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विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (02 अक्टूबर)

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गांधी जयंती के अवसर पर ‘‘स्वच्छ शाला भारत’’ अभियान

शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर ‘‘स्वच्छ शाला भारत’’ अभियान के तहत विद्यालय परिसर में साफ-सफाई की गई। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इनमें निबंध प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आदर्ष बघेल कक्षा 10वीं, द्वितीय स्थान पर गुलषन कुषवाहा कक्षा 9वीं तथा तृतीय स्थान पर राहुल कुषवाहा कक्षा 9वीं आएं। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर अनिकेत गिरी गोस्वामी कक्षा 10वीं, द्वितीय स्थान पर अंजलि रोहित कक्षा 11वीं तथा तृतीय स्थान पर महिमा दुबे कक्षा 10वी आएं। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रानू चैधरी कक्षा 10वीं रहीं। इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या श्रीमति चारू सक्सेना, वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमति जयंति सोनी, सुधा पवार, डाॅ. नीरज कन्नौजिया, विष्णु प्रसाद शर्मा ‘‘षास्त्री’’, व्ही.पी. भट्ट, सुरेष शर्मा, पी.एन. सेन, आभा माहेष्वरी, मनोज सोनी, विजय श्रीवास्तव, रजनी चैबे, रेखा सिंह, उमेष ताम्रकार, संजीव जैन, आर.के. तिवारी, बी.एस. जादौन, अविनाष निगम, मुकेष रोहित, हरिहर चतुर्वेदी, राजेन्द्र राजौरिया, जी.एस. अटूट, अर्चना शर्मा, निधि लिटौरिया, रेखा शर्मा एवं संस्था का समस्त स्टाॅफ उपस्थित रहा।

स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर सहभागिता निभाई गई

  • स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न अंग-कलेक्टर श्री ओझा

vidisha news
स्वच्छ भारत अभियान की पूर्ति, उद्धेश्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आज दो अक्टूबर को विदिशा जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान में जनप्रतिनिधिगण, अधिकारियांे, कर्मचारियांे और गणमान्य नागरिकों ने सामूहिक श्रमदान कर जिले को स्वच्छ बनाए जाने में सहयोग किया। स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत कलेक्टेªट परिसर में कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने स्वच्छता ध्वज फहरा कर की। इसके पश्चात्् प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा प्रदेशवासियों के नाम भेजे गए संदेश का वाचन किया गया। कलेक्टर श्री ओझा ने अधिकारी, कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता सोनकर, विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योतिशाह, विदिशा जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री अरविन्द सिंह बघेल समेत अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।

सफाई अभियान
जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी, कर्मचारियों ने सफाई अभियान की शुरूआत स्थानीय बस स्टेण्ड से की। यहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष, नगरपालिका अध्यक्ष, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों ने बस स्टेण्ड में फैले कचरे को झाडू लगाकर इकट्ठा किया।

रैली 
स्वच्छ भारत अभियान का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर से रैली निकाली गई। जिसमें शामिल जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण, कर्मचारी और गणमान्य नागरिक अपने हाथो में जन जागरूकतायुक्त श्लोगन प्रदर्शित करने वाली तख्तियां लेकर चलें। जागरूकता रैली शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए बस स्टेण्ड पहंुची यहां सभी ने सफाई अभियान मेे सामूहिक श्रमदान किया।

उद्वेश्यांे की प्राप्ति जन सहयोग से
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने बस स्टेण्ड में कार्यक्रम के दौरान कहा कि स्वच्छ भारत अभियान की निहित उद्धेश्यों की प्राप्ति जनसहयोग से संभव है। उन्होंने स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि जिस प्रकार हम अपने घर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देते है ठीक उसी प्रवृत्ति का अनुसरण हमें घर के बाहर करना होगा। उन्होंने नियत स्थल पर कचरा डालने की सलाह सबको दी। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि शहर को स्वच्छ रखने में हम सबकी नैतिक जबावदारी है। उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में विदिशा जिला ख्याति अर्जित करें। इसके लिए सफाई अभियान में सतत सामूहिक श्रमदान करते रहने का आव्हान किया।

असर दिखने लगा
जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारियों के द्वारा सफाई अभियान में किए गए सामूहिक श्रमदान का असर दो घंटे में परलिक्षित होने लगा। स्वच्छता के महायज्ञ में आमजनों के सहयोग से विदिशा निकाय क्षेत्र में दो घंटे की अवधि में ही इतना कचरा उठाया गया कि उसे दो ट्रक और आठ टेªक्टर ट्रालियों में भरना पड़ा। मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा ने बताया कि निकाय का अमला सतत इस कार्य को कर रहा है। शहर पूर्ण स्वच्छ हो इसके लिए घर-घर जाकर कचरा संग्रह किया जा रहा है वही लोगो को जागरूक करने के लिए स्वच्छता पर आधारित गान का प्रसारण कचरा संग्रह मिनी आटो में लगे लाउड स्पीकरों के माध्यम से किया जा रहा है।

कार्यालयों में हुई सफाई
महात्मा गांधी जयंती दो अक्टूबर को अवकाश होने के बावजूद भी जिला मुख्यालय के सभी कार्यालयों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत विशेष सफाई कार्य कार्यालयीन अधिकारियोें और स्टाफ के द्वारा सामूहिक श्रमदान किया गया और उन्होंने ली गई शपथ का नियमित पालन करने और हर रोज कार्यालय एवं परिसर को स्वच्छ बनाए रखने की पहल जारी रहेगी।

आर्थिक मदद जारी

मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के एक प्रकरण में कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आर्थिक मदद जारी कर दी है। विदिशा तहसील के ग्राम अहमदपुर निवासी श्री देशराज सिंह यादव की मृत्यु कृषि कार्यो के दौरान हो जाने पर मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना तहत कुल एक लाख दो हजार रूपए की आर्थिक मदद मृतक की पत्नी श्रीमती राजबाई को जारी की गई है। जिसमें अन्त्येष्टि अनुदान दो हजार रूपए भी शामिल है। 

नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे से खुश हैं ओबामा

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अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान उनके साथ का खूब आनंद उठाया और इस दौरे से वह बेहद खुश हैं। व्हाइट हाउस से जारी बयान में ओबामा की खुशी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि मोदी का यह दौरा भारत और अमेरिका के मजबूत संबंधों को दर्शाता है। मोदी यात्रा के बाद भारत-अमेरिका के भविष्य के संबंध के बारे में पूछे जाने पर ओबामा के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति बेहद प्रसन्न हैं और मोदी से निजी रूप से मिलने के अवसर को महत्व देते हैं।

अर्नेस्ट ने मीडिया से कहा, यह भारत और अमेरिका के संबंध की मजबूती की गहराई को दर्शाता है कि किस तरह दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर साथ-साथ वार्ता की। उन्होंने कहा, प्रत्येक मुद्दा दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण सहयोग के क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है। मुझे विश्वास है कि दोनों देशों के बीच जितने मजबूत संबंध होंगे, हमारे बीच सहयोग भी उतना ही बढ़ेगा। यह पहली बार था जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई और "मुझे पता है कि राष्ट्रपति ने मोदी के साथ माíटन लुथर किंग जूनियर मेमोरियल के दौरे का आनंद लिया।"

उन्होंने देखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री ने एक साथ ओवल ऑफिस में बैठ कर साझा हितों और दोनों देशों की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। प्रेस सचिव ने कहा, भारतीयों ने यह भी देखा कि राष्ट्रपति मोदी के साथ मार्टिन लूथर किंग जूनियर मेमोरियल गए। मुझे लगता है कि यह दोनों देशों के साझा मूल्यों के बारे में स्पष्ट संदेश भेजता है। यह हमारे दो लोकतंत्रों की सफलता में साझा हितों को भी प्रदर्शित करता है।

मोदी के अमेरिका दौरे पर दोनों देशों ने अलकायदा के अतिरिक्त पाकिस्तान स्थित चार संगठनों लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद, डी-कंपनी और हक्कानी समूह सहित आतंकवादियों के अड्डे को ध्वस्त करने की शपथ ली। यह पूछे जाने पर कि इस्लामिक स्टेट के खिलाफ कार्रवाई के लिए अमेरिका के गठबंधन में भारत के शामिल नहीं होने से क्या उसे निराशा हुई है, अर्नेस्ट ने कहा, हम भारत के साथ हमारी सुरक्षा साझेदारी को महत्व देते हैं। हमारी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझा प्रतिबद्धता है। दोनों देश आतंकवाद के खतरे से निपट रहे हैं।

शिवसेना से गठबंधन टूटने पर आडवाणी नाखुश

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अहमदाबाद। महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा-शिवसेना गठबंधनटूटने पर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणीने दुख जताया है। उन्होंने महाराष्ट्रमें शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ने को लेकर बीजेपी नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों काफी मजबूत हैं ऐसे में उनसे गठबंधन टूटना चिंता का विषय है। आडवाणी ने यह चिंता अहमदाबाद में सफाई की शुरुआत के मौके पर बोलते हुए जताई।

लालकृष्ण आडवाणी ने उद्धव ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि मनमुटाव को लेकर उनका फोन आया था जिस बारे में उन्होंने नितिन गडकरी से भी बात की थी ।आडवाणी ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में गठबंधन नहीं टूटता, तो मुझे ज्यादा खुशी होती। हालांकि बहुत दिनों से हमारी पार्टी के लोग कहते रहे हैं कि सीटों का जो बंटवारा हो रहा है वह उचित नहीं है, हमें ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए थी। हालांकि आडवाणी ने भी कहा कि उन्हें इस विषय में ज्यादा जानकारी नहीं है।

आडवाणी ने क्षेत्रीय दलों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सहयोगी दल प्रदेशों में है और उनकी ताकत स्थानीय स्तर काफी ज्यादा है। ऐसे में  पार्टी को अपनी भूमिका को समझना चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है।

आडवाणी ने लोकसभा चुनावका हवाला देते हुए कहा कि चुनाव में जब हम कहते थे कि 272 लाएंगे, तब लोग कहते थे कि असंभव है। लेकिन हिंदुस्तान के राजनैतिक इतिहास में पहली बार ऐसी स्थिति आई। कांग्रेस पार्टी अपनी ताकत से बहुमत लाती थी, लेकिन पहली बार कांग्रेस पार्टी को पछाड़ भारतीय जनता पार्टी को इतना बड़ा जनमत मिला है।

अटल जैसा कोई पीएम नहीं: आडवाणी

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बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी की तारीफ की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी जैसा कोई दूसरा प्रधानमंत्री नहीं हुआ। आडवाणी ने अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे यह कहते हुए अत्यंत गर्व होता है कि नरेंद्र भाई ने शानदार क्षमता दशाई है। मैं गर्व के साथ कह रहा हूं कि नरेंद्र भाई जिम्मेदारी की भावना के साथ काम कर रहे हैं और पूरे देश की वाहवाही लूट चुके हैं।'

उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के लिए केवल देश को प्रभावी तरीके से चलाना काफी नहीं है, बल्कि दूसरे देशों के साथ रिश्ते बनाना भी जरूरी है। मोदी ने चुनावों में जनता का दिल जीता और और उन्होंने अब पूरी दुनिया का दिल जीत लिया है।'मोदी की तारीफ के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए आडवाणी ने कहा, 'भारत के इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी जैसा दूसरा कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ। कोई वाजपेयी को मिले सम्मान के स्तर की कल्पना भी नहीं कर सकता।'

ई-रिक्शा पर प्रतिबंध हटा, लाइसेंस होना अनिवार्य

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दिल्ली सरकार ने ई-रिक्शा को विशेष श्रेणी के तिपहिया वाहन के अनुरूप मान्यता दे दी है। सरकार ई-रिक्शा कि गतिसीमा को अधिकतम 25 किलोमीटर प्रति घंटे कि रफ्तार तय कि गई है। और सरकार ने यह भी लागू किया कि ई-रिक्शा में चालक के अलावा केवल चार सवारी ही यात्रा कर सकती है। साथ ही कुल मिलाकर 40 किलोग्राम का सामान रखा जा सकता है।

इतना ही नहीं इसकी मोटर की नेटपावर 2,000 वॉट से ज्यादा क्षमता वाली नहीं होगी और वाहन की अधिकतम गतिसीमा 25 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं होगी। बताया गया है कि दिल्ली में एक बच्चा ई-रिक्शा द्वारा टक्कर लगने पर तेल से भरी कढ़ाई में अपनी मां के पास जा गिरा था। जिसके बाद से हाईकोर्ट ने इस पर कड़े कदम उठाते हुए ई-रिक्शा के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके अलावा ई-रिक्शा चलाने के लिए लाइसेंस अनिवार्य होगा जो प्रत्येक ड्राइविंग या नवीकरण किए गए लाइसेंस की वैधता तीन साल से अधिक नहीं होगा।

हाईकोर्ट का निर्देश
  • - बिना पंजीकरण न चले ई- रिक्शा
  • - चालकों के पास वैध लाइसेंस हो
  • - ई-रिक्शा के लिए हो परमिट
  • - ई-रिक्शा का थर्ड पार्टी बीमा भी हो

पाकिस्तान को हराकर 16 साल बाद जीता गोल्ड

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एशियन गेम्स में धड़कनें रोक देने वाले हॉकी मैच के फाइनल में भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर 16 साल बाद हॉकी का गोल्ड मेडल अपने नाम किया। भारत को इसके साथ ही रियो ओलिंपिक का 'टिकट'मिल गया गया है। तय समय तक मैच का स्कोर 1-1 रहने के कारण फैसला नहीं हो पाने से मैच को पेनल्टी शूटआउट में ले जाना पड़ा। मैच के इस बेहद नाजुक पलों में भारतीय खिलाड़ियों ने गजब की मेंटल स्ट्रेंथ दिखाते हुए पाक को पस्त कर दिया। भारत और पाकिस्तान 32 सालों बाद एशियन गेम्स के फाइनल में भिड़े थे। भारत ने इस जीत से इसी एशियन गेम्स के पूल मैचों में पाकिस्तान के हाथों मिली 1-2 की हार का भी बदला ले लिया। इससे पहले भारत ने करीब 16 साल पहले बैंकॉक एशियन गेम्स में हॉकी का गोल्ड जीता था, जब धनराज पिल्लै टीम के कप्तान थे। इसके अलावा भारत ने एशियन गेम्स का गोल्ड जीतकर रियो ओलिंपिक का टिकट भी हासिल कर लिया।

मैच शुरू होते ही पाकिस्तान की टीम भारत पर हावी हो गई थी। पाक ने मैच के तीसरे मिनट में ही भारत पर 1-0 की बढ़त ले ली थी। पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद रिजवान ने पहला गोल दागा। पहले क्वॉर्टर में पाकिस्तान की डिफेंस लाइन और फॉरवर्ड लाइन भारत के मुकाबले कहीं बेहतर नजर आ रही थी। भारतीय कप्तान सरदार सिंह फॉरवर्ड लाइन में खेलने के बजाए बार-बार डिफेंस में पहुंच जा रहे थे। पहले क्वॉर्टर में भारत एक भी दमदार अटैक नहीं कर सका। भारत की ओर से सुनील और दानिश ने कुछ अच्छे मौके बनाए, लेकिन उन्हें गोल में तब्दील नहीं कर सके। पहले क्वॉर्टर के खत्म होने पर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कहासुनी भी देखने को मिली।

