डीआईजी अर्द्धकुंभ गणेश सिंह मर्ताेलिया, डीआईजी अर्द्ध कुम्भ मर्तोलिया ने किया स्थलीय निरीक्षण
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। डीआईजी अर्द्धकुम्भ गणेश सिंह मर्ताेलिया ने कुम्भ मेला कोर टीम सहित हरिद्वार कुम्भ मेला क्षेत्र में पुलिस व्यवस्था हेतु किये जा रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उपमहानिरीक्षक कुम्भ मेला द्वारा घुड़सवार पुलिस लाईन बैरागी में घोड़ों को रखे जाने हेतु बन रहे अस्तबल, प्रशासनिक भवन एवं कुम्भ मेला में आने वाले पुलिसबल के अस्थाई निवास हेतु बैरागी क्षेत्र में चयनित स्थान का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में जल पुलिस हेतु विभिन्न घाटों पर बनाये जा रहे एवं सुरक्षा की दृष्टिगत मार्गों में विभिन्न स्थानों पर बनाये जा रहे प्री फेब्रिकेटड निर्माणों का भी निरीक्षण किया। उपमहानिरीक्षक द्वारा निरीक्षण के दौरान मायापुर अग्निशमन केन्द्र में बन रहे आवासीय बैरिक तथा कुम्भ मेले में बनने वाली जीआरपी पुलिस लाईन हेतु रेलवे स्टेशन के नजदीक चयनित भूमि को भी देखा। आगामी कुम्भ मेले में आने वाले रेल यात्रियों एवं रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के दृष्टिगत जीआरपी के अधिकारीगण से विचार विमर्श किया। उक्त समस्त निर्माण उत्तराखण्ड पेयजल संस्थान विकास एवं निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान उपमहानिरीक्षक द्वारा किये जा रहे निरीक्षण कार्यों की गुणवत्ता एवं कार्यों के समय से पुरा किये जाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश मौके पर उपस्थित उत्तराखण्ड पेयजल संस्थान विकास एवं निर्माण निगम अधिकारीगण को दिये। निरीक्षण के दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर अनुपम रतन एवं सहायक अभियन्ता हरीश जोशी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त श्रीमति श्वेता चैबे पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला हरिद्वार, श्री हीरा सिंह रौथाण, क्षेत्राधिकारी कुम्भ मेला, प्रबोध कुमार घिल्डियाल यातायात निरीक्षक कुम्भ मेला, दानी राम आर्य अग्निशमन अधिकारी हरिद्वार, कमल सिंह पंवार, प्रतिसार निरीक्षक कुम्भ मेला भी मौजूद रहे।
तांत्रिक ने बच्ची की हत्या कर शव खाई में फेंका
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। रायपुर थाना क्षेत्र के रांझावाला गांव में एक तांत्रिक ने आठ साल की बच्ची की हत्या कर शव खाई में फेंक दिया। पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर शव बरामद कर लिया। रांझावाला निवासी मोबीन अंसारी पुताई का काम करता है। गत शाम करीब साढ़े पांच बचे उसकी आठ साल की बेटी रीमा खातून घर के आंगन में खेल रही थी। इसके बाद वह अचानक गायब हो गई। परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इस पर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे रायपुर थाने में बच्ची की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस ने बच्ची को तलाशने के लिए तीन टीमें बनाई और आसपास के लोगों को साथ लेकर बच्ची को ढूंढने का प्रयास किया। एक टीम में ग्रामीणों के साथ मोह्मद अबू हसन पुत्र इस्हाक गांव गुजरी फड़कला थाना प्लासी जिला अहरिया बिहार भी बच्ची की तलाश में जुटा हुआ था। बताया जा रहा है कि वह 18 अप्रैल से मोबीन अंसारी के साथ ही उसके घर रह रहा था। वह भी पुताई का काम करता है और तांत्रिक भी है। साथ ही वह इन दिनों झाड़फूंक के माध्यम से मोबीन की पत्नी का इलाज भी कर रहा था। जब काफी खोजबीन के बाद भी बच्ची का पता नहीं चलो तो पुलिस ने मोबीन की पत्नी से दोबारा बच्ची के बारे में पूछा कि आखरी बार उसे किसके साथ देखा गया। इस पर उसने बताया कि बच्ची के पास अबू हसन को उसने देखा था। इस पर पुलिस ने अबू हसन से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बच्ची की हत्या कर चुका है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मोबीन के घर से करीब एक किलोमीटर दूर नथुवावाला स्थित ढांग से बरामद कर लिया। पुलिस के मुताबिक उसने रुमाल से गला घोंटकर बच्ची की हत्या की। मोहम्मद अबू हसन पुलिस को हत्या के कारण के संबंध में गुमराह कर रहा है। कभी वह बता रहा है कि मोबीन ने बच्ची को उसके साथ खेलने से मना किया था। वहीं वह यह भी कह रहा है कि मोबीन ने उसके पैसे देने हैं। पुलिस हत्या का कारण तंत्र विद्या से भी जोड़कर देख रही है।
