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अभिव्यक्ति की आज़ादी के साथ असंवैधानिक खिलवाड़ की कठोर शब्दों में भर्त्सना

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फॉरवर्ड प्रेस पत्रिका के नेहरु प्लेस स्थित दफ़्तर पर दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा 9 अक्टूबर को छापा मार कर चार कर्मचारियों की गिरफ़्तारी और अगले दिन, 10 अक्टूबर को विभिन्न विक्रेताओं के यहाँ से उक्त पत्रिका की प्रतियों की ज़ब्ती बेहद चिंताजनक और निंदनीय घटनाक्रम है. पुलिस के पास अपनी इस कार्रवाई के लिए कोई अदालती आदेश या सक्षम प्राधिकारी का आदेश नहीं था. बताया जाता है कि यह कार्रवाई वसंत कुञ्ज पुलिस थाने में दर्ज की गयी एक शिकायत के आधार पर की गयी है. पत्रिका का यह अंक बहुजन-श्रमण परम्परा पर केन्द्रित है. दुर्गा के हाथों असुर जाति के राजा महिषासुर के वध की पौराणिक कथा को आर्य-अनार्य संघर्ष की एक कड़ी के रूप में चिन्हित करते हुए इसे महिष की शहादत के तौर पर व्याख्यायित करने वाले लेख इस अंक में हैं. यह हिन्दुत्ववादियों की नाराजगी का सबब हो सकता है, जिन्होंने पहले भी ऐसे मुद्दों पर आस्था को आहत करने का नुक्ता उठा कर हंगामे किये हैं. 9 अक्टूबर की शाम को जे एन यू में महिषासुर शहादत दिवस मनाये जाने के मौक़े पर भी आर एस एस के छात्र मोर्चे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने उत्पात मचाया. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और ए बी वी पी का उत्पात, दोनों एक ही श्रृंखला की कड़ियाँ हैं. हम इसे केंद्र में भाजपा के आने के बाद प्रतिक्रियावादी, साम्प्रदायिक-फ़ासीवादी ताक़तों के बुलंद होते हौसले और पुलिस-प्रशासन के स्तर पर उन्हें उपलब्ध कराई जा रही सहूलियतों के ख़तरनाक उदाहरण के रूप में देखते हैं.

जनवादी लेखक संघ उक्त पत्रिका पर बिना अदालती आदेश के की गयी इस कार्रवाई और अभिव्यक्ति की आज़ादी के साथ ऐसे असंवैधानिक खिलवाड़ की कठोर शब्दों में भर्त्सना करता है. जनेवि में महिषासुर शहादत दिवस के मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के उत्पात की भी हम निंदा करते हैं. कार्रवाई, दरअसल, उन उपद्रवियों के ख़िलाफ़ होनी चाहिए जो असहमतियों को लोकतांत्रिक मर्यादा के भीतर रह कर व्यक्त करना नहीं जानते. असहमतियों की अभिव्यक्ति के इन लोकतंत्र-विरोधी तौर-तरीक़ों को भाजपा के शासन में जिस तरह खुली छूट मिल रही है, वह चिंताजनक है. भाजपा नेता सुब्रमन्यम स्वामी का तीन दिन पहले दिया गया यह बयान कि बिपन चन्द्र और रोमिला थापर जैसे इतिहासकारों की किताबें जला देनी चाहिए, ऐसे ही तौर-तरीक़ों का एक नमूना है.

जनवादी लेखक संघ इस प्रवृत्ति के भर्त्सना करते हुए सभी धर्मनिरपेक्ष और जम्हूरियतपसंद लोगों से इसके ख़िलाफ़ एकजुट होने की अपील करता है. हम सरकार से यह मांग करते हैं कि फॉरवर्ड प्रेस की अभिव्यक्ति की आज़ादी सुनिश्चित करे, उस पर हुए ग़ैरकानूनी पुलिसिया हमले की सख्ती से जांच हो, उसे अंजाम देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और जनेवि में महिषासुर शहादत दिवस के मौक़े पर तोड़-फोड़ करनेवाले तत्वों के ख़िलाफ़ भी क़ानूनी कार्रवाई की जाए. 


विशेष आलेख : आधुनिकता से लैस होगा कारपेट इंडस्ट्री

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  • प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर इंडस्ट्री में चार चांद लगाने की तैयारी शुरु 
  • वाराणसी में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कारपेट एक्स्पो मेले में वस्त्र मंत्रलय (भारत सरकार) के सचिव डा. संजय कुमार पाण्डा ने दिए संकेत 
  • शीघ्र ही वाराणसी में ट्रेड फैसिलिटी सेंटर खुलेगा, मेले में 56 देशों के विदेशी ग्राहकों ने की शिरकत 
  • सीईपीसी ने की तकरीबन 400 करोड़ के कारोबार होने का दावा 

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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका कारपेट इंडस्ट्री को अब दुनिया के हर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने की तैयारी है। यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत होगा। प्रधानमंत्री के ही पहल पर इसे अंतिम रुप दिया जा रहा है। इसके संकेत वस्त्र मंत्रलय (भारत सरकार) के सचिव डा. संजय कुमार पाण्डा ने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रांगण में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद की ओर से चार दिवसीय आयोजित मेला ‘इंडिया कार्पेट एक्सपो-2014’ के उद्घाटनोंपरांत दी। कहा, कारपेट इंडस्ट्री को स्पीड, स्कील और स्केल (थ्री एस) की तर्ज पर विकसित करने की पहल शुरु हो गयी है। शीघ्र ही इसे अमली-जामा पहनाया जायेगा। इसके लिए नेशनल मैन्युफैक्चरिंग काउंसिन बनाई गयी है, जो इंडस्ट्री को नयी-नयी आधुनिक तकनीकी से जोड़ने के साथ ही अधिक से अधिक उत्पादन और इक्सपोर्ट वृद्धि का काम करेगी। यह काउंसिल निर्यातक व बुनकरों के बीच मौजूद होकर उनकी हर जरुरत व खामियों को समझ कर न सिर्फ दूर होगी करेगी बल्कि उसी के तहत इंडस्ट्री का विकास भी करेगी। 

मेले में मौजूद कालीन निर्यातकों-निर्माताओं व विदेशी खरीदारों के बीच श्री पांडा ने कहा कि कालीन निर्यात बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खास जोर है। वाराणसी में लगा कालीन का यह महामेला लगातार 10 साल से इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। वाराणसी में ट्रेड फैसिलिटी सेंटर खोलने की काफी अर्से से मांग की जा रही है। इस बाबत जमीन की तलाश की जा रही है, उम्मीद है कि जल्द ही बनारस को ट्रेड सेंटर मिल जाएगा। इसके अलावा बुनकरों के लिए पांच हजार से अधिक ट्रेनिंग सेंटर खोले जायेंगे, ताकि उनका स्कील डेवलपमेंट हो सके। इसके बाद इस इंडस्ट्री को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जायेगा, जिससे उत्पादन में वृद्धि की जा सके। और जब उत्पादन बढ़ेगा तो निर्यात की भी संभावना बढ़ेगी, इसके लिए बड़े पैमाने पर न सिर्फ बाॅयर-निर्यातक मीट आयोजन के लिए बढ़ावा दिया जायेगा बल्कि कस्टमर की जरुरत और उनके हिसाब से सुविधाएं भी मुहैया कराया जायेगा। निर्यातकों की समस्याओं को दूर करने के साथ इक्सपोर्ट पाॅलिसी में बदलाव कर न सिर्फ लाइसेंस प्रक्रिया को सरल बनाया जायेगा बल्कि ड्रा बैक ड्यूटी को भी बढ़ाने के साथ ही कर संबंधित संकटों को भी दूर जायेगा। इंडस्ट्री में ऐसी नीति बनेगा कि बुनकरों का उत्पीड़न किसी भी दशा में न हो पाएं और उन्हें वाजिब मेहनताना भी मिल सकेगा। इसके अलावा निर्यातकों को ई-मार्केटिंग की सुविधा भी बढ़ाई जायेगी। कालीन निर्यात से मिलने वाले यूएस डॉलर में हर वर्ष वृद्धि हो रही है। आंकड़े बताते है कि वर्ष 2012-13 में जहां 1.08 मिलियन यूएस डॉलर की प्राप्ति हुई, वहीं वर्ष 2013-14 में 1.17 मिलियन यूएस डॉलर जबकि चालू वित्तीय वर्ष में 1.26 मिलियन यूएस डॉलर पाने का लक्ष्य रखा गया है। 

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वैसे भी 283 से अधिक निर्यातकों के लगे स्टालों पर कालीन की खूबसूरती देख 157 देशों के 400 से अधिक विदेशी ग्राहकों व उनके प्रतिनिधि निहाल हो गए, उनकी आंखें चमक उठी। सीईपीसी का दावा है कि इस चार दिवसीय मेले में तकरीबन 400 करोड़ के कारोबार होना पक्का है। कालीनों के बारे में पूछताछ के अलावा टैबलेट, मोबाइल आदि की सुविधा हो जाने से आयातक या उनके प्रतिनिधि स्टाॅल से ही कालीनों की फोटो भेजकर पसंद ना पसंद करा रहे है और आर्डर भी तत्काल बुकिंग कर रहे है। डा. संजय कुमार पाण्डा ने फेयर डायरेक्ट्री का विमोचन करने के बाद विभिन्न स्टालों पर प्रदर्शित कालीनों को देखा, और मीडिया से भी मुखातिब हुए। मेले में जहां महंगी, सस्ती, परंपरागत व आधुनिक डिजाइनर कालीनों के स्टाल पर देशी-विदेशी क्रेताओं की भीड़ रही वहीं रंगों के कोड स्टाल पर भी लोग जमे रहे। कार्पेट एक्सपो में नई दिल्ली के स्टाल पर सिल्कॉन सिल्क की तीस लाख कीमत वाली कालीन आकर्षण का केंद्र रही। इसमें बीस रंगों का प्रयोग है। इसकी डिमांड अमेरिका, जर्मनी आदि में ज्यादा है। 18 बाइ 20 फीट साइज की इस कालीन को दो कारीगरो ने चार साल में पूरा किया। इसका ताना-बाना दोनों में सिल्क का प्रयोग किया गया है। एक इंच में 676 गांठे हैं। विदेशी ग्राहकों व उनके प्रतिनिधियों की कालीन संबंधी पूछताछ से कालीन निर्माताओं व निर्यातकों के चेहरे खिले हुए थे। इस मौके पर वित्त मंत्रलय (भारत सरकार) ड्राबैक कमेटी के चेयरमैन डा. सुमित्रो चैधरी, कमेटी के सदस्य जीके पिल्लई, परिषद के चेयरमैन कुलदीप राज वाटल, पूर्व चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शिवकुमार गुप्त, लगातार छठी बार सदस्य चुने गए उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना, वीके सिन्हा,  इस्तियाक खान, भरत मौर्या, ओंकारनाथ मिश्र बच्चा आदि मौजूद थे। 





(सुरेश गांधी)

हुदहुद चक्रवात ने पकड़ी तेजी, आंध्र, ओड़िशा तट पर पहुंचेगा रविवार को

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हुदहुद चक्रवात के कल आंध्र प्रदेश और ओड़िशा तटों पर पहुंचने की उम्मीद है और इस दौरान 195 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं। इन दोनों राज्यों के अधिकारियों ने आज दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के कल दोपहर तक विशाखापट्टनम पहुंचने की आशंका है। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश के पांच तटवर्ती जिलों से 1.11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने 5,14,725 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रबंध किया है। सेना एवं नौसेना ने अपने कर्मियों को राहत एवं बचाव अभियानों के लिए तैयार रहने को कहा है। ओड़िशा में राज्य सरकार ने आज चक्रवात की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया। इसी बीच इन मार्गों की दो उड़ानों एवं 39 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।

विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने बताया, 'आठ जिलों कोरापुट, मलकानगिरी, नवरंगपुर, रायगढ़ा, गजपति, गंजाम, कालाहांडी एवं कंधमाल के जिलाधीश लोगों को संवेदनशील स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।'भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात की गति कल तड़के 195 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।

राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन ने ललित मोदी को अध्यक्ष पद से हटाया

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राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन (आरसीए) ने शनिवार को आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी को अध्यक्ष पद से हटा दिया। आरसीए ने यह कदम बीसीसीआई के साथ चल रही तनातनी को खत्म करने के उद्देश्य से उठाया है। ललित मोदी को हटाने का फैसला वोटिंग के आधार पर किया जिसमें आरसीए के 33 जिलों में से 23 ने मोदी के खिलाफ वोट दिया। आरसीए के उपाध्यक्ष अमीन पठान को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। ललित मोदी के तीन समर्थकों को भी आरसीए से हटा दिया गया है। 

इस साल मई में मोदी को आरसीए का अध्यक्ष चुने जाने के थोड़ी देर बाद ही बीसीसीआई ने आरसीए को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया था और उसके क्रिकेट का कामकाज देखने के लिए एक ऐड-हॉक बॉडी का गठन किया था। आरसीए को लिखे पत्र में बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने कहा था कि आरसीए को बोर्ड के संविधान की धारा 32.7 के तहत बैन किया गया है। यह निर्णय बीसीसीआई के तब के अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव द्वारा लिया गया था। 

बीसीसीआई के संविधान के अनुसार इससे संबंद्ध कोई भी संस्था जो इसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाए को सस्पेंड किया जा सकता है। ललित मोदी पर बीसीसीआई ने बैन लगाया है, हालांकि मोदी ने इस निर्णय के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है।

हांगकांग के प्रदर्शनों के पीछे अमेरिका का हाथ: चीन

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अमेरिका पर हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों को ‘चतुराई से नियंत्रित’ करने का आरोप लगाते हुए चीन ने शनिवार को दावा किया कि तिब्बती और शिनजियांग के अलगाववादी आंदोलनों से जुड़े एक अमेरिकी अधिकारी ने प्रदर्शनकारी नेताओं से मुलाकात की थी। सत्ताधारी ‘कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ के अखबार पीपुल्स डेली ऑनलाइन में मीडिया की खबरों के हवाले से लिखे गए एक आलेख में कहा गया है, ‘अमेरिका के नेशनल एंडाउमेंट फॉर डेमोक्रेसी ऑफ दि यूएस (एनईडी) की निदेशक लुईसा ग्रीव कुछ महीने पहले ही ‘ऑक्यूपाई सेंट्रल’ के प्रमुख लोगों से मिल रही थीं ताकि आंदोलन के बाबत बातचीत कर सकें।’ एनईडी की उपाध्यक्ष ग्रीव इसके एशिया, मध्य पूर्व एवं उत्तर अफ्रीका कार्यक्रमों की प्रभारी हैं ।

हांगकांग में हो रहे प्रदर्शनों में अमेरिका का हाथ बताते हुए आलेख में लिखा गया, ‘कई सालों से उनका नाम ‘तिब्बत की आजादी’, ‘पूर्वी तुरिस्तान’, ‘लोकतंत्र आंदोलन’ एवं चीनी मामलों को अस्थिर करने वाली अन्य ताकतों और चीनी सरकार में दखलंदाजी से जुड़ी खबरों में लिया जा रहा था।’ आलेख के मुताबिक, ग्रीव ‘अरब क्रांति’ और अन्य क्षेत्रों की ‘रंग क्रांतियों’ के बाबत आयोजित सम्मेलनों की मेजबानी भी करती रही हैं और ऐसे सम्मेलनों में हिस्सा भी लेती रही हैं।

अखबार ने आलेख में कहा है, ‘अमेरिका जिस तरह चीन विरोधी ताकतों के पीछे अपना हाथ होने की बात को कभी स्वीकार नहीं करता, ठीक उसी तरह यह भी नहीं मानेगा कि बड़ी चतुराई से वह ‘ऑक्यूपाई सेंट्रल’ आंदोलन को नियंत्रित कर रहा है।’ आलेख में कहा गया कि अमेरिका ‘लोकतंत्र’, ‘स्वतंत्रता’, ‘मानवाधिकार’ और ‘अन्य मूल्यों’ जैसे शब्दों की आड़ में ऐसी गतिविधियों को सही ठहराता है।

आर आर पाटिल का बलात्कार पर विवादित बयान

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अक्सर अपनी बदजुबानी को लेकर राजनेता सुर्खियों में छाए रहते हैं. नया मामला महाराष्ट्र का है. महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता आर आर पाटिल ने आज रेप पर एक विवादास्पद बयान देकर नया बखेड़ा कर दिया है. महाराष्ट्र के सांगली में एक चुनावी जनसभा में पाटिल ने कहा कि एमएनएस उम्मीदवार सुधाकर खाडे को अगर रेप करना ही था तो उसे चुनाव के बाद करना चाहिए था.

पाटील ने कहा कि खाडे के समर्थक मेरे पास आए और मुझे उनका समर्थन करने को कहा, मैंने उनसे पूछा उसने ऐसा क्या किया? तो उन्होंने कहा कि वह रेप के आरोप में जेल में बंद है. इस पर मैंने कहा कि यदि वह विधायक बनना चाहता है तो रेप चुनाव के बाद करना चाहिए था. गौरतलब है कि राज्य में 15 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर सभी दल चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटे हुए हैं. पाटिल पहले भी रेप को लेकर अपने विवादास्पद बयान के कारण सुर्खियों में रहे हैं.

