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पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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मुख्यमंत्री हेल्पलाईन काॅल सेन्टर संबंधी वीडियो कान्फ्रेसिंग सम्पन्न
  • सभी स्तर के अधिकारी तालमेल के साथ कार्य करें-कलेक्टर

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पन्ना 30 जुलाई 14/कलेक्टर आर.के. मिश्रा द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाईन काॅल सेन्टर के लिए 181 पर काॅल कर करने पर आम आदमी की सभी समस्याएं निराकृत होंगी। फोन के माध्यम से प्राप्त समस्या का एक सप्ताह में निराकरण का प्रयास किया जाएगा। समस्या दर्ज कराने पर आवेदक को एक विशेष नम्बर दिया जाएगा। आम आदमी की समस्याओं में निराकरण में देरी न हो इसके लिए कलेक्टर कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से इस योजना के क्रियान्वयन की जानकारी जिला अधिकारियों को दी गई। कान्फ्रेसिंग के द्वारा अधिकारियों की शंकाओं का निराकरण किया गया। वीडियो कान्फ्रेसिंग को श्री हरिरंजन राव सचिव लोक सेवा प्रबंधन द्वारा सम्बोधित किया गया।  उन्होंने बताया कि जिले में प्रबंधक लोक सेवा को मुख्यमंत्री हेल्प लाईन काॅल सेन्टर योजना का नोडल अधिकारी बनाया गया है। नोडल अधिकारी सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर जानकारियों का आदान प्रदान करने के साथ-साथ प्रतिदिन प्रतिवेदन जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।  कलेक्टर श्री मिश्रा ने सभी विभाग प्रमुखों से कहा कि प्रत्येक विभाग में प्रथम लेबिल अधिकारी से लेकर चतुर्थ लेबिल तक के अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सभी समस्याओं का निराकरण प्रारंभिक स्तर पर प्रथम लेबिल अधिकारी द्वारा न किए जाने की स्थिति पर द्वितीय लेबिल अधिकारी द्वारा समय पर निराकरण किया जाएगा। यदि समस्या का निराकरण न होने आवेदनकर्ता के असंतुष्ट न रहने पर चतुर्थ लेबिल के अधिकारी द्वारा निराकरण न होने की स्थिति एवं आवेदक के असंतुष्ट रहने पर आवेदन को पर्शियाली क्लोज की स्थिति में अपलोड कर दिया जाएगा। आवेदक के पूर्णता संतुष्ट होने के उपरांत ही आवेदन संबंधी स्टेट्स क्लोज दिखेगा।  कलेक्टर द्वारा कान्फ्रेसिंग में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन इस साईट पर अपने विभाग से संबंधित आवेदनों को देखने की आदत बना लें जिससे आवेदनों के निराकरण में किसी तरह का विलम्ब न हो। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए लोक सेवा प्रबंधन अधिकारी यू.एस. अग्रवाल को इस योजना के तहत नोडल अधिकारी बनाया गया है। इनका मोबाइल नम्बर 9425143370 पर सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। जिला मुख्यालय पर एक अगस्त को जिला पंचायत के सभाकक्ष में अपरांह 4 बजे से मुख्यमंत्री हेल्प लाईन काॅल सेन्टर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर जानकारी हासिल करने के साथ-साथ शंकाओं का समाधान कर लें। जिससे इसके क्रियान्वयन में किसी तरह की असुविधा न हो।  सम्पन्न हुई वीडियो कान्फ्रेसिंग में अपर कलेक्टर चन्द्रशेखर बालिम्बे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे के साथ विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे। 

चिकित्सा सुविधा के लिए ई.सी.एच.एस. स्मार्ट कार्ड अपग्रेड कराए

पन्ना 30 जुलाई 14/कर्नल सैमसन तिवारी (से0नि0) जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने छतरपुर व पन्ना जिलों के समस्त भूतपूर्व सैनिक जो भी भूतपूर्व सैनिक ई.सी.एच.एस. के सदस्य हैं वे अच्छी चिकित्सा सुबिधा प्राप्त करने हेतु अपना ई.सी.एच.एस.कार्ड अपग्रेड करवाएं। प्रत्येक पोलिक्लीनिक में चिकित्सा सुविधा का लाभ ले सकंे एवं चिकित्सा का पूरा विवरण अपग्रेडेड स्मार्ट कार्ड में रखा जा सके। अधिक जानकरी के लिए नजदीकी ई.सी.एच.एस. पोलिक्लीनिक या जिला सैनिक कल्याण कार्यालय छतरपुर के दूरभाष क्रमांक 07682-245460  से सम्पर्क कर जानकरी हासिल कर सकते हैंै। 

हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगी मंत्री सुश्री मेहदेले 
पन्ना 30 जुलाई 14/पूरे प्रदेश के साथ जिला मुख्यालय पर भी हरियाली महोत्सव 31 जुलाई को मनाया जाएगा। इसका जिला स्तरीय समारोह प्रातः 9 बजे शासकीय हाई स्कूल कुंजवन में प्रारंभ होगा। समारोह की मुख्य अतिथि सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले मंत्री पशुपालन, उद्यानकी, मछुआ कल्याण, ग्रामोद्योग, पीएचई, विधि एवं विधायी कार्य वृक्षारोपण करके हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगी। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती सुदामा बाई पटेल तथा विधायक गुनौर श्री महेन्द्र सिंह बागरी उपस्थित रहेंगे। वन मण्डलाधिकारी उत्तर वन मण्डल एस.के. गुप्ता ने गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों तथा आम जनता से समारोह में शिरकत की अपील की है। 

मेगा हरियाली महोत्सव आज-जिले में लगेंगे 2.81 लाख पौधे, हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगी सुश्री मेहदेले
पन्ना 30 जुलाई 14/पूरे प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के लिए 31 जुलाई को हरियाली महोत्सव मनाया जा रहा है। इसके तहत एक करोड से अधिक पौधे एक दिवस में रोपित करने का गिनीज बुक आॅफ बल्र्ड रिकार्ड बनाया जा रहा है। हरियाली महोत्सव में पन्ना जिले में 2 लाख 81 हजार पौधे 31 जुलाई को रोपित किए जाएंगे। इसका मुख्य समारोह शासकीय हाई स्कूल परिसर कुंजवन में आयोजित किया जा रहा है। इसमें मुख्य अतिथि सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले मंत्री पशुपालन, उद्यानकी, मछुआ कल्याण, ग्रामोद्योग, पीएचई, विधि एवं विधायी हरियाली महोत्सव का शुभारंभ करेंगी। इस संबंध में वन मण्डलाधिकारी एस.के. गुप्ता ने बताया कि वृक्षारोपण प्रातः 9 बजे से शाम 7 बजे तक किया जाएगा। इसकी मानीटरिंग तथा साक्ष्य एकत्रित करने के लिए कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। वृक्षारोपण की पूरी तैयारी की जा चुकी है। उत्तर वन मण्डल में 7 वन क्षेत्रों, 7 सामुदायिक स्थलों तथा 26 निजी भूमि स्थलों को मिलाकर कुल 40 स्थानों पर एक लाख 45 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दक्षिण वन मण्डल में 66 स्थानों में एक लाख 36 हजार पौधे रोपित किए जा रहे हैं। इनमें वन भूमि, 35 स्कूल तथा निजी भूमि शामिल हैं। रोपित पौधों की सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए गए हैं। वृक्षारोपण में मुख्य रूप से आंवला, बांस, सागौन, शीशम जैसे पौधों का रोपण किया जा रहा है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों, गणमान्य नागरिकों तथा आम जनता से इस पुनीत कार्य में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण के लिए अनिवार्य है। अच्छी वर्षा और पानी की उपलब्धता के लिए भी वृक्ष अनिवार्य है। इसलिए वृक्षों को पूजनीय माना गया है। 

मीडिया कार्यशाला आज

पन्ना 30 जुलाई 14/सभी शिशुओं के लिए स्तनपान कराने के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए एक अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देने के लिए 31 जुलाई को दोपहर 12 बजे से आईपीडीपी सभागार में मीडिया कर्मियों की कार्यशाला आयोजित की गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नयन सिंह ने सभी पत्रकारों से कार्यशाला में उपस्थित रहने का अनुरोध किया है। 

पंचायत उप चुनाव के परिणाम घोषित
पन्ना 30 जुलाई 14/जिले की चार ग्राम पंचायतों में सरपंच पद के लिए उप चुनाव सम्पन्न हो गया है। इनमें पहली बार इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से मतदान कराया गया। इनकी मतगणना संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय में की गई। जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत पवई की ग्राम पंचायत मोहन्द्रा में श्री छोटा अहिरवार 1278 मत प्राप्त करके विजयी रहे। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी घसोटा कोरी को 471 मत मिले। ग्राम पंचायत कोनी में सरपंच पद के लिए 241 मत प्राप्त करके नरेन्द्र कुमार रावत विजयी घोषित किए गए। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी माया रानी को 187 मत प्राप्त हुए। ग्राम पंचायत बिल्हा में श्रीमती अमशा बाई आदिवासी 407 मत प्राप्त करके विजयी रही। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी गोरा बाई को 293 मत प्राप्त हुए। शाहनगर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बिलपुरा में धीरेन्द्र सिंह 440 मत प्राप्त करके विजेता बने। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रामबहोरी को 337 मत प्राप्त हुए। मतों की गिनती के बाद संबंधित रिटर्निंग आफीसरों द्वारा चुनाव परिणामों की घोषणा की गई। 

लापरवाहों पर हुई कार्यवाही
पन्ना 30 जुलाई 14/गत दिवस कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने गुनौर विकासखण्ड के भ्रमण के दौरान आंगनवाडी केन्द्र मानिकपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केन्द्र में साफ सफाई का अभाव पाया गया। उसमें दर्ज 38 बच्चों के विरूद्ध केवल 14 बच्चे उपस्थित पाए गए। आंगनवाडी केन्द्र का सुचारू संचालन न होने एवं बच्चों की उपस्थिति संतोषजनक न पाए जाना पर्यवेक्षक तथा आंगनवाडी कार्यकर्ता की लापरवाही उजागर करता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह ने पर्यवेक्षक श्रीमती सरला त्रिपाठी का तीन दिन का वेतन काटने तथा कार्यकर्ता श्रीमती राजकुमारी कुशवाहा एवं सहायिका राजमुन्नी ढीमर का 15-15 दिनों का मानदेय काटने के आदेश दिए हैं। 

कृष्ण जन्माष्टमी संबंधी बैठक 4 अगस्त को
पन्ना 30 जुलाई 14/श्री कृष्ण जन्माष्टमी तथा भगवान बलराम की जयंती हलषष्ठी उत्सव की तैयारी बैठक 4 अगस्त को आयोजित की जा रही है। बैठक दोपहर एक बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में आरंभ होगी। बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा उत्सव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। सभी संबंधित अधिकारियों को बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। 

कृषि समिति बैठक 7 अगस्त को
पन्ना 30 जुलाई 14/जनपद पंचायत गुनौर की कृषि स्थाई समिति की बैठक 7 अगस्त को आयोजित की गई है। इसमें सभापति श्रीमती मीरा सिंह भदौरिया कृषि, मछली पालन, पशु पालन, उद्यानकी तथा आत्मा परियोजना के कार्यो की समीक्षा करेंगी। समिति के सभी सदस्यों तथा संबंधित अधिकारियों से बैठक में उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है। 

खण्डवा (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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दो और उर्वरक का विक्रय सम्पूर्ण जिले में किया प्रतिबंधित

खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत खण्डवा जिले के विभिन्न संस्थानों से लिए गए उर्वरक नमूनों को विश्लेषण हेतु प्रयोगशाला भेजे जाने पर विश्लेषण के बाद आ.जा.सेवा सह. समिति मर्यादित आशाुपर विकास खण्ड खालवा से मध्य भारत फास्फेट प्रा.लिमि. प्लाट नंे 176 AKVN इन्डस्ट्रील एरिया थांदला रोड मेघनगर झाबुआ के उर्वरक सिंगल सुपर फास्फेट के लॉट क्रमांक एम.बी-2/वाय-13/367 एवं आ.जा.सेवा.सह. समिति मर्यादित खेडी विकास खण्ड खालवा से कृषक भारती कॉपरेटिव लिमिटेड हाजीरा सूरत (गुजरात) निर्माता कंपनी के यूरिया के लॉट क्रमांक 09 Feb.2014 के नमूने अमानक स्तर के पाए जाने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के खण्ड 26़ में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए अधिसूचित प्राधिकारी एवं उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ओ.पी. चोरे ने मध्यप्रदेश निम्नांकित धारा 19(ए) के तहत अमानक घोषित उर्वरक के क्रय विक्रय एवं भण्डारण को तत्काल प्रभाव से सम्पूर्ण खण्डवा जिले के लिए प्रतिबंधित घोषित कर दिया है।

जिला स्तरीय अनुसूचित जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न,  खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ने की समीक्षा 
  • सभी संबंधित अधिकारियांे को अनुसूचित जाति जनजाति की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश , समाज के अंतिम छोर तक पहॅुंचे योजनाओं का लाभ

खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए चलाई जा रही समस्त योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राही को हर स्थिति में मिले। यह स्पष्ट निर्देश बुधवार को जिले में संचालित अनुसूचित जाति वर्ग की योजनाओं की लक्ष्य एवं प्रगति की समीक्षा करते हुए खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ने जिला स्तरीय अनुसूचित जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित जिला स्तरीय बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के आदेश भी दिए की जिले में अनुसूचित जाति वर्ग का कोई भी पात्र हितग्राही योजनाओं के लाभ से वंचित न हो। उन्हें सरलता एवं सहजता से योजनाओं का लाभ मिले ताकि वह समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके और प्रदेश के मुखिया श्री शिवराजसिंह चौहान जी का प्रयास सफल हो सके। इसके साथ ही श्री वर्मा ने बैठक में नगरीय क्षेत्र में आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा कराए गए निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अपर कलेक्टर श्री बघेल को निर्माण कार्यो की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए। वही नगरीय क्षेत्र में पी.डब्ल्यू.डी. एवं नगर निमग द्वारा निर्माण कार्य कराए जाने की बात कही।इसके पूर्व जिला स्तरीय अनुसूचि जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक में विधायक श्री वर्मा ने  मांग संख्या 64 एवं 15 अुनसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत प्राप्त आवंटन के व्यय के आवंटन की विभागवार समीक्षा की। बैठक में उद्योग विभाग, अन्त्याव्यासीय, सामाजिक न्याय, उद्यानकी लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, महिला बाल विकास विभाग, के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यो की समीक्षा की गई। जिसमें समीक्षा के दौरान विधायक एवं समिति के अध्यक्ष श्री वर्मा ने - 

§कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जिले में समूह नलजल योजना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। 
§वही उपसंचालक मत्स्य विभाग को जिले की समस्त योजनाओं का फोल्डर तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 
§इसी प्रकार कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को बारिश के दौरान शहर की सड़को का पेचवर्क कराने एवं बारिश समाप्त होते ही सड़को का निर्माण कराने के निर्देश दिए। 
§वही सहायक संचालक महिला बाल विकास विभाग को सतत् पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण करने के आदेश भी समीक्षा बैठक में विधायक श्री वर्मा ने दिए।
§बैठक में खण्डवा शहरीय क्षेत्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने नगर निगम आयुक्त को शहर में पानी की व्यवस्था दुरूस्त करने और पात्रता पर्ची शीघ्र ही वितरित करने के निर्देश भी दिए।

बैठक में अपर कलेक्टर एस.एस. बघेल, सहायक आयुक्त आदिवासी गणेश झंवर और नगरनिगम आयुक्त श्री सोलंकी समेत समस्त संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

प्रेरणा अभियान के तहत् परिवार नियोजन षिविरों का आयेाजन

खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि ‘‘प्रेरणा अभियान‘‘ के अंतर्गत परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत् महिला एवं पुरूष नसबंदी हेतु जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं पर 37 षिविरों का आयोजन किया गया। जिसमें जिला चिकित्सालय खण्डवा, पंधाना, छैगांवमाखन, जावर में दिनांक 4, 11, 25 अगस्त को, खालवा, हरसूद किल्लौद, सिंगोट में 1, 8, 22, 29 अगस्त को रखा गया तथा मून्दी, पुनासा, सुलगावं में दिनांक 6,13, 20, 27 अगस्त को नसबंदी ष्ाििवर का आयोजन किया गया। जिसमें इन्दौर के सर्जन डॉ. ललित मोहन पंत, डॉ. कंसल, डॉ. महाडिक, द्वारा नसबंदी की जायेगी तथा पुरूष नसंबंदी जिला अस्पताल में डॉ. शक्तिसिंह राठौर द्वारा प्रतिदिन की जाती है । सभी आषा एवं उषा स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा इस षिविर में अधिक से अधिक नसबंदी के लिए हितग्राहियों को लाने का प्रयास किया जाए। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर, ग्राम आरोग्य केन्द्र पर योग्य लक्ष्य दम्पत्ति को बुलाकर उनकी कांउसलिंग कर उन्हें  नसबंदी कराने के लिए प्रेरित करें । नसबंदी कराने वाले हितग्राही पुरूष को 1100 रू. व प्रेरक को 200 रू. तथा महिला नसबंदी हितग्राही को 600 रू. व प्रेरक को 150 रू. नगद दिये जाएगें। 

