Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live

हिमाचल की विस्तृत खबर (25 अगस्त)

$
0
0
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के ऋण संबंधित साक्षात्कार 26 व 27 अगस्त को

pradhan mantri rojgar srijan karyakram
धर्मशाला, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। ‘‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’’ के अंतर्गत साक्षात्कार 26 अगस्त को यह जानकारी महा प्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र कांगड़ा ओम प्रकाश ने देते हुए बताया कि जिला कांगड़ा के जिन बेरोजगार व्यक्तियों ने वर्ष 2015-16 के दौरान ‘‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’’ के अंतर्गत ऋण लेने हेतु जो आवेदन महा प्रबन्धक, जिला उद्योग केन्द्र, धर्मशाला के कार्यालय में जमा करवाए हैं। उन समस्त संबंधित आवेदकों का इस योजना के अंतर्गत पात्र आवेदकों के चयन हेतु अतिरिक्त जिलाधीश कांगड़ा की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स कमेटी द्वारा 26 अगस्त, 2015 को सुबह 10 बजे साक्षात्कार निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि संबंधित आवेदक उक्त तिथि को अपने मूल दस्तावेजों के साथ अतिरिक्त जिलाधीश कार्यालय में उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगें। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त खादी ग्रामोद्योग के कार्यालय में जमा करवाए गए आवेदनों से संबंधित पात्र आवेदकों के चयन हेतु अतिरिक्त जिलाधीश कांगड़ा की अध्यक्षता में ही 27 अगस्त, 2015 को सुबह 10 बजे साक्षात्कार निर्धारित किया गया है। स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं-अभिषेक जैन

साप्ताहिक आयरन फॉलिक स्कीम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोले उपायुक्त

ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। उपायुक्त अभिषेक जैन ने कहा कि बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूली स्तर पर विशेष प्रयास किए जाएं। उपायुक्त आज यहां साप्ताहिक आयरन फॉलिक स्कीम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रत्येक स्कूल में कम से कम तीन माह में एक बार विशेष हेल्थ शिविर का आयोजन हो जिसमें बच्चों को स्वास्थ्य जागरूकता से जुडी तमाम जानकारी मुहैया करवाई जाए। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे साप्ताहिक आयरन फॉलिक स्कीम के तहत सरकारी स्कूलों में 6वीं से 12वीं कक्षा तक पढऩे वाले बच्चों को प्रत्येक बुधवार को एक आयरन की गोली खिलाई जाती है। उन्होने जानकारी दी कि जिला स्तरीय घरेलु सर्वेक्षण-2012 के दौरान जिला के 48 प्रतिशत बच्चे अनीमिया के शिकार पाए गए हैं। ऐसे उन्होने स्वास्थ्य विभाग सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को साप्ताहिक आयरन फॉलिक स्कीम के तहत प्रति सप्ताह आयरन की गोली देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने लडकियों विशेषकर 11वीं व 12वीं कक्षा में पढऩे वाली बच्चियों पर विशेष ध्यान देने पर भी बल दिया। उन्होने अभिभावकों से भी आहवान किया कि वह प्रत्येक बुधवार को स्कूल में दी जाने वाली आयरन की गोली से संबंधित जानकारी बच्चों से स्वयं भी प्राप्त करें तथा न मिलने पर नोडल अधिकारी को अवगत करवाएं। उपायुक्त ने अधिकारियों को आगामी वर्ष को लेकर स्कूलों एवं बच्चों की पूरी जानकारी मुहैया करवाने के निर्देश भी दिए।

बैठक में ये रहे उपस्थित:
बैठक में कार्यकारी सीएमओ डॉ0 निखिल, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डॉ0 प्रवीण चौधरी, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विपन शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा एचआर गुलेरिया, बीएमओ डॉ0 प्रकाश दडोच, डॉ0 संजय मनकोटिया, डॉ0 एसके वर्मा, डॉ एनके आंगरा, प्रिंसीपल जेएनवी अनूपा ठाकुर, प्रिंसीपल इाईट देहलां कुलदीप सिंह, गीता शर्मा, रविन्द्र शर्मा, वत्सला बंसल, हरिकृष्ण, संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मतदाता सूचियों का विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम 15 सितंबर से
ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण करवाया जा रहा है, जिसके तहत मतदाता सूचियों में नाम दर्ज करने, हटाने व शुद्धि करने हेतु 15 सितंबर से 14 अक्तूबर तक लोगों से दावे व आक्षेप प्राप्त किये जाएंगे। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अभिषेक जैन ने देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पहली जनवरी, 2016 को अहर्ता तिथि के आधार पर मतदाता सूचियों का विशेष पुनरीक्षण करवाया जा रहा है। स्वीप कार्यक्रम के तहत लोगों को विशेष पुनरीक्षण की जानकारी देने के लिए कार्यक्रम शुरू किया गया है। 
कब क्या होगा 
15 सितंबर
सभी मतदान केन्द्रों, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों/सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालयों में फोटायुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन।
15 सितंबर से 14 अक्तूबर तक 
उपरोक्त सभी कार्यालयों में दावे/आक्षेप दाखिल करने की अवधि
16 व 30 सितंबर 
फोटोयुक्त मतदाता सूची के संबन्धित भाग/अनुभाग का ग्राम सभाओं अथवा स्थानीय निकायों की बैठकों में पढ़ा जाएगा एवं दर्ज नामों का सत्यापन होगा।
20 सितंबर व 4 अक्तूबर 
सभी मतदान केन्द्रों पर राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजैंटों के साथ दावे/आक्षेप प्राप्त किये जाएंगे। 
16 अक्तूबर से 11 नवंबर तक
दावों व आक्षेपों का निपटारा होगा। 
11 जनवरी, 2016
फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन होगा।  

आंगनवाड़ी केन्द्रों का कार्य समय बदला 

ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। जिला ऊना में आंगनवाड़ी केन्द्रों का समय अब प्रात: 9 बजे से दोपहर दो बजे तक कर दिया गया। यह जानकारी जिलाधीश ऊना अभिषेक जैन ने दी। गौरतलव है कि जिला में भीषण गर्मी के चलते आंगनवाड़ी केन्द्रों का समय प्रात: 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया गया था। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए-अभिषेक जैन

ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोले उपायुक्त ऊना 25 अगस्त:उपायुक्त अभिषेक जैन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए ताकि इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा पात्र परिवारों को लाभान्वित किया जा सके। उपायुक्त आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का उदेश्य बीपीएल परिवारों सहित अन्य ऐसे पात्र लोगों व उनके परिजनों को स्वास्थ्य सुरक्षा मुहैया करवाना है जो आर्थिक तंगी के कारण ईलाज से वंचित रह जाते हैं। उन्होने बताया कि वर्तमान में इस योजना के तहत सभी बीपीएल परिवारों के अतिरिक्त मनरेगा कामगार, रिक्शा व टैक्सी चालक, पुटपाथ विक्रेता, भवन निर्माण में कार्यरत कामगार, अनुबंध कर्मचारियों को इस योजना के तहत लाया गया है।  डीसी ने बताया कि इस योजना के तहत किसी भी गंभीर बीमारी के ईलाज पर पौ दो लाख तथा सामान्य बीमारी होने पर 30 हजार रूपये तक का ईलाज सरकारी तथा पैनल में शामिल अस्पतालों में मुफत करवाया जाता है। उन्होने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा पात्रों को लाभान्वित करने के लिए ग्रामीण स्तर पर विशेष प्रचार-प्रसार के साथ-साथ निर्धारित लक्ष्य के तहत कार्य करने के निर्देश भी दिए। उपायुक्त ने आरबीएसवाई के तहत सभी पात्र परिवारों से भी आहवान किया कि जब वह अस्पताल में किसी भी बीमारी के ईलाज को लेकर जाते हैं तो वह आरएसबीवाई के तहत जारी स्मार्ट कॉर्ड को जरूर लेकर जाएं ताकि उन्हे इसका लाभ मिल सके। उन्होने बताया कि जिला में आरएसबीवाई के तहत वर्ष 2014 के दौरान 22126 परिवारों का पंजीकरण किया गया है जिसमें बीपीएल के 11481 तथा मनरेगा के तहत काम करने वाले 10289 पात्र परिवार शामिल हैं। उन्होने जानकारी दी कि इस योजना के तहत सितंबर 2014 से लेेकर अब तक 1949 लोगों को लाभान्वित कर लगभग  34 लाख 52 हजार रूपये की राशि व्यय की गई है। 