दुर्गाशक्ति नागपाल के पति अभिषेक सिंह सस्पेंड

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नोएडा में अवैध अतिक्रमण का विरोध करने की वजह से चर्चा में रही आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के पति को सस्पेंड कर दिया गया है। आईएएस अभिषेक सिंह को एक उम्रदारज अध्यापक के साथ छेड़छाड करने के मामले में सस्पेंड किया गया है। 

दरअसल, मथुरा के एसडीएम अभिषेक सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने ऑफिस में एक बुजुर्ग अध्यापक को बुलाकर किसी वजह से उसे मुर्गा बना दिया। एसडीएम के इस निंदनीय कार्य की रिपोर्ट जैसे ही मीडिया को पता चली तो वैसे ही यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तुरंत अभिषेक को सस्पेंड कर दिया है।

बताया गया है कि अभिषेक उसी दुर्गाशक्ति नागपाल के पति हैं जिन्हें यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने ही नोएडा में चल रहे अवैध अतिक्रमण का विरोध जताने पर सस्पेंड कर दिया था। मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई के विरूद्ध मीडिया ने जोरदार आलोचना व्यक्त की थी जिसके बाद दुर्गाशक्ति चर्चा में आई थीं।

पाक ने फिर तोड़ा सीजफायर, भारत की 4 चौकियों पर फायरिंग

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भारत-पाक सीमा पर करीब 24 घंटों की शांति के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी नापाक हरकत दोहराते हुए सीजफायर का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के केरन सेक्टर में भारतीय सीमा में फायरिंग की है। सीमा पर सीजफायर के लगातार उल्लंघन के बाद भारत की तरफ से गुरूवार को जो मुंहतोड जवाब दिए जाने का असर सिर्फ शुRवार को ही दिखा। 

रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सैनिक दोपहर सवा एक बजे से लगातार फायरिंग कर रहे हैं। 
पाक सैनिकों द्वारा की जा रही फायरिंग का बीएसएफ माकूल जवाब दे रही है। पाकिस्तान की ओर से पुंछ के केरन सेक्टर के सीमाई इलाके शाहपुर में फायरिंग की गई है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से भारतीय चौकियों पर अभी भी फायरिंग जारी है। बता दें कि गुरूवार-शुRवार रात से पाकिस्तान की ओर से सीमा पर फायरिंग बंद थी। नौ दिनों तक सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग भारत की तरफ से करारा जवाब मिलने के बाद शुक्रवार को बंद हो गई थी। गुरूवारत को पाक सैनिकों ने बीएसएफ की चार चौकियों को निशाना बनाकर फायरिंग की थी। 

शुक्रवार को इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सीमा पर शांति बनाए रखने की अपील की थी। इसी के साथ भारत से कहा था कि वह सीमा की संवेदनशीलता का सम्मान करें। जबकि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के अमरावती में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि पाकिस्तान को जवाब मिल चुका है, वह फिर दोबारा से ऎसी हिम्मत नहीं करेगा। लेकिन पाकिस्तान महज दो दिन में भारत की यह नसीहत भूल गया। इस हफ्ते फायरिंग में गई 8 जानें बता दें कि इस हफ्ते पाकिस्तान की ओर से की गई तेज फायरिंग में भारत के 8 लोगों की मौत हुई है जबकि 60 लोग घायल हुए हैं। भारत के सीमाई इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही यह फायरिंग अब तक का सबसे बडा सीजफायर उल्लंघन हैं। 

नेताजी के सहयोगी कैप्टन अब्बास अली का निधन

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नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के सहयोगी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कैप्टन अब्बास अली का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैप्टन अली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अली ने समाजवादी विचारधारा को भी मजबूत करने के लिये महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

अली के परिवार के सूत्रों के मुताबिक सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फौज (आईएनए) के जंगजू रहे इस वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी ने अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली। उनके परिवार में उनके बेटे पत्रकार कुरबान अली और दो बेटियां हैं। अली को किला रोड स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके अली वर्ष 1939 में ब्रिटिश इंडियन आर्मी में भर्ती हुए थे। लेकिन, जब नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने सशस्त्र क्रांति का बिगुल फूंका तो वह अंग्रेजी सेना की नौकरी छोड़कर आईएनए में शामिल हो गए। अंग्रेजी शासन में अली को मौत की सजा सुनायी गई थी। लेकिन, उस पर अमल से पहले ही मुल्क आजाद हो गया और उन्हें रिहा कर दिया गया। अली राम मनोहर लोहिया, आचार्य नरेन्द्र देव और जय प्रकाश नारायण जैसे समाजवादी नेताओं से प्रभावित होकर राजनीति में आ गए थे। वर्ष 1966 में उन्हें संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का राज्य महासचिव भी बनाया गया था।

देश में आपातकाल के दौरान इसका विरोध करने पर अली को जेल में भी डाल दिया गया था। बाद में वह राज्य विधान परिषद के सदस्य और जनता पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष भी बने। अली ने गत 15 अगस्त को अपने आखिरी सार्वजनिक कार्यक्रम में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जीवित होने या नहीं होने को लेकर बने रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाने की टीस जाहिर की थी।

इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस स्वतंत्रता सेनानी ने आजाद हिन्द फौज के माध्यम से देश को स्वतंत्र कराने के लिए जो संघर्ष किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि समाजवाद के प्रतीक राम मनोहर लोहिया के करीबी रहे कैप्टन अब्बास अली ने समाजवादी विचारधारा को मजबूत बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

जय जवान, जय किसान, जय जय पहलवान : राहुल गांधी

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी दगंल में कूद चुके हैं। राहुल कांग्रेस के लिए वोट मांग रहे हैं तो वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं गंवाते हैं। इस बीच हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए आए राहुल ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को विकास की नई बुलंदियों पर पहुंचाया है, जिसे आगे जारी रखने के लिए तीसरी बार जनता को कांग्रेस को सत्ता सौंपनी होगी।

राहुल ने नया स्लोगन दिया है। राहुल ने कहा कि अब हरियाणा को नया नारा दिया जाना चाहिए ‘जय जवान, जय किसान, जय पहलवान'। राहुल ने इस दौरान भाजपा पर हमला करते हुए भाजपा  पूंजीपतियों और उद्योगपतियों की पार्टी है जो देश-प्रदेश को इसी दिशा में लेकर जाना चाहती है। राहुल ने कहा कि इसका सीधा खामियाजा देश-प्रदेश के किसान, मजदूर, युवाओं और गरीबों को भुगतना पड़ेगा। इसकी स्पष्ट तस्वीर केंद्र सरकार के 100 दिन के कार्यकाल में देखी जा चुकी है। राहुल ने कहा कि अब हरियाणा को नया नारा दिया जाना चाहिए ‘जय जवान, जय किसान, जय पहलवान'। भाजपा एवं इनेलो हरियाणा में विकास न होने का झूठा प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हकीकत जनता के सामने है।

जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर रात में पाकिस्तान ने फिर शुरू की गोलीबारी

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जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो दिन की शांति के बाद अपनी हरकत से बाज न आने वाले पाकिस्तान ने शनिवार को लगातार दूसरी बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो दिन की शांति के बाद पाकिस्तान ने शनिवार को लगातार दूसरी बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए रात में सांबा जिले के रामगढ सेक्टर और आर एस पुरा के अरनिया की सीमाचौकियों पर मोर्टार से हमला किया. एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ रात साढे दस बजे गोलीबारी शुरू हो गयी. पाकिस्तान ने स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की और मोर्टार हमला किया जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड जवाब दिया.

इससे पहले आज अपराह्न एक बजे भी पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन करके पुंछ जिले में बनवात सेक्टर की अग्रिम सीमा चौकियों पर हमला किया था. सैन्य अधिकारी नेबताया कि इस हमले में कोई भी भारतीय नागरिक हताहत नहीं हुआ है. सीमा सुरक्षा बल.बीएसएफ के प्रमुख डी के पाठक ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से हो रही गोलाबारी में आज कोई हताहत नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि सीमा पर दो दिन से शांति बनी हुई थी और इससे पहले गुरुवार की रात आठ बजे के बाद पाकिस्तान की तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई. उन्होंने बताया कि बीएसएफ को पाकिस्तान की तरफ से हो रही गोलाबारी के जवाब में कोई ढील नहीं दी जानी चाहिए और स्थिति पर कडी निगाह रखी जानी आवश्यक है. श्री पाठक ने कहा कि भारतीय जवान सतर्क हैं और यदि पाकिस्तान नहीं मानता है तो उसका और करारा जवाब दिया जाएगा.

बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जम्मू जिले के अरनिया सेक्टर में शनिवार की रात अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तीन सीमा चौकियों पर रात आठ बजकर दस मिनट पर भी गोलीबारी की.’’उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और देर रात तक छोटे हथियारों से रूक-रूक कर गोलीबारी होती रही.

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिन में पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के बनावत सेक्टर में दोपहर एक बजे अग्रिम भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि शाहपुर, केरनी सेक्टर में संघर्षविराम उल्लंघन दोपहर बारह बजकर 40 मिनट पर शुरू हुआ. सीमा पर तैनात भारतीय रक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और अंतिम खबर मिलने तक देर रात तक भारी गोलीबारी जारी थी. अधिकारी ने बताया कि हमारे तरफ किसी की जान नहीं गई है.

लोहिया विशेष : बुराईयों से लड़ने का औजार है राजनीति: डॉ.लोहिया

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डॉ.लोहिया विलक्षण प्रतिभा के थे। वे न केवल 22 वर्ष की अवस्था में जर्मन भाषा में जर्मनी जाकर पी. एच. डी. की बड़ी उपाधि  ली बल्कि उनके पास ज्ञान का अगाघ भंडार था। उन्होंने महात्मा गांधी  के सिद्धांतों  का अमल किया, आगे बढ़ाया और समाज को नये विचारों से लैस करके नये समाजवाद की रचना की।उन्होंने अपनी प्रसि( पुस्तक ‘‘गांधी , मार्क्स  एवं समाजवाद’’ में अपने विचारों का तर्कपूर्ण और वैज्ञानिक व्याख्या की है। ये गांधी  और मार्क्स को मानते हुए समाजवाद को लोकतांत्रिक गरिमा प्रदान की है। 

जापान के समाजवादी नेता याशीकी होशनो ने 1957 में ठीक ही कहा था कि लोहिया गांधीवाद के विकसित उत्तराध्किारी है। महात्मा गांधी ने देश की आजादी के दिनों में जब कि डॉ.लोहिया जेल में बन्द थे तो एक पत्रा लोहिया जी के नाम लिखा था - ‘‘तुम बहादुर हो लेकिन बहादुर तो शेर भी होता है, तुम विद्वान हो लेकिन विद्वान तो वकील भी होता है। इस से परे तुम्हारा विशिष्ट गुण है, शील यानी चरित्रा में धरावाहिकता।’’ गांधी ने यह लिखा कि लोहिया के जेल में रहने से आज भारत की आत्मा कैद मै है। इस पत्रा से पता चलता है कि महात्मा गांधी को लोहिया जी के प्रति कितना प्रेम और विश्वास था।

डॉ.राममनोहर लोहिया 20वी शताब्दी के महान विचारक, चिन्तक एवं राजनीतिक के रूप जाने जाते हैं। इनकी तुलना अरस्तू, प्लेटो और सुकरात से की जाती है। उन्होने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण विश्व से गैरबरावरी और जुल्म के विरू( संघर्ष करने में अर्पित कर दिया। उनके पास अपना कहने के लिये केवल अपना देश था वे कहते थे कि - ‘‘आज मेरे पास कुछ नहीं है सिवाय इसके कि हिन्दुस्तान के साधरण और गरीब लोग सोचते है कि मै उनका आदमी हूँ।’’ 

डॉ. लोहिला अविवाहित थे। उन्हें रहने के लिये घर तक नही था। सम्पत्ति के नाम पर कहीं कुछ भी नहीं था। वे सदा सत्ताभागियो, सत्ता लोलुपों और वंशवाद और परिवार वाद के खिलापफ बोलते रहे। प्रधनमंत्राी जवाहर लाल के वंशवाद की भविष्यवाणी वे पहले ही कर चुके थे। वे जिस वंशवाद और परिवार वाद के खिलापफ थे वे आज की राजनीति में प्रायः आम बात हो गई है। डॉ.लोहिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिये किसानियां माल और करखानियों मालों में सांमजस्य बैठाने के लिये कहा था। 

आज किसानों द्वारा उत्पादित अनाजों की कीमत कम कर के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है तो दूसरा और करखनियों माल का दाम पूंजीपतियों और कार खाने के मालिक द्वारा मनमाना वसूला जाता है। उन्होंने कुछ करखनियां माल का दाम लागत और अन्य खर्चों के अलावा डेढ़ गुना से ज्यादा नहीं हो। दामों की इस असमानता से आज किसान लूटे जा रहे हैं और पूंजीपति मालोमाल हो रहे हैं। लोहिया इस वात को समझते थे कि देश की तरक्की और विकास के लिये किसान और मजदूर ही इस देश की रीढ़ है।

डॉ.लोहिया देश में एक रास्ट्रभाषा हिन्दी चले इसके प्रवल समर्पक थे। हिन्दी को देश को जोड़ने की एक करी मानते थे जो देश के वहु संख्यक लोग बोलते और जानते हैं। वे बंगला, मराठी, तेलगू, तमिल, कन्नड़ आदि भाषाओं के भी समर्थक थे, वे इन सभी भाषाओं के भी विकास और समृधि  पर जोर देते थे मगर देश की राष्ट्रभाषा हिन्दी को अंग्रेजी के मुकावले कभी पीछे नही देखना चाहते थे उनका कहना था जब चीन में चाइनीज, जर्मनी में जर्मन, रूस में रूसी एवं प्रफांस में प्रफैंच भाषाएं चलती है। और दो देश अपनी भाषाओं के द्वारा तरक्की की है तो हिन्दुस्तान अपनी राष्ट्रभाषा में देश को आगे क्यों नहीं बढ़ा सकता है। इन्होंने देश में समाजवादियों द्वारा नारा दिया था - ‘‘अंग्रेजी में काम न होगा फिर  से देश गुलाम नही होगा’’। ‘‘अंग्रेज यहाँ से चले गये, अंग्रेजी को भी जाना है।’’ 

डॉ. लोहिया खुद अंग्रेजी, प्रफैच, जर्मन आदि भाषा के बड़े विद्वान थे। पिफर भी देश के अन्दर वे हिन्दी में ही अपना भाषण करते थे। दक्षिण भारत के कुछ जगहों में इन्हें हिन्दी में भाषण करने के कारण इन पर पत्थर फेंके  गये और अंग्रेजी बोलने को कहा गया इन्होंने कहा तुमलोग जान से मार डालोगे पिफर भी वे अंग्रेजी में नहीं बोलगें, तो इतने बड़े कटट्र थे। 

हिन्दी के समर्थक थे डॉ. लोहिया। डॉ. लोहिया अंग्रेजी के तो इतने बड़े विद्वान थे कि एक बार वे अमेरिका में अंग्रेजी में भाषण कर रहे थे तो इनकी अंग्रेजी ज्ञान और उच्चारण को सुनकर एक अमरीकी विद्वान ने लिखा है कि जब मैं लोहिया का भाषण सुनरहा था तो आँख बन्द करलेने पर मुझे लगता था कि कोई अंग्रेज विद्वान बोल रहा है और आँख खोलने पर देखता था एक काला इंडियन बोल रहा है। तो ऐसे थे डॉ.  राममनोहर लोहिया अपनी राष्ट्रभाषा के पक्षधर ।

डॉ. लोहिया देश में सत्ता के विकेद्रीकरण के द्वारा ही लोकतंत्रा को मजबूत करना चाहते थे गरीब जनता तक लोकतंत्रा का लाभ पहुँचाना चाहते थे। इसलिये उन्होंने देश में चैखम्भा राज्य का सिद्धांत  दिया। ये चाहते थे केन्द्र केवल सत्ता पर एकाध्किार न रखकर सत्ता का विकेद्रीकरण करे जिसमें प्रान्त ;राज्यद्ध जिला और पंचायत को सत्ता का अध्किार मिले ये पंचायतों को अत्यध्कि मजबूत करना चाहते थे। वे  चाहते थे पंचायतों को अपनी योजना बनाने और ध्नप्राप्त करने का अध्किार हो। साथ ही पंचायतों को अपना पुलिस प्रशासन भी हो जो ग्राम साभादल के रूप में काम करेगा। इस विकेद्रीकरण को इन्होंने ‘‘चैखम्भा’’ राज्य कहा।

