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तेरह भाई खालसा के शिविर में आग लगी, जानमाल का नुकसान नहीं

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प्रयागराज, 07 फरवरी,कुम्भ  मेला के सेक्टर 16 स्थित अखिल भारतीय पंच तेरह भाई त्यागी खालसा के शिविर में गुरूवार को आग लगने से वहां स्थित एक झोपड़ी जलकर राख हो गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुम्भ मेला) प्रमोद शर्मा ने बताया कि सेक्टर 16 स्थित अखिल भारतीय पंच तेरह भाई त्यागी खालसा के शिविर में स्थित एक झोपड़ी में शाम को आग लगने से वह जलकर राख हो गई। आग लगने की सूचना मिलने पर तत्काल अग्निशमन कर्मियों ने समय रहते बुझा दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। शिविर में फूस से बनी एक झोपड़ी में हीटर और इमर्सन रॉड का उपयोग किया जा रहा था। झोपड़ी में रखे कुछ बिस्तर और करीब 1200 रुपये की नकदी जल गई। हालांकि इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। श्री शर्मा ने बताया कि शिविर में आग से प्रभावित झोपड़ी के आसपास कई झोपड़ियां थीं जहां 700-800 लोग मौजूद थे। हालांकि उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था।

केंद्र और बिहार सरकार बेरोजगारी दूर करने में पूरी तरह विफल : तेजस्वी

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दरभंगा 07 फरवरी,बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाते हुये आज कहा कि केंद्र और बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बेराेजगारी दूर करने में पूरी तरह विफल रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता श्री यादव ने ‘आरक्षण बढ़ाओ, बेरोजगारी हटाओ’ यात्रा के दौरान यहां जीवछ घाट स्थित उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 40 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद ऐसी बेरोजगारी की स्थिति है कि उसके बारे में कुछ भी कहना कम होगा। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात करते हैं लेकिन आज का युवा उनसे पूछ रहा है कि मोदी जी आपके वादों का क्या हुआ तो वह उन्हें पकौड़े बेचने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और बिहार की राजग सरकार बेरोजगारी दूर करने में पूरी तरह विफल है।  श्री यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव का जिक्र करते हुए कहा, “मैं उनका बेटा हूं। ना मेरे पिता कभी झुके हैं और ना ही मैं झुकने वाला हूं। हम ईमानदार हैं तो लड़ रहे हैं लेकिन पलटू चाचा सृजन घोटाले के डर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हैं। उन्हें बिहार कि नहीं अपनी छवि और कुर्सी की चिंता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आप सिर्फ तेजस्वी के अंतरात्मा को मत देखिए अपनी अंतरात्मा भी देखिए।”

मोदी ने बेरोजगारी पर किया सरकार का बचाव

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नयी दिल्ली, 07 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी के मसले पर अपनी सरकार का बचाव करते हुये गुरुवार को कहा कि रोजगार के आँकलन की कोई मानक व्यवस्था नहीं है और सिर्फ सात-आठ सेक्टरों के टोकन सर्वे के आधार पर अनुमान लगाया जाता है। श्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें एक अखबार की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया था कि देश में बेरोजगारी चार दशक से ज्यादा के उच्चतम स्तर पर है। उन्होंने कहा, “रोजगार के लिए 55 साल तक कोई मानक नहीं था। आज 100 सेक्टरों में नयी नौकरियाँ बन रही हैं। उनमें से सात-आठ सेक्टरों में टोकन सर्वे कर अनुमान लगाया जाता है।  प्रधानमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में 85 से 90 प्रतिशत रोजगार मिलता है जबकि संगठित क्षेत्र में 10 से 15 प्रतिशत रोजगार मिलता है। इस सच्चाई काे स्वीकार करना होगा। संगठित क्षेत्र के आँकड़े देते हुये उन्होंने कहा कि सितम्बर 2017 से दिसंबर 2018 के बीच 15 महीने में एक करोड़ 80 लाख लोगों का पैसा पहली बार भविष्य निधि में कटना शुरू हुआ। इनमें 64 प्रतिशत लोगों की उम्र 28 साल से कम है। जाहिर है इनमें अधिकतर पहली बार नौकरी हासिल करने वाले हैं।  उन्होंने कहा कि मार्च 2014 में न्यू पेंशन स्कीम में 65 लाख लोग पंजीकृत थे। अक्टूबर 2018 में उनकी संख्या बढ़कर एक करोड़ 20 लाख पर पहुँच गयी। उन्होंने सवाल किया,“ क्या यह भी बिना नौकरी के होता है।” इसके अलावा छह करोड़ 35 लाख पेशेवर लोग पिछले चार साल में जुड़े हैं। ये वे लोग हैं जो खुद वेतनभोगी नहीं होते लेकिन अपने यहाँ तीन से पाँच लोगों को नौकरी देते हैं। 

आइटम नंबर टैग और लेबल नहीं लगाते : मलाइका अरोड़ा

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मुंबई 07 फरवरी, बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा का कहना है कि आइटम नंबर किसी तरह का टैग और लेबल नही लगाते हैं। मलाइका के आइटम नंबर ...छइयां-छइयां, मुन्नी बदनाम हुई... लोगों की जुबान पर आज भी रहते हैं। इन आइटम नंबर ने मलाइका को आइटम गर्ल का टैग भी दे दिया है। मलाइका ने इस बारे में अपनी राय देते हुए कहा,“मुझे नहीं लगता है कि आइटम नंबर किसी भी तरह का टैग और लेबल लगाते हैं। मैंने बहुत सारे आइटम नंबर दिए हैं लेकिन मैं कभी नहीं मानती कि मुझे लेकर कोई धारणा बन गई है। मैंने हमेशा वहीं काम किया, जो करना चाहती थी।” मलाइका ने कहा,“मैंने हमेशा गानों को तभी चुना जब पूरी कहानी समझी, लेकिन कोई यदि आइटम नंबर करने से  पहले ये सोचता है कि उसे लेकर धारणा बन जाएगी। ऐसे में सबसे अच्छा यही होगा कि वो प्रोजेक्ट छोड़ दे। पर्सनली  अपनी बात करूं तो जो भी आइटम नंबर मैंने किए हैं वे मुझे बहुत पसंद हैं।’

बिहार में समग्र कृषि विकास को चार नए कृषि महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी : डाॅ प्रेम कुमार