जिला के 13 अस्पतालों में मिल रहा है आरबीएसवाई योजना का लाभ
जिला ऊना में 13 सरकारी व निजी अस्पतालों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल रहा है जिसमें क्षेत्रीय अस्पताल ऊना, जिला आयुवैर्दिक अस्पताल ऊना, आयुर्वैदिक अस्पताल ईसपुर, सीएचसी चिंतपूर्णी, थानाकलां, अंब, अमलैहड, हरोली, दौलतपुर, गगरेट व बंगाणा तथा निजी अस्पतालों में चौहान आई अस्पताल और नंदा अस्पताल ऊना शामिल हैं।

बैठक में ये रहे उपस्थित:
बैठक में कार्यकारी सीएमओ डॉ0 निखिल, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डॉ0 प्रवीण चौधरी, पीओ डीआरडीए राजेन्द्र गौतम, बीडीओ जयवंती ठाकुर, जगदीश कुमार भभौरिया, सुदर्शन सिंह, हेमचंद शर्मा,  बीएमओ डॉ0 प्रकाश दडोच, डॉ0 संजय मनकोटिया, डॉ0 एसके वर्मा, ईओ एमसी ऊना संजय कुमार, डॉ0 एनके आंगरा, एसईबीपीओ मुकेश कुमार, सुरेन्द्र, डॉ0 विजय दीपक, जसवीर सिंह, दीपक चब्बा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

अंडर-14 फुटबॉल टीम का ट्रायल कल
ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। बिलासपुर में होने वाले ऑल इंडिया अंडर-14 फुटबॉल फेस्टिबल के लिए जिला स्तरीय फुटबॉल टीम का ट्रायल स्थानीय इंदिरा ग्राऊंड में 27 अगस्त को रखा गया है। यह जानकारी जिला फुटबॉल संघ के महासचिव सुखविंदर सैणी ने दी। उन्होंने बताया कि ट्रायल प्रक्रिया इस दिन बाद दोपहर तीन बजे शुरू होगी। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया अंडर-14 फुटबॉल फेस्टिबल आगामी 5 से 7 सितंबर तक बिलासपुर के कहलूर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस ट्रायल में हिस्सा लेने वाली प्रतिभागी अपने साथ जन्म प्रमाण पत्र की छायाप्रति अवश्य लेकर आएं। यह छायाप्रति संबंधित नगर पंचायत, नगर परिषद अथया पंचायत सचिव से सत्यापित होनी अनिवार्य है। सैणी ने कहा कि जिला स्तरीय फुटबॉल टीम के चयन के बाद इंदिरा ग्राऊंड में ही कोचिंग कैंप लगाया जाएगा। ट्रायल के लिए साई कोच व पूर्व नेशनल खिलाड़ी सुरेश सिंह मान के नेतृत्व में चयन कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जिला फुटबॉल कोच चंद्रमोहन शर्मा, डीपीई सोमनाथ तथा पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी ओंकार नाथ को शामिल किया गया है। सैणी ने कहा कि जिला स्तरीय फुटबॉल टीम का हिस्सा बनने के लिए इच्छुक खिलाड़ी इस दिन इंदिरा ग्राऊंड पहुंच कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।

अंडर-१४ फुटबॉल टीम का ट्रायल कल
ऊना, 25 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा)। बिलासपुर में होने वाले ऑल इंडिया अंडर-१४ फुटबॉल फेस्टिबल के लिए जिला स्तरीय फुटबॉल टीम का ट्रायल स्थानीय इंदिरा ग्राऊंड में २७ अगस्त को रखा गया है। यह जानकारी जिला फुटबॉल संघ के महासचिव सुखविंदर सैणी ने दी। उन्होंने बताया कि ट्रायल प्रक्रिया इस दिन बाद दोपहर तीन बजे शुरू होगी। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया अंडर-१४ फुटबॉल फेस्टिबल आगामी ५ से ७ सितंबर तक बिलासपुर के कहलूर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस ट्रायल में हिस्सा लेने वाली प्रतिभागी अपने साथ जन्म प्रमाण पत्र की छायाप्रति अवश्य लेकर आएं। यह छायाप्रति संबंधित नगर पंचायत, नगर परिषद अथया पंचायत सचिव से सत्यापित होनी अनिवार्य है। सैणी ने कहा कि जिला स्तरीय फुटबॉल टीम के चयन के बाद इंदिरा ग्राऊंड में ही कोचिंग कैंप लगाया जाएगा। ट्रायल के लिए साई कोच व पूर्व नेशनल खिलाड़ी सुरेश सिंह मान के नेतृत्व में चयन कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जिला फुटबॉल कोच चंद्रमोहन शर्मा, डीपीई सोमनाथ तथा पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी ओंकार नाथ को शामिल किया गया है। सैणी ने कहा कि जिला स्तरीय फुटबॉल टीम का हिस्सा बनने के लिए इच्छुक खिलाड़ी इस दिन इंदिरा ग्राऊंड पहुंच कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।

पुलिस ने हार्दिक पटेल को छोड़ा

$
0
0
अहमदाबाद में मंगलवार रात को पुलिस पटेल समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को रैली की जगह से अज्ञात स्थान पर ले गई और फिर कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया. मंगलवार को अहमदाबाद में पटेल समुदाय के लिए आरक्षण की मांग पर हुई विशाल रैली के बाद जीएमडीसी मैदान में उस समय अफ़रा-तफ़री मच गई जब पुलिस ने पटेल समुदाय के नेता हार्दिक पटेल को घेर लिया.

पटेल समुदाय के 22 वर्षीय नेता हार्दिक पटेल ने जीएमडीसी मैदान से तब तक न जाने की घोषणा की थी, जब तक मुख्यमंत्री आनंदीबेन वहाँ आकर प्रदर्शनकारियों से मांगपत्र नहीं लेती हैं. उन्होंने 48 घंटे तक रैली के स्थल पर डटे रहने की बात कही थी. स्थानीय पत्रकार अंकुर जैन के मुताबिक ख़ासी संख्या में पुलिसवालों ने रैली के स्थल पर पहुँचकर हार्दिक पटेल को घेर लिया और स्टेज से वहाँ मौजूद लगभग 700-800 लोगों को शांत रहने की अपील की है.

अंकुर जैन के मुताबिक पुलिस ने उस समय वहाँ मौजूद प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं और मीडियाकर्मियों के वाहनों को भी नुकसान हुआ.जब तक पुलिस ने पुलिस हार्दिक पटेल को छोड़ा, तब तक अहमदाबाद के कई इलाक़ों में हिंसा, तोड़फोड़ और तनाव फैल गया था. सोला पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया. उधर महेसाना में गृह मंत्री के घर को आग लगाई गई.

सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने का कोई आदेश नहीं था और इसकी जांच की जाएगी. इससे पहले मंगलवार को दिन में पटेल समुदाय की इस रैली को महा-क्रांति रैली कहा गया, जिसमें हज़ारों लोगों ने भाग लिया.समाचार एजेंसी के मुताबिक हार्दिक ने रैली में कहा, "यदि आप हमें हमारा अधिकार नहीं दोगे तो हम इन्हें छीन लेेंगे. पटेलों पर वही राज करेगा जो पटेलों के हित की बात करेगा. गुजरात में हमने 1985 में कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया और अब 2017 का चुनाव आ रहा है. कमल कीचड़ में नहीं खिलेगा....यदि हमारे हितों की बात करोगे, तभी कमल खिलेगा."

ग़ौरतलब है कि मुख्यमंत्री आनंदीबेन पहले ही पटेल समुदाय को आरक्षण देने के अनुरोध को ठुकरा चुकी हैं और उन्होंने इस बारे में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का भी हवाला दिया था.