 चैखम्भा राज सही रूप में चलेगा तभी देश आत्मनिर्भर और विकसित होगा और गाँवों के गरीब मजदूर तक देश के पैसा का सदुपयोग हो सकेगा। डाॅú राममनोहर लोहिया ने 1950 में ही ‘‘हिमालय बचाओ’’ समेलन कर हिमालय के आस पास के इलाको को बाहरी आक्रमण से बचाने का विचार दिया था। ये भारत और चीन को विभाजित करने वाली मैक मोहन रेखा को नकली रेखा मानते थे।  वे  कहते थे ये अंग्रेज द्वारा बनाई गई रेखा है। ये हिमालय कैलाश को अपने देश का शंकर मानते थे। इनका कहना था हमारे देश का शंकर भगवान दूसरे देश में कैसे बसते। शंकर भगवान का कैलाश पर्वत पर वास होना हमारे ध्र्मग्रन्थों एवं पुरानों में भी है।

 ‘‘कुमार सम्भव’’ महाकाव्य में महान कवि कालिदास ने भी भगवान शंकर की स्तुति कैलाश पर्वत के साथ की है। देश में तत्कालिन प्रधन मंत्राी जवाहर लाल नेहरू जब चीनी प्रधन मंत्राी से मिल कर हिन्दी चीनी भाई-भाई की नारा दे रहे थे तो चीनी प्रधन मंत्राी धेखा देकर 1962 में भारत पर हमला बोल कर 40 हजार एकड़ जमीन कब्जा कर लिया जो आज भी चीन के कब्जा में है। चीनी का धेखा और भारतीय जमीन को कब्जा को लेकर इस समय डॉ.लोहिया ने भारत के संसद में सरकार पर अविश्वास का प्रस्ताव लाकर सारे देश को झकझोर दिया था। 

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चीन द्वारा तिब्वत पर कब्जा जमाने का भी डॉ.लोहिया ने जमकर विरोध् किया था। इन्होंने कहा था तिब्वत पर चीन का कब्जा शिशु हत्या के समान है। डॉ. लोहिया देश में गरीबी एवं पतन का कारण दो हजार वर्षों तक विदेशियों द्वारा देश को गुलाम बनाये रखना ही कारण मानते है। और भारत को इतने दिनों गुलाम रहने का कारण वे यहाँ की जातिप्रथा को मानते हैं। 

वेद के अवसर प्रमुख चार जातियाँ - ब्राह्मण, क्षत्रिय वैश्य और शुद्र थे। बाहरी विदेशी हमलापर बरावर यहाँ आते रहे और देश को लूटकर कब्जा करते रहे। हमलाबरों से जाति के आधर क्षत्रिय ही केवल यू( में लड़ते थे और अन्य जातियाँ तमाशा देखती रहती । अन्य तीनों की ताकत था इस्तमाल देश के लिये नहीं होता था और अकेला क्षत्रिय जाति बरावर बाहरी दुश्मनों से हारती रहती थी जिसके कारण देश वर्षों तक गुलाम बना रहा।

डॉ.लोहिया मानते थे कि देश के बहुत दिनों तक गुलाम रहने के कारण यहाँ लोग अध्किांश लोग झूठा वेइमान, चालाक दोहरी जवान और बुजदिल हो गये है जिसके कारण देश में भयंकर भ्रस्टाचार और गरीबी है। चालाक और वेइमान आज भी समाज में जाति का धर तेज  करके लोगों में उन्माद फैलाकर वोट  बटोरते हैं और देश एवं गरीबों को लूटते हैं।

 इसलिये डॉ.लोहिया ‘‘विशेष अवसर’’ का सिद्धांत  प्रतिपादित किया कि विशेष अवसर से जातियों टूटेगी और देश मजबूत होगा। डॉ.लोहिया  समाजवादियों द्वारा देश में बराबर जाति तोड़ो सम्मेलन कराते रहते थे। आज डॉ.लोहिया हमलोगों के बीच नहीं हैं नही तो आज के नेताओं  द्वारा वोट के लिये जातियों के लड़ा-लड़ा कर वोट बटोरते देखते।

डॉ. लोहिया राजनीति को दीर्घकालीन  धर्म  और धर्म को अल्पकालिन राजनीति मानते थे। इनका चिन्तन था विना राजनीतिक शुचिता  नैतिकता और सिद्धांत  के विना राजनीति देश और समाज कोचला ही नहीं सकती।
 सिद्धांत हीन राजनीति को वे कुलटा कहते थे। महात्मा गांधी  के विचारों के अनुसार लोहिया भी अच्छाई के लिये राजनीति में या नी लक्ष्य पर पहुँचने के लिये माध्यम को शुचिता और सच्चा होना जरूरी समझते थे।

डॉ.लोहिया लोकनायक जयप्रकाश नारायण को अपना बड़ा भाई समझते थे देश की आजादी की लड़ाई में जे.पी. और लोहिया साथ-साथ मुल्क को आजाद कराने के लिये लड़े और यातनाएं झेली। लोहौर और नेपाल के जेल में तो दोनो नेता एक साथ जल में यातना भुगत चुके हैं। मरने के कुछ दिनपूर्व डॉ. लोहिया जयप्रकाश जी से कापफी दिनों के विछुड़न के बाद पिले थे।

 और दोनों की लम्बी बात चीत देश और देश की दुर्दशा पर हुई थी। डॉ. लोहिया ने जी.पी से मार्मिक शब्दों में कहा था अब मेरा कोई ठिकाना नहीं है कबतक जीउ। इसलिये आप सन्यास छोड़ कर राजनीति में सक्रिय होइये जिससे देश बच सके। डॉ.लोहिया उसके बाद ही दुनिया से चले गये और लोहिया के आग्रह के अनुसार जे.पी. को छात्रा आन्दोलन में कूदना पड़ा था। एक वार 57 में डॉ.लोहिया पटना यूनिर्भसिटी आये थे और विद्यार्थियों को सम्बोध्न किये थे। एक विद्यार्थी ने डॉ. लोहिया से प्रश्न कर दिया कि राजनीति तो झूठों और लकंगो का कार्य है तो डॉ.लोहिया ने प्रश्नकर्ता  विद्यार्थी को सहजभाव से समझाते हुए कहा था। 

वात ऐसी नहीं है राजनीति तो सच्चाई को साधने , बुराई से लड़ने का औजार और जनता की सेवा है। डॉ. लोहिया मरने के समय वेलिंगटन अस्पताल में जब अचेता अवस्था में थे तो अनायास बोलते थे। एक आदमी के लिये इतना अध्कि डाक्टर क्यों है ए डाक्टर। ऐसे आदमी को लाखों जो करोड़ों को देखे। मेरे वाद करोड़ों  को कौन देखेगा। वे बोलते थे जमीन के मालगुजारी का क्या होगा? हिन्दु-मुस्लिम का क्या होगा? तो मरने के समय भी लोहिया के सामने समस्या और देश ही था।

डॉ.लोहिया सड़क से संसद तक संघर्ष  का रास्ता वोट, पफावड़ा और जेल का वसूल दे गये है। उन्होंने गांधी  का सत्याग्रह और सिविलनाकर मानी का दो औजार अहिंसा के रास्ते से चलकर देश के नौजवानों को आगे का रास्ता दे गये है। वे नौजवानों को देश का भविष्य और उर्जा का स्त्रोत मानते थे। उनका कहना था नौजवानों की चेतना और जागृति पर ही देश का भविष्य निर्भर करता है। 12 अक्टूबर 1967 की डॉ. राममनोहर लोहिया का निधन  दिल्ली के बेचिंगरन अस्पताल में 57 वर्ष की अवस्था में हो गया। आज डॉ.लोहिया हमलोगों बीच नहीं है मगर उन्होंने अपने सिध्ध्हंतों  और विचारों का जो दूरवीन दे गये है उससे देश वासियों और खासकर नौजवानों को बहुत दुर तक दिखाई पड़ता है।




गजेन्द्र प्रसाद हिमांशु
पूर्व उपाध्यक्ष बिहार विधान  सभा,
एवं पूर्व मंत्राी, बिहार
संपर्क - 8084994235/9470020238

बिहार : रावण दहन के दौरान घटित घटना पर संवेदना हेतु मौन दीप यात्रा

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विदित हो कि दशहरा के दिन एक ऐसी घटना घटी, जिसने बिहार को ही नहीं, बल्कि पूरे देश को शोकाकुल कर दिया। इस दुख की घड़ी में एक जागरूक नागरिक और संस्था के तौर पर हमारी संवेदना व्यक्त करने की यह छोटी सी कोशिश है। यह कोशिश एक मौन दीप यात्रा के रूप में रविवार को दिनांक 12/10/2014 संध्या 5ः30 बजे करगिल चैक से गांधी मैदान, गांधी मूर्ति की ओर प्रस्थान किया। 

इस मौन दीप यात्रा में अपनी गहरी संवेदना के साथ पहल के चिकित्सा निदेशक डाॅ दिवाकर तेजस्वी डाॅ किरण शरण व श्री आनंद द्विवेदी, पटना नागरिक विकास परिषद के अध्यक्ष डाॅ धीरज सिन्हा, बिहार लोक जीवन के सचिव श्री अभिषेक कुमार, असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन के विजयकांत सिन्हा, महेद्र रौशन, बिहार विकलांग अधिकार मंच के श्री राकेश कुमार, डाॅ रविश कुमार, आनंद कुमार ;अमनद्ध, मिनती चक्लान्विस, दि सेवियर्स के सुनील कुमार बासु व अन्य लोग सम्मिलित हुए। 

विशेष : धनतेरस-दीवाली पर 15000 करोड़ कारोबार के आसार

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  • बाजार में बाइक, कार, ज्वैलरी, जमीन-मकान आदि की होगी जबरदस्त बिकवाली 
  • वजह: गुरु पुष्य नक्षत्र के चलते बन रहा खरीदी का महामुहूर्त 

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बाजार में धनतेरस-दीवाली की तैयारी अब तेज हो गयी है। व्यापारी ग्राहकों को लुभाने के लिए न सिर्फ आकर्षक डिजाइन, उम्दा क्वालिटी के सामानों का स्टाॅक बना रहे है, बल्कि तरह-तरह के आॅफरों के साथ गिफट देने की भी योजना है। पिछले तीन सालों के सापेक्ष सोने के दाम में भारी गिरावट के चलते इसके कारोबारी कुछ ज्यादा ही उत्साहित है। उनका मानना है कि इस दीवाली-धनतेरस में लोग सोना निर्मित आभूषणों की खूब खरीददारी करेंगे। वैसे भी इस बार की 5 दिनों वाली दीवाली में खरीदारी का 27 घंटे का महामुहूर्त योग बन रहा है। इस दिन गुरुवार तीन योगों का संयोग होने के कारण यह दिन खरीदी के लिए अक्षय पुण्यकारी है। ज्योतिषियों की मानें तो इस दिन खरीदी गई वस्तु से गुरु समृद्धि बढ़ाता है, जबकि शनि उसमें स्थायित्व प्रदान करता है। इस दिन बाइक, कार, ज्वैलरी के साथ जमीन-मकान भी खरीदे जा सकते हैं। इस महायोग को भुनाने के लिए व्यापारी काफी उतावले दिख रहे है। एक अनुमान के मुताबिक पूर्वांचल सहित पूरे यूपी में धनतेरस-दीवाली पर 1500 करोड़ कारोबार होने के आसार है।  

नवरात्रि समाप्त होते ही बाजार में दीवाली-धनतेरस जैसे त्यौहारी रौनक दिखने लगी है। कारोबारियों ने ग्राहकों की मांग के अनुरूप अगल-अलग सामानों की वेरायटी स्टॉक कर ली है। पिछले साल की तुलना में महंगाई दर में कमी से इस बार व्यापारियों का अनुमान है कि अलग-अलग क्षेत्रों में दीवाली तक पूर्वांचल के बाजारों में 1500 करोड़ का कारोबार तो होगा ही। नवरात्रि और दशहरे में ही इलेक्ट्रानिक, सर्राफा और आटोमोबाइल मार्केट ने अच्छी-खासी रकम बटोरी। इस कारण व्यापारियों को उम्मीद है कि इस बार अच्छी फसल का फायदा सीधे बाजार को ही मिलेगा। यही कारण है कि पूरा बाजार ग्राहकों को आकर्षक छूट और गिफ्ट प्लान के साथ अभी से तैयार हो गया है। मुख्य रूप से सराफा के दामों में आयी भारी गिरावट से आभूषणों की जमकर बिक्री की संभावना को लेकर शहर के सराफा व्यापारियों ने आकर्षक डिजाइनों के गहनों का भी स्टॉक कर रखा है। 17 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र और 21 को धनतेरस है। दीपावली 23 अक्टूबर है। इन तीन दिनों में ही कारोबार होने की उम्मीद व्यापारी कर रहे हैं। 

ज्वेलरी बाजार 
इस साल लोगो में सोने-चांदी के अलावा डायमंड व कुंदन ज्लेवरी की मांग ज्यादा देखी जा रही है। खासकर महिलाओं का रूझान डायमंड की आकर्षक डिजाइनर ज्वेलरी की ओर देखा जा रहा है, जिसके चलते सराफा व्यवसासियों ने पारंपरिक आभूषणों के अलावा डायमंड की बेहतरीन डिजाइनर ज्वेलरी मंगी रखी है। ग्राहकों की मांग को देखते हुए कारोबारियों ने मुंबई व दिल्ली की ज्वेलरी डिजाइन अपने दुकान में उपलब्ध करायी है। वैसे भी सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। आज वायदा बाजार एमसीएक्स में सोना 490 रुपए गिरकर 26,511 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी में 814 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई और वह 37,888 रुपए पर जा पहुंची। यह पीला बहुमूल्य धातु अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 15 महीनों के न्यूनतम पर आ पहुंचा है। ऐसा अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बेहतरी के कारण हुआ। वहां अनुमान से कहीं ज्यादा लोगों रोजगार मिलने से उम्मीदें बढ़ी हैं और डॉलर मजबूत हुआ। सोने की तरह प्लेटिनम और चांदी में भी गिरावट आई है। प्लेटिनम तो 2009 के अपने न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा जबकि चांदी 2010 के स्तर पर जा पहुंची है। नकदी सोना आज हांगकांग के अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 0.27 फीसदी गिरकर 1,187.45 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा। कारोबारियों ने बताया कि बाजार में सोने के खरीदार नहीं हैं। अमेरिकी सोना 0.41 फीसदी गिरकर 1,188 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंचा है। तीनसाल बाद सर्राफा मार्केट में फिर से भारी और टिकाऊ ज्वैलरी का चलन लौट आया है। ज्वैलर्स की मानंे तो ग्राहकों के मूड में आए इस बदलाव की सबसे बड़ी वजह बीते तीन साल में सोना सबसे सस्ता होना है। इस त्योहारी सीजन के शुरुआती दिनों में ग्राहकों की मांग का अंदाजा लगने के बाद ज्यादातर ज्वैलर्स कारीगरों को गहरे ब्लॉक वाली ज्वैलरी बनाने का ऑर्डर दे रहे हैं। सर्राफा विशेषज्ञ कहते हैं कि इस बार प्री दीपावली का बाजार पिछले साल से 50 फीसदी तक ज्यादा है। जो ग्राहक इस दीपावली सीजन में खरीदारी का मन बना चुके हैं, वे इंतजार नहीं कर रहे। जानकारों का भी मानना है कि दीपावली के आसपास सोने के दाम फिर बढेंगे। क्योंकि ‘सोना पिछले साल से 4000 रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता है। खरीदारी के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। हालांकि दीपावली तक सोने में तेजी के आसार हैं। सोना फिर से 28 हजार के पार जा सकता है। इससे जुड़े कारोबारियों का कहना है कि कई सालों बाद इस बार कुंदन, रुबी और माणिक ज्वैलरी की मांग बढ़ी है। विशेष पत्थरों में गढ़कर बनाई जाने वाली ये ज्वैलरी सोने की प्रचलित ज्वैलरी से महंगी होती हैं। इसके ग्राहक भी खास वर्ग के लोग होते हैं। लेकिन सोने के दाम कम होने और तीन सालों में आय में हुई बढ़ोतरी से इस बार मध्यम वर्ग के लोग भी कुंदन ज्वैलरी की पूछ परख कर रहे हैं।

