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पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और युवराज के पिता योगराज सिंह गिरफ्तार

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yograj singh arrested
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता और पूर्व टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी योगराज सिंह को चंडीगढ़ से सटे पंचकुला से मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। योगराज के साथ एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, रविवार रात योगराज पंचकुला के सेक्टर-2 स्थित एक घर में पार्टी के लिए गए थे। वहीं पार्किं ग को लेकर उनकी झड़प एक पड़ोसी से हो गई। पड़ोसी ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि योगराज और उनके साथियों ने उनसे मारपीट की।

उद्धव का मोदी से कहा, पाकिस्तान पर करें हमला

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uddhav-ask-to-modi-attack-to-pakistan
शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि भारत की सीमा पर लगातार घुसपैठ कर रहे पाकिस्तान पर हमला कर उसे सबक सिखाएं। शिव सेना के मुखपत्र 'सामना'में प्रकाशित संपादकीय में ठाकरे ने कहा है कि पाकिस्तान ने हाल ही में सीमा पर बसे 13 गांवों पर हमला किया, जम्मू में 22 चौकियों पर गोलीबारी की, जिसमें दो लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए और जिसके कारण लोगों को अपना गांव छोड़ना पड़ रहा है।

ठाकरे ने कहा, "2003 के बाद से यह अपने तरह की बड़ी घटना है। पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में 25 हमले किए, लेकिन हम किसी फुस्स पटाखे की तरह चुपचाप पड़े हैं।"शिवसेना प्रमुख ने कहा कि पड़ोसी देश के साथ और वार्ता और बैठकें करना व्यर्थ है।  उन्होंने कहा है, "भारत ने सचिव स्तर की वार्ता को स्थगित करके नाराजगी जाहिर कर दी है, लेकिन यह काफी नहीं है। अब हमें उनकी सीमाओं में घुसकर उन्हें सबक सिखाना होगा।"

रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान की उकसावे की कार्रवाइयों का उचित जवाब देने का आश्वासन दिया है और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ) से जवाबी कार्रवाइ शुरू करने के लिए कहा है। ठाकरे ने कहा, "अब देश यह अपेक्षा कर रहा है कि पाकिस्तान की पूंछ में आग लगाकर उसे खाक कर दिया जाए। देर न करें, उनको दिखा दें कि यह एक मजबूत राष्ट्र है। भारत की जनता के सामने साबित करें कि एक सशक्त सरकार ने सत्ता संभाली है। हमारी केंद्र से यह गुजारिश है।"

भारतीय महिला घुड़सवार ने जीता विश्व चैम्पियनशिप

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rupa narpat singh
भारतीय महिला घुड़सवार रूपा नरपत सिंह ने पोलैंड के स्लुजेवीक रेस कोर्स पर विभिन्न देशों के 10 प्रतिद्वंद्वियों को हराते हुए महिला विश्व चैम्पियनशिप का खिताब जीत लिया। जीतने वाले घोड़े 'निकोलस'की प्रशिक्षक आंद्रेजेज वोज्तोविज ने रूपा की जीत पर खुशी जताते हुए कहा, "रूपा ने बेहद कम समय मिलने के बावजूद अपने कौशल का शानदार प्रदर्शन किया।"

अपने समय की जानी-मानी घुड़सवार वोज्तोविज ने कहा, "चैम्पिनशिप जीतने में संभवत: रूपा के हल्के वजन ने मदद की। वह केवल 48 किलोग्राम की हैं। उनका लंबा अनुभव भी सफलता का एक कारण है।"रूपा ने घुड़सवारी की शुरुतार 13 साल की उम्र से ही कर दी थी। रूपा ने अब तक 3,000 रेसों में हिस्सा लिया है जिसमें 500 रेसों में वह विजेता रहीं।

रूपा ने कहा, "घोड़े और मेरे बीच अच्छा समन्वय बन गया था। पोलैंड का अनुभव भी अच्छा रहा। मेरा यह दौरा बेहद छोटा था लेकिन भविष्य में मैं इस खूबसूरत रेस कोर्स पर दोबारा आना चाहूंगी।"शिखा फातिमा बिंट मुबारक चौम्पियनशप कप संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पर्यटन मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया था। 

पंजाब उपचुनाव : एक-एक सीट पर जीती कांग्रेस, अकाली दल

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pranit kaur
पंजाब में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में एक पर कांग्रेस और दूसरे पर राज्य में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल ने जीत हासिल की। इस चुनावी जंग में हालांकि आम चुनाव में राज्य से चार लोकसभा सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। इस साल मई में हुए आम चुनाव में पटियाला संसदीय सीट से जीत हासिल करने वाली आप के उम्मीदवार की पटियाला विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में जहां जमानत जब्त हो गई, वहीं तलवंडी साबो में भी पार्टी का प्रशर्दन बेहद खराब रहा।

पटियाला विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व विदेश मंत्री प्रनीत कौर ने जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी अकाली दल के उम्मीदवार भगवान दास जुनेजा को 23,200 मतों के अंतर से हराया। यह सीट प्रनीत के पति व कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई थी। अमरिंदर ने अमृतसर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पटियाला विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था, जबकि प्रनीत इस बार लोकसभा का चुनाव हार गई थीं। अमरिंदर ने अमृतसर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार अरुण जेटली को हराया था।

वहीं, तलवंडी साबो विधानसभा सीट पर अकाली दल के प्रत्याशी जीत मोहिंदर सिंह ने 46,600 मतों के अंतर से यहां जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के हरमिंदर सिंह जस्सी को हराया। जीत मोहिंदर ने इस साल की शुरुआत में ही कांग्रेस छोड़ दी थी और अकाली दल का दामन थाम लिया था। अकाली दल से जुड़ने से पहले उन्होंने इस संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया था। 29 साल के लंबे अंतराल के बाद यह सीट अकाली दल के खाते में गई है।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (25 अगस्त)

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यह जीत क्षेत्र की जनता को समर्पित है: रश्मि वर्मा
  • भैया के अधूरे कार्यो को पूरा करने का करूँगी प्रयास
narkatiaganj news
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागजं विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी रश्मि वर्मा ने बिहार विधानसभा उपचुनाव 2014 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कांगे्रस प्रत्याशी फखरूद्दीन खाँ के 48860 मतों के मुकाबले 64602 मतों से पराजित कर दिया हैं। उल्लेखनीय है काफी अन्तर्विरोध के बावजूद श्रीमती वर्मा अपने पति के वजूद के बदौलत, अपने परिवार की राजनीतिक घराने की लाज रखने में कामयाब हुई है। रश्मि वर्मा ने इस संवाददाता को बताया कि मैं अपने समर्थकों के साथ निकली हूँ यह विजय जुलूस नहीं यह मतदाताओं के प्रति आभारोत्सव है। विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट करती हूँ, जिन्होंने अपना बहुमूल्य समय निकाल कर विपरीत परिस्थतियों में मतदान किया। पार्टी के कैडर मतदाताओं के प्रारंभिक विरोध और समर्थन के कारण इस चुनाव में लोगों की दिलचस्पी अंत तक बनी रही। चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में सिकटा विधायक दिलीप वर्मा, शिकारपुर के पूर्व मुखिया मधूप वर्मा उनकी पत्नी शीला वर्मा ने रश्मि की जीत के लिए काफी परिश्रम किया। उसके बाद रश्मि वर्मा की पुत्री अंशा और उनकी वयोवृद्ध माँ समान सास ने उनके लिए मतदान की अपील की। उसके बाद से उनकी जीत को लोग पक्का मानने लगे। चर्चा यह कि यदि मतदान 55 प्रतिशत तक हुआ तो जीत फखरूद्दीन और यदि उससे ज्यादा होता है तो जीत रश्मि वर्मा की सुनिश्चित है। आखिरकार हुआ वही वोट का प्रतिशत करीब 60 तक पहुँच गया। मतदान के चार दिन तक उहापोह में लगे रहें लोगों की सांसे उस वक्त तक थमी रही जबतक यह घोषणा नहीं हुई कि रश्मि वर्मा को लोगों ने अपना विधायक चुन लिया हैं।

रश्मि वर्मा को बधाइयों का ताँता

नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज की नवनिर्वाचित विधायक रश्मि वर्मा ने आज सोमवार को आमजनों को जीत के प्रति आभार प्रकट किया। दूसरी ओर रश्मि वर्मा को बधाई देने वालों में हिमांशु कुमार चैरसिया उर्फ सन्नी चैरसिया ने कहा कि श्रीमती वर्मा ने शहर के लोगों का दिल जीत लिया है और भविष्य में पूरे क्षेत्र के लोगों का दिल जीत लेगी। भाजपा के जिला कार्यसमिति सदस्य नगीना पासवान, जिला व्यवसाय मंच के राजेश जायसवाल व अन्य ने रश्मि वर्मा की जीत पर उन्हे बधाई दिया है। रश्मि वर्मा ने सभी बधाई देने वालों को शुभकामना दी है और कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैं सबके उम्मीदो पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी। हालाकि समय कम रहेगा और प्रतिपक्षी दल की सरकार है, फिर भी प्रयास होगा कि वे क्षेत्र की जनता के लिए काफी कार्य करूं।

मारने व झुठा मुकदमा में फंसाने की धमकी

बेतिया/रामनगर (कासं.) रामनगर थाना क्षेंत्र के रैली बाजार निवासी अनिल कुमार सोनी पिता मोतीलाी सोनी ने अपने चचेरे भाई किरणशंकर सोनी पिता बिन्दालाल प्रसाद पर पुश्तैनी जमीन के मामले को लेकर झुठे मुकदमा में फँसाने और धमकाने का आरोप लगाते हुए, रामनगर थाना में एक आवेदन 22 अगस्त 2014 को दिया है। आवेदक अनिल कुमार सोनी ने पुलिस को दिये अपने आवेदन में लिखा है कि 21 अगस्त 2014 की शाम किरण शंकर ने मोबाइल नम्बर 7739231422 से 8757141021 पर सम्पर्क कर जान मारने और झुठे मुकदमा में फंसाने की धमकी दिया। उन्होंने यह भी लिखा है कि किरणशंकर सोनी जो अपने गृहजिला में पुलिस विभाग में पदस्थापित है। 

सुप्रीम कोर्ट ने 1993 से 2010 तक के कोल आवंटन को अवैध घोषित किया

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सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाला मामले में सोमवार को 1993 से 2010 तक हुए सभी कोल ब्लॉक आवंटनों को गैरकानूनी घोषित कर दिया। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि आवंटन की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई। इसके अलावा,  नियम-कायदों को भी पूरी तरह से ताक पर रख दिया गया। हालांकि, कोर्ट ने इस समयावधि में हुए सभी 218 आवंटनों को रद्द करने के लिए अभी और सुनवाई की जरूरत पर जोर दिया। चीफ जस्‍ट‍िस आर एम लोढ़ा की अध्यक्षता वाली बेंच ने आवंटन का काम देख रहीं 36 स्क्रीनिंग कमेटियों के कामकाज में भी कमियां होने की बात कही। कोर्ट ने कहा कि कोल ब्लॉक के आवंटन में आम लोगों के हितों का भी ध्यान नहीं रखा गया। 

सूत्रों के मुताबिक, आगामी 1 सितबंर को होने वाली सुनवाई में सभी आवंटनों को रद्द करने का फैसला लिया जा सकता है। दरअसल, चीफ जस्टिस की बेंच 194 कोल ब्लॉक आवंटन में अनियमितता की सुनवाई कर रही थी। ये कोल ब्लॉक झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और मध्य प्रदेश में निजी कंपनियों और पार्टियों को 2004 से 2011 के बीच आवंटित किए गए थे। 
  
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा कि कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में यूपीए सरकार वही पैटर्न अपना रही थी, जो एनडीए ने तैयार किया था। एनडीए के शासनकाल में एक भी कोल ब्लॉक का आवंटन विज्ञापन देकर नहीं किया गया, जिसे यूपीए सरकार ने भी अपनाया। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (25 अगस्त)

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अतिक्रमणकारियों ने दिखाई दबंगता, मकान एवं दुकान में की तोड़फोड़, एफआईआर करवाई दर्ज

झाबुआ--- स्थानीय मालीसेरी गली में वीरचंद पिता पन्नालाल पडियार के मकान के पीछे खाली भूमि पर विशाल पिता मांगीलाल बसोड़ एवं 2-3 अन्य रहवासियों द्वारा पिछले 6-7 महीनों पूर्व अतिक्रमण कर लिया गया था। जिसका माननीय न्यायालय में प्रकरण चलने के बाद वीरचंद पडियार के पक्ष में फैसला होने पर रविवार को सुबह अतिक्रमण हटाने राजस्व एवं पुलिस विभाग का अमला अतिक्रमण स्थल पर पहुंचा और सख्ती से अतिक्रमण हटवाया। इस दौरान अतिक्रमणकारियों से श्री पडियार के साथ कोई विवाद नहीं करने का सहमति पत्र लिखवाया गया। इसके बावजूद रविवार रात्रि में लगभग 8-10 युवकों द्वारा श्री पडियार के मकान एवं दुकान पर तोड़़फोड़ की गई, पत्थरों एवं ईंट से सामान को नुकसान पहुंचाया वहीं श्री पडियार के परिजनों के साथ भी हाथापाई की। इसकी रिपोर्ट पुलिस थाना झाबुआ में श्री पडियार द्वारा की गई है। उल्लेखनीय है कि श्री पडियार और अतिक्रमणकारी श्री बसोड़ का न्यायालय में प्रकरण चल रहा था। जिसमें श्री पडियार के पक्ष में फैसला हुआ। इसके पश्चात् श्री पडियार द्वारा तहसील कार्यालय में आवेदन अतिक्रमण हटाने हेतु दिया गया। जिस पर रविवार को सुबह राजस्व एवं पुलिस विभाग का अमला अतिक्रमणस्थल पर पहुंचा। अतिक्रमणकारियों द्वारा उस दौरान भी अपनी दबंगई दिखाई गई, लेकिन श्री पडियार द्वारा एफआईआर करने के भय से उस दौरान अतिक्रमणकारियों ने अपना अतिक्रमण हटा लिया। उस दौरान सहमति पत्र पर अतिक्रमणकारियों से यह लिखवाया गया कि वह श्री पडियार के साथ कोई विवाद या मारपीट नहीं की जाए।

मकान एवं दुकान पर किया पथराव
रविवार रात्रि लगभग साढ़े 8 बजे 8-10 युवक चार पहिया वाहन मे ंआए और विवाद तथा मारपीट करना शुरू कर दी गई। श्री पडियार ने बताया कि उनकी दुकान पर गल्ले में नगदी रखी हुई थी, जो चुरा ली। इसके साथ ही बोतल एवं दुकान का अन्य सामान उथल-पुथल कर दिया। दुुकान में रखे कम्प्यूटर को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया। अतिक्रमणकारियों ने मकान के अंदर घुसकर भी टेबल-कुर्सी फैंक दी तथा मकान के दरवाजे पर ईंट फैंकी। इस दौरान दुकान पर बैठी श्री पडियार की पत्नी को भी कान पर चोट पहुंची वहीं अन्य परिजनों के साथ भी हाथापाई की।

पुलिस को देख भागे अतिक्रमणकारी
श्री पडियार द्वारा इसकी रिपोर्ट पुलिस थाना झाबुआ में करवाई गई। रिपोर्ट पर थाना प्रभारी आरसी भाकर द्वारा तत्काल पुलिस अमले को वाहन के साथ रवाना किया गया। पुलिस वाहन को देखते ही अतिक्रमणकारी वहां से भाग खड़े हुए और इधर-उधर तितर-बितर हो गए। श्री पडियार के अनुसार सभी युवक शराब के नशे में थे और उनके द्वारा काफी देर तक हंगामा मचाया गया। पुलिस ने प्राथमिकी धारा 123, 504 में कायमी की।

शहर में तेजी से बढ़ रहा अतिक्रमण
शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में इन दिनों तेजी से अतिक्रमण हो रहा है। शहर में अस्थायी अतिक्रमण की भरमार है। जिला चिकित्सालय के सामने रोगी कल्याण समिति द्वारा निर्मित दुकानों के व्यवसाईयों ने अपनी दुकानों के बाहर सड़क तक अतिक्रमण कर लिया है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। इस ओर जवाबदार नगरपालिका एवं राजस्व विभाग आंख मूंदे बैठे है वहीं विजय स्तंभ तिराह, काॅलेज मार्ग, सज्जन रोड़, मेन बाजार, थांदला गेट, आजाद चैक, राजवाड़ा चैक आदि स्थानों पर ठेलागाड़ी एवं सब्जी व्यवसाईयों ने कब्जा जमा रखा है। कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासन द्वारा बस स्टेंड पर तो अतिक्रमण हटा दिया गया है लेकिन मुख्य बाजारों में तेजी से हो रहे अस्थायी अतिक्रमण की ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है।