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- कृषि मंत्री ने गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन के लिए थ्रेसिंग फ्लोर, बीज भंडारण, बीज प्रसंस्करण इकाई एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत जिला प्रक्षेत्र, खुश्कीबाग में गोदाम निर्माण कार्य का किया शिलान्यास- कृषि महाविद्यालय पूर्णिया की विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन करते हुए मखाना अनुसंधान के कार्यों की सराहना की 
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पूर्णिया :भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन के लिए थ्रेसिंग फ्लोर, बीज भंडारण इकाई, बीज प्रसंस्करण इकाई एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत जिला प्रक्षेत्र खुश्कीबाग में गोदाम निर्माण कार्य के शिलान्यास समारोह का आयोजन महाविद्यालय के पुस्तकालय सभागार में किया गया। साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत औषधीय एवं सुगंध पौधों की खेती का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री स्व भोला पासवान शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री, बिहार सरकार डाॅ प्रेम कुमार थे। सह अधिष्ठाता सह प्राचार्य डाॅ पारसनाथ के द्वारा सभी अथितियों का बुके व अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। प्राचार्य ने महाविद्यालय में पधारे आगंतुकों का स्वागत करते हुए गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन के महत्व पर अपने विस्तृत विचारों को प्रस्तुत किया। प्राचार्य ने विगत आठ वर्षों में महाविद्यालय के शैक्षणिक, अनुसंधान, प्रसार एवं प्रशिक्षण की उपलब्धियों की जानकारी दी। एसपी सिन्हा ने कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद विधायक विजय खेमका ने कृषि महाविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए महाविद्यालय के समग्र विकास में पूर्ण सहयोग करने की बात की। कृषि मंत्री ने स्व भोला पासवान शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शास्त्री जी हम सभी के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के किसानों के हित में कार्य करने की सराहना की। उन्होंने तृतीय कृषि रोडमैप की प्रगति पर चर्चा करते हुए जैविक खेती अपनाने की सलाह दी। कृषि स्नातक में अध्ययनरत छात्र छात्राओं से कृषि मंत्री ने सीधा संवाद किया। उन्होंने बताया कि बिहार में समग्र कृषि विकास के लिए चार नए कृषि महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि 210 एकड़ भूभाग में फैले महाविद्यालय में चाहरदिवारी नहीं होने के कारण भूमि का अतिक्रमण हो रहा है। निकट भविष्य में जल्द से जल्द चाहरदिवारी बनाई जाएगी। कृषि महाविद्यालय निर्माणाधीन आवास एवं सभागार को जल्द से जल्द पूरा कराया जाएगा। पुरूष तथा महिला छात्रावास के ऊपर एक एक अतिरिक्त मंजिल बनाई जाएगी ताकि अध्ययनरत छात्र छात्राओं को रहने की उचित व्यवस्था हो सके। इस मौके पर महाविद्यालय के डाॅ जनार्दन प्रसाद, डाॅ जेएन श्रीवास्तव, डाॅ अनिल कुमार, डाॅ रवि केसरी, मणिभूषण, जेपी प्रसाद, एसपी सिन्हा, डाॅ रणवीर कुमार, डाॅ रूबी साहा, डाॅ सूरज प्रकाश, डाॅ एनके शर्मा, अनुपम कुमारी, सुमन कल्याणी, डाॅ श्याम बाबू साह, डाॅ मिथिलेश कुमार, डाॅ राधेश्याम के अलावे सभी वैज्ञानिक व कर्मचारियों में अभियंत्रण शाखा के ई प्रदीप कौशल, ई रंजन कुमार एवं ई राजेश कुमार की सहभागिता रही। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ अनिल कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ जेएन श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

बिहार : गंगा नदी से विस्थापित महादलितों को साठ दिनों के अंदर वासगीत पर्चा मिलने की संभावना

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11 फरवरी को उप समाहर्ता कमलेश कुमार सिंह,कटिहार के समक्ष सुनवाई

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कुर्सेला,07 फरवरी।कटिहार जिले के कुर्सेला प्रखंड में है दक्षिणी मुरादपुर ग्राम पंचायत। गंगा नदी से विस्थापित महादलित तीनघरिया में रहते हैं। यहां पर कुल 45 विस्थापित महादलितों को पुनर्वासित किया गया। इनको सीमांकन कर भूमि दी गयी। इस आवासीय भूमि पर सरकारी योजना से मकान बना दिया गया। मगर वासगीत पर्चा नहीं दिया।

कुर्सेला अंचल कार्यालय से सूची बना
गंगा नदी से विस्थापित महादलितों को तीनघरिया में पुनर्वासित कर वासगीत पर्चा देने हेतु सूची बनायी गयी। उक्त सूची को विस्थापितों को हाथ में थमा दिया गया। कुर्सेला अंचल कार्यालय से निर्मित सूची के अनुसार सामुदायिक भवन,मुस्मात एकामा देवी, अरविन्द राम, दीलिप कुमार राम, मुस्मात चम्पा देवी, मुस्मात कैली देवी, बनारसी राम, मुस्मात चांदनी देवी, योगेन्द्र राम, सुशील राम, सिकन्दर राम, अशोक राम, द्रोपति देवी, अनिल राम, मुस्मात मीरा देवी, किशन मंडल, पांचू मंडल, मुस्मात सुमित्रा देवी, कामक्षी ततमा, मुस्मात डोमनी देवी, मुस्मात रजिया देवी, दिनेश राम, रघुनाथ राम, सुलेश्वर राम, घनश्याम राम, कन्हैया राम, विन्देश्वरी राम, फकीर चन्द्र राम, गोपाल राम, लुल्ही राम, बबलू राम,मुस्मात अमरिका देवी, बबलू राम, बहादूर राम, मुस्मात मंजू देवी, धवन राम,शंकर राम,ललन कुमार राम, लक्ष्मी राम, मुस्मात खोखो देवी,सुधा देवी,ठाकुर राम, नागो राम और उपेन्द्र राम का नाम है। कई बार अंचल कार्यालय में आवेदन देकर अंचल पदाधिकारी से वासगीत पर्चा देने  किया गया। मगर अभी तक आनाकानी ही की जा रही है।

बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा कार्रवाई
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को ई-मेल किया गया। उनके द्वारा तिनघरिया की समस्या को बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत विभागीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अनन्य पंजीयन संख्या 999937908011900328 परिवाद प्राप्ति की तिथि 08.01.2019 पर कार्रवाई करने के लिए परिवाद की सुनवाई और निवारण की नियत तिथि 18.01.2019 को 11 बजे तय किया गया। कमरा  संख्या-133,द्वितीय तल, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग,मुख्य सचिवालय में सुनवाई हुई। कार्यक्षेत्र पटना से बाहर कटिहार का होने के कारण मसला को कटिहार भेजा गया। 4 फरवरी 2019 को उप समाहर्ता कमलेश कुमार सिंह,कटिहार के समक्ष सुनवाई हुई। इस अवसर पर गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कुर्सेला प्रखंड के समन्वयक प्रदीप कुमार, संस्था द्वारा निर्मित सी.बी.ओ. के अध्यक्ष अनिल राम और वार्ड सदस्य मुनिलाल मौजूद थे। अब 11 फरवरी को सुनवाई होगी। 