खण्डवा विधायक देवेन्द्र वर्मा व्दारा ओ.आर.एस. एवं जिंक कार्नर का किया शुभारंभ

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खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चल रहा है। जिसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय के षिषु वार्ड में 30 जुलाई को विधानसभा ़क्षेत्र खण्डवा के विधायक देवेन्द्र वर्मा  द्वारा ओ.आर.एस. एवं जिंक कार्नर का शुभारंभ किया गया । इस कार्नर के माध्यम से दस्त रोग से पीड़ित बच्चों को ओ.आर.एस. का घोल पिलाया गया है। साथ ही जिंक की गोली दी गई। पखवाड़े के प्रथम सप्ताह में जन्म से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों के घर-घर जाकर आषा, उषा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से ओ.आर.एस. का पैंकेट वितरित किए जा रहे है। डायरिया से पीड़ित बच्चों को लक्षण के आधार पर उच्च स्वास्थ्य संस्था में रैफर करंेगे। ओ.आर.एस. का घोल पिलाकर दस्त व डायरिया पर नियंत्रण किया जा सकेगा । जिससे दस्त/डायरिया से होने वाली मृत्यु को रोका जा सकेगा । साथ ही आषा, उषा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा बच्चों के परिजनों को साफ-सफाई व स्वास्थ्य षिक्षा देकर समझाईष दी जा रही है ।द्वितीय सप्ताह में षिषु एवं बाल काल में पोषण हेतु आहार पूर्ति परामर्ष एवं व्यवहार संबंधी गतिविधिया की जाएगी । गृह भेंट के दौरान जन्म के तुरन्त बाद षिषु को मां का दूध पिलाना चाहिए छः माह तक सिर्फ मां का दूध ही पीलाना है । छः माह के पष्चात् मां के दूध के अतिरिक्त उपरी पूरक पोषण आहार दिया जाए। जन्म के तुरन्त बाद मां का दूध पिलाने से षिषु में रोध प्रतिरोध क्षमता अधिक बढ़ती है और वृद्धि तेज करता है, उपयुक्त पोषक तत्वों का मिश्रण और पचने में आसान, मस्तिष्क और दृष्य शक्ति का विकास और सत्नपान करने वाले षिषु का बुद्धि कौषल तीव्र होता है। जिससे बीमारियों से लड़ने की शक्ति अधिक होती है। षिषु का शारीरिक, मानसिक विकास अच्छा होता है । साथ ही षिषु मृत्यु दर एवं कुपोषण में कमी आयेगी । स्कूलो में स्वच्छता संबंधी समझाईष आषा, उषा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से दी जायेगी और इस बीच कुपोषित बच्चों का चिन्हाकंन कर उपचार के लिए रेफरल करेगें । कार्नर शुभारंभ के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी. जुगतावत, षिषु रोग चिकित्सक डॉ. भूषण बांडे, जिला मीडिया अधिकारी व्ही.एस. मण्डलोई, सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जैन आदि उपस्थित थे । 

31 जुलाई को हरियाली महोत्सव का शुभारंभ, जिले में 1 लाख 65 हजार पौधो का किया जाएगा रोपण

खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - मुख्यमंत्री श्री शिवाराजसिंह चौहान मध्यप्रदेश शासन के द्वारा गुरूवार 31 जुलाई को पौधा रोपण कर हरियाली महोत्सव वर्ष 2014 का शुभारंभ किया जाएगा। उनके निर्देश एवं संदेश में वन पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के साथ ही प्रकृति के प्रति प्रेम और वनों के संरक्षण - संवर्धन के लिए हरियाली महोत्सव के माध्यम से पर्यावरण चेतना जाग्रत करने हेतु पूरे प्रदेश में वन विभाग के माध्यम से एक करोड़ पौधा लगाये जाने का लक्ष्य रखा। मुख्यमंत्री जी द्वारा लगाये जाने वाले पौधों की समुचित देखभाल करने एवं इस पुनित कार्य में प्रकृति प्रेमियों, आम जनता को सम्पन्न कराने के लिए अपील की गई है। 
इसी के अंतर्गत खण्डवा जिले के वन संरक्षक ने बताया की हरियाली महोत्सव के अंतर्गत वनमण्डल खण्डवा सामान्य में एक लाख 65 हजार पौधों को एक दिन में रोप कर गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज करवाने का लक्ष्य रखा गया है। रोपण कार्य का अनुश्रवण, मूल्यांकन सत्यापन आदि कार्य के लिए वन विभाग से हटकर विभिन्न विभागों के लगभग 1014 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कलेक्टर खण्डवा के आदेशानुसार कार्य सौपा गया है। रोपण में वन भूमि के 33 स्थलों पर 100000 पौधों का रोपण किया जाएगा तथा निजी भूमि के 179 स्थलों पर 43600 पौधों तथा सामुदायिक 115 स्थानों पर 21400 पौधों का रोपण कर कुल 165000 पौधों का रोपण कार्य किया जाएगा। वृक्षरोपण कार्य प्रातः 09ः00 बजे से सायः 07ः00 बजे के बीच होगा। समस्त रोपण क्षेत्र की फोटोग्राफी तथा बड़े रोपण क्षेत्र की विडियोंग्राफी एवं प्रत्येक रोपण क्षेत्र मंे, लगाये गये दो स्वतंत्र गवाह, स्टेवर्ड तथा रोपण कार्य के प्रारंभ से अंत तक की लागबुक संधारित करने वाले लागबुक कीपर अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अभिलेखी साक्ष्य भी तैयार किया जाएगा। 

पुणे भूस्खलन की चपेट में आया पूरा गांव; 15 की मौत

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महाराष्ट्र के पुणे के भीमाशंकर के पास बुधवार सुबह भूस्खलन से एक पूरा गांव जमींदोज हो गया। इस हादसे में मरने वालों की तादाद 17 तक पहुंच गई है। मृतकों की तादाद बढ़ने की आशंका है। नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। मलबे से निकाले गए घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ऐंबी वैली के करीब स्थित मालिन गांव में भूस्खलन से करीब 44 घर मलबे में दबे हैं। मलबे में करीब 160 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

गांव की आबादी 715 के करीब है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण इस हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और राहत-बचाव कार्य के लिए सभी जरूरी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूस्खलन बुधवार सुबह करीब 6 बजे हुआ। एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बताया जा रहा है कि यह हादसा भारी बारिश के कारण हुआ है। इस गांव में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है।

आसपास के लोग भी मलबे में फंसे लोगों की मदद में जुटे हैं। इलाके में बारिश अभी भी रुक-रुक कर हो रही है, जिससे राहत और बचाव कार्य में प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने मलबे के अंदर से कुछ लोगों को बाहर निकालकर पास के अस्पताल में भेज दिया है। डिविजनल कमिश्नर प्रभाकर देशमुख के मुताबिक इस हादसे में करीब 40 घर मलबे में दब गए और 160 के करीब लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुणे में जुलाई में रेकॉर्ड बारिश हुई है। भारी बारिश के कारण पालघर-मनोर मार्ग स्थित मसवाल पुल पिछले दो दिन से डूबा हुआ है। इसके साथ ही मुर्बाद और राहता के बीच का पुल भी डूबा रहा। जिसके चलते मुर्बाद मार्ग बंद है। वहीं सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में पालघर, वसई, दहानू और विक्रमगढ़ शामिल हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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बाढ़ वाले गणेश मंदिर में प्रतिमा की स्थापना, प्रदेश में मंदिर प्रबंध संस्थान का गठन होगा-मुख्यमंत्री श्री चैहान

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ आज विदिशा में बेतवा नदी के तट पर स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर में विध्ननाशक भगवान श्री गणेश की धार्मिक विधि विधान से स्थापना की गई। करीब साढे सात घंटे तक आचार्य पंडित श्री राम शास्त्री लोकरे एवं धर्माचार्य पंडित श्री विष्णुप्रसाद शास्त्री के नेतृृत्व में 15 पुजारियों द्वारा मंत्रोउचारण और विधिविधान, यज्ञ हवन आहूति दी। ज्ञातव्य हो कि मकराना राजस्थान से लाई गई मार्बल की भव्य गणेश प्रतिमा का बाढ़ वाले गणेश मंदिर में स्थापना की गई है। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत, विधायक शमशाबाद श्री सूर्यप्रकाश मीणा, कुरवाई विधायक श्री वीर सिंह पंवार, विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, जनपदो के अध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण के अलावा मुख्यमंत्री तथा विमानन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री एसके मिश्रा, भोपाल संभागायुक्त श्री एसबी सिंह, भोपाल संभाग डीआईजी श्री आरएल प्रजापति, विदिशा कलेक्टर श्री एमबी ओझा, रायसेन कलेक्टर श्री जेके जैन, राजगढ़ कलेक्टर श्री आनंद कुमार शर्मा, सागर कलेक्टर श्री योगेन्द्र शर्मा के अलावा गणमान्य नागरिक मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने धर्मपत्नी सहित यज्ञ हवन में आहूतियां दी। वही आचार्य द्वारा किए जा रहे मंत्रोपचारण को दोहराया। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कन्याआंे को भोज कराने के पूर्व विदिशा की जीवनदायिनी मां बेतवा नदी की पूजा अर्चना की, वही गायो को पूडी सब्जी, मिष्ठान भी खिलाया। 

मुख्यमंत्री श्री चैहान ने पत्रकारो से हुई चर्चा में कहा कि....
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मध्यप्रदेश में मंदिर प्रबंधन संस्थान की स्थापना इसी वर्ष राजधानी में की जाएगी। इसके पीछे मंशा को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के मठ मंदिरो की और अधिक बेहतर व्यवस्था करने के उद्धेश्य से उक्त प्रबंध संस्थान की स्थापना की जा रही है। यह संस्थान जहां पुजारियों के प्रशिक्षण सत्रो का आयोजन करेगा वही मंदिरो की समस्याओं के संदर्भ में समय-समय पर शोध करके राज्य शासन का ध्यान आकर्षित कर सकेगा। मंदिरों के प्रबंध में मंदिरो में विभिन्न प्रवृत्तियों जैसे वेद विद्यालय, आगम शालाएं, संस्कृत पाठन मंदिर सरोवरो का जीर्णोद्वार, मंदिर उद्यानो एवं मंदिर धर्म ग्रन्थालयों का विकास, मंदिर वास्तु शास्त्र आदि के लिए क्षमता निर्माण का कार्य इस संस्थान के द्वारा किया जा सकेगा। यह संस्थान धर्म शिक्षा की विभिन्न शाखाओं के लिए पाठ्यचर्याएं भी संचालित कर सकेगा। मंदिर में पूजा अर्चना एवं दर्शन की शास्त्रीय प्रथाओं के संवहन के लिए यह समय-समय पर मार्गदर्शिकाएं जारी कर सकेगा। मंदिरों की चल अचल सम्पत्ति के संरक्षण और वर्षभर के सांस्कृृतिक पंचाग के अनुसार प्रदेश भर में कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में भी यह संस्थान कार्य कर सकेगा। 

पुजारी कल्याण कोष
हालांकि अभी गत वर्ष ही पुजारियों को मिलने वाले नेमणुक की राशि हमने दुगनी की है किन्तु पुजारियों के जीवनयापन के संबंध में अभी भी बहुत सी समस्याएं बाकी है इसलिए मैंने यह तय किया है कि पुजारियों को बहुत सी आकस्मिकताओं में मदद करने के लिए धर्मस्व विभाग के अंतर्गत एक पुजारी कल्याण कोष का गठन किया जाए। इस पुजारी कल्याण कोष में शासन की तरफ से प्रारंभिक तौर पर दो करोड़ रूपए की अनुवार्षिक राशि दी जाएगी। यह कोष विभिन्न स्त्रोंतो से दान भी प्राप्त कर सकेगा। कोष का प्रबंधन और संचालन मध्यप्रदेश मंदिर प्रबंध संस्थान के द्वारा किया जाएगा।  

पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने बुधवार को बाढ़ वाले गणेश मंदिर परिसर में अमरनाथ यात्रा अमरनाथ महिमा नामक धार्मिक पुस्तक का विमोचन किया। यह धर्म पुस्तक नटेरन निवासी गंजबासौदा के रिटायर्ड पटवारी श्री महेश नारायण श्रीवास्तव द्वारा लिखी गई है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने पुस्तक रचियता श्री महेश नारायण श्रीवास्तव का सम्मान माला पहनाकर एवं शाल, श्रीफल भेंट कर किया। क्रमांक 98/645/अहरवाल

वृहद पौधरोपण आज 

प्रदेश के समस्त जिलो में हरियाली महोत्सव के तहत 31 जुलाई को वृहद पैमाने पर पौधरोपण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। विदिशा जिले में उक्त कार्यक्रम की शुरूआत नई मंडी मिर्जापुर में किया जाएगा।वन संरक्षक श्री मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पौधरोपण कार्यक्रम साढे आठ बजे से प्रारंभ होगा जो शाम सात बजे तक जारी रहेगा। जिले में इस दिन अधिक से अधिक पौधो का रोपण कर प्रदेश का नाम राज्य स्तरीय गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में मुख्यमंत्री जी मंशा के अनुरूप दर्ज कराए जाने के सफल प्रयास किए जायेगे। 


झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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हादसो का हो गया नेषनल हाइवे क्र.47

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पिटोल--- बाइपास पर बने पूलीया के अन्दर करीब 22 फिट नीचे बोलेरो गाडी क्र एम 45 बी बी 0381 गीरने से डाइवर कि मृत्यू  एवं उसके अन्दर सवार लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये। गम्भीर रूप से घायलों को 108 एम्बुलेंस द्वारा दाहोद ले जाया गया जहाॅ निजी चिकित्सालय में उनकी स्थिति गम्भीर बनी हुई है। जिसमें एक बालक हातिम 11 वर्ष कमर मे रीढ की हडडी टुट गयी तथा एक महिला जेनबबाई 56 वर्ष सिर एवं एक हाथ फेकचर, अरबा पति सुजारूदिदन 34 वर्ष दाहीने हाथ मे चोट लगी जिसके परिवार अमीना को चोट नही लगी गुजरात तरफ से आते हुवंे पिटोल बायपास में होटल रघुनंदन के पास बने नालें में बरसारत एवं बडें गढ़ढे की वजह सें बोलेरों गाडी नाले मे गीर गयी।

11 किलोंमिटर का सफर मोत के साथ -पिटोल से फुलमाल के बिच मे पिटोल बायपास पर बने नाले एवं डायवरजन एवं सबसे खतरनाक खेडी नाले की स्थिति जहाॅ रोड नही रोड पर तलाब की स्थिति बनी निर्मित हो गयी है। जहाॅ छोटे बडे सभी वाहन चलाना मोत के साथ सफर करने जैसा है। बरसात मे खेडी नाले पर दुर्घटना एवं जाम लगना आम बात हो गयी है। यह तो ठीक है की पिटोल पुलिस चोकी एवं हाईवे मोबाइल गष्त की वजह से लुटपाट एवं अपराधिक घटनाएॅ कम हो गयी है। परन्तु कुछ समय पूर्व बावडी फाटे पर अपराधियों द्वारा रोड पर रापी गाढ कर कुछ गाडीयों के टायर पंचर किये थे परन्तु पुलिस की सर्तकता से अपराधी अपने मंसुबे मे कामयाब नही हो सकें मोद नदी घाट पर डायवरजन पर गीट्टी तो डाली है परन्तु वह भी अस्त व्यस्त हो गयी है। वहा अधिकतर छोटे वाहन फस जाते जाते है। वही फुलमाल की स्थिति बरसात मे बहुत ही ज्यादा खराब है वहा भुरी मिट्टी चिकनी होने के कारण दो पहीया वाहन चालक अक्सर गीर जाते हैै।एवं चार पहीया वाहन साप कि तरह रेंगते हुये निकलते है। अगर इन सभी जगहों पर समय रहते रोड पर सुधार नही किया गया तों ना जाने किसी दिन कितनी जान काल के गाल मे समा जायेगी।