पुलिस कर रहीं समझौते की बात
इस प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ से जानकारी लेने पर बताया कि रविवार को प्राथमिकी में 123., 504 में रिपोर्ट दर्ज की गई थी, किन्तु सोमवार को सुबह पुलिस द्वारा वहां पहुंचने पर दोनो पक्षों ने किसी प्रकार का झगड़ा नही ंहोने की बात बताते हुए समझौता हो जाने की जानकारी दी है, इसलिए पुलिस स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

साजरंग  ने आयोजित देशभक्ति और नृत्य स्पर्धा- जिले के उदीयमान बाल कलाकारों ने दी उत्कृष्ठ प्रस्तुतिया 

झाबुआ ---- नगर की सांस्कृतिक संस्था साजरंग द्वारा आयोजित देशभक्ति और नृत्यस्पर्धा ने राष्ट्रप्रेम की भावना से कार्यक्रम में मौजूद दर्षकों को आल्हादित किया तथा सभी ने एक स्वर से इसकी भूरी भूरी प्रसंशा की । प्रतियोगिता का समापन विधायक शांतिलाल बिलवाल, जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे , मनीष व्यास, संशवंत भंडारी, एवं नाकोडा आटोमोबाईल के लककी के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ । कलाकारों की शानदार प्रस्तुति  की सभी ने मुक्त कंठ से प्रसंशा करते हुए बच्चोंकी हौसला अफजाई की । 17 अगस्त को हुए आडिषनटेस्ट में चयनीत कलाकारों ने रविार को स्थानीय डीआरपी लाईन के  सामुदायिक हाल में अपनी प्रस्तुतिया दी । तरानों से स्थानीय डीआरपी हाल गुंजायमान हो उठा । किसी की सीमापर तैनात सैनिको का जज्बा दिखा तो किसी ने झांसी की रानी बन कर दर्शको को रोमांचित कर दिया । एकल नृत्य में  प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली दुर्वा जोशी के नृत्य मौजूदा लोगोंको खडे होकर ताली बजाने पर बाध्य कर दिया ।जूनियर एकल नृत्य में दूसरे स्थान पर आद्या आचार्य रही । समुह नृत्य में प्रतिभागियों के बीच कांटे की टक्कर रही । समान अंकों के बाद मुकाबला केषव विद्या पीठ और शाबाउमावि मेघनगर के बीच टाई हो गई । विशेषज्ञ पैनल के निर्णय के अनुसार समूह नृत्य में विजेता का फैसला  सिकका उछाल कर किया गया । सीनियर एकल गायन मे कबीरसिंह ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया । सीनियर एकल गायन में कबीरसिंह ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया । सीनियरएकल गायन मे द्वितीय स्थान पर यामीनि परसाई रही । जुनियर एकल गायन में प्रथम स्थान पर निहाली चैहान तथा दूसरे स्थान पर गरीमा अहिरवाल रही । समूह गायन स्पंदन समूह ने अपना परचम लहराया । समूह गायन मे दूसरे स्थान पर सरसवती शिशु मंदिर के छात्र रहे । सभी विजेताओं को आकर्षक ट्राफी प्रदान की गई । कार्यक्रम का सफल संचालन संस्थाध्यक्ष धर्मेन्द्र मालवीय ने किया । फायनल राउंड मे रविवार को 21 कलाकारों और समूह ने अपनी प्रस्तुति दी । निर्णायक मंडल में मनीषव्या, वीरेन्द्र ठाकुर, तिलोत्तमा ठाकुर और रजनी त्रिवेदी  थे ।

पाॅंचवे दिन प्रभु श्री महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव सभी जैन मंदिरों में मनाया जायेगा।

झाबुआ --- महावीर बाग स्मारक समिति तथा गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिरजी समिती की और से जानकारी देते हुये संजय कांठी ने बताया कि श्री महावीर बाग स्मारक जहाॅ के मूलनायक श्री महावीर स्वामी हैं जहाॅ चैमुखी प्रतिमा में से तीन दिशा में श्री महावीर स्वामी तथा एक दिशा में भगवान के गणघर लब्धि के भण्डार श्री गौतम स्वामी विराजीव हैं वहाॅ पर भी जन्म कल्याणक महोत्सव को धुमधाम से मनाया जावेगा। श्री महावीर बाग स्मारक पर आज के दिन सामुहिक अंगरचना की जावेगी। अंगरचना की तैयारी देख रहे नरेन्द्र पगारिया तथा रमेश बाढिया ने बताया कि सामूहिक अंग रचना में समाजगण के दवारा बढ़चढ कर हिस्सा लिया जा रहा हैं अभी तक लगभग 35 से अधिक परिवार वालों ने इसमें अपना नाम लिखवा लिया हैं। अंगरचना आंगी विशेषज्ञ यमबहादुर दवारा बनाई जावेगी। चैथ दिन की अंगरचना का लाभ रमेश कुमार हर्ष कुमार युवम बाढिया परिवार ने लिया हैं।

गवली प्रतियोगिता के परिणाम घोषित
श्री हेमेन्द्र सूरी महिला मण्डल दवारा आयोजित गवली प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा करते हुये मण्डल अध्यक्ष श्रीमती सरोज सकलेचा तथा कोषाध्यक्ष समता कांठी ने बताया कि गवली प्रतियोगिता जिसको की तीन वर्ग में बाॅटा गया था। उसमें सिनियर वर्ग में प्रथम उर्वशी मुथा द्वितीय स्तुती मेहता एवं युक्ति मेहता तथा तृतीय पलक जैन रही। जूनियर वर्ग में प्रथम अनंश जैन द्वितीय सार्थक मेहता तृतीय मोक्षा पोरवाल रही। सब सुनियर वर्ग में प्रथम वामा जैन तथा द्वितीय विरती कांठी रही। निर्णायक की भूमिका श्री संघ की धर्मनिष्ठ महिला श्रीमती वीणा कटारिया तथा श्रीमती सुनिता पोरवाल अदा की। गवली प्रतियोगिता मंे मण्डल की श्रीमती पूर्णिमा कोठारी तथा सुरेखा मोदी, मधु कांठी, ऊषा बाढिया तथा अन्य सदस्यों ने विशेष सहयोग दिया।

आचार्य  धनचन्द्र सूरी एवं तीथेन्द्र सूरी के आभा मण्डल लगाये जायेगे
श्री गौड़ी पाश्र्वनाथ तीर्थ पर गुरू मंदिर जी जिसमें तीन प्रतिमा विराजीत हैं उसमें मुख्य प्रतिमा श्री राजेन्द्र सूरी म.सा के आस-पास गुरूदेव के पट्टघर आचार्य श्री धनचन्द्र सूरिश्वर म. सा तथा आचार्य श्री तीथेन्द्र सूरिश्वरजी म.सा की प्रतिमा विराजीत हैं। उन दोनों प्रतिमा के पीछे आज आभा मण्डल लगाया जायेगा। आभा मण्डल को उड़ीसा के कारीगरों ने तथा उस पर सुन्दर कलर अमीचन्द्र भाई ने किया हैं। आचार्य श्री तीर्थेन्द्र सूरी म.सा का आभा मण्डल स्व. नंगीनलालजी कांठी जिनका इस तीर्थ विकास में काफी योगदान रहा हैं, उनके परिवार की ओर से किया जावेगा।

पर्युषण पर्व में कल्पसूत्र वाचन आज से प्रारम्भ

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झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेडा आज रविवार को प्रातः 8 बजे श्री शताब्दी भवन धर्मशाला में ठहरे हुऐ चातुर्मास के मुख्य लाभार्थी श्रीमती लीलादेवी माणकराज जी पूत्र सुरेन्द्रकुमार जी गजेन्द्रकुमार जी सिंघवी परिवार के यहा से विशाल शौभायात्रा के साथ गाजते बाजते कल्पसूत्र ग्रंथ के लाभार्थी परिवार द्वारा सिर पर उठाकर भरतपूर नगर प्रवचन पाण्डाल में हर्षोल्लास के साथ लाया गया । प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा., शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में पर्युषण पर्व के चतुर्थ दिवस पर कल्पसूत्र श्रीमती लीलादेवी माणकराज जी पूत्र सूरेन्द्रकुमार, गजेन्द्रकुमार ’’पिंकु सा’’ सिंघवी परिवार सुमेरपुर जोधपुर द्वारा वोहराया गया । साथ ही प्रथम ज्ञानपूजा का लाभ चातुर्मास मुख्य आयोजक श्रीमती दीवाली बेन बाबुलालजी वर्धन परिवार द्वितीय ज्ञानपूजा का लाभ श्री भंवरलाल जी दरगाजी जोगाणी परिवार भीनमाल, तृतीय ज्ञानपूजा का लाभ श्री पुखराजजी केसरीमलजी कंकुचोपड़ा परिवार आहोर, चतुर्थ ज्ञानपूजा का लाभ श्री मांगीलालजी मुन्नीलाल जी रामाणी परिवार पंचम ज्ञानपूजा का लाभ श्री भीकमचंदजी मयणाजी भीनमाल चित्रदुर्ग वालों को प्राप्त हुआ । कल्पसूत्र की अष्टप्रकारी पूजा का लाभ श्री मांगीलाल जी इन्दरमलजी रामाणी परिवार गुड़ाबालोतान वालों को प्राप्त हुआ । कल्पसूत्र की ज्ञानपूजा से पूर्व गहुंली श्रीमती पुष्पाबेन घेवरचंद जी वाणीगोता भीनमाल मुम्बई द्वारा स्वर्ण एवं रजत अक्षत द्वारा की गई । कल्पसूत्र वोहराने के पश्चात् सिंघवी परिवार सुमेरपुर-जोधपूर वालों ने स्वर्ण एवं रजत पुष्पों से कल्पसूत्र ग्रंथ की ज्ञानपूजा की । आज की जय तलेटी यात्रा के हाथी पर बैठकर संघपति बनने का लाभ श्री पुखराज जी जयंतीलाल जी कंकुचोपड़ा आहोर वालों को प्राप्त हुआ और बग्गी में बैठने का लाभ श्रीमती मफीबाई दरगाजी पांचसौवोरा परिवार संचैर को प्राप्त हुआ । ग्रंथ वोहराने के पश्चात् आचार्य श्री ने पवित्र जैन कल्पसूत्र शास्त्र का वांचन प्रारम्भ किया । यह वांचन 28 अगस्त तक नियमित रुप से किया जायेगा । कल्पसूत्र वांचन के दौरान 26 अगस्त मंगलवार को प्रभु श्री महावीर भगवान का जन्मोत्सव बडे ही धुमधाम से दोपहर में मनाया जायेगा । मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने आराधकों को जानकारी देते हुऐ बताया कि कल्पसूत्र ग्रंथ के वांचन के दौरान 26 अगस्त को भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव का वांचन आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. के मुखारबिंद से किया जायेगा । जन्मोत्सव वांचन के तुरन्त बाद प्रभु का पालना लाभार्थी परिवार के द्वारा झुलाया जायेगा और लाभार्थी परिवार अपने सिर पर पालना लेकर विशाल शौभा यात्रा के साथ श्री आदिनाथ जिन मंदिर में प्रभु के पालने को रखेगें । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । पर्युषण पर्व में आराधकों द्वारा 51 उपवास, 41 उपवास, 36 उपवास, 31 उपवास, 21 उपवास, 16 उपवास एवं सामुहिक अट्ठाई तपस्या की जा रही है । तपस्या की झड़ी लगी हुई है । रात्रि भक्तिभावना में श्री विद्या शर्मा आगरा, प्रेरणा भटनागर मंदसौर ने समस्त आराधकों को भक्ति रस में भाव विभोर किया एवं नृत्य कलाकार कुं. आशा भीलवाड़ा ने भवाई नृत्य की प्रस्तुति दी वही भाई मोहनलाल ने सिर पर तपेली रखकर चाय बनाकर नृत्य किया और एकाग्रता के साथ श्री आदिनाथ प्रभु की भक्ति भावना में नृत्य कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया । भक्ति भावना में लक्की ड्रा का आयोजन किया गया।

मुक बधीर बच्चों ने सुपारी-खारक से बनाई 207 गणेश प्रतिमायें 

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झाबुआ --- शास्त्रों में गणेश जी के विग्रह के रूप  में सुपारी को गणेशजी का प्रतीक मान कर पूजा करने का विधान है और इसी भावना से प्रेरित होकर स्थानीय  विकलांग पुनर्वास केन्द्र झाबुआ के मुकबधीर बच्चों ने सार्थक  कर दिखाया है । स्थानीय विकलांग पुनर्वास केन्द्र के मुकबधीर बच्चों ने इस वर्ष सुपारी से 207 गणेशजी की प्रतिमाऐं बनाई है जो इनके जज्बे एवं प्रतिभा का जीता जागता उदाहरण हे । विकलांग केन्द्र में  प्रशिक्षक आशीष पाण्डे एवं व्यवस्थापक शैलेन्द्र राठौर ने गायत्री परिवार के विनोद जायसवाल की प्रेरणा से  इस संकल्प का साकार करने का बिडा उठाया और  मुक बधीर बच्चों को   सुपारी से गणेशजी 207 आकर्षक प्रतिमायें मात्र डेढ दिन की अवधि मे बना कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है ।  प्रशिक्षक आशीष पाण्डे ने जानकारी देते हुए बताया कि बाजार से सुपारी, माला, मुकेट, साफा, फेब्रिक कलर लाकर पर्यावरण की दृष्टि से इन गणेश प्रतिमाओं को अल्प अवधि में ही बनाया है । सुपारी से बनी गणेशजी की प्रतिमायें काफी आकर्षक होकर शास्त्रोक्त विधि के अनुसार भी गणेश स्थापना से लेकर गणेश विसर्जन तक घरों में बिराजित करके  11 दिनों तक विधि विधान से ूपजी जावेगी । बाजार में मिल रही प्लास्टर आफ पेरिस एवं रासायनिक रंगों से निर्मित गणेश प्रतिमाओं ने जहां पर्यावरण पर प्रभाव पडता है वही इसे विसर्जित करने स ेजल भी दुषित होता है । मुक बधिर बच्चों के इस प्रयास की नगर में सर्वत्र प्रसंशा हो रही है । शैलेन्द्रसिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि विकलांग केन्द्र के मुकबधीर बच्चों द्वारा बनाई गई सुपारी की गणेश प्रतिमाओं की बिक्री विकलांग पुनर्वास केन्द्र पर प्रति प्रतिमा 100 रूपये के मान से शुरू हो गई है और लोग हाथो हाथ ये प्रतिमायें गणेश स्थापना के लिये ले जारहे है। उन्होने इस प्रयोग की सफलता को देखते हुए आगामी वर्ष ऐसी ही 1000 से अधिक प्रतिमायें बनाने का निर्णय लिया है । उन्होने यह भी बताया कि सुपारी से गणेश प्रतिमा मे सुपारी, खरक के बीज, मालायें, मुकुट, साफा, आदि के लिये तकनीकी सहयोग कमलेश पटेल से प्राप्त हुआ और मात्र डेढ दिन में मुक बधीर बच्चों ने  इसे साकार कर दिखाया है ।

