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डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ कमजोर

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डॉलर के मुकाबले रुपए में तेज गिरावट देखने को मिल रही है। 1 डॉलर की कीमत 63 रुपए के पार पहुंच गई है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 63.14 के स्तर पर खुला है। इसी तरह, डॉलर के मुकाबले रुपया 8 जनवरी 2015 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है।

वहीं सोमवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 62.91 के स्तर पर बंद हुआ था। दरअसल, व्यापार घाटा बढ़ने से रुपए पर बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है।


पाकिस्तानी नाव 600 करोड़ की हेरोइन के साथ पकड़ी गई

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भारतीय नौसेना और तटरक्षकों के एक संयुक्त अभियान में गुजरात तट के निकट अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में एक संदिग्ध नौका को जब्त किया गया, जिसपर लगभग 600 करोड़ रूपये मूल्य के मादक पदार्थ लदे थे। नौका पर सवार आठ पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।

रक्षा मंत्रालय ने आज एक बयान में बताया, भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षकों के एक समन्वित अभियान के दौरान कल गुजरात के तट के निकट अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में भारी मात्रा में मादक पदार्थ ले जा रही एक नौका को पकड़ा गया और नौका में सवार आठ पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।इसके अनुसार, भारतीय तटरक्षकों के जहाज संग्राम ने कल नौका को पकड़ा और जबकि भारतीय नौसेना के पोत कोंदुल ने इस पूरे अभियान के दौरान सहायता प्रदान की। प्रारंभिक जांच में मादर्क पदार्थ के 232 पैकेट (माना जा रहा है कि यह हेरोइन है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 600 करोड़ रूपये तक है) बरामद किये जाने का खुलासा हुआ है।

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि इस सामान को सुविधानजक तरीके से दूसरी नौका पर लादने के लिए उपग्रह संचालित फोनों और ग्लोबल पोजेशनिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा था। इन उपकरणों को भी जब्त कर लिया गया है। इसमें बताया गया है कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद यह अभियान 18 अप्रैल को शुरू किया गया था। भारतीय तट रक्षकों के उत्तर-पश्चिम क्षेत्रीय मुख्यालय के साथ मिल कर भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमान ने समन्वय के साथ इस अभियान का संचालन किया।

आग लगने से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दो राजधानी ट्रेनों के छह डिब्बे जले

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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आग लगने के कारण दो राजधानी ट्रेनों के छह खाली डिब्बे जलकर खाक हो गए। इस घटना से ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ा है और प्रशासन ने उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। उत्तर रेलवे ने कहा कि भुवनेश्वर और सियालदाह राजधानी साफ-सफाई और मरम्मत के लिए खड़ी थीं और दिन में करीब 12.15 बजे आग लगी। इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ है और दिल्ली अग्निशमन सेवा की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।

इस घटना के कारण नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहा और ट्रेनों को रोकना पड़ा क्योंकि ऐहतियातन बिजली की आपूर्ति काट दी गई थी। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि आग की शुरूआत भुवनेश्वर राजधानी के दो डिब्बे से हुई। सियालदा राजधानी भी बगल वाली पटरी पर खड़ी थी और इसके चार डिब्बे भी आग की चपेट में आ गए। इस घटना के बाद भुवनेश्वर और सियालदाह राजधानी की समयावली में बदलाव किया जा रहा है। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आग के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (21 अप्रैल)

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मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तहत, एक ही मण्डप में निकाह और विवाह सम्पन्न हुए

vidisha news
दीनदयाल अन्त्योदय मिशन ‘‘मुख्यमंत्री कन्यादान’’ योजना अंतर्गत आज 21 अपै्रल अक्षय तृतीया पर जिले के दस स्थलों पर एक साथ वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। विवाह मण्डप में एक निकाह और 960 जोडे़ परिणय सूत्र में बंधें। विदिशा के श्रीराम लीला प्रागंण मंे आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, ग्यारसपुर के पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री रघुवीर दांगी, कुशवाह समाज के प्रदेशाध्यक्ष श्री नारायण सिंह कुशवाह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा और अन्य अधिकारियों ने नव वरवधु को शुभाशीष दिया। विधायक श्री दांगी ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने गरीबों की लड़कियों के लिए जो मुख्यमंत्री कन्यादान योजना क्रियान्वित कराई है वह अतुल्नीय है जिसका अन्य राज्यों ने भी अपने यहां लागू कराई है। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के उद्धेश्यों को रेखांकित करते हुए हितग्राहियों के पक्ष में जारी नवीन दिशा निर्देशों के बिन्दुवार जानकारी दी। नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के लिए की गई तैयारियां और व्यवस्थाओं को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि विदिशा निकाय क्षेत्र की 112 जोडो का आज विवाह सम्पन्न हुआ है। जिसमें एक मुस्लिम जोड़ा भी शामिल है। 

उपहार
सभी नव दम्पतियों को शासन के दिशा निर्देशानुसार उपहार प्रदाय किए गए जिसमें दस हजार रूपए की एफडी और वधु के बैंक खाते मंे सात हजार रूपए जमा कराए जाने और पांच हजार रूपए की सामग्री प्रदाय की गई है। कुशवाह समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री नारायण सिंह कुशवाह के द्वारा श्रीरामलीला मेला प्रागंण में हुए सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम में प्रत्येक जोड़े को एक-एक दीवाल घड़ी अपनी ओर से भेंट की। विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी और अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, स्थानीय एसडीएम श्री मनोज कुमार वर्मा ने ग्यारसपुर में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सम्पन्न हुए विवाह में वरवधु को आशीर्वाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं की। सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक ने ततसंबंध में बताया है कि सर्वाधिक जोड़े तीन सौ जनपद पंचायत बासौदा के मंडी प्रागंण में आयोजित सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम में परिणय सूत्र में बंधें। इसी प्रकार जनपद पंचायत नटेरन की ग्राम पंचायत वर्धा में 160 जोड़े, जनपद पंचायत ग्यारसपुर के तहसील कार्यालय में 204 जोड़े, ग्राम पंचायत खामखेडाचैरासी में 42 जोड़े, ग्राम पंचायत सतपाडासराय में 36 जोड़े, ग्राम पंचायत सुल्तनिया में 17 जोड़े, ग्राम पंचायत देवखजूरी में 36 जोड़े, ग्राम पंचायत अहमदपुर कस्बा मेें 31 जोड़े, ग्राम पंचायत ठर्र में 22 जोड़ो के अलावा विदिशा नगरपालिका क्षेत्र के श्रीरामलीला मेला प्रागंण में 112 जोडे़ परिणय सूत्र में बंधे है।  

फिल्म अभिनेता मुकेश तिवारी विदिशा में

vidisha news
आज चाइना - गेट , गंगाजल सहित अनेक फिल्मों में विलेन का अभिनय कर ख्याति बटोरने बाले प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता मुकेश तिवारी ने अपने एक निजी यात्रा में सागर जाते हुए रस्ते में विदिशा में कुछ देर विश्राम कर अपने कुछ पुराने परिचितों :दैनिक राष्ट्रीय हिंदी मेल के ब्यूरो चीफ - अजय दांतरे और प्रशंषकों से से एक संझिप्त मुलाकात की

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (21 अप्रैल)

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रामा मे शिक्षको को मिल रहा हे प्रोजेक्टर से प्रशिक्षण

jhabua news
पारा---विकास खण्ड रामा के अकादमिक स्त्रोत केन्द्र मे रामा व झाबुआ के उत्कृश्ट प्राथमिक शालाओ के 80 शिक्षको मे से 78 शिक्षक पंजियन करवा कर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हे। शिक्षको को प्रशिक्षित मास्टर्स ट्रेनर द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से तेयार किए गए माडयूल्स के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा हे।11 अप्रेल से आरंभ हुआ यह प्रशिक्षण 6 चरणो जुन माह तक चलेगा।जिसमे शिक्षको को विशय से संबधित कठिन अवधारणाओ को सरल विधियो द्वारा समझाया जा रहा हे। रामा विकास खण्ड प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी व बीईओ चन्द्र प्रकाश तिवारी ने बताया की मध्यप्रदेश शासन ने झाबुआ जिले के प्रत्येक विकास खण्ड मे शिक्षको के प्रशिक्षण के लिए आकादमीक स्त्रोत केन्द्र खोले हे जिन्हेकलेक्टर बी चन्द्रशेखर व जिला पंचायत सीईओ के मार्ग दर्शन मे तेयार करवाकर संचालित किया जा रहा हे।जो कि शिक्षा के क्षेत्र मे गुणवत्ता पुर्ण शिक्षा के लिए सराहनिय प्रयास हे। वही शिक्षको के प्रशिक्षण स्थल पर पहुच कर सहायक आयुक्त मोहिनी श्रीवास्तव स्वयं प्रशिक्षण देकर उत्साहवर्धन कर रही हे। विगत दिवस 13 अप्रेल को सहायक आयुक्त ने शिक्षको को अंग्रेजी,गणित व पर्यावरण का प्रशिण दिया। इस प्रकार के प्रशिक्षण से शिक्षको मे भी काफी उत्साह हे।प्रशिक्षण संचालन के लिए एक टीम गठित की गई जो संचालन मे सहयोग दे रही हे वही बी आर सी रमंेश परमार व समस्त संकूल समन्वयक भी इस प्रशिक्षण मे सहयोग कर रहे हे।

