पटना 05 नवम्बर, बिहार विधान सभा की 243 में से 57 सीटों के लिए आज पांचवे और अंतिम चरण का मतदान अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो गया और इस दौरान 60 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया जो पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में करीब साढ़े चार प्रतिशत अधिक है । राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर लक्ष्मणन ने यहां बताया कि मधुबनी, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा और दरभंगा जिले के 57 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ था । उग्रवाद प्रभावित महिषी और सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान अपराह्न तीन बजे जबकि अन्य 55 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे समाप्त हो गया । उन्होंने बताया कि कटिहार जिले में सबसे अधिक 67.27 प्रतिशत और सहरसा जिले में सबसे कम 50.78 प्रतिशत मतदान हुआ है । श्री लक्ष्मणन ने बताया कि मधुबनी में 55.87, सुपौल में 58.60, अररिया 62, किशनगंज में 64.39, पूणियां में 62.95 , मधेपुरा में 57.84 और दरभंगा में 58.27 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है । अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पिछले चार चरणों का रिकार्ड पांचवें चरण के मतदान में टूट गया है । इससे पहले एक नवम्बर को 55 सीटों के लिए हुए चौथे चरण के मतदान में सबसे अधिक 57.59 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया था। वहीं 12 अक्टूबर के पहले चरण के मतदान में 57 प्रतिशत, 16 अक्टूबर के दूसरे चरण की 32 सीट पर 55 और 28 अक्टूबर के तीसरे चरण की 50 सीट पर 53.32 प्रतिशत मतदान हुआ था । इस तरह बिहार विधानसभा की सभी 243 सीट के लिए औसत 56.47 प्रतिशत मतदान हुआ ।
श्री लक्ष्मणण ने बताया कि हर चरण के मतदान की तरह ही महिलाओं ने एक बार फिर पुरूषों को पीछे छोड़ दिया। इस चरण में जहां 56.05 प्रतिशत पुरूषों ने मतदान किया वहीं 63 .60 फीसदी महिलाओं ने अपने मतधिकार का प्रयोग किया। पांचवे चरण में दो मतदान केन्द्रों में मतदाताओं ने विकास के विभिन्न मुद्दे पर बहिष्कार किया। मधुबनी जिले के बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 208 तथा कटिहार जिले के मनिहारी विधान सभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 165 पर मतदाताओं ने वोट बहिष्कार किया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि अंतिम चरण में 799 मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग की गयी। मतदान के दौरान 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि नौ मोटरसाईकिल , एक बोलेरो और तीन स्कार्पियों बरामद किया गया । बिहार के इस बार के चुनाव में सबसे उत्साहवर्द्धक बात रही कि महिलों ने पुरूषों से ज्यादा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया । सभी चरणों में महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों की तुलना में ज्यादा रहा । विधानसभा की 243 सीट के लिए इस बार के चुनाव में कुल 3455 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया है । राज्य में इस बार छह करोड़ 70 लाख 12 हजार 755 मतदाता थे ।
आज पांचवें और आखिरी चरण के चुनाव वाले 57 क्षेत्रों के मतदाताओं ने 14709 मतदान केन्द्रों पर इवीएम का बटन दबा कर 827 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर दिया है । आज के मतदान में जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतदाताओं ने कर दिया है उनमें नीतीश सरकार में मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव (सुपौल), बीमा भारती (रूपौली), लेसी सिंह (धमदाहा), दुलालचंद गोस्वामी (बलरामपुर), नौशाद आलम (ठाकुरगंज), राष्ट्रीय जनता दल :राजद: विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी (अलीनगर),ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरूल ईमान (कोचाधामन), पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा (झंझारपुर), पूर्व मंत्री रामजीदास ऋषिदेव(रानीगंज), नरेंद्र नारायण यादव(आलमनगर), रवींद्र चरण यादव(बिहारीगंज), हिमराज सिंह (कदवा), महेन्द्र नारायण यादव (प्राणपुर), पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार (पिपरा) और दिनेश चंद्र यादव (सिमरी बख्तियारपुर) शामिल हैं । बिहार में इस बार सतारूढ़ जनता दल यूनाइटेड :जदयू: ,राजद और कांग्रेस महागठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरे थे । भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: में लोक जनशक्ति पार्टी :लोजपा:, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी:रालोसपा: और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा:हम: शामिल हैं । एआईएमआईएम ने राज्य में पहली बार अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा । पांचवें चरण के चुनाव वाले छह क्षेत्रों