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पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (23 मार्च)

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आमजनता विकास योजनाओं का लाभ उठाएं-विधायक गुनौर श्री बागरी
  • सरकारी कर्मचारी है बीपीएल तो सेवा से हटेगा-कमिश्नर 
  • लोक कल्याण शिविर तारा में 2742 आवेदन पत्रों का हुआ निराकरण

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पन्ना 23 मार्च 15/जिले में गत दिवस मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान का दो दिवसीय प्रवास हुआ। मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार ग्राम तारा में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 13 मार्च से 23 मार्च तक तारा तथा आसपास के ग्रामों में घर-घर जाकर आमजनता से आवेदन पत्र प्राप्त किए गए। आमजनता से प्राप्त 2801 आवेदन पत्रों में से 2742 का मौके पर निराकरण किया गया। शिविर का शुभारंभ विधायक गुनौर श्री महेन्द्र सिंह बागरी ने किया। शिविर में कमिश्नर सागर आर.के. माथुर तथा कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने आमजनता के आवेदन पत्रों पर सुनवाई की। शिविर के साथ आयोजित उपचार शिविर में 253 व्यक्तियों का निःशुल्क उपचार किया गया तथा 39 निःशक्तजनों को निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री जी के निर्देश के अनुसार गांव की शिक्षित बेटियों के लिए स्वरोजगार का अवसर देने के उद्देश्य से सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र का विधायक श्री बागरी तथा कमिश्नर श्री माथुर ने शुभारंभ किया। शिविर का शुभारंभ करते हुए विधायक गुनौर श्री बागरी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की जनकल्याण की मंशा के अनुसार तारा में शिविर का आयोजन किया गया। आमजनता को योजनाओं की जानकारी देने तथा लाभान्वित करने के लिए सभी अधिकारी उपस्थित हैं। आमजनता विकास योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं। प्रत्येक आवेदन पत्र पर पूरी कार्यवाही करके उसका समुचित निराकरण किया जाएगा। शिविर में कमिश्नर श्री माथुर ने कहा कि गरीबी रेखा की सूची में केवल पात्र व्यक्तियों के नाम रहेंगे। यदि किसी शासकीय कर्मचारी का नाम सूची में शामिल है तो वह स्वैच्छा से तीन दिवस में अपना नाम सूची से पृथक करा लें। बीपीएल की सूची में शामिल सरकारी कर्मचारी शासकीय सेवा में नही रहेगा। ग्राम पंचायत सचिव तथा पटवारी इंदिरा आवास प्रतीक्षा सूची तथा बीपीएल सूची ग्राम पंचायत की दीवारों में लिखवाएं। इनका एक सप्ताह में सत्यापन करें। उन्होंने पन्ना टाईगर रिजर्व के तालगांव से विस्थापित तथा ग्राम तारा में बस गए विस्थापितों को शासन के मापदण्डों के अनुसार आवासीय पट्टा देने की कार्यवाही के निर्देश एसडीएम पन्ना को दिए। उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर विस्थापित बसें हैं उसे आबादी भूमि घोषित करने की कार्यवाही करके पट्टे प्रदान करें। ग्राम रमपुरा में आवागमन के लिए वनाधिकार अधिनियम के तहत वन विभाग से स्वीकृति प्रदान कर सडक का निर्माण कराएं। उन्होंने ग्राम तारा की बीपीएल सूची में शामिल दो शिक्षकों कमल सिंह ठाकुर तथा सुरेन्द्र भूषण को निलंबित करने के निर्देश दिए। शिविर में कलेक्टर श्री चैहान ने कहा कि बीपीएल की सूची से अपात्रों के नाम हटाए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति अपात्रों की सूचना दे सकता है। शिविर में ग्रामवासियों ने विभिन्न ग्रामों के 18 अपात्रों के नाम बताए हैं। इन सभी के नाम सूची से काटे जा रहे हैं। जिलेभर में लोक कल्याण शिविरों के माध्यम से बीपीएल सूची में नाम शामिल करने तथा काटने की कार्यवाही की जाएगी। जिला स्तर पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करके पात्र वर-कन्या को लाभान्वित किया जाएगा। सभी तरह की पेंशन का समय पर वितरण सुनिश्चित कराएं। यदि एक माह से अधिक तक पेंशन वितरण में देरी हुई तो संबंधित ग्राम पंचायत सचिव के साथ-साथ जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर कार्यवाही की जाएगी। सभी पात्र हितग्राहियों को फरवरी माह तक की पेंशन का वितरण करने पर ही जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अपना मार्च माह का वेतन प्राप्त करेंगे। उन्होंने आमजनता द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ग्राम तारा आंगनवाडी कार्यकर्ता के प्रति अल्लादीन, विशाल भदौरिया जसवंतपुरा तथा ग्राम झरकुंआ के रामकुमार सोनी, सूरज सोनी, विजय सोनी, लोटन सोनी, संतोष सिंह, कन्हैया पाण्डे, कृष्णकुमार, बृजेन्द्र सोनी एवं रामकुमार सोनी के नाम बीपीएल सूची से पृथक करने के निर्देश दिए। शिविर में सभी अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं की जानकारी आमजनता को दी। शिविर में पुलिस अधीक्षक आईपी. अरजरिया, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला, एसडीएम पन्ना अशोक ओहरी, एसडीएम गुनौर आर.एस. बाकना सहित जिला एवं खण्ड स्तर के सभी अधिकारी तथा बडी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।                       

विश्व जल दिवस के अवसर पर कार्यशाला सम्पन्न

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पन्ना 23 मार्च 15/विश्व जल दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत मड़ला में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता के विषय पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं जागृति युवा मंच समिति पन्ना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने शपथ ली कि ‘‘हम अपने गांव के पेयजल श्रोतों को साफ एवं स्वच्छ रखेगंे’’ और नवीन स्वीकृति नल जल योजना के लिये अंशदान राशि एकत्रित करेंगे और स्वप्रेरणा से शौचालय का निमार्ण व उपयोग करने के साथ ही गाॅव को खुले में शौच मुक्त बनायेंगे। लोक स्वास्थ यंात्रिकी विभाग के जिला सलाहकार चन्द्रप्रकाश गुप्ता ने कहा कि जल एवं स्वच्छता के बिना स्वस्थ जीवन नही है। स्वच्छ जल की उपलब्धता हेतु समुदाय को नल जल योजना की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि समुदाय के सहयोग एवं अंशदान के बिना इस योजना का सफल क्रियान्वयन नही किया जा सकता है। इसलिये ग्राम पंचायत में एक पेयजल उप समिति का गठन कर नवीन स्वीकृति नल जल योजना के लिये अंशदान एकत्रित करें और गाॅव के प्रत्येक परिवार को अपने-अपने घरों में नल कनेक्शन कराने की जिम्मेदारी स्वयं लेनी होगी तभी योजना सफल और साकार हो सकती है। एम.पी. टास्ट के टेक्नीकल अधिकारी रमेश अग्रवाल ने कहा कि शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छता के व्यवहार को अपनाने से बीमारियों में कमी आएगी, इसके लिए हमें अपने नजरिये मंे बदलाव की आवश्कता हैं। स्वच्छता के लिए हमें अपने घर में व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण व उपयोग करना आवश्यक हैं ताकि पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया जा सके। मध्यप्रदेश जल एवं स्वछता कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आज पूरे विश्व में जल संरक्षण एवं स्वच्छता के लिए विश्व जल दिवस मनाया जाता है। जल स्त्रोतों को स्वच्छ एवं संरक्षित रखेगंे तभी आगे की पीढी को जल उपलब्ध होगा। ग्रामीणों से स्वच्छता के विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत हितग्राही द्वारा व्यक्तिगत नवीन शौचालय निर्माण किया जा सकता है। जिसके लिये शासन द्वारा प्रत्येक परिवार को शौचालय निर्माण के पश्चात 12000 रू की प्रोत्साहन राशि हितग्राही के खाते में सम्बन्धित दस्तावेज उपलब्ध कराने पर जिला पंचायत के द्वारा प्रदान की जायेगी। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के सरपंच गोविन्द प्रजापति द्वारा सभी अतिथियों एवं ग्रामीणों का आभार इस आश्वासन के साथ व्यक्त किया कि गाॅव का प्रत्येक परिवार नल जल योजना के लिये अंशदान राशि प्रदान करेंगे। इस अवसर पर मध्य प्रदेश जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम से रंजीत सिंह, मो. इरशाद, सुनील शर्मा, लोक स्वास्थ यंात्रिकी विभाग से ब्लाॅक समन्वयक रंजना रैकवार, मोनिका पटेल ग्राम पंचायत सचिव पुष्पेन्द्र सिंह, रोजगार सहायक द्वारिका प्रासाद एवं स्वछतादूत अमर सिंह व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थिति रहे।

फाइलेरिया से बचने के लिए डी.ई.सी. एवं एंलबेंडाजोल की खुराक लें  

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पन्ना 23 मार्च 15/जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. डी.के. गुप्ता ने बताया है कि जिला चिकित्सालय पन्ना में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रविराज यादव एवं राज्य नोडल अधिकारी सी.एल. शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एल.के. तिवारी तथा सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए डीईसी एवं एंलबेन्डाजोल दवा की एक खुराक खिलाकर एमडीए कार्यक्रम शुरू किया गया।उन्होंने बताया कि 22 से 24 मार्च तक प्रत्येक घर-घर जाकर कार्यकर्ताओं द्वारा फाइलेरिया रोग से मुक्ति पाने के लिए डीईसी एवं एंलबेन्डाजोल दवा का सेवन कराया जाएगा। उन्होंने आमजनता से अनुरोध किया है कि 2 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्ति इस दवा का सेवन अवश्य करें एवं पन्ना जिले को फाइलेरिया रोग से मुक्त कराने में सहयोग दें। 

मंत्री सुश्री मेहदेले करेंगी पाण्डवफाल की सीढियों का लोकार्पण

पन्ना 23 मार्च 15/क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व आर. श्रीनिवास मूर्ति बताया गया कि टाईगर रिजर्व में स्थित पाण्डवफाल की सीढियों का जीर्णोद्धार पूरा हो चुका है। नवनिर्मित सीढियों का लोकार्पण प्रदेश की मंत्री पशुपालन, ग्रामोद्योग, उद्यानकी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, मछली पालन, विधि एवं विधायी कार्य सुश्री कुसुम सिंह मेहदेले 28 मार्च को अपरांह 3 बजे करेंगी। क्षेत्र संचालक टाईगर रिजर्व द्वारा इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया से जुडे लोंगों को सादर आमंत्रित किया गया है। 

कृषि वैज्ञानिकों ने कृषकों को दिया प्रषिक्षण

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पन्ना 23 मार्च 15/कृृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना द्वारा गत दिवस विकासखण्ड पन्ना के ग्राम कुलुआ बख्तरी मंे मध्य प्रदेष वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट के तहत रबी फसलों के उत्पादन पर डाॅ. बी.एस. किरार, डाॅ. आर.के. सिंह, डाॅ. आर.के. जायसवाल, डाॅ. के.पी. द्विवेदी एवं पी.एस. उट्टी आदि वैज्ञानिकों द्वारा 53 कृषकों को प्रषिक्षण दिया गया। प्रषिक्षण में डाॅ. किरार द्वारा रबी फसलों गेहूँ, चना, में संतुलित उर्वरक पर विस्तार से प्रकाष डाला गया। गेहूँ फसल में शीघ्र एवं मध्यम अवधि किस्मों में नत्रजन 80 कि.ग्रा., स्फूर 50 कि.ग्रा. एवं पोटाष 30 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर और देर से पकने वाली किस्मों में नत्रजन 100 कि.ग्रा., स्फूर 60 कि.ग्रा., एवं पोटाष 40 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर देना चाहिए। नत्रजन उर्वरक को तीन भागों मंे बाँटकर देना चाहिए। एक भाग बुवाई के समय, दूसरा 25-30 दिन बाद एवं तीसरा भाग बुवाई के 55-60 दिन बाद और स्फूर एवं पोटाष की पूरी मात्रा बुवाई के समय देना चाहिए। डाॅ. आर.के. सिंह ने उन्नत किस्में जे.डब्ल्यू-3211, जे.डब्ल्यू- 3269, जे. डब्ल्यू.-17 आदि किस्में अर्द्धसिंचित क्षेत्रों हेतु जी. डब्ल्यू. 322, जी.डब्ल्यू-366, एम.पी. 4012, राज 4238 पूर्ण सिंचित क्षेत्रों के लिये उपयुक्त पायी गयी है। बुवाई तकनीक के अंतर्गत सीड़कम फट्रीड्रिल मषीन से समय पर बुवाई की स्थिति मंे बीज 100 कि.ग्रा. एवं देर से बोने की स्थिति में 125 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर बीज का प्रयोग करना चाहिए। डाॅ. आर.के. जायसवाल ने बीज जनित फफूंदनाषक रोगों से बचाने के लिये कार्बोक्सीन$थायरम मिश्रण दवा 2 ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज दर से उपचार कर बुवाई करना चाहिए। रबी फसल में चना एवं मसूर मंे उकठा की सबसे ज्यादा समस्या आती है इसके बचाव के लिये फसल चक्र अपनाए। ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई, कच्चे गोबर खाद का उपयोग न करें। रोग रोधी किस्मों का चयन करें और बीजोपचार कर बुवाई करना चाहिए। 

कमिश्नर आज करेंगे विकास कार्यो की समीक्षा

पन्ना 23 मार्च 15/सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर 24 मार्च को प्रातः 11 बजे से जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, युवा उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, बहुविकलांगों को विशेष आर्थिक सहायता, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना की समीक्षा करेंगे। बैठक में कपिल धारा कूप निर्माण एवं सिंचाई पम्प स्थापना की प्रगति, ग्राम सडक योजना, खेत सडक योजना, ग्रामीण आवास योजना, ग्राम आरोग्य केन्द्र योजना, जननी सुरक्षा योजना तथा मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की समीक्षा की जाएगी। कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने सभी कार्यालय प्रमुखों को विभागीय योजनाओं की प्रगति की अद्यतन जानकारी तथा वर्ष 2014-15 की उपलब्धियों की जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (23 मार्च)

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कुपोषित बच्चों को अधिकारियों ने गोद लिया

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विदिशा जिले को कुपोषण से शत प्रतिशत निजात दिलाने के लिए कलेक्टर श्री एमबी ओझा की पहल पर जिलाधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चों को गोद लेने की औपचारिक सहमतियां व्यक्त की गई हैं। कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ ने प्रत्येक विकासखण्ड के एक-एक कुपोषित बच्चे को गोद लिया है। 