पावर हाउस इंटेक से दो शव बरामद
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। कोतवाली क्षेत्र स्थित दो पावर हाउस के इंटेक से दो शव पुलिस ने बरामद किए। इनमें एक युवक व दूसरा युवती का शव है। मौके पर पहंुची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर उनकी आसपास के लोगों से शिनाख्त का प्रयास किया। किन्तु समाचार लिखे जाने तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। सुबह पावर हाउस के इंटेक में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है। ढालीपुर पावर हाउस में सुबह करीब बीस वर्षीय युवती का शव मिला। यह शव दो दिन पुराना लग रहा है। वहीं, कुल्हाल पावर हाउस के इंटेक से मिला शव करीब 22 वर्षीय युवक का है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आसपास के लोगों से शिनाख्त कराने का भी प्रयास किया। फिलहाल दोनों के संबंध में कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस दोनों की फोटो खिंचवाने के बाद उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
केदारनाथ मार्ग दो स्थानों पर बंद
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। बारिश के कारण भूस्खलन से मलबा आने पर केदारनाथ पैदल मार्ग दो स्थानों पर बंद हो गया। इससे केदारनाथ तीर्थयात्रियों को फिलहाल सोनप्रयाग में रोका गया है। वहीं गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ व हेमकुंड यात्रा सुचारु है। बुधवार को रुद्रप्रयाग जनपद में आसमान में बादल छाए रहे। गौरीकुंड हाईवे फाटा के पास मलबा आने से बंद हो गया है। वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग भी मुनकटिया व गौरीकुंड से एक किमी आगे छानी के पास अवरुद्ध हो गया है। इससे केदारनाथ यात्रियों को सुरक्षा के लिहाज से सोनप्रयाग में रोका हुआ है। वहीं दोपहर बाद गौरीकुंड से 80 यात्री केदारनाथ के लिए पैदल रवाना हो गए। चमोली में रात भर हल्की बारिश के बाद सुबह से आसमान में बादल छाए हैं। बदररीनाथ हाईवे सुचारु होने से बदरीनाथ व हेंमकुंड यात्रा जारी है। गोविंदघाट से हेंमकुंड के लिए सुबह 100 से अधिक यात्री रवाना हुए। टिहरी जनपद में सुबह से कोहरा छाया हुआ है। वहीं पौड़ी में आसमान में बादल छाए हैं। उत्तरकाशी में सुबह से रिमझिम बारिश हो रही है। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारु है। देहरादून में सुबह से आसमान में बादल हैं, वहीं रुड़की व आसपास के क्षेत्र में सुबह से झमाझम बारिश हो रही है। कुमाऊ मे रुद्रपुर व चंपावत में धूप खिली हुई है। वहीं बागेश्वर में सुबह से बारिश हो रही है। अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में आसमान में बादल छाए रहे कुछ क्षेत्रों में बारिश होने की भी खबर है।
भारत के सांस्कृतिक विरासत की जडें उत्तराखण्ड से जुड़ीः डा. पुरोहित
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। राजभवन में चल रहे पाँच दिवसीय ’टापर्स कानक्लेव’ के तीसरे दिन वैचारिक मंथन हेतु चयनित विषय ‘कल्चरल हैरिटेज आॅॅफ इण्डिया विद रिफरेंस टू उत्तराखण्ड’ पर आज विषय विशेषज्ञ अतिथि वक्ता, डा0 डी.आर.पुरोहित तथा प्रतिभागी टापर्स ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। डा0 पुरोहित ने कहा विश्व आदर्श, भारत के सांस्कृतिक विरासत की जडें उत्तराखण्ड से गहरे रूप से जुड़ी हुई हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमारी सांस्कृतिक अनेकता में निहित एकता का हर स्वरूप यहाँ विद्यमान है। उन्होंने संस्कृति को एक विनम्र शक्ति और जीवन जीने की बेहतरीन कला बताते हुए युवाओं का आह्वाहन किया कि अपनी गौरवशाली संस्कृति को पहचानें, समझंे और उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाकर उसके संरक्षण और संवर्धन का प्रयास करें ताकि हमारी संस्कृति के प्रतीक विलुप्त न हो सकें। उन्होंने यह कहकर सचेत भी किया कि जिस दिन पहाड़ की संस्कृति खत्म होने लगेगी उस दिन पहाड़ भी अशान्त होने लगेंगे। डा0 पुरोहित ने अपने व्याख्यान में भारत सहित उत्तराखण्ड की संस्कृति के सभी पहलुओं पर व्यापक प्रकाश डाला। उन्होंने उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक इतिहास व यात्रा की झलक तथ्यों, प्रसंगों के साथ ही स्लाइड शो तथा गायन वादन के माध्यम से प्रतिभागियों के समक्ष अत्यन्त रूचिकर तरीके से प्रस्तुत की। उन्हें भौतिक