चार लाख 79 हजार करोड़ से मिलेगी यूपी के विकास को रफ्तार

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लखनऊ 07 फरवरी, लोकसभा चुनाव से पहले ‘सबका साथ सबका विकास’ के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्लोगन को चरितार्थ करते हुये उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को वर्ष 2019-20 के लिये चार लाख 79 हजार सात सौ एक करोड़ 10 लाख रुपये का बजट पेश किया। सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने राज्य विधानसभा के पटल पर अपनी सरकार के कार्यकाल के तीसरे बजट को प्रस्तुत किया जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 12 फीसदी अधिक है। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि विकास को रफ्तार देने के साथ साथ गरीब,नौजवान और किसान समेत समाज के सभी तबकों के लिये बजट में व्यवस्था की गयी है। उन्होने कहा कि सरकार की विकासपरक योजनाओ का नतीजा है कि राज्य मे प्रति व्यक्ति आैसत आय में 5500 रूपये की बढोत्तरी हुयी है।  उन्होने कहा कि बजट में 21 हजार 212 करोड़ 95 लाख रूपये की नई योजनाये शामिल की गयी है। उन्होने कहा कि 2019-20 के दौरान चार लाख 70 हजार 684 करोड़ 48 लाख रूपये की कुल प्राप्तियां अनुमानित हैं जिनमें तीन लाख 91 हजार 734 करोड़ 40 लाख रूपये की राजस्व प्राप्तियां और 78 हजार 950 करोड आठ लाख रूपये की पूजींगत प्राप्तियां शामिल है। वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में कृषि क्षेत्र के विकास,कानून व्यवस्था,स्वरोजगार,शिक्षा,स्वच्छता,आवास जैसी तमाम बुनियादी सुविधाओं को तरजीह दी गयी है वहीं गरीब किसान और नौजवान के जीवन को बेहतर करने के उपायों के क्रियान्वयन पर जाेर दिया गया है। उन्होने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ की तर्ज पर यह बजट गरीब, वंचित और शोषित वर्ग के चेहरों पर मुस्कान लाने में सफल होगा वहीं उद्योग जगत को भी बजट से फायदा होगा। 

नीतिगत दरों में चौथाई फीसदी की कटौती, घर, कार ऋण सस्ता होने की उम्मीद बढ़ी

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मुंबई 07 फरवरी,भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने महँगाई के लक्षित दायरे में रहने के मद्देनजर वर्तमान वृहद आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुये नीतिगत दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती कर दी है जिससे आवास, वाहन और व्यक्तिगत ऋण के सस्ते होने की उम्मीद बनी है।  समिति की चालू वित्त वर्ष की छठी तथा आखिरी द्विमासिक बैठक के बाद यहाँ जारी बयान में रिजर्व बैंक ने कहा कि यह कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है। इसके बाद रेपो दर 6.50 प्रतिशत से घटकर 6.25 प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 6.25 प्रतिशत से घटकर 6.0 प्रतिशत, बैंक दर 6.75 प्रतिशत से घटकर 6.50 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलिटी (एमएसएफ) 6.75 प्रतिशत से कम होकर 6.50 प्रतिशत हो गयी है।  तीन दिवसीय बैठक के बाद केन्द्रीय बैंक ने कहा कि इस कटौती से जहाँ उपभोक्ता सूूचकांक आधारित खुदरा महँगाई की दर चार प्रतिशत के दायरे में रखने में मदद मिलेगी वहीं विकास को भी बल मिलेगा।  रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास के कार्यभार सँभालने के बाद मौद्रिक नीति समिति की यह पहली बैठक थी और इसमें नीतिगत दरों में कमी की गयी है। श्री उर्जित पटेल के इस पद पर रहने के दौरान चालू वित्त वर्ष में समिति की दूसरी द्विमासिक बैठक और तीसरी द्विमासिक बैठक में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की दो बार बढ़ोतरी की गयी थी। चालू वित्त वर्ष में पहली बार नीतिगत दरों में कटौती की गयी है।

प्रधानमंत्री ने सेनाओं के 30 हजार करोड रूपये चुराये : राहुल गांधी

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नयी दिल्ली 07 फरवरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘उल्टा चोर चौकीदार को डांटे’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद सेनाओं के 30 हजार करोड़ रूपये चुराकर उद्योगपति अनिल अंबानी को दिये हैं।  श्री मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस सरकार के समय हुए घोटालों का उल्लेख करते हुए उस पर करारा हमला बोला था। उन पर लग रहे आरोपों को निराधार बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था यह तो एेसा ही है जैसे ‘उल्टा चोर चौकीदार को डांटे’। उल्लेखनीय है कि श्री गांधी श्री मोदी को बार-बार चौकीदार कहकर संबोधित करते हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि ‘चौकीदार चोर’ है।  संवाददाताओं द्वारा प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर श्री गांधी ने कहा ,“ प्रधानमंत्री ने खुद सेनाओं के 30 हजार करोड़ रूपये चुराकर अनिल अंबानी को दिये हैं। उन्होंने यह व्यक्तिगत रूप से किया है।”  श्री गांधी के साथ इस मौके पर पार्टी की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका वाड्रा भी मौजूद थी। 

दुमका : हिजला मेला महोत्सव स्मारिका समिति की बैठक

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) सूचना भवन सभागार में राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्वस 2019 के लिये गठित स्मारिका समिति के सदस्यों की बैठक की गई। बैठक में अलग-अलग विषयों पर अबतक उपलब्ध आलेखों के गुणवत्ता पर विचार-विमर्श  किया गया। कुछ आलेखों में गुणवत्ता का अभाव देखा गया। स्मारिका समिति के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि हर हाल में आलेखों की गुणवत्ता बनी रहें। लेखकों से पुनः अनुरोध किया गया कि आलेखों की शब्द सीमा एक हजार से अधिक न हो। बैठक में उप निदेशक जनसम्पर्क-सह-जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी शालिनी वर्मा, डाॅ चतुर्भुज नारायण मिश्र, अधिवक्ता विजय कुमार सिंह, डॉ छाया गुहा, राय सच्चिदानन्द, अमरेन्द्र सुमन, विद्यापति झा, मनोज कुमार घोष, डाॅ सपन पत्रलेख और शैलेन्द्र सिन्हा उपस्थित थे।