मंगलवार स्थानीय समयानुसार रात लगभग सवा आठ बजे जब जीएमडीसी मैदान पर पुलिस की कार्रवाई हुई तो वहाँ रेपिड एक्शन फोर्स और चेतक कमांडो भी मौजूद थे. घाटलोडिया इलाके में पुलिस पर पथराव हुआ और अन्य इलाके में कई लोग जमा होने शुरु हो गए. अहमदाबाद के कई इलाक़ों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पहले से ही शहर में 20,000 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं.

विशेष : क्या संयुक्त संस्थान को आरक्षण को समाप्त करवाने ठेका मिला है?

$
0
0
नोट : हो सकता है कि इस खबर के बाद पहले की तरह से फिर से मेरे को जान से मारने की धमकियां मिलें और मेरी जानमाल को खतरा भी पहुंचाया जाये, लेकिन समय रहते समाज को सच से अवगत करवाना मेरा व्यक्तिगत फर्ज है।

liveaaryaavart dot com
दो दशक पहले सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे से अनेकानेक असंवैधानिक और मनमाने फैंसले जारी हुए। जिनके कारण अजा एवं अजजा के आरक्षण को मृतप्राय कर दिया गया था। हमने अजा/अजजा संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के बैनर पर देशभर में जनान्दोलन करके, संसद और सु्प्रीम कोर्ट का घेराव करके अधिकांश फैसलों को संसद द्वारा संविधान संशोधन करवाकर निष्प्रभावी करवा दिया था। अब जब कि परिसंघ के अध्यक्ष को संघ/भाजपा ने अपने पाले में बिठा लिया है और परिसंघ भी संघ की भाषा बोलने लगा है तो देशभर का अजा एवं अजजा संगठन बिखर सा गया है। ऐसे में बेशक हमने 'हक रक्षक दल सामाजिक संगठन'का गठन किया है, लेकिन हम अभी प्रारम्भिक दौर में हैं। इसके अलावा हमारे विरोध में मनुवादियों द्वारा संचालित धनकुबेर समता आन्दोलन समिति खुद है और उसके इशारों पर चलने वाले सजातीय मनुवादी, समता आन्दोलन के हित साधन के लिये काम कर रहे हैं। इसके बावजूद चुप तो नहीं ही रहा जा सकता!

राजस्थान में सुप्रीम कोर्ट के माधुरी पाटिल प्रकरण की सिफारिशें को लागू करवाने में समता आन्दोलन के साथ—साथ, जनजाति संयुक्त संस्थान भी आश्चर्यजनक रूप से रुचि दिखा रहा है! यह वही माधुरी पाटिल प्रकरण है जिसके चलते महाराष्ट्र में एक ही दिन मेंं लाखों लोगों के जाति प्रमाण—पत्र निरस्त हुए थे। सर्वाधिक आश्चर्य तो इस बात का है कि समता आन्दोलन समिति खुद चाहती है कि राजस्थान में माधुरी पाटिल केस की सिफारिशें लागूू की जावें, जिससे किसी दलित—आदिवासी का जाति प्रमाण बने ही नहीं और जो बन चुके हैं वे तत्काल निरस्त हो जावें। जिसके लिये समता समिति समिति ने पूर्वी राजस्थान के जिलों के लिये पांच हजार करोड़ से अधिक धन आबंटित कर रखा है, उनकी ओर से हर प्रकार का रास्ता अपनाया जा रहा है। इसके ठीेक विपरीत आदिवासियों के हितों के लिये लड़ने का दवा करने वाले पूर्व न्यायाधीश याद राम मीणा और जनजाति आयोग के पूर्व निदेशक डॉ. गोविन्द सिंह सोमावत के नेतृत्व में संचालित जनजाति संयुक्त संस्थान की ओर से भी माधुरी पाटिल केस की सिफारिशों को उस समय लागू करवाया जा रहा है, जबकि मीणा या मीना नाम से जनजाति प्रमाण—पत्र नहीं बन पा रहे हैं।

इसे क्या कहा जाये—राजस्थान सरकार माधुरी पाटिल केस की सिफारिशों को लागू करने के लिये समय मांग रही है और समता आन्दोलन समिति और संयुक्त संस्थान तुरन्त इसे लागू करवाना चाहते हैं। ऐसे में आरक्षित वर्गों को और विशेषकर राजस्थान की मीणा/मीना जन जाति के प्रबुद्धजनों को विचार करना होगा कि क्या संयुक्त संस्थान को मीणा/मीना आरक्षण को समूल समाप्त करवाने का ठेका दे रखा है? जिनकी ओर से माधुरी पाटिल केस की आत्मघाती और मनमानी सिफारिशें लागू करवाने के लिये कोर्ट में याचिक दायर की हुई है।
यही नहीं मीणा नहीं, बल्कि मीना नाम से राजस्व जमीन/रिकॉर्ड वाले मीनाओं को जाति प्रमाण—पत्र जारी करवाने के आदेश जारी करवाने की हाई कोर्ट में याचिका दायर की जा चुकी है। जिसका साफ अर्थ है कि जिन मीनाओं/मीणाओं के राजस्व रिकॉर्ड में मीणा लिखा होगा या जिनके पास जमीन ही नहीं होगी, उनको जनजाति प्रमाण—पत्र नहीं मिलेगा।

अब राजस्थान के विशेष रूप से मीणा—मीना समाज को शीघ्रता से तय करना होगा कि समाज चाहता क्या है? एक ओर तो हम दिन रात आरक्षण बचाने के लिये लगे हुए हैं, दूसरी ओर संयुक्त संस्थान आरक्षित वर्गों, विशेष रूप से मीना, भील, भील मीना, बैरवा सहित अनेक जाति के आरक्षण को समाप्त करवाने के लिये माधुरी पाटिल केस की सिफारिशों को लागू करवाना चाहता है। क्योंकि कम्प्यूटर द्वारा अंग्रेजी में दर्ज राजस्व रिकॉर्ड में मीणा/मीना को Meena भील को Bheel भील मीना को Bheel Meena बैरवा को Berva/Berva/Berba दर्ज कर रखा है। जबकि अजा एव अजजा की सूची में इन जातियों के नाम Mina, Bhil, Bhil Mina एवं Bairwa/ Berwa दर्ज है। ऐसे में माधुरी पाटिल केस की सिफारिशों के लागू होते ही ऐसी सभी जातियों को जाति प्रमाण—पत्र मिलना असम्भव हो जायेगा। क्या अब भी आरक्षित और वंचित वर्गों को हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना होगा?




—डॉ. पुरुषोत्तम मीणा, राष्ट्रीय प्रमुख—हक रक्षक दल समााजिक संगठन।

पटेल आंदोलन हिंसक हुआ, स्कूल-कॉलेज और मोबाइल इंटरनेट बंद

$
0
0
गुजरात में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ पटेल समुदाय का आंदोलन हिंसक हो गया है। अहमदाबाद में आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार को पटेल समुदाय ने रैली की थी। हार्दिक पटेल को हिरासत में लिए जाने और पुलिस लाठीचार्ज के बाद रैली में आए लोग उग्र हो गए।

अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा समेत राज्य के कई जिलों में लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी की। मेहसाणा में गृहराज्यमंत्री रजनी पटेल के घर पर प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी। सूरत में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी समेत कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। राज्य के हालात पर केंद्रीय गृहमंत्री ने गुजरात की मुख्यमंत्री से फोन पर बात की। वहीं पीटीआई के मुताबिक, कई संगठनों की ओर से आज गुजरात बंद भी बुलाया गया है।

गुजरात में कल पटेलों के आंदोलन के हिंसक होने के बाद से आज सुबह शहर में हर तरफ सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है। जगह-जगह से कल की हिंसा के बाद आगज़नी और तोड़फोड़ की तस्वीरें सामने आ रही हैं। हिंसा के बाद सूरत के दो थाना क्षेत्रों - कापोदरा और सरसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मेहसाणा, ऊंझा, विसनगर में भी कर्फ्यू लगाया गया है। अहमदाबाद के नौ इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। पूरे राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। हिंसा की वारदातों के बीच अहमदाबाद में आज स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। साथ ही कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। आंदोलन के हिंसक होने की खबर के बाद हार्दिक पटेल ने गुजरात बंद की अपील जारी करते हुए कहा कि उन्हें छोड़ दिया गया है और कृपया अफवाह न फैलाएं और शांति बनाए रखें।

राहुल गांधी आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएंगे

$
0
0
भारत-पाक सीमा पर तनाव की पृष्ठभूमि में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज से जम्मू-कश्मीर की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरु कर रहे हैं. इस दौरान वह पाकिस्तानी जवानों की गोलीबारी से प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे.