ब्लाक कांग्रेस की बैठक समपन्न

झाबुआ ---- ब्लाक कांग्रेस कमेटी झाबुआ की बैठक स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर  हुई । बैठक में मुख्य रूप से इस वर्ष वर्षा न होने से किसानों को हो रही परेशानीयों पर चर्चा की गई । पशुओं को घास उपलब्ध न होने तथा जिले में सूखे की आंशका को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में किसानों को पर्याप्त मात्रा में मानकस्तर का रसायनिक खाद एवं सोयाबीन के बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध न होने तथा बिजली की कमी पर चर्चा की गई तथा खाद एवं बीज एवं खादॅय प्रदार्थो पर हो रही मूल्य वृद्वि पर चिता व्यक्त की गई ।तथा सहकारी क्षेत्र की दुकानों से राशन की कालाबाजारी पर भी चिंता व्यक्त की तथा पूर्व में वर्षा से फसलों को जो नुकसान हुआ उस पर किसानों को मुआवजा न मिलने पर चर्चा की गई एवं अन्य समस्याओं को लेकर क्षेत्र की जनता के साथ सडकों पर आन्दोलन कर इस जनविरोधी सरकार को जगाने का प्रयास कर लोगों की मांगों को मजुंर करने की रणनीति पर चर्चा की गई। आगामी 29 अगस्त से प्रारंभ हो रहे गणेश स्थापना के सबंध में चर्चा की गई तथा पंचायत स्तर पर सभी से आवश्यक सहयोग करने की अपिल की गई । प्रदेश में बिजली कटोती को लेकर दिनांक 30 अगस्त 14 को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेश व्यापी धरना आन्दोलन को लेकर भी चर्चा की गई।बैठक में मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने कहा कि चारो ओर मंहगाई का बोलबाला हो रहा हैकिसानों को खून के आंसू बहाने पर मजबुर होना पड रहा है।भाजपा सरकार ने चुनाव में जो वादे किए थे उसे निभाने में वह पूर्ण रूप से नाकाम रही है।पूरे जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में बिजली कटोती की जारही है ग्रामीण क्षेत्रों में 14 से 15 घन्टे बिजली कटौती की जा रही है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष ठा.हनुमंतसिंह डाबडी ने कहा कि अल्प वर्षासे किसानों के चहरे मुरझा गये है राशन की दुकानों पर राशन नही मिल पा रहा है ग्रामीण जनता गन्दा पानी पीने का मजबुर है।तथा अच्छे दिन आने की बात कहने वाली सरकार की नितियों ने जनता के बुरे दिन दिखाने में कोई कसर नहीं रखी है। प्रदेश में आज चारो ओर अराजकता का महौल है जो मुख्यमंत्री अपने आप को किसानों का हितैषी बताकर सत्ता में आया आज उन्ही किसानों के साथ भारी छलावा हो रहा है।सरकार की जनविरोधी नितियों के कारण किसान एवं आम जन भी काफी परेशान है।भाजपा सरकार नीजि कम्पनीयों एवं दलालों से साठगांठ कर किसानों को घटिया स्तर का रसायनिक खाद एवं बीज मंहगें दामों पर दिया जाया रहा है।आज प्रदेश का किसान बिजली संकट का सामना करना पड रहा है और खाद बीज के लिए दर दर भटकना पड रहा है। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह मेडा ने सभी पदाधिकारीयों का स्वागत करते हुए कहा कि ने कहा कि भाजपा ने पिछले चुनाव में जनता के साथ जो वादे किये थे उन वादों को पूरा करने के बजाय जनता को कडवी दवाई के नाम पर लुटने का कार्य कर रही है तथा बडी बडी कम्पनीयों को फायदा पहुंचाने का कार्य कर रही है। भाजपा सरकार को गरीब लोगों से कोई लेना देना नहीं है केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा बजट में मंहगाई एवं कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के कोई कदम नहीं उठाये गये है मुनाफा खोरी एवं बिचोलिया पर भी उनकी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। क्षेत्र में पर्याप्त वर्षा न होने से सूखा पडने की आंशका बढ गई है किसान अभी तक अपनी फसले बोई नहीं है उन्होने प्रशासन से इस जिले का सर्वे कर किसानों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की बात कही है यदि किसानों को प्रशासन द्वारा तत्कल कोई राहत प्रदान नहीं की गई तो किसान मजबुर होकर अन्य कदम उठायेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन एवं सरकार की होगी। बैठक को समबोधित करते हुए हेमचन्द्र डामोर ने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में अवगत कराया तथा ग्रामीण क्षेत्र मे हेण्डपंपों एवं निर्माण कार्यो की अत्यन्त आवश्यकता है ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। मौसमी बिमरीयों भी फैल रही है जिसे रोकने की शीध्र आवश्यकता है। फसलों में कीडे लग रहे है प्रशासन स्तर पर ध्यान नही दिया जा रहा है। बैठक को सम्बोधित करते हुए ग्राम पंचायत पिटोल के श्री काना भाई ने कहा कि हमेंमिलजुल कर सगठंन को मजबुत करने की जरूरत है कांग्रेस हमारे मातृ  पार्टी है इस पार्टी ने अनेक विकास कार्य किये है जिन्हे हमें जनता के बीच लेजाकर जनता को बताना है तथा जनता की सेवा करना हैं कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री हेमचन्द्र डामोर ने किया एवं आभार ब्लाक सेवादल अध्यक्ष धुमा भाई भाभोर ने माना इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष शंकरसिंह भूरिया ,गौरव सक्सेना,  खुमसिंह,छगन डामोर,धुन संरपच, गुलाब सरपंच , धनजी सरंपच, तोलिया भाई, भूरजी पण्डा सरपंच, पारू सरपचं ,अनसिंह सरपंचढेबर, अनसिंह उमरीयावंजत्री सहित अनेक सरपंच एवं ब्लाक कार्यकर्ता तथा पदाधिकारी उपस्थित थे।

जिले में राश्न की हो रही है कालाबाजारी कांग्रेस का प्रतिनिधि मण्डल कलेक्टर से मिला

झाबुआ,----जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गा्रमीण अंचलों मे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को तथा आम गरीबों को प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज न मिलने के सबंध में जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया के नेतृत्व में सरपंच एवं ग्रामीणों का प्रतिनिधि मण्डल आज प्रभारी कलेक्टर धनराजू एस से मिलकर चर्चा कर अवगत कराया कि झाबुआ जिले के गा्रमीण अंचलों में गरीब आदिवासियों को अनाज नहीं मिल रहा है और न ही प्रसाश् ान द्वारा वितरीत पर्चीया नहीं मिल रही है , ऐसे गरीब कहां जावे। ध् जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट ने जानकारी देते हुए बताया कि सुश्री भूरिया ने प्रभारी कलेक्टर को अवगत कराया कि सहकारी क्षेत्रों पर प्रशासन का कोई नियत्रंण नहीं रहा है राश्न की काला बाजारी हो रही है एवं ग्रामीण परेशान हो रहे है समय समय पर दुकानें नहीं खुल रही है। जिसका तत्काल कार्यवाही की जावे।प्रभारी कलेक्टर धनराजू एस ने अधिकारीयों से चर्चा कर सबंधीत को समस्या का हल कराने का आश्वासन दिया।

मक्का उपार्जन के लिए 10 केन्द्र निर्धारित, किसानो का पंजीयन 11 सितम्बर से 10 अक्टूबर तक किया जाएगा

झाबुआ ----खरीफ विपणन वर्ष 2014-15 में जिले में मोटे अनाज को समर्थन मूल्य पर ई-उपार्जन के लिए जिले में 10 खरीदी केन्द्र बनाये गये है। इन खरीदी केन्द्रो पर ही 11 सितम्बर से 10 अक्टूबर तक पूर्व से पंजीकृत किसानो का पंजीयन अपडेट किया जाएगा एवं नये किसानो का पंजीयन किया जाएगा। खरीदी 27 अक्टूबर से 25 जनवरी 2015 तक की जाएगी। खरीदी व्यापक स्तर पर हो इसके लिए आज 25 अक्टूबर को कलेक्टर कक्ष में बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी कलेकटर श्री धनराजू एस.ने की। बेैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खान, उपायुक्त सहकारिता श्री बबलू सातनकर, एसडीएम झाबुआ श्री अम्बाराम पाटीदार एसडीएम पेटलावद श्री एन एस राजावत सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

इन केन्द्रो पर होगा पंजीयन एवं खरीदी
अ0जा0सेवा सहकारी संस्था रानापुर, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था कालीदेवी, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था मेघनगर, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था थांदला, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था खवासा, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था पेटलावद,  अ0जा0सेवा सहकारी संस्था बामनिया, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था झकनावदा, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था सारंगी, में उपार्जन के लिए किसानो का पंजीयन किया जाएगा एवं मक्का का उपार्जन किया जाएगा।

सिलिकोसिस पिडितों को मेडिकल सर्टीफिकेट जारी करने हेतु शिविरों, प्रति सप्ताह सोमवार को आयोजित होगे

झाबुआ ----क्षैत्र में सिलिकोसिस पिडितो को मेडिकल सर्टीफिकेट जारी करने हेतु शिविरं प्रति सोमवार खण्ड स्तर पर लगाये जाएगे। खण्ड स्तर पर शिविर में चयनित गंभीर पिडितों का स्वास्थ्य परीक्षण जिला चिकित्सालय झाबुआ में चिकित्सा विशेषज्ञ एवं रेडियोलाॅजिस्ट द्वारा अनिवार्य रूप से करवाया जा कर मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किये जायेगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार जिला चिकित्सालय झाबुआ में सोमवार को डाॅ.ए.के.दुबे (रेडियाॅलाॅजिस्ट) एवं डाॅ.एम किराड (एमडी), सामु.स्वा.केन्द्र मेघनगर में सोमवार को डाॅ.वी.वर्मा(सी.बी.एम.ओ), मेघनगर एवं सामु. स्वा.केन्द्र कल्याणपुरा में सोमवार को डाॅ एस गडरिया(सी.बी.एम.ओ) द्वारा शिविर स्थल पर परीक्षण की कार्यवाही की जाएगी।

इबोला बीमारी से बचाव के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न

झाबुआ ----लाइलाज बीमारी इबोला से बचाव के लिए आज 25 अगस्त को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टर कक्ष में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी कलेक्टर श्री धनराजू एस. ने की। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रजनी डावर ने बताया कि इबोला बीमारी चिम्पजाी गोरिल्ला, चमगादड मृतपशु इत्यादि के संपर्क में आने से हो सकती है। इबोला बीमारी का कोई उपचार नहीं है और इस बीमारी से बचने के लिए इबोला मरीज के साथ सीधे संपर्क से बचना चाहिए। इबोला वायरस साबुन ब्लीच से नष्ट हो सकता है। इसलिए बार-बार साबुन से हाथ धोये। इस बीमारी के वायरस से सरदर्द बुखार, उल्टी दस्त,ब्रेन डेमेज तक होता है। भोजन को अच्छा पक्का कर खाये। बुखार आने पर तत्काल डाॅक्टार से संपर्क करे। संक्रमित व्यक्ति को छुवे नहीं। बदंर चमगादड इत्यादि के साथ नहीं खेले। पक्षियों के द्वारा खाये गये फल इत्यादि नहीं खाये।

समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक संपन्न

झाबुआ ---- प्रभारी कलेक्टर श्री धनराजू एस. ने आज 25 अगस्त को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में विभागवार समयावधि पत्र जनसुनवाई, जनशिकायत जनवाणी, सी एम हेल्पलाईन की समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिये। सभी एसडीएम यह सुनिश्चित करे कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर यदि धार्मिक स्थल का निर्माण किया जाता है, तो तत्काल हटाये। सभी एसडीएम एवं तहसीलदार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार शासकीय भूमि पर चिहिन्त धार्मिक स्थलों को हटाये। कलेक्टर की अनुमति के बिना यदि निजी भूमि पर धार्मिक स्थल निर्माणाधीन है,तो उनके विरूद्ध भी कार्यवाही करे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अवैध क्लिनिक संचालित करने वाले डाॅक्टरों के विरूद्ध एफआईआर करवाकर काॅपी कलेक्टर कार्यालय को उपलब्ध करवाये। 31 जुलाई तक का जननी सुरक्षा योजना का लंबित भुगतान शत-प्रतिशत नहीं करेगे तब तक बीएमओ,बीपीएम बीसीएम के वेतन का भुगतान नहीं करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये गये। जो माता-पिता बच्चों को स्कूल नहीं भेजते है उनके विरूद्ध शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत दण्डात्मक कार्यवाही करने के निर्देश सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को दिये गये। सभी जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि शासकीय सेवको को पात्रतानुसार शासकीय आवास गृह उपलब्घ करवाए जाए एवं शासकीय सेवको के जिनके स्वयं के मकान है उनसे आवास गृह खाली करवाए जाए साथ ही ऐसे अधिकारी/कर्मचारी जिनके स्वयं के मकान हो सूची दी जाए। संघ के सभी पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों को शासन से प्राप्त निर्देशो की प्रतियां समय-समय पर उपलब्घ कराई जावे। सभी कर्मचारियों को प्रतिमाह वेतनपर्ची देना सुनिश्चित करे। जिले के कर्मचारियों के सेवा अभिलेखों का कोष एवं लेखा पेंशन कार्यालय इंदौर से समय पर अनुमोदन करवाया जाए। समस्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह में पदक्रम सूची जारी की जावे एवं प्रत्येक कर्मचारी को एक प्रति उपलब्घ कराई जावे। सेवा पुस्तिका में वेतन निर्धारण कराया जावे। सेवा पुस्तिका दो प्रतियों में संधारित की जावे एक प्रति कर्मचारी को उपलब्घ कराई जावे सेवा-पुस्तिका में सभी प्रविष्ठियां की जाकर अधिकारी के समक्ष अवलोकन एवं हस्ताक्षरार्थ रखी जाये। गुमशुदा कटोत्रे के संबंध में वर्ष में दो बार कर्मचारी को मिलान एवं सुधार हेतु महालेखाकार ग्वालियर भेजा जावे। ऐसे शासकीय सेवक जो आगामी 6 माह में सेवानिवृत्त होने वाले है, उनके पेंशन प्रकरण समय पर तैयार किए जाकर जिला कोषालय में प्रस्तुत किए जावे। समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खाते में वर्दी का पैसा जमा किया जावे। संबंधित कर्मचारी द्वारा कपडा खरीदा है और वर्दी सिलवाई है इसकी पुष्टि अधिकारी द्वारा की जावेगी।  बैठक में जिला अधिकारी उपस्थित थे।

राहगीरो को लट्ठ से मारपिट कर की लुट 

झाबूआ---फरियादी रविन्द्र पिता जमनालाल पाटीदार, उम्र 25 वर्ष निवासी बोलासा ने बताया कि वे अपनी मो0सा0 से कथा हेतु पंडित को लेकर वापस घर आते समय पिठडी रोड पर अचानक 4 अज्ञात बदमाश सामने आ गये, मो0सा0 गिर गई व डण्डो व लटठ से मारपीट कर जीओनी-पी-4 कंपनी का मोबाइल सीम नंबर 975372145 व 7389766494, कीमती 3000 रू0 व पर्स से रखे 1000 रू0 का लूटकर ले गये। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रमांक 201/14, धारा 394 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

नकदी व रकमो की हूई चोरी 
झाबूआ---फरियादी दीपमाला पिता इन्दरलाल धारू, निवासी थांदला ने बताया कि अज्ञात बदमाश क्वाटर का ताला तोडकर अलमारी में रखे नगदी 10,000 रू0, एक सोने की अंगूठी व 4 एटीएम कार्ड चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 403/14, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

नदी मे डूबने से मौत
झाबूआ---हुरा पिता नाथू अजनार, उम्र 50 वर्ष निवासी भूराडाबरा ने बताया कि दयाराम पिता हुरा अजनार, उम्र 05 वर्ष, निवासी भूराडाबरा की नदी में डूबने से मृत्यु हो गयी। प्रकरण में थाना कालीदेवी में मर्ग क्रमांक 33/14, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया।

कर्नाटक उपचुनाव : कांग्रेस का बेल्लारी सहित 2 सीटों पर कब्जा

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कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को राज्य में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने कभी अपना गढ़ रहे बेल्लारी सहित दो सीटों पर जीत हासिल कर ली, जबकि भारतीय जनता पार्टी को शिकारीपुरा सीट पर जीत मिली। कांग्रेस उम्मीदवार एन. वाई. गोपालकृष्ण को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार ओबलेश को 33,104 मतों से पराजित किया। गोपालकृष्ण को कुल 83,906 मत मिले, जबकि ओबलेश को 50,802 मत प्राप्त हुए।

इस सीट पर मई 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बीएसआर के टिकट पर बी.आर. श्रीरामुलू विजयी हुए थे। पिछले आम चुनाव में वह भाजपा के टिकट पर बेल्लारी संसदीय सीट से विजयी हुए और उसके बाद विधानसभा सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा। चिकोडी-सादालगा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार गणेश हुकेरी ने भाजपा के उम्मीदवार के. एम. मल्लिकार्जुन को 31,820 मतों से पराजित किया।

शिकापीरपुर सीट पर भाजपा के बी. वाई. राघवेंद्र ने कांग्रेस के एच. एस. शांतावीरप्पा गौड़ा को 6,430 मतों के मामूली अंतर से हराया। 17 अप्रैल को आम चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद यहां हुए पहले उपचुनाव में राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर रिकार्ड मतदान हुए। चिकोडी में 86 प्रतिशत, शिकारीपुरा में 72 प्रतिशत और बेल्लारी में 71 प्रतिशत मतदान हुए।

कांग्रेस के पूर्व मंत्री तथा गणेश हुकेरी के पिता प्रकाश हुकेरी ने चिकोडी लोकसभा सीट से विजयी होने के बाद चिकोडी विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया, तथा इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शिमोगा लोकसभा सीट से विजयी होने के बाद शिकारीपुरा विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। जिसके कारण दोनों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराना पड़ा।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (25 अगस्त)

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राजजात यात्रा पहंुची अपने आठवे पड़ाव चेपडि़यूं

