काठमांडू, 31 दिसंबर, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी से आज सुबह फोन पर सीमा पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में आ रहे अवरोध समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। श्री ओली ने टेलीफोन पर करीब बीस मिनट तक श्री मोदी से बातचीत की। श्री ओली के प्रेस सलाहकार प्रमोद दहल ने बताया कि नेपाल-भारत सीमा पर अशांत माहौल और भारत से नेपाल में आवश्यक सामानों की आपूर्ति में आ रही परेशानियों का मुद्दा बातचीत के केन्द्र में रहा। श्री दहल ने बताया कि श्री ओली ने अपने भारतीय समकक्ष से रक्सौल-बीरगंज सीमा केन्द्र के जरिए आवश्यक सामानों की आपूर्ति बहाल करने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया। इस पर श्री मोदी ने कहा कि नेपाली इलाकों में विरोध -प्रदर्शन के चलते इसमें अवरोध पैदा हुआ और भारत सरकार की जरुरी सामानों की आपूर्ति रोकने में कोई भूमिका नहीं है।
श्री मोदी ने कहा कि बीरगंज-रक्सौल सीमा केन्द्र के अलावा अन्य सभी सीमा केन्द्रों से सामानों की आपूर्ति बढ़ा दी गई है और उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को विमान के जरिये दवाइयां नेपाल पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति के जरिए नेपाल के राजनीतिक संकट का समाधान खोजने पर जोर दिया। श्री मोदी ने श्री ओली को भारत आने का निमंत्रण दिया। श्री मोदी ने यह निमंत्रण ऐसे समय में दिया है जब नेपाल के उप प्रधानमंत्री कमल थापा और कानून मंत्री अग्नि खारेल हाल ही में चीन की यात्रा कर लौटे है और श्री ओली भी चीन का दौरा करने वाले है। इससे पहले नेपाल में भारत के दूत रंजीत राय ने श्री ओली के आवास पर जाकर उनके भारत के दौरेे को लेकर चर्चा की। श्री ओली ने कहा कि सीमा पर आपूर्ति का मुद्दा सुलझ जाने के बाद ही वह भारत का दौरा करेंगे।
श्री ओली ने संसद में पेश किए संविधान संशोधन का स्वागत करने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। श्री ओली और श्री मोदी ने एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी। भारत और नेपाल के प्रधानमंत्री के बीच तीन महीने में टेलीफोन पर यह तीसरी बातचीत है। श्री मोदी ने सबसे पहले श्री ओली के प्रधानमंत्री चुने जाने पर उनसे टेलीफोन पर बातचीत की थी और दूसरी बार बीरगंज में प्रदर्शन के दौरान एक भारतीय के मारे जाने पर बातचीत की थी।