राहुल गांधी के दौरे के मद्देनजर बालाकोट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम मीर ने कहा, राहुल जम्मू कश्मीर की तीन दिवसीय यात्रा पर सुबह यहां पहुचेंगे. वह पुंछ जिले के बालाकोट क्षेत्र के लिए उड़ान भरेंगे जहां 15 अगस्त को पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की वजह से छह लोगों की मौत हो गयी थी और दर्जनों लोग घायल हो गये.

मीर ने कहा कि वह पीड़ितों के परिजन से भी मिलेंगे और सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रभावित आबादी से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि पुंछ से लौटने के बाद राहुल समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और जम्मू प्रांत के लिए पार्टी के एक पंचायत सम्मेलन को संबोधित करेंगे. राहुल अपनी यात्रा में कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों का दौरा भी करेंगे.

ओडिशा में नक्‍सली हमला, बीएसएफ के 3 जवान शहीद

$
0
0
ओडिशा के मलकानगिरी में नक्सलियों ने बुधवार को एक बारूदी सुरंग में विस्फोट किया। इस विस्‍फोट में बीएसएफ के तीन जवान शहीद हो गए जबकि चार अन्‍य जवान घायल हो गए हैं । ब्लास्ट के बाद बीएसएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई। इसमें छह जवान घायल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक कुछ नक्सली भी मारे गए हैं। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

मलकानगिरी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के करीब है। मलकानगिरि के एसपी ने बताया, “चित्रकोंडा इलाके में सर्चिंग के बाद लौट रही बीएसएफ टीम आईआईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गई। इसमें तीन जवान शहीद हुए। ब्लास्ट के बाद नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें 6 जवान घायल हुए। एक्सट्रा फोर्स मौके पर भेजी गई है।” BSF के डीजी डी.के. पाठक भी वहां पहुंच गए हैं।

हमले के बाद ओडिशा से लगी छत्तीसगढ़ और तेलंगाना बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसकी वजह यह है कि किसी भी हमले को अंजाम देने के बाद नक्सली दूसरे राज्य में भाग जाते हैं।

गुजरात में रातभर चली तोड़फोड़, कई जगह कर्फ्यू

$
0
0
गुजरात में कल रात हुई जबरदस्त हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के बीच अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के नौ क्षेत्रों मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के विधानसभा क्षेत्र में आने वाले घाटलोडिया तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के क्षेत्र नाराणपुरा के अलावा रामोल, वाडज, कृष्णानगर, नारोडा, ओढव, निकोल और बापूनगर में आज तड़के कर्फ्यू लगा दिया गया।

इसके अलावा दक्षिणी शहर सूरत में काकोडरा और सरथाणा में तथा उत्तर गुजरात के मेहसाणा शहर और मेहसाणा जिले के विसनगर और ऊंझा में भी कर्फ्यू लगाया गया है। इन इलाकों में अर्धसैनिक बलों के जवान गश्त लगा रहे हैं। गुजरात में राजनीतिक रूप से मजबूत पटेल समुदाय को अन्य पिछडा वर्ग (ओबीसी) में शामिल कर आरक्षण का लाभ देने की मांग के समर्थन में कल यहां आयोजित पाटीदार अनामत आंदोलन समिति की विशाल क्रांति रैली के बाद हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच मुख्यमंत्री आनंदी पटेल को सभा स्थल पर आकर उनका ज्ञापन लेने की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ इसके संयोजक हार्दिक पटेल समेत अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने देर शाम वहां से जबरन उठा दिया तथा उन्हें हिरासत में लेकर चले गये।

इसके बाद से पूरे राज्य में हिंसक घटनाओं और आगजनी का दौरा शुरू हो गया। भीड ने गृह राज्य मंत्री रजनी पटेल के मेहसाणा स्थित आवास पर भी पथराव और आगजनी कर दी। संगठन के समर्थकों ने राज्य सरकार के प्रवक्ता तथा स्वास्थ्य मंत्री नीतिन पटेल के कडी के बंद पडे आवास को भी निशाना बनाया। थोडी देर बाद ही हार्दिक और उनके साथ हिरासत में लिये गये लोगों को छोड़ दिया गया। सरकार ने उनकी गिरफ्तारी के प्रकरण की जांच के आदेश भी दिये हैं।

फिर भी देर रात तक हिंसा का दौर जारी रहा। पूरे राज्य में 150 से अधिक गाड़ियों ,जिनमें 70 से अधिक सरकारी बसें और कई पुलिस वाहन भी शामिल हैं, तथा कई सरकारी कार्यालयों को जला दिया गया। बसों में से 30 अहमदाबाद में तथा 25 सूरत में जलायी गयीं। अहमदाबाद, सूरत और राजकोट में बीआरटीएस बस सेवा के जनमार्ग को भी व्यापक नुकसान पहुंचाया गया। भीड ने कई पुलिस चौकियों को भी जला दिया। कुछ स्थानों पर पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया।

हार्दिक पटेल की ओर से आज राज्यव्यापी बंद के आहवान के बीच सभी स्कूल कॉलेजों को बंद रखा गया है। सभी इलाकों में व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी बंद हैं। मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। उन्होंने आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत की जिन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त केंद्रीय बल मुहैया कराने की बात कही। उधर अफवाहों पर रोक के लिए कल मध्य रात्रि से अहमदाबाद तथा अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं।

उधर आज भी शहर के कई इलाकों में पुलिस के कथित लाठीचार्ज के विरोध में कलोल मेहसाणा रोड पर भीड ने चक्काजाम कर दिया है। हिंसा का दौर दरअसल कल की रैली के दौरान ही छिटपुट तौर पर शुरू हो गया था। जीएमडीसी मैदान में आयोजित पटेल अनामत आंदोलन समिति की सभा तथा इसके बाद इसके कथित समर्थकों ने शहर के मानसी सर्किल, एलिसब्रिज, नारोल तथा कुछ अन्य इलाकों में जबरन दुकानों को बंद कराया और तोड़फोड़ की थी।

वाडज इलाके में रैली पर हुए पथराव के बाद भी पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। कल की हिंसक घटनाओं तथा पुलिस की लाठीचार्ज में कई पत्रकार और कैमरामैन तथा फोटोग्राफर भी घायल हुए थे पर शाम तक माहौल शांत हो गया था लेकिन अचानक रात लगभग आठ बजे धरने पर बैठे हार्दिक और उनके समर्थकों को हिरासत में लिये जाने के बाद सबकुछ बदल गया।

अहमदाबाद से शुरू हुई हिंसा, वडोदरा और मेहसाणा होते हुए सौराष्ट्र तथा दक्षिण गुजरात के सूरत तक फैल गयी। जबरदस्त अफरातफरी के बीच हार्दिक को छोड़ना पड़ा तथा मुख्यमंत्री को शांति की अपील जारी करनी पडी। हालांकि इसके बावजूद देर रात तक हिंसा का दौर जारी रहा। उग्र भीड़ ने मेहसाणा के कडी में स्वास्थ्य मंत्री तथा आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए गठित सात सदस्यीय मंत्री समिति के अध्यक्ष नीतिन पटेल के बंद पडे निजी आवास पर भी हमला किया और गृहराज्य मंत्री रजनी पटेल के मेहसाणा आवास में पथराव के बाद आगजनी का प्रयास किया।

कडी नगरपालिका भवन तथा विसनगर की पुलिस चौकी समेत कई चौकियों में भी भीड ने आग लगा दी थी। सरकारी बस डिपों में खडे कई बसों में भी आग लगा दी गयी। राजकोट में भीड ने 200 फीट रिंग रोड में बीआरटीएस के बस अड्डों पर हमला कर कर क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि सूरत में भीड ने हीराबाग चेकपोस्ट में आग लगा दी। जामनगर में पुलिस के एक आला अधिकारी भी भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में घायल हो गये। कई स्थानों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया। आननफानन में लगभग आधी रात को मेहसाणा तथा विसनगर और ऊंझा तथा तड़के लगभग पौने तीन बजे अहमदाबाद के नौ और सूरत के दो इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया।

