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रेत माफिया ने हेड कॉन्स्टेबल को ट्रक से कुचल डाला

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मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में रेत माफिया के खिलाफ एक साहसिक ऑपरेशन के दौरान हेड कॉन्स्टेबल को अवैध रेत से भरे डंपर से दबाकर मार दिया गया। रविवार को यह डंपर अवैध रेत लेकर निकल रहा था। डंपर को सड़क पर छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। कॉन्स्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई है।तीन साल पहले 8 मार्च 2012 को सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर के रूप में तैनात आईपीएस ऑफिसर नरेंद्र कुमार की भी हत्या इसी तरह कर दी गई थी। नरेंद्र कुमार मुरैना जिले के बामोर में तैनात थे। कुमार अवैध पत्थर से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश कर रहे थे तभी ट्रैक्टर ड्राइवर ने उन्हें कुचल दिया था। नरेंद्र कुमार की भी मौके पर ही मौत हो गई थी। मुरैना जिले में पत्थरों और रेत के अवैध खनन के सामने प्रशासन बुरी तरह से लाचार है। पिछले कुछ सालों से यहां अवैध खनन चरम पर है। पुलिस इसे रोकने की कोशिश करती है तो वह माफियाओं के सामने बुरी तरह से पिट जाती है।

कॉन्स्टेबल डंपर को रोकने की कोशिश कर रहा था। घटना जिले के नूराबाद पुलिस थाना क्षेत्र में लौहगढ़ के निकट हुई। इस घटना ने जिले में चंबल नदी से अवैध रेत खनन करने वाले चंबल रेंज के डीआईजी आर. एस. मीणा ने बताया कि मृत कॉन्स्टेबल का नाम धमेंद्र चौहान (40) है। मुखबिर की सूचना पर एक पुलिस टीम के साथ चौहान घटनास्थल पर पहुंचे थे। इसमें कहा गया था कि किसी लूट के फरार आरोपी आधी रात के आसपास सड़क किनारे खड़ एक डंपर में छिपे देखे गए हैं। इस पर पुलिस टीम ने सड़क किनारे खड़े इस डंपर(MP 06 GA 0974) की तलाशी लेने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस को आते देखकर अवैध रेत से भरे डंपर के ड्राइवर ने गाड़ी सहित भागने की कोशिश की। लेकिन यह युवा कॉन्स्टेबल ड्राइवर के दरवाजे पर लटक गया और ड्राइवर को बाहर खींचने का प्रयास करने लगा। आईजी ने बताया कि इसी दौरान ड्राइवर ने डंपर को पीछे किया, जिससे निकट स्थित एक गड्ढे में डंपर पलट गया और उसके नीचे दबने से कॉन्स्टेबल की मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि घटना के बाद डंपर ड्राइवर मौके से फरार हो गया। मृत युवा पुलिस कॉन्स्टेबल चौहान का शव पोस्टमॉर्टम के लिय भेज गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी नवनीत भसीन का कहना है कि ट्रक पर अवैध रेत थी। भसीन ने कहा कि ड्राइवर पर सेक्शन 304 के तहत हत्या का माला दर्ज किया गया है। पूर्व आर्मी मैन धर्मेंद्र की दो साल पहले मध्य प्रदेश पुलिस में नियुक्ति हुई थी।

मेरठ में आग से सात लोगों की मौत

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उत्तर प्रदेश के मेरठ में लोहिया नगर स्थित कांशीराम आवास में दिन निकलते ही भयंकर आग लग गई। इस आग की चपेट में आने से चार बच्चे और दो महिलाएं जिंदा जल गये। एक अन्य बच्चे और गृहस्वामी की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस, प्रशासन और फायर बिग्रेड कर्मियों पर देर से आने का आरोप लगाते हुए लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव कर जमकर हंगामा किया।

लोहिया नगर में 1508 कांशीराम आवास बने हैं। मकान संख्या केजी-221 में परवेज अपने परिवार के साथ किराये पर रहता है। परवेज के मकान में सुबह करीब छह बजे भयंकर आग लग गई और चीख-पुकार मच गई। मौके पर एकत्र हुए लोगों ने जैसे-तैसे आग को बुझाया लेकिन तब तक आग की चपेट में आने से परवेज की पत्नी शाजिया (32) बेटा फरहान (10), अदनान (8) और बेटी जोया (7) साली रेशमा (35) और रेशमा की एक बेटी की मौत हो गई।

परवेज और रेशमा की एक बेटी भी आग में झुलसने से गंभीर रुप से घायल हैं। दोनों 70 प्रतिशत से अधिक जले हुए हैं। घटना के बाद गुस्साये लोगों ने डीएम और एसएसपी का घेराव कर नारेबाजी की और पुलिस, फायर ब्रिगेड और प्रशासन के अधिकारियों पर देरी से आने का आरोप लगाया। पीड़ित परिवार को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की।

पड़ोसियों और पुलिस अधिकारियों की मानें तो परवेज घर पर ही अवैध रूप से पेट्रोल और डीजल बेचने का भी काम करता था। घर में रखे पेट्रोल और डीजल की वजह से ही आग ने गंभीर रुप धारण किया। आग की भयंकरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर स्थित दो बिल्डिगों के आठ फ्लैटों को प्रशासन ने खतरनाक मानते हुए खाली करा दिया है।     

स्वास्थ्य दिवस विशेष : सभी के लिए खाद्यान्न का सपना कब होगा पूरा

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अच्छी सेहत की बात सभी करते हैं। लेकिन स्वास्थ्य को लेकर जागरूक बहुत कम लोग हैं। रोग का सही समय पर पता न चल पाना या उसका सही समय से उपचार नहीं होना कई लोगों को आज असमय काल का ग्रास बना रहा है। लोगों को बीमारी का पता यदि सही समय पर चल जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। विष्व स्वास्थ्य दिवस मनाने का मुख्य उद्देष्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। 1948 में वल्र्ड हेल्थ आॅर्गेनाइज़ेषन द्वारा 7 अप्रैल को विष्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाने की बात कही गई वह इसलिए आवष्यक थी ताकि भविश्य को रोग मुक्त बनाया जा सके। लेकिन आज हमारे देष में सरकारी और गैर सरकारी संगठनों के तमाम प्रयासों के बावजूद भी लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। वर्तमान में अनियंत्रित खानपान, दूशित पानी, प्रदूशण व तनाव के कारण मनुश्य को होने वाली बीमारियों के ग्राफ में लगातार इज़ाफा हो रहा है। देष के दूरदराज़ क्षेत्रों में लोगों में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की बड़ी कमी हैं। हां, षहरी क्षेत्रों में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़े बहुत गंभीर ज़रूर होने लगे हैं। 
           
अंग्रेज़ी में एक कहावत है हेल्थ इज़ वेल्थ अर्थात् स्वास्थ्य ही पूंजी है। लेकिन वर्तमान परिदृष्य पर नज़र डालें तो षायद ही कोई व्यक्ति अपने स्वस्थ षरीर के महत्व को समझता हो। दुनिया के अधिकांष देषों में आज ऐसे हालात बन गए हैं जिनमें जटिल और तनावग्रस्त जीवनषैली से जूझता हुआ व्यक्ति ना तो खान-पान पर ध्यान देता है और न ही अपने स्वास्थ्य की अहमियत समझता है। लेकिन हमंे यह बात समझनी होगी कि जहां कुछ लोग काम और व्यस्तता के कारण अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते, वहीं ऐसे लोगों की भी कोई कमी नहीं जो भूखे पेट रहने और अस्वच्छ खाना खाने के लिए विवष हैं। भारत ने पिछले कुछ सालों में तेज़ी के साथ आर्थिक विकास किया है लेकिन इस विकास के बावजूद बड़ी संख्या में लोग कुपोशण के षिकार हुए हैं जो भारत के स्वास्थ्य परिदृष्य के प्रति चिंता उत्पन्न करता है। कहते हैं अच्छे स्वास्थ्य से आयु बढ़ती है और अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है स्वच्छ पोशणयुक्त भोजन। लेकिन हमारे देष की एक बड़ी आबादी को स्वच्छ और पोशणयुक्त भोजन मिलना तो दूर, पेट भरने के लिए दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल पा रही है। 
             
हमारे देष में यूपीए-2 के षासनकाल में जनसाधारण को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के उद्देष्य से  राश्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 को संसद द्वारा पारित किए जाने के बाद 10 सितंबर, 2013 को इसे अधिसूचित कर दिया गया। राश्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उद्देष्य लोगों को सस्ती दर पर पर्याप्त मात्रा में उत्तम खाद्यान्न उपलब्ध कराना है ताकि उन्हें खाद्य एवं पोशण सुरक्षा मिले और वह सम्मान के साथ जीवन जी सकें। इस कानून के लागू होने से देष की दो तिहाई-जनता को इसका लाभ मिलने का अनुमान है। यूपी में केंद्र सरकार द्वारा राश्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम को लागू करने के लिए 4 अप्रैल 2015 निर्धारित की गई थी लेकिन राज्य सरकार ने इसके लिए समय सीमा 4 अक्तुबर 2015 तक बढ़ाने का अनुरोध किया है। 2014 के अंत तक इसकी समय सीमा तीन बार बढ़ाए जाने के बाद केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को एक अल्टीमेटम जारी कर 4 अप्रैल को हर हाल में इसे लागू करने को कहा था। इसके तहत गरीबी रेखा के ऊपर (एपीएल) वाले परिवारों को नाम मात्र की दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा।
             
खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली (टीपीडीएस) के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 75 प्रतिशत तक तथा शहरी क्षेत्रों की 50 प्रतिशत तक की आबादी को रियायती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने का प्रावधान है। इसके अलावा पात्र परिवारों को प्रतिमाह पांच कि. ग्रा. चावल, गेहूं व मोटा अनाज क्रमशः 3, 2 व 1 रुपये प्रति कि. ग्रा. की रियायती दर पर मिल सकेगा। इसके अलावा गर्भवती तथा स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान तथा प्रसव के छः माह के उपरांत भोजन के अलावा कम से कम 6000 रुपये का मातृत्व लाभ भी मिलेगा। 14 वर्ष तक की आयु के बच्चे पौष्टिक आहार अथवा निर्धारित पौष्टिक मानदण्डानुसार घर राशन ले जा सकते हैं। साथ ही साथ खाद्यान्न अथवा भोजन की आपूर्ति न हो पाने की स्थिति में, लाभार्थी को खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाएगा। अभी तक सिर्फ 11 राज्यों एवं केद्र षासित प्रदेषें में राश्टीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू हुआ है। 
          
खाद्य सुरक्षा के महत्व को समझते हुए विष्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस साल ‘‘सुरक्षित भोजन ’’ को अपना थीम चुना है। यह सच है कि  पौश्टिक भोजन से षरीर स्वस्थ रहता है जबकि खराब और सड़ा गला भोजन तमाम बीमारियों की जड़ है। हमारे देष में ऐसे लोगों की एक बड़ी तादाद हैं जिन्हें पौश्टिक आहार तो दूर तो वक्त की रोटी भी समय पर नहीं मिलती है। ऐसे में विष्व स्वास्थ्य संगठन का विष्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर ‘‘खाद्य सुरक्षा’’ को थीम चुनकर दुनिया के सभी देषों को यह संदेष देना कि वह अपने देष के नागरिकों के लिए खाद्य सुरक्षा का अधिकार सुनिष्चित करे, एक सराहनीय कदम है। 
             
चिकित्सा के क्षेत्र भारत ने तेज़ी से तरक्की की है। लेकिन हमारे देष के दूरदराज़ क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की हालत अभी भी दयनीय स्थिति में है। इंडिया हेल्थ रिपोर्ट 2010 के मुताबिक सार्वजनिक स्वास्थ्य की सेवाएं अभी भी पूरी तरह मुफ्त नहीं हैं और जो हैं उनकी हालत अच्छी नहीं है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रषिक्षित लोगों की काफ़ी कमी है। भारत में डाॅक्टर और आबादी का अनुपात भी संतोशजनक नहीं है। 1000 लोगों पर एक डाॅक्टर भी नहीं है। अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता भी काफ़ी कम है। अगर हमें स्वस्थ और स्वच्छ भारत का सपना देखना है तो हमें लोगों को पौश्टिक आहार उपलब्ध कराने के साथ अच्छी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध करानी होंगी। तभी यह सपना एक हक़ीकत का रूप ले सकता है। 






liveaaryaavart dot com

गौहर आसिफ
(चरखा फीचर्स)

राधिका मदान का ग्लैमरस अवतार

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radhika madan
राधिका मदान का ग्लैमरस अवतार देखकर लगता है कि वे भी फिल्मों में आने की तैयारी कर रही हैं,लेकिन फिलहाल वह कलर्स टीवी शो ’ मेरी अशिकी तुम से ही’ में व्यस्त हैं। वह अच्छी डांसर है,उसी क्षेत्र में अपनी भाग्य आजमाना चाहती थी, किन्तु पहला अभिनय में उतरने का अचानक मौका मिला। आज कलर शो ’ मेरी अशिकी तुम से ही’ के किरदार इशनी के द्वारा आम दर्शकों के बीच अपनी जगह बना चुकीं है। वह अपने शो और करियर को लेकर क्या सोचती है,जानते है,उनकी ही जुबानीः

आपके लिए इशनी का किरदार कितना बडा चुनौती था ?
इशनी जीवन का दोेहरे जीवन से गुजर रही है,उसके सामने अनेक समस्याएं है,उनसे निकलने का प्रयास करती है,दूसरी तरफ कहीं उसका अतीत भी है,जो उसे हालातों से निकलने नही देता है इसी लिए इस किरदार को निभाना ही मेरी लिए एक चुनौती था।

आपके आपोजिट शक्ति अरोडा है, उनके साथ आपकी टयूनिंग कैसी रही ?
हम दोनों के बीच एक अच्छी केमेस्टकृी रही है। लंबे समय तक टेलीविजन में काम कर चुके शक्ति सुलझे हुए अनुभवी अभिनेता उनके साथ काम करने के तरीके ने मुझे हमेशा प्रभावित किया ।सेट पर उन्होंने कभी इस बात का अहसास नही होने दिया कि मैं नवोदित अभिनेत्री हॅू।