मैच के दूसरे क्वॉर्टर में 23वें मिनट में भारत को स्कोर बराबर करने का मौका मिला, लेकिन भारत के रुपिंदर के रॉकेट फ्लिक शॉट को पाकिस्तान के इमरान बट ने शानदार तरीके से बचा लिया। इसके थोड़ी ही देर बाद भारत के कोटजीत ने भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। उन्होंने स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। दूसरे क्वॉर्टर के खत्म होने पर दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो गया था। तीसरे क्वॉर्टर में दोनों टीमों ने कई मौके गंवाए। सुनील का एक शॉट पाकिस्तान के गोल पोस्ट से पांच मीटर की दूरी पर रह गया था। इसके कुछ ही देर बाद पाकिस्तान ने एक पेनल्टी कॉर्नर गंवाया। श्रीजेश ने दो बार गोल बचाया। मनप्रीत के पास पर रमनदीप का शानदार शॉट भी पाक कीपर बट ने खूबसूरती से बचाया।

चौथे क्वॉर्टर में कोई भी गोल नहीं होने से मैच के विजेता का फैसला नहीं हो सका। पाकिस्तान ने भारत के गोलपोस्ट पर लगातार हमले जारी रखे। लेकिन भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने खूबसूरती से बचाव किया। मैच खत्म होने के पांच मिनट पहले भारत ने एक पेनल्टी गंवाई। पाक कीपर इमरान बट्ट ने बचाव शानदार किया। भारत की टीम इस समय वर्ल्ड रैंकिंग में 9वें और पाकिस्तान की टीम 11वें नंबर पर है। दोनों टीमों के बीच अब तक 160 मै खेले गए हैं, जिसमें से भारत ने 53 और पाकिस्तान ने 79 मैच जीते हैं। 28 मै ड्रॉ रहे हैं। एशियन गेम्स में भारत पाकिस्तान 14 मैचों में आमने-सामने हुए हैं। इसमें भारत ने 4 और पाकिस्तान ने 8 मैच जीते हैं और दो मैच ड्रॉ हुए हैं। एशियन गेम्स के फाइनल में अब तक दोनों टीमें 8 बार आमने-सामने हुई हैं। इसमें भारत ने 2 और पाक ने 7 मैच जीते हैं।

चार गुणा 400 में भारतीय महिला रिले टीम ने जीता स्वर्ण

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भारत की चार गुणा 400 मीटर महिला रिले टीम ने गुरुवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 17वें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल कर लिया। इंचियोन एशियाड मेन स्टेडियम में भारतीय महिलाओं ने नया गेम्स रिकॉर्ड कायम करते हुए तीन मिनट 28.68 सेकेंड समय के साथ पहला स्थान हासिल किया।

जापान को रजत और चीन को कांस्य मिला। पिछला गेम्स रिकॉर्ड भी भारत के ही नाम था। भारतीय महिलाओं ने 2010 में क्वांगचो (चीन) में तीन मिनट 29.02 सेकेंड के साथ नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण जीता था।

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर (02 अक्टूबर)

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सेराजेम थेरेपी सेंटर में केक काट कर मनाई गई गांधी जयंती

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टीकमगढ़। नगर में संचालित सेराजेम थेरेपी सेन्टर में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई इस अवसर पर संस्था द्वारा केक भी काटा गया। सेराजेम थेरेपी संस्था में गांधी एवं शास्त्री जयंती पर सर्व प्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्प अर्पित किये गये तथा केक भी काटा गया एवं संस्था में मौजूद मरीजों एवं संचालक मण्डल ने राष्ट्रगीत गाते हुये महापुरूषों के जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं एक दूसरे को मिष्ठान वितरण भी किया गया। उल्लेखनीय है कि जिले की एक मात्र सेराजेम थेरेपी संस्था है। जो लोगों का मुफ्त इलाज कर स्वास्थ्य लाभ दे रही है। जिससे अब तक हजारों लोग संस्था में इलाज करा कर लाभ ले चुके है। यह संस्था निःशुल्क सेवारत है।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (02 अक्टूबर)

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राज्य आंदोलनकारियों पर अत्याचार के दोषियों को सजा दिलायेगी राज्य सरकार:मुख्यमंत्री

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देहरादून, 2 अक्टूबर, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने एडिशनल एडवोकेट जनरल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति बनाई है जो कि रामपुर तिराहा, मसूरी, खटीमा आदि स्थानों पर राज्य आंदोलनकारियों पर किए गए अत्याचार के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी और राज्य स्थापना दिवस 9 नवम्बर को राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरूवार को मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्मारक पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के बाद वहां आयोजित एक कार्यक्रम में कही। मुख्यमंत्री ने शहीद राज्य आदंेालनकारियों को याद करते हुए कहा कि बीस वर्ष पहले अहिंसा के पुजारी की जयंती पर बर्बरता का इतिहास लिखा गया। हमें आज के दिन अत्याचार के खिलाफ खड़े रहने का संकल्प लेना चाहिए। उत्तराखण्ड राज्य का आंदोलन किसी के खिलाफ नहीं था बल्कि विकास की मुख्यधारा में आने की अपेक्षाओं को लेकर हुआ था। इसमें सभी धर्मों, जातियों, पर्वतीय व मैदानी क्षेत्र के लोगों द्वारा बढ ़चढ़कर भागीदारी की गई थी। राज्य आंदोलनकारियों की आंखों में आदर्श उत्तराखण्ड का स्वप्न था। जब संयुक्त उत्तरप्रदेश था तो इसकी अनेक उपलब्धियों में उत्तराखण्ड का भी योगदान था। एक क्षेत्र को विकास से दूर रखकर देश के विकास के बारे सोचा नहीं जा सकता है। सीएम ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के समय यहां के स्थानीय लोगों ने उत्तराखण्ड के लोगों से सहयोग किया और बर्बर अत्याचार से आंदालनकारियों को बचाने के लिए आगे आए।   स्व0 चैधरी चरणसिंह व महेंद्र सिंह टिकैत को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों ही नेता हम सभी के सम्मानित थे। उन्हें किसी पार्टी तक सीमित रखकर नहीं देखा जा सकता है। सीएम ने कहा कि दिल्ली में स्व0 चरणसिंह का स्मारक स्थापित किया जाए। हमें मिलजुलकर रहने की अपनी परम्परा को बनाए रखना है। मुजफ्फरनगर की धरती सौहार्द्र की धरती है। हमें विद्वेष की सभी रेखाएं मिटाने का संकल्प लेना चाहिए। सीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब हम अपने दूषित विचारों को भी साफ कर लें। हम सभी को प्रण लेना होगा कि आपस में किसी तरह का विद्वेष व घृणा नहीं आने देंगे। राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, प्रदेश कांगे्रस उत्तराखण्ड के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए शहीदों को नमन किया।  कार्यक्रम में पं.महावीर शर्मा, चैधरी राकेश टिकैत, पूर्व संासद सईदउलजा सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे। वहीं संस्कृति विभाग की निदेशक वीणा भट्ट ने धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि के बाद संग्रहालय का भी अवलोकन किया। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शहीद स्मारक कलैक्ट्रेट परिसर में पहुंचकर शहीदों को नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक पहल करेगी। चिन्हित राज्य आन्दोलनकारियों को किस प्रकार की सुविधाएं दी जाय। इसके लिए आगामी 9 नवम्बर 2014 को विशेष कैबिनेट बैठक बुलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम अपने सभी शहीदों को भी नमन करते है, जिनके बलिदान और त्याग से उत्तराखण्ड का निर्माण हुआ। आज के दिन मुजफ्रनगर मे जो घटना हुई थी, वह मानवता को कलंकित करने वाली थी। राज्य सरकार मुजफ्रनगर कांड के दोषियों को सजा दिलायेगी। साथ ही मुकदमों की प्रभावी पैरवी के लिए सरकार ने समिति का गठन करने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत ने बीजापुर हाउस में महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमारे महापुरूषों को याद करने का दिन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि आज के दिन से हम अपने एक जिले बागेश्वर को पूर्ण रूप से स्वच्छ जिला बनायेंगे। इसके लिए एक साल का समय निश्चित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सफाई कर्मियों को अतिरिक्त 500/- रुपये की धनराशि दी जायेगी। राज्य आन्दोलनकारियों के आश्रितों को नौकरी देने के लिए प्रयास कर रहे है। 

मुख्यमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को हरी झंडी दिखाई 

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देहरादून, 2 अक्टूबर, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छ भारत अभियान को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गांधी पार्क में महात्मा गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। स्वच्छ भारत अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता अभियान को हमें जन अभियान में बदलना होगा, तभी सही मायनों में स्वच्छ भारत अभियान सफल होगा। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को मन और विचारों में स्वच्छता लानी होगी। सभी को शपथ लेनी होगी कि साम्प्रदायिकता, जातीयता और क्षेत्रीयता के विद्वेश की भावना से हटकर हम अपने मन व विचारों में स्चछता का भाव लाये। हम दोस्ती के वातावरण में एक अच्छे दून, अच्छे उत्तराखण्ड और अच्छे देश का निर्माण करे। दून का अपना महत्व है। हम सभी को सामूहिक समूह गठित करने होंगे, तभी स्वच्छता कार्यक्रम सफल होंगे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। आज महात्मा गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती है। गांधी जी देश की आजादी के महानायक थे। सदियों तक ऐसे महानायक के विचार मनुष्य को उद्वेल्लित करेंगे। गांधी यथार्थ है, जो सामाजिक, आर्थिक और सामाजिक पक्ष से जुडे हुए है। जहां भी लोकतंत्र की बात होगी, तो गांधी जी का चित्र हमारे सामने होगा। स्वच्छता का हमारे भारतीय शास्त्रों में भी उल्लेख है कि हमें न केवल अपने पडोस बल्कि अपने मन को भी स्वच्छ रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी को स्वच्छ भारत अभियान की शपथ भी दिलायी। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, मंत्री प्रसाद नैथानी, मेयर विनोद चमोली, विधायक राजकुमार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, जिलाधिकारी देहरादून चन्द्रेश यादव, निदेशक स्वजल सौजन्या सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।  

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (02 अक्टूबर)

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विजयदशमी पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को बधाई

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने विजय दशमी के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को बधाई दी है।राज्यपाल ने कहा कि विजयदशमी उत्सव बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदेश भर में इस उत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने भी इस पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कामना की है कि यह उत्सव सभी के जीवन में प्रसन्नता एवं शान्ति लेकर आए और हिमाचल प्रदेश खुशहाली की राह पर आगे बढ़े। 

शिमला ब्रिटिश रिजार्ट बॉलीवुड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी  का कॉटेज बना 

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। ब्रिटिश रिजार्ट जहा पर आजकल शिमला मिर्जी की शुटिंग हो रही है इस फिल्म मे यह रिजार्ट हेमा मालिनी को कॉटेज के रूप मे दिखाया जा रहा  है। रिजार्ट की खूबसुरती को देखकर कहा कि यहा पर आकर ऐसा लग रहा है कि जैसे यह कोइ ब्रिटिश महल है। यह ब्रिटिश कैसल की तरह लगता है। इसकी मैजिक सिडिय़ा को देखकर वे दंग रह गई। इस अवसर पर फिल्म के निर्माता निर्देशक रमेश सिप्पी ने कहा कि शिमला ब्रिटिश रिजार्ट व इंग्लैड का कैमरेजिस मे बने रिजार्ट एक ही तरह के बने हुए है। उन्होने कहा कि शिमला का यह रिजार्ट बॉलीवुड की पहली पसंद बन गया है। फिल्म के कहानीकार ऋषि ने कहा कि इस रिजार्ट में आकर कोई भी इंसान खो जाता है यहा तक कि बहुत सारे लेखक यहा आकर अपनी एकांत मे नई नई कहानियां लिखना चाहते है। दादी का रॉल करने वाली कमलेश गिल जिन्हाने बैग वैंग मे भी नानी का रॉल किया है उन्होने इस रिजार्ट की खूबसुरती की तारिफ करते हुए कहा कि वे छुटियों मे यहा एक महीनें रहना चाहती है। रिजार्ट के महाप्रबंधक ने कहा कि यहा पर आने वाले दिनों मे बॉलीवुड की कई फिल्मों की शुटिंग प्रस्तावित है जिनमें इमताज अली की फिल्म की शुटिंग व टी सिरिज कंपनी के बैनर तले बनने वाली फिल्मों की शुटिंग होगी। उन्होने कहा कि यहा पर कई मशहूर फिल्म लेखक यहा पर फिल्म लिखने के लिए आना चाहते है।यहा के गमले जो 125 साले पुराने है लोग उन्हे देखने आते है इग्लिश टी मचान जो 1893 के बने हुए है लोगों की आकर्षण का केंद्र है नहाने के इंगलिश शावर,पुरानी लाईब्रेरी,पुराने फायर प्लैसिस,जो कि इंगलीश रॉयल डिजाईन मे बने हुए है। यहा एटिक तो स्कॉट लैड के बाद विश्व में सिर्फ इस रिजार्ट मे है।

बिलासपुर मित्र मंडल शिमला की नई कार्यकारिणी का गठन

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। बिलासपुर मित्र मंडल शिमला की नई कार्यकारिणी गठित की गई है। मित्र मंडल के प्रधान श्री कृष्ण लाल चौहान ने दो वर्ष की अवधि के लिए इस कार्यकारिणी का गठन किया है। यह जानकारी आज यहां मित्र मंडल के प्रेस सचिव श्री बी.डी. धीमान ने दी।  कार्यकारिणी में श्री प्रेम लाल बांबरा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री के.सी. सांख्यान को महासचिव, श्री रमेश चंद शर्मा को कार्यालय सचिव, श्री बासु देव शर्मा को संयुक्त सचिव, श्री नरेन्द्र कुमार शर्मा को वित्त सचिव और श्री रोशन लाल पराशर को संगठन सचिव मनोनीत किया गया है। गौरतलब है कि सितम्बर माह में हुए बिलासपुर मित्र मंडल शिमला के द्विवार्षिक अधिवेशन में श्री कृष्ण लाल चौहान को सर्वसम्मति से प्रधान चुना गया था व उन्हें कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारियों के चयन के लिए अधिकृत किया गया था। श्री बी.डी धीमान ने कहा कि शिमला जि़ले के हीरा नगर में बन रहे बिलासपुर मित्र मंडल भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। श्री धीमान ने कहा कि इस भवन के निर्माण से बिलासपुर जि़ले से संबंधित लोगों के लिए शिमला में न्यूनतम दरों पर ठहरने की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। 

