पीएससी प्रारंभिक परीक्षा सम्पन्न, 261 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे
मध्यप्रदेश लोक सेवा द्वारा आयोजित पीएससी प्रारंभिक परीक्षा आज जिला मुख्यालय पर निर्विध्न रूप से सम्पन्न हुई। परीक्षा केन्द्रों का कलेक्टर श्री एमबी ओझा, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया और एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने संयुक्त रूप से जायजा लिया। जिले के कुल पांच परीक्षा केन्द्रो में 2151 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी जिसमें से 1890 उपस्थित रहें और 261 अनुपस्थित रहे। ज्ञातव्य हो कि पीएससी प्रारंभिक परीक्षा जिले के पांच केन्द्रों पर सम्पन्न हुई है केन्द्रवार परीक्षार्थियों की संख्या और उपस्थिति एवं अनुपस्थिति की जानकारी इस प्रकार से है। परीक्षा केन्द्र एसएटीआई डिग्री में छह सौ परीक्षार्थियों में से 538 उपस्थित रहें जबकि 62 अनुपस्थित रहें। इसी प्रकार एसएटीआई पाॅलिटेक्निक में छह सौ परीक्षार्थियों में से 528 उपस्थित और 72 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। परीक्षा केन्द्र शासकीय कन्या (नोड्ल) महाविद्यालय में चार सौ परीक्षार्थियों में से 346 उपस्थित तथा 54 परीक्षार्थी अनुपस्थित, सेन्टमेरी काॅलेज में चार सौ परीक्षार्थी में से 349 उपस्थित और 51 परीक्षार्थी अनुपस्थित, परीक्षा केन्द्र शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल में 151 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी जिसमें से 129 उपस्थित रहे तथा 22 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें।
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में हुए कार्यक्रम में आयोजन के उद्धेश्यों को महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री सुनील पाठक ने रेखांकित किया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्रीमती मंजरी जैन ने सुरक्षित बालिका स्वर्णिम प्रदेश, डाॅ नवीन शर्मा ने बालिका शिक्षा एवं स्वच्छता, उप निरीक्षक श्रीमती रजनी श्रीवास्तव ने महिला सुरक्षा एवं परामर्श केन्द्र, उप निरीक्षक श्रीमती रीमा यादव ने सायबर क्राइम एवं जागरूकता के उपाय, डाॅ श्रीमती तरूणा सक्सेना ने बालिका स्वास्थ्य पर और श्रीमती निर्मला वर्मा ने महिलाओं के स्वालम्बन पर इसके अलावा सुश्री सोनू ठाकुर और अनुरूप चतुर्वेदी ने कैरियर काउंसलिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान कराटे प्रशिक्षक श्री भूपेन्द्र शर्मा के द्वारा आत्मरक्षा के तरीके के उपायों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम मंे विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा शौर्यादल के सदस्यगण एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
श्रीहरि वृद्धाश्रम ने तमिल वृद्धा को वापस अपने वतन भेजने का किया प्रबन्ध
विदिषा-24 जनवरी 2016/थाना सिविल लाइंस से एक महिला एवं एक पुरूष आरक्षक द्वारा नगर के टीलाखेड़ी क्षेत्र से तमिलनाडु के जिला धर्मपुरी की निवासी 80 वर्षीय लावारिस वृद्ध महिला गोडन्डम्मा सरोजम्मा को लाकर नगर के श्रीहरि वृद्धाश्रम में 23 सितम्बर 15 को प्रवेष दिलाया गया था। पुलिस अधिकारियों ने आश्रम संचालकों से उस महिला को एक रात्रि के लिए रखने एवं अगले दिवस उनके क्षेत्र में भेजने का आष्वासन दिया था, परन्तु प्रवेष के पष्चात पुलिस अधिकारियों ने संस्था संचालकों से दूरी बनाते हुए वृद्ध माता को स्थायी रूप से आश्रम में रहने विवष कर दिया। उधर आश्रम संचालकों ने तमिल निवासी वृद्ध माता को अपने सगे-परिजनों की भांति पूरा स्नेह-सम्मान दिया, परन्तु हिन्दी भाषी आश्रम संचालक एवं तमिलभाषी वृद्ध माता के बीच गहरी संवादहीनता के कारण गोडन्डम्मा सरोजम्मा पर सभी दैनिक क्रियाकलापों के साथ दिनों-दिन एकाकीपन भारी पड़ने लगा। आश्रम की प्रबंध संचालक श्रीमती इन्दिरा शर्मा ने उनका यह दर्द देखते हुए न्यायालय में भी आवेदन दिया, जहां से उन्हें जिला प्रषासन को सौंपने की सलाह दी गई। वहीं, जिला प्रषासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष मीडिया की मौजूदगी में तमिल वृद्ध माता को पेषकर उन्हें वापस अपने वतन भेजकर उनका एकाकीपन समाप्त करने हेतु मानवीय आधार पर लिखित आवेदन पेष किया गया। परन्तु प्रषासन की व्यस्तता के चलते आज तक तमिल वृद्ध माता के संदर्भ में कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। आखिर, ऐसे में समाजसेवी कहां शांत बैठने वाले थे, उन्होंने तमाम सोषल मीडिया एवं समाचार पत्रों में भी उनके बारे में समाचार प्रकाषित कराए पर कोई हल ना निकल पाने पर हेल्पेज इण्डिया नामक संस्था की मदद भी ली और तमिलनाडु के कटलूर में बने एक भव्य वृद्धाश्रम में उन्हें रखने की स्वीकृति प्राप्त की। श्रीहरि वृद्धाश्रम की अध्यक्ष श्रीमती इन्दिरा शर्मा ने बताया कि आज 25 जनवरी 16 को संस्था के एक अटेन्डर के साथ उनके आरक्षित टिकिट से उन्हें वापस तमिलनाडु भेजने के प्रबंध किए गए हैं। इस यात्रा में भोपाल से हेल्पेज इण्डिया के एक अधिकारी भी उन्हें छोड़ने चैन्नई जाएंगे। हिन्दी भाषी सहयोगी के साथ चैन्नई यात्रा में कोई परेषानी ना हो इसके लिए एक निजी कम्पनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुमजयराम को आमंत्रित कर वृद्धाश्रम में उनकी काउन्सलिंग भी कराई गई, जिसमें तमिल भाषा में वृद्धाश्रम से वापस अपने वतन जाने के इस कार्यक्रम के प्रति गहरी खुषी जाहिर की है और वे अपने वतन जाने हेतु हर्ष व्यक्त करतीं रहीं, साथ ही विदिषा के वृद्धाश्रम की सेवा को भावुक होकर आषीर्वाद प्रदान करते हुए विदा हुईं। चित्र में तमिल वृद्ध माता के साथ विदिषा के वृद्धाश्रम की संचालिका श्रीमती इन्दिरा शर्मा दिखाई दे रही हैं। यह चित्र वृद्ध माता के चैन्नई प्रस्थान के पूर्व लिया गया।