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कलेक्टर साहब के निर्देर्षो का पालन नही किया गया - कुछ दिन पूर्व कलेक्टर बी चन्द्रषेखर बोरकर साहब ने हाइवे अथोरीटी के अधिकारीयों एवं रोड के ठेेेकेदारों के कर्मचारीयों के साथ इन सभी जगाहों का मुआयना किया तब रोड आॅथोरटी के अधिकारीयों के द्वारा केवल मिटटी से साधारण गढढे ंतो भरवा दियें परन्तूु ठोस मेटल या गिट्टी नही भरने के कारण ठोडी सी बरसात मे सभी जगहों पर बडे बडें गढढों मे तबदील हो गया जिसके कारण रोज हायवे पर हादसे हो रहे है आम जनता कलेक्टर साहब से यही आस लगा रही है। कि जब तक रोड का काम चालु नही हो जाते तब हार्ड मुरम डलवाकर रोलर घुमा कर रोड को आवागमन हेतु तैयार किया जायें।

पिटोल मे नही है स्वास्थ्य सुविधाए -पिटोल एवं आसपास के करीब 35 गाॅवों के लोगो को सरकारी स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते स्वास्थ्य सुविधाआं नही मिल पाती वही इस प्रकार हाईवें पर दुर्घटनाअें के कारण गम्भीर रूप से घायल रास्तें मे अपनी जान गवा देते है। यु तो पिटोल स्वास्थ्य केन्द्र पर एक एम बी बी एस डाक्टर कि पदस्थापना हे। परन्तु आज तक कोई भी डाक्टर ने पिटोल मे सेवा नही दी है। पिटोल स्वास्थ्य केन्द्र केवल प्रसुति गृह बनकर रह गया यहा पदस्थ नर्स प्रसुति के मनमर्जी के भष्ट्राचार का गढ़ बना हुूआ है। पिटोल स्वास्थ्य केन्द्र पर समाचार पत्रों के माध्यम से नर्साे एवं कर्मचारीयों की अनुपस्थिति के बारें मे जानकारी छापने के बाद भी सीएचएमओं जैसे अधिकारीयों ने कोई प्रभावी कार्यवाही नही की जब कोई मरीज किसी बिमारी को लेकर स्वास्थ्य कैन्द्र पर जाता है। तो डाक्टर डेªसर एवं कर्मचारी नदारद मिलते है।

इनका रहा सहयोंग -जैसे बोलेरो गाडी नाले मे गिरी वेसे होटले केे मालिक कर्मचारी एवं मालटोडी मोहल्ले के लोग एवं सम्मपूर्ण पिटोल की जनता नाले मे गिरी गाडी को तोड कर घायलों को बाहर निकाला इस दुर्घटना मे 108 के सभी कर्मचारी इमरजेंसी मेडीकल टेकनिषीयन संजय कुूमार लोधी, पायलेट प्रकाष डामोंर, प्राथमिक उपचार देते हुवे दाहोद ले गयें एवं पुलिस विभाग के समस्त स्टाफ तुरंत मोके पर पहुच घायलों को उपचार के लिये नाले से बाहर निकाला, पुलिस विभाग के आरक्षक ओमप्रकाष जोषी ने बिना अपनी जान की परवाह किये घायलों को अपने कन्धे पर उठाकर अन्धेरा होने के बावजूद 108 एम्बुलेंसं जो नाले से 25 फिट उपर रोड तक ले गये जिसकी सभी समाज के नागरीकों ने सराहनीय कार्य के लिये प्रषंसा कीं।

इस जगह 12 वी गाडी दुर्घटनाग्रस्त -जब से रोड निर्माण कार्य चालू हुआ इसी जगह पर आये दिन छोटे वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गयें क्योंकी रेाड हाईवें अर्थोरटी द्वारा कही भी खतरनाक या डायवरजन वाले संकेतक बोर्ड नही लगाये गये।ं

कप्तानसिंह सोलंकी को राज्यपाल मनोनित करने पर झाबुआ भाजपाईयो में हर्श

झाबुआ--- भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री एवं राश्ट्रीय नेता श्रद्धेय कप्तान सिंह सोलंकी को केन्द्र सरकार की अनुषंसा पर महामहिम राश्ट्रपति द्वारा हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त करने पर जिला भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओ में व्यापक स्तर पर हर्श हैं।  भाजपा के वरिश्ठ नेता एवं प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूरेन्द्रसिंह मोटापाला, सीसीबी के चेयरमेन आदिवासी नेता गौरसिंह वसुनिया, अजजा मोर्चे के प्रदेष महामंत्री कल्याणंिसह डामोर, नगर महामंत्री कीर्ति भावसार, फकीरचंद राठौर, दुर्गादास मोटापाला, छितूसिंह मेड़ा, ओपी राय, ओपी षर्मा, राजेन्द्र उपाध्याय, राजमल पडियार, मेहताबसिंह, महेन्द्रसिंह बापू, ईष्वरलाल पाटीदार, विजेन्द्रसिंह ठाकुर सहित भाजपा पदाधिकारियो एवं कार्यकर्ता ने सोलंकी केा राज्यपाल मनोनित किये जाने पर प्रषंसा व्यक्त करते हुए उन्हे बधाईयां प्रेशित की।

बिजली कम्पनी की अव्यवस्था के चलते बिजली उपभोक्ता परेषान कई घण्टो बिजली गुल हो रही है झाबुंआ नगर में।

झाबुआ--- बिजली कम्पनी द्वारा कभी मेंटेनेन्स के नाम पर तो कभी फाल्ट के नाम पर बेमुददत बिजली गुल करने से झाबुआ नगरवासी बिजली विभाग में चल रही अव्यवस्था के कारण त्रस्त नजर आ रहे है। नगर के कुछ हिस्सो में जहा बिजली घण्टो घण्टो गुल रहती है वही वाल्टैज कम ज्यादा होने के स्थिती में बिजली उपभोक्ताओं के कई इलेक्टोनिक उपकरण फाल्ट होने के कारण खराब हो रहे है वही वार्ड क्रमांक 12 गोपाल काॅलोनी में बिजली की लुकाछिपी विगत एक सप्ताह ेसे  चल रही है बिजली कम्पनी विभाग को उसकी षिकायत करने पर विभाग द्वारा बिजली उपभोक्ताओ को संतोशप्रद उत्तर नही दिया जा रहा है।   वही वार्ड क्रमांक 12 गोपाल काॅलोनी के कई हिस्सो में विगत पंाच सांत दिनो से ब्लेक आउट की स्थिती बनी हुई है क्योकि कालोनी के कई महोल्लो मे स्टीट लाईट बंद होने से अंधेरा छाया रहता है। जिससे आसामाजिक तत्वो का काॅलोनी वासियो को डर बना रहता है। बिजली विभाग एवं नपा प्रषासन इस और ध्यान दे।

संशोधित रिटर्न फार्म को लेकर सकल व्यापारी संघ ने सौंपा ज्ञापन

झाबुआ--- सकल व्यापारी संघ झाबुआ द्वारा वाणिज्यिक कर अधिनियम के अंतर्गत संशोधित रिटर्न फार्म को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र यादव के नेतृत्व में अनुविभागीय अधिकारी अम्बाराम पाटीदार को बुधवार को ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन के अनुसार प्रदेश षासन के वाणिज्यिक कर विीााग द्वारा वाणिज्यिक कर अधिनियम के अन्तर्गत व्यापारियों के द्वारा  प्रस्तुत किये जाने वाले त्रेमासिक रिटन के प्रारूप  में संशोधन किया गया है । नवीन प्रारूप् में करीब 60 प्रकार की जानकारी मांगी गई है, जो कि एक साधारण वयापारी के लिये अत्यन्त कठिन है । नवीन प्रारूप  को निरस्त करने के लिये व्यापारी संगठनों ने प्रदेश के विततमंत्री से निवेदन करने के बाद  दिये गये आश्वासन के बावजूद भी नवीन प्रपत्र को स्थगित नही किया गया हे । सकल व्यापारी संघ ने ज्ञापन मे कहा है कि व्यापारी शुरू से ही इसका विरोध करते आरहे है । अतः वाणिज्यिक कर अधिनियम  के तहत  जारी किये गये रिटर्न के नवीन प्रपत्र को निरस्त कर व्यापारियों को राहत देने की मांग की है । ज्ञापन  का वाचन अध्यक्षराजेन्द्र यादव ने किया । इस अवसर पर कमलेश पटेल, दीपक माहेश्वरी, पंकज मोगरा,उल्लास जैन, अनिल काकानी, मनोज कटकानी, नितेश कोठारी, प्रेम प्रकाश कोठारी, निर्मल अक्तवाल, संजय शाह, विकास शाह सहित बडी संख्या में व्यापारी गणउपस्थित थे । एसडीएम को ज्ञापन सौनपे के बाद सकल वयापारी संघ ने जिला वाणिज्य कर अधिकारी को भी इसी आशय का ज्ञापन सौप कर कार्रवाही करने का अनुरोध किया ।

चिंता को छोडकर आत्मचिंतन करे : मुनि पीयूषचन्द्रविजय

झाबूआ---राजगढ मोहन खेडा प.पु. अर्हत ध्यानयोगी वर्तमानाचार्य गच्छाधिपति आचार्य देवेष श्रीमद् विजय रवीन्द्रसूरीष्वरजी म.सा. के षिष्य प्रवचनकार मुनिराजश्री पीयुषचन्द्रविजयजी म.सा. नें आराधको को कहा कि समस्त चिंता को चुर करने वाले 23 वे तीर्थकर प्रभु श्री पाष्र्वनाथ दादा समस्त दोषो एवं संकटो को हरने वाले एवं भवसागर की वेतरणी सें पार कराने वाले प्रकट प्रभावी भगवान है। परमात्मा की वाणी श्रवण कर घोर पापी भी अपने पापो सें मुक्ति प्राप्त कर मोक्षमार्ग की और अग्रसर हो जाता है। व्यक्ति के जीवन में वर्षो सें पाप,ताप,संताप आत्मा के साथ जुडा हुआ है। हर व्यक्ति आंनदमय जीवन जीना चाहता है परन्तु उस आन्नदमय जीवन को प्राप्त करने के लिए जीवन में गुरू कृपा की नितांत आवष्यकता होती है गुरू ही हमें मोक्ष मार्ग का रास्ता प्रषस्त करते है। दुख की चाहना कोई नही करता है परन्तु पूर्व भवो के जब पाप कर्म उदय मे आते है तो व्यक्ति को जीवन में काफी परेषानीयो के साथ दुख को भोगना पडता है। लोग भौतिक सुख साधनो की और भागते है परन्तु इस भौतिक सुख का कोई स्थायी अस्तित्व नही होता है जीवन में परोपकार की भावनाओ को रखते हुए सभी के साथ मैत्रीपुर्ण व्यवहार करते हुए दया के भाव अपने हदय में रखे। गुरूभगवंत हमेंषा परोपकार की भावना के साथ बिना किसी भेदभाव के साथ उपकार के भावो सें भक्त के चित पर दृष्टि रख कर उसकी आत्मा के विकास और आत्म कल्याण के मार्ग को प्रषस्त करते है। आज के समय में हर व्यक्ति चिंताओ सें ग्रस्त रहता है पर पुण्यषालीयो यह चिंता व्यक्ति को रोज घुट-घुट कर मरने तो मजबुर कर देती है चिंता के कारण व्यक्ति की रातो की नींद उड जाती है चिंताओ को छोड कर अपनी आत्मा का चिंतन प्रारम्भ कर दिजीए। चिंतीत व्यक्ति को चिंता चिता तक ले जाती है और चिंतन के वाले व्यक्ति को चिंतन चिदानन्द बना देता है। संसार की चिंताओ को त्याग कर अपनी आत्मा के चिंतन में समय का सदउपयोग किजीए। हर सफल व्यक्ति के पीछे प्रायः देखा गया है कि उसकी सफलता में किसी स्त्री का योगदान रहा है, पत्नि के आगे हमेषा धर्मपत्नि शब्द का उपयोग होता है क्योकि पत्नीया ही पति को धर्म मार्ग कि और अग्रसर करती है। किसी भी पुरूष के आगे धर्म पुरूष नही लिखा जाता है। बेटी हमेषा दो परिवारो का नाम रोषन करती है बेटी के संस्कार दोनो परिवारो में धर्म बीजो का बीजारोपण करते है इसी लिए पत्नी के आगे धर्मपत्नी षब्द का उपयोग होता है। आज हम धर्मक्षेत्र में देखते है पुरूषो सें ज्यादा महिलाएं तपस्या के क्षेत्र में आगे है।

स्वतंत्रता दिवस के लिए सभी विभागों को दायित्व सौंपे, स्वतंत्रता दिवस की तैयारी संबंधी बैठक संपन्न

झाबुआ--- कलेक्ट्रेट सभाकक्ष झाबुआ में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों से संबंधी बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने की। बैठक में सभी विभाग प्रमुखों को स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए दायित्व सौंपे गये। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि 15 अगस्त को पुलिस लाइन मैदान झाबुआ में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जायेगा। समारोह में प्रातः 9 बजे मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। बैठक में प्रभात फेरी समय पर करवाने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग एवं सभी प्राचार्यो, प्रधानाध्यापकों को दायित्व सौपा गया। समारोह स्थल की तैयारी का कार्य करने के लिए लोक निर्माण विभाग,नगरपालिका एवं फारेस्ट विभाग को निर्देषित किया गया। समारोह स्थल पर पेयजल व्यवस्था का कार्य लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं नगरपालिका को सौपा गया। समारोह स्थल पर बैठक व्यवस्था का कार्य एस.डी.एम.झाबुआ को सौपा गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन एक समिति द्वारा किया जाएगा। समिति को निर्देषित किया गया है,कि ऐसे ही कार्यक्रमों का चयन किया जाये जो कि राश्ट्रीय भावना एवं झाबुआ की संस्कृति को प्रदर्षित करे। समारोह के लिये अंतिम रिहर्सल 13 अगस्त को पुलिस लाईन में आयोजित की जाएगी जिसमें सभी सबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सभी कार्यालय प्रमुख 15 अगस्त की रात्रि को षासकीय कार्यालयों पर विद्युत व्यवस्था करे एवं राश्ट्रीय ध्वज को गरिमा मय स्थिति में फहराये। ध्वज को सूर्यास्त होने से पूर्व पूर्ण सम्मान के साथ उतरवाये। 

राष्ट्रगान का अपमान करने पर होगे प्रकरण दर्ज 
बैठक के माध्यम से कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने समारोह स्थल पर राष्ट्रगान के समय समारोह स्थल पर उपस्थित सभी नागरिको से कहा है कि राष्ट्रगान के समय सभी समारोह स्थल पर सावधान की अवस्था में रहे। राष्ट्रगान का अपमान करने वालो के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किये जायेगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह सभी सादर आमंत्रित है। बैठक में पुलिस अधीक्षक एस.पी.सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  धनराजू एस. सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

अतिथि शिक्षको हेतु आवेदन 4 अगस्त तक आमंत्रित

झाबुआ ---प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट मांडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाबुआ ने बताया कि विद्यालय में अतिथि शिक्षक-वर्ग 1 वाणिज्य एवं अंग्रेजी अतिथि शिक्षक वर्ग 2 अग्रेजी, गणित, विज्ञान, एवं सा.वि., संस्कृत, हिन्दी के शिक्षको की भर्ती की जाना है। संबंधित विषय में स्नातक के साथ बीएड होना चाहिए अग्रेजी माध्यम की कक्षाओं को पढाने की दक्षता हो। इच्छुक व्यक्तियों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये जा रहे है। विद्यालय में प्राचार्य को आवेदन देने की अंतिम तिथि 4 अगस्त 2014 है।

कलेक्टर ने किया आईडीबीआई बैंक का उद्द्याटन

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झाबुआ ---कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने झाबुआ जिला मुख्यालय पर आईबीडीबीआई बैंक शाखा का फीता काटकर उद्द्याटन किया। उद्द्याटन समारोह में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. सहित बैंक शाखा के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