संस्कृति तथा आध्यात्मिक संस्कृति के विभिन्न आयामों व पहलुओं का सप्रसंग परिचय देकर युवाओं का ज्ञानवर्धन किया। जिनमें उत्तराखण्ड में मनाये जाने वाले तीज-त्यौहार, रीति-रिवाज, लोक गायन, लोक पर्व तथा उनका प्रकृति से सम्बन्ध भी विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया गया। वर्णित विषय पर 15 प्रतिभागी टापर्स ने भी अपने दृष्टिकोण रखे। उन्होंने भारत व उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत पर गर्व करते हुए उसके संरक्षण और संवर्धन के लिए युवाओं की जवाबदेही को स्वीकारा साथ ही यह भी कहा कि देश की प्राचीन समृद्ध संस्कृति को आधुनिक विज्ञान से जोड़कर देश को वैश्विक ऊँचाईयों तक ले जाने के प्रयास भी करने होंगे। अतिथि वक्ता, टापर्स के विचारों के बाद दर्शक दीर्घा में बैठे विभिन्न विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों, टापर्स तथा विषय विशेषज्ञ के बीच एक घंटे का प्रश्नोत्तर सत्र भी चला जिसमें डा0 पुरोहित ने संस्कृति के संदर्भ में युवाओं की कई जिज्ञासाओं को शान्त करते हुए उनकी भ्रान्तियाँ भी दूर की तथा उनके चिन्तन- मनन के लिए कई प्रश्न छोड़े। तीन घंटे के प्रथम सत्र के अंत में राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी एवं सचिव श्री अरूण ढौंडियाल ने अतिथि वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया। द्वितीय सत्र में सभी प्रतिभागी टापर्स को सिडकुल, सेलाकुई(देहरादून) स्थित ‘संेटर फाॅर एरोमैटिक प्लान्ट’ के भ्रमण पर ले जाया गया। आज के कार्यक्रम मे दून वि.वि, कुमायूँ वि.वि, आयुर्वेद वि.वि, उत्तराखण्ड तकनीकी वि.वि आदि के कुलपति भी मौजूद रहे। 06 अगस्त, यानि कानक्लेव के चैथे दिन प्रथम सत्र में ‘‘राष्ट्र निर्माण में युवाओं का सहयोग और विश्वविद्यालयों की भूमिका’’ विषय पर दून वि.वि के कुलपति प्रो0 वी.के.जैन का व्याख्यान होगा। विषय पर प्रतिभागी टापर्स भी अपने विचार रखेंगे। द्वितीय सत्र में उत्तराखण्ड तकनीकी वि.वि के कुलपति डा0 पी.के.गर्ग ‘‘ डेवलपमेंट आॅफ उत्तराखण्ड विद स्पेशल रिफरेंस टू उत्तराखण्ड’’ विषय पर युवाओं को सम्बोधित करेंगे और इस विषय में युवाओं से विचार भी साझा करेंगे।
महाराज ने भाजपा पर 419 घोटालों का आरोप क्या वापस लियाः सुरेन्द्र
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा नेताओं द्वारा दिये गये बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेता आपदा जैसे संवेदनशील मुद्दे को भी मीडिया में छाये रहने के लिए उपयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सतपाल महाराज को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि भाजपा के 419 घोटालों के संबंध में उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर जो ज्ञापन दिये थे, क्या वो वापस ले लिये है। यदि ले लिये है, तो उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा नेताओं को भी इस पर जवाब देना चाहिए कि क्या वे महाराज जी से सहमत है। भाजपा नेताओं द्वारा महाराज के ऊपर पाॅलीहाउस घोटाले के संबंध में जो आरोप लगाये गये थे, क्या वो आरोप भाजपा के नेता वापस ले रहे है। श्री कुमार ने कहा कि कांग्रेस शुरू से कहती आयी है कि भाजपा केवल एक सूत्रीय एजेंडे पर चल रही है कि कांग्रेस सरकार को कैसे अस्थिर किया जाय। इसका उदाहरण रूद्रपुर में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से मिलता है, जहां पर एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया था कि हरीश रावत के रहते प्रदेश की सत्ता में भाजपा नही आ सकती है। इसी एजेंडे पर भाजपा चल रही है और हर दिन किसी न किसी तथ्यों से परे मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठा रहे है। श्री कुमार ने कहा कि भाजपा नेता इतने असंवेदनशील हो गये है कि आपदा से संवेदनशील मुद्दों को भी केवल मीडिया में छाये रहने के लिए उपयोग कर रही है। आपदा से हालात में सरकार की प्राथमिकता मानव जीवन को बचाना था, उसके लिए जो कदम उठाये जाने चाहिए थे, वो कदम प्राथमिकता पर उठाये गये है। श्री कुमार ने महाराज भी अनुरोध किया है कि यदि वे सोनिया के आवास पर जाने का मन बना रहे है, तो उससे पहले मोदी के आवास पर जाने के बारे मे भी सोचे, जहां पर राज्यहित के अनेक प्रस्ताव लंबित है। हो सकता है, मोदी जी महाराज से प्रभावित होकर राज्यहित में कुछ मदद कर दे।
