सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख को किरनापुर तहसीलदार का प्रभार
आगामी समय में होने वाले पंचायत चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासनिक एवं का कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कलेक्टश्र श्री व्ही. किरण गोपाल ने सहायक अधीक्षक, भू-अभिलेख बालाघाट श्री सी.एल. चौहान को किरनापुर का प्रभारी तहसीलदार नियुक्त किया है। श्री चौहान को नायब तहसीलदार की शक्तियां भी प्रदान की गई है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
ग्राम पंचायत चौरिया में शाला के मरम्मत कार्य की स्वीकृति निरस्त, 1.05 लाख रु. की राशि वापस करने के निर्देश
भारत सरकार द्वारा जिले के विशेष पिछड़े क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए आई.ए.पी. योजना में उपलब्ध कराई गई राशि से बिरसा विकासखंड में प्राथमिक शाला भवन की मरम्मत के लिए 20 जनवरी 2014 को एक लाख 5 हजार 500 रु. की राशि स्वीकृत की गई थी। ग्राम पंचायत चौरिया द्वारा अब तक इस कार्य को प्रारंभ नहीं किये जाने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने इस कार्य की स्वीकृति को निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत चौरिया के सरपंच एवं सचिव को निर्देशित किया गया है कि वे एक लाख 5 हजार 500 रु. की राशि का क्रास चेक तत्काल कलेक्टर(आई.ए.पी.) के नाम से वापस करें।
सात पंचायतों को आई.ए.पी. योजना के कार्यों के लिए 24.67 लाख रु. की दूसरी किश्त जारी
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने भारत सरकार द्वारा जिले के विशेष पिछड़े क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए आई.ए.पी. योजना में उपलब्ध कराई गई राशि से पूर्व में मंजूर किये गये सात ग्राम पंचायतों के कार्यों के लिए द्वितीय किश्त के रूप में 24 लाख 67 हजार 200 रु. की राशि मंजूर की है। इन ग्राम पंचायतों को दी गई प्रथम किश्त की राशि के उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त होने एवं कार्य की प्रगति के आधार पर द्वितीय किश्त की राशि आबंटित की गई है। सामुदायिक भवन की द्वितीय किश्त के रूप में बिरसा विकासखंड की ग्राम पंचायत दमोह को 3 लाख 30 हजार रु., परसवाडा विकासखंड की ग्राम पंचायत चालिसबोड़ी को 3 लाख 30 हजर रु. तथा लांजी विकासखंड की ग्राम पंचायत डोरली को 3 लाख 30 हजार रु. की राशि आबंटित की गई है। परसवाड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत छपरवाही को प्राथमिक शाला भवन के लिए 3 लाख 88 हजार 200 रु., प्राथमिक शाला के खेल मैदान की बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए 97 हजार 800 रु. तथा सभामंच के लिए 81 हजार 600 रु. की राशि द्वितीय किश्त के रूप में आबंटित की गई है। बिरसा विकासखंड की ग्राम पंचायत दुल्हापुर को प्राथमिक शाला मुरूम में दो अतिरिक्त कक्ष के लिए 2 लाख 27 हजार 400 रु., प्राथमिक शाला सुन्दरवाही में दो अतिरिक्त कक्ष के लिए 2 लाख 27 हजार 400 रु., प्राथमिक शाला राशिमेटा में दो अतिरिक्त कक्ष के लिए 2 लाख 27 हजार 400 रु. तथा लांजी विकासखंड की ग्राम पंचायत रिसेवाड़ा को प्राथमिक शाला टिमकीटोला में दो