भारतीय थल सेना में भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त

झाबुआ ---भारतीय थल सेना के सेना शिक्षा कोर में पढाने के लिए वर्ग एक्स और वाई में हवलदार शिक्षक की भर्ती सितम्बर माह में की जायेगी। जिले के इच्छुक पुरूष उम्मीदवार जिनकी आयु सीमा सितम्बर 2014 में होने वाली हवलदार शिक्षक की भर्ती रैली के प्रथम दिन आयु 20 वर्ष में कम और 25 वर्ष से अधिक नहीं हो  आवेदन कर सकते है। सेवारत जवानों के लिए आयु सीमा 28 वर्ष तक मान्य होगी। शिक्षक पद के लिए वर्ग एक्स के अभ्यर्थी की शैक्षणिक योग्यता बी.ए./बी.एड/ बीएससी बीएड/बीसीए बी एड/बीएससी(आई टी)बी एड या एम.ए /एमएससी/ एमसीए उत्र्तीण होना चाहिए। वर्ग वाई के लिए शैक्षणिक योग्यता बी.ए./बीएससी/बीसीए/बी.एम.सी(आई.टी) उत्तीर्ण होना चाहिए। अभ्यर्थी को अंग्रेजी/हिन्दी भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए। इच्छुक आवेदक अपना आवेदन पत्र भरकर सभी प्रमाण-पत्रो 10 वी एवं आगे की शैक्षणिक योग्यताओं के प्रमाण-पत्र, मूल निवासी, चरित्र एन सीसी और खेल कूद के प्रमाण-पत्रों की सत्यापित छायाप्रति के साथ 10 अगस्त 2014 तक सेना भर्ती कार्यालय रायपुर(छ.ग.)उदय हाऊसिंग सोसायटी टाटीबांध रायपुर(छ.ग.) पर भेज सकते है। अधिक जानकारी के लिए मुख्यालय भर्ती क्षेत्र जबलपुर या अपने नजदीकी भर्ती कार्यालय भोपाल,महू, ग्वालियर एवं रायपुर में संपर्क कर सकते है। अथवा आर्मी की वेबसाईट पर देख सकते है।

शशु एवं माताओं का एमसीटीएस में शत-प्रतिशत पंजीयन करना सुनिश्चित करे

झाबुआ----सभी बीएमओ अगले माह तक काॅपरटी का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो जाये यह सुनिश्चित करे। परिवार कल्याण कार्यक्रम एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में उपलब्धि अत्यधिक कम होने पर बीएमओ मेघनगर, बीएमओ राणापुर के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. श्रीमती रजनी डाॅवर को कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने विगत 26 जुलाई को कलेक्टर कार्यालय में संपन्न जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में निर्देश दिये। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर ने की। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में काॅपरटी निरोध एवं ओरल पी की उपलब्धि 95 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए। कार्निया रिमूवल के लिए टेक्नीशियन को प्रशिक्षित करवाये। डाॅ. अवासीया को कार्निया ट्रांसप्लांट का प्रशिक्षण दिलवाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये। सभी बीएमओ अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रतिदिन मानीटर करे। मलेरिया एवं मच्छर जन्य रोगो की रोकथाम के लिए एक्टिव रहें। क्षेत्र में रोगो की रोकथाम के लिए सतत मानीटर करे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रति सप्ताह स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करे एवं प्रति सप्ताह मुझे रिपोर्ट प्रस्तुत करे। क्षय नियंत्रण कार्यक्रम का लक्ष्य इसी माह पूर्ण करने के लिए प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिये। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान मृत माताओं के अभिभावको से भी चर्चा की। एएनएम एवं एमपीडब्ल्यू गर्भवती महिला की जाॅच के दौरान हिमोग्लोबीन की रिपोर्ट एवं ब्लड प्रेशर की जाॅच सही करे एवं वरिष्ठ कार्यालय को भेजी जाने वाली रिपोर्ट में सही जानकारी भेजे। प्रसव के बाद रायपुरिया चिकित्सालय में मृत हुई शांति बेन की मृत्यु के लिए जिम्मेदार फील्ड स्तरीय स्वास्थ्य सेवको की जाॅच कर जिम्मेदार के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। श्रीमती बदु डामोर पति ढिलु डामोर उम्र 33 वर्ष निवासी खजूरिया ब्लाक मेघनगर की मृत्यु के लिए जिम्मेदार उसके पति के विरूद्ध एक सप्ताह में रिपोर्ट तैयार कर एफआईआर करवाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये। संविदा वाली एएनएम जो कि मुख्यालय पर नहीं रहती है उन्हें सेवा से बाहर करने एवं नियमित एएनएम भी यदि मुख्यालय पर नहीं रहती है, तो उनकी विभागीय जाॅच कर सेवा समाप्त करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये। ब्लड स्टोरज के लिए आवश्यक उपकरणो की व्यवस्था करने के निर्देश थांदला एवं पेटलावद बीएमओ को दिये। सभी बीएमओ जननी सुरक्षा योजना में हितग्राही को राशि का भुगतान 7 दिवस में करवाना सुनिश्चित करे, वस्तु स्थिति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी 2 अगस्त को रिपोर्ट करे। सभी ब्लाक में 95 प्रतिशत से अधिक भुगतान हो जाना चाहिए। घर में प्रसव के प्रकरणो में 10 अगसत तक 95 प्रतिशत से अधिक भुगतान हो जाना चाहिए। संस्थागत प्रसव के दौरान जन्म लेने वाले बच्चों को बीसीजी पोलियो एवं हेपेटाइटिस बी का टीका जन्म के 24 घण्टे के अंदर ही लग जाये यह सभी बीएमओं सुनिश्चित करे। मिजल्स 2 टीकाकरण में शत-प्रतिशत टीकारण करना सुनिश्चित करे। गर्भवती महिला एवं शिशुओं का पंजीयन एमसीटीएस में शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित करे। जहां-जहां भी अनपढ आशाएॅ है, वहां पर अनपढ आशाओं को हटाकर पढी-लिखी आशाएं रखने की प्रक्रिया करे। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. श्रीमती रजनी डाॅबर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुभाष बर्वे सहित डाॅक्टर्स, बीएमओ, बीपीएम एवं स्वास्थ्य सेवक उपस्थित थे।

31 जुलाई को हरियाली महोत्सव मनाया जायेगा, वन क्षेत्र में एक दिन में 113500 पौधे लगाये जायेगे

झाबुआ ---प्रदेश स्तरीय हरियाली महोत्सव 31 जुलाई 14 को प्रातः 9.00 बजे से शाम 7 बजे मनाया जाना है। मुख्य सचिव म.प्र. शासन भोपाल के निर्देशानुसार हरियाली महोत्सव के दौरान सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में एक दिन में 1 करोड पौधारोपण किया जाना है। हरियाली महोत्सव के दौरान जिले में वन मण्डल द्वारा एक दिन में एक साथ वन भूमि में 113500 पौधे, मिश्रित भूमि पर 26,000 पौधे एवं निजी भूमि पर 35935 पौघे लगाये जायेगे।

मिडिया कार्यशाला 31 जुलाई को

झाबुआ ----1 अगस्त 2014 से 07 अगस्त 2014 तक के दौरान विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जाना है। जिसमें स्थानीय समुदाय को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है इस हेतु मिडीया कर्मियों की कार्यशाला 31 जुलाई 2014 को कलेक्टर सभाकक्ष में दोपहर 12.00 बजे आयोजित की गई है। उक्त कार्यशाला में आप सादर आमंत्रित है।

आम्र्स एक्ट मे आरोपी गिरफतार 

झाबूआ---मुखबिर की सूचना के आधार पर थाना कालीदेवी पुलिस ने आरोपी धारेसिंह पिता राधु मेडा, उम्र 19 वर्ष, निवासी कल्याणपुरा, जो कि धारदार फालिया लेकर घूम रहा था, को गिरफ्तार किया व उसके कब्जे से एक धारदार फालिया जप्त किया। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अपराध क्र0 149/14, धारा 25-बी आम्र्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बलात्कार का अपराध पंजीबद्ध 

झाबूआ---फरियादिया ने बताया कि वह अपने घर में बच्चों के साथ सोई थी। आरोपी मदन पिता रामसिंह डाबी, निवासी कडीकुआ घर में घुसा व उसके साथ सो गया व खोटा काम करने लगा, चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। आरोपी के जाने के बाद फरियादिया चिल्लायी, जिससे उसके बच्चे व देवर जाग गये और आरोपी को पकड़ लिया। प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्र0 346/14, धारा 456,376 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (30 जुलाई)

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मुख्यमंत्री द्वारा विकास ठाकुर को रजत पदक जीतने पर बधाई

virbhadra singh
शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ग्लासगो में खेली जा रही 20वीं राष्ट्रमण्डल खेलों की भारोतोलन प्रतियोगिता में 85 किलोग्राम श्रेणी में रजत पदक जीतने पर श्री विकास ठाकुर को बधाई दी है। उन्होंने इन दिनों चल रही राष्ट्रमण्डल खेलों में श्री विकास ठाकुर द्वारा रजत पदक जीतने पर 10 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को व्यापक तौर पर आगे बढ़ा रही है और जमीनी स्तर पर बेहतर अधोसरंचना सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।वीरभद्र सिंह ने कहा कि इन दिनों चल रही राष्ट्रमण्डल खेलों के दौरान एकल स्पर्धाओं में स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक जीतने वाले सभी हिमाचली खिलाडिय़ों के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, जिसके तहत स्वर्ण पदक जीतने पर 20 लाख, रजत पर 10 लाख तथा कांस्य पदक विजेता को 6 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई सन्देश में कहा कि श्री ठाकुर की उपलब्धि सराहनीय है, जिन्होंने चोटिल होने के बावजूद इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन में रजत पदक हासिल किया है। ठाकुर ने राष्ट्रमण्डल खेलों में भारोतोलन में रजत पदक जीता है। श्री समरेश जंग तथा श्री विजय कुमार के बाद श्री विकास ठाकुर प्रदेश के ऐसे खिलाड़ी बने हैं, जिनकी उपलब्धि के कारण देश व प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। मुख्यमंत्री ने आशा जताई कि श्री ठाकुर भविष्य में होने वाली अन्तरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में और अधिक पदक जीतेंगे और प्रदेश के और अधिक युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत बनकर उभरेंगे।

मुख्यमंत्री से चिकित्सक संघ की भेंट

शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह से आज यहां नवनिर्वाचित मेडिकल एण्ड डेंटल कॉलेज टीचर स्टेट एसोसिएशन केे प्रतिनिधिमण्डल ने अध्यक्ष डा. अश्वनी सूद तथा महासचिव डा. पयूष कपिला की अगुवाई में भेंट की। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री का संघ को शुरू से ही सहयोग देने के लिए आभार प्रकट किया। संघ के उपाध्यक्ष डा. नरबीर ठाकुर, संयुक्त सचिव डा. बलवीर वर्मा, कल्याण सचिव डा. राजीव सूद, कार्याकारिणी सदस्य डा. कौशल्य, डा. राजेश तथा डा. पारूल भी उनके साथ उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने किया आईजीएमसी का दौरा

शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री वीरभद्र ंिसंह ने आज राज्य युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह के साथ इन्दिरा गांधी मेडिकल कालेज अस्पताल का दौरा किया और मंगलवार को प्रदेश में अलग-अलग सडक़ हादसों में घायल हुए लोगों का कुशलक्षेम पूछा। मुख्यमंत्री, गत दिवस नोटीखड्ड के नजदीक कराटघाट में हुए बस हादसे में घायल सभी पांच लोगों तथा ठियोग बस हादसे में घायल लोगों से मिले। उन्होंने अस्पताल प्रबन्धन को घायलों को उपयुक्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को हादसों में मृत व्यक्तियों के आश्रितों तथा घायलों को राहत नियमों के अनुरूप तुरन्त राहत उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. कर्नल धनी राम शांडिल तथा हिमाचल प्रदेश राज्य उद्योग विकास निगम के अध्यक्ष श्री अतुल शर्मा इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे।

ट्रकों को आवागमन की अनुमति

शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। उपायुक्त शिमला, दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि लोगों की मांग के अनुरूप बी.सी.एस. न्यू शिमला स्थित जय मॉ तारा ट्रक ऑपरेटर यूनियन के खाली ट्रकों को यूनियन कार्यालय तक पहुंचने के लिए महैली से न्यू शिमला तक के लिए आवागमन के लिए अनुमति प्रदान की गई है ।  उन्होंने कहा कि इस यूनियन के तहत चलने वाले ट्रकों द्वारा यूनियन के माध्यम से उठाए जाने वाले समान तथा लोगों की सुविधा को देखते हुए यह अनुमति प्रदान की गई है ।
     
मुख्यमंत्री द्वारा मीनाक्षी चौधरी की पुस्तक का विमोचन

शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र ंिसंह ने आज यहां हिमाचल में रहने वाली प्रसिद्व कहानीकार, लेखक तथा पत्रकार मीनाक्षी चौधरी की पुस्तक ‘ए वल्र्ड विदिन: ए रिमारकेबल स्टोरी ऑफ कोपिंग विद ए पैरेंट्स डिमेन्शिया’ का विमोचन किया। अंतरराष्ट्रीय प्रकाशक हे हाउस, इंडिया द्वारा प्रकाशित यह उनकी 13वीं पुस्तक है। मुख्यमंत्री ने लेखिका के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक वृद्धावस्था में असाध्य रोगों से पीडि़त अविभावकों तथा बच्चों के संबंधों को उल्लेखित करेगी। उन्होंने कहा कि 65 प्रतिशत के लगभग वृद्ध व्यक्ति अपनी रोजाना की देखभाल के लिए दूसरों पर निर्भर करते हैं और यह पुस्तक पाठकों के दिलो दिमाग को छुएगी, क्योंकि इसमें एक व्यक्ति की सच्ची तथा मार्मिक कहानी है, जो कभी परिवार की मजबूती था और एक अच्छा जीवन जीने के बाद वृद्धावस्था में सब कुछ यहां तक कि स्वयं को भी भूल जाता है। श्री वीरभद्र सिंह ने लेखिका की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कहानी केवल एक परिवार की नहीं है बल्कि बहुत से ऐसे परिवार हैं, जो हर दिन  जीवन के इस तरह के सदमों से गुजरते हैं, जहां परिवार का मुखिया धीरे-धीरे मृत्यु की ओर बढ़ रहा होता है और रोग से मृत्यु तक के बीच की अवधि जीवन के असली सबक का भी उपदेश देती है। यह पुस्तक लेखिका के व्यक्तिगत अनुभव संजोए हुए एक ऐसी पुस्तक है, जिसमें अल्जाइमर रोग से पीडि़त पिता के प्रति लेखिका की भावनाएं शामिल हैं।

राज्यपाल को हि.प्र. लोक सेवा आयोग की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत 

शिमला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा के अध्यक्ष श्री के.एस. तोमर ने आज राजभवन में राज्यपाल श्रीमति उर्मिला सिंह से भेंट की। उन्होंने राज्यपाल को वर्ष 2011-12 तथा वर्ष 2012-13 की वार्षिक रिपोर्ट की प्रतियां भेंट की, जिन्हें बाद में सत्र के दौरान विधानसभा में पेश किया जाएगा। उन्होंने राज्यपाल को अपने कार्यकाल के प्रथम वर्ष में उनके द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों की जानकारी दी, जिनका वांछित परिणाम प्राप्त हुआ है। श्रीमति उर्मिला सिंह ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए आशा जताई की यह सुधारात्मक कदम आयोग के सुदृढ़ीकरण में कारगर होंगे तथा इसके अलावा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए सुविधादायी होंगे। श्री तोमर ने राज्यपाल को आयोग की टोल फ्री सेवा की सफलता के बारे में भी जानकारी दी, जिससे हजारों विद्यार्थी विशेषकर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को लाभ प्राप्त हुआ है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देेते हुए उन्होंने कहा कि ऑन लाईन प्रार्थना पत्र सही तरह से नहीं भर पाने के कारण प्रार्थियों के सैंकड़ों फार्म अस्वीकृत किए जाते थे, जिससे अभ्यार्थियों का एक वर्ष बेकार चला जाता था। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में आयोग के प्रशिक्षित कर्मचारियों के दिशा-निर्देशन में अस्वीकृत आवेदनों का अनुपात तेजी से कम हुआ है। अध्यक्ष ने राज्यपाल को आयोग में लागू किए गए सुधारों जैसे ई-पेमेंट, परीक्षा केन्द्रों में जैमर स्थापित करना, गोपनीयता बनाए रखने के लिए बार कोड प्रणाली, हिमाचल प्रशासनिक सेवा तथा हिमाचल न्यायिक सेवा जैसी परम्परागत परीक्षाओं के लिए ऑपटीकल मार्कर रीडर (ओ.एम.आर.) आउटरशीट आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ई-पेमेंट प्रणाली को लागू करने के लिए हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 29 नवम्बर, 2013 को पंजाब नेशनल बैंक के साथ एक समझौता किया है, जिससे विद्यार्थियों विशेषकर दूरदराज क्षेत्रों के विद्यार्थियों को सुविधा प्राप्त हुई है।  उन्होंने कहा कि आयोग के नए खण्ड में एक आधुनिक तथा आदर्श पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा, जो देश भर में अपनी तरह का पहला पुस्तकालय होगा और अभ्यार्थियों को हिमाचल प्रशासनिक सेवा तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा आदि जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैचारी में मद्दगार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नए खण्ड के निर्माण के लिए 2.80 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। श्री तोमर ने कहा कि 6.48 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का ई-गवर्नेंस परियोजना का प्रस्ताव केन्द्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भेजा गया गया  है, जो आयोग को पूर्ण रूप से कम्पयूटरीकृत करने के साथ आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाओं के कागज रहित ऑनलाइन परीक्षाओं का आधार तैयार करेगी। आयोग के सचिव श्री बी.सी. बढालिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