अपने किरदार  के बारे में क्या कहेगी ?
शो मैंने गुजराती युवती इशनी का किरदार की निभाया है।जिसका विवाह रणवीर विजय से होता जाता है,लेकिन उसके  जीवन में कुछ ऐसा घटता है कि उसका विवाहिक में दूरी सी बन जाती है। यह अपने आप में एक अलग तरह का किरदार है।

उसका मतलब ये त्रिकोणीय कहानी है?
यह एक रोमांटिक सीरिज ड्रामा है। कहानी का तानाबाना इस प्रकार बुना है कि हालात पति रणवीर से कही दूर कर देते है।अब उनके जीवन में एक और औरत दस्तक देती है।लेकिन कहानी जैसे जैसे आगे बढेगी उसके साथ ही किरदारों का भी विस्तार होगा।

एकता कपूर को बोल्ड शो के लिए जाना जाता हैयह शो भी उनकी उसी शैली से प्रभावित है ?
एकता जी, के काम करने की शैली अलग है। आज भी टीवी के अघिकांश चैनलों पर उनके ही सबसे ज्यादा शो प्रसारित हो रहे है। मंहगे सेट, मंहगी कस्टुम उनके शो का अहम् हिस्सा होते है और कहानी वर्तमान परिवेश पर आधारित होती है। मगर उनके शो के दर्शकों का एक अलग ही वर्ग है।

एकता कपूर के साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा ?
बहुत ही अनुभवी और पारखी है। उनके साथ करने का अलग ही अनुभव रहा है।जब मैं उनसे पहली बार मिली तो उस समय वह शो ’ मेरी अशिकी तुम से ही’ की तैयारी में थी। उन्होंने ना जाने क्या देखा और शो के लीड रोल के लिए चुन लिया। 

आप टीवी पर काम करते हुए कैसा महसूस कर  रही है?
टेलीविजन में जो कुछ भी किया, उस पर खुशी और गर्व महसूस करती हूं। वह मेरी जिंदगी और करियर की नींव है।

क्या बालीवुड में भी दस्तक देने का विचार है?
आॅफर तो आ रहे है,लेकिन फिलहाल मेरा टारगेट शो ’ मेरी अशिकी तुम से ही’ है। फिल्में भी करूंगी ।बस समय का इंतजार है। वैसे भी सुशांत सिंह राजपूत, करण सिंह ग्रोवर और राजीव खंडेलवाल जैसे अभिनेताओं ने टीवी से फिल्मों का रुख किया है। 

शो के बाद क्या योजना है?
वैसे मैं टेलीविजन पर और शो करना चाहूंगी। बहुत से डांस रियलिटी शो बन रहे हैं। मुझे अगर कोई डांस आधारित शो मिलता है, तो अच्छा होगा। क्योंकि डांस मेरी पहली हाॅबी है।





प्रेमबाबू शर्मा
दिल्ली

अब पांच साल में निपटेगा मुकदमा: मुख्य न्यायाधीश

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भारतीय न्‍याय व्‍यवस्‍था में किसी मुकदमे का सालों तक लंबित रहना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इस परिदृश्‍य को बदलने के लिए जरूरी कदम उठाना शुरु कर दिया है. सीजीआई एचएल दत्तू ने मुकदमों को पांच साल के भीतर निपटाए जाने का आश्‍वासन दिया है.

सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्‍यायाधीश एचएल दत्तू ने बताया कि वह और उनके साथी न्‍यायाधीश प्रयास कर रहे हैं कि कोई भी मामला अधिकतम पांच साल से ज्‍यादा लंबित ना रहे. पुराने केसेज को भी खत्‍म किए जाने की अधिकतम सीमा पांच साल ही बताई. इसके बाद जब दत्तू से पूछा गया कि वह सालो से लंबित मामलों को निपटाने के लिए क्‍या कदम उठा रहे हैं तो इसके जवाब में प्रधान न्‍यायाधीश ने कहा कि‍ पांच सालों की समय सीमा का अर्थ है कि इस दौरान इन मामलों की सुनवाई समाप्‍त हो जानी चाहिए. 

चीफ जस्टिस ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के मामलों में वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि कोई भी मामला दो वर्ष से ज्‍यादा अदालत में ना रुके. लेकिन हाईकोर्ट के मामले में अपील में थोड़ा और समय लग सकता है. इसके बाद सीजीआई ने न्‍यायाधीशों की कमी की ओर संकेत करते हुए कहा कि भारतीय जनसंख्‍या के मुकाबले जजों की संख्‍या काफी कम है और एक साल में जज सिर्फ 190 दिन काम करते हैं. उन्‍होंने कहा कि इन 190 दिनों में वे दिन रात मुकदमों से जुड़ी पढ़ाई-लिखाई में वक्‍त गुजारते हैं. कई बार वे अपने बच्‍चों और फेमिली के साथ समय नहीं गुजार पाते. इसके बाद दिल्‍ली गैंगरेप पर हो रही देरी पर बोलते हुए कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और 23 में से एक आरोपी की मौत की सजा लंबित है.

बिहार : हर्षोल्लास माहौल में ईस्टर पर्व का समापन

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  • जब चालीस दिनों तक लजीज व्यजनों से दूर रहने वाले टूटकर पड़े
  • अब पुरोहितों के द्वारा घर-घर में जाकर परिवार के सदस्यों को आशीष देंगे 

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पटना। संपूर्ण संसार में ईस्टर पर्व हर्षोल्लास माहौल में मनाया गया। हां, ईसाई समुदाय 40 दिनों तक गमगीन रहे। वहीं माता कलीसिया के द्वारा निर्देशित दिन में उपवास और परहेज रखे। ईसा की दुःखभरी दास्तान और सलीब पर चढ़ाकर मौत के घाट उतारने पर प्रार्थनामय रहे। इस दौरान लजीज व्यजनों से काफी दूर रहे। पवित्र बाइबिल में उल्लेख्य के अनुंसार ईसा मसीह सलीब पर चढ़ाकर मार डाले गए और तीन दिनों के बाद पूर्ण पराक्रम से मृतकों में से जी उठे।आज पुर्नरूत्थान - पर्व ईस्टर के अवसर पर लजीज व्यजनों पर टूटकर पड़े। 

सूबे के विभिन्न गिरजाघरों में आयोजित पवित्र शनिवार की अर्द्धरात्रि और सुबह में ईस्टर संडे के धार्मिक अनुष्ठान में भक्तिपूर्ण ढंग से भाग लिए। इस पर्व को लेकर बच्चों में काफी उमंग रहा। रंग-रंग के परिधानों में सुसज्जित थे। वहीं युवाजन भी आधुनिक परिधानों में चहक रहे थे। गिरजाघर की घंटी बजी और श्रद्धालु मगन से धार्मिक आयोजन में भाग लेने लगे। पुरोहितों का आगमन होता है। प्रेरितों की महारानी ईश मंदिर के प्रधान पुरोहित फादर जाॅनसन केलकत,मुख्य समारोही पुरोहित रहे। गिरजाघर में अंधेरा कर दिया जाता है। आग और पानी पर पवित्र आशीष दिया जाता है। एक बड़ी मोमबर्ती (ईस्टर कैंडिल) को पुरोहित प्रज्जवलित करते हैं।इसे अंधकार पर विजयी का प्रतीक बताया जाता है। इसी तरह साधारण पानी को ईश्वरीय शक्ति से पवित्र जल में तब्दील कर दिया जाता है। इसी पवित्र जल का छिड़काव पुरोहित के द्वारा ईसाई श्रद्धालुओं के घर में करते हैं। घर में उपस्थित परिवार के सदस्यों के साथ प्रार्थना भी करते हैं। 

अपने संबोधन में पुरोहितों का कहना है कि पिता परमेश्वर के पुत्र ईसा मसीह मानव बनकर संसार में आए। अपने जीवनकाल के 33 वर्ष की अवस्था में अद्भूत कार्य संपादन किए। वहीं ईसा ने संसार के अंत तक सदा साथ रहने का वादा भी किए। वे सभागृहों में शिक्षा देते, ईसा का राज्य के सुसमाचार का प्रचार और निर्बलता को दूर करते। मिर्गी, लकवा आदि नाना प्रकार की बीमारियों और कष्टों से पीडि़त सभी रोगग्रस्त व्यक्तिों को और अपदूतग्रस्तों को चंगा का देते। आज भी ईसा मसीह के अधूरे कार्य को पूरा किया जा रहा है। अब जरूरत है कि समाज से वंचित समुदाय के बीच में जाकर पवित्र सुसमाचार का प्रचार किया जाए। उन लोगों के बीच में जाकर पुनजीर्वित ईसा को झांके। उनके साथ रहे और उनके विकास और कल्याण का कार्य करें। 

पवित्र मिस्सा पूजा के बाद ईसाई धर्मावलम्बी हैप्पी ईस्टर, पास्का पर्व मुबारक, पुर्नरूत्थान - पर्व मुबारक हो आदि कहकर ईस्टर पर्व मनाया। यह सिलसिला दिनभर चला। आगंतुक लोगों को ईस्टर पर्व की बधाई देते रहे। वहीं घर में बने पकवान का लुफ्त भी उठाते रहे। बिहार सरकार की नौकरी में रहने वाले नर्सेंज लोगों को 3 माह से वेतनादि नहीं मिला। इनके घर में रौकनता कम देखी गयी। मगर धार्मिक आयोजनों में मुस्तैदी से शामिल हुए। 



आलोक कुमार
बिहार 

भाजपा सब्जबाग दिखाकर केंद्र में गद्दी पर बैठ गई: लालू

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राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने रविवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 'चीटर'बताते हुए वादों से उलट काम करने का आरोप लगाया. राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "भाजपा चीटर है, सबको सब्जबाग दिखाकर केंद्र में गद्दी पर बैठ गई और अब सब कुछ भूल गई है. चुनाव प्रचार के दौरान किए गए सभी वादों से उलट काम कर रही है."

पूर्व रेलमंत्री ने अपने खास अंदाज में एक चुटकुला सुनाते हुए कहा कि भगवान का झूठ बोलने वाला घंटा भी भाजपा के सत्ता में आने के बाद टन-टन बजने लगा है. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी का बिहार में ही 'खोंता' (घोंसला) उजड़ेगा."लालू ने पुराने जनता दल परिवार की छह पार्टियों के विलय के बारे में कहा कि विलय हो चुका है, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव करेंगे, क्योंकि इसके लिए वही अधिकृत हैं. उन्होंने कहा कि देश समाजवादियों का एक निशान और एक मोर्चा मांग रहा है.

राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से लालू प्रसाद को सभी समाजवादियों को एकजुट करने के लिए अधिकृत किया गया.  यह पूछे जाने पर कि क्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) को भी जनता परिवार में शामिल किया जाएगा, लालू ने कहा, "मैं सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को इसमें शामिल होने की अपील कर रहा हूं."

बैठक में इलियास हुसैन ने राजद का राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया. इसके अलावा आर्थिक प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई. वहीं, केंद्र सरकार की विफलताओं तथा भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध की वजह बताने के लिए गांव-गांव तक जाने की बात पर सहमति बनी. बैठक में लालू प्रसाद के अलावा राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, रघुवंश प्रसाद सिंह, रामचंद्र पूर्वे, सांसद राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव भी शामिल हुए. उल्लेखनीय है कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 71 स्थायी और आमंत्रित सहित कुल 262 सदस्य हैं.

प्रधानमंत्री ने नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स लॉन्च किया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स लॉन्च किया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमें देश के बारे में इस धारणा को बदलने की जरूरत है कि हमें ग्लोबल वॉर्मिंग और पर्यावरण की परवाह नहीं है। ये इंडेक्स देश के 10 शहरों में वायु प्रदूषण के स्तर को बताएगा।

अगले कुछ सालों में इस सर्विस को देश के दूसरे शहरों में भी लागू किया जाएगा। हालांकि प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए क्या उपाय होंगे, इस बारे में कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया है। गौरतलब है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 13 भारत में हैं।

सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने महिला युगल का खिताब जीता

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सानिया मिर्जा ने स्विट्जरलैंड की अपनी जोडीदार मार्टिना हिंगिस के साथ स्वप्निल शुरुआत जारी रखते हुए रविवार को यहां मियामी ओपन टेनिस टूर्नामेंट में महिला युगल का खिताब जीता जो उनके करियर का 25वां डब्ल्यूटीए युगल खिताब है. सानिया और हिंगिस की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोडी ने खराब शुरुआत से उबरकर एकटेरिना मकारोवा और इलेना वेसनिना की दूसरी वरीयता प्राप्त रुसी जोडी को 7-5, 6-1 से पराजीत किया. सानिया और हिंगिस पहले सेट में एक समय 2-5 से पीछे चल रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की और लगातार आठ गेम जीतकर पहला सेट अपने नाम किया.

इन दोनों ने इंडियन वेल्स के रुप में साथ में पहला खिताब भी रुस की इसी जोडी को हराकर जीता था. सानिया और हिंगिस की यह स्वप्निल शुरुआत है क्योंकि उन्होंने जब से जोडी बनायी है तब से एक भी सेट नहीं गंवाया है. सानिया ने मैच के बाद कहा, हम एक दूसरे से यही कहने की कोशिश करते हैं कि संघर्ष का लुत्फ उठाओ. पिछले सप्ताह हमारे लिये सब कुछ आसान रहा. हमने एक सेट में चार से अधिक गेम नहीं गंवाये. यहां हम पीछे चल रहे थे और हम थोडा सा सहम गये थे. यह इस तरह से था कि ओ माई गॉड, हम अच्छा नहीं खेल रहे हैं. हमें अभी तक इसकी आदत नहीं थी. हिंगिस ने जीत का श्रेय मैच के दौरान सानिया के पिता इमरान मिर्जा से मिले टिप्स को दिया. उन्होंने सानिया से कहा, आज वास्तव में कोचिंग ने पूरा पासा पलटा. आपके पापा कोर्ट पर आये. सबसे अहम बात यह रही कि हमने किसी भी यह समय यह सोचना बंद नहीं किया कि हमारी जोडी सर्वश्रेष्ठ है. उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन करके हमें 5-2 से पीछे कर दिया था.