इलेक्ट्रानिक बाजार 
आर्थिक सुधारों की कवायद के कारण इस बार एक माह पहले से ही इलेक्ट्रानिक बाजार ने दीपावली के लिए खास तैयारियां की हैं। पिछले साल के सापेक्ष इलेक्ट्रानिक उपकरणों के दाम में आयी कमी ने इलेक्ट्रानिक बाजार की भी रौनक बढ़ा दी है। कारोबारियों का कहना है कि इस साल दिवाली की खरीदी में लोगों की पहली पसंद एलईडी टीवी बन चुकी है। विभिन्न कंपनियों द्वारा दी गई आकर्षक ऑफर के चलते अभी से ही एलईडी की बिक्री ने पिछले 8 साल के रिकार्ड की बराबरी अभी से कर ली है। ऐसे में दीवाली तक इलेक्ट्रानिक्स का कारोबार दोगुना होने की संभावना बनी हुई है। नए फीचर वाले फ्रिज और दूसरे आयटम भी लोगों को खींचेंगे। हर कोई दीवाली पर कुछ नया करना चाहता है। ऐसे में युवा वर्ग ही क्यों पीछे रहे। शायद यही वजह है कि दीवाली को खास बनाने के लिए युवाओं की चाहत को भी दुकानदारों ने बाजारों में उतार दिया है। मोबाइल की दुकानें शानदार स्मार्ट फोन से भर गई हैं। इन्हें इंतजार है तो बस ग्राहकों का। वजह भी साफ है एफबी से लेकर व्हाटस ऐप के बिना सबकुछ अधूरा ही लगता है। इंटरनेट के प्रसार ने लोगों को स्मार्ट बना दिया है। ऐसे में हर कोई एंड्रायड और लंबे बैटरी बैकअप वाला फोन लेना चाहता है। कंपनियों ने पांच हजार की रेंज से ऐसे फोन बाजार में उतार दिए हैं। स्मार्ट फोन के मामले में वैसे सैमसंग का कोई सानी नहीं है। लेकिन उसे बाकी कंपनियों से भी कड़ी टक्कर मिल रही है। नोकिया के ल्यूमिना और एक्स एल ने गैलेक्सी को पिछाड़ने की कोशिश की है। इसकी भी बाजार में जबरदस्त डिमांड है। गूगल के मोबाइल जगत में आने के साथ ही कम बजट वाले भी स्मार्ट फोन रखने का ख्वाब संजो रहे हैं। यह सस्ता होने के साथ ही विश्वसनीय भी नजर आ रहा है। सोनी के ई थ्री व जेड सीरिज की भी काफी डिमांड है। इसके साथ ही स्टूडेंटस टैबलेट की ओर भी आकर्षित हैं। लेकिन टैबलेट से ज्यादा फैबलेट का क्रेज है। दर असल इससे दोनो काम चल रहे हैं। बाजार में इको फ्रेंडली के साथ ऊर्जा का कम उपयोग करने वाले उपकरणों की अधिक मांग की संभावना दुकानदार जता रहे हैं। परंपरागत उत्पाद टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन के अलावा इस बार एलसीडी और एलईडी का स्टाक ज्यादा है। ग्राहकों का मानना है कि इससे बिजली बिल में 25 फीसद की कमी आती है। कारण इस बार दीपावली से पहले ही प्रदेश सरकार ने बिजली की कीमतों में खासा इजाफा किया है। इस वजह से दीपावली पर इलेक्ट्रानिक उपकरण खरीदने वाले ग्राहक बिजली की बचत पर भी खासा ध्यान देंगे। ग्राहकों की इस भावना को दुकानदारों ने भी बखूबी समझा है। यही कारण है कि इस बार बाजार में फ्रिज, वाशिंग मशीन भी फाइव स्टार सीरिज के अधिक हैं। दुकानदारों के मुताबिक विभिन्न कंपनियों ने भी इस बार ग्राहकों का मूड समझ कर उपकरण लांच किए हैं। 

ई-शॉपिंग बाजार भी गर्म 
शॉपिंग साइट्सों के बीच कड़ी टक्कर होने की वजह से ये जंग और भी तेज हो गई है। फ्लिपकार्ट ने जहां बिग बिलियन डे की शुरुआत की है तो वहीं स्नैपडील ने एक पर एक छूट का विकल्प दिया है। शॉपिंग साइट्स स्नैप डील और एमेजॉन ने फ्लिपकार्ट को टक्कर देते हुए नई स्कीमें शुरू कर दी हैं। इन शॉपिंग साइट्स की टक्कर का असर ट्वीटर और फेसबुक जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी देखे जा सकते हैं। फ्लिपकार्ट ने खरीददारों को लुभाने के लिए एक रुपये से लेकर 50 फीसदी तक छूट की स्कीम चलाई है। वहीं स्नैपडीलश् ने 90 फीसदी से लेकर एक के साथ एक सामान फ्री का ऑफर दे रही है। इन सब के बीच एमेजॉन वेबसाइट ने 10 से 16 अक्टूबर तक दिवाली धमाका वीक का ऐलान कर दिया है। इन शॉपिंग साइटों ने दीवाली के लिए अपनी साइट को खास डिजाइन किया है। ये साइट्स हर सामान पर छूट दे रहे हैं। जिस तरफ से फ्लिपकार्ट पर छूट दी जा रही है, उतनी ही तेजी से सामान आउट ऑफ स्टॉक भी हो रहा है। इन्हें उम्मीद है कि दीवाली में उनका बिजनेस चमक जाएगा। वहीं लोग भी बाजार जाने के बजाए ई-शॉपिंग का ज्यादा तव्वजों दे रहे हैं।

डिजाइनर कपड़ों की डिमांड 
दीपावली को देखते हुए कपड़ा बाजार में इन दिनों डिजाइनर कपड़ों की मांग अधिक बनी हुई है। विशेषकर महिलाओं के बीच नई डिजाईनों में पारंपरिक वस्त्रों की मांग बनी हुई है। इस साल आकर्षक डिजाइनों की उपलब्धता सहित कपड़ों के दामों में भी गिरावट दिखी है। जिससे ग्राहकों को किफायती दामों में बेहतर किस्में उपलब्ध हो सकेंगी।

ऑटोमोबाइल बाजार भी उछाल पर
पर्व को देखते हुए प्रमुख रूप से ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी जमकर खरीदारी की उम्मीद की जा रही है। नवरात्र प्रारंभ होते ही दुपहिया वाहनों सहित ट्रैक्टरों की भी खरीदी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। महेन्द्रा कंपनी के संचालक महेन्द्र ने बताया कि नवरात्र के साथ बेहतर ढंग से खुले बाजार से दीवाली तक बेहतर विक्रय की उम्मीद है। कंपनी द्वारा ग्राहकों के लिए खरीदी के साथ बेहतर योजनाएं भी रखी गई है। जिसका ग्राहक जमकर फायदा उठा रहे हैं। इस फेस्टिव सीजन में राजसी लुक वाली कुंदन जूलरी की डिमांड ज्यादा है। इसे देखते हुए कारोबारियों ने कुंदन जूलरी के ऑर्डर भी दे रखे हैं। लाइट वेटेड गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी भी ग्राहकों को काफी पसंद आ रही है। सबसे ज्यादा डिमांड युवाओं के बीच है। वे गिफ्ट देने के लिए ऐसी जूलरी ज्यादा खरीद रहे हैं। राजसी लुक के साथ इस बार परंपरागत और मॉर्डन लुक की मिक्स जूलरी भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। ग्राहक स्टोन लगी जूलरी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। राजसी लुक और लाइट वेटेड जूलरी के साथ लोग एंटिक जूलरी भी पसंद कर रहे हैं। ये परंपरागत आभूषणों जैसी होती है और दिखने में भारी होती है। इसी वजह से ग्राहक इस तरह की जूलरी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बाजार में जूलरी के अलावा गिफ्ट आइटम्स की भी भरमार है। सराफा बाजार में 200 रुपये से 50,000 रुपये और इससे भी ज्यादा के गिफ्ट आइटम्स हैं।

क्या कहते है ज्योतिषि 
ज्योतिषि पं रामदुलार उपाध्याय कहते है कि इसबार दीपावली से पहले 27 घंटे खरीदी का महामुहूर्त गुरु पुष्य नक्षत्र योग बन रहा है। लोग दो दिन तक इस शुभ योग में खरीदी कर सकेंगे। 16 अक्टूबर को दोपहर 12.45 बजे गुरु पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा, जो अगले दिन दोपहर 2.45 बजे तक रहेगा। इसी दिन सूर्योदय से रात 12 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग, जबकि इसी दिन दोपहर 12.47 बजे से दोपहर 2.52 बजे तक अमृत सिद्धि योग भी होगा। इस दिन गुरुवार तीन योगों का संयोग होने के कारण यह दिन खरीदी के लिए अक्षय पुण्यकारी है। उनके मुताबिक 27 नक्षत्रों में पुष्य आठवें क्रम पर है। इसे नक्षत्रों का राजा माना जाता है। बृहस्पति देव (गुरु) की धातु स्वर्ण है और पुष्य का स्वामी शनि है। इस दिन खरीदी गई वस्तु से गुरु समृद्धि बढ़ाता है, जबकि शनि उसमें स्थायित्व प्रदान करता है। गुरु पुष्य स्वर्ण खरीदी के लिए श्रेष्ठ योग माना जाता है। इस दिन भूमि, भवन वाहन भी खरीदे जा सकते हैं।




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(सुरेश गांधी)

छतरपुर : स्कूली बच्चों को स्वच्छ भारत अभियान का महत्व बताया

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छतरपुर - गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष गंगेले ने गत ष्षनिवार को सुबह 11 बजे ग्राम पिपरी वार्ड नं0 1 प्राथमिक पाठषाला से स्वच्छ भारत अभियान जन जाग्रति संदेष का षुभारम्भ किया । इस अवसर पर उनके साथ समाजसेवी आन्नदा पेन्टर साथ रहे । स्कूली बच्चों को  ज्ञानवर्धक सामान्य ज्ञान, षिक्षाप्रद पुस्तकें भी संगठन की ओर से दी गई । एक हजार से अधिक बच्चों को भारतीय संस्कृति, महापुरूषों की जीवनी से अवगत कराया । 

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भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व्दारा 2 अक्टूवर 14 से जो स्वच्छ भारत अभियान की ष्षुरूआत की है इस योजना का ष्षुभारम्भ स्वागत गणेषष्षंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब मध्य प्रदेष ने नगर नौगाॅव के वार्ड 1 से किया ,उसके बाद ग्राम दौरिया, पुतरया, पचवारा, बड़ागाॅव, जोरन, अमा, चुरवारी, कराठा, पपटुवा, कैमाहा, रानीपुरा तक किया । पूरे दिन भ्रमण कर ष्षानिवार को होने बाली बाल सभाओं में सहभागीदार बन कर बच्चों को स्वच्छ भारत अभियान की जानकारी उसके लाभ बतायें । स्कूली बच्चों को नियम संयम की जानकारियों दी गई साथ ही जीवन में षिक्षा, स्वास्थ्य , स्वच्छता, समरसता एवं समाज के बिष्य का समझाया । इस जन जाग्रति अभियान को स्कूली षिक्षकगण ने सराहना की तथा बच्चों को दी गई ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए प्रेस क्लब संगठन का आभार व्यक्त कर सराहना की । 


उत्तराखंड की विस्तृत खबर (12 अक्टूबर)

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गोर्खाली समुदाय भारत और नेपाल के बीच मैत्री का सूत्र: हरीश रावत
  • आपदा पर एक साथ काम करने की जरूरत: नेपाली राजदूत

harish rawat
देहरादून 12 अक्टूबर, (निस) । गोर्खाली समाज उत्साह से परिपूर्ण समाज है। देश की सीमाओं की रक्षा में गोर्खाली वीर सैनिकों का महत्वपूर्ण योगदान है और गोरखा समुदाय हमारे समाज का अभिन्न अंग है। यहां रह रहा यह समाज भारत व नेपाल के बीच मैत्री का संदेश तो देता ही है साथ ही यह दोनों देशों व उत्तराखण्ड की संस्कृति को एक सूत्र में पिरोने का काम करता है। रविवार को शहीद वीर दुर्गामल्ल पार्क में वल्र्ड गोर्खा फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित गोर्खाली मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित नेपाल के राजदूत कृष्णप्रसाद ढ़काल का ध्यान आकर्षित करते हुए सीएम ने कहा कि हमें जितना गर्व उŸाराखण्ड की परम्पराओं पर है उतना ही गर्व नेपाल की परम्पराओं पर है। दोनों संस्कृतियां एक दूसरे की पूरक हैं। ऐसा लगता है प्रकृति ने भी भारत व नेपाल को एक ही सांचे में ढ़ाला है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भारत व नेपाल की समस्याएं एक जैसी हैं। कंेद्र में मंत्री रहते हुए उनके द्वारा अनेक बाढ़ नियंत्रण के काम किए गए थे जिसका लाभ बिहार व नेपाल की जनता को मिला है। दोनों देश जब जलसंसाधनों का सदुपयोग करने लगेंगे तो विश्व के समृद्धतम देशों में से होंगे। सीएम ने पंचेश्वर बांध परियोजना पर सहमति के लिए नेपाल सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों को साझा लाभ होगा। भारत व नेपाल के मैत्री संबंध को और मजबूत बनाने में वल्र्ड गोर्खा फाउंडेशन के प्रयास सराहनीय हैं। गोर्खा समुदाय हमारी वीर परम्परा के आभूषण हैं। भवन संबंधी मांग पर सीएम ने प्रस्ताव बना कर लाने को कहा। इस अवसर पर नेपाल के राजदूूत कृष्ण प्रसाद ढकाल ने कहा कि उत्तराखण्ड और नेपाल की एक जैसी भौगोलिक स्थिति है, और हमारी काफी सीमायें भी एक -दूसरे के साथ मिलती है, लिहाजा उत्तराखण्ड व नेपाल को आपदा पर एक साथ काम करने की जरूरत है। उन्होने कहा भाषा और संस्कृति भी हम दोनों की एक सी है इस लिहाज से इस क्षेत्र में काम किया जा सकता है। उन्होने यह भी कहा भारत में रह रहे नेपालियों व गोर्खालियों की प्रगति पर नेपाल को गर्व है। इस अवसर पर ले.ज.आर एस प्रधान, नेपाल के सांसद नेपाल दिलमान पखरिन, गोरखा डेमोक्रेटिक फ्रंट की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती उमा उपाध्याय, मेजर बीपी थापा, कर्नल एसएच छेत्री,विजय विक्रम शाही, पूजा सुब्बा  सहित गोर्खा समुदाय से बड़ी संख्या में विभूतियां मौजूद थी।  

हिमालय नीति अभियान का प्रांरभ 

देहरादून, 12 अक्टूवर (निस)। गंगा का उद्गम गंगोत्री से 11 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय हिमालय नीति अभियान का प्रांरभ किया गया है। इस अभियान के द्वारा पवित्र गंगा का दाता हिमालय की ओर देश वासियों का ध्यान आकार्षित किया जायेगा। गंगोत्री में तीर्थ पुरोहितों का आर्शीवाद लेकर सुरेश भाई के नेतृत्व में प्रांरभ किया गया है। तीर्थ पुरोहित विद्या प्रसाद सेमवाल एवं प्रकाश चन्द्र सेमवाल ने इस अभियान के प्रथम चरण में गंगोत्री से उत्तरकाशी तक शामिल हुये मातृ शक्ति उजला देवी, उत्तमा देवी, हिमला बहन, रमापति, मनीषा, मीरा, खुशपाल, शिवम भटट्, रामप्यारी आदि को आशीर्वचन देकर विदा किया है। इससे पूर्व गंगा के किनारे सर्व धर्म प्रार्थना एवं पूजा अर्चना की गई। आपदा के कारण मोक्षदायिनी माँ गंगा के मायके तक उत्तरकाशी से जाने वाली मार्ग व्यवस्था की बदहाली से ही हिमालय की दुर्दशा किसी के भी समझ में आ सकती है। जिस तरह से आपदा के जख्मों को भरा जाने चाहिये था वह निर्माणकर्ताओं की निजी फुर्सतों में हो रहा है। गंगोत्री क्षेत्र के गांव तक जाने वाले सड़क एवं सम्पर्क मार्गों के पुननिर्माण के नाम पर दुर्दशा देखी जा सकती है। श्री सुरेश भाई ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र केा संवदेनशील क्षेत्र घोषित किया गया था, उसके अनुसार स्थानीय लोगों के साथ संवादहीनता के कारण क्षेत्र का पर्यावरण और विकास एक दूसरे के दुश्मन बनते जा रहे हैं जिसके परिणाम स्वरुप समस्या का समाधान कम और असंतोष ज्यादा बढ़ रहा है, जो हिमालय के लिये काफी चिंता जनक है। आगे यह अभियान उत्तरकाशी से होते हुये नई टिहरी, श्रीनगर, देवप्रयाग, ऋषिकेश और 30 अक्टूबर को हरिद्वार पहुँचेगी। इस अभियान के दौरान कई स्थानों पर हिमालय नीति के लिये संवाद किया जायेगा। इसका द्वितीय चरण हरिद्वार से आगे बनारस तक होगा और तृतीय चरण बनारस से आगे गंगा सागर तक किया जायेगा। इस पूरे वर्ष 2014-15 में इस अभियान के माध्यम से एक समग्र हिमालय नीति कि लिये केन्द्र सरकार को जागरुक किया जायेगा। द्वितीय और तृतीय चरण के अभियान की तिथि प्रथम चरण के बाद घोषित होगी।

दो चेन स्नेचर गिरफ्तार, जेल भेजे, लूटी गई चेन के टुकड़े एवं लूट में प्रयुक्त प्लसर बाइक बरामद