ट्रैफिक पुलिस के रवैये के चलते  पर्यटक परेशान 

धर्मशाला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। नवरात्र मेला के चलते श्रद्धालुओं की तादाद में इन दिनों काफी इजाफा हो गया है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस के रवैये के चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि इन दिनों कांगड़ा में प्रवेश करते ही यातायात पुलिस भी पर्यटकों व श्रद्धालुओं के वाहनों का पीछा करना शुरू कर देती है। यातायात पुलिस द्वारा एनएच पर लगाए जा रहे नाकों व पर्यटक वाहन चालकों से किए जा रहे दुव्र्यवहार के चलते पर्यटन व्यवसाय प्रभावित होने लगा है। उल्लेखनीय है कि  कांगड़ा जिला के देहरा,ज्वालामुखी ,रानीताल, कांगड़ा बाइपास में सडक़ के किनारे दिन भर डेरा डालकर बैठे यातायात पुलिस कर्मियों के कारण बाहर से आने वाले वाहनों की लंबी-लंबी कतारें सडक़ किनारे खड़ी रहने से सडक़ दुर्घटनाओं का भी अंदेशा बना हुआ है। हरियाणा के सिरसा से देवी दर्शनों को आए तीन परिवारों के सदस्यों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से देवभूमि में पुलिसिया रौब से पर्यटकों को राहत दिलाने की मांग की है। राम पाल सिंह, हरीश, मुनीष चौधरी, राकेश चुग, राजन भट्ट ने कहा कि रानीताल से धर्मशाला पहुंचने तक तीन बार उनकी गाड़ी के चालान काटे गए। जगह-जगह यातायात पुलिस कर्मियों को पिछले चालान की कापी दिखाने के बावजूद पुलिस कर्मी दुव्र्यवहार पर उतारू होने लगे। उन्होंने कहा घूमने-फिरने व खाने-पीने के लिए लाए पैसे तो पुलिस के चालानों का भुगतान करने में ही खर्च हो गए, ऐसे में देवभूमि में घूमने का सपना अधूरा ही रहा। पुलिस की इस नकारात्मक कार्यप्रणाली के चलते भविष्य में हिमाचल के बजाय जे एंड के घूमने को तवज्जो देंगे। कांगड़ा बाइपास पर यूपी से आए रामहरि त्रिपाठी, पंचम दास ने भी कांगड़ा व साथ लगते क्षेत्रों में पुलिस द्वारा जबरन वाहन चालकों से चालान के नाम पर वसूली की निंदा की। यातायात पुलिस कर्मी लोकल वाहनों को नहीं रोकते पर्यटक वाहनों को रोककर यातायात नियमों के नाम पर उनसे भेदभाव करते हैं जो कि शर्मनाक है। यातायात पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की इंटरनेट साइट पर की है। उधर पुलिस का कहना है कि  यातायात पुलिस वाहनों की स्टीक चैकिंग करती है, बिना कागजात व यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के ही चालान काटे जाते हैं, चाहे वह लोकल हो या दूसरे राज्य का।

अब विकास मंच के माध्यम से जनता में पैठ बनायेंगे  विधायक

धर्मशाला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। ज्वालामुखी के कांग्रेसी अब अपनी पार्टी के संगठन के साथ नहीं बल्कि सामाजिक संगठन के जरिये लोगों से जुड़ेंगे।  ताकि हर कोई उनसे जुड़ा रहे। हालांकि ज्वालामुखी में बने विकास एवं जन चेंतना मंच को बार बार गैर राजनैतिक ही कहा जाता रहा है।  लेकिन यह बात किसी से छुपी नहीं हैं कि इसका गठन ज्वालामुखी के विधायक संजय रतन ने कुछ साल पहले किया था।  लेकिन अब वह विधायक बन गये हैं तो उनकी प्राथमिकतायें भी बदली हैं। यही वजह है कि आज यहां मंच की बैठक में  इसे दोबारा सक्रिय करने के लिये खाका तैयार किया गया। इसकी बैठक में बाकायदा विधायक संजय रतन ने भी शिरकत की। व ओ पी वशिष्ठ को बाकायदा मंच का अगला अध्यक्ष चुना गया।  इस मौके पर बोलते हुये कांग्रेस मंडल अध्यक्ष राजेन्दर सिंह राणा ने बताया कि पिछले दस सालों में मंच ने बेहतरीन काम इलाके में समाज सेवा के क्षेत्र में किया है।  मंच के सचिव सत्यपाल शर्मा ने भी पिछले दस सालों का लेखजोखा रखा।  बैठक में ज्यादातर कांग्रेस विचारधारा के ही लोग थे। लेकिन इसे गैर राजनैतिक बताया गया। कयास लगाया जा रहा है कि अगले चुनावों के मद्ेनजर विधायक अभी से तैयारियों में जुट गये हैं।  व कांग्रेस से नाराज चुल रहे लोगों को अब मंच के माध्यम से जोड़ा जायेगा।  लेकिन कुछ कांग्रेसियों को यह बात नागवार गुजर रही है कि विधायक चुनावों में मिली करारी शिकस्त पर मंथन के बजाये मंच को सक्रिय करने में लगे हैं।  

पौंग बांध के विस्थापितों को आज दिन तक भूमि का सही आबंटन नहीं

धर्मशाला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में  सन 1960 के दशक में राजस्थान प्रदेश की भूमि सिंचाई और पीने के पानी के लिए बने पौंग बांध के विस्थापितों को आज दिन तक भूमि का सही आबंटन नहीं हो पाने के कारण यहां के उजड़े परिवार आज भी केंद्र सरकार से अच्छे दिनों की आस लगाए बैठे हैं, जिससे स्थानीय लोगों के दिलों में अपने राजनेताओं और पौंग बांध विस्थापित समिति के प्रति काफी रोष है। क्योंकि पौंग बांध के अधीन आए देहरा उपमंडल की हलदून वैली के 223 गांवों के 25 हजार परिवारों ने अपनी 30729 हेक्टयर  पुश्तैनी भूमि में लहराते खेत एंव मकानों को इस राष्ट्रीय धरोहर की भेंट चढ़ा दिया था। इन आंकड़ों को केंद्रीय सिंचाई व विद्युत मंत्री की अध्यक्षता में 14 दिसंबर 1968 को हुई बैठक में हिमाचल, राजस्थान व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों ने भी सही करार दिया था। हलदून वैली में अनाज की पैदावार पूरे प्रदेश भर के लिए काफी थी, लेकिन इसके बदले सरकार ने उजड़े परिवारों को नाममात्र ही मुआवजे की राशि दी थी, जिससे पौंग बांध के निर्माण समय उजड़े हुए विस्थापित आज दिन तक अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे हैं। पौंग बांध विस्थापित अशोक चंद्र ने बताया कि जब से विस्थापन हुआ है एक दिन भी चैन से नहीं गुजरा। हमारे जैसे सैकड़ों  बेघर हो गए। अपने ही प्रदेश में प्रवासियों की तरह तंबू लगाकर जगह-जगह रहने को मजबूर हो गए। हमनें अपने लहलहाते खेत व अपने वर्षों की मेहनत को पानी में बहते हुए देखा है। सरकार ने हमें आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं दिया। न तो हमें सरकारी नौकरी  आरक्षण है न तो उच्च शिक्षा में अनुदान। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पौंग बांध विस्थापितों को अब अच्छे दिनों की उम्मीद है।

हिल्स स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस: सुधीर

धर्मशाला , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल  प्रदेश सरकार शिमला, धर्मशाला इत्यादि हिल्स स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करेगी। शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सुधीर शर्मा ने बताया कि प्रदेश के समस्त हिल्स स्टेशनों की भूमि का सुनियोजित ढंग से उपयोग किया जायेगा तथा शहरी क्षेत्रों की भीड़ को कम करने के लिये महानगरों की तर्ज पर विकास को प्राथमिकता देकर अव्यवस्था को कम करने के लिये प्रभावी पग उठायेगी। सुधीर शर्मा ने कहा कि बुनियादी सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये जो भी कठिनाईयां आयेंगी उन्हें "नीदरलैंड"के सहयोग से दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। इस बारे दिल्ली में नीदरलैंड के राजदूत व अन्य प्रतिनिधियों के साथ व्यापक मंथन किया जा चुका है। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में महानगरों अथवा मैदानी इलाकों की अपेक्षा विकास के लिये अनेक चुनौतियां रहती हैं। उनके निवारण के लिये प्रदेश सरकार नीदरलैंड के सहयोग से अत्याधुनिक शहर विकसित करने के प्रयास कर रही है। शिमला, धर्मशाला जैसे हिल्स स्टेशनों को पर्यटकों को आर्कषित करने अथवा पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिये आवश्यक हैं कि "हिल्स स्टेशनों"को और अधिक आकर्षक बनाया जाये। उन्होंने सैटलाईट टाउन स्थापित किये जाने सम्बन्धी भी जानकारी दी। सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश अन्य राज्यों की तुलना में एक छोटा प्रदेश है। जनसंख्या के अनुपातनुसार भविष्य की योजनाओं को कार्यन्वित किया जायेगा। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार परिवहन, पेयजल, पार्किंग, सीवरेज, कूड़ा-कचरा प्रबन्धन जैसी मूलभूत सेवाओं का नीदरलैंड के सहयोग से विकास करेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में नीदरलैंड की तकनीक विश्व भर में सर्वोत्तम मानी जाती है। सुधीर शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि नीदरलैंड के साथ एक्शन पत्र हस्तांतरित किया जा रहा है। इसमें स्ट्रीट लाईट, सोलिड वेस्ट मैनजमेंट पलांटस, बायो गैस ढंाचा निर्माण, मिक्सड वेस्ट प्रबन्धन इत्यादि परियोजनाओं पर भी कार्य किया जायेगा।

अब कल्याणकारी योजनाओं की पात्रता के लिए न्यूतनम आय पैंतीस हजार : मुकेश
  • ज्यादा से ज्यादा गरीब तथा निर्धन लोगों को सुविधाएं देने के लिए उठाया कदम
  • योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार सुनिश्चित करें अधिकारी

हमीरपुर, 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। समाजिक सुरक्षा पेंशन, गृह अनुदान योजनाओं की पात्रता के लिए न्यूनतम वार्षिक आय पंद्रह हजार से बढ़ाकर पैंतीस हजार कर दी गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा निर्धन तथा गरीब लोगों को लाभाविंत किया जा सके। यह जानकारी उद्योग, श्रम, रोजगार एवं जनसंपर्क मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने बुधवार को हमीरपुर के बचत भवन में जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार समाज के कमजोर वर्गों के आर्थिक सामाजिक उत्थान को विशेष प्राथमिकता दे रही है ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन 450 से बढ़ाकर 550 रूपये किया गया है वहीं अस्सी वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को जीवन यापन के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह सुरक्षा पेंशन का प्रावधान करने के साथ साथ  गरीब पात्र लोगों को गृह निर्माण के लिए 75 हजार के अनुदान का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि कामगारा कल्याण बोर्ड के माध्यम से भी पंजीकृत मजदूरों के बच्चों को शिक्षा के लिए आर्थिक मदद मुहैया करवाने का प्रावधान करने के साथ साथ इंडक्शन चूल्हा, सोलर लैंप तथा साइकिल देने का निर्णय लिया गया है, कामगारों को दो बच्चों के विवाह के लिए 25-25 हजार की सहायता राशि देने का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत विकास कौशल भत्ता योजना आरंभ की गई है तथा प्रदेश के पात्र शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह का भत्ता स्कील अपग्रेडेशन के लिए दिया जा रहा है। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कल्याणकारी राज्य का दायित्व बाखूबी निभाते हुए समाज के सभी वर्गों तथा सभी क्षेत्रों के समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। कमजोर वर्गों का कल्याण सरकार की नीति व नियोजन का केंद्र बिंदु रहा है और एक समृद्व हिमाचल के निर्माण के लिए वर्तमान सरकार कृतसंकल्प है। उद्योग मंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों एवं जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति के सदस्यों का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार द्वारा निर्धन तथा गरीब लोगों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए ताकि पात्र लोग सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।

फील्ड में जाकर विकास कार्यों का अवलोकन करें अधिकारी : मुकेश
  • नियमित तौर आयोजित की जाएगी शिकायत निवारण समिति की बैठक
  • समय पर गैर सरकारी सदस्यों को उपलब्ध करवाया जाएगा एजेंडा 

हमीरपुर, 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सभी विभागों के अधिकारी फील्ड में जाकर अपने अपने महकमों से संबंधित विकास कार्यों का निरीक्षण करें तथा लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित किया जाना भी अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की बैठक नियमित तौर पर आयोजित करने के लिए भी पुख्ता कदम उठाए जाएंगे ताकि लोगों की समस्याओं को समयबद्व दुरूस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति में जिला से अन्य और भी गैर सरकारी सदस्यों को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है ताकि इस मीटिंग में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी लोगों की हो सके। उद्योग मंत्री ने कहा कि शिकायत निवारण समिति की बैठक को लेकर एजेंडा गैर सरकारी सदस्यों को समय पर दिया जाएगा, विभागीय अधिकारियों को गैर सरकारी सदस्यों के प्रश्नों का सही जबाव देने के लिए उपयुक्त समय मिलेगा ताकि इस मीटिंग के माध्यम से सरकार और जनता के बीच की दूरियों को कम किया जा सके। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि पारदर्शी एवं स्वच्छ प्रशासन के लिए शिकायत निवारण समिति की नियमित बैठक तथा प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम आयोजित करने पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि लोगों को अपनी किसी भी तरह की समस्या के समाधान में परेशानी नहीं हो। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को आपसी समन्वय कायम कर ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित करना चाहिए। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य प्रोमिला ने बस सेवा तथा स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने तथा भोरंज अस्पताल में साफ सफाई बारे, पूर्व विधायक मनजीत डोगरा ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर पुलों के निर्माण बारे, डीडी शामा ने पासपोर्ट सुविधा बारे तथा गांधी चौक में पुलिस पैट्रोलिंग बारे, कमल ने नादौन तहसील कार्यालय में रिक्त पदों को भरने, आरके गर्ग ने भोटा से ताल वाया सिद्वपुर मार्ग बारे, राकेश रानी वर्मा ने शहर की सफाई व्यवस्था तथा तारें बिछाने के लिए सडक़ों की खुदाई, राजीव चोपड़ा ने शहर में अतिक्रमण तथा रेहड़ी फहड़ी बारे, संतोष संधू ने नादौन के वार्ड नंबर एक पानी की निकासी बारे, हरबंश ने बड़ा सुजानपुर मार्ग के बारे में, कुलदीप सिंह बेदी ने सुजानपुर शहर के वार्ड नंबर तीन चार पांच पेयजल का टैंक बनाने, परस राम ने धनेटा अस्पताल के बारे में, पृथ्वी सिंह ने पीएचसी कांगू के बारे में तथा जिला परिषद सदस्य अरविंद रानी कौर ने भी प्रश्न उठाए गए जिस पर उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने उचित कार्रवाई करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि जिला शिकायत निवारण समिति के माध्यम से उठाए गए सभी मामलों के समाधान के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे तथा जिला प्रशासन की तरफ से लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। इस अवसर पर केसीसीबी के उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, एपीएमसी के चेयरमैन प्रेम कौशल, जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, पीसीसी डेलिगेट राजेंद्र जार, जिला परिषद सदस्य यशवीर पटियाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

बिना दस्तावेजों के बस मालिक चर्चा में भाग नहीं ले पाएंगे : आरटीओ

हमीरपुर , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी किशोरी लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हमीरपुर-सुजानपुर-संधोल रूट की संयुक्त सारणी की बैठक 31 जुलाई को प्रात: 11 बजे लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह  सुजानपुर में तथा  हमीरपुर- बस्सी -जाहू रूट की संयुक्त समय सारणी की बैठक 4 अगस्त को 11 बजे लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह भोटा में निश्चित की गई है। उन्होंने सम्बन्धित बस मालिकों से आग्रह किया है कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बस के मूल दस्तावेजों ( वैध रूट परमिट, टाईम टेबल व एस0आर0टी0 अनापत्ति प्रमाण पत्र) सहित संयुक्त समय सारणी की बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करें, ताकि संयुक्त समय सारणी को अन्तिम रूप दिया जा सके। उन्होंने कहा कि बिना मूल दस्तावेजों से आने वाले बस मालिकों को चर्चा में भाग लेने नहीं दिया जाएगा। 