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देहरादून 25 अगस्त, (निस)। सोमवार को श्री नन्दा देवी राजजात यात्रा सातवे पड़ाव कुलसारी से आठवें पड़ाव चेपडि़यूं पहंुची, थराली में देवराड़ा व आस पास के ग्रामीणों ने यात्रा का स्वागत किया तथा देवी का आर्शीवाद प्राप्त किया। चेपडि़यूं नन्दा के ससुराल का पड़ाव है। समीप के देवराडा गांव में नन्दा वधाण एवं कुरूड़ में वर्ष में छह-छह माह प्रवास करती हैं। यहां के लोगों ने नन्दा के स्वागत के लिये विशेष तैयारियां की हंै। इससे पूर्व नन्दा राजजात यात्रा रविवार को देर सांय कुलसारी पंहुची, अब यात्रा पहाडी उतार- चढ़ाव के बाद सीधे सड़क मार्ग से प्रस्थान कर रही है। कुलसारी का नन्दा राजजात यात्रा में विशेष महत्व है, कालरात्रि में दक्षिण काली के श्री यंत्र की विशेष पूजा हुई, कासुआ के राजकुवंर व राजपुरोहित इसमें शामिल हुए। नैनाविनायक, कोब थान, पास्तोली, जबरकोट, कुमारी भगवती की छतोली भी यहां पर यात्रा में शाामिल हुई। इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष डा. ए.पी.मैखुरी, विधायक थराली जीत राम सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।  

सरकार का निर्णय अधूरा:  शर्मा

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार का नया भूमि बंदोबस्त करने और नयाबाद एक्ट को फिर से लागू करने का निर्णय अधूरा है। उन्होंने कहा कि फिर भी यह पहाड़ के किसानों के हित में चलाई गई किसान महासभा की मुहीम की आंशिक जीत है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एकमात्र अखिल भारतीय किसान महासभा ही ऐसा संगठन रहा है जो वर्षों से पहाड़ में नया भूमि बंदोबस्त व बेनाप बंजर भूमि को ग़रीबों में बांटने, अनिवार्य चकबंदी और नया भूमि सुधार कानून बनाने की मुहीम चला रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के पर्वतीय किसानों, अनुसूचित जातियों व जनजातियों की जमीनों के लगातार छिनते जाने और पहाड़ में कृषि भूमि के विस्तार पर अंतिम बंदोबस्त के बाद से ही लगी रोक के कारण आज उनकी बड़ी संख्या भूमिहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उक्त फैसला जरूर स्वागत योग्य है परन्तु यह फैसला अधूरा है। इसका फ़ायदा प्रदेश के गरीब किसानों को तब तक नहीं मिल सकता है जब तक सरकार बेनाप-बंजर भूमि को पंचायतों को हस्तांतरित नहीं कर देती है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में चकबंदी को अनिवार्य कर कानूनी तौर पर लागू किया जाय तथा बंदरों, सूअरों व आवारा जानवरों से पहाड़ की खेती की रक्षा एवं पर्वतीय कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य व सरकारी खरीद की गारंटी की जाय।

कालेज बंद कराने को लेकर छात्रों की पुलिस से भिड़ंत 

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। मेरिट के आधार पर डिग्री कालेजों में प्रवेश को लेकर छात्र संघर्ष समिति ने मोर्चा खोलते सोमवार को राजधानी के समस्त महाविद्यालयों में तालाबंदी की। इस दौरान डीएवी कालेज बंद कराने को लेकर प्रदर्शनकारी छात्रों व पुलिस में भिड़ंत हो गयी जिसके चलते पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।छात्र संघर्ष समिति से जुडे हुए छात्र सोमवार को डीएवी कालेज के समक्ष एकत्र हुए। उन्होने कालेज प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के बीच जैसे ही कालेज को बंद कराने का प्रयास किया तो वहां पहले ही मौजूद पुलिस ने उन्हे रोक दिया जिसको लेकर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोक झोंक व धक्का मुक्की हुई। छात्रों के उग्र रूख को नियत्रिंत करने के लिये पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू की जिससे वहां भगदड़ मच गई। इसके बाद छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए कालेज प्रशासन को कालेज बंद करना पड़ा। वहीं अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत समिति ने डीबीएस, एमकेपी व एसएसजीआरआर कालेज भी बंद करा दिये। उनका कहना था कि  मैरिट के आधार पर प्रवेश को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जायेगा चाहे इसके लिये उन्हे उग्र आंदोलन ही क्यों न करना पड़े। उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मैरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया का निर्णय वापस नही लिया जायेगा वे अपना आंदोलन इसी तरह जारी रखेगें।उनका कहना था कि मैरिट के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया से आईसीएसई व सीबीएसई के ही छात्रों को इसका लाभ मिलेगा बाकि के छात्रों का भविष्य ही बर्बाद हो जायेगा। इस छात्र विरोधी निर्णय को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जायेगा। इस दौरान छात्र नेताओं ने कालेज गेट पर धरना देकर प्राचार्य डा देवेन्द्र भसीन के इस्तीफे की मांग की। वहीं कालेज गेट पर धरने को लेकर छात्रों की पुलिस से भी नोक-झोंक हुई। इस दौरान डीएवी कालेज छात्र संघ के अध्यक्ष सिद्धार्थ राणा, अंशुल चावला, महेश जगूडी, आशीष रावत, स्वाति नेगी, राकेश नेगी, नितिन जोशी, जोगेन्द्र, अभिषेक भंडारी सहित अनेक छात्र मौजूद थे। 

संगठन से जोड़े जाएंगे 51 हजार नये हित चिंतक: महावीर

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। स्वर्ण जयंति को दृष्टिगत रखते हुए विहिप ने इस वर्ष प्रदेशभर में 51 हजार नये हित चिंतक को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्यकर्ताओं को दायित्व सौप दिये गये है। इसके अलावा संगठन ने आगामी कार्यक्रमों की भी रूपरेखा तैयार की है। धर्मपुर सुमननगर स्थित विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान विहिप के केन्द्रीय मंत्री महावीर ने कहा कि विहिप की स्थापना कृष्ण जन्माष्टमी के दिन 1954 में हुई थी और तभी से संगठन ने देश-विदेश में सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, गौरक्षा, सेवा, सुरक्षा सहित तमाम क्षेत्रों में कार्य किया। उन्होंने कहा कि विहिप इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से आगामी वर्ष 2015 तक स्वर्ण जयंती स्थापना वर्ष के रूप में मनायेगी। नवम्बर 2014 से जनवरी 2015 तक हिन्दू सम्मेलनों का आयोजन किया जायेगा, जिसको लेकर आवश्यक रणनीति बनायी जा रही है। इसके अलावा 2 नवम्बर को 1 लाख यूनिटों द्वारा रक्तदान किया जायेगा, जबकि मार्च 2015 में 1 लाख गांवो में राम नवमी को उत्साह के साथ मनाया जायेगा। इसके अलावा संगठन ने जेहादी, माओवाद, लव जेहाद तथा सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की दिशा में भी कार्य करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आज भारत के 50 हजार गांवों में लगभग विहिप के 3 लाख कार्यकर्ता शिक्षा, स्वास्थ्य, गांव उत्थान के क्षेेत्र में सेवा कार्य कर रहे हैं, जबकि 51 हजार गांवो में शिक्षा मंदिर के माध्यम से 20 लाख ग्रामीणों को शिक्षा दी जा रही है, और 151 छात्रावासों के माध्यम से 50 हजार से अधिक विद्यार्थियों के आवास, संस्कार व शिक्षा की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष प्रदेशभर में 51 हजार नये हित चिंतक को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य रखने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की सफलता को कार्यकर्ताओं को दायित्व सौंपे गये है। पत्रकार वार्ता मंे महेन्द्र सिंह नेगी, चन्द्रगुप्त विक्रम, अशोक विडलांस, लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, रविदेव आनंद, कृपा शंकर आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा एकाउंटेंट

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। सीबीआई की टीम ने कैंट बोर्ड दफ्तर में तैनात एकाउंटेंट को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की इस कार्रवाई से कैंट बोर्ड प्रशासन में हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार गढ़ी कैंट स्थित कैंट बोर्ड दफ्तर में तैनात सफाई कर्मी रमेश शंकर 30 जून 2014 में सेवानिवृत्त हुआ था। वह अपनी पेंशन और फण्ड आदि को लेकर कैंट बोर्ड दफ्तर के चक्कर काट रहा था। बाद में उसके पुत्र सचिन कुमार से इस संदर्भ में काम कराने की एवज में एकाउंटेंट ने 20 हजार रिश्वत की मांग की। क्योंकि पीडि़त रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिये उसने इस मामलें में केन्द्रीय जांच ब्यूरों के स्थानीय कार्यालय के अधिकारियों से सम्पर्क कर रिश्वत मांगने की शिकायत की। कैंट बोर्ड के एक अधिकारी के द्वारा काम कराने की एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीबीआई ने मामले की जांच की तो शिकायत को सही पाया। इस दौरान यह भी पता लगा कि कैंट बोर्ड का एकाउंटेंट मेनपाल सिंह एक भ्रष्ट प्रवृत्ति का व्यक्ति हैं और पूर्व में भी उसके खिलाफ शिकायते मिलती रही हैं। सीबीआई की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिये अपना जाल बिछाया और सचिन ने मैनपाल के साथ 20 हजार रुपये में बात पक्की कर ली व 5 हजार एडवांस की बात भी हो गयी। सोमवार को तय समय पर पाउडर लगे पांच हजार रूपये देकर सचिन एकाउंटेंट के पास गया। जैसे ही ही सचिन से एकाउंटेंट ने रूपये पकड़े सीबीआई की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे वह 5 हजार रूपये भी बरामद कर लिये जिस पर पाउडर लगा हुआ था। सीबीआई ने एकाउंटेंट मेनपाल को अपनी हिरासत मंे ले लिया और कैंट बोर्ड के अंदर ही वह उससे पूछताछ करने में जुट गए। सीबीआई टीम की इस कार्रवाई से वहां अफरा तफरी मच गई। दोपहर कई घंटे मनपाल सिंह से पूछताछ करने के बाद सीबीआई उसे अपने साथ लेकर चली गई। जिसके बाद से कैंट बोर्ड प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।

वेस्ट मेनेजमेंट व ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान देने की जरूरत: सीएम

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। नगर निकायों को विकास में भागीदार बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव मदद करने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि शहरों में वेस्ट मेनेजमेंट व ड्रेनेज सिस्टम पर अधिक ध्यान देना होगा। उन्होंने नगर निगमों के मेयर व जिला पंचायत अध्यक्षों को वाहन पर लालबŸाी लगाए जाने के अधिकार का विषय केबिनेट की अगली बैठक में रखे जाने का आश्वासन दिया। 46वें अखिल भारतीय महापौर परिषद में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नगर निगम सहित सभी विभागों को आगामी विधानसभा सत्र से पहले अपने विभागीय ढांचे को दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों को आर्थिक संसाधन उपलब्ध हो सके, इसके लिए राज्य सरकार 13वें विŸा आयोग से अनुरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के साथ शहरीकरण की गति भी बढ़ी है। उपनगरीय क्षेत्रों को भी शामिल कर लिया जाए तो शहरी क्षेत्र काफी अधिक हो जाता है। इस सदी में आर्थिक विकास की औसत दर 8 प्रतिशत के करीब रही है जो कि अधिकांश देशों के लिए स्वप्न की भंाति है। तेज आर्थिक विकास का प्रभाव शहरीकरण के रूप में दिखता है। परंतु शहरों में जनसंख्या के बढ़ते दबावों से यहां कई समस्याएं भी पैदा हो रही हैं जिनका समाधान समय रहते करना बहुत जरूरी है। देहरादून सहित अधिकांश शहरों में रहने के लिए भूमि की कमी होती जा रही है। विशेष रूप से कमजोर वर्गों के लोगों के लिए सम्मानजनक तरीके से रहने की व्यवस्था करना एक बड़ी चुनौती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि नगर निकाय व पंचायतें भी सरकार का ही एक रूप हैं। इन्हें राज्य में अनेक अधिकार दिए गए हैं। राज्य में नगर निकायों को और अधिक अधिकार सम्पन्न बनाने के लिए सीएम ने नगर विकास मंत्री प्रीतम पंवार की अध्यक्षता में समिति बनाए जाने की बात कही जो कि राज्य सरकार व नगर निकायों के बीच समन्वय का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि सभी शहरों को अनिवार्य रूप से कचरा निस्तारण की पुख्ता व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने अधिवेशन में इस पर प्रमुखता से चर्चा किए जाने की अपेक्षा की। यदि इसके लिए समुचित सुझाव आता है तो राज्य सरकार राज्य के शहरों में वेस्ट मेनेजमेंट के काम में नगर निकायों के साथ जिम्मेवारियों को साझा करने के लिए तैयार है। सीएम ने शहरों में सरकारी भूमि की अतिक्रमण से रक्षा किए जाने व बहुमूल्य भू-सम्पदा का उपयोग किए जाने पर भी जोर दिया। परंतु इसके लिए लैंड मेपिंग होना जरूरी है। पानी के भराव को रोकने के लिए डेªनेज सिस्टम पर भी गम्भीरता से काम करना होगा। उन्होंने बाहर से आए महापोरों का स्वागत भी किया। उŸाराखण्ड के शहरी विकास मंत्री प्रीतम पंवार ने कहा कि राज्य में नगर निकायों के लिए 18 में से 13 विषयों को लागू कर दिया गया है। शेष पर विचार किया जा रहा है। नगर निगमों का ढांचा भी लगभग तैयार किया जा चुका है। नगर निकायों को यदि शक्ति सम्पन्न बनाना है तो इनकी आय वृद्धि होना बहुत आवश्यक है। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने महापौर परिषद के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अनेक प्रदेशों में नगर निकायों के प्रमुखों का कार्यकाल एक-दो वर्ष ही है। यह बड़ी प्रसन्नता की बात है कि उŸाराखण्ड में मेयर का कार्यकाल पांच वर्ष है और मेयर सीधे जनता द्वारा चुन कर आता है। देहरादून नगर निगम के मेयर विनोद चमोली ने स्वागत भाषण दिया जबकि अखिल भारतीय मेयर काउन्सिल के चेयरमैन अनिल शोले ने धन्यवाद भाषण दिया। इस अवसर पर विधायक राजकुमार, उमेश श्र्मा काउ, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष अशोक वर्मा सहित अन्य महानुभाव उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग ने किया। 

उद्यान मंत्री ने करवाया वृक्षारोपण 

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। राज्य औषधीय पादप बोर्ड उत्तराखण्ड द्वारा औषधीय एवं सगन्ध पौधोें के प्रति विद्यार्थियों एवं जनसामान्य में अभिरूचि विकसित करने के उद्देश्य से शासन की नीति के अनुसार ‘‘फलदार एवं औषधीय पौधों का रोपण, दूर करे कुपोषण‘‘ एवं ‘‘आय में हो वृद्धि, हर ओर समृद्धि‘‘ थीम के आधार पर सी.एन.आई. बालिका इण्टर काॅलेज राजपुर रोड देहरादून सोमवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में औषधीय एवं सगन्ध पौधों का रोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डाॅ0 हरक सिंह रावत मा0 मंत्री, उद्यान, मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राजकुमार मा0 विधायक, राजपुर द्वारा की गयी। राज्य की प्राकृतिक सम्पदा के अन्तर्गत कृषिकरण से उपलब्ध जड़ी-बूटियों के प्रति नई पीढ़ी विशेष रूप से विद्यार्थियों में जागरूकता एवं अभिरूचि विकसित करने के उद्देश्य से इस महत्वपूर्ण कार्य योजना का शुभारम्भ मा0 मंत्री, उद्यान, द्वारा विद्यालय के प्रांगण में औषधीय पौधों का रोपण कर किया गया। अपने सम्बोधन में मा0 मंत्री जी द्वारा बताया गया कि सभी सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालयों एवं विद्यालयों में रिक्त पड़ी भूमि में फलदार, औषधीय एवं सगन्ध पादप प्रजातियों का पौध रोपण एक अभियान के रूप में चलाया जा रहा है। इसके लिए उद्यान विभाग द्वारा निःशुल्क पौधों की व्यवस्था की जा रही है। औषधीय एवं सगन्ध पादप प्रजातियों के सम्बन्ध में विद्यार्थियों में जागरूकता एवं अभिरुचि उत्पन्न करने हेतु सरकार द्वारा विद्यालयी शिक्षा के पाठ्यक्रम में एक अध्याय के रूप में इस विषय को इसी शैक्षिक सत्र में सम्मिलित किया जाएगा। मा0 मंत्री जी द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि राज्य में उद्यान एवं जड़ी-बूटी ही आजीविका एवं आय सम्वर्धन का मुख्य आधार है तथा इन्ही के द्वारा प्रदेश का विकास किया जाना सम्भव है। मा0 मंत्री जी द्वारा शोध संस्थाओं द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों का लाभ आम जन तक पहुंचाने के निर्देश दिये गये। प्रमुख सचिव, उद्यान डा0 रणबीर सिंह ने अपने सम्बोधन में शिक्षा विभाग से विद्यालयों में हर्बल गार्डेन विकसित किये जाने के प्रस्ताव राज्य औषधीय पादप बोर्ड को प्रेषित करेने को कहा गया, ताकि उनका वित्त पोषण राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड से सेन्ट्रल सेक्टर स्कीम के अन्तर्गत किया जा सके। श्री आर0सी0 शर्मा, अपर सचिव व मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा अपने सम्बोधन में उर्द्धत किया गया कि पौधों का रोपण ही पर्याप्त नहीं है, रोपित पौधों की सुरक्षा एवं प्रबन्धन दायित्व सम्बन्धित विद्यालयों द्वारा ही किया जाना उचित होगा, जिससे कि रोपण का उद्देश्य पूर्ण हो सके। श्री सी0एस0 ग्वाल, निदेशक विद्यालयी शिक्षा, ने मा0 मंत्री व प्रमुख सचिव, उद्यान द्वारा दिये गये निर्देशों का प्राथमिकता पर समयबद्ध रूप से परिपालन सुनिश्चित किये जाने हेतु आश्वस्त किया। आज के कार्यक्रम में श्री देवेन्द्र पालीवाल, संयुक्त सचिव, उद्यान, श्री एस0एम0 शर्मा, निदेशक, रेशम, श्री आर0सी0 श्रीवास्तव, सी0ई0ओ0, भेषज विकास इकाई, श्री नृपेन्द्र चैहान, वैज्ञानिक प्रभारी, सगन्ध पौधा केन्द्र, डाॅ0 पंकज शुक्ला, वित्त अधिकारी तथा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, श्रीमती वी मार्टीन आदि के साथ-साथ विद्यालय की शिक्षिकायें तथा छात्रायें व विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर मा0 मंत्री जी, द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षिकाओं तथा छात्राओं को औषधीय एवं सगन्ध पादप, तुलसी एवं लैमनग्रास के पौध वितरित किये गये।