युवा नशा छोड़कर प्रकृति के करीब आयेंः सीएम
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। युवा नशा छोड़कर प्रकृति के करीब आयें। इसके लिए सभी को प्रयास करना होगा। युवाओं को प्रकृति के करीब लाने के लिए उन्हें पौधारोपण के लिए प्रेरित करें। यह विचार मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून के ओएनजीसी स्थित केन्द्रीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों के मध्य प्रकट किये। समाज में नशा मुक्ति अभियान चलाने के लिये युवाओं का आवाह्न करते हुए कहा कि छात्र प्रतिनिधि छात्रों का सोसियल ग्रुप बनाकर इस खतरनाक लत से छुटकारा पाने में युवाओं की मदद करे। उन्होने कहा कि इसके लिये नुक्कड नाटक आदि का भी सहारा लिया जाय, आज आवश्यकता है नशे के प्रति समाज में जन जागरूकता लाने का यह कार्य युवा छात्र अपने साथी गणों के साथ बेहतर ढंग से कर सकते है। उन्होने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों के आस पास तम्बाकु गुटका व एल्कोहल की बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। युवाओं में नशे की प्रवृति को रोकना हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है इसमें सभी को सहयोग करना होगा। इस अवसर पर कांग्रेस नेता आनन्द रावत, केन्द्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य डी. एस. नेगी, धाद संस्था के अध्यक्ष हर्षमणि व्यास सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
शिक्षा एक यज्ञ हैः रावत
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। शिक्षा एक यज्ञ है, इसके उन्नयन के लिए अध्यापकों, अभिभावकों सहित हम सभी के प्रयासों की आवश्यकता है। प्रतिभा किसी क्षेत्र या जाति की मोहताज नहीं होती है। नगर निगम स्थित टाउनहाॅल में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित प्रदेश के मेधावी छात्र छात्राओं के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। इन्हें आगे बढ़ने के लिए अवसर उपलब्ध करवाना हम सभी का दायित्व है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सम्मानित किए जा रहे छात्र छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रदेश जहां सीमित संसाधन हैं और विषम भौगोलिक परिस्थितियां हैं वहां के विकास के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। प्रदेश में शिक्षा का वातावरण तैयार करना होगा जिसके लिए शिक्षकों, अभिभावकों व सिस्टम को सम्मिलित रूप से प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का समय कम्पीटीटीव एक्सीलेंस का है। केवल प्रथम आना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि प्रथम में भी प्रथम आना होगा। इसके लिए माता-पिता भी अपने बच्चों की शिक्षा व संस्कार पर व्यक्तिगत तौर पर ध्यान दें। पर्वतीय क्षेत्रों में गुणात्मक शिक्षा के लिए निजी निवेश भी जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने उपस्थित बच्चों से कहा कि अभी तो उनके जीवन की केवल शुरूआत है, पूरा जीवनपथ सामने है। इसमें सफलता के लिए अनुशासित, संस्कारित जीवन आवश्यक है। कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री डा.हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, दिनेश अग्रवाल, मंत्रीप्रसाद नैथानी, मेयर देहरादून विनोद चमोली, मुख्य सचिव राकेश शर्मा, डाल्फिन संस्था के अरविंद गुप्ता, वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक उदय सिंह सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे।
डाॅक्टरों के साथ अभद्रता पर शीघ्र लगे रोकः नौटियाल
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। दून अस्पताल में मेडिकल करवाने को लेकर डाॅक्टरों के साथ की गई मारपीट की घटना को स्वास्थ्य विषयों के जानकार एवं इंडियन मीडिया सेंटर के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बेहद अफसोसजनक बताया हैै। उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रदेश सरकार को शीघ्र ठोस कदम उठाना चाहिए। अनूप नौटियाल ने कहा है कि गत दिवस राजधानी के दून अस्पताल में मेडिकल बनवाने आए कुछ लोगों द्वारा की गई मारपीट का मामला शर्मशार करने वाला है। उन्होंने चिंता जताई है कि एक ओर जहां प्रदेश के अस्पतालों में डाॅक्टरों की भारी कमी है वहीं इस तरह की हरकत डाॅक्टरों के मनोबल को गिराने वाली है। अनूप नौटियाल ने बताया है कि हाल ही