लोगों को आसानी से मिलेंगी नियोजन अनुमतियां: सुधीर शर्मा

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। प्रदेश सरकार ने योजना क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश शहरी एवं नगर नियोजन अधिनियम के अंतर्गत अंतिम नियमों को स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रारूप नियमों को आम लोगों के दावों और सुझावों के लिए 30 जुलाई, 2014 को राजपत्र में प्रकाशित किया गया था। अन्तत: बुधवार को हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में इन प्रारूप नियमों को स्वीकृति प्रदान की गई। शहरी एवं नगर नियोजन मंत्री श्री सुधीर शर्मा ने आज यहां कहा कि संशोधित नियमों से योजना क्षेत्र में रहने वाले लोग आसान से नियोजन स्वीकृतियां प्राप्त कर पाएंगे। इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों का योजनाबद्ध और व्यवस्थित विकास भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि गऱीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवारों को अपने भवनों के नक्शों की स्वीकृति के लिए योजना शुल्क की अदायगी से पूर्ण छूट दी गई है। इसके अतिरिक्त, अन्य श्रेणियों के लिए भी विभिन्न घटकों के अंतर्गत शुल्क में 50 प्रतिशत की कटौती की गई है। यह भी प्रावधान किया गया है कि हिमाचल प्रदेश के मूल निवासियों को वास्तविक भूमि उपयोग परिवर्तन के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। सुधीर शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्थायी निवासियों को आवास बनाने के लिए 600 वर्ग मीटर क्षेत्र तक भूमि उपयोग के लिए नियोजन अनुमति लेने से छूट दी गई है। इसी प्रकार, इन क्षेत्रों में वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए 100 वर्ग मीटर क्षेत्र तक छूट का प्रावधान किया गया है, हालांकि इन नियमों के अंतर्गत कुछ शर्तों/ नियंत्रण का प्रावधान किया गया है, जो स्वत: लागू मानी जाएंगी। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ग्राम पंचायतों को ग्रामीण योजना क्षेत्रों में नियमानुसार विद्युत और पानी के कनैक्शन उपलब्ध करवाने का अधिकार प्रदान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने प्रदेश के योजना क्षेत्रों में रह रहे सभी निवासियों से शहरी एवं नगर नियोजन नियमों की पालना का आग्रह किया है, ताकि नगरों और गांवों का व्यवस्थित विकास सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री ने किया मल्टीमीडिया वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने गत दिवस यहां हि.प्र. सचिवालय से सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की मल्टीमीडिया प्रदर्शनी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किया गया अपनी तरह का यह पहला प्रयास है व सफलता मिलने पर सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के प्रचार के लिए इस तरह के और वाहनों को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मल्टीमीडिया वाहन के माध्यम से प्रदेश के दूर-दराज़ क्षेत्रों केे लोगों को सरकार की विभिन्न नीतियों और कार्यक्रमों के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाहन के माध्यम से लोगों को विकासात्मक वृतचित्रों की प्रचदर्शनी के अलावा प्रचार सामग्री भी वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि वाहन में प्रदर्शित बैनर, प्रचार पट्ट, होर्डिंग और पारम्परिक फोक मीडिया का लोगों पर लम्बे समय तक प्रभाव रहता है। उन्होंने कहा कि राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में समाचार पत्रों व अन्य सूचना माध्यमों की सीमित पहुंच होने के कारण मल्टीमीडिया वाहन इन क्षेत्रों के लोगों को राज्य सरकार की नीतियों की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिये लाभकारी सिद्ध होगी। वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, उद्योग, सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका, निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क श्री राकेश शर्मा और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने का लिया संकल्प

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य सचिव श्री पी. मित्रा ने आज यहां हि.प्र. सचिवालय परिसर में गान्धी जयन्ती के उपलक्ष्य पर ‘स्वच्छ भारत मिशन’ कार्यक्रम के अन्तर्गत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ‘स्वच्छता शपथ’ दिलाई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों और कर्मचारियों से राष्ट्रपिता महात्मा गान्धी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए सब लोगों को मिल-जुल कर प्रयास करने का आहवान् किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत की परिकल्पना को साकार बनाने के लिये निजी तौर पर प्रत्येक नागरिक को ईमानदारी के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है।अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका, प्रधान सचिव वन श्री तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव लोक निर्माण श्री नरेन्द्र चौहान, प्रधान सचिव वित्त डा. श्रीकान्त बाल्दी, प्रधान सचिव श्री अली रज़ा रिज़वी, प्रधान सचिव आयुर्वेद श्री संजय गुप्ता, प्रधान सचिव शिक्षा श्री पी.सी. धीमान, प्रधान सचिव उद्योग श्री आर.डी. धीमान, प्रधान सचिव खाद्य व आपूर्ति श्री के. संजय मूर्ति, विशेष सचिव शहरी विकास श्रीमती पूर्णिमा चौहान तथा अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया। शिमला स्थित सभी निदेशालयों व प्रदेश के समस्त जिलों के सभी विभागों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गए।कार्यक्रम के तहत हि.प्र. सूचना भवन में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक श्री राकेश शर्मा ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान को मूर्तरूप देने के लिये जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति इसकी पहल स्वयं से तथा अपने घर और आस-पास को स्वच्छ बनाकर करें। स्वच्छता शपथ के साथ ही सचिवालय और सूचना भवन परिसर में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने सफाई करके स्वच्छता अभियान की शुरूआत की। इस अवसर पर विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

राज्यपाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गान्धी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने आज यहां राष्ट्रपिता महात्मा गान्धी की जयंति पर ऐतिहासिक रिज मैदान पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयन्ती पर केंद्रीय तारघर के निकट उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री अनिल शर्मा, सांसद श्री वीरेन्द्र कश्यप, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार श्री रंगीला राम राव, विधायक श्री रवि ठाकुर व श्री सुरेश भारद्वाज, नगर निगम शिमला के महापौर श्री संजय चौहान एवं उप-महापौर श्री टिकेन्द्र पंवर, शिमला के उपायुक्त श्री दिनेश मल्होत्रा, विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि, विद्यार्थी और शहर के गणमान्य लोगों ने महात्मा गान्धी और श्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्वा सुमन अर्पित किये। इसके उपरान्त, राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने राजभवन में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। इससे पूर्व, राज्यपाल की सचिव श्रीमती अनिता टेगटा ने राजभवन में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों को ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की शुरूआत के लिये स्वच्छता शपथ दिलाई।

उप-मण्डल चौपाल में स्वच्छता अभियान       

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। उप-मण्डल मुख्यालय चौपाल में आज उपमंडलाधिकारी श्री नरेश ठाकुर द्वारा विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई। नगर पंचायत क्षेत्र में बस अडडा, तहसील व उपमण्डल कार्यालय के प्रांगण में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान में आम जनता को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया।

प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन का शुभारम्भ

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती के पावन अवसर पर आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले मंत्री, भारत सरकार डा. श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, श्री अनिल शर्मा की उपस्थिति में स्वच्छता रथ को हरी झंडी दिखाकर हिमाचल प्रदेश में राज्य स्तरीय स्वच्छ भारत मिशन का शुभारम्भ किया तथा उपस्थित लोगों को स्वच्छता शपथ दिलाई।इस अवसर पर डॉ. श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छता पर आधारितजिंगल’ की सीडी का विमोचन किया। जिंगल में स्थानीय भाषा के माध्यम से स्वच्छता का अनुसरण करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है ताकि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता का स्तर बढ़े ।इस मौके पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री अनिल शर्मा ने ‘आधार’ आधारित मनरेगा भुगतान प्रणाली का शुभारम्भ किया। इस प्रणाली के आरम्भ होने से न केवल पारदर्शिता और अधिक बढेगी बल्कि कामगारों को मजदूरी के भुगतान में भी तीव्रता आयेगी। इससे मनरेगा को और अधिक दक्षता के साथ लागू किया जा सकेगा। इस अवसर पर डॉ. श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने केंद्रीय स्वच्छता कार्यक्रम के कार्यान्वयन में सराहनीय कार्य किया है। केंद्र सरकार ने अब केंद्रीय स्वच्छता कार्यक्रम को मिशन मोड में चलाने व देश को वर्ष 2019 तक बाह्य शौच मुक्त करके स्वच्छ भारत का लक्ष्य रखा है, जिसमें भारत सरकार व राज्य सरकारों को मिलकर काम करना है, ताकिराष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को हम सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सके।उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ने गत वर्षो में स्वच्छता के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश का लगभग 86 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र शौचालय कवरेज प्राप्त कर चुका है।   ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री अनिल शर्मा ने कहा कि स्वच्छता हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है जिसके बिना हमारे कोई भी सामाजिक या धार्मिक कार्य प्रारम्भ नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अपनी स्वच्छता नीति के अनुरूप लोगों को शोैचालय निर्माण हेतु प्रेरित किया, जिसके फलस्वरूप प्रदेश की 1011 ग्राम पंचायतें तथा एक खंड पंचायत (घुमारवीं) बाह्य शौच मुक्त होकर प्रतिष्ठित निर्मल ग्राम पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है। श्री अनिल शर्मा ने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम में किए गए प्रदेश सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप हिमाचल प्रदेश सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान में व्यक्तिगत, पारिवारिक शौचालय निर्माण के शत-प्रतिशत लक्ष्य को पूर्ण करने वाला अग्रणी राज्य बना है और वर्तमान में भी हिमाचल प्रदेश में व्यक्तिगत शौचालय की कवरेज लगभग 86 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आदेश दिए हैं कि ग्रामीण क्षेत्र में व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय की 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित की जाए, ताकि बाह्य शौच मुक्त का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश द्वारा वर्ष 2015 तक प्राप्त किया जा सके।प्रधान सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, श्रीमती मनीषा नंदा ने मुख्य अतिथि और सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ राष्ट्र का लक्ष्य प्राप्त करने के लिएप्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चयनित पंचायतों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की प्रभावी व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।  इससे पूर्व डा.श्रीमती नजमा हेपतुल्ला ने स्वतंत्रता सेनानी श्री हीरा सिंह, श्री ज्ञान सिंह ठाकुर और श्री कर्म दत को सम्मानित किया। इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर  की छात्राओं तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने स्वच्छता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।   स्वच्छ भारत मिशन के शुभारम्भ अवसर पर रिज मैदान से संत निरंकारी मिशन का स्वच्छता जत्था तथा अन्य स्वच्छता जत्थे भी रवाना किए गए। इस अवसर पर सांसद श्री वीरेन्द्र कश्यप, विधायक श्री सुरेश भारद्वाज, महापौर नगर निगम शिमला श्री संजय चौहान, उप महापौर श्री टिकेंद्र पंवर, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार श्री रंगीला राम राव, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष श्री ख्वाजा खलील उल्लाह, पूर्व महापौर श्रीमती मधु सूद, उपायुक्त शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा, निदेशक पंचायती राज श्री राजीव शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त श्री यूनुस, शहर के गणमान्य लोग, वरिष्ठ अधिकारी, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि और विभिन्न स्कूलों के छात्र भी उपस्थित थे। 

गंाधी जयंती पर प्रभात फेरी का आयोजन

शिमला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती के पावन अवसर पर आज प्रात: उपायुक्त शिमला, श्री दिनेश मल्होत्रा की अध्यक्षता में केंद्रीय तार घर शिमला से प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाल आश्रम टुटीकंडी, सर्वोदय बाल आश्रम के विद्यार्थी और नगर के गणमान्य नागरिक पूज्य बापू जी के प्रिय भजनों को गाते हुए तारघर, लोअर बाजार, शेरे पंजाब से होते हुए रिज मैदान पर महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के समीप एकि़त्रत हुए।इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कलाकारो ने भजन कीर्तन किया।   बाल्मिकी सभा शिमला व नगर निगम शिमला द्वारा प्रभात फेरी में भाग लेने वाले स्कूली विद्यार्थियों व अन्य लोगों के लिए जलपान का प्रबंध किया गया।
    
साढ़े पांच लाख रूपये से निर्मित होगी जिला मुक्त कारागार में गौशाला

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। बंदी सुधार गृह धर्मशाला में पांच लाख साठ हजार रूपये की लागत से गौशाला का निर्माण किया जायेगा। यह जानकारी है।शहरी विकास आवास एवं नगर नियोजन मंत्री श्री सुधीर शर्मा आज बंदी गृह में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दी। सुधीर शर्मा ने कहा कि बंदी सुधार गृहों में रह रहे लोगों को स्वालम्बी बनाने के उद्देश्य से अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पल भर के अवेश के कारण हुये अपराध की सजा भुगत रहे व्यक्ति सजा उपरांत अपना जीवन यापन सुचारू रूप से कर सकें इसके लिए उन्हें अल्पावधि के तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस सुधार गृह में महिला बंदियों के लिए छ: माह अवधि के सिलाई -कढ़ाई जबकि पुरूषों के लिए इसी अवधि के बैल्डिग़, कारपेंटर इत्यादि के प्रशिक्षण करवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि गौशाला बनने पर बंदियों को डेयरी फार्मिग पर आधारित विभिन्न प्रशिक्षण प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि इस सुधार गृह में किये जा रहे कल्याणकारी कार्यों में लायन्स क्लब धर्मशाला भी अपना पूर्ण सहयोग दे रहा है। लायन्स क्लब द्वारा गौसदन के लिए अच्छी नस्ल की पांच गाय भी प्रदान की जायेगी। 
    
जेल अधीक्षक सुशील ठाकुर ने मुक्त कारागार धर्मशाला की विस्तृत रिपोर्ट पढ़ी।
इस अवसर पर बंदियों ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए पन्द्रह हजार रूपये की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए प्रदान की। सुधीर शर्मा ने कहा कि बंदियों द्वारा पीडितों की मदद के लिए किया गया इस तरह का प्रयास सराहनीय है।उन्होंने कहा कि यह प्रयास दर्शाता है कि इनबंदियों में मानव धर्म के प्रति अपार श्रद्वा है। इस अवसर पर बंदियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। सुधीर शर्मा ने जेल कल्याण फड में अपनी ऐच्छिक निधि से 20 हजार रूपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ शिव कुमार, एसडीएम बलवीर ठाकुुर , लोक निर्माण विभाग अधिशाषी अभियंता विजय चौधरी, आईपीएच के अधिशाषी अभियंता दीपक गर्ग लायन्स क्लब के अध्यक्ष डॉ आरपी चोपड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

पालमपुर में खुलेगा टॉउन एंड कन्ट्री प्लानिंग का कार्यालय, टैड़म प्लाईट होगी पुन: बहाल