दिल्ली में सोनिया व राहुल से रूबरू हुए  रतलाम - झाबुआ संसदीय क्षैत्र का प्रतिनिधिमंडल

झाबुआ---19 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में भूमि अधिग्रहण कानून के विरोध में तथा किसानों की समस्याओं के संदर्भ में आयोजित विषाल किसान रैली में रतलाम - झाबुआ संसदीय क्षैत्र से बडी संख्या में कांग्रेसजनों के साथ किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में राश्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी से प्रतिनिधिमंडल से सौजन्य भेंट कर किसान रैली की सफलता के लिये सोनियाजी के प्रति आभार व्यक्त किया। वही राहुल गांधी के द्वारा केन्द्र की मोदी सरकार के विरूद्ध दिये गये बेबाक भाशण की भूरी भूरी प्रषंसा करते हुए उनके राजनीति में आये यकायक बदलाव के प्रति अपनी षुभकामनाएं व्यक्त की। तो दूसरी और कांगेस राश्ट्रीय महामंत्री व प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह द्वारा इस रैली के सफल संचालन के लिये कृतज्ञता व्यक्त की। पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में मिली प्रतिनिधिमंडल में झाबुआ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, रतलाम ग्रामीण एवं षहर के अध्यक्षद्वय प्रभुलाल राठौर तथा विनोद मिश्रा ( मामा ) तथा आलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सरदारसिंह पटेल, थांदला पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, झाबुआ जिला कांग्रेस प्रवक्ता आचार्य नामदेव, नाफे्रड के पूर्व राश्ट्रीय अध्यक्ष कालूसिंह नलवाया, जिला कांग्रेस महामंत्री पारसिंह डिंडोर, रतलाम कृशि मंडी के पूर्व अध्यक्ष दिनेष षर्मा आदि ने मुलाकात करते हुए क्षैत्रिय समस्याओं से अवगत कराया। श्री भूरिया ने सोनिया गांधी व राहुल गांधी को अपने संसदीय क्षैत्र में असमायिक वर्शा एवं ओलवृश्टि से किसानों की बरबाद हुई फसलों तथा मजदूरों को रोजगार के अभाव में  अन्य राज्यों में पलायन होने से उत्पन्न रोजगार की संकटापन्न स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि मध्यप्रदेष क मुख्यमंत्री एवं भाजपा षासन द्वारा रोजगारमुखी योजनाओं के बंद किये जाने तथा केन्द्र षासन द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन में बरती जा रही कोताही के प्रति विस्तारपूर्वक चर्चा की। राश्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने श्री भूरिया के नेतृत्व में गये प्रतिनिधिमंडल एवं कांग्रेस के पदाधिकारियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए पार्टी के काम में सक्रिय रूप से कार्य करने के लिये प्रेरित किया एवं आदिवासियों, मजदूरों एवं सर्वहरा वर्ग के हितों एवं अधिकारों की रक्षा के लिये अपनी वचनबद्धता दोहराई और बताया कि गांधी परिवार का संबंध झाबुआ जिले से आज से नही पीढी दर पीढी से चला आ रहा है उसके प्रति भी श्री भूरिया द्वारा केन्द्रीय व राज्यमंत्री के रूप में किये गये कार्यो की भूरी भूरी प्रषंसा की। उक्त जानकारी जिला कांग्रेस प्रवक्ता आचार्य नामदेव ने दी।

भगवान परषुराम जयंती पर कांग्रेस ने दी बधाईयां 

झाबुआ---बा्रह्मण समाज के आराध्य देव एवं भगवान विष्णु के छटवें अवतार, वैदिक युग एवं बा्रह्मण युग के संधि पुरूष, शस्त्र,षास्त्रत,सृजन,षांति,संघर्ष एवं समर के समन्वयकारी संत भगवान परषुराम जी की जयंती हर वर्ष वैषाखषुक्लज अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर मनाई जाती है । पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने प्रदेषवासियों को बधाई देते हुए कहा कि भगवान परषुराम एक ऐसे यौद्धा है जो अपने ब्रह्म तेज से न्याय के लिये शस्त्र उठाते है । वे सामाजिक का्रंाति के जन्मदाता है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री मेहता ने इस अवसर पर कहा कि भगवान परषुराम समाज में व्याप्त कुरूतियों की षुद्धिकरण को तेज करने की मांग करते रहे है । सुश्री कलावती भूरिया ने कहा कि भगवान परषुराम ने सत्य की रक्षा के लियेषस्त्र उठाये । जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्षभटृ एवं आचार्य नामदेव ने भगवान परषुराम केवल ब्राह्मणों के आराध्य ही नही वरन संपूर्ण समाजों के आराध्य है । परषुराम एक क्रांतिकारी विचारधारा है जिसे समाज में नैतिक व्यवस्था के लिये जाना जाता है। जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नारायणभटृ, विजय पाण्डे, राजेन्द्र अग्निहौत्री, कांग्रेस नेता राजेषभटृ,जितेन्द्र अग्निहौत्री,राजेन्द्र व्यास,यषवंत भटृ,मनीषव्यास मुकेषषर्मा, बण्टू अग्निहौत्री,प्रकाष रांका, नगीनषाह, आदि ने परषुराम जयंती की बधाईया दी है ।

शिक्षकों का दस दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

झाबुआ---पूरे जिले के सभी 6 विकासखंडो में चल रहे शिक्षकों के प्रशिक्षण का दस दिवसीय प्रथम चरण सम्पन्न हुआ। झाबुआ विकासखंड में उक्त प्रशिक्षण गत 10 अप्रैल को प्रारंभ हुआ था। मंगलवार को प्रशिक्षण समापन अवसर पर प्रशिक्षण ले रहे समस्त शिक्षकों को जिला पंचायत सीईओ धनराजू एस ने संबोधित किया। आपने शिक्षको द्वारा लिये जा रहे ऐसे प्रशिक्षण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ऐसे प्रशिक्षणों के महत्व पर प्रकाश डाला तथा शिक्षकों को ऐसे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने हेतु प्रेरित किया। प्रशिक्षण समापन के अवसर पर बीईओ भारतसिंह, सीओ डाॅ. जय वैरागी, प्राचार्य श्री वर्मा के अतिरिक्त सहयोगी शिक्षक तथा सीएसी उपस्थित थे।

1 लाख से ज्यादा की अवैध शराब वाहन सहीत जब्त दो आरोपी गिरफ्तार 

मुखबिर की सूचना के आधार थाना काकनवानी पुलिस टीम ने ग्राम वट्ठा से लिमडी की ओर जा रही जीप क्र0 जी0जे-16-एक्स-2854 को चेक किया गया। जीप में 120 पेटी बीयर पाई गई। बीयर की अनुमानित कीमत 1,44,000/- रू0 है। जीप की अनुमानित कीमत 06 लाख रू0 है। बीयर एवं जीप को जप्त किया गया। आरोपी मुकेश पिता किरतन सिंह लबाना, उम्र 35 वर्ष, निवासी लिलवादेवा लिमडी-गुजरात तथा जसवंत निवासी लिमडी दाहोद-गुजरात को गिरफ्तार किया गया। थाना काकनवानी में अपराध क्रमांक 84/2015, धारा 34(2)36,46 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। शराब परिवहन में उपयोग की गई जीप के विरूद्ध राजसात की कार्यवाही की जावेगी। 

बुरी नियत से हाथ पकडा 
        
झाबुआ---फरियादिया ने बताया कि वह शादी में नाच रही थी। आरोपी सुमेरसिंह पिता तेरसिंह सोलंकी निवासी छापरी रजला का आया, बुरी नीयत से हाथ पकडकर ले जाने लगा, मना करने पर मारपीट की व भाग गया। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 158/14, धारा 354,323 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

लाखेा की फसल सहीत 6-7 किलो चांदी हुई स्वाह, आपसी विवाद मे लगाई घर को आग 

झाबुआ--- फरियादी शहादत पिता पेमला भूरिया, उम्र 45 वर्ष निवासी मोरडुंडिया ने बताया कि आरोपी बहादुर पिता पांगला भूरिया एवं अन्य-02 निवासीगण मोरडंुडिया उसके घर आये व बोले तु त्योहार नहीं मना रहा है, उसने बोला मेरे अनुसार मनाउंगा कहने पर उसके मकान में आग लगा दी, जिससे 6-7 किलो चांदी व 100-150 क्विंटल सोयाबीन व चना जल गया। थाना रानापुर में अप0क्र0 159/15, धारा 436,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

सर्प दंश से मोत

झाबुआ---फरियादिया टीटाबाई पति गोरसिंह, उम्र 48 वर्ष निवासी कचलदरा ने बताया कि गोरसिंह पिता रूपा, उम्र 50 वर्ष निवासी कचलदरा की सांप काटने से मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना मेघनगर में मर्ग क्रमांक 12/15, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया।  

