित हो। जिस किसी के भाव बढ़ जाएं उसे ठिकाने लगाने और अपनी औकात दिखाने के लिए दो ही रास्ते हैं उपेक्षा करें या परित्याग। अपने आप में यह वह ब्रह्मास्त्र है जो उन सभी को धरातल पर ले आने में समर्थ है जिनके भाव चढ़े हुए हैं। जो समझदार हैं उन्हें चाहिए कि भावों में स्थिरता बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहें क्योंकि ये भाव ही हैं जो भवसागर से पार नहीं होने देते।




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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com

विशेष आलेख:-'माता-पिता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है'

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मानव संस्कृति हमें इस बात की प्रेरणा देती है कि हमें अपने माता-पिता की अच्छाईओं को ग्रहण करना चाहिये तथा उनके बताये सदमार्ग पर चलना चाहिये ।  कोई भी माता-पिता अपनी संतान केलिए कोई भी गलत रास्ता नही दिखाती है । माता -पिता की सेवा से बड़ा कोई तीर्थ स्थान नही है न ही कोई अन्य धर्म हैं । जब हम अपने माता-पिता की सेवा करेगें तो हमारे अन्दर अपने आप धार्मिक एवं सामाजिक संस्कार जागृत होगें । हम घर-परिवार व समाज में सम्मान जनक स्थान प्राप्त करेगें । जो संतान माता -पता के उचित बचनों जो  जीवन को सार्थक बनाने बाले है का पालन नहीं करते है वह अपना भबिष्य ख़राब तो करते है पारिवारिक संकट उठाते है एबं सामाजिक बहिष्कार सहते है।  इसलिए माता -पिता ,के उपदेश -वचनो को विना विचार किये ही स्वीकार कर लेना चाहिए। 

हमारी संस्कृति में माता-पिता का ऋण कोई संतान अदा नही कर पाती है लेकिन प्रत्येक संतान यही प्रयास करता है कि माता -पिता को हम अच्छी सेवा करें उन्हे सम्मान से जीने केलिए ऐसी व्यवस्था बनायें । जब तक संतान स्वंय माता-पिता  नही बनती है जब तक वह माता-पिता के दायित्य को नही समझ पाते हे । इसलिए आप देंखते व सुनते होगें कि प्रत्येक कन्या भगवान के समक्ष यहीं प्रार्थना करती हैं उपवास करती हे कि उसे अच्छा बर (पति-स्वामी ) मिलें । जब कन्या परिवारिक जीवन में प्रवेश करती है तो वह भगवान से दूसरी इच्छा मात्र संतान प्राप्त करने की या कहें कि मॉ होने केलिए प्रार्थना  करती है ।  प्रकृति या ईश्वर का बिधान है कि कोई भी व्यक्ति कितना ही गौरवशाली, स्वाभिमानी, उच्चपद पर पदासीन अधिकारी, राजा-महाराजा, नेता -अभिनेता, मजदूर-किसान सेना का जबान अपराधी होगा वह यदि मानव है या इंसानियत रखता है तो वह संतान से बिमुख नही हो पाता हे । संतान का प्यार व दुलार की तुलना किसी भी प्यार से नही की जा सकती है ।  संतान का मोह संसार का सबसे बड़ा मोह बताया गया है और बास्तविक रूप से होता ही है ।  जिस  व्यक्ति को  अपनी से स्नेह - प्यार नही है हम उसे सामाजिक प्राणी नही कह सकते है । प्रत्येक माता-पिता संतान केलिए कितने ही कष्ट उठाने को तैयार होते है । प्रत्येक दंपत्ति अपनी संतान केलिए दिन-रात उसके पालन पोषण में लगे रहते है । 

संतान के पालन - पोषण में  माता का सर्वाधिक कार्य होता है , मॉ संतान के प्रत्येक सुख-दुःख का ध्यान रखती है प्रत्येक गल्तियों को माफ करती है।  पिता को परिवार को संचालित करने केलिए आर्थिक बजट की व्यवस्था तथा भविष्य की व्यवस्था केलिए अपने कर्तव्य  कार्य मजूदरी मेहनत करना होती है । या हम इस प्रकार से कहें कि कोई परिवार बिना पति-पत्नी के नही चलता है. परिवार की परिभाषा ही पति-पत्नी से बनी है । इसलिए पत्नी का दायित्य है कि वह घर-गृहस्थी  का रख-रखाव, परिवारिक मर्यादायें, समाजिक सम्मान, नारी की लज्जा, इन सभी बातों को समझते हुये बाहन की तरह होती हैं. परिवार का मुखिया या पति तो  बाहन चलाने बाला या आर्थिक बोझ उठाने बाला होता है । इसलिए प्रत्येक माता-पिता का अपनी संतान को गर्भ धारण से ष्क्षिित करने तक या आत्म निर्भर बनाने तक क्या क्या नही करता हैं यह संतान सोच नही पाती है जब संतान वयस्क हो जाती है और स्वयं परिवारिक बंधन में बंध जाती है तब वह बास्तविक स्वरूप को समझ पाती है ।  यदि संतान अपने होष सम्भालने के साथ  ही माता-पिता के आर्दष पर चलने का प्रयास करें ,अच्छाईओं को ग्रहण करें, सदविचारों को गहण करें, धार्मिक ग्रन्थों का अध्ययन करें, संत महापुरूषों के बताये मार्ग को अपनाये का प्रयास करें तो ऐसे बालक-बालिकायें या संतान समाज में ही नही राष्ट्र के उच्च षिखर तक पहुॅच जाती हैं ।   हमें माता -पिता  के अस्वस्थ्य होने या  बृध्द अवस्था होने किस तरह की सेवा करना चाहिये । हर माता-पिता  संतान की खुषी केलिए अन्तिम समय तक प्रयास करते रहते है । संतान का दायित्य बनता है कि वह जब तक माता-पिता स्वस्थ्य है उन्हे स्वतंत्र रूप से कार्य करने देना चाहिये उनके कार्यो में बाधा नही करना चायिहे उनके बताये रास्ता पर ही चलना चाहिये । लेकिन जब माता-पिता को किसी भी प्रकार से दुःख हो , कष्ट हो , कोई अचानक संकट आ जावें  या प्रकृतिक शारीरिक बीमारी हो तो उनकी सेवा में कोई कसर नही छोड़नी चाहिये ।  

माता जी हो या पिता जी उन्हे स्नेह व प्यार दें । उनके पास समय देकर उनकी सेवा करें ।  भोजन, पानी समय पर दें , दवा आदि की समय पर व्यवस्था करें तथा समय से दवा दें । स्वयं पुत्र को सेवा तो करना चाहिये साथ ही पुत्रबधू को सेवा में पूरी तरह से हाथ बटॉना चाहियें ।  हमारा तो यदि उद्देष्य है पुत्र से अधिक संस्कारित परिवारों में पुत्रबधू ही अपने सास-ससुर, माता-पिता की सेवा करती है ऐसी ही महिलायें दीर्धआयू व सौभाग्यवती रहती है । जो महिलायें अपने सास-ससुर की सेवा नही करती है या जो पुत्र-पुत्रियॉ अपने माता-पिता के साथ अन्याय या अत्याचार करती है वह हमेषा संकट व कष्ट उठाती है । 

आज आवश्यकता है, प्रत्येक परिवारों में मॉ-बाप की सेवा करने का । क्योकि बदलते समय में माता-पिता सर्वाधिक परेशानी  व संकटों से गुजर रहे है । जो संतान माता-पिता की सेवा नही करते है  उसका कारण मंदबुध्दि, विवेक की कमी , स्वयं के विवेक से कार्य न करते हुये चरित्रहीन पत्नी के बहकावें में आकर ही अपने माता-पिता को ठुकराते हैं । जब माता-पिता की आत्मा को कष्ट होगा , उन्हे संकट होगा तो हमें कैसें सुखी हो सकते है ? हमें  बार बार नही हजार बार इस बात पर ध्यान देना होगा कि यदि हमारी माता जी पिता जी ने हमें बचपन से आज तक लाखों संकट व परेशानियों से मुक्ति दिलाकर इस योग्य बनाया हम उनका ऋण कभी अदा नही कर सकते है । 
        