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। पालमपुर में टॉउन एंड कन्ट्री प्लानिंग का कार्यालय खोला जा रहा है।शहरी आवास एवं नगर नियोजन मंत्री श्री सुधीर शर्मा ने बीड़ की गा्रम पंचायत चौगान में गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण के पश्चात् जानकारी देते हुये बताया कि पालमपुर में टॉउन एंड कन्ट्री प्लानिंग का कार्यालय खोला जा रहा है, जिसकी एक इकाई बैजनाथ में खोली जायेगी ताकि इस क्षेत्र के लोगों को अपने कार्य करवाने में सुविधा उपलब्ध हो सकें। देगे नागचिन तिब्तियन कॉलोनी में आयोजित इस समारोह में सुधीर शर्मा ने बताया कि चौगान में गांधी वाटिका का निर्माण किया जायेगा। सुधीर शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि इस क्षेत्र के साहसिक खेलों से जुड़े युवाओं की सुविधा के लिए क्षेत्र में बंद की गई टैड़म प्लाईट को पुन: बहाल करने के लिए कानून बनाये जा रहे है। सम्भवत अगली कैबिनेट में इस कानून को अन्तिम रूप दे दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह कानून पूरे प्रदेश में समान रूप से लागू किया जायेगा ताकि इस व्यवसाय से जुड़े युवाओं को रोजगार के सामान्य और अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के लोक निर्माण डिवीजन को पालमपुर सर्कल के साथ मिलाये जाने के निर्देश की दिये गये है। इससे इस क्षेत्र की विकास की गति को ओर तीव्रता मिलेगी। सुधीर शर्मा ने बताया कि बैजनाथ नगर निगम में आमागी चुनावों तक समस्त कार्यों की देख-रेख नगर निकाय सचिव ही करेंगे। उन्होंने कहा कि बैजनाथ में बनाए जा रहे पार्क के अधूरे कार्यों को पूर्ण करने के लिए धन उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि चौगान बाजार को जोडऩे वाले सम्पर्क मार्ग को के कंकरीट से निर्मित करने के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्राकलन तैयार करने के आदेश दे दिये गये है तथा शीघ्र ही इसका कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि चौगान में टैक्सी स्टैंड के निर्माण की सम्भावनाएं तलाशी जा रही है, चौगान, लम्बाहार सम्पर्क सडक़ के निर्माण पूर्ण होने से इस मार्ग पर  लगने वाले रोज के जामों से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि बैजनाथ वाई पास के निर्माण के लिए प्रक्रिया जारी है। इस वाई पास में चीरगंगा से तारापुर बाजार तक का क्षेत्र शमिल होगा। इसके बनने से मुख्य मंदिर बैजनाथ के समीप होने वाले भूमि कटाव को भी रोका जा सकेगा। इस अवसर पर शहरी विकास आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सुधीर शर्मा स्थानीय विधायक किशोरी लाल के साथ क्षेत्र के प्रबृद्व लोगों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करके उन्हें श्रदासुमन भेंट किये। इस अवसर पर पैराग्लाडिग एसोशियसन बभ्ड़ की ओर से स्थानीय पांच बच्चों की शिक्षा के लिए 15000 रूपये मंत्री महोदय के माध्यम से दिये गये । इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष पीएल शर्मा, जिला कॉग्रेस अध्यक्ष राज कुमार, एसडीएम ऋग्वेद सिंह एसई गुलेरिया तिब्तायन मंदिर के मुख्य लामा राग टिलको तथा प्रधान सुरेश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

स्वच्छता अभियान में डेरा सच्चा सौदा का हमेशा पूरा सहयोग रहेगा

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा 21 सितम्बर 2011 को नई दिल्ली से शुरू किए गए ‘हो पृथ्वी साफ-मिटे रोग अभिशाप’ सफाई महाभियान से चलाई स्वच्छता की जागरूकता मुहिम उस समय और रंग लाई जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर में स्वच्छता महाभियान चलाया। प्रधानमंत्री के इस सार्थक कदम का डेरा सच्चा सौदा बहुत-बहुत स्वागत करता है व उन्हें साधुवाद कहता है। माननीय प्रधानमंत्री जी के इस स्वच्छता अभियान में डेरा सच्चा सौदा का हमेशा पूरा सहयोग रहेगा। सफाई महाभियानों के दौरान पूज्य गुरूजी अक्सर फरमाते है कि भारत गुरूदेश है परंतु विदेशी जब इसे डर्टी इंडिया कहते है तो दुख होता है। जिस प्रकार पुराने समय में वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए यज्ञ किया करते थे उसी भांति सफाई महा अभियान महायज्ञ के समान है। इससे वातावरण शुद्ध होगा। पूज्य गुरू जी ने देशवासियों से सफाई के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया वहीं सरकार से विदेशों की तरह देश में भी गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कानून बनाकर जुर्माना लगाने की बात कही। विदित रहे कि मानवता भलाई कार्यों में अग्रणी सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के नेतृत्व में देश के महानगरों में अब तक 27 सफाई महाअभियान चलाए जा चुके हैं, जिनमें लाखों सेवादारों ने मात्र चंद घंटों में ही महानगरों की साफ-सफाई कर लोगों को अपने आस-पास का क्षेत्र साफ-सुथरा रखने का संदेश दिया है। डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए गए सफाई महाअभियानों के तहत अब तक नई दिल्ली के अलावा जयपुर, बीकानेर, गुडग़ांव, सिरसा, जोधपुर, कोटा, होशंगाबाद, पुरी (उड़ीसा), हिसार, ऋषिकेश, गंगा जी व हरिद्वार, अजमेर, पुष्कर, रोहतक, फरीदाबाद, नरेला (नई दिल्ली), करनाल, कैथल, नोएडा, सीकर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, श्योपुर व टौंक में सफाई अभियान चलाया जा चुका है।  जिनमें पूज्य गुरूजी के पावन सानिध्य में एक साथ लाखों सेवादारों ने मात्र कुछ ही घंटों में महानगरों के चप्पे चप्पे की सफाई करके अनुकरणीय व अविस्मणीय उदाहरण प्रस्तुत किए।
                     
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती पर प्रभात फेरी निकाली गई

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। प्रत्येक नागरिक का कर्तवय है कि वह अपने घर-परिवार के साथ आस-पड़ोस और समूचे परिवेक्ष्य को स्वच्छ रखने के दायित्व का निर्वाहन करें स्वच्छ वातावरण में देवताओं का वास होता है। यह उद्गार उपायुक्त कांगड़ा सी.पॉलरासू उपायुक्त कार्यालय प्रागंण में स्वच्छ भारत अभियान के शुभारंभ पर शपथ ग्रहण समारोह पश्चात् प्रकट करते हुये कहा कि सभी नागरिक सप्ताह में केवल दो घंटे मात्र अपने परिवेष में स्वच्छता के लिए आर्पित करें तो वह दिन दूर नहीं कि समूचा राष्ट्र स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत के रूप में ख्याति अर्जित करेगा। स्वच्छता शपथ ग्रहण समारोह में एडीसी, सुदेश मोख्टा ,एडीएम राकेश शर्मा, एसडीएम बलवीर ठाकुर, तथा एसी सुश्री एकता कपटा, पीओ डीआरडीए कुलवीर राणा के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के 100 से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों ने भाग लिया। व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित किये। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि महात्मा गांधी एक युग पुरूष थे जिन्होंने सत्य एवं अहिंसा के बल पर राष्ट्र को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाया था तथा कृतज्ञ देश महात्मा गांधी के बलिदान को कभी नहीं भुला सकता है। इस अवसर पर उपायुक्त सी. पॉलरासू सहित उपायुक्त कार्यालय प्रागंण व अन्य विभिन्न स्थानों में सफाई की। इससे पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 145वीें जयंती के उपलक्ष्य पर आज प्रात: 6 बजे धर्मशाला के हुनमान मंदिर से गांधी वाटिका कोतवाली तक एडीसी सुदेश मोख्टा, एडीएम राकेश शर्मा, एसडीएम बलवीर ठाकुर, तथा एसी सुश्री एकता कपटा की अगुवाई में प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें स्थानीय प्रबुद्व नागरिकों समाजसेवा संस्थाओं  सदस्यों के अलावा विभिन्न शिक्षा संस्थानों के सैंकड़ों की स्कूली बच्चों ने भाग लिया। गांधी वाटिका में महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करके श्रद्वाजली अर्पित की गई। इस अवसर पर पंडित शिवकुमार, डॉ हरपाल सिंह, जियोरजी और आरएल नरूला ने अपने विचार रखें। इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों तथा स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी और गांधी वाटिका में भजन कीर्तन का आयोजन करके वातावरण को भक्तिमय बना दिया । 

फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त कांगड़ा श्री सी. पालरासू ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कांगड़ा जिला के निर्देशानुसार 01 जनवरी, 2015 को आधार तिथि मानते हुये फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है। प्रदेश के 68 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम दिनांक 15 अक्तूबर से 10 नवम्बर, 2014 तक चलेगा। उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन प्रदेश के समस्त मतदान केन्द्रो तथा सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एडीएम/एसडीएम) सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के कार्यालय में किया जायेगा। मतदाता सूुचियों के इस पुनरीक्षण कार्यक्रम को निर्धारित किया गया है, जिसमें फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन (मतदान केन्द्रों और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक निर्वाचक अधिकारियों के कार्यालयों में 15 अक्तूबर, 2014 को, दावे/आक्षेप दाखिल करने की अवधि उपरोक्त सभी स्थानों पर 15 अक्तूबर, 2014 से 10 नवम्बर, 2014 तक,फोटोयुक्त मतदाता सूची का सम्बन्धित भाग/अनुभाग गा्रम सभा/ स्थानीय निकायों की बैठकों में पढ़ा/सत्यापन किया जाना 17 अक्तूबर व 20 अक्तूबर, 2014 को, विशेष अभियान की तारीखें सभी मतदान केन्द्रों पर राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजैण्टों सहित दावे व आक्षेप पास करना 10 अक्तूबर व 2 नवम्बर, 2014 को, दावे/आक्षेपों का निपटारा 20 नवम्बर तथा फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अन्तिम प्रकाशन 5 जनवरी, 2015 को होगा। 

रैत में महात्मा गांधी जयंती पर दी श्रद्वांजलि

धर्मशाला, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। रैत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा स्वर्गीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की ज्यंती पर उपाध्यक्ष वन निगम केवल सिंह पठानियां ने श्रद्वांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पठानिया ने उपस्थित जनसमूह के समक्ष गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा व लालबहादुर शास्त्री के जीवन से प्रेरणा लेकर उनकी दी शिक्षाएं ग्रहण करने की अपील की। इस अवसर पर पठानियां ने जानकारी देते हुये बताया कि गांधी नेे आजादी आन्दोलन में तत्कालीन अ्रंग्रेज सरकार की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला को भी विशेष योगदान रहा है, आज जो आजाद भारत की तकदीर है वह शिमला में लिखी गई। उन्होंने बताया कि शिमला में आज भी गांधी जी की कई यादें संजोकर रखी गई है।  इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कार्यकारिणी के अध्यक्ष अश्विनी चौधरी, इन्डस्ट्री विभाग के निदेशक देवदत शर्मा, पूर्व अध्यक्ष सुशील शर्मा, मधुबाला, मुनीश पटियाल, कै0 नंदन शर्मा, प्रवीण गुलेरिया, लालमन,कर्ण सिंह, अक्षय कुमार, संजय कुकार सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रभात फेरी में बच्चों ने दिखाया उत्साह, हमीरपुर में दिया सत्य, अहिंसा और प्रेम का संदेश                 
  • मुख्य संसदीय सचिव ने बच्चों की थपथपाई पीठ

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हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर हमीरपुर के गांधी चौक से प्रात: छह बजे मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल की अगुवाई में प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें जिला प्रशासन के साथ साथ गणमान्य नागरिकों एवं स्कूली बच्चों ने भाग लिया तथा पूरे शहर  में सत्य अहिंसा एवं आपसी भाईचारे का संदेश लोगों को दिया गया। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने प्रभात फेरी में भाग लेने वाले बच्चों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ये बच्चे ही बापू के सपनों को स्वीकार करेंगे। उन्होंने बच्चों के साथ साथ सभी लोगों को महात्मा गांधी जयंती की शुभकामनाएं भी दीं। इस दौरान खुशी बच्चों ने महात्मा गांधी के भजनों को सुंदर स्वरों में पिरोकर सबको मंत्र मुज्ध कर दिया गया। प्रभात फेरी गांधी से आरंभ होकर भोटा चौक, बस स्टैंड से होते हुए पुन: गांधी चौक पर समाप्त हुई। इस अवसर पर प्रभात फेरी में एपीएमसी के चेयरमैन प्रेम कौशल, पीसीसी डेलिगेट राजेंद्र जार, सेवादल के प्रवक्ता नरेश लखनपाल, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, महासचिव अजय शर्मा, उपाध्यक्ष सुमन भारती, मनोनीत पार्षद अश्वनी शर्मा, सेवादल के जिला संयोजक जगजीत सिंह, बड़सर के सेवादल के संयोजक योगराज कालिया, सेवादल के राजीव चोपड़ा, शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष बीआर राही, कांग्रेस के महासचिव राजेश चौधरी, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित परिवार संगठन के अध्यक्ष पुरूषोत्तम कालिया, उपाध्यक्ष सुदर्शन शर्मा, तारा चंद चौधरी, एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी, एसडीएम डा चांद प्रकाश शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीकंठ चौधरी, जिला भाषा अधिकारी नीलम कुमारी, विकास खंड अधिकारी डा सुनील चंदेल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल ब्वायज के प्रिंसिपल वर्मा, सीनियर सेकेंडरी स्कूल गल्र्स की प्रिंसिपल सहित विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भी प्रभात फेरी में भाग लिया गया। प्रभात फेरी में भाग लेने वाले बच्चों को सीपीएस ने फल तथा मिठाइयां भी वितरित की गईं।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को किया नमन, भजनों पर लोग हुए मंत्रमुग्ध
     
हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। महात्मा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य पर गांधी चौक में मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल सहित विभिन्न गणमान्य लोगों ने राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया। इस दौरान रघुपति राघव राजा राम की धुनों के साथ सभी लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि महात्मा गांधी एक महान आत्मा हैं जिन्होंने देश को नई दिशा और प्रेरणा दी है ऐसी महान शख्यित की शिक्षाएं देश ही नहीं अपितु पूरी दुनिया का मागदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के बतलाए हुए मार्ग पर चलकर ही हम सही अर्थों में समाज का विकास सुनिश्चित कर सकते हैं। भोरंज, नादौन तथा बड़सर में भी गांधी जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई, कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों सहित सभी गणमान्य लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया गया। 

स्वच्छता की लोगों को दिलाई शपथ, महात्मा गांधी की शिक्षाएं हर युग में सार्थक एवं प्रासंगिक : लखनपाल  
   
हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर लोगों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई। हमीरपुर जिला में गांधी जयंती को स्वच्छता दिवस के रूप में भी मनाया गया, गांधी चौक पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य अहिंसा तथा प्रेम की शिक्षाओं की हर युग में महत्ता, उपयोगिता, सार्थकता एवं प्रासंगिकता बनी रही है। सत्य से शांति, अहिंसा से विनम्रता तथा प्रेम से करूणा का भाव ही सफल जीवन का आधार है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता को स्वाधीनता से भी ज्यादा जरूरी माना है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को स्वच्छता को अपनी जीवन में अंगीकार करते हुए दूसरों को भी स्वच्छ रहने की प्रेरणा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अहिंसा को अपना धर्म मानने वाले मोहन दास कर्म चंद गांधी स्वाधीनता संग्राम के मार्गदर्शक एवं अध्यात्मिक नेता रहे हैं जिन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर सत्य की पराकाष्ठा को नया रूप दिया गया। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि महात्मा गांधी के स्वच्छता के संदेश को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा इस के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपना जीवन सत्य की व्यापक खोज में समर्पित कर दिया गया, अपने अनुभवों को उन्होंने अपनी आत्मकथा माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रूथ में संकलित किया गया है तथा बच्चों को इस किताब को अवश्य पढऩा चाहिए ताकि जीवन में सद्गुणों का निर्माण किया जा सके। इससे पहले एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए हमीरपुर जिला में स्वच्छता अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर केसीसीबी के उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, एपीएमसी के चेयरमैन प्रेम कौशल, कांग्रेस के प्रवक्ता दीपक शर्मा, पीसीसी डेलिगेट राजेंद्र जार, सेवादल के प्रवक्ता नरेश लखनपाल, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, महासचिव अजय शर्मा, उपाध्यक्ष सुमन भारती, मनोनीत पार्षद अश्वनी शर्मा, सेवादल के जिला संयोजक जगजीत सिंह, बड़सर के सेवादल के संयोजक योगराज कालिया, सेवादल के राजीव चोपड़ा, शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष बीआर राही, कांग्रेस के महासचिव राजेश चौधरी, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित परिवार संगठन के अध्यक्ष पुरूषोत्तम कालिया, उपाध्यक्ष सुदर्शन शर्मा, एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी, एसडीएम डा चांद प्रकाश शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीकंठ चौधरी, जिला भाषा अधिकारी नीलम कुमारी, विकास खंड अधिकारी डा सुनील चंदेल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल ब्वायज के प्रिंसिपल वर्मा, सीनियर सेकेंडरी स्कूल गल्र्स की प्रिंसिपल सहित पार्षद मनोरमा लखनपाल, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष चेतन लखनपाल, मुंशी राम धीमान सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।
    