ईडी ने कार्ति चिदंबरम से छह घंटे पूछताछ की

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नयी दिल्ली, सात फरवरी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम धनशोधन जांच मामले में बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए जहां उनसे छह घंटे तक पूछताछ चली। अधिकारियों ने बताया कि कार्ति को धनशोधन निरोधक कानून के तहत उनके बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया था। वह सुबह 11 बजे मध्य दिल्ली के जामनगर में ईडी के कार्यालय पहुंचे और शाम करीब छह बजे से पहले वहां से लौटै। भोजनावकाश के लिए उन्हें करीब एक घंटे का समय मिला। पहले भी इस मामले में उनसे कई बार पूछताछ हो चुकी है। समझा जाता है कि मामले में दूसरे आरोपियों एवं गवाहों के कुछ बयानों को लेकर उनसे पूछताछ हुई। अधिकारियों ने कहा कि पूछताछ के लिए उन्हें फिर बुलाया जा सकता है।  ईडी ने पिछले वर्ष इस मामले में कार्ति के भारत एवं विदेश में स्थित करीब 54 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली।  एजेंसी का आरोप है कि कार्ति ने मॉरिशस से निवेश हासिल करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की शर्तों का उल्लंघन करने संबंधी मामले की जांच को प्रभावित करने के लिए आईएनएक्स मीडिया से धन लिया था। ईडी ने मामले की जांच के लिए मई 2017 में मामला दर्ज किया था।

पश्चिम बंगाल में कल मोदी की रैली

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नयी दिल्ली/चुराभंडार, सात फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी का दौरा करेंगे जहां वह राष्ट्रीय राजमार्ग-31 डी के फलाकाता-सलसलाबाड़ी खंड को चार लेन किये जाने की आधारशिला रखेंगे।  प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग का यह 41.7 किलोमीटर लंबा खंड पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में आता है और इसे करीब 1938 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। बयान में कहा गया कि मोदी जलपाईगुड़ी में उच्च न्यायालय की नयी सर्किट बेंच का भी उद्घाटन करेंगे।  वहीं जलपाईगुड़ी के चुराभंडार से आई खबर के मुताबिक मोदी शुक्रवार को यहां एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित करेंगे। यह एक हफ्ते में राज्य में मोदी की तीसरी रैली होगी। हालांकि उनकी रैली स्थल के लिए मंजूरी को लेकर भी भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। यह ममता बनर्जी के सारदा चिट फंड घोटाले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से सीबीआई की “राजनीति से प्रेरित” पूछताछ के विरोध में धरना खत्म करने के तीन दिन बाद हो रही है। 

भाजपा सूत्रों  के मुताबिक मोदी जिले में इस मंच का इस्तेमाल बनर्जी के आरोपों का “माकूल” जवाब देने के लिये कर सकते हैं और चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे।  भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देने के अलावा हमें उम्मीद है कि मोदी जी तृणमूल कांग्रेस के असंवैधानिक धरने का भी समुचित जवाब देंगे।”  भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों में राज्य की 42 सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीती थीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस बार यहां से 23 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।  भाजपा के दूसरे नेताओं के मामलों की तरह ही पार्टी को जलपाईगुड़ी में प्रधानमंत्री की सभा के लिये स्थल तलाशने में दिक्कत हुई।  जलपाईगुड़ी के सरकारी कॉलेज और उससे सटे स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मैदान के लिए मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी को जलपाईगुड़ी शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर खेती की जमीन को किराये पर लेकर सभा के आयोजन के लिये बाध्य होना पड़ा।  भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव राजू बनर्जी ने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता बस संचालकों को चेतावनी दे रहे हैं कि भगवा पार्टी के समर्थकों को अपनी गाड़ियों में रैली स्थल पर न ले जाए। तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौरव चक्रबर्ती ने हालांकि इन आरोपों को “निराधार” करार दिया। 

पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया है : सुषमा स्वराज

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नयी दिल्ली, सात फरवरी, विदेश सुषमा स्वराज ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अलग-थलग पड़ गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आए प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गले मिले, लेकिन ट्रंप ने साथ छोड़ दिया। सरकार पर विदेश नीति में विफल रहने और भारत के अलग-थलग पड़ जाने का आरोप लगाया तो चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि ओवैसी ने जो आरोप लगाए हैं वो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अलग-थलग पड़ा है। वित्तीय कार्रवाई कार्यबल की ओर से पाकिस्तान के विरूद्ध जो कार्रवाई हुई वो बड़ी कामयाबी है।

बिहार आश्रय गृह : सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक न्यायालय में तलब

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नयी दिल्ली, सात फरवरी, शीर्ष अदालत के आदेश के बावजूद बिहार में आश्रय गृह मामलों की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारी ए के शर्मा का तबादला किये जाने पर कड़ा रूख अपनाते हुये उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को जांच ब्यूरो के तत्कालीन अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव को व्यक्तिगत रूप से 12 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने शीर्ष अदालत के दो आदेशों के उल्लंघन को गंभीरता से लिया और न्यायालय की अनुमति के बगैर ही जांच ब्यूरो के संयुक्त निदेशक शर्मा का तबादला सीआरपीएफ में किये जाने के मामले में नागरेश्वर राव को अवमानना नोटिस जारी किया। पीठ ने जांच ब्यूरो के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला को उन अधिकारियों के नाम बताने का निर्देश दिया जो ए के शर्मा का तबादला जांच एजेन्सी से बाहर करने की प्रक्रिया का हिस्सा थे। शीर्ष अदालत ने अपने पहले के आदेश का जिक्र किया जिसमें सीबीआई से कहा गया था कि शर्मा को बिहार आश्रयगृह मामलों की जांच के दल से हटाया नहीं जाये।  पीठ ने नागेश्वर राव के साथ ही जांच ब्यूरो के उन अधिकारियों को भी 12 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया है जो शर्मा के तबादले की प्रक्रिया का हिस्सा थे। इसके अलावा, पीठ ने सीबीआई के प्रभारी अभियोजन निदेशक एस. भासु राम को भी उसके आदेश के उल्लंघन के लिये न्यायालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित आश्रय गृह में अनेक लड़कियों से कथित बलात्कार और उनके यौन उत्पीड़न का मामला सुर्खियों में आने के बाद बिहार पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी। परंतु बाद में शीर्ष अदालत ने इस मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी थी।