स्नेह सरोकार कार्य
जिले में कुपोषण के प्रति छेडी गई जंग में जनभागीदारी की महती भूमिका को रेखांकित करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने बताया कि जिले में सर्वेक्षण अनुसार कुल एक हजार 244 कुपोषित बच्चें पाए गए थे। विभागीय गतिविधियां और जनसहयोग से 259 कुपोषित बच्चें उच्च श्रेणी में आ गए हंै। फरवरी माह तक 985 कुपोषित बच्चों के लिए विशेष प्रयास प्रस्तावित हैं जिसके तहत जिले में स्नेह सरोकार अभियान का क्रियान्वयन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि अधिकारीगण ध्यान रखें कि ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान यदि कहीं कोई कुपोषित बच्चा नजर आता है तो उसकी जानकारी अविलम्ब महिला एवं बाल विकास विभाग को देें। कलेक्टर श्री ओझा ने एनआरसी केन्द्रों में भर्ती कराएं जाने वाले कुपोषित बच्चों की जानकारी एनआरसीवार प्राप्त की। उन्होंने कुपोषित बच्चों के माता-पिता को स्व-रोजगारमूलक योजनाओं से जोड़ने की बात कही। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में जिला डी ग्रेड की श्रेणी में शामिल है जो कतिपय उचित नहीं है। सात अपै्रल से 15 अपै्रल के मध्य जिले में इन्द्रधनुष अभियान का क्रियान्वयन किया जाएगा। इसके पीछे शासन प्रशासन की मंशा है कि जिले में ऐसे बच्चे जो सात प्रकार के टीकाकरणों से वंचित हैं उन्हें विशेष प्रयास कर टीके लगाएं जाएं और उन्हें बीमारियों से विमुक्त किया जाए। अभियान के प्रभारी डाॅ रजावत ने बताया कि विदिशा जिले में 42 हजार बच्चों को सात प्रकार के टीके लगाए जाने है अब तक मात्र 48 प्रतिशत बच्चों को ही टीके लगाए जा चुके हैं। बीस हजार बच्चे ऐसे हंै जिन्हें एक दो टीके लगाए जाना शेष है जबकि 13 हजार 500 बच्चे ऐसे है जिन्हंे अब तक कोई भी टीका नहीं लगाया गया है। सिरोंज विकासखण्ड में सर्वाधिक बच्चे हैं। जिनके नाम, ग्राम की जानकारी संकलित कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई जा चुकी है। 

एफआईआर के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का जो अमला टीकाकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरतता है और इसी प्रकार एनआरसी के संचालन में कोताही बरतता है उन संविदाकर्मियों को सेवा से पृथक कर उनके खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज कराया जाए। उक्त कार्य में ब्लाक मेडीकल आफीसर के द्वारा उदासीनता बरती जाती है तो उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाए। 

प्रशिक्षण एवं रोजगार के भटकाव से बचेंगे युवक-युवतियाँ

विदिशा जिले में स्वरोजगारमूलक योजनाओं की जानकारी, प्रशिक्षण और आवेदन संबंधी समुचित कार्यवाही आॅन लाइन युवक-युवतियाँ कर सकेंगे। इसके लिए जिला मुख्यालय पर कौशल उन्नयन नाम की एक बेवसाइट तैयार की गई है जिसमें 24 विभागों को शामिल किया गया है। सोमवार को कौशल उन्नयन बेवसाइट का प्रेजेन्टेशन कलेक्टर श्री एमबी ओझा की उपस्थिति में डीपीआईपी के प्रबंधक श्री नरेन्द्र गुप्ता ने किया। कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत तैयार की गई कार्ययोजना की बिन्दुवार जानकारी दी गई। जिसमें मुख्यतः प्रशिक्षण मुहैया कराए जाने वाले विभागोें के द्वारा किन-किन टेªडों के माध्यम से युवक-युवतियांे को प्रशिक्षित किया जाता है कि बिन्दुवार जानकारी, पूर्व एक वर्ष तक की अवधि में प्रशिक्षित हुए टेªडवारों के नाम दर्ज किए गए है ताकि संबंधित विभाग आवश्यकतानुसार प्रशिक्षित युवक युवतियांे को स्वरोजगार मुहैया कराए जाने की कार्यवाही कर सकें। कौशल उन्नयन बेवसाइट पर ही तमाम प्रकार की स्वरोजगारमूलक योजनाओं की जानकारी, आवेदन, बैंकलोन के आवेदन अपडेट कर दर्ज की गई है। 

रजिस्ट्री हेतु अचल सम्पत्ति का नवीन बाजार मूल्य निर्धारण

कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में प्रभारी मंत्री के प्रतिनिधि के रूप में शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा समेेत समिति के अन्य सदस्य मौजूद थें। कलेक्टेªट सभाकक्ष में सोमवार को हुई इस बैठक में विदिशा जिले के लिए वर्ष 2015-16 हेतु अचल सम्पत्ति की रजिस्ट्री के लिए नवीन बाजार मूल्य का निर्धारण किया गया है। जिला पंजीयक श्री एके सिंह ने बताया कि जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में अचल सम्पत्ति के बाजार मूल्य के मार्गदर्शक सिद्धांत वर्ष 2015-16 के लिए विचार विमर्श उपरांत गाइड लाइन दरों में तुलनात्मक वृद्धि की गई है। जिसके अनुसार कृषि भूमि की दरों में औसत वृद्धि तहसीलवार की गई है। तदानुसार विदिशा में 13 प्रतिशत, गंजबासौदा में 9 प्रतिशत, नटेरन में 12 प्रतिशत, ग्यारसपुर में 19 प्रतिशत, कुरवाई में 11 प्रतिशत और लटेरी एवं सिरोंज में क्रमशः दस-दस प्रतिशत की। इसी प्रकार भूखण्डों की दरों में की गई औसत वृद्धि की जानकारी तहसीलवार इस प्रकार से है। विदिशा में 13 प्रतिशत, गंजबासौदा में 10 प्रतिशत, नटेरन में 12 प्रतिशत, ग्यारसपुर मंे 18 प्रतिशत, कुरवाई में 15 प्रतिशत, लटेरी में 13 प्रतिशत और सिरोंज तहसील में भूखण्ड की दरों में 11 प्रतिशत औसत वृद्धि की गई है।

अन्त्योदय मेला में मिट्टी परीक्षण हेतु चलित प्रयोगशाला

जिला मुख्यालय पर 27 मार्च को आयोजित होने वाले खण्ड स्तरीय अन्त्योदय मेला में किसानों के खेतों की मिट्टी परीक्षण की पहली बार व्यवस्था कराई गई है। विदिशा अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री आरपी अहिरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि अन्त्योदय मेला स्थल पर मिट्टी परीक्षण के लिए चलित प्रयोगशाला की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। एसडीएम श्री अहिरवार ने अन्त्योदय मेला में शामिल होने वाले कृषकांे से आग्रह किया है कि वे अपने-अपने खेतों की मिट्टी परीक्षण हेतु साथ लाएं ताकि सुगमता से परीक्षण उपरांत मिट्टी में किन-किन उर्वरकांे की कमी है से भली भांति अवगत होकर उनकी पूर्ति करा सकें। मिट्टी परीक्षण की व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है। मेला में मिट्टी परीक्षण के उपरांत किसानांे को बकायदा स्वाइल कार्ड प्रदाय किया जाएगा। जिसमें पोषक तत्वों की कमी उल्लेखित की जाएगी।

सत्यापन की अवधि बढ़ी

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रताधारी राशन से वंचित ना हो के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने दिए हैं। कलेक्टर श्री ओझा ने जारी सत्यापन की अवधि बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधितों से कहा है कि विदिशा निकाय के अंतर्गत आने वाली सभी 39 उचित मूल्य दुकानो में दर्ज पात्रतापर्चियों (राशन कार्ड) के छूटे राशनकार्डधारियों का सत्यापन घर-घर जाकर किया जाए। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत बैंक खाता, आधार कार्ड की जानकारी भी संकलित की जाए। प्रथम चरण के सत्यापन कार्य अवधि में निकाय के कुल आठ सौ राशनकार्डधारियों का सत्यापन हुआ है। कलेक्टर श्री ओझ ने निर्देश दिए है कि एक से अधिक दुकानो में हितग्राहियों के नाम दर्ज पाए जाने पर उनके नाम समग्र डाटा सूची से हटाए गए है उन सभी हितग्राहियों के लिए पुनः अवसर मुहैया कराया जा रहा है ताकि वे निकाय अमले के द्वारा फिर से किए जा रहे सर्वे में पूर्व उल्लेखित जानकारी दर्ज कराना सुनिश्चित करें ताकि राशन कार्डधारी के क्षेत्र की उचित मूल्य दुकान में राशनकार्ड अंकित किया जा सकें। कलेक्टर श्री ओझा ने निकाय के सभी सहायक राजस्व निरीक्षक (मोहरर) को सख्त निर्देश दिए कि दो दिवस के भीतर पुनः सर्वे कर छूटे परिवारों में से पात्रताधारियों के नाम जोड़ने की कार्यवाही की जाए। जिन व्यक्तियों के द्वारा फर्जी राशन कार्ड बनाएं गए है उनके खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज कराए जाने की कार्यवाही की जाए।

दो संस्थानों पर 55 हजार रूपए का जुर्माना

अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के न्यायालय में प्रचलित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के दो प्रकरणों में उनके द्वारा सुनवाई उपरांत 55 हजार रूपए का जुर्माना अदा करने के आदेश जारी किए गए है।जारी आदेश में उल्लेख है कि अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ विक्रय करने पर प्रोपरायटर गायत्री मिष्ठान भण्डार छत्री नाका सिरोंज पर तीस हजार रूपए का तथा नीरज काॅफी हाउस एण्ड कोल्ड ड्रिंक्स रेस्टोरेन्ट पूरनपुरा चैराहा विदिशा पर 25 हजार रूपए का जुर्माना वसूल करने का आदेश दिया गया है। उक्त संस्थाओं को जुर्माना राशि जमा करने की मियांद 15 दिन की दी गई है यदि समय सीमा में दोनों संस्थानों के द्वारा जुर्माना की राशि को नही भरा जाता है तो उसकी राशि को भू-राजस्व की बकाया राशि के रूप में वसूल किए जाने की कार्यवाही के लिए संबंधित तहसीलदार को निर्देशित किया गया है।

स्वीकृत प्रकरणों में वित्त पोषण करें दो दिवस के भीतर-कलेक्टर श्री ओझा

कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में सोमवार को विशेष डीएलसीसी की बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। कलेक्टर श्री ओझा ने बैठक में मौजूद बैंकर्स प्रतिनिधियों को कडे़ लहजों में स्पष्ट कहा कि बैंकर्स द्वारा जिन हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरणों में स्वीकृति प्रदान की गई है उन प्रकरणों में दो दिवस के भीतर वित्त पोषण कराना सुनिश्चित करें। इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले बैंकर्सो के खिलाफ कठोर कार्यवाहीयुक्त अद्र्वशासकीय पत्र उनके क्षेत्रीय प्रबंधक को प्रेषित किया जाएगा। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि हितग्राहीमूलक योजनाओं में जिन बैंकों के द्वारा वित्त पोषण कराने में ज्यादा रूचि परलिक्षित हुई है। उन ही बैंकों में आगामी वित्तीय वर्ष में शासकीय राशि जमा कराई जाएगी। वर्तमान में जिन बैंकों में शासकीय राशि जमा है और उनके द्वारा हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरणों में वित्त पोषण के मामले में उदासीनता अथवा कोताही बरती गई है तो उन बैंकों से राशि आहरण कर अन्य बैंकों में जमा की जाएगी। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि अधिकांश हितग्राहीमूलक योजनाओं में अनुदान राशि जमा कराए जाने के बावजूद संबंधित बैंक के द्वारा वित्त पोषण में ढ़ीला रवैया अपनाया जा रहा है जो कतिपय उचित नही है। उन्होंने मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्र अतिशीघ्र वित्त पोषण करने की समझाईंश दी। उन्होंने कहा कि वित्त पोषण हो जाने से हितग्राही अपना स्वरोजगार का संचालन यथाशीघ्र कर सकेंगे। इस बात का बैंकर्स ध्यान रखें। विशेष डीएलसीसी की बैठक में बैंकवार हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरणों में अब तक किए गए वित्त पोषण की समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र, लीड़ बैंक आफीसर श्री उमेश गुप्ता सहित समस्त बैंकर्स प्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

हेलमेट पहने वाहन चालकों को ही पेट्रोल प्रदाय होगा

कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा जारी किए गए नवीन आदेश का हवाला देते हुए जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एमके श्रीवास्तव ने बताया कि अब जिले में दो पहिया वाहन चालक को पेट्रोल पम्पों पर हेलमेट लगाकर (पहनकर) वाहन लाने पर पेट्रोल प्रदाय किया जाएगा। जिले के समस्त पेट्रोल पंपों के संचालकों को भी उक्त निर्देश की प्रतियां उपलब्ध कराई जा चुकी है और उनसे अपेक्षा व्यक्त की गई है कि जारी आदेश का अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित करें।

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (23 मार्च)

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धूम्रपान न करें लोग: सीईओ 
  • समय-सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न   

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छतरपुर/23 मार्च/धूम्रपान करने से जानलेवा कैंसर बीमारी का जन्म होता है। धूम्रपान करने से प्रतिवर्ष हजारों लोगों की मौत हो जाती है। अतः बीमारी से बचने के लिये लोग धूम्रपान न करें। यह अपील मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित टी0एल0 पत्रों की समीक्षा बैठक के दौरान आमजनों से की है। उन्होंने समस्त अधिकारियों को इस संबंध में निर्देषित करते हुये कहा कि सार्वजनिक स्थलों, षासकीय कार्यालयों आदि में धूम्रपान करना कानूनी अपराध है। यदि कोई व्यक्ति धूम्रपान करते पाया जाये तो उस पर दो सौ रूपये तक का जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जाये। टी0एल0 बैठक के दौरान तम्बाकू नियंत्रण कानून की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। धूम्रपान से होने वाले नुकसान के संबंध में अधिकारियों को एक लघु फिल्म भी दिखायी गई। बैठक में जानकारी दी गई कि भारत में 34 प्रतिषत् लोग धूम्रपान करते हैं, जबकि म0प्र0 में यह आंकड़ा 40 प्रतिषत् का है। म0प्र0 में 19 प्रतिषत् महिलायें धूम्रपान करती हैं। प्रदेष में कैंसर एवं तम्बाकूजनित बीमारियों के इलाज पर षासन द्वारा 1 हजार 373 करोड़ रूपये की राषि प्रति वर्ष खर्च की जा रही है। धूम्रपान एवं तम्बाकू के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर तो विपरीत प्रभाव पड़ने के साथ-साथ उपचार पर बहुत अधिक धनराषि भी खर्च हो रही है। धूम्रपान करने वाले व्यक्ति धूम्रपान न करने वाले व्यक्तियों को भी समस्या पैदा करते हैं। धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के धुयें से महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे को काफी नुकसान हो सकता है। सीईओ जिपं डाॅ. सतेन्द्र सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देषित करते हुये कहा कि उनके द्वारा जुर्माना करने की जानकारी की समीक्षा अगली टी0एल0 बैठक में समीक्षा की जायेगी। उन्होंने प्रत्येक अधिकारी को सख्ती से धूम्रपान करने वाले लोगों पर जुर्माना करने के निर्देष दिये। बैठक में उन्होंने टी0एल0 पत्रों, सीएम हेल्पलाइन एवं पीजी सेल के आवेदनों के निराकरण के लिये षीघ्रता से कार्यवाही करने के निर्देष दिये। उन्होंने हितग्राहीमूलक योजनाओं की लक्ष्यपूर्ति के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देष दिये। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस सी गंगवानी, सहायक कलेक्टर श्री गिरीष कुमार मिश्रा, एसडीएम श्री डी पी द्विवेदी, ईई आरईएस श्री अरूण दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।        