सीपीएस ने स्वच्छता रथ को दिखाई हरी झंडी, स्कूली बच्चों ने लगाए स्वच्छता के नारे
   
हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर हमीरपुर के गांधी चौक से स्वच्छता रथ को हरी झंडी देकर रवाना किया गया, यह स्वच्छता रथ हर ब्लाक में जाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेगा। इससे पहले गांधी चौक पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों तथा ब्लू स्टार पब्लिक स्कूल, हिम अकादमी पब्लिक स्कूल, एनआईएफडी संस्थान के कलाकारों ने लघुनाटिका प्रस्तुत कर सबको स्वच्छ रहने का संदेश दिया गया इसके साथ सावित्री पब्लिक स्कूल के छात्र ने भी कविता पाठ कर स्वच्छता का संदेश लोगों को दिया गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने हम सबका एक ही नारा स्वच्छ बने जिला हमारा का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प भी लिया गया। इस दौरान मुख्य संसदीय सचिव इंद्र लखनपाल ने सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए कहा कि हर सप्ताह दो घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के संकल्प को चरितार्थ करें। सीपीएस ने ग्रामीण विकास विभाग के सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि ग्राम सभाओं की बैठकों में स्वच्छता का संदेश पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए तथा इस के लिए पंचायत प्रतिनिधियों से संपर्क कर इस अभियान के साथ सभी की भागीदार बनाया जाए ताकि हमीरपुर जिला को स्वच्छ तथा सुदंर बनाया जा सके। 

मुख्य संसदीय सचिव ने किया सफाई अभियान का श्रीगणेश
   
हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल सहित विभिन्न गणमान्य लोगों तथा विभागीय अधिकारियों ने गांधी चौक तथा मुख्य बाजार में स्वयं झाड़ू लगाकर लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि अपने आस-पास तथा बाजारों, गांवों को स्वच्छ रखने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें तभी सही मायनों में स्वच्छता अभियान का लाभ समाज को मिलेगा। 

लोकसंपर्क, शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने हाथ में उठाए झाड़ू, रास्तों की सफाई, कंटीली झाडिय़ां भी काटीं
  • उपायुक्त कार्यालय परिसर के कर्मियों ने ली स्वच्छता की शपथ, स्कूल परिसरों में भी आरंभ हुआ स्वच्छता अभियान 

हमीरपुर, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से अपने कार्यलय परिसरों के आसपास साफ सफाई की तथा झाडिय़ों को भी काटा गया। इस दौरान उपशिक्षा निदेशक सोमदत्त सांख्यान ने बताया कि सभी स्कूलों में स्वच्छता अभियान आरंभ किया गया है तथा इसी कड़ी में कार्यलय परिसर में भी साफ सफाई की गई है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की एपीआरओ मीना बेदी की अगुवाई में कार्यालय के कर्मचारियों ने कार्यालय की तरफ जाने वाली रास्तों के आसपास कंटीली झाडिय़ों को काटा गया। इस दौरान दोनों के कार्यालयों के सभी कर्मचारियों ने स्वच्छता अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया गया। इस अभियान में कर्मचारियों संजीव जस्वाल, कुशल कुमार, दविंद्र सिंह पठानिया, बबीता चौधरी,हेमराज, देशराज तथा श्रीकांत, रामचंद ने स्वच्छता का संकल्प भी लिया गया। वहीं उपमंडल कार्यालयों में भी स्वच्छता अभियान का श्रीगणेश किया गया है। ब्वायज सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर, गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल हमीरपुर में भी बच्चों ने प्रभात फेरी में भाग लेने के पश्चात अपने अपने स्कूल परिसरों में सफाई अभियान में हिस्सा लिया गया जबकि उपायुक्त कार्यालय परिसर के कर्मचारियों ने गांधी चौक में एकत्रित होकर स्वच्छता का संकल्प भी लिया गया। उल्लेखनीय है कि गांधी जयंती को इस बार स्वच्छता दिवस के रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है जिसके उपरांत ही सभी कर्मचारियों ने कार्यालयों में पहुंचकर स्वच्छता की शपथ लेने के उपरांत अपने अपने कार्यालय परिसरों में साफ सफाई की गई। एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी ने बताया कि जिला की ग्राम सभाओं में भी ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से स्वच्छता का संदेश पहुंचाने के पहले ही दशा निर्देश दिए गए हैं इस बावत पंचायत प्रतिनिधियों को स्वच्छता के बारे में जानकारी भी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि अक्तूबर माह को स्वच्छता माह के रूप में मनाया जा रहा है तथा इस दौरान विभिन्न स्तरों पर गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों की प्रार्थना सभाओं में भी स्वच्छता के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
     
डीसी ने चिंतपूर्णी में बन रहे सुलभ शौचालयों का किया निरीक्षण, बाइपास रोड को भी दिए ठीक करने के निर्देश

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ऊना, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। डीसी व चिंतपूर्णी मंदिर न्यास आयुक्त अभिषेक जैन ने गत सायं एसडीएम व मंदिर अधिकारी के साथ ङ्क्षचतपूर्णी मंदिर क्षेत्र व उसके आसपास श्रद्धालुओं की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए चिन्हित स्थलों का दौरा किया। उन्होंने बाइपास रोड की खराब दशा को देखते हुए इसे ठीक करने के निर्देश भी जारी किए। इस सडक़ की रिपेयर के लिए साढ़े नौ लाा रूपये का आकलन तैयार किया गया है और सडक़ ठीक होने से लाखों व श्रद्धालुओं व गांववासियों को सुविधा होगी। डीसी ने डेढ़ करोड़ रूपये की लागत से बन रहे सुलभ शौचालयों का भी निरीक्षण किया। पिछले साल मंदिर ट्रस्ट द्वारा सुलभ शौचालयों के निर्माण के लिए 45 लाख की लागत से जमीन खरीदी गई थी और स्वच्छता की अंतर्राष्ट्रीय संस्था सुलभ इंटरनैशनल से पूरा डिजाइन तैयार करवाकर व सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शौचालयों का निर्माण शुरू हो गया है। डीसी ने बताया कि महिलाओं, पुरूषों व शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए नब्बे शौचालय व स्नानघर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धनराशि की पहली किश्त भी सुलभ इंटरनैशनल को जारी की जा चुकी है, जिनके अधिकारियों ने स्वयं दो बार आकर यहां मौका देखा था और अब कार्य चल रहा है। डीसी ने कहा कि आगामी डेढ़ साल में सुलभ इंटरनैशनल द्वारा ये शौचालय व स्नानघर तैयार कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एशियन डिवेलप्मैंट बैंक के सौजन्य से पर्यटन विभाग के जिस 45 करोड़ रूपये लागत के प्रोजैक्ट का मुयमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह ने पिछले दिनों शिलान्यास किया था, उसमें भी 200 शौचालय व स्नानघर बनाए जाने हैं और यह कार्य भी शुरू हो गया है। इस 45 करोड़ के प्रोजैक्ट में मंदिर न्यास भी करोड़ों रूपये की राशि खर्च कर रहा है और इसकी पहली किश्त जारी की जा चुकी है। डीसी ने बताया कि चिंतपूर्णी के पुराने बस स्टैंड में भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर ट्रस्ट ने 8 शौचालय व भरवाईं में 1 शौचालय पहले ही बना रखा है। डीसी ने धार्मिक स्थल की स्वच्छता के दृष्टिगत भरवाईं बाजार में नए बड़े डंपर व जगह-जगह डस्टबिन रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने होटल, ढाबा मालिकों व अन्य खाने-पीने की दुकानों के मालिकों से भी आग्रह किया कि वे अपनी दुकान के बाहर डस्टबिन जरूर रखें। डीसी ने क्षेत्र की सफाई हेतु आउटसोर्स किए गए ठेकेदार को  बुलाकर हिदायत दी कि धार्मिक स्थल की स्वच्छता के साथ किसी भी सूरत में समझौता नहीं होना चाहिए और स्वच्छता के लिए अगर और अधिक फंड की जरूरत होगी, तो वह भी दे दी जाएगी। डीसी ने इसके अलावा मंदिर के आउटगेट के विस्तारीकरण के लिए भी स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि गेट चौड़ा होने पर भीड़ प्रबंधन व कानून व्यवस्था सुचारू रखने में भी सहायता मिलेगी। डीसी ने पानी की टंकियों के बेहतर रखरखाव व इनकी समय-समय पर साफ-सफाई के भी निर्देश दिए। डीसी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर निर्माण कार्यों के लिए बाजार के अंदर ही एक और जमीन का मुआयना किया जिस बारे मंदिर अधिकारी ने उन्हें बताया कि यह जमीन पंचायत की है। डीसी ने कहा कि 15 अक्तूबर को होने वाली ट्रस्ट की बैठक में उक्त जमीन पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जाने वाले निर्माण पर चर्चा होगी। डीसी ने मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने ढांक की तरफ सडक़ पर ग्रिल लगाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने मंदिर अधिकारी को मंदिर के बाहर बनी पुलिस की गुमटी के सौंदर्यीकरण के भी निर्देश दिए। डीसी जो कि साडा के चेयरमैन भी हैं, ने साडा के माध्यम से ङ्क्षचतपूर्णी नगर को सुन्दर बनाए रखने के अधिकारियों को निर्देश दिए। 
अन्य विभागों ने भी मनाया स्वच्छता दिवस

ऊना, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। स्वच्छता दिवस आज जिला के विभिन्न कार्यालयों में मनाया गया। जिला लोक सपर्क कार्यालय में अधिकारियों व कर्मचारियों ने कार्यालय व कार्यालय के आसपास स्वच्छता मुहिम को अंजाम दिया। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर की सफाई की। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, ऊना में अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वच्छता की शपथ ली और स्वच्छता अभियान चलाया। हरोली तहसील के साहूवाल में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वच्छता दिवस मनाया व इलाके के सफाई में योगदान दिया।

ऊना में राम नाटक का आठवां दिन
  • -हनुमान ने जलाई लंका, विभीषण पहुंचे राम शरण में
  • -रायजादा, सतीश बिल्ला व बाबा हरपाल ने की श्री राम की आरती

ऊना, 02 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। श्री राम लीला कमेटी ऊना द्वारा आयोजित 49वें दस दिवसीय रामलीला नाटक मंचन के आठवें दिन का आगाज प्रदेश कांग्रेस सचिव सतपाल रायजादा, समाजसेवी सतीश बिल्ला, बाबा हरपाल, शशि पुरोहित, ओकांर नाथ, सुभाष वशिष्ठ व ओंकार कपिला ने किया। इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्जवलित व श्री राम की आरती भी की। रायजादा ने कहा कि श्री राम ने हमें मर्यादा का संदेश दिया है और राम राज्य जैसा हमारा देश हो, ऐसी हम सबकी कल्पना है। उन्होंने कहा कि श्री राम की लीलाओं से हमें अपने जीवन को सुविचार से जीने का संकल्प लेना चाहिए। दीप प्रज्जवलन व आरती के समय उनके साथ नवदीप कश्यप, प्रैस क्लब ऊना के सदस्य अमित शर्मा, विशाल शांडिल्य, विवेक व राजन पुरी भी उपस्थित रहे। बृज कला आदर्श राम कृष्ण लीला संस्थान वृंदावन के संस्थापक बंसी लाल व प्रलाद शर्मा की टीम ने राम नाटक को आगे बढ़ाते हुए अशोक वाटिका में हनुमान द्धारा बाग उजाडऩे तथा लंका दहन का दृश्य पेश किया। हनुमान ने माता सीता को श्री राम की निशानी के रूप में अंगूठी दी तो माता सीता रोने लगी और श्री राम को जल्द रावण की कैद से मुक्त करवाने को कहा। हनुमान ने कहा कि भगवान राम शीघ्र आपको इस कैद से छुड़ा लेंगे। इसके बाद हनुमान ने माता सीता की आज्ञा लेकर अशोक वाटिका को तहस-नहस कर दिया। और रावण के पुत्र अक्षय कुमार का वध कर दिया। जिस पर क्रोधित होकर मेघनाथ ने हनुमान पर बह्रम शक्ति में बांध कर रावण के दरबार में पेश किया। दरबार में रावण ने विभीषण के परामर्श पर हनुमान को क्षमा तो किया लेकिन उसकी पूंछ में आग लगा दी और हनुमान ने देखते ही देखते सोने की लंका को राख बना दिया। वहीं दूसरे दृश्य में विभीषण द्धारा श्रीराम की स्तुति करने पर रावण ने विभीषण को ारे दरबार में अपमानित कर लंका से निकाल दिया। जिससे विभीषण भगवान राम की शरण में पहुंच गए। श्री राम ने वहीं विभीषण को लंका का राजा घोषित कर उसका राजतिलक किया। इस अवसर पर चेयरमैन सोमनाथ स्वर्णकार, अध्यक्ष अविनाश कपिला, डॉ. सुभाष शर्मा, हरि ओम गुप्ता, गणेश सांभर, राजीव भनोट, बलविंद्र गोल्डी, शिव कुमार सां ार, ईश कुमार ग्रोवर,  वरूण पुरी, मोहन लाल,  राजकुमार पठानिया, सागर, अश्वनी आचार्य व रामपाल बेदी सहित सैकड़ो श्रद्धालू उपस्थित रहे।

