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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (14 फ़रवरी)

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सवाल खड़े कर रहा बहुगुणा का सीएम की कार्यशैली पर उंगली उठाना 

देहरादून, 14 फरवरी(निस)। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की सीएम की कार्यशैली पर उंगली उठाना कई सवाल खड़े कर रहा है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री जनता में सरकार के कार्य का अच्छा संदेश देने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं सरकार के भीतर सियासतदां के बीच छिड़ी जंग कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। बहुगुणा खेमा द्वारा लगातार मंत्रीमंडल में फेरबदल की मांग के बावजूद भी सीएम का फेरबदल को न कहना पूर्व सीएम की नाराजगी की प्रमुख वजह माना जा रहा है। वहीं पिछले तीन साल से सरकार के अंदर हो रही खींचतानी से जनता के हित में की गई घोषणाओं पर तेजी से काम नहीं हो पा रहा है। जिससे यह कहना गलत नहीं होगा कि दिग्गजों की सियासत जन की फजीहत का रास्ता तैयार कर रही है। हालात यह है कि जनहित के लिए सरकार की सक्रियता बढ़ते ही सरकार में अपनो के द्वारा ही सियासत गर्मा जाती है। बताते चले कि वर्तमान सरकार में दो दिग्गजों के सियासत ही खुद सरकार के कामकाज को प्रभावित कर रहे हैं। सरकार में स्वंय को उपेक्षित महसूस कर रहा बहुगुणा खेमा लगातार सरकार पर उठा रहे हैं। हालात यह है कि सरकार की जनहित के प्रति सक्रियता बढ़ते ही यहां बयानबाजी के जरिए सियासत तेज हो जाती है। सीएम हरीश रावत ने अपने अंदाज में सिस्टम को सुधारने और जनता तक सरकार के अच्छे कार्य का संदेश देने की योजना बनाई तो बहुगुणा खेमा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा कर दी। जिससे सरकार का काफी समय दिल्ली से लेकर देहरादून तक नाराज पूर्व सीएम को मनाने में चला गया। यही हाल बहुगुणा सरकार के कार्यकाल में भी देखने को मिला था। जनता के दर्द को स्वंय जानने के लिए बहुगुणा सरकार ने योजना बनाई लेकिन हरीश रावत खेमा द्वारा सरकार की नीति पर उंगली उठ गई। जिसके बाद विजय बहुगुणा भी नाराज कांग्रेसियों को मनाने में जुट गए। वर्ग चार की जमीन को लेकर कांग्रेस के दो दिग्गजों के बीच छिड़ी जंग अभी शांत नहीं हुई है। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की हाईकमान से की गई शिकायत के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई। बहुगुणा के रावत सरकार पर उंगली उठाने के बाद विपक्षी दल को भी राज्य सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। वहीं दो साल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जनता तक कांग्रेस सरकार की पकड़ बनाने की योजना भी अधर में दिखाई दे रही है।
मंत्री मंडल में फेरबदल को लेकर महीनों से उत्पन्न हुई सियासी हलचल रूकने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व सीएम विजय बहुुगुणा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में वर्ग चार की जमीन पर की गई घोषणा पर कार्यवाही नहीं होने पर जनाक्रोश रैली की घोषणा की। लेकिन कैबिनेट में यह मुददा आने के बाद भी पूर्व सीएम की नाराजगी अभी दूर नहीं हो पाई है। वर्ग चार की जमीन के जरिए पूर्व सीएम सरकार की नीति को घेरना चाहते हैं। चर्चा है कि सरकार में स्वंय को उपेक्षित कर रहे विजय बहुगुणा और उनका खेमे को सरकार का अंदाज खटक रहा है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य की सियासत में जो अंदाज अपनाया है। उससे बहुगुणा खेमा के कुछ लोगों को अपना राजनीतिक कद छोटा महसूस हो रहा है। समाज कल्याण मंत्री सुरेंद्र राकेश के निधन के बाद खाली हुई मंत्री की कुर्सी के बाद भी मंत्रीमंडल विस्तार और फेरबदल पर सीएम की न भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है। 

कांग्रेस ने  मनायी महर्षि दयानन्द जयन्ती                     

देहरादून,14 फरवरी (निस)। प्रदेष कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष किषोर उपाध्याय ने महान स्वतत्रता आन्दोलन के प्रेरक समाज सुधारक महर्षि दयानन्द सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर जयन्ती के अवसर पर उनके कांगे्रस पार्टी और स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान को स्मरण किया। श्री उपाध्याय षनिवार को कांग्रेस भवन में महर्षि दयानन्द की जयन्ती पर आयोजित विचार गोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होने 1857 के क्रान्ति से पूर्व देषी राजे रजवाडों को अंग्रेजी शासन के विरूद्व स्वराज स्थापना के लिए प्रेरित किया जिसका परिणाम 1857 की गदर के बाद रियासदों और ब्रिटिष हुकुमत के बीच स्वतंत्रता के लिए संघर्ष तेज हो गया। उन्होनें कहा कि 1875 में महर्षि दयानन्द द्वारा स्थापित आर्य समाज के देषभर में फैले कार्यकर्ताओं 1885 में स्थापित कांगे्रस पार्टी को मजबूत बनाने और उसके नेतृत्व में चल रहे स्वतंत्रता आन्दोनल में महति योगदान दिया उनके इस अनोखे योगदान को कभी भूला नही पायेगी। इस अवसर पर प्रदेष मीडिया समन्यक सूरेन्द्र सिंह आर्य ने कहा कि देश में क्रांन्तिकारिेयों की एक नई जमात खडी करने में महर्षि दयानन्द द्वारा स्थापित आर्य समाज का बहुत बडा योगदान रहा, उन्होनें धर्म के पाखण्ड स्वरूप समाजिक  कुरितियों स्त्री शिक्षा, विधवा विवाह की अलख जगाई, उन्होनें सबसे पहले हिन्दू धर्म के भीतर मौजूद जाति व्यवस्था पर तिखे हमले कर छुवाछूत को दूर करने का अभियान तेज किया, जिस योगदान को हम कांगे्रसजन याद कर उनके ़़ऋणी रहेगें। इस अवसर पर मुख्य समन्वयक जोत सिंह बिष्ट, प्रदेष कार्यक्रम प्रभारी राजेन्द्र शाह, प्रदेष महिला कांग्रेस अध्यक्षा सरोजनी कैन्त्यूरा, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल तोता राम काला ,चन्द शर्मा, महेन्द्र सिंह चैधरी, सुवर्षा पाॅल, कमलेष रमन, बीना बिष्ट, टीका राम पाण्डेय, धर्म सिंह पंवार, सुरेन्द्र सिंह रांगड, महेन्द्र राणा प्रमुख, सूरज नेगी, तरूण पन्त, हरीष जोषी, नवीन जोषी, विजय लक्ष्मी गुसांई, नजमा खान, सुलेमान अली, नासिर हुसैन आदि उपस्थित थे।  

सेमी गांव के पीडि़तों को मिलेंगे आशियाने

देहरादून,14 फरवरी (निस)। वर्ष 2013 में आई आपदा से पूरी तरह से तबाह हुए रूद्रप्रयाग के सेमी गांव के पीडि़तों की उम्मीद फिर से जागी है। अब प्रशासन ने गांव के पीडि़त परिवारों के विस्थापन की कार्रवाई शुरू कर दी है। वर्ष 2013 के 16 व 17 जून को मंदाकिनी नदी में आई बाढ़ से मंदाकिनी नदी व गौरीकुंड हाईवे से सटा हुआ ऊखीमठ विकास खंड के सेमी गांव में जबरदस्त भूधसाव हो गया था। इसमंे पूरी पहाड़ी दरक गई थी, जिससे गांव के भवन जमीन में धस गए थे। जो भवन इस आपदा में बच गए वह रहने लायक नहीं रहे गए थे। खतरा देख ग्रामीण घरबार छोड़कर अन्य सुरक्षित स्थानों में रहने को चले गए। बाद में यह लोग सरकार से इनके अन्य सुरक्षित जगहों पर विस्थापन की मांग करते रहे लेकिन आज तक इन गांवों का विस्थापन नहीं हो पाया है। वर्तमान में कई परिवार किराये के भवनों में रह रहे हैं। आपदा में गांव से सटे गौरीकुंड हाईवे को भी भारी नुकसान पहुंचा था। अब सरकार ने इनकी सुध ली है। यहां के 21 परिवार ऐसे है जिनके भवनों को बनाने में विश्व बैंक की मदद ली जाएगी। गांव के विस्थापन के लिए जिलाधिकारी ने सेमी गांव के ग्रामीणों के साथ बैठक कर इसका खाका तैयार किया। जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने ग्रामीणों को बताया गया कि गांव के 48 परिवारों का पुनर्वास किया जाएगा। 21 परिवारों को ओडीसीएच के तहत ऋण देकर लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव के लगभग 48 परिवारों का पुनर्वास किया जाना है। जिसमें से 21 परिवारों को ओडीसीएच (विश्व बैंक) के तहत लाभान्वित किया जाएगा। जबकि शेष परिवारों पुनर्वास एवं विस्थापन के लिए मानको के अनुरूप राजकीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने राजस्व कर्मियों को निर्देश दिए कि कोई परिवार विस्थापन की मांग करता है या फिर किसी कारणवश विस्थापन की सूची में शामिल नहीं हो पाया है तो ऐसे मामलों की जांच कर सूची में सम्मिलित किया जाए। डीएम ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि पुनर्वास के तहत निर्मित भूखंडों की भूगर्भीय जांच के उपरान्त ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

चिट फण्ड के नाम पर करोड़ो की ठगी, तीन पर मुकदमा

देहरादून, 14 फरवरी(निस)। डालनवाला थाना क्षेत्र के अंतगर्त चिट फण्ड के नाम पर करोड़ो की ठगी का माामला सामने आया है। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। वहीं आरोपितो में से एक की गुमशुदगी की शिकायत भी थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले के हर पहलू पर काम कर रही है।  जानकारी देते हुए एसओ अनिल जोशी ने बताया कि चिट फण्ड के नाम पर क्षेत्र में काफी पहले से कमेटी चल रही थी। इसमें क्षेत्र के कई लोग शामिल थे। हर व्यक्ति द्वारा एक निश्चित धनराशि चिट फण्ड के मुख्य कार्यकर्ता गुलशन कुकरेजा, को दी जाती थी। जिसके बाद किसी भी सदस्य को रूपयों की आवश्यकता होने पर उसे रकम दी जाती थी। चिट फण्ड जैसी कमेटी अधिकतर विश्वास के बूते किया जाने वाला काम है। जो मुश्किल समय पर जरूरत मंद व्यक्ति के लिए मददगार साबित होता है। लेकिन डालनवाला क्षेत्र में इसका उल्टा हो गया। कमेटी का रूपया जमा करने वाले मुख्य सदस्य ही करोड़ों का धन लेकर भाग गये। साथ ही पुलिस ने बताया कि कुल रूपया करीब दो करोड़ के करीब बताया जा रहा है। कमेटी करने वाले वाले व उसमे रूपया जमा करने वाले सभी अधिकतर एक दूसरे के प्रचित है। जिसके बूते विश्वास पर लोगों द्वारा हर महिने मोटी रकम जमा की जाती है। वहीं पुलिस ने गुरूचरण अरोड़ा पुत्र स्वर्गीय रोशनलाल निवासी नानक विहार चंदन नगर ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले के हर पहलू पर काम कर रही है। साथ ही पुलिस ने बताया कि जिन पर मुकदमा दर्ज कराया है। वो लोग अभी भागे नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

सड़क हादसे में अधेड़ की मौत

देहरादून, 14 फरवरी(निस)। डोईवाला थाना क्षेेत्र के अंतर्गत शनिवार सुबह करीब दस बजे वैगनार चालक महिला ने एक मोटरसाईकल सवार वर्मा दंपत्ति को जबरदस्त टक्कर मार दी। जिससे अधेड़ पुरूष की मौके पर मौत हो गई। महिला को प्रत्यक्षदर्शियों की मदद से जोलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं आरोपी महिला की कार को सीज कर दिया गया है। वहीं पुलिस आरोपी महिला के खिलाफ संलिप्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत हरिद्वार से आ रही वैगनार कार जिसमें चालक महिला समेत एक बच्ची व चार अन्य महिलाये सवार थी। इसी दौरान जैसे ही कार ने रफ्तार पकड़ ली। मंणि माई के पास पहुंची तेज रफ्तार कार ने सामने से आर रही मोटर साईकिल को सामने से जबरदस्त टक्कर मार दी। जिससे मोटरसाईकिल सवार वर्मा दंपत्ति सड़क पर गिर पड़े। वहीं हादसे के बाद रमेश वर्मा उम्र-55 वर्ष पुत्र राम स्वरूप निवासी पटेल नगर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकी प्रत्यक्षदर्शियों की मदद से गंभीर रूप से घायल पत्नी बाला देवी को जोलीग्रांट में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं हादसे के बाद मृतक के परिजनों की ओर से आरोपित महिला पर गैरइरातन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी महिला की कार को सीज कर दिया है। वहीं पुलिस हादसे की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी है। शव पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं एक अन्य मामलें में पुलिस ने रायपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुखबिर की सूचना पर एक युवक को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से ३७५ बोर का तमंचा व जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस ने आरोपी युवक की पहचान राजतिलक प्रसाद निवासी बंजारावाला नेहरू कालोनी के रूप में दी है। पुलिस ने उसके खिलाफ संलिप्त धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। जिसके बाद आरोपी कोर्ट से जेल भेज दिया जायेगा। 

बजरंद दल ने किया वैलेनटाइन डे का विरोध 

देहरादून, 14 फरवरी(निस)। बजंरग दल, विहिप एवं दुर्गावाहिनी ने बजरंग दल ने वैलेन्टाइन डे को मनाने का विरोध जताते हुए लैन्सडाउन चैक पर प्रदर्शन किया।  इस मौके पर प्रदर्शन करते हुए जिला संयोजक अमित तोमर ने कहा कि वैलेन्टाइन्स डे को मनाने का प्रचलन मात्र तीन दशक पहले अमरीका में प्रारम्भ हुआ और देखते ही देखते पूरा विश्व इसकी चपेट में आ गया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ग्रीटिंग कार्ड एवं गिफ्ट बनाने वाली दो कम्पनियों आर्चिज गैलरी एवं हॉलमार्क को इस आयोजन का जनक कहा जाता है। जिन्होंने वैलेन्टाइन्स डे को एक कथाकथित काल्पनिक सन्त वैलेन्टाइन से जोड़ा एवं केवल अपने ग्रीटिंग कार्ड और गिफ्ट आईटम की मार्केटिंग करने और बचने हेतु वैलेन्टाइन डे का आयोजन करने लगे। उन्होंने हा कि आज स्थिति यह है कि पूरे विश्व में युवा करीब 18 अरब डालर प्यार के इस झूठे पर्व पर खर्च करते है, केवल भारत में ही ये विदेशी कम्पनियां तकरीबन तीन अरब डालर का करोबार वैलेन्टाइन सप्ताह में कर लेती है जिनसे भारत की अर्थव्यवस्था को गहरी क्षति पहुंचती है। उन्होंने आगे कहा कि वैलेन्टाइन्स डे और वैलेन्टाइन का पूरा सप्ताह एक संकीर्ण मानसिकता की उपज है, जहां प्रेम का जमकर उपहास किया जाता है क्योंकि प्रेम जैसा पवित्र रिश्ता एक दिन में नही बनता, अपितु प्रेम विश्व का सबसे पवित्र रिश्ता है। हिन्दू विवाह पद्धति में सातजनम तक साथ निभाने का वचन वर बधू लेते है जिससे यह प्रतीत होता है कि हिन्दू रीति रिवाजों में दाम्पत्य जीवन में प्रेम को सबसे ऊपर रखा गया है। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए दुर्गावाहिनी की प्रान्त सहसंयोजिका रीता गोयल ने कहा कि वैलेन्टाइन डे जैसे खोखले आयोजनों से भारतीय समाज पर पश्चिमी सभ्यता को थोपने का षडयंत्र विगत तीन दशकों से रचा जा रहा है। भारत का युवा आज इस संकीर्ण सोच के जाल में पूर्णतरू फंसता जा रहा है। जिस कारण आज भारत में लिव इन रिलेशनशिप का प्रचलन बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि प्यार के नाम पर वैलेन्टाइन डे एवं पूरे वैलेन्टाइन्स सप्ताह में जमकर अराजकता एवं अश्लीलता फैलायी जाती है जिसे हिन्दू समाज कदापि बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रदर्शन के दौरान रीता गोयल, दिनेश लेखवाड़, समय शर्मा, दर्शन लालभम, शहद आर्य, अमित गौतम, गौरव ढिगिया, अजय कुमार, विकास कुमार, आशु रतूडी, प्रेरित पुण्डीर, अंकुर थपलियाल, हरेन्द गहलोद आदि मौजूद थे। 

आंदोलनकारियों ने सरकार पर लगाया उपेक्षा का आरोप 

देहरादून, 14 फरवरी(निस)। उत्तराखंड राज्य निर्माण चिन्हित आंदोलनकारी मंच ने सरकार पर गोलमोल रवैये का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वे लम्बे समय से तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है जिसके बाद भी लगातार उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। यह बात शहीद स्मारक में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए मंच के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह भंडारी ने कहीं। उन्होंने कहा कि वे दो अक्टूबर को शहीद दिवस पर शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री को विभिन्न मांगों को कैबिनेट में स्वीकृति दिलाने हेतु वायदे किये परन्तु सभी झूठे साबित हुये जिससे खिन्न होकर मातृशक्ति को 24 जनवरी व 11 फरवरी को पेड़ पर चढना पड़ा फिर भी संवेदनहीन सरकार मूकदर्शक बना रहा। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति पेड़ से नीचे उतर गयी, परन्तु मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री द्वारा आंदोलनकारी मातृ शक्ति को यह कहकर अपमान किया कि पहाड़ की महिलायें पेड़े पर चढ़ती रहती है। मंच ने निर्णय लिया है कि आगामी कैबिनेट बैठक मे समान पेंशन पांच हजार रूपये देने पर निर्णय लिया तो मंच के पदाधिकारी दिल्ली जाकर कांग्रेस मुखिया सोनिया गांधी से न्याय की गुहार लगायेगे एवं प्रदेश के समस्त जिलों में धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री वाजपेयी द्वारा उत्तराखंड राज्य को दिया जाने वाला विशेष आर्थिक पैकेज व विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मांग करेगे। उन्होंने राज्य में चारों जिलो यमनोत्री, डीडीहाट, कोटद्वार और रानीखेत  बनाने में सरकार दिलचस्पी नहीं दिखा रही है, उन्होंने कहा कि प्रदेश में पीडब्लूडी व एनएच द्वारा छोटे ठेकेदारों से काम न लेकर बाहर से आयातित कम्पनियों द्वारा काम कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग व चमोली में २०१० से आपदाग्रस्त घरों के पुर्नवास व विस्थापन हेतु आज तक गांव व घर चिन्हित नहीं किये गये है। इसम मौके पर लक्ष्मी नेगी, राकेश भटट, भूमा रावत, सावित्री रावत, यशोदा रावत, लोक बहादुर थापा, सुन्दर सिह रावत, रविन्द्र प्रधान, गंभीर सिंह परमार, राधाकृषण उनियाल, लक्ष्मी नारायण लौहानी आदि मौजूद थे। 