अपने करियर का 43वां युगल खिताब जीतने वाली हिंगिस ने कहा, हमने इसके बाद मैच में बने रहने और मौके तलाशने पर ध्यान दिया. हमने पिछले सप्ताह की तरह प्रत्येक अंक पर ध्यान देकर मजबूती हासिल की. इस जीत से सानिया और हिंगिस रोड टु सिंगापुर युगल तालिका में नौवें से तीसरे नंबर पर पहुंच जाएंगी. जहां तक व्यक्तिगत युगल रैंकिंग का सवाल है तो सानिया विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने से केवल 145 अंक पीछे है.

इंडिया इंटरनेशनल एनिमेशन व कार्टून फिल्म फेस्टिवल का सफल आयोजन

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देश की राजधानी दिल्ली में 2 अप्रैल 2015 को शाम 6 बजे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के इंडिया इंटरनेशनल एनिमेशन एण्ड कार्टून फिल्म फेस्टिवल का परिचय एवं उदघोषणा समारोह आयोजित किया गया। ये कार्यक्रम पी.एस.एस.एमटेक मीडिया लिमिटेड द्वारा ‘द ललित’ होटल, बाराखम्बा रोड़, में आयोजित किया गया था। इस उदघोषणा और परिचय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में दिल्ली सरकार के उप शिक्षा मंत्री प्रवीण देशमुख ने फेस्टिवल आयोजक उदय शंकर तथा अंकूश नंदी को बधाई देते हुए कहा की एनिमेशन और कार्टून फिल्मों की दुनिया में कुछ भी हो सकता है वे हमें ‘आऊट ऑफ द बॉक्स’ सोचने के लिए तथा कुछ नया करते रहने के लिए प्रेरित करती हैं। इस मौके पर प्रवीण देशमुख ने ये भी कहा कि उनकी भी कार्टून फिल्मों में बचपन से ही रुचि रही है खासतौर से मोगली चरित्र उन्हें बहुत पंसद था। इस अवसर पर उप-शिक्षा मंत्री प्रवीण देशमुख ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार इस उत्सव के लिए आयोजकों की हर संभव मदद करेगी। साथ ही अपने कार्यकाल में उनका ये प्रयास रहेगा कि स्कूलों में भी बच्चों के लिए कार्टून और एनिमेशन जैसे रचनात्मक पाठयक्रम शामिल हों। इस अवसर पर प्रसिद्ध साहित्यकार तथा वृतचित्र निर्माता शरद दत्त ने भारत में कार्टून फिल्मों के निर्माण- इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये उत्सव कार्टून फिल्मों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान इंडिया इंटरनेशनल एनिमेशन एण्ड कार्टून फिल्म फेस्टिवल के ब्रैंड एम्बेसडर महशूर फिल्म अभिनेता जावेद ज़ाफरी ने अपना विशेष वीडियो बधाई संदेश भी भेजा था। इस संदेश में जावेद ने कहा की एनिमेशन की दुनिया में सब कुछ संभव है। और इस कला का मनोरंजन की दुनिया के साथ विज्ञान और आर्किटेक्चर की दुनिया में भी भरपूर इस्तेमाल हो रहा है। जावेद ने आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस उत्सव से भारतीय एनिमेटरस् और कार्टूनिस्टों को एक नई ऊर्जा और प्रोहत्साहन मिलेगा। इस मौके पर अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का पूरजोर समर्थन करने वाली महशूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने भी शिरकत की और उत्सव के आयोजकों को इस रचनात्मक कार्य के लिए बधाई दी। इस उदघोषणा उत्सव के दौरान ज्यूरी सदस्यों में शामिल सुप्रसिद्घ फिल्म निर्देशक एवं अभिनेता पंकज सुधीर मिश्रा, सुप्रसिद्ध लेखक निर्देशक और अभिनेत्री रजनी बासूमतारी, सुप्रसिद्ध चित्रकार और नृत्यांगना नुपूर कूंडु मौजूद रहे।

इंटरनेशनल एनिमेशन एण्ड कार्टून फिल्म फेस्टिवल भारत में अपनी तरह का अनूठा फिल्म उत्सव होगा जिसमें एमेच्योर कार्टूनिस्ट व एनिमेशन फिल्म निर्माता निर्देशकों के साथ-साथ विश्व भर के दिग्गज कार्टून फिल्मकारों की फिल्में शामिल होंगी। इन सभी फिल्मों में से बेहतरीन चुनिदा फिल्मों का प्रदर्शन इसी वर्ष सितम्बर महिने में आयोजित होने वाले इंडिया इंटरनेशनल एनिमेशन एण्ड कार्टून फिल्म फेस्टिवल के दौरान दिल्ली के विभिन्न थियेटरों में प्रदर्शित किया जायेगा। इस बीच फिल्मों की प्रविशिष्टियां स्वीकारने तथा उनके प्रदर्शन हेतू चयन की प्रक्रिया चलती रहेगी।

इस मौके पर कई जाने-माने कलाकारों, चित्रकारों, सहित्यकारों, विद्यार्थियों के साथ-साथ काफी संख्या में आमजन मौजूद रहे। इंडिया इंटरनेशनल एनिमेशन एण्ड कार्टून फिल्म फेस्टिवल के इस परिचय एवं उदघोषणा समारोह का संचालन बड़े ही रोचक अंदाज़ में रजनीश गर्ग ने किया। अंत में उत्सव के अध्यक्ष उदय शंकर ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापन सौंपा।




---प्रेमबाबू शर्मा​---

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (06 अप्रैल)

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नरकटियागंज सुमन विहार में सड़क निर्माण व नाली निर्माण कार्य की जाँच सम्पन्न
  • लोगांे ने डीएम से अपनी देखरेख में निर्माण पूरा कराने की मांग की

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) विकास कार्य के नाम पर किसी की जमीन को हड़प लेने के कार्रवाई पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद जिला शहरी विकास पदाधिकारी विद्यानन्द साह ने नरकटियागंज नगर परिषद के सुमन विहार में विकास कार्य के तौर पर नाली और सड़क निर्माण कार्य देखने पहुँचे। उल्लेखनीय है कि अवकाश प्राप्त एलएचभी लक्ष्मी सिन्हा की जमीन पर कतिपय लोग अपनी पहँुच के बदौलत जबरन नाली और सड़क बनाना चाहते हैं। उधर लवकुश कुमार कहते है कि उनकी निजी जमीन पर जबरन बिजली का खम्भा लगाया जा रहा है। सुमन विहार के प्रबुद्धजनों ने कहा कि नाली सड़क निर्माण में भी पूर्ण पारदर्शिता बरती जानी चाहिए। उधर सुमन विहार के लोगों ने एक सामूहिक आवेदन जिला पदाधिकारी को प्रेषित किया है। जिसमें वर्णित है कि सुमन विहार में बनाया जा रहा नाला और पीसीसी सड़क निर्माण व सड़क उँचीकरण कार्य जो डाॅ.लक्ष्मी सिन्हा के घर से शाहनवाज रिजवान के घर तक किया जाना है। डाॅ. लक्ष्मी सिन्हा ने आवेदन पर पूरे मामले की देखरेख करने पहुँचे शहरी विकास पदाधिकारी विद्यानन्द ने मामले की जाँचकर ली है और अपना प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी को सौंपेंगे। उधर सुमन विहार के सात दर्जन से अधिक लोगांे ने फैक्स संदेश भेजकर जिला पदाधिकारी से अपनी देखरेख में सड़क निर्माण कराने की मांग की है। मुहल्ला के लोगांे ने निर्माण कार्य को सही ढंग से संपादित कराने की मांग करने वाली श्रीमती सिन्हा के मांग को गुमराह करने वाला करार दिया है।

पत्रकार को धमकी मामले में शिकारपुर थाना में आवेदन, छानबीन जारी

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय शिकारपुर थानाक्षेत्र में पुलिस की लापरवाही से पत्रकारों पर आए दिन हमले हो रहे है। प्राथमिकी दर्ज कर लिए जाने के बाद पुलिस अपने कत्र्तव्यों की ईतिश्री समझ ले रही है। गौरतलब है कि पत्रकार हितेन्द्र प्रताप शाही ने शिकारपुर थाना काण्ड संख्या 39/15 दर्ज कराया। जिसके तीन माह बीतने को है, पुलिस अंचल के निरीक्षक ने अपने पर्यवेक्षण प्रतिवेदन नहीं भेजा। बकौल हितेन्द्र प्रताप शाही उनके गवाह पुलिस अंचल कार्यालय पहुँचे, लेकिन निरीक्षक दो घंटा तक नहीं पहुँचे और गवाह वापस लौट गये। इतना ही नहीं पत्रकारों को धमकी देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इधर हितेन्द्र प्रताप शाही ने बताया कि उन्हें अनुमण्डल पदाधिकारी नरकटियागंज के अंगरक्षक संजय पाण्डेय ने मोबाईल से अपने आवास पर बुलाकर काण्ड संख्या 39/15 को उठा लेने (मामला वापस कर लेने) की धमकी दी अन्यथा परिणाम भुगत लेने की चेतावनी दी हैं। इस बावत पत्रकार श्री शाही ने शिकारपुर थाना में एक आवेदन दिया है। उल्लेखनीय है कि पत्रकार मंजय लाल सत्यम के साथ बिचैलियों ने जून 2014 में दुव्र्यवहार किया जिसकी प्राथमिकी दर्ज हुई किन्तु 10 माह बाद भी पुलिस ने पीडि़त पत्रकार का बयान दर्ज नहीं किया। हितेन्द्र प्रताप शाही ने आवेदन की प्रतिलिपि जिला पदाधिकारी बेतिया और पुलिस कप्तान बेतिया को प्रेषित किया है।

सरकारी अस्पताल परिसर सोलिंग कार्य मंे प्रयुक्त हो रहा घटिया ईंट, आक्रोश संवाददाता

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज सरकारी अनुमण्डल अस्पताल मंे चल रहे ईंट सोलिंग कार्य में घटिया किस्म की ईंट का उपयोग किया जा रहा है। नरकटियागंज सरकारी अस्पताल परिसर बरसात के समय जल जमाव व कीचड़मय हो जाता है। इस विकट परिस्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने सरकारी अस्पताल को स्वच्छ बनाने के लिए, मिट्टी भराई और ईंट सोलिंग का काम प्रारंभ कर दिया है। शहर व क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करने वाला अस्पताल जल जमाव व कीचड़ से परेशानहाल रहता आया है। यदि इस कार्य में समुचित मिट्टी और ईंट का प्रयोग हो तो कितना अच्छा होता। किन्तु अस्पताल परिसर में लगाये जा रहे ईंट की गुणवत्ता काफी कम है जिससे ईंट सोलिंग जनहित में उचित्त नहीं हो रहा हैं। इस बावत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डीएन ठाकुर के नरकटियागंज में नहीं रहने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी हैं। अस्पताल परिसर पहुँचे संवाददाताओं के पूछे जाने पर कामगारों ने बताया कि उपर्युक्त कार्य में प्रहलाद जी नामक व्यक्ति का हस्तक्षेप हैं। अब देखना यह है कि सरकारी अस्पताल के ईंट सोलिंग कार्य में सही ईंट का उपयोग किया जाएगा अथवा फिर वही बात होगी।

मंच साझा करना, विचारधारा स्वीकारना नहीं : अजीम प्रेमजी

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विप्रो प्रमुख अजीम प्रेमजी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मंच को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ साझा किया, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि किसी के मंच को साझा करने का मतलब उसकी विचारधारा को स्वीकारना नहीं है। प्रेमजी यहां संघ से जुड़े राष्ट्रीय सेवा भारती के शुरू हुए ‘राष्ट्रीय सेवा संगम’ नामक तीन दिवसीय सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे। संगम में अपने संबोधन में उन्होंने कहा, भागवतजी ने जब मुझे यहां आने का निमंत्रण दिया तो कई लोगों ने आशंका जताई कि यहां मेरा आना संघ की विचारधारा स्वीकार करना माना जाएगा, लेकिन मैंने यह राय नहीं मानी। मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि किसी का मंच साझा करना उसकी विचारधारा को पूर्णत: स्वीकार करना नहीं है। उन्होंने कहा कि वह यहां आकर खुश हैं। प्रेमजी ने कहा कि संघ के समाज सेवी संगठनों ने महान कार्य किए हैं और वह उसका सम्मान करते हैं।

अपने संबोधन में उन्होंने भ्रष्टाचार से हर स्तर पर लड़ने का आह्वान किया और महिलाओं, बच्चों तथा वंचित वर्गों के लिए उत्थान के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने गरीबी हटाने के लिए भी काम करने को कहा। विप्रो प्रमुख ने देश निर्माण के लिए शिक्षा की जरूरत बताई और शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि शिक्षा पर जो ध्यान दिया जाना चाहिए, उतना नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा विकास क्षमता बढ़ाती है और समाज को बेहतर बनाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा लाभ कमाने के लिए नहीं होनी चाहिए, खासकर प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा। उन्होंने भारत में शिक्षा का बजट बहुत कम होने पर भी निराशा जताई। प्रेमजी के अलावा संघ के इस मंच को जीएमआर समूह के जीएम राव और एस्सेल ग्रुप के प्रमुख सुभाष चन्द्रा ने भी साझा किया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (06 अप्रैल)

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मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम का शुभांरभ आज

शिशुओं के सम्पूर्ण टीकाकरण के लिए क्रियान्वित मिशन इन्द्रधनुष का शुभांरभ कार्यक्रम सात अपै्रल को आयोजित किया गया है। उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ नरोत्तम मिश्रा होंगे। अध्यक्षता जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत करेंगेे। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी और स्थानीय विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे। मिशन इन्द्रधनुष का शुभांरभ कार्यक्रम जालोरी गार्डन में सायं साढे़ चार बजे से प्रारंभ होगा।

आदर्श बनें अधिकारी अधीनस्थों के लिए-कलेक्टर श्री ओझा

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कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आज टीएल बैठक के दौरान समस्त जिलाधिकारियों से कहा कि वे अधीनस्थ अधिकारी, कर्मचारियों के लिए आदर्श के रूप में जाने जाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को विभागों के माध्यम से योजनाओं के क्रियान्वयन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है वह जमीनी हकीकत पर आधारित हो।कलेक्टर श्री ओझा ने हितग्राहीमूलक योजनाओं एवं कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने वाले विभागों के अधिकारियों से कहा कि आगामी बैठक में विभागवार, योजनावार प्रदेश स्तर पर वित्तीय वर्ष समाप्ति उपरांत प्रगति मानक की स्थिति की हार्ड काॅपी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। 