वरिष्ठ वैज्ञानिकों का हिंदी संगोष्ठियों में प्रस्तुति देना एक तरह उनके हिंदी प्रेम

देहरादून 25 अगस्त, (निस)। संस्थान के राजभाषा अनुभाग द्वारा ‘‘45वीं आंतरिक हिंदी वैज्ञानिक संगोष्ठी’’ का आयोजन आज संस्थान के सर सी वी रमन व्याख्यान-कक्ष में किया गया।  संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कार्यकारी निदेशक, डाॅ. एस एम नानोटी  ने कहा कि आंतरिक हिंदी वैज्ञानिक संगोष्ठियों में युवा वैज्ञानिकों को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। वरिष्ठ वैज्ञानिकों का हिंदी संगोष्ठियों में प्रस्तुति देना एक तरह उनके हिंदी प्रेम को दर्शाता है। ये संगोष्ठियां तभी अपने उद्देश्य में सफल होगी जब प्रत्येक वैज्ञानिक अपने कार्य संबंधी प्रस्तुति में आगे आएं। संगोष्ठी का संचालन करते हुए संगोष्ठी के संयोजक तथा संस्थान के राजभाषा अनुभाग के प्रभारी डाॅ0 दिनेश चंद्र चमोला ने कहा कि विज्ञान व प्रौद्योगिकी की उन्नति से ही किसी देश के प्रगति का आकलन किया जा सकता है। जन-जन अपनी वैज्ञानिक उपलब्ध्यिों पर तभी गर्व कर सकता है। जब यह समूचा ज्ञान उसे अपनी भाषा मंे प्राप्त होता है। अनुवाद के सहारे चलने के बजाय वैज्ञानिक मौलिक रूप से शोध लेखन में आगे आएं तो विज्ञान को जन-जन तक पहुंचने में मदद मिलेगी। शब्दावली न कभी कठिन होती है और न सरल ही, महज परिचित व अपरिचित होती है। परिचित होने पर कठिन लगने वाला शब्द भी सहज लगने लगता है। ऐसी संगोष्ठियों के आयोजन से ही अभिव्यक्ति व शब्दावली के बीच के अंतर को पाटा जा सकता है। प्रस्तुति सत्र में ‘डिलेयड कोकिंग में कैटेलिस्ट का प्रयोग एवं प्रभाव’, विषय पर डाॅ दीपक टंडन; ‘माॅन्टे कार्लो अनुकरण तकनीक का प्रयोग कर रौलिंग काॅन्ट्रैक्ट बेयरिंग के लाभदायक जीवन की प्रागुक्ति (प्रिडिक्षन)’, विषय पर ईषान सिंह;  ‘ग्राफीनः दषक की अद्भुत सामग्री’, विषय पर हर्षल पी. मुंगसे; ‘जिंक डाइएल्काईल डाई थायो फाॅस्फेट एडिटिव के वातावरण के अनुकूल विकल्प’; विषय पर शुभम पांडेय आदि ने अपनी प्रभावी प्रस्तुतियां दीं।  अंत में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 चमोला ने ज्ञापित किया। 

मंदिरों से साई मूर्ति हटाने का संतों की धर्म संसद ने फैसला लिया

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संतों की धर्म संसद में विवादास्पद प्रस्ताव पास किए गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा में सोमवार को हुई धर्म संसद में संतों ने तय किया कि मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाई जाएंगी. साथ ही एक महीने के अंदर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव भी पास किया गया है. धर्म संसद में संतों ने साईं को भगवान तो दूर, संत या गुरु मानने से भी इनकार कर दिया. धर्म संसद की ओर से प्रस्ताव पास होने के बाद मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाने की प्रक्रिया कब से शुरू होगी, होगी भी या नहीं, यह अभी साफ नहीं है.

इससे पहले धर्म संसद के दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और शिरडी के साईं बाबा के अनुयायी एक-दूसरे से भिड़ गए. खबरों के मुताबिक साईं के दो अनुयायी धर्मसंसद के आयोजन स्थल पर पहुंचे. साईं के समर्थक साईं पर होने वाली चर्चा पर अपने विचार रखने आए थे और उन्होंने शंकराचार्य को लेकर सवाल किए. इस पर शंकराचार्य के अनुयायी भड़क गए. बताया जाता है कि धर्म संसद में गुजरात और दिल्ली से आए साईं भक्त के साथ अखाड़ा प्रमुख ने बदसलूकी की. अखाड़ा प्रमुखों ने साईं भक्तों से धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें मंच से उतार दिया

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (25 अगस्त)

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प्रधानमंत्री जन-धन योजना का शुभारंभ 28 को

vidisha news
विदेश मंत्री एवं स्थानीय सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत के मुख्य आतिथ्य में प्रधानमंत्री जन-धन योजना का शुभारंभ कार्यक्रम 28 अगस्त को जालोरी गार्डन में सायं पांच बजे से आयोजित किया गया है कि जानकारी कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सोमवार को टीएल बैठक में दी। कार्यक्रम के नोड्ल अधिकारी जिला अग्रणी बैंक के आफीसर श्री उमेश गुप्ता ने बताया है कि योजनातंर्गत हितग्राहियो के खाते बैंको में खोलकर उन्हें रूपेय कार्ड जारी किए जाएंगे। बैकों में हितग्राहियों को खाता खोलते समय हरेक ग्राहक को एक स्वागत किट प्रदाय की जाएगी। जिसमें पासबुक, रूपेय कार्ड, अन्य सामग्री, कार्ड उपयोग करने हेतु बरती जाने वाली सावधानियां आदि साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा। श्री गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री जन-धन योजनातंर्गत प्रत्येक बैंक शाखा द्वारा 150 नए परिवारों में एक खाता खोला जाएगा। यदि एक परिवार में एक से अधिक खाता खोला जाता है तो ऐसे खाते को लक्ष्य में शामिल नही किया जाएगा। योजना के उद्धेश्यों और उनकी पूर्ति के संबंध में सभी बैंक शाखाओें को अवगत कराया जा चुका है। 

भूमि आवंटित
कलेक्टर श्री ओझा ने बैठक के दौरान बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) कार्यालय एवं प्रशिक्षण हाल के नए भवन निर्माण हेतु ग्राम गुरारिया में ढाई एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है जिस पर भू-तल एवं प्रथम तल के भवन बनाए जाएंगे।

दल गठित
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिले के सीमावर्ती ग्रामों में क्रियान्वित योजनाओं और ग्रामीणजनों की मूलभूत समस्याओं से अवगत होने के उद्धेश्य से जिलाधिकारियों के दल गठित किए है गठित दल प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को जिले की सीमावर्ती ग्रामों में पहुंचकर मुख्यतः स्कूल शिक्षा विभाग, आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्वास्थ्य विभाग के कार्यो का जायजा लेगा और अपना पालन प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराएगा। जिले में विभिन्न विभागों के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के साथ-साथ निर्माण कार्यो की अद्यतन स्थिति जनवरी से अगस्त माह तक का तुलनात्मक प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए है। 

कम्पोजिट बिल्ंिडग
कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि कलेक्टेªट की निर्माणाधीन नवीन कम्पोजिट बिल्डिंग दिसम्बर माह तक बनकर तैयार हो जाएगी। जिसमें ऐसे कार्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर स्थान दिया जाएगा जो किराए के भवनों में संचालित हो रहे है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे कार्यालयीन आवश्यकतानुसार मांग पत्र शीघ्र ही लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री संजय खाण्डे के पास जमा कराना सुनिश्चित करें ताकि उनकी मांगो के अनुरूप कक्षो की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकें। 

वेतन वृद्वि रोकने के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा ने ग्यारसपुर जनपद पंचायत के सीईओ श्री अजय सिंह वर्मा की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश टीएल बैठक में दिए। ज्ञातव्य हो कि जनपद सीईओ श्री वर्मा के द्वारा विदेश मंत्री एवं स्थानीय सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज को प्रेषित किए गए पत्रो का जबाव सटीक नही देेने पर उक्त कार्यवाही की गई है। 

अतिक्रमण हटाने के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले के सभी शासकीय स्कूलो और आम रास्ता अतिक्रमण से मुक्त हो इसके लिए राजस्व अधिकारी विशेष अभियान चलाकर कार्यो का सम्पादन करंे। उन्होंने कहा कि अभियान के उपरांत कही शिकायते पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।  टीएल बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण से प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। कलेक्टेªट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री शशिभूषण सिंह के अलावा विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे।

पेंशन कार्यो की समीक्षा

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने निकाय क्षेत्रों में वितरित की जाने वाली सभी प्रकार की पेंशनो की अद्यतन स्थिति का आज उन्होंने जायजा लिया। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री शशिभूषण सिंह सहित निकायो के अधिकारी मौजूद थे। निकायवार वित्तीय माह मार्च में योजनावार पेंशन हितग्राहियों की संख्या और वर्तमान संख्या में हुए परिवर्तन की बिन्दुवार समीक्षा की गई। बैठक में निकायवार परीक्षण से शेष बचे हितग्राहियों के घरो में जाकर परीक्षण करने के निर्देश दिए गए। सभी निकाय अधिकारियों को निर्देश दिए गए की कि गई कार्यवाही की समुचित जानकारी समग्र पोर्टल पर अंकित करने के निर्देश दिए गए। 

त्यौहार भाईचारे के प्रतीक, शांति समिति की बैठक सम्पन्न

विदिशा जिले का इतिहास रहा है कि सभी त्यौहार भाईचारे की भावना को और अधिक बढ़ावा देते है। आगामी त्यौहारो के परिपेक्ष्य में की जाने वाली तैयारियों की बिन्दुवार चर्चा आज शांति समिति की बैठक में की गई। कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस बैठक मंे उन्होंने समिति के पदाधिकारियों द्वारा जन हितैषी सुझावो के साथ-साथ आवश्यक व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन करने के निर्देश संबंधित विभागो के अधिकारियो को दिए। बैठक में साफ-सफाई, आवारा मवेशियों की रोकथाम, सड़को की मरम्मत, पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, चिकित्सा, यातायात व्यवस्था, ध्वनि प्रदूषण और विसर्जन घाट पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संदर्भ में विभागों के अधिकारियों को जबावदेंही सौपी गई है संबंधितों से अपेक्षा व्यक्त की गई कि वे विद्युत कनेक्शन लेने के उपरांत बिजली का उपयोग करे वही जबरन चंदा वसूली ना की जाए। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने कहा कि आयोजन समितियों की बैठक थानावार की जाएगी। उन्होंने प्रतिमा स्थल की सुरक्षा मंें आयोजक समिति के सदस्य भी सहयोग करे की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि चल समारोह में किसी भी प्रकार के हथियारों का प्रदर्शन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। न्यायालयीन आदेशानुसार ध्वनि विस्तारक यंत्र डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगे। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में आगामी पर्व गणेश उत्सव, नवदुर्गा और दशहरा पर्व के परिपेक्ष्य मंे आयोजित की गई उक्त शांाति समिति की बैठक मंे समिति के सम्माननीय सदस्यगणों के अलावा अपर कलेक्टर श्री शशिभूषण सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रायसिंह नरवरिया एवं विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे।

जिले में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाएं

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सोमवार को किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के ग्रामीण अमले की बैठक आहूत कर उनसे कहा कि जिले में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाएं है उन्होंने कहा कि जिले के कृषकों को अतिरिक्त आमदानी हो सकें इसके लिए उन्हें पशुपालन हेतु प्रेरित करें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले में दुग्ध उत्पादन की बडी यूनिट तैयार की जाए इसके लिए आवश्यक प्रक्कलन पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा तैयार किया गया है। उन्होंने क्षेत्र के सम्पन्न कृषकों को इस ओर प्रेरित करने की अपेक्षा संबंधितों से व्यक्त की। 

भ्रमण
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले के कृषकों का रूझान पशुपालन की ओर बढे इसके लिए जिले के कृषकदल को गुजरात राज्य के आनंदपुर का भ्रमण कराया जाएगा ताकि वे पशुपालन की नवीन वैज्ञानिक तकनीकियों से अवगत हो सकें। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक में आत्मा परियोजना के संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक और विभागीय अमला मौजूद था। 

निकाय चुनाव में ईव्हीएम का उपयोग 

नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन 2014-15 में कई नवाचार किए जा रहे है। इनमें से फोटोयुक्त मतदाता सूची और ईव्हीएम का उपयोग पहली बार होगा। अभ्यर्थियों के शपथ पत्र राज्य निर्वाचन आयोग की बेवसाइट पर अपलोड किए जाएगे। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आहूत बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि नगरपालिका निर्वाचन जारी कार्यक्रम अनुसार 29 अगस्त शुक्रवार को प्रारूप मतदाता सूची के संबंध में सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन कर दावे तथा आपत्तियां प्राप्त करने का कार्य प्रारंभ होगा। दावे आपत्तियां प्राप्त करने की अंतिम तारीख 15 सितम्बर है। प्राप्त दावे आपत्तियों के निपटारे की अंतिम तारीख 22 सितम्बर नियत की गई है। दावे आपत्तियों के निराकरण पश्चात् परिवर्धन, संशोधन, विलोपन की पाण्डुलिपि एवं फार्म (क,ख,ग,घ) वेण्डर को डाटा एण्ट्री हेतु 24 सितम्बर को उपलब्ध कराए जाएगे। वेण्डर से प्राप्त चेक लिस्ट का निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा जांच करना तथ हस्ताक्षर के उपरांत चेकलिस्ट में संशोधन करवाने के लिए तिथि एक अक्टूबर नियत की गई है। वेण्डर द्वारा मतदाता सूची अनुपूरक सूची का मुद्रण कर जिला कार्यालय को प्रदाय करने के लिए 9 अक्टूबर निर्धारित की गई है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 20 अक्टूबर को किया जाएगा। इसी तिथि को अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची राजनैतिक दलो को उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर श्री ओझा ने नगरीय निकायो के अधिकारियों से कहा कि वे आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम, किए गए नवाचार का अधिक से अधिक क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करे।

पुरस्कार हेतु प्रस्ताव आमंत्रित

जिले में अस्पृश्यता निवारणार्थ के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों से पुरस्कार हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए गए है। जिला स्तर पर अस्पृश्यता निवारण की दिशा मंेे उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायत को एक लाख रूपए का पुरस्कार के साथ प्रशंसा पत्र गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले समारोह में प्रदान किया जाएगा। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक ने जिले के सभी जनपद पंचायतों के सीईओ से आग्रह किया कि उनके कार्य क्षेत्रों में वर्ष 2014-15 अंतर्गत अस्पृश्यता निवारण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों का प्रस्ताव 15 दिवस के भीतर भिजवाने का कष्ट करें ताकि प्राप्त प्रस्ताव पर चयन समिति विचार विमर्श कर सकें। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक से सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।

तहसीलदारो को राशि पुर्नवंटित

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने तहसीलो में लंबित प्राकृतिक आपदा के प्रकरणों में संबंधितों को त्वरित आर्थिक सहायता मुहैया कराए जाने के उद्धेश्य से तहसीलदारों को राशि पुर्नवंटित करने के आदेश जारी कर दिए है। उनके द्वारा संबंधितों को निर्देश दिए गए है कि कोषालयों से राशि शीघ्र आहरण कर पीडि़तों को उपलब्ध कराई जाए और की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को भी अवगत कराया जाए। विदिशा तहसीलदार को एक लाख चालीस हजार दो सौ रूपए, त्योंदा तहसीलदार को सात हजार चार सौ रूपए, बासौदा तहसीलदार को तीन हजार रूपए, कुरवाई तहसीलदार को 94 हजार पांच सौ रूपए की और सिरोंज तहसीलदार को बीस हजार रूपए की राशि पुर्नवंटित की गई है। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (25 अगस्त)