इससे पहले छूटने के ठीक बाद हार्दिक ने पुलिस मुख्यालय के निकट कहा कि उनका आंदोलन यथावत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार शांति की इच्छा नहीं रखती। हालांकि बाद में उन्होंने जारी वीडियो संदेश में लोगों से शांति बनाने की रखने की अपील की। उधर मुख्यमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय ने समिति के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई के पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। गृह मंत्री श्री पटेल ने कहा कि उनके विभाग ने सभा स्थल पर पुलिस को कार्यवाही की अनुमति नहीं दी थी।

इससे पहले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने जीएमडीसी मैदान में बने मंच पर धरने पर बैठे हार्दिक तथा उनके साथियों को कल शाम जबरन वहां से उतार लिया। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया जिसमें कई पत्रकारों को भी चोटे आयीं तथा उनके वाहन और उपकरण क्षतिग्रस्त हो गये।

देर रात अहमदाबाद शहर में भूयंगदेव तथा के के नगर के निकट दो बसों तथा सोला, चांदलोडिया और मानवनगर में पुलिस चौकियों, बसों तथा पुलिस वाहन समेत अन्य वाहनों में आग लगा दी गयी। शहर में कई अन्य बसों में भी आगजनी तथा तोडफोड की गयी। शहर की सभी सिटी बसों को सड़क से हटा लिया गया है। शहर के कई इलाकों में पथराव तथा हंगामा हुआ।

घाटलोडिया में के के नगर चार रास्ते के निकट पटेल समिति कथित समर्थकों की भीड दो पुलिसकर्मियों को हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया।  राज्य में कई स्थानों पर बसों और ट्रकों तथा अन्य वाहनों को भी आग लगाने और सडक जाम करने की घटनाएं हुई। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति पिछले माह से ही पटेल समुदाय को ओबीसी में शामिल कर आरक्षण दिये जाने की मांग के साथ राज्य भर में रैलियां निकाल रही है। अब तक इसनें लगभग 140 रैलियां निकाली है जिनमें से सबसे बडी कल यहां निकाली गयी थी जिसमें चार लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया था। इसके लिए पूरे शहर में 18000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे।

रैली के बाद हुए घटनाक्रम के मद्देनजर राजधानी गांधीनगर में मंत्रियों के आवास तथा अन्य विशिष्ट इलाकों में सीमा सुरक्षा बल की तैनाती कर दी गयी है। पूरे राज्य मे सुरक्षा चौकसी जारी है हालांकि अब भी कई इलाकों में तनावपूर्ण शांति का माहौल है।


राहुल गाँधी पाक की फायरिंग में घायलों से मिले

$
0
0
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को तीन दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे। यहां उन्होंने पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में घायल लोगों से मुलाकात की। वे पुंछ जिले के बालाकोट में पाकिस्तान रेंजर्स की फायरिंग में जान गंवाने वालों की फैमिली से भी मिले। राहुल ने उनके लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा, ''मैं लोगों का दुख जानने आया हूं, मरने वालों की फैमिली को ज्यादा मुआवजा मिलना चाहिए। आम लोगों के साथ मवेशियों का भी बीमा होना चाहिए। एलओसी से सटे इलाकों में गांववालों के लिए बंकर बनने चाहिए।''

गौरतलब है कि पुंछ जिले के बालाकोट में 15 अगस्त के दिन पाकिस्तान ने भारी फायरिंग की थी। बालाकोट और उसके आसपास के गांवों में 6 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे। जम्‍मू-कश्‍मीर कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम मीर ने कहा कि बुधवार को राहुल जम्मू में पंचायत स्‍तर के कांग्रेसियों के साथ मीटिंग करेंगे। गुरुवार को कश्मीर और शुक्रवार को लद्दाख का दौरा करेंगे।

गुजरात में हिंसा, फोन-इंटरनेट ठप्‍प, 6000 जवान गुजरात भेजे गए

$
0
0
गुजरात में पटेलों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल ने अपना आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है. हार्दिक ने मांग रखी है कि मंगलवार को पटेलों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ अगले 36 घंटे के भीतर कार्रवाई की जाए. उन्हें सस्पेंड किया जाए वरना आंदोलन को जिला और ब्लॉक स्तर पर ले जाएंगे. हार्दिक ने सीधे केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकियों को तो बिरयानी खिलाई जाती है और हम जब अपने हक की लड़ाई लड़ते हैं तो हम लाठियां बरसाई जाती हैं. अब हम अपनी लड़ाई गांव-गांव तक लेकर जाएंगे.

हार्दिक ने कहा कि अभी तक हम महात्मा गांधी और सरदार पटेल के बताए रास्ते पर चल रहे थे. हमारी बात नहीं सुनी गई. लेकिन अब हम भगत सिंह के नक्शे कदम पर चलेंगे. पटेल रैली के बाद मंगलवार शाम हार्दिक को हिरासत में लेने के बाद गुजरात के कई शहरों में पटेलों ने तोड़फोड़ और आगजनी की. दर्जनभर थाने और 16 बसों को आग लगा दी. केंद्र ने हालात पर काबू पाने के लिए 5000 अर्द्धसैनिक बल भेजे हैं.

हार्दिक ने कहा कि रजनी पटेल की इस सरकार में नहीं चलती. जो गृहराज्य मंत्री अपना घर जलने से नहीं बचा सकता, वो देश कैसे बचाएगा? मैं लोगो से अपील करता हूं कि हिंसा का मार्ग न अपनाएं और शांति का माहौल बनाने में मदद करें। हार्दिक ने कहा, 'आंदोलनकारी शांति से घर चले गए थे. लेकिन कल आई भीड़ से सरकार डर गई. रात को पुलिस ने प्लानिंग कर लाठियां बरसाई. घर में घुसकर बच्चों और महिलाओं को मारा. सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिश की है. आंदोलन बरकरार रहेगा.'

हार्दिक ने राज्य सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने अधिकारियों से शांति बनाए रखने को कहे. वरना जो होगा उसकी जिम्मेदार सरकार होगी. हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री के घर जाकर आंदोलन करेंगे. मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा कि 'राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों का पूरा साथ दिया था. वे घर पहुंचे तब तक निगरानी रखी. रात में आठ बजे के बाद जीएमडीसी ग्राउंड पर कोई ऐसी घटना हुई, जिसकी वजह से पुलिस ने लाठीचार्ज किया. मैंने जांच के आदेश दिए हैं. मैं गुजरात के लोगों से अपील करती हूं कि शांति और सलामति बनाए रखिए.'

नीतीश ने मोदी पर विशेष पैकेज को लेकर साधा निशाना

$
0
0
बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की घोषणा को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि इसमें से एक लाख आठ हजार करोड़ रुपये की योजना पुरानी है।

नीतीश ने बुधवार को मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा कि इसमें सिर्फ 10 हजार 500 करोड़ रुपये की योजना ही नई है। उन्होंने कहा कि विशेष पैकेज का दुष्प्रचार किया जा रहा है। सवा लाख करोड़ रुपये में से एक लाख आठ हजार करोड़ की 'री पैकेजिंग'की गई है। मोदी जी ने बिहार के लोगों के समर्थन के साथ-साथ उनके भरोसे की भी बोली लगा दी।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने बिहार के आरा जिले में एक चुनावी रैली के दौरान राज्य के लिए सवा लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद बिहार में पैकेज को लेकर सियासत तेज हो गई है। बिहार में सतारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस ने इसे 'चुनावी घोषणा'और 'रिश्वत'तक करार दिया। 

प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई गलत: योगेंद्र यादव

$
0
0
आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व नेता और स्वराज अभियान के संस्थापक योगेंद्र यादव ने बुधवार को अहमदाबाद में प्रदर्शन कर रहे पटेल समुदाय के लोगों पर गुजरात पुलिस द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि आरक्षण सरीखे गंभीर मसले सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन के जरिए हल नहीं हो सकते।