समितियों का गठन
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिला पंचायत एवं जनपद पंचायतों में विभिन्न प्रकार की जो समितियां गठित की जाती है की कार्यवाही नौ अपै्रल को एक साथ जिला पंचायत एवं समस्त जनपद पंचायतों में सम्पन्न कराई जाए। 

सतर्कता मूल्यांकन की बैठक
कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि स्थानीय सांसद एवं केन्द्रीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज  की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सतर्कता मूल्यांकन समिति की बैठक 11 अपेै्रल को आयोजित की गई है। उन्होंने बैठक के संबंध में आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। 

उपार्जन कार्य
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से गेहूं क्रय करने हेतु जिले में 125 उपार्जन केन्द्र बनाए गए है। उन्होंने सभी केन्द्रों पर उपार्जन कार्य शीघ्र प्रारंभ हो के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। 

स्कूलों में प्रबंधन के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा ने जिला शिक्षा अधिकारी और डीपीसी को निर्देश दिए कि आगामी शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के पूर्व जिले के सभी शासकीय स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। जिसमें मुख्य रूप से सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय की व्यवस्थाओं के अलावा कन्या स्कूलांें एवं छात्रावासों में बाउण्ड्रीवाल बनाएं जाने की कार्यवाही शत प्रतिशत क्रियान्वित हो। 

पंजी संधारण
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्राप्त होने वाले पत्रों के लिए प्रत्येक कार्यालय में एक-एक पंजी संधारण पुस्तिका बनाई जाए जिसमें पत्र प्राप्त होने की तारीख और पत्र में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में विभागीय अधिकारी का अभिमत अंकित किया जाए। टीएल बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण के प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। कलेक्टेªट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री आरपी अहिरवार, संयुक्त कलेक्टर सुश्री माधवी नागेन्द्र समेत समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

उपार्जन स्थल में परिवर्तन

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने वर्ष 2015-16 के लिए चयनित खरीदी केन्द्र प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित धमनोदा शाखा बर्रो में उपार्जन कार्यो के लिए पर्याप्त स्थल एवं सुविधाओं की पूर्ति ना होने के कारण किसानों की समस्याओं को ध्यानगत रखते हुए उनके द्वारा नवीन खरीदी केन्द्र परिसर ग्रन्ट केदारनाथ में उपार्जन कार्य प्रारंभ करने के आदेश जारी कर दिए गए है। प्रभारी जिला अधिकारी श्रीमती नेहा भारती ने जानकारी देते हुए बताया है कि उक्त आदेश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बेैंक विदिशा एवं क्षेत्रीय कनिष्ठ आपूर्ति के द्वारा दिए गए अभिमत एवं प्रस्ताव के आधार पर जारी किया गया है। उपार्जन केन्द्र से संबंधित कृषकों को नवीन स्थल की जानकारी देने के भी निर्देश संबंधितों को जारी किए गए है।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री का दौरा कार्यक्रम

प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुर्नवास एवं संसदीय कार्य मंत्री डाॅ नरोत्तम मिश्रा सात अपै्रल को विदिशा आएंगे। डाॅ मिश्रा का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार सात अपै्रल मंगलवार की दोपहर 3.30 बजे भोपाल से विदिशा के लिए कार द्वारा प्रस्थान कर सायं 4.15 बजे विदिशा के सर्किट हाउस में पहुंचने के उपरांत 4.30 बजे मिशन इन्द्रधनुष के शुभारंभ कार्यक्रम जो जालोरी गार्डन में आयोजित है में शामिल होंगे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री मिश्रा शाम 5.30 बजे विदिशा से भोपाल के लिए रवाना होंगे।

टीकाकरण में मध्यप्रदेश राष्ट्रीय औसत से आगे

  • प्रदेशव्यापी मिशन इन्द्रधनुष्ज्ञ की शुरूआज सात अपै्रल से
  • मुख्यमंत्री श्री चैहान द्वारा सभी सरपंच एवं महापौर से भाग लेने का आग्रह

बच्चों का टीकाकरण कर उनका जीवन बचाने के मिशन इन्द्रधनुष की प्रदेशव्यापी शुरूआज सात अपै्रल को विदिशा जिले से हो रही है। मिशन इन्द्रधनुष एक-एक सप्ताह के चरण में संचालित किया जाएगा। इसके अंतर्गत दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाएंगे। दूसरा चरण सात मई, तीसरा चरण सात जून और चैथा चरण सात जुलाई को होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने आज मंत्रालय में मिशन इन्द्रधनुष की रणनीति की समीक्षा करते हुए सभी जिलों में टीकाकरण से जुड़े विभागीय अमले को प्रशिक्षण देने और टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि बच्चों और माताओं के जीवन की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के माध्यम से हर बच्चे का जीवन सुरक्षित करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने सभी सरपंचों और महापौरो से आग्रह किया है कि वे मिशन इन्द्रधनुष में पूरी सक्रियता से भाग लें और सुनिश्चित करें कि हर बच्चे को सभी सात टीके अनिवार्य रूप से लग जाएं। उन्होंने कहा कि इस अभियान से हर नागरिक और माता-पिता का जुड़ना ही इसकी सबसे बडी सफलता होगी। उन्होंने कहा कि वे स्वंय भी टीकाकरण अभियान में शामिल होंगे और अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे। अभिभावकों के सक्रिय सहयोग से टीकाकरण में मध्यप्रदेश देश में सबसे अग्रणी राज्य बनेगा। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में टीकाकरण का प्रतिशत 66.4 है जो राष्ट्रीय औसत 65 प्रतिशत से ज्यादा है। इस अभियान से 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की रणनीति बनाई गई है। बैठक में बताया गया कि राज्य स्तरीय टीकाकरण की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है। हर जिले में घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से दो वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर ली गई है। बैठक में बताया गया कि जागरूकता एवं सूचना के अभाव में 64 प्रतिशत बच्चे टीकाकरण से वंचित रह जाते है। इसीलिए मिशन इन्द्रधनुष में पहुंचविहिन क्षेत्रों में भी टीकाकरण के सत्र करने की रणनीति बनाई गई है। मिशन इन्द्रधनुष के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में 201 जिले में चुने है जिनमें मध्यप्रदेश के उच्च प्राथमिकता वाले 15 जिले अलीराजपुर, अनूपपुर, छतरपुर, दमोह, झाबुआ, मंडला, पन्ना, रायसेन, सागर, सतना, टीकमगढ़, शहडोल, उमरिया और विदिशा शामिल किए गए है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक कदम आगे बढ़ते हुए शेष जिलों में भी मिशन इन्द्रधनुष की शुरूआज हो रही है।बैठक मेेें स्वास्थ्य मंत्री डाॅ नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीर कृष्ण एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

तैयारियों का जायजा

विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री आरपी अहिरवार ने मिशन इन्द्रधनुष के क्रियान्वयन हेतु उपखण्ड क्षेत्र मंे की गई तैयारियों की बिन्दुवार समीक्षा आज की। विदिशा जनपद पंचायत के सभागार कक्ष में हुई इस बैठक में तहसीलदार श्री रविशंकर राय जनपद सीईओ श्री उपेन्द्र सिंह सेंगर, टीकाकरण अधिकारी डाॅ निर्मला तिवारी समेत अन्य चिकित्सकगण और महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला मौजूद था। उपखण्ड अधिकारी श्री अहिरवार ने कहा कि मिशन इन्द्रधनुष का उद्धेश्य है कि ऐसे बच्चे जिन्हें अब तक सात प्रकार की बीमारियों से बचाएं जाने हेतु लगाए जाने वाले टीका किन्ही कारणों से लगाया नही गया है। उन्हें मिशन अवधि में अनिवार्य रूप से सम्पूर्ण टीके लगाए जाएं। उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में मुनादी करने, डोर-टू-डोर सर्वे करने, चेक लिस्ट तैयार करने की जबावदेंही संबंधितों को सौंपी। श्री अहिरवार ने कहा कि इसके लिए बकायदा टीमे गठित की जाए। प्रत्येक टीम में पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनबाडी कार्यकर्ता, पटवारी, कोटवार, संबंधित शिक्षक के अलावा ग्राम के गणमान्य नागरिक को शामिल किया जाए। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए पृथक स्तर पर कार्ययोजना तैयार कर उसका क्रियान्वयन किया जाए। उपखण्ड अधिकारी श्री अहिरवार ने कहा कि बच्चों को टीकाकरण करने वाला अमला पूर्ण प्रशिक्षित हो और जिस दवा का उपयोग किया जाना है उसका सावधानी पूर्वक परिवहन किया जाए। टीकाकरण करने वाले अधिकारी, कर्मचारी टीका लगाने से पहले दवा उपयोग करने लायक है कि नही का बारीकी से परीक्षण करें। तदोपरांत टीके लगाए। सम्पूर्ण अनुविभाग क्षेत्र को चार जोनो में बांटा गया है। अभियान की सुपर माॅनिटरिंग के लिए भी उनके द्वारा दल गठित किए गए है। उन्होंने कहा कि अभियान में जनभागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए अभियान की तिथियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। श्री अहिरवार ने कहा कि जिन बच्चों को अभियान अवधि के दौरान जो भी टीके लगाए जाते है उन बच्चों की मानिटरिंग स्थानीय आंगनबाडी कार्यकर्ता संबंधित बच्चों के घर जाकर करें। उन्होंने कहा कि टीके लगने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोई बच्चा बीमार ना हो। इस दौरान बतलाया गया कि मिशन इन्द्रधनुष माह क्रमशः अपै्रल, मई, जून, जुलाई की साप्ताहिक तिथियां क्रमशः 7 से 14 तारीख के मध्य चरणबद्व रूप में किया जाएगा।

श्रमदान जारी

बेतवा नदी को स्वच्छ बनाने के लिए बेतवा उत्थान समिति और जिले के गणमान्य नागरिकों के द्वारा हर रोज प्रातःकाल श्रमदान किया जा रहा है। आज चरण तीर्थ पर श्रमदानियों ने श्रमदान किया जिसमें विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री आरपी अहिरवार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा, एसएटीआई स्टाफ ने श्री गोलिया के नेतृत्व में श्रमदान में सहभागिता निभाई।  इस अवसर पर बेतवा उत्थान समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य, पत्रकारों ने भी श्रमदान किया।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 अप्रैल)

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दिनदयाल प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाया भाजपा का स्थापना दिवस
  • नगर के सभी वार्डो में चलाया सक्रिय सदस्यता महाअभियान 

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झाबुआ---आज ही के दिन 6 अप्रेल1980 को भारतीय जनता पार्टी ने अपना आकार लिया था 35 साल पुरानी यह राजनैतिक पार्टी आज की स्थिति में विष्व की सबसे बडी राजनैतिक पार्टी बनने का गौरव हांसिल कर चुकी है । 1 नवम्बर 2014 से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत षाह ने भाजपा के सदस्यता अभियान का श्रीगणेष किया । व पूरे देष में पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ चमत्कारिक रुप से बढा और चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से भी बडा राजनैतिक दल बन चुका है एवं विष्व का सबसे बडा राजनैतिक दल होने का गौरव हांसील करचुका है ।भाजपा का सघन सदस्यता अभियान 31 मार्च को पूरा हो चुका है किन्तु पार्टी ने कई सक्रिय कार्यकर्ताओं को दायित्व सौप कर इस अभियान में अधिक से अधिक सक्रिय सदस्य बनाये जाने का भार सौपा है  इस तरह 30 अप्रेल तक विषेष  सदस्यता अभियान जिले के सभी मंडलों में चलाया जारहा है । उक्त उदगार जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने सोमवार को स्थानीय राजगढ नाका स्थित पण्डित दिनदयाल उपाध्याय के प्रतिमा पर माल्यार्पण के पूर्व उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं । भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार के नेतृत्व में राजगढ नाका स्थित पण्डित दिनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा स्थल पर भाजपा का स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया । इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दुबे के अलावा विधायक शांतिलाल बिलवाल,नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, दौलत भावसार, कल्याणसिंह डामोर, नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार, राजेन्द्र सोनी, बबलु सकलेचा, छितूसिंह जी, संजय शाह, संजय सोनी,गोपालषर्मा, सईदुल्लाखान, विमलदाणी, पण्डित महेन्द्रकुमार तिवारी, सुजम्मिलखान, कन्हैयालाल लाखेरी, अनील महोबिया, मनमोहनषाजह, श्री दवाण्डेभाउ, सुनील कटारिया,श्रीमती जमुनावाखला, श्रीमती निर्मला अजनार सहित बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारी उपस्थित थे तथा पण्डित दिनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्र्यापण किया गया । जिला भाजपा अध्यक्ष एश्री दुबे ने इस अवसर पर बताया कि झाबुआ नगर के सभी 18 वार्डो में सोमवार को भाजपा स्थापना दिवस के अवसर पर घर घर जाकर लोगों को सक्रिय सदस्य बनाया जारहा है । इसी कडी में जिला भाजपाध्यक्ष, विधायक श्री बिलवाल एवं पार्टी पदाधिकारियों ने गोपाल कालोनी से सक्रिय सदस्य बनाने का अभियान षुरू किया । तथा सभी उपस्थितों ने सांेमवार को ही एक दिन में 21 सकिय सदस्य बनाने का संकल्प लिया । श्री दुबे एवं विधायक ने गोपाल कालोनी में भ्रमण के दौरान श्रीमती हेमाषाह द्वारा 100 से अधिक सदस्य बनाये जाने के फार्म प्राप्त कर उनको धन्यवाद ज्ञापित किया । श्री दुबे ने बताया कि जिले के सभी भाजपा मंडलों में आज भाजपा के स्थापना दिवस को मनाया गया तथा हम अपने लक्ष्य को आज ही पूरा कर रहे है । उन्होने बताया कि नगर मंडल को 150 सक्रिय सदस्य बनाये जाने के विरुद्ध आज से पूर्व तक 125 सक्रिय सदस्य बन चुके है तथा 25 सक्रिय सदस्यों का लक्ष्य आज ही पूरा हो रहा है  इस तरह नगर मंडल में सक्रिय सदस्यता अभियान की उपलब्धि सराहनीय हो गई है ।