टूजी मामले में मांगा समय तो अदालत ने कहा, ‘‘पौधे लगाओ’’

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नयी दिल्ली, सात फरवरी,‘टू जी’ मामले में ईडी और सीबीआई की अपीलों पर जवाब देने के लिए स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर शाहिद बलवा सहित कई लोगों और फर्मों के और समय मांगने पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें बृहस्पतिवार को जुर्माने के तौर पर 16 हजार से अधिक पौधे लगाने का निर्देश दिया। ईडी और सीबीआई ने ‘2 जी’ मामले में बलवा और अन्य व्यक्तियों तथा फर्मों को बरी किये जाने के निचली अदालत के आदेश को चुनौती दी है।  न्यायमूर्ति नजमी वजीरी ने कहा कि पौधारोपण का अभियान दिल्ली के दक्षिण रिज वन क्षेत्र में चलाया जाए। न्यायाधीश ने बलवा, कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजीव अग्रवाल तथा कंपनियों- डायनेमिक रिएलिटी, डीबी रिएलिटी लिमिटेड तथा निहार कन्स्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड को ईडी के मामले में जवाब देने के लिए एक अंतिम अवसर प्रदान किया।  अदालत ने प्रत्येक को यहां तीन-तीन हजार पौधे लगाने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि अंतिम आदेश पारित होने के बाद से तीन महीने गुजर चुके हैं लेकिन कुछ पक्षों ने अब तक जवाब दायर नहीं किया है। निचली अदालत ने ईडी के धनशोधन मामले में पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा तथा द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित अन्य व्यक्तियों तथा तीन कंपनियों को बरी कर दिया था। इसी तरह से, उच्च न्यायालय ने सीबीआई के मामले में जवाब सौंपने के लिए राजा के पूर्व निजी सचिव आर के चंदोलिया, कुसेगांव फ्रूट्स के निदेशक आसिफ बलवा और अग्रवाल को अंतिम अवसर का अनुरोध स्वीकार किया। अदालत ने चंदोलिया से तीन सौ जबकि आसिफ बलवा एवं अग्रवाल को (3000 के अलावा) 500 पौधे लगाने को कहा। सभी से इस संबंध में 15 फरवरी को वन विभाग (दक्षिण) के उपसंरक्षक के पास जाने को कहा गया है। कंपनी का प्रतिनिधित्व अधिकृत व्यक्ति करेंगे।  इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी। 

विदर्भ फिर बना रणजी चैम्पियन, फाइनल में सौराष्ट्र को हराया

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नागपुर, सात फरवरी, विदर्भ ने सौराष्ट्र को फाइनल में 78 रन से हराकर लगातार दूसरी बार रणजी ट्राफी खिताब जीत लिया और यह साबित भी कर दिया कि पिछले साल मिली खिताबी जीत ‘तुक्का ’ नहीं थी । विदर्भ को सौराष्ट्र के खिलाफ खिताब बरकरार रखने के लिये पांचवें और आखिरी दिन पांच विकेट की जरूरत थी । दूसरी ओर जीत के लिये 206 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही सौराष्ट्र टीम को 148 रन और चाहिये थे ।  विदर्भ के कोच चंद्रकांत पंडित ने कहा ,‘‘ हर किसी को लगा था कि पिछली बार हमने तुक्के में खिताब जीत लिया । हम पर खिताब बरकरार रखने का दबाव था लेकिन हमारा फोकस प्रक्रिया पर था । हमने साख की कभी चिंता नहीं की ।’’  आखिरी दिन दो सत्र बाकी रहे विदर्भ के गेंदबाजों ने सौराष्ट्र को 127 रन पर आउट कर दिया । विश्वराज जडेजा (52) और कमलेश मकवाना (14) ने पहले घंटे संभलकर बल्लेबाजी की लेकिन यह साझेदारी टूटने के बाद हार तय थी । 

मैन आफ द मैच बायें हाथ के स्पिनर आदित्य सरवटे ने आज पांच में से तीन विकेट लिये । उसने मैच में 57 रन देकर 11 विकेट चटकाये जिसमें दूसरी पारी के छह विकेट शामिल है । सरवटे ने दूसरी पारी में 49 रन बनाकर सौराष्ट्र के सामने 206 रन का लक्ष्य रखा ।  विदर्भ टूर्नामेंट के इतिहास की छठी टीम है जिसने खिताब बरकरार रखा है । मुंबई, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और दिल्ली ने इससे पहले लगातार दो खिताब जीते हैं । सौराष्ट्र 2012 . 13 और 2015 . 16 में भी उपविजेता रहा था ।  चेतेश्वर पुजारा का नाकाम रहना सौराष्ट्र को बुरी तरह खला । दूसरी ओर वसीम जाफर का बल्ला नहीं चलने के बावजूद विदर्भ ने जीत दर्ज की । इससे पहले सौराष्ट्र के लिये मकवाना और विश्वराज ने सरवटे को संभलकर खेला । उमेश यादव और सरवटे को सफलता नहीं मिलते देख विदर्भ ने अक्षर वखारे को गेंद सौंपी ।  सरवटे ने हालांकि मकवाना का विकेट लेकर इस साझेदारी को तोड़ा । दोनों ने छठे विकेट के लिये 33 रन जोड़े थे ।  वखारे ने नये बल्लेबाज प्रेरक मांकड़ (दो) को आउट करके सौराष्ट्र का स्कोर सात विकेट पर 91 रन कर दिया । विश्वराज ने अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन सरवटे ने उन्हें और विरोधी कप्तान जयदेव उनादकट को पवेलियन भेजा । वखारे ने जडेजा को सरवटे के हाथों लपकवाकर पारी का अंत किया ।

ईडी ने धन शोधन मामले में वाड्रा से दूसरे दिन भी की पूछताछ

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नयी दिल्ली, सात फरवरी, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से विदेश में कथित तौर पर अवैध संपत्ति रखने के संबंध में धन शोधन से जुड़े एक मामले में गुरुवार को दूसरी बार पूछताछ की। वह सुबह करीब 11 बजकर 25 मिनट पर मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस में ईडी कार्यालय पहुंचे। इससे एक घंटे पहले उनके वकीलों की टीम वहां पहुंची। वाड्रा से मामले में बुधवार को पहली बार साढ़े पांच घंटे तक पूछताछ की गई। दो घंटे की पूछताछ के बाद वह दोपहर के भोजन के लिए निकले और करीब एक घंटे बाद पूछताछ के लिए फिर पहुंचे।  अधिकारियों ने बताया कि वाड्रा से गुरुवार को दोबारा पूछताछ करने तथा ब्रिटेन में अचल संपत्ति हासिल करने के संबंध में और सवाल पूछने की जरूरत थी।  उन्होंने बताया कि उनका बयान धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा जैसे कि बुधवार को किया गया था। मामले के जांच अधिकारी समेत ईडी के तीन अधिकारियों की टीम ने उनसे करीब एक दर्जन सवाल पूछे। वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी बुधवार को जामनगर हाउस स्थित एजेंसी के दफ्तर के बाहर तक उनके साथ गयीं थी। इस कदम को लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस विरोधियों के लिये राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। वाड्रा को ईडी कार्यालय छोड़ने के शीघ्र बाद प्रियंका ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी का पदभार संभाला।  लंदन से बुधवार को लौटे वाड्रा के समर्थन में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘वह मेरे पति हैं, वह मेरा परिवार हैं...मैं अपने परिवार का समर्थन करती हूं।’’  यह पहली बार है कि वाड्रा कथित संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के संबंध में किसी भी जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं।