में ही उसके प्रत्याशी किस्मत आजमाने उतरे । जदयू ने 25, राजद ने 20 और कांग्रेस ने 12 उम्मीदवार खड़े किये जबकि राजग में शामिल भाजपा 38, लोजपा 11 , रालोसपा 05 और हम 03 सीट पर चुनाव लड़ा। इसी तरह इस क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पार्टी :जाप: ने 40 और सांसद तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी :राकांपा: ने 15 सीट पर उम्मीदवार खड़ा किया था । वर्ष 2010 के पिछले विधानसभा चुनाव में इन 57 सीटो में से जदयू ने 20 ,भाजपा ने 23 और राजद ने 08 सीट, लोजपा ने 02 ,कांग्रेस ने 03 सीट पर कब्जा जमाया था जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी । उस चुनाव में भाजपा और जदयू का गठबंधन था । वहीं राजद लोजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस अकेले अपने दम पर मैदान में उतरी थी ।
श्री लक्ष्मणण ने बताया कि हर चरण के मतदान की तरह ही महिलाओं ने एक बार फिर पुरूषों को पीछे छोड़ दिया। इस चरण में जहां 56.05 प्रतिशत पुरूषों ने मतदान किया वहीं 63 .60 फीसदी महिलाओं ने अपने मतधिकार का प्रयोग किया। पांचवे चरण में दो मतदान केन्द्रों में मतदाताओं ने विकास के विभिन्न मुद्दे पर बहिष्कार किया। मधुबनी जिले के बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 208 तथा कटिहार जिले के मनिहारी विधान सभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या 165 पर मतदाताओं ने वोट बहिष्कार किया। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि अंतिम चरण में 799 मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग की गयी। मतदान के दौरान 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि नौ मोटरसाईकिल , एक बोलेरो और तीन स्कार्पियों बरामद किया गया । बिहार के इस बार के चुनाव में सबसे उत्साहवर्द्धक बात रही कि महिलों ने पुरूषों से ज्यादा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया । सभी चरणों में महिलाओं का प्रतिशत पुरूषों की तुलना में ज्यादा रहा । विधानसभा की 243 सीट के लिए इस बार के चुनाव में कुल 3455 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया है । राज्य में इस बार छह करोड़ 70 लाख 12 हजार 755 मतदाता थे ।
आज पांचवें और आखिरी चरण के चुनाव वाले 57 क्षेत्रों के मतदाताओं ने 14709 मतदान केन्द्रों पर इवीएम का बटन दबा कर 827 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर दिया है । आज के मतदान में जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतदाताओं ने कर दिया है उनमें नीतीश सरकार में मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव (सुपौल), बीमा भारती (रूपौली), लेसी सिंह (धमदाहा), दुलालचंद गोस्वामी (बलरामपुर), नौशाद आलम (ठाकुरगंज), राष्ट्रीय जनता दल :राजद: विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी (अलीनगर),ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की बिहार इकाई के अध्यक्ष अख्तरूल ईमान (कोचाधामन), पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा (झंझारपुर), पूर्व मंत्री रामजीदास ऋषिदेव(रानीगंज), नरेंद्र नारायण यादव(आलमनगर), रवींद्र चरण यादव(बिहारीगंज), हिमराज सिंह (कदवा), महेन्द्र नारायण यादव (प्राणपुर), पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार (पिपरा) और दिनेश चंद्र यादव (सिमरी बख्तियारपुर) शामिल हैं । बिहार में इस बार सतारूढ़ जनता दल यूनाइटेड :जदयू: ,राजद और कांग्रेस महागठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरे थे । भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन :राजग: में लोक जनशक्ति पार्टी :लोजपा:, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी:रालोसपा: और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा:हम: शामिल हैं । एआईएमआईएम ने राज्य में पहली बार अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा । पांचवें चरण के चुनाव वाले छह क्षेत्रों में ही उसके प्रत्याशी किस्मत आजमाने उतरे । जदयू ने 25, राजद ने 20 और कांग्रेस ने 12 उम्मीदवार खड़े किये जबकि राजग में शामिल भाजपा 38, लोजपा 11 , रालोसपा 05 और हम 03 सीट पर चुनाव लड़ा। इसी तरह इस क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पार्टी :जाप: ने 40 और सांसद तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारिक अनवर की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी :राकांपा: ने 15 सीट पर उम्मीदवार खड़ा किया था । वर्ष 2010 के पिछले विधानसभा चुनाव में इन 57 सीटो में से जदयू ने 20 ,भाजपा ने 23 और राजद ने 08 सीट, लोजपा ने 02 ,कांग्रेस ने 03 सीट पर कब्जा जमाया था जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी । उस चुनाव में भाजपा और जदयू का गठबंधन था । वहीं राजद लोजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस अकेले अपने दम पर मैदान में उतरी थी ।