लापता बालक को बाल कल्याण समिति ने परिजनों को सुपुर्द किया

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झाबुआ---मेघनगर रेलवे स्टेषन पर शनिवार की प्रातः संदिग्ध स्थितियों में मिले 13 वर्षीय बालक को रविवार को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया । बालक  को जीआरपी ने बाल कल्याण समिति को सौपा था । बाल कल्याण समिति ने उसके परिवार के बारे में पता गलाया और खबर दी । रविवार को मुंबई से बच्चे के मामा और अन्य रिष्तेदार पहूंचे । बच्चें ने उन लोगों को रिष्तेदार के रूप  में षिनाख्त की । वो मुंबई से आए थे । समिति ने उनके क्षेत्र के विधायक और बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष से बात कर जानकारी ली । पहचान के प्रमाण भी चैक किये गये । प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह 9 बजे जीआरपी को ये बालक मिला था । पूछताछ में उसने अपना नाम मोहम्मद उमर रफीक निवासी डिवरी पोस्ट मुलानाचक थाना नालंदा  जिला इस्लामपुर बिहार बताया । उसने बताया कि वो जयपुर में अपनी बुआ के यहां  रहता हैै । आगे की पढाई के लिये मुंबई अपने मामा के पास पिता के मित्र पिंटू के साथ जा रहा था । रास्ते में उनका साथ छूट गया और वो मेघनगर स्टेषन पर उतर  गया। जीआरपी  ने बाल कल्याण समिति को इसकी खबर दी । समिति ने बालक द्वारा बताये गये मोबाईल नंबरों पर काॅल किया । कुर्ला  मुंबई मे रहने वाले उसके मामा मोहम्मद मजर शेख  और अजय सैयद से बात हुई । दोनों ने बच्चे के लापता होने की जानकारी दी । शनिवार शाम ही मजर शेख और एक अन्य रिष्तेदार मेघनगर पहूंच गये । बाल कल्याण समिति ने बच्चें से दोनों रिष्तेदारों की पहचान करने को कहा । बालक ने बताया कि दोनों उसके मामा है । मां की मानसिक स्थिति नही होने से वो ही परिवार का ध्यान रखते है । अभी तक बुआ के यहां जयपुर मे पढाई कर रहा था । अब मामा के यहां मुंबई  मे रह कर पढना था । उसकी दोनो छोटी बहिने भी  वही रहती है । समिति ने कुर्ला मुंबई के विधायक सुनील षिंदे से चर्चा की । रिष्तेदारों की व्यक्तिगत पहचान की तस्दीक होने के बाद रविवार को बालक को सौपा गया । इस दौरान बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायक शांतिलाल बिलवाल, सदस्य संजय मिश्रा, बबलू सकलेचा आरएस बघेल आदि उपस्थित थे ।

ग्ेाल इडिया ने मंेघावी छात्रो को दी छात्रवृती

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पिटोल - मेघावी छात्रौ को छात्रवृति वितरण प्रतीवर्षानूसार इस बार भी हायर सेकेण्डरी स्कुल पिटोल में गेल इण्डीया लिमीटेड द्वारा 8 वी से 12 वी तक के 20 मेघावी छात्रौ को छात्रवृति प्रदान कि गई। 8 वी छात्रौ को 3 हजार , 9 वी एवं 10 वी के  छात्रौ केा 3600 एवं 11 वी एवं 12 वी के छात्रो को 4200 रू प्रदान किये गये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यापालक अधिकारी श्री धनराजू एवं गेल इण्डीया के महा प्रबन्धक श्री असीन प्रसाद , गेल इण्डीया के वरिष्ठ प्रबन्धक श्री एस पी रेड्डी के साथ संस्था के प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ मौजूद थे।

राज्यस्तरीय वैष्य सम्मेलन में जिले ने लिया भाग

झाबुआ---राज्य स्तरीय वैष्य महासम्मेलन भोपाल में संपन्न हुआ जिसमें वैष्य समाज को संगठित करने की बात कहीं । मध्यप्रदेष में वैष्य समाज 346 तहसील में सदस्यता अभियान पूर्ण कर चुका है ।  भविष्य में  पंचायत स्तर पर वैष्य समाज को संगठित करने का कार्य प्रतिनिधियों द्वारा किया जावेगा । सम्मेलन में मध्यप्रदेष के तहसील अध्यक्ष व पदाधिकारीगण उपस्थित थे । झाबुआ जिलाध्यक्ष निर्मल अग्रवाल तहसील अध्यक्ष मेघनगर के विनोद बाफना,रानापुर के गंभीरमल राठी, पेटलावद के प्रबोध मोदी, झाबुआ से संतोष नाकोडा व प्रवीण रूनवाल,कैलाष श्रीमाल, प्रेमप्रकाष कोठारी, अमीत जैन, आदि ने सहभागिता की ।

आम्र्स एक्ट मे फरार स्थाई वारंटी गिरफ्तार 
         
झाबुआ--पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि पुलिस थाना कोतवाली झाबुआ के द्वारा स्थाई वारंटी शरद पिता गोकुल प्रसाद शर्मा निवासी राधाकृष्ण मार्ग झाबुआ, जो कि फौ0मु0न0 18/10 धारा 25-बी आम्र्स एक्ट में फरार चल रहा था, कोे गिरफतार किया गया। स्थाई वारंटी को थाना कोतवाली झाबुआ में पदस्थ प्र0आर0 227 नरेन्द्र द्वारा गिरफ्तार किया गया।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (06 अप्रैल)

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चालंग गांव में अफसरों और आला सियासी नेताओं के परिजनों ने नाम दर्ज हैं जमीनें, मुंबई की आदर्श सोसायटी की राह पर पनाश वैली
  • पूर्व सीएम खंडूड़ी के परिजनों के नाम भी जमीन, दून के डीएम रहे चंद्रेश यादव के नाम दो प्लाट
  • आईएएस सारंगी और राजेश भूषण भी शामिल, आईएफएस विनोद फोनिया ने भी खरीदी जमीन

देहरादून,6 अप्रैल(निस) । शहर का पनाश वैली प्रोजेक्ट जमीन की कथित गड़बड़ियों को लेकर खासा चर्चा में है। इस प्रोजेक्ट की अधिकांश जमीन पहाड़ की तलहटी के राजस्व गांव चालंग में ही है। इस गांव के राजस्व अभिलेखों की पड़ताल की पता चला कि यहां तो तमाम रसूखदारों ने जमीनें खरीदी हैं। भाजपा और कांग्रेस के आला सियासी नेताओं के परिजनों की जमीनें यहां है तो सत्ता में अपनी पकड़ के दौरान अफसरों ने भी खूब खरीददारी की। अहम बात यह है कि इन रसूखदारों से जमीन की रजिस्ट्री बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर कराई है। माना जा रहा है कि अगर इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो तो यह घोटाला मुंबई के आदर्श सोसायटी घोटाले से कम साबित नहीं होगा। यूं तो सियासी लोगों के परिजनों और अफसरों के जमीन खरीदने से किसी कानून का उल्लघंन नहीं होता है। लेकिन अगर किसी विवादित प्रोजेक्ट में जमीन खरीदने वाले रसूखदारों की फेरहिस्त लंबी हो तो कहीं न कहीं शक की गुंजाइश तो बनती ही है। अहम बात यह भी है कि यह पनाश वैली प्रोजेक्ट पिछले कई सालों से बार-बार सुर्खियों में आता रहता है और कुछ दिन के हो-हल्ले के बाद प्रोजेक्ट पर फिर से काम शुरू हो जाता है। बताया जा रहा है कि विवाद शुरू होते ही प्रोजेक्ट के कर्ताधर्ता सक्रिय हो जाते हैं और सत्ता पर काबिज लोगों की परिक्रमा शुरू कर देते हैं। फिर कुछ डील होती है और प्रोजेक्ट की जमीन प्रभावशाली और सत्ता में पकड़ रखने वाले लोगों के नाम बतौर खरीददार दर्ज हो जाती है। इसके बाद ही मामला ठंडा हो जाता है। इस प्रोजेक्ट को इस बार लंबा झटका मिलता दिख रहा है। जांच पर जांच हो रही हैं और एमडीडीए ने मानचित्र निलंबित करके प्रोजेक्ट का काम रुकवा दिया है। इस पनाश वैली प्रोजेक्ट वाले गांव चालंग के राजस्व अभिलेखों की पड़ताल की। अब तक की पड़ताल में एक चैकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। सूबे में भाजपा की सरकार के रहते तत्कालीन मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी के दामाद और आईएएस अफसर राजेश भूषण के साथ ही उनकी एक रिश्तेदार देवयानी भूषण, कुमारी रीतू खंडूड़ी, आईएफएस अफसर विनोद फोनिया, उस वक्त के सबसे ताकतवर नौकरशाह प्रभात कुमार सारंगी, दीपाली फोनिया ने इसी चालंग गांव में जमीनें खरीदी हैं। इस सूची में देहरादून के जिलाधिकारी रहे व वर्तमान में सूचना महानिदेशक आईएएस अफसर चंद्रेश यादव का नाम भी शामिल है। कांग्रेस की बात करें तो आरती रावत और अनुपमा रावत ने भी इस चालंग गांव में जमीन खरीदी है। इस जमीन को खरीदने के बाद दीपाली फोनिया ने इसे बाद में बेच दिया। इसी तरह से आईएएस अफसर प्रभात सारंगी ने भी अपने नाबालिग पुत्र माधव सारंगी के नाम से खरीदी गई जमीन को बेच दिया है। बहरहाल, न्यूज वेट की अब तक की महज खसरों की पड़ताल से यही नाम सामने आए है। अन्य खातों में और दूसरे रसूखदारों के नाम शामिल होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इन नामों को देखकर ही अंदाज लगाया जा सकता है कि पनाश वैली के प्रबंध तंत्र की सत्ता के गलियारों में कितनी गहरी पकड़ है और क्यों बार-बार की जांच के बाद भी इस प्रोजेक्ट पर अब तक कोई सख्त एक्शन नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि प्रबंधन मौजूदा जांच से बचने की जुगत में लगा हुआ है।

कौडियों के मोल खरीदी जमीन
चालंग गांव की जमीन बेशकीमती है। लेकिन इन रसूखदारों को कौड़ियों के मोल दी गई है। अगर बाजार मूल्य 25 से 30 लाख का रहा होगा तो रजिस्ट्री में इसकी कीमत दो से तीन लाख ही दर्शाई गई है। अगर इन जमीनों की रजिस्ट्री में इस्तेमाल किए स्टांप की ही जांच कर ली जाए तो साफ होगा कि किस तरह से जमीन को कौड़ियों के मोल बेच दिया गया। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि रजिस्ट्री के वक्त स्टांप शुल्क की गणना सर्किल रेट से की जाती है। बताया जा रहा है कि ये जमीनें बाजार मूल्य की बात को छोड़ भी दें तो सर्किल रेट से भी काफी कम कीमत पर बेची गई हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर विक्रेता की ऐसी कौन सी कमजोर नस दबी है, जिसकी वजह से इतने कम पैसे में जमीन दी गई है।

मास्टर प्लान में लैंड यूज चेंज
सूत्रों का कहना है कि चालंग गांव की तमाम जमीन का लैंड यूज देहरादून महायोजना 2005-2025 में परिवर्तित किया गया है। माना जा रहा है कि बिल्डर की सुविधा के लिहाज से ही मास्टर प्लान में बदलाव किया गया है। अगर रसूखदारों के नाम हुई रजिस्ट्री और लैंड यूज चेंज की तारीखों का मिलान किया जाए तो साफ दिखेगा कि कहीं न कहीं दाल में काला है।

ये हैं पनाश वैली के रसूखदार खरीददार
नाम               खसरा संख्या                     कुल जमीन
राजेश भूषण         970                          499 वर्ग मीटर
प्रभात सारंगी         193                          499 वर्ग मीटर
राजेश भूषण        1029                          502 वर्ग मीटर
देवयानी भूषण                                             502  वर्ग मीटर
विनोद फोनिया      ---                                  337 वर्ग मीटर
रीतू खंडूड़ी         1029                           335 वर्ग मीटर
माधव सारंगी      1034                            335 वर्ग मीटर
माधव सारंगी     1034                             167 वर्ग मीटर
दीपाली फोनिया   -----                                  335 वर्ग मीटर
आरती रावत      624                             502 वर्ग मीटर
अनुपमा रावत     625                             625 वर्ग मीटर
चंद्रेश यादव       872                            220 वर्ग मीटर
चंद्रेश यादव       873 ख                                  220 वर्ग मीटर
(दीपाली फोनिया के साथ ही माधव सारंगी के नाम से खरीदे गए प्लाट बेच दिए गए हैं। खबर का श्रोत देहरादून राजस्व विभाग की वेबसाइट है। सभी आंकड़े इसी वेबसाइट से लिए गए हैं।)

वारदात के मास्टर माइंड की तलाश के बगैर मुकाम तक नहीं पहुंच सकती जांच, रूबी प्रकरणः हकीकत से कोसों दूर पुलिस
  • महिला की अचानक खामोशी भी खड़े कर रही सवाल, किसके दबाव में जांच के नाम पर हो रही खानापूरी
  • एक सप्ताह बाद भी एक कदम नहीं बढ़ सकी जांच