दिल्ली की एक अदालत ने दो फरवरी को वाड्रा को ईडी से सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने इस धनशोधन मामले में अग्रिम जमानत के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया था। वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिये उन्हें ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है। वाड्रा की वकील सुमन ज्योति खेतान ने बुधवार रात को बताया कि वाड्रा ने सारे सवालों के जवाब दिये। खेतान ने ईडी कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘उनके खिलाफ लगे सारे आरोप झूठे हैं। हम जांच एजेंसी के साथ शत प्रतिशत सहयोग करेंगे। जब भी उन्हें बुलाया जाएगा वह आएंगे।’’  यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड (ब्रिटिश पाउंड) की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप से संबंधित है। यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है। इस जांच एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन की कई नयी संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की है। उनमें पचास और चालीस लाख ब्रिटिश पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं। 

ईडी ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में छापा भी मारा था और वाड्रा से जुड़ी कंपनी स्काईलाईट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी के कर्मचारी मनोज अरोड़ा से पूछताछ की थी।  जांच एजेंसी ने अदालत से कहा था कि उसने अरोड़ा के खिलाफ पीएमएलए का मामला दर्ज किया था क्योंकि भंडारी के खिलाफ 2015 के कालाधन कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा एक अन्य मामले की जांच के दौरान उसकी भूमिका के बारे में जानकारी मिली थी । एजेंसी ने आरोप लगाया था कि लंदन की संपत्ति भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदी थी और उसके सौंदर्यीकरण पर करीब 65,900 पाउंड का खर्च आने के बावजूद उसे 2010 में उसी कीमत पर बेच दिया। वाड्रा से पूछताछ को लेकर भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि संप्रग सरकार के दौरान हुए पेट्रोलियम और रक्षा सौदों में उन्हें घूस मिली।  बताया जा रहा है कि वाड्रा को बीकानेर में एक भूमि घोटाले से संबंधित अन्य धन शोधन मामले में जयपुर में 12 फरवरी को ईडी के समक्ष पेश होना है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने उन्हें मामले में एजेंसी के साथ सहयोग करने के निर्देश दिए थे।

मोदी के चेहरे पर घबराहट है, 2019 में उन्हें हराएंगे : राहुल गाँधी

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नयी दिल्ली, सात फरवरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और दावा किया कि मोदी को समझ आ गया है कि देश को बांटकर नहीं चलाया जा सकता और उनके चेहरे पर घबराहट एवं डर है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर मोदी पर चीन के समक्ष हाथ जोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस 2019 में भाजपा, आरएसएस और नरेंद्र मोदी को हराएगी। कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अधिवेशन में कहा, ‘‘आप लोगों ने मोदी जी का चेहरा देखा है। अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आप नरेंद्र मोदी के चेहरे में घबराहट देखेंगे, डर देखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी जी को पता लग गया है कि हिंदुस्तान को बांटने से, नफरत फैलाने से हिंदुस्तान को नहीं चलाया जा सकता है। हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री देश को जोड़ने का काम करता है और अगर वह ये नहीं करेगा तो उसे हटा दिया जाएगा।’’ गांधी ने कहा, ‘‘ पांच साल पहले कहा करते थे कि प्रधानमंत्री की 56 इंच की छाती है और मोदी जी 15 साल राज करेंगे। आप लोगों ने, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने, नरेंद्र मोदी की सच्चाई देश को बताई है। 2019 में मोदी जी, भाजपा और आरएसएस को भाजपा को हराने जा रही है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह देश हिंदुस्तान के हर व्यक्ति का है। लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है। एक विचारधारा कहती है कि यह देश एक प्रोडक्ट (उत्पाद) है। दूसरी तरफ एक विचाराधारा कहती है कि यह देश सबका है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद थे। अगर आईआईटी की बात करते हो, देश की शिक्षा की बात करते हो तो मौलाना आजाद की बात करनी पड़ेगी। अगर आप अंतरिक्ष कार्यक्रम की बात करते हो तो विक्रम साराभाई की बात करनी पड़ेगी। अगर आप उदारवाद की बात करते हैं तो आपको मनमोहन सिंह की बात करनी पड़ेगी।’’ गांधी ने कहा, ‘‘आरएसएस चाहता है कि देश के संविधान को अलग रख दिया जाए और देश को नागपुर से चलाया जाए। हर संस्था में आरएसएस के लोगों को डाला जाए। वे चाहते हैं कि मोहन भागवत पूरे देश को रिमोर्ट कंट्रोल से चलाएं।’’ उन्होंने कहा कि हम मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के विभिन्न संस्थानों में बैठाए गए आरएसएस के लोगों को हटाएंगे। गांधी ने डोकलाम में चीनी सेना के अतिक्रमण वाले प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कहा, ‘‘चीन डोकलाम में अपनी सेना को भेज देता है। नरेंद्र मोदी बीजिंग जाते हैं और चीन की सरकार के साथ बिना एजेंडे के बातचीत होती है। चीन की सरकार को दो मिनट को पता चल गया कि 56 इंच छोड़िए। इनकी तो चार इंच की भी छाती नहीं है। उन्होंने चीन के सामने हाथ जोड़ा है।’’ उन्होंने राफेल मामले पर कहा, ‘‘देश के चौकीदार गुस्से में हैं और वे कहते हैं आपने हमें बदनाम कर दिया। हम कहना चाहते हैं कि हम सिर्फ एक चौकीदार के बारे में बात कर रहे हैं।’’

