इस्लामाबाद, 11 दिसंबर, पाकिस्तान के राजनीतिक दलों ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा और इस देश के नेताओं के साथ उनकी बातचीत के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य को भारत के पक्षवाला बताया है जबकि सरकार ने इसका स्वागत किया है। डान की खबर के अनुसार राजनीतिक दलों ने दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होने का तो स्वागत किया है किन्तु बातचीत के बाद जारी वक्तव्य को भारत के पक्ष में झुका करार दिया है। संयुक्त वक्तव्य भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा पाकिस्तान के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के बीच बातचीत के बाद जारी किया गया था।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता डॉ. शिरीन मजारी ने कल नेशनल असेम्बली में नियमापत्ति उठाते हुए कहा वक्तव्य में मुम्बई कांड के मुकदमें की सुनवाई को लेकर भारत की चिंता का तो उल्लेख किया गया है किन्तु समझौता एक्सप्रेस और कश्मीर मुद्दे पर जिसे सरकार ने हाल में संयुक्त राष्ट्र में उठाया था, जोर नहीं दिया गया। इससे केवल यही बात सामने आयी है कि भारत तथा पाकिस्तान समग्र वार्ता के लिये राजी हुये। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को यह आश्वासन दिया कि मुम्बई कांड के मुदकमें की सुनवाई जल्दी पूरा करने के लिये कदम उठाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि समग्रवार्ता शब्द की शुरूआत भी भारत की ओर से हुई आैर अब इसे नये रूप में पेश किया गया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सांसद ने पूछा कि क्या द्विपक्षीय बातचीत शुरू होने का यह अर्थ है कि पाकिस्तान ने कश्मीर जैसे मुद्दों को दूसरे मंचों पर उठाने का विकल्प छोड़ दिया है। जमात-ए-उलेमा-ए-इस्लाम के मौलाना फजलुर्रहमान ने सरकार को वक्त्व्य के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिये कि बातचीत के दौरान क्या हुआ। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के सफाकत महमूद ने कहा कि सरताज अजीज को स्थिति साफ करनी चाहिए।