अतिरिक्त कक्ष के लिए 2 लाख 27 हजार 400 रु. की राशि द्वितीय किश्त के रूप में प्रदान की गई है। किरनापुर विकासखंड की ग्राम पंचायत कसंगी को ग्राम मड़कामंडई में आंगनवाड़ी भवन के लिए द्वितीय किश्त के रूप में 2 लाख 17 हजार 800 रु. की राशि आबंटित की गई है। इन ग्राम पंचायतों द्वारा पूर्व में स्वीकृत इन कार्यों के लिए प्रदान की गई प्रथम किश्त की राशि का उपयोग करने के बाद उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिया है और उनके कार्य की प्रगति के आधार पर उन्हें कार्य के लिए द्वितीय किश्त की राशि प्रदान की गई है।
निर्माण श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर अब मिलेगी 75 हजार की अनुग्रह राशि, अंत्येष्टि सहायता राशि भी 2000 से बढ़कर 3000
राज्य शासन ने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को दी जाने वाली मृत्यु पर अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता राशि में बढ़ोत्तरी की है। अब 45 वर्ष से कम आयु वाले हितग्राही की सामान्य मृत्यु होने पर उसके परिवार को 75 हजार की अनुग्रह राशि दी जायेगी। हितग्राही की उम्र 45 वर्ष से अधिक होने पर यह राशि पूर्वानुसार 25 हजार पये दी जायेगी। इसी तरह अंत्येष्टि सहायता राशि में एक हजार की बढ़ोत्तरी करते हुए इसे 2000 से बढ़ाकर 3000 कर दिया गया है। पूर्व में निर्माण श्रमिक की सामान्य मृत्यु होने पर 25 हजार की राशि देय थी। पूर्व में निर्माण कार्य के दौरान श्रमिक की मृत्यु होने पर 1 लाख पये और स्थाई अपंगता में 75 हजार पये राशि देने का प्रावधान था, जिसको यथावत रखा गया है।
अक्टूबर माह में 104 नसबंदी शिविरों का आयोजन, प्रत्येक शिविर में 50 आपरेशन का लक्ष्य
परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा माह अक्टूबर 2014 में जिले के विभिन्न स्थानों पर 104 नसबंदी शिविरों के आयोजन का कार्यक्रम बनाया गया है। इनमें से 74 शिविर महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए तथा 30 शिविर पुरूषों के नसबंदी आपरेशन के लिए लगाये जायेंगें। प्रत्येक नसबंदी शिविर में 50 नसबंदी आपरेशन का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला ने इस संबंध में बताया कि महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए 01 अक्टूबर को किरनापुर, कटंगी, बिरसा, 02 अक्टूबर को लालबर्रा, लांजी, भंडेरी, 04 अक्टूबर को वारासिवनी, खैरलांजी, परसवाड़ा, लामता, 06 अक्टूबर को मोहगांव, किरनापुर, हट्टा, 07 अक्टूबर को सोनगुड्डा, कटंगी, 08 अक्टूबर को लांजी, वारासिवनी, गढी, 09 अक्टूबर को चरेगांव, लालबर्रा, परसवाड़ा, 10 अक्टूबर को खैरलांजी व मंडई, 11 अक्टूबर को उकवा, बैहर, डोंगरमाली, 12 अक्टूबर को भानेगांव, 13 अक्टूबर को वारासिवनी, कचनारी व किरनापुर, 14 अक्टूबर को मोहगांव, बैहर तथा 15 अक्टूबर को परसवाड़ा, खैरलांजी व लालबर्रा में शिविर लगाया जायेगा। महिलाओं के नसबंदी आपरेशन के लिए 16 अक्टूबर को कटंगी, लांजी, बिरसा, 17 अक्टूबर को लामता, मिरगपुर, रामपायली, 18 अक्टूबर को कचनारी, वारासिवनी, बैहर, 19 अक्टूबर को लालबर्रा, 20 अक्टूबर को परसवाड़ा, लामता, 21 अक्टूबर को खैरलांजी, गढ़ी, दमोह, 22 अक्टूबर