जिन परिवारों में सामाजिक संस्कारों की कमी, बदले की भावना , दहेज लालच, अपने पराये की भावनायें, संपत्ति लालच की भावनायें अपना स्थान बना लेतीं वह परिवार बिघटन, निर्धनता , संकटों से घिर जाते हैं । ऐसे ही परिवार की लड़कियॉ जब दूसरे परिवार या ससुराल में जाती है तो जिन संस्कारों में उनका पालन पोषण होता है उसी के कारण वह अपने पति को अपने कामुक जादू के मध्य अपने वश में करने के बाद जैसा वह चाहती है परिवार में बैसा ही होता है । हम उसे दूसरे रूप में जोरू का गुलाम भी संबोधित करते है ।  आज दूसरे परिवार से जो लड़की आई और वह पुत्र के लिए सब कुछ हो जाती है जो माता-पिता उसे संसार में आने के पूर्व से उसकी प्रत्येक सुरक्षा, संकट से मुक्ति दिलाता रहा वह कुछ नही रह जाता है ।  जब परिवार में इस प्रकार की महिलायें अपना बर्चस्य स्थापित करती है तो वह परिवार नरक की तरह हो जाता  है । ऐसे ही परिवारों में माता-पिता को घर से बाहर कर दिया जाता है या वे स्वयं घर छोड़कर बृध्दाश्रम या अनाथ आश्रम में आश्रय लेकर अपना बुढ़ापा बिताने केलिए मजबूर हो जाते हे । लेकिन हम इस बात को जबानी में भूल जाते है कि आज हम जो अपने माता - पिता के साथ कर रहे है और उन्हे संकट व कष्ट दे रहे हैं आने बाले समय में हमारी संतान भी हमे उसी रास्ता पर जाने केलिए मजबूर करेगीं । आज आवश्यकता है कि प्रत्येक परिवार में मान-सम्मान बने, माता-पिता का सम्मान हो, उनकी सेवा की जावें ।  माता-पिता को तीर्थ स्थानों पर घुमाने ले जावें या वह जाने योग्य है तो उन्हे तीर्थ स्थान भेजें ।  रहने केलिए स्वस्थ्य मकान व पहनने केलिए स्वच्छ कपड़े दिये जावें ।  उनके भोजन की सर्व प्रथम व्यवस्था की जावें ।  बृध्द माता-पिता को धार्मिक पुस्तके, ग्रन्थ, बेद पुराण या जो  वह साहित्य पढ़ सकें उन्हे उपलव्ध्य करायें ।  समय समय पर उनके स्वास्थ्य की देंख-रेंख कराते रहे ।  माता-पिता का आर्षीवाद यदि हो सकें संभव हो तो प्रतिदिन प्राप्त करने का प्रयास करें । उनके आशीर्वाद से दीर्धायू  होती है और मन को परम सुख प्राप्त होता हैं । संसार के जितने भी महापुरुष हुए उन्होंने माता -पिता को ही पूज्यनीय ,माना।  सभी जाति -धर्म व पंथो में भी माँ व पिता को उच्च स्थान दिया गया है।  

वृद्ध माता-पिता के मन की शांति  केलिए उनका मार्ग दर्शन लेते रहे , कोई भी घर-परिवार व समाज में कार्य हो तो उन्हे सम्मान देकर उनके मार्ग दर्शन में ही कार्य सम्पन्न करायें जावे । उनके अनुभव व उनका मार्ग दर्षन हमेषा परोपकारी, कुशलता परिवार की सुख समृध्दि से भरा होगा ।  घर व परिवार की खुशियों में परिवार के प्रत्येक सदस्य को अपने अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिये और अपने से बड़ों का  सम्मान करना चाहिये । व्यक्ति धन व बल से बड़ा हो सकता है लेकिन समाज से बड़ा नही हो सकता है । इसलिए सामाजिक सम्मान को ध्यान में रख कर ही परिवारिक व सामाजिक कार्य करना चाहिये। 
   
मात-पिता,आचार्य को, सदा करो सम्मान।
इनके बिन मिलता नहीं, जग का कोई ज्ञान।।
                                                         



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---संतोष गंगेले ---
प्रदेश अध्यक्ष,
गणेश शंकर विधार्थी प्रेस क्लब 
मध्य प्रदेश -09893196874 

उत्तर प्रदेश में थर्रा रही है महिलाएं

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  • सड़कों पर निकलना हुआ मुश्किल, छुट्टा सांड की तरह घूम रहे मनचलें व हौसलाबुलंद अपराधी, दे रहे गैंगरेप की घटनाओं को अंजाम 
  • मुलायम सिंह यादव के बेतुके बयान से माफियाओं, गुंडों व लापरवाह अधिकारियों भ्हुए बेलगाम 
  • निर्दोष पर हो रही गुंडा एक्ट-जिलाबदर व फर्जी गिरफतारी की कार्रवाई कर रोजनामचे दुरुस्त करने में जुटा पुलिस महकमा 
  • पिछली सरकारों के सापेक्ष यूपी में 55 फीसदी बढ़ा अपराध का ग्राफ 
  • दिल्ली के बाद अब अदब व तहजीब के लिए जाना जाने वाले शहर राजधानी लखनउ में हुआ सेकेंड दामिनी गैंगेरेप 
  • वर्ष 2011 में 2042, वर्ष 2012 में 1963, वर्ष 2013 में 3050 व 2014 में अब तक 2500 से अधिक हो चुकी है बलातकार की घटनाएं 


rape and murder
लड़के है, लड़कों से गलती हो जाती है, के बाद अब यूपी आबादी के लिहाज से बड़ा प्रदेश है, इसलिए अपराध होता है, यूपी में महिलाओं पर अपराध अन्य प्रदेश के सापेक्ष काफी कम है। ये बयान कोई और नहीं बल्कि सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के पिता मुलायम सिंह यादव की है। मतलब साफ है, वह माफियाओं, गुंडों व लापरवाह अधिकारियों की इस बेतुके बयान के जरिए बचाव कर रहे है। इस तरह के बयानों का भी परिणाम सामने है। अपराधी बेलगाम है। हौसलाबुलंद अपराधी एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दे रहे है। जिम्मेदार अधिकारी कानून व्यवस्था चाक-चैबंद करने के नाम पर निर्दोष व फर्जी तरीके से 20 साल पुराने मामलों को दर्शाकर गुंडा एक्ट-जिलाबदर व फर्जी गिरफतारी दिखाकर अपने रजिस्टर दुरुस्त करने में जुटे है। 

परिणाम यह है कि पिछली सरकारों के सापेक्ष यूपी में दो-चार नहीं बल्कि 55 फीसदी अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। दिल्ली के बाद अब अदब व तहजीब के लिए जाना जाने वाला यूपी की राजधानी में सेकेंड दामिनी के साथ जिस विभत्स तरीके से गैंगरेप कर हत्या कर दी उससे न सिर्फ लखनउ बल्कि सूबे की सभी महिलाएं व युवतिया थर्रा उठी है। सड़कों पर निकलने में पसीने छूट रहे है। बात आंकड़ों में की जाएं तो यूपी में सर्वाधिक अत्याचार महिलाओं पर ही हो रहे है। हालांकि राजधानी लखनउ के मोहनलालगंज की हृदयविदारक घटना के बाद महिला स्वयंसेवी संगठनों ने विधानसभा के सामने जबरदस्त धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया, कहा अब महिलाओं पर अत्याचार नहीं सहेंगे। अपराधियों की जल्द गिरफतारी व फास्टटैक कोर्ट बनाने की मांग की। 