हाईकमान से सलाह लेने दिल्ली पहुंचे सीएम रावत
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देहरादून, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को अचानक दून से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दोपहर होने से पहले ही वह दिल्ली पहुंच चुके थे। मुख्यमंत्री के इस दिल्ली प्रवास कार्यक्रम को काफी छोटा बताया जा रहा है। अधिकृत तौर पर बताया गया है कि मुख्यमंत्री दिल्ली में दो विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। लेकिन, उनकी इस दिल्ली दौड़ के कुछ और मायने भी निकाले जा रहे हैं। सियासत में रूचि रखने वाले सूत्रों का मानना है कि मुख्यमंत्री दिल्ली प्रवास के दौरान किसी तरह पार्टी हाईकमान से मुलाकात की भी कोशिश करेंगे। शुक्रवार उनके धुर विरोधी और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की सोनिया गांधी से हुई मुलाकात सुर्खियों में है। माना जा रहा है कि सीएम हरीश रावत पार्टी सुप्रीमो और बहुगुणा के बीच हुई इस मुलाकात के इंपैक्ट पर पानी फेरने का प्रयास भी करेंगे। कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश के निधन से मंत्रिमंडल में खाली हुई एक सीट और भगवानपुर में प्रस्तावित विस उपचुनाव सहित सरकार में कार्यकर्ताओं को दायित्व व प्रदेश कार्यकारिणी के गठन आदि कई अहम बिंदुओं पर हाईकमान से उनकी चर्चा होने की भी संभावना है। राज्य में अपनी सरकार के कामकाज और विरोधी गुट के अड़ेंगे का फीडबैक भी वह हाईकमान के सामने रख सकते हैं। मुख्यमंत्री की कोशिश होगी कि यदि हाईकमान से चर्चा हुई तो इन बिंदुओं को जोरशोर से उठाया जाए। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बाद अब मुख्यमंत्री हरीश रावत की दिल्ली दौड़ सूबे की सियासत को कितना गर्माती है और क्या नया गुल खिलाती है, यह आने वाला समय ही बताएगा। मौका छोडने को तैयार नहीं बहुगुणापूर्व सीएम विजय बहुगुणा अब मुख्यमंत्री हरीश रावत को घेरने का एक भी मौका छोडने को तैयार नहीं है। उनकी कोशिश है कि हर तरह से मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ाया जाए। बहुगुणा ने अब सीधे तौर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत की कार्यशैली और उनके रुख पर निशाना साध लिया है। इस मषक्कत में पिछले दिनों लैटर बम फोड़कर अपनी मांग मनवाने के बाद अब बहुगुणा सोनिया दरबार में हाजिरी लगा आए। सोनिया गांधी से हुई इस मुलाकात में उन्होंने उत्तराखंड में संगठन और सरकार की गतिविधियों और जनता की शिकायतों का फीड अपने तरीके से दिया। सूत्रों का कहना है कि मुलाकात में बहुगुणा ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली को लेकर अपनी नाराजगी काफी तल्ख अंदाज में रखी। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से हुई बातचीत में इस बाबत साफ संकेत भी दिया। उन्होंने दो टूक कहा कि जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने और पार्टी के चुनावी वायदों को पूरा करने के लिए सरकार का गंभीर होना जरूरी है। इसके लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत को अपनी कार्यशैली और रुख में बदलाव लाना होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सियासत में कुछ भी संभव है, इसलिए वे हमेशा आशावान और उर्जावान रहकर काम करने में विश्वास रखते हैं।
भाजपा विधायक को भारी पड़ा एमएसजी फिल्म की रैली को हरी झंडी दिखाना
देहरादून, 14 फरवरी(निस)। भाजपा के रूद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल को एमएसजी फिल्म के प्रचार के लिये निकाली गई रैली को हरी झंड़ी दिखाना भारी पड़ गया। सिक्ख समाज की भारी नाराजगी की बीच शनिवार को ठुकराल ने आखिरकार खेद व्यक्त कर ही दिया है। पिछले दिनों भाजपा के विधायक ने एमएसजी फिल्म के प्रचार के लिये निकाली गई रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। उनका रैली को झंडी दिखाना भारी पड़ गया था,सिक्ख समाज से जुड़े लोगों ने ठुकराल के इस कृत्य पर भारी नाराजगी जताई थी और कहा था कि ऐसे व्यक्ति की फिल्म की रैली की ठुकराल ने झंडी दिखाई है जो सिक्ख विरोधी रहा है। इसको लेकर सिक्ख समाज के लोगों ने ठुकराल के खिलाफ प्रदर्शन कर उनका पुतला भी फूंका था,और मांग की थी कि विधायक को सिक्ख समाज के लोगों से माफी मांगनी चाहिये। ठुकराल के प्रति सिक्ख समाज से जुड़े लोगों में भारी आक्रोश और गुस्सा था। जिसे देखते हुए भाजपा विधायक को बेकफुट पर आना पड़ा और शनिवार को एक बयान जारी कर उन्हे सिक्ख समाज से खेद व्यक्त करना पड़ा। भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल ने अपने बयान में कहा कि मैं समाज का प्रतिनिधि होने के नाते एक शोभायात्रा को मात्र हरी झंडी दिखाई थी, न कि मैने किसी भी पिक्चर का उद्धघाटन भी नहीं किया गया। मुझे तो इस पिक्चर की कोई भी जानकारी भी नहीं है। मैने कभी भी गुरुग्रंथ साहिब या सिक्खी का अपमान नहीं किया है। यदि मेरे किसी भी कदम से यदि किसी की भी भावनाएं आहत हुई है तो मैं इस पर सिक्ख समाज के समझ खेद व्यक्त करता हूँ। इससे पहले संत राम रहीम गुरमीत इंसान द्वारा बनाई गई फिल्म एमएसजी का रुद्रपुर में जमकर विरोध किया गया था। इसकों लेकर सिक्ख समाज के कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिलकर फिल्म के रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। भारी विरोध के चलते और सिक्ख समाज की भारी नाराजगी के कारण जिला प्रशासन ने एमएसजी के रिलीज पर पूूरे जिले में रोक लगा दी थी। शुक्रवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा ने एमएसजी फिल्म पर रोक लगाने के लिये सिक्ख समाज और जिला प्रशासन के लोगों का आभार भी व्यक्त किया था।

हिमाचल की विस्तृत खबर (14 फ़रवरी)

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मुख्यमंत्री ने किए जयसिंहपुर में करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास

धर्मशाला, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।     मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज कांगड़ा जिले के अपने शीतकालीन प्रवास के तीसरे दिन जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किये। मुख्यमंत्री ने जयसिंहपुर में 4.45 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 50 बिस्तरों के अस्पताल तथा 3.85 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचरूखी के अतिरिक्त भवन की आधारशिलाएं रखीं। उन्होंने भुआना में 1.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने दगोह में 58.78 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना तथा संघोल में 3.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई आपूर्ति योजना की आधारशिलाएं भी रखीं।   जयसिंहपुर में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जयसिंहपुर तथा सुजानपुर के धरोहर चौगानों के साथ-साथ प्रदेश के किसी भी हिस्से में स्थापित चौगानों के संरक्षण की आवश्यकता है। इन चौगानों में अतिक्रमण की स्वीकृति नहीं दी जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि क्षेत्र के लोग इन ऐतिहासिक चौगानों के संरक्षण के लिए आगे आएंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जयसिंहपुर के चौगान की सुंदरता को बनाए रखने के लिए सरकार पर्याप्त सहयोग देगी। श्री वीरभद्र सिंह ने जयसिंहपुर कॉलेज में विज्ञान खंड के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर अस्पताल, जिसका आज लोर्कापण किया गया है, में आरम्भिक तौर पर 20 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी तथा शीघ्र ही यहां अतिरिक्त खंड का निर्माण किया जाएगा ताकि 30 अतिरिक्त बिस्तरों की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने जयसिंहपुर में स्थान की उपलब्धता पर बस अडडे के निर्माण की घोषणा भी की। उन्होंने भुलांदर में पैदल चलने योग्य पुल, संघोल एवं लाहरू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने तथा माध्यमिक पाठशाला रोपड़ी को स्तरोन्नत कर उच्च पाठशाला करने की घोषणाएं की। वीरभद्र सिंह ने जयसिंहपुर में पूर्व में बंद किए गए वन विभाग के रेंज आफिस को पुन: आरम्भ किया, जिससे 11 पंचायतों की लगभग 80 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी। उन्होंने बंदाहू-बैरघाटा मार्ग पर 2 पुलों की आधारशिलाएं भी रखीं, जिनके निर्माण पर 5.70 करोड़ रुपये व्यय होंगे। उन्होंने कोसरी में 42.50 लाख रुपये की लागत से आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला भी रखी। उन्होंने नाहलना में 98.41 लाख रुपये की लागत से निर्मित पुल का लोकार्पण भी किया। उन्होंने सुकाड खडड पर 2.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले दंदेल पुल का शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मनरेगा के अन्तर्गत राज्य को पर्याप्त बजट उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने आशा जताई कि भारत सरकार, राज्य के हिस्से में कटौती नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि तत्कालीन यूपीए सरकार द्वारा आरम्भ की गई यह एक महत्वकांक्षी योजना है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोगों को आर्थिक मदद मिल रही है।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के लोग उनकी शक्ति हैं तथा वह उनके कल्याण के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया वह हर परिस्थिति में एकजुट होकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें तथा धर्म एवं जाति के नाम पर राजनीति करने वालों से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक है और शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल का स्थान केरल राज्य के बाद आता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक गांव को सडक़ों एवं पुलों के माध्यम से जोड़ा गया है तथा हर घर को पानी एवं बिजली की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में राज्य में लगभग 80 डिग्री कॉलेज कार्यरत हैं तथा गत दो वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार ने 17 कॉलेज खोले हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार शिवनगर कॉलेज जयसिंह को सरकारी क्षेत्र में लेगी तथा कहा कि निजी कॉलेजों को सरकारी क्षेत्र में लेने से पूर्व सरकार को उनसे प्रस्ताव मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता है तथा सरकार द्वारा नाहन, चंबा और हमीरपुर जिलों में तीन मेडिकल कॉलेज आरम्भ किए जा रहे हैं और प्रत्येक के लिए 190 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पांवटा में भारतीय प्रबन्धन संस्थान, मंडी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा अनेक राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षण संस्थान आरम्भ किए जा रहे हैं ताकि विद्यार्थियों को उनके घरों के निकट गुणात्मक एवं उच्च शिक्षा की सुविधा उपलबध हो सके। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में शिमला-परवाणु, स्वारघाट-मंडी, शिमला-ठियोग-हाटकोटी, द्रमण-सिहूंता मार्गों के फोर-लेन का कार्य प्रगति पर है।

चौरी पीएचसी के लिए साठ लाख स्वीकृत : राणा     
  • उटपुर पीएचसी के निर्माण के लिए मिले नब्बे लाख
  • प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कार्य शीघ्र होगा आरंभ

हमीरपुर, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।     सुजानपुर उपमंडल के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौरी के लिए साठ लाख का बजट स्वीकृत किया गया है तथा शीघ्र पीएचसी का निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा जबकि उटपुर पीएचसी के लिए नब्बे लाख रूपये स्वीकृत किए गए हैं तथा इस के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली गई है। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने देते हुए बताया वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सुजानपुर विधानसभा के दुर्गम क्षेत्रों में  स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का विशेष तौर पर आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में रिक्त पड़े चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों के पदों को चरणबद्व तरीके से भरा जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को उपचार की घर द्वार पर ही बेहतर सुविधा मिल सके। राजेंद्र राणा ने कहा कि ग्राम पंचायत भगेड़ा के बीड़, ग्राम पंचायत सकंदर के सिसवां, ग्राम पंचायत टिपरी के नौंहगी में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र आरंभ करने की प्रक्रिया भी चल रही है इन केंद्रों के खुलने से लोगों को सकंदर, भगेड़ा, टिपरी पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण लाभाविंत होंगे। राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा  स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से घर-द्वार पर बेहतर एवं विशेषज्ञ सेवाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। राज्य में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ किया गया है तथा उनमें आवश्यकतानुसार डाक्टर एवं अन्य स्टाफ की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित किया जा रहा है, पंचायतों की डिमांड के मुताबिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं तथा इसमें कई नई योजनाओं को सरकार द्वारा स्वीकृति भी मिली है। राणा ने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी तथा इससे पहले मिनी सचिवालय की ड्राइंग भी अप्रूपव करवाई जा चुकी है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़, स्वास्थ्य तथा शिक्षा की बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष बल दिया जा रहा है वहीं लोगों की समस्याओं का समाधान उनके घर द्वार पर करने के लिए भी प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम सरकार द्वारा आयोजित किए जा  रहे हैं।

राज्य के सौ स्कूलों में आईटी शिक्षा आरंभ : लखनपाल
  • विद्यार्थियों को मिल रहा आधुनिक तकनीक सीखने का अवसर
  • जोड़े अंब स्कूल के वार्षिक उत्सव में बच्चों ने जमाया रंग

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हमीरपुर, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य के 100 स्कूलों में सूचना, संचार एवं प्रौद्योगिकी विषय आरंभ किया गया है इन स्कूलों में प्रशिक्षित आईटी अध्यापकों की नियुक्ति भी की गई है। इन स्कूलों में विज्ञान तथा गणित विषयों को आधुनिक तकनीक के साथ पढ़ाया जा रहा है ताकि प्रतिस्पद्र्वा के इस दौर में विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण करने की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जोड़े अंब के वार्षिक उत्सव में बतौर मुख्यातिथि दी। उन्होंने कहा कि जोड़े अंब स्कूल में हेल्थ केयर एवं एग्रीकल्चर के वोकेशनल कोर्स भी आरंभ किए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को तकनीकी तौर पर दक्ष बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रत्येक गतिविधियों में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षा के साथ साथ खेलों के लिए भी बेहतर अधोसंरचना उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़सर विधानसभा क्षेत्र के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है ताकि बच्चों के साथ साथ आम लोगों को भी आवाजाही की बेहतर सुविधा मिल सके।  उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ प्रत्येक पंचायत मुख्यालय को सडक़ के साथ जोड़ा गया है ताकि कठिन भूगौलिक परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान करते हुए कहा कि गुरू शिष्य परंपरा का निर्वहन अत्यंत जरूरी है, गुरूजनों का आदर और सम्मान करने वाले विद्यार्थी हमेशा ही आगे बढ़ते हैं इसलिए सभी विद्यार्थियों को अपने गुरूओं का मान सम्मान करना चाहिए। सीपीएस ने कहा कि बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा पर भी विशेष बल दिया जाना जरूरी है ताकि बच्चे बड़े होकर देश तथा समाज के निर्माण में सकारात्मक सहयोग सुनिश्चित कर सकें। इससे पहले प्रिंसिपल सुरेश कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्कूल की वार्षिक गतिविधियों की विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। बच्चों ने रंगारंग आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। मुख्यातिथि ने मेधावी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अपनी ओर से 11 हजार की राशि भी स्वीकृत की गई। स्कूल के गणित के अध्यापक सुनील दत्त ने अपनी ओर से गणित में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को अपनी ओर से पांच-पांच सौ रूपये ईनाम स्वरूप दिए गए। इससे पहले मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मनजीत सिंह डोगरा, एसएमसी के प्रधान प्रोमिला देवी, पूर्व एसएमसी प्रधान कुलदीप डोगरा, सेवादल के संयोजक डा ख्याली राम गर्ग सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।

खाद्यान्न भंडारण हेतु निर्मित होंगे अत्याधुनिक गोदाम- बाली

धर्मशाला, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।     कांगड़ा, मंडी और शिमला में राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा आम आदमी की दुकानें खोली जायेंगी। 141वीं निदेशक मंडल की बैठक के पश्चात् परिवहन, तकनीकी शिक्षा और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, जी.एस.बाली ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के लोगों को लाभान्वित करने के लिए उपरोक्त स्थलों पर यह दुकानें खोली जायेंगी। उन्होंने कहा कि निगम के सामान के भंडारण के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा जिनमें सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इन दुकानों में टॉयर, मिट्टी का तेल, आटा, सरिया व खाद्यान्न की वस्तुओं के अतिरिक्त रोजमर्रा में प्रयुक्त की जाने वाली वस्तुओं को शामिल किया जाएगा तथा उपभोक्ताओं को बाजार से सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिमला स्थित भट्टाकुफ्र में अपना मॉल खोलने का निर्णय लिया गया है जिसमें निगम अपनी निर्धारित ब्रांड के आटे को खुली मार्किट में उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवायेगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2013-14 व 2014-15 तक निगम की आय में 9.41 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि सिविल सप्लाई की ‘‘अपनी दुकान’’ ब्रांड प्रात: 8 बजे से सायं 8 बजे तक खुली रहेंगी। श्री बाली ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम में अपनी वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच के लिए अलग से कार्यकारी निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का भी गठन किया गया है जो विभिन्न वस्तुओं की गुणवत्ता को सुधारने व कायम रखने के लिए निगरानी करेगी। उन्होंने विभागीय सैंपल लैब हेतु 10 लाख रुपए की राशि देने का भी निर्णय लिया।

ज्वालामुखी मंदिर की बजट बैठक
  • मंदिर में नये साल में 12 करोड़ 70 लाख की आय होगी 11 करोड़ होंगे खर्च

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ज्वालामुखी, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   ज्वालामुखी मन्दिर न्यास की विशेष बजट बैठक मन्दिर परिसर में विधायक संजय रतन की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें मन्दिर न्यास ज्वालामुखी के सरकारी व गेर सरकारी सदस्यों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। मन्दिर में वर्ष 2015 में अनुमानित 12 करोड़ 70 लाख के लगभग आये होने का अनुमान है जबकि मन्दिर में विकास कार्यों व अन्य कार्यों पर लगभग 11 करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे।  एस डी एम ज्वालामुखी संजीव कुमार मन्दिर अधिकारी देवी राम ने मन्दिर के बजट को विधायक संजय रतन के समक्ष रखते हुये बताया कि मन्दिर को साढ़े नौ करोड़ रूप्ये मन्दिर के दान पात्रों से 65 लाख रूपये लंगर से 40 लाख भवन मुरम्मत दान से,एक करोड़ साठ लाख एफ डी आर ब्याज से सात लाख गोल्ड बांड योजना के ब्याज से ,दस लाख रूप्ये चैक दान से व सात लाख विदेश मुद्रा के रूप में प्राप्त होंगे इसके अलावा भी कई अन्य स्रोतों से मन्दिर को आय प्राप्त होगी जबकि मन्दिर कर्मचारी आवास पर तीस लाख,शौचालय ब्लाक पर तीस लाख रूपये,संस्कृत कालेज के लिये एक करोड़ रूप्ये ,सतसंग भवन पर दस लाख रूप्ये,सराय निर्माण हेतु तीस लाख रूपये, गऊ सदन के लिये पचास लाख रूप्ये,मन्दिर की डियोढ़ी के लिये पचास लाख रूप्ये,नाला चैनेलाईजेशन मन्दिर के पीछे पचास लाख रूप्ये,चारदीवारी मन्दिर के लिये पचास लाख रूपये,पेयजल के लिये पचास लाख रूपये,विज्ञान भवन ज्वालामुखी कालेज के लिये एक करोड़ रूपये रखे गये है इसके अलावा भी कई अन्य कार्यों के लिये लाखों रूप्ये का प्रावधान किया गया है। इन सभी कार्यों पर होने वाले खर्चे को कम ज्यादा विधायक के निर्देश पर किया गया है । यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने के लिये व्यवस्था की गयी है। 

मन्दिर परिसर ज्वालामुखी में वार्षिक बजट बैठक की अध्यक्षता करते विधायक संजय रतन व अधिकारी वर्ग 
प्राचीन भैरों मंदिर के विकास के लिये पच्चास लाख रूपये का प्रावधान

ज्वालामुखी, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   ज्वालामुखी मंदिर न्यास नगर के प्राचीन भैरों मंदिर के विकास के लिये पच्चास लाख रूपये का अनुदान देगा। इस बाबत फैसला आज यहां मंदिर न्यास की संपन्न बैठक में लिया गया। ज्वालामुखी की कालीधार में स्थित प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर में मूलभूत सुविधायें जुटाने एवं सौंदर्यीकरण पर यह राशि खर्च की जायेगी। मंदिर न्यास ने बाकायदा अपने सालाना बजट में इस राशि का प्रावधान कर दिया है। मंदिर न्यास के सदस्य भवानी दत्त शास्त्री ने यह जानकारी दी।

ज्वालामुखी कालेज बना बोझ

ज्वालामुखी, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   ज्वालामुखी मंदिर न्यास के आर्थिक सहयोग से चल रहा ज्वालामुखी का डिग्री कालेज मंदिर न्यास के लिये बोझ बनता जा रहा है।  कालेज पर हर साल करीब 50 लाख रूपये खर्च हा रहे हैं। जो कि मंदिर न्यास के सारे बजट को डगमगा  रहा है। राजनैतिक कारणों से खुला यह कालेज बोझ बनता जा रहा है। कालेज को अच्छी खासी चरचा आज यहां मंदिर न्यास की बैठक में हुआ।    यही वजह है कि अब कालेज के सरकारीकरण की आवज बुलंद होने लगी है।

ज्वालामुखी मंदिर के चढ़ावे से अपनी राजनिति चमकाने का आरोप
  
ज्वालामुखी, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने आज यहां ज्वालामुखी मंदिर के चढ़ावे से अपनी राजनिति चमकाने का आरोप स्थानीय विधायक संजय रतन पर लगाया है। यहां पत्रकार वार्ता में धवाला ने कहा कि  विधायक जिस तरीके से मंदिर की चढ़ावे की राशि के चैक लोगों में बांट रहे हैं। वह गैरकानूनी है। इसका हिन्दू सार्वजनिक संस्थान एवं पूर्व विन्यास अधिनियम में कहीं कोई प्रावधान नहीं है। धवाला ने कहा कि मंदिर की आमदनी को सनातन धर्म के उत्थान एव प्रसार के साथ साथ  यात्रियों की सुविधाओं पर खर्चा जा सकता है। व विशेष परिस्थतयों में ही किसी जरूरतमंद को यह धन दिया जा सकता है।  लेकिन यहां राजनिति के आधार पर विधायक लोगों में पैसा बांट रहे हैं। जिसका कोई औचित्य ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को सी एम रिलिफ फंड से पैसा दिया जा सकता है। उन्होंने दलील दी कि मंदिर में राजनिति नहीं होनी चाहिये।  दरअसल कांग्रेस सरकार बनने के बाद ज्वालामुखी मंदिर न्यास ने एक प्रस्ताव पास कर इलाके के गरीब परिवारों को पांच हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने के लिये हामी भरी थी। व अब इस राशि को विधायक की संस्तुति के बाद विधायक ही बांटते हैं। हालांकि इससे पहले ऐसा कोई प्रावधान तो नहीं था , लेकिन एस डी एम कुछ मामलों में राशि देने की सिफारिश कर देते थे।  यही वजह है कि अब इस मामले पर राजनिति होने लगी है।  इस बीच विधायक संजय रतन ने आज आज मंदिर न्यास की ओर से आर्थिक सहयोग के चैक जरूरत मदं लोगों को प्रदान किये। 

हरियाणा पुलिस के एएसआई को विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा

ज्वालामुखी, 14 फरवरी (विजयेन्दर शर्मा)।   हरियाणा पुलिस के थाना अंबाला सिटी में कार्यरत एएसआई बलवीर सिंह को विजिलेंस ने कांगड़ा जिला के देहरा में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है।   आरोपी यहां गिरफ्तारी वारंट लेकर आया था। पुलिस के अनुसार देहरा थाना के तहत जंबल निवासी मनोहर की शादी अंबाला की महिला से तीस वर्ष पहले हुई थी। मनोहर का करीब 28 साल पहले ही उस महिला से तलाक हो गया था। न्यायालय ने तलाक देते समय मनोहर को तलाकशुदा बीबी को खर्च देने का आदेश दिया था पर मनोहर ने ऐसा नहीं किया और अब यह राशि एक लाख लाख 90 हजार रुपये हो गई थी। मनोहर की तलाकशुदा बीबी ने इस बाबत अंबाला न्यायालय में शिकायत की थी। न्यायालय ने मनोहर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए एसएसआइ बलवीर को इस काम के लिए देहरा भेजा था। इस दौरान बलवीर ने वारंट की तामील न करते हुए मनोहर की तलाकशुदा बीबी के भाई अंबाला निवासी एचएल डोगरा के साथ इन वारंट पर कार्रवाई के लिए सौदेबाजी शुरू कर दी। बलवीर ने गिरफ्तारी वारंट के बदले कार्रवाई की एवज में एचएल डोगरा से दस हजार रुपयेकी रिश्वत मांगी। एचएल डोगरा ने इस बात की सूचना स्टेट सीआइडी टीम देहरा को दी। स्टेट सीआइडी व विजिलेंस की टीम के संयुक्त अभियान के बाद विजिलेंस ने देहरा स्थित चाय की दुकान में शिकायतकर्ता डोगरा द्वारा रिश्वत के रूप में दिए गए दस हजार रुपयेके नोट एएसआइ बलवीर ङ्क्षसह के पर्स से बरामद कर लिए गए। विजिलेंस के इंस्पेक्टर जगदीश चंद, प्रेमचंद, एएसआइ विनोद, एचसी गुरबचन, संजय, अजीत एवं देहरा सीआइडी के इंचार्ज एएसआइ जगपाल जसवाल, एचसी प्यार चंद व रणजीत ङ्क्षसह की टीम ने आरोपी को रंगेहाथ पकड़ा है। एसपी विजिलेंस विमल गुप्ता ने आरोपी को पकडऩे की पुष्टि की है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (14 फ़रवरी)

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ईव्हीएम मशीनो का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन सम्पन्न

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त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2015 के तृतीय चरण तहत जिले के विकासखण्ड सिरोंज, नटेरन एवं लटेरी के मतदान केन्द्रों पर मतदान हेतु उपयोग में लाई जाने वाली ईव्हीएम मशीनों का प्रथम स्तरीय रेण्डमाइजेशन शनिवार को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा की उपस्थिति में किया गया। जिला निर्वाचन कार्यालय में सम्पन्न हुई उक्त कार्यवाही के दौरान तीनो जनपदों के रिटर्निंग आफीसर भी मौजूद थे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि ईव्हीएम मशीनो के प्रथम रेण्डमाइजेशन के तहत जनपदवार ईव्हीएम मशीन आवंटित करने की कार्यवाही आज सम्पन्न हुई। ज्ञातव्य हो कि द्वितीय रेण्डमाइजेशन तहत जनपदों के मतदान केन्द्रवार ईव्हीएम मशीनों का आवंटन कार्य किया जाएगा। 

कलेक्टर श्री ओझा ने निकाय के वार्डो का भ्रमण किया
  • हरिपुरा क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट के लिए दस लाख रूपए जारी

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने शनिवार को विदिशा निकाय के वार्डो एवं उद्यानो का भ्रमण कर वहां कराए जाने वाले कार्यो के संबंध में स्थानीय लोगो से संवाद स्थापित किया। कलेक्टर श्री ओझा ने हरिपुरा वार्ड के भ्रमण के दौरान रहवासियों को बताया कि वार्ड मंे स्ट्रीट लाइट सुचारू रूप से संचालित हो सकें इसके लिए दस लाख रूपए की राशि जारी की गई है। कलेक्टर श्री ओझा के साथ भ्रमण कर रहे वार्ड के श्री तीरथ दरबार और श्री आशीष भदौरिया ने वार्ड की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने भ्रमण के दौरान वार्ड में नालियों का निर्माण, सड़क के गड़ढे भरने और बायपास सड़क के बीच में खनित हेण्ड पंप को शिफ्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने वार्ड के सभी नालो पर पानी निकासी के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश नगरपालिका अधिकारी को दिए। 

फौहारा लगाने के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा माधव उद्यान का भी भ्रमण कर वहां कराएं जाने वाले कार्यो की जानकारियां प्राप्त की। आमजनो के सुझाव पर उन्होंने माधव उद्यान के तालाब में फौहारा लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माधव उद्यान में नगर के अधिकांश नागरिक सुबह एवं शाम को घूमने आते है उन्हें प्राकृतिक वातावरण मिलता रहे इसके लिए और क्या कार्य किए जा सकते है से वे भी अवगत करा सकते है। 

अण्डरब्रिज
कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि सोंठिया फाटक के पास और जैन काॅलेज के सामने रेल्वे लाइन पर अण्डर ब्रिज बनाया जाएगा इसके लिए रेल्वे अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि सोंठिया फाटक से निर्माणाधीन नवीन कलेक्टेªट तक सीधी सड़क बनाई जाएगी ताकि नवीन कलेक्टेªट तक आवागमन में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो सकें। कलेक्टर श्री ओझा के नगर भ्रमण के दौरान विदिशा एसडीएम श्री एके सिंह, विदिशा नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा समेत अन्य अधिकारी साथ मौजूद थे।

581 मतदान केन्द्रों पर तीन लाख मतदाता मतदान करेंगे

त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया के तृतीय चरण अंतर्गत विदिशा जिले के जनपद पंचायत सिरोंज, लटेरी एवं नटेरन के कुल तीन लाख पांच हजार 394 मतदाता 581 मतदान केन्द्रों पर मतदान करेंगे। जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन के तृतीय चरण अंतर्गत मतदान प्रक्रिया को सम्पादित कराने के लिए तीन हजार 145 कर्मचारियों की ड्यूटी मतदान केन्द्रों पर लगाई जाएगी जिसमें रिजर्व और सुरक्षाकर्मी पृथक है। तृतीय चरण के अंतर्गत जिला पंचायत के आठ वार्डो और जनपद पंचायतों के 68 वार्डो के अभ्यर्थियों तथा 238 सरपंच पद हेतु निर्वाचन प्रक्रिया सम्पादित होगी। 

सिरोंज
जनपद पंचायत सिरोंज के कुल 218 मतदान केन्द्रों पर एक लाख 15 हजार 31 मतदाता अपने मतदान का उपयोग करेंगे जिसमें पुरूष साठ हजार 516 और महिला मतदाताओं की संख्या 54 हजार 515 शामिल है। सिरोंज जनपद पंचायत के अंतर्गत जिला पंचायत के तीन वार्डो, जनपद सदस्य के 25 वार्डो एवं 93 सरपंच और एक हजार चार सौ 67 पंच पद हेतु मतदान होगा।  

नटेरन
नटेरन जनपद पंचायत में कुल 231 मतदान केन्द्र बनाएं गए है इन मतदान केन्द्रों पर एक लाख 11 हजार 780 मतदाता अपने मतो का उपयोग करेंगें। कुल मतदाताओं में पुरूष साठ हजार 71 और महिला मतदाताओं की संख्या 51 हजार 709 शामिल है। नटेरन जनपद पंचायत में जिला पंचायत के तीन वार्ड, जनपद सदस्य के 24 और सरपंच एवं पंच पद हेतु मतदान होगा।

लटेरी
लटेरी जनपद पंचायत के कुल 132 मतदान केन्द्रों पर 78 हजार 583 मतदाता अपने मतो का उपयोग करेंगे जिसमें पुरूष 42 हजार 621 एवं महिला मतदाताओं की संख्या 35 हजार 962 शामिल है। लटेरी जनपद पंचायत में दो जिला पंचायत वार्डो तथा 19 जनपद सदस्य के अलावा सरपंच एवं पंच पदो के लिए मतदान होगा। 

मतगणना
त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया के तृतीय चरण अंतर्गत मतदान तिथि 22 फरवरी को मतदान उपरांत सरपंच एवं पंच पद के मतो की गणना संबंधित मतदान केन्द्रांे पर की जाएगी वही विकासखण्ड मुख्यालय पर जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य के मतो की गणना कार्य 25 फरवरी को किया जाएगा। 26 फरवरी को पंच एवं सरपंचो की तथा जनपद सदस्यों की 27 फरवरी को जिला पंचायत सदस्यों के परिणामों की घोषणा टेबुलेशन उपरांत 28 फरवरी को की जाएगी। 

लेखा परीक्षक पर पदोन्नत

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने विदिशा एसडीएम कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-दो श्री राजेन्द्र कानूनगो की पदोन्नति लेखा परीक्षक पद पर हो जाने के उपरांत उन्हें पदोन्नति पद स्थापना स्थल आयुक्त कार्यालय, भोपाल संभाग में कार्यभार ग्रहण करने हेतु शुक्रवार को भारमुक्त करने के आदेश जारी कर दिए है। 

जीव चिकित्सा अवशिष्ट नियमों से अवगत हुए

कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में शुक्रवार को जीव चिकित्सा अवशिष्ट नियमों के क्रियान्वयन संबंधी बैठक कलेक्टेªट में सम्पन्न हुई थी। जिसमें मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की वैज्ञानिक डाॅ टी सूफी समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे। वैज्ञानिक डाॅ सूफी के द्वारा जीव चिकित्सा अवशिष्ट (प्रबंधन एवं हथालन) नियम के सम्बन्ध में प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा बताया गया कि किस प्रकार चिकित्सा संस्थानों द्वारा चिकित्सा के दौरान उत्पन्न होने वाले जीव चिकित्सा अवशिष्टों का निष्पादन किया जाना हैं। सभी चिकित्सा संस्थानों को उनके वैध संचालन के लिए मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राधिकार प्राप्त किया जाना नियमानुसार आवश्यक है और समय-समय पर नवीनीकरण कराना सुनिश्चित करें। किसी भी चिकित्सा संस्थान द्वारा उनके संस्थान से उत्पन्न जीव चिकित्सा अवशिष्टों का निष्पादन नगर पालिका के द्वारा रखे गए कचरा पेटी में नहीं करना है। कलेक्टर श्री ओझा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं सभी चिकित्सा संस्थानों के प्रतिनिधियों को नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए नियमों का क्रियान्वयन कर आवश्यक कार्यवाही समय सीमा में कराए जाने के निर्देश दिए। 

विशेष : टीम इंडिया की जीत पर होती है भारत में जश्न

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  • पीएम मोदी ने भारत के साथ खेलने वाले देशों को दी शुभकामनाएं!
  • जो उतावलेपन को नियत्रिंत करेगा,वह बाजीगर साबित हो जाएगा

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वल्र्ड कप के इतिहास में टीम इंडिया ने 5 बार पाकिस्तान को पराजित कर दी है। वल्र्ड कप-2015 में टीम इंडिया और पाकिस्तान 15 फरवरी को भिड़ेगी।दो पड़ोसी देश के क्रिकेट लवभर मैच को लेकर गफ करने से उकताते नहीं हैं। इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया ने विशेष व्यवस्था कर रखी है। दोनों पड़ोसी देश के क्रिकेटर जीत को लेकर अटकले लगा रहे हैं। भारतीय क्रिकेटर अपने देश को लेकर आश्वस्त है कि एक बार फिर पाकिस्तान को धूल चटाने को बेकरार हैं।बहुत मजा आता है जब क्रिकेटर बताते हैं कि भारत से पराजित होने पर पाकिस्तानी खिलाडि़यों पर आफत आ जाती है। अंडा और टमाटर फेंका जाता है। जीना मुश्किल हो जाता है। इसी तरह भारत में भी होता है। आॅस्ट्रेलिया टूर टेस्ट और तीन देशों के मैच में पराजित होने का गम नहीं है। अगर 15 फरवरी को पाकिस्तान को पराजित कर दें। दोनों के बीच में बेतहरीन खेलने वाले जीरो से हीरो बन जाते हैं। केवल दोस्ती क्रिकेट में ही न रहे। मैं हूं सरदार असरदार......., मैं हूं सरहद पार.......। 

दोनों देश के क्रिकेट विशेषज्ञ क्रिकेटरों के पक्ष और विपक्ष में जमकर राय देते हैं। खामियों को लेकर नाराजगी नहीं मगर ठहाका लगाया जाता है। दोस्तों 5 बार पराजित किए हैं। जवाब में कहा जाता है कि दोस्त 15 फरवरी का परिणाम अन्तर देने वाला है। आपके पास प्लेयर ही नहीं हैं जो नतीजा को परिणाम देने में आगे निकले। बहालहाल, 15 फरवरी को क्रिकेट की जीत होगी। इनसे लिए शोएब अख्तर, राशिद लतीफ, इमरान फरहत,शोएब मलिक,कपिलदेव, नवजोत सिंह सिद्धू,विनोद कांबली,गौरव कपूर,नयन मोगिंया आदि भारत-पाकिस्तान खिलाडि़यों की कमजोरी और मजबूत पक्षों का उजागर कर रहे हैं। आस्ट्रेलिया के एडिलेड भी तैयार है। जो अच्छी तरह से खेल पाएंगे, विजयी माला पहनेंगे। जो तनाव को झेलेंगे, उसकी जीत होगी। जो देशों की जंग नहीं सोचेंगे और भद्र लोगों के खेल समझकर खेल खेलेंगे, उसकी जीत होगी। हरेक लोग क्रिकेट शाॅट पर ताली बजाएंगे। विकेट लेने पर ठहाका लगाएंगे। व्ही वान्ट सिक्सर....। 



आलोक कुमार
बिहार 

विधायकों की परेड निर्थरक प्रयास : केशरी नाथ त्रिपाठी

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जेडीयू नेता नीतीश कुमार की ओर से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष अपने करीब 130 विधायकों की परेड कराने के कुछ दिनों बाद शनिवार को बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में विधायकों की परेड कराना निर्रथक प्रक्रिया है और इससे कुछ भला नहीं होता है.

त्रिपाठी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘बहुमत का परीक्षण सिर्फ सदन में हो सकता है, राजभवन अथवा राष्ट्रपति भवन में विधायकों को पेश करना निर्थरक प्रयास है क्योंकि यह दबाव की तरकीब हो सकती है, लेकिन इससे कुछ भला नहीं होता.’’

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार की कैबिनेट ने विधानसभा का सत्र पहले ही 20 फरवरी से आरंभ होने का फैसला किया तो ऐसे में मैंने बहुमत साबित करने के लिए भी यही तारीख तय कर दी,’’ राज्यपाल ने कहा, ‘‘20 फरवरी को सत्र में यह फैसला होगा कि किसके पास बहुमत है.’’

लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद चुनाव ना कराना हमारी सबसे बड़ी भूलःवेंकैया नायडू

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पिछले एक वर्ष में पूरे देश में जबरदस्त चुनावी सफलता अजिर्त करने वाली भाजपा के लिए दिल्ली चुनाव किसी सदमे की तरह है. वह इस हार को पचा नहीं पा रही है. पार्टी संगठन से लेकर संघ तक मंथन-चिंतन का दौर जारी है. इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि उनकी पार्टी को पिछले साल लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ही दिल्ली चुनाव करा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कराना पार्टी की एक रणनीतिक भूल है.

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुङो यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद हमें तुरंत विधानसभा चुनाव कराना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो हम दिल्ली में चुनाव आसानी से जीत जाते. उन्होंने कहा कि पार्टी को अब इस मुद्दे पर आत्ममंथन करना होगा और साथ ही अपना जनाधार बढ़ाने के तौर-तरीके तलाशने होंगे. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर दिल्ली का चुनाव एक झटका है, पर अब भी वहां भाजपा का जनाधार कायम है. उन्होंने कहा कि हमारे वोट अब भी कायम है. नायडू के अनुसार, दिल्ली चुनाव में दूसरी पार्टियों के वोट भी आम आदमी पार्टी को मिले. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा के लिए यही सबक है.

उल्लेखनीय है कि भाजपा इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल को लेकर काफी गंभीर है. लेकिन, उसके अंदर यह भय समा गया कि दिल्ली से बदली राजनीतिक बिसात के कारण अब उसके लिए इन राज्यों में जीत दर्ज करना बहुत आसान नहीं होगा.

केजरीवाल हिस्सा हैं RSS की कांग्रेस मुक्त भारत की योजना का : दिग्विजय

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कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की शानदार जीत को एक नया मोड़ देने का प्रयास किया और पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल आरएसएस की ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ योजना का हिस्सा हैं।

सिंह ने ट्वीट किया, ‘केजरीवाल आरएसएस की कांग्रेस मुक्त भारत योजना का हिस्सा हैं। मैं जानता हूं कि मुझे आरएसएस और केजरीवाल के प्रशंसकों दोनों की ओर से अपशब्द कहे जायेंगे।’ दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की जबर्दस्त जीत के बाद केजरीवाल ने कल दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

आरएसएस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘जब मैं कहता था कि अन्ना आंदोलन के पीछे आरएसएस है तब किसी ने विश्वास नहीं किया, मुझे पागल कहा गया। लेकिन अंतत: मैं सही साबित हुआ और ऐसा इस बार भी होगा।’ गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि तीन सीट भाजपा के खाते में गई। कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी।

काले धन की जानकारी के लिए करना होगा 2018 तक इंतज़ार

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काले धन के खिलाफ अपनी लड़ाई में भारत को स्विट्जरलैंड से 'स्वत: सूचनाओं के आदान प्रदान'के ढांचे के तहत भारतीयों के बैंक खातों की जानकारी प्राप्त करने के लिए 2018 तक इंतजार करना होगा। अंतरराष्ट्रीय संस्था आर्गनाइजेशन फॉर इकनॉमिक कोऑपरेशन ऐंड डिवेलपमेंट (ओईसीडी) ने सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान का ढांचा तैयार किया है। वैश्विक ढांचे के तहत भारत सहित करीब 40 देशों ने इसे जल्द से जल्द अपनाने की सहमति दी है। स्विट्जरलैंड सरकार की नई रिपोर्ट के अनुसार, 'जल्द इसे अपनाने वाले समूह की योजना 2016 से आंकड़े जमा करने की है और उसकी पहली बार सितंबर, 2017 में सूचनाओं के आदान प्रदान की योजना है।'

हालांकि, इस ढांचे के तहत स्विट्जरलैंड पहली बार सूचनाओं का आदान प्रदान साल 2018 में करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस ढांचे के तहत 58 देश पहली बार 2017 में सूचनाओं का आदान प्रदान करेंगे। इसके बाद 2018 में 35 अन्य देश सूचनाओं का आदान प्रदान करेंगे। भारत पहले आदान प्रदान 2017 समूह का हिस्सा है। उसे स्विट्जरलैंड से सूचनाओं के लिए 2018 तक इंतजार करना होगा, क्योंकि वह इसके दूसरे समूह का हिस्सा है।

इसके तहत जिन सूचनाओं को साझा किया जाएगा उनमें खाता नंबर, नाम, पता, जन्मतिथि, कर पहचान संख्या, ब्याज और लाभांश, कुछ बीमा पालिसियों से प्राप्तियां, खाते में क्रेडिट बैलेंस के अलावा वित्तीय परिसंपत्तियों की बिक्री से प्राप्तियां शामिल हैं।

आदान प्रदान की प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है,'यदि किसी देश A के करदाता का देश B में खाता है, तो बैंक देश B के अधिकारियों को वित्तीय खाते का ब्योरा देगा, जो स्वत: तरीके से उसे देश A के अधिकारियों को भेज देंगे।'

एक बार यह व्यवस्था लागू होने के बाद भारतीय अधिकारियों को विदेश में उसके नागरिकों द्वारा जमा राशि को वापस लाने व उस पर कर लगाने का मजबूत आधार मिलेगा। कालेधन के प्रवाह पर अंकुश लगाने तथा विदेशों में जमा बेहिसाबी धन पर कर लगाने के लिए भारत ने अपने प्रयास बढ़ाए हैं। इसके तहत उसने विभिन्न देशों के साथ कर संधियों पर बातचीत फिर शुरु की है।

भारत को उम्मीद है कि सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान से इस पर अंकुश लाने में मदद मिलेगी। दुनिया के कई टैक्स चोरों को पनाह देने वाले देशों में जमा काले धन पर अंकुश के लिए कदम उठा रहे हैं। भविष्य में काले धन पर अंकुश के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि दुनिया सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान की दिशा में आगे बढ़ रही है। विदेशों में काले धन पर अंकुश के लिए भारत ने अपने प्रयास तेज किए हैं। मौजूदा कानून सरकार को 16 साल तक पुराने टैक्स असेसमेंट मामलों को खोलने की अनुमति देता है। विदेशों में बेहिसाबी धन पर कर लगाने के मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय कर अधिकारियों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती मामले को मजबूती से पेश करने की है।

पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा BSF चौकी पर गोली बारी

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पाकिस्तानी रेंजर्स ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर में एक भारतीय सीमा चौकी पर गोलीबारी की। अधिकारियों ने कहा कि इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई। पाकिस्तानी रेंजर्स ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक चौकी को निशाना बनाते हुए जम्मू जिले के आर.एस. पुरा सेक्टर में गोलीबारी की। 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने सुबह 10.50 बजे तीन चक्र गोलियां चलाई। इसके साथ ही उसने 2003 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षविराम का एक बार फिर उल्लंघन कर दिया। बीएसएफ ने जवाबी कार्रवाई की। कोई भारतीय जवान घायल नहीं हुआ है। अधिकारी ने कहा, "रेंजर्स द्वारा बीएसएफ चौकी को लक्षित कर छोटे हथियारों का इस्तेमाल किए जाने के तुरंत बाद गोलीबारी रुक गई।"पाकिस्तान ने शनिवार को भी इसी तरह संघर्षविराम का उल्लंघन किया था। उस वक्त पाकिस्तानी रेंजर्स ने बीएसएफ की चौकी पर निशान साधते हुए एक मोर्टार से गोले दागा था। मोर्टार का गोला चौकी से 300 मीटर दूर गिरा था।


आलेख : पर जनता को हमेशा रहती है 'आपकी 'तलाश...!!

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भारतीय राजनीति की नई पार्टी आप ने दिल्ली में जबरदस्त सफलता हासिल कर पूरे देश को चौंका दिया। बेशक इस सफलता के लिए पार्टी के  मुखिया अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। लेकिन सच्चाई यह है कि दिल्ली ही नहीं बल्कि समूचे देश की जनता की निगाहें हमेशा आप जैसे राजनैतिक विकल्प तलाशती रहती है। बशर्ते उसमें परंपरागत पार्टियों की कमजोरियों का लाभ उठाने का माद्दा हो। दिल्ली चुनाव में यही हुआ। कांग्रेस के खिलाफ विकल्पों के अभाव में जनता ने आप पर मुहर लगाई। अतीत में तेलगू देशम, जनता पार्टी और जनता दल जैसे कई राजनैतिक संगठन आनन - फानन में बने, और देखते ही देखते छा गए। इसकी वजह तत्कालीन राजनैतिक परिस्थितियां तो थी ही, इसके संस्थापकों की दूरदर्शिता व उनमें उस समय के सत्तारूढ़  राजनेताओं की कमजोरियों का लाभ उठाने का माद्दा भी रहा। मसलन 2011 में पश्चिम बंगाल समेत देश के कुछ राज्यों में करीब  800 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए। इसमें से एक भी सीट पर भाजपा को सफलता नहीं मिल पाई। 

पश्चिम बंगाल में अब तक भाजपा अस्वीकार्य जैसी स्थिति में ही है। लेकिन अतीत पर नजर डालें, तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्य़काल में जब भाजपा बुलंदी पर थी, तब राज्य के दो संसदीय क्षेत्रों में इसके उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। हालांकि कालांतर में पार्टी अपना दबदबा कायम नहीं रख सकी, और दोनों ही सीटें भाजपा के हाथ से निकल गई। पश्चिम बंगाल में ही लगातार 34 साल तक राज करने वाली माकपा के कार्यकाल का ही आकलन करें, तो पता चलता है कि इसके पीछे वाममोर्चा की सांगठनिक दक्षता कम , और तत्कालीन एकमात्र विपक्षी पार्टी  कांग्रेस की कमजोरियां प्रमुख कारण रही। कुछ  विशेष परिस्थितियों के चलते कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल से माकपा को उखाड़ फेंकने में कभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में इसके प्रदेश स्तरीय नेता और शहरी क्षेत्रों से चुने जाने वाले गिने - चुने विधायक भी कोलकाता केंद्रित होते गए। साल में दो - एक कार्यक्रमों की औपचारिकता पूरी कर व राजधानी के एसी कमरों में बैठ कर मीडिया के समक्ष बयानबाजी करके ही कांग्रेसी नेता समय काटते रहे। ऐसी स्थिति में राज्य की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जब समझ गई कि वे कांग्रेस में रहते माकपा को कभी सत्ता से बेदखल नहीं कर पाएंगी, तो 1998 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया। 

2006 के सिंगुर आंदोलन तक इस नई पार्टी को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई। लेकिन 2007 के नंदीग्राम भूमि आंदोलन के बाद हुए पंचायत चुनाव में पार्टी ने संबंद्ध जिले के पंचायत चुनाव में जबरदस्त सफलता हासिल की, तो माहौल दिन ब दिन इसके पक्ष में बनता गया। जगह - जगह क्षत्रपों के खड़े होने और तत्कालीन माकपा सरकार के खिलाफ लगातार  सक्रिय आंदोलन के चलते लोगों को तृणमूल कांग्रेस में माकपा का विकल्प दिखाई देने लगा। लिहाजा 2009 के लोकसभा चुनाव से पार्टी लगातार सफलता की सीढि़यां चढ़ती गई। कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी परिस्थितयां यदि पहले हुई होती, तो माकपा बहुत पहले ही सत्ता से बेदखल हो चुकी होती। आप की सफलता भी कुछ ऐसी ही है। क्योंकि जनता को हमेशा अरविंद केजरीवाल और आप जैसे राजनैतिक विकल्पों की तलाश रहती है। विकल्प मौजूद न होने की स्थिति में ही जनता मजबूरी  में परंपरागत दलों को सत्ता सौंपती है।






तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर (पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934

चंदौली में दो मंजिला इमारत ढहा, 13 की मौत, 5 घायल

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  • हृदयविदारक घटना से इलाके में कोहराम, राहत में जुटी पुलिस

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उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद में रविवार को अलसुबह निर्माणाधीन दो मंजिला मकान ढहने से 13 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 5 लोग गंभीर घायल से है। घायलों को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां वह जिंदगी-मौत से जूझ रहे है। इस हृदयविदारक घटना से पूरे इलाका गमगीन है। सभी मृतक अल्पसंख्यक समुदाय से है। घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटी है। पुलिस के मुताबिक आज भोर में इमारत धराशयी हो गयी। जिससे मलबे में दब कर 13 लोगो की मौत हो गयी है और पांच लोगो को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। मलबे में दब कर मरने वालो में मकान मालिक के परिजनों के अलावा चार मजदूर भी हैं। घटना करीब चार बजे भोर की है जब सभी लोग मकान में सो रहे थे। इसी बीच अचानाक मकान में घूमधड़ाम की आवाज के साथ दीवारें व छत भरभराकर गिरने लगे। 

उस वक्त मकान मालिक का परिवार व् चार मजदूर भी घर में सोये थ,े लेकिन उन लोगो को क्या पता था की यह उनकी आखिरी रात है। धूमधड़ाम की आवाज सुनकर आसपास के काफी लोग मौके पर पहुंच गए। मगर हालात कुछ ऐसे थे की लोग केवल मूकदर्शक ही बने रहे। ग्रामीणों व प्रशासनिक कर्मचारियों के घंटो की मसक्कत के बाद मलबे में दबे 13 शव को बाहर निकाला गया। जिला प्रशासन के मुताबिक घटना की वजह निर्माण कार्यो में लापवाही व घटिया सामग्री का इस्तेमाल बताया जा रहा है, जबकि कुछ लोग साजिश भी करार दे रहे है। जबकि कुछ लोग निर्माण कार्य में लापरवाही से भी इंकार नही कर रहे हैं। उनका मानना है कि मकान की दूसरे मंजिल पर लगाए गए स्लैप को समय से पूर्व ही खोला गया था जो हादसे की वजह हो सकती है। 

झारखण्ड के मलूटी मंदिरों की झांकी का रहा स्थान द्वितीय।

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  • गणतंत्र दिवस समारोह-2015 में 15 राज्यों से दिल्ली पहुँची झारखण्ड के मलूटी मंदिरों की झांकी का रहा स्थान द्वितीय। केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सचिव सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, झारखण्ड, राँची को प्रशस्तिपत्र देकर किया सम्मानित
  • उप राजधानी दुमका स्थित मलूटी के मंदिरों की खोज के वास्तविक सच से अभी तक अबूझ लोग

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झारखण्ड की उप राजधानी दुमका से तकरीबन 55 कि0मी0 की दूरी (झारखण्ड-प0 बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र) पर अवस्थित 17 वीं शताब्दी में टेराकोटा शैली में निर्मित 108 मंदिरों का गाँव मलूटी इन दिनों राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय फलक पर छाया हुआ है। 66 वें गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2015) समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राजपथ पर आयोजित 15 राज्यों की झाँकी में पुरातात्विक, धार्मिक व कलात्मक महत्वों से ओत-प्रोत मलूटी के मंदिरों की झाँकी को ़िद्वतीय स्थान से नवाजा गया। दिल्ली के राष्ट्रीय रंगशाला कैम्प में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने झारखण्ड के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव मस्तराम मीणा को इस एवज में प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। पुरस्कार ग्रहण करने के उपरांत श्री मीणा ने कहा यह झारखण्ड राज्य के लिये गौरव की बात है। प्रचलित कथा व ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार मल्लभूम राज्य के अन्दर विष्णुपुर के मल्ल राजाओं का एक छोटा सा राज्य था जो  मल्लहाटी के नाम से जाना जाता था। ननकर राजाओं ने 17 वीं शताब्दी में इसे अपनी राजधानी बनाया था, जो बाद में मलूटी के नाम से प्रसिद्ध हो गया। रामायण व महाभारत काल के संदर्भों पर आधारित मलूटी के मंदिरों की नक्काशी तथा  भगवान शिव, माँ काली, माँ मौलीक्षा व भगवान विष्णु के 108 मंदिरों का निर्माण मध्ययुगीन स्थापत्यकला का बेजोड़ उदाहरण माना जाता है। प्रचलित कथानुसार तत्कालीन राजा बाज वसंत के वंशजों ने 15 से 60 फीट की उँचाई तक के मंदिरों का निर्माण कराया था। चूना-सुरकी व ईंट से निर्मित मलूटी के मंदिरों का अस्तित्व कालांतर में खत्म होता चला गया, परिणामस्वरुप कुल 108 मंदिरों में मात्र 72 मंदिरों का अस्तित्व ही शेष बचा रहा।  वर्तमान में अवस्थित मलूटी के 72 मंदिरो में 58 मंदिर भगवान शिव के तथा बाकी बचे 14 मंदिरों में माँ काली, माँ मौलीक्षा व भगवान विष्णु ही विद्यमान हैं। मंदिर के मुख्य पैनल में महिषाशुरमर्दिनी, एक तरह के पाश्र्व पैनल में रामलीला से संबंधित चित्रकथा-सीताहरण, मारीचबद्ध, जटायुबद्ध तथा दूसरे पैनल में कृष्णलीला से संबंधित चित्रकथा-माखनचोर, वस्त्रहरण, गिरि गोवर्धन धारण जैसे दृश्यों को क्रमवार नीचे से उपर तक अंकित किया गया है। अधिकांश मंदिर के उपरी हिस्से में प्रोटो बंग्ला अक्षरों में संस्कृत व प्राकृत भाषा में प्रतिष्ठाता का नाम, स्थापना तिथि इत्यादि अंकित है। घ्वस्त दुर्गामंदिर के सम्मुख भाग में मनुष्यों की कुछ मूर्तियाँ, दो शेर व परियों के साथ विचित्र बनावट में इस्ट इंडिया कंपनी की संस्कृति परिलक्षित होती है। इन मंदिरो के निर्माण में तकरीबन 100 वर्ष लग गए। मलूटी के मंदिरों के संरक्षण में महती भूमिका निभाने वाले इतिहासकार गोपाल दास मुखोपाध्याय को गणतंत्र दिवस-2015 के अवसर पर उप राजधानी दुमका के पुलिस लाईन मैदान में सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अंगवस्त्र, प्रशस्तिपत्र व सम्मान स्वरुप 50 हजार रुपये की धनराशि भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। अपनी लेखनी के माध्यम से मलूटी के मंदिरों के प्रचार-प्रसार में निरंतर लगे रहे गोपाल दास मुखोपाध्याय ने वर्ष 1968 से 1992 तक लगातार मलूटी मध्य विद्यालय के प्रध्यापक पद पर कार्य किया। शिक्षक पद पर रहते हुए भी 108 मंदिरों के गाँव मलूटी के संरक्षण में उन्होनें ऐतिहासिक भूमिका निभाई। क्षेत्र में ऐसी मान्यता है कि गोपाल दास मुखोपाध्याय ने ही फर्श से अर्स तक मलूटी को पहचान दिलाने का काम किया, परिणामस्वरुप राष्ट्रीय स्तर पर मलूटी को द्वितीय स्थान की प्राप्ति हुई। गणतंत्र दिवस समारोह-2015 के अवसर पर वतौर मुख्य अतिथि विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्रांत्रिक देश अमेरिका के राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने भी तीन दिन की अपनी भारत यात्रा के दरम्यान मलूटी के मंदिरों की सराहना की थी। गोपाल दास मुखोपाध्याय ने ही मंदिरों के गाँव मलूटी को राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाने का काम किया-बेबुनियाद, मनगढंत, व तथ्यों से कोसों दूर है। 