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नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस, उपयंत्री धुवारे को हटाने के निर्देश
आज 25 अगस्त को आयोजित टी.एल.(समय सीमा) बैठक में उपस्थित नहीं होने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक श्री एम.के. त्रिपाठी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न इस लापरवाही के लिए उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। आज 25 अगस्त की की टी.एल. बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के महाप्रबंधक श्री वर्मा के उपस्थित नहीं होने पर कलेक्टर ने उनके कार्य पर उपस्थित होने के दिनांक तक का वेतन काटने के आदेश दिये है। टी.एल. बैठक में लोक सेवा गारंटी के जिला प्रबंधक श्री अतिम शिरोमणी के अनुपस्थित रहने पर उनका भी एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिये गये है। इन अधिकारियों के बैठक में उपस्थित न रहने से उनसे संबंधित प्रकरणों की समीक्षा नहीं की जा सकी। जिसके कारण उनके विरूध्द नोटिस जारी करने के साथ ही वेतन काटने की कार्यवाही की गई है। टी.एल. बैठक में नवीन कलेक्ट्रेट भवन के कार्यों की वर्तमान स्थिति पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की और उन्होंने कार्य को देख रहे उपयंत्री धुवारे को तत्काल हटाने एवं उसके स्थान पर किसी अन्य उपयंत्री को नियुक्त करने के निर्देश दिये। लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने शासकीय आवासों की जर्जर स्थिति एवं सुधार कार्य नहीं कराने पर भी नाराजगी व्यक्ति की। शासकीय कर्मचारियों के आवासों का कार्य बताने के बाद निचले स्तर के कर्मचारी काम नहीं करते है। उन्होंनें कार्यपालन यंत्री श्री वर्मा से कहा कि वे अपने अधिनस्थ कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में सुधार लायें। 

26 एवं 29 अगस्त को स्थानीय अवकाश
कलेक्टर द्वारा बालाघाट जिले के लिए घोषित तीन स्थानीय अवकाशों के क्रम में 26 अगस्त को नारबोद त्यौहार के अवसर पर बालाघाट जिले में स्थानीय अवकाश रहेगा। इसी प्रकार 29 अगस्त को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बालाघाट जिले में स्थानीय अवकाश रहेगा। 

समाज को स्वालंबन बनाने की आवश्यकता - मंत्री बिसेन
  • कृषि यंत्रीकरण आज की आवश्यकता

balaghat news
आज समाज के आर्थिक, बौध्दिक एवं विकास में समाजसेवियों, स्वेच्छिक संगठनों को  आगे आने की आवश्यकता है। उनकी जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाए तो समाज को लाभ प्राप्त हो सकता है। आज कृषि यंत्रीकरण का समय आ गया है, इसलिए हमें कृषि यंत्रीकरण प्रयोग करना होगा। स्वेच्छिक संगठन, कृषि यंत्रीकरण के प्रचार-प्रसार में अपनी भूमिका निभायें। यह विचार म.प्र. जन अभियान परिषद बालाघाट द्वारा नवाकुंर संस्थाओं के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर श्री गौरीशंकर बिसेन मंत्री किसान कल्याण तथा कृषि विभाग नें मुख्य अतिथि की आंसदी से व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि पूर्व में जनाभियान परिषद द्वारा भी राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम का प्रचार प्रसार किया जो कि सराहनीय रहा भविष्य में भी शासन के कार्यो में भागीदारी सुनिश्चित कि जायेगी नवाकुंर संस्था द्वारा योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाया जा रहा है। हम आज कृषि के क्षेत्र में विकसित हो रहे है। कृषि विभाग द्वारा भी किसानों के लिए योजना चलाई जा रही है। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि आप लोग ऐसे ग्रामों का चयन करें जिसमें पुरा का पुरा कार्य कृषि यंत्रों के माध्यम से किया जाता है। इस वर्ष कृषि यंत्रों पर टेक्स फ्री कर दिया गया है, आज हम इतने आगे बढ गये है कि किसान का पढ़ा-लिखा बेटा जिसे हल चलाते नहीं आता, लेकिन ट्रेक्टर से खेती कर लेता है। नवांकुर संस्था प्रस्फुटन समिति खेती को लाभ का धंधा बनाने में, जैविक खेती के प्रचार-प्रसार में सहयोग कर रही है। उन्होनें जनअभियान परिषद के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि प्रस्फुटन समिति के माध्यम से शासन की योजना ग्राम स्तर तक पहुंच रही है।इस अवसर पर म.प्र. जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक कुलदीप सिंह ठाकुर,ने कृषि विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर राज्य स्तर पर आयोजित संगोष्ठि में नवांकुर संस्था के प्रतिनिधि का सम्मिलित करने को आग्रह किया जिस पर मंत्री बिसेन ने सहर्ष सहमति दी इस अवसर पर सहलिपिक निर्मल कुमार लिल्हारे, ब्लाक समन्वयक दीपक गेडाम, श्याम उइके, लेखापाल मधुबाला चौरसिया, सीता उइके, मोनिका चौरसिया, भारत महरोलिया, भानू प्रताम मरावी, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर राकेश महोबिया एवं खेमेन्द्र मोहारे के साथ नवाकुंर सस्ंथा के प्रतिनिधी भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का सफल संचालन अजय ठाकुर द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला समन्वयक कुलदीप सिंह ठाकुर द्वारा आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया गया। जिला समन्वयक कुलदीप सिंह ठाकुर द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत कर, प्रशिक्षण के उद्देश्य, स्वर्णिम म.प्र. के विकास में म.प्र. जनअभियान परिषद की भूमिका एवं जिले में जन अभियान परिषद प्रस्फुटन समितियों द्वारा किए जा रहे कायर्ां से अवगत कराया।

ग्रामीण युवाओं के लिए 08 से प्रारंभ होगा टू-व्हीलर सर्विसिंग का प्रशिक्षण, प्रशिक्षण के लिए युवाओं से आवेदन पत्र आमंत्रित
सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया द्वारा प्रवर्तित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बालाघाट द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को विभिन्न रोजगारमूलक व्यवसायों का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इसी कड़ी में आगामी 08 सितम्बर से एक माह का टू-व्हीलर सर्विसिंग प्रशिक्षण प्रारंभ किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण नि:शुल्क है और 07 अक्टूबर 2014 तक चलेगा। ग्रामीणस्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बालाघाट के निदेशक श्री अजय बग्गा ने इस संबंध में बताया कि भारत सरकार द्वारा अग्रणी बैंकों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्रशिक्षण के लिए स्थापित इस संस्थान में 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के युवक-युवतियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। ग्रामीण युवाओं को यह प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जायेगा। प्रशिक्षण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र संस्थान के कार्यालय डॉ. वंशपाल गली, वार्ड नं.-18 डॉ. देवरस का मकान, सिंधी मोहल्ला, बालाघाट में प्रस्तुत किया जा सकता है। यह प्रशिक्षण केवल ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए है और पूरी तरह से नि:शुल्क है। इस प्रशिक्षण के लिए जाति का कोई बंधन नहीं है। गरीबी रेखा से नीचे के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के लिए प्राथमिकता दी जायेगी। इस संस्थान द्वारा ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने के बाद स्वरोजगार लगाने के लिए बैंक से ऋण एवं अन्य सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी।  इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संस्थान के के दूरभाष नं. 07632-241803 पर या संस्थान के निदेशक अजय बग्गा से मोबाईल नम्बर 8226003803 पर भी सम्पर्क कर सकते है।

जिले में 779 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बालाघाट तहसील में सबसे अधिक 987 मि.मी. वर्षा 
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 25 अगस्त 2014 तक 779 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 1219 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 987 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 654 मि.मी. वर्षा लांजी तहसील में रिकार्ड की गई है। 

बिहार : मगध विवि के 42 कॉलेजों की संबद्धता खत्म, संबद्धता की शर्तें को पूरा करने में नाकाम रहे कॉलेज

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  • औरंगाबाद जिले के दस काॅलेजों की भी गयी मान्यता

पटना । मगध विविद्यालय ने अपने अधीन कार्यरत 42 कॉलेजों के संबंधन पर रोक लगा दी है। कुलसचिव के हस्ताक्षर से इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी गयी है। आदेश में कहा गया है कि इन कॉलेजों की संबद्धता राज्य सरकार द्वारा अस्वीकृत कर दी गयी है। सरकार के स्तर पर इनकी संबद्धता अस्वीकार कर दिये जाने के बाद मामले को विविद्यालय की संबंधन समिति और विद्वत परिषद में रखा गया। संबंधन समिति और विद्वत परिषद की सहमति पर इन कॉलेजों की संबद्धता विविद्यालय स्तर पर भी अस्वीकार दी गयी है। विविद्यालय ने कहा कि ये महाविद्यालय अपने स्तर पर दाखिला लेते हैं तो इसकी जिम्मेवारी विविद्यालय की नहीं होगी। मगध विविद्यालय शाखा कार्यालय के प्रभारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि विविद्यालय से संबंद्धता प्राप्त कॉलेजों को शतरे को पूरा करना होता है। कुछ कॉलेज ऐसे ही भी होते हैं कि वे एक, दो या तीन सत्र के लिए ही विविद्यालय से संबंधता हासिल करते हैं। इसके बाद वे अद्यतन संबंधता हासिल करने का प्रयास नहीं करते। इसके लिए सरकार से भी अनुमति लेनी होती है। इसलिए इन्हीं कारणों से कॉलेजों का संबंधन अस्वीकार कर दिया गया है। 

अस्वीकृत में पटना बोरिंग रोड स्थित सिद्धार्थ महिला कॉलेज, बाढ़ स्थित सैयद नेहाल अहसन ईवनिंग कॉलेज, पटना स्थित संजय गांधी वीमेंस कॉलेज, मसौढ़ी स्थित बीएलपी कॉलेज, नदौल स्थित अवधेश प्रसाद ब्रजनाथ कॉलेज, न्यू बेली रोड, पटना स्थित आरपीएस महिला कॉलेज, गया जिले के विश्वनाथ सिंह कॉलेज, चंद्रशेखर जनता कॉलेज, गुरूआ प्रखंड के  ब्रतादेव सिंह सुमित्रा कॉलेज, ईवनिंग कॉलेज महिला कॉलेज वारसलीगंज नवादा, मगध ईवनिंग कॉलेज, गया, रामलखन सिंह संध्या कॉलेज, गया, रामभजन कॉलेज, गया, मां बागेश्वरी कॉलेज, छोटकी नवादा गया, ईवनिंग कॉलेज, गया, बोधिसत्व रामकृति महिला कॉलेज, बोधगया, डीपीएस ईवनिंग कॉलेज, गया, जितेंद्र कुमार यादव कॉलेज, शेरघाटी, रामशरण सिंह ईवनिंग कॉलेज, डेल्हा, गया,    कृषक महाविद्यालय, देवधा, रामनरेश सिंह यादव महादलित डिग्री महाविद्यालय, औरंगाबाद, वर्धमान महावीर कॉलेज, नालंदा, सदानंद महाविद्यालय, रामचंद्रपुर, बिहारशरीफ, रामलखन सिंह यादव कॉलेज, नालंदा, आर लाल कॉलेज, नालंदा, महाबोधि कॉलेज, नालंदा, महात्मा बुद्ध हीरामन महाविद्यालय, बिहारशरीफ, रामदेव प्रसाद सैनिक महिला महाविद्यालय, औरंगाबाद, महाराणा प्रताप महाविद्यालय, देव, औरंगाबाद, केके मंडल साइंस कॉलेज, औरंगाबाद, महंथ राम ध्यान दास कॉलेज, औरंगाबाद, अनुग्रह नारायण सिन्हा मेमोरियल कॉलेज, औरंगाबाद, कुसुम यादव महाविद्यालय, तरारी, औरंगाबाद, शिव वचन यादव कॉलेज, अरवल, सहदेव प्रसाद यादव महाविद्यालय, अरवल, कामता प्रसाद सिन्हा कॉलेज, अरवल, मुंद्रिका सिंह यादव कॉलेज, अरवल, रामलखन सिंह यादव कॉलेज, जहानाबाद, रामशरण यादव कॉलेज, औरंगाबाद शामिल है।




live aaryaavart dot com

विद्या सागर
पटना 

बिहार : ए॰एन॰ काॅलेज इकाई की बैठक संपन्न, 4 सितंबर को होगा सेमिनार

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  •  सह छात्र सम्मेलन, प्रतिकुलपति कृतेश्वर प्रसाद व प्राचार्य ललन सिंह से मिला छात्रों का प्रतिनिधिमंडल

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पटना-देश के प्रथम छात्र संगठन आॅल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध ए॰एन॰ काॅलेज इकाई की बैठक अभिषेक दूबे की अध्यक्षता मंे ए॰एन॰ काॅलेज परिसर में हुई, बैठक में छात्रों ने काॅलेज की समस्याओं पर चर्चा किया, छात्रों ने काॅलेज परिसर में रोजाना प्ण्ब्ंतक जाँच की व्यवस्था, नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता, पुस्तकालय सह रीडिंग रूम की समुचित व्यवस्था, छात्रावास की सुविधा बजाल करने, साइकिल-मोटरसाइकिल स्टैंड को सुचारू करने, नये सत्र मंे वर्ग प्रारंभ कराने, प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था वाई-फाई की व्यवस्था, शिक्षक-कर्मचारियों के रिक्त पदों पर बहाली, शौचालय एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था व छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी की माँग काॅलेज प्रशासन से की। छात्रों ने 4 सितंबर को सेमिनार सह छात्र सम्मेलन करने का फैसला किया। सेमिनार का विषय ‘शिक्षा की वर्तमान चुनौतियाँ एवं छात्रों का दायित्व’ रखने का निर्णय लिया गया है। 
इसके बाद काॅलेज में निरीक्षण करने आये प्रतिकुलपति एवं ए॰एन॰ काॅलेज प्राचार्य ललन सिंह से छात्रों का प्रतिनिधिमंडल विभिन्न समस्याओं को हल करने एवं सेमिनार सह छात्र सम्मेलन के लिए जगह आवंटित करने की मांग को लेकर मिला। काॅलेज प्रशासन ने सारे समस्याओं को जल्द से जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया। सेमिनार के लिए जगह उपलब्ध कराने की माँग काॅलेज प्रशासन ने ठुकरा दिया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल ।प्ैथ् के जिला सचिव आकाश गौरव ने कहा संविधान के 19ए में छात्रों को यह अधिकार है कि वह काॅलेज में कहीं भी सभा, प्रदर्शन, सेमिनार, सम्मेलन कर सकते हैं। लेकिन ए॰एन॰ काॅलेज प्रशासन हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन कर रहा है जो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ए॰एन॰ काॅलेज सचिव रूपेश सिंह ने कहा कि काॅलेज प्रशासन छात्रों को सेमिनार सह छात्र सम्मेलन के लिए जगह न आवंटित करके अपनी पुरानी हठधर्मिता को दर्शा रहा है। इसके खिलाफ ।प्ैथ् चरणबद्ध आन्दोलन करेगी। बैठक में ए॰एन॰ काॅलेज छात्र संघ की सह सचिव ज्योति कुमारी, सी॰आर॰ आशुतोष कुमार, रोहित कुमार, अर्चना कुमारी, सोनू कुमार, रूपेश कुमार, अमरजीत, भीष्म नारायण सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।

जमशेदपुर में ईएसआई अस्पताल का शिलान्यास

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esi hospital
केंद्रीय श्रम, रोजगार और इस्पात एवं खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने झारखंड के जमशेदपुर में आदित्यपुर इलाके में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) के अत्याधुनिक अस्पताल का शनिवार का शिलान्यास किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण होने से जमशेदपुर और आस-पास के इलाकों के ईएसआई बीमाकृत कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को लाभ मिलेगा। 

उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास'लक्ष्य प्राप्त करने के लिए श्रम और रोजगार मंत्रालय कामगारों के जीवन में सुधार और बेरोजगारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। 

वर्तमान में झारखंड राज्य में बीमा निगम अपने लाभार्थियों को 11 ईएसआईसी शाखा कार्यालयों एवं 21 ईएसआई औषधालयों के माध्यम से 2.50 लाख से अधिक बीमाकृत व्यक्ति परिवारों को प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है। 