वर्ष 2011 में 2042, वर्ष 2012 में 1963, वर्ष 2013 में 3050 व 2014 में अब तक 2500 से अधिक बलातकार की घटनाएं हो चुकी है। लूट-हत्या-डकैती, चोरी की घटनाओं का हाल यह है कि प्रायः हर रोज व्यापारियों की हत्या कर लाखों की लूट हो रही है। 2013 में सूबे में हत्या के 2961 अभियोग दर्ज हुए जबकि इस साल 2758 मुकदमें दर्ज हो चुके है। वर्ष 2013 में 3287 लूट की घटनाओं में 35 करोड़ से भी अधिक लूट हुई, जबकि 2014 में अब तक 3367 लूट की घटनाओं में 55 करोड़ की लूट हो चुकी है। लूट के सर्वाधिक शिकार व्यवसायी तबका ही हुआ है। इसमें दर्जनभर से अधिक बैंक लूट भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में हर रोज एक-दो व्यापारी लूट व हत्या के शिकार हो रहे है। नेशनल क्राइम रेकार्ड्स ब्यूरों के मुताबिक देश में महिलाओं के साथ हुई 32546 वारदातों में से साढ़े 10 प्रतिशत यूपी में हुई है।  

इलाहाबाद, अलीगढ़, बाराबंकी, अमेठी, कानपुर, इटावा, फैजाबाद, मेरठ, बदायूं, सीतापुर, मउ, इटावा, गोरखपुर, बलिया, बरेली, महोबा, फर्रुखाबाद, भदोही, बनारस आदि जनपदों में किशोरियों संग हुई सामूहिक गैंगरेप की घटनाओं में शामिल अपराधी अभी पकड़े भी नहीं जा सके, अदब व तहजीब का शहर लखनउ में महिला संग गैंगरेप की हृदय विदारक घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। इसकी बड़ी वजह सूबे की मुखिया द्वारा दिए गए संवेदनहीन बया नही बताएं जा रहे है। पुलिस की घोर संवेदनहीनता, लापरवाही व संलिप्तता के साथ ही दबंग लोगों को राजनीतिक संरक्षण भी एक कारणों में एक है। बलातकार की बढ़ती घटनाएं राज्य की शासन व्यवस्था की पोल खोल रही है, तो सूबे बिजली कटौती, जर्जर सड़कों से रोज हो रही दुर्घटनाओं, डग्गामार बसें, उटपटांग बयानबाजी, गुंडागर्दी, योजनाओं में बंदरबांट आदि से पता चलता है कि आम आदमी से जुड़े मुद्दों पर सरकार का क्या रवैया है। ढाई साल के अपने कार्यकाल में अखिलेश सरकार अभी तक लोगों की सुरक्षा तो दूर अभी तक बिजली-पानी-सड़क जैसे जरुरी आवश्यकताओं की रोडमैप तक नहीं तैयार करा सके। सपा के अपराधी व अधिकारी खुलेआम मनमानी कर रहे है। विकास की बड़ी-बड़ी बातें कर जनता के साथ सिर्फ मजाक किया जा रहा है। पीड़ितों की जांच के नाम पर झूठी आश्वासन या आरोपित पुलिसकर्मियों से ही जांच कराकर झूठी रिपोर्ट देकर मामले को रफा-दफा कर दिया जा रहा है।  

पति की पहले ही हो चुकी मौत, बच्चों के सिर से उठा मां का साया 
गैंगरेप की शिकार मृत महिला देवरिया की थी। वर्ष 1978 में जंमी महिला का विवाह 19 वर्ष की अवस्था में ही गांव के एक युवक से हुआ था। युवक परिवार समेत लखनउ में ही रहकर एक निजी मेडिकल संस्थान में काम करता था। दो साल पहले किडनी की बीमारी के चलते उसकी मौत हो चुकी है। बताते हुए कि महिला के पति का जब पहला किडनी खराब था तो उसकी मां ने देकर जान बचाई और जब दुसरा खराब हुआ तो स्वयं महिला ने अपनी किडनी देकर जान बचाने की कोशिश की। महिला को दो बच्चे है। पति कक मौत के कंपनी में उसकी बेटी काम करती थी। गत बुधवार को वह किसी के फोन आने के बाद घर से निकली थी। इसके बाद गुरुवार को सुबह मोहनलालगंज स्थित स्कूल के पास उसका शव मिला। महिला के साथ अपराधी गैंगरेप के बाद किस कदर अमानवीय व्यावहार किए थे, पीड़िता ने आंखिरी सांस तक कैसे संघर्ष किया यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट बता रही है। अपराधियों ने उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया। महिला के दोनों घुटनों में चोट के निशान थे। उसके गुप्तांग पर काफी वजनी वस्तु व धारदार से प्रहार किया गया। चिकित्सकों की मानें तो वारदात निर्भया से भी विभत्स थी। 

मृत महिला की 'निर्भया'जैसी है कहानी 
लखनऊ के मोहनलालगंज गांव बलसिंह खेड़ा के प्राथमिक विद्यालय में गैंग रेप और दरिंदगी की शिकार मृतक महिला की पहचान हो गई है। उनके पति की मौत पहले हो चुकी थी और वह अकेले अपने दो बच्चों को लखनऊ के ही एक हॉस्पिटल में नौकरी करके पाल रही थीं। परिवार के लोगों ने लाश देखकर पहचान की है। पुलिस के मुताबिक वारदात में 5 से 6 लोग शामिल थे। कमर के निचले हिस्से में आगे और पीछे गंभीर चोट है। लाश के आस-पास जमीन पर बिखरा खून हैवानियत की सारी हदों को तोड़ने की गवाही दे रहा था। साफ लग रहा था कि महिला ने मरने से पहले एक से ज्यादा लोगों के साथ मुकाबला जरूर किया होगा, लेकिन वह अकेले दरिंदों से कब तक मुकाबला करती। दरिंदों ने जिस बेरहमी से महिला के साथ गैंग रेप के बाद कत्ल किया, पुलिस की संवेदनहीनता उससे कम बेरहम नहीं रही। इस मामले एडीजीपी सुतपा सान्याल ने माना कि निर्वस्त्र पड़े पीड़ित महिला के शव को घंटों ढकने का प्रयास नहीं हुआ,  इस मामले में पुलिस से गलती हुई है। मोहनलालगंज के इंस्पेक्टर कमरुद्दीन खान और एसआई मुन्नी लाल को सस्पेंड कर दिया गया है। महिला के परिवार में 13 साल की बेटी और छह साल का बेटा है। पति की मौत के बाद उनकी जगह पर ही वह नौकरी कर रही थीं। महिला के फोन पर बुधवार रात नौ बजे कॉल आई थी। वह अपनी बेटी से अस्पताल जाने की बात कह घर से निकलीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं। कुछ दूरी पर उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। कुछ देर बाद फोन ऑन हुआ। इस दौरान तीन कॉल्स उस पर आईं। एक कॉलर की लोकेशन मोहनलालगंज में महिला के फोन के साथ ही मिली। महिला की शिनाख्त होने के बाद पुलिस को आखिरी नंबर से आए फोन के जरिए ही संदिग्धों का सुराग मिला है। 

पति को दी थी एक किडनी 
महिला पति की मौत के बाद से अकेले ही बच्चों को संभाल रही थीं। ससुरालवालों ने भी मुंह मोड़ लिया था। वह अक्सर अपनी बेटी से सबकुछ छोड़कर मायके आने की बात कहते थे, तो बेटी उनसे सिर्फ जमाने से लड़ने का हौसला और आशीर्वाद मांगती थी। कहती थी, 'कुछ सपने हैं, जिन्हें पूरा करना है।'महिला के पिता देवरिया में टीचर है। पीड़ित तीन बच्चों में सबसे बड़ी थी। उसकी शादी 15 साल पहले देवरिया में ही हुई थी। दामाद लखनऊ के एक हॉस्पिटल में कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी करते थे। दामाद की किडनी खराब थी और बेटी ने अपनी एक किडनी पति को दे दी थी। छह साल पहले दामाद की मौत हो गई। उनकी जगह बेटी को अस्पताल में नौकरी दे दी गई। वह अपनी 13 साल की बेटी और छह साल के बेटे के साथ किराए के मकान में रहती थी।'बृहस्पतिवार दोपहर घर न आने की जानकारी पाकर वह राजधानी पहुंचे और देर रात बेटी के साथ हैवानियत का पता चला तो सदमा सा लग गया। 