आलेख : क्या ओबामा के कंधे से टूट, पायेगा दाउद का तिलिस्म

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आतंकवाद के विरुद्ध भारत-अमेरिकी सहयोग को और आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा राष्ट्रपति बराक ओबामा लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, दाऊद कंपनी, अल कायदा और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी समूहों और आपराधिक नेटवर्को को ध्वस्त करने के लिए संयुक्त और सतत प्रयास करने पर सहमती बड़ी कामयाबी है, क्योंकि आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका के पास बड़ें संयंत्र है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ओबामा के कंधे पर सवार हो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डान दाउद इब्राहिम का तिलिस्म तोड़ पायेंगे। क्योंकि जहां दाउद पनाह ले रखा है वह है आतंकवाद की जननी पाकिस्तान, जिसका उस पर साएं की तरह छाया है। है न चैकाने वाली बात। वजह भी साफ है, व्यवसाय की दृष्टि से ओबामा कभी नहीं चाहेंगे अफगानिस्तान व पाकिस्तान से उनके रिश्ते में किसी तरह खटास आएं, क्योंकि उनके लिए दोनों बड़ा मार्केट है। जब कभी भी आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठती है तो अमेरिका हमेशा अपने हितों की ही परवाह की। मतलब साफ है, एकतरफ अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान की अगुआई की और दूसरी ओर ऐसा करते समय उन आतंकी गतिविधियों की अनदेखी भी की जो भारत के लिए खतरा बनी हुई हैं। अमेरिका को पता है कि भारत के पड़ोसी अर्थात पाकिस्तान में किस तरह उन तत्वों को हर स्तर पर सहयोग, समर्थन और संरक्षण दिया जा रहा है जो भारतीय हितों के लिए खतरा बने हुए हैं, लेकिन वह कभी भी इस्लामाबाद पर दबाव नहीं बनाया। अमेरिका के एकपक्षीय नजरिये की झलक ईरान और म्यांमार के मामले में भी नजर आती है। वह अपने बेजा इस्तेमाल के लिए भारत पर इसके लिए दबाव बनाता रहा कि वह इन दोनों देशों से अपने संबंध मजबूत न करे, लेकिन पिछले कुछ समय में वह खुद ही इन दोनों देशों से संबंध सुधारने में जुटा हुआ है।

हालांकि मोदी के अमेरिकी दौरे में इस बात पर सहमति बनी है कि भारत व अमेरिका आतंकवादी समूहों के वित्तीय और उन्हें मिल रहे अन्य प्रकार के सहयोग व संरक्षण को ध्वस्त करने की दिशा में कारगर कदम उठाएंगे। वर्ष 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम को पकड़वाने में भारत का हर तरीके से सपोर्ट करेंगे। खुफिया तंत्र को हर वह जानकारी मुहैया करेंगे जो दाउद से जुड़े है। आतंकियों और अपराधियों के सुरक्षित ठिकानों को मिलकर नष्ट करेंगे। आतंकियों की आर्थिक और सामरिक मदद पर नकेल कसने का भी फैसला किया गया है। लेकिन भारत पश्चिम एशिया में आतंकवाद के खिलाफ किसी गठजोड़ का हिस्सा नहीं बनेगा। और अफगानिस्तान में तय पाई त्रिपक्षीय साझेदारी सैन्य सहयोग के बजाय विकास के मुद्दे पर आधारित होगी। ऐसे में आप खुद समझ सकते है, किस तरह मित्रता निभेगी। बात अगर निवेश को लेकर ही की जाएं तो क्या अमेरिकी कंपनियों के हितों को ही ध्यान में रखकर किया जा सकता है। दोनों देशों में स्वाभाविक दोस्ती के लिए यह अनिवार्य है कि अमेरिका भारत को एक सशक्त सहयोगी के रूप में देखे और साथ ही उसके घरेलू और बाहरी हितों का भी ध्यान रखे।

वैसे भी मोदी को अगर मेक इन इंडिया की उड़ान ऊंची करनी है, तो उन्हें समस्याओं का समाधान भी करना होगा। समस्याओं व ′विश्वास′ के अभाव के वजह से ही भारत काफी पीछे है। मसलन, लालफीताशाही वैश्विक कंपनियों पर टैक्स व उनके मुनाफे की घोषणा पर सवाल खड़ा करते रहते हैं। इतना ही नहीं भारतीय कंपनियों के लिए कर की दर 33 फीसदी है, लेकिन वैश्विक कंपनियों के लिए यह दर 40 प्रतिशत है। इसके अलावा बंदरगाहों पर कर्मचारियों और माल के रख-रखाव की खराब व्यवस्था और बुनियादी ढांचागत समस्याओं की वजह से भी वैश्विक विनिर्माण में भारत कहीं नहीं ठहरता। यही वजह है कि आयातित कच्चे माल पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क बढ़ जाता है। 60 फीसदी भारतीय कारोबारी कैप्टिव पावर प्लांट (ग्रिड नहीं, बल्कि अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए खुद बिजली बनाना) से मिलने वाली बिजली पर निर्भर हैं, जो कोयला आधारित ग्रिड से मिलने वाली बिजली से दो से तीन गुनी महंगी है। जबकि चीन में महज 18 फीसदी कारोबारी ही कैप्टिव पावर प्लांट पर निर्भर हैं। हालांकि प्रस्तावित जीएसटी में इस समस्या के समाधान की उम्मीद है। सिंगल विंडो के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक साथ लाने की भी एक गंभीर मसला है, जिसका निदान अब तक नहीं हो पाया है। यहीं संकट मोदी के मेक इन इंडिया योजना की राह में स्वीट प्वाइजन का काम कर रहा है। 

हालांकि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने और एक नई दिशा देने के लिहाज से देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा सफल रही। दोनों देशों के नेताओं के बीच एक नई समझ विकसित हुई है। निवेश, कारोबार, रक्षा समझौते और आतंकवाद समेत दूसरे तमाम मुद्दों पर व्यापक सहमति कायम हुई है जिससे उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ते और मजबूत होंगे। यह सहभागिता दुनिया के दूसरे देशों के लिए एक नया मॉडल बन सकती है। इसके अलावा अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग से सहमति जताई है और भारत को स्थायी सदस्यता देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी दोनों देशों ने साथ मिलकर काम करने की बात कही है। इसलिए अब जरूरत इस बात है कि उदार बाजार व्यवस्था को स्वीकार करते हुए हम अपने बाजारों को और अधिक खुला बनाएं ताकि व्यापार के क्षेत्र में सहयोग की और अधिक संभावनाएं विकसित हो सकें। 

फिलहाल मोदी अपने मकसद में काफी हद तक कामसाब होते नजर आ रहे है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ भी उन्होंने बहुत कम समय में सहज व्यक्तिगत रिश्ता कायम कर लिया था। भूटान और नेपाल यात्र के दौरान भी उनकी लोकप्रियता शिखर पर रही। अमेरिका की यात्रा में भी मोदी का मुख्य लक्ष्य भारत को मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र बनाने के लिए अमेरिकी सहयोग हासिल करना था। उन्होंने अमेरिका से सेवा क्षेत्र में कार्यरत लोगों को अधिक सुविधाएं देने की बात कही और खुद भी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों को आजीवन वीजा सुविधा दिए जाने की घोषणा के साथ ही तत्काल वीजा और अन्य सुविधाएं देने की घोषणा की। आज यूरोप, अमेरिका समेत दूसरे अन्य देशों की अपेक्षा भारत में श्रम बहुत सस्ता है। इसके अलावा हमारे पास एक बड़ी संख्या में तकनीकी वर्ग, मध्य वर्ग और अंग्रेजी जानने-समझने और बोलने वाला युवा वर्ग मौजूद है। 

ऐसे में दुनिया के अन्य देशों के लिए भारत में मैन्युफैक्चरिंग के काम को बढ़ावा दिया जा सकता है, जिससे बड़ी तादाद में रोजगार पैदा होगा और हमारा आर्थिक विकास तेज होगा। मोदी भारत के बढ़ते आयात से चिंतित हैं। इसलिए वह चाहते हैं कि भारत में आयात होने वाली तमाम चीजों का निर्माण हो और हम इनका पूरे विश्व में निर्यात करें, जैसा कि आजकल चीन करता है। इसी दृष्टि से मोदी ने अमेरिका के साथ रक्षा सहयोग को बढ़ाने तथा भारत में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए वहां की बहुराष्ट्रीय कंपनियों तथा अमेरिकी सरकार को प्रोत्साहित किया। इसके लिए उन्होंने अमेरिकी कंपनियों के सीइओ से मिलकर यह समझने की कोशिश की कि इस काम में कौन सी चीजें बाधक हैं। आने वाले समय में हमें टैक्स सुधार और टैक्स नियमों में सरलीकरण व एकरूपता देखने को मिल सकती है। इस तरह देखा जाए तो मोदी की अमेरिका यात्र तीन बातों पर केंद्रित थी। इसमें पहली बात संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संबोधित करना था, दूसरी बात अमेरिकी सरकार और ओबामा प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात करके उनकी बातों को समझना तथा अपने पक्ष को रखना था और तीसरी बात अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के लोगों से मिलना तथा उन्हें भारत में निवेश के लिए प्रेरित करना था। 





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सुरेश गांधी 

आलेख : विश्व मंच पर मोदी ने उकेरी 21वीं सदी के भारत की नई तस्वीर

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जिस तरह दुनिया के सबसे बड़े ताकतवर कहलाने वाले देश की सरजमी पर मोदी ने आतंकवाद की जननी पाकिस्तान को न सिर्फ दो टूक में विश्वमंच पर नीति स्पष्ट करने की सलाह दे डाली, बल्कि वैश्विक समस्याओं का बहुपक्षीय समाधान की वकालत भी की, वह काबिले तारीफ है ही, मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के प्रति भी गंभीरता जताते हुए उन्होंने विश्व मंच पर यह बताने की कोशिश किया कि धनी देश अपने तकनीकी व धन से विकासशील देशों की मदद को आगे आएं और दुनिया को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाते हुए लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण प्रदूषण, बढ़ते आतंकवाद, कट्टरपंथी विचारधारा के फैलाव, संयुक्त राष्ट्र के पुनर्गठन, शांतिवाहिनी अभियान के साथ-साथ आर्थिक विकास, टिकाऊ मानव विकास को अपने विमर्श का हिस्सा बनाए। खासकर इलाहाबाद, अजमेर व विशाखपट्नम को स्मार्ट सिटी बनाने के साथ ही आतंकवादी ठेकानों को नेस्तनाबूद करने के साथ ही रक्षा सहयोग को 10 वर्ष और बढ़ाने पर सहमति, असैन्य परमाणु करार को लागू करने में आ रही बाधाओं को दूर करने पर सहमति, अमेरिकी कंपनियों को भारतीय रक्षा उत्पादन क्षेत्र में भागीदारी का निमंत्रण, जैसे करार मोदी की बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है  

मोदी सरकार की विदेश नीति की झलक तो शपथ ग्रहण से पहले ही उठाएं गए कूटनीतिक कदमों से ही दिखने लगी थी, लेकिन अब उसका असर भी दिखने लगा है। पहले भूटान, नेपाल, जापान अब अमेरिकी यात्रा की सफलता उनकी सोच में चार चांद लगा रहा है। जिस तरह दुनिया के सबसे बड़े ताकतवर कहलाने वाले देश की सरजमी पर मोदी ने आतंकवाद की जननी पाकिस्तान को न सिर्फ दो टूक में विश्वमंच पर नीति स्पष्ट करने की सलाह दे डाली, बल्कि वैश्विक समस्याओं का बहुपक्षीय समाधान की वकालत भी की, वह काबिले तारीफ है। मतलब साफ है, वह चाहते है कि भारत पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो, लेकिन आतंक के साये तले नहीं। इस दोतरफा मसले को विश्वमंच पर उठाने से समाधान की दिशा में प्रगति नहीं होगी। ऐसा आपसी बातचीत से होगा और इसके लिए उचित माहौल बनाना पाकिस्तान की जिम्मेदारी होगी। ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को अपने रणनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने का जरिया बनाएं रखता है। आतंकवाद की चुनौती से निपटने के लिए आतंकवाद को समर्थन देने वाले तंत्र के खिलाफ वैश्विक समुदाय को एकजुट होकर संयुक्त मोर्चा बनाने की बात कहीं। साथ ही उन्होंने आतंकवादियों के अच्छे-बुरे वर्गीकरण करने की प्रवृत्ति से भी परहेज करने को भी कहा। इसके अलावा मोदी ने अपने मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के प्रति गंभीरता जताते हुए विश्व मंच पर यह बताने की कोशिश किया कि धनी देश अपने तकनीकी व धन से विकासशील देशों की मदद को आगे तो आएं ही, साथ ही दुनिया को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाते हुए लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण प्रदूषण, बढ़ते आतंकवाद, कट्टरपंथी विचारधारा के फैलाव, 30 मीटर टेलीस्कोप बहुराष्टीय परियोजना में साझेदारी, उर्जा सुरक्षा पर सहयोग, गैस हाइडे्रट पर मदद, उच्च व आॅनलाइन शिक्षा पर आईटी का सहयोग, संयुक्त राष्ट्र के पुनर्गठन, शांतिवाहिनी अभियान के साथ-साथ आर्थिक विकास, टिकाऊ मानव विकास को अपने विमर्श का हिस्सा बनाएं। इन सबके बीच मोदी की ऊर्जा के स्तर और आत्मविश्वास से आत्मानुशाषित, सरल और निर्णायक नेता की जो छवि बनी वह भारत और इसकी सवा सौ करोड़ की आबादी को विकास के नए मुकाम पर ले जाने को तटस्थ दिखी। 

वैसे भी नेपाल, भूटान व जापान में भी मोदी का मुख्य ध्यान सामरिक रणनीति के तहत भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती करना था, ताकि चीन व पाकिस्तान की बढ़ती आक्रमकता को रोका जा सके। जापान के सापेक्ष अमेरिका में भी मोदी ने कुछ उसी तरह के संकेत दिए। इंटेलेक्चुअल काॅपीराइट नियमों में ढि़लाई, म्युचुअल फंड, मूल्यों में कटौती, पेंशन फंड और निवेश संबंधी दिक्कतों को ओबामा से मिलकर दूर करने की भरपूर कोशिश की, जिसमें उन्हें सफलता भी मिली। हालांकि इसका लाभ तभी संभव हो पायेगा जब घरेलू और विदेशी दोनों के विचार एक हो। इन सबके बावजूद मोदी का प्रयास यही है कि भारत को एक आर्थिक ताकतवर देश बनाया जाएं, जिससे आशा का एक नई संचार पैदा किया जा सके। इसके लिए भारतीय समाज को एकमंच पर लाना मोदी के लिए कठिनाई भरा काम जरुर होगा। चैकाने वाली बात यह है कि मोदी ने जिस तरह भारत में अपनी छाप छोड़ी और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री बन गए वह छाप अमेरिका में भी देखने को मिला। मोदी के मेडिसन कार्यक्रम में मौजूद 18,000 लोगों में अधिकांश भारतीय मूल के थे और उनमें भी भाजपा व नरेंद्र मोदी के समर्थक तो थे ही, करीब 40 अमेरिकी सांसदों की उपस्थिति अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों के राजनीतिक महत्व को भी दर्शाती है। साथ ही इससे यह भी पता चलता है कि अमेरिकी राजनीतिक परिदृश्य अब इस सच्चई को स्वीकारने लगा है कि भारतीयों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। इजराइली यहूदियों को छोड़ दें तो कोई भी अन्य अप्रवासी समुदाय अपनी शक्ति का इस तरह प्रदर्शन नहीं कर पाया है जिस प्रकार भारत के एनआरआइ ने किया है। आतंकवाद के विरुद्ध भारत-अमेरिकी सहयोग को और आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा राष्ट्रपति बराक ओबामा लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, दाऊद कंपनी, अल कायदा और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी समूहों और आपराधिक नेटवर्को को ध्वस्त करने के लिए संयुक्त और सतत प्रयास करने पर सहमती बड़ी कामयाबी है, क्योंकि आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका के पास बड़ें संयंत्र है। इस बात पर भी सहमति बनी है कि दोनों देश इन आतंकवादी समूहों के वित्तीय और उन्हें मिल रहे अन्य प्रकार के सहयोग को ध्वस्त करने की दिशा में कदम उठाएंगे। डी कंपनी से अर्थ 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम से है जिसके बारे में माना जाता है कि वह पाकिस्तान में शरण लिए हुए है। ऐसे संकेत थे कि भारत उसके प्रत्यार्पण के लिए अमेरिका की मदद मांगेगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भारत पश्चिम एशिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर बने किसी गठबंधन में शामिल नहीं होगा। इसी प्रकार, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अफगानिस्तान में तय पाई त्रिपक्षीय साझेदारी सैन्य सहयोग के बजाय विकास के मुद्दे पर आधारित होगी। 