विशेष : “हिंदी मीडियम” बहाने जिक्रे सरकारी स्कूल

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“इस देश में अंग्रेजी कोई जबान नहीं है, यह क्लास है, और क्लास में घुसने के लिए एक अच्छे स्कुल में पढ़ने के अतिरिक्त कोई रास्ता नहीं है” यह मई 2017 में प्रदर्शित “हिंदी मीडियम” का डायलाग है. “हिंदी मीडियम” क ऐसी फिल्म है जो भारतीय समाज में वर्ग भेद  और स्कूली शिक्षा में विभाजन को दिखाती है. यह हमारे मध्यवर्ग के बड़े प्राइवेट स्कूलों में  अपने बच्चों के दाखिले को लेकर आने वाली परेशानियों के साथ उनके  द्वंद  को भी बहुत बारीकी से पेश करती है और अंत में इस  समस्या का हल पेश करने की कोशिश भी करती है. फिल्म बताती है कि किस तरह से किस तरह से शिक्षा  जैसी बुनियादी जरूरत को कारोबार बना दिया गया है  और अब यह स्टेटस सिंबल  का मसला भी बन चूका है. हमारे समाज में  जहाँ अंग्रेजी बोलने को एक खास मुकाम मिलता है जबकि हिंदी बोलने वाली जमात को कमतर समझा जाता है और उनमें भी एक तरह से हीन भावना भी होती है जिसके चलते वे अंग्रेजी बोलने वाली जमात में शामिल होने होने का कोशिश भी करते रहते हैं . 'हिंदी मीडियम'की खासियत यह है की वह एक बहुत ही जटिल और गंभीर विषय को बहुत ही  आसान और दिलचस्प तरीके से पेश करती है. यह एक व्यंग्यात्मक शैली की फिल्म है जो दर्शकों को सोचने को भी मजबूर करती है.  

यह शायद पहली फिल्म है जो शिक्षा का अधिकार अधिनियम को लेकर इतने स्पष्ट तरीके से बात हुए उसकी खामियीं को उजागर करती है. ज्ञात हो कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत प्राइवेट स्कूलों में गरीब  वंचित वर्ग के 25 प्रतिशत बच्चों को प्रवेश देना अनिवार्य है जिसका खर्च खर्च सरकार उठाती है. लेकिन प्राइवेट स्कूलों द्वारा इसका ठीक से पालन नहीं किया जाता है पालन नहीं किया गया है. इस प्रावधान को लेकर प्राइवेट स्कूलों और अभिभावकों की तरह से यह भी कहा जाता है कि गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को उनके बच्चों के साथ पढ़ना ठीक नहीं है क्यूंकि गरीब वर्गों के बच्चे होते हैं , गाली देते हैं और उनके पढ़ाई और सीखने का लेवल भी कम होता है . हिंदी मीडियम में  दिखाया गया है कि की कैसे एक अमीर परिवार  इस कानून की खामियों का सहारा लेकर, अपने बच्चे का एडमिशन एक बड़े प्राइवेट स्कूल  में  बी.पी.एल. कोटे से कराने में सफल हो जाता है. यह एक नव-धनाढ्य परिवार द्वारा अपने बेटी की शहर के नामी स्कूलों दाखिला दिलाने को लेकर किये जाने वाले जोड़-तोड़ की कहानी है . फिल्म की कहानी के केंद्र में राज बत्रा (इरफान खान) और मीता (सबा करीम) नाम की दंपति है जो दिल्ली के चांदनी चौक की रहने वाली है. राज बत्रा कपड़े का व्यापारी है उसने अपने खानदानी बिजनेस को आधुनिक तरीकों से आगे बढ़ाते हुए काफी तरक्की कर ली है . उसके पास कपड़ों का एक बड़ा शो-रूम हो गया है. जिसके बाद यह परिवार  चांदनी चौक छोड़कर वसंत विहार की पाश कालोनी में रहने पहुंच जाते हैं. यहाँ तक तो सब ठीक चलता है इसके बाद यह मीता इसलिए परेशान रहने लगती है क्यूंकि उसके पति को अंग्रेजी नहीं आती है जिसके चलते  वो 'क्लास'लोगों में उठने-बैठने में असहज महसूस करती है. 

राज व मीता अपनी बेटी पिया को दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ गिने जाने वले पांच अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रवेश दिलाने का फैसला करते हैं और फिर दोनों जी-जान से लग जाते हैं कि किसी भी तरह से  उनकी बेटी का टॉप अंग्रेजी स्‍कूल में दाखिला हो जाए. इसके लिये वे एक कंसल्टेंट की मदद लेते हैं, जो उन्हें अभिभावक के रूप में इंटरव्यू फेस करने की ट्रेनिंग देती है. लेकिन सारी कोशिशें के बावजूद वे नाकाम होते हैं. फिर कंसल्टेंट द्वारा उन्हें सुझाव दिया जाता है कि अपने पसंदीदा स्कूल में बेटी को प्रवेश दिलाने के लिए उन्हे ‘राइट टू एज्यूकेशन’ के तहत हर प्राइवेट स्कूल में तय पच्चीस प्रतिशत गरीबों  के कोटे का सहारा लेना चाहिए. इसके लिए वह गरीब होने के कागजात जुटा लेते हैं. बाद में उन्हें जब पता चलता है कि स्कूल वाले घर देखने भी आएंगे तो वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ एक झुग्गी-बस्ती  में शिफ्ट हो जाते हैं. . जहां उनका पड़ोसी श्याम प्रकाश (दीपक डोबरियाल), उसकी पत्नी व बेटा मोहन रह रहा है. श्याम प्रकाश अपनी तरफ से राज की मदद करने का पूरा प्रयास करता है. जब 24 हजार जमा करने का वक्त आता है, तो श्याम प्रकाश खुद की जिंदगी खतरे में डालकर राज को पैसा देता है. पर जब गरीब कोटे की लाटरी निकलती है, तो श्याम प्रकाश के बेटे को तो स्कूल में प्रवेश नहीं मिलता है, पर राज व मीता अपनी बेटी पिया को मिल जाता है. इसके बाद  राज व मीता अपनी बेटी पिया के साथ वापस अपने पाश मकान में रहने चले जाते हैं. लेकिन अपराध बोध से ग्रस्त होते हैं और इसे दूर करने के लिए वे राज एक सरकारी स्कूल को पैसे देकर उसका  हालात सुधारने में मदद करने लगते हैं लेकिन राज  के अनादर से यह एहसास नहीं जाता है कि उसने किसी गरीब का हक मारा हैऔर अंत में राज व मीता अपनी बेटी पिया को अंग्रेजी स्कूल से निकाल कर श्याम प्रकाश के बेटे मोहन के साथ सरकारी स्कूल में प्रवेश दिला देते हैं.