वर्षा से आईपीएच की 20 स्कीमें प्रभावित

हमीरपुर , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )।  जिला में गत 24 घण्टों में हुई वर्षा से  तीन कच्चे और एक पक्का घर को आंशिक नुकसान पहुंचने से 1.85 लाख रूपये का नुकसान पहुंचा। यह जानकारी सहायक आयुक्त अशीष शर्मा ने दी।  उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त आईपीएच विभाग की 20 स्कीमें प्रभावित होने से 62.75 लाख रूपये नुकसान हुआ।

भु_ी में 93 वरिष्ठ नागरिकों का चैकअप, रैडक्रॉस सोसाइटी ने विभिन्न विभागों के सहयोग से लगाया शिविर

कुल्लू , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )।    जिला रैडक्रॉस सोसाइटी ने बुधवार को लगघाटी के गांव भु_ी में वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त मैडिकल चैकअप कैंप लगाया। स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से लगाए गए इस शिविर में 93 बुजुर्गों का निशुल्क मैडिकल चैकअप किया गया। इस अवसर पर शुगर के 63, लिपिड प्रोफाइल के 31 और सीवीसी के 66 टैस्ट किए गए। 58 बुजुर्गों की आंखों की जांच भी की गई। इनमें से 32 बुजुर्गों को निशुल्क चश्में दिए जाएंगे तथा पांच के मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जाएंगे। शिविर में जिला रैडक्रॉस सोसाइटी की संरक्षक एवं जिला परिषद सदस्य प्रेम लता ठाकुर, सहायक आयुक्त कुमद सिंह और सोसाइटी के सचिव वीके मोदगिल के अलावा स्वास्थ्य, आयुर्वेद और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे। 

पशुपालकों को घरद्वार पर मिलेगी सुविधा, कुल्लू जिला में इस वित्तीय वर्ष में खोले गए हैं 32 पशु औषधालय
  • मुख्यमंत्री अरोग्य पशुधन योजना से सभी पंचायतें तक पहुंचेगी सुविधा

 कुल्लू , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )।    कृषि, बागवानी और पशुपालन का बेहतर समावेश ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि के द्वार खोल सकता है। प्रदेश सरकार इसी दिशा में सराहनीय प्रयास कर रही है। पशुपालन को किसानों और बागवानों की आर्थिकी का एक अभिन्न अंग मानते हुए सरकार पशुपालकों को उनके घरद्वार पर आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने पर जोर दे रही है। पशुपालकों के लिए प्रदेश सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री अरोग्य पशुधन योजना। यह योजना प्रदेश की हर पंचायत में पशुपालकों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आरंभ की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश की हर पंचायत में पशु औषधालय खोलने का प्रावधान रखा गया है। कुल्लू जिला में भी इसी योजना के तहत 99 पशु औषधालय खोले जाने थे। इनमें से 67 पशु औषधालय खोल दिए गए थे और इस वित्तीय वर्ष में 32 पशु औषधालय खोलने का लक्ष्य है। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. युद्धवीर भारद्वाज ने बताया कि इसी वित्तीय वर्ष में इन सभी 32 पशु औषधालयों को खोलने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। डा. भारद्वाज ने बताया कि मुख्यमंत्री अरोग्य पशुधन योजना से खुले पशु औषधालयों के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों के पशुपालक लाभान्वित होंगे। उन्हें घरद्वार पर ही आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी तथा वे उन्नत पशुधन के माध्यम से अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकते हैं। इस प्रकार मुख्यमंत्री अरोग्य पशुधन योजना से हर पंचायत के पशुपालकों को सुविधाएं मुहैया करवाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। नि:संदेह प्रदेश सरकार की इस पहल के दूरगामी परिणाम सामने आएंगे और पशुपालन व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में एक नई क्रांति का सूत्रपात होगा। इससे किसानों और बागवानों को आय का बेहतर विकल्प मिलेगा तथा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा। 

एस.सी. युवाओं के लिए प्रशिक्षण का मौका
  
कुल्लू , 30 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा )।    अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निगम के माध्यम से विभिन्न व्यवसायिक कोर्स करवाए जाएंगे। कुल्लू जिला में वित्तीय वर्ष 2014-15 में दलित वर्ग व्यवसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत करवाए जाने वाले इन कोर्सों के लिए 20 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है। आवेदक की आयु 18 और 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। निगम के जिला प्रबंधक ने बताया कि इस योजना के तहत मोटर ड्राइविंग, मोटर मैकेनिक, स्टील फैब्रीकेशन/वैल्डिंग वक्र्स, इलैक्ट्रिशियन, ब्यूटीशियन, हथकरघा, कटिंग-टेलरिंग और कंप्यूटर आदि ट्रेडों के व्यवसायिक कोर्स करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए आवेदक कम से कम बारहवीं पास होना चाहिए। मोटर मैकेनिक व इलैक्ट्रिशियन के प्रशिक्षण के लिए दसवीं पास तथा अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास रखी गई है। जिला प्रबंधक ने बताया कि आवेदक को सादे कागज पर प्रार्थना पत्र के साथ ही कुछ आवश्यक दस्तावेजों की सत्यापित छाया प्रतियां जमा करवानी होंगी। इन दस्तावेजों में कुल्लू जिला के स्थायी निवासी का प्रमाणपत्र, अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र, आईआरडीपी/बीपीएल प्रमाणपत्र शामिल हैं। सालाना 22,000 रूपये या इससे कम आय वाले एससी परिवारों के युवा भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए निगम के जिला प्रबंधक कार्यालय में या फिर इसके दूरभाष नंबर 01902-222309 पर भी संपर्क किया जा सकता है।  

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (30 जुलाई)

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जोजफ आज लेंगे शपथ

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के0एम0 जोजफ 31 जुलाई को अपरान्ह 3 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। उक्त जानकारी देते हुये उच्च न्यायालय नैनीताल के रजिस्ट्रार जनरल डी0पी0गैरोला ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में राज्यपाल डा0 अजीज कुरैशी, मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा अन्य विशिष्ठगण एवं शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

पर्यटन आवास गृह के लिए हो सिंगल बुंिकंग सिस्टम: रावत
  • वन विभाग के तहत 25 करोड़ का कारपस फंड बनाने के निर्देश

harish rawat
देहरादून, 30 जुलाई (निस)। पर्यटन आवास गृहों के लिए सिंगल बुकिंग सिस्टम अपनाने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वन भूमि हस्तांतरण के लिए वन विभाग के तहत 20 से 25 करोड़ रूपए का कारपस फण्ड बनाया जाए। बाद में आवश्यकता होने पर और धनराशि इस कोष को उपलब्ध करवाई जाएगी। प्रमुख सचिव वन प्रत्येक 15 दिनों में संबंधित विभागों के साथ बैठक कर वन स्वीकृति संबंधी मामलों का जल्द निस्तारण सुनिश्चित करें। बीजापुर में वन व पीडब्ल्यूडी के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने वन भूमि हस्तांतरण को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लेते हुए सीएम सचिवालय व मुख्य सचिव स्तर से सतत माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कें राज्य के विकास के लिए जरूरी हैं। पर्यावरणीय पहलुओं का ध्यान में रखते हुए अन्य औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा किया जाए। वन विभाग द्वारा प्रस्तावों पर जो भी आपŸिायां की जाती हैं, उनका निस्तारण अविलम्ब किया जाए। सड़क मार्गों की प्लानिंग इस प्रकार की जाए कि कम से कम वन क्षेत्र इससे प्रभावित हो। उन्होंने पर्वतारोहियों से लिए जाने वाले शुल्क को समाप्त करने के लिए एस सप्ताह में शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए। भारत सरकार द्वारा इसे समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। हिमाचल प्रदेश सहित कई अन्य राज्य भी इस शुल्क को समाप्त कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुल्क हटाए जाने से प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही आएंगे। जिससे स्थानीय लोगों को आजीविका मिलेगी। पर्यटन गतिविधियां बढ़ने से राज्य की आय भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पर्यटन विभाग वर्ष भर में सम्भावित पर्वतारोहियों के संख्या का आंकलन कर वन विभाग से एक साथ अनुमति प्राप्त कर ले। बाद में वन विभाग के तय मानकों के अनुसार पर्वताराहियों को पर्यटन विभाग अनुमति प्रदान करे। इससे पर्वतारोहियों को अनुमति संबंधी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने राफ्ंिटग के लिए सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक न्यूनतम स्तर अवश्य बनकर रखा जाए। इसका नियमन आवश्यक है। सीएम ने कहा कि सभी टूरिस्ट बंगलों को टूरिस्ट मैप पर लिया जाए। पर्यटन विभाग लोनिवि के 20 -25 डाकबंगलों को चिन्हित कर इनकों माॅडल के रूप में विकसित करे। बैठक में केबिनेट मंत्री दिनेश धनै, संसदीय सचिव विजयपाल सजवाण, डा.शैलेंद्र मोहन सिंघल, प्रमुख सचिव एसएस संधु, डा. रणवीर सिंह, सचिव डा.उमाकांत पंवार, मोहम्मद शाहिद अमित नेगी आदि मौजूद थे।

यूपी दंगो के विरोध में बजरंग दल ने निकाली शव यात्रा

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। यूपी मेें मुजफफ्रनगर दंगों के बाद अब सहारनपुर मेें फैली दंगे की आग के विरोध में सभी हिंदू संगठन देश भर में विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। देहरादून में भी बजरंग दल ने गांधी पार्क से घंटाघर तक यूपी सरकार की शव यात्रा निकाली और घंटाघर चैराहे पर शव दहन कर विरोध प्रर्दशन किया । बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जाहिर करते हुए कहा कि वह यूपी में हिंदुओं और सिखों पर हो रहे अत्याचार को बर्दाशत नहीं करेंगे और ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। बजरंग दल ने सीधा यूपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यूपी में कानून व्यस्था बिल्कुल ठप है, और सरकार सही रूप से कारवाही नहीं कर रही है, और आजम खां जैसे पाकिस्तानी दलाल दंगा भड़का रहे हैं। कार्यक्रम में बजरंग दल के महानगर संयोजक अमित तोमर, सह-संयोजक शरद आर्य, विधि प्रमुख अमित गौतम, महानगर अध्यक्ष हिंदु जागरण मंच संदीप सिंह सैनी आदि उपस्थित रहे।

सांसदों ने कहा, कैंटीन में मिलता है बासी खाना

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parliament canteen
राज्यसभा के सदस्यों ने बुधवार को संसद की कैंटीन में 'बासी खाना'परोसे जाने की शिकायत की और कहा कि ऐसा खाना खाने से कुछ सदस्य बीमार भी हो गए हैं। जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के नेता के. सी. त्यागी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि दो सदस्य रामगोपाल यादव और जया बच्चन संसद की कैंटीन में खाने के बाद बीमार हो गए। उन्होंने सरकार से इस मामले पर ध्यान देने के लिए कहा। त्यागी ने कहा, "संसद की कैंटीन का खाना खाकर सदस्य बीमार हो रहे हैं..रामगोपाल यादव और जया बच्चन दोनों ही खाने के बाद बीमार हो गए।" मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा, "यह विपक्षी सदस्यों को सदन से दूर रखने की साजिश तो नहीं?"

जया बच्चन ने कहा कि यह लगातार हो रहा है। उन्होंने कहा, "यह पिछले 4-5 वर्षो से हो रहा है..कैंटीन में बासी खाना परोसा जाता है।"संसदीय कार्यमंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार इस मुद्दे को देखेगी। नायडू ने कहा, "हमने इसे ध्यान में लिया है। कैंटीन की जांच की जाएगी और यह देखा जाएगा कि हो क्या रहा है। हमें इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं करनी चाहिए।"विपक्ष के कुछ सदस्यों ने यहां तक कहा कि खाना गुजरात से मंगाया जा रहा है। इसके जवाब में नायडू ने कहा, "कुछ लोगों को तो गुजरात के सपने आते रहते हैं तो मैं क्या करूं।"

कांग्रेस नेता राजीव शुक्ल ने उल्लेख किया कि ऐसा शायद इसलिए हो रहा है कि खाना अब संसद भवन से बाहर से पककर आ रहा है। शुक्ला ने कहा, "खाना संसद भवन के बाहर पकाकर यहां लाया जाता है। मैंने इसे तुरंत बंद करने का सुझाव दिया था।"उन्होंने कहा, "खाना सुबह 6 बजे तैयार होता है और रात तक परोसा जाता है।"

बाद में त्यागी ने संवाददाताओं से कहा कि रामगोपाल यादव को एम्स में भर्ती कराया गया है और उन्हें स्वस्थ होने में चार से पांच दिन लगेंगे। वे खराब खाना खाने से बीमार हुए। त्यागी ने कहा, "हम महाराष्ट्र सदन की तर्ज पर मुद्दा खड़ा नहीं करना चाहते। लेकिन मैं चाहता हूं कि जीने के अधिकार का संरक्षण हो।"संसद भवन की कैंटीन से गैस सिलेंडर को सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए रसोई घर अन्यत्र ले जाया गया। 2012 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के आदेश पर खाना पकाने का इंतजाम संसद के पुस्तकालय में ले जाया गया।

16 पूर्व मंत्रियों को आवास खाली करने का नोटिस

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venkaiah naidu
पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के 16 मंत्रियों को सरकारी बंगले पर अनधिकृत कब्जा छोड़ने के लिए नोटिस भेजा गया है। ये मंत्री एक माह से भी ज्यादा समय तक बंगले में अनधिकृत रूप से ठहरे हुए हैं। इस आशय की जानकारी बुधवार को संसद में दी गई। 

शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि पूर्व मंत्रियों ने समय से ज्यादा समय तक कब्जा रखकर करीब 21 लाख रुपये की क्षति पहुंचाई है।

बंगले पर अनधिकृत कब्जा रखने वाले पूर्व मंत्रियों में कपिल सिब्बल, अजित सिंह, फारूक अब्दुल्ला, बेनी प्रसाद वर्मा, एम. एम. पल्लम राजू, एस. जयपाल रेड्डी, गिरिजा व्यास, कृष्णा तीरथ, एस. के. जेना, सचिन पायलट, जितेंद्र सिंह, प्रदीप जैन आदित्य, पारिका बलराम नायक, किल्लि कृपलानी, लालचंद कटारिया और माणिकराव गावित शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश : पति ने ही करवाई पत्नी ज्योति की हत्या

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piyush kanpur
उत्तर प्रदेश के कानपुर में बिस्किट कंपनी के मालिक की बहू की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। महिला के पति ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिलाया है। उसने हत्या की बात कबूल कर ली है। हत्या की वजह पति के अवैध संबंध का विरोध बताया गया है। पुलिस ने इस मामले में महिला के पति और कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई गई हैं। कानपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) आशुतोष पांडेय ने बुधवार को पत्रकार वार्ता कर इस हत्याकांड मामले की पूरी जानकारी दी। पांडेय ने कहा इस मामले में ज्योति के पति पीयूष और कार चालक अवधेश को गिरफ्तार कर लिया गया है बाकी दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। 

पांडेय ने कहा कि ज्योति के पति पीयूष ने गुनाह कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि पीयूष के कई लड़कियों से संबंध थे। इन लड़कियों को वह भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करता था। आईजी के मुताबिक इनमें से एक लड़की को पीयूष ने एसएमएस किया था कि मैं तुम्हारे साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं, शादी करना चाहता हूं। ऐसा नहीं हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। इस लड़की से उसने सोमवार को मुलाकात का वक्त भी तय किया था। 

आईजी के मुताबिक, ज्योति की हत्या ड्राइवर अवधेश ने चाकू मारकर की। अवधेश औरैया का रहने वाला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आईजी ने बताया कि कि पीयूष ने काफी योजना के बाद पत्नी ज्योति की हत्या करवाई। हत्या की वजह किसी लड़की के साथ उसकी नजदीकी है। इसका ज्योति लगातार विरोध करती चली आ रही थी। इस वारदात को अंजाम देने के लिए पीयूष ने अपनी एक प्रेमिका के पूर्व ड्राइवर अवधेश की मदद ली थी। 