को कटंगी, लांजी, हट्टा, 24 अक्टूबर को उकवा, लालबर्रा, 25 अक्टूबर को परसवाड़ा, लामता, किरनापुर, लांजी, 27 अक्टूबर को खैरलांजी, बिरसा, 28 अक्टूबर को कटंगी, गढी, 29 अक्टूबर को लालबर्रा, डोंगरमाली, 30 अक्टूबर को परसवाड़ा, लांजी तथा 31 अक्टूबर को किरनापुर, वारासिवनी व लामता में शिविर लगाया जायेगा। इसके अलावा जिला चिकित्सालय बालाघाट में प्रत्येक शनिवार अर्थात 04, 11, 18 व 25 अक्टूबर को शिविर लगाकर महिलाओं के नसबंदी आपरेशन किये जायेंगें। पुरूषों के नसबंदी आपरेशन के लिए 01 अक्टूबर को बिरसा, 02 अक्टूबर को लालबर्रा व लांजी, 04 अक्टूबर को परसवाड़ा व लामता, 08 अक्टूबर को लांजी, 09 अक्टूबर को लालबर्रा व परसवाड़ा, 11 व 14 अक्टूबर को बैहर, 15 अक्टूबर को परसवाड़ा व लालबर्रा, 16 अक्टूबर को लांजी व बिरसा, 17 अक्टूबर को लामता, 18 अक्टूबर को बैहर, 19 अक्टूबर को लालबर्रा, 20 अक्टूबर को लामता व परसवाड़ा, 22 अक्टूबर को लांजी, 24 अक्टूबर को लालबर्रा, 25 अक्टूबर को परसवाड़ा, लामता व लांजी, 27 अक्टूबर को बिरसा तथा 29 अक्टूबर को लालबर्रा में शिविर लगाया जायेगा। इसके अलावा जिला चिकित्सालय बालाघाट में प्रत्येक शनिवार अर्थात 04, 11, 18 व 25 अक्टूबर को शिविर लगाकर पुरूषों के नसबंदी आपरेशन किये जायेंगें। जिले के विवाहित दम्पत्तियों से अपील की गई है कि वे अपना परिवार सीमित रखें और बच्चे दो से अधिक न होने दें। परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में नसबंदी आपरेशन को अपनाने कहा गया है। महिला को नसबंदी आपरेशन के लिए बाध्य करने की बजाय पुरूष को नसबंदी आपरेशन के लिए आगे आना चाहिए।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, रामेश्वरम यात्रा के लिए 201 व्यक्तियों की सूची जारी
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के अंतर्गत आगामी 03 अक्टूबर को गोंदिया से रामेश्वरम की तीर्थ यात्रा के लिए विशेष रेलगाड़ी रवाना होगी। कलेक्ट्रेट कार्यालय द्वारा इस यात्रा के लिए जिले के 201 व्यक्तियों की सूची जारी कर दी गई है। रामेश्वरम की यात्रा के बाद 0 अक्टूबर को रेलगाड़ी वापस आयेगी। चयनित यात्रियों को यात्रा पास प्राप्त होने पर उसमें अपनी पासपोर्ट फोटो अनिवार्य रूप से लगाना होगा। यात्रियों को अपने साथ वोटर आई.डी. कार्ड या आधार कार्ड साथ में अनिवार्य रूप से रखना होगा। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के अंतर्गत 60 वर्ष या उससे अधिक की आयु के ऐसे व्यक्ति जो आयकर दाता न हो, उन्हें प्रदेश सरकार अपने खर्च पर तीर्थ यात्रा करा रही है। इस योजना के अंतर्गत तीर्थयात्रा पर जाने दवाले सभी यात्रियों के खाने-पीने एवं ठहरने की नि:शुल्क व्यवस्था म.प्र. शासन द्वारा की गई है। रामेश्वरम की यात्रा के लिए ग्राम टवेझरी के सुमन, रूखमन, सुमन बाई, रूखमनी, भटेरा की दसवंती, रामलाल, रायाबाई, हरिलाल, प्रभाबाई, बालाघाट की करूणा, शारदा, दमवंती पायल, मनोहरलाल, लाखन, उदेलाल, कांता, कौतिका, रजनी, सरेखा की रेवती बाई, शीला पंचेश्वर, राधेश्याम, भंडारबोड़ी के रूपचंद, साकड़ी के झीटू, सोना, पौनी के नानकराम, रजेगांव की पारबता, सोमाबाई, भरवेली के दारकू, दीप्ती, वारासिवनी के