गौधाम गऊशाला का प्रथम स्थापना दिवस 26 अप्रैल को भव्य रूप से मनाया जाएगा

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नई दिल्ली । श्री गऊ  सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में दिल्ली के प्रमुख गऊ भक्तों की गऊशाला गौधाम का प्रथम स्थापना दिवस 26 अप्रैल को प्रातः 11 बजे से गऊशाला प्रांगण गौधाम गांव सांवदा घेवरा में निजामपुर रोड पर अत्यंत धूमधाम के साथ मनाया जाएगा जहां हजारों गउफ भक्त एवं गऊ सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी व अनेक केन्द्रीय व दिल्ली सरकार के मंत्रियों एवं विधायकों के पहुंचने की पूरी संभावना है। जगदगुरू आनंद कन्द भगवान श्री कृष्ण की महाअनुकम्पा से मनाए जाने वाले प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर आचार्य नरेश चन्द्र शास्त्राी जी, आध्यात्मिक ज्ञान का खजाना गुरू मां श्रीमती मन्जू भारद्वाज, कथा व्यास सुनील शास्त्राी जी का पावन सानिध्य प्राप्त होगा। भव्य गौशाला दर्शन एवं गणेश वन्दना के पश्चात कार्यक्रम में पधारे अतिविशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात गौ महिमा के अंतर्गत गौ माता का कीर्तन गुणगान इस्काॅन सोसायटी पंजाबी बाग एवं रोहिणी द्वारा मनमोहक भजनों की प्रस्तुति की जाएगी। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे लाला केदार नाथ अग्रवाल काकाजी बीकानेरवाले। कार्यक्रम के दौरान 51 पफीट उफंचे झण्डे से ध्वजारोहण किया जाएगा जिसके ध्वजारोहण कर्ता होंगे प्रसि( समाज सेवी ओम प्रकाश तथा स्वागताध्यक्ष होंगे अंकित गोयल गोलू सांपला वाले। दीप प्रज्ज्वलनकर्ता होंगे रघुनाथ चन्द्र दास राजेश गोयल। अतिविशिष्ट सहयोगी श्यामलाल दास ‘श्याम मलिक’ एवं विशेष सहयोगियों में संजय गर्ग, राजीव मित्तल, राम करण गोयल, सुनील महाजन एवं सहयोगियों में बजरंग लाल जैन, रवि गर्ग महेमिया, पवन अग्रवाल एवं श्रीमती मंजू सिंघल का कार्यक्रम के आयोजन में विशेष सहयोग रहेगा।

गौधाम गऊशाला के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विशिष्ट अतिथियों, सहयोगियों एवं नए ट्रस्टी बंधुओं के सम्मान समारोह के साथ गौमूत्रा एवं गोबर से निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी एवं आउटलेट का भव्य उद्घाटन किया जाएगा। श्री गऊ सेवा ट्रस्ट की ओर से स्थापना दिवस के अवसर पर गौ पूजन की भी विशेष व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उपस्थित कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथियों में सांसद मेनका गांधी, उदित राज, डाॅ. श्री सत्यनारायण जांटिया, स्वास्थ्य मंत्राी दिल्ली सरकार सतेन्द्र जैन, विधायक सुखबीर दलाल, शिवचरण गोयल, महेन्द्र गोयल, गिरीश सोनी, रघुविन्द्र शौकीन, कमांडो सुरेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक एवं महारजा अग्रसेन विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डाॅ. नंदकिशोर गर्ग, श्याम लाल गर्ग, निगम पार्षद मास्टर आजाद सिंह, प्रसिद्ध ( समाज सेवी दयाल चंद गर्ग, भाजपा के युवा नेता कैलाश सांकला, पूर्व निगम पार्षद वेद प्रकाश गुप्ता एवं श्रीमती सविता गुप्ता, अर्थ इन्प्रफास्ट्रक्चर के अवधेश गोयल, महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल पंजाबी बाग के प्रधान सुशील गुप्ता, श्री अग्रसेन इन्टरनेशनल हाॅस्पीटल के प्रधान घनश्याम गुप्ता, महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल के पूर्व प्रधान गजानंद सांवडि़या, जींद मैत्राी संघ के प्रधान तीर्थराज सिंघल, अमृत सिंगला, रोशन लाल गोरखपुरिया, रवि कालरा प्रधान द अर्थ सेवियर्स पफाउंडेशन ;एनजीओ, अग्रसेन इन्टरनेशनल हाॅस्पीटल के महामंत्राी नरेश ऐरन, प्रसिद्ध ( समाज सेवी राम कुमार बासिया, सुभाष गुप्ता, राम कैलाश गुप्ता, सतीश तायल, जय भगवान जिंदल, नीरज गर्ग, राम कुमार गुप्ता, बी.एस. गुप्ता, विनोद अग्रवाल, टेकचंद गुप्ता, त्रिलोकी नाथ, सुभाष जग्गा, ज्ञान अग्रवाल, बाल किशन अग्रवाल, गणपत गोयल तथा समाज सेविका में श्रीमती सीमा गोयल, श्रीमती मीना गुप्ता, श्रीमती राशि महाजन कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि होंगी।

गौधाम गऊशाला स्थापना दिवस की सपफलता के लिए श्री गउफ सेवा ट्रस्ट के प्रधान शंकर दास बंसल, वरिष्ठ उपप्रधान रघुबीर चंद गर्ग, उपप्रधान इन्द्रसेन गर्ग, सुरेश कुमार गोयल, निरंजन अग्रवाल, सतप्रकाश मित्तल, महामंत्राी अशोक कुमार जैन, हरि राम गर्ग, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार मित्तल, संगठन मंत्राी कृष्ण लाल गोयल, मंत्री  सुखलाल जैन, नरेश पाल गर्ग, सुभाष गोयल, रवि गर्ग महेमिया, वित्त सलाहकार सी.ए. राजेश खुराना, कानूनी सलाहकार सुनील गोयल, चेयरमैन लाला केदार नाथ अग्रवाल काकाजी बीकानेरवाले, संरक्षक दरवेश बंसल, अशोक गुप्ता, विजय बंसल, सलाहकार समिति सदस्य देशराज सिंघला, साहिब चंद  चंद सिंघल, सुरेश गर्ग जहाजगढि़या, टी.आर. मित्तल, सुभाष गोयल, सुभाष चंद गर्ग, अशोक गोयल, धर्मवीर जैन एवं कार्यकारिणी सदस्य कैलाश चन्द खण्डेलवाल, किशन कुमार सातरोडीया, पुरुषोत्तम बंसल, श्याम मलिक, सुनील अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, विजल अग्रवाल, मुकेश गर्ग, कमल जिंदल, रविन्द्र गंडोत्रा, नरेश सिंघल, संजय गर्ग, राजेश गोयल, वृषभान गोयल, राजीव मित्तल, सतपाल गर्ग, संजय गर्ग, बजरंग लाल जैन, पंकज जैन, गौतम जैन, शैलेन्द्र बंसल पूरी तरह तत्पर हैं। आयोजक गणों ने समस्त गऊ  भक्तों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंच कर गऊ  मां का आशीर्वाद लेने का आग्रह किया है।

अभिनेत्री दिया मिर्जा ने किया सुनार लाॅन्च

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बदलते लाइफ स्टाइल में परिधान के साथ ज्वैलरी भी महिलाओं के सौदर्य में चार चांद लगा देती है। वर्तमान में आभूषणों में डिज़ाइनर, एन्टीक, ब्राइडल आभूषण तथा रोज़मर्रा में पहने जा सकने वाले आभूषण बाजार में असानी से मिल जाते है। यह बात अभिनेत्री दिया मिर्जा पे करोलबाग बैक स्ट्रीट पर स्थित सुनार ज्वैलरी के लाॅन्च  के मौके पर कहीं। इस मौके,पर गायक शंकर सहित फैशन जगत से जुडी अनेक हस्त्यिां मौजूद थी। सुनार के सीएमडी प्रवीण गोयल ने बताया, ‘‘सुनार के लाॅच के साथ आज हम आभूषण उद्योग में नए मानदंड स्थापित करने जा रहे हैं। हमारे डिज़ाइन परंपरा और आधुनिकता का बेहतरीन संयोजन हैं। हमारा नया स्टोर हमारे उपभोक्ताओं को खरीददारी का बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगा।’’

श्री गोयल आभूषणों के पारखी हैं जो आभूषण बनाने के लिए स्टाइल के पूर्वानुमान से लेकर सामग्री के चुनाव और डिज़ाइन के चयन तक हर पहलू का बारीकी से अध्ययन करते हैं, इतने गहन शोध के बाद ही हर पीस को सुनार में पेश किया जाता है। प्रवीण का मानना है कि कला और शिल्पकौशल का बेहतरीन संयोजन ही आभूषणों को सही मायने में शानदार बनाता है। आभूषणों के बारे में इन्हीं विचारों के साथ, प्रवीण गोयल ने सुनार का लाॅन्च किया है जो अपने बेहतरीन डिज़ाइनों के साथ आभूषणों ं के क्षेत्र में नए मानदण्ड स्थापित करेगा, इन को जहाँ एक ओर पारंपरिक डिज़ाइनों से तराशा गया है, वहीं दूसरी ओर अत्याधुनिक शैली के साथ इन्हें समकालीन लुक दिया गया है।

आशीष खेतान ने कहा, भूषण परिवार को नहीं छोड़ूंगा

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शांति भूषण और प्रशांत भूषण पर हमला करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने कहा कि उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाने के लिए वह भूषण परिवार को नहीं बख्शेंगे। आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख सदस्य खेतान ने कहा कि अगर आरोप सही साबित हुए तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने भूषण परिवार पर बेईमानी से संपत्ति हासिल करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'मैं भूषण परिवार को बख्शने नहीं जा रहा हूं। या तो वे अपनी ईमानदारी साबित करें या मेरी बेईमानी।'खेतान ने संवाददाताओं से कहा, 'जो हर जगह सरकारी भूमि, मकानों पर कब्जा करते हैं... वे दूसरे को कैसे भ्रष्ट कह सकते हैं। कैसे भूषण परिवार ने साम्राज्य खड़ा किया... पीआईएल का उद्योग खड़ा करके।'आपको बता दें कि प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया है कि पूर्व पत्रकार खेतान ने एक पेड खबर की, जिससे एक निजी कंपनी को फायदा हुआ।