उन्होंने बताया कि मंगलवार को पीयूष और उसकी कथित प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी और इसी के बाद मामले का खुलासा हुआ। ज्योति से पीयूष की शादी 19 महीने पहले हुई थी। पुलिस का कहना है कि पीयूष की इस लड़की से मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी। बाद में पीयूष ने कानपुर में ही उसकी नौकरी लगवा दी। ज्योति से शादी होने के बावजूद पीयूष ने इस युवती से संबंध खत्म नहीं किए और वह ज्योति के सामने ही उससे घंटों फोन पर बात करता था। 

पुलिस के मुताबिक वारदात से एक दिन पहले पीयूष ने अपनी प्रेमिका के नंबर पर शाम छह बजे से रात डेढ़ बजे तक 150 एसएमएस भेजे थे। जवाब में दूसरी ओर से 50 एसएमएस आए थे। कई मैसेज डिलीट कर दिए गए हैं और पुलिस आईटी विशेषज्ञों की मदद से इनकी डिटेल्स निकलवा रही है। उल्लेखनीय है कि कानपुर में रविवार देर रात ज्योति की हत्या कर दी गई थी। 

कैलिस ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा

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jacques kallis retirement
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी जैक्स कैलिस ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। कैलिस ने टेस्ट क्रिकेट से पिछले साल के आखिर में भारत के खिलाफ श्रृंखला के बाद संन्यास ले लिया था। साथ ही उन्होंने संकेत दे दिए थे वह 2015 में होने वाले आईसीसी विश्व कप में हिस्सा लेना चाहते हैं। श्रीलंका दौरे पर हालांकि खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया। श्रीलंका दौरे पर उन्होंने क्रमश: 0, 1 और 4 रन बनाए।

क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) द्वारा जारी बयान में 38 वर्षीय कैलिस ने कहा, "मुझे श्रीलंका दौरे पर महसूस हुआ कि विश्व कप खेलना मेरे लिए दूर की कौड़ी है। मेरी क्रिकेट की यात्रा शानदार रही और इसके लिए मैं प्रशंसकों, प्रायोजकों और सीएसए को धन्यवाद देता हूं।"कैलिस ने कहा कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए और बिग बैश लीग (बीबीएल) में सिडनी थंडर के लिए टी-20 मैच खेलना जारी रखेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में एक युग बिता चुके कैलिस ने 44.36 की औसत से 328 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 17 शतक और 86 अर्धशतक जमाए और कुल 11,579 रन बनाए। कैलिस ने 25 टी-20 मैचों में पांच अर्धशतकों की मदद से 666 रन बनाए। वह अकेले ऐसे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में 10,000 से ऊपर रन बनाए हैं।

कैलिस ने पिछले साल दिसंबर में डरबन में भारत के खिलाफ मैच के बाद अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। टेस्ट क्रिकेट में कैलिस के नाम 55.37 की औसत से 13,289 रन दर्ज हैं। उन्होंने 166 मैचों में 45 शतक और 58 अर्धशतक लगाए। सीएसए के मुख्य कार्यकारी हारुन लोर्गाट ने कैलिस को क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में से एक बताया।

सीएसए के बयान में लोर्गाट ने कहा, "दक्षिण अफ्रीका दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में से एक कैलिस की सेवाएं पाकर सौभाग्यशाली रहा। निस्संदेह तौर पर वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं।"

सिमी पर और 5 वर्षो के लिए प्रतिबंध बढ़ा

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simi banned
एक विशेष न्यायाधिकरण ने बुधवार को केंद्र सरकार द्वारा स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) पर लगाए गए प्रतिबंध को बरकार रखते हुए गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम के तहत लगे प्रतिबंध को अगले पांच वर्ष तक बढ़ा दिया। केंद्र ने कहा है कि सिमी का लश्कर-ए-तैयबा और उसके सहायक संगठन इंडियन मुजाहिदीन सहित पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के साथ रिश्ता है।

न्यायाधिकरण के प्रमुख दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कैत ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी और सिमी पर लगे प्रतिबंध को बरकरार रखा। उन्होंने फरवरी महीने में केंद्र सरकार की ओर से जारी अधिसूचना को जायज ठहराते हुए प्रतिबंध को अगले पांच वर्ष तक बढ़ा दिया।

सिमी ने विभिन्न अदालतों में सरकार के कदम को चुनौती दी और गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम के विशेष न्यायाधिकरण के सामने कई बार चुनौती दी है लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली है। यह पहला मौका है जब प्रतिबंध को पांच वर्षो के लिए विस्तार दिया गया है। पिछला विस्तार फरवरी 2012 में एक अधिसूचना के जरिए दो वर्ष के लिए दिया गया था।

सहारनपुर : जनजीवन पटरी पर लौटा, कर्फ्यू में 5 घंटे ढील

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saharanpur curfew
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद अब यहां जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। बुधवार को सहारनपुर में नए और पुराने शहर में कर्फ्यू में बारी-बारी से पांच घंटे ढील दी गई। अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी बाजार हालांकि पूरी तरह नहीं खुले, लेकिन सड़कों पर पहले की तुलना में ज्यादा चहल-पहल दिखाई दी। लोग जरूरत की चीजों के लिए बाहर निकले और जमकर खरीदारी की।

अधिकारियों के मुताबिक पुराने शहर में दो बजे से सात बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। नए शहर में कर्फ्यू में ढील के दौरान किसी तरह की कोई अप्रिय वारदात नहीं हुई।  प्रशासन ने हिंसा के बाद कार्रवाई के तौर पर कुतुबशेर थाना क्षेत्र में असलहों के 22 लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। 

इस बीच सिख समुदाय ने प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर अपनी पीड़ा बयान की। सिख समुदाय का कहना था कि अंबाला रोड पर दुकानों में आगजनी से पहले जमकर लूटपाट की गई।  इधर, भाजपा नेता अमित अग्रवाल के नेतृत्व में बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा पीड़ितों के नुकसान का जायजा लेने के लिए सहारनपुर पहुंचा है। प्रतिनिधमंडल में भाजपा विधायक सुरेश राणा और रविंद्र भड़ाना भी शामिल हैं। 

उल्लेखनीय है कि सहारनपुर में पिछले दिनों एक धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था। 

जन्मदिन विशेष : आमजन के कथाकार थे प्रेमचंद

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munshi premchand
हिंदी कथा साहित्य को तिलस्मी कहानियों के झुरमुट से निकालकर जीवन के यथार्थ की ओर मोड़कर ले जाने वाले कथाकार मुंशी प्रेमचंद देश ही नहीं, दुनिया में विख्यात हुए और कथा सम्राट कहलाए। वह आमजन की पीड़ा को शब्दों में पिरोया, यही वजह है कि उनकी हर रचना कालजयी है। प्रेमचंद का नाम असली नाम धनपत राय था। उनका जन्म 31 जुलाई सन् 1880 को बनारस शहर से चार मील दूर लमही नामक गांव में हुआ था। अपने मित्र मुंशी दयानारायण निगम के सुझाव पर उन्होंने धनपत राय की बजाय प्रेमचंद उपनाम रख लिया। इनके पिता का नाम मुंशी अजायब लाल था, जो डाकघर में मुंशी का पद संभालते थे। 


प्रेमचंद जब 6 वर्ष के थे, तब उन्हें लालगंज गांव में रहने वाले एक मौलवी के घर फारसी और उर्दू पढ़ने के लिए भेजा गया। वह जब बहुत ही छोटे थे, बीमारी के कारण इनकी मां का देहांत हो गया। उन्हें प्यार अपनी बड़ी बहन से मिला। बहन के विवाह के बाद वह अकेले हो गए। सुने घर में उन्होंने खुद को कहानियां पढ़ने में व्यस्त कर लिया। आगे चलकर वह स्वयं कहानियां लिखने लगे और महान कथाकार बने।



धनपत राय का विवाह 15-16 बरस में ही कर दिया गया, लेकिन ये विवाह उनको फला नहीं और कुछ समय बाद ही उनकी पत्नी का देहांत हो गया। कुछ समय बाद उन्होंने बनारस के बाद चुनार के स्कूल में शिक्षक की नौकरी की, साथ ही बीए की पढ़ाई भी। बाद में उन्होंने एक बाल विधवा शिवरानी देवी से विवाह किया, जिन्होंने प्रेमचंद की जीवनी लिखी थी।



शिक्षक की नौकरी के दौरान प्रेमचंद के कई जगह तबादले हुए। उन्होंने जनजीवन को बहुत गहराई से देखा और अपना जीवन साहित्य को समर्पित कर दिया। प्रेमचंद की चर्चित कहानियां हैं-मंत्र, नशा, शतरंज के खिलाड़ी, पूस की रात, आत्माराम, बूढ़ी काकी, बड़े भाईसाहब, बड़े घर की बेटी, कफन, उधार की घड़ी, नमक का दरोगा, पंच फूल, प्रेम पूर्णिमा, जुर्माना आदि। उनके उपन्यास हैं- गबन, बाजार-ए-हुस्न (उर्दू में), सेवा सदन, गोदान, कर्मभूमि, कायाकल्प, मनोरमा, निर्मला, प्रतिज्ञा, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, वरदान, प्रेमा और मंगल-सूत्र (अपूर्ण)।  



प्रेमचंद्र ने लगभग 300 कहानियां तथा चौदह बड़े उपन्यास लिखे। सन् 1935 में मुंशी जी बहुत बीमार पड़ गए और 8 अक्टूबर 1936 को 56 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके रचे साहित्य का अनुवाद लगभग सभी प्रमुख भाषाओं में हो चुका है, विदेशी भाषाओं में भी। हिंदी साहित्य के सबसे लोकप्रिय लेखक प्रेमचंद ने हिंदी में कहानी और उपन्यास को सुदृढ़ नींव प्रदान की और यथार्थवादी चित्रण से देशवासियों का दिल जीत लिया। प्रेमचंद को उपन्यास सम्राट के नाम से सर्वप्रथम बंगाल के विख्यात उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने संबोधित किया था।



सत्यजित राय ने उनकी दो कहानियों पर यादगार फिल्में बनाईं। 1977 में 'शतरंज के खिलाड़ी'और 1981 में 'सद्गति'। के. सुब्रमण्यम ने 1938 में 'सेवासदन'उपन्यास पर फिल्म बनाई जिसमें सुब्बालक्ष्मी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। 1977 में मृणाल सेन ने प्रेमचंद की कहानी 'कफन'पर आधारित 'ओका ऊरी कथा'नाम से एक तेलुगू फिल्म बनाई जिसको सर्वश्रेष्ठ तेलुगू फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। 1963 में 'गोदान'और 1966 में 'गबन'उपन्यास पर लोकप्रिय फिल्में बनीं। 1980 में उनके उपन्यास पर बना टीवी धारावाहिक 'निर्मला'भी बहुत लोकप्रिय हुआ था।

माया कोडनानी को मिली जमानत

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कभी गुजरात की मोदी सरकार में मंत्री रही माया कोडनानी को बुधवार को गुजरात उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई. जस्टिस वी एम शाह और जस्टिस आरपी धोलेरिया की पीठ ने खराब सेहत को देखते हुए कोडनानी को जमानत दी है. 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले साल 2002 को गुजरात दंगों के दौरान अहमदाबाद के नरोडा पाटिया दंगों मामलों में एक स्थानीय अदालत ने माया कोडनानी को 21 अगस्त 2012 को 28 साल की सज़ा सुनाई थी. इन दंगों में नरोडा पाटिया में 97 लोगों को मार दिया गया था. 

इस मामले में अप्रैल में कोडनानी के वकील मितेश अमीन ने याचिका दाखिल करते हुए कहा था कि कोडनानी की मानसिक हालत ठीक नहीं है और वे आत्महत्या जैसी मानसिकता में जी रही हैं. याचिका में मायाबेन को टीबी के अलावा रीढ़ की हड्डी में दर्द रहने की बात कही गयी है.

गौरतलब है कि गुजरात दंगों के लिए सजा सुनाते हुए स्पेशल कोर्ट ने कोडनानी को 'दंगों की सरगना' (किंगपिन ऑफ रॉयट्स) कहा था. गुजरात दंगों के दौरान आरोप लगने के बावजूद माया कोडनानी को 2007 में गुजरात की सामाजिक कल्याण और बाल विकास मंत्री बनाया गया था. हालांकि कोडनानी को जब मार्च 2009 में गिरफ्तार किया गया, तब उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया.

उपचुनाव के लिए जदयू, राजद व कांग्रेस महागंठबंधन का एलान

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बिहार विधानसभा की 10 सीटों पर होनेवाले उपचुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस के बीच महागंठबंधन हो गया है. तीनों दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने बुधवार को संयुक्त प्रेस वार्ता में इसकी औपचारिक घोषणा की. होटल मौर्या में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि जदयू और राजद चार-चार व कांग्रेस दो सीटों पर लड़ेगी. जदयू जहां परबत्ता, मोहनिया, जाले और हाजीपुर से प्रत्याशी उतारेगा, वहीं छपरा, मोहिदीनगर, राजनगर व बांका से राजद उम्मीदवार खड़ा करेगा. 

कांग्रेस के खाते में भागलपुर और नरकटियागंज की सीटें आयी हैं. तीनों ही पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार लगभग फाइनल कर लिये हैं और एक से दो दिनों में नामों का एलान कर दिया जायेगा. गंठबंधन सिर्फ विधानसभा उपचुनाव में ही नहीं, बाद में भी जारी रहेगा. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव के बाद तीनों पार्टियां कार्यक्रमों में भी साथ होंगी. साझा प्रोग्राम तय किये जायेंगे और उन पर बिहार में काम होगा.

लोकसभा दिल्ली के बजट को दी मंजूरी

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लोकसभा ने बुधवार को दिल्ली के बजट को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस बजट से न सिर्फ दिल्ली में सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि दिल्ली के 84 फीसदी लोगों को बिजली सब्सिडी का फायदा भी मिलेगा।जेटली ने माना कि दिल्ली के दो रूप हैं। एक वह जो वर्ल्ड क्लास बन रही है और दूसरी ऐसी जहां मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हेल्थ सर्विसेज के विस्तार के लिए 1400 और बेड शामिल करने की योजना है। रोहिणी में बनने वाले मेडिकल कॉलेज में 2015 में दाखिला भी शुरू हो जाएगा। नए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर खोलने की भी योजना है। यमुना नदी को साफ करने के लिए इसी साल काम शुरू होगा। बिजली सब्सिडी का फायदा दिल्ली की 84 फीसदी आबादी को होगा।

बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि पिछली सरकारों ने दिल्ली के लिए जो योजनाएं बनाईं, वे लॉन्ग टर्म को ध्यान में रखते हुए नहीं बनाईं। उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि छह हजार करोड़ रुपये लगाने के बावजूद यमुना साफ नहीं हुई। दिल्ली सभी की है, इसलिए दूसरे राज्यों के सांसदों को भी दिल्ली के विकास के लिए अपने संसदीय निधि से 50-50 लाख रुपये देने चाहिए।

बीजेपी के ही रमेश बिधूड़ी ने कहा कि बीते 15 साल में दिल्ली में न तो नया कॉलेज खुला और न ही नए स्कूल। साल 1998 में बीजेपी ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए जमीन आवंटित की थी, लेकिन अब तक वे चालू नहीं हुए। उदित राज ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली में मेट्रो का विस्तार करने की मांग की तो महेश गिरी ने कहा कि यमुनापार में संजय झील को पिकनिक स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने अपने क्षेत्र में एक खेल स्टेडियम और एक सेंट्रल स्कूल खोलने की मांग रखी। मीनाक्षी लेखी ने स्कूलों में सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग को अनिवार्य करने की मांग रखते हुए दिल्ली की मौजूदा हालत के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने कहा कि बीजेपी के सांसद दावा कर रहे हैं कि कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया, लेकिन सच तो यह है कि केंद्र सरकार टैक्स बढ़ा ही नहीं सकती। 

कुंभकोणम स्कूल अग्निकांड के संस्थापक को उम्रकैद

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एक दशक पहले तमिलनाडु के तंजावुर जिले के कुंभकोणम प्राइमरी स्कूल में हुए भीषण अग्निकांड में दोषी स्कूल के मालिक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल समेत 9 दोषियों को बामशक्कत कैद की सजा दी गई है। हादसे में स्कूल के 94 मासूमों की जान चली गई थी।