बक्स्वाहा के स्व सहायता समूह ने प्रदेष में पाया प्रथम स्थान

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छतरपुर/23 मार्च/महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा ग्वालियर में प्रदेष स्तरीय राजमाता विजयराजे ममत्व मेले का विगत 14 से 19 फरवरी तक आयोजन किया गया। इस मेले में स्व सहायता समूह द्वारा उत्पादित और निर्मित सामग्री का प्रदर्षन एवं विक्रय किया गया। मेले में प्रदेष के सभी जिलों से स्व सहायता समूहों ने हिस्सा लिया। ममत्व मेले में छतरपुर जिले के बक्स्वाहा के ममता स्व सहायता समूह ने प्रदेष में प्रथम स्थान प्राप्त किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री माया सिंह ने समूह की अध्यक्ष ममता जैन एवं सचिव पूजा जैन को षील्ड तथा प्रमाण पत्र के साथ पुरूस्कृत किया। महिला एवं बाल विकास अधिकारी भरत सिंह राजपूत ने बताया कि समूह द्वारा बड़ी, जीरामन नमक, कचरिया, पापड़ एवं आंवला मसाले आदि तैयार करने का कार्य किया जाता है। मेले में प्रदेष के बाहर से आये अतिथियों ने भी समूह को आमंत्रण दिया है।  
संचालक सैनिक कल्याण 27 मार्च को आयेंगे

छतरपुर/23 मार्च/ जिले के समस्त भूतपूर्व सैनिकों, विधवाओं व आश्रितों को सूचित किया गया है कि संचालक सैनिक कल्याण म0प्र0, ब्रिगेडियर आर.एस. नौटियाल 27 मार्च को छतरपुर जिले के भ्रमण पर आ रहे हैं। अतः यदि किसी भूतपूर्व सैनिक, विधवाओं व आश्रितों को किसी प्रकार की कोई समस्या है तो अपने समस्त संबंधित दस्तावेजों सहित 27 मार्च को सुबह 11 बजे जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में उपस्थित हो सकते हैं।

अस्पृष्यता निवारण सद्भावना षिविर का आयोजन 27 मार्च को

छतरपुर/23 मार्च/अस्पृष्यता निवारण सद्भावना एवं जन जागरण षिविर का आयोजन 27 मार्च को सुबह 11 बजे से सांय 5.30 बजे तक षासकीय माध्यमिक षाला मुडेरी जनपद पंचायत लवकुषनगर के अंतर्गत सम्पन्न किया जायेगा। षिविर के माध्यम से यह प्रयास किया जायेगा कि राष्ट्र की मुख्य धारा में अनुसूचित जातियों के लोग  प्रभावी भूमिका निर्वहन करने में सक्षम हो सकें। इस षिविर का यह भी लक्ष्य होगा कि जीवन में छुआ-छूत के कलंक, सामाजिक कुरूतियों एवं रूढि़यों को दूर किया जाये। थ्जला संयोजक आदिम जाति कल्याण द्वारा बताया गया कि षिविर में उपस्थित जनसमूह को दोपहर 2 बजे  सामूहिक भोज की व्यवस्था होगी जिले के समस्त विकास विभाग एवं समस्त विकास खण्डों के जनप्रतिनिधि एवं पत्रकारों से अनुरोध है कि उक्त षिविर में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर सद्भावना षिविर को सफल बनायें।

कृषकों से नरवाई न जलाने की अपील

छतरपुर/23 मार्च/किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक इंद्रजीत सिंह बघेल ने किसानों से फसल कटाई के बाद खेतों में षेष रह गई नरवाई को न जलाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जिले के कतिपय क्षेत्रों में वृहद स्तर पर किसानों द्वारा नरवाई का सदुपयोग न कर खेतों में जलाई जा रही है। इसके परिणाम स्वरूप पर्यावरण के साथ-साथ जन, धन को नुकसान होने की संभावना बनी रहती है, साथ ही पषुओं को प्राप्त होने वाला भूसा भी नष्ट हो जाता है तथा कृषकों को कम्पोस्ट खाद भी प्राप्त नहीं हो पाता है। इन फसल अवषेषों के जलाने से मिट्टी में उत्पन्न होने वाले कार्बनिक पदार्थ में भी कमी आती है। ऐसी स्थिति में यह आवष्यक हो गया है कि फसलों के कटाई के उपरांत खेतों में जो फसल अवषेष रह जाते है उनको स्ट्रा-रीपर का उपयोग करते हुये भूसे में परिवर्तित किया जाये या कम्पोस्ट खाद तैयार किया जाये या कृषि यंत्रों का उपयोग कर कटाई उपरांत षेष फसल अवषेषों को मिट्टी में मिला दिया जाये। उप संचालक श्री बघेल ने बताया कि जिले के कुछ क्षेत्रों में कृषकों द्वारा गेहूं आदि की कटाई कम्बाइन्ड हार्वेस्टर से कराई जाती है, जिससे काफी मात्रा में फसल अवषेष खेत में ही छूट जाते है। इन फसल अवषेषों को भूसे में परिवर्तित करना आवष्यक है। इस हेतु कम्बाइन्ड हार्वेस्टर के साथ-साथ स्ट्रा-रीपर का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाये। इस संबंध में धारा 144 भी लागू की जा रही है। 

पीसीपीएनडीटी अधिनियम की कार्यषाला सम्पन्न   

छतरपुर/23 मार्च/षहर के एक निजी होटल में पीसीपीएनडीटी एक्ट से संबंधित कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक ललिता यादव उपस्थित रहीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बच्चों में लिंगभेद करना सामाजिक बुराई है। बेटों की तरह बेटियां भी किसी से कम नहीं होतीं। बेटा-बेटी में भेद नहीं होना चाहिये। नपाध्यक्ष अर्चना सिंह ने भी बेटियों के महत्व पर प्रकाष डालते हुये कहा कि यदि हम बेटियों को मारते जायेंगे तो बहू कहां से लायेंगे। सीएमएचओ डा व्ही के गुप्ता ने कार्यषाला के उद्देष्य के बारे में जानकारी दी। अधिवक्ता राजेन्द्र गुप्ता ने एक्ट की बारीकियों से सबको परिचित कराया एवं सलाहकार समिति के कार्यप्रणाली एवं निरीक्षण के बारे में जानकारी दी। डा. सुभाष चैबे ने बताया कि अल्ट्रासाण्उड सेन्टर में किसी भी भू्रण के लिंग का चयन नहीं किया जाता है। जिले में अनुमति प्राप्त 9 अल्ट्रासाण्उड सेन्टर हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह ने बिना भावनात्मक सहयोग के इस संबंध में बने कानून का कड़ाई से पालन करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउण्ड सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया जाना जरूरी है। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी एवं कार्यप्रणाली से निदेषक, एमपीवीएचए इन्दौर मुकेष सिंह ने अवगत कराया। कार्यक्रम में समाजसेवी संगठन के सदस्य, सलाहकार समिति के सदस्य, अल्ट्रसाण्उड सेन्टर के सदस्य, महिला बाल विकास से सीडीपीओ, धार्मिक गुरू, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन दीप्ति जैन आईईसी सलाहकार ने किया। 

बारीगढ़ अंत्योदय मेला स्थगित  

छतरपुर/23 मार्च/षासन की विभिन्न योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करने के उद्देष्य से जिले में विकासखण्ड स्तर पर अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 24 मार्च को बारीगढ़ विकासखण्ड में प्रस्तावित अंत्योदय मेले को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। मेले की आगामी तिथि से बाद में अवगत कराया जायेगा।  

बड़वानी (मध्यप्रदेश) की खबर (23 मार्च)

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वैज्ञानिकों द्वारा दूरस्थ अंचल में कृषक प्रषिक्षण का आयोजन 

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बड़वानी 23 मार्च/आत्मा विभाग बड़वानी द्वारा विकासखण्ड पानसेमल के ग्राम बांदरियाबढ़ में कृषक प्रषिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें वैज्ञानिक डाॅ. एन.के. ताम्बे, इन्दौर द्वारा कृषकोें को सामयिक फसलों में रोग एवं कीड़ो के प्रबंधन के लिये तकनीकी जानकारी एवं स्थानीय नुस्खों की जानकारी दी गई। डाॅ. दिनेष जैन वैज्ञानिक उद्यानिकी कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़वानी द्वारा कृषकों एवं कृषक महिलाओं को उद्यानिकी फसलों जैसे, तरबूज, प्याज, टमाटर आदि की जानकारी दी गई। साथ ही उद्यानिकी संबंधी मानक पत्रिका फल-फूल के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान किसानों द्वारा किये गये प्रष्नों का वैज्ञानिकों द्वारा समाधान किया गया। प्रषिक्षण कार्यक्रम में आत्मा विभाग के श्री सुरेष मुवेल (सहसंचालक कृषि), श्री ओ.पी. पाटीदार एस.एम.एस. आत्मा विभाग, श्री श्रीकांत मण्डलोई एस.एम.एस. आत्मा विभाग, पानसेमल उपस्थित थें। प्रषिक्षण में लगभग 70 से अधिक किसनों ने भागीदारी की। इस दौरान ग्राम भातकी में वैज्ञानिकों द्वारा आम के बगीचें एवं तरबूज के खेत का निरीक्षण भी किया गया। 

भौतिक प्रगति के विरूद्ध अधिक राशि आहरित करने पर धारा 92 की कार्यवाही कराने के आदेश

बड़वानी 23 मार्च / कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक श्री रवीन्द्रसिंह ने विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक बड़वानी, पाटी, राजपुर, निवाली, पानसेमल, सेंधवा, ठीकरी को आदेशित किया है कि वे 252 कार्यो के लिये ऐसी निर्माण एजेंसियो के विरूद्ध अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व ) न्यायालय में धारा 92 की कार्यवाही करवाये, जिन्होने भौतिक प्रगति के विरूद्ध 226.38 लाख से अधिक राशि का आहरण किया है । जिला शिक्षा केन्द्र से प्राप्त जानकारी अनुसार यह कार्यवाही विकासखण्ड बड़वानी में 22 कार्यो में 13.25 लाख की राशि के लिये, विकासखण्ड निवाली में 28 कार्यो में 13.31 लाख की राशि के लिये,  विकासखण्ड पानसेमल में 51 कार्यो में 44.23 लाख की राशि के लिये,  विकासखण्ड पाटी में 47 कार्यो में 33.14 लाख की राशि के लिये,  विकासखण्ड राजपुर में 36 कार्यो में 35.20 लाख की राशि के लिये,  विकासखण्ड सेंधवा में 64 कार्यो में 81.37 लाख की राशि के लिये, विकासखण्ड ठीकरी में 4 कार्यो में 5.85 लाख की राशि के लिये होगी । 

शहीद-ए आजम भगत सिंह के सपनों का हो भारत। इसका संकल्प लिया ए.आई.एस.एफ. ने

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पटना वि0वि0 से जुलूस निकालकर गांधी मैदान के कारिगल चैक पर हुआ सभा में तब्दील, छात्र नेतों ने बारी-बारी से भगत सिंह के प्रतिमा पर चढ़ाये पुष्प, इप्टा के नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन, कई वक्ताआंे ने रखे अपने विचार।

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पटनाः- आॅल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध  पटना जिला द्वारा आयोजित शहीद भगत सिंह के शहाद दिवस पर छात्रों ने संकल्प दिवस के रूप में मनाया। छात्र नेताओं ने संकल्प लिया कि आज जिस तरह से पूरे देश में सम्प्रदायिकता, घर वापसी, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, नफरत, घृणा फैलाकर एक इंसान को दूसरे इंसान के बीच दूरी पैदा की जा रही है। इस परिस्थिति में हम सबांे का कर्तव्य बनता है कि भगत ंिसंह के विचारों एवं उपदेशों को गाँव-गाँव तक पहुंचाये। छात्रों ने पटना वि.वि. से जुलूस निकालकर अशोक राजपथ होते हुए गांधी मैदान के कारगिल चैक पहुंचे। छात्र नारा लगा रहे थे जिन्दा है भगत सिंह, जिन्दा है वी सैल्यूट भगत सिंह। हर जुल्म का एक जवाब इन्कलाब जिन्दाबाद। इसके बाद छात्रों ने बारी-बारी से भगत सिंह के प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इप्टा द्वारा एक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जिसका शीर्षक था, ‘‘चुप्पी’’ जो देश के अंदर महिलाओं के शोषण और दूर्दशा को दर्शाता है। सभा मंे उपस्थित बतौर मुख्य वक्ता एवं मशहूर रंगकर्मी प्रो. जावेद अख्तर ने सभा को संबांेधित करते हुए कहा कि आज के दिनों में सम्प्रदायिक शक्तियां भगत सिंह के विचारों पर कीचड़ उछाल रही है और किसी विशेष समुदाय से जोड़कर इस वीर सपूत के कद को छोटा कर उछाल रही है। आज का समय सही मायने में भगत सिंह विचारांे को जानने की है। ये दायित्व देश के तमाम छात्रों एवं नौजवनों का है ताकि भगत सिंह की फांसी हमारे देश के लिए कोहेनूर से भी बढ़कर है।
सभा को संबोधित करते हुए ए.आई.एस.एफ. पटना जिला सचिव रूपेश सिंह वर्तमान समय मंे आम जनता को भ्रमित कर रही सांप्रदायिक शक्तियां, इस शहादत दिवस पर ए.आई.एस.एफ. संकल्प लेता है ऐसी शक्तियों को देश से खदेड़ने का काम करेंगे। जो कल तक अपने को किसान का बेटा कहने वाले आज वही किसानांे और मेहनतकशों के खिलाफ काम कर रहे हंै। जिलाध्यक्ष महेश कुमार, जिलाउपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र कुमार, दीवाकर झा, जिला सह-सचिव साजन झा, पटना महानगर उपाध्यक्ष अनुराग कुमार, पटना वि.वि. सचिव प्रभात कुमार, जिला कार्यकारिणी सदस्य चन्दन कुमार, पटना लाॅ काॅलेज अध्यक्ष राजेश कुमार, एन.एन. काॅलेज सचिव, अविनाश कुमार, अध्यक्ष आशुतोष कुमार, बिहार राज्य छात्रा गल्र्स कमिटी के सुधा कुमारी, किरण कुमारी, श्वेता कुमारी, पटना काॅलेज सचिव राजीव कुमार, अध्यक्ष राकेश कुमार, अजीत कुमार, मंटू कुमार एवं सैकड़ोें छात्रगण एवं दर्शक उपस्थित थे।  

विशेष आलेख : खण्डवा जिले मे लगातार जारी है बाल अधिकारों का हनन

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मध्य प्रदेष के खण्डवा जिले मे बाल अधिकारों के प्रति परिवार और समाज मे अपेक्षाकृत कम जानकारी जागरूकता व सर्तकता का अभाव है। जिले में बच्चों की सुरक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा है। यहाॅ बच्चों का आये दिन  अपहरण, बंधुआ मजदूर बनाना, स्कूल में प्रताड़ना, बाल विवाह की घटनाऐं हो रही है। कुछ समय पूर्व ही यहाॅ स्कूली प्रताडना व बाल विवाह से बचने के लिये 3 बच्चों ने आत्महत्या कर ली और 13 बच्चों को महाराष्ट्र मे बंधुआ मजदूर बनाये जाने की घटनायें भी प्रकाष में आई हंै। 
         
