5000 से अधिक मरीजो को त्रि दिवसीय राहत शिविर में किया उपचार
- संासद भूरिया ने मानवता में सहायक शिविर की प्रसंशा की
- सम्मान कर कार्य करने वालों का बढाया हौसला
झाबुआ---रोटरी क्लब आजाद एवं स्वास्थ्य विभाग एव ंजन सहयोग से आयोजित त्रिदिवसीय राहत स्वास्थ्य शिविर का समापन सायंकाल मुख्य अतिथि सांसद कांतिलाल भूरिया, विशेष अतिथि प्रभारी कलेक्टर अनुराग चैधरी के मुख्य आतिथ्य में किया गया । आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद कांतिलाल भूरिया ने अपने उदबोध में रोटरी क्लब को इस आदिवासी अंचल में आयोजित राहत स्वास्थ्य शिविर के आयोजन की बधाई देते हुए यहां चर्मरोग एवं अस्थिरोग के मरीजों की बहुतायता को देखते हुए जिले में इस रोग के विशेषज्ञों की व्यवस्था के लिये अपने स्तर से कार्यवाही का भरोसा दिलाते हुए यहां से रेफर किये जाने वाले मरीजों के साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिम्मवार कर्मी भेजने तथा एम्बुलेंस सेवाये ं उपलब्ध कराने का आव्हान किया । सांसद भूरिया ने शिविर की सफलता के लिये सभी संगठनों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ऐसे सेवा प्रकल्प वाले शिविरों का स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी हर बार आयोजन होना चाहिये तथा इसका व्यापक प्रचार प्रसार होना चाहिये । श्री भूरिया ने 5 हजार मरीजों का तीन दिन में सेवा भावना के साथ सम्पन्न होने पर सभी चिकित्सकों एवं परोक्ष एवं प्रत्यक्ष सहयोग देने वालों का धन्यवाद ज्ञापित किया । इस अवसर पर प्रभारी कलेक्टर अनुराग चैधरी ने भी त्रि दिवसीय राहत स्वास्थ्य शिविर की सफलता के लिये आयोजकों को धन्यवाद देते हुए प्रत्येक मरीजों का डिजिटल रेकार्ड रखने के लिये क्लब को धन्यवाद देते हुए आगामी वर्षो में भी ऐसे शिविर लगाने की आवश्यकता बताई । इस अवसर पर डा. विक्रांत भूरिया ने शिविर आयोजन मे प्रारंभिक रूप से आने वाली कठिनाईयों का जिक्र करते हुए कहा कि नगर के सभी समाजों एवं संगठन के सहयोग के बगैर शिविर सफल नही हो सकता था । पीडित मानवता की सेवा में सलग्न रोटरी क्लब आजाद, जिला प्रशासन एवं विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के संयुक्त सहयोग से स्थानीय उत्कृष्ठ उमावि स्कूल मैदान पर आयोजित राहत स्वास्थ्य शिविर में रविवार को त्रिदिवसीय शिविर के अन्तिम दिन गा्रमीण अचलों के साथ ही दूर दूर से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाया तथा उन्हे समुचित उपचार मुहैया किया गया । रोटरी क्लब आजाद के रो. संजय कांठी, अजय रामावत, डा. वैभव सुराणा, डा. संतोष प्रधान ने बताया कि रविवार को शिविर में डा. रवीन्द्र हडकाशे, एमडी मेडिसीन दाहोद, डा. हिरेन्द्र रोजा नाक कान गला विशेषज्ञ दोहद, डा. भाविन पारीक नाक कान गला विशेषज्ञ बडौदा, डा. पुष्पवर्धन जैन एमएस आर्थोपेडिक मुम्बई, डा. प्रग्नेश भरपोडा एमएस यूरा सर्जन बडौदा, डा. मीनल रोजा एमएस स्त्रीरोग विशेषज्ञ दोहद, डा. विजय लबाना नेत्र रोग विशेषज्ञ दोहद, डा. महेश जरीवाला स्त्रीरोग