अमेरिका में मौजूद देश-दुनिया के तमाम भारतीयों के बीच मोदी ने आशा का संचार करने के साथ ही उन्हें यह विश्वास दिलाने की कोशिश किया वे उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए उतना ही बेताब है जितना वह सोचते है। लोगों को यह बताने में मोदी काफी हद तक सफल भी रहे कि भारत दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलने के लिए सक्षम है। इसके लिए उन्होंने विदेशी निवेश के साथ देश के उद्यमियों की भी भावनाओं का कद्र करते हुए उन्हें लालफीताशाही के चंगुल से मुक्त करने की जुगत की है। चूकि मोदी इससे अच्छी तरह अवगत थे कि भारतीय उद्योगपतियों की बेरुखी के चलते ही अर्थव्यवस्था का संकट बढ़ा है। बात भी सही है अगर मेक इन इंडिया की उड़ान ऊंची करनी है, तो समस्याओं का समाधान भी उन्हें करना होगा। समस्याओं व ′विश्वास′ के अभाव के वजह से भारत काफी पीछे है। मसलन, लालफीताशाही वैश्विक कंपनियों पर टैक्स व  उनके मुनाफे की घोषणा पर सवाल खड़ा करते रहते हैं। इतना ही नहीं भारतीय कंपनियों के लिए कर की दर 33 फीसदी है, लेकिन वैश्विक कंपनियों के लिए यह दर 40 प्रतिशत है। इसके अलावा बंदरगाहों पर कर्मचारियों और माल के रख-रखाव की खराब व्यवस्था और बुनियादी ढांचागत समस्याओं की वजह से भी वैश्विक विनिर्माण में भारत कहीं नहीं ठहरता। यही वजह है कि आयातित कच्चे माल पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क बढ़ जाता है। 60 फीसदी भारतीय कारोबारी कैप्टिव पावर प्लांट (ग्रिड नहीं, बल्कि अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए खुद बिजली बनाना) से मिलने वाली बिजली पर निर्भर हैं, जो कोयला आधारित ग्रिड से मिलने वाली बिजली से दो से तीन गुनी महंगी है। जबकि चीन में महज 18 फीसदी कारोबारी ही कैप्टिव पावर प्लांट पर निर्भर हैं। हालांकि प्रस्तावित जीएसटी में इस समस्या के समाधान की उम्मीद है। सिंगल विंडो के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक साथ लाने की भी एक गंभीर मसला है, जिसका निदान अब तक नहीं हो पाया है। यहीं संकट मोदी के मेक इन इंडिया योजना की राह में स्वीट प्वाइजन का काम कर रहा है। यह भी सच है कि अगर मोदी अंदरुनी समस्याओं व लालफीताशाही पर लगाम लगाने में सफल हुए तो कारोबारी सहूलियत के मामले में देश की रेटिंग बेहतर होने में देर नहीं लगेगी। 

यह कटु सत्य है कि मोदी उद्यमियों को ऐसे वक्त में रिझा रहे है जब यहां के हालात को देखते हुए विदेशी तो क्या घरेलू भी भारत में निवेश से तौबा कर रहे थे। मेक इन इंडिया अभियान ने विदेशी उद्यमियों में भी उम्मीदें जगाई है तो उसकी वजह यही है कि वे मोदी पर भरोसा कर पा रहे हैं। आम भारतीयों से लेकर अमेरिकी भारतीयों और देसी उद्यमियों से लेकर विदेशी व्यापारियों के बीच मोदी ने यह जो भरोसा पैदा किया है वही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। अपनी इसी ताकत के कारण वह अमेरिका में भी भारत का सिर उंचा किए हुए हैं। यह एक सच्चाई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के पहले मोदी ने देश-दुनिया में जैसी हलचल मचा दी उससे उन्होंने न केवल अपना, बल्कि भारत का भी कद बढ़ाया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस बढ़े हुए कद का लाभ पूरे देश को मिलेगा। मोदी की प्राथमिकता देश के निर्धन और मध्यम वर्ग को अधिक से अधिक रोजगार दिलाना है, ताकि उसकी क्रयशक्ति बढ़े और एक नया बाजार भी तैयार हो। शायद यही वजह भी है कि मोदी ने विदेशी उद्यमियों को भी यही कहकर रिझा रहे कि वह भारत को केवल एक बाजार के रुप में न देंखे, बल्कि उसके कौशल क्षमता को भी परखे। उन्होंने उद्योगपतियों से आईटीआई सरीखे प्रशिक्षण संस्थानों को गोद लेने का भी आह्वान किया ताकि वे अपनी जरुरत के अनुरुप मानव संसाधन विकसित कर सके। 

यह बात दिगर है कि आने वाले दिनों में यह चुनौती आसान होगी या मुश्किल, इस पर निर्भर करेगा कि मोदी सरकार अपने वायदों को पूरा करती दिखती है या नहीं? यह भी सही है कि भारत और अमेरिका के बीच नागरिक आणविक समझौते पर जारी गतिरोध दूर करने, संयुक्त राष्ट्र में भारत को स्थायी सदस्यता दिलाने, खाद्य सब्सिडी पर विश्व व्यापार संगठन की आपत्तियों को दूर करने, दवा उद्योग में पेटेंट कानून लागू करने, कार्बन उत्सजर्न और जलवायु परिवर्तन, सामरिक और कूटनीतिक मोर्चे पर आतंकवाद, 2014 के बाद अफगानिस्तान-पाकिस्तान के हालात, सैन्य क्षेत्र में उच्च प्रौद्योगिकी की भारत की मांग और चीन का तेजी से उभार सहित अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट करना अभी बाकि हैं। लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि मोदी-ओबामा के बीच हुई वार्ता के बाद इन मसलों को सुलझाने में कारगर होगी। मोदी ने मेडिसन स्क्वायर गार्डेन में अमेरिका में रह रहे भारतीयों को भारत के उत्थान में योगदान देने का न्योता तो दिया ही अमेरिकी उद्यमियों को भी मेक इन इंडिया अभियान को सफल बनाने की बात कहीं है। जबकि भारतीय उद्यमियों को पहले ही कह चुके हैं कि भारत को मैन्युफैक्चरिंग का गढ़ बनाएं। मोदी का मानना है कि दुनिया का सर्वाधिक ताकतवर वहीं हो सकता है जिसमें नेतृत्व क्षमता हो। उन्हें इस बात का गर्व है कि भारत नौजवानों का देश है और सवा सौ अरब लोगों में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता भी। वह 21वीं सदी को भारत भारत की सदी बनाने के लिए अभी से जुटे है वह भी पूरी निष्ठा व ईमानदारीपूर्वक। उनका मानना है कि यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो 2020 तक भारत पूरी दुनिया को वर्क सप्लाई देने योग्य हो जायेगा। 

भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां पुरानी सभ्यता और विश्व की युवा आबादी के रुप में सुमार है। मोदी ने थी्र डी का जिक्र करते हुए कहा कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र है यही हमारी सबसे बड़ी ताकत व पूंजी है। युवा शक्ति से बड़ी संपदा और क्या हो सकती है। सवा अरब लोगों का हमारा देश है जिसकी पूरी दुनिया को मांग है। उनका सपना है कि देश के हर परिवार में शौचालय हो और वर्ष 2022 तक देश में कोई परिवार ऐसा न हो जिसके पास खुद का अपना घर न हो। उनका दावा है कि सबकुछ इसी तरह चलता रहा तो उनका सपना जरुर पूरा होगा। क्योंकि यही छोटी-छोटी बातें भारत की तकदीर बदलने वाली है। मतलब मोदी का पूरा ध्यान आर्थिक गतिविधि के विकास पर है। चाहे वह कृषि हो, विनिर्माण या सेवा क्षेत्र हो। स्वास्थ्य अर्थव्यवस्था के लिए कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र तीनों का विकास एकसाथ होना जरुरी है। जिसके लिए वह प्रयासरत है। क्योंकि वह जानते है कि सेवा क्षेत्र में पर्यटन की भारी संभावनाएं है और इससे हर कोई कमाता है। मोदी का मानना है कि यह दौर आर्थिक विकास का है। बेहतर जिंदगी हर आदमी की हसरत है। इसलिए सबसे ज्यादा जरुरत इस बात का है कि देशों का राजनीतिक नेतृत्व सच्चे मन से हो। शायद इसीलिए वह देशों से बेहतर संबंध बनाने को अपने एजेंडे में सबसे उपर रखा है। आज अमेरिकी कंपनियों के पास निवेश के लायक 20.5 खरब डॉलर की पूंजी है। यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद से कहीं ज्यादा है। भारत इस रकम का कुछ हिस्सा बुनियादी ढांचे के विकास, स्मार्ट सिटी के निर्माण, रक्षा उद्योग, परमाणु और सौर ऊर्जा आदि के क्षेत्रों में निवेश के रूप में पा सकता है। लेकिन मोदी की असली चुनौती अमेरिकी कारोबारियों का विश्वास जीतने की है, जो भारत की नीतिगत पंगुता से निराश हैं। 








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सुरेश गांधी 

तत्काल का टिकट महंगा हुआ, लगेगा प्रीमियम चार्ज

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पहले ही महंगाई की मार झेल रहे लोगों के लिए रेलवे ने एक और झटका दिया है। हाल ही में रेल किराये में बढ़ोतरी के बाद अब तत्काल टिकट भी महंगा हो जाएगा। न्यूज चैनलों में आ रही खबर के मुताबिक, रेलवे ने 1 अक्टूबर से तत्काल कोटे के 50 फीसदी टिकटों पर प्रीमियम चार्ज लगा दिया है।

इस योजना के तहत तत्काल कोटे के 50 फीसदी टिकटों पर सामान्य किराया लगेगा। बाकी टिकट बढ़ती हुई दरों पर बेचे जाएंगे। 50 फीसदी के बाद आने वाली 10 फीसदी सीटों पर 20 प्रतिशत बढ़ा हुआ किराया लगेगा। इसी तरह आगे भी टिकटों पर प्रीमियम चार्ज लगाया जाएगा। इन 50 फीसदी टिकटों को प्रीमियम तत्काल टिकट के नाम से जाना जाएगा।

भाजपा-शिव सेना मेें तलाक का कारण शरद पवार : राज ठाकरे

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एमएनएस प्रमुख राज ठाकरेने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले 25 साल पुराने शिवसेना-बीजेपीगठबंधन में दरार के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवारको जिम्मेदार ठहराया है। ठाकरे ने आरोप लगाया कि पवार ने बीजेपी के एक सीनियर नेता से कहा कि आप शिवसेना के साथ गठबंधनतोड़ लीजिए और हम आपका समर्थन करेंगे।

शहर के पश्चिमी हिस्से में बुधवार रात एमएनएस समर्थकों की एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकरे ने दावा किया कि उनके एक भरोसेमंद करीबी ने यह बातचीत सुनी थी जिसकी पुष्टि उनसे एक पत्रकार दोस्त ने की। उन्होंने नाटकीय घटनाक्रम के बाद दोनों समूहों में दरार के लिए चारों दलों- कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी और शिवसेना का मजाक उड़ाया और राज्य में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार 15 साल से सत्ता में थी सिर्फ और सिर्फ इसलिए कि विपक्ष बिल्कुल खामोश रहा। एमएनएस प्रमुख ने जोर देकर कहा, 'हमें सत्ता दिलाइये, मैं आपको दिखाऊंगा कि विकास क्या होता है। एमएनएस राज्य में पहला ऐसा दल है जो विकास के खाके के साथ आया है।'एमएनएस प्रमुख ने कहा कि अगर वह राज्य के लोगों की आकांक्षा को पूरा करने और विकास करने में नाकाम रहते हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे।

मोदी के खिलाफ कांग्रेस से गठबंधन को मरांडी तैयार

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झारखंडके पूर्व मुख्यमंत्रीऔर झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडीबीजेपी के खिलाफ बनने वाले महागठबंधनमें शामिल होने को तैयार हैं। मरांडी ने गुरुवार को दो टूक शब्दों में कहा है कि विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वह अलायंस में शामिल हो सकते हैं, बशर्ते पहले यह तय कर लिया जाए कि इसका नेतृत्व किसके हाथ में होगा?

मरांडी ने कहा कि महागठबंधन से निश्चित रूप से धर्मनिरपेक्षवोटों का बंटवारा रोकने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि जो भी महागठबंधन बने, वह स्थायी हो और चुनाव के बाद उसमें नेतृत्व को लेकर संघर्ष न हो। झारखंड में सत्ता के लालच और मुख्यमंत्री बनने की होड़ में कई सरकारें गिर चुकी हैं। लिहाजा यह मुद्दा तय किए बिना महागठबंधन बनाकर चुनाव में जाने से जनता का विश्वास नहीं जीता नहीं जा सकता।

इससे पहले यहां 22 सितंबर को कांग्रेस ने राज्य में अपने प्रभारी बी. के. हरि प्रसाद की उपस्थिति में वरिष्ठ नेताओं की बैठक में फैसला किया था कि वह झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव बिहार की तर्ज पर झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी के अलावा जेडीयू के साथ महागठबंधन बनाकर लड़ेगी, ताकि बीजेपी के सत्ता में वापसी के सपने को चकनाचूर किया जा सके।

झारखंड के कांग्रेस प्रभारी बी. के. हरिप्रसाद ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की गहन बैठक के बाद घोषणा की थी कि सहयोगी दलों में भी इस बात पर सहमति बनी है कि हर हाल में राज्य में बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना है। इस बीच राहुल गांधी की मौजूदगी में बुधवार को राज्य में महागठबंधन बनाने के मुद्दे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में मंत्रणा हुई।

अकेले सरकार देश को स्वच्छ नहीं बना सकती: प्रणब मुखर्जी

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सभी भारतीयों से स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होने का आह्वान करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा सरकार लोगों की भागीदारी के बिना इस काम को अकेले पूरा नहीं कर सकती। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत करते हुए मुखर्जी ने लोगों का आह्वान किया कि वे भारत को स्वच्छ बनाने के आह्वान में शामिल हों क्योंकि सरकार निरक्षरता को दूर करने, स्वच्छता लाने, पर्यावरण को हरित बनाने तथा पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संतुलन को कायम रखने जैसे कार्यों को अकेले पूरा नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा कि इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए समाज के जिम्मेदार एवं बड़े तबके को सरकार के साथ आने की जरुरत है। सफाई के महत्व का उल्लेख करते हुए मुखर्जी ने कहा कि शिव चंद्र स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने एक सबक याद किया था कि जो व्यक्ति अपने घर और आसपास को साफ रखता है वह अपने खुद के गांव को खूबसूरत बनाता है।