जिला खण्डवा में दिसम्बर 2014 के अंत तक करीब 100 बच्चे घरों से गायब हैं। पुलिस ने इन मामलों मे गुमषुदगी एंव अपहरण के 100 से अधिक केस दर्ज किये हैं। इनमंे 18 बालक और 82 बालिकायें हैं। इनमंे चार माह से अधिक पुराने 71 प्रकरण हैं जिन्हें नियमानुसार जिले की एन्टी ह्यूमैन ट्रेफिकिंग सेल को सौंप दिये गये हैं। बचपन बचाओ आन्दोलन द्वारा इस मामले मंे सुप्रीम कोर्ट मे रिट याचिका क्रमांक 75/12 राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज किये जाने के पष्चात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिले मंे कुल 15 पुलिस थानांे एवं पुलिस चैकियों मे पैरालीगल वालंटियर्स नियुक्त किये गये। इनके द्वारा माह मे कम से कम चार बार इन थानांे में बैठकर या विजिट कर बच्चों के इन मामलों की निगरानी की जा रही है। जिले के 12 थानांे में से खालवा थाने मे सर्वाधिक 14 अपहरण, हरसूद थाना मे 10 प्रकरण, खण्डवा नगर के मोवट थाने मे 09 एवं कोतवाली में 8 प्रकरण दर्ज किये गये । इसी प्रकार जावर मे 05, छैगाॅव माखन मे 04 , पंधाना मे 02, किल्लौद मे 06 , पिल्लौद मे 02, मूंदी में 04, मंधाता मे 05, एवं नर्मदा नगर थाने मंे 4 प्रकरण दर्ज किये गये। 
            
जिले के पंधाना विकासखण्ड के ग्राम विष्वासपुर में एक स्कूली छात्र विषाल पिता नन्दकिषोर कोरकू उम्र 12 वर्ष गुड़ी के अनुसूचित जनजाति छात्रावास से 12 दिसम्बर 2012 को घर आ गया ओर पास ही के गांव नीमखेड़ी मे लगे मेले में अपने दोस्तों के साथ चला गया और वहां से वह गायब हो गया। घर वालों ने ढूॅढा़ तो वह बालक ग्राम देवली के एक मिषन होस्टल में मिला, जो कि गांव से 50 किमी दूर था। वह बालक षासकीय छात्रावास में असुविधाओं के कारण वहां रहना नही चाहता था। वह मिषन हास्टल में रह कर अपनी पढ़ाई करना चाहता था। इसी प्रकार ग्राम टाकल खेडा का कक्षा 9 वीं का छात्र राधेष्याम पिता नन्नू अनूसूचित जनजाति छात्रावास सिंगोटा से 12 दिसम्बर 2014 को गायब हो गया और 4-5 दिन बाद 16 दिसम्बर 2014 को अचानक घर पहुंच गया। गायब होन केे समय वह कहां गया था इस प्रष्न पर वह चुप्पी साध लेता है।  
              
छात्रों द्वारा आत्महत्या करना -इसी प्रकार से जिले के छैगांव माखन विकासखण्ड अन्र्तगत ग्राम पोखरपीर की षासकीय माध्यमिक षाला के कक्षा 8 के छात्र अरूण पिता राकेष अटूटे निवासी भीलखेड़ी द्वारा जहरीली दवा पीकर आत्महत्या का केस सामने आया है। बच्चे के माता पिता आत्महत्या का कारण स्कूल के षिक्षक द्वारा उसे डांट फटकार कर प्रताडि़त किया जाना बता रहे हैं। इसी प्रकार छोटी छैगांव में चम्पानगर निवासी षासकीय माध्यमिक षाला में कक्षा 9 वीं के छात्र षिवम कनाडे़ द्वारा स्कूल ना जाकर संदिग्ध परिस्थितियों में घर में फांसी लगा कर आत्म हत्या का मामला दिसंबर 2014 सामने आया। इन दोनों मामलों मेें पुलिस जांच कर रही है।
             
बाल विवाह के कारण आत्महत्या- खण्डवा जिले के ही पुनासा जनपद के ग्राम इनपुन मे कटलरी का सामान बेचने वाले परिवार की बालिकाओं द्वारा 10 दिसंबर 2014 को ज़हर पीकर एक कुए मे कूद जाने की घटना घटी और उपचार के दौरान ही 16 दिसंबर को इनमंे सेे एक की मौत एम वाय हास्पिटल इन्दौर मे हो गयी। इस घटना के बाद पुलिस जांच मंे जीवित बची एक बालिका ने अपने बयान मंे बताया कि, उसके पिता उनका बाल विवाह करा देना चाहते थे। जिसके विरोध में इन बालिकाओं ने यह कदम उठाया और आत्महत्या का प्रयास किया।
               
बाल श्रमिक -जिले के आदिवासी विकासखण्ड खालवा के ग्राम छापाकुण्ड का एक परिवार पलायन कर अल्प समय के लिये महाराष्ट के औरंगाबाद जिले मे काम करने के लिए गया था। जहाॅ खाने पीने की दिक्कतों के कारण परिवार अपने बेटे भगवान पिता किषोर को अपने एक रिष्तेदार के यहां छोड़ आये थे। उस रिष्तेदार ने भगवान को घरेलू नौकर बना लिया और जब वह बीमार पड़ा तो 04 दिसम्बर 2014 को खण्डवा के एक निजी अस्पताल मे छोड़ दिया था। जिसे बाद मे चाइल्ड वेल फेयर कमेटी द्वारा उसके माता पिता के सुर्पुद किया गया।
              
महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे संविधान में बच्चों को विभिन्न प्रकार के कानूनी हक व अधिकार दिये हैं। विकास, संरक्षण, भागीदारी, एवं जीवन रक्षा संबंधी महत्वपूर्ण अधिकार दिये गये हैं। इसी परिप्रेक्ष्य मे संसद एवं सरकार द्वारा विभिन्न कानून,आयोग बनाये गये व नियम एवं प्रावधानांे का पालन सुनिष्चित किया गया है। विकास के लिये एकीकृत बाल विकास परियोजना, संरक्षण के लिये एकीकृत बाल संरक्षण योजना चलायी जा रही है। 
            
प्रदेष में राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग का गठन किया गया है। जिला स्तर पर चाइल्ड प्रोटेक्षन कमेटी बनायी गयी है और चाइल्ड प्रोटेक्षन आॅफिसर बनाये गये हैं। ब्लाक,ग्राम स्तर पर भी चाइल्ड प्रोटेक्षन कमेटी बनायी गयी है। विधि विरोधी बच्चों के लिये किषोर पुलिस ईकाई व किषोर न्यायालय बनाये गये है। न्यायालय मे किषोर न्यायालय बनाए गए है वहीं देखरेख की आवष्यकता वाले बच्चों के लिये संस्थागत होम बनाये गये हैं। 
               
सरकार द्वारा तो इतनी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनायें संचालित की जा रही हंै लेकिन अनुसुचित जनजाति बहुल इस जिले मे जन जागरूकता के अभाव में इसका लाभ लोगों तक पहुॅच नही पा रहा है। इस क्षेत्र में विषेष प्रयास कर लोगों को जागरुक करने की आवष्यकता है। प्रषासन को इस ओर तत्काल और सघन प्रयास करने की जरुरत है। यदि परिवार एंव समाज मे बाल अधिकारों की जानकारी और अधिकारों को लेकर बने कानून एवं योजनाओं के संबंध मे ज्ञान होता साथ ही सर्तकता व जागरूकता होती तो संभव है कि उपरोक्त घटनाये नहीं घटती। 






गणेश कानडे
(चरखा फीचर्स)

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (23 मार्च)

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जिला कांग्रेस की बैठक एवं सम्मेल सम्पन्न, गांव-गांव चलो घर-घर चलो अभियान कि शूरूआत

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झाबुआ---जिला कांग्रेस कमेटी की एक विषेष बैठक व विषाल कार्यकर्ता सम्मेलन आज दिनांक 23 मार्च 2015 सोमवार को प्रातः 11ः30 से स्थानीय जिला कांग्रेस कार्यलय के प्रागण में सम्पन्न हुआ। इस बैठक मुख्य रूप से प्रदेष कांग्रेस कमेटी द्वारा दिए गए गांव-गांव चलो घर-घर चलो अभियान का सात दिवसीय कार्यक्रम का आज विधिवध शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कांतीलाल भूरिया प्रदेष कांग्रेस महामंत्री एवं जिला पर्यवेक्षक मुजीफ कुरैषी एवं जिला पंचायत सुश्री कलावती भुरिया के विषेष अतिथ्य में किया गया । कार्यक्रम कि अध्यक्षता निर्मल मेहता द्वारा कि गई । सर्वप्रथम अतिथि गणो द्वारा महात्मा गांधी एवं शहिद भगतसिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर दिप प्रज्जवलीत किया गया तथा गावं-गांव चलो अभियान कि शुरूवात कि गई इस अवसर पर महती सभा को संभोदित करते हुए श्री भूरिया ने कहा कि आज दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है आज हि के दिन हमारे राष्ट्र के शहिद भगतसिंह , राजगुरू एवं सुखदेव ने देष कि आजादी के लिए अपने प्राणों का बलीदान कर दिया था। आज हमें भी उन्हें से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के सेवा में अपना-अपना योगदान देना हैं। उन्होने कांग्रेस पार्टी को बलीदानों की प्रार्टी बताते हुए कहा कि इस समय देष एवं मध्य प्रदेष की जनता में अराज्यता का वातावरण व्याप्त है कांग्रेस जनों को गावं चलो घर चलो अभियान के माध्यम से जनता के बिच में जाकर जनता में विषवास जगाना होगा। कांग्रेस पार्टी ने हमेषा धर्म निरपेक्षता के सिद्धांत को अपनाते हुए आम जनता की लडाई लडी है एवं सर्वहारा वर्ग के उत्थान हेतु अनेक कल्याणकारी योजना बना कर राष्ट्र कि सेवा में अपना योगदान दिया है। उन्होने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा केवल जनता को झूटे सपने दिखाकर अपना कार्य साधने में लगी है। एवं  वह केवल पूंजी पतीयों कि ही पार्टी है। भाजपा के राज्य में मंहगाई बढती ही जा रही है सर्विस टैक्स भी बढा दिये है अभी अच्छे दिन का वादा करने वाली मोदी सरकार छलावाही शाबीत हो रही है। उन्होने कहा कि प्रदेष में हुए व्यापम महाघोटाले से लाखो नौजवानों का भविष्य अधर में लटक गया है। इस घोटाले में भाजपा के कई मंत्री गण एवं पदाधिकारी भी शामील है इसकी सी.बीआई जाॅच को दौहराया है। पूर्व केंन्द्री मंत्री श्री भूरिया ने प्रदेष को आदिवासीयों कि भूमि को अधिग्रहीत करने के लिए पहले कलेक्टर एवं 80 प्रतिषत खातेदारों कि सहमती की आवष्यकता वाला कानून कांग्रेस पार्टी ने बनाया था जिस कारण आदिवासी की जमीन आज भी सुरक्षित है किंतु प्रदेष सरकार द्वारा कलेक्टर अनुमति की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है वही केन्द्र सरकार भी इस बीच में कई संषोधन करने को उतारू हो गई है जो आदिवासी समाज व किसानों के लिए घातक है । कांगे्रस पार्टी संसद से लेकर सड़क तक इसका विरोध कर रही है। प्रदेष महामंत्री मुसीफ कुरैषी ने गावं चलो घर चलो अभियान की महत्वता एवं बारीकीयों को बताते हुए कहा कि  गावं के फलियों व मोहल्लों में जाकर कांग्रेसी कार्यकर्ता जनता को कांग्रेस की उपलब्धीयों को बताकर  भाजपा कि जनविरोधी नितियों का पर्दाफाष करे । नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने कहा कि आज सब ने मिलकर मुझे जिताया है यह मेरी जीत नही है पूरी कांग्रेस की जीत है एवं कार्यकर्ताओं की जीत है मैं इस जीत को विनम्रता से स्विकार कर जनता की लडाई के लिए हमेषा तत्पर रहूंगी। महिला नेत्री सुश्री भूरिया ने भाजपा सरकार द्वारा पंचायती राज्य में सरपंचो के अधिकारो को कम करने का  षडीयंत्र रचा जा रहा है। जिसका हम सब सरपंचो के साथ जाकर विरोध करेंगे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री निर्मल मेहता ने सभी संघटन एवं सभी गतिविधीयों के विस्तार से प्रकाष डाला तथा आगामी कार्यक्रमो कि रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सभी कार्यकर्ताओं को दायित्व सौपे। कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस सेवा दल मुख्य संगठक राजेष भट्ट ने किया एवं आलिरापूर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सरदारसिंह पटेल एवं आभार जिला महामंत्री पंडीत जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ने माना। इस अवसर पर कांग्रेस नेता शांतिलाल पडियार , रूपसिंह डामोर, हेमचंद डामोर , आषिष भूरिया , यामीन शैख, ठाकूर हनुमंत सिंह राठौर, चन्द्रवीरसिंह लाला, चंदूलाल पडियार, गेंदाल डामोर , कैलाष डामोर , डाॅ.विक्रांत भूरिया , नामदेव आचार्य आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम के पश्चात जिला कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस पधाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण रेली के रूप में नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यलय पहुंचे तथा वहा पर धरना प्रर्दषन कर महामहीम राज्यपाल के नाम अनुविभागीय राजस्व अधिकारी अंबाराम पाटीदार को ज्ञापन सौपा ज्ञापन का वाचन जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने किया। इस अवसर पर ठाकुर जोरावर सिंह , रमेष डोषी, ष्सलील पठान, कोमल सिंह डामोर , आचार्य नामदेव, हर्ष भट्ट , कलावती गेहलोत , अखमल मालू डामोर, शंकरसिंह , मालू डोडीयार , बेबी बारीया, सायरा बानो , सायदा भाबोर, शारदा भाबोर, सन्ता तैरसिंह , कालू भाई मुनिया , आलोक भट्ट विजय भाबोर , महिनुद्दीन , विजय पाण्डे, गौरव सक्सेना, बहादूर अमलियार, गोपाल सोनी , तनू भाई बसेर , वसीम शय्यद ,, देवल परमार , बबलू कटारा, राकेष कटारा, हिरालाल डाबी ,काना भाई गुण्डिया एवं अनेक जिला कांग्रेस पदाधिकारी ,सरपंच, पंच एवं तडवी उपस्थित थे।

षहीद दिवस पर भगतसिंह सुखदेव एवं राजगुरू को स्मरण कर दी श्रद्धांजलि
  • भाजपा जिलाध्यक्ष ने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में आगे आने का किया आव्हान