देहरादून,6 अप्रैल। लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी में घुसपैठ के मामले में पुलिस एक सप्ताह बाद भी वहीं खड़ी है, जहां पहले रोज थी। इस वारदात के मास्टर माइंड की तलाश भी अभी पूरी नहीं हो सकी है। फिर रूबी के तेवरों में आया बदलाव भी किसी बड़े खेल की ओर इशारा कर रहा है। इस अहम मामले में अकादमी की ओर से पहली एफआईआर 29 मार्च को दर्ज कराई गई थी। एक सप्ताह बाद में पुलिस के पास जांच के नाम पर इसी एफआईआर के तथ्य हैं। आरोपी महिला से चार दिन की पूछताछ में भी पुलिस कुछ ऐसा नहीं कर सकी, जिससे लगे कि जांच किसी मुकाम की ओर पहुंच रही है। पुलिस अभी तक यह भी पता नहीं लगा सकी है कि रूबी के अकादमी में रहने के पीछे असली मकसद क्या था और कौन-कौन लोग उसके मददगार थे। पुलिस ने बस अकादमी की ओर से दर्ज एफआईआर के आधार पर ही रूबी को गिरफ्तार किया। पुलिस की कहानी अदालत को भी प्रभावित नहीं कर सकी। शायह यही वजह रही कि अदालत ने पुलिस की ओर से की गई रिमांड की मांग मंजूर करने की वजाय रूबी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अब पुलिस नए सिरे से रिमांड की मांग कर रही है। जो पुलिस को मात्र चार दिन का मिला है। हां, इस एक सप्ताह में पुलिस को एक बड़ी सफलता रूबी के रुख को नरम करने के रूप में जरूर मिली। रूबी ने कोर्ट में सब कुछ पुलिस की कहानी के अनुसार ही दोहरा दिया। पहले उप निदेशक सौरभ जैन पर फर्जी आई कार्ड देने का आरोप लगाने वाली रूबी अब कह रही है कि कार्ड उसने खुद ही बनावाया है। पुलिस की इस कहानी में भी कोई दम नजर नहीं आ रहा है कि आईएएस न बन पाने की वजह से उसने फर्जी आईएएस बनने के लिए ऐसा किया। अगर ऐसा है तो पुलिस को इस बात का जवाब भी खोजना होगा कि आखिर अकादमी में अंदर रहने के पीछे उसका मकसद क्या था। जाहिर है कि पुलिस की जांच इस घटनाक्रम की हकीकत से अभी भी कोसों दूर नजर आ रही है। इस वारदात को अंजाम देने वाला मास्टर माइंट कौन है, इसका जवाब भी पुलिस को खोजने होगा। आखिर किसके कहने पर रूबी ने पहले सौरभ जैन का नाम लिया और फिर बाद में आधे आरोप खुद ही अपने मत्थे मढ़ लिए। माना जा रहा है कि यह केस पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। इसमें एक तरफ एक संस्थान की साख को बट्टा लग रहा है तो दूसरी ओर ब्यूरोक्रेसी के आला अफसरों पर भी अंगुली उठ रही है। ऐसे में पुलिस के सामने इस वारदात की हकीकत जानने की बड़ी चुनौती है।

रूबी को किया जा रहा टार्चर, परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप

देहरादून। रूबी नामक महिला के कई परिजन आज देहरादून पहुंच गए हैं। इनका आरोप है कि पुलिस रूबी को लगातार टार्चर कर रही है। रूबी के मौसा वेदपाल ने आज कचहरी में आरोप लगाया कि आला अफसरों के इशारे पर रूबी को लगातार टार्चर किया जा रहा है। मानसिक रूप से परेशान रूबी ने खाना तक छोड़ दिया है। इसके बाद भी परिजनों को रूबी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। परिजनों ने कहा कि अगर रूबी की तहरीर पर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो इसकी शिकायत दिल्ली तक की जाएगी। 

रूबी को चार दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने के आदेश 
  • -मसूरी में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया रूबी चैधरी को 

देहरादून,6 अप्रैल। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी में छह माह तक फर्जी आईएएस बनकर रहने वाली रूबी चैधरी को सोमवार को मसूरी में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने रूबी को चार दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने के आदेश दिए हैं, साथ ही यह भी साफ कर दिया कि जितने दिन तक रूबी पुलिस कस्टडी रिमांड पर रहेगी तब तक उसका अधिवक्ता उसके साथ रहेगा। सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच एसआईटी व पुलिस टीम रूबी को लेकर मसूरी के सीजेएम अदालत में पहंुची। अदालत में रूबी को पुलिस कस्टडी में रिमांड पर लेने के लिए सरकारी व बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं के बीच में तीखी बहस हुई। सरकारी वकीलों का तर्क था कि रूबी से कई राज और दस्तावेज बरामद करने हंै, इसलिए उसे दस दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजा जाए। वहीं, बचाव पक्ष के अधिवक्ता का तर्क था कि इस मामले में पुलिस बड़े लोगों को बचाने के लिए सिर्फ रूबी को दबाव में लेने के लिए उसका पुलिस कस्टडी रिमांड चाहती है, जिससे कि वह पूछताछ के दौरान उन लोगांे के नाम न ले सकें जिन पर रूबी द्वारा आरोप लगाए गए हैं। न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद रूबी को चार दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर तो भेजने के आदेश दे दिए लेकिन यह भी साफ कर दिया कि जितने दिन तक रूबी पुलिस कस्टडी रिमांड पर रहेगी तब तक उसका अधिवक्ता उसके साथ रहेगा। अदालत से बाहर आने के बाद रूबी मीडिया के सामने चिल्ला उठी, उसका कहना था कि सौरभ जैन सर को अदालत में उसके सामने लाया जाए। रूबी ने चिल्लाकर यह भी कहा कि बड़े लोगों को बचाने के लिए पुलिस उस पर बयान बदलने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए है। वहीं, रूबी के परिजन और रिश्तेदार दून की अदालत में जमा थे, लेकिन उसे मसूरी में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। रूबी के परिजनों और रिश्तेदारों का कहना था कि रूबी को फंसाने के लिए एक षड़यंत्र रचा गया है। रूबी के मौसा का कहना था कि रूबी बेकसूर है और उसे बेवजह फंसाया जा रहा है। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि चूंकि मामले में उच्च पदों पर आसीन लोगों के नाम सामने आए हैं, इसलिए मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

भूरा मिला तो ली राहत की सांस, फिर भी नहीं बच सकी उत्तराखंड पुलिस का साख
  • हुजूर ने दे रखी थी साहब पर कार्रवाई की चेतावनी, अचानक ही पंजाब पुलिस के हाथ आ गया भूरा
  • सूबे की पुलिस छोड़ चुकी थी गिरफ्तारी की आस

देहरादून,6 अप्रैल। शातिर अपराधी अमित उर्फ भूरा की पंजाब में गिरफ्तारी के बाद कुछ लोगों ने भले ही राहत की सांस ली हो। लेकिन इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की साख पर बट्टा लग ही गया। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में हुजूर का क्या रुख रहता है। विगत 15 दिसंबर को भूरा के साथियों ने उत्तराखंड पुलिस पर हमला करके उसे न केवल छुड़ा लिया था, बल्कि पुलिस कर्मियों के पास से अत्याधुनिक हथियार भी छीन ले गए थे। इससे उत्तराखंड पुलिस के साथ ही सरकार की भी किरकिरी हुई। इस घटना के बेहद क्षुब्ध हुजूर ने एलान कर दिया कि अगर भूरा नहीं पकड़ा गया तो या तो वो नहीं या फिर मैं नहीं। इसके बाद भी पुलिस भूरा को पकड़ने की बात तो दूर उसकी परछाईं भी नहीं पा सकी। यह महज इत्तिफाक ही रहा है कि शनिवार को चार अप्रैल के अंक में न्यूज वेट ने हुजूर को उनके एलान की याद दिलाई और इसी रोज शाम को पंजाब पुलिस ने भूरा को पकड़ लिया। यह अलग बात है कि पंजाब पुलिस के हाथ भी भूरा अचानक ही आ गया। भूरा की पंजाब में गिरफ्तारी होने के बाद उत्तराखंड में भी कुछ लोगों ने राहत की सांस ली है। अहम बात यह भी है कि भले ही लोग राहत की सांस ले रहे हों। लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद भी उत्तराखंड पुलिस की छवि पर लगा दाग साफ होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि यहां की पुलिस तो भूरा की तलाश तक बंद कर चुकी थी। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस का काम अब भूरा को बी वारंट के आधार पर देहरादून लाने तक ही सीमित रह गया है।  अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में हुजूर का क्या रुख रहता है। हुजूर अपने एलान पर कायम रहते हैं या फिर अपनी सरकार की किरकिरी को भूल जाते हैं।

उत्तराखंड राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन ने अमूल की तर्ज पर तैयार की एक कार्ययोजना, मुंबई और दिल्ली में भी बिकेगा उत्तराखंड का आंचल 
  • रोजाना 1.65 लाख लीटर दूध का हो रहा उत्पादन, दूध, दही, मख्खन, पनीर, खीर, चीज हो रहा तैयार

देहरादून, 6 अप्रैल । उत्तराखंड में धाक जमाने के बाद अब यहां का प्रमुख उत्पाद आंचल अब दिल्ली और मुंबई की शान बनने जा रहा है। जल्द ही आंचल का दूध , मक्खन व अन्य उत्पादों की इन दोनों जगहों में बिक्री शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए फेडरेशन ने कार्ययोजना तैयार कर ली है।  उत्तराखंड राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन के चेयरमैन अर्जुन रौतेला बताया कि फेडरेशन ने इसके लिए विस्तृत योजना तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री से भी मंडियों में जगह आवंटन के लिए पत्र लिख दिया गया है। रौतेला ने बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड के 13 जिलों से फेडरेशन लगभग एक लाख पैसठ हजार लीटर दूध का उत्पादन और उसकी मार्केटिंग कर रहा है। इसमें एक लाख लीटर से अधिक कुमाऊं और बाकी दूध का उत्पादन गढ़वाल मंडल से किया जा रहा है। देहरादून, चमोली, नैनीताल और अल्मोड़ा में गो मूत्र शोधन केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 13 जनपदों को 11 जिला सहकारी दुग्ध उत्पादन समितियों से जोड़ा गया है। रुद्रप्रयाग जिले को श्रीनगर सहकारी समिति और बागेश्वर जिले को अल्मोड़ा की सहकारी समिति से जोड़ा गया है। फेडरेशन के पास नौ प्लांट विभिन्न जिलों में लगे हैं। इनकी उत्पादन क्षमता 210 किलो लीटर रोजाना है। इसी तरह फेडरेशन के पास 44 चिलिंग प्लांट हैं। इनकी क्षमता 100 किलो लीटर रोजाना है। नैनीताल जिला सहकारी दुग्ध उत्पादन समिति को आईएसओ 9001 का प्रमाणपत्र मिला है। ऊधमसिंह नगर की समिति को भी यह प्रमाणपत्र जल्द ही मिलने वाला है। फेडरेशन का अपना चारा प्लांट भी है। इससे प्रदेशभर के पशुपालकों को गुणवत्ता वाला चारा उपलब्ध कराया जा रहा है। रौतेला ने बताया कि डेयरी फेडरेशन का उत्पादन आंचल ब्रांड से प्रदेशभर में बेचा जा रहा है। यह ब्रांड बाजार में अपनी एक अलग जगह बना चुका है। फेडरेशन के प्रमुख उत्पाद दूध, दही, घी,  मक्खन, पनीर के साथ ही छेना खीर लोगों की पसंद बन चुके हैं। इन उत्पादों की प्रदेश में खासी डिमांड है। उन्होंने बताया की बहुत समय से फेडरेशन इन उत्पादों को देश के अन्य महानगरों तक पहुचाने की योजना बना रहा था। अब इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। फेडरेशन ने तय किया है कि पहले चरण में दिल्ली और मुंबई महानगरों में आंचल ब्रांड की बिक्री कराने पर कार्य चल रहा है। इसके लिए फेडरेशन ने दस वर्षीय योजना तैयार की है। शासन से हरी झंडी मिलते ही इस पर तेजी से कार्य शुरू कर दिया जाएगा।  उन्होंने बताया कि दोनों महानगरों में जगह आवंटन के लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र लिख कर आग्रह किया गया है। साथ ही डीलरशिप के लिए भी संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है। अमूल की तर्ज पर दस वर्षीय योजना तैयार की गई है। राज्य के बाहर के शहरों मार्केटिंग के लिए अलग से एक विंग बनाई जा रही है। इस पूरी योजना को शीघ्र ही डेयरी विकास विभाग के माध्यम से शासन के समक्ष रखा जाएगा। इस कार्ययोजना में कर्मियों के प्रशिक्षण के साथ ही बेहतर विपणन के लिए कई प्रावधान किए गए हैं।  

नौ फीसदी बढ़ा दुग्ध उत्पादन
राज्य सहकारी डेयरी फेडरेशन के अध्यक्ष अर्जुन रौतेला ने बताया कि इस समय राज्य के दुग्ध उत्पादकों को राज्य सरकार की और से चार रुपये प्रति लीटर की दर से प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसी वजह से राज्य में दूध का उत्पादन पहले की अपेक्षा नौ फीसदी तक बढ़ गया है। 

रूद्रपुर नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी को पैनल्टी नोटिस, आयोग मेें उपस्थित न होने पर दिये सचिव नगर विकास को आदेश