में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से किए गए एक सर्वे में यह बात निकलकर आई है कि देश में मौजूद करीब 75 फीसदी डाॅक्टरों को अपने कार्य के दौरान कभी न कभी हिंसा का सामना करना पड़ा है। इस तरह के ज्यादातर मामले गहन देखभाल इकाइयों में उपचार के दौरान देखे गए हैं। यह बात भी सामने आई है कि मरीज के परिजन और रिश्तेदार इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। अनूप नौटियाल ने यह भी कहा है कि दून अस्पताल में डाॅक्टरों के साथ अभद्रता का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी डाॅक्टरों और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ इस तरह की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन ऐसे मामलों में सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से केवल कार्यवाही किए जाने की बात कहकर इतिश्री कर ली जाती है। उन्होंने कहा है कि यही वजह है कि अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर डाॅक्टरों को हड़ताल ही अंतिम विकल्प नजर आता है और इस बात का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है। अनूप नौटियाल ने प्रदेश हित में सरकार से डाॅक्टरों के साथ होने वाली किसी भी तरह की अशोभनीय घटनाओं पर रोक लगाए जाने की मांग करते हुए कहा है कि यह एक गंभीर विषय है, पुलिस-प्रशासन को गंभीरता के साथ इस विषय पर शीघ्र पहल करनी चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिया मांगों के समाधान का आश्वासन
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। कांग्रेस नेता एवं डोईवाला क्षेत्र के विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने डोईवाला में धरनास्थल पर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उनकी स्थानीय समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया। प्रदेशभर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आंदोलनरत हैं। उनकी मांगों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित करने, मानदेय बढ़ाकर पंद्रह हजार रुपये करने, आंगनबाडी़ सहायिकाओँ का मानदेय दस हजार करने, कार्यकत्रियों को सुपरवाइजर के रिक्त पदों पर प्रोन्नत करने आदि की मांग शामिल हैं। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा तहसील मुख्यालय पर अपनी मांगों को लेकर कार्यबहिष्कार करते हुए क्रमिक अनशन और धरना दिया जा रहा है। डोईवाला में क्षेत्रीय विधायक हीरा सिंह बिष्ट बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय के समक्ष धरना दे रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से मिले। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी परियोजना केंद्र सरकार से संचालित हो रही है। ऐसे में राज्य कर्मचारी घोषित करने संबंधी मांग पर केंद्र ही विचार करेगा। उन्होंने कहा कि मानदेय बढ़ाने व अन्य मांगंे मुख्यमंत्री के संज्ञान में हैं। प्रयास किया जाएगा कि स्थानीय स्तर की मांगों पर जल्द फैसला हो जाए।
मलबा आने से मार्ग जगह-जगह पर अवरुद्ध
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। बारिश के चलते कालसी क्षेत्र में जजरेड, छापनू, चमड़चील के पास भूस्खलन के बाद मलबा आने से कालसी-चकराता मार्ग बंद हो गया है। मार्ग बंद होने से सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। लगातार हो रही बारिश से कालसी-चकराता मार्ग पर पहाड़ी के बार-बार दरकने से लोगों की फजीहत बढ़ रही है। बीती रात भूस्खलन से बंद हुआ मार्ग अभी तक नहीं खुल पाया है। लोनिवि कर्मियों का कहना है कि तीन स्थानों पर मलबा आने से काफी परेशानी हो रही है। मार्ग बंद होने से स्कूली बच्चों समेत नौकरीपेशा लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोनिवि कर्मी जेसीबी से मलबा हटाने के काम में जुटे हुए हैं।
15 दिनों में सेवा बहाली न हुई तो फिर शुरु कर देंगे आंदोलन