10 एकड़ जमीन पर बनने वाले इस अस्पताल पर लगभग 99 करोड़ रुपये की लागत आएगी। 100 बिस्तरों के इस अस्पताल में विभिन्न स्वाथ्य उपचार सेवाएं उपलब्ध होंगी जिनमें कई विशिष्टताओं जैसे - मेडिकल, सर्जिकल, ऑथोर्पेडिक, स्त्री -प्रसूति, नेत्र, ईएनटी, बाल रोग, चर्म रोग, दंत रोग, इमरजैंसी सेवाएं, रेडियोलॉजी, मैमोग्राफी, आईसीयू वार्ड, लेबोरेटरी आदि की तमाम सुविधाएं उपलब्ध होगी। 

पारदर्शिता के लिए 2004 से सभी कोयला मंत्री जिम्मेदार : पारेख

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p c parekh
पूर्व केंद्रीय कोयला सचिव पी.सी. पारेख ने सोमवार को कहा कि 2004 के बाद सभी कोयला मंत्री कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता के लिए जिम्मेदार रहे हैं। पारेख ने एक समाचार चैनल से कहा, "2004 के बाद कोयला मंत्रालय का प्रभार संभाल चुके सभी कोयला मंत्री पारदर्शी व्यवस्था न लागू करने के लिए जिम्मेदार हैं।"

पारेख की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में 1993 से लेकर अबतक हुए कोयला ब्लॉक आवंटनों को अवैध करार दे दिया। इस बीच कांग्रेस ने यह कहते हुए अपने नेताओं का बचाव किया कि उन्होंने पहले से मौजूद आवंटन मॉडल का अनुसरण किया।

कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा, "हम उसी तरीके का अनुसरण कर रहे थे, जिसे राजग सरकार ने अपनाया था। हमने तो वास्तव में प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाया।"अहमद ने कहा, "राजग के कार्यकाल में एक भी कोयला ब्लॉक विज्ञापन के जरिए आवंटित नहीं हुआ था। संप्रग के कार्यकाल में एक भी कोयला ब्लॉक बगैर विज्ञापन के आवंटित नहीं हुआ।"

सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि 1993 से हुए कोयला ब्लॉक आवंटन अवैध, मनमाना, अपारदर्शी और प्रक्रिया विहीन रहे हैं।  लेकिन न्यायालय ने कोयला ब्लॉकों के आवंटनों को तत्काल रद्द करने का कदम रोक लिया, क्योंकि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

48 घंटे में सदन खाली करें सांसद : कादरी

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tahir ul qadri
धर्मगुरु और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख ताहिर-उल-कादरी ने सोमवार को संसद के निचले सदन के सदस्यों को सदन छोड़ने के लिए 48 घंटे का वक्त दिया है। यह समय सीमा ऐसे समय में दी गई है, जब कहा जा रहा है कि इमरान खान के नेतृत्वा वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच तीसरे दौैर की वार्ता सफल रही है। डॉन आनलाइन ने कादरी के हवाले से कहा, "मैंने नेशनल एसेंबसी के सदस्यों को तय समय सीमा में सदन छोड़ने को कहा है।"

वहीं, पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को सरकार के खिलाफ धरना दे रहे दोनों दलों को कांस्टिट्यूशन एवेन्यू को 24 घंटों के अंदर खाली करने को कहा है। दोनों द¶ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। डान ऑनलाइन की रपट के मुताबिक, मुख्य न्यायाधीश नसीरूल मुल्क की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने महान्यायवादी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के अधिवक्ताओं से उस जगह को मंगलवार तक खाली करने को कहा। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि कांस्टिट्यूशन एवेन्यू के रास्ते से ही मंगलवार को न्यायाधीश आएंगे।

उल्लेखनीय है कि बीते 19 अगस्त से संसद भवन और सर्वोच्च न्याया¶य की इमारत के बाहर प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे हैं, जिसके कारण सर्वोच्च न्यायालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और सचिवालय कर्मियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। अदालत ने यह फैसला सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष मुर्तजा और न्यायालय के अन्य कर्मियों की याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया। 

उधर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्र्टी के प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि वह अपनी उस मांग के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 30 दिनों के लिए पद छोड़ने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि गेंद अब सरकार के पाले में है। पाकिस्तानी दैनिक 'द नेशन'के अनुसार इस्लामाबाद के डी-चौक पर धरने पर बैठे इमरान ने कहा, "मेरी पूर्व की मांग पर यह अंतिम समझौता है। किसी को भी इससे ज्यादा की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए और अब बारी सरकार की है।"

पीटीआई प्रमुख ने शुरुआत में कहा था कि वह प्रधानमंत्री के इस्तीफे और नए सिरे से संसदीय चुनाव की अपनी मांग वापस नहीं लेंगे, लेकिन पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी द्वारा सुझाए गए उपाय पर वह सहमत हो गए। कुरैशी ने कहा कि पीटीआई पिछले साल के आम चुनाव में हुई धांधली की गवाह है, लेकिन उन्होंने अभी मुंह नहीं खोला है। शरीफ के इस्तीफा देने के बाद ही वे इस बारे में खुलासा करेंगे। 

खान ने कहा है कि उनका आंदोलन जुल्फिकार अली भुट्टो के आंदोलन से भी बड़ा है, क्योंकि भुट्टो के आंदोलन में सिर्फ मध्य वर्ग ही शामिल हुआ था। उन्होंने कहा, "इस बार समाज का हर वर्ग मेरे साथ खड़ा है।"पीटीआई प्रमुख इमरान खान और पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के प्रमुख ताहिर उल-कादरी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर सरकार विरोधी रैली और प्रदर्शन शुरू होने के बाद से सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच राजनीतिक गतिरोध जारी है।

उपचुनाव : कांग्रेस-लालू-नीतीश ने रोकी भाजपा की लहर

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lalu nitish mahagathbandhan
लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी दलों का सफाया करने के तीन महीने बाद ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राज्य में सोमवार को हुए उपचुनाव में बड़ा झटका लगा। दूसरी ओर कांग्रेस बिहार के साथ-साथ कर्नाटक और पंजाब में भी अपने प्रदर्शन में सुधार करने में सफल रही। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (युनाइटेड) गठबंधन ने बिहार में विधानसभा की 10 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में छह पर जीत हासिल की। कांग्रेस ने राज्य में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 23 साल बाद भागलपुर सीट भी भाजपा से छीन ली।

कांग्रेस प्रत्याशी अजित शर्मा ने भागलपुर विधानसभा सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के उम्मीदवार नभय चौधरी को 8,000 मतों के अंतर से हराया। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कभी अपना गढ़ रहे बेल्लारी सहित दो सीटों पर जीत हासिल कर ली, जबकि भारतीय जनता पार्टी को शिकारीपुरा सीट पर जीत मिली। 

पंजाब में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में एक पर कांग्रेस और दूसरे पर राज्य में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल ने जीत हासिल की। भाजपा ने हालांकि मध्य प्रदेश में अपना वर्चस्व कायम रखते हुए तीन में से दो विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। आगर व विजयराघवगढ़ में जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, वहीं बहोरीबंद में कांग्रेस ने जीत दर्ज कराई।

भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम से पार्टी संतुष्ट नहीं है, हालांकि नकवी ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम पूरे देश में जनभावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते। नकवी ने कहा, "ये परिणाम पूरे देश की जनभावनाओं को नहीं दर्शाते। स्थानीय मुद्दे और प्रत्याशी की लोकप्रियता से यह परिणाम तय होते हैं।"नकवी ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में 44 सीट जीतकर इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस के लिए यह चुनाव परिणाम उसकी वापसी का संकेत नहीं देते। कांग्रेस में हालांकि उपचुनाव के परिणामों को लेकर बेहद खुशी का माहौल रहा।

कांग्रेस के महासचिव शकील अहमद ने कहा, "भाजपा ऐसे जता रही थी कि लोकसभा में झूठे वादों के आधार पर बनी मोदी की लहर उपचुनाव में भी जारी रहने वाली है। लेकिन जनता ने उनकी उम्मीदों के अनुसार वोट नहीं किया।"शकील अहमद ने कहा, "उपचुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए सकारात्मक संकेत देने वाले हैं।"राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जद (यू) नेता नीतीश कुमार चुनाव परिणाम से बेहद प्रसन्न दिखे। लोकसभा चुनाव में करारी मात खाने के बाद दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अपनी पुरानी अदावत भुलाते हुए भाजपा को मात देने के लिए हाथ मिला लिया है।

लालू ने मुंबई से ट्वीट किया, "ऐसा लगता है जैसे लोगों ने लोकसभा चुनाव में की गई गलती सुधार ली है।"नीतीश कुमार ने भी भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय मोर्चा गठित करने का संकल्प लिया। बिहार में हुए उपचुनाव में लालू प्रसाद का राष्ट्रीय जनता दल (राजद), नीतीश कुमार का जनता दल(युनाइटेड) और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। राजद के अजय कुमार ने मोहिउद्दीननगर सीट 21,530 मतों के अंतर से, रामअवतार पासवान ने राजनगर सीट 3,448 मतों के अंतर से और रणधीर कुमार सिंह ने छपरा सीट 24,106 मतों के अंतर से जीत ली।

जद (यू) के ऋषि मिश्रा को जाले सीट पर 7,720 मतों के अंतर से और रामानंद प्रसाद सिंह को परबता सीट पर 56,990 मतों के अंतर से जीत मिली। भाजपा को राज्य में चार सीटों- हाजीपुर, मोहनिया, नरकटियागंज और बांका- पर जीत मिली है। हाजीपुर से अवधेश सिंह, मोहनिया से निर्मल राम, नरकटियागंज से रश्मि वर्मा और बांका रामा नारायण मंडल को जीत मिली है। भाजपा के गठबंधन दल राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को एक भी सीट नहीं मिली। 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल 10 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने छह, राजद ने तीन और जद(यू) ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी।

कर्नाटक में कांग्रेस उम्मीदवार एन. वाई. गोपालकृष्ण को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार ओबलेश को 33,104 मतों से पराजित किया। गोपालकृष्ण को कुल 83,906 मत मिले, जबकि ओबलेश को 50,802 मत प्राप्त हुए। चिकोडी-सादालगा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार गणेश हुकेरी ने भाजपा के उम्मीदवार के. एम. मल्लिकार्जुन को 31,820 मतों से पराजित किया। शिकापीरपुर सीट पर भाजपा के बी. वाई. राघवेंद्र ने कांग्रेस के एच. एस. शांतावीरप्पा गौड़ा को 6,430 मतों के मामूली अंतर से हराया।

आम चुनाव में पंजाब में चार लोकसभा सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी (आप) का प्रदर्शन हालांकि बेहद निराशाजनक रहा। इस साल मई में हुए आम चुनाव में पटियाला संसदीय सीट से जीत हासिल करने वाली आप के उम्मीदवार की पटियाला विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में जहां जमानत जब्त हो गई, वहीं तलवंडी साबो में भी पार्टी का प्रशर्दन बेहद खराब रहा। पटियाला विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार व पूर्व विदेश मंत्री प्रनीत कौर ने जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी अकाली दल के उम्मीदवार भगवान दास जुनेजा को 23,200 मतों के अंतर से हराया।

तलवंडी साबो विधानसभा सीट पर अकाली दल के प्रत्याशी जीत मोहिंदर सिंह ने 46,600 मतों के अंतर से यहां जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के हरमिंदर सिंह जस्सी को हराया। मध्य प्रदेश की विजयराघवगढ़ सीट पर भाजपा उम्मीदवार संजय पाठक ने कांग्रेस के ब्रजेंद्र मिश्रा को 53,397 मतों से पराजित किया, वहीं आगर में भाजपा के गोपाल परमार ने कांग्रेस के राजकुमार गोरे को 27,702 मतों से पराजित किया। बहोरीबंद विधानसभा सीट पर कांग्रेस के सौरभ सिंह ने भाजपा के प्रणव पांडे को 7,977 वोटों से हराया। मप्र में जिन तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं, उनमें से एक सीट कांग्रेस व दो भाजपा के कब्जे में थीं।

आलेख : सत्कर्म तभी फलदायी जब हो अपने हाथ से

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दान-पुण्य और पूजा-पाठ हों या फिर कोई सा अनुष्ठान, इन सभी का पूर्ण फल तभी प्राप्त हो सकता है जब इसमें हमारे मन-मस्तिष्क और शरीर तीनों का योगदान हो, स्वयं के द्वारा परिश्रम किया गया हो। इन सभी कर्मों का पूरा-पूरा फल पाने के लिए स्वयं परिश्रम करें क्योंकि दैव आराधना से लेकर पुण्य के सारे कामों में अपने शरीर का परिश्रम जरूरी है।

हममें से खूब सारे लोग धर्म-कर्म के मामले में ठेकेदारी कल्चर को अंगीकार कर चुके हैं जिसमें खुद के परिश्रम का तनिक भी योगदान नहीं रहता, किसी को भी दान-पुण्य और पूजा-पाठ का ठेका दे दो और वो हमारे लिए अनुष्ठान करता रहे, हम उसका फल भोगने को उत्सुक बने रहें और अपने सांसारिक कर्मों में लगे रहें।

पूजा-पाठ और अनुष्ठानों तथा दान-पुण्यादि सत्कर्माें का एक मतलब यह भी है कि व्यक्ति संसार और स्वार्थ से थोड़े समय दूर रहकर परमार्थ और आत्मकल्याण के लिए समय निकाले और इस सत्कर्म के समय संसार से मुक्त होकर दैवाराधन या श्रेष्ठ कर्मों में रमा रहे ताकि ईश्वरीय दिव्य शक्तियों का सान्निध्य पाकर उसके आभामण्डल में नवीन प्रेरणा का संचार हो, उसके लायक ऊर्जाओं को उसमें प्रवेश करने का समय मिले और व्यक्ति ऊर्जित हो सके। और इस कालावधि में व्यक्ति उन सारे कर्मों से अपने आपको पृथक रखे जिनसे पाप या स्वार्थ प्रवृत्तियों का दोष लगे।

एक तरफ संसार से पूर्ण मुक्तावस्था और दूसरी ओर आत्मकल्याण या ईश्वरीय चिंतन में पूर्ण मनोयोग, इस अवस्था में व्यक्ति सिर्फ ईश्वरीय या सत्कर्म के ध्रुव की ओर ही लगा रहता है इसलिए उसकी पूरी कर्मेन्दि्रयां और ज्ञानेन्दि्रयां अच्छे और कल्याणकारी चिंतन की धारा में बहने लगती हैं और उसे इसका पूरा लाभ मिलता है।

समझदार लोग जो कुछ करते हैं वह खुद करते हैं खासकर ईश्वरीय आराधना, दान-पुण्य और अनुष्ठान, पूजा-पाठ आदि से लेकर दुनिया में सभी प्रकार के पारमार्थिक आदि कर्मों को दूसरे के भरोसे किए जाने का उतना फल प्राप्त नहीं होता जितना हम खुद करें, भले ही वह थोड़े समय के लिये ही क्यों न हो।

जिस सत्कर्म में हमारा परिश्रम न हो, उसका आंशिक फल ही हम प्राप्त कर पाते हैं। बात पूजा-पाठ की हो तब हम जो कुछ स्वयं करते हैं उसका सीधा और प्रत्यक्ष लाभ हमें प्राप्त होता है क्योंकि जो कुछ मिलता है वह ईश्वरीय तत्वों से सीधा मिलता है, दूसरों के द्वारा किया जाने वाला कर्म हम तक पहुंचते-पहुंचते छीजत का शिकार हो जाता है और उससे मिलने वाले फल में कमी आनी स्वाभाविक ही है। विशेषकर दान-पुण्य के मामले में हममें से अधिकांश लोग दूसरों के भरोसे रहते हैं। कभी कोई दान-पुण्य करना हो, तब अपनी ओर से पैसा दे देते हैं, बाकी सारे काम सामने वालों के भरोसे।

धर्म के मामले में भी ठेकेदारी परंपरा आजकल खूब चल रही है । दान-पुण्य के मामले में एक बात सभी को सच्चे मन से स्वीकार कर लेनी चाहिए कि उसी पूजा-पाठ या दान-पुण्य का फल मिलता है जिसमें हमारी पुरुषार्थ की कमायी लगी होती है, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और गलत रास्तों से आए पैसों से किए जाने वाले दान-धर्म का कोई फल प्राप्त नहीं होता, इसमें सिर्फ मनी ट्रांसफर का कर्म पूरा होता है।

कई चोर-डकैत, बेईमान, कमीशनबाज और भ्रष्ट-रिश्वतखोर इस आशा में पूजा-पाठ और दान-पुण्य कराते रहते हैं कि इससे उनके पापों का प्रभाव खत्म होगा। यह उनका भ्रम ही है। हम पाप कर्म करते हैं वे हमारे पापों के खाते में और पुण्य कर्म हमारे पुण्यों के खाते में दर्ज होते हैं। दोनों में कोई एक-दूसरे में कटौती नहीं कर सकता। दोनों का ही फल दुःख और सुख के रूप में भोगना ही पड़ता है। लेकिन हराम की कमाई से किए जाने वाले दान-धर्म का अंकन पुण्य के खाते में कभी नहीं होता, यह पैसा हमारा बेकार ही जाता है। इसलिए भ्रष्ट लोगों को यह भ्रम सदा के लिए निकाल देना चाहिए कि वे अपराध और पाप कर्म करते रहें, और दान-पुण्य से  पापों में कमी आ जाएगी।