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झाबुआ---देष को अंग्रेजी दासता से मुक्त कराने में जिन जिन युवा षहीदों ने  हंसते हंसते अपनी कुर्बानी दे कर इतिहास मे अपना नाम दर्ज करवाया उनमें प्रमुख है अमर षहीद भगतसिंह, राजगुरू एवं सुख देव । आज हम उनको स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गौरवान्वित है कि ऐसे सपूतों ने जीते जीत अंग्रेजो की दासता का प्रखर विरोध करते हुए उनको नाको चने चबवा दिये थे । और इंकलाब जिन्दाबाद के नारे के साथ जीते जी हंसते हुस फांसी पर जढ गये थे । 23 मार्च को हम पूरे देष के इन वीर सपूतों को नमन कर उन्हे स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि देते है । आज के युवा वर्ग को इन षहीदों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के नवनिर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वाह करना होगा । युवाओं की देष निर्माण की भूमिका निष्चित ही उन्हे भी एक अनुकरणीय उदाहरण बनायेगी । उक्त बात सोमवार को अमरषहीद भगतसिंह, राजगुरू एवं सुखदेव के निर्वाण दिवस पर स्थानीय पुलिस लाईन स्थित षिव मंदिर परिसर में विधायक शांतिलाल बिलवाल द्वारा आयोजित षहीद दिवस श्रद्धांजलि सभा में  बडी संख्या में एकत्रित युवा वर्ग को संबोधित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने कहीं । देश के महान सपूत भगतसिंह, राजगुरू एवं सुखदेव को आज ही के दिन अंग्रेजी सरकार द्वारा फांसी दिये जाने को लेकर क्षेंत्रीय विधायक शांतिलाल बिलवाल एवं भाजपा युवा मोर्चे के  जितेन्द्र पंवार, बिट्टू सिंगार, प्रभव वाखला द्वारा षहीदों को नमन करने के लिये तथा उनको श्रद्धांजलि देने के लिये पुलिस लाईन स्थित षिव मंदिर परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें जिला भाजपा अध्यक्ष श्री दुबे के अलावा विधायक शांतिलाल बिलवाल, जिला भाजपा महामंत्री प्रवीण सुराणा, युवा मोर्चा महामंत्री मांगीलाल भूरिया एवं पूर्व नपा उपाध्यक्ष विजय चैहान सहित बडी संख्या में युवा वर्ग उपस्थित थे । युवाओं को संबोधित करते हुए विधायक शांतिलाल बिलवाल ने अमर ष्हीद भगतसिंह, सुखदेव एवं राजगुरू के जीवन वृत पर विस्तार से प्रकाष डालते हुए कहा कि गांधीजी के अलावा इन देष के महान सपूतों ने भी देष की आजादी के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करके हंसते हसंते देष के लिये फांसी के फंदे पर झुल गये । उन्होने युवाओं से आव्हान किया कि इन तीनों सपूतों को स्मरण करते हुए हम गौरवान्वित है और आज हम सभी को संकल्प लेना होगा कि देष के समग्र विकास एवं हर गरीब की भलाई के लिये हमे अपनी सक्रिय भूमिका निभाना है । श्री बिलवाल ने कहा कि  24 फरवरी के दिन तीनों शहीदों को अंग्रेजी कोर्ट फांसी की सुजा सुनाइ्र्र थी और इन्हे 24 मार्च को फांसी देने का दिन मुकर्रर किया था किन्तु अंग्रेजों ने तीनों देषभक्तों के प्रति पूरे देष का अपार समर्थन को देखते हुए किसी से मिलने नही दिया यहां तक कि उनके परिवार के लोगों को भी अन्तिम दिन उनसे मिलने नही दिया और छल पूर्वक एक दिन पूर्व 23 मार्च की शाक को ही उन्हे फांसी दे दी गई तथा व्यास नदी के तट पर उनका अन्तिम संस्कार करवा दिया । भगतसिंह ने देष की सोई जनता को अंग्रेजी दासता से मुक्त कराने के लिये असेम्बली में विस्फोट किया था और अंग्रेजी हुकुमत की नींव को हिला कर रख दिया था । उनके लिये राष्ªट्र ही सर्वोपरी था ऐसे षहीदों को स्मरण कर जन सेवा जैसे कार्य करके आदर्ष प्रस्तुत करना है । उन्होने युवाओं से रक्तदान को भी देषभक्ति का कार्य बताते हुए कहा कि यह भी पूण्य के साथ ही जनसेवा का महान कार्य है । प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाओं की अधिक से अधिक लोगों को जानकारी देकर उनहे लाभान्वित कराने का कार्य भी देष सेवा कही जासकती है ।उन्होने युवाओं से देष एवं पार्टी की सेवा के लिये सदैव तत्पर रहने का आव्हान किया । कार्यक्रम का संचालन मांगीलाल भूरिया ने किया । आभार मनीष राठौर ने व्यक्त किया  इस अवसर पर अमीत, रामचन्द्र भाबर, मुकेष,जितेन्द्रपंवार आदि सहित बडी संख्या में युवावर्ग उपस्थित रहे ।

स्वच्छता अभियान एवं सदस्यता अभियान के साथ भाजयुमों ने मनाया ष्षहीद दिवस

झाबुआ---भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रादेषिक आव्हान पर भाजयुमो जिला झाबुआ द्वारा 23 मार्च सोमवार को स्थानीय शहीद चन्द्रषेखर आजाद शासकीय महाविद्यालय परिसर पर षहीद दिवस के उपलक्ष्य में भगतसिंह, राजगुरू एवं सुखदेव के चित्र पर एवं चन्द्रषेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर षहीदसे को नमन कर श्रद्धांजलि दी गई । इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान की कडी में कालेज परिसर में युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा साफ सफाई की गई । वही भाजपा के महासदस्यता अभियान के तहत युवाओं को भाजपा का सदस्य बनाया गया । भाजयुमों के जिलाध्यक्ष भानु भूरिया एवं प्रदेष कार्य समिति के सदस्य एवं जिला प्रभारी दिलीप कुष्वाह ने जानकारी दी कि 580 से अधिक युवाओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई । अमर शहीद भगतसिंह, राजगुरू एवं सुख देव के जीवन वृत पर बोलते हुए भानू भूरिया एवं दिलीप कुष्वाह ने युवाओं से आवहान किया कि देष भक्ति के चलते इन वीर सपूतों ने अपने घर परिवार की चिंता किये बगैर भारत माता को आजादी दिलाने के लिये अंग्रेजी हुकुमत के नाकों चने चबवा दिये तथा हंसते हंसते देष की खातिर सुली पर चढ गये । युवाओं को इन शहीदों से प्रेरणा लेते हुए  देष के समग्र विकास के साथ ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की योजनाओं को गा्रमीण अंचलों के गरीबों को लाभ दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का संकल्प लेना चाहिये । इस अवसर पर जिला महामंत्री सोनू विष्वकर्मा, नगर मंडल अध्यक्ष अमीत पंवार, रानापुर मंडल अध्यक्ष राजेष मचार, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, सतीष कहार, आयूष राठौर, चिराग चोरसिया, अभिजीत, मुकेष, प्रेमसिंह सरपंच,सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहें ।

अपहरण के प्रकरण में लड़का एवं लड़की पक्ष के 10 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया
  • भांजगडी मे शामिल सरपंच एवं सचिव को भी बनाया आरोपी 

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झाबुआ---पुलिस अधीक्षक कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि दिनांक 10/3/2015 को फरियादी कापसिंह पिता देहमा डामोर भील, निवासी भाण्डाखेड़ा की 14 वर्ष की नाबालिग लड़की शाम लगभग 4ः00 बजे पानी भरने के लिये घर से निकली थी, जिसे आरोपी बच्चु पिता पांगला मण्डोत भील, निवासी नाहरपुरा का अपनी औरत बनाने की नीयत से मोटर सायकल पर बिठाकर जबरन भगाकर ले गये था। आरोपी पक्ष द्वारा फरियादी को आपस में समझौता करने हेतु भील पंचायत करवाई गई, दबाव डलवाया गया। फरियादी कापसिंह द्वारा आरोपी पक्ष से भील पंचायत में कोई समझौता नहीं किया गया, ना ही वह किसी दबाव में आया। दिनांक 23/3/2015 को फरियादी द्वारा पूरे प्रकरण की जानकारी थाना रानापुर पर दी गई। फरियादी कापसिंह द्वारा यह बताया गया कि ग्राम नाहरपुरा के सरपंच श्री मकन पिता तेरू मण्डोत एवं ग्राम पंचायत नाहरपुरा के सचिव श्री मंगलिया पिता गुदिया मण्डोत द्वारा भी उसे समझौता करने हेतु दबाव डाला गया था, थाने पर रिपोर्ट करने हेतु नहीं जाने दिया गया, सरपंच व सचिव द्वारा भांजगड़ी की गई। फरियादी का लड़का रमेश एवं जानु तथा फरियादी का पिता सकला एवं फरियादी के भाई शैतान द्वारा आरोपी पक्ष से 05 लाख रू0 की मांग की जा रही थी, लड़के पक्ष वाले 01 लाख रू0 देने को तैयार थे। फरियादी कापसिंह की रिपोर्ट पर थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 110/2015, धारा 363,366,213,34 भादवि एवं 7/8 लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 का निम्न आरोपियों के विरूद्ध पंजीबद्ध किया गया:-
1. बच्चु पिता पांगला मण्डोत, मुख्य आरोपी
2 मकन पिता तेरू मण्डोत, सरपंच ग्राम नाहरपुरा
3 मंगलिया पिता गुदिया मण्डोत, सचिव, ग्राम पंचायत नाहरपुरा।
4 पांगला पिता वालसिंह, लड़के का पिता
5. रसूल पिता पांगला भील, निवासी नाहरपुरा।
6 जाला पिता पांगला मण्डोत, निवासी नाहरपुरा।
7. रमेश पिता कापसिंह डामोर, लड़की का भाई
8 जानु पिता कापसिंह डामोर, लड़की का भाई
9 सकला पिता गुमला डामोर, लड़की का दादा
10.शैतान पिता सकला डामोर, लड़की का काका, निवासी भाण्डाखेडा
प्रकरण की विवेचना चैकी प्रभारी कुंदनपुर परि0उप निरीक्षक आशुतोष मिठास द्वारा की जा रही है। अपहृता को बरामद करने एवं आरोपियों को गिरफ्तार किये जाने हेतु था0प्र0 रानापुर निरीक्षक रामचन्द्र भास्करे एवं परि0 उनि आशुतोष मिठास के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा अपहृता को बरामद किया गया एवं प्रकरण में सभी 10 आरोपियों को आज दिनांक 23/03/2015 को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भांजगडी करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध इसी तरह कठोर कार्यवाही की जावेगी।
अपहृता को बरामद करने एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में निरी0 रामचन्द्र भास्करे, परि0 उनि आशुतोष मिठास, आर0 87 गोविंद, आर0 99 जितेन्द्र की सराहनीय भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है।

गेस टेंकर पलटने से चालक की मोत,  टेकंर मे लगी आग
           
झाबूआ---मृतक टेंकर चालक टीकमाराम पिता गेनाराम जाट, उम्र 25 वर्ष, निवासी बाडमेर राजस्थान ने अपने वाहन टेंकर को तेज व लापरवाही पूर्वक चलाकर पलटी खिला दिया, जिससे चोट लगने से टीकमाराम की मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 220/15, धारा 279,337,304-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

 कुएं मे डुबने व जहर खाने से मोत
        
झाबुआ---फरियादी मनजी पिता पेमजी, उम्र 42 वर्ष, निवासी बेडदा ने बताया कि  नानजी पिता पेमजी, उम्र 45 वर्ष निवासी बेडदा की कुएं के पानी में डूबने से मृत्यु हो गयी। थाना पेटलावद में मर्ग क्र0 17/15, धारा 174 जाफौ0 कायम कर जाॅंच में लिया गया। फरियादी मायाराम पिता रनजी पारगी, उम्र 58 वर्ष, निवासी चेनपुरा ने बताया कि अमरसिंह पिता मायाराम पारगी, उम्र 20 वर्ष निवासी चेनपुरा की जहरीली दवाई पीने से ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 08/15, धारा 174 जाफौ0 कायम कर विवेचना में लिया गया।

सोशल साइट पर आपत्तिजनक कमेंट लिखने पर नहीं होगी गिरफ्तारी: सुप्रीम कोर्ट

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सुप्रीम कोर्ट ने सोशल मीडिया पर कमेंट करने को लेकर अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की धारा 66ए को रद्द कर दिया है। कोर्ट ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन करार दिया। इसी धारा के तहत सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कमेंट को लेकर गिरफ्तारी होती थी। हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए थे जिसमें कमेंट के चलते लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

बता दें कि 2012 मुंबई में फेसबुक पर शिवसेना नेता बाल ठाकरे के खिलाफ कमेंट करने पर 2 लडकियों को गिरफ्तार किया गया था। लड़कियों की गिरफ्तारी के बाद देशभर में विरोध जताया गया था। इसके बाद श्रेया सिंघल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी है लिहाजा ऐसे मामलों में गिरफ्तारी न की जाए।

तब इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जांच के आदेश देते हुए दिशा निर्देश जारी किया था कि ऐसे मामलों में एसपी रैंक के अधिकारी ही गिरफ्तारी का आदेश दे सकते हैं। हाल के दिनों में यूपी में एक मामला सामने आया था जिसमें एसपी नेता और अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आजम खान के खिलाफ सोशल मीडिया पर कमेंट करने वाले एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस फैसले पर पालघर की पीड़िता रेणु श्रीनीवासन ने कहा कि मैं बहत खुश हूं। इंसाफ मिल गया है। ये फ्रीडम ऑफ स्पीच की जीत है। अगर ये कानून नहीं निकाला होता तो लोग सोशल मीडिया में कमेंट करने से डरते। अब लोग खुलकर बोलेंगे।

याचिकाकार्ता श्रेया सिंघल ने कहा कि इस एक्ट का दुरुपयोग हो रहा था। सरकार का अपना राजनीतिक एजेंडा है। ये जनता की बड़ी जीत है। मैं ये नहीं कहती कि दूसरों को बदनाम करना चाहिए। लेकिन अब लोगों को जेल जाने से डर नहीं लगेगा। वहीं कोर्ट के इस फैसले पर आईबीएन डिजिटल के एडिटर जयदीप कार्णिक ने कहा कि ये फैसला ऐतिहासिक साबित होगा।

आलेख : बजट लागू होगा 1 अप्रैल से,मुनाफाखोरों ने अभी से बढ़ा दिये दाम

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नई दिल्ली। वित्त मंत्री ने 28 फरवरी को आम बजट लोकसभा में पेश किया।  हर बजट की तरह इस बार भी कई चीजों के रेट में इजाफा और कई के रेट कम करने की घोषणा की गई, क्योंकि वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होता है।  ऐसे में सरकार की ओर से बजट में की गई घोषणाएं एक अप्रैल से लागू की जाती हैं, लेकिन मुनाफाखोरों ने बजट में महंगी की गई चीजों के रेट एक मार्च से ही रेट बढ़ा दिए हैं।  रिलेशन ऑफ़ इंडिया न्यूज़ के पास आई शिकायतों के बाद जब वरिष्ठ पत्रकार कुमार निर्भय  ने पड़ताल की तो मालूम हुआ कि मुनाफाखोरों ने कालाबाजारी शुरू कर दी है। सबसे ज्यादा मुनाफा रिटेलर्स कमा है। बड़ी मंडियों के व्यापारी भी पीछे नहीं है जमाखोर सबसे अधिक मुनाफा कमा रहे है। रेटलर्स ने चीनी, दाल, साबुन, आटा, सब्जियों, मसालों, बेसन, मैदा समेत सभी रोजमर्रा प्रयुक्त होने वाले उत्पाद शामिल है।  सबसे ज्यादा 'लूट'नशे के सामान में हो रही है। मुनाफाखोर कैसे लूट रहे हैं  आइए हम बताते हैं।बजट के बाद शहर में सक्रिय मुनाफाखोरों के रैकेट ने बढ़ाए चीजों के दाम, खुलेआम हो रहा है मुनाफाखोरी का 'खेल', रोज बढ़ रहीं कीमतें, सबसे ज्यादा असर सिगरेट, पान मसाले पर बढे है।   सबसे पहले हम आपको रिटेल मार्केट का हाल बताते हैं। बड़ी गोल्ड फ्लेक सिगरेट इन दिनों कहीं 10 रुपए में तो कहीं 11 रूपए में मिल रही है।  अगर पूरा पैक खरीदना हो तो ज्यादातर जगहों पर 90 रुपए से कम कीमत नहीं चुकानी पड़ रही है।  जबकि इस पैक में मैक्सिमम रिटेल प्राइज 85 रुपए प्रिन्ट है।  इसी तरह छोटी गोल्ड फ्लेक सिगरेट कही 8 तो कहीं 9 रुपए में मिल रही है।  इसका पैक 70 रुपए में बेंचा जा रहा है।  जबकि पैक पर प्रिन्ट एमआरपी 58 रुपए है. रिटेलर्स का कहना है कि उन्हें होलसेल मार्केट से महंगे रेट में मिल रही।  रिटेलर ओमप्रकाश ने बताया कि पहले जहां छोटी गोल्ड फ्लेक का पैक 53 रुपए में मिलता था, अब वहीं 62 रुपए में मिल रहा है. इसलिए ये पैक 72 रूपए में बेंच रहे हैं।  इसी तरह बड़ी गोल्ड फ्लेक का पैक 76 की जगह 82 रुपए में, विल्स फिल्टर 61 की जगह 66 रूपए में मिल रहा है।  होलसेलर्स के रेट बढ़ाने के कारण पब्लिक को अधिक रेट पर बेंचना मजबूरी है। अभी तो बजट संसद में पेश किया गया है।  बजट पर बहस होने के बाद लागू होता है।  नियमानुसार बजट में जिन चीजों के दाम बढ़े हैं और जिनके रेट कम हुए हैं।  वो एक अप्रैल से ही लागू होंगे. अगर अभी रेट बढ़ाए गए हैं तो ये पूरी तरह गैर कानूनी है. इस पर प्रशासन को एक्शन लेना चाहिए। 