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। रमसा कर्मियों ने ऐलान किया है कि 15 दिनों के भीतर शासनादेश के अनुरूप उनकी सेवा बहाली न होने पर आंदोलन फिर शुरु कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि सेवा से निकाले जाने के कारण उनके सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है। लंबे आंदोलन के बाद शासन ने रमसाकर्मियों की सेवा बहाली के संबंध में शासनादेश जारी कर फिलहाल कर्मियों का आंदोलन तो समाप्त करा दिया है, लेकिन कर्मियों ने ऐलान किया है कि यदि पंद्रह दिनों में शासनादेश के अनुरूप उनकी सेवा बहाली न हुई तो फिर से आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा। आउटसोर्स पर कार्यरत 1831 प्रयोगशाला सहायक और कार्यालय सहायक कर्मचारियों की सेवा बहाली की मांग को लेकर रमसाकर्मी पिछले कई महीनों से राजधानी देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे। छह दिनों तक पांच रमसाकर्मी अपनी मांग को लेकर पानी के ओवरहेड टैंक पर भी चढ़े रहे। शासन द्वारा रमसाकर्मियों की मांग पर जीओ जारी किए जाने के बाद रमसाकर्मियों ने फिलहाल अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है, लेकिन साथ ही ऐलान किया है कि पंद्रह दिनों में जीओ के अनुरूप कार्यवाही न होने पर फिर से आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा। रमसा के तहत उच्चीकृत राजकीय हाईस्कूलों में आउटसोर्स के कुल 2308 पद सृजित हैं। इनमें प्रयोगशाला सहायक और कार्यालय सहायक के रूप में 1831 कर्मचारी कार्यरत थे। केंद्रपोषित रमसा योजना में आउटसोर्स पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए मानदेय की व्यवस्था से केंद्र सरकार कदम पीछे खींच चुकी है। इससे बेरोजगार हुए उक्त कर्मचारियों को शिक्षा महकमे में समायोजित करने का भरोसा सरकार की ओर से दिया गया था। यह मामला दो बार राज्य मंत्रिमंडल में जाने के बावजूद सरकारी खजाने पर पड़ने वाले बोझ के चलते सरकार ठोस फैसला नहीं कर पाई। उक्त कर्मचारियों को बहुद्देश्यीय कर्मचारी के तौर पर महकमे में सेवायोजित करने पर भी मंत्रिमंडल की मुहर नहीं लग पाई।
मांगें न माने जाने पर राज्य अतिथि गृहों का कार्यसंचालन बंद कर देंगे
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। राज्य संपत्ति विभाग कर्मचारी संघ ने शासन से बनी सहमति के बावजूद मांग पूरी न होने पर आक्रोश जताया है। संघ ने विभागीय ढांचे को पुनरीक्षित करने और वेतन विसंगति पर 15 दिनों के भीतर उचित निर्णय न लिए जाने पर समस्त राज्य अतिथि गृहों का कार्य संचालन बंद करने की चेतावनी दी है।संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य संपत्ति विभाग कर्मचारी संघ लंबे समय से मांगों को लेकर आंदोलित रहा है। इस संबंध में स्वयं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के राज्य संपत्ति विभाग की भांति ही ग्रेड पे दिए जाने के संबंध में उचित कदम उठाने को निर्देशित कर चुके हैं। वेतन विसंगति की बैठक में भी राज्य संपत्ति विभाग के ढांचे और वेतन विसंगति के मामलों को सकारात्मक निर्णय लिया गया है। इसके बावजूद अभी तक इसका निस्तारण नहीं किया गया है। ऐसे में यदि उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वह आंदोलन शुरू कर देंगे। संघ की ओर से मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी इस संबंध में पत्र प्रेषित किया गया है। संघ के अध्यक्ष मदन सिंह नेगी व महासचिव हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि राज्य संपत्ति विभाग के ढांचे को पुनरीक्षित किया जाए। व्यवस्था अधिकारी का ग्रेड पे 5400 और व्यवस्था का ग्रेड पे 4600 किया जाए और विभागीय रिक्त पदों पर पदोन्नति की जाए।
108 सेवाकर्मियों ने रक्तदान कर दी डा. कलाम को श्रद्धांजलि
- -शिविर में 33 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया
देहरादून, 5 अगस्त (निस)। जीवीके ई.एम.आर.आई. 108 आपातकालीन सेवा की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। रक्तदान शिविर में 33 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस मौके पर 108 सेवाकर्मियों द्वारा डाॅ0 कलाम को दी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जीवीके ई.एम.आर.आई. 108 आपातकालीन सेवा की टीम द्वारा अपने मुख्यालय चन्दर नगर में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। इस मौके पर कर्मियों द्वारा पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डाॅ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी के साथ मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून डाॅ0 एस पी अग्रवाल, रेडक्राॅस सोसाइटी के महासचिव डां जी.