देहरादून, 6 अप्रैल। उत्तराखंड सूचना आयोग ने धारा 4 के अन्तर्गत स्वयं प्रकाशित करने वाली सूचनायें न उपलब्ध कराने पर कड़ा रूख अपनाते हुये रूद्रपुर नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी को धारा 20(1) के अन्तर्गत 25 हजार तक की पैनल्टी लगाने का नोटिस दिया है। नोटिस पर आयोग में उपस्थित न होने पर कड़ा रूख अपनाते हुये सचिव नगर विकास को मुख्य नगर अधिकारी को उपस्थित कराने हेतु निर्देश दिये हैं। आरटीआई कार्यकर्ता एडवोकेट नदीम उद्दीन द्वारा रूद्रपुर नगर निगम के लोक सूचना अधिकारी से सूचना अधिकार अधिनियम की धारा 4 के अन्तर्गत स्वयं प्रकाशित की जाने वाली सूचनायें सी.डी. व डी.वी.डी मेें अपने सूचना प्रार्थना पत्र से मांगी थी। लेकिन लोक सूचना अधिकारी द्वारा यह सूचनायें उपलब्ध नहीं करायी गयी। रूद्रपुर नगर निगम के लोक सूचना अधिकारी द्वारा इन सूचनाओं के कम्प्यूटर में अपडेट व अभिरक्षित न होने के आधार पर सूचनायें उपलब्ध कराने से इंकार किया। नदीम द्वारा मुख्य नगर अधिकारी को प्रथम अपील की गयी लेकिन फिर भी सूचनायें उपलब्ध नहीं करायी गयी। नदीम ने सूचनायें उपलब्ध न होने पर उत्तराखंड सूचना आयोग को द्वितीय अपील की। जिस पर सुनवाई में धारा 4(1) (बी) की स्वयं प्रकाशित की जाने वाली सूचनायें उपलब्ध न कराने पर कड़ा रूख अपनाते हुये मुख्य सूचना आयुक्त ने निगम के मुख्य नगर अधिकारी को आयोग के समक्ष उपस्थित होकर इस सम्बन्ध मेें की गयी समस्त कार्यवाहियों की आख्या प्रस्तुत करने को आदेशित किया। आख्या प्रस्तुत न करने को नितान्त आपत्तिजनक मानते हुये मुख्य सूचना आयुक्त ने मुुख्य नगर अधिकारी को डीम्ड लोक सूचना अधिकारी घोषित करते हुये धारा 20(1) के अन्तर्गत 25 हजार तक की पैनल्टी की कार्यवाही पूर्ण करने का नोटिस दिया। मुख्य नगर अधिकारी न तो आयोग के समक्ष उपस्थित हुये औैर न ही लिखित स्पष्टीकरण ही प्रस्तुत किया गया। इस पर कड़ा रूख अपनाते हुये आयोग ने मुख्य नगर अधिकारी को 10 अप्रैल को आयोग मेें उपस्थित होेकर लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। इस आदेश में सचिव नगर विकास उत्तराखंड शासन, सचिवालय देेहरादून को निर्देशित किया कि वह अपने स्तर से मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम रूद्रपुर को आयोग के समक्ष उपस्थित होने हेतु निर्देशित करना सुनिश्चित करें। मुख्य सूचना आयुक्त ने अपने आदेश में स्पष्ट लिखा है कि अधिनियम की धारा 4(1) बी के अन्तर्गत सूचनाओं को न केवल मैनुअल के रूप में तैयार किया जाना है बल्कि इन्टरनेट के द्वारा प्रसारित भी किया जाता है। अतः यह कहना कि सूचना सी.डी. व डी.वी.डी में उपलब्ध नहीं है कहना आपत्तिजनक है। लोक प्राधिकारी का कर्तव्य है कि उपरोक्त को तैयार करके इन्टरनेट के माध्यम से प्रसारित भी करें तथा अध्यावधिक (अपडेट) भी करें।

केदारनाथ तक सड़क निर्माण शीघ्र होः महाराज

देहरादून, 6 अप्रैल (निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी से मुलाकात कर केदारनाथ में शीघ्र सड़क निर्माण का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय पूरी सड़क बह गई थी और अब चारधाम यात्रा शुरू होने में कम ही समय रह गया है ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए वह शीघ्र सड़क निर्माण करवायें।  उन्होंने कहा कि वन टाइम में ही सारी औपचारिकताएं पूरी कर वह शीघ्र ही केदारनाथ के मार्ग का निर्माण करवायें। पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने बताया कि 14वें वित्त आयोग में उŸाराखण्ड को गत वर्ष की तुलना में जो कि 2014-15 में रूपया 3.38 लाख करोड़ मिला था की अपेक्षा 2015-16 में रूपया 5.24 लाख करोड़ मिले हैं जो कि 1.86 लाख करोड़ रूपये ज्यादा है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने आज भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर अपनी शुभकामनाएं सभी कार्यकत्र्ताओं को ज्ञापित करते हुए कहा कि निश्चित रूप से भाजपा एक भारत-श्रेष्ठ भारत का निर्माण कर देश को विश्व गुरू बनायेगी।

धूमधाम से मना भाजपा का स्थापना दिवस समारोह 

देहरादून, 6 अप्रैल (निस)। भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस समारोह पार्टी के प्रदेश कार्यालय में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद बची सिंह रावत ने जनसंघ से लेकर जनता पार्टी की सरकार व भाजपा की स्थापना तक के इतिहास के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कई संघर्षों के बाद आज यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि पार्टी के स्थापना दिवस पर भाजपा के प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि आज इस समुद्र के किनारे से स्पष्ट देख रहा हूं कि अंधेरा हटेगा, कोहरा छंटेगा, कमल खिलेगा। आज अटल की यह बात चरितार्थ हुई है। हम सब कार्यकर्ताओं को इस अवसर पर गर्व महसूस हो रहा है।  स्थापना दिवस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने पार्टी के भावी कार्यक्रमों की जानकारी कार्यकर्ताओं को दी। उन्होंने कहा कि 35 वर्ष की युवा अवस्था में भाजपा ने जो मुकाम हासिल किया है देश व दुनिया में ऐसा कोई राजनीतिक दल नहीं है। इस छोटी सी आयु में भाजपा देश और विश्व की सबसे अधिक सदस्यता वाला राजनीतिक दल बन चुका है। 

कार्यक्रम का संचालन भाजपा के प्रदेश महामंत्री ज्ञान सिंह नेगी ने किया। 
कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री रजनी कुकरेती, सह सदस्यता प्रमुख महेंद्र भट्ट, भाजपा महानगर अध्यक्ष नीलम सहगल, ऋषिराज डबराल, कैलाश पंत, चुनाव संचालन समिति के प्रदेश अध्यक्ष दान सिंह रावत, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश सुमन ध्यानी, अभिमन्यु कुमार, डा. अशोक सक्सेना, उर्बादत्त भट्ट, सौरभ थपलियाल, अजेंद्र अजय, आदित्य चैहान, ब्रजलेश्स गुप्ता, कर्नल पीडी कुडियाल, प्रवीण सिंह दानू, अमित कपूर, गिरिराज उनियाल, दीपक उनियाल, अमर सिंह स्वेडिया, पुनीत मित्तल, सुनील उनियाल गाम, कल्याण सिंह, अनीता रावत, विशाल गुप्ता, ओमकार राठी, जनरैली आदि मौजूूद रहे।

लोकहित की नीतियों के क्रियान्वयन के लिए निष्ठा, विश्वसनीयता और ईमानदारी महत्वपूर्ण हैः राज्यपाल 

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देहरादून, 6 अप्रैल (निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्णकांत पाल ने आज लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में ‘मध्यावधि सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम’ के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को सम्बोधित किया। 15 से 18 वर्ष की सेवायें दे चुके इन अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोक कल्याणकारी नीतियों को बनाने और धरातल पर उनके क्रियान्वयन के बीच आने वाले अन्तर को कम किया जाना जरूरी है तभी जनसामान्य में सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति विश्वसनीयता स्थापित हो सकती है। उन्होंने पारदर्शिता को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आजकल नागरिक प्रत्येक कदम पर जानकारी चाहते हैं लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत जानकारी प्रदान किया जाना आवश्यक है। ‘‘लोकनीति‘‘ विषय पर आधारित सात सप्ताह के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों से राज्यपाल ने कहा कि देश की आवश्यकताओं के अनुरूप शासन-प्रशासन स्तर तथा संस्थागत एवं व्यक्तिगत रूप से निष्पक्षता, विश्वसनीयता, पारदर्शिता तथा ईमानदारी के मूल्यों के साथ जनसेवा आवश्यक है। लोकसेवकों को जन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अनेक प्रेरक सुझाव देते हुए राज्यपाल ने कहा कि जनसेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित करके उनका विश्वास हासिल करने के लिए आवश्यक है कि समस्याओं के समाधान हेतु न्यूनतम लागत वाले अभिनव प्रयोगों को अपनाया जाए इससे जनता भी स्वयं को व्यवस्था से जुड़ा हुआ महसूस करेगी। राज्यपाल ने अनेक राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय ऐतिहासिक घटनाओं का जिक्र करके लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार और जनता के बीच लोकसेवकों की भूमिका के महत्व का उल्लेख किया। राज्यपाल ने कहा कि 2050 में भारत की अनुमानित जनसंख्या 160 करोड़ होगी जिसमें लगभग 50 करोड़ युवाशक्ति मौजूद होगीे। देश के विकास के लिए, इस विशाल युवा समूह को ‘उत्पादक समूह’ में तब्दील करने के लिए जरूरी है कि उनकी ऊर्जा व शक्ति को रचनात्मक दिशा दी जाए। राज्यपाल ने कहा कि आज ‘हरित क्रांति’ को एक नया रूप देने का प्रयास आवश्यक है ताकि उत्पादन बढ़ सके। उन्होंने आवश्यकता के अनुरूप कृषि उत्पादकता बढ़ाये जाने के लिए कृषि में कौशल विकास कार्यक्रम पर ध्यान केन्द्रित किए जाने पर बल दिया। राज्यपाल ने जल की उपलब्धता को भविष्य के लिए चुनौती बताते हुए पर्यावरण के प्रति जनचेतना जागृत करने का भी सुझाव दिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने संस्थान को विशेष स्मृति चिन्ह तथा संस्थान के पुस्तकालय हेतु कुछ पुस्तकें प्रदान की। संस्थान के निदेशक श्री राजीव कपूर द्वारा राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। राज्यपाल के साथ उनके विशेष कार्याधिकारी एवं सचिव अरूण ढ़ौंडियाल भी मौजूद थे।   

‘निशंक’ के उपन्यास ‘भागोंवाली’ का तमिल अनुवाद

देहरादून, 6 अप्रैल (निस)। सुप्रसिद्ध साहित्यकार डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के उपन्यास ‘भागोंवाली’ के तमिल अनुवाद तथा कहानी संग्रह ‘अंतहीन’ के कन्नड़ अनुवाद का विमोचन तेलंगाना के मुख्यमंत्री के0चन्द्रशेखर राव द्वारा इस माह किया जायेगा। डाॅ0 निशंक का साहित्य दक्षिण भारत के अनेक राज्यों में विस्तारित होता जा रहा है। एक ओर उनके साहित्य पर वहाँ शोध कार्य चल रहा है तो दूसरी ओर उनकी अनेक पुस्तकों का अनुवाद विभिन्न भाषाओं में किया जा रहा है। यह उनके साहित्य सृजन में एक नये अध्याय के रूप में जुड़ गया है।विगत दिवस दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा हैदराबाद के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय हिन्दी संगोष्ठी के दूसरे दिन सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की कहानी संग्रह ‘टूटते दायरे’ के तेलगु अनुवाद ‘अन्धकारम् पई सम्मैटा डेब्बा’ का विमोचन विश्वविख्यात कला संग्राहक पद्मश्री जगदीश मित्तल द्वारा किया गया। वहीं दूसरी ओर उनके साहित्य पर अलग-अलग विश्वविद्यालयों में शोध कार्य भी किये जा रहे हैं। राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित की गयी दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा के इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में डाॅ0 निशंक के एक कहानी संग्रह ‘टूटते दायरे’ के तेलगु अनुवाद के विमोचन के साथ ही डाॅ0 निशंक के साहित्य पर भरपूर चर्चा हुई। विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि विश्व प्रसिद्ध कला संग्राहक एवं कला समीक्षक पद्मश्री जगदीश मित्तल ने कहा कि हिन्दी में लिखी हुई डाॅ0 निशंक की इन उत्कृष्ट कहानियों को दक्षिण भारत में निश्चित रूप से पसन्द किया जा रहा है और वह लोकप्रिय हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कहानियाँ सजीव हैं और किसी के भी अन्तस को छूने वाली हैं। ऐसी कहानियाँ समाज में जागरूकता के साथ-साथ संवेदनाओं को जिंदा रखती हैं। महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा (महाराष्ट्र) के अधिष्ठाता प्रो0 देवराज ने कहा कि किसी राजनैतिक व्यक्ति के अन्दर हिन्दी के प्रति पहली बार उन्होंने इतनी आग देखी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ निशंक एक साहित्यकार होने के नाते अत्यंत संवेदनशील हैं यही उनके साहित्य का प्रबल पक्ष भी है। उनकी रचनाएं व्यावहारिक और समाज में बदलाव की अगुवाई भी करती हैं। दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा चैन्नई की कुलसचिव प्रो0 निर्मला एस. मौर्य, आन्ध्र की लोकप्रिय पत्रिका भास्वर भारत के सम्पादक डाॅ0 राधेश्याम शुक्ल, बी.जे.आर. डिग्री काॅलेज हैदराबाद के विभागाध्यक्ष डाॅ0 घनश्याम, इफ्लू हैदराबाद के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डाॅ0 एम. बैंकटेश्वर, त्रिपुरा विश्वविद्यालय अगरतला के हिन्दी विभागाध्यक्ष डाॅ0 मिलन जमातिया, मणिपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की सहायक आचार्य डाॅ0 विजयलक्ष्मी, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो0 शकीला खानम एवं केन्द्रिय हिन्दी अकादमी के पूर्व सदस्य डाॅ0 योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ ने निशंक के साहित्य पर चर्चा करते हुए कहा कि राजनीति के टेढ़े-मेढे़े रास्तों से गुजरने और तमाम व्यवस्तताओं के बीच निशंक ने अपनी-रचनाधर्मिता को बुझने नहीं दिया, बल्कि वे अनवरत अपनी कहानियों, कविताओं और उपन्यास के माध्यम से अपने रचना संसार को विपरीत परिस्थितियों में भी जीवित रखे हुए हैं। डाॅ0 निशंक के साहित्य पर हैदराबाद विश्वविद्यालय एवं दो शोधार्थियों द्वारा शोध कार्य भी किये जा रहे हैं, जबकि डाॅ0 निशंक के साहित्य की तमाम विधाओं पर दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा के हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम निदेशक प्रो0 ऋषभदेव शर्मा के निर्देशन में सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं अनेकों भाषाओं की विदुषी डाॅ0 गुर्रमकोंडा नीरजा द्वारा डी0लिट् किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त डाॅ0 निशंक की कवितायें आन्ध्र प्रदेश के हाईस्कूल के पाठ्यक्रम में भी पढ़ाई जा रही हैं। ज्ञातव्य हो कि डाॅ0 निशंक के साहित्य का अनुवाद इससे भी पूर्व तेलगु, तमिल एवं मराठी में हो चुका है। मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई द्वारा कहानी संग्रह ‘खड़े हुए प्रश्न’ का तमिल अनुवाद ‘एन केलविक्कु एन्नाबाथिल’ एवं मराठी अनुवाद ‘प्रश्नांकित’ वर्ष 2008 में हो चुका था। इसके अतिरिक्त कहानी संग्रह ‘क्या नहीं हो सकता’ का मराठी अनुवाद ‘संगले शक्य आहे’ तथा ‘ए वतन तेरे लिए’ देशभक्ति काव्य संग्रह का तमिल अनुवाद ‘तायनाडे उनक्काड एवं तेलगु अनुवाद ‘जन्मभूमि’ वर्ष 2009 में हो चुका है, जिन्हें वहाँ खूब लोकप्रियता प्राप्त हुई है। उनके गीत विभिन्न भाषाओं में गाये जाते हैं और उनकी कहानियाँ का दक्षिण भारत की भाषाओं में नाट्य रूपान्तरण भी हुआ है। 