होलसेलर्स की मनमानी
होलसेलर्स की बात करें तो कमोबेश यही स्थिति यहाँ  है। मंडे की दोपहर रामपुर एस डी एम ऑफिस के पास  स्थित बनी होलसेल  मार्केट पहुंच कर वास्तविक स्थिति जानी,जहां होलसेलर्स की कई दुकानें हैं।  यहां का हाल तो और भी चौंकाने वाला मिला।  ज्यादातर होलसेलर्स के यहां एक ही कम्पनी की एक ही ब्रांड की सिगरेट की कीमतें अलग-अलग मिली कोई छोटी गोल्ड फ्लेक 6300 रुपए पर 1000 सिगरेट का पैक बेच रहा था तो कोई 6200 रुपए 1000 सिगरेट के वसूल रहा था।  जिसके कारण रिटेलर्स भी हक्का-बक्का था।त्रिनगर  से आए रोहन ने कहा कि पहली बार ऐसा हाल देखा है। होलसेल मार्केट में भी इतना अधिक रेट का डिफरेंस कभी नहीं रहा है। 


ग्राहक जरा ध्यान दें
1  कोई सामान खरीदने से पहले बिल जरूर लें। 
2 बिल देने से दुकानदार मना करे तो तुरंत प्रशासनिक ऑफिसर्स से शिकायत करें।  शिकायत लिखित रूप से करें और उसकी रिसीविंग जरूर लें। 
3  कच्चे बिल के झांसे में न आएं, पक्का बिल ही लें। 
4  उपभोक्ता फोरम में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 



अशोक कुमार निर्भय 
वरिष्ठ पत्रकार एवं समीक्षक 

आलेख : संघर्ष से सौदेबाजी की ओर अभी भी जारी हैं मायावती के कदम

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बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने इस वर्ष के अन्त में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार खड़े न करने का फैसला सुना दिया है। इसके पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद राज्य में हुए विधानसभा और लोकसभा के उपचुनावों में भी पार्टी की आम राय के विरुद्ध अपना उम्मीदवार न खड़े करने का फैसला थोप दिया था। इसके जो नतीजे आये उन्हें पार्टी के अस्तित्व के संदर्भ में गम्भीर दूरगामी कुप्रभाव के सूचक के तौर पर देखा जा रहा है। इस आधार पर यह कयास लगाये जा रहे थे कि मायावती अब भूल सुधार कर सभी चुनावों में पार्टी की जोर आजमाइश की तैयारी करेंगे। लोकतंत्र में चुनावी संघर्ष में भाग लेना हर पार्टी की जीवंतता और गतिशीलता के लिये जरूरी कसरत की तरह है। इस आम राय के खिलाफ मायावती की अलग धारणा का आधार क्या है यह वे ही जानती होंगी। 

यह सही है कि उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के रहते हुए उसके खिलाफ चुनाव लडऩा बहुत बड़े जोखिम को मोल लेने की तरह है। खासतौर से मायावती के चार बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनका आधार वोट सक्षम नहीं बन सका है। जिसकी वजह से सपा शासन में चुनाव की स्थिति में सबसे ज्यादा दमन चक्र में उसे पीसे जाने की आशंका रहती है। मायावती को खतरा महसूस होता है कि अगर उन्होंने यह जानते हुए भी आ बैल मुझे मार की तर्ज पर सपा से उसकी सरकार के समय भिडऩे की कोशिश की तो कहीं ऐसा न हो कि उनके कार्यकर्ताओं की हिम्मत जवाब दे जाये और वे स्थायी रूप से दमनकारी शक्तियों के सामने समर्पण कर दें लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है। उपचुनावों में सभी सीटें अनारक्षित थीं जिस कारण मायावती किसी दलित को तो उम्मीदवार बनाती नहीं। वे भी हमेशा की तरह बाहुबली जातियों के बाहुबली उम्मीदवारों को सपा के खिलाफ मोर्चा लेने के लिये उतार देतीं। उसे हराने के लिये अगर सपा  उनके मूल वोटरों को एक हद से ज्यादा आतंकित करने की कोशिश करतीं तो बसपा का बाहुबली उम्मीदवार उनके संरक्षण के लिये कोई कसर न छोड़ता। चुनाव के नतीजे भले ही बसपा के पक्ष में न आते लेकिन हर निर्वाचन क्षेत्र में बाहुबलियों और उसकी जाति से सपा की स्थायी खाई बन जाती। इस बात की उम्मीद ज्यादा थी कि बसपा को  नुकसान की बजाय इससे फायदा ज्यादा होता। बसपा के चुनाव न लडऩे से पार्टी के अन्दर मूल वोट बैंक में विचलन हुआ है। सपा के लोगों ने बजाय उस वोट बैंक को भयभीत करने के रुपया बांटकर अपने पक्ष में मोड़ा। इससे बसपा के मूल वोट बैंक में जो लत लग गयी है उससे यह आशंका गहरा गयी है कि कहीं ऐसा न हो कि आम चुनाव में भी वह अपने वोट के ज्यादा बड़े खरीददार को तलाशने में जुट जाये। ऐसा हुआ तो बसपा का तो अस्तित्व ही संकट में आ जायेगा। 

कुछ महीने पहले तक मोदी के अश्वमेध को तूफानी ढंग से दौड़ते देखकर मुलायम सिंह ने अपनी पार्टी संभालने के लिये उनके खिलाफ एक वृहद मोर्चेबंदी का ताना बाना बुनना शुरू कर दिया था। उसमें जनता दल परिवार के दलों के विलय का प्रस्ताव ही शामिल नहीं था बल्कि बसपा के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष गठबंधन बनाने की संभावनायें भी टटोली गयी थीं। दिल्ली विधानसभा के चुनाव में जब मोदी को अहसास हुआ कि मुलायम सिंह की कोशिशें उनके प्रभा मंडल में कितनी बड़ी दरार पैदा कर सकती है तो उन्होंने पैंतरा बदला। उनके पौत्र तेजू के तिलक में मुलायम सिंह के पैतृक गांव सैफई में पहुंचकर 40 मिनट का समय देकर उन्होंने उत्तरप्रदेश में राजनीति का नया अध्याय लिखा। इसमें जो सौदेबाजी हुई उसके तहत मुलायम सिंह ने रेलवे बजट की सराहना की और वंदे मातरम् के प्रति अखिलेश सरकार ने मुस्लिम भावनाओं की परवाह न करते हुए श्रद्धापूर्ण अनुरक्ति दिखाई तो बदले में राज्यपाल को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश सरकार को बार-बार कटघरे में खड़ा करने से बाज आने के लिये कहा गया। 

मुलायम सिंह के निजी प्रभाव और वैभव में वृद्धि का कारण यह है कि उन्होंने धीरे-धीरे अपनी पार्टी में वैचारिक बैरियर खत्म किये। जिससे व्यक्तिगत सुविधा के अनुसार समीकरणों और सिद्धान्तों को बदलने के बावजूद उन्हें कहीं से कोई चुनौती मिलने की गुंजाइश नहीं रह गयी। एक समय वे जबर्दस्त आक्रामकता के साथ मुसलमानों के अहम का पोषण करते थे। आज उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि मुसलमान उनके रंग बदलने से ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि मुसलमान उनका क्या बिगाड़ लेंगे। 

मुलायम सिंह की तरह ही मायावती ने भी मान्यवर कांशीराम के बहुजन मिशन को निजी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ा दिया है। जाहिर है कि मायावती भी नहीं चाहतीं कि उनकी पार्टी में वैचारिकता के वायरस जीवित रहें। वर्ण व्यवस्थावादी भारतीय जनता पार्टी के मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजनीति में कद्दावर होने से मायावती पर बसपा में दबाव पडऩे लगा था कि वे सामाजिक बदलाव के मूल एजेन्डे पर लौटें ताकि बहुजन समाज को गुमराह करने में भाजपा को मिल रही सफलता से बाबा साहेब अम्बेडकर के सपने और मान्यवर कांशीराम के संघर्ष के पूरी तरह नाकाम हो जाने की जो स्थितियां बन रही हैं उनसे पार पाया जा सके। मायावती ने इस दबाव में अगली बार पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधित्व को टिकट के अनुपात में बढ़ाने जैसे संकेत दिये लेकिन यह तनाव को तात्कालिक तौर पर डिफ्यूज करने की कवायद भर थी। मायावती अपनी निरंकुशता को चुनौती देने वाला कोई कारक बचा नहीं रहने देना चाहतीं। विधानसभा आम चुनाव के पहले प्रदेश में हर चुनाव से मुंह मोडऩे के पीछे इसी उद्देश्य को साधने की रणनीति प्रतिबिंबित हो रही है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक मौका है जिससे जमीनी स्तर पर पार्टी का संगठन मजबूत होता है लेकिन जब संगठन काम करता है तो व्यक्ति की बजाय विचारधारा केन्द्र बिन्दु में स्थापित हो जाती है और निरंकुश नेतृत्व के लिये इससे ज्यादा बड़ी तकलीफ की कोई दूसरी बात नहीं हो सकती। बसपा के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव न लडऩे से जमीनी स्तर के निकायों में दलाल दलित नेतृत्व पनपेगा जिसे बाबा साहब और मान्यवर कांशीराम दलितों का सबसे बड़ा दुश्मन बताते थे। पर पार्टी में किसकी हिम्मत है जो मायावती को इस बारे में समझाये। 




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के  पी  सिंह
ओरई 

मादीपुर स्टेडियम का काम अधूरा, सितम्बर में काम होना था पूरा

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नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रस्तावित मादीपुर खेल स्टेडियम को बनाने वाली ठेकेदार  सुशील कंस्ट्रक्सशन कंपनी ने तय सीमा से छ : महीने ऊपर बीत जाने के बाद भी अभी तक मादीपुर खेल स्टेडियम का काम पूरा नहीं किया है। देरी का कारण न ही नेताओ के पास है न निगम के अफसरों के पास और न ही ठेकेदार कंपनी सुशील कंस्ट्रक्टसन कंपनी के पास है। पांच करोड़ से भी अधिक लगत से बन रहे इस मादीपुर खेल स्टेडियम का आलम यह है की आवारा पशु गांय, सूअर और असामाजिक तत्वों का यह स्टेडियम अड्डा बन चूका है । घटिया निर्माण सामग्री उपयोग हो रही है। मोटर लगाकर भू जल शोधन किया गया जिसकी अनुमति तक नहीं ली गयी भू जल मंत्रालय भारत सरकार से, गौरतलब है की यह स्टेडियम को पास कराने और बजट लाने की होड़ में कांग्रेस के तत्कालीन संसद सदस्य महाबल मिश्रा और तत्कालीन विधायक मालाराम गंगवाल ने यह दावा किया था। 

वही तत्कालीन निगम पार्षद और अब विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है की यह प्रस्तावित मादीपुर खेल स्टेडियम उन्होंने निगम से पास करा कर यहाँ के निवासियों को समर्पित किया है। कांग्रेस जब निगम में है ही नहीं तो फिर कैसे सफाई से झूठ बोलकर इसका श्रेय लेना चाहती है। वही इस खेल स्टेडियम के पूरा होने पर यहाँ एथलेटिक्स ,वालीबाल , जिम के साथ साथ अन्य सुविधा उपलब्ध कराए जाने की भी योजना है।निर्माण में देरी पर मादीपुर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंदर यादव और उपाध्यक्ष हरिओम यादव ने कहा है की यह खेल स्टेडियम मादीपुर गांव की पैतृक भूमि पर बना है और यहाँ दिल्ली सरकार की भगीदारी योजना के अंतर्गत एसोसिएशन लोगो के वेलफेयर के लिए चुनी हुए एकमात्र संस्था है इस खेल स्टेडियम संचालन पी पी पी योजना के तहत हमारी आरडब्ल्यूए को सौंपा जाना चाहये। 

देरी से निर्माण होने पर उन्होंने कहा की निर्माता कंपनी पर सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगना चाहये और इस कंपनी को काली सूची में डाला जाना चाहिये। पूर्व निगम पार्षद सुरजन लाल पंवार ने कहा की देरी के कारण जनता का पैसा और समय बर्बाद हो रहा है। खेल भी नहीं हो रहे है ऐसे में वर्तमान निगम पार्षद ने कोई प्रयास नहीं किये यह चिंता का विषय है। जनता को इस बार सोचना पड़ेगा की जनता काम के प्रति लापरवाही बरतेंगे तो जनता सबक सिखाएगी। वही निगम पार्षद कई कोशिशों के बाद भी अपना पक्ष रखने के लिए उपलब्ध नहीं हो सकी। अब यहाँ से विधायक आम आदमी पार्टी के गिरीश सोनी है लेकिन वह भी आँख बंद किये हुए है जबकि आप को प्रचंड बहुमत भ्रष्टाचार से आजिज़ आकर जनता ने दिया है। अब यह देखना है की कितनी जल्दी आप सरकार ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करती है।  



अशोक कुमार निर्भय 

शशि कपूर को मिलेगा 2014 का दादा साहेब फालके पुरस्कार

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मशहूर फ़िल्म अभिनेता और निर्माता शशि कपूर को फ़िल्मों में उनके योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार देने की घोषणा की है. शशि कपूर का जन्म 18 मार्च, 1938 में कोलकाता में हुआ. उनसे पहले उनके पिता पृथ्वीराज कपूर और बड़े भाई राज कपूर को भी दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिल चुका है.


शशि कपूर, कपूर परिवार के तीसरे सदस्य हैं जिन्हें ये पुरस्कार मिला है. अभिनेता के रूप में 'जब जब फूल खिले', 'आ गले लग जा', 'रोटी, कपड़ा और मकान', 'शर्मीली', 'दीवार', 'कभी कभी'और 'सिलसिला'उनकी प्रमुख फ़िल्में रहीं.