एस. पाल, सचिव डा. एमएस अन्सारी, राज्य रक्त संचरण परिषद की संयुक्त सचिव पार्वती पाण्डे, लायन्स क्लब के पदाधिकारी तथा 108 आपातकालीन सेवा की समस्त टीम उपस्थित रही। रक्तदान शिविर का आयोजन उत्तराखण्ड राज्य रक्त संचरण परिषद एवं रेडक्राॅस सोसाइटी देहरादून के तत्वावधान में ब्लड बैंक दून अस्पताल के सहयोग से किया गया। शिविर में 33 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 कलाम हर एक देशवासी के लिये सदैव प्ररेणा स्रोत रहेंगे तथा डाॅ0 कलाम को श्रद्धाजंलि स्वरुप 108 आपातकालीन सेवा की टीम ने रक्तदान शिविर का आयोजन करना निश्चित रुप से सराहनीय कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि इस रक्तदान शिविर में योगेश कुमार अग्रवाल द्वारा 108 बार रक्तदान कर हमारी युवा पीढ़ी को रक्तदान करने हेतु प्रेरित किया है, जिसके लिये उन्होंने योगेश अग्रवाल का धन्यवाद भी किया। इस कार्यक्रम का आयोजन किये जाने पर रेडक्राॅस सोसाइटी के महासचिव डा. जी.एस. पाल ने भी 108 सेवा की टीम को बधाई दी एवं कहा कि 108 आपातकालीन सेवा द्वारा निश्चित रूप से राज्य की आम जनता को लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही 108 सेवा की टीम द्वारा समय-समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन कर हमारे समाज एवं युवावर्ग को प्रेरणा प्रदान कर रही है। जीवीके ई.एम.आर.आई. 108 आपातकालीन सेवा उत्तराखण्ड के स्टेट हेड मनीश टिंकू ने बताया कि डाॅ0 अब्दुल कलाम के असामयिक निधन का दुःख प्रत्येक भारतवासी को है। डाॅ0 कलाम 108 आपातकालीन सेवा के साथ अगस्त 2007 से ही जुड़े थे एवं सितम्बर 2012 से वह जीवीके ई.एम.आर.आई. 108 आपातकालीन सेवा के इमेरिटस चेयरमैन के रुप में हमारी संस्था का मार्गदर्शन भी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डाॅ0 कलाम ने 108 आपातकालीन सेवा जैसी जीवन बचाने वाली सेवा की आवश्यकता हेतु पुरजोर वकालत की थी एवं समस्त ईएमआरआई कर्मियों के लिये वह एक महान प्रेरणा स्रोत रहे हैं। डाॅ0 कलाम ने जीवन बचाने के कार्य में तकनीक के उपयोग को सदैव प्रोत्साहित किया। 108 सेवा की ओर से रक्तदान करने वालों में डा. रिमांत गुप्ता, अमित शर्मा, सुबोध नौटियाल, सुधीर बिज्लवान, मोहन राणा, अतुल, सुनील, विश्वम्भर, पीयूष, जावेद, आदित्य, नितिन, पूजा, पूनम, पारुल, योगश, नीरज, नवल किशोर, लाइन्स क्लब के सदस्य एवं अन्य सदस्य शामिल रहे।
सीएम की विधान सभा के तीन ग्रामों के ग्रामीण सड़क पर होकरा इण्टर कालेज में मात्र चार षिक्षक, भाजपा नेताओं ने सीएम को घेरा
- आज पिथौरागढ़ में डालेंगे डेरा, कल फिर करेंगे प्रदर्षन, षिक्षक लेकर ही लौटेंगे
पिथौरागढ़, 5 अगस्त(निस)। मुख्यमन्त्री की विधान सभा के तीन ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने आज 112 किमी. का सफर तय कर राजकीय इण्टर कालेज होकरा की हकीकत जिला मुख्यालय में बयां की। भाजपा नेताओं ने इनके समर्थन में उतरकर प्रदेष की कांग्रेस सरकार और मुख्यमन्त्री पर निषाना साधा। इण्टर कालेज होकरा में वर्तमान में मात्र चार अध्यापक तैनात है। षिक्षा व्यवस्था चैपट होने से दुखी क्षेत्रवासियों ने डीएम के माध्यम से क्षेत्रीय विधायक और मुख्यमन्त्री हरीष रावत को पत्र भेजकर 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। सरकार के खिलाफ प्रदर्षन करते हुये नारेबाजी की गयी। आन्दोलनकारियों ने भी गुरूवार को भी प्रदर्षन करने का ऐलान किया और जिला मुख्यालय पर डटे रहने की बात कही। जब तक षिक्षकों को भेजने का मामला स्पश्ट नहीं हो जाता। मुनस्यारी विकास खण्ड के ग्राम पंचायत होकरा, गौला, खोयम के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने आज 25 किमी. पैदल चलने के बाद 112 किमी. का सफर तय कर अपना दुखडा सुनाने के साथ क्षेत्रीय विधायक और मुख्यमन्त्री हरीष रावत के खिलाफ डीएम कार्यालय में प्रदर्षन किया। भाजपा के धारचूला विधान सभा प्रभारी जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में हुये प्रदर्षन में इण्टर कालेज होकरा की स्थिति सामने रखी गयी। जिलाधिकारी सुषील कुमार से मिलते हुये प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि वर्श 2014 में राजकीय इण्टर कालेज होकरा का उच्चीकरण हुआ। वर्तमान में इस विद्यालय में 23 सृजित पदों में मात्र 5 पदों पर षिक्षक व कर्मचारी तैनात है। 