विशेषज्ञ अहमदाबाद, डा. रत्नेश मिश्रा चर्मरोग विशेषज्ञ इन्दौर, डा. योगेश शर्मा न्यूरोफिजिशियन बडौदा, डा. हिरेन पारिक श्वास रोग विशेषज्ञ डा. अर्चित पटेल एमडी, कीडनी रोग विशेषज्ञ बडौदा, एवं डा, मिलन भरपोडा शिशु रोग विशेषज्ञ दोहद के अलावा जिला चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवायें प्राप्त हुई । अन्तिम दिन तक राहत स्वास्थ्य शिविर में 6 हजार से अधिक मरीजों को उपरचारित करने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया । दोपहर दो बजे तक दूर दूर से आये मरीजों का भी पंजीयन करके उन्हे शिविर में पधारे विशेषज्ञों की सेवायें प्राप्त हुई । रविवार को आयोजित शिविर मे हुकमीचन्द छाजेड वरिष्ठ समाज सेवी, महिपाल रूनवाल, श्रीमती निर्मला पंचोली, राजेश शाह, आशीष खेमसरा, श्रीमती रेखा राठौर, डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर, राजेश गौतम विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए । अतिथियों ने शिविर का अवलोकन कर मानव सेवा के क्षेत्र में किये जारहे इन कार्यो की भूरी भूरी प्रसंशा की । रो. संजय मेहता ने बताया रोटरी के सेवा कार्यो से प्रभावित होकर कल्याणपुरा के आशीष खेमसरा ने रोटरी क्लब आजाद की सदस्यता भीग्रहण की तथा आजीवन सेवाकार्यो में सलग्न रहने का संकल्प व्यक्त किया । डा. संतोष प्रधान के अनुसार इन्दौर, दाहोद,बडौदा, मुंबई,नीजी चिकित्सक संगठन, जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने पूरी तन्मयता एवं सेवा के ध्येय को लक्षित रखते हुए अपनी सेवायें प्रदान की । वही जिला चिकित्सालय के बायोकेमिस्ट्री विभाग के सभी लबा्रेटरी स्टाफ ने दिन रात मेहनत करके अपने दायित्वों का संपादन किया । तथा त्वरित जांच कार्य पूर्ण करके मरीजों के उपचार मे उल्लेखनीय भूमिका निभाई । जिला चिकित्सालय के वीरेन्द्रसिंह सिसौदिया, नटवरसिंह राठौर, जगदीशचन्द्र सरतालिया आदि की भूमिका की सराहना की गई । श्री अजय रामावत ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर स्थल पर नेत्र रोगियों को निशुल्क चश्मों का वितरण किया गया तथा नेत्र रागियों की जांच मे डा. विजय लबाना एवं डा. जीएस अवास्या की अहम भूमिका रही । केमिस्ट एसोसिएशन के माध्यम से मरीजों को दवाईयों का वितरण किया गया तथा प्रत्येक मरीज को चिकित्सा अधिकारी द्वारा लिखी गई दवाईया प्रदान की गई । समापन अवसर पर सांसद भूरिया एवं अतिथियों ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करके शिविर को सफल बनाने वालें को मोमेंटो देकर स्वागत भी किया । कार्यक्रम का सफल संचाल संजय कांठी ने किया । तथा विभिन्न संगठनों की सकारात्मक भूमिका की प्रसंशा की ।
आजाद बलिदान दिवस पर वनांचल के बैनर तले काव्य संग्रहों का विमोचन
- आलापिनी व उद्धर्षिणी के विमोचन समारोह मे जिले के सैकड़ों साहित्य प्रेमियां ने की सहभागिता