राष्ट्रपति ने वियतनाम और क्यूबा का जिक्र किया जहां लोगों की भागीदारी से निरक्षता को खत्म करने और स्वच्छता जैसे सामाजिक लक्ष्यों को हासिल करने में काफी योगदान मिला। उन्होंने कहा कि अगर गैर सरकारी प्रयास सरकार के प्रयास के साथ नहीं जुड़ते तो हम ज्यादा प्रगति नहीं कर पाएंगे।

कश्मीर का मुद्दा जनमत-संग्रह से हो समाधान : पाकिस्तान

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भारत को उकसाते हुए पाकिस्तान ने आज जोर देकर कहा कि कश्मीर एक ‘कानूनी मुद्दा’ है और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक जनमत-संग्रह के जरिए इसका समाधान किया जाना चाहिए। यहां साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में विदेश कार्यालय की प्रवक्ता तस्नीम असलम ने यह भी साफ किया कि भारत-पाक वार्ता कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का विकल्प नहीं है। संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव कश्मीर में जनमत-संग्रह की वकालत करता है। असलम ने कहा, ‘कश्मीर एक कानूनी मुद्दा भी है और इसकी कानूनी स्थिति मांग करती है कि विवाद का समाधान कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के मुताबिक जनमत-संग्रह के जरिए किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हुआ शिमला समझौता संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को निष्प्रभावी नहीं बनाता।

असलम ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा था कि संयुक्त राष्ट्र ने छह दशक से भी ज्यादा समय पहले जम्मू-कश्मीर में जनमत-संग्रह कराने का प्रस्ताव पारित किया था। शरीफ ने कहा था, ‘जम्मू-कश्मीर के लोग उस वादे के पूरे होने का अब भी इंतजार कर रहे हैं।’भारत ने यह कहते हुए शरीफ के बयान को खारिज कर दिया था कि राज्य के लोगों ने सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत लोकतांत्रिक सिद्धांतों के मुताबिक शांतिपूर्ण तरीके से अपनी किस्मत चुनी है । आज के संवाददाता सम्मेलन में असलम ने यह भी दावा किया कि सियाचिन मुद्दे के समाधान, सियाचिन के विसैन्यीकरण सहित इसे शांति पार्क घोषित करने के पाकिस्तान के प्रस्तावों पर भारत ने कभी भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया ।

विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि सियाचिन मुद्दे के समाधान के प्रति भारत की नीति ‘लचीली नहीं रही’ है। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने दावा किया था कि पाकिस्तान और भारत उनके शासनकाल में सियाचिन पर एक करार करने के करीब थे। असलम ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को क्षेत्र में सतत शांति के लिए बातचीत बहाल करनी होगी।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सिद्धारामैया ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर गुरुवार को दुनिया की सबसे ऊंची बापू की ध्यानावस्थित प्रतिमा का अनावरण किया। विधान परिषद के सभापति डीएच शंकरमूर्ति ने दावा किया कि इस मूर्ति का घेरा 13 फुट में है और 27 फुट लंबी है।

यह प्रतिमा विधान सौध और मिनी विधान सौध के बीच में स्थापित की गई है। इस मौके पर सिद्धारामैया ने कहा कि राष्ट्रपिता दुनिया में केवल एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई। स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस भी उनके साथ रही थी। उन्होंने कहा कि बापू सांप्रदायिक तत्वों का विरोध करते थे, लेकिन इन्हीं के कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।

विशेष आलेख : बुंदेलखंड में तालाब क्रांति

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सितम्बर माह की शुरुआत में हमारे देश के एक राज्य, जम्मू कश्मीर ने तबाही का वह मंजर देखा ज¨ पिछले 60 साल¨ं में किसी भी पीढ़ी ने नहीं देखा था। घर के घर बर्बाद ह¨ गए, ल¨ग¨ं की जीवन भर की जमा-पूंजी उनकी आंख¨ं के सामने मिट्टी में मिल गई। किसी ने अपनी आंख¨ं के आगे अपना बेटा ख¨या त¨ किसी ने अपना पति। सार्वजनकि सम्पŸिायां ताश के पŸा¨ं की तरह ढेर ह¨ गईं। इस सारी तबाही के पीछे एक वजह थी-पानी।  बाढ़ की वजह से जम्मू एवं कष्मीर में होने वाली मौतों का आंकड़ा तकरीबन 3 सौ के पास पहुंच गया है। इसके अलावा हज़ारों लोग घर से बेघर हुए और न जाने कितनों ने अपनी आजीविका के साधन खो दिए। जहां एक तरफ देश के एक हिस्से में यह पानी ल¨ग¨ं के लिए म©त का फरमान बन गया था वहीं उŸार प्रदेश के बुंदेलखण्ड क्षेत्र के निवासिय¨ं के लिए इसी पानी की कमी एक बहुत बड़ा संकट बन के खड़ा ह¨ गया है-उनके अस्तित्व का संकट। 

बुदेलखंड में पानी की कमी के लिए दबे पांव मौन क्रांति हो रही है और यह है तालाब क्रांति। इस इलाके में पानी की कमी और सूखा कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस संकट को जलवायु परिवर्तन ने और बढ़ा दिया है। अब सूखा कोई एक साल की बात नहीं है, यह स्थाई हो गया है। इससे निजात पाने के लिए राज, समाज और मीडिया ने साझा अभियान छेड़ दिया है। पिछले दो साल में यहां 400 से ज्यादा तालाब बन चुके हैं जिसका फौरी परिणाम यह हुआ है कि लोगों के सूखे खेत हरे भरे हो गए हैं। 
             
हाल ही मुझे उत्तर प्रदेष के महोबा में किसानों से मिलने और उनके तालाब देखने का मौका मिला। यहां कजली मेला में किसानों के सम्मान में भव्य कार्यक्रम था। 13 अगस्त को सैकड़ों की तादाद में किसान यहां एकत्रित हुए थे। ‘‘अपना तालाब अभियान किसान महोत्सव’’ का आयोजन महोबा संरक्षण एवं विकास समिति, नगर पालिका परिषद और ‘‘अपना तालाब अभियान’’ ने किया था। इस महोत्सव में आए कई किसानों ने न केवल अपने खेतों में तालाब का निर्माण किया है बल्कि उन्होंने महोत्सव में आए दूसरे किसानों को तालाब के फायदे बताते हुए उन्हें अपने खेतों में तालाब बनाने के लिए प्रेरित किया। कजली मेला में किसानों को जल प्रहरी सम्मान से नवाजा गया। दूसरे दिन मैं बरबई, काकुन और चरखारी गांवों में तालाब देखने और किसानों से मिलने गया। इस इलाके में हाल के वर्षों में पानी की इतनी कमी हो गई थी कि सरकार ने महोबा जिले के सभी विकासखंडों को डार्क जोन घोषित कर दिया था। डार्क जोन का मतलब है कि जितना पानी जमीन में जा रहा है उससे कई गुना निकाला जा रहा है यानी धरती रेगिस्तान बन रही है और पानी पाताल में चला गया है। लगातार सूखे और अकाल ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। यह संकट सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं रहा बल्कि इसकी वजह से लोगों को पीने और घर की ज़रूरतों के लिए पानी मिलना बंद हो गया। 

सूखे की वजह से लोग काम की तलाष में षहरों की ओर भागने लगे। गांव के गांव खाली होने लगे। गांवों में सिर्फ बुजुर्ग और कमजोर व्यक्ति ही बच गए। नए युवाओं की षहरों की ओर भगदड़ मच गई। वह पूरे साल खाने कमाने के लिए बाहर रहने लगे। देष के अन्य प्रांतों की भांति यहां भी किसान आत्महत्याओं की खबरें आने लगीं। मवेषी चारे और पानी के अभाव में दम तोड़ने लगे। अन्ना प्रथा यानी लोगों ने अपने मवेषियों को खुला छोड़ दिया क्योंकि चारे व पानी की व्यवस्था वह नहीं कर सकते थे। सैकड़ों गायों ने अपना बसेरा सड़कों पर बना लिया। इनमें कई सड़क दुर्घटना में मारी जाती हैं और कई चारे और पानी के अभाव में कमजोर होकर मर रही हैं। किसानों के लिए यह परेषानी का सबब बनी हुई हैं क्योंकि उनकी फसलों को मवेषियों का झुंड चट कर जाता है।  
                
सवाल उठता है कि आखिर पानी कहां गया? पानी के मामले में हमारा देष अमीर था। जंगल लगातार कटते जा रहे हैं। बुंदेलखंड में अच्छा जंगल हुआ करता था। जंगल पानी को स्पंज की तरह सोखकर रखते थे। मगर अब जंगल नहीं रहे तो पानी भी नहीं रहा। एक बड़ा कारण बारिष का कम होना भी है। वर्षा के औसत दिन कम हो गए हैं। रिमझिम बारिष कम हो गई जिससे अब धरती का पेट नहीं भरता। इस सब के विपरीत पानी का नलकूपों, मोटर पंपों और हैंडपंपों के जरिये अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है। जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। साठ के दषक में हरित क्रांति से देष की सम्पन्नता का सपना देखा गया था। कुछ हद तक हमने सफलता पाई भी। लेकिन आज हरित क्रांति के कारण कई और समस्याएं सामने आ गई हैं। रासायनिक खादों के अत्यधिक इस्तेमाल से हमारे खेतों की मिट्टी जवाब देने लगी है। भू सतह का पानी जहरीला हो गया है। खाद्यान्न जहरीले होते जा रहे हैं। खेती की लागत बढ़ रही है, उपज लगातार घट रही है। लिहाजा अन्नदाता किसान कर्ज केे बोझ से दबकर अपनी जान देने को मजबूर हैं।  
           
तालाब सूख रहे हैं, नदियां दम तोड़ रही हैं। साथ ही पहाड़ों को खोदा जा रहा है। पहाड़ों को खोदकर गिट्टी बनाने के लिए बड़ीबड़ी मषीनों का उपयोग किया जा रहा है जिससे धूल की धुंध हमेषा छाई रहती है। इन सबका जनजीवन और पर्यावरण पर उलटा असर पड़ रहा है। बरबई के किसान बृजपाल बताते हैं कि विस्फोट करके पहाड़ों को तोड़ा जा रहा है। पहाड़ों की उंचाई 5 सौ फुट तक नीचे पहुंच गई है। वातावरण में गरमी बढ़ी है और धूल से लोग परेषान हैं। फसलें भी नहीं हो पा रही हैं। 
               
पानी के गहराते संकट को देखते हुए लोगों को फिर से तालाब याद आ रहे हैं। प्राचीन सभ्यताओं में पानी की कीमत समझी जाती थी। परंपरागत ढांचों, स्र¨त¨ं ें को समाज की सम्पत्ति माना जाता था। उस वक्त के लोग समाज के लिए उपयोगी चीज़ो की चिंता करते थे उसका रखरखाव रखते थे। देष में ऐसी कई पानीदार परंपराएं हैं। राजस्थान में पानी बचाने की समृद्ध परंपरा तो है ही। मध्यप्रदेष के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में भी आज भी तालाब की संस्कृति इसकी मिसाल है। बुंदेलखंड में तालाब की समृद्ध संस्कृति रही है। चंदेल और बुंदेल राजाओं ने अपने समय में सैकड़ों तालाब बनवाए थेे। तालाबों की सौंदर्य छटा तो निराली थी ही, साथ में वह जीवनोपयोगी भी थे। इससे सैकड़ों परिवार की रोजी-रोटी भी जुड़ी थी। महोबा के चरखारी में ही करीब डेढ दर्जन तालाब हैं। इसकी एक अलग पहचान है। इनमें सिंघाडा, कमलगट्टा  और मछली पालन होता है। लेकिन यह 2007 में सूखने लगे तो लोगों को उनकी उपयोगिता समझ आई और यहीं से इनकी देखरेख और मरम्मत का सिलसिला षुरू हुआ। 
           
इस अभियान में महोबा के जिलाधिकारी और कृषि विभाग के अफसरों ने खुले दिल से सहयोग दिया। जिलाधिकारी ने यह तय किया कि जो किसान अपने खेत में तालाब बनाएंगे वह उसका खुद उद्घाटन करेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता और इंडिया वाटर पोर्टल हिन्दी के कार्यकर्ताओं ने गांव गांव जाकर किसानों के साथ बातचीत की। धीरे-धीरे माहौल बदलने लगा और देखते ही देखते सैकड़ों किसानों ने अपने खेत में तालाब बनवा लिए। पिछले दो सालों में करीब 400 तालाब बन गए हैं और यह सिलसिला जारी है। 
          
अगर आपके पास कम पानी है या बिल्कुल पानी नहीं है तो आपको खेतों में ऐसे देसी बीज लगाने होंगे जिनमें प्रतिकूल परिस्थितियों में अपने आपको जिंदा रखने की क्षमता हो। तालाब जैसे और दूसरे पानी के परंपरागत स्त्रोतों को दोबारा खड़ा करना होगा। हमें टिकाऊ और पर्यावरण के संरक्षण वाली खेती की ओर लौटना होगा तभी हम सूखा और बदलते जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकेंगे। बहरहाल, बुंदेलखंड में तालाब संस्कृति का फिर से पुनजीर्वित होना, सराहनीय होने के साथ अनुकरणीय भी है। 







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बाबा मायाराम
(चरखा फीचर्स)

सरिता देवी ने बिना शर्त माफी मांगी

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अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने कहा है कि प्रतिबंध की संभावना का सामना कर रही भारतीय मुक्केबाज एल सरिता देवी ने एशियाई खेलों के पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने के लिए आज बिना शर्त माफी मांगी। एआईबीए ने यहां बयान जारी करके कहा कि भारतीय मुक्केबाज को अपनी इस हरकत पर खेद है। एआईबीए ने बयान में कहा, इंचियोन एशियाई खेल 2014 में भारतीय मिशन प्रमुख आदिले जे सुमारिवाला ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष डा़ चिंग कुओ वू को 17वें एशियाई खेलों के पदक वितरण समारोह में कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने वाली महिला मुक्केबाज सरिता लैशराम देवी (57 से 60 किग्रा) का माफीनामा भेजा है।

इसमें कहा गया, सरिता ने कल समारोह में भावनाओं में बहने के लिए बिना शर्त माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है मुझे खेद है और माफी मांगती हूं। भविष्य में कभी दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी। सरिता ने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की जिना पार्क के खिलाफ विवादास्पद हार के बाद पदक वितरण समारोह के दौरान कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। एआईबीए ने सरिता की इस हरकत पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि यह पूरी घटना मुक्केबाज और उसकी टीम द्वारा काफी अच्छी जगह बनाई गई योजना का हिस्सा है और यह खेदजनक है कि मुक्केबाज ने प्रतियोगिता में जो हुआ उसके बाद पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया।

कल एशियाई ओलंपिक परिषद की सुनवाई के बाद सरिता के पदक को बहाल कर दिया गया। सुनवाई में भारतीय दल ने घटना पर खेद जताया। एआईबीए ने कहा कि एशियाई खेलों में भारतीय दल प्रमुख सुमारिवाला ने दावा किया था कि यह घटना पूर्व नियोजित नहीं थी।
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