देहरादून, 12 अक्टूवर (निस)। दून पुलिस ने चेन लूट का खुलासा करते हुए दो स्नेचर गिरफ्तार किए हैं, चेन स्नेचरों को आशारोडी के पास गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से लूटी गई चेन के टुकड़े एवं लूट में प्रयुक्त प्लसर बाइक बरामद कर ली है। पकड़े गए चेन स्नेचरों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। गत दिवस चेन स्नेचरों ने प्रीतम रोड संजय कालोनी निवासी यशोदा पत्नी भोपाल सिंह चैहान की इंद्र रोड पर कृष्णा मेडिकल सेंटर के पास गले से सोने की चेन छीन ली थी। दोनों चेन स्नेचर काली पल्सर में सवार थे। महिला द्वारा इसकी सूचना तत्काल सिटी कंट्रोल रूम को दी गई, महिला द्वारा पुलिस को बताया गया था कि जिस काले रंग की प्लसर पर चेन स्नेचर सवार थे उसके पीछे नंबर प्लेट पर 22 अंकित था, पूरा नंबर वह पड़ नहीं पाई थी। महिला द्वारा इसकी रिपोर्ट डालनवाला थाने में दर्ज कराई गई। इस पर पुलिस द्वारा विभिन्न सीसीटीवी व दुकानों और एटीएम के फुटेज खंगाले गए। पुलिस द्वारा घटना के आस-पास के समय की विभिन्न फुटेज निकालकर संदिग्ध के हुलियों की तलाश के लिए संदिग्ध वाहन जिसकी नंबर प्लेट पर 22 अंकित था की तलाशी ली गई। रविवार सुबह को आशारोडी बैरियर पर नियुक्त पुलिस टीम द्वारा चैंकिंग के दौरान दो संदिग्ध मोटरसाइकिल सवारों को रोकने का प्रयास किया तो दोनों मोटरसाइकिल सवार तेजी से भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने दोनों मोटरसाइकिल सवारों को कुछ ही आगे दबोच लिया। पूछताछ करने और तलाशी लेने पर उनके कब्जे से सोने की चेन के टूटे टुकड़े बरामद हुए। पकड़े गए आरोपियों ने कबूला कि गत दिवस इंद्र रोड पर स्कूटी पर सवार महिला के गले से उन्होंने यह चेन छीनी थी। पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी अजय रौतेला ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे महिला का पीछा दून अस्पताल के पास स्थित मजार से कर रहे थे। मौका पाकरमहिला के गले से सोने की चेन लूट ली। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि इससे पहले 10 अक्टूबर को पटेलनगर निरंजनपुर मंडी के पास एक महिला की चेन छीनने का प्रयास किया था। उन्होंने बताया कि वे दोनों निरंजनपुर में चमन विहार के पास अपने पूफा के यहां रहकर रंग पुताई का काम करते हैं। चेन स्नेचरों की पहचान आमिर पुत्र जहीर उर्फ भूरा निवासी ग्राम खालापार खादरवाला खास कृष्णापुरी थाना मरकट मुजफ्फरनगर और फैजल खान पुत्र शहजाद के रूप में हुई है। उनके कब्जे से लूटी गई चेन और दो नंबर प्लेट यूपी12क्यू-1822 बरामद हुई है। बरामद चेन के दो टुकड़ों की कीमत 40 हजार रुपये आंकी गई है। इस पुलिस टीम में चैकी प्रभारी आशारोड़ी उमेश कुमार, कांस्टेबिल चंद्रमोहन तडि़याल, अमित कुमार, रामकृपाल सिंह व प्रदीप कुमार शामिल रहे। 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (12 अक्टूबर)

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किन्नौर का सेब मंडियों में पहुंचा

शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के सेब बाजार पहुंच चुके हैं और इसे दिल्ली, चण्डीगढ़ जैसे शहरों के साथ पंजाब और हरियाणा में अच्छी कीमत मिल रही है। यह बात यहां बागवानी विभाग के अधिकारियों ने कही। राज्य बागवानी निदेशक गुरदेव सिंह ने  कहा, ‘‘हमें जिले में 20 लाख पेटियों से अधिक उत्पादन होने की उम्मीद है।’’ एक पेटी में 22.5 किलोग्राम सेब होते हैं। नरकंडा सेब बाजार के एक व्यापारी जय चंद ने कहा, ‘‘किन्नौरी सेब की अच्छी किस्म की एक पेटी अभी दिल्ली में 2,200 रुपये से 2,400 रुपये तक बिक रही है, जो अन्य जिलों से आ रहे सेब के मुकाबलले 25-30 फीसदी अधिक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किन्नौरी सेब की शुरुआती खेप में प्रत्येक पेटी पर 3,000 रुपये से अधिक मिले।’’ रॉयल डिलीशियस, रेड चीफ, सुपर चीफ, ओरेगन स्पर और स्कार्लेट स्पर जैसी अच्छी किस्में बाजार में आने शुरू हो चुकी हैं। आने वाले दिनों में हालांकि आपूर्ति बढ़ेगी। सेब के क्रेट की कीमत दिल्ली और चण्डीगढ़ के थोक बाजारों में 50-100 रुपये बढ़ जाती हैं। गुरदेव सिंह ने कहा कि किन्नौर में कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब अभी तोड़े जा रहे हैं। चांगो और कल्पा जैसे अधिक ऊंचे क्षेत्रों में इस माह के आखिर तक सेब तोडऩा शुरू होगा। किन्नौर में 10 हजार फुट से अधिक ऊंचे क्षेत्रों में सेब के बागान हैं। ये बागान मुख्यत: सांग्ला, कल्पा, चांगो, निहार और पूह जिले में हैं। खुदरा कारोबारियों ने हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों के सेब को किन्नौरी सेब बताकर बेचना शुरू कर दिया है, लेकिन सच्चई यह है कि किन्नौरी सेब अक्टूबर में ही बाजार में पहुंचने शुरू होते हैं। जानकारों के मुताबिक किन्नौर में आम तौर पर करीब 20 से 22 लाख पेटियों का उत्पादन होता है, जो राज्य के कुल उत्पादन का 6-7 फीसदी है।

धूमल प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का प्रयास न करें

शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। कांग्रेस नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल के उस बयान की कड़ी आलोचना की है, जिसमें उन्होंने सरकार पर प्रदेश को कर्ज तले दबाने की बात कही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि धूमल झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सत्ता में रहते धूमल के वित्तीय कुप्रबन्धन के चलते प्रदेश को जो आर्थिक नुकसान हुआ है, उसको पटरी में लाने के लिए वीरभद्र सरकार पूरे प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश के विकास में धन की कोई कमी आड़े नहीं आ रही है और प्रदेश का संतुलित विकास हो रहा है।मार्किटिंग बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुभाष मंगलेट, वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया, भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष बावा हरदीप सिंह ने एक संयुक्त बयान में पूर्व मुख्यमंत्री धूमल पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि उन्हें प्रदेश में वीरभद्र सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से डर लग रहा है। इन नेताओं ने धूमल को प्रदेश के लोगों को गुमराह करने के प्रति चेताया है। उन्होंने कहा कि धूमल व भाजपा के कुशासन से प्रदेश के लोग भलीभांति परिचित है। अपने विगत कार्यकाल के दौरान धूमल प्रदेश व कर्मचारियों के कितने हितैषी रहे हैं, प्रदेश के लोग जानते हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि धूमल की महत्वकांक्षा केवल मुख्यमंत्री पद की रही है। प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान पहले मिशन रिपीट का नारा देकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया और फिर जब वे इसमें सफल न हुए तो लोकसभा चुनावों के दौरान केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के बाद वीरभद्र सरकार को बर्खास्त करने तक की बाते करते रहे। प्रदेश के लोगों ने धूमल और भाजपा को पूरी तरह नकार दिया है। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में सरकार एकजुट व मजबूती के साथ खड़ी है। इन नेताओं ने कहा है कि जो नेता विधानसभा में चर्चाओं से भागते हैं वह नेता कभी भी प्रदेश हितैषी नहीं हो सकते। मंगलेट तथा बावा हरदीप सिंह ने कहा कि  भाजपा की कथनी और करनी में दिन-रात का अंतर है, इसलिए धूमल को प्रदेश के लोगों से पूर्व में किए गए अपने कृत्यों और बेबुनियाद बयानों के लिए प्रदेश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। इन नेताओं ने कहा कि धूमल के मुकरी लाल के सपने कभी पूरे नहीं होंगे।  

आधुनिक सुविधाओं से सामाजिक-आर्थिक उत्थान, 225 गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने की कवायद

शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2011 में आरम्भ की गई थी। योजना का उद्देश्य 200 या इससे अधिक जनसंख्या वाले ऐसे गांवों जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लोग शामिल हों, को चयनित करके इनका एकीकृत विकास सुनिश्चित बनाकर ‘आदर्श गांवों’ के रूप में विकसित करना है। गांव में सभी वर्गों के लोग आपसी ताल-मेल और समरसता के साथ जीवन यापन करें, इसके लिये मूलभूत आवश्कताओं को पूरा करने के लिये पर्याप्त भौतिक और संस्थागत अधोसंरचना का निर्माण करके गांव को उन्नतिशील और गतिबोधक बनाया जा रहा है।    प्रदेश में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना दो जिलों सिरमौर और सोलन में कार्यान्वित की जा रही है। इन जिलों में कुल 225 गांवों को आदर्श गांवों के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन गांवों की आधारित संरचना के लिये सर्वेक्षण पहले ही वर्ष 2011 में किया जा चुका है। योजना के अन्तर्गत विकास के विभिन्न कार्यों के कार्यान्वयन के लिये सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, साथ ही योजना के तहत दूसरे लाईन विभागों सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य, लोक निर्माण, वन एवं पर्यावरण, कृषि व बागवानी द्वारा विभागों से सम्बद्व योजनाओं के निष्पादन का कार्य इन गांवों में किया जा रहा है।  आदर्श गांव में सम्मानित जीवन के उद्देश्य को पूरा करने के लिये सभी आवश्यक सुविधाओं को मुहैया करवाने के साथ ऐसा वातावरण तैयार करना है जहां सभी वाशिंदे अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें। इसके अलावा गरीबी की रेखा से नीचे रह रहे विशेषकर अनुसूचित जाति के परिवारों को भोजन और जीवन यापन की सुरक्षा प्रदान करना है जिससे महिलाओं और बच्चों में किसी प्रकार के कुपोषण की शिकायत न हो। प्रदेश में योजना के सफल कार्यान्वयन के लिये राज्य और जिला स्तर पर समितियों का गठन किया गया है। सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय सलाहकार समिति का गठन किया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय संचालन एवं प्रबोधन समिति बनाई गई है जबकि उपायुक्त की अध्यक्ष्ता में  जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति का गठन किया गया है। ये समितियां समय-समय पर गांवों में किये जा रहे विकास कार्यों का जायजा लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रही हैं।   सिरमौर जिला के पांच विकास खण्डों में 125 गांवों का चयन किया गया हैं। इनमें राजगढ विकास खण्ड में 31 गांव, पच्छाद में 29, नाहन में 20, पांवटा में 20 तथा संगड़ाह में 25 गांव शािमल हैं। इसी तरह सोलन जिला के चार विकास खण्डों में एक सौ गांवों को आदर्श गांव के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इनमें कुनिहार में 24, धर्मपुर में 34, सोलन में 25 तथा कण्डाघाट में 17 गांव को योजना के तहत शामिल किया गया है। चयनित समस्त गांवों की आबादी 200 से अधिक और अनुसूचित जाति की आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है। योजना के तहत चयनित सभी गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिये प्रति गांव 20 लाख रूपये की औसत से धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि गांव में रहने वाले लोगों को पर्याप्त भौतिक और सामाजिक-आर्थिक आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं जिनमें मुख्यत: सम्पर्क सडक़ें, शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य सेवाएं, पानी व बिजली की आपूर्ति, सिंचाई सुविधा, स्ट्रीट लाईटें, सभी को आवास, शारीरिक सुरक्षा यार्ड सहित वरिष्ठ नागरिकों और अक्षम व्यक्तियों के लिये सेवाएं शामिल हैं। योजना के अन्तर्गत सिरमौर जिला के 125 गांवों में 1249 विकास व निर्माण कार्यों के लिये कुल 2978 लाख रूपये की धनराशि जारी की गई है जिसमें से 1720 लाख रूपये खर्च करके 325 योजनाओं को पूरा किया किया गया है और 824 योजनाओं के निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।  इसी तरह सोलन जिला के एक सौ गांवों के लिये 2200 लाख रूपये की धनराशि जारी करके सभी खण्ड विकास अधिकारियों को उपलब्ध करवाई गई है। जिला के चयनित गांवो के लिये कुल 1352 योजनाएं बनाई गई हैं जिनमें से 143 पूरी हो चुकी हैं जबकि 523 पर कार्य प्रगति पर है। जिला में अभी तक 820 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है। इसी तजऱ् पर प्रदेश के सभी जिलों के 59 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ‘मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ को कार्यान्वित किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत हर वर्ष प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दो गांवों का चयन करके उन्हें आदर्श गांवों के रूप में विकसित किया जा रहा हैै। इसके लिये प्रत्येक विस क्षेत्र के चयनित गांव के विकास के लिये 20 लाख रूपये की राशि प्रदान की जा रही है। योजना के आरम्भ से अभी तक 334 गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिये 33.40 करोड़ रूपये की राशि जारी की गई है।

वीरभद्र ने हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में की चुनावी रैली

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शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज हरियाणा के बराड़ा, पंचकूला, हुडडा गांव, मौलाना तथा अम्बाला में चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया तथा मतदाताओं से कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने के लिए अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश को अभूतपूर्व विकास का श्रेय लगातार दो कार्यकाल तक श्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा के नेतृत्व में सत्तासीन रही कांग्रेस सरकार को जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को समान व संतुलित विकास सुनिश्चित बनाया है, जिसकी बदौलत आज हरियाणा विकास के मामले में देश का अग्रणी राज्य बन गया है।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक मजबूत पार्टी है, जिसका एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अधिकांश पार्टियों में लोगों द्वारा नकारे गए नेता हैं, जिन्हें न तो हरियाणा के विकास से कोई सरोकार है न ही उनके पास विकास की कोई रूपरेखा है। श्री वीरभद्र सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि वे कांग्रेस प्रत्याशियों को भारी बहुमत से विजयी बनाएं ताकि लगातार तीसरी बार हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन सके और हरियाणा के विकास को और गति मिल सके।इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्य संसदीय सचिव श्री विनय कुमार, हिमाचल प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री जी.आर. मुसाफिर, हिमाचल प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश विपणन बोर्ड के अध्यक्ष श्री सुभाष मंगलेट, विधायक श्री अजय महाजन तथा श्री कुलदीप कुमार भी उपस्थित थे।

राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने दी कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार की बधाई

शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने बच्चों के अधिकारों को लेकर कार्यरत श्री कैलाश सत्यार्थी को बन्धुआ मजदूर बच्चों को शोषण से बचाने व उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए किए गए प्रयासों के लिए वर्ष 2014 के नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजे जाने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई सन्देश में कहा कि श्री सत्यार्थी इस पुरस्कार के लिए सबसे उचित व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपना सारा जीवन बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए लगा दिया। उन्होंने कहा कि श्री सत्यार्थी महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी हैं और उनका गैर सरकारी संगठन ‘बचपन बचाव आन्दोलन’ इसके लिए प्रशंसा का पात्र है। उन्होंने कहा कि हम सभी को उनके गैर सरकारी संगठन को सहयोग एवं इस आंदोलन को और बढ़ावा देने के लिए आगे आना चाहिए ताकि बच्चों के अधिकारों का संरक्षण हो और उनका बेहतर जीवन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि इस तरह के और गैर सरकारी संगठनों को भी बेसहारा बच्चों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए ताकि श्री सत्यार्थी के इन प्रयासों को और बल मिल सके।

मण्डी मध्यस्थता योजना के अन्तर्गत 7956 मीट्रिक टन सेबों की खरीद

शिमला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।    बागवानी विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि मण्डी मध्यस्थता योजना के अन्तर्गत 7 अक्तूबर, 2014 तक 7955.6 मीट्रिक टन सेबों की खरीद की गई है।उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत इस अवधि के दौरान हिमाचल प्रदेश विपणन निगम ने 4380.200 मीट्रिक टन सेब तथा हिमफैड ने 3575.418 मीट्रिक टन सेब की खरीद की है। उन्होंने कहा कि अभी तक 193 सेब एकत्रण केन्द्र खोले गए हैं, जिनमें एचपीएमसी द्वारा 105 केन्द्र तथा हिमफैड द्वारा 88 केन्द्र खोले गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि 6 अक्तूबर, 2014 तक 51,400 ट्रकों के माध्यम से 2,31,34,236 सेब के बक्सों में 4,62,684.720 मीट्रिक सेब प्रदेश से बाहर निर्यात किए गए हैं।

बड़ी जांच एजैंसी को सौंपी जा सकती है नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु की जांच: सुधीर शर्मा