18 पद रिक्त चल रहे है। तैनाती के पदों ने 4 षिक्षक एलटी ग्रेड के है। जिसमें से एक षिक्षक के पास प्रभारी प्रधानाचार्य का पद है। इण्टर स्तर पर एक भी प्रवक्ता तैनात नहीं है। इण्टर फाईनल के छात्रों के साथ ही इण्टर कालेज में पढ़ने वाले 300 से अधिक छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय हो रहा है। इसकी सूचना लगातार षिक्षा विभाग, क्षेत्रीय विधायक, उच्च पदों पर आसीन जनप्रतिनिधियों को दिया गया लेकिन अभी तक किसी ने भी इस क्षेत्र की खबर नहीं ली। अपने बच्चों के भविश्य को अन्धकारमय होता देख तीनों ग्राम पंचायतों के अभिभावकों के साथ ग्रामीणों ने तय किया है कि जब तक इण्टर कालेज में षिक्षक नहीं आ जाते है चुप नहीं बैठगे। इसके लिए चक्काजाम, धरना प्रदर्षन और भूख हड़ताल करने की रणनीति भी बनायी गयी है। विधान सभा प्रभारी जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुख्यमन्त्री को इसलिए जनता ने चुना था कि स्कूलों में अध्यापकों के पद भरे रहेंगे ताकि उनके पाल्यों का भविश्य उज्जवल हो सके। लेकिन मुख्यमन्त्री ने जनता के साथ धोखा कर दिया है। धारचूला विधान सभा के हाईस्कूल और इण्टर कालेजों में 20 प्रतिषत से कम षिक्षक तैनात रह गये है। इस मौके पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष कवीन्द्र सिंह देवली, गोपाल सिंह काला, होकरा के ग्राम प्रधान सुन्दर सिंह मेहता, खोयम के ग्राम प्रधान निर्मला देवी, गोला के ग्राम प्रधान आनुली देवी सहित डेढ दर्जन से अधिक ग्रामीण मौजूद थे।
एक आन्दोलन का दो असर,एसडीएम पैदल पहंुचे गोरीपार, मदकोट-उच्छैती मोटर मार्ग की कटिंग षुरू
- भाजपा ने कहा जनता की जीत और मुख्यमन्त्री की हार
पिथौरागढ़, 5 अगस्त(निस)। गोरीपार के 13 गांव के ग्रामीणों ने भाजपा के नेतृत्व में तीन अगस्त को किये गये प्रदर्षन का असर दिखाई देने लगा है। उप जिलाधिकारी कस्तुबानन्द मिश्रा ने विभागीय अधिकारियों के साथ गोरीपार क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया। वहीं दूसरी ओर मदकोट से उच्छैती के लिए बन रहे मोटर मार्ग का निर्माण कार्य तीन माह से बन्द चल रहा था। लोक निर्माण विभाग ने आन्दोलन के दबाव में मार्ग निर्माण का कार्य भी षुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे आन्दोलन की जीत बताते हुये कहा कि अगर इसी तरह कार्य नहीं हुआ तो गोरीपार की जनता अपने 10 दिन के अल्टीमेटम पर कायम है। गोरीपार क्षेत्र की जनता के एक आन्दोलन का दो जगहों पर असर नजर आ रहा है। भाजपा के नेतृत्व में गोरीपार क्षेत्र की 13 गांव की जनता ने आन्दोलन का रास्ता अपनाकर प्रदेष सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर दिया है। इसका असर भी दिखाई देने लगा है। मदकोट से उच्छैती तक बन रहे मोटर मार्ग का निर्माण कार्य तीन माह से ठप पड़ा हुआ था। आन्दोलन के तीसरे दिन से लोक निर्माण विभाग ने सड़क की कटिंग का कार्य पुनः षुरू कर दिया है। कटिंग के लिए इस बीच गायब हो चुकी मषीने फिर सड़क में नजर आने लगी है। उप जिलाधिकारी मिश्रा ने सहायक खाद्य निरीक्षक अजय बुदियाल, आरईएस के अभियन्ता लस्पाल के साथ गोरीपार क्षेत्र का भ्रमण किया। गरारी से गोरीपार पहुंचे एसडीएम ने आम जनता की समस्याऐं सुनी। उन्होने गरारी की घिररी बदलने और सुरक्षा के लिए पुख्ता इन्तजाम किये जाने के निर्देष दिये। गल्ला गोदाम उच्छैती को तत्काल खाद्य विभाग को हस्तान्तरित करने के लिए आरईएस को निर्देष जारी किये। उन्होंने कहा कि गल्ला गोदाम में जो षेश कार्य बचे है उसके लिए विभाग आपस में अनुबन्ध कर ले। लेकिन गोरीपार क्षेत्र की जनता को राषन के लिए दिक्कत न हो। इसलिए गल्ला गोदाम के नये भवन में तत्काल राषन रखने की व्यवस्था सुनिष्चित की जाय। भाजपा नेता प्रयाग सिंह पालिवाल ने उप जिलाधिकारी को गोरीपार क्षेत्र की समस्याओं से सम्बन्धित ज्ञापन दिये। उन्होंने कहा कि गोरीपार क्षेत्र की आम जनता की एकता और संघर्श के बाद ही सरकार और प्रषासन को गोरीपार क्षेत्र की याद आयी है। विधान सभा प्रभारी जगत मर्तोलिया, मण्डल अध्यक्ष कवीन्द्र सिंह देवली, रतन सिंह नेगी, राम सिंह गनघरिया, मनोहर सिंह दरियाल ने कहा कि गोरीपार क्षेत्र को भावनात्मक बाते कहकर वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने वालों के लिए यह खतरे की घन्टी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार और क्षेत्रीय विधायक मुख्यमन्त्री के साथ ही क्षेत्र के लालबत्ती धारियों पर गोरीपार क्षेत्र की उपेक्षा करने और केवल वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया। कहा कि ऐसे तत्व अब सार्वजनिक हो चुके है।