पटना 07 अप्रैल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि राज्य में शराबबंदी ने प्रदेश में नई सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रखी है जिसे लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है। श्री कुमार ने यहां ऊर्जा विभाग की समीक्षात्मक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शराबबंदी पर पूरा बिहार एक साथ है। इसके लिए सभी दल एक साथ है। सभी दलों ने शराबबंदी के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने बात कही है। शराबबंदी को व्यापक समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार में एक नई सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद रखी गई है, जिसे लेकर बिहार के लोगों में उत्साह है। सभी के समर्थन तथा सरकार के मशीनरी के तालमेल से शराबबंदी पूरी तरह लागू करने में सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन इतिहास से लेकर आजादी की लड़ाई तक,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,लोकनायक जयप्रकाश नारायण, कर्पूरी ठाकुर, मोरारजी देसााई भी शराबबंदी के पक्ष में थे और इसके लिए उन्होंने प्रयास भी किया था। कर्पूरी ठाकुर ने वर्ष 1977 में शराबबंदी लागू किया था और पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने शराबबंदी को लेकर देश भर में प्रचार भी किया था।
श्री कुमार ने शराबबंदी से पूर्व इसके लिए किये गये अध्ययन का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सभी पहलुओं तथा विभिन्न राज्यों के अनुभव का अध्ययन किया । अध्ययन के पश्चात् ही शराबबंदी लागू की गई। सरकार ने तो एक अप्रैल 2016 से देशी शराब पर पूर्ण पाबंदी लागू की थी लेकिन शहरी क्षेत्रों में विदेशी शराब की दुकान खुलने का विरोध देखकर तