आमजनता विकास योजनाओं का लाभ उठाएं-विधायक गुनौर श्री बागरी
- सरकारी कर्मचारी है बीपीएल तो सेवा से हटेगा-कमिश्नर
- लोक कल्याण शिविर तारा में 2742 आवेदन पत्रों का हुआ निराकरण
पन्ना 23 मार्च 15/जिले में गत दिवस मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान का दो दिवसीय प्रवास हुआ। मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार ग्राम तारा में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 13 मार्च से 23 मार्च तक तारा तथा आसपास के ग्रामों में घर-घर जाकर आमजनता से आवेदन पत्र प्राप्त किए गए। आमजनता से प्राप्त 2801 आवेदन पत्रों में से 2742 का मौके पर निराकरण किया गया। शिविर का शुभारंभ विधायक गुनौर श्री महेन्द्र सिंह बागरी ने किया। शिविर में कमिश्नर सागर आर.के. माथुर तथा कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने आमजनता के आवेदन पत्रों पर सुनवाई की। शिविर के साथ आयोजित उपचार शिविर में 253 व्यक्तियों का निःशुल्क उपचार किया गया तथा 39 निःशक्तजनों को निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री जी के निर्देश के अनुसार गांव की शिक्षित बेटियों के लिए स्वरोजगार का अवसर देने के उद्देश्य से सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र का विधायक श्री बागरी तथा कमिश्नर श्री माथुर ने शुभारंभ किया। शिविर का शुभारंभ करते हुए विधायक गुनौर श्री बागरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की जनकल्याण की मंशा के अनुसार तारा में शिविर का आयोजन किया गया। आमजनता को योजनाओं की जानकारी देने तथा लाभान्वित करने के लिए सभी अधिकारी उपस्थित हैं। आमजनता विकास योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं। प्रत्येक आवेदन पत्र पर पूरी कार्यवाही करके उसका समुचित निराकरण किया जाएगा। शिविर में कमिश्नर श्री माथुर ने कहा कि गरीबी रेखा की सूची में केवल पात्र व्यक्तियों के नाम रहेंगे। यदि किसी शासकीय कर्मचारी का नाम सूची में शामिल है तो वह स्वैच्छा से तीन दिवस में अपना नाम सूची से पृथक करा लें। बीपीएल की सूची में शामिल सरकारी कर्मचारी शासकीय सेवा में नही रहेगा। ग्राम पंचायत सचिव तथा पटवारी इंदिरा आवास प्रतीक्षा सूची तथा बीपीएल सूची ग्राम पंचायत की दीवारों में लिखवाएं। इनका एक सप्ताह में सत्यापन करें। उन्होंने पन्ना टाईगर रिजर्व के तालगांव से विस्थापित तथा ग्राम तारा में बस गए विस्थापितों को शासन के मापदण्डों के अनुसार आवासीय पट्टा देने की कार्यवाही के निर्देश एसडीएम पन्ना को दिए। उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर विस्थापित बसें हैं उसे आबादी भूमि घोषित करने की कार्यवाही करके पट्टे प्रदान करें। ग्राम रमपुरा में आवागमन के लिए वनाधिकार अधिनियम के तहत वन विभाग से स्वीकृति प्रदान कर सडक का निर्माण कराएं। उन्होंने ग्राम तारा की बीपीएल सूची में शामिल दो शिक्षकों कमल सिंह ठाकुर तथा सुरेन्द्र भूषण को निलंबित करने के निर्देश दिए। शिविर में कलेक्टर श्री चैहान ने कहा कि बीपीएल की सूची से अपात्रों के नाम हटाए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति अपात्रों की सूचना दे सकता है। शिविर में ग्रामवासियों ने विभिन्न ग्रामों के 18 अपात्रों के नाम बताए हैं। इन सभी के नाम सूची से काटे जा रहे हैं। जिलेभर में लोक कल्याण शिविरों के माध्यम से बीपीएल सूची में नाम शामिल करने तथा काटने की कार्यवाही की जाएगी। जिला स्तर पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करके पात्र वर-कन्या को लाभान्वित किया जाएगा। सभी तरह की पेंशन का समय पर वितरण सुनिश्चित कराएं। यदि एक माह से अधिक तक पेंशन वितरण में देरी हुई तो संबंधित ग्राम पंचायत सचिव के साथ-साथ जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर कार्यवाही की जाएगी। सभी पात्र हितग्राहियों को फरवरी माह तक की पेंशन का वितरण करने पर ही जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपना मार्च माह का वेतन प्राप्त करेंगे। उन्होंने आमजनता द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ग्राम तारा आंगनवाडी कार्यकर्ता के प्रति अल्लादीन, विशाल भदौरिया जसवंतपुरा तथा ग्राम झरकुंआ के रामकुमार सोनी, सूरज सोनी, विजय सोनी, लोटन सोनी, संतोष सिंह, कन्हैया पाण्डे, कृष्णकुमार, बृजेन्द्र सोनी एवं रामकुमार सोनी के नाम बीपीएल सूची से पृथक करने के निर्देश दिए। शिविर में सभी अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं की जानकारी आमजनता को दी। शिविर में पुलिस अधीक्षक आईपी. अरजरिया, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला, एसडीएम पन्ना अशोक ओहरी, एसडीएम गुनौर आर.एस. बाकना सहित जिला एवं खण्ड स्तर के सभी अधिकारी तथा बडी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
विश्व जल दिवस के अवसर पर कार्यशाला सम्पन्न
पन्ना 23 मार्च 15/विश्व जल दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत मड़ला में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता के विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं जागृति युवा मंच समिति पन्ना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने शपथ ली कि ‘‘हम अपने गांव के पेयजल श्रोतों को साफ एवं स्वच्छ रखेगंे’’ और नवीन स्वीकृति नल जल योजना के लिये अंशदान राशि एकत्रित करेंगे और स्वप्रेरणा से शौचालय का निमार्ण व उपयोग करने के साथ ही गाॅव को खुले में शौच मुक्त बनायेंगे। लोक स्वास्थ यंात्रिकी विभाग के जिला सलाहकार चन्द्रप्रकाश गुप्ता ने कहा कि जल एवं स्वच्छता के बिना स्वस्थ जीवन नही है। स्वच्छ जल की उपलब्धता हेतु समुदाय को नल जल योजना की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि समुदाय के सहयोग एवं अंशदान के बिना इस योजना का सफल क्रियान्वयन नही किया जा सकता है। इसलिये ग्राम पंचायत में एक पेयजल उप समिति का गठन कर नवीन स्वीकृति नल जल योजना के लिये अंशदान एकत्रित करें और गाॅव के प्रत्येक परिवार को अपने-अपने घरों में नल कनेक्शन कराने की जिम्मेदारी स्वयं लेनी होगी तभी योजना सफल और साकार हो सकती है। एम.पी. टास्ट के टेक्नीकल अधिकारी रमेश अग्रवाल ने कहा कि शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता के व्यवहार को अपनाने से बीमारियों में कमी आएगी, इसके लिए हमें अपने नजरिये मंे बदलाव की आवश्कता हैं। स्वच्छता के लिए हमें अपने घर में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण व उपयोग करना आवश्यक हैं ताकि पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया जा सके। मध्यप्रदेश जल एवं स्वछता कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आज पूरे विश्व में जल संरक्षण एवं स्वच्छता के लिए विश्व जल दिवस मनाया जाता है। जल स्त्रोतों को स्वच्छ एवं संरक्षित रखेगंे तभी आगे की पीढी को जल उपलब्ध होगा। ग्रामीणों से स्वच्छता के विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत हितग्राही द्वारा व्यक्तिगत नवीन शौचालय निर्माण किया जा सकता है। जिसके लिये शासन द्वारा प्रत्येक परिवार को शौचालय निर्माण के पश्चात 12000 रू की प्रोत्साहन राशि हितग्राही के खाते में सम्बन्धित दस्तावेज उपलब्ध कराने पर जिला पंचायत के द्वारा प्रदान की जायेगी। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के सरपंच गोविन्द प्रजापति द्वारा सभी अतिथियों एवं ग्रामीणों का आभार इस आश्वासन के साथ व्यक्त किया कि गाॅव का प्रत्येक परिवार नल जल योजना के लिये अंशदान राशि प्रदान करेंगे। इस अवसर पर मध्य प्रदेश जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम से रंजीत सिंह, मो. इरशाद, सुनील शर्मा, लोक स्वास्थ यंात्रिकी विभाग से ब्लाॅक समन्वयक रंजना रैकवार, मोनिका पटेल ग्राम पंचायत सचिव पुष्पेन्द्र सिंह, रोजगार सहायक द्वारिका प्रासाद एवं स्वछतादूत अमर सिंह व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थिति रहे।
फाइलेरिया से बचने के लिए डी.ई.सी. एवं एंलबेंडाजोल की खुराक लें
पन्ना 23 मार्च 15/जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. डी.के. गुप्ता ने बताया है कि जिला चिकित्सालय पन्ना में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रविराज यादव एवं राज्य नोडल अधिकारी सी.एल. शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एल.के. तिवारी तथा सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए डीईसी एवं एंलबेन्डाजोल दवा की एक खुराक खिलाकर एमडीए कार्यक्रम शुरू किया गया।उन्होंने बताया कि 22 से 24 मार्च तक प्रत्येक घर-घर जाकर कार्यकर्ताओं द्वारा फाइलेरिया रोग से मुक्ति पाने के लिए डीईसी एवं एंलबेन्डाजोल दवा का सेवन कराया जाएगा। उन्होंने आमजनता से अनुरोध किया है कि 2 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्ति इस दवा का सेवन अवश्य करें एवं पन्ना जिले को फाइलेरिया रोग से मुक्त कराने में सहयोग दें।
मंत्री सुश्री मेहदेले करेंगी पाण्डवफाल की सीढियों का लोकार्पण
पन्ना 23 मार्च 15/क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व आर. श्रीनिवास मूर्ति बताया गया कि टाईगर रिजर्व में स्थित पाण्डवफाल की सीढियों का जीर्णोद्धार पूरा हो चुका है। नवनिर्मित सीढियों का लोकार्पण प्रदेश की मंत्री पशुपालन, ग्रामोद्योग, उद्यानकी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, मछली पालन, विधि एवं विधायी कार्य सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले 28 मार्च को अपरांह 3 बजे करेंगी। क्षेत्र संचालक टाईगर रिजर्व द्वारा इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया से जुडे लोंगों को सादर आमंत्रित किया गया है।
कृषि वैज्ञानिकों ने कृषकों को दिया प्रषिक्षण
पन्ना 23 मार्च 15/कृृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना द्वारा गत दिवस विकासखण्ड पन्ना के ग्राम कुलुआ बख्तरी मंे मध्य प्रदेष वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट के तहत रबी फसलों के उत्पादन पर डाॅ. बी.एस. किरार, डाॅ. आर.के. सिंह, डाॅ. आर.के. जायसवाल, डाॅ. के.पी. द्विवेदी एवं पी.एस. उट्टी आदि वैज्ञानिकों द्वारा 53 कृषकों को प्रषिक्षण दिया गया। प्रषिक्षण में डाॅ. किरार द्वारा रबी फसलों गेहूँ, चना, में संतुलित उर्वरक पर विस्तार से प्रकाष डाला गया। गेहूँ फसल में शीघ्र एवं मध्यम अवधि किस्मों में नत्रजन 80 कि.ग्रा., स्फूर 50 कि.ग्रा. एवं पोटाष 30 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर और देर से पकने वाली किस्मों में नत्रजन 100 कि.ग्रा., स्फूर 60 कि.ग्रा., एवं पोटाष 40 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर देना चाहिए। नत्रजन उर्वरक को तीन भागों मंे बाँटकर देना चाहिए। एक भाग बुवाई के समय, दूसरा 25-30 दिन बाद एवं तीसरा भाग बुवाई के 55-60 दिन बाद और स्फूर एवं पोटाष की पूरी मात्रा बुवाई के समय देना चाहिए। डाॅ. आर.के. सिंह ने उन्नत किस्में जे.डब्ल्यू-3211, जे.डब्ल्यू- 3269, जे. डब्ल्यू.-17 आदि किस्में अर्द्धसिंचित क्षेत्रों हेतु जी. डब्ल्यू. 322, जी.डब्ल्यू-366, एम.पी. 4012, राज 4238 पूर्ण सिंचित क्षेत्रों के लिये उपयुक्त पायी गयी है। बुवाई तकनीक के अंतर्गत सीड़कम फट्रीड्रिल मषीन से समय पर बुवाई की स्थिति मंे बीज 100 कि.ग्रा. एवं देर से बोने की स्थिति में 125 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर बीज का प्रयोग करना चाहिए। डाॅ. आर.के. जायसवाल ने बीज जनित फफूंदनाषक रोगों से बचाने के लिये कार्बोक्सीन$थायरम मिश्रण दवा 2 ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज दर से उपचार कर बुवाई करना चाहिए। रबी फसल में चना एवं मसूर मंे उकठा की सबसे ज्यादा समस्या आती है इसके बचाव के लिये फसल चक्र अपनाए। ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई, कच्चे गोबर खाद का उपयोग न करें। रोग रोधी किस्मों का चयन करें और बीजोपचार कर बुवाई करना चाहिए।
कमिश्नर आज करेंगे विकास कार्यो की समीक्षा
पन्ना 23 मार्च 15/सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर 24 मार्च को प्रातः 11 बजे से जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, युवा उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बहुविकलांगों को विशेष आर्थिक सहायता, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना की समीक्षा करेंगे। बैठक में कपिल धारा कूप निर्माण एवं सिंचाई पम्प स्थापना की प्रगति, ग्राम सडक योजना, खेत सडक योजना, ग्रामीण आवास योजना, ग्राम आरोग्य केन्द्र योजना, जननी सुरक्षा योजना तथा मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की समीक्षा की जाएगी। कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने सभी कार्यालय प्रमुखों को विभागीय योजनाओं की प्रगति की अद्यतन जानकारी तथा वर्ष 2014-15 की उपलब्धियों की जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।