आम तौर पर पूजा-पाठ, सामूहिक यज्ञ अनुष्ठानों और धार्मिक कर्मों में जो पैसा लगता है उसका अधिकांश हिस्सा उन लोगों का ही होता है जो पापकर्म करते हैं और यही कारण है कि धर्म और कर्मकाण्ड के नाम पर साल भर में इतना कुछ होते रहने के बाद भी प्रकृति और देवता हम पर प्रसन्न नहीं हो पाते और क्षेत्र तथा समुदाय किसी न किसी समस्या या प्राकृतिक आपदा से घिरे रहते हैं।

वास्तव में सभी प्रकार के धार्मिक कार्यों का मूलाधार वे लोग हैं जो परिश्रम से कमाते हैं, जीवन में ईमानदारी बरतते हैं और सच्चे मन से ईश्वरीय कार्यों के लिए किंचित मात्र भी अर्पण करते हैं और इसका प्रतिफल या पब्लिसिटी पाने की कोई इच्छा नहीं रखते। असल में ऎसे पुरुषार्थी लोगों के कारण से ही धर्म टिका हुआ है।

कई लोग गौसेवा के नाम पर गायों के चारे के लिए गौशालाओं में पैसा दे देते हैं, कई लोग चारा खरीद कर सड़कों पर डालकर चले जाते हैं और यह सोच लेते हैं कि उन्होंने बड़ा पुण्य कर्म कर लिया है। यदि वाकई गौसेवा का पुण्य पाना हो तो गौसेवा करें, गायों को अपने हाथ से प्रेमपूर्वक चारा खिलायें।

इसी प्रकार भूखों को पैसे न दें, खुद के हाथ से खाना खिलायें, प्यासों को स्वयं के हाथ से पिलायें, तभी पुण्यार्जन संभव है। असल में पुण्य का लाभ तभी प्राप्त होता है जब श्रेष्ठ कर्म को दूसरों के भरोसे न छोड़ें बल्कि खुद के हाथों करें। पैसा अपना भले ही हो, जो अपने हाथों से कर्म करता है उसी के खाते में पुण्य दर्ज होते हैं। किसी भी पुण्य का प्रत्यक्ष लाभ तभी है जब हमारे परिश्रम से किया गया हो। जो कुछ करें, स्वयं के हाथ से करें, भले ही परिमाण में कम ही क्यों न हो। खुद कम भी करेंगे तो लाभ पूरा पाएंगे, और दूसरे करेंगे तो पुण्य में आधी से ऊपर कटौती हो जाएगी।

इसके साथ ही यह भी सोचने की आवश्यकता है कि जो पुण्य हों वे तात्कालिक तृप्ति देने वाले और जीवंत हों। अपने आस-पास के लोग भूखे-प्यासे और अभावग्रस्त हों और हम मन्दिरों, बाबों, सत्संग-कथाओं, मठों और धर्म के नाम पर अनुष्ठानों में पैसा लगाएं, इसका कोई अर्थ नहीं है।

आज मन्दिरों और बाबों की बजाय इंसानों और समाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा लगाने, सेवा करने की आवश्यकता है। जहाँ जरूरतमंदों को जिस चीज या काम की जरूरत है, उसे पूरी करना ही सच्चा धर्म-कर्म और सेवा है और इसी से ईश्वर प्रसन्न होता है। पाषाणों और जड़ संसाधनों पर खर्च सारा धन बेकार है और इसका कोई पुण्य नहीं मिलता। मानवधर्म और पीड़ित मानवता की सेवा से ही भगवान को प्रसन्न किया जा सकता है, मन्दिरों में घण्टे-घड़ियाल बजाकर या धर्म के नाम पर नौटंकियों से नहीं।







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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com

विशेष आलेख : किशोर अपराध- सज़ा बनाम सुधार

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यह कहानी भोपाल में रहने वाले बारह साल के सोहन (बदला हुआ नाम) की है। सोहन अपनी तायी के पास इन्दौर गया था। तायी के बेटे के साथ खेलते हुए दोनो में झगड़ा शुरू हो गया और बात इतनी बढ़ गयी कि इसी दौरान सोहन ने पास में रखे नेल कटर से तायी के बेटे पर वार कर दिया जो उसके हृदय में लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। किशोर न्याय बोर्ड द्वारा बालक के व्यवहार परिर्वतन के लिए बाल गृह में रखने के लिए चाइल्ड लाइन भोपाल के सुपुर्द किया गया। चाइल्ड लाइन भोपाल के साथी बताते हैं कि हादसे से पहले सोहन को छोटी-छोटी बात पर बहुत गुस्सा आता था लेकिन घटना के बाद से वह बहुत शांत और एकांत प्रिय हो गया है। चाइल्ड लाइन में सोहन की लगातार  काउन्सलिंग की जाती रही, कुछ समय बाद उसे स्कूल में  प्रवेश करवाया गया जहां वह धीरे- धीरे अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने लगा और कक्षा में अव्वल आने लगा। पढाई के साथ साथ उसकी दूसरी प्रतिभाएं भी सामने आने आयीं। उसे चित्रकला प्रतियोगिता में कई सारे पुरस्कार मिले। सोहन चार साल तक “उम्मीद बाल गृह” में बच्चों के साथ रहा। वहां उसके व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आए, वह बाल गृह में रह रहे छोटे बच्चों को गृहकार्य कराने में मदद करने लगा। आगे की जिंदगी के लिए उसे नई दिशा भी मिली, रंगो से दोस्ती करने के साथ साथ उसने अपने लिए लक्ष्य तय कर लिए है, वह कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता है इसके लिए उसने कंप्यूटर की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया। सोहन अब पूरी तरह से सामान्य है और उसे अपने परिवार के पास भेज दिया गया है । लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि अब हमारी सरकार और समाज का ज़ोर रचनात्मक सुधार की तरफ नहीं बल्कि सजा की ओर है। 
              
गौरतलब है कि बीते 6 अगस्त को केंद्रीय कैबिनेट ने जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, अब इसकी जगह जुवेेनाइल जस्टिस बिल, 2014 अस्तित्व में आएगा। नए विधेयक के तहत 16 वर्श से अधिक उम्र के किषोर को व्यस्क मानने का प्रावधान है। बदलाव के बाद दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के आरोपी किशोरों पर आईपीसी की धारा के तहत केस दर्ज होंगे और दोषी पाए जाने पर सजा भी होगी। हालांकि समाचार पत्रों में छपी खबरों के मुताबिक किस पर मुकदमा चले इसका फैसला जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड करेगा और किशोर न्याय अधिनियम या भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत चलाए गए किसी मुकदमे में जघन्य अपराध में संलिप्त किसी किशोर को सजा-ए-मौत या उम्रकैद की सजा नहीं दी जाएगी। इस बात के आसार जताए जा रहे हैं कि  सरकार संसद के मौजूदा बजट सत्र में ही संशोधित मसौदे को पेश करने वाली है। जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में बदलाव को लेकर लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों में आम राय है। इसलिए संशोधित मसौदा आसानी से पारित भी हो जायेगा। मौजूदा कानून के तहत अगर किसी आरोपी की उम्र 18 साल से कम होती है तो उसका मुकदमा अदालत की जगह जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में चलता है। दोशी पाए जाने की सूरत में किषोर को अधिकतम तीन साल की अवधि के लिए किषोर सुधार गृह भेजा जाता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में किषारों के ज़रिए जिस तरह से जघन्य अपराधों को अंजाम दिया है। ऐसे में जुवेनाइल जस्टिस बिल में बदलाव की मांग की जा रही थी। 
          
दरअसल 2012 दिल्ली में हुए ‘‘निर्भया’’ कांड तथा इस तरह की और गंभीर घटनाओं के बाद पूरे देश में इस कानून में परिवर्तन के लिए एक माहौल बना। जनमत बनाने में मीडिया की भी बड़ी भूमिका रही है। बदलाव के पक्ष में कई तर्क दिए जा रहे हैं जैसे, आजकल बच्चे बहुत जल्द बड़े हो रहे हैं, बलात्कार व हत्या जैसे गंभीर मामलों में किशोर होने की दलील देकर “अपराधी” आसानी से बच निकलते हैं, पेशेवर अपराधी किशोरों का इस्तेमाल जघन्य अपराधों के लिए करते हैं, उन्हें धन का प्रलोभन देकर बताया जाता है कि उन्हें काफी सजा कम होगी और जेल में भी नहीं रखा जाएगा आदि। इन्ही तर्कों के आधार पर यह मांग जोरदार ढंग से रखी गयी कि किशोर अपराधियों का वर्गीकरण किया जाए, किशोर की परिभाषा में उम्र को 16 वर्ष तक किया जाए ताकि नृशंस अपराधियों को सख्त से सख्त सज़ा मिल सके। बाद में जनाक्रोश को देखते हुए नयी सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गाँधी ने इन मांगों के सुर में सुर मिलाते हुए इसे आगे बढाया। लोकतंत्र और भीड़तंत्र में अंतर होता है, एक प्रगतिशील राष्ट्र में जनाक्रोश के दबाव और जनभावनाओं के तुष्टिकरण के लिए किसी कानून को बनाना खतरनाक संकेत है क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि जनता की भावना हमेशा प्रगतिशील और विवेकपूर्ण ही हो, आखिरकार तालिबान और खाप-पंचायत वाले भी तो भीड़ तंत्र का हिस्सा ही हैं।  
          
गंभीर अपराधों में शामिल किशोरों को कड़ी सजा देने से ही यह मसला हल नहीं होगा। बाल अपराध एक सामाजिक समस्या है, अतः इसके अधिकांश कारण भी समाज में ही विद्यमान हैं। एक राष्ट्र और समाज के तौर में हमें अपनी कमियों को भी देखना पड़ेगा और जरूरत के हिसाब से इसका इलाज भी करना पड़ेगा। कभी कभी तो हमारे संविधान द्वारा अपने नागिरकों को एक व्यक्ति के रूप में दिए गये अधिकारों और हमारे सामाजिक मूल्यों में भारी अन्तर्विरोध देखने को मिलता हैं। आज हमारे समाज में इस बात को लेकर बहस चल रही है कि किशोरों से संबंधित अपराध कानूनों को दंडात्मक होना चाहिए या सुधारात्मक, जबकि किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2000 के अनुसार अगर कोई बच्चा कानून के खिलाफ चला जाता है तो आम आरोपियों की तरह न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने अथवा अपराधियों की तरह जेल या फांसी  नहीं बल्कि बाल गृहों में सुधार के लिए भेजा जाएगा। 
           
दरअसल किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2000 तक पहुँचने में हमें करीब एक सदी का वक्त लगा है। 1919 में बनी ए. जी. कार्ड्यू  की अध्यक्षता में बनी “भारतीय जेल कमिटी” की रिपोर्ट में बाल अपराधियों को बड़े अपराधियों से अलग रखने को लेकर सुझाव दिए गए थे। इसके बाद 1920 में मद्रास, बंगाल, बम्बई, दिल्ली, पंजाब ,1949 में उत्तरप्रदेश और 1970 में राजस्थान में बाल अधिनियम बनाये गये। इन बाल अधिनियमों में समाज विरोधी व्यवहार करने वाले बालकों के लिये दण्ड के स्थान पर सुधार की बात की गयी। 1960 में यह स्वीकार किया गया कि बच्चों को दण्ड देने के बजाय उनमें सुधार किया जाए एवं उन्हें वयस्क अपराधियों से पृथक रखा जाए। इसी सोच के साथ भारतीय दण्ड संहिता के भाग 399 व 562 में बाल अपराधियों को जेल के स्थान पर सुधार गृहों में भेजने का प्रावधान किया गया था। 1985 में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा द्वारा किशोर न्याय के लिए मानक न्यूनतम नियम का अनुमोदन किया गया जिसे “बीजिंग रूल्स” भी कहते हैं। इसी के आधार पर भारत में 1986 में किशोर न्याय कानून बनाया गया, जिसमें 16 वर्ष से कम उम्र के लड़के और 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को किशोर माना गया। 1989 में बच्चों के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र का दूसरा अधिवेशन हुआ जिसमें लड़का-लड़की दोनों को 18 वर्ष में किशोर माना गया। भारत सरकार ने 1992 में इसे स्वीकार किया और सन् 2000 में 1986 के अधिनियम की जगह एक नया किशोर न्याय कानून बनाया गया। 2006 में इसमें संशोधन किया गया। इस तरह से करीब एक सदी में हम सुधार पर आधारित एक किशोर न्याय कानून बना पाए। समय का चक्र देखिये इसे पीछे लौटने की मांग की जा रही है । 
            
किशोरावस्था में व्यक्तित्व के निर्माण तथा व्यवहार के निर्धारण में वातावरण का बहुत हाथ होता है। इसलिए एक प्रगतिशील राष्ट्र के रूप में हम ने ऐसा कानून बनाया जो यह स्वीकार करता है कि किशोरों द्वारा किए गए अपराध के लिये किशोर बालक स्वयं नहीं बल्कि उसकी परिस्थितियां उत्तरदायी होती हैं। इसलिए कानून का मकसद किशोर-अपराधियों को दंड नहीं सुधार का है। फोकस अपराधी पर नहीं अपराध के कारणों पर होता है ताकि अपराधी बालक बड़ा होकर समाज का संवेदनशील सदस्य तथा देश का उत्तरदायी नागरिक बन सके। लेकिन दुर्भाग्य से कैबिनेट का फैसला और देश के जनभावना दोनों ही इस विचार के खिलाफ है। दरअसल सरकार ने जनभावना के दबाव में आकर शार्टकट रास्ता अपनाया है और अपनी कमियों और कोताहियों की उपेक्षा की है। निश्चित रूप से वर्तमान कानून में खामियां हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसमें बच्चों तथा किशोरों की सुरक्षा और देखभाल सुनिश्चित करने को लेकर जो व्यवस्थाएं है उनसे छेड़-छाड़ की जाए। हकीकत तो यह है कि सरकार किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने में बुरी तरह असफल रही है। सच्चाई यह है कि किशोर न्याय अधिनियम, 2000 के अधिकतर प्रावधानों को लागू ही नहीं किया जा सका है। इस कानून के बारे में पुलिस, अभियोजन पक्ष, वकीलों और यहाँ तक कि जजों को भी कानून के प्रावधानों की पूरी  जानकारी ही नहीं है। किशोरों के विरुद्ध दर्ज हो रहे लगभग तीन चैथाई मुकदमे फर्जी हैं। किशोरों को सरकारी संरक्षण में रखने के लिए कानून में बताई गई व्यवस्था की स्थिति दयनीय है और इसके कई सारे प्रावधान जैसे सामुदायिक सेवा, परामर्श केंद्र और किशोरों की सजा से संबंधित अन्य प्रावधान जमीन पर लागू होने के बजाये कागजों में ही है। 
           
दूसरी ओर बच्चों की परिभाषा घटा देने से इस बात की भी आशंका है कि इसको आधार बनाकर सरकार बच्चों के प्रति अपनी जवाबदेही से पीछे हटने का रास्ता तलाश सकती है। हमारे देश के विभिन्न सरकारी एजेंसियों में बच्चे की परिभाषा को लेकर पहले से ही एकरुपता नही है। एक ओर जहाँ किशोर न्याय अधिनियम के अनुसार नाबालिगों की परिभाषा 18 साल से कम उम्र मानी गयी है, वहीं केवल 14 वर्ष तक के बच्चों को ही आर. टी. ई. के तहत शिक्षा का अधिकार दिया गया है। इसी तरह से 14 आयु वर्ष से ऊपर के बच्चों को बाल श्रमिक नहीं माना जाता है । केंद्र की नई सरकार द्वारा बाल अपराधियों को कठोर दंड दिलवाने के लिए हड़बड़ी में उठाया गया कदम समझ से परे है। मध्यकाल में कड़ी सजा देकर अपराधों को रोकने का चलन रहा है, जो कि इक्कीसवीं सदी के मूल्यों से मेल नहीं खाती है। एक प्रगतिशील देष होने के नाते हम अपराध में संलिप्त अपने किशोरों को कड़ी सजा देकर उन्हें व्यस्क अपराधियों के साथ जेल में नहीं डाल सकते। यह उनके भविष्य को नष्ट करने जैसा होगा, तरीका कोई भी हो हमें उन्हें  सुधार प्रक्रिया से गुजार कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने  का मौका और माहौल देना होगा, कुछ उसी तरह से जैसे सोहन की मिला था।  






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जावेद अनीस 
(चरखा फीचर्स)
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