योगेंद्र ने बुधवार सुबह ट्विटर पर लिखा कि आरक्षण किसे मिले यह सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन के जरिए तय नहीं हो सकता। लेकिन  ठीक नहीं है और न ही जबावी हिंसा ही सही है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि आरक्षण एक गंभीर मुद्दा है। यह सिर्फ बातचीत और विचार-विमर्श से सुलझ सकता है। दोनों पक्षों को धर्य से काम लेना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पीएएएस) के संयोजक हार्दिक पटेल (22) शिक्षा और नौकरियों में पटेल समुदाय को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए थे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हार्दिक पर पुलिस की कार्रवाई की खबर जंगल की आग की तरह फैली, जिसके विरोध में गुस्साए पाटीदारों ने राज्य में अलग-अलग जगहों पर सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़ की। इसके चलते राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करनी पड़ी।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए आज कहा कि बातचीत के जरिए समस्या का हल निकाला जा सकता है। मोदी ने गुजरात में मंगलवार को पटेल समुदाय की रैली के बाद हुई हिंसा पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हिंसा से किसी का भला नहीं हो सकता, बल्कि मिलकर काम करने में ही सबका हित निहित है। मोदी ने कहा कि मैं सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की विनती करता हूं। गुजरात उत्तरोत्तर विकास कर नई ऊंचाई को छू रहा है और सभी नागरिकों को इसमें भागीदार बनाना चाहिए। लोकतंत्र की मर्यादा का पालन सभी नागरिकों को करना चाहिए।

गुजरात में पुलिस और हार्दिक पटेल समर्थकों के बीच संघर्ष में पुलिसकर्मियों द्वारा गोलियां चलाने और करीब चार से पांच लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबरें आ रही हैं। हालांकि अभी इस खबर की पुष्टि नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि गुजरात में कल रात हुई जबरदस्त हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के बीच अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद के नौ क्षेत्रों मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के विधानसभा क्षेत्र में आने वाले घाटलोडिया तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के क्षेत्र नाराणपुरा के अलावा रामोल, वाडज, कृष्णानगर, नारोडा, ओढव, निकोल और बापूनगर में आज तड़के कर्फ्यू लगा दिया गया।

अमेठी में राजीव गांधी ट्रस्ट से जमीन वापस ली जाएगी

$
0
0
देश की राजनीति में रस्साकशी का विषय बनी अमेठी में राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को बेची गयी जमीन को आज एक स्थानीय अदालत ने ट्रस्ट से वापस लेकर उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास निगम (यूपीएसआईडीसी) को सौंपने का आदेश दिया. गौरीगंज की सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट वंदिता श्रीवास्तव की अदालत ने यह फैसला सुनाया.इस मामले में सम्बन्धित किसानों का पक्ष रख रहे वकील उमाशंकर पाण्डेय ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गत 23 अगस्त को जिस जमीन को हड़पे जाने का मामला उठाया था वह दरअसल वर्ष 1983 में कौहार गांव की वह 65 एकड़ जमीन है जो किसानों से लेकर सम्राट बाईसिकिल कम्पनी को कारखाना लगाने के लिये दी गयी थी.

उन्होंने बताया कि कम्पनी ने तीन-चार साल तक तो कारखाना लगाने का स्वांग रचा लेकिन बाद में सब्सिडी लेकर कम्पनी ही बंद हो गयी. कम्पनी ने कारखाना लगाने के लिये विभिन्न वित्तीय संस्थाओं से जो कर्ज लिया था उसकी वापसी के लिये 90 साल के लिये पट्टे पर ली गयी उस जमीन की नीलामी कर दी.पाण्डेय ने बताया कि इसके लिये कम्पनी ने फर्जी खतौनी बनवाकर खुद को जमीन का मालिक बताते कहा था कि इस जमीन की नीलामी से जो रकम मिले उसका कर्ज अदायगी के तौर पर समायोजन कर लिया जाए.

पाण्डेय ने बताया कि राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने उस नीलामी में वह जमीन खरीद ली थी. उसके बाद ट्रस्ट ने इस साल 27 फरवरी को जब अपने ‘आक्शन चेंज’ को गौरीगंज में दर्ज कराया तो किसानों को सचाई का पता लगा. किसानों को लगा कि उस जमीन पर तो उद्योग ही लगना चाहिये. उसे चैरिटेबल ट्रस्ट को क्यों सौंपा गया. अधिवक्ता ने बताया कि इस पर यूपीएसआईडीसी ने आपत्ति की. इस पर किसानों की तरफ से उन्होंने पैरवी की जिसमें निगम से कहा गया कि सम्राट बाईसिकिल कम्पनी ने फर्जी खतौनी बनवाकर उसकी जमीन को अपने नाम दिखा लिया और उसकी नीलामी भी कर दी, तब उसने कुछ क्यों नहीं किया.

पाण्डेय ने बताया कि यूपीएसआईडीसी के क्षेत्रीय प्रबन्धक ने अमेठी के जिलाधिकारी को गत दो जून को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया था कि सम्राट बाईसिकिल ने उसे पट्टे पर दी गयी जमीन को गलत तरीके से अपने नाम दर्ज कराकर उसकी नीलामी भी कर दी है. उस नीलामी को खारिज करके जमीन को निगम के नाम किया जाए. उन्होंने बताया कि उस पत्र के आधार पर जिलाधिकारी ने ‘करेक्शन आफ पेपर’ का मुकदमा दर्ज कराया. ‘मामला संख्या 21, अधीन धारा 33:39, भू-राजस्व कानून यूपीएसआईडीसी बनाम सम्राट बाईसिकिल’ में आज आये फैसले में कहा गया है कि उस जमीन को सम्राट बाईसिकिल के नाम खारिज करके यूपीएसआईडीसी के नाम दर्ज कर दिया जाए.

गौरतलब है कि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गत 23 अगस्त को अमेठी में एक रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को घेरते हुए आरोप लगाया था कि राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने किसानों की जमीन को सस्ते दामों में खरीदकर हड़प लिया है. इसे लेकर काफी सियासी खींचतान हुई थी.

राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष का पद जल्द संभालना चाहिए: सचिन पायलट

$
0
0
राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख सचिन पायलट का कहना है कि राहुल गांधी को जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष का प्रभार संभालना चाहिए और सोनिया गांधी को संसदीय दल के प्रमुख के रूप में संगठन का मागदर्शन करना चाहिए. पायलट महसूस करते हैं कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद पार्टी में उर्जा भरने का काम किया है और संसद में और बाहर सत्तारूढ़ भाजपा को निशाने पर लेकर पार्टी का आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं. पायलट ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘ राहुल गांधी को जल्द ही प्रभार संभाल लेना चाहिए (पार्टी के अध्यक्ष के रूप में).’’

उन्होंने हालांकि जोर दिया कि यह उनका निजी मत है और राहुल गांधी को पदोन्नत करने के बारे में कांग्रेस कार्यकारी समिति फैसला करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘ यह पार्टी का सामूहिक फैसला होगा.’’ उल्लेखनीय है कि राहुल ने राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद राजस्थान इकाई का नेतृत्व करने का दायित्व सचिन पायलट को सौंपा है. 

पायलट ने इस बात पर जोर दिया कि सोनिया गांधी पार्टी की ‘मार्गदर्शक शक्ति’ बनी रहेंगी. सचिन पायलट ने कहा कि राहुल की रणनीति राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने की है ताकि वह केंद्र में वापसी के लिए साल 2019 में होने वाले अगले आम चुनाव तक ताकत वापस हासिल कर ले. संसद के कामकाज में कांग्रेस की ‘बाधाकारी’ भूमिका संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी दल का यह कर्तव्य है कि वह ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले में भाजपा नेताओं की कथित संलिप्तता को उजागर करे.

पायलट ने कहा, ‘‘ सिर्फ इसिलए कि आपके पास बहुमत है, इसका अर्थ यह नहीं कि आपको अपनी इच्छा के अनुरूप कुछ भी करने का ब्लैंक चेक मिल गया है .’’ उन्होंने भूमि विधेयक पर हठधर्मिता और विपक्ष तक पहुंचने में विफलता का आरोप लगाते हुए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस को सुधार के मुद्दे पर भाजपा के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है और दावा किया कि भाजपा जब विपक्ष में थी तब छोटे छोटे मुद्दों पर संसद में कामकाज बाधित करती थी.