---सुरेश गांधी---
लखनऊ 

विशेष आलेख : आज भी हो रहा है महिलाओं पर अत्याचार

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हर एक माता-पिता अपनी बेटी को बड़े ही लाड प्यार से पालते हैं। वह षादी से पहले अपनी बेटी को सब कुछ बगैर मांगे दे देना चाहते हैं। लड़की के बालिग होते ही माता-पिता को उसकी षादी की चिंता सताने लगती है। वह अपनी बेटी की षादी के लिए ऐसे वर और घर की तलाष षुरू कर देते हैं जो उसकी बेटी को खुष रखे। दूनिया के तमाम माता-पिता यही सोचकर षादी कर अपनी बेटी को घर से विदा करते हैं। लेकिन बेटी के साथ साथ माता-पिता के सपने उस वक्त चूर चूर हो जाते हैं जब उनकी बेटी को ससुराल में तरह तरह की यातनाएं दी जाती हैं और जानबूझकर उसे परेषान किया जाता है। ससुराल में लड़कियों के साथ अत्याचार की कहानी कोई नहीं है। ससुराल द्वारा ठुकराई गयी लड़कियों को समाज में नीचा समझा जाता है। ऐसी लड़कियों को समाज खुली हवा में सास नहीं लेने देता। यही वजह है कि ऐसी लड़कियां अपने को हीन समझने लगती हैं और उनकी जीने की चाह भी खत्म होने लगती है। 
           
एक ऐसा ही किस्सा बिहार के मुज़फ्फरपुर जि़ला अंर्तगत हुस्सेपुर परनी छपड़ा गांव की पूजा कुमारी का है। पूजा कुमारी ने अपनी हिम्मत और साहस से इस बात को गलत साबित कर दिया कि यदि किसी के पति उसे छोड़ दें, घर से निकाल दें तो उसका जीवन समाप्त हो जाता है। इस लड़की ने अपने जीवन को एक नया परिचय दिया है। इस लड़की पर जो बीती वह  अत्याचार की एक करूण कथा है। पूजा की षादी 2006 में हुई थी और उसने कल्पना भी नहीं की होगी कि उसके जीवन में ऐसा मोड़ भी आएगा। षादी के बाद उसके पति और सास ने उस पर तरह तरह के अत्याचार करना षुरू कर दिया। यहां तक कि उसे साबुन तेल भी नहीं दिया जाता था। इस पर ससुराल वाले कहते हैं कि अपने मायके से ले आओ। इन छोटी छोटी घटनाओं की वजह से पूजा की जिंदगी जहन्नुम बनी हुई थी।  बेटा होने के बाद भी जब पूजा पर अत्याचार कम न हुआ तो उसने अत्याचार की करूण कथा मजबूरन अपनी मां षैल देवी को बता दी। षैल देवी कहती हैं कि हमने गांव के कुछ जि़म्मेदार लोगों को इसकी ससुराल वालों को समझाने के लिए भेजा पर वह लोग नहीं माने, मजबूरन मुझे बेटी को अपने घर बुलाना पड़ा। पूजा का जब विवाह हुआ था तो वह सिर्फ आठवीं कक्षा तक ही पढ़ी थी। लेकिन वह हिम्मत नहीं हारी और साहस का परिचय देते हुए नौंवी से पढ़ाई षुरू की और दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी बैठी। आज आठ वर्श बाद जब पूजा की दूसरी षादी हुई तो पूजा अपने पुत्र के साथ इस षादी से काफी खुष है और उसके माता-पिता भी अपनी बेटी को खुषी देख बहुत खुष हैं। आज भी हमारे देष में सैंकड़ों लड़कियां हैं जो ससुराल से ठुकराई गई हैं। ज़रूरत है उन लड़कियों को पूजा जैसी लड़कियों से सीख लेकर जीवन में आगे बढ़ने की है।
            
लेकिन हमारे देष में पूजा जैसी लड़कियों की तादाद न के बराबर है। पूजा तो अपने साहस और हिम्मत से किसी तरह अपनी जिंदगी दोबारा संवारने में कामयाब हो गयी लेकिन हमारे समाज में ससुराल द्वारा ठुकराई गई ज़्यादातर लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। इसके अलावा ससुराल द्वारा ठुकराई गयी लड़की को समाज भी स्वीकार नहीं करता। ऐसी लड़कियां अंधेरे के साए में गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर हो जाती है। घरेलू हिंसा कई रूपों में हो सकती है। आज भी हमारे समाज में कुछ लोग लड़कियों को दहेज लाने पर विवष करते हैं। दहेज न मिलने लड़की को तरह तरह की यातनाएं दी जाती हैं। हमारे  देष में दहेज भी महिला के साथ घरेलू हिंसा के कारणों में एक बड़ा कारण है। 
            
वर्श 2012 मे बिहार में दहेज और दहेज प्रताड़ना के क्रमषः 1275 और 3686 मामले षामिल थे। इस संख्या में लगातार इज़ाफा होता जा रहा है। पिछले साल नवंबर तक प्रदेष में महिलाओं से जुड़े 10898 अपराध के मामले दर्ज किए गए जिसमें दहेज और दहेज प्रताड़ना के क्रमषः 1129 और 4316 मामले षामिल हैं। घरेलू हिंसा निशेधात्मक कानून के तहत यदि किसी महिला के साथ मारपीट, आर्थिक षोशण, या अपमान जनक भाशा का इस्तेमाल होता है तो पर कानूनी कार्रवाई होगी। भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ‘‘ख’’ के तहत दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या के आरोप में पति और ससुराल वालों को 7 साल तक की सज़ा का प्रावधान है। यदि षादी के सात साल के अंदर किसी स्त्री की मृत्यू हो जाए या ससुराल वालों ने दहेज के लिए क्रूर व्यवहार किया हो तो दहेज उत्पीड़न का मामजा दर्ज किया जाता है। महिलाओं उत्पीड़न को रोकने के लिए कानून तो बहुत सारे हैं, मगर महिला उत्पीड़न रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामलों के कारण हमें अंतरराश्ट्रीय स्तर पर षर्मसार होना पड़ा है। महिला उत्पीड़ने को रोकना सरकार के लिए एक कड़ी चुनौती बनता जा रहा है। महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए पुरूश जाति को महिलाओं के प्रति अपने नज़रिए मेें बदलाव लाना होगा तभी महिला उत्पीड़न को रोका जा सकता है। 





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खुशबू कुमारी
(चरखा फीचर्स)

पश्चिम बंगाल में इंसेफलाइटिस से 47 लोगों की मृत्यु

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पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में इंसेफलाइटिस से दो और लोगों के मरने का मामला सामने आया है. इसके साथ राज्य में पिछले 18 दिनों में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी रविवार को दी. पश्चिम बंगाल में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल (एनबीएमसीएच) के अधीक्षक अमरेंद्रनाथ सरकार ने कहा कि भर्ती दो मरीजों की शनिवार रात मौत हो गई. पश्चिम बंगाल सरकार ने उत्तरी पश्चिम बंगाल के सात जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया है.

उत्तरी बंगाल के विकास मंत्री गौतम देब ने शनिवार को दार्जिलिंग में एनबीएमसीएच का दौरा किया और इंसेफलाइटिस के मरीजों से मुलाकात की. स्वास्थ्य अधिकारी और मंत्री पड़ोसी जलपाईगुड़ी जिले में स्थित राज्य सरकार के शाखा सचिवालय, उत्तर कन्या में बीमारी के क्षेत्र में अचानक फैलने के मुद्दे पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक करेंगे. देब ने लोगों से जागरूक और सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की अपील करते हुए कहा कि एनबीएमसीएच में बाहर से आने वाले मरीजों के बुखार जांच के लिए अलग से क्लिनिक खोला जाएगा.



हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (20 जुलाई)

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उद्योग मंत्री ने 65 लाख से बनने वाले पर्यटन सुविधा केन्द्र की आधारशिला रखी
  • आजादी के बाद पहली बार हरोली में पर्यटन विभाग ने दी दस्तक : अग्रिहोत्री 

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ऊना,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज हरोली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की ग्राम पंचायत कांगड़ में 65 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पर्यटन सूचना एवं सुविधा केन्द्र की आधारशिला रखी। इस अवसर पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के 66 साल बाद आज पहली बार हरोली हल्के में पर्यटन विभाग ने दस्तक दी है तथा कांगड़ को पर्यटक सैरगाह के रूप में विकसित करने के लिए चुना गया है। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में गांव के तालाब को विकसित किया गया है तथा इसे और अधिक आकर्षक बनाने के साथ-साथ यहां पर्यटन से जुड़ी अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। उन्होंने इस भवन के लिए 65 लाख रूपये की राशि स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार व्यक्त किया तथा भवन के लिए भूमि दान करने वाले लम्बरदार गुरदयाल सिंह का भी आभार व्यक्त किया। मार्च माह तक भवन तैयार होगा तथा यहां से जुड़े पारम्परिक व्यजनों को भी परोसा जाएगा।
हरोली विधानसभा क्षेत्र में विकास का जिक्र करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि पंजाबर में बन्दर नसवन्दी केन्द्र  के लिए वन विभाग को 25 लाख रूपये की राशि आबंटित कर दी गई है। इसके अलावा पोलियां विश्राम गृह के निर्माण के लिए 10 लाख रूपये की एक और किशत जारी कर दी गई है। हरोली मॉडर्न हैल्थ रिसर्च यूनिट के लिए 50 लाख रूपये की पहली किशत विभाग के पास पहुंच गई है तथा यहां जरूरी उपकरण स्थापित करने के लिए भी राशि शिमला निदेशालय को उपलब्ध करवा दी गई है। पूबोवाल में पार्क निर्माण के लिए 24 लाख रूपये की पहली किशत लोक निर्माण विभाग को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि हलके के विकास के लिए बड़ी परियोजनाओं को पहले ही स्वीकृत कर दिया गया है तथा अब हलके को विकास मॉडल का स्वरूप देने के लिए छोटी-छोटी परियोजनाओं को लाया जा रहा है ताकि हरोली हलका एक पूर्ण विकसित क्षेत्र के साथ-साथ एक आकर्षक सैरगाह की तरह दिखाई दे। उन्होंने कहा कि हरोली में एसडीएम को डीडीओ की शक्तियां दे दी गई हैं तथा यहां 14 करोड़ रूपये की राशि से बनने वाले मिनी सचिवालय भवन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। होशियारपुर-झलेड़ा सडक़ के प्रथम चरण के लिए 14 करोड़ का टैंडर हो चुका है। हलके के पानी व टयूवबैल के सभी मामले स्वीकृत करके नावार्ड को भेज दिये गये हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर कांगड़ में 15 दिन के भीतर जिम खोलने की घोषणा की।  जबकि स्थानीय तालाब के किनारे पांच लाइटें लगाने के लिए प्रशासन को निर्देश दिये। कांगड़ में गुरू रविदास मन्दिर के लिए तीन लाख रूपये उपलब्ध करवाने की घोषणा की। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, निदेशक राज्य पर्यटन विकास बोर्ड एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेन्द्र धर्माणी, एग्रो पैकेजिंग के पूर्व उपाध्यक्ष औंकार शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण बोर्ड के सदस्य धर्मसिंह, निदेशक सामान्य उद्योग निगम पवन ठाकुर, कांग्रेस लीगल सैल के अध्यक्ष वीरेन्द्र मनकोटिया, कामगार कल्याण बोर्ड की सदस्या एवं प्रधान ग्राम पंचायत बाथू सुरेखा राणा, कैप्टन शक्ति सिंह, जिला कांग्रेस प्रवक्ता विजय डोगा, अध्यक्ष मण्डी समिति बोर्ड शिव कुमार सैणी, ग्राम पंचायत कांगड़ के प्रधान विनोद बिटू के अलावा विभिन्न पंचायतों के प्रधान तथा इलाके के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।    

जीवन अस्पताल में लगाया मेडिकल शिविर

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ज्वालामुखी,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। ज्वालामुखी के प्रसिद्ध जीवन अस्पताल  में आज मैक्स सुपर सपैशियलिटी अस्पताल मोहाली की ओर से मल्टी स्पैश्यिलिटी कैंप का आयोजन किया गया।  कैंप के दौरान जीवन अस्पताल में दिन भर मरीजों का तांता लगा रहा। कार्डियोलोजी, आर्थेपिडिक्स और इंटरल मेडिसन के विशेषज्ञ डाक्टर यहां आये थे।  जीवन अस्पताल के डाक्टर राजीव कुंडु ने भी मरीजों का इस दौरान चेकअप किया। उन्होंने बताया कि शिविर में कई मामलों में मेडिकल टेस्ट भी मुफत किये गये। व मरीजों को विशेषज्ञ डाक्टरों ने सलाह मशिवरा भी दिया। उन्होंने बताया कि ऐसे कैंप हर माह अस्पताल में आयोजित किये जायेगें। ताकि दू दराज के मरीजों को उनके घर के नजदीक बेहतर मेडिकल सुविधायें मिल सकें। 

ज्वालामुखी मंडल कांग्रेस के नये अध्यक्ष को लेकर घमासान

ज्वालामुखी,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। ज्वालामुखी मंडल कांग्रेस के नये अध्यक्ष को लेकर इन दिनों राजनैतिक घमासान तेज हो गया है। दरअसल इस मामले में कोई सहमति नहीं बन पा रही है। हालांकि जल्द ही नये मंडल अध्यक्ष की तैनाती हो सकती है। यही वजह है कि सब अपनी अपनी गोटियां बिठाने में लगे हैं। काबलिेगौर है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से लोकसभा चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद ज्वालामुखी मंडल को भंग कर दिया गया था।  लिहाजा अब नये अध्यक्ष की तैनाती की जानी है। इस दौड़ में कांग्रेस नेता नरदेव कंवर, हरीश कपूर,विजेन्दर धीमान व अनिल प्रभा के नाम उभर कर सामने आये हैं। नरेदव कंवर को चुनावों से ठीक उक दिन पहले जब वीरभद्र सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे तो मंडल कांग्रेस अध्यक्ष के पद से बिना कोई कारण बताये हटा दिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविन्दर सिंह से उनकी नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। यही वजह है कि ज्वालामुखी कांग्रेस का एक धड़ा चाहता है कि उन्हें ही बहाल कर दिया जाये। लेकिन दूसरी ओर पिछले अनुभव के मद्देनजर कुछ कांग्रेसी चाहते हैं कि ज्वालामुखी को तेजतर्रार अध्यक्ष मिले।  जो भाजपा से पूरी तरह मुकाबला कर सके। इसी वजह से हरीश कपूर व विजेन्दर धीमान के नाम भी सामने आये हैं। धीमान देहरा पंचायत समिति के उपाध्यक्ष हैं।  वहीं हरीश कपूर भी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। दोनों को लेकर भी लाबिंग हो रही है। लेकिन  यदि मंडल कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर किसी महिला की तैनाती होनी है तो नगर परिषद ज्वालामुखी कि अध्यक्षा अनिल प्रभा की लाटरी लग सकती है।  जो भी हो स्थानीय विधायक की भी कोशिश है कि अगला अध्यक्ष उनकी पसंद का हो।  लेकिन पिछला अनुभव उनके आड़े आ रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि मंडल कांग्रेस की निष्क्रियता की वजह से ही चुनावों में पार्टी को करारी हार मिली थी। व संगठन की भूमिका न के बराबर रही। संगठन चंद लोगों तक सिमित होकर रह गया था।  मौजूदा राजनैतिक  महौल में शायद ही विधायक की प्रभावी भूमिका रहे। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर की कोशिश रहेगी कि नया अध्यक्ष उन्हीं कि पसंद का हो। 