झाबुआ---शहीदे आजम चन्द्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर 27 फरवरी की शाम साहित्य एवं संस्कृति परिषद वनांचल के संयोजन संस्था के वरिष्ठ सदस्य डा जय बैरागी के छठवें काव्य संग्रह उद्धर्षिणी व संगीत मर्मज्ञा श्रीमती भारती सोनी के पहले कविता संग्रह आलापिनी का विमोचन एक निजी गार्डन मे जिले व नगर के बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों एवं सुधी साहित्य प्रेमियों की उपस्थिति मे सम्पन्न हुआ। इसमे जिले के झाबुआ, राणापुर, मेघनगर, थंादला, पेटलावद के भी साहित्यकारों ने अपनी सहभागिता की। अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद को पुष्पांजली व दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुए उक्त साहित्यिक अनुष्ठान मे बतौर अतिथि मालवा प्रांत के वरिष्ठ साहित्यकार कवि समीक्षक व वीणा के वरिष्ठ सदस्य गिरेन्द्रसिंह भदौरिया ‘‘प्राण‘‘ शिक्षाविद व संगीत एवं साहित्य मर्मज्ञ रतलाम से पधारे डा मुरलीधर चांदनीवाला, आजाद साहित्य परिषद के वरिष्ठ सदस्य पूर्व प्राचार्य डा. केके त्रिवेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा अलावा, गैल अथारिटी संस्था के केके रेड्डी थे। सरस्वती वंदना रिद्धी तिवारी ने प्रस्तुत की।
वनांचल नवोदित रचनाकारों को मार्ग प्रशस्त करती
स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम संयोजक नीलेश पंचोली ने बताया कि दो वर्ष पूर्व 3-4 मित्रों के मध्य हुई चर्चा व सामयिक साहित्य चर्चा ने ही वनांचल जैसी संस्था को जन्म दिया। संस्था नव साहित्यकारों को बढ़ावा देने के साथ ही उनका मार्ग प्रशस्त करती है व हिन्दी दिवस, तुसलीदास जयंति, साहित्यिक गोष्ठी आदि का आयोजन करती है। जिले सहित गुजरात, राजस्थान से भी कई सदस्य संस्था से जुड़ रहे है। आलापिनी व उद्धर्षिणी की प्रमुख कविताओं का अंश सस्वर श्रीमती नीरजा व्यास ने प्रस्तुत किये।
जैसा दिखा वैसा लिखा
आलापिनी की रचनाकार भारती सोनी ने भावविभोर होकर अपने प्रथम संग्रह लिखने की प्रेरणा के बारे मे कहा संगीत की लय के साथ शब्द अंकूर बनकर कब पल्लवित हो गये पता नहीं चला। जैसा दिखा, वैसा ही लिखती गई। संगीत व अक्षर ब्रहा की संयुक्त कड़ी मे आलापिनी सुधी पाठकों के समक्ष है। आलापिनी की साहित्यिक समीक्षा थांदला से पधारी डा सीमा शाहजी ने की।
राधा की कृष्ण से शिकायत व उलाहना ही है उद्धर्षिणी
अपनी छठवी पुस्तक उद्धर्षिणी के बारे मे प्रकाश डालते हुए डा जय बैरागी ने बताया कि उद्धर्षिणी की रचनाएं पोराणिक पात्र राधा-श्रीकृष्ण के बीच शिकायत व उलाहना पर आधारित है। श्रीकृष्ण का राधा को छोड़कर जाना लोकरंजन व भगवान श्रीकृष्ण को मानवीय संवेदना से दोषी तो ठहराता है उसी पर आधारित ये रचनाएं पाठकों के समक्ष है। उद्धर्षिणी की समीक्षा केन्द्रीय विद्यालय के शिक्षक एम त्रिवेदी ने प्रस्तुत की।
कविता सत्यम् शिवम सुन्दरम है