शशि कपूर ने बतौर निर्माता कई सार्थक फिल्में बनाईं, जैसे-जुनून, कलयुग, विजेता, 36 चौरंगी लेन और उत्सव। ‘अजूबा’ की असफलता के कारण हुए घाटे को उन्होंने एक बहुमंजिला बनाकर चुकता कर दिया। ‘उत्सव’ के प्रदर्शन के समय उनकी पत्नी का निधन हुआ था। बतौर अभिनेता उन्होंने लंबी पारी खेली और पृथ्वी थिएटर के निर्माण ने उनके जीवन को सार्थकता दी है।

शशि कपूर की ‘36 चौरंगी लेन’ ऑस्कर के लिए भेजी गई थी। उसे श्रेष्ठ फिल्म माना गया, लेकिन ऑस्कर इसलिए नहीं दिया जा सका, क्योंकि उसे फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भेजा गया था और अंग्रेजी में बनी होने के कारण अमेरिका में उसे ‘फॉरेन कैटेगरी’ की फिल्म नहीं माना गया। शशि कपूर ने शेक्सपिएराना थिएटर में ज्योफ्रे कैंडल के मार्गदर्शन में अंग्रेजी नाटकों में अभिनय किया। उनकी पहली फिल्म इस्माइल मर्चेंट और आइवरी जेम्स की ‘हाउसहोल्डर’ भी अंग्रेजी में है। उनका स्वाभाविक रुझान हमेशा अंग्रेजी नाटकों के प्रति रहा।

बिहार : झोपड़पट्टी में रहता है बुझावन कुमार

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  • वह आंख की रोशनी खो चुका है, दृष्टिहीन होने के बावजूद उसे पेंशन मिलता नहीं

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पटना। पटना घाट -दीघा घाट (पीडी)रेलखंड अन्तर्गत के हड़ताली मोड़ हाॅल्ट। इस रेलखंड से सटे झोपड़पट्टी में वंचित समुदाय के लोग रहते हैं। इसमें बुझावन कुमार भी रहते हैं। वह जन्मजात दृष्टिहीन हैं। उसकी जिन्दगी झोपड़ी और रेलवे लाइन तक ही सिमट कर रह गयी है। वह गायक हनी सिंह के भक्त हैं। हमेंशा हनी सिंह के गाने गुनगुनाता रहता है। दिल खुश है। मगर मन अशांत है। कारण कि सरकार ने उपेक्षित छोड़ दिया है। व्हील चेयर और सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिल रहा है। सरकार के द्वारा मानदेय में बहाल विकास मित्र भी बुझावन का मित्र नहीं बन सके हैं। इसके कारण विकास मित्र पेंशन दिलवाने में पहलकदमी नहीं कर रहे हैं। 

कोई बुझावन के चेहरे देखकर बुझेः बुझावन कुमार के चेहरे को देखे। बुझकर बताएंगे कि वह किस रोग से पीडि़त है। कान और नाक के पास फूंसी हो रहा है। चेहरा लाल दिखायी दे रहा है। समझा जा रहा है कि सामाजिक प्रतिष्ठा के प्रतिकुल कुष्ठ रोग से पीडि़त है। यह सिर्फ संभावना भर है। यह अच्छा होगा कि बुझावन के लोग चिकित्सक से जांच कराकर प्रमाणित रोग का पता कर लें।इसके बाद नियमित दवा सेवन करें।

वीके सिंह ने पाक दिवस समारोह में शामिल होने पर दी सफाई

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कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने आज केंद्रीय मंत्री वी के सिंह पर निशाना साधा और उनसे अप्रसन्नता जताने की बजाय पद छोड़ देने को कहा. गौरतलब है कि सिंह ने कल यहां आयोजित पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में सरकार का प्रतिनिधित्व किया था.

 मनीष तिवारी ने कहा कि पूर्व में भी मंत्रियों ने पाकिस्तान के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से मना कर दिया था. तिवारी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘अगर श्रीमान हैशटैग ड्यूटी हैशटैग डिसगस्ट पाकिस्तान पर अपनी सरकार के दोहरे मानदंडों से इतने अप्रसन्न हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए. अन्य मंत्रियों ने भी पहले पाकिस्तान के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से मना किया है.’’ पाकिस्तानी उच्चायोग में कल यहां पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सिंह ने कई ट्वीट किए थे जिसमें ‘अप्रसन्नता’ और ‘कर्तव्य’ को परिभाषित किया था और संकेत दिया था कि इस कार्यक्रम के लिए भेजे जाने से वह अप्रसन्न थे.

सिंह ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा था कि उनसे सरकार ने कार्यक्रम में प्रतिनिधित्व करने को कहा था.

बिहार : आंदोलन के मूड में हैं नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकः दयाल शरण

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पटना। अभी-अभी मानदेय घोटाला सामने आया है। बिहार के नागरिक सुरक्षा कोर के स्वयंसेवकों को बहुत कम मानदेय दिया जाता है। वर्ष 2012 से स्वयंसेवकों का मानदेय भुगतान नहीं किया गया है। स्वयंसेवकों के मानदेय के मद में बैंक  में जमा लाखों रू.की निकासी कर ली गयी है। वहीं अब स्वयंसेवकों के नाम से प्रशिक्षण मद में आवंटित राशि पर निशाना साधा जा रहा है। इसके आलोक में स्वयंसेवकों की सदस्यता के नवीकरण और स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण का कार्य पूर्णतः स्थगित कर दिया गया है। कयास लगाया जा रहा है कि लगभग नागरिक सुरक्षा कोर को ही समाप्त कर देने पर अमादा हैं।ऐसा करके लाखों रू.की अवैध निकासी पर पर्दा डाला जा सके। 

स्वयंसेवक दयाल शरण ने बताया कि नागरिक सुरक्षा कोर की पटना ईकाई के स्वयंसेवकों की बैठक की गयी। यह बैठक पटना समाहरणालय के परिसर में आयोजित की गयी। सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरूष स्वयंसेवक उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से ही स्वयंसेवकों के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है,जबकि इस राशि की निकासी कर ली गयी है। यह राशि लाखों रू. में है। नागरिक सुरक्षा कोर के स्वयंसेवकों के सदस्यता के नवीकरण का कार्य बिलकुल स्थगित रखा गया है। इससे कोर का कार्य प्रभावित रोने लगा है। कोर के कोष में प्रशिक्षण मद राशि के आवंटन के बावजूद प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण रूप से स्थगित हो गया है। तथा इस प्रकार उनका क्षमतावर्द्धक रूक सा गया है। नागरिक सुरक्षा कोर के वार्डेन सेवा के कई सर्वोच्च पद रिक्त है। इन पर नियुक्ति नहीं किए जाने से कोर के कार्य में बाधा हो रही है। 

बैठक में निर्णय लिया गया कि जिलाधिकारी सह नियत्रंक, नागरिक सुरक्षा, पटना को स्मार-पत्र पेश किया जाए। वहीं स्वयंसेवकों ने अपफोस जताया कि जिलाधिकारी सह नियत्रंक महोदय को जनता दरबार एवं अन्य कई बार नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों ने अपनी समस्याओं के संबंधित लिखित एवं मौखिक जानकारी दी है। किन्तु अबतक समस्याओं का निपटारा नहीं करने से स्थिति जस की तस बनी हुई है। मसौढ़ी से काफी स़े में आने वाले स्वयंसेवकों ने पुनः जिलाधिकारी सह नियत्रंक महोदय को स्मार-पत्र सौंपने का निर्णय लिया। नियमित एवं ससमय भुगतान की मांग भी स्वयंसेवकों ने अपने स्मार-पत्र में शामिल किया है। स्वयंसेवकों ने स्मार-पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि अगर ससमय कार्रवाई न किया गया तो शांतिपूर्ण धरना भी देंगे। बाजाप्ता धरना देने की अनुमति भी मांगी है। स्मार-पत्र की प्रतिलिपी प्रधान सचिव,आपदा प्रबंधन विभाग तथा आयुक्त सह पुलिस महानिदेशक,नागरिक सुरक्षा कोर,बिहार को समर्पित करने का भी निर्णय लिया।

इस बैठक में दिनेश, अखिलेश, मनोज, दयाल शरण ,के.डी.एन.चैधरी, रानी, सूरज,सीताराम राय, कुमकुम, रामाशीष, शंकर गुप्ता,  उमाशंकर, श्रवण, रंजन, कृष्णा, अशोक, संतोष,चन्द्रशेखर आदि प्रमुख थे। इन लोगों ने बताया कि किसी भीड़ भरी कार्यक्रम अथवा हादसों के अवसर पर स्वयंसेवकों को तैनात किया जाता है। केवल तैनात अवधि का मानदेय दिया जाता है। प्रतिदिन 30 रू. से बढ़ाकर 100 रू.कर दिया गया है। 

आलोक कुमार 
बिहार 


सहारा प्रमुख को तीन माह की मोहलत

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सुप्रीम कोर्ट ने सहारा मामले की सुनवाई के दौरान ऐसे ही शायराना माहौल में कोर्ट ने सहारा प्रमुख को 90 दिन का वक्त देते हुए कहा है कि वह अपनी संपत्तियों को बेचने के लिए फाइनल प्रपोजल देने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा कि सहारा के पास यह आखिरी मौका है।

इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम भी कोर्ट में मिराच कैपिटल कंपनी की तरफ से खड़े हुए और कहा कि कंपनी सहारा की संपत्ति खरीदने को तैयार है, लेकिन कोर्ट ने कहा कि वह सिर्फ सहारा की बात से मतलब रखते हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने अपने इस आदेश में सहारा को जेल से डील करने के लिए मिलने वाली सुविधाओं को भी तीन महीने बढ़ा दिया है। साथ ही एंबी वेली योजना में से 600 एकड़ जमीन बेचने की इजाजत भी दे दी है। मामले की सुनवाई के दौरान माहौल उस वक्त भी हल्का हो गया, जब कपिल सिब्बल ने कहा कि आप जानते हैं कि प्रॉपर्टी के रेट गिर गए हैं। इस पर जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि हमें नहीं पता। सुप्रीम कोर्ट रियल एस्टेट का काम नहीं करता। ना हम प्रॉपर्टी बेचते हैं, ना खरीदते हैं।

गौरतलब है कि निवेशकों के रुपये ना लौटाने के मामले में सहारा प्रमुख पिछले साल चार मार्च से जेल में बंद हैं। कोर्ट ने जमानत के लिए 5,000 करोड़ की बैंक गारंटी और 5000 करोड़ कैश की शर्त रखी थी। कोर्ट ने सहारा को इसके लिए देश और विदेश की संपत्ति बेचने की इजाजत भी दी थी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कह दिया था कि सहारा को और मौके नहीं दिए जाएंगे। अगर कुछ नहीं किया गया तो कोर्ट रिसीवर नियुक्त कर सहारा की संपत्ति को नीलाम भी करा सकता है।

यादगार ही किरदार करने की चाहः रवीना टंडन

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बॉलीवुड की मस्त-मस्त गर्ल रवीना टंडन फिर से सिल्वर स्क्रीन पर अपना जलवा बिखेरने जा रही हैं। रवीना ने शादी के बाद फिल्मों में काम करना काफी हद तक कम कर दिया है। लेकिन उनकी चाह है कि अब केवल यादगार ही किरदार करना चाहती है। उन्होंनंे बुढा होगा तेरा बाप और शोभना 7 नाइट्स में विवाह के बाद देखा गया। एक फिल्म बोम्बे वेलवेट में भी काम किया लेकिन फिल्म कब रीलिज होगी इस बारे में रवीना को भी नही पता। सिल्वर स्क्रीन पर एक फिर से आने का मन बना लिया है और अब रवीना अनुराग कश्यप की दो फिल्में में अपना जलवा दिखाती नजर आएगीं। हाल में वह दिल्ली में जायरा डायमंड शो रूम की ओपनिंग में पहुंची इसी दौरान उनसे मुलाकात हुई पेश

प्रस्तुत मुलाकात के चंद अंश ।

शादी के पांच के बाद सिल्वर स्क्रीन पर एक फिर से आने का मन बना लिया कैसा लग रहा है ?
अच्छा लग रहा है कला एक ऐसा कीडा है जिसे कलाकार चाह कर भी नही भुला सकता है। लेकिन पंाच कैसे बीते पता ही नही चला। जब अनुराग ने फिल्म में काम करने का आफर दिया तो चाह कर भी मना नही कर पायी।

यह सब क्या अचानक हुआ ?
जी। दरअसल,अनुराग जी हमेशा से ही मेरे प्रिय निर्देशक रहे हैं। वह हमेशा से ही चाहते थे कि मैं उनके साथ फिल्मों में काम करूं। मैंने उनकी दो फिल्मों में काम करना स्वीकार किया है। 

जहां तक मुझे याद है, तो आखिरी बार आपने अनुराग के साथ में फिल्म शूल की थीं ?
जी हाॅ। राम गोपाल वर्मा की इस फिल्म में अनुराग कश्यप ने कहानी भी लिखी थी। जबकि इसके डारेक्टर ई निवास थे। 

बदलते समय के चलते एक की समकालीन हीरोईनस मे माधुरी और जूही ने भी सिल्बर स्क्रीन पर वापिसी की  इसको लेकर क्सा सोचती है ?
माधुरी जूही का वापिसी पर मुझे खुशी है वे गुलाब गंैग नामक सिल्बर स्क्रीन पर वापिसी कर रही है इस फिल्म की कहानी और उसमें उनके किरदार काफी मजबूत है। मैं ऐसी ही यादगार किरदार निभाने की चाह रखती हॅू।
दो दशक से ज्यादा फिल्म इंडस्ट्री में आपने काम किया , 

कैसा रहा आपका यह सफर?
अब तक बहुत ही अच्छा रहा है और आगे भी अच्छा रहेगा। मैं उन भाग्यशाली लोगों में हूं, जो इस इंडस्ट्री की पैदाइश हैं। मेरे पिता फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं उन्हें इंडस्ट्री में करीब 50 साल हो गए। मेरी परवरिश यहां हुई और मैं जानती हूं कि एक दिन में इंडस्ट्री में ही अंतिम सांस लूंगी। हर फील्ड, हर लाइन में कुछ ऊंच-नीच तो रहती ही है, मैं लकी हूं कि मेरे आसपास के लोग- फ्रेंड, फैमिली, मजबूती से मेरे साथ खड़े रहे और आज भी खड़े हैं। मैं चाहूंगी कि आगे भी उनका साथ ऐसे ही मेरे साथ बना रहे।

अपनी इस कामयाबी में परिवार को श्रेय देना चाहेंगी?
मेरे अचीवमेंट्स में मेरे परिवार का जो सबसे बड़ा सहयोग रहा शुरुआत में मेरा परिवार नहीं जानता था कि मैं इंडस्ट्री में आऊंगी। लेकिन जब मैंने यह फैसला किया कि मुझे फिल्में करनी हैं तो उन्होंने पूरा सपोर्ट किया। मेरी कोशिश हमेशा बैलंस लाइफ जीने की कोशिश की है। कभी यह नहीं सोचा कि फिल्म इज माई लाइफ। दरअसल, फिल्में मेरी जिंदगी हैं, लेकिन यह मेरी जिंदगी का हिस्सा हैं।

अपने करियर के उतार-चढ़ाव के दौर में आप खुद को बूस्ट-अप करने के लिए क्या करती थीं?
 देखिए मुश्किल दौर में आपके साथ आपकी फैमिली होती है। पापा की सलाह हमेशा मेरे लिए काफी मायने रखती थी। पापा इस इंडस्ट्री से थे, उन्होंने भी काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। अप्स ऐंड डाउन तो होते ही हैं। इसकी लिए सब तैयार होते हैं। चढ़ते सूरज को हर कोई सलाम करता है। यह सिर्फ हमारी इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि हर जगह होता है। मुश्किल दौर में बस आपकी फैमिली का सपोर्ट होना जरूरी होता है क्योंकि यह ऐसा दौरा होता है जब आपको पता चलता है कि असल में आपका दोस्त कौन है और कौन आपके दोस्त नहीं हैं?