प्रदेश सरकार मात्र घोषणाओं की ही सरकार बनकर रह गई: धवाला

ज्वालामुखी,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता रमेश धवाला ने कहा कि प्रदेश सरकार मात्र घोषणाओं की ही सरकार बनकर रह गई है। बिना बजट के घोषणाएं कर जनता को गुमराह करने का हुनर कांग्रेस के लोगों के पास है। धवाला यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। सरकार का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं है। प्रदेश में कई हादसों में निर्दोष लोगों की जान जा रही है। डिपुओं में मिलने वाले राशन में कटौती कर इसे महंगा किया जा रहा है। राशन की गुणवत्ता पर पहले ही कई सवाल उठते रहे हैं और अब राशन ही कम करने की तैयारी है।  लेकिन सरकार बेखबर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में जितने भी जनविरोधी कार्य किए जा रहे हैं, भाजपा के सत्ता में आने पर उन्हें पहले वाली स्थिति में लेकर आएंगे। चाहे वह ज्वालामुखी में अस्पताल के स्थानांतरण का मामला हो या चंगर क्षेत्र में सरकारी कार्यालय खोलने का।  वह जनता की राय लेकर ही सभी कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठे वादे करके लोगों के साथ छलावा किया है। ऐसे में अब लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे है। सरकार ने आज तक कितने बेरोजगारों को नौकरियां दी है, उसकी जानकारी दी जाए। कितने उद्योग लगाए हैं, यह जनता में सार्वजनिक हो। खजाना खाली कर बैठी सरकार के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ गए हैं। सरकार झूठी घोषणाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार बन गई है और हिमाचल में भी भाजपा की सरकार देर सवेर बनना तय है। इस मौके पर उनके साथ पार्टी नेता कमल हमीरपुरी, विमल चौधरी, चमन पुंडीर, दीपक खौला, मीना राणा, शाम दुलारी, सरिता धीमान, रीना देवी, पूनम शर्मा, अनु कौंडल, कश्मीर सिंह, विजय मेहता, बाबू राम व अन्य उपस्थित थे।

सरकारी निर्णय गरीबों के लिये मील का पत्थर: संजय रतन 

ज्वालामुखी,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश सरकार का वह निर्णय आवासहीन तथा भूमिहीन गरीबों के लिये मील का पत्थर सिद्ध होने वाला है ।   जिसके तहत उन्हें आवास निर्माण के लिए भूमि प्रदान की जाएगी ।  यह जानकारी आज यहां ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन ने दी। उन्होंने बताया कि  इस निर्णय के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के भूमिहीनों को तीन बिस्वा तथा शहरी क्षेत्रों के आवासहीन परिवारों को दो बिस्वा जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी ।  इन परिवारों को यह भूमि तब भी उपलब्ध करवाई जायेगी जब यह परिवार बीपीएल सूचि में शामिल न भी हो, उन्होंने बताया कि   ने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय से भूमिहीन व्यक्तियों तथा परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी ।  उन्होंने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश के असंख्य भूमिहीन व्यक्तियों की जरूरतें पूरी होगी, जिन्होंने सरकार से आवेदन किया था ।  उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा निर्णय लिया गया है. वे सभी परिवार जिनकी वार्षिक आय 50 हजार या इससे कम है और जिनकी सारी भूमि बाढ़ में बह गई है और जिनके पास आवास बनाने के लिए उचित भूमि नहीं है, वे इसके लिए पात्र होंगे ।  संजय रतन ने बताया  कि इस निर्णय से प्रदेश सरकार द्वारा चुनावी घोषणा पत्र जिसे राज्य सरकार ने नीति दस्तावेज के रूप में अपनाया है में राज्य के सभी लोगों को छत उपलब्ध करवाने का वायदा पूरा हुआ है ।  संजय रतन  ने कहा कि सरकार के इस निर्णय के अनुसार भूमि पति-पत्नी दोनों के नाम आवंटित की जाएगी और इस भूमि पर निर्मित आवास को आवंटित व्यक्ति द्वारा हस्तांतरित नहीं किया जा सकेगा ।  उन्होंने कहा कि यदि अलॉटी या उसके कानूनी हकदार आवंटित भूमि अथवा निर्मित आवास को किसी अन्य को हस्तांतरित करते हैं तो आवंटन रद्द किया जाएगा और भूमि पुन: सरकार के नियत्रंण में आ जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत जिले में उपलब्ध अतिरिक्त भूमि में से ही भूमि आवंटित की जाएगी ।  उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्तों को इस बारे कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं ताकि योजना को सरकार की घोषणा के अनुरूप कार्यान्वित किया जा सके और उन्हें इस बारे में मासिक रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं ।  इसके अतिरिक्त मण्डलायुक्त मासिक आधार पर सारी आवंटन प्रक्रिया का अनुश्रवण करेंगे और सरकार को सूचित करेंगे. इसके अतिरिक्त राज्य आवास योजना के तहत आवासहीन गरीबों को आवास निर्माण के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता को भी प्रदेश सरकार ने 48,500 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये किया है. यह निर्णय गरीब आवासहीन परिवारों को राहत उपलब्ध करवाने में तथा उनके आवास के सपने को पूरा करने में विशेष रूप से सहायक सिद्ध होगा । 

पौंग बांध के विस्थापितों को आज दिन तक भूमि का सही आबंटन नहीं

ज्वालामुखी,20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में  सन 1960 के दशक में राजस्थान प्रदेश की भूमि सिंचाई और पीने के पानी के लिए बने पौंग बांध के विस्थापितों को आज दिन तक भूमि का सही आबंटन नहीं हो पाने के कारण यहां के उजड़े परिवार आज भी केंद्र सरकार से अच्छे दिनों की आस लगाए बैठे हैं, जिससे स्थानीय लोगों के दिलों में अपने राजनेताओं और पौंग बांध विस्थापित समिति के प्रति काफी रोष है। क्योंकि पौंग बांध के अधीन आए देहरा उपमंडल की हलदून वैली के 223 गांवों के 25 हजार परिवारों ने अपनी 30729 हेक्टयर  पुश्तैनी भूमि में लहराते खेत एंव मकानों को इस राष्ट्रीय धरोहर की भेंट चढ़ा दिया था। इन आंकड़ों को केंद्रीय सिंचाई व विद्युत मंत्री की अध्यक्षता में 14 दिसंबर 1968 को हुई बैठक में हिमाचल, राजस्थान व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों ने भी सही करार दिया था। हलदून वैली में अनाज की पैदावार पूरे प्रदेश भर के लिए काफी थी, लेकिन इसके बदले सरकार ने उजड़े परिवारों को नाममात्र ही मुआवजे की राशि दी थी, जिससे पौंग बांध के निर्माण समय उजड़े हुए विस्थापित आज दिन तक अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे हैं। पौंग बांध विस्थापित अशोक चंद्र ने बताया कि जब से विस्थापन हुआ है एक दिन भी चैन से नहीं गुजरा। हमारे जैसे सैकड़ों  बेघर हो गए। अपने ही प्रदेश में प्रवासियों की तरह तंबू लगाकर जगह-जगह रहने को मजबूर हो गए। हमनें अपने लहलहाते खेत व अपने वर्षों की मेहनत को पानी में बहते हुए देखा है। सरकार ने हमें आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं दिया। न तो हमें सरकारी नौकरी  आरक्षण है न तो उच्च शिक्षा में अनुदान। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पौंग बांध विस्थापितों को अब अच्छे दिनों की उम्मीद है।

टौणी से मुकेरियां के लिए नई बस सेवा आरंभ, चौरी, उहल, पटलांदर के दर्जनों गांवों के लोग होंगे लाभाविंत
  • चिरलंबित मांग के पूर्ण होने पर सीएम का जताया आभार