रेल मन्त्री ने किया परमार्थ रेल वाटिका का उद्घाटन, गंगा आरती भीतर तक भिगो देती हैः रेल मन्त्री

देहरादून, 6 अप्रैल (निस)। रेल मन्त्री सुरेश प्रभु ने आज ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन द्वारा रेल विभाग की भूमि पर विकसित की गयी ‘परमार्थ रेल वाटिका’ का उद्घाटन किया। उन्होंने रेलवे स्टेशन के समीप एक बायोडायजेस्टर आधारित इको-फ्रेंडली टाॅयलेट काॅम्प्लेक्स की आधारशिला भी रखी। यह सभी कार्यक्रम रेल मन्त्री ने स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के मुख्य द्वार पर गंगा किनारे प्रतीक पूजन और प्रतीक शिलान्यास करके सम्पन्न किए। उन्होंने गंगा आरती में भी भाग लिया। रेल मन्त्री सुरेश प्रभु आज अपराह्नकाल हरिद्वार होते हुए स्वर्गाश्रम-ऋषिकेश पहुँचे। उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के संरक्षक स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज से भेंट की। उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया, जहाँ उन्होंने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर परमार्थ निकेतन द्वारा विकसित ‘परमार्थ रेल वाटिका’ का प्रतीक उद्घाटन किया तथा रेलवे स्टेशन पर प्रस्तावित जैविक शौचालय का भी प्रतीक शिलान्यास सम्पन्न किया। इस अवसर पर विधायक ऋषिकेश प्रेम चन्द्र अग्रवाल, नगरपालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, डीआरएम मुरादाबाद सुधीर अग्रवाल, डिप्टी डीआरएम मनोज शर्मा, सीनियर डीसीएम चन्द्रिका प्रसाद, बीएचईएल के जनरल मैनेजर एस.के.अग्रवाल, फिक्की के एडवाईजर राकेश सूद, देवभूमि उत्तरांचल उद्योग व्यापार मण्डल के प्रान्तीय अध्यक्ष राज कुमार अग्रवाल, एसडीएम यमकेश्वर श्री डी0 पी0 सिंह, आरपीएफ के सीनियर कमान्डेन्ट अजीत कुमार बर्णवाल के अलावा ऋषिकेश एवं स्वर्गाश्रम के व्यापार मण्डलों के प्रमुख तथा जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। गंगा आरती में आए देश-विदेश के गंगा प्रेमियोें, पर्यावरण प्रेमियों एवं धर्म प्रेमियों को सम्बोधित करते हुए रेल मन्त्री ने कहा कि गंगा आरती वास्तव में भीतर तक भिगो देती है और इसमें भाग लेकर व्यक्ति का भाव स्नान स्वतः ही हो जाता है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण एवं गंगा स्वच्छता हेतु गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऋषिकेश रेलवे स्टेशन परिसर में खाली पड़े भूखण्ड पर विशाल पार्क बनवाकर परमार्थ निकेतन ने एक सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने स्टेशन परिसर में जैविक शौचालय के निर्माण को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इससे सम्पूर्ण देश में एक प्रेरक सन्देश जायेगा और लोग खाली पड़ी शासकीय जमीनों को लोकोपयोगी बनाने में सहयोग के लिए आगे आयेंगे। रेल मन्त्री ने जैविक शौचालय निर्माण में सहयोगी बनने हेतु बी.एच.ई.एल. एवं फिक्की को भी सराहा। इस अवसर पर श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि अच्छे एवं स्वास्थ्यवर्धक पर्यावरण के लिए सरकारी हों या गैरसरकारी सभी जमीनों पर हरीतिमा संवर्द्धन बहुत आवश्यक है। खाली पड़े भूभागों को गन्दगी का ढेर बनने देने से हमें रोकना चाहिए और इसका सबसे सही उपाय उन भूखण्डों की साफ-सफाई एवं वृक्षारोपण आदि करके उन्हें आमजन के लिए उपयोगी बना देना है। जैविक शौचालय अभियान के लिए उन्होंने पहला श्रेय रक्षा मन्त्रालय के डी.आर.डी.ओ. को देते हुए कहा कि गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन पिछले कुछ वर्षों से डीआरडीओ, बीएचईएल एवं फिक्की आदि संस्थाओं के साथ काम करता आ रहा है। उन्होंने हरिद्वार एवं ऋषिकेश में जैविक शौचालयों के निर्माण में बीएचईएल द्वारा सहयोग की विशेष योजना पर प्रसन्नता जताई और बताया कि बीएचईएल के सहयोग से फिक्की, गंगा एक्शन परिवार एवं ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस द्वारा निकट भविष्य में दोनों धार्मिक नगरों में दो दर्जन से अधिक जैविक शौचालयों का निर्माण कराया जायेगा, ताकि गंगा में मल-जल जाने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण में इससे भारी मदद मिलेगी। श्री स्वामी जी ने यह भी बताया कि अभी तो देश के रेल मन्त्री के हाथों ऋषिकेश से यह एक छोटी सी शुरुआत की जा रही है। भविष्य में ऋषिकेश के आस्थापथ, त्रिवेणीघाट, चारधाम बस स्टैण्ड तथा देवभूमि उत्तराखण्ड के चारों धामों के अलावा हेमकुण्ड तीर्थ एवं पिरान कलियर तीर्थ में जैविक शौचालय निर्माण की विस्तृत योजना गंगा एक्शन परिवार एवं जीवा द्वारा बनायी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस काम में विभिन्न संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा। इस मौके पर साध्वी आभा सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती, स्वामिनी लक्ष्मी सरस्वती, राम अनन्त तिवारी, राम महेश मिश्र, विनीत कुमार, सुनील सिंघल सहित परमार्थ निकेतन परिवार के सभी कार्यकर्ता मौजूद थे। रेल मन्त्री को देवभूमि उत्तरांचल उद्योग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष राज कुमार अग्रवाल, वसुधैव कुटुम्बकम्-नैतिक मानव समाज निर्माण संस्थान के अध्यक्ष पं0 राम अंजोर त्रिपाठी तथा ऋषिकेश के सामाजिक कार्यकर्ता श्री लल्लन राजभर ने विभिन्न महत्वपूर्ण रेलगाडि़यों को हरिद्वार के आगे ऋषिकेश तक पहुंचाने तथा रायवाला में ट्रेनों को रोकने हेतु अपने-अपने ज्ञापन दिए।

सोनिया अभी भी पार्टी की नेता है- दिग्विजय

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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सर्वाधिक क्षमतावान नेता बताने संबंधी श्री संदीप दीक्षित के बयान से उत्पन्न हुए विवाद को शांत करते हुए आज कहा कि श्रीमती गांधी अभी भी पार्टी की नेता है।

इससे पहले दिन में श्री दीक्षित ने संवाददाताओं से कहा था कि इन दिनों इस बारे में खूब चर्चा हो रही है कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में परिवर्तन किया जाएगा अथवा नहीं। लेकिन मेरा यह मानना है कि श्रीमती गांधी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए इकलौती एवं सर्वाधिक योग्य नेता है। पार्टी उपाध्यक्ष की पदोन्नति के संबंध में पूछे जाने पर श्री दीक्षित ने कहा था, “इसका निर्णय श्रीमती गांधी को करना है।”

बिहार में दो माह में जन वितरण प्रणाली की 13126 दुकानें खोली जायेंगी-श्याम

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बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने आज राज्य में दो माह के अंदर जन वितरण प्रणाली :पीडीएस: की 13126 दुकानें खोले जाने की घोषणा की । श्री रजक ने विधानसभा में विभाग के बजट पर चर्चा के बाद जवाब देते हुए कहा कि पीडीएस में प्रदेश में मात्र 18 प्रतिशत लीकेज है जबकि गुजरात में 70 प्रतिशत लीकेज है । इसके अलावा कई अन्य राज्यों में भी पीडीएस में लीकेज बिहार से कहीं ज्यादा है लेकिन राज्य सरकार इसे शून्य स्तर तक लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार में पीडीएस की व्यवस्था से प्रभावित होकर झारखंड सरकार ने भी अपने राज्य में बिहार मॉडल को लागू करने का निर्णय लिया है ।

मंत्री ने कहा कि धान अधिप्राप्ति के मद में बिहार का केन्द्र सरकार के पास 1886 करोड़ रूपया बकाया है और इसके भुगतान के लिए राज्य सरकार ने कई बार अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने धान अधिप्राप्ति के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य इस तरह तय किया है कि यह लागत मूल्य से भी कम है । इसे ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने प्रति क्विंटल धान की अधिप्राप्ति पर 300 रूपये बोनस देने का निर्णय लिया ।

जनता परिवार के विलय में अब कोई दिक्कत नहीं, जल्द होगा एलान - नीतीश

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जनता परिवार के विलय और नई पार्टी से संबंधित सभी मुद्दों को अंतिम रूप दे दिया गया है और जल्द ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे । श्री कुमार ने आज दिल्ली से लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विलय को लेकर श्री मुलायम सिंह यादव और श्री शरद यादव के साथ दिल्ली में चर्चा हुयी है। विलय की प्रक्रिया आगे बढ़ गयी है। विलय को लेकर जनता परिवार के सभी दलों का मन बना हुआ है इसलिए अब कहीं कोई दिक्कत नहीं है । उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख को विलय की रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी है और उन्होंने विलय तथा नई पार्टी को लेकर तमाम मुद्दों को अंतिम रूप दे दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पार्टी के झंडा, चुनाव चिह्न और मेनिफेस्टो को लेकर कोई समस्या नहीं है। सभी दल सैद्धांतिक रूप से इसपर सहमत हैं । उन्होंने कहा कि उनकी समझ में अब इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा । सभी दलों से बातचीत कर श्री मुलायम सिंह यादव औपचारिक बैठक बुलायेंगे और इसके बाद इसकी विधिवत घोषणा हो जायेगी । श्री कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने पहले से ही विलय का फैसला कर लिया है और राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने भी कल विलय पर मुहर लगा दी। यह महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि विलय की औपचारिक घोषणा के बाद जो भी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करनी होगी, वह पूरी कर ली जायेंगी।

मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उतर में कहा कि उनके दिल्ली जाने का मुख्य मकसद राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीशों के सम्मेलन में भाग लेना था । परंपरा के अनुसार बैठक की पूर्व संध्या पर उन्होंने प्रधानमंत्री के यहां आयोजित रात्रि भोज में भाग लिया। उन्होंने कहा कि कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच विभिन्न प्रकार की समस्यायें आती है। न्यायिक व्यवस्था सुदृढ़ होनी चाहिये और कर्मियों, बुनियादी ढ़ांचे या अन्य तरह की कमियों को दूर किया जाना चाहिये ताकि सबको न्याय मिल सके ।

न्याय प्रणाली को प्रभावित करना चाहते हैं मोदी - कांग्रेस

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कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की न्यायिक प्रणाली को प्रभावित करना चाहते हैं। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि श्री मोदी ने कल उच्चतम न्यायालय तथा उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों और मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में न्यायपालिका पर गंभीर टिप्पणी की जिसका पार्टी विरोध करती है। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने न्यायपालिका की निष्पक्षता पर टिप्पणी नहीं की है।

श्री सिंह ने कहा कि श्री मोदी की यह टिप्पणी अभूतपूर्व है कि न्यायपालिका निर्भीक होकर काम करे और ‘फाइवस्टार एक्टिविस्ट्स’से प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि श्री मोदी इस तरह की बातों से न्यायिक प्रणाली को प्रभावित करना चाहते हैं। न्यायपालिका की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर यह गंभीर टिप्पणी है। उनका कहना था कि न्यायपालिका तथ्यों के आधार पर निर्णय करती है किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को देखकर नहीं।
कांग्रेस महासचिव ने ईस्टर के दिन मुख्य न्यायाधीशों का सम्मेलन बुलाये जाने पर भी सवाल उठाया और पूछा कि क्या श्री मोदी दिवाली , दशहरा या होली के दिन इस तरह का कोई सम्मेलन बुलायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 25 दिसम्बर को क्रिसमस के दिन भी बैठकें बुलाई थी। यह सब उनकी मानसिकता को दर्शाता है।

किसान रैली को संबोधित करेंगे राहुल

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कांग्रेस ने आज अाधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि की कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी 19 अप्रैल को यहाँ भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ पार्टी द्वारा आयोजित ‘किसान खेत मजदूर रैली’ को संबोधित करेंगे। श्री गांधी गत 23 फरवरी को संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले पार्टी से अवकाश पर चले गये थे और उनके वापस आने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लग रही थी। कांग्रेस ने कहा था कि श्री गांधी पार्टी के बारे में चिंतन करने के लिए अवकाश पर गये हैं।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने यहाँ पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं के सवाल पर कहा कि श्री गांधी रैली को संबोधित करेंगे। श्री गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी की मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी को करना है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी की नेता हैं और उन्हें नेता रहना चाहिए। पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के इस बयान पर कि श्रीमती गांधी को अध्यक्ष पद पर बना रहना चाहिए, श्री सिंह ने सवाल किया “कांग्रेस का कौन कार्यकर्ता यह कहेगा कि श्रीमती सोनिया गांधी के हाथ में कमान न. न हो।” उल्लेखनीय है कि श्री सिंह समय-समय पर यह विचार व्यक्त करते रहे हैं कि श्री राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालनी चाहिए।
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