इस पर खेतान ने कहा, 'इस बार उन्होंने आम आदमी पर हमला किया है। उन्होंने मुझे निशाने पर लिया है। मैं उन्हें नहीं बख्शूंगा। मैं मात्र 6500 रुपये के साथ इस शहर में आया था। जो कुछ मैंने हासिल किया है, वह अपने कड़ी मेहनत से हासिल किया है। मेरे पास न तो संपत्ति है और न ही पर्याप्त बैंक बैलेंस है।'खेतान ने कहा, 'अगर वे सबूत देते हैं कि मैंने खबर लिखने के लिए धन स्वीकार किया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। अगर वह इसे साबित नहीं कर सके तो उन्हें सार्वजनिक जीवन छोड़ देना चाहिए।'

वहीं खेतान की इस चुनौती का जवाब देते हुए शांति भूषण ने उन्हें चुनौती दी कि वह उनका खुलासा करें। शांति भूषण ने कहा, 'उन्हें हमारा पर्दाफाश करने दें। उनका पर्दाफाश हो जाएगा। हमारा परिवार देश का सबसे ईमानदार परिवार है। कोई भी हमारी ईमानदारी पर सवाल खड़े नहीं कर सकता। न तो प्रशांत भूषण की सत्य निष्ठा पर और न ही मेरी सत्यनिष्ठा पर।'

मोदी की फटकार से गिरिराज की आंखों से निकले आंसू?

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सोनिया गांधी पर अभद्र टिप्पणी के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और उनसे पड़ी फटकार के बाद रो पड़ने की खबरों का केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने खंडन किया है। इससे पहले सूत्रों ने जानकारी दी थी कि पीएम मोदी द्वारा फटकारे जाने के बाद गिरिराज बाकायदा रो पड़े थे। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने गिरिराज सिंह को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए आज अपने पास बुलाया था। उल्लेखनीय है कि गिरिराज ने सोनिया गांधी के गोरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मुद्दे पर नाइजीरियाई दूतावास ने भी आपत्ति जताई थी। 

इतना ही नहीं सोमवार को इस मुद्दे को कांग्रेस पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संसद में उठाया था और पीएम मोदी से गिरिराज सिंह को बर्खास्त करने की मांग की थी और पीएम मोदी से माफी मांगने की मांग भी की थी। सदन में मौजूद गिरिराज सिंह ने कल ही सदन में अपने बयान पर खेद प्रकट किया था। बता दें कि पिछले माह पहले दिए गए इस बयान पर गिरिराज सिंह पहले भी खेद प्रकट कर चुके थे। उन्होंने अपने सफाई में यहां तक कहा था कि यह एक अनौपचारिक बातचीत थी।

जंतर-मंतर पर 'आप'की किसान रैली आज

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राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस की किसान रैली के बाद आदमी पार्टी (आप) बुधवार को जंतर-मंतर पर रैली कर रही है। केंद्र सरकार की ‘किसान विरोधी नीति’ व भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ होने वाली रैली की शुरुआत दोपहर 12 बजे के करीब होगी, जिसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे, हालांकि वह संसद की ओर होने वाले मार्च का हिस्सा नहीं होंगे।

आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव जैसे दिग्गजों को बाहर करने के बाद इस रैली के बहाने पार्टी की कोशिश लोगों तक यह संदेश पहुंचाने की भी होगी कि बागी नेताओं के जाने के बाद पार्टी की ताकत पर कोई असर नहीं पड़ा है। किसान रैली को लेकर मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी नेता कुमार विश्वास ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों किसानों के मामले में नौटंकी कर रही हैं।

हजारों किसान फसल की बर्बादी से त्रस्त हैं, लेकिन उनके दर्द को जानने वाला कोई नहीं है। वहीं, भूमि अधिग्रहण कानून किसान हितैषी नहीं बल्कि कारपोरेट हितैषी है। हम चाहते हैं जो 2013 में भूमि अधिग्रहण बिल का प्रारूप था, उसे ही लागू किया जाए। केंद्र सरकार ने इसमें कई ऐसे संशोधन किए हैं, जिससे किसानों को फायदा नहीं है। केंद्र की बेरुखी के कारण हमने संसद मार्च करने का फैसला किया है, ताकि सरकार यह न समङो कि किसानों के साथ कोई नहीं है। यह भूमि अधिग्रहण बिल कुछ नहीं, बल्कि अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने का कदम है। आप नेता कुमार विश्वास ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह छुट्टी व मनोरंजन दौरे से आ गए हैं। अब यह नेता किसानों के कल्याण के बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हरियाणा में रॉबर्ट वाड्रा को कैसे फायदा पहुंचाया गया।

केंद्र पर ही निशाना साधते हुए आप प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी किसानों के लिए इस ‘भूमि अधिग्रहण कानून’ के खिलाफ पुरजोर विरोध करेगी। पार्टी के मुताबिक, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, बुंदेलखंड व पूर्वांचल से किसान रैली में शामिल होंगे।

मेघालय बम विस्फोट में 5 पुलिसकर्मी घायल

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मेघालय में मंगलवार देर रात उग्रवादियों द्वारा एक बम विस्फोट को अंजाम दिए जाने से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बुधवार को बताया कि विस्फोट साउथ गारो हिल्स जिले में हुआ। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जिला पुलिस प्रमुख लाकरडोर सईएम ने बताया कि गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के उग्रवादियों ने जदिगिप्तीम इलाके में सड़क किनारे एक शक्तिशाली इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाई थी। इसमें विस्फोट होने से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस के एक वाहन को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों पर यह हमला सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सैनिकों द्वारा उन्हें वहां पहुंचाने के बाद हुआ। ये पुलिसकर्मी गारो हिल्स में उग्रवाद विरोधी अभियान का हिस्सा रहे हैं। लाकरडोर ने कहा कि हमने इलाके में छुपे जीएनएलए उग्रवादियों को ढूंढ निकालने के लिए इलाके में एक अभियान शुरू कर दिया है।

सरकार इंटरनेट को भी बड़े उद्योगपतियों को बांटना चाहती है : राहुल गांधी

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इंटरनेट निरपेक्षता मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि हर युवा को नेट का अधिकार होना चाहिए। सरकार नेट न्यूटैलिटी के लिए या तो कानून में बदलाव करें या फिर कानून में संशोधन करें। सरकार इंटरनेट को भी बड़े-बड़े उद्योगपतियों को बांट देना चाहती है। 

राहुल ने कहा, मनरेगा की बात की जाती है लेकिन नेट निरपेक्षता की बात नहीं होती.. यह एक जटिल विषय है। मैं निवेदन करता हूं कि सरकार ट्राई की सिफारिशों को रद्द कर दे। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए कहा, सरकार नेट आजादी के पक्ष में है। इस देश के नौजवानों और नेट का पूरा समर्थन करते हैं। हमारी सरकार मोबाइल गवर्नेंस चाहती है।

रविशंकर प्रसाद ने जोर देकर आगे कहा कि हमारी सरकार कभी किसी कॉरपोरेट के दबाव में आती है न आएगी। ट्राई को सुझाव देने का अधिकार है, लेकिन निर्णय देने का अधिकार मोदी जी और रविशंकर प्रसाद का है। हमारी सरकार चाहती है कि 125 करोड़ लोगों के पास इंटरनेट हो। इससे पूर्व इंटरनेट निरपेक्षता के मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित कर इस बारे में तत्काल चर्चा कराने के लिए कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था।

लोकसभा में कल इंटरनेट की निरपेक्षता को सुनिश्चित करने की जोरदार वकालत की थी और ट्राई द्वारा हाल में लाए गए परामर्श पत्र को खारिज किए जाने की मांग की गई थी। माकपा के एमबी राजेश ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए आरोप लगाया था कि ट्राई द्वारा लाया गया परामर्श पत्र दूरसंचार और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की ओर से नेट निरपेक्षता पर आघात का खुला समर्थन करता है।

इससे पहले राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार पर किसानों की समस्याओं को लेकर जमकर निशाना साधा था। उस समय राहुल ने मोदी सरकार को 'सूट-बूट की सरकार'बताया था। अब वह एक नए मुद्दे को छेड़कर सरकार के सामने नई चुनौती पैदा कर रहे हैं।

बिहार में चक्रवाती तूफान से भारी तबाही, पूर्णिया में 23 लोगों की मौत

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बिहार के उत्तर पूर्व इलाके में आए चक्रवाती तूफान ने भारी तबाही मचा दी है। इस तूफान से 32 लोगों की मौत हो गई है और 80 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। पूर्णिया, सहरसा, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा समेत उत्तर पूर्व बिहार के कई इलाकों पर तूफान का कहर देखा जा रहा है। इस तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान मधेपुरा और पूर्णिया में हुआ है।

जिलाधिकारी राजेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बुधवार को बताया कि पूर्णिया जिले के कई प्रखंडों से चक्रवाती तूफान से मरने वालों और घायलों की सूचना मिल रही है। उन्होंने बताया कि चक्रवार्ती तूफान के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 31, 57 और 107 के अलावा सभी राज्य मार्ग एवं ग्रामीण सड़कों पर बड़े-बड़े पेड़ के गिर जाने से यातायात बाधित हो गया है।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक काफी बड़े पैमाने पर घरों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। सरकार की ओर से मृतकों परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की घोषणा की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तूफान से प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करेंगे।

विशेष आलेख : पाकिस्तान को सबक सिखाना होगा

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कश्मीर घाटी में पाकिस्तान के इशारे पर आतंक और अलगाव फैलाने का जो खेल लम्बे समय से खेला जा रहा है, उसकी परिणति स्वरूप पैदा हुए अलगाववादी मसरत आलम जेल से रिहा होने के बाद फिर उसी राह का अनुसरण करने को तैयार हो गए थे, जिसके कारण उसको जेल जाना पड़ा था। कश्मीर के त्राल में बिगड़े हालात इस सत्य को अभी भी उजागर कर रहे हैं। आज मसरत आलम फिर से जेल जा चुके हैं, लेकिन क्या मसरत आलम अपने किए को गुनाह मानते हैं? कदाचित तो ऐसा बिलकुल भी नहीं लगता, क्योंकि जितने समय वह जेल से बाहर रहा, उस समय में भी उसने वही राष्ट्रद्रोही खेल खेला जिजसे भारतीयता कलंकित होती है।

मसरत आलम को चाहे गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन उसके समर्थक पथराव कर 2008 जैसी स्थिति निर्मित करना चाहते हैं, उप मुख्यमंत्री नरेश सिंह ने कहा है कि मसरत आलम जैसे तत्व फिर से 2008 जैसी पथराव की स्थिति निर्मित करना चाहते हैं, उस समय पथराव में करीब डेढ़ सौ सुरक्षा जवान और अन्य नागरिक मारे गए थे। पाकिस्तान में हाफीज सईद जिस पर 26/11 के मुंबई हमले की साजिश रचने का आरोप है। अमेरिका ने भी उस पर इनाम की घोषणा की है, इससे जाहिर हो गया है कि मसरत आलम और उसके समर्थक पाकिस्तान के द्वारा रची साजिश के तहत कश्मीर को हिंसा की आग में झोंकना चाहते हंै। इससे यह जाहिर हो गया है कि पाकिस्तान यदि कश्मीर को समस्या मानता है, तब भी वह चर्चा की बजाय हिंसा से इस मामले को हल करने की साजिश कर दबाव बनाना चाहते हैं। यदि पुरानी हिंसक घटनाओं के विस्तार में नहीं जाया जाए, लेकिन चार सीधी लड़ाई का संदर्भ दिया जाए तो पाकिस्तान शक्ति के आधार पर भारत को प्रभावित नहीं कर सकता। यदि उसने भारत में हिंसा करने की कोशिश की तो पाकिस्तान का अस्तित्व संकट में पड़ सकता है, उसे ध्यान रखना होगा कि 1971 में भारत के साथ टकराने का दुष्परिणाम यह हुआ कि पाकिस्तान का एक भाग बांग्लादेश के नाम से स्थापित हो गया। हाफिज सईद जो इस्लाम के नाम पर भारत के खिलाफ जहर उगलता है, उसे ध्यान रखना होगा कि पाकिस्तान से अधिक मुस्लिम भारत में है, पाकिस्तान में सिया मस्जिदों पर हमले होते हैं। इस्लामी स्टेट के आतंकी इराक में सिया मुस्लिमों को मार रहे हैं, उनकी मस्जिदों पर बमों की बारिश करते हैं। इसी प्रकार पाकिस्तान में तालिबानी स्कूल में बच्चों पर हमला कर उनकी हत्या करते हैं, सिया मुस्लिमों की मस्जिदों पर हमला कर नवाजियों का खून बहाते हैं। ये बच्चे और अन्य नागरिक मुस्लिम है। सीरिया सेना और आईएस के बीच मुठभेड़ में मुस्लिम ही मारे जा रहे हैं। यदि सुरक्षा की दृष्टि से विचार करें तो सबसे अधिक सुरक्षित और खुशहाल भारत के मुस्लिम हंै। बाकी सभी मुस्लिम देशों में मारकाट हो रही है।

मुसलमानों या मुगलों का इतिहास बताता है कि उन्होंने राजपाट को हथियाने के लिए अपने अगे संबंधियों तक का गला घोंट दिया था। शक्ति का दुरुपयोग करके उन्होंने वे सब असामाजिक कार्य किए जिन्हें समाज प्रथम दृष्टया अनुचित मानता है। प्रारंभ से लेकर आज तक मुसलमान आज तक एक दूसरे को विश्वास के भाव से नहीं देखते। भारत में जितने भी मुसलमान हैं वे सब खुशनसीब हैं कि उन्हें किसी मुस्लिम राष्ट्र में जन्म नहीं लेना पड़ा। वर्तमान में भारत में भी पाकिस्तान या अन्य मुस्लिम राष्ट्रों के नेटवर्क का खुलासा होता दिखाई देता है। भारत के कुछ मुसलमान आतंकवाद जैसे कार्य का समर्थन करके पूरे समाज पर सवालिया निशान लगा रहे हैं, जबकि भोले भाले गरीब मुसलमानों का इससे कोई वास्ता नहीं है। उन्हें मजबूरी में अपने आकाओं की बात माननी पड़ती है।

भारत का मुसलमान इस सत्य को पूरी तरह से जानता है कि हम जितना हिन्दुओं के बीच रहकर सुखी हैं, उतना किसी भी मुस्लिम राष्ट्र में नहीं रह सकते। आज मुसलमान वर्ग सिया और सुन्नी वर्ग में विभाजित है, इतना ही नहीं पाकिस्तान के हालात तो और भी बदतर हैं, वहां भारत के मुसलमानों को कुछ भी नहीं समझा जाता। हमारे देश में मुसलमानों के नाम पर जिस प्रकार की राजनीति की जा रही है वह केवल मुसलमान वर्ग को कमजोर करने की एक साजिश भर है। इसके कारण जहां मुस्लिम राजनेता अपनी राजनीति चलाने का खेल खेल रहे हैं, वही कुछ राजनीतिक दल भी उन्हें तुष्ट करने की राजनीति कर रहे हैं।

 इसलिए पाकिस्तान के हाफिज सईद जैसे उग्रवादी मुस्लिमों को यह ध्यान रखना चाहिए कि मुस्लिमों के नाम पर दुनिया के मुस्लिम एक जुट नहीं हो सकता। हर देश के साथ वहां के मुस्लिमों की राष्ट्रीयता है, वे उसी देश के प्रति वफादार है। इसलिए भारत के मुस्लिम कश्मीर के बारे में पाकिस्तान के साथ खड़े नहीं हो सकते। इस बारे में चाहे हाफिज सईद और मसरत आलम कश्मीर के कुछ लोगों को भड़काने में सफल हो जाएं, चाहे पथराव में अपने ही लोगों के सिर फोड़े जाए। मसरत की गिरफ्तारी के बाद पथराव में युवक मारा जाता है, वह भी कश्मीरी था। मुस्लिमों का खून बहाने का खेल बंद होना चाहिए। मुस्लिमों एवं पाकिस्तान के नाम पर साजिश हुई तो बर्बाद होते पाकिस्तान को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। यदि सीमा को अशांत करने की कोशिश की गई तो भारत को शक्ति की भाषा का उत्तर देना आता है। इसका जहरीला स्वाद पाकिस्तान चख चुका है।







सुरेश हिन्दुस्थानी
वरिष्ठ पत्रकार
झांसी उत्तरप्रदेश
संपर्क : 09425101815

विशेष आलेख : पत्रकारिता की सीमायें !!

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भारत के प्रजातांत्रिक स्वरूप मे तीन महत्वपूर्ण स्तम्भ 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के पश्चात निर्मित हुये थेः- विधायिका, कार्यपालिका, एवं न्यायपालिका। संविधान मे चैथा पाया के रूप मे मीडिया को नही रखा गया है। परन्तु अपनी कार्य-शैली व सजगता के आधार पर एक चैथा सशक्त और अत्यन्त मजबूत स्तम्भ मीडिया का भी है। समय के बदलते क्रम में देश के मीडिया ने अपना एक सुरक्षित स्थान बनाया है, सरकारांे की नीव हिली और मीडिया समय का हस्ताक्षर प्रमाणित हुआ है। प्रजातंत्र का वास्तविक स्वरूप मीडिया की स्वतंत्रता पर ही आधारित है। राजतंत्र और प्रजातंत्र का यही तो अंतर है, राजतंत्र में मीडिया का कार्य सिर्फ राज्य के राजा की प्रशंसा करना, राजा की इच्छा के अनुरूप राज्य-सापेक्ष समाचारों का प्रकाशन करना और इसके बदले मे राजा से इनाम-खिताब प्राप्त कर अपनी रोजी-रोटी चलाने का कार्य मीडिया करता था। राजतंत्र में मीडिया को यह इजाजत नही थी कि वह राज्य की अव्यवस्थाओं, घूसखोरी व आम जनता की पीढ़ा को अखबारों के माध्यम से उजागर करे। लेकिन समय बदला, स्वतंत्रता संग्राम अन्दोलन हुआ, मीडिया जगत मे भी जन-आंदोलन को उजागर करने की प्रांण-वायु का प्रवाह शनैः शनैः होने लगा था। सच तो यह है कि चाहे मीडिया जगत हो या देश की सरकारें, जन-भावनाओं को कुचलना किसी के भी वश में नही है और जन-भावनाओं को यदि मीडिया ने नजरअन्दाज किया, तो वह भी असंगत होते हुये हांशिये पर पहुंच सकता है। भारत के प्रजातान्त्रिक स्वरूप मे देश के मीडिया ने समय-समय पर जन-भावनाओ को उजागर करते हुये सरकारो की चूलें ढीलीं की हैं। भारत मे पत्रकारिता की स्वतंत्रता और मीडिया का क्षेत्र जितना जीवंत और सजग है, उतना भारत के किसी भी पडो़सी देश मे नही है और इसी कारण भारत के प्रजातंत्र ने विश्व मे अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

बर्तमान मे पत्रकारिता ने अपना एक विशाल क्षेत्र निर्मित किया है जैसे- खोजी पत्रकारिता अर्थात कोई ऐसी विशेष छुपी हुई खबर, जिसके बारे मे किसी को भी ज्ञात नही हो और उसे उजागर किया जाये। सनसनीखेज पत्रकारिता, फोटो पत्रकारिता, संसदीय-विषय, कानूनी तथा प्रशासानिक व्यवस्थाओं या अव्यवस्थाओ से जुड़ी पत्रकारिता, न्यायालयो से होने वाले ज्ञानवर्धक निर्णयों की पत्रकारिता, पुलिस और आपराधिक विषयांे की पत्रकारिता, विज्ञान एवं कृषि जगत की पत्रकारिता, बाल साहित्य, व्यापार जगत की पत्रकारिता, ज्योतिष एवं आध्यात्मिक, धार्मिक क्षेत्र से संबंधित पत्रकारिता, महिलाओ एवं घरेलू कार्याें से संबंधित पत्रकारिता, आदि ऐसे अनेकों अनेक क्षेत्र हैं, जिनमे मीडिया जगत के पत्रकार अपनी-अपनी रूचि के अनुसार पत्रकारिता का चयन कर सकते हैं।      

किसी भी देश मेे प्रजातांत्रिक समाज तभी सम्भव है, जब वहां का मीडिया अपनी उत्तरदायीपूर्ण जबावदेही के साथ सजग हो। प्रजातंत्र मे सभी स्वतंत्र है, लेकिन कानून का राज्य है, इसलिये सभी असीमित-स्वतंत्र नही भी हैं। स्वतंत्रता की भी सीमायें है। पत्रकारिता के उच्च-स्तर के लिये जर्नलिस्टिक ईथिक्स का पालन करना भी आवश्यक है। इसी संदर्भ मे प्रथम प्रेस कमीशन 1954 मे आया था, जिसमे फूहड. किस्म के समाचार किसी वर्ग-विशेष के विरूद्व समाचार, राग व द्वेष पर आधारित समाचार व पीतपत्रकारिता पर अंकुश लगाने का कार्य किया गया। प्रेस कमीशन 1954 के द्वारा मान्यता प्राप्त अखबारों का निर्देश दिये गये थे कि वे पत्रकारिता के क्षेत्र मे उच्च मानकों का पालन करें एवं किसी की निजी जिदंगी मे झांक कर सनसनीपूर्ण सस्ती पत्रकारिता से पहरेज करें। कमीशन ने प्रेस कौंसिल को तब यह भी सिफारिश थी कि मीडिया की स्वंतत्रता को सुरक्षित रखते हुये यह भी सुनिशिचत किया जाना चाहिये कि मीडिया समाचार जगत मे अपना उच्च स्तर स्थापित करे और इस हेतु प्रेस कौसिल को कानूनी मान्यता प्राप्त हो। प्रथम प्रेस कमीशन की सिफारिश पर 1966 मे प्रेस कौसिंल आॅफ इण्डिया की प्रथम स्थापना हुई थी। समय व्यतीत होता गया और मीडिया अपनी स्वतंत्रता व निष्पिक्षता के साथ उच्च मानकों को स्थापित करते हुये देश मे जनभावनाओं की आवाज उजागर करता गया। अन्ततः प्रेस कौसिंल एक्ट 1978 के नाम से कानून का निर्माण हुआ, जो बर्तमान से लागू है और इस कानून के तहत ’’प्रेस कौसिंल आॅफ इण्डिया’’ की स्थापना हुई। ’’प्रेस कौसिंल’’ का पुनर्गठन दिनांक 22 मई 2001 को हुआ। इस कानून के तहत रजिस्टर्ड मान्यताप्राप्त अखवारों के सर्कुलेशन के आधार पर ’’प्रेस कौसिंल’’ अपनी रेवेन्यू की वसूली करता है। जिन अखवारों का सर्कुलेशन 5000 प्रतियों से कम हो, उन्हे रेवेन्यू की लेवी से मुक्त रखा गया है। प्रेस कौसिंल एक्ट 1978 में ’सम्पादक’ की परिभाषा ’प्रेस एण्ड रजिस्ट्रेशन आॅफ बुक एक्ट 1867’ के कानून से ली गई है, जिसके अनुसार ऐसा व्यक्ति जो अखबार मे समाचारों के चयन पर नियंत्रण रखता हो, उसे सम्पादक कहा जावेगा। इसी प्रकार ’वर्किंग जर्नलिस्ट्स एण्ड अदर न्यूज पेपर एम्प्लाईज (कण्डीशन्स आॅफ सर्विस) एण्ड मिसलेनियस प्रोवीजन्स एक्ट 1955 मे से ’वर्किंग जर्नलिस्ट’ की परिभाषा ली गई है, जिसके अनुसार ऐसा व्यक्ति जो किसी अखबार के लिये मुख्यतः जर्नलिस्टि के कार्य हेतु पूर्ण या अंशकाल के लिये नियोजित हो, उसे ’वर्किंग जर्नलिस्ट’ कहा जायेगा और इसमेे सम्पादक, उप-सम्पादक, फीचर लेखक, समाचार-सम्पादक भी शामिल हैं। 

प्रेस कांैसिल आॅफ इण्डिया का मुख्य उदद्ेश्य मीडिया की स्वंत्रता को बनाये रखने के साथ अखबारों व न्यूज ऐजेन्सियों के स्तर मे बढ़ोतरी करना है, उन्हे स्वतंत्र रहने हेतु सहयोग करना, उन्हे व जर्नलिस्ट के लिये उच्च मानकों को बनाये रखने हेतु आचारण संहिता का निर्माण करना, पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े लोगों मे जन-सेवा के उत्तरदायित्व को प्रोत्साहित करना, आदि अनेकांे कार्य प्रेेस कौंसिल के लिये कानून मे निर्धारित किये गये है। इस कानून की धारा 14 मे प्रावधान है कि प्रेस कांैसिल को ऐसी कोई भी शिकायत यदि मिलती है और उसे यह विश्वास हो जाता कि किसी अखबार या न्यूज ऐजेन्सी या जर्नलिस्ट ने ’’जर्नलिस्ट्कि ईथिक्स’’ का उल्लंघन किया है या पत्रकार के रूप मे कदाचरण किया है तो, प्रेस कौंसिल उसे फटकार लगाते हुये आचरण को सुधारने हेतु निर्देश देगी और प्रेस कौंसिल का ऐसा निर्णय अंंितम व अकाट्य होगा, जिसे किसी न्यायालय मे चुनौती नही दी जा सकेगी। शिकायत मिलने पर ’प्रेस कौंसिल’ द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को एक अन्य कानून, ’प्रेस कौंसिल (प्रोसीजर फाॅर इन्क्वेरी) (अमेन्डमेन्ट) रेगूलेशन्स 2006 के प्रावधानों के अनुसरण मे जांच किये जाने का प्रावधान है। इस कानून के अनुसार शिकायतकर्ता को अखबार मे प्रकाशित आपत्तिजनक समाचार की कतरन के साथ स्वयं का नाम पता आदि विवरण सहित, दैनिक व साप्ताहिक अखबारों के संदर्भ मे दो माह के अंदर एवं सम्पादक व जर्नलिस्ट और अन्य के विरूद्व चार माह के अंदर भेजना चाहिये। शिकायकर्ता को अपनी शिकायत मे स्पष्टतः उल्लेख करना होगा कि ’प्रेस कौसिंल एक्ट 1978’ मे उल्लिखित आपत्त्ंिाजनक समाचारों मे से कौन से प्रावधान का उल्लंघन हुआ है। शिकायत भेजने का पता है:- सेक्रेटरी महोदय, प्रेस कौसिंल आॅफ इण्डिया, सूचना भवन, 8 सी.जी.ओ. काॅम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली, पिन-110003 ई-मेल चबप/ंसचींण्दपब एवं चबपके/अेदसण्दमज पर भी भेजी जा सकती है। इस कानून का उदद्ेश्य भी यह है कि पत्रकारिता मे अपने उच्च मानकांे के साथ मीडिया अपनी सुनिश्चित सीमा मे रहे और उसकी स्वतंत्रता भी बनी रहे।

आजकल यह देखा जा रहा है कि अखवारों मे समाचारों के साथ-साथ, प्रकाशक अपना स्वयं का दृष्टिकोंण भी प्रसारित करने लगे हैंै। अखवार को हम दो भागों मे विभाजित कर सकते हैं, एक है- तक्ष्य पर आधारित समाचार, एवं दूसरा है, अखबार की आत्मा से निकला निष्कर्ष रूपी निचोड़ अथवा उसका अपना निजी दृष्टिकोंण। प्रत्येक अखबार और इलेक्ट्रोनिक मीडिया की अपनी एक अलग आत्मा होती है जो उसकी अपनी निजी व मूल-विचाराधारा से जुड़ी रहती है। प्रत्येक का दृष्टिकोंण प्रथक-प्रथक होता है तथा सैद्धान्तिक रूप मे वह दल-विशेष-सापेक्ष भी होता है। प्रिन्ट मीडिया हो या इलेक्ट्रोनिक मीडिया, उन्हे तथ्यात्मक समाचारों को निष्पक्षता पूर्वक प्रकाशित करना चाहिये। किसी समाचार-विशेष पर यदि स्वंय का दृष्टिकोंण भी लिखा जाना आवश्यक है तो इसके लिये ’’सम्पादक का पृष्ठ’’ है न। कहा जाता है कि अपनी इज्जत स्वंय अपने ही हाथ होती है। सही भी है, यदि व्यक्ति अपनी स्वंय की इज्जत करेगा, अर्थात अपने स्वंय के प्रोफेशन की इज्जत करेगा तो निश्चित ही उसके माध्यम से व्यक्ति की इज्जत स्वमेव स्थापित हो जायेगी। पत्रकार को हमेशा यह ध्यान रखना है कि वह किसी दल-विशेष, जाति-विशेष, व्यक्ति-विशेष, का एजेन्ट नही है। उसे शासन के जन-उपयोगी सूचनाओं को तो प्रकाशित करना है लेकिन वह किसी दल-विशेष अथवा सत्ता का एजेन्ट भी नही है। पत्रकार तो जन-भावनाओं की आवाज होता है। इलेक्ट्रोनिक मीडिया से प्रसारित कुछ समाचार प्रश्न-चिन्हित होते हैं, उदाहरणांर्थ- जब कोई वी.वी.आई.पी. (जैसे अमेरिका के राष्ट्रपति ओवामा) भारत आये तो, मीाडिया ने बारीक से बारीक सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों को उजागर किया था। यह समझ से परे है कि ऐसे समाचारों से क्या संदेश दिया जा रहा है ? हां इससे आतंकवादी जरूर आगाह हो जाते होंगे और इसका उन्हें लाभ मिलता होगा। मुम्बई के 26/11 हमले के समय मीडिया की भूमिका की किसी ने भी सराहना नही की थी, बल्कि आलोचना का शिकार हुआ था। एक टी.वी. चेनल पर खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी का इन्टरव्यू दिखाया जा रहा था, जिसमे वह कश्मीर के मुद्दा पर चर्चा कर रहा था और कश्मीरी मुसलमानों को जेहाद के नाम पर भारत से अलगाव को उकसा रहा था। मेरे समक्ष प्रश्न यह था कि कश्मीर मुद्दे पर क्या पाकिस्तानी आतंकवादी से चर्चा करनी होगी ? इस प्रकार के इन्टरव्यू से कश्मीरी मुसलमानों पर कितना विपरीत प्रभाव पड़ेगा ? मैने तत्काल ही टी.वी. चेनल के सम्पादक को असहमत होते हुये पत्र लिखा था। सच तो यह है कि जिस प्रकार के समाचार प्रसारित होते हैं, वैसा ही माहौल निर्मित होता है। समय के साथ मीडिया को राष्ट्रहित मे अपनी भूमिका का निर्वाह करना होगा।   
                         






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---राजेन्द्र तिवारी---
छोटा बाजार दतिया
फोन- 07522-238333, 9425116738

फिल्म हर एक आम आदमी को उसके जीवन से जोड़ेगी-दीपक कुमार

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actor deepak kumar
मुंबई में ऐसे प्रतिदिन हजारो की संख्या में नए चेहरे फिल्मो में अपना  करिअर बनाने आते रहते है सभी को तो नहीं कहा जा सकता पर उन्ही हजारो में से एक ऐसा किस्मत वाला मेहनती ,एवं ईमानदार व्यक्ति अपने अभिनय से पुरे देश को अपनी एक अलग पहचान बना लेता है उन्ही में से एक अभिनेता दीपक कुमार है जो मूलतः बिहार के निवासी है अपनी पूरी पढाई -लिखाई पटना में की.दीपक एक कंप्यूटर इंजीनियर है ,लेकिन कहते है न जहा चाह होती है वही जाना तय होता है ऐसा ही हुआ दीपक के साथ ,बचपन से एक्टिंग के शौकीन दीपक ने एक्टिंग की तरफ अपना रुख मोड़ लिया और आज हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है क्योंकि २४ अप्रैल से उनकी बेहतरीन फिल्म 'रंग-ऐ-इश्क़'प्रदर्शित की जा रही है.दीपक से उनके फ़िल्मी सफर के बारे में किये गए बातचीत के कुछ अंश:

१) दीपक जी आपका संछिप्त में परिचय दीजिये?
      
मेरा जन्म मोतिहारी बिहार में हुआ ,मेरी पूरी पढाई -लिखाई पटना में हुई मैंने अपनी इंजीनियर की पढाई पूरी कर एक साल तक दिल्ली में जॉब किया .मैं एक कंप्यूटर इंजीनियर हूँ ,लेकिन बचपन से एक्टिंग के शौक को भुला नहीं पाया और फिर अपनी एक्टिंग करिअर की शुरुवात करने में जुट गया.

२)एक्टिंग का शौक किस तरह जागा?
   मैं जब ४-५ साल का था तब मैंने शाहरुख खान की 'बाज़ीगर 'देखि थी ,उस फिल्म में शाहरुख़ की एक्टिंग इस तरह मेरे दिलो दिमाग में बस गयी की आज तक मैं उसे भुला नहीं पाया हूँ और तब से मैं शाहरुख खान का फैन हो गया हूँ .

३)यह फिल्म आपको कैसे मिली ?
   मैं लखनऊ में फिल्म 'लासाफोट 'की शूटिंग कर रहा था और सेट पर मेरी मुलाकात जयवीर पंघाल से हुई जो 'रंग ऐ इश्क़'इस निर्माता है .'लासाफोट 'में मेरी एक्टिंग को देखकर उन्होंने मुझे अपनी फिल्म में कास्ट किया.

४) इस फिल्म में आपके किरादर के बारे में बताइये ?
   इस फिल्म में मैं शहर के पॉवरफुल आदमी के छोटे भाई का किरदार अदा कर रहा हूँ जो बहुत जिद्दी है जिसे जो चीज़ पसंद आ जाये वह किसी भी कीमत में चाहिए होता है .एक ऐसा विलेन का किरादर है मेरा जो सच में हीरोइन से प्यार करता है पर अपने प्यार को अपनी जिद समझ कर पाना चाहता है.

५) फिल्म की कहानी किस तरह की है?
  फिल्म की कहानी की बात करे तो फिल्म एक लव स्टोरी पर बनी फिल्म है जिसमे हीरो-हीरोइन के प्यार और रोमांस के अलावा एक विलेन के प्यार को भी बखूबी दर्शाया गया है .फिल्म में एक्शन सींस भी है जो काफी अलग और मजेदार है.

६)अपनी निजी जिंदगी में आपका स्वभाव किस तरह का है?
    मेरी निजी जिंदगी एकदम साधारण सी है मैं अपने मेहनत और अपनी क़ाबलियत पर भरोसा करता हूँ .फिल्म में ऐसा दर्शया गया है की मैं अपनी जिद के दम पर किसी चीज़ को हासिल करना चाहता हूँ ,लेकिन अपनी रियल लाइफ में मैं अपने मेहनत के दम पर किसी चीज़ को हासिल करने में यकीन रखता हूँ.

७)फिल्म में गाने कितने और कैसे है?
    फिल्म में कुल ४ गाने है जिनमे से ३ रोमांटिक और एक सैड है .एक रोमांटिक गाना मुझपर भी फिल्माया गया है.सभी गाने बहुत ही अच्छे है जिन्हे सुनकर दर्शको को बहुत पसंद आएगा .

८)फिल्म की शूटिंग कहा -कहा की गयी है?
   इस फिल्म की शूटिंग सभी अच्छे लोकेशनों पर की गयी है ,नॉएडा ,नयी दिल्ली ,मुंबई के लोकेशनों पर शूटिंग की गयी है.

९)इस फिल्म में ऐसी क्या खासियत है की दर्शक इस फिल्म को पसंद करेंगे ?
   इस फिल्म में कोई बड़ा-नामचीन कलाकार नहीं है पर जितने भी है उन सभी ने बहुत मेहनत और बहुत अच्छा काम किया है .मैंने भी अपनी पूरी मेहनत और लगन से इस फिल्म में काम किया है ,और मुझे पूरा यकीन है की हमारी मेहनत जरूर रंग लाएगी .यह फिल्म एक इंटेंस रोमांटिक लव स्टोरी है जो दर्शको को अपनी ओर जरूर आकर्षित करेगी .

१०)चलते-चलते दर्शको से अपनी फिल्म को लेकर क्या कहना चाहेंगे ?
     दर्शको से बस यही कहूँगा की हमारी फिल्म को देखे ओर मैं पूरा आश्वासन दिलाता हूँ की यह फिल्म आपको बिलकुल निराश नहीं करेगी .





​प्रेमबाबू शर्मा​

सुदर्शन पार्क की अवैध फैक्ट्री में विस्फोट से ढहा मकान ,एक की मौत 8 घायल

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नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय )। पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर सुदर्शन पार्क इलाके की अवैध स्लम भूमि पर बनी कॉलोनी में एक तीन मंजिला मकान गिरने  से एक युवक की मौत हो गई जब की दो बच्चों समेत लगभग आठ लोग घायल है।मृतक युवक का नाम आनंद मिश्रा (20) था  सभी घायलों का पास के आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल  में उपचार चल रहा है। यह जानलेवा दुर्घटना मकान में चल रही अवैध गैरकानूनी पाउडर कॉटिंग की फैक्ट्री में बॉयलर सिलेंडर फटने से हुई।पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ठेकेदार रामसहाय यह फैक्ट्री चलता है। घटना के बाद से वह भी फरार है। यह हादसा यहाँ रहने वाले लोगों की लापरवाही के कारण हुआ है क्योंकि बेहूदा अवैध निर्माण और नीव का मजबूत न होना इस हादसे का जिम्मेदार है। यह दुर्घटना एक तीन मंजिला मकान  में पंखों को पेंट करने  वाले पाउडर कोटिंग बॉयलर का सिलेंडर फटने से मकान भर भरा कर  ढह जाने से हुई। सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस और फायर को फोन किया गया जहाँ मौके पर पहुंची फायर और पुलिस ने स्थानीय निवासियों की मदत से मलवे में दबे लोगों को बाहर  निकला और पास के आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहाँ सभी घायलों का इलाज चल रहा है प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस मकान में 6  परिवार किराये पर रहते थे और इसी घर में पंखे पर कॉटिंग  का काम भी किया जाता था जहाँ पंखों को पेंट करने के लिए पाउडर कोटिंग बॉयलर का सिलेंडर भी रखा गया था। अमूमन यह फैक्ट्री 9 बजे के बाद शुरू होती थी किन्तु घटना वाले दिन यह सुबह 7 :30 के समय शुरू हो गयी। फैक्ट्री में काम शुरू होते ही अचानक ब्लास्ट हो गया और जिसके चलते , मकान की सभी दीवारें ढह गई और तीन  मंजिला मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया  और ये दुर्घटना हुई।  इस तरह की दुर्घटनाएं  पहले भी कई बार  दिल्ली में हुई है और इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और फायर अक्सर लोगों में जागरूकता लाने के कई बड़े दावे कर चुकी है। यह दावे ऐसे हादसे के बाद खोखले ही दिखाई देते है। मौके पर सूचना पाकर अनेक जनप्रतिनिधि और अफसर जायजा लेने पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना। 

एकाएक नहीं बनी यह अवैध कॉलोनी 
निगम पार्षद चाहे कितना भी दावा करे  दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।  लेकिन उनके खिलाफ भी कोई सख्त कार्रवाई का भरोसा निगम पार्षद वार्ड -99 देते तो अच्छा होता जिनके इशारे पर कूड़े के ढेर पर झुग्गियां बनी और फिर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और निगम के इंजीनियरों व स्थानीय पुलिस के बीट अफसरों  की मिलीभगत के पक्के निर्माण होते गए सबने वोट बैंक के चक्कर में आँखे बंद रखी। फिर प्रशासन की इन्ही बंद आँखों आखों का फायदा उठाकर तीन तीन मंजिला मकान बिना किसी नियम कायदे के बनते गए। फिर इसी तरह के मकानों में अवैध फैक्ट्रियां चलने लगी। क्या स्थानीय पुलिस को पता नहीं लगा ? मजेदार बात यह है की स्थानीय एस डी एम भी हादसे की जगह तब पहुंचे जब एक की मौत हो गयी और दस लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे है। जबकि पाऊडर कोटिंग का काम प्रतिबंधित है यह पर्यावरण को नुकसान पहुचाने वाली इकाई है फिर भी इलाके में यह चलती रही निगम इंस्पेक्टरों,पुलिस,एस डी एम,स्थानीय निगम पार्षद,विधायक को इसकी जानकारी थी तो क्यों इन्होंने आंखे बंद रखी ? क्या यह लोग दोषी नहीं है ? फिर भी बेशर्मी से कहते है दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा। अब जनता को तय करना है  खासकर आप सरकार के मुखिया अरविन्द केजरीवाल को जिम्मेदार प्रशासन पर भी कड़ी कार्रवाई करे। 

प्रशासन के आला अफसर और जनप्रतिनिधि भी पहुंचे घटना स्थल 
इस दर्दनाक हादसे की सूचना पाकर स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली सरकार सत्येन्द्र जैन,स्थानीय विधायक एवं संसदीय सचिव शिवचरण गोयल,पश्चिमी जिला उपायुक्त सी आर गर्ग ,फायर ब्रिगेड के डायरेक्टर ए के शर्मा,पश्चिमी जिला अतिरिक्त्त पुलिस आयुक्त पुष्पेंदर कुमार,स्थानीय थाना प्रभारी अजय कुमार,पूर्व विधायक सुभाष सचदेवा,निगम पार्षद भारत भूषण मदान,पूर्व निगम पार्षद वेद प्रकाश गुप्ता,रिलेशन ऑफ़ रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन मोतीनगर  के अध्यक्ष मनोज सलूजा घटना स्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली सरकार सत्येन्द्र जैन,स्थानीय विधायक एवं संसदीय सचिव शिवचरण गोयल,पूर्व विधायक सुभाष सचदेवा,निगम पार्षद भारत भूषण मदान  ने आचार्य भिक्षु अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना और डाक्टरों को सही देखभाल का निर्देश दिया।  

‘जी लेने दो एक पल’ स्टार्ट टू फिनिश लॉन्च

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सावन को आने दो,चितचोर जैसी अनेकों फिल्मों मे अपने अभिनय के जलवे बिखरने वाली अभिनेत्री जरीना बहाव इन दिनों शरद चंद्र प्रस्तुत वेदर फिल्म्स की फैमली सोशल.थिरलर ‘जी लेने दो एक पल’ का में काम काम कर रही है। फिल्म का मुहूर्त 20 अप्रैल 2015 को मुम्बई के चाइना क्रेक में संपन्न हुआ। इसके साथ ही फिल्म सिटी,मड आई लैंड,आदि विभिन्न स्थलों पर स्टार्ट टू फिनिश शूटिंग जारी है.इस फिल्म में जरीना के अलावा  अभिनव कुमार,रोजलीयन खान,सुखबीर लाम्बा,राज शाही,टीनू आनंद,अंजन श्रीवास्तव,बृजेश हिरजी, प्रतिष्ठा विज(साउथ)और एहसान खान  हैं. शीघ्र दो बड़े कलाकारों को भी फिल्म में शामिल किया जायेगा 

पत्रकारिता में तेजी से बढ रहा है वेब मीडिया का प्रभाव

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आने वाला समय वेब मीडिया का ही है। नागरिक पत्रकारिता और सोशल मीडिया ने यह तय कर दिया है कि अब इंटरनेट के बिना पत्रकारिता के मायने कुछ भी नहीं है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेण्टर आॅफ मीडिया स्टडीज के विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गयी न्यूज वेबसाइट ‘‘यूथ टाइम्स’’ के उद्घाटन के अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों के लिए अब बहुआयामी होना आवश्यक हो गया है। अब कलम के साथ-साथ कम्प्यूटर और कैमरा तीनों में पारंगत होना जरूरी हो गया है। साथ ही पत्रकार के लिए यह भी जरूरी हो गया है कि वे रोज बदल रही टेक्नोलाजी से परिचित होते रहें और वेब जर्नलिज्म और न्यू मीडिया जैसी नई-नई पत्रकारी प्रवृत्तियों में कार्य करते रहें।

वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार गुप्त ने कहा कि हर रोज कुछ नया पढ़ना बेहद जरूरी होता है। पत्रकारिता में जो नया पढ़ नहीं रहा है और नया लिख नहीं रहा है, वह वास्तव में अपने कैरियर के साथ अन्याय कर रहा होता है।
इस अवसर पर सेण्टर के कोर्स कोआर्डिनेटर धनंजय चोपड़ा ने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों के लिए ऐसा पाठ्यक्रम तैयार किया गया है कि वे मीडिया की सभी नई प्रवृत्तियों से परिचित हो सकें। विद्यार्थियों को वेव जर्नलिज्म और वेब पब्लिशिंग का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसके तहत ये वेबसाइट विकसित करना सीखते हैं।

बिहार के कांग्रेसियों को तूफान पीडितों की मदद में जुटने का आह्वान

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर पूर्वी बिहार में कल रात आए तूफान से लोगों की हुई मौत पर गहरा शोक प्रकट करते हुए आज पार्टी कार्यकर्ताओं को राहत और बचाव के कार्य में प्रशासन की मदद करने की अपील की। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने संदेश में इस आपदा में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया और अपनों से बिछुडे लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदन जताई। उन्होंने कहा कि इस आपदा के कारण भारी जान माल के नुकसान की खबरें अभी आ रही हैं। 

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस समित के साथ ही कांग्रेस के सभी आनुषांगिक संगठनों को तत्काल पीडितों को राहत उपलब्ध कराने के लिए काम करने को कहा है । पार्टी उपाध्यक्ष ने तूफाने में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की । उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यक्रम में जुटने तथा पीड़ितों तक राहत पहुंचाने में प्रशासन की मदद करने की अपील की।
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