हमीरपुर, 20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने रविवार को प्रात: 6:50 बजे टौणी देवी-मुकेरियां वाया उहल, सुजानपुर बस सेवा को हरी झंडी देकर रवाना किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि इस बस सेवा के आरंभ होने से टौणी देवी, उहल, चौरी क्षेत्र के करीब सौ गांवों के लोग लाभाविंत होंगे। उन्होंने नई बस सेवा आरंभ करने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा परिवहन मंत्री जीएस बाली का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सीएम ने अपने टौणी के प्रवास के दौरान नौ दिसंबर 2013 को बस सेवा आरंभ करने की घोषणा की गई थी जिसके फलस्वरूप टौणी देवी क्षेत्र के लोगों को यह बस सेवा उपलब्ध हो पाई है। उन्होंने कहा कि टौणी देवी, उहल तथा चौरी क्षेत्र के सैकड़ों लोग मुकेरियां में रोजी रोटी कमा रहे हैं तथा इनके परिवारों को आवाजाही के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध हो गई है। उन्होंने कहा कि इन लोगों की चिरलंबित मांग पूरी हो गई है। उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवाजाही की बेहतर सुविधाएं देने के लिए कृतसंकल्प है तथा इसी उद्देश्य से प्रदेश में मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना आरंभ की गई है जिसके अंतर्गत पात्र व्यक्तियों को ग्रामीण सडक़ों पर बसें चलाने के लिए परमिट भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में निशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है इसके साथ ही स्मार्ट तथा येलो कार्ड की वैधता भी एक वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष की गई है। इसके अतिरिक्त ग्रीन कार्ड स्कीम भी आंरभ की गई है। ग्रीन कार्ड धारक को निगम की बसों में चालीस किलोमीटर से साठ किलोमीटर की यात्रा करने पर किराये में तीस प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभाविंत हो सकें। राणा ने कहा कि सुजानपुर के लिए स्वीकृत विकास कार्यों को समयबद्व पूरा करने के दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं तथा इसकी नियमित तौर पर मॉनिटरिंग भी की जा रही है ताकि विकास को गति प्रदान की जा सके। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य लेख राज के अलावा विभिन्न पंचायत प्रतिनिधि एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

जिला स्तरीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप सम्पन्न

शिमला, 20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव, श्री नंद लाल ने आज यहां जिला बैंडमिंटन एसोसिएशन शिमला द्वारा आयोजित चार दिवसीय बैडमिंटन चैम्पियनशिप के समापन समारोह की अध्यक्षता की ।  इस अवसर पर उन्होंने जिला बैंडमिंटन एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एसोसिएशन के बैनर तले प्रशिक्षित खिलाडियों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन किया है । उन्होंने कहा कि इस खेल से न केवल व्यक्ति का शारीरिक विकास होता है बल्कि नेतृत्व की क्षमता भी बढती है और जीवन में और अधिक परिश्रम करने की भावना को सम्बल मिलता है ।  मुख्य संसदीय सचिव ने चैम्पियनशिप के विजेताओं को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वे इस वर्ष भी राज्य व राष्टर्् स्तर की खेलों में बेहतरीन प्रर्दशन करेंगें । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेल तथा खिलाडियों के विकास के लिए वचनबद्ध है और इस दिशा में कई योजनाएं तैयार कर उन्हें लागू किया जा रहा हैं।नंदलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने डेढ वर्ष के कार्यकाल के दौरान कई महत्वकांक्षी योजनाएं लागू की है । उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति जीवन की बुनियादी जरूरतों से वंचित न रहे यह सरकार की प्रतिबद्धता है और प्रयास भी ।इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव ने जिला शिमला बैंडमिंटन एसोसिएशन को अपनी ऐच्छिक निधि से 20 हजार रूपये देने की घोषणा की। उन्होंने प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए ।  इससे पूर्व एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।

बागवानी मंत्री ने की बिशु मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता

शिमला, 20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। बागवानी व सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने आज ठियोग के समीप मलैहडी में आयोजित विशु मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की । इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोहरी के नये भवन के निर्माण के लिए 2.50 करोड रूपये स्वीकृत किए जा चुके हैं और इसका निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा । बागवानी मंत्री ने कहा कि ठियोग के संधु क्षेत्र में 66 के.वी. विद्युत सब स्टेशन के निर्माण को स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है । इसके निर्माण से क्षेत्र में बिजली की कमी की कोई समस्या नहीं रहेगी । श्रीमती स्टोक्स ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के हर वर्ग के विकास के लिए वचनवद्ध है और इस दिशा में हर सम्भव प्रयास किए जा रहें हैं । उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश वासियों को संवेदनशील एवं स्वच्छ प्रशासन प्रदान करने के लिए बचनवद्ध है ।इससे पूर्व उन्होंने 1.4 करोड रूपये की लागत से निर्मित पटिनल- मलैहडी सडक का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत निर्मित 5 कि.मी. 690 मीटर इस सडक से क्षेत्र के कई गांवों के ेलोगों को लाभ मिलेगा और उन्हें अपने कृषि उत्पाद मंडी तक पहुंचाने में सुविधा होगी । उन्होंने मलैहडी पेयजल योजना का लोकार्पण भी किया । 29 लाख रूप्ये की लागत से निर्मित इस योजना से लगभग 6 गांव के लोगों को लाभ मिलेगा ।श्रीमती स्टोक्स ने मलेहडी विशु मेला मैदान के लिए पांच लाख रूपये महिला मंडल के लिए 50 हजार रूपये , ठोड़ा दलों व सांस्कृतिक दल के लिए पांच-पांच हजार रूप्ये भेंट करने की घोषणा की । ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ठियोग के अध्यक्ष कैप्टन नत्थू राम ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया । इस अवसर पर बी.सी.सी.उपाध्यक्ष रोशन कंवर, जिला परिषद सदस्य आशा कंवर, नगर परिषद उपाध्यक्ष ठियोग श्री विवेक ठाकुर भी उपस्थित थे ।

डोभी में लोगों को दी कानूनी जानकारियां, उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति ने लगाया विधिक साक्षरता शिविर

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कुल्लू, 20 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)।   उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति कुल्लू की ओर से रविवार को डोभी स्थित ग्राम पंचायत मंडलगढ़ के पंचायतघर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष एवं कुल्लू के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी वरिंद्र ठाकुर ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग, समाज के अन्य कमजोर वर्गों जैसे महिलाओं, बच्चों, विकलांगों, आपदा प्रभावितों और सालाना एक लाख रूपये से कम आय वाले लोगों के लिए मुफत कानूनी सहायता का प्रावधान है। इन वर्गों के लोगों को इस सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने बताया कि मुफ्त कानूनी सहायता के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी बहुत ही सरल रखी गई। उन्होंने बताया कि मुफ्त कानूनी सहायता के लिए हर जिले के न्यायिक परिसरों में फ्रंट ऑफिस खोले गए हैं। पात्र व्यक्ति साधारण आवेदन पत्र व इसके साथ एससी-एसटी या आईआरडीपी का सर्टिफिकेट संलग्न करके मुफ्त कानूनी सहायता पा सकता है। उन्होंने बताया कि हर पंचायत में लीगल क्लीनिक खोले जाएंगे, जिनमें पैरा लीगल वालंटियर्स तैनात किया जाएंगे तथा लोगों की कानूनी मदद के लिए इन क्लीनिकों में हर मंगलवार को एक अधिवक्ता भी बैठेगा। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता महेंद्र सिंह ठाकुर ने मोटर वाहन अधिनियम व अन्य अधिनियमों की जानकारी दी। अधिवक्ता गोविंद ठाकुर ने घरेलू हिंसा विरोधी अधिनियम व उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और अधिवक्ता रानू भल्ला ने मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में बताया। एसईबीपीओ प्रदीप कटोच ने मनरेगा की जानकारी दी। शिविर में मंडलगढ़ पंचायत के प्रधान, उपप्रधान, सभी सदस्य व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।  

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (20 जुलाई)

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आन्दोलन का आयाम बदलें आन्दोलनकारी, जनहित का रखे ख्याल: प्रशासन
  • सड़क जाम से उत्पन्न समस्या