पायलट ने कहा, ‘‘ हम बाधा उत्पन्न करने का काम नहीं करना चाहते हैं लेकिन संसद चलाना सरकार का जिम्मेदारी है. वे विपक्ष तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाते हैं. इस भावना का अभाव हो गया है.’’ लोकसभा में पारित सुधार से संबंधित विधेयकों को राज्यसभा में ‘ वीटो ’ करने संबंधी वित्त मंत्री अरूण जेटली की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर सचिन पालयट ने कहा, ‘‘ आप खेल के नियमों को केवल इसलिए नहीं बदल सकते हैं क्योंकि आप उसे पसंद नहीं करते हैं. आप इसलिए राज्यसभा को दरकिनार नहीं कर सकते क्योंकि यह असुविधाजनक है...’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा कि उन्होंने ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाला मामले पर एक शब्द भी नहीं कहा जबकि वह नारे गढ़ने में समय बिताते रहे. उन्होंने कहा, ‘‘ पहले एक या दो साल प्रत्येक सरकार के लिए अच्छे रहते हैं. लेकिन इस सरकार के बारे में लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि वह अपने वादे पूरा करने में विफल रहेगी.’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ आज की समस्या के लिए पिछली सरकारों पर दोष लगाने से आपको मदद नहीं मिलेगी. आपकी समस्या के लिए विपक्ष पर आरोप लगाने से आपको मदद नहीं मिलेगी. इससे आपको कोई परिणाम नहीं प्राप्त होगा.’’

बारामूला में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया

$
0
0
 जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के राफियाबाद में दो आतंकियों को मार गिराया गया है. एक गुफा में 4-5 आतंकी छुपे होने की सूचना के बाद पहुंचे जवानों पर आतंकियों ने हमला बोल दिया. जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया. 

सूचना के अनुसार मुठभेड़ अभी भी जारी है.सुरक्षाबलों को खुफिया सूत्रों से सूचना मिली थी कि उत्तरी कश्मीर के बारामूला के राफियाबाद के विजी इलाके में कुछ आतंकी छिपे हैं. अर्धसैनिक बलों और सोपोर पुलिस ने मिलकर आतंकियों को घेरने के लिए राफियाबाद में अभियान शुरू किया.जैसे ही सुरक्षाबल के जवान एक गुफा के पास पहुंचे, 

आतंकियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी. पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. अन्य आतंकियों की तलाश की जा रही है. सूत्रों के अनुसार आतंकी घाटी में काफी दिनों से छुपे हुए थे.

सरकार ने किया स्मार्ट सिटी बनने वाले 98 शहरों के नाम का एलान

$
0
0
मोदी सरकार ने स्मार्टसिटी बनने वाले शहरों की सूची गुरुवार को जारी कर दी है.  इस सूची में उत्तरप्रदेश के 13 शहर, तमिलनाडू के 10 शहर, मध्यप्रदेश के सात शहर ,तीन शहर बिहार और आंध्रप्रदेश के शामिल किए गए हैं.

नायडू  ने आगे बताया,  स्मार्ट शहरों से शहर का तकनीकी और आर्थिक तौर पर विकास किया जाएगा जिससे नागरिकों को बेहतर जिंदगी ममिल सकेगी.  898 शहरों की 13 करोड़ जनता जो पूरी शहरी आबादी का 35 फीसदी है  इस योजना के तहत लाभान्वित होगी.  100 स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार ने 48,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इस दौरान शहरी विकास मंत्री वैंकैया नायडू ने बताया,  नौ राजधानियों को स्मार्टसिटी की  सूची में नहीं शामिल किया है, जिनमें ईटानगर, पटना, कोलकाता, शिमला, बेंगलूरु भी शामिल हैं. 

इस मिशन का ऐला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून को 100 स्मार्ट शहरों का चयन प्रतिस्पर्धा के जरिये करने के लिए मानदंड और दिशानिर्देश जारी किए थे. जम्मू-कश्मीर को छोड़कर सभी राज्यों ने प्रतिस्पर्धा के जरिये प्रस्तावित स्मार्ट शहरों के नामों का चयन किया गया है. इस तरह सूची के लिए देशभर के 99 शहरों का चयन किया गया. ज

स्मार्ट शहर के लिए उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 13 शहरों को नामित किया गया है. दिल्ली समेत सभी केंद्र शासित प्रदेशों को सूची में रखा गया है.

Real Estate Investors Focus on Pune for Constant Increase

$
0
0

Real Estate Investors Focus on Pune for Constant Increase
Pune is among the top urban communities in India. It is known for its green scenes and cool atmosphere. This city has developed colossally in the private, modern and instructive part. Today, this spot is home to the absolute most presumed IT organizations and instructive foundations. This development has prompted advancement of some top of the private line tasks in the city.

A portion of the ranges of the city, for example, Kharadi, Hinjewadi, and Baner, which termed as country territories, have today turned into one of the prime destinations in the city. Interest in the private segment of Pune has developed inferable from variances in money markets, diminishing profits for common trusts and instabilities in different speculations. The land is the main business of persistent positive development.
Sobha Ivory, an elite undertaking situated off NIBM Street, Kondhwa, Pune, offers 140 3-BHK Super Luxurious Apartments. Inside of the nearness of Kondhwa - Katraj Ghats, Sobha Ivory guarantees great environs and cool atmosphere as the year progressed. The two towers are planned with reduced enumerating to augment open space, green range, light and ventilation without bargaining security. The rich building design will satisfy your eyes; extensive lofts to deal with your solace and way of life conveniences to revive you. Taking all things together, Sobha Ivory will bring you pride, bliss and satisfaction that you tried.
Sobha Limited (once in the past Sobha Developers Ltd.) has a sharp eye for subtle element and firm faith in streamlining things at fine levels. At Sobha Ivory, each infinitesimal viewpoint has been assessed thoroughly to coordinate your taste and style. Rest guaranteed; each unit at Sobha Ivory accompanies globally acclaimed Sobha quality, and your house will be one of the finest perfect works of art from Sobha Limited.
Pune involves a variety of properties, for example, shopping centers, multiplexes, multi-cooking eateries, multi-claim to fame healing facilities, and so forth. The fundamental target of the property designers in this city is to comprehend the necessities of masses through creative ideas and quality development. The designers here are known here to make structures that have superb construction modeling.
The quick advancement in the community framework, for example, water supply, power, better quality streets and waste administration, is the fundamental purpose of development in the private division. As individuals from different spots plan to settle down in this city, first-home deals from the significant piece of the exchanges. Property rates have been most elevated in the regions, for example, Hinjewadi, Hadapsar, and Kharadi, which are real IT center points of the city. Other than the IT experts, even the understudy populace keeps on growing in this city. Understudies from everywhere throughout the nation come here to seek their instruction.
The other purpose behind development in the land part is Pune's nearness to the monetary capital of the nation. I.e. Mumbai. As the transport and rail transport framework in both these urban areas is sorted out, it is advantageous for individuals living here to go to Mumbai. In this manner, numerous individuals who work in Mumbai have their homes in Pune.
The development of this city in the land stadium is not an impermanent wonder. The city will keep on growing in the advancing years. Hence, the primary center ought to be on enhancing its framework, for example, development of new streets, enlarging of existing streets, development of flyovers and metros, which will decrease movement blockage and making people in general transport more effective. With these offices, the city will keep on growing and succeed sooner rather than later.