धर्मशाला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  सिद्वबाड़ी निवासी नवजीवन मनकोटिया की संद्विग्ध मृत्यु पर से पर्दा हटाने का कार्य अब किसी बड़ी जांच एजैन्सी को सौंपा जा सकता है। इस बारे शहरी विकास, नगर नियोजन एवं आवास मंत्री सुधीर शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु की जांच अब किसी बड़ी जांच एजैंसी को सौंपी जा सकती है। उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस इस मामले के तह तक जाने के लिए 50 से भी अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है और पुलिस विभाग द्वारा घटना स्थल पर जा कर फोरेंसिक टीम के साथ आवश्यक सबूत जुटाये गये थे, घटना वाले दिन घटना स्थल पर पुलिस फोरेंसिक टीम द्वारा लिये गये नमूनों की दो रिपोर्ट आ चुकी हैं जबकि एक जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इस संद्विग्ध मृत्यु से पर्दा उठाने के लिये स्थानीय पुलिस द्वारा स्पैशल टीम गठित की गई है जिसकी अगुवाई डीएसपी रैंक का उच्च अधिकारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की गम्भीरता को देखते हुये आईजी पुलिस और डॉ0 राहुल गुप्ता (फोरेंसिक) ने भी घटना स्थल का जायजा लिया है। स्थानीय पुलिस पूर्ण तत्परता से इस संद्विग्ध मृत्यु के दोषियों को दंड दिलवाने के लिये प्रयासरत है फिर भी स्थानीय जनता तथा मनकोटिया परिवार की अपेक्षाओं को देखते हुये अपराधियों को दंड दिलवाने के लिए आवश्यक हो गया है कि इसकी जांच के लिए इस केस को बडी जांच एजैंसी को सौंप दिया जाये। उन्होंने कहा कि इस केस में अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी की कोताही सामने आती है तो उसके विरूद्व भी कारवाई की जायेगी।सुधीर शर्मा ने कहा कि नवजीवन मनकोटिया मृत्यु केस में संलिप्त किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जायेगा चाहे उसकी जितनी भी बड़ी पहुंच हो। उन्होंने नवजीवन मनकोटिया के परिवार को भरोसा दिलाया कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह से मिलकर इस केस की जांच किसी बड़ी एजैंसी को सौंपने का आग्रह करेंगे।

अनुराग की मेहनत से फिर सजेगा धर्मशाला में क्रिकेट का ताज : विशाल
  • -धर्मशाला में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच अनुराग के लग्न व जज्बे का परिणाम

हमीरपुर, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  जब से अनुराग ठाकुर ने एचपीसीए की कमान संभाली, उस समय प्रदेश में क्रिकेट न के बराबर थी। परंतु उनकी क्रिकेट के प्रति लग्न और मेहनत से ही आज क्रिकेट के द्वारा खेल को नहीं बढ़ावा नहीं मिला  बल्कि प्रदेश को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया। इसका श्रेय पूर्ण रूप से सांसद अनुराग ठाकुर को जाता है। भाजयुमो जिला मीडिया प्रभारी विशाल पठानिया ने कहा कि हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है। मौसम की विपरीत परिस्थितियों में अनुराग ठाकुर की कड़ी मेहनत से धर्मशाला में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्टेडिय़म बनाकर तैयार करना और उसमें आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच करवाकर खेल और व्यापार को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसमें से प्रदेश के खेल प्रेमियों और प्रदेश के साथ लगते राज्यों में भी क्रिकेट मैच देखने की चहल कदमी महसूस की जा सकती है। इस मैच से व्यापारिक वर्ग ाी काफी उत्साहित है। क्योंकि इससे बहुत से परिवारों की रोजी रोटी चलती है। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर ने बिना भेदभाव किए प्रदेश में और भी राष्ट व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडिय़मों का निर्माण हुआ है। साथ ही क्रिकेट अकादमियां भी प्रदेश भर में चलाकर क्रिकेट को प्रदेशस्तर पर बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पठानिया ने कहा कि अनुराग ने दिनरात एक करके क्रिकेट को बढ़ावा दिया जिस कारण आज प्रदेश से युवा क्रिकेट खिलाड़ी बुलंदियां छू रहे हैं। साथ ही महिला क्रिकेट को भी बढ़ावा दिया। इसका उदाहरण कुछ समय पहले शिमला जिला की महिला खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। 

योग शिविर में हमीरपुरियों ने सीखे तंदरूस्त रहने के तरीके
  • हमीरपुर में 5 दिवसीय योग शिविर संपन्न, शुभ प्रभात हैल्थ क्लब ने किया आयोजन

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हमीरपुर, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  उठो जागो और सैर करो स्लोगन के साथ स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने वाले शुभ प्रभात हैल्थ क्लब हमीरपुर के वैनर तले सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रतिदिन पहुंचकर योगा के टिप्स लिए। जिससे वह तंदरूस्त रहने के लिए नियमित रूप से इसका अभ्यास कर सकें। शुभ प्रभात हैल्थ क्लब हमीरपुर का सात दिवसीय योग शिविर रविवार सुबह संपन्न हो गया, जिसमें  सीनियर सिटीजन काउंसिल के अध्यक्ष जीसी शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।  आर्य समाज संस्था ने भी शिविर में सहयोग किया। शुभ प्रभात क्लब के अध्यक्ष जेएन शर्मा व सचिव सुरेश बजाज ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा क्लब की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान जीसी शर्मा ने कहा कि क्लब लोगों के स्वास्थ्य लाभ के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। लोगों को सैर व योगा के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। स्वच्छता के प्रति भी क्लब पूरा योगदान देगा। योग प्रशिक्षक सुनील शर्मा, पुष्पा शर्मा व ज्ञान आर्य को भी स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। योग शिविर के अंतिम दिन गुरदीप दुब्बे, हकीम प्रीतम चंद, शक्ति चंद, अभिषेक शर्मा, रोशनी देवी, छाया रानी, विद्या राही, पुष्पा शर्मा, अनुबाला, अनुशका, योगमाया, निति शर्मा, अशोक शर्मा, धर्मजीत वर्मा, पीएन शर्मा, सतपाल आर्य, शशी सोनी, महेंद्र शर्मा, मयंक शर्मा, बाबू राम, आरएल भारद्वाज, लेखराज ठाकुर, प्रताप सिंह, किशोर शर्मा, वृजमोहन, ओपी राही, ज्ञान आर्य, राजकुमार, जगन्नाथ, भगवान दास शास्त्री व विजय कुमार सहित अन्य ने भाग लिया। क्लब के अध्यक्ष जेएन शर्मा ने बताया कि आगामी दिनों में संस्था रक्तदान शिविर के साथ ही हिमाचल भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। इसके लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। 

सरकार खेल भावना को कायम रखने विश्वास रखती है

धर्मशाला, 12 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  प्रदेश की कांग्रेस सरकार खेल भावना को कायम रखने विश्वास रखती है, चाहे वह क्रिकेट हो या कोई अन्य खेल , यह कहना है जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता पुनील मल्ली का। पुनील मल्ली ने कहा कि 17 अक्तूबर को होने वाले भारत व वैस्टइंडीज मैच में प्रदेश सरकार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोई फीस न लेना, उन लोगों के लिए करारा जबाव है जो प्रदेश सरकार के विरूद्ध हमेशा खेल भावना को आहत करने का आरोप लगाते रहे हैं। मल्ली ने कहा कि जहां तक एच.पी.सी.ए. एवं दि पैवेलियन मामले की बात है तो मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है और न्यायालय से जो भी फैसला आएगा वह सबको मान्य होगा। उन्होंने कहा कि एच.पी.सी.ए. पूर्व में भी कांग्रेस पार्टी के उपर खेल के उपर राजनीति करने का आरोप लगाती रही है। प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लेकर सभी को यह बता दिया है कि कांग्रेस पार्टी खेल के प्रति राजनीति कभी नहीं करना चाहता अपितु खेलों को बढ़ावा देना चाहती है। मल्ली ने कहा कि खेल के नाम पर जिन लोगों ने प्रदेश को लूटा है, उसको कांग्रेस पार्टी बिल्कुल बरदास्त नहीं करेगी। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता संजय चौहान का कहना है कि कांग्रेस सरकार प्रदेश के युवाओं को खेलों में अधिक से अधिक मौके देने में प्रयासरत है और खेलों को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है। पुनील मल्ली ने बताया कि जहां तक क्रिकेट के व्यवसायिक आयोजनों जैसे आई.पी.एल. में सुरक्षा व्यवस्था के लिए कर बसूली की बात है तो यह हर सरकार को बसूलने का हक है क्योंकि ऐसे आयोजन व्यवसायिक हैं, लेकिन एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच देश के गौरव की बात होते हैं और इसमें सुरक्षा व्यवस्था की जि मेवारी लेना हर सरकार का दायित्व है जिसे प्रदेश सरकार पूर्णतया निभाया है

उपाध्याय पुष्कर मुनि की 105 वीं जन्म जयन्ती पर हुई गुणानुवाद सभा

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  • नवकार मंत्र के आराधक थे पुष्कर मुनि: सौभाग्य मुनि

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उदयपुर 12 अक्टूबर। साधना के शिखर पुरूष उपाध्याय पुष्कर मुनि को आज भी नवकार मंत्र के आराधक तथा निर्मल,शुद्ध एवं वात्सल्य भावों से ओत-प्रोत साधक के रूप में याद किया जाता है। उनके जीवन की गहराई को नापना मुश्किल कार्य है। उन्होंने अपने जीवन में कहीं अग्रता एवं उत्ताप को स्थान नहीं दिया और यहीं कारण है कि वे आज भी मानवता के मसीहा के रूप में याद किये जाते हैं। उक्त विचार श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा पंचायती नोहरे में श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि,महाश्रमण प्रवर्तक मदन मुनि महाराज आदि ठाणा तथा महासती के सानिध्य में उपाध्याय पुष्कर मुनि की 105 वीं जयन्ती के अवसर पर आयोजित जप,तप,गुणानुवाद सभा में ऊभर कर सामने आयें। सौभाग्य मुनि महाराज ने कहा कि पुष्कर मुनि का जीवन समुद्र की भंाति था। गहरे सरोवर में डूबकी लगाने पर ही जिस प्रकार मोती मिलते है ठीक उसी प्रकार पुष्करमुनि के जीवन में डूबकी लगाकर ज्ञान रूपी मोती प्राप्त कर सकते है। संतो का जीवन सागर की तरह गहरा एंव गंभीर होता है। उनसे मिलने वाले मोती से अपने जीवन का श्रृंगार कर सकते है। उन्होंने कहा कि अनेक व्यक्ति अर्थ, भोग एवं यश परक तो बुद्धिजन व्यक्ति धर्मपरक होते है। धर्मपरक व्यक्तियों के व्यवहार में व्यावहारिकता दिखाई देती है। अध्यात्म परक व्यक्ति की वाणी से फूल खिलते है। इस अवसर पर महाश्रमण प्रवर्तक मदन मुनि महाराज ने कहा कि पुष्कर मुनि ज्योतिपुंज के समान  थे। उनके आचरण को यदि हम अपने जीवन में उतारेंगे तो उनकी जयन्ती मनाना सार्थक होगा। इस अवसर पर उपस्थित जिला प्रमुख मधु मेहता ने कहा कि उपाध्याय पुष्कर मुनि प्रत्येक मानव जीवन के ह्दय में विराजमान थे। अंहिसा, सत्य व मैत्री के पूजक थे। उदयपुर नगर निगम महापौर रजनी डांगी ने कहा कि संतो का जीवन करने से गुणगान करने से जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। संतो की सच्ची साधना की प्रवृत्ति से हम लाभान्वित होते है और उन्हीं के आशीर्वाद से जैनत्व गुणों का प्रभाव दिखाई देता है।     

इन्होनें भी सभा को किया संबोधित - 
पुष्करवाणी गु्रप ने बताया कि गुणानुवाद सभा को महासती विनयप्रभा आदि ठाणा, संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र डंागी, मानसिंह रांका, ओंकारसिंह सिरोया, कन्हैयालाल मेहता, शंकरलाल डांगी, संजय भण्डारी, रमेश खोखावत, नरेन्द्र सेठिया, अंबालाल नवलखा, श्यामलाल झगड़ावत, नरेन्द्र डांगी,हिम्मत कोठीफोड़ा, दिनेश सेठिया, हिम्मतसिंह बड़ाला, ममता रांका, सुनन्दा बापना ने भी संबोधित किया। 

पुष्कर पावन धाम पर हुआ महाजाप -
उपाध्याय पुष्कर मुनि के स्मृति स्थल श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय परिसर स्थित ‘‘गुरु पुष्कर पावन धाम’’ पर रात्रि को महाजाप श्रद्वालुजनों द्वारा सामूहिक रुप से नवकार महामंत्र स्तृति द्वारा संपन्न किया गया।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (12 अक्टूबर)

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जिला कांग्रेस की बैठक सम्पन्न, निकाय चुनाव को लेकर बनी रणनीति