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मलूटी से संबंधित लगातार अखबारों में छप रही खबरों पर टिप्पणी करते हुए संताल परगना (एसपी काॅलेज) महाविद्यालय, दुमका के प्राचार्य डा0 सुरेन्द्र झा ने क्या कहा, सुनते हैं उन्हीं की जुबानी:- मलूटी एक छोटा सा गाँव है। 70 के दशक तक मलूटी के विषय में किसी को कोई जानकारी नहीं थी। किसी भी ब्रिटिश दस्तावेज, गजेटियर्स अथवा कलिंघम के पुरातात्विक सर्वेक्षण में मलूटी के मंदिरों का जिक्र नहीं है। मलूटी के एक प्रबुद्ध ग्रामीण गोपाल दास मुखोपाध्याय ने ही पहली दफा पत्रकारो, सरकारी पदाधिकारियों व बुद्धिजीवियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया। वर्ष 1983 में भागलपुर संग्रहालय के क्यूरेटर ए0 के0 सिन्हा व गोपाल दास मुखोपाध्याय ने बंग्लाभाषा में देवभूमि मलूटी के नाम से एक पुस्तिका का प्रकाशन कराया। बाद में बाजेर बदले राज  नाम से एक दूसरी पुस्तक श्री मुखोपाध्याय ने लिखी। श्री मुखोपाध्याय का योगदान यह रहा कि पटना स्तर के कुछ प्रबुद्धों व्यक्तियों तक उन्होनें अपनी पुस्तक के माध्यम से मलूटी को आगे बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2001 ई0 में पहली दफा झारखण्ड सरकार ने मलूटी पर अपना ध्यान केन्द्रित किया। तत्कालीन संस्कृति व शिक्षा सचिव एन0 एन0 पाण्डेय मलूटी के मंदिरों को देखने दुमका पहुँचे। सिदो कान्हु मुर्मू विवि, दुमका की तत्कालीन कुलपति स्व0 इंदू धान की सलाह पर श्री पाण्डेय ने मुझसे भी चलने का अनुरोध किया। मलूटी के मंदिरों को देखने के बाद मैनें सलाह दी कि इससे संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, जिसे तैयार करने की जरुरत है। इसी संदर्भ में संस्कृति विभाग, राँची के समक्ष दस्तावेज प्रस्तुत करने का प्रस्ताव खुद के स्तर से भेजा। सरकार ने इसकी जिम्मेवारी मुझे दी। वर्ष 2003 में सरकार ने 50 हजार रुपये का अनुदान भी मुझे दिया। बाद में मैनें एक रिपोर्ट तैयार किया जिसका शीर्षक था डंसनजप ं टपससंहम व िज्मउचसमे ण् तत्कालीन भारतीय इतिहास काॅग्रेस के महासचिव स्व0 प्रो0 (डा0) विजय कुमार ठाकुर के द्वारा अतिशय जोर देने के बाद तत्कालीन संस्कृति सचिव एन0 एन0 सिन्हा ने इस रिपोर्ट के प्रकाशन का निर्णय लिया। लाल फीताशाही की वजह से रिपोर्ट का प्रकाशन टलता रहा। अंत में अपने शोध को एक नयी दिशा देते हुए और मलूटी में प्रचलित तांत्रिक साधना पद्धति के दार्शनिक पक्षों को उजागर करते हुए मलूटी पर एक नयी पुस्तक का प्रणयन किया। लखनउ विवि के प्राचीन भारतीय इतिहास एवं सस्कृति विभाग के लिये प्रो0 अमर कु0 सिंह की पहल पर प्रतिभा प्रकाशन के सौजन्य से वर्ष 2009 में यह पुस्तक प्रकाशित हुआ जिसका शीर्षक है-ैलदजीमेपे व िठनकीपेज ेंपतं - ैंाजं जंदजतंे - न्दादवूद ैपकींचपजीं डंसनजप ण् राष्ट्रीय स्तर पर इतिहासकारों व संस्कृतकर्मियों का ध्यान आकृष्ट करने के लिये मैनें कोलकाता की लब्ध-प्रतिष्ठ संस्था प्देजपजनजम व िभ्पेजवतपबंस ेजनकपमे.ज्ञवसांजं मे प्रसिद्ध पुरातत्वविद् व पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की निर्देशिका डा0 अमिता राॅय व यादवपुर विवि के चतव.म्उमतपजने क्त ब्ीपजजंइतंज च्ंसपज के हाथों पुस्तक का विमोचन कराया जिसपर इन्स्टीट्यूट के प्रतिष्ठित श्रवनतदंस फनंतजमतसल त्मअपमू व िभ्पेजवतपबंस ेजनकपमे में यादवपुर विवि के कला इतिहास की विशेषज्ञा डा नुपूर दास गुप्ता के द्वारा समीक्षा की गई। इस तरह मलूटी का मंदिर राष्ट्रीय फलक पर चर्चित हो गया। मलूटी पर किये गए शोध कार्यों में कुछ नये विन्दुओं की स्थापना मैनें की है-किंवदंतियों में गुम मलूटी के राजनीतिक इतिहास को मैनें ठोस ऐतिहासिक धरातल पर खड़ा किया है। किंवदंतियों और मलूटी ग्राम में प्रचलित कहानियों का तुलनात्मक अध्ययन कर बाबरनामा खण्ड-तृतीय के आधार पर मलूटी के प्रथम राजा बसंत राय की मृत्यु की तिथि निर्धारित की गई जो किंवदंतियों की गणना से बिल्कुल मिल गई। राजा वसंत राय की मृत्यु वर्ष 1529 ई0 में हुई। अलाउद्दीन हुसैन साह द्वारा जमींदारी के अनुदान का वर्ष 1504 ई0 तय हुआ। मलूटी राजा बसंतराय व उनके वंशजो की मूल राजधानी नहीं थी। वीरभूम के मोरेश्वर के समीप कटिग्राम थी। जिसके बाद वे मलूटी से 07 कि0मी0 दक्षिण डमरा में आकर बस गए थे। वीरभूम के जमींदारों ने मलूटी राज पर आक्रमण किया तो वे राजधानी छोड़कर मलूटी के जंगलों में आ गए। इसी जंगल को साफ करने के बाद मिट्टी के नीचे दबी पुरानी मूर्ति मिली जिसमें उन्होनें अपनी कुलदेवी सिेहवाहिनी दुर्गा की प्राण प्रतिष्ठा की। चूँकि यह मूर्ति बहुत प्राचीन और मौलिक थी और धरती के अन्दर सुशुप्त थी इसलिये इसका नाम सिद्ध तांत्रिक राजा राखड़ चन्द्र राय ने इसका नाम मौलीक्षा रखा जिसका अन्वय इस प्रकार हैः मौलीः-बराबर पुरातन काल से आर रही $ क्षा त्र पृथ्वी एवं सुशुप्त (देखें बामन आप्टे का संस्कृत शब्दकोश) यानि वह मूर्ति या प्रतिमा जो अत्यंत पुरातन काल से पूजित होती रही थी लेकिन पृथ्वी के अन्दर दबकर सुशुप्त हो गई थी, उसकी पुनप्र्रतिष्ठा के बाद उसका नाम मौलीक्षा रखा। मौलीक्षा नाम की कोई देवी हिन्दू, बौद्ध, शैक्य, शाक्य और जैन तंत्रों में नही पायी जाती है। गोपाल दास मुखोपाध्याय की व्याख्या भ्रामक है।





अमरेन्द्र सुमन
दुमका 

विशेष आलेख : यहाँ रौशनी उपलब्ध नहीं किसी के लिए

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एक ओर जहाँ केंद्र और राज्य सरकारें आम आदमी के लिए बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच को आसान बनाने पर ज़ोर दे रही है, वहीं दूसरी ओर इसकी उपलब्धता पर भी विशेष फोकस किया जा रहा है। जिन बुनियादी आवश्यकताओं को केंद्रित किया जा रहा है उनमे सभी के लिए बिजली और पानी की उपलब्धता भी शामिल है। यही कारण है कि लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव तक राजनितिक दल इस विषय को प्रमुख रूप से अपना मुद्दा बनाते रहे हैं। वास्तव में बिजली की ज़रूरत हर परिवार के लिए सर्वोपरि रहा है। किसी भी आम आदमी की छोटी सी छोटी ज़रूरतों  की पूर्ति से लेकर बड़े-बड़े उधोगों के संचालन के लिए बिजली अनिवार्य बन चुका है। बेशक़ बिजली आज आम परिवार की बुनियादी ज़रूरत है। लेकिन आज भी देश के हज़ारों परिवारों तक बिजली के तार नहीं पहुँच सके हैं। जहाँ पहुंचे भी है तो बिजली का होना भी न होने के बराबर है। 
             
जम्मू एवं कष्मीर के सीमावर्ती जि़ले पुंछ जि़ले का ही उदाहरण लेते हैं। जि़ले की तहसील सुरनकोट मरहोट गांव के कालाबन वार्ड नंबर 4 के लोग वर्षों से 25 केवी ट्रांसफार्मर की उम्मीद लगाये बैठें थे। इसके लिए बिजली विभाग के चक्कर भी लगाए गए। उन्हें बिजली तो नहीं मिली अलबत्ता नेताओं की तरह विभाग के कर्मचारियों की ओर से आज और कल के आश्वासन ज़रूर  मिलते रहे हैं। 21वीं सदी में भी अंधेरे में जीने वाले यहाँ के लोगों ने इसके बावजूद हिम्मत नहीं हारी और एक अदद ट्रांसफार्मर के लिए प्रयासरत रहे। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उनके घर भी लटकते तारों में बिजली का करंट दाड़ने लगा। लेकिन आज उन गांव वालों को समझ में नहीं आ रहा है कि वह इस पर खुषी मनाये अथवा आंसू बहायें। दरअसल विभाग ने इनके साथ छल करते हुए गांव में ट्रांसफार्मर लगाने की जगह बगल के गांव के ट्रांसफार्मर से बिजली की सप्लाई दे दी। परिणामस्वरूप विभाग का यह क़दम गांव के लोगों की जान का ही दुश्मन बन गया है। बिजली सप्लाई के लिए नंगी तारें पेड़ोें के सहारे उपलब्ध कराई गई हैं। जो बारिश के दिनों में जानलेवा साबित हो रहा है। गांव के लोगों की जि़ंदगी से खिलवाड़ करने वाला विभाग इस काम के बदले प्रति परिवार 360 रुपए भी वसूल करता है। वहीं दूसरी ओर सप्लाई करने वाले ट्रांसफार्मर पर अधिक लोड होने के कारण लोगों को इसका विशेष लाभ नहीं मिल रहा है। घर में बल्ब जलने के बावजूद आवश्यकता पड़ने पर टॉर्च से काम चलाना पड़ता है। ज्ञात रहे कि यह क्षेत्र पाकिस्तानी सीमा के बहुत नज़दीक होने के कारण काफी संवेदनशील है। जहां घुसपैठ की लगातार आशंका बनी रहती है। ऐसे में प्रशासन की ओर से इस क्षेत्र को बिजली जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित रखना भारी पड़ सकता है।  

2011 की जनगणना की रिपोर्ट में बिजली की पहुँच को लेकर जो आंकड़े दिए गए हैं वह इस बात को प्रमाणित करते हैं कि हम अब भी विधुतीकरण के मोर्चे पर बहुत पीछे खड़े हैंै। आंकड़ों के अनुसार देश में अब भी ऐसे हज़ारों गांव हैं, जहां विद्युतीकरण का काम आज तक पूरा नहीं हो सका है। हालांकि आंकड़े इस बात को भी दर्शाते हैं कि प्रति परिवार बिजली की उपलब्धता के मामले में जम्मू कश्मीर का रिकॉर्ड राष्ट्रीय औसत से काफी अच्छा है। प्रति परिवार बिजली उपलब्धता जहां राष्ट्रीय औसत 67.2 है वहीं जम्मू कश्मीर में यह 85.1 है। लेकिन यह आंकड़े और ज़मीनी सच्चाई कई प्रश्न खड़े करता है। सवाल उठता है कि क्या केवल घरों तक बिजली के तार पहुँचाना ही विधुतीकरण प्राप्त करने को लक्ष्य माना गया है अथवा उनमे करेंट का सप्लाई भी मुख्य बिंदु है? साथ ही साथ एक प्रश्न यह भी है कि क्या घरों में जुगनुओं की तरह टिमटिमाते बल्बों को शत प्रतिशत बिजली पहुँचाने के लक्ष्य के रूप में इंगित किया जाता है? 

वास्तव में ग्रामीण अंचलों की बात तो दूर बड़े शहरों और महानगरों में भी बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच बड़ेे असंतुलन की स्थिति बनी हुई है। बिजली के मुद्दे पर देश की राजधानी तक अछूता नहीं है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां चुनावों में सभी राजनितिक दलों के एजेंडे में बिजली एक प्रमुख मुद्दे के रूप में शामिल रहता है। इसका सीधा अर्थ है कि अभी भी देष की राजधानी के लोगों को भी सही ढ़ंग से बिजली उपलब्ध नहीं हो पाई है। इस समय देश में 2 लाख मेगावाट बिजली की आवश्यकता है जबकि हम मात्र एक लाख 76 हज़ार मेगावाट का ही उत्पादन कर पाते हैं। ऐसे में हमें ऊर्जा के दूसरे स्रोतों को भी ढूंढना होगा ताकि कालाबन जैसे देश के दूरदराज़ और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों को भी रौशन किया जा सके। यहां के लोगों को राज्य में बनने वाली नई सरकार से बहुत उम्मीदें हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि नई सरकार इनके घरों को बिजली से रोषन करती है या नहीं?  



मोहम्मद हफ़ीज़ भट्ट
(चरखा फीचर्स)

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (15 फ़रवरी)

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युवाओं को लोक संस्कृति से जोड़ने की जरूरतः सीएम

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देहरादून,15 फरवरी(निस)। एक ऐसा राज्य गीत तैयार किए जाने की आवश्यकता है जिसमें उत्तराखण्ड के प्रत्येक क्षेत्र का समावेश हो। मोबाईल युग की युवा पीढि़ को लोक संस्कृति से जोड़े रखने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। हमारी लोक संस्कृति की समृद्ध परम्परा है। इसे बचाए रखने के लिए प्रबुद्धजनों को आगे आना होगा। राज्य सरकार इसमें हर प्रकार का सहयोग देने को तैयार है। रविवार को बीजापुर में शोध पुस्तक ‘‘गढ़वाली गाथाओं में  लोक और देवता’’ पुस्तक का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि लोकसंस्कृति के संरक्षण के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। जनजातिय संस्कृति के संरक्षण के लिए दो संग्रहालय बनाये जा रहे हैं। वाद्ययंत्रों के संरक्षण के लिए भी दो संग्रहालय बनाए जाएंगे। राज्य के वाद्ययंत्र का चयन करने के लिए समिति द्वारा विचार किया जा रहा है। सीएम ने पुस्तक के लेखक डा.वीरेंद्र बत्र्वाल को बधाई देते हुए कहा कि पुस्तक में इतिहास को लोकगाथाओं व लोकदेवताओं के साथ लिया गया है। उत्तराखण्ड की संस्कृति बहुत समृद्ध है। जागर को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कुमायंू, गढ़वाल सहित पूरे प्रदेश के जागर को संहिताबद्ध करने की आवश्यकता पर बल दिया। दून विश्वविद्यालय को जागर को संहिताबद्ध करने व पांडुलिपियों को संरक्षित करने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भाषाओं को बोलियों के स्तर से आगे बढ़ाकर देश की आधिकारिक भाषा में शामिल करने के लिए यहां के लेखकों को प्रयास करने होंगे। लोकसंस्कृति पर पुस्तकों के लेखन के लिए सरकार मदद करेगी। उन्होंने लोकगीतकारों का आह्वान किया कि एक ऐसा राज्य गीत बनाया जाए जिसमें यहां के सभी क्षेत्रों की भाषाओं का समावेश हो। सरकार इस पर पुरस्कार राशि का भी प्राविधान करेगी। शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने डा.बत्र्वाल को बधाई देते हुए कहा कि राज्य के विद्यालयों की लाईब्रेरी में उत्तराखण्ड की संस्कृति पर आधारित पुस्तकें रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे अच्छा अवसर क्या हो सकता है कि लोकगाथाओं पर आधारित पुस्तक का विमोचन श्री हरीश रावत जैसे लोकनेता के करकमलों से हो रहा है। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह, प्रसिद्ध लोक गायक प्रीतम भरत्वाण, वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा, जयसिंह रावत, सहित अन्य महानुभाव उपस्थित थे।

अवैध खनन के खिलाफ पुलिस ने की छापेमारी

देहरादून,15 फरवरी(निस)। पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू के नेतृत्व में पुलिस द्वारा  देहरादून व हरिद्वार के विभिन्न स्थानों पर अवैध खनन के संबंध में कई अधिकारियों की टीमों द्वारा रातभर एक साथ व्यापक रूप से छापेमारी की कार्यवाही कर जब्त व सीलिंग की कार्यवाही की गई। श्री सिद्धू व संजय गुंज्याल मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवैध खनन सतर्कता इकाई के नेतृत्व में बुग्गावाला व बंजारावाला क्षेत्र में, बिशनपुर कुंडी व बाणगंगा क्षेत्र में परमेन्द्र डोभाल, अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में, श्यामपुर, मीठीबेरी व रवासना नदी क्षेत्र में कमलेश उपाध्याय, पुलिस महानिदेशक की सहायक व प्रहलाद नारायण मीणा, एएसपी, रूड़की के नेतृत्व में, डोईवाला व सौंग नदी क्षेत्र में अजय रौतेला अपर सचिव गृह के नेतृत्व में तथा विकासनगर, नवाबगढ़ व यमुना नदी क्षेत्र में श्री पुष्पक ज्योति, पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के नेतृत्व में अवैध खनन व भण्डारण के कार्य में संलिप्त व्यक्तिओं के विरुद्ध छापेमारी की कार्यवाही सम्पादित की गई। कार्यवाहियों के दौरान अवैध खनन में संलिप्त 82 डम्पर, 20 ट्रैक्टर ट्राली, 9 ट्रक, 5 जेसीबी तथा 1 पोकलैण्ड गाड़ी सीज की गई तथा अनियमितता पाये जाने पर 4 स्टोन क्रेशर बुग्गावाला के गंगोत्री व फ्रैण्डस् तथा श्यामपुर के एपीएस व एण्डेवर स्टोन क्रेशर सील किये गये। छापेमारी में जब्त अवैध खनन सामग्री की नाप कर राजस्व चोरी की धनराशी का आकलन करने की कार्यवाही प्रचलित है।

पलायन और किसानों के हित में कुछ भी नहीं कर पायी सरकार

देहरादून,15 फरवरी(निस)। भारत की कम्युनिष्ट पार्टी ( माले ) की उत्तराखंड राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक रविवार को लालकुंआ स्थित पार्टी कार्यालय दीपक बोस भवन में शुरू हुई। बैठक की अध्यक्षता राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने की। दो दिनों तक चलने वाली इस बैठक में वर्तमान राष्ट्रीय परिदृश्य और राज्य की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही पार्टी व उसके जनसंगठनों के नेतृत्व में चल रहे आन्दोलनों की समीक्षा और भावी रणनीति पर भी चर्चा होगी। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य सचिव कामरेड राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि दिल्ली में आप की ऐतिहासिक जीत के माध्यम से जनता ने मोदी सरकार की कारपोरेट परस्ती और मोदी राज में सर उठाती साम्प्रदायिक ताकतों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव नतीजों ने मोदी व भाजपा के अपराजेय के सपने को चकनाचूर कर देश की राजनीति को एक नया सन्देश दिया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इसका देश की राजनीति पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा और उदारीकरण की जन विरोधी नीतियों की पैरोकार भाजपा व कांग्रेस के खिलाफ एक जनपक्षीय विकल्प की दिशा में देश आगे बढेगा। कामरेड प्रथोली ने मोदी सरकार द्वारा अध्यादेशों के माध्यम से देश के कानूनों को बदलने की कार्यवाही को संसदीय जनतंत्र की खुली अवहेलना करार दिया। माले नेता ने राज्य की हरीश रावत सरकार द्वारा भू - माफिया व खनन माफिया के हित में बनाई जा रही नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हरीश रावत यह सरकार पलायन रोकने व खेती व किसानों को भी रोजगार का आधार बनाने की नीतियों के मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई है। बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के केन्द्रीय कमेटी सदस्य कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि आज प्रदेश में अपराधियों व माफियाओं के हौसले बढे़ हैं जिससे अपराधों की संख्या काफी बढ़ गयी है। उन्होने कहा कि राज्य में हुए आपदा घोटाले की जांच कराने के बजाय रावत सरकार ने अपात्रों द्वारा हड़पी गयी आपदा राशि की वसूली न करने का फैसला लेकर पूरे आपदा घोटाले पर ही पर्दा डालने की कोशिश की है जिसका विरोध किया जाएगा। राज्य स्थाई समिति के सदस्य कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने रावत सरकार के भूमि उपयोग खरीद के 45 दिन बाद स्वतः बदल जाने और गदरपुर चीनी मिल को बंद करने को किसान विरोधी फैसला बताते हुए इन फैसलों को तत्काल वापस लेने की मांग की। रविवार को बैठक में पार्टी के गढ़वाल के सचिव कामरेड इन्द्रेश मैखुरी,नैनीताल जिले के सचिव कामरेड कैलाश पाण्डेय,उधम सिंह नगर जिले के सचिव कामरेड के.के. बोरा और अल्मोड़ा जिले के सचिव कामरेड आनंद नेगी किसान नेता बहादुर सिंह जंगी ने भी अपने जिलों और आन्दोलनों की रिपोर्ट पेश की और अपने विचार व्यक्त किये।

हरियाणा के बाद उत्तराखण्ड भी निजी चीनी मिलों को देगा विषेशश् ऋणः मुख्यमंत्री

  • ‘‘मेरा गांव मेरी सड़क’’ योजना के प्रस्ताव पर भी राज्य करेगी अनुपात में मदद

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देहरादून, 15 फरवरी (निस)। ‘‘मेरा गांव मेरी सड़क’’ योजना में एक किलोमीटर तक की सड़कों के निर्माण के लिए यदि विधायक निधि या सांसद निधि से प्रस्ताव आता है तो 40ः60 के अनुपात में सरकार धनराशि देने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा घाड़ क्षेत्र विकास परिषद का गठन किया जाएगा। इसके अंतर्गत हरिद्वार जिले का कुछ क्षेत्र सम्मिलित किया जाएगा। प्रदेश के गन्ना किसानों को 2 रूपए प्रति क्विंटल उत्पादन बोनस दिया जाएगा। अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों के लिए 5 करोड़ रूपए की अतिरिक्त धनराशि वर्तमान विŸाीय वर्ष के बजट से की जाएगी। रविवार को बीजापुर में पत्रकार-वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने मीडिया को बताया कि हरिद्वार जिले के भगवानपुर, बहादराबाद के कतिपय क्षेत्र के साथ ही कुछ अन्य क्षेत्र में भूमिगत जलस्तर बहुत नीचे है। यहां की विशेष परिस्थितियों को देखते हुए घाड़ क्षेत्र विकास परिषद बनाया जाएगा। शीघ्र ही केबिनेट में इसका प्रस्ताव लाया जाएगा। इसमें एक अध्यक्ष व एक उपाध्यक्ष होगा। प्रारम्भ में अध्यक्ष जिलाधिकारी व उपाध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी होंगे। बाद में ये पद जनप्रतिनिधि या गैर सरकारी व्यक्ति को दिए जाएंगे। परिषद के लिए 5 करोड़ रूपए की सीड पूंजी की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के गन्ना किसानों को दो रूपए प्रति क्विंटल उत्पादन प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसका लाभ इसी पिराई सत्र से किसानों को मिलेगा। सरकार ने पहले ही सरकारी व सहकारी चीनी मिलों के गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान कर दिया है। निजी चीनी मिलों पर गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के लिए केबिनेट से 24 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी जा चुकी है। अब 24 करोड़ धनराशि का और प्राविधान किया जा रहा है। राज्य सहकारी बैंकों के माध्यम से निजी चीनी मिलों को विशेष ऋण दिए जाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके बाद गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को पूरा कर दिया जाएगा। ऐसा करने वाला उत्तराखण्ड हरियाणा के बाद पहला राज्य होगा। गन्ना की उत्पादकता बढ़ाने के लिए बीज बदल का कार्यक्रम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि चीनी उद्योग इस समय संकट में है। केंद्र सरकार को चीनी मिलों व गन्ना किसानों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए। केंद्र में यूपीए सरकार के समय 6500 करोड़ रूपए का पैकेज स्वीकृत किया गया था। गन्ना किसानों की मदद में उत्तराखण्ड जैसे सीमित संसाधनों वाले राज्य का केंद्र सरकार को साथ देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में मदरसों सहित अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों के लिए भारत सरकार के एसपीक्यूएम, आईडीएमआई व राज्य सरकार के अल्पसंख्यक विकास निधि से सहायता मिलती है। इसी विŸाीय वर्ष में 5 करोड़ रूपए के गैप फण्डिंग की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। एक 7 सदस्यीय समिति बनाई जाएगी जो कि इस सहायता राशि के वितरण का कार्य देखेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में एक किमी तक की सड़कों के निर्माण के लिए ‘‘मेरा गांव मेरी सड़क योजना’’ की सफलता प्रोत्साहित करने वाली है। अब यदि विधायक व सांसद अपनी निधि से इनका प्रस्ताव देते हैं तो राज्य सरकार 40ः60 के अनुपात में धनराशि उपलब्ध करवाएगी। अर्थात 40 फीसदी धनराशि विधायक निधि या सांसद निधि से जबकि 60 फीसदी राशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली से शनिवार को नई दिल्ली में हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उŸाराखण्ड का विशेष राज्य का स्तर बरकरार रखने का अनुरोध किया है। या तो केंद्र सरकार हमें अपने संसाधनों के उपयोग की स्वतंत्रता दे या संसाधनों के संरक्षण के एवज में बोनस दे। अर्धकुम्भ के लिए आवश्यक धनराशि राज्य को जल्द उपलब्ध करवाए जाने का अनुरोध किया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि केंद्र से अर्धकुम्भ के लिए सहायता राशि में विलम्ब होता तो भी तैयारियों में राज्य सरकार किसी तरह की ढि़लाई नहीं आने देगी। अर्धकुम्भ राज्य के लिए गौरव व कर्तव्य है।

अपनों की टीका-टिप्पणी का सदैव स्वागतरू सीएम

देहरादून, 15 फरवरी(निस)। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के सियासी वार पर वार से मुख्यमंत्री न तो विचलित हैं और न ही चिंतित। उनकी भीतरी मनोस्थिति भले ही जैसी भी है, लेकिन वे अपने चेहरे की भाव-भंगिमा, चाल-ढाल और बातों से तो ऐसा ही कुछ बयां कर रहे हैं। रविवार को एक बार फिर उन्होंने प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी, असंतोष, नाराजगी सहित पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की गतिविधियों का जवाब बेहद शालीनता के साथ हल्के-फुल्के अंदाज में दिया। खबरनविसों के सवालों का जवाब अपने चिर परिचित अंदाज में देते हुए उन्होंने कहा कि अपनों की टीका-टिप्पणी का सदैव स्वागत किया है और करता रहूंगा। मुझेको लेकर जो भी गतिविधियां व टिका-टिप्पणी व प्रतिक्रिया उधर से आ रही है वो मुझे सुधारने के लिए है और इससे मैं सीख भी ले रहा हूंू। लेकिन, विपक्षा में बैठी भाजपा के विरोधी बयान और प्रतिक्रिया मेरा उत्साह बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि बयानों, टिका-टिप्पणी और प्रतिक्रियाओं का बवंडर सक्रिय राजनीति का अहम हिस्सा है। ऐसा चलता आया है और आगे भी चलेगा।

पुनर्वास कार्यों का जायजा रूटीन प्रक्रिया 

देहरादून, 15 फरवरी(निस)। केंद्र के एक उच्च स्तरीय दल के इसी माह केदारनाथ में पुनर्वास कार्यों का जायजा लेने आने को मुख्यमंत्री ने रूटीन की प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूरी गंभीरता व इंच्छाशक्ति के साथ केदारघाटी में पुनर्वास व पुर्ननिर्माण के कार्यों को गति दी है। साथ ही आपदा पीडि़तों के लिए भी पूरी प्राथमिकता के साथ कार्य किए हैं। इन कामों के लिए केंद्र से जो भी राशि मिली, उसका पूरा सदुपयोग सुनिश्चित किया है। इसलिए, केंद्र सरकार जब चाहे इन कार्यों का निरीक्षण करवाकर सच्चाई से रूबरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने सबकुछ अच्छा होने का दावा कभी नहीं किया, लेकिन गंभीरता के साथ प्रयास और काम जरूर किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्वाइन पफलू के बढ़ते कहर से राज्य के लोगों को दहशत में आने की जरूरत नहीं है। प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और इससे निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने देर शाम ही स्वाइन फलू की स्थिति पर चर्चा के लिए उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर समीक्षा करने की भी बात कही।

उपपा ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथों

देहरादून, 15 फरवरी(निस)। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि सरकार राज्य के प्राकृतिक संसाधनों जल-जंगल व जमीन पर पूंजीपतियों व माफिया का कब्जा करवा रही है। मलेथा इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सूबे में खेती की जमीन को बर्बाद कर राज्य सरकार किसानों के लिए गंभीर संकट पैदा कर रही है। तिवारी रविवार को राजधानी में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मलेथा में जनता के आंदोलन के कारण ही सरकार को अपनी इस कोशिश को थामना पड़ा है। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और स्थापित मानकों का उल्लंघन कर मलेथा में स्टोन क्रशरों को चलाने की अनुमति दी थी। उन्होंने राज्य सरकार के एक वरिष्ठ नौकरशाह के उस बयान की भी निंदा की जिसमें कहा गया है कि वह माफिया के हाथ में खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट राजनेताओं और नौकरशाहों का गठजोड़ माफिया व पूंजीपतियों को हाथों में खेलकर देवभूमि उत्तराखंड को बर्बाद करने में तुला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा व कांग्रेस से त्रस्त आ चुकी है और इसका जवाब वह आगामी विस चुनाव में इन दोनों दलों को देगी। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के चैदह साल बाद भी स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाल स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। इन मोरचों पर सरकार चलाने वाली कांग्रेस व भाजपा ने कभी भी गंभीरता नहीं दिखाई। इस मौके पर पार्टी के नेता सुरेश नौटियाल, महासिचव अनीता नौटियाल, देहरादून जिला अध्यक्ष कुलदीप मधववाल, नगर अध्यक्ष ज्ञानवीर त्यागी व सुरेंद्र अंथवाल व अंकुर अग्रवाल आदि भी उपस्थित थे।

युवाओं में छाया रहा भारत-पाक क्रिकेट का नशा, भारत ने पाकिस्तान को हराया

देहरादून, 15 फरवरी(निस)। क्रिकेट की दुनिया में चिर प्रतिद्वंदी भारत और पाकिस्तान के हाई वोल्टेज क्रिकेट मैच ने शहर वासियों को भी झनझना डाला। रविवार सुबह से ही क्रिकेट प्रेमी टीवी सैटों से चिपके बैठे हैं। जिस समय सभी लोग चाय की चुस्कियां ले रहे थे तभी आस्टे्रलिया के एडिलेड में आयोजन स्थल में जैसे ही धैनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। चाय का कड़कपन और बढ़ गया। रविवार होने के नाते बाजार में जहां ग्राहकों की भीड़ उमडनी चाहिये थी सड़के सूनी नजर आयी। ग्राहकों का टोटा होने के बावजूद दुकानदारों के माथे पर ज्यादा शिकन नहीं थी। क्योंकि उन्होंने भी दुकान में लगे टीवी सैट में मैच का आनंद जो लेना था। पल्टन बाजार, पटेल नगर, किशन नगर , प्रिंस चैक घण्टाघर, रायपुर, चुना भटटा सहित बाजार की जिस भी गली में देखो क्रिकेट का खुमार शहरवासियों पर चढ़ा हुआ था। भारत पाकिस्तान के मैच व उसकी संवेदनशीलता के चलते पुलिस फोर्स भी खासी मुस्तैद नजर आयी, लेकिन पुलिस जवान भी मैच की अपडेट को लेकर एक-दूसरे से संपर्क में थे। चैराहों पर खड़े जवान अपने एंड्राइड मोबाईल पर इंटरनेट व सोशल मीडिया द्वारा क्रिकेट मैच का आनंद ले रहे थे, तो वहीं चैकियों मेें भी पुलिस कर्मी अपनी बैरक में टीवी पर भारतीय बल्लेबाजों द्वारा चैके, छक्के मारने पर बल्लियों उछलते देखे गये। रोडवेज बस अड्डे का ये आलम था कि जहां अन्य दिनों में सवारियों की रेलम-पेल मची रहती थी तो वहीं आज बसें यात्रियों के अभाव में खाली खड़ी थी, पेट्रोल पंप के कर्मचारी भी आराम फरमाते देखे गये, क्योंकि पेट्रोलध्डीजल भराने के लिये वाहन जो नहीं आ रहे थे। शहरवासी क्रिकेटमय रविवार के आनंद के सागर में गोते लगा रहे हैं। व्हाट्सअप पर भी मोबाइल उपभोक्ता अपने गु्रप एडमिन से क्रिकेट अपडेट देने के संदेश भेज रहे थे। मैच का रूख भारत की ओर होने से सभी रोंमाचिंत दिखें व भारत के मैच जीतने पर लोंगो ने आतिशबाजी की व ढोल नगाड़ों के साथ जीत का जश्र मनाया

विश्व कप में भारत ने छठी बार पाकिस्तान को हराया, जीत का सिलसिला बरकरार !!

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टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर अपने अभियान का शानदार आगाज किया है। पहले विराट कोहली की शानदार बैटिंग और फिर बोलरों के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने रविवार को खेले गए पूल बी के मैच में पाकिस्तान को 76 रनों से हरा दिया । भारत से मिले 301 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम कभी भी मैच में जीतती नजर नहीं आई और 224 रन पर ऑल आउट हो गई। इस जीत के साथ भारत ने वर्ल्ड कप में पाक के खिलाफ अजेय रहने का रेकॉर्ड बरकरार रखा है। वर्ल्ड कप में पाकिस्तान पर यह भारत की छठी जीत है। भारत की इस जीत को सोशल मीडिया पर लोग 'पहले ही मैच में वर्ल्ड कप जीतने के बराबर'करार दे रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से कप्तान मिस्बाह ने सबसे अधिक 76 रन बनाए। भारत के लिए उमेश यादव ने 2, शमी ने 3 विकेट लिए। पहले ही मैच में पाकिस्तान को हराकर भारत ने फैंस को वर्ल्ड कप जीतने जैसी खुशी दे दी। 103 रन पर 5 विकेट गिरने के बाद भी मिस्बाह ने एकतरफा संघर्ष जारी रखा, लेकिन यह नाकाफी साबित हुआ। मिस्बाह ने 80 गेंदों पर 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 76 रन बनाए और 220 रन के स्कोर पर पाकिस्तान के नौवें विकेट के रूप में पविलियन लौटे। मिस्बाह के अलावा पाकिस्तान के लिए शहजाद ने 47, सोहेल ने 36 रन बनाए। शाहिद अफरीदी 22 रन ही बना पाए। बाकी के 7 खिलाड़ी दहाई के आंकड़े तक को नहीं छू पाए।

भारतीय बोलिंग की बात करें तो मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। उन्होंने और मोहित शर्मा ने धारदार गेंदबाजी करके पाकिस्तान के बैट्समैन को प्रेशर में रखा। दोनों खिलाड़ियों ने 9 ओवर्स में 35-35 रन दिए। मोहित शर्मा ने 2 विकेट हासिल किए। उमेश यादव ने 10 ओवर्स में 50 रन देकर 2 विकेट झटके। आर.अश्विन और रविंद्र जडेजा ने भी एक-एक विकेट हासिल किया। सुरेश रैना ने भी एक ओवर फेंका, जिसमें उन्होंने 6 रन दिए। सधी हुई गेंदबाजी और लगातार मिल रहे झटकों से पाकिस्तान की पूरी टीम 224 रनों पर ही पविलियन लौट गई। इससे पहले खराब दौर से उबरने के बाद वर्ल्ड कप में अपना पहला शतक लगाने वाले विराट कोहली (107) और शिखर धवन (73) तथा सुरेश रैना (74) की उम्दा अर्धशतकीय पारियों की मदद से भारत ने पाकिस्तान के सामने 301 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 300 रन बनाए। भारत और भी अच्छा स्कोर खड़ा कर सकता था लेकिन कोहली के आउट होने के बाद बल्लेबाज उस समझदारी का परिचय नहीं दे सके, जिसके जरिए वे तेजी से रन बटोर सकते थे। कोहली का विकेट 273 रन पर गिरा था और उसके बाद से भारत ने पांच ओवरों में मात्र 27 रन जोड़े और पांच अहम विकेट गंवा दिए।

विकेट हाथ में होना भारत के लिए अच्छा संकेत था क्योंकि ऐसी स्थिति में बल्लेबाज खुलकर रन बटोर सकते थे लेकिन भारत के लिए ऐसा नहीं हो सका। पाकिस्तान ने पारी के मध्य में जो कुछ खोया था, उसे उसने अंतिम पहर में हासिल कर लिया और भारत को 300 रनों पर सीमित कर दिया, जबकि भारत कम से कम 325 का योग हासिल कर सकता था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उसका यह फैसला सही साबित होता दिखा क्योंकि रोहित शर्मा (15) और धवन अच्छी लय में नजर आ रहे थे। खासतौर पर रोहित ज्यादा अच्छी लय में थे क्योंकि धवन पर अच्छी पारी खेलने का दवाब था। वह उस दबाव में दिख रहे थे लेकिन रोहित पर किसी प्रकार का दबाव नहीं था। इसके बावजूद रोहित ने 34 के कुल योग पर वह गलती की, जिसकी उनसे उम्मीद नहीं थी। सोहेल खान की एक गेंद को पुल करने प्रयास में मिस्बाह को एक आसान कैच दे बैठे। रोहित ने 20 गेंदों पर दो चौके लगाए।

इसके बाद हालांकि धवन और कोहली ने भारत को मैच में वापसी कराने का काम किया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 129 रनों की साझेदारी की। 163 के कुल योग पर धवन एक रन चुराने के प्रयास में आपसी गलतफहमी का शिकार हुए और रन आउट हो गए। इस तरह उनकी 76 गेंदों की उम्दा पारी का दुखद अंत हुआ। धवन ने धवन ने 76 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया। धवन के आउट होने के बाद कोहली का साथ देने रैना आए। रैना को इसलिए भेजा गया क्योंकि वह रन गति में तेजी ला सकें। रैना ने यह काम बखूबी किया और कोहली के साथ 15.3 ओवरों में 7.09 के औसत से तीसरे विकेट के लिए 110 रन जोड़े। कोहली का विकेट 273 के कुल योग पर गिरा। विश्व कप में अपना पहला तथा भारत के लिए 22वां शतक लगाने वाले कोहली ने 126 गेंदों का सामना कर आठ चौके लगाए। 

कोहली का स्थान लेने आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (18) खुलकर हाथ नहीं दिखा पा रहे थे, लिहाजा यह जिम्मेदारी रैना को लेनी थी। रैना इसी प्रयास में 284 के कुल योग पर कैच आउट हो गए। रैना ने 56 गेंदों का सामना कर पांच चौके और तीन छक्के लगाए। इसके बाद भारत ने 296 के कुल योग पर रविंद्र जडेजा (3), धोनी और अजिंक्य रहाणे (0) के विकेट गंवाए। जडेजा को वहाब रियाज ने बोल्ड किया जबकि धोनी और रहाणे को सोहेल खान ने आउट किया। इस तरह खान ने अपनी टीम की हैटट्रिक पूरी की। खान ने इस मैच में कुल पांच विकेट लिए जबकि रियाज ने एक सफलता हासिल की।

गर्व है हमारा एक स्वयंसेवक दिल्ली का मुख्यमंत्री बना : अन्ना

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भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को शुभकामनाएं दी हैं और कहा कि उन्हें गर्व है कि उनका एक स्वयंसेवक दिल्ली का मुख्यमंत्री बना है। हजारे ने संवाददाताओं से कहा, मैंने मतगणना के दिन भी अरविंद को बधाई दी थी। मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर मैं फिर उन्हें बधाई देता हूं। मुझे गर्व है कि हमारे एक स्वयंसेवक ने दिल्ली में सरकार बनाई है।

उन्होंने कहा, अब जो सरकार चलाएंगे, मुझे उन पर पूरा भरोसा है कि वे दिल्ली को एक भ्रष्टाचार मुक्त और आदर्श शहर बनाएंगे, जो बाद में पूरे देश के लिए एक उदाहरण साबित होगा। हजारे ने कहा, उन्होंने हमारे साथ कई सालों तक काम किया और अब मुख्यमंत्री, मंत्री बने हैं। मैंने पहले भी कहा था कि बेदी जीते चाहे केजरीवाल जीते, दोनों हमारे स्वयंसेवक रहे हैं।

टीम अन्ना के पूर्व सदस्य केजरीवाल ने रामलीला मैदान में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए हजारे को आमंत्रित किया था, लेकिन हजारे शपथ-ग्रहण समारोह में नहीं आए। हजारे ने कुछ साल पहले रामलीला मैदान में ही आंदोलन किया था।

'जनता दल(यूनाइटेड) के नाम में यूनाइटेड है लेकिन वे बंटे हुए हैं। : नायडू

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बिहार के वर्तमान राजनीतिक संकट में नरेंद्र मोदी का हाथ होने के नीतीश कुमार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि यह स्थिति जेडी(यू) के आंतरिक कलह के कारण पैदा हुई। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, 'जनता दल(यूनाइटेड) के नाम में यूनाइटेड है लेकिन वे बंटे हुए हैं। एकजुट नहीं हैं। केंद्र की इसमें कोई भूमिका नहीं है।'उन्होंने कहा, 'मैं यह पूरी तरह से स्पष्ट कर देना चाहता हूं। मोदीजी की इसमें कोई भूमिका नहीं है। नीतीश अपनी विफलताओं के कारण मोदी और केंद्र पर आरोप लगा रहे हैं।'वेंकैया ने कहा, 'नीतीश से किसने कहा था कि आप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें और किसने कहा था कि जीतन राम मांझी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाए और अब आप मांझी को इस्तीफा देने के लिए क्यों कह रहे हैं? वह मोदीजी और केंद्र पर आरोप लगाना चाहते हैं। उन्हें दुष्प्रचार अभियान बंद करना चाहिए।'

वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया, 'नीतीश कुछ समय के लिए नाटक करना चाहते थे और यह स्वांग कर रहे थे कि आपने एक दलित को मुख्यमंत्री बनाया है। अब आप एक दलित को मुख्यमंत्री के पद से हटाना चाहते हैं और आप इसका आरोप मोदी पर लगाना चाहते हैं। यह आपकी आंतरिक समस्या है और आपका आंतरिक कलह है।'उन्होंने कहा, 'जेडी(यू) में अंदरूनी उठापटक शुरू हो गई है और वे बंट गए हैं। वे अब मांझी को हटाना चाहते हैं। बिहार विधानसभा में मांझी को विश्वासमत का सामना करने के लिए तिथि के चयन के बारे में जेडी(यू) के आरोपों पर वेंकैया ने कहा कि सदन के सत्र की शुरूआत के लिए 20 फरवरी का समय पहले ही तय किया गया था और राज्यपाल ने उस दिन ऐसा करना तय किया।

उन्होंने सवाल किया, 'बिहार के राज्यपाल (केशरीनाथ त्रिपाठी) ने कहा कि संविधान पूरी तरह से स्पष्ट है कि शक्ति परीक्षण सदन में हो। जब विधानसभा पहले ही बुलाई गई है तब राष्ट्रपति के समक्ष दिल्ली में विधायकों की परेड करने का ड्रामा करने की क्या जरूरत थी।'केंद्रीय मंत्री ने सदन में इस विषय को निपटाने को कहा। उन्होंने कहा, 'विधानसभा 20 फरवरी को बैठेगी। तब शक्तिपरीक्षण कर लें और सदन को तय करने दें कि आपके पास बहुमत है या नहीं। अगर आप खुद मांझी को हटाना चाहते हैं तब ऐसा करें... यह आपका विकल्प है। हमारी इसमें कोई भूमिका नहीं है।'वेंकैया ने कहा कि पहले उन्होंने सरकार बनाने का दावा किया और अब वे चाहते हैं कि उन्हें मुख्य विपक्षी दल के रुप में मान्यता दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्ट, साम्प्रदायिक और जातिवादी तत्व बीजेपी के खिलाफ साथ आ गए हैं। बीजेपी अब इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है और इस दिशा में पहल कर रही है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 फ़रवरी)

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चंदा सा मुखडा दिखाई जा ए मोर मुकुट घुंघराली लटवाल-
  • ऐतिहासिक याद छोड गई एक श्याम मुरली वाले के नाम
  • श्रोता हर भजन पर थिरकने को हुए मजबुर- वृंदावनधाम की हुई अनुभूति 

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झाबुआ---स्थानीय उत्कृष्ठ उमावि मेैदान शुक्रवार की रात को वृंदावन धाम बन गया । हजारों की संख्या में श्रीकृष्ण भक्तों का जमावडा देर रात विष्व प्रसिद्ध भजन गायक विनोद अग्र्रवाल एवं बलदेव जी के कुण्ठ में बिराजित सरस्वती साक्षात स्वरूप  में दिखाई दी और महिला एवं पुरूषों ने एक षाम मूरली वाले के नाम भजन संध्या में जम कर भजनो की संगीतमय प्रस्तुति पर झुम कर एवं नृत्य करके  माहोल को फागमय एवं बृजधाम का आभास करा दिया । नियत समय के पूर्व ही पूरा पाण्डाल खचाखच भर गया तथा पूरे अंचल से श्रीकृष्ण भक्तों ने विनोद अग्रवाल के भजनों का जमक र लुफ्त उठाया । बा्रह्मण समाज की महिला मंडल की ओर से हर आगन्तुक श्रोताओं का तिलक लगा कर स्वागत किया । अंचल के प्रसिद्ध संतगण दयारामदास जी महाराज के अलावा करीब एक दर्जन संतों ने भी भजन संध्या में षिरकत की । विधि विधान से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा  दिलीप आचार्य एवं मनीष बैरागी ने विधि विधान से विनोदजी से मंत्रोच्चार के साथ पूजा सम्पन्न कराने के साथ ही उनका जिले की परम्परानुसार सुदामा मंडल की ओर से नीरज राठौर, अजय रामाववत, राजेन्द्र शर्मा सुधीर कुष्वाह, राकेष झरबडे, कमलेष जायसवाल, यषवंत भंडारी, राजेष शाह, जीवन पडियार, जितेन्द्रषाह, अषोक शर्मा, गजेन्द्रसिंह चंद्रावत, अरूण भावसार, संतोष जेन नाकोडा, अजय पंवार, राजेन्द्र सोनी, देवेंन्द्र पंचाल आदि ने 51-51 किलों के हार से दोनों भजन गायकों का आत्मीय स्वागत कर उन्हे जिले की परम्परानुसार साफा बांध कर, झुलडी पहिना कर तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया । विनोद जी के आगमन के पूर्व उनके साथ आये बलदेव जी ने स्थानीय गोवर्धननाथ जी हवेली में दर्षन के समय फाग गीत से प्रभावित होकर  चोरी कर जोरी नही, यहां होरी में कौन कोरी रही , श्याम संुदर गोपी को रंग से सराबोर भजन बह जायेगी कजरे की धार ना मोपे रंग डारों सुना कर श्रोताओं को तालिया बजाने को बाध्य कर दिया । भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने षिवरात्री पर्व के आगमन के अवसर पर भगवान षिवजी का भजन ’’ चन्द्रषेखराय नमो ओम, गंगाधराय नमो ओम, षिव षिव षिवाय नमो ओम, हर हर हराय नमों ओम सुना कर सभी श्रोताओं को झुमनें को बाध्य कर दिया । षिवजी के इस भजन को सुन कर साक्षात ओढरधानी षिवजी के साकार स्वरूप की सभी के दिलों में कल्पनायें साकार हो गई ।  उनका अगला भजन कब मिलेगे मीत सावंरिया षरद ऋतु में साद सजन की नित्य ही बढती जाती ,षीतल हवा के संग । उनका भजन के बीच प्रस्तुत शेर प्यार कोई खेल नही जिसमें जीत या हार हो, को खुब पसंद किया गया । उनका भजन गोपाल मुरलिया वाले नंदलाल मुरलिया वाले ।  उनका प्रसिद्ध भजन चंदा सा मुखडा दिखाई जा ए मोर मुकुट घुंघराली लटवाले- पर महिलाओं एवं श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया । विनोद अग्रवाल का भजन जरा कान खोल के बात सुनले रे पीया, मै तो वृंदावन जाउंगी पर तो पूरा माहौल ही कृष्णमय हो गया । उनका अगला भजन मैं तो तुम संग होली खेलूंगी वाह वाह से रसीया को काफी पसंद किया गया । उनकी कृष्ण भक्ति से सराबोर भजन फुलों से सज रहे श्री बृंदावन बिहारी, इनके साथ सज रही वृषभानु दुलारी ने पूरे माहौल को वृदावन मय बना दिया । उनके अन्तिम भजन राधे राधे राधे गोविन्द राधे गोविन्द राधे, गोपाल राधे तथा श्री राधे राधे राधे राधे श्री राधे पर तो स्वयं विनोदजी एवं उनकी टीम एवं पाण्डाल में उपस्थित सभी महिला एवं पुरूषों ने नृत्य करके  वातावरण को आनन्द मय बना दिया । नगर में  आयोजित इस भजन संध्या ने बरसों बाद झाबुआ नगर में एक रेकार्ड स्थापित किया । सुदामा मंडल के पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने तथा प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप  से सहयोग देने वाले सभी आगन्तुकों को आभार व्यक्त किया है ।

भाजपा केडर बेस्ड दल होकर सर्वव्यापी, सर्वस्पर्षी एवं सर्वग्राह्य होने से जनआकांक्षा का बनी प्रतिक- गोविन्द मालु
  • भाजपा जिलाध्यक्ष का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर किया गया स्वागत
  • नगर मंडल ने  राजगढ नाक पर स्टाल लगा कर सदस्यता अभियान चलाया

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झाबुआ--- भारतीय जनता पार्टी के देष व्यापी सदस्यता महाभियान में पूरे प्रदेष में लोगों का भाजपा के सदस्य बनने के लिये अदम्य उत्साह दिखाई दे रहा है । झाबुआ जिले में जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे के नेतृत्व में महा सदस्यता अभियान के त्रि दिवसीय अभियान में काफी लक्ष्य हांसील कर लिया गया है और बाकी दो दिनों में भी जिले के सभी मंडलों में भाजपा लक्ष्य प्राप्त करने मे सफल होगी ।भारतीय जनता पार्टी केडर बेस्ड दल होकर सर्वव्यापी, सर्वस्पर्षी एवं सर्वग्राह्य होने के चलते लोगों की आषाओं के अनुरूप हर मोर्चे पर सफल सिद्ध हो रही है ।हमारे सभी कार्यकर्ता पार्टी के हर निर्देष पर प्रभावी काम करने में कभी पीछे नही रहे है। झाबुआ विधानसभा में आगामी दो दिनों में ही सदस्यता महाभियान के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने के लिये हमारे कार्यकर्ताओं को जीन जान से जुट जाना है। भाजपा ही एक मात्र ऐसा दल है जो लोगों के घर घर जाकर सदस्यता के अभियान को संचालित कर रहा है । आज ही जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे के भाजपा जिलाध्यक्ष बनने का एक वर्ष काफी उल्लेखनीय उपलब्धियों का रहा है और आगे भी उनके नेंतृत्व में जिले में भाजपा सतत जन आकांक्षाओं के तहत कल्याणकारी एवं विकासमूलक कार्य करके लोगों के दिलों में स्थान बनाने में सफल होगी । उक्त उदगार प्रदेष भाजपा प्रवक्ता एवं भाजपा के सघन सदस्यता अभियान के विधानसभा झाबुआ के प्रभारी गोविन्द मालू ने विधायक कार्यालय पर भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता महा अभियान के संबंध में आहूत बैठक में व्यक्त किये । भारतीय जनता पार्टी द्वारा 13 से 15 फरवरी तक चलाये जारहे सघन सदस्यता महाअभियान के तहत नगर  भाजपा मंडल द्वारा स्थानीय राजगढ नाके पर स्टाल लगा कर सदस्यता अभियान चलाया जारहा है । इसमें महिला मोर्चे के कार्यकर्ता भी अपनी सक्रिय सेवायें दे रहे है । भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे के जिला अध्यक्ष बनने का एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर प्रदेष भाजपा प्रवक्ता एवं विधानसभा प्रभारी गोविन्द मालु ने उनका मिठाई खिलाकर एवं माला पहिना कर स्वागत किया तथा राजगढ नाके पर सदस्यता अभियान के स्टाल पर नये सदस्य बनाने के कार्य का अवलोकन कर किये जारहे कार्य पर प्रसन्नता व्यक्त की । इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने  कहा कि जिले के सभी 11 मंडलों में भाजपा के महासदस्यता सघन अभियान में लोगों का सदस्य बनने के लिये व्यापक उत्साह दिखाई दे रहा है ,तथा जिले में पूरी भाजपा एक जूट होकर त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव राज के प्रचार-प्रसार के कार्य के साथ ही सदस्यता अभियान को भी गति से संचालित कर रही है ।श्री दुबे ने बताया कि  जिले में श्री विजय नायर के नेतृत्व में भगोरिया पर्व पर भी इसी प्रकार तीन दिन का स्थानीय रूप से सदस्यता महाभियान का आयोजन किया जावेगा । नगर मंडल के पदाधिकारियों के अलावा महिला मोर्चे की श्रीमती निर्मला अजनार,प्रतिभाषर्मा, कमला सिंगार एवं रोषन आरा ने भी सदस्यता अभियान में अपनी सेवायें दी । विधानसभा प्रभारी गोविन्द मालू ने भाजपा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से आव्हान किया कि वे पूरे मनोवेग के साथ केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार एवं प्रदेष की षिवराजसिंह सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों, योजनाओं के बारें मे घर घर तथा फलिये फलिये तक जानकारी पहूंचाने के साथ ही इस सभी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित कराने में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वाह करें ।श्री मालु त्रि दिवसीय इस अभियान में विधानसभा के झाबुआ नगर मंडल के अलावा पिटोल,कल्याणपुरा एवं रानापुर में भी समीक्षात्मक भ्रमण कर मार्गदर्षन देगें । राजगढ नाका पर जिला भाजपा के महामंत्री प्रवीण सुराणा,सदस्यता अभियान प्रभारी विजय नायर, दौलत भावसार नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार, महेन्द्र तिवारी बबलू सकलेचा, जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्रकुमार सोनी, कीर्ति भावसार, विमलदाणी, विजय चैहान, संजय लालाषाह भाउ दवण्डे, कन्हैयालाल लाखेरी  अनील महोबिया, रामेष्वर सोनी, महेन्द्र गुड्डू पंवार, एनके शर्मा, मेजिया कटारा, शांतिलाल पालिवाल, पूरण पालिवाल, कौषल सोनी, नरेन्द्रसिंह पंवार सहित बडीसंख्या में पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने श्री दुबे का पुष्पमालाओं के साथ एक वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने पर स्वागत किया तथा सदस्यता अभियान में सक्रिय कार्य करने का भरोसा दिलायाष्।

सगुण साकार से निर्गुण निराकार तक पहूंचने का लक्ष्य है - प्रेस वार्ता में श्री अग्रवाल ने कहा 
  • मंदिरों में देव दर्षन कर अविभूत हुए भजन सम्राट विनोद अग्रवाल

 झाबुआ---उद्योग पति होकर भी भजन गायकी के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले तथा श्रीकृष्ण भक्ति गीतों को अपने ही अलग अंदाज में प्रस्तुत करके देष -विदेष में अपना स्थान बनाने वाले विनोद अग्रवाल ने नगर की धर्मधरा का भ्रमण करके विभिन्न देवालयों में जाकर दर्षनलाभ प्राप्त करके अपनी सहजता से नगरवासियों के दिल में अपना स्थान बनाया । श्री विनोद जी अग्रवाल शुक्रवार को प्रातः तडके नगर के एक नीजि होटल में जहां वे ठहरे, से उन्होने नगर के पूरातन श्री गोवर्धननाथ जी हवेली में दर्षनार्थ पहूंचे । उनके जाते ही भगवान के पट खुलते ही श्रीकृष्ण भगवान के जय जय कारों से पूरा मंदिर गुंज उठा। मंदिर मे चल रहे फागोत्सव दर्षन को प्राप्त कर विनोज अग्रवाल जी काफी अभिभूत हुए करीब 30 मिनट तक भगवान के मंदिर में नीचे फर्ष पर अन्य भक्तों के साथ बैठ कर उन्होने परम्परागत भजनों  का श्रवण कर आरती में षामील हुए । मंदिर के पूजारी  दिलीप आचार्य ने फागोत्सव के कारण विनोदजी सहित सभी उपस्थित श्रद्धालुओं पर भगवान गोवर्धननाथ की हवेली में परम्परागत रूप  से मनाये जाने वाले फागोत्सव मेे रंग गुलाल उडा कर फाल्गुन मास का आनन्द बोध करवाया । प्रसादी ग्रहण करने के बाद विनोद जी श्री राधाकृण सरकार के राजवाडा चैक मंदिर पहूंचे जहां मनीष बैरागी मंदिर महंत एवं उनके परिवार द्वारा उनका  एवं आगन्तुकों का दुपट्टा ओढा कर स्वागत किया तथा उन्होने मंदिर में भगवान की मनोहारी छबि के दर्षन किये । यहां से विनोद जी संत सिंगाजी महाराज की तपोभूमि पवित्र तीर्थ देवझिरी मे भगवान संकट मोचन महादेव के दर्षनार्थ पहूुंचे जहां उन्होने पवित्र नर्मदा कुंड के जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया तथा देवझिरी तीर्थ का प्राकृर्तिक सौंदर्य देख काफी अभिभूत हुए । देवझिरी में दर्षन के पष्चात विनोद अग्रवाल एवं उनकी टीम झाबुआ अपने ठहराव स्थान पर पहूंची । विनोद जी ने  यहां प्रेस को संबोधित किया

प्रेस वार्ता में संगीत को तनाव मुक्ति का कारक बताया -
नीजी होटल में आयोजित इलेक्ट्रानिक एवं प्रेस मीडिया को संबोधित करते हुए विनोद अग्रवाल ने कहा कि एक उद्योग पति से भजन गायक बनने का उनकपा सफर सिर्फ देवकृपा का ही प्रतिफल है । उन्होने कहा कि उनके पिताजी एक उद्योगपति होने से उन्होने भी जीवन चलाने के जीविका का सहारा लिया था । माता पिता के आषीर्वाद का ही प्रतिफल है कि मात्र 8-9 साल की छोटी आयु में ही उन्होने भजन गाना शुरू कर दिया था । अपने माता पिता के आषीर्वाद के चलते ही उन्होने अपने व्यवसाय के साथ ही भजन गायन को निस्वार्थ रूप  से प्रस्तुत करने के लिये अपनाया और मां बाप के आषीर्वाद के चलते ही उन्हे यह शक्ति प्राप्त हुई । भजन गायकी की प्रेरणा का श्रेय अपने गुरू स्वामी मुकुन्दहरि जी को देते हुए उन्होने कहा कि उनकी भजन विधा का उद्देष्य ही युवा वर्ग में धर्म के प्रति जनजागृति पैदा करना और इनका प्रचार करना रहा है । उन्होने अगो कहा कि उनकी भजन विधा में बीच बीच में अपने अंदाज में शेर कहे जावे तो निष्चित ही युवा वर्ग आकर्षित होता है । उन्होने वालीवुड का जिक्र करते हुए कहा कि युवा वर्ग इस और संगीत के कारण आकर्षित होता है । यदि संगीत में भक्ति का समावेष हो जावे  और ऐसे शब्दों का भजन मे समावेष हो तो इसका मन पर निष्चित ही प्रभाव पडता है । विनोद जी ने एक प्रष्न के उत्तर में बाबा राम रहीम द्वारा वालीवुड मे प्रवेष को उचित नही मानते हुए कहा कि वेषभूषा से नही शब्दों के चयन  से लोगों के दिलो दिमाग पर असर होता है । बाबा राम रहीम को ऐसी चिजो से परहेज करना चाहिये । समय की पाबंदी पर पुछे गये सवालों के जवाब मे उनका कहना था कि समय भी भगवान स्वरूप  होता है और इनका पालन करना औरों के लिये भी अनुकरणीय होता है । हालांकी शतप्रतिषत समय की पाबंदी वे भी नही कर पाते है किन्तु कोषिष जरूर करते है कि समय पर सभी काम हो और इससे अनुषासन एवं मर्यादा की भावना पनपती है। भजनों के रियाज पर पुछे गये सवाल के जवाब मे उनका कहना था कि वे सतत मानसिंक अभ्यास करते है इसलिये उन्हे कोई परेषानी नही होती । उन्होने कहा कि वे स्वरचित नही बल्की संकलित किये भजनों की ही प्रस्तुति देते है।  साहित्य में दो प्रकार होते है बुद्धि प्रधान एवं हृदय प्रधान, जिसे सुन कर हृदय मे पीडा हो वही मन को छूता है। विनोद जी आगे कहा कि  अपनी मानसिक संकीर्णता को छोड कर  धर्म पथ पर चलना चाहिये । आध्यात्म का स्वरूप् अलहेदा होता है ।संकीर्णता त्यागने पर ही जीव हे या आत्मा है या आत्मा है या परमात्मा इसका बोध होता है । झाबुआ के सन्दर्भ में उनका कहना था कि यहां के लोग सादगी एवं सरल स्वभाव वाले है। वे अपने आप को बडा भजन गायक नही मानते यह सब कुछ बडा बनाने वाली पब्लिक होती है ।वे भजन सम्राट नही सबसे बडा सम्राट तो वह परमपिता परमात्मा ही है । वे एक साधारण साधक एवं गृहस्थ है । और कुछ लोगों से आगे या पीछे हो सकते है । संगीत की षक्ति के बारे में पुछे गये प्रष्न के उत्तर मे उनका कहना था कि संगीत मे बहुत बडी शक्ति होती है इससे तनाव मुक्ति के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विचार षून्यता भी पैदा करती है ं। उन्होने बताया कि अपना उद्योग आदि परिजनों के हवाले कर वे पिछले ढाई बरसों से वृंदावन में ही रह रहे है । श्रीकृष्ण की विषालता उनका दीव्य स्वरूप् है जिन्होने गीता सुनाई। श्री कृष्ण  जब से पैदा हुए उन्हें हमेषा बाधाओं  का सामना करना पडा ।इससे हमे षिक्षा मिलती है कि जीवन मे संघर्ष से कभी भी नही डरना चाहिये और आगे बढते रहना चाहिये । विनोदजी ने आगे कहा कि अपने कर्म करते रहो, हिम्मत रखो,धैर्य भी रखों जीवन सहज बन जायेगा । उन्होने बताया कि श्री कृष्ण के आगे भी एक शक्ति है वहां तक पहूंचना उनका ध्येय है । जिस प्रकार नाटक मे दो पदे होते है राम,कृष्ण,नानक, येषू,आदि अवतार है किन्तु इन्हे भी बनाने वाली कोई ष्षक्ति ऐसी है जो दूसरे पर्दे के पीछे है वह कोई और नही निर्गुण निराकार है और वहां तक पहूंचने का प्रयास कर रहे है । उन्होने कहा कि संगीत के माध्यम से जीवन के अंष को आनन्दवर्धक बनाया जासकता है ं विदेषों में भी अपने दर्जनो कार्यक्रम दे चुके विनोद अग्रवाल का कहना था कि जो भाव हमारे भारत देष में हे वेसा भाव विदेषों मे नही है । क्रिकेट के वे शोकीन है और हर मेच को देखते है  वल्र्ड कप में जो भी छक्का मारता है तब वे ताली बजाते है । परमात्मा की अनुभूति के बारे में पुछे सवाल मे उन्होने कहा कि उन्हे अभी तक परमात्मा के सानिध्य का अनुभव तो प्राप्त नही हुआ किन्तु उन्हे एहसास जरूर होता है कि कोई न कोई  महाषक्ति परमात्मा के रुप मे है जरूर । उन्होने यह भी बताया कि 52 साल की आयु मे जाकर उन्होने शास्त्रिय संगीत का ज्ञान प्राप्त किया है । संगीत उनके लिये साध्य है साधन नही है । उन्होने अपने लक्ष्य एवं उद्देष्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि मेरा लक्ष्य सगुण साकार से निर्गुण निराकार तक पहूंचने का लक्ष्य है । उन्होने अपने प्रिय भजनों में मेरी कृपा से मेरा सब काम हो रहा है को बताया ।