आपने कमर्शल फिल्म की हैं, साउथ की फिल्में की, टीवी शोज किए... कैसा रहा आपका अनुभव?
 साउथ की ही नहीं, मैंने मराठी ,बंगाली फिल्में भी की हैं। लैंग्वेज फिल्में करने का मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है यह मेरे लिए गर्व की बात है। फिल्म एक ऐसा जरिया है जो हमेशा यूनिटिड रहता है। कितनी भी पॉलिटिक्स क्रिएट करो लेकिन फिल्में अपने आर्ट और कल्चर से जुड़ी रहती है और कला सरहद की सीमाओं से जुड़ी नहीं है। इसके अलावा, टीवी शोज चक दे बच्चे,कामेडी का महामुकाबला,इटस माई लाइफ से जुडने का मौका मिला और मैंने बहुत ज्यादा इंजॉय किया। यह टाइम काफी अच्छा रहा। मेरे बच्चे काफी छोटे थे इसलिए हफ्ते में एक दिन की शूटिंग के शेड्यूल से मैं आसानी से फैमिली और बच्चों को पूरा टाइम दे पाई।

शादी के बाद मस्त-मस्त गर्ल व्यस्त-व्यस्त गर्ल हो गई, तो कैसे मैंनेज करती हैं?
 जी हां, शादी के बाद काफी व्यस्त शेड्यूल हो जाता है। अब मल्टि-टास्किंग करती हूं। बच्चों के क्लासेज भी याद रखने पड़ते हैं। कभी उन्हें स्विमिंग के लिए लेकर जाना होता है, कभी फुटबॉल, कभी टेनिस। बेटी कथक सीखती है तो वहां भी साथ जाती हूं। मां का रोल तो निभाना ही पड़ता है क्योंकि शादी के बाद प्रायॉरिटीज बदल जाती हैं। मुझे लगता है कि फिल्में जिंदगी भर आती-जाती रहेंगी पर बच्चों का बचपन फिर कभी वापस नहीं आएगा। मेरे लिए यही ज्यादा मायने रखता है।

फिल्मों के अलावा कौन-कौन से शौक हैं?
 म्यूजिक सुनना, खुद को रिलैक्स करने के लिए टीवी शोज देखती हूं। क्रिकेट का बहुत शौक नहीं, लेकिन अब पति और बेटे की वजह से देख लेती हूं। मुझे बच्चों के साथ टाइम बिताना ज्यादा पसंद है। 

आप जायरा डायमंड की ओपनिंग में पहुंची कैसा लग रहा है ? 
बहुत ही अच्छा मेहसूस हो रहा है,क्योंकि इसके एक पहले फैंचजाइज मे मुझे बुलाया था । अनिल अग्रवाल जी मेरे परिवार जैसे संबध है,इसलिए चाह कर भी ओपनिंग कार्यक्रम को स्थागित नही कर पाई। वैसे भी इस शो रूम में ढेरा डिजायन और विरायटी है,जिससे मैं प्रभावित रही हॅू ।




प्रेमबाबू शर्मा

कश्मीर मसले के हल के लिए भारत को 5 शर्तें मान लेनी चाहिए: गिलानी

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हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी नेता सैयद अली गिलानी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता के जरिए कश्मीर मसले का हल निकालने के लिए भारत को हुर्रियत द्वारा रखी गई पांचों शर्ते मान लेनी चाहिए, जिसमें सुरक्षा बलों की वापसी का शर्त भी है. राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित पाकिस्तान दिवस समारोह में हिस्सा लेने से पहले गिलानी ने पत्रकारों से कहा कि दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन उनका कोई नतीजा नहीं निकला.

उन्होंने कहा कि उनके दल ने 2010 में कहा था कि भारत सरकार को पांचों शर्ते मान लेनी चाहिए, जिसमें कश्मीर को विवादित क्षेत्र स्वीकार करना, सुरक्षा बलों एवं 'काले कानूनों'को हटाना, 2010 में कश्मीर में 128 लोगों की हत्या के दोषियों को सजा और राजनीतिक बंदियों की रिहाई की शर्ते शामिल हैं. गिलानी ने कहा, "जब तक ये पांचों मांगें पूरी नहीं होतीं, बातचीत का कोई फायदा नहीं है."

उन्होंने कहा कि भारत ने सुरक्षा बलों के वापस हटाने और राज्य के नागरिकों को स्वाधीनता का अधिकार देने का वादा किया है. पिछले सप्ताह कठुआ और सांबा में हुए आतंकवादी हमलों के बारे में पूछे जाने पर गिलानी ने कहा, "जहां कहीं भी मासूमों की हत्या होती है, हम उसकी निंदा करते हैं."

सेंसेक्स 200 अंकों से ज्यादा उछला, निफ्टी 8600 के पार

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कारोबारी सत्र के आखिरी घंटे के दौरान घरेलू शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.75 फीसदी से ज्यादा की मजबूती आई है। निफ्टी 8600 के पार पहुंच गया है, तो सेंसेक्स में 200 अंकों से ज्यादा की तेजी आई है।

दिग्गज शेयरों में भले ही जोरदार खरीदारी दिख रही हो, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में सुस्ती ही बनी हुई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.25 फीसदी से ज्यादा टूटा है। हालांकि फार्मा, ऑयल एंड गैस और आईटी शेयरों में खरीदारी के बल पर बाजार ने बढ़त बनाई है। बीएसई का फार्मा इंडेक्स 2 फीसदी चढ़ा है, जबकि ऑयल एंड गैस इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है। हालांकि रियल्टी और ऑटो शेयरों में सुस्ती बनी हुई है।

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 224 अंक यानि 0.8 फीसदी की बढ़त के साथ 28416 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 65 अंक यानि 0.75 फीसदी चढ़कर 8616 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

बाजार में कारोबार के इस दौरान ल्यूपिन, बीपीसीएल, एचडीएफसी, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मा और सेसा स्टरलाइट जैसे दिग्गज शेयरों में 3.6-2 फीसदी की मजबूती आई है। हालांकि हिंडाल्को, टाटा स्टील, एसबीआई, पावर ग्रिड, एचयूएल और हीरो मोटो जैसे दिग्गज शेयरों में 1.1-0.75 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

मिडकैप शेयरों में माइंडट्री, प्रिज्म सीमेंट, आरती इंडस्ट्रीज, यूनिकेम लैब्स और एचटी मीडिया सबसे ज्यादा 4.2-3.5 फीसदी तक टूटे हैं। स्मॉलकैप शेयरों में पाइन एनिमेशन, जोडियाक क्लोदिंग, एनआईआईटी टेक और सेशाषयी पेपर सबसे ज्यादा 20-5.2 फीसदी तक लुढ़के हैं।

यूरोपीय बाजारों की बात करें तो यहां 0.2-0.3 फीसदी की मजबूती देखने को मिल रही है। ब्रिटेन का एफटीएसई 100 इंडेक्स 0.15 फीसदी तक चढ़ा है। फ्रांस के सीएसी 40 इंडेक्स में 0.2 फीसदी की तेजी आई है। जर्मनी का डीएएक्स इंडेक्स 0.3 फीसदी तक उछला है।


नरकटियागंज (बिहार) की खबर (24 मार्च)

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परीक्षा के बाद ट्रेन में परीक्षार्थियांे का उत्पात

नरकटियागंज(पचं.) मैट्रिक परीक्षा के समाप्ति के बाद परीक्षार्थियांे ने मचाया उत्पात, जिसके शिकार हुए सुपर फास्ट सप्तक्रान्ति 2557 के यात्री। सूत्र बताते हैं कि जैसे ही बेतिया से ट्रेन खुली परीक्षार्थियांे के दो दलों में संघर्ष प्रारंभ हो गया और यह उस वक्त समाप्त हुआ जब सप्तक्रान्ति सुपर फास्ट का भैक्युम कर दोनों छात्र दलांे ने ट्रेन को करीब आधा घंटा तक रोक मारपीट किया। इसके पूर्व बेतिया स्टेशन पर सप्तक्रान्ति के बाॅगी संख्या स्लीपर 2 में महिला यात्रियांे के बीच मारपीट की गयी। उसके बाद ट्रेन नरकटियागंज पहुँची जहाँ आरपीएफ और जीआरपी के जवान व अधिकारी मुस्तैद दिखे और स्टेशन पर उत्पाती छात्रों की एक नहीं चली। हमारे सूत्रों के अनुसार ट्रेन में छात्रों ने उत्पात मचाकर यात्रा करने वाले यात्रियांे को काफी परेशान किया। खासकर महिला यात्रियांे को परेशानी का सामना करना पड़ा। जननायक एक्सप्रेस में भी छात्रों ने काफी हुड़दंग मचाया।

कम्युनिस्ट संघर्ष के एक मजबूत स्तंभ मैनेजर साहनी का निधन

नरकटियागंज(प.चम्पारण) कम्युनिस्ट आन्दोलन के दमदार कामरेड, दलितो व शोषितों के हमकदम रहबर कामरेड मैनेजर साहनी का लम्बी बीमारी के बाद 84 वर्ष की उम्र में 23 मार्च की रात्री निधन हो गया। कम्युनिस्ट सूत्रांे के अनुसार मैनेजर साहनी ने 1960 के दशक में राजनीति की शुरूआत की और कई संघर्षों का नेतृत्व किया। नरकटियागंज में मतिसरा कुँवर बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय स्व.मैनेजर साहनी के संघर्ष का परिणाम है। भाकपा माले सूत्र बताते है कि एक भूपति ने स्कूल की जमीन को हड़पना चाहा तो मैनेजर साहनी ने वहाँ दलित बस्ती बनाने का प्रस्ताव किया और आन्दोलन किया। उसके बाद समझौता के तहत उस जमीन पर विद्यालय निर्माण का निर्णय लिया गया। सिंचाई के लिए नहर, नन्दपुर नई बस्ती में राजकीय प्राथमिक विद्यालय की स्थापना कराने में उनका योगदान रहा। इन्दिरा गाँधी के द्वारा लगाये गये (इमरजेन्सी) आपातकाल के दौरान, चलाए गये आन्दोलन में स्व. साहनी ने बढचढ कर हिस्सा लिया और जेल गए। वृद्धावस्था में भी वेे कम्युनिस्ट आन्दोलन के प्रति प्रतिबद्ध रहे। उनके निधन पर भाकपा माले और क्षेत्र की जनता ने शोक व्यक्त किया है।

आईसीडीएस निदेशालय के निर्देश की उड़ाई जा रही धज्ज्यिाँ, आवंटन के बावजूद लाभुक लाभ से वंचित 

नरकटियागंज(प.चम्पारण) नरकटियागंज पश्चिम चम्पारण में समेकित बाल विकास सेवा परियोजना में अनियमितताओं की लम्बी फेहरिस्त है। उल्लेखनीय है कि टैगिंग के खेल में परियोजना के लाभुकों का बंटाधार हो रहा है। गौरतलब है कि कुल 40 केन्द्र टैगिंग में हैं जिससे उन केन्द्रों को आवंटित 22000 रूपये का बंदरबाँट जारी है, इस मामले में विगत दिनांे अनुमण्डल पदाधिकारी सह भाप्रसे अधिकारी कौशल कुमार के पास शिकायत की गई थी। सूत्र बताते है कि कई आंगनबाड़ी केन्द्र के लाभुकों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित कर दिया गया है जबकि कई ऐसे केन्द्र है जहाँ आईसीडीएस के नियमों को दरकिनार कर सीडीपीओ काम कर रही है। आंगनबाड़ी के केन्द्र के लाभुकों को मिलने वाली लाभकारी योजना को सेविका की अनुपस्थिति में भी संचालित करने की जिम्मेदारी सीडीपीओ की है। उधर टैगिंग के खेल में योजना फेल होने की खबर बडी प्रमुखता से अन्य अखबारों ने प्रकाशित किया, जिसमें मात्र 28 केन्द्रों की चर्चा रही। जबकि चर्चा यह कि चालीस केन्द्रों से प्रतिकेन्द्र दस हजार रूपये आइसीडीएस कार्यालय और 12 हजार रूपये संबंधीत सेविका को देकर पूर्ण रूप से बंदरबाँट किया जा रहा है। इस कार्य में कतिपय सेविका पति और कुछ कार्यालय के कतिथ बिचैलिए शामिल है जिन्हें कार्यालय का परोक्ष समर्थन प्राप्त है। सूत्र.बताते है कि प्रखण्ड के पास पर्याप्त आवंटन रहने के बाद भी मार्च 2015 में किसी केन्द्र को पोषाहार राशि उपलब्ध नहीं कराई गयी हैं। नरकटियागंज समेकित बाल विकास सेवा परियोजना में प्रतिमाह करीब नौ लाख रूपये का बन्दर बाँट जारी हैं।

भितिहरवा में मारपीट व राहजनी

नरकटियागंज(पचं.) महात्मा गाँधी यदि आज जिन्दा होते तो आज भितिहरवा का नाम सुन कर ही वहाँ से नौ दो ग्यारह हो जाते। उल्लेखनीय है कि उनके भितिहरवा आश्रम के पास स्थित चैक पर शराब के नशे में रास्ते पर चलने वाले राहगीरांे को परेशान करने वालांे की टीम सक्रिय है। गौनाहा थाना के भितिहरवा मोड़ पर प्रकाश उर्फ कीटकीट को कुछ लोगों ने उसकी टैम्पू रोक कर पीटा। उसके बाद उसकी जेब से रूपये छीन लिए। कीटकीट के अनुसार वह उन लोगांे को पहचानता है लेकिन उनके नाम नहीं जानता, उसके अनुसार करीब आधा दर्जन लोगों ने उसके साथ रात्री करीब साढे सात बजे घटना को अंजाम दिया।

व्यक्ति विशेष द्वारा डरा घमका कर टैम्पू युनियन का चुनाव के लिए थाना में बैठक

narkatiaganj news
नरकटियागंज(पचं.) नरकटियागंज में टैम्पू युनियन के अध्यक्ष अजय कुमार के जावेद अख्तर काण्ड में फरार रहने के बाद अब उस पद पर चुनाव के लिए गतिविधियाँ जारी है। इस बावत बताया जाता है कि कतिपय लोगों द्वारा टैम्पू चालको को धमका कर जबरन हस्ताक्षर कराये जाने की खबर मिली है। उधर मंटू नामक युवा ने इस बात पर ऐतराज जताया है कि टैम्पू चालकों को स्वतंत्र रूप से चुनाव कराने की अनुमति दी जानी चाहिए। सबसे आश्चर्य की बात यह कि टैम्पू चालकों की अवैध बैठक शिकारपुर थाना में हुई। शिकारपुर थाना के मंदिर के पास स्थित चबूतरा पर एक व्यक्ति के पक्ष में यह कार्य सम्पन्न हो रहा है। शिकारपुर थाना में हुई बैठक पर किसी पुलिस अधिकारी का ऐतराज नहीं जताना यह दर्शाता है कि बैठक कराने में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता अवश्य है। मंटू गुप्ता का कहना है कि टैम्पू युनियन का चुनाव होना चाहिए किन्तु लोकतांत्रिक पद्धति से चुंनाव कर टैम्पू चालकों के हित में कार्य किए जाने चाहिए।
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