फिल्में मनोरंजन के साथ-साथ सन्देश देने और नजरिया पेश करने का जरिया भो होती हैं “हिंदी मीडियम”   यह दोनों काम करती है. यह जिस तरह से शिक्षा जैसे सामाजिक सरोकार के मसले को सिनेमा की भाषा में परदे पर पेश करती है वो काबिलेतारीफ है. फिल्म का अंत बहुत की क्रूर तरीके से समाज की मानसिकता को दिखता है जहाँ सामान शिक्षा के बारे में सोचने और बात करने वाले लोग  हाशिये पर रहते हैं. समाज की तरह यहाँ भी नायक अकेला खड़ा नजर आता है 




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-जावेद अनीस--
"भोपाल"
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बिहार : मौका सीएम साहब के हाथ में है अब फरवरी माह

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  • 2018 का खरमास दिसम्बर माह में हो गया खत्म, 2019 का खरमास मार्च अप्रैल में होने वाला है

झारखंड,उत्तराखंड,छतीसगढ़,तेलेगंना,उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व विधान सभा में दिया गया है। बिहार विधान सभा में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है। इसको लेकर बिहार के एंग्लो इंडियन समुदाय में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। यह समुदाय खरमास को नहीं जानते हैं।

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पटना,08 फरवरी। सूबे में अल्पसंख्यक आयोग, अनुसूचित जाति आयोग,अनुसूचित जनजाति आयोग,बिहार महादलित आयोग,महिला आयोग आदि को शिथिलावस्था में रखा गया है। इसको लेकर महत्वाकांक्षी लोग बैचेन हैं। सभी लोग चाहते हैं कि शिथिलावस्था भंगकर गठन कर दिया जाएं। इस बाबत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खरमास खत्म होने के बाद गठन करने की बात कहे थे। मगर यह खुलासा नहीं किए कि 2018 अथवा 2019 का खरमास खत्म होने के बाद गठन करेंगे। 2018 का खरमास दिसम्बर माह में खत्म हो गया। सीएम साहब के द्वारा पुनर्गठन नहीं किया गया। अब 2019 का खरमास मार्च अप्रैल में होने वाला है। इसके आलोक में फरवरी माह ही शेष है। मार्च अप्रैल खरमास है। उसी लोक सभा का आम चुनाव की चहलकदमी चरम पर होगा। अब फरवरी माह का मौका सीएम साहब के हाथ में है। आयोगों का पुनर्गठन कर दें अथवा सूली पर लटका रहने दें। जानकार लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पेशोपेश हैं। अगर आयोगों का पुनर्गठन कर देते हैं तो कई तबका आक्रोश व्यक्त करने लगेगा। बगावत पर उतर जाएंगे। अव्वल जदयू और बीजेपी के बीच तनाव कायम हो जाएगा। दोनों दलों के नेता चाहेंगे कि उनके समर्थक ही आयोगों में छा जाए। उसी तरह वोट देने वाले भी नाखुश हो जाएंगे। इस समय सभी लोग जागरूक हो गए हैं। धर्म वाले हो अथवा जाति संबंधी लोग हो। सभी लोग स्वार्थ में डूब गए हैं। अपने हिस्से की मांग करने लगे अथवा मांग करेंगे। 

बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग
बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष का पद राजनीतिक हो गया है। सत्ताधारी राजनैतिक दल अपने ही पक्ष में भूनाना चाहता है। सत्ताधारी दल अपने ही चहेते और वोट बैंक की हिसाब से अध्यक्ष का चयन करता है। अल्पसंख्यकों में मुसलनमान ही वोट बैंक है। इसके आलोक में उनको ही सदैव अध्यक्ष पद देने का परम्परा बना दिया गया है। इसको लेकर अन्य अल्पसंख्यक समुदाय आक्रोशित भी होते हैं। अल्पसंख्यकों में द्वितीय स्थान पर ईसाई हैं तो उनको उपाध्यक्ष पद देकर खुश कर दिया जाता है। मगर ईसाई समुदाय भी नाखुश हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह का स्पष्ट कहना है कि क्यों नहीं ईसाई समुदाय के लोग आयोग के अध्यक्ष नहीं बन सकते हैं ? क्या काबिलियत में कमी हैं? हां स्वविवेक से मतदान करते हैं। जो उनके हितैषी हैं।

एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं
आजादीके बाद में बड़ी संख्या में एंग्लो इंडियन परिवारों ने बिहार में रहने का फैसला किया था। संयुक्त बिहार के समय में रांची के मैक्लुस्कीगंज में इनकी बड़ी आबादी रहती थी। इस समुदाय को विधानसभा में प्रतिनिधित्व देने के लिए कई राज्यों की विधानसभा में इन्हें मनोनीत किया जाता है। इनमें बिहार भी एक था। राज्य बंटवारे के बाद एंग्लो इंडियन कोटा झारखंड में गया। जिस वजह से झारखंड विधानसभा के लिए हर पांच साल बाद एक व्यक्ति को विधायक मनोनीत किया जाता है। झारखंड,उत्तराखंड,छतीसगढ़,तेलेगंना,उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व विधान सभा में दिया गया है। बिहार विधान सभा में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं हो पा रहा है। इसको लेकर बिहार के एंग्लो इंडियन समुदाय में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। इसको लेकर बिहार के एंग्लो इंडियन समुदाय में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। यह समुदाय खरमास को नहीं जानते हैं। इनका कहना है कि बिहार सरकार ने एंग्लो इंडियन समुदाय को संवैधानिका अधिकार से वंचित कर रखा है। बिहार विधान सभा में समुदाय के एक व्यक्ति को मनोनीत करना ही है। जो बिहार बंटवारा 15 नवम्बर,2000 के बाद से नहीं हो रहा है। इस संदर्भ में एंग्लो इंडियन समुदाय से मनोनीत होने वाले पूर्व विधायक आल्फ्रेड जौर्ज डी रोजारियो का कहना है कि उत्तर प्रदेश के बंटवारा होने के बाद उत्तराखंड और छतीसगढ़ में एंग्लो इंडियन समुदाय के एक सीट सुरक्षित कर एक व्यक्ति को मनोनीत किया जा रहा है। जो बिहार में नहीं हो रहा है। बिहार बंटवारा के बाद एंग्लो इंडियन समुदाय बहुल्य मैक्लुस्कीगंज झारखंड में चला गया। इसके आलोक में समुदाय विशेष का विधायक झारखंड विधान सभा में प्रतिनिधित्व करने लगे। इस समय समुदाय से विधायक ग्लेन जोसेफ गोलस्टेन हैं।
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