राष्ट्रीय मेगा लोक अदालत सहकारिता खण्डपीठ क्र 7 के माध्यम से
  • जि0सह0के0बैंक झाबुआ एवं संबंद्ध समितियो कुल 148 प्रकरणो का निराकरण
  • राषि रू. 10.01 लाख ब्याज माफ किया गया

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झाबूआ---म.प्र. उच्च न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के अध्यक्ष जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री भरत पी. माहेष्वरी के निर्देषानुसार, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित झाबुआ परिसर मे दिनांक 14.02.2015 को आयोजित राष्ट्रीय मेगा लोक अदालत सहकारिता खण्डपीठ में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक झाबुआ एवं बैंक से संबंद्ध सहकारी समितियो के झाबुआ जिले के 79 प्रकरणो मे  रू. 5.96 लाख ब्याज राषि मे छूट दी जाकर रू. 7.23 लाख राषि वसूल हुई, वही आलिराजपुर जिले के 69 प्रकरणो मे रू. 4.05 लाख राषि की छूट दी जाकर 10.38 लाख राषि वसूल की जाकर कुल 148 प्रकरणो का निराकरण किया गया है । उक्त आयोजित राष्ट्रीय मेगा लोक अदालत सहकारिता खण्डपीठ में उपायुक्त सहकारिता श्री बबलू सातनकर, सुलहकर्ता सदस्य श्री यषवंत कुमार भण्डारी, श्री मनोज मेहता एडव्होकेट झाबुआ, एवं खण्डपीठ आलिराजपुर के पीठासीन अधिकारी न्यायाधीष वर्ग-1 श्री जे.सी.राठौर, सुलहकर्ता श्री अजय गेहलोत एडव्होकेट, श्री राजेष वाघेला एडव्होकेट अलिराजपुर के द्वारा प्रस्तुत प्रकरणों का समझौता कर निराकरण किया गया ।  झाबुआ  लोक अदालत के प्रस्तुतकर्ता अधिकारी श्री विजयसिंह कुर्मी वरिष्ठ महाप्रबंधक एवं अलिराजपुर के प्रस्तुतकर्ता श्री जी.एल.सोलंकी नोडल अधिकारी द्वारा कुल 148 बैंक एवं संस्थाओ के किसानो के प्रकरणो का निराकरण किया गया । लोक अदालत मे प्रकरणों के समझौते मे उपायुक्त सहकारिता कार्यालय के श्री कैलाष मुवेल एवं बैंक के फील्ड प्रभारी श्री राजेष राठौर उपस्थित थे ।

एक मिस्ड काल से  10 करोड सदस्य बनाने वाला भाजपा विष्व का यह पहला राजनैतिक दल - गोविन्द मालु
प्रदेश प्रवक्ता ने बसस्टेंड पर सघन महा सदस्यता अभियान का किया श्रीगणेष 

झाबुआ--- युवाओं की आषा का केन्द्र भारतीय जनता पार्टी है । हर युवा भाजपा से जुडना चाहता है क्योंकि देष का भविष्य अब भाजपा में ही है , इसीलिये भाजपा ने अपने द्वार सभी के लिये निःषुल्क खोल दिये है और उन लोगों को करारा जवाब दिया है जो भाजपा को रूढीवादी, परम्परावादी और संकुचित विचारधारा वाला दल कह कर कोसते रहते है । एक मिस्ड काल से  10 करोड सदस्य बनाने का विष्व  का यह पहला राजनैतिक दल है । स्थानीय बस स्टेंड स्थित छतरी चैराहे पर भाजपा युवा मोर्चे द्वारा 13,14 एवं 15 फरवरी को सघन महा सदस्यता अभियान का श्रीगणेष करते हुए प्रदेष भाजपा के प्रवक्ता एवं विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी वरिष्ठ प्रादेषिक नेता गोविन्द मालु ने कहें । भाजपा द्वारा चलाये जारहे त्रि दिवसीय सघन महा सदस्यता अभियान के अवसर पर जिला सदस्यता अभियान प्रभारी विजय नायर,नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार, महामंत्री कीर्तिष भावसार, उपाध्यक्ष प. महेन्द्र तिवारी, शांतिलाल पालिवाल, ओम प्रकाष शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्रकुमार सोनी, सतीष कहार, रामेष्वर सोनी  अमीत शमार्, श्रीमती निर्मला अजनार, डा. संतोष प्रधान, जीके शर्मा, चिराग चैरसिया, रोहित डावर, हितेन्द्र झाला सहित बडी संख्या में भाजयुमो के कार्यकर्ता उपस्थित थे । श्री  मालु ने बडी संख्या मे भाजयुमो के द्वारा सदस्य बनाये जाने पर संतोष जताते हुए कहा कि जिले के परम्परागत सांस्कृतिक पर्व भगोरिया पर्व के दौरान भी 3 दिन तक यह अभियान चलाया जावेगा तथा युवक युवतियों को भाजपा का सदस्य बनाया जावेगा । श्री मालु ने यह भी बताया कि भगोरिया पर्व के दौरान चलने वाले त्रिदिवसीय अभियान में प्रदेष संगठन से भी कोई बडा पदाधिकारी षिरकत करेगा । श्री मालु ने दो दिनों से विधानसभा क्षेत्र झाबुआ का प्रवास कर सभी मंडलो नगर मंडल झाबुआ, पिटोल, कल्याणपुरा,रामा,रानापुर, का दौरा करके 80 से अधिक मतदान केन्द्र बुथो पर जाकर सदस्यता अभियान के कार्य को गति प्रदान की  तथा युवा मोर्चा एवं महिला मोर्चा  की छोटी छोअी बैठके आयोजित करके सदस्यता अभियान को सक्रियतापूर्वक संचालिक करने का आव्हान किया । श्री मालू ने भाजपा जनजाति मोर्चे के पदाधिकारियों से भी भेंट करके भाजपा को सर्वव्यापी, सर्वस्पर्षी एवं सर्वगा्रह्यी बनाने का संकल्प दिलाया । उन्होने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के सभी पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण एक एक बुथ पर जाकर सदस्यता के लक्ष्य को पूरा करेगें ।

श्री प्रधान भाजपा अध्यापक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक नियुक्त 

झाबुआ---प्रदेष भाजपा अध्यापक प्रकोष्ठ के प्रदेष सह संयोजक मांगीलाल दुर्गेष्वर द्वारा जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे की अनुसंषा एवं प्रदेष संयोजक बी पी श्रोतिय की सहमति से संतोष प्रधान को भाजपा अध्यापक प्रकोष्ठ जिला झाबुआ का जिला संयोजक नियुक्त किया है। जिले के प्रवास पर आये सदस्यता अभियान के प्रभारी एवं प्रदेष भाजपा के प्रवक्ता गोविन्द मालु ने उनका पुष्पाहारों से स्थानीय छत्री चैक पर भाजपा सदस्यता अभियान के लिये बनाये गये स्टाल पर पुष्पमालाओं से स्वागत किया । इस अवसर पर नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार, महामंत्री कीर्तिष भावसार, उपाध्यक्ष प. महेन्द्र तिवारी, शांतिलाल पालिवाल, ओम प्रकाष शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्रकुमार सोनी, सतीष कहार, रामेष्वर सोनी  अमीत शमार्, श्रीमती निर्मला अजनार, डा. संतोष प्रधान, जीके शर्मा, चिराग चैरसिया, रोहित डावर, हितेन्द्र झाला ने श्री प्रधान को बधाईया देते हुए श्री श्रोतिय एवं जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे एवं मांगीलाल दुर्गेष्वर का आभार व्यक्त किया ।

श्री शर्मा ने सदस्यता अभियान के पत्रक श्री मालु को सौपे 

झाबुआ---भाजपा सदस्यता अभियान के विधानसभा प्रभारी एवं प्रदेष भाजपा प्रवक्ता श्री गोविन्द मालु को शनिवार सायंकाल को स्थानीय सर्कीट हाउस में पूर्व जिला महामंत्री ओम प्रकाष शर्मा ने सदस्यता अभियान के पत्रक सौपे । ज्ञातव्य है कि श्री शर्मा ने समय पूर्व ही 100 सदस्य बना कर सक्रिय सदस्य की पात्रता अर्जित कर ली है । पत्रक सौपते समय नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार एवं उपाध्यक्ष पण्डित महेन्द्र तिवारी एवं अमीत शर्मा उपस्थित थे ।

सुभाष नागर  समाज के अध्यक्ष मनोनित, कार्यकारिणी का किया गठन 

झाबुआ ---स्थानीय नागर बा्रह्मण समाज के पदाधिकारियों का निर्वाचन शनिवार को सम्पन्न हुआ । जिसमें सर्वानुमति से समाज पदाधिकारियों का चयन किया गया । आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए राजेष नागर ने समाज की  कार्यकारिणी का दो वर्षीय कार्यकाल समाप्त हो जाने से नयी कार्यकारिणी बनाये जाने का प्रस्ताव रखा ।  तदनुसार प. द्विजेन्द्रव्यास को मुख्य परामर्षदाता,बनाया गया । समाज के अध्यक्ष के रूप  में सुभाषचन्द्र नागर, सचिव संजय नागर, सह सचिव धर्मेन्द्र नागर, कोषाध्यक्ष हेमेन्द्र नागर, उपाध्यक्ष चेतनषाह, मीडिया प्रभारी शंषांक नागर मनोनित किये गये कार्यकारिणी में देवेन्द्र कोठारी, मितेष नागर, अनमोल नागर, तन्मय नागर, मेघनगर से डा जितेन्द्र नागर, पुष्पेन्द्र नागर  को लिया गया । बैठक में नव नियुक्त अध्यक्ष सुभाष नागर सहित सभी पदाधिकारियों का स्वागत कर उन्हे बधाईया दी गई । इस अवसर पर हरिविट्ठल कोठारी,  रजनीकांत नागर, ओमप्रकाष नागर, रजनीकांत नागर,श्रीमती मधु नागर,श्रीमती कलावती नागर,नीता कोठारी, शीतल नागर,पुष्पा कोठारी आदि  ने बधाईयां दी है । श्री सुभाषनागर ने समाज द्वारा उन्हे सौपे गये दायित्व के लियेधन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समाज के समग्र उत्थान के लिये वे और उनकी टीम पूरी तत्परता के साथ अपने दायित्वों का निर्वाह करेगी तथा समाज को एक माडल के रूप  में स्थापित करेगी ।

मोबाईल पर दिखाए अश्लील चित्र
           
झाबूआ---फरियादी विरेन्द्र पिता शंकरलाल मुलेवा उम्र 27 वर्ष निवासी पेटलावद ने बताया कि आरोपी दिनेश पिता मांगीलाल जैन, निवासी पेटलावद ने उसकी भतीजी को बुरी नीयत से अपनी दुकान पर बुलाकर पेप्सी देने का लालच देकर अश्लील चित्र अपने मोबाईल में दिखाने लगा तथा दूसरो को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रमांक 53/15, धारा 292,354,506 भादवि एवं 66 आईटी एक्ट तथा 9/20 लै0अ0से बा0का संरक्षण अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जिनके पास बिजली नहीं, वे सस्ती बिजली देने का वादा करते हैं : मोदी

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बिजली की कीमतों में कटौती के आम आदमी पार्टी (आप) के चुनावी वादे पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हैरत जताई कि जो राज्य बिजली के लिए दूसरों पर निर्भर हों, वहां की राजनीतिक पार्टियां ऐसे वादे कैसे कर सकती हैं। अक्षय ऊर्जा से संबंधित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, हर चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियां मुफ्त बिजली का वादा करती हैं...लोगों को इन वादों के बारे में सोचने की जरूरत है। मोदी ने कहा कि पार्टियां ऐसे राज्यों में ये वादे करती हैं, जो बिजली आपूर्ति के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा, किसानों की लागत का एक बड़ा हिस्सा पानी पर खर्च होता है। पानी की लागत बुनियादी तौर पर बिजली की लागत के कारण है। हमें किसानों की समस्या को समझना होगा।

अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली की 'आप'सरकार ने अपने चुनाव घोषणा-पत्र में बिजली के बिल आधे करने का वादा किया था। दिल्ली में 5,000 मेगावाट बिजली की मांग है और वह अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए मुख्य रूप से अन्य राज्यों पर निर्भर है। 'आप'पर साधे गए मोदी के निशाने के बाद प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पार्टी नेता आशुतोष ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह बिजली की दरें कम करने में राज्य सरकार की मदद करें। आशुतोष ने कहा, मैं प्रधानमंत्री पर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं करूंगा। मैं अपनी पार्टी की तरफ से उनसे बस एक ही अनुरोध करना चाहता हूं कि उन्हें बिजली की दरें कम करने और उसे सस्ती बनाने में हमारी मदद करनी चाहिए, क्योंकि इससे दिल्ली के लोगों का भला होगा। मुझे उम्मीद है कि वह भी दिल्ली के लोगों की भलाई चाहते हैं।

राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की समस्या के समाधान के लिए 'आप'का एजेंडा तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले आशीष खेतान ने कहा कि पिछली सरकारों ने न तो सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया और न ही उनके पास ऊर्जा के किसी वैकल्पिक स्रोत को लेकर कोई नीति थी। खेतान ने कहा, जब कोयला आधारित ऊर्जा की बात आती है, तो हमें छत्तीसगढ़, झारखंड एवं अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। दूसरी बात यह है कि देश के ऊर्जा संयंत्र भले ही अन्य राज्यों में हों, पर वे बिजली पूरे देश के लिए पैदा करते हैं। उन्होंने कहा, बिजली की कीमतों में कमी लाना और बिजली क्षेत्र में सुधार लाना अलग-अलग मुद्दे हैं और इसे बिजली उत्पादन से जोड़ना बहुत अजीब बात है।

मदमस्त हांथी जैसा जिला प्रसाशन, दो हाथियों के मौत का जिम्मेदार- उमेश तिवारी

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liveaaryaavart dot comजंगली हाथी छत्तीसगढ के जंगलों से निकलकर सीधी जिले में पहुचें है हांथियों द्वारा  किसानों की फसल नुकसान की जा रही है, आदमियों को भी हांथियों द्वारा नुकसान पहुचाया जा सकता है इस तरह की खबरे कई दिनों से स्थानीय समाचार पत्रों में लगतार दी जा रही थी ग्रामीणों द्वारा भी गावों में हाॅथियों के पहुचने तथा उनके द्वारा फसल नष्ट किये जाने की सूचना जिला प्रसाशन सहित वन विभाग को दी जा रही थी लेकिन मनमौजी एवं तानासाह जिले कि नौकरसाही अपने पदीय कर्तव्य से विमुख रही। उक्त आरोप टोंको-रोंको-ठोंको क्रान्तिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी नें करंट से दो हाथियों की मौत पर जिले की नौकरशाही पर लगाया है। श्री तिवारी ने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अपने गाॅव में हाथियों के द्वारा किये जा रहे नुकसान की सूचना एवं संभावित खतरे से आगाह करनें हेतु कलेक्टर कार्यालय पहुचे जहाॅ ग्रामीणों को बिना सुने ही भगा दिया गया जो निन्दनीय एवं अपराधिक भी है। 

ग्रामीणों की सूचना पर यदि जिला प्रसासन, वन विभाग एवं संजय अभ्यारण के अधिकारी एवं कर्मचारीं अपने पदीय कर्तव्य का निर्वाह करते तो विजली के करेंट से दो जंगली हंाथियों की जान नही जाती। श्री तिवारी कहा कि दोनों हाथियों के मौत के जिम्मेदार जिला प्रशासन, वन विभाग, तथा संजय अभ्यारण के कर्मचारी है। जबावदेहों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही होनी चाहिए साथ ही विजली विभाग की भी लापरवाही की जाॅच होनी चाहिए। इसी तरह पखवाडे भर पहले जिले के दुबरी अभयारण में हुई एक हांथी की मौत का कारण संदिग्ध है उसकी भी जांच होनी चाहिये। श्री तिवारी ने कहा है कि सीधी जिले में हुई तीन हांथियों के मौत के जिम्मेवारो को दंडित किए जानें हेतु बन मंत्री एवं बरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखूुॅगा। श्री तिवारी ने कहा कि सीधी जिले का प्रशासन बेलगाम तो है ही भष्टाचार की सीमा पार किये है जिसका परिणाम है कि सीधी जिले के बन्य जीवों का जीवन संकट में है तथा प्राकृतिक संसाधनों एवं खनिज संसाधनों की लुट बेधडक जारी है। महत्वपूर्ण योजनायें-परियोजनायें भष्टाचार के गाल में समा रही है इन्ही बेइमानों के सांठ-गांठ से ’’मगर घडियाल आभ्यारण’’ क्षेत्र के सोन नदी से अधा धुंध अवैध रेता निकासी के कारण घडियाल एवं मगर का जीवन चक्र संकटग्रस्त हो गया है । श्री तिवारी ने कहा कि सीधी जिले का प्रशासन मदमस्त हाॅथी जैसा हो गया है, जो उत्पात तो मचा रहा है पर अपने कर्तव्य धर्म का पालन नही कर रहा है। 
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