उमेशचंद, मन्नाबाई, ददिया के जनू, कविता, खैरलांजी के इन्दल, सरेखा की उर्मिला, खारा के हरिराम, पिपरिया के खेमनलाल, चिखलाबांध के रामजी, चिखला की नेलूबाई कमलेश, कुम्हारी की त्रिलोकाबाई, सतोना के विशालदास सोहनलाल, भागनबाई, ओरमा के तेजलाल, मीरनबाई, भीकेवाड़ा की सुरमन, चिखला के पीतमलाल, हरिप्रसाद, तिरोड़ी के सुरेश टांक, शशिकला, नैतरा के फेकनलाल, चंदोरी के बालगोविंद, चरेगांव की मोहबत बाई, रजेगांव की घुड़ो बाई, लड़सड़ा की गुम्फा कुमादेही के रोशनलाल, बिरनपुर की भागनबाई अमरूलाल का चयन किया गया है। ग्राम भटेरा से अमरवंती, चिचोली से दलपत, भरवेली से तुरजाबाई, फागूराम, सिवनीकला से दादू, पाथरवाड़ा से सुकवारा, लक्ष्मीचंद, रूपराम, केशर बाई, सरेखा से महारीन बाई, यमुना, फुलवंता, देविका, बोनकट्टा से कामुनाबाई, नीतूबाई, खारा से लालाजी, थानेगांव से चुनवंता, सेवकन, टेकाड़ी से जगतराय, गौरूला, आलेझरी से देवाजी, समनापुर से रायबाई, सुनील, गोंगलई से गांधी, कैलाश, वारासिवनी से निशा, पाथरवाड़ा से नान्हीबाई, घोटी से सखाराम, बालाघाट से उत्तमकुमार, संध्या, सुलखा, फुलकन, फूलन, राखी, दिघोदा से ताराबाई, बोनकट्टा से लहुराम, फन्दू, सरेखा से भद्दूलाल, लांजी से कांतीबाई, नयाटोला से सूरजलाल, सिर्रा से सरस्वता, मोनिका, कुम्हारी से विष्णु, गोंगलई से पीतमलाल, धनसुवा से दशवंती, किशोर, लालपुर से श्रीराम, चुन्नीलाल, रजेगांव से बकाराम, रविन्द्र, जानकीबाई, राधेश्याम, अर्जुननाला से डुलीचंद, ददिया से रामेश्वर, मोहगांव-ध. से परसराम, चिखला से रामबती, रीता, भोरवाही से रतनलाल, नोनसा के गोरेलाल, कुम्हारी की समरूता, पाथरवाड़ा से दसरूलाल, सेजाबाई, गणेश, पाथरी से त्रिलोका, सरस्वता, वारासिवनी से निर्मला, मयंक का रामेश्वरम यात्रा के लिए चयन किया गया है। सरेखा से रामू, चिंताबाई, खड़कपूर, से मुन्नासाव, सदनसाव, बघोली से दिमाकचंद, लोखनबाई, घोटी से नेतराम, झाड़गांव से ओमकार, कुमेन्द्र, वारासिवनी से कस्तुरी, श्रृध्दा, लालपुर से टेकचंद, बटरमारा से भरत, कोसमी से नूतन, विपतलाल, पाथरवाड़ा से बिसराम, बालाघाट से शशिबाला, रजनीश, खुरपुड़ी से कुवरलाल, शिवलाल, ददिया से दयाराम, गर्रा से सुखराम, हुकुमचंद,समनापुर से अमृतलाल, आलेझरी से ताराबाई, भटेरा से प्रताप, चिचगांव से शिवचरण, तारेश, सरेखा से कृष्णा, खारा से शिवलाल, तिरोड़ी से सविता, चंदन, कोल्हवा से रेणुका, बिरजूला बाई, पाथरवाड़ा से चंपालाल, लालपुर से देवीप्रसाद, धुरपता, सरेखा से लोगीबाई, उर्मिलाबाई, नेवरगांव-वा. से श्रीराम, अरनामेटा से लीलाबाई, द्वारका, लालपुर से दुर्गुन बाई, रामकिशोर, कातलबोड़ी से सागरराम, दिघोदा से बारनबाई, चिचटोला से गणेशलाल, चांगोटोला से गोविंद प्रसाद, सुषमाबाई, कोसमी से कौतिका बाई, कटोरी से वच्छला, भीकेवाड़ा से छन्नूलाल, सरेखा से शांतिबाई, भारती, तूलसीया, भागनबाई, श्यामलाल, विजलो, लिंगा से ताराचंद, चिखला से चैनलाल, आशिष, बैहर से टोलीराम, कला, गोंगलई से सतनबाई, रेखाबाई, बालाघाट से धनीराम, कृष्णादेवी, गर्रा से पूनाराम, नंदकिशोर, लांजी से कन्हैयालाल, नीलकंठ, चिचगांव से लिम्बाजी, दुल्हापुर से राजाराम व बिरण का चयन रामेश्वरम की यात्रा के लिए किया गया है।