झाबुआ---- जिला कांग्रेस कमेटी की एक विशेष बैठक का आयोजन दिनांक 12 अक्टूम्बर रविवार को स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर आयोजित की गई। इस बैठक के मुख्य अतिथि पूर्व प्रदेश कांग्रेस  अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीयमंत्री कांतिलाल भूरिया थे विशेष अतिथि म0प्र0 कांग्रेस कमेटी के सचिव अरविन्द जोशी प्रदेश अनुशासन समिति सदस्य रमेश डोशी जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया एवं युवा नेता डां विक्रात भूरिया थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष हनुमंतसिंह डाबडी ने की। बैठक में मुख्य रूप से कांग्रेस सदस्यता अभियान ,आगामी पंचायत निर्वाचन,ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित विधुत कटौती ,वर्षा .ऋतु की अनियमितता से फसलो के नुकसान पर चर्चा ,अनुचित बीमा मुआवजा राशि प्रदान करने के सबंध में चर्चा की गई। साथ ही सहकारी राशन की दुकानों पर राशन वितरण में भ्रष्टाचार पर विस्तृत चर्चा की गई। सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे सभी की एक मत राय थी कि हमे सब मिलजुलकर  इस सगठन को ओर मजबुत बनाना है तथा आगामी निकाय चुनावों के लिए एक राय बनाकर सर्व सम्मति से उम्मीदवार बनाकर उन्हे ईमानदारी से जिताने का बेडा उठाना है। हमें पहले के भांति ही सभी पंचायत चुनाव में अच्छे उम्मीदवार खडे कर कांग्रेस समर्थित सरपंच ,जनपद पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना है। सभी ने एक मत से निर्णय लिया कि कांतिलाल भूरिया हमारे सर्वमान्य नेता है,हमे उनके निर्देर्शो का पालन करते हुए आगामी निकाय चुनाव के लिए कमर कसना है। इस अवसर पर कांतिलाल भूरिया ने अपने उद्वबोधन में कहा कि देश प्रदेश एवं जिले में जो विकास कार्य दिखाई दे रहे है वे कांग्रेस की नीति के ही परिणााम है कांग्रेस ने भारत विकासशील राष्ट्रों की श्रेणी में लाकर खडा किया है। भारत की साख पूरे विश्व में बढी है। वर्तमान की भाजपा सरकार ने चुनाव में जो किसानों एवं गरीबों के साथ जो वादे किये थे उसे निभाने में वह पूर्ण रूप से नाकाम रही है अच्छे दिन आने वाले बात कहने वाली सरकार की नितियों को जनता को बुरे दिन दिखाने पर मजबुर कर दिया है।जो मुख्यमंत्री अपने आप को किसानों का हितैषी बताकर सत्ता में आया आज उन्ही किसानों के साथ भारी छलावा हो रहा है।फसल बिमा राशि में 80-100 रूपया बीमा दिया जाकर किसानों के साथ अन्याय कर मजाक किया जा रहा हैंजिले में अनीयमित वर्षा के कारण किसानों की फसलों में पकने में कमी आई है इस कारण जिले में अकाल जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। किन्तु प्रशासन एवं सरकार आंखे मुदे सोया हुआ है। प्रदेश सहित जिले में न तो कोई रोजगार के अवसर दिये जा रहे है तथा जो कार्य मजदुरों द्वारा किया गया उसकी मजदुरी भी नहीं मिल रही है और ग्रामीण जनता पलायान को मजबुर है। पूर्व की कांग्रेस की केन्द्र सरकार की जनहित योजना को बदलकर राजनीति की जा रही है, तथा जनता के हक के पैसों को भाजपा के नेता एवं दलाल मिलकर बंदरबाट करने में लगे हुए है। ग्रामीण जनता को वृद्वावस्था पेश्न नहीं मिल रही है वही राशन की दुकानों पर राशन नहीं मिल रहा है जबकि वही राशन दलालों द्वारा चोर बाजारों में बेचा जा रहा है। इन सभी मुद्वों को लेकर हमे जनता के बीच जाना है तथा सरकार की नाकामी को उजागर कर जनता की आवाज बनकर लडाई लडना है।भाजपा सरकार आदिवासीयों के साथ सौतेला व्यवहार करने में लगी है। हमें गांव गांव फलिये फलिये जाकर जनता को जागरूक करना है तथा कांग्रेस के पक्ष में महोल बनाना है इस हेतु मै भी पुरी तरह तैयार हूं। जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने संगठन मजबुती की बात कहते हुए कहा कि जहां जहां हमारी बुथ कमेटीया कमजोर है वहां हमें हार का मुह देखना पडा है हमें बुथ कमेटीयों में सुधार लाने की जरूरत है तथा हर बुथ स्तर 5- 5 कार्यकर्ताओं की एक निगरानी समिति बनानी की बात कही है उन्हे सरकार एवं राशन की दुकानों पर हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने एवं उसकी सूचना से जिला एवं ब्लाक कांग्रेस को बताकर सार्वजनिक करने की बात कही है। उन्होने सदस्यता अभियान पर जोर देते हुए कहा कि जल्द से जल्द सदस्य बनाकर हमे कांग्रेस कमेटी को भेजना है वे ही लोग ब्लाक कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस की कमेटी का गठन कर कमेटीयां बनायेगें। उन्होने स्थानीय सांसद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक तरफ हमारे पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया है जिन्हे पुरे क्षेत्र का समुचित ज्ञान है तथा दूसरी ओर वे सांसद है जो कि पुराने परिवेक्ष में ही जी रहे है जानकारी के लिए दुसरों पर आश्रित रहते है। तथा स्वयं के इच्छा शक्ति से कोई कार्य नही करते है सुश्री भूरिया ने इस बात पर भी रोष व्यक्त किया कि गैल इडिया कम्पनी द्वारा शौचालय की राशि केवल अपनी बेटी के विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत पेटलावद एवं रामा में ही दी गई जबकि इसे पूरे झाबुआ जिले के ब्लाकों में बराकर बाटना था। प्रदेश सचिव अरविन्द जोशी ने कहा कि झाबुआ जिले की आवाज कांतिलाल भूरिया है उनके अथक प्रयासों के चलते इस क्षेत्र में करोडों के विकास कार्य हुए है इस क्षेत्र में कांग्रेस में शिकवे शिकायत का दोर खत्म हो गया है उन्होने भाजपा पर कटाश करते हुए कहा कि झुठ बोलकर कुछसमय ही बिताया जा सकता है भाजपा ने झुठे वादे कर सत्ता पाई है उनका झुठ का उजागर कर कांग्रेस का परचम फहराना है। प्रदेश अनुशासन सचिव रमेशडोशी ने कहा कि हमें गुटबाजी को दुर कर तथा अहम की भावना को त्याग कर सर्व सम्मति से कांग्रेस को मजबुत करना है। उन्होने भाजपा सरकार परआरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी विदेशों मे जा कर बढे बढे सौदे करते है वही भारत में मिलने वाली जीवन रक्षक जो कि कांग्रेस सरकार बहुत कम दाम पर उपलब्ध करा रही थी उनके भाव में अनाप शनाप वृद्वी हुई अब मरीज भी परेशान हो रहे है मंहगाई की मार से जनता की कमर पहले ही टुट चुकी है भाजपा अप्रयक्ष रूप से पूजीपतियों को खुश करने के लिए अपना मनमाफिक दाम बढाने की खुली छुट दे रही है जिसकी मार आम जनता को सहने पर पढ रही है। जिला कांग्रेस प्रभारी अध्यक्ष हनुमंतसिंह डाबडी ने कहा कि आज की बैठक हमारे लिए महत्वपूर्ण है आप सभी ने जो सुझाव दिये है उसे जिला कांग्रेस पूरी ईमानदारी से अमल कर कांग्रेस को मजबुत बनायेगी आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आने वाले है उसके लिए ब्लाक वार बैठक का आयोजन भी किया जा रहा है।सदस्यता अभियान सहित अन्य कई मुद्वों पर जोर देते हुए विचार रखे। उन्होने प्रत्येक ब्लाक में एक मानिटरिंग  कमैटी बनाने की बात कही तथा समन्वय समिति बनाकर योग्य उम्मीदवार खडा करने की बात कही। युवा नेता विक्रात भूरिया ने  कहा कि क्या कारण है कि एक के बाद एक चुनाव हारते जा रहे है जो हमारी तुती बोलती है उसमें कमी क्यो आई हमें इन कारणों का पता लगाना तथा उसे दूर कर कांग्रेस को मजबुत कर पुनः खडा करना है तथा शिकायत दूर करने का वक्त है सभी को एकजुट होकर मजबुत करना है तथा संगठन से जुड कर जनता की आवाज उठाना है। हमने भोपाल दिल्ली जाकर आन्दोलन में भाग लिया हैतथा  दिनांक 14 अक्टूम्बर को व्यापम घोटाले को लेकर  भी एनएसयुआई के साथ मिलकर एक बढा आन्दोलन करने जा रहे है आप सभी से अनुरोध है कि आप अपने क्षेत्र के कालेज एवं स्कुल के छात्रों को इस आन्दोलन जोडे तथा छात्रों की आवाज बनकर छात्रों के हित हेतु लडाई लडे। इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह मेडा,अग्निनारायणसिंह, चन्दु पडियार कलसिंह भूरिया, कैलाश डामोर, गेन्दाल डामोर, जिला किसान कांग्रे अध्यक्ष नन्दलाल मैण लोकसभा युवक कांग्रेस अध्यक्ष आशिष भूरिया  जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष रूपसिंह डामोर,महामंत्री हेमचन्द्र डामोर अलीमउद्वीन सैयद,बन्टू अग्निहोत्री पूर्व विधायक गंगाबाई बारिया, आचार्य नामदेव, विजय भाभर नरवरसिंह भूरिया,कालूसिंह नलवाया,आदि ने भी सम्बोधित किया।कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस महा मंत्री यामिन शेख ने किया एवं आभार प्रवक्ता हर्ष भटट ने माना इस अवसर पर महिला नेत्री कालीबाई मेडा,सायदा भाभोर,मालू डोडियार,बेबी बारिया,कोमलसिंह डामोर,रतनसिंह केमता डामोर,जनपद पंचायत अध्यक्ष शंकरसिंह भूरिया सलेल पठान,मेहमुद बाई जकरिया,राजेश डामोर,गौरव सक्सेना,विनय भाभर ऋषी डोडियार, प्रशान्त बामनिया, पारू डामोर, अभिषेक राठौड, गोपाल सोनी, सिराजुद्वीन शेख, भीमा भाई सरपंच, निहाल सरपंच, मानसिंह वसुनिया,रामसिंह जोसफ,सहित जिला कांग्रेस ब्लाक कांग्रेस शहर कांग्रेस ,युवक कांग्रेस एवं महिला कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थें।

जाधव के प्रांताध्यक्ष निर्वाचित होने पर दी गई बधाईया 

झाबुआ --- मध्यप्रदेष पंेषनर एसोसियेषन के प्रांताध्यक्ष पद के निर्वाचन में  सुरेष जाधव के पुनः निर्विरोध प्रान्ताध्यक्ष निर्वाचित हो जाने पर जिला पेंषनर एसोसिएषन द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई है । रविवार को राजधानी भोपाल में प्रदेष पेंषनर एसोसिएषन के निर्वाचन सौहार्द्रता पूर्ण वातावरण मे ंसम्पन्न हुए । इस निर्वाचन में झाबुआ संगठन की ओर से प्रतिनिधि के रूप में  रतनंिसंह राठौर एवं कन्हैयालाल गेहलोत षामील हुए थे । रविवार को हुए निर्वाचन में सुरेष जाधव को सर्वानुमति से पुनः प्रदेषाघ्यक्ष निर्वाचित होने पर जिला पेंषनर एसोसिएषन के जिला अध्यक्ष भेरूसिंह राठौर, प्रचार सचिव राजेन्द्रकुमार सोनी,  महेषचन्द्र गुप्ता, अरवीन्द व्यास, पुष्पेन्द्र व्यास, रतसिंह राठौर, पीडी रायपुरिया, जयेन्द्र बैरागी  सहित जिले की सभी षाखाओं के अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों ने उन्हे बधाई प्रेषित करते हुए उनके कुषल नेतृत्व में प्रदेष मे पेंषनरों की हित संरक्षण में तेजी से काम होने की अपेक्षा व्यक्त की है ।

स्कूल के बच्चो को अपना बच्चा समझकर ही पढाये, गुरू समाज में आदर्श चरित्र का परिचय दे
  • 1 नवंबर से शिक्षक निर्धारित ड्रेस में ही स्कूल आये 

झाबुआ ----स्कूल के बच्चों को अपना बच्चा समझकर ही पढाये। शिक्षक अपनी पदवी के अनुसार ही कार्य। बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे तािक बच्चा कलेक्टर,कमिश्नर,मुख्यमंत्री या बडा नेता बनकर भविष्य में आपकों हमेशा याद करे। एक नवंबर से आपको निर्धारित ड्रेस में ही आना है। शिक्षकों की पहचान अब उनकी ड्रेस से होगी। इसलिए हमेशा यह याद रखना की ड्रेस पर कोई दाग नही लगे। शिक्षक समाज में आदर्श बने। उक्त वक्तव्य सांसद श्री दिलीपसिंह भूरिया ने आज 12 अक्टूबर को कृषि उपज मण्डी में संपन्न शैक्षणिक कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। कार्यशाला को संबोधित करते हुए विधायक श्री शंातिलाल बिलवाल एवं जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने भी शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार पर जोर दिया एवं शिक्षा को ही सभी समस्याओं के समाधान का रास्ता बताया। शिक्षकों से अच्छी शिक्षा बच्चों को देने के लिए आहवान किया।

मांग के अनुसार खुलेगे पलायन छात्रावास
कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने कार्यशाला में शिक्षकों से कहा कि पलायन इस जिले की बडी समस्या है, इसके लिए आप अपने स्कूल के ऐसे बच्चों को चिन्हित कर ले जिनके माता-पिता काम के लिए पलायन करते है एवं उनके रहने के लिए कोई व्यवस्था ना हो ऐसे बच्चों के लिए शासन के निर्देशानुसार पलायन छात्रावास खोले जायेगे। इसके लिए पैसो की कोई कमी नहीं है आप अपने स्कूल की समस्या एवं पलायन छात्रावास की मांग लिखकर हमें दे दे। समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस ने कार्यशाला की रूपरेखा बताते हुए कहा कि जिले में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सुधार अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए 10 मापदण्ड निर्धारित किये गये है, जिनके अनुसार संस्था प्रमुख को स्वयं अपना मूल्यांकन करना है। मूल्याकन के आधार पर उत्कृष्ट रही हर ब्लाक की तीन प्रायमरी स्कूल, तीन मीडिल स्कूल एवं तीन हायर सेकेण्डरी स्कूलों को 15 अगस्त एवं 26 जनवरी पर सम्मानित किया जाएगा। शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए हर ब्लाक में एक हाईटेक प्रशिक्षण केन्द्र बनाया गया है, जिसमें हर शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सुधार कार्यक्रम के लिए शिक्षकों ने अपने सुझाव भी रखे। रामा ब्लाक के शिक्षकों ने शाला में उपस्थिति शत-प्रतिशत रखने के लिए सुझाव दिये। झाबुआ ब्लाक के शिक्षकों द्वारा गतिविधि आधारित शिक्षा पर सुझाव दिये गये। कठिन विषयों का सरलीकरण करने, शाला सुधार में समाज को शामिल करने, शैक्षणिक वातावरण बनाने एवं बच्चों की शिक्षा में रूचि पैदा करने इत्यादि विषयों पर शिक्षकों द्वारा अपने सुझाव दिये गये।

षिक्षको पर हूआ ड्रेस कोड लागू
अब शिक्षक ब्लू शर्ट एवं काले पेंट तथा शिक्षिका पिंक साडी में दिखेगे, सुधार अभियान के अंतर्गत झाबुआ जिले में शिक्षकों की ड्रेस निर्धारित कर दी गई है। शिक्षक अब 1 नवंबर से लाइनिंग वाली ब्लू शर्ट एवं काले पेंट में स्कूल आयेगे तथा शिक्षका पिंक साडी पहनकर स्कूल आयेगी। सभी शिक्षकों को 31 अक्टूबर तक ड्रेस सिलवाने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। 

प्रतिदिन बच्चों एवं शिक्षको की उपस्थिति एसएमएस से भेजनी होगी
सुधार अभियान के अंतर्गत संस्था प्रमुख को प्रतिदिन शाला खुलने का समय शाला में दर्ज बच्चों, उपस्थित बच्चों पदस्थ शिक्षकों एवं उपस्थित शिक्षकों की संख्या एसएमएस से भेजनी होगी। इसके लिए 9229224424 नंबर को अपने मोबाईल में सुधार के नाम से सेव करे। उक्त नंबर झाबुआ जिले को दर्शाता है एवं साफ्टवेअर का पता बताता है। 

प्रत्येक जानकारी के बीच एक स्पेस दी जानी है
उदाहरण के लिए यदि आपकी शाला सुबह 10.40 पर खुली एवं 5 शिक्षक उपस्थित है एवं 145 विद्यार्थी उपस्थित है तो आपको निम्नानुसार एसएमएस भेजना होगा। झाबुआ 10.40 स्पेस 5 स्पेस 145 दो जानकारियों के बीच एक ही स्पेस दे। एसएमएस सुबह शाला खुलतें ही बच्चों की उपस्थिति पंजी में उपस्थिति दर्ज करने के तुरंत बाद करना है। शाला प्रमुख द्वारा उसी नंबर से एसएमएस भेजा जाना है जो पूर्व से सुधार अभियान में पंजीबद्ध किया गया है। अन्य नंबर से यह एसएमएस नहीं किया जा सकता। शाला में पदस्थ एक अन्य शिक्षक जिसका नंबर दर्ज है। इससे भी एसएमएस भेजा जा सकता है यदि किसी कारणवंश शाला प्रमुख का मोबाईल उपलब्घ न हो। कार्यशाला में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मोहिनी श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री ज्ञानेन्द्र ओझा एवं शैक्षणिक संस्थाओ के प्रमुख उपस्थित थे।