आंध्र प्रदेश के सरकारी अस्पताल में 10 दिन के बच्चे की चूहों के काटने से मौत

$
0
0

 गुंटूर सरकारी अस्पताल के NICU में एडमिट एक 10 दिन के बच्चे की चूहों के काटने से मौत हो गई। मामला बुधवार का है। बच्ची की बायीं आंख और हाथ की उंगलियों को चूहों ने बुरी तरह से काटा। उसके चेहरे पर भी खरोंच के निशान पाए गए हैं।


बुधवार सुबह जैसे ही बच्चे के पेरेंट्स ने उसके चेहरे और हाथ-पैरों में ब्लीडिंग होती देखी तो वे उसे ड्यूटी डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उसने कोई सही जवाब नहीं दिया। इसके कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई। उसकी मां चावेली लक्ष्मी ने कहा, “हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बच्चों के वॉर्ड में चूहों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। मेरे बेटे की जान चूहों ने नहीं, बल्कि इस हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ली है।”

मृत बच्चे के पिता नागाराजू ने कहा, “हमने एक हफ्ते पहले ही हॉस्पिटल के डॉक्टरों को चूहों के बारे में बताते हुए अपने बच्चे की सुरक्षा के लेकर चिंता जताई थी। लेकिन उन्होंने इसे सीरियसली नहीं लिया। डॉक्टरों ने मुझसे कहा कि तुम्हारा पहले से ही एक दो साल का बेटा है, इसलिए चिंता क्यों करते हो।” नागाराजू दिहाड़ी मजदूर है। बच्चे का जन्म 17 अगस्त को विजयवाड़ा में हुआ था। लेकिन उसे कुछ परेशानी थी, इसलिए गुंटूर के हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया था। हालत में सुधार नहीं हुआ तो बच्चे को एनआईसीयू में रखा गया, लेकिन यहां वह चूहों का शिकार बन गया। मामला सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

पटना: रेलवे ट्रैक पर कट कर पांच लोगों की मौत

$
0
0
पटना जिला के राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन के समीप रेल पटरी को पार कर रहे पांच लोगों की आज देर शाम एक ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गयी. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ए के रजक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि 73264 डाउन पटना-इस्लामपुर ट्रेन की चपेट में आए इन लोगों में तीन महिला और दो पुरुष शामिल हैं. उन्होंने बताया कि ये राहगीर उक्त ट्रेन की चपेट में उस समय आ गए जब वे राजेंद्र नगर टर्मिनल स्टेशन के पटना छोड के समीप से खुली पटरी को पैदल चलकर पार कर रहे थे.

पटना के दरियापुर गोबर टोली के रहनेवाले बबलू उर्फ कल्लू अपनी पत्नी अंजू देवी (28 वर्ष), मां मनिमा देवी (50 वर्ष) और बहन नीलम (17 वर्ष) के साथ अपने मामा के घर आया था. इसके बादग रात में बबलू पूरे परिवार के साथ ऑटो से राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचा. वहां ये लोग रेलवे कॉलोनी के सामने से ट्रैक क्रॉस करने लगे, तभी पटना-इस्लामपुर पैसेंजर ट्रेन आ गयी. इस दौरान ट्रैक पर मौजूद तीनों महिलाएं कट गयीं और उनकी तत्काल मौत हो गयी. वहीं इस हादसे में बबलू अपने दो साल के बेटे के साथ दूसरे ट्रैक पर मौजूद था जो इस हादसे से बच गए. इसके अलावा दो अन्य पुरुष भी कट गये, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है. इसनें से एक शख्स बिजली विभाग का माना जा रहा है, क्योंकि उसके टी-शर्ट बिजली विभाग लिखा हुआ था.

 फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.  हादसे के बाद स्थानीय लोग ट्रैक पर उतर गये और पुलिस व रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. लोगों की मांग थी कि टर्मिनल के दिल्ली इंड पर फुटओवर ब्रिज बनाया जाये. हंगामे की सूचना पाकर रेल एसपी मौके पर पहुंचे. आरपीएफ व जीआरपी की भारी फोर्स बुला ली गयी.

ट्रैक बाधित होने से कई ट्रेनें रुकी रहीं. रांची से आयी जन शताब्दी एक्सप्रेस को 10:38 बजे प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर रोक दिया गया. लोग ट्रेन के इंजन पर चढ़ गये. बाद में पुलिस बल ने सबको लाठी पटक कर भगा दिया. रात के 11 बजे ट्रैक से भीड़ हटी और फिर जन शताब्दी पटना जंक्शन के लिए रवाना हुई.

पप्पू यादव ने इस घटना के बाद रेल प्रशासन को दोषी माना है. घटनास्थल पर पहुंचे पप्पू यादव ने कहा कि पहले से ही रेल हादसे यहां होते रहे हैं, इसलिए यहां अब तक फुटओवर ब्रिज बना दिया जाना चाहिए था. इस संबंध में वह रेल मंत्री से मिलकर वार्ता करेंगे. उन्होंने रेल प्रशासन की तरफ से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये देने की मांग की है.

भारत के संजीव मेहता ने खरीदी ईस्ट इंडिया कंपनी

$
0
0
आजादी का इतिहास एक बार फिर घूमकर वापस आ गया है। भारतवासियों के लिए, यह गौरव की बात होनी चाहिए कि जिस ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश को 100 साल तक गुलाम बनाए रखा, आज उसका मालिक एक भारतीय है। मुंबई में जन्मे कारोबारी संजीव मेहता ने ईस्ट इंडिया कंपनी को इसके 40 स्टॉक होल्डर्स से खरीदा। 2010 में ये डील फाइनल हुई थी। यह भारी-भरकम डील 15 मिलियन डॉलर में हुई है।

मुंबई में एक हीरा व्यापारी के घर में जन्म लेने वाले संजीव ने बताया कि यह डील बिजनेस डील से ज्यादा इमोशनल डील है। इसके चलते वह इतनी बड़ी रकम देने को तैयार हो गए। संजीव के मुताबिक इस कंपनी को खरीदने के लिए उन्होंने दिन-रात एक कर दिया। सारे बिजनेस से छुट्टी ले ली और इसे अपनी जिंदगी का एकमात्र उद्देश्य बना लिया।

संजीव ने कहा, ‘जब उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी को खरीदा, तो उन्हें लगा कि जिसने कभी हम पर राज किया था अब हम उस पर राज करेंगे। मेहता अब ईस्ट इंडिया कंपनी को नए बिजनेस में लाएंगे। उनकी योजना लग्जरी गिफ्ट सेट्स और अन्य सामानों को ई-कॉमर्स के माध्यम से बेचने की है।’ उन्होंने इस ब्रांड को भारतीय स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त के दिन लॉन्च किया है। ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत 1600 में हुई थी। इस कंपनी ने 17वीं व 18वीं शताब्दी में पूरी दुनिया के कारोबार पर राज किया था। ईस्ट इंडिया कंपनी 1757 में भारत पहुंची थी और धीरे-धीरे अपनी ‘बांटों और राज करो की नीति’ के बूते इसने भारत पर कब्जा कर लिया था।

एनकाउंटर में तीन पाकिस्‍तानी आतंकी ढेर, एक गिरफ्तार

$
0
0
जम्मू-कश्मीर में एनकाउंटर में सेना ने गुरुवार को तीन पाकिस्‍तानी आतंकियों को ढेर कर दिया और एक को दबोच लिया। पकड़े गए आतंकी का नाम सज्जाद है। 22 साल का यह आतंकी पाकिस्तान के बलूचिस्तान का है। उसके संबंध लश्कर से बताए जा रहे हैं। 22 दिन पहले ही उधमपुर में पब्लिक ने एक पाकिस्‍तानी आतंकी नवेद को दबोच लिया था।

सूचना मिली की नॉर्थ कश्मीर के उरी सेक्टर के राफियाबाद इलाके में चार आतंकवादी घुसे हैं। इसके बाद आर्मी ने मोर्चा संभाल लिया। आतंकवादियों और आर्मी के बीच फायरिंग हुई। इस दौरान आर्मी ने 3 आतंकियों को मार गिराया और सज्जाद को पकड़ लिया।

जानकारी के मुताबिक, एनकाउंटर के दौरान आतंकी जंगली इलाके की एक गुफा में छिप गए थे। वहीं से वे फायरिंग कर रहे थे। उधमपुर में 5 अगस्त को आतंकी हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकी नवेद को जिंदा पकड़ा गया था। बता दें कि उधमपुर जिले में आतंकियों ने बीएसएफ की बस पर अटैक किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने नवेद को जिंदा पकड़ा था।

Viewing all 74327 articles
Browse latest View live




Latest Images