तंजावुर के सेशन कोर्ट ने बुधवार को स्कूल के मालिक और फाउंडर पी. पालनी स्वामी को उम्रकैद जबकि उनकी पत्नी सरस्वती, प्रिंसिपल शांतालक्ष्मी के अलावा 7 और लोगों को सश्रम कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने सभी दोषियों पर 51 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जज ने सभी बच्चों के परिवारों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने को भी कहा है। कोर्ट ने इस मामले में कुल 21 आरोपियों में से 11 को बरी कर दिया। बरी होने वालों में स्कूल के 3 टीचर और 8 सरकारी अफसर शामिल हैं। इन आरोपियों को बरी किए जाने पर बच्चों के पैरंट्स ने निराशा जाहिर की है।

दिल दहला देने वाला ये हादसा 16 जुलाई 2004 को हुआ था। स्कूल बिल्डिंग की छत फूस से बनी थी। स्कूल में दोपहर का भोजन बन रहा था, तभी वहां आग लग गई। इस हादसे में 94 बच्चों की जान चली गई थी। तमिलनाडु के किसी स्कूल का यह सबसे भीषण हादसा था। इस केस की सुनवाई 24 सितंबर 2012 को शुरू हुआ था। इसमें 18 बच्चों समेत 500 गवाह के बयान दर्ज हुए। केस का ट्रायल बीते 17 जुलाई को पूरा हुआ। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में दलील दी कि स्कूल के मालिक और प्रिंसिपल ने शिक्षा विभाग के नियम-कायदों की अनदेखी की। इसके अलावा टाउन प्लानिंग ऑफिसर ने भी लापरवाही बरती, उन्हें उस किचन शेड का मुआयना करना चाहिए था, जहां मिड-डे-मील बन रहा था।

आलेख : मिलना ही चाहिए, सज्जनों को संरक्षण

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वर्तमान युग का सबसे बड़ा पुण्य यही है कि सकारात्मक चिन्तन करें और सज्जनों को संरक्षण दें। समाज-जीवन, परिवेश और अपने क्षेत्र में जहाँ कहीं अच्छे लोग विद्यमान हैं उनको संरक्षित करने का काम समाज का है। समाज जब-जब भी इस दिशा में उदासीन हुआ है, समस्याओं से घिरता रहा है और अस्मिता पर संकट आते रहे हैं।

जब तक मानवीय मूल्यों का अनुपात ठीक रहता है, तब तक ही अमन-चैन रहता है, सभी लोग सुकून के साथ जीवनयापन करते हुए शांति और समृद्धि के शिखरों की ओर बढ़ते रहते हैं। लेकिन संस्कारहीनता और मानवीय मूल्यों के निरन्तर क्षरण के मौजूदा दौर में आसुरी वृत्तियों का प्रभाव कुछ ज्यादा ही बढ़ चला है। यह बात नहीं है कि अच्छे लोगों और सज्जनों की कमी हो गई है। आज भी खूब सारे लोग ऎसे हैं जो कत्र्तव्यनिष्ठ, चरित्रवान, ईमानदार और संस्कारवान हैं तथा जीवन के आदर्शों और मूल्यों पर जीते हैं। लेकिन इन लोगों के साथ समस्या यह है कि असंगठित हैं।

आम तौर पर पूरी दुनिया में ऎसा ही होता रहा है। बुद्धिजीवियों, सज्जनों, भोले-भाले और सीधे-सादे लोग हर जगह असंगठित ही रहा करते हैं और इनकी बिखरावी संस्कृति का फायदा वे चन्द लोग उठाया करते हैं जो अपने स्वार्थों और आपराधिक मनोवृत्ति की सीमेंट कंकरीट से इतनी अधिक मजबूती से जुड़े रहते हैं कि इनके सभी प्रकार के संबंध आरसीसी या फेविकोलिक ही होते हैं जिन्हें तोड़ पाना न इनके लिए सहज है, न औरों के लिए।

संसार भर में सज्जनों के साथ यह संकट बरकरार रहता ही है। प्रायः दुष्ट प्रवृत्ति के वे लोग सभी स्थानों पर संगठित रहते हैं । संगठित रहना इन लोेगों के लिए अपने जीवन की सबसे बड़ी जरूरत होता है जिसके बगैर इनका अस्तित्व तक सुरक्षित नहीं रहता। ऎसे लोग एक पृथक इकाई के रूप में शक्तिहीन और नाकारा होते हैं लेकिन जब समूहों में जुट जाते हैं तब ही इनमें शक्ति का संचरण हो पाता है। इसके साथ ही एक-दूसरे की कमजोरियों को जानने-समझने वाले इन लोगों के लिए यह भी जरूरी है कि वे चाहे या अनचाहे भी संगठित रहें और अपनी कारगुजारियों में रमे रहें अन्यथा इकाई के रूप में अलग होने की स्थिति में इनके लिए चुनौतियाँ अपने आप बढ़ जाती हैं क्योंकि इनकी हरकतें और करम ही ऎसे होते हैं कि लोग इन्हें अकेला पाकर सहनशीलता और बर्दाश्तगी की सीमा तोड़ दिया करते हैं और फिर इनके साथ कहीं भी कुछ भी हो सकना संभव है।

अच्छे कामों को इंसान हमेशा अकेला कर सकने में भी सक्षम है लेकिन बुरे कामों को कोई भी इंसान अकेला नहीं कर सकता। अच्छे कामों के लिए किसी के सहयोग या संरक्षण की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन बुरे कामों के लिए सहयोगियों का होना नितान्त जरूरी होता है। और कुछ नहीं तो षड़यंत्र रचने से लेकर बुरे व पाप कर्मों को छिपाने और ढंके रखने के लिए तो अपनी ही तरह के दुष्ट और आसुरी लोगों की मदद लेनी ही पड़ती है।

सारे के सारे उलटे-सीधे धंधे और अपराध बिना एक-दूसरे की मदद के कभी संभव नहीं हो पाते, फिर चाहे इसमें मदद करने वाले खुद अपराधी या बुरे लोग हों या फिर उन्हें परोक्ष-अपरोक्ष रूप से प्रश्रय देने वाले। यही कारण है कि बुरे और नालायक लोगों को मकड़ियों के जाल की तरह ताने-बाने बुनते हुए सहयोगियों को साथ लेकर अपनी कारगुजारियों को अंजाम देने को विवश रहना पड़ता है और ऎसे में जो कुछ होता है वह सामूहिक भागीदारी का ही कमाल होता है।

इसके साथ ही यह भी उतना ही सच है कि नकारात्मक सोचने वाले, अंधेरा पसंद, भ्रष्ट, बेईमान, चोर-उचक्कों, डकैतों, तस्करों, रिश्वतखोरों, व्यभिचारियों और गुण्डे-बदमाशों से लेकर सभी प्रकार के निन्दित लोगों के निशाने पर वे ही लोग रहते हैं जो अच्छे कहे जाते हैं और जिनकी वजह से कहीं से रोशनी आने और अपने हीन कु (कर्मों) के प्रकाश में आ जाने का कोई खतरा बना रहता है। अन्यथा अपने स्वार्थों और ऎषणाओं की पूर्ति के लिए हर किसी अवस्था को अंगीकार कर लेने वाले और मलीन तथा आपराधिक मानसिकता में घुल जाने वाले लोगों की तो भरमार है और ये लोग मौका देखते ही पाला बदल लिया करते हैं।

इस परिवर्तन के साथ ही उनकी निष्ठाएं, स्वामीभक्ति और चरित्र भी बदल जाता है। इन्हीं लोगों की तासीर होती है कि जमीन बदलने के साथ ही जमीर भी बदल कर जाने क्या से क्या हो जाता है।  सामाजिक दुरावस्था और आज की तमाम विषम परिस्थितियों का मूल कारण यही है। हम सोचें कि समाज और देश की भलाई के लिए सोचने वाले कितने लोग हैं जिन्हें समाज का संरक्षण प्राप्त हो पा रहा है।

समाज में बुराइयों और बुरे लोगों के प्रति हम लोग भय और दूसरी आशंकाओं की वजह से उपेक्षा का भाव रखते हैं और इस कारण वे लोग हावी हो जाते हैं जबकि सज्जनों के प्रति हम अपेक्षा तो करते हैं कि वे समाज और देश के लिए कुछ करें, मगर इन सज्जनों और इनके कर्मों के प्रति हम उदासीन या उपेक्षित रवैया रखते हैं और इस वजह से समाज में अच्छाइयों और अच्छे लोगों के संरक्षण का भाव समाप्त होता जा रहा है और बुराइयों का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।

यही कारण है कि आज हम हर जगह ऎसी-ऎसी घटनाओं को देखने-सुनने को विवश हैं जिनसे हमारा सर शर्म से झुक जाता है। वरना किसी में इतनी हिम्मत है कि इंसानों की बस्तियों में जानवरों जैसी हरकतें कर डाले। समाज की सेवा और देश के उत्थान के लिए यदि हम कुछ करने कही भावना रखते हैं तो हमें साफ तौर पर जीवन का लक्ष्य बना लेना चाहिए कि जहां कहीं अच्छे काम हो रहे हैं उन्हें प्रश्रय, प्रोत्साहन और संबल दें तथा समाज में सज्जनों को यथोचित आदर-सम्मान दें तथा उनके नेक कार्यों की सार्वजनीन तौर पर सराहना करें, हरसंभव भागीदार बनें। सज्जनों का संरक्षण ही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता और पुण्य कार्य है।







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---डॉ. दीपक आचार्य---
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विशेष आलेख : पुल एक ख्वाब बनकर रह गया

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जम्मू एवं कष्मीर का सीमावर्ती जि़ला पुंछ सरहद पर होने की वजह से हमेषा किसी न किसी घटना को लेकर सुर्खियों में रहता है। नई सरकार बनने के बाद से ही सीमा पार से संघर्ष विराम के उल्लंघन अ©र मिलिटेंट्स की घुसपैठ जैसी बहुत सी घटनाअ¨ं की वजह से पुंछ ने राष्ट्रीय मीडिया में जगह बनाई। लेकिन इन खबर¨ं के इतर भी पुंछ की अपनी बहुत सी समस्याएं हैं ज¨ राष्ट्रीय मीडिया में अपनी जगह नहीं बना पाती हैं। पुंछ जि़ले की तहसील सुरनकोट को कुदरत ने अनमोल हुस्न से नवाज़ा है। लेकिन सरकार की ओर से इस पर  कोई खास ध्यान नहीं दिया गया। यह क्षेत्र आज भी तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। पीर पंजाल क्षेत्र से निकलने वाले छोटे छोटे नदी नाले मिलकर एक बड़ा दरिया बनाते हैं जिसे सुरन नदी के नाम से जाना जाता है। यह नदी पुंछ की खुबसूरती में चार चांद लगा रही है। इस नदी ने पुंछ में कभी भी पानी की कमी को महसूस नहीं होने दिया लेकिन दूसरी ओर कही-ंकहीं पर इस नदी ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है। इसकी मिसाल है जम्मू एवं पुंछ हाइवे पर स्थित मदाना गांव का पुल है। मदाना गांव के पुल का निर्माण पूरा न होने की वजह से लोगों की जिंदगी थमी हुई है। इस पुल के निर्माण का काम 2003 में षुरू हुआ था जो आज तक पूरा नहीं हो सका है। 2014 का भी आधा साल बीत चुका है लेकिन इस पुल के निर्माण का काम अभी भी ठप्प पड़ा हुआ है। 
             
मदाना पुल हाड़ी बुढ्ढा, सेढ़ी ख्वाजा, नडि़या होरगी ठक्की, नड़ाई ढ़ोबा आदि गांवों की लाइफ लाइन है। इन गांवों के लोग आज भी पुल निर्माण के सपने देख रहे हैं कि कब इस पुल का निर्माण होगा और उन्हें राहत मिलेगी। हाड़ी बुढ्ढा के एक छात्र मोहम्मद इमरान (17 ) का कहना है कि हमारे गांव में सरकार की कुछ ऐसी योजनाएं चल रही हैं जिनकी हमें जानकारी तक नहीं है। इस दूरदराज़ इलाके में न ही कोई सड़क है और न ही षिक्षा का कोई उचित बंदोबस्त। इसकी बड़ी है अभी तक पुल का निर्माण न होना। सरकार की बहुत सारी कल्याणकारी योजनाएं दूर दराज़ के इलाकों में विकास के पहिए को गति देने के लिए चल रही हैं लेकिन हाड़ी बुढ्ढा जैसे दूरदराज़ इलाके में सिर्फ पुल का निर्माण न होने की वजह से इन स्कीमों का कार्यान्यवन ठीक से नहीं हो पा रहा है। इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गांव में न तो कोई आंगनबाड़ी केन्द्र है और न ही मनरेगा के तहत लोगों को रोज़गार मिल पा रहा है। मोहम्मद इरफान आगे बताते हुए कहते हैं कि हमारे गांव में एक हाईस्कूल है जो गवर्नमेंट हाईस्कूल, हाड़ी बुढ्ढा के नाम से जाना जाता है। स्कूल में जो अध्यापक हैं उन्हें पुल न होने की वजह से रोज़ाना आने-जाने में बड़ी मुष्किल का  होती है। इसके अलावा गांव में हायर सेकेंडी न होने की वजह से यहां के छात्र-छात्राओं को  11 किलोमीटर का सफर पूरा कर लिसाना तक पैदल जाना पड़ता है। हमारे इस दूरदराज़ इलाके में लड़कियां दसवीं से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती हैं क्योंकि आज के इस दौर में भी माता-पिता अपनी लड़कियों को दूर पढ़ने के लिए नहीं भेजते हैं। यह लड़कियां पढ़ने की इच्छा रखने के बावजूद भी आगे की पढ़ाई नहीं कर सकतीं। 
          
पुल का निर्माण न होने की वजह से इस गांव में सड़क का निर्माण का कार्य बंद पड़ा हुआ है। इसी के साथ इमरान ने यह भी बताया कि हाड़ी बुढ्ढ़ा की एक गर्भवती महिला रहमत बी की जब तबीयत बिगड़ी तो उन्हें सुरनकोट अस्पताल ले जाया गया। वह अस्पताल पहुंची भी नहीं थी कि मासूम बच्चे ने दुनिया में आने से पहले ही दम तोड़ दिया। मदाना के एकवृध्द गुलाम अकबर बेग (65) ने जानकारी दी कि इस पुल के निर्माण का काम 2003 में षुरू हुआ था। लेकिन तीन या चार महीने काम होने के बाद इस पुल को ज्यों का त्यों आधा अधूरा छोड़ दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस पुल से तकरीबन सात गांव जुड़ते हैं जिसकी कुल आबादी तकरीबन 30,000 हज़ार है। इस पुल के निर्माण के लिए जो भी समान आया था वह भी यहां से उठाकर फज़लाबाद के पुल के निर्माण में लगा दिया गया। अफसोस की बात यह है इस पुल के निर्माण का काम पांच साल बाद षुरू किया गया था जो मदाना के पुल निर्माण से पहले पूरा कर लिया गया। अगर मदाना का पुल तैयार हो जाता तो मदाना पुल से जुड़ने वाले गांवों की लड़कियां दसवीं और इससे आगे की षिक्षा हासिल कर पातीं, गांव के लोगों को षहर तक पहुंचने में कम वक्त लगता, मगर इन लोगों की ऐसी किस्मत कहां। 
          
पुल न होने की वजह से सरकार का कोई भी आला अधिकारी इस गांव तक नहीं पहुंच सकता है। ऐसे में पुल से जुड़ने वाले गांव के विकास की बात तो छोड़ ही दीजिए। जम्मू पुंछ नेषनल हाइवे से होते हुए केन्द्र और राज्य सरकार के न जाने कितने राजनेता गुज़रे होंगे मगर षायद ही किसी की निगाह इस ओर कभी गई हो या फिर वह सब कुछ जानकर भी अंजान बने हुए हैं। पुल निर्माण की मांग को लेकर हम लोगों ने 20 फरवरी, 2014 को दो घंटे के लिए इस नेषनल हाइवे को बंद कर दिया। ट्रैफिक रोककर अपनी मांग को मनवाने की कोषिष की लेकिन इससे राज्य सरकार के कान पर जूं भी नहीं रेंगी। पुल न होने की वजह से रोज़गार की तलाष में गांव से पलायन कर षहरों को जाने वाले लोगों काो आने जाने में काफी समय बर्बाद होता है। एक तरफ त¨ हमारे देश की सरकार देश में बुलेट ट्रेन लाने की तैयारी कर रहे हैं अ©र एक तरफ इसी देश का एक हिस्सा एक पुल के अभाव में तमाम बुनियादी सुविधाअ¨ं से वंचित ह¨ रहा है। बुलेट ट्रेन स्वागत य¨ग्य है परंतु निश्चित ही उससे पहले बहुत से ऐसे पहलु हैं जिन पर सरकार क¨ गंभीरता अ©र संवदेनशीलता दिखानी चाहिए। 




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---नियाज़ अहमद---
(चरखा फीचर्स)
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