पुस्तकों की सराहना करते हुए अतिथि भदौरिया ने काव्य की परिभाषा व प्राचीन आलोचक मर्मज्ञ से लेकर तुलसी व कालीदास के उद्धरणों व संस्कृत व हिन्दी की पंक्तियों से सभी ाके आत्मविभोर कर दिया। आपने कहा झाबुआ बंजर भूमि नहीं साहित्य की उर्वरा है। यहां से हीरे रूपी रचनाकार भारती सोनी व जय वैरागी निकले है। कविता सत्यम् शिवम सुन्दरम का रूप है। कविता कला नहीं साक्षात अवतरण है। डा मुरलीधर चांदनी वाला ने आज के युग मे भी कविता व साहित्य के पाठक है, रचना कार समाज का प्रतिबिम्ब व संवेदनाओं का दस्तावेज प्रस्तुत करता है। केके त्रिवेदी ने कहा दोनों ही संग्रह पाठकों व जनमानस को नई चेतना देंगे। डा जय वैरागी के इस अनुष्ठान को कोटिश साधूवाद। कार्यक्रम को केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य श्री अंसारी, एएसपी सीमा अलावा, समाज सेवी यशवंत भंडारी आदि ने भी संबोधित किया। संचालन केन्द्रीय विद्यालय के व्याख्याता डा सत्यप्रकाश ने व आभार हिन्दी विभागाध्यक्ष अंजना मुवेल ने माना। कार्यक्रम को सफल बनाने मे वनांचल के अनिल कटारा, दीपेश सौलंकी, सरफराज भारतीय, इलियास खान, हिमांशु भावसार, ब्रजकिशोर सिकरवार आदि का सहयोग रहा।
फावडे के हत्थे से मार कर की हत्या
झाबुआ--- फरियादिया कविता बाई पति सुखराम भूरिया, उम्र 28 वर्ष निवासी माण्डली ने बताया कि आरोपी सुनिल पिता वजहिंग भूरिया, निवासी माण्डली ने फरि0 के पति सुखराम पिता वजहिंग भूरिया, उम्र 30 वर्ष को बहन सुमित्रा की सगाई करने वाला तु कौन होता है, अभी सुमित्रा छोटी है, सगाई नहीं करेगें कहकर सिर में फावडे का हत्था मारकर हत्या कर दी। मर्ग जांच के उपरांत प्रकरण में थाना मेघनगर में अप0क्र0 28/16, धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
सिर मे चोट पहुचाकर किया हत्या का प्रयास
झाबुआ--- फरियादि भारत पिता गुलाब वसुनिया, उम्र 28 वर्ष निवासी फुलधावडी ने बताया कि आरोपी खुमसिंह पिता रामा वसुनिया, सुरबसिंह पिता खुमसिंह वसुनिया, निवासीगण फुलधावडी ने फरि0 को रास्ता रोकर अश्लील गालियंा दी व मेरी बहन के झगडे का पैसा आया है, हमे क्यों नहीं दे रहा है, कहकर जान से मारने की नीयत से सिर में लकडी के हत्थे से मारकर चोंट पहुॅचाई व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 123/16, धारा 341,294,323,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
शौच करने गई लडकी वापस घर नही आई
झाबुआ--- फरियादि मानसिंह पिता तोलिया अमलियार, उम्र 45 वर्ष निवासी टीमरवानी ने बताया कि लडकी उम्र 17 वर्ष घर से शौच करने का कहकर बाहर गयी थी, जो वापस घर नहीं आयी, शंका है आरोपी रितेश पिता वाहडिया सिंगाडिया, निवासी खोखर खांदन एवं अन्य 01 बहला-फुसलाकर औरत बनाने की नीयत से भगाकर ले गया। गुम इंसान क्रमांक 13/2016 की जांच पर से प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 71/16, धारा 363,366 भादवि व 7/8 लै0अप0सेबा0संर0अधि0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
काम करने गया लडका घर नही आया
झाबुआ---फरियादि कचरू पिता गुल्लु वसुनिया उम्र 42 वर्ष निवासी पिटोल ने बताया कि उसका लडका संजय काम करने गया था, जो वापिस नहीं आया, शंका है कि कोई बहला फुसलाकर कहीं ले गया। प्रकरण में थाना रानापुर में अप0क्र0 67/16, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।