खेती किसानी में उन्नत तकनीक के उपयोग से ही समृद्धि सम्भव
  • कृषि क्रांति रथ के साथ प्रमुख सचिव का भ्रमण
  • संसाधनों का समुचित उपयोग और वैज्ञानिक तकनीक ही उन्नत खेती का आधार
  • टिकाऊ खेती के लिये मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, महती आवष्यकता
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झाबुआ ---जिले की उथली भूमि और सीमित जोत में उन्नत वैज्ञानिक तकनीक अपनाने से फसलों की उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है। किसानों को अपने संसाधनों का बेहतर दोहन के साथ-साथ फसलों का विविधीकरण और नवीन किस्मों के इस्तेमाल पर जोर देना चाहिये। परम्परागत फसलों के स्थान पर अधिक आय देने वाली फसलों का क्षेत्र विस्तार किया जाना चाहिये। विभिन्न शासकीय योजनाओं अंतर्गत निर्मित कुऐं और जल स्त्रोंतो में उपलब्ध पानी का युक्तियुक्त उपयोग से फसलों की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। जिले में खेती के साथ-साथ पशुपालन तथा मुर्गीपालन की भी भरपूर संभावनाएंे है। उक्त प्रेरेणादायी संदेष देते हुये पी.सी. मीणा, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेष शासन ने विगत 10 अक्टूम्बर को जिले में कृषि क्रांति रथ के साथ क्षेत्र भ्रमण किया। अपने भ्रमण के दौरान श्री मीणा प्रातः 9 बजे झाबुआ विकासखण्ड के ग्राम खेड़ी पहॅुचे। प्रमुख सचिव ने कृषकों से अपने खेत की मिट्टी की जांच कराने पर भी जोर दिया। मिट्टी की जांच अनुसार खेत में कम्पोस्ट खाद एवं संतुलित उर्वरक उपयोग करने की सलाह दी। श्री मीणा ने जिले में कृषि के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तन का श्रेय किसानों की मेहनत व शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन को देते हुय कहा कि अभी भी विकास की गंुजाईष बाकि है। भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव के साथ जिले के कलेक्टर बी. चन्द्रषेखर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धनराजू एस. उप संचालक कृषि एस.एन. सेन, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अम्बाराम पाटीदार, वैज्ञानिक डाॅ. आई.एस. तोमर, मध्यप्रदेष जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक वीरेन्द्र ठाकुर उपस्थित थे। कलेक्टर ने कृषकों को सम्बोधित करते हुये कृषि क्रांति रथ के माध्यम से दी जा रही खेती किसानी की उन्नत तकनीक का लाभ लेने का आव्हान किया। उन्होने किसानो से अपनी समस्याओं और जिज्ञासाऐं वैज्ञानिकों के समक्ष रखने की बात कही। कलेक्टर ने ग्राम खेड़ी में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं और पुरूषों  को समझाईष देते हुये कहा कि कम जोत से अधिक आय प्राप्त करने के लिये धान्य फसलों के साथ फल और सब्जी की खेती करना भी आवष्यक है। उन्होने ग्रामीणो से आव्हान किया कि अपने बच्चो को उच्च षिक्षा दिलवाने से ही उनके परिवार का भविष्य उज्जवल हो सकता है। जिला कलेक्टर ने कृषको को किसान काॅल सेंटर की जानकारी देते हुये अपनी समस्याओं के समाधान हेतु उपयोग करने का मषवरा दिया। ग्राम खेड़ी के पशचात् रामा विकासखण्ड के ग्राम बराड़ पहुंचे। ग्राम बराड़ में रथ के साथ भ्रमण करते हुये विषाल संख्या में उपस्थित महिला-पुरूष कृषकों से खेती के संबंध में चर्चा की। श्री मीणा ने कृषको से उनकी आदान आवष्यकता, ऋण व्यवस्था के संबंध में भी विस्तार से व्यक्तिगत चर्चा करते हुये इसके समाधान का तरीका भी बताया। अधिकारियों के दल का ग्राम में पहुंचने पर ग्रामीणजनो द्वारा धान्य भेट कर प्रमुख सचिव व जिला कलेक्टर का स्वागत किया। ग्राम खेड़ी तथा बरोड़ में प्राप्त धान्य को स्थानीय आंगनवाड़ी केन्द्र की संचालिका को सौपते हुये विषेष पोषण आहार दिवस मनाने के निर्देष दिये। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धनराजू एस. ने कृषको का खेती को लाभ का धंधा बनाने के गुर बताते हुये प्रेरणादायी उद्बोधन दिया। वैज्ञानिक डाॅ. आई.एस. तोमर ने कृषकों को कम अवधि वाली फसलों की किस्में अपनाने, फल और सब्जी की खेती को बढ़ावा देने, पशुपालन, मुर्गीपालन, डेयरी हेतु नवीनतम उन्नत तकनीकी की जानकारी दी। सहायक संचालक उद्यानिकी ने भीली भाषा में कृषकों को सम्बोधित करते हुये फलदार वृक्षो का रोपण व जल संरक्षण का महत्व बताया। इस अवसर पर उप संचालक कृषि सेन ने कृषकों को कृषि विभाग की अन्नपूर्णा, सूरजधारा योजना अंतर्गत उन्नत नवीन किस्मों के बीज, धनिया, मिर्च के मिनीकीट, किसान क्रेडिट कार्ड, फलदार पौध वितरण, पशुपालन की कीट तथा मत्स्य पालन अनुदान प्रमुख सचिव और जिला कलेक्टर के करकमलों से वितरण कराया। प्रमुख सचिव के जिले मंे भ्रमण के दौरान सहकारिता, पशुपालन, राजस्व इत्यादी विभागों के जिला अधिकारी और क्षेत्रीय अधिकारी, मध्यप्रदेष जन अभियान परिषद के ब्लाक समन्वयक मूवेल उपस्थित रहकर ग्रामीणो का मार्गदर्षन करते रहे।

पत्रकार के साथ हूई सरे राह डकैती  

झाबूआ---फरियादी नरेश पिता प्रतापसिंह उम्र 31 वर्ष, निवासी पारा ने बताया की वह अपनी मां, काकी व भाभी के साथ बोरी बंगला से पारा अल्टो कार से जा रहा था कि पिपलिया के आगे चपेलिया नाले पर पुलिया पर पत्थर जमे थे, उसने गाडी को रिवर्स ली तो सडक के बांयी तरफ से 5 लडके निकले व गाडी के सामने कांच पर लटठ मारकर उसको नीचे उतारकर मारपीट की तथा सोने की चैन, सोने की अंगूठी, प्लेटियम की अंगूठी, कान के टाप्स, गले की तावीज, पायजेब, एक नोकिया मोबाइल लूटकर ले गये। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 733/2014, धारा 395 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अपराध कायम
झाबूआ---फरियादी जितेन्द्र पिता पिंजु निनामा, उम्र 28 वर्ष, निवासी टिकडीजोगी ने बताया कि आरोपी डाॅक्टर सेमसन, निवासी इंदौर ने प्रशिक्षण के दौरान हिन्दू धर्मा एवं रीति रिवाजों के विरूद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की एवं हिन्दू लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई। आवेदन पत्र की जांच पर से प्र्रकरण में थाना रानापुर में अप0क्र0 367/2014, धारा 295-क भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

नवजात शिशु लावारिस मिला 

झाबूआ----अज्ञात महिला अपने नवराज शिशु(लडके) को असुरक्षित स्थान पर छोड गई थी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अप0क्र0 369/2014 धारा 318 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सट्टे खेलते हुए रंगे हाथो आरोपी गिरफ्तार
         
झाबूआ---- थाना पेटलावद पुलिस ने आरोपी अशोक कुमार पिता भागीरथ वर्मा, उम्र 45 वर्ष, निवासी करवड को सट्टा खेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से सट्टा पर्चियां, लीड, पेन, नगदी 503/- रू0 जप्त किये गये। प्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0 444/14, धारा 4-क द्युत अधिनियम का कायम कर विवेचना में लिया गया।

कीटनाशक दवा से बिमार की मौत

झाबूआ---नवलसिंह पिता भेराजी नायक, उम्र 50 वर्ष, तैनात जिला चिकित्सालय झाबुआ ने बताया कि बसु पिता पेमा भूरिया उम्र 30 वर्ष, निवासी सुजापुरा थाना थांदला ने खेत में कीटनाशक दवाई के छिड़काव से बीमार हो गया था। ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में मर्ग क्रमांक 0/14, धारा 174 जा0फौ0 का कायम कर थाना थांदला जांच हेतु भेजा गया।

सर्प दंश से मौत
       
झाबूआ--- विश्राम पिता लिमजी डामोर, उम्र 42 वर्ष, निवासी भेरूपाडा बेकल्दा ने बताया कि लच्छा पिता विशाल डामोर उम्र 45 वर्ष, निवासी भेरूपाडा बेकल्दा को सांप के काटने से पेटलावद चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया में मर्ग क्रमांक 39/14, धारा 174 जा0फौ0 का कायम कर विवेचना में लिया गया।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (11 अक्टूबर)

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गंदगी से मच्छर का प्रकोप बढा, लोग पेरशान , सफेद हाथी बना फौगिंग मशीन

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नरकटियागंज(पच) शहर में मच्छरों के बढते प्रकोप के कारण प्रधानमंत्री की पहल पर चलाया जा रहा पूर्ण स्वच्छता अभियान पर ग्रहण लगता दिख रहा है। उल्लेखनीय है कि मच्छरों की बढ़ती आबादी से स्पष्ट है कि शहर में गंदगी शबाब पर है। नगर परिषद् में फौगिंग मशीन है लेकिन वह सफेद हाथी साबित हो रहा है। शहर की करीब 50 से 55 हजार की आबादी प्रतिदिन मच्छरों से रूबरू हो रही है। नरकटियागंज के मच्छर छोटे नहीं बल्कि औसत से बड़े आकार के होते हैं। अंधेरे घरों में तो दिन में बैठना भी मुश्किल है, जबकि खुले घरों में शाम होते ही आम लोग मच्छर अगरबत्ती जलाने को विवश हो जाते है। गरीबों के लिए धुँआ करने की विवशता होती है, जिसके लिए पड़ोसियों से आये दिन झगड़े होते रहते है। तत्कालीन जद यू के सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो के क्षेत्रीय विकास निधि से खरीदा गया फौगिंग मशीन यू ही बेकार पड़ा है, लेकिन दवा के आभाव में मच्छररोधी दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। जिससे शहर में मलेरिया जैसे रोग का प्रकोप बढता जा रहा है। नरकटियागंज सरकारी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ चन्द्रभूषण बताते है कि शहर में बुखार के आने वाले मरीजों में मलेरिया ग्रस्त लोगों की संख्या अधिकाधिक होती हैं।

नगर परिषद् मस्त नगरवासी पस्त, घर से उँची नाली और सड़के बनी पहचान

नरकटियागंज(पच) नगर परिषद नरकटियागंज के कार्यकलाप से शहरवासी उब से गये है। शिकारपुर के वर्चस्व को समाप्त कर जब सुनिल कुमार के नेतृत्व में शहर में एक नयी व्यवस्था प्रारम्भ हुई तों लोगों को ऐसा लगा मानों शहर का कायाकल्प हो जाएगा। किन्तु देखते-देखते शहर के लोगों को इस बात का एहसास हो गया कि उन्हें अपने लोगों ने गैरों की अपेक्षा ज्यादा ठग लिया है। नगर परिषद के सभापति व उप सभापति ने पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर विकास कार्यों को अंजाम देना प्रारम्भ  किया, जिससे नगर परिषद मानों नरक परिषद में तब्दिल हो गया। सभापति सुनिल कुमार ने शहर के मुख्य नालों की सफाई कराया और लोगांे की वाह-वाही लूटी, उस दौरान मुख्य नाला कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया, यथा गौशाला के पास, डाॅ.लक्ष्मी प्रसाद के सामने, थाना के सामने स्थित समाचारपत्र  के कार्यालय के सामने नाला टूट गया। उसके बाद पूर्वाग्रह से ग्रस्त जनप्रतिनिधियों ने क्षतिग्रस्त नाले की मरम्मत तक नहीं कराया। निर्वाचित जन प्रतिनिधि, तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक सतीशचन्द्र दूबे, तत्कालीन क्षेत्रीय सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो मानों जन समस्याओं की तरफ से कुछ नहीं बोलने व करने की कसम खा रखी है। नगर परिषद को मिली राशि का जितना दुरूपयोग विŸाीय वर्ष 2013-2014 में हुआ, सम्भवतः इसके पूर्व नहीं हुआ होगा। तत्कालीन नगर पंचायत की अध्यक्षा रश्मि वर्मा के समय में भगवती सिनेमा रोड (महात्मा गाँधी मार्ग) के उँचीकरण के विरोध में शहर के प्रबुद्धजनों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। अलबŸाा स्वयं उन्हे जब काम करने का मौका मिला तो एक सड़क कौन कहे पूरे शहर की सड़को को दो से तीन फीट उँचा उठा दिया गया और किसी ने चूँ-चपड़ तक नहीं किया। वर्तमान विधायक रश्मि वर्मा ने शहर के टूटे नाले की मरम्मत कराने के लिए पहल करने की बात कही है। विकास कार्य में लगी एजेन्सी वैभव कन्सट्रक्शन ने एक-दो अपवाद छोड़ मानो पूरे शहर को खरीद लिया है और मनमाने ढंग से काम किया, नियमानुसार पुराने सड़क को उखाड़ कर वहाँ नया निर्माण करना चाहिए, लेकिन यहाँ पुराने सड़क के उपर पीसीसी कर दिया गया। वैभव कन्सट्रक्शन के कार्याें की जाँच के लिए किसी नगर पार्षद, विधान पार्षद, विधायक या सांसद तथा राजनीतिक दल से जुडे़ किसी ने कहीं कोई आवाज नहीं उठाया, मानों सबको साँप सूँघ गया हो। नगर परिषद के नन्दपुर, दिउलिया और खोंड़ी में गरीबों का घर सड़क से तीन फीट नीचे हो गया है। सामान्यतया वर्षा होने पर सभी पानी उनके घर में घुस जाता है।

दुर्गावती हत्याकाण्ड पुलिस की छापेमारी जारी अभियुक्त घर छोड़कर फरार

नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के मुरली-भरहवा गाँव में छठू राम की बहू की शादी के मात्र 5 माह में ही जलाकर मारने की हृदयविदारक घटना के उपरान्त पुलिस की उपलब्धि शुन्य है। उल्लेखनीय है कि महेशपुर गाँव शिकारपुर थाना निवासी स्व.मथुरा राम की भतीजी और गोखुल राम की पुत्री दुर्गावती विगत मइ्र्र 2014 को छठू राम के पुत्र अनिल कुमार उर्फ अनील राम के साथ ब्याहकर गौनाहा थाना के मुरली भरहवा गाँव लायी गयी। हमारे सूत्र बताते है कि दुर्गावती को उसके पिता ने राजमिस्त्री का काम करने वाले दामाद के लिए अपने शक्ति अनुरूप एक लाख चालीस हजार रूपये दहेज तय कर शादी सम्पन्न कराया। शादी के पूर्व एक लाख तीस हजार रूपये भुगतान कर दिया। उसके बाद गोखुल राम गोरखपुर रिक्शा चलाने चला गया। उधर उसकी पुत्री दुर्गावती कुमारी उर्फ दुर्गावती देवी को महज दस हजार रूपये के लिए लगातार प्रताड़ना मिलता रहा। मृतका के परिजनों के अनुसार दुर्गावती ने अपने ससुराल वालों के मोबाईल से सात अक्टूबर 2014 को अपनी माँ से बात किया और कहा कि माँ 10000 दस हजार रूपये भेज दो अन्यथा ये लोग रहने नहीं देंगे। उसकी माँ ने कहा कि अभी तुम्हारे बाबूजी नहीं है और रूपये भी नहीं है जब रूपये हो जाएँगे तो समय पर भेजवा देंगे। लेकिन उसकी माँ को क्या पता कि बेटी से ये आखिरी बातचीत है। 09 अक्टूबर 2014 को उसे घर में बन्द कर आग के हवाले कर दिया गया। बुरी तरह जली अवस्था में गौनाहा पुलिस को अपने बयान में दुर्गावती ने बताया उसके ससुर छठू राम, पति अनिल, सास सुशिला देवी और देवर ब्रजेश ने उसे मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगाया। उधर मामले की जाँच प्रतिवेदन के बाद थानाध्यक्ष गौनाहा ने बताया कि घटना स्थल के निरीक्षण के दौरान सभी नामजद फरार बताये गये, आग से जलने की पुष्टि भी उन्होने की। गौनाहा थानाध्यक्ष चन्द्रभूषण शुक्ला ने बताया कि इस संबंध में काण्ड संख्या 111/14 दर्ज कर लिया गया है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है, जबकि दुर्गावती के शव का पोस्टमार्टम हो गया है और उसके प्रतिवेदन की प्रतीक्षा है। हालाकि बयान देने के समय मरनासन्न दुर्गावती 70 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी थी। इधर प्रशासन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि दहेज और अनुजाति, जनजाति उत्पीड़न के मामले ज्यादातर गलत होते हैं। अब देखना यह है कि गौनाहा पुलिस दहेज हत्या के इस मामलें को सच ठहराती है या झुठ यह तो आनेवाला वक्त बताएगा।

शिक्षक नियुक्ति में फँसा शिक्षा विभाग, आरक्षण रोस्टर घोटाला उजागर

नरकटियागंज (अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागंज के शांतिनगर मूल की बेतिया निवासी गायत्री कुमारी ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर होने वाली बहाली में बिहार सरकार व उसके अधिकारियों की मिली भगत से करीब ढाई हजार बेरोजगारों के हितों की अनदेखी का मामला उजागर किया है। बिहार में विगत वर्ष सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर हुई शिक्षक नियुक्ति में आरक्षण नियमों की अनदेखी का मामला उजागर हुआ है। बिहार सरकार 34540 शिक्षकों की बहाली सरकारी नियमानुसार कोटिवार करके नियुक्ति के उपरान्त बचे हुए 2276 सीटों पर पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी थी। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया और पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों की हकमारी करते हुए, शिक्षा मंत्री पी.के.शाही ने सामान्य कोटि के उम्मीद्वारों को लाभ पहुँचाने के लिए उन सभी सीटों पर सामान्य कोटि के अभ्यर्थी की नियुक्ति करा ली। बेतिया की अभ्यर्थी गायत्री कुमारी ने इस आशय से संबंधीत पत्र नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार 24 दिसम्बर 2013 को प्रेषित किया। उक्त पत्र के साथ बहाली की आरक्षण नियमावली, कन्टेम्ट पीटीसन 297/2007, राज्य पिछड़ा आयोग के पत्रांक 01/2012/13 दिनांक 18 जनवरी 2012, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पत्रांक 1639 दिनांक 18 जुलाई 2013, निदेशक प्राथमिक शिक्षा के पत्रांक 841 दिनांक 11 दिसम्बर 2012 संलग्न करते हुए श्रीमती कुमारी ने न्याय की गुहार लगायी, लेकिन करीब 10 माह बीत जाने के बावजूद आशा की कोई किरण नहीं दिख रही है। गौरतलब है कि बिहार सरकार के संकल्प संख्या 11/आ0 04अनि 105/90 का0 49 दिनांक 12 04 1991 में स्पष्ट कर दिया है कि अत्यन्त पिछड़े वर्ग की रिक्तियों को पिछड़े के उम्मीद्वारों से एवं पिछड़े वर्ग को अत्यन्त पिछड़े वर्ग के उम्मीद्वारों से भरे जाने का स्पष्ट प्रावधान किया गया है। लेकिन सरकार के उपर्युक्त संकल्प संख्या के नियमों का उलंघन कर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक तबके के उम्मीद्वारों के साथ नाइंसाफी किया है।
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