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नरकटियागंज(पच) शिकारपुर थाना परिसर में शनिवार को आमजन और मीडिया के साथ पुलिस व प्रशासन की बैठक सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता अनुुमण्डल पदाधिकारी शंभू कुमार ने किया, जबकि अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार मल्ल ने मीडिया और आमजनों से आग्रह किया कि जनहित में सड़क जाम जैसे कदम नहीं उठाये जाए तो बेहतर है। उपर्युक्त बैठक में बरगजवा सड़क जाम का मामला छाया रहा, जिसको लेकर एसडीएम तथा एसडीपीओ ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध के कई आयाम है, जिसमें कई दूसरे आयाम ढँूढने की आवश्यकता है। समाजिक समस्याओं को लेकर सड़क जाम करना और आमजन को परेशान करना न्यायोचित्त नहीं है। विभिन्न समस्याएँ समाज में है सबका समाधान सड़क यातायात बाधित कर देने से नहीं निकल सकता है। अधिकारियों ने समाज के सभी वर्ग का आह्वान् किया कि वे क्षेत्रीय विकास में अपने सहभागिता सुनिश्चित करे। जिसके लिए सड़क जाम जैसे जनविरोधी आन्दोलन करने जैसे कदम नहीं उठाएँ। नरकटियागंज के भूमि सुधार उपसमाहत्र्ता इश्तेयाक अली अंसारी ने कहा कि अतिक्रमण कर सरकारी जमीन पर मकान का निर्माण कराने वालों को नही बख्शा जाएगा। बेवजह सड़क जाम करने वालों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जा रही है। इस बावत अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार मल्ल और एसडीएम शंभू कुमार ने कहा कि सभी मामलों की जाँचकर दोषियांे के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया जा चुका है। उधर शिकारपुर थाना पुलिस के अनुसार बरगजवा सड़क जाम मामले में काण्ड संख्या 213/2014 दर्ज किया गया है। डी.के.शिकारपुर के सुग्रीव भगत मामले मे काण्ड संख्या 2012/2014 एवं बरवा बरौली मामले में अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन जाने वाला था लेकिन नहीं जा सका। अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार मल्ल ने बताया कि साठी में सड़क जाम किया गया उस मामले में पशु सड़क के किनारे बाँधा गया गया था, जो बिजली का तार गिरने से मरा था और सड़क जाम किया गया। इसलिए साठी थाना काण्ड संख्या 125/14 दर्ज करते हुए सुभाष पासवान, राजु पासवान, बुधन साह, चन्देश्वर पासवान समेत तीन दर्जन लोगों को नामजद किया गया हैं। 

भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ का जयपुर में होगा राष्ट्रीय अधिवेशन

नरकटियागंज(पच) भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ के बिहार-झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष डाॅ.अमानुल हक ने नरकटियागंज दौरा के दौरान बताया कि आगामी 12 अक्टूबर 2014 को गुलाबी शहर जयपुर में आयोजित किया गया है। इस पत्रकार महाधिवेशन में भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ से जुडे पत्रकारों के मुद्दे छाये रहेंगे, जिसपर चर्चा होगी। डाॅ. हक ने कहा कि बिहार के सभी पत्रकार बन्धु बिहार सरकार के द्वारा लागू किये गये पत्रकार बीमा योजना का लाभ अवश्य उठाएँ। पत्रकार बीमा योजना में 1796 रूपये वार्षिक देय होगा। जिसमें जिसमें पत्रकारों के आश्रीत का जोखिम सुविधा भी है। डाॅ. अमानुल हक ने कहा कि बिहार झारखण्ड के जिन पत्रकार बन्धूओं की सदस्यता समाप्त हो गयी है वे अपनी अपने कार्ड का नवीकरण करा ले और नये सदस्य अपनी सदस्यता फार्म भर ले, ताकि वे 12 अक्टूबर 2014 को होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हो सके। श्री हक ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव डाॅ.बी एल जालान ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राष्ट्रीय अधिवेशन संबंधी जानकारी उन्हें दी है। उन्होंने जिला के पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर कहा कि पुलिस प्रशासन पत्रकारों के साथ अत्याचार करने वालों को प्रोत्साहन न दे। मंजय लाल सत्यम प्रकरण पर डाॅ हक ने कहा कि वे सही है और उनके साथ गलत हुआ है।

नरकटियागंज विधानसभा उपचुनाव के लिए सरगर्मी तेज, पार्टियों ने बढाई गतिविधि

नरकटियागंज (अवधेश कुमार शर्मा), पश्चिम चम्पारण जिला का नरकटियागंज अनुमण्डल हमेशा सुर्खियों में रहता आया है। इनदिनों यह क्षेत्र एक बार फिर से चर्चा मंे आ गया है, जिसका कारण नरकटियागंज विधान सभा क्षेत्र में होने जा रहा उपचुनाव है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी नरकटियागंज विधान सभा क्षेत्र मोदी लहर से अछूता रहा है। ये मैं नहीं कह रहा हूँ बल्कि विगत लोस चुनाव का परिणाम बताता है कि नरकटियागंज विस में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को मोदी लहर वाले प्रत्याशी से ज्यादा वोट मिले थे, इसका मतलब यह नहीं कि यहाँ कांग्रेस प्रत्याशी जीत जाएँगे! आसन्न विधान सभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी से सर्वाधिक लोगों की दावेदारी सामने आ रही है। लोगांे में उम्मीद्वारी को लेकर बनी उहापोह की स्थिति अब समाप्त होती नज़र आने लगी है। जनता दल युनाईटेड से प्रभावशाली प्रत्याशी के तौर पर उम्मीद्वारी देने वाली जिला परिषद् अध्यक्ष रेणु देवी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गयी है। उल्लेखनीय है कि नगर की पूर्व अध्यक्ष रश्मि वर्मा ने जद यु का दामन थाम लिया है। इसलिए शिकारपुर इस्टेट के धुर विरोधियों ने रश्मि वर्मा की टक्कर में रेणु देवी को पार्टी में लाया है। वैसे तो भारतीय जनता पार्टी के भीतर भावी उम्मीद्वारों की लम्बी फेहरिस्त रही है। अलबत्ता रेणु देवी के पार्टी में आने के बाद भाजपा के उम्मीद्वारी में लगे लोगों में अब कुछ नरमी आयी है। वैसे मुख्य रूप से उपचुनाव में भाजपा, जद यु, कांग्रेस और राजद के बीच ही चुनाव होगा। रश्मि वर्मा के चुनाव में आने से नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र की राजनीति तस्वीर ही बदलती नज़र आयेगी। फिलहाल वे अपनी पति और अपने द्वारा किये गये विकास कार्यो को जनता के बीच दिखा रही है। भारतीय जनता पार्टी इस मुगालते में है कि इसके पूर्व भी नरकटियागंज से भाजपा ने विजय हासिल किया था। उस वक्त के हालात् दूसरे थे, लोग शिकारपुर इस्टेट के कारगुजारियों से क्षुब्ध नजर आ रहे थे। शिकारपुर इस्टेट में आपसी फूट का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा ने उठाया था। अब देखना यह है कि उपचुनाव के मामले में शिकारपुर इस्टेट एक बार फिर बिखराव की राह पर होगा या एक साथ मिल कर किसी एक प्रत्याशी को सामने लाएँगे। बावजूद इन सबके रश्मि वर्मा इस्टेट के लिए तुरूप का पत्ता साबित हो सकती है।

मोदी के शपथ ग्रहण समारोह पर खर्च हुए 17.60 लाख रुपये

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modi oath ceremony
भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने के लिए पूरे तामझाम के साथ आयोजित समारोह पर 17.60 लाख रुपये खर्च किया गया था। यह बात सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी से सामने आई। आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष चंद्र अग्रवाल ने रविवार को बताया कि उन्हें केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति भवन में आयोजित मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पंडाल, मंच, कारपेट, कुर्सियां और अन्य वस्तुओं के प्रबंध में 17.60 लाख रुपये खर्च हुए।

सरकारी विभाग से जानकारी मांगने वाले अग्रवाल को यह रकम हालांकि मामूली लगी। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में करीब 4,000 लोगों ने शिरकत की थी, जिनमें विदेशी मेहमान भी थे। इन सबको देखते हुए खर्च की गई रकम मामूली है।

RJD और JDU बिहार विधानसभा उप चुनाव साथ लड़ेंगे

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बिहार की दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में जदयू और राजद ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। रविवार को जदयू नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने इसकी जानकारी दी। उप चुनाव 21 अगस्त को होगा।

चुनाव आयोग ने बिहार में होने वाले इस उप चुनाव के कार्यक्रमों का एलान शनिवार को ही किया था। 26 जुलाई को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि दो अगस्त है। चार अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी और छह अगस्त तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। 21 अगस्त को मतदान होगा। वोटों की गिनती 25 अगस्त को होगी। इनमें नरकटियागंज, राजनगर, जाले, छपरा, हाजीपुर, मोहिउद्दीनगर, परबत्ता, भागलपुर, बांका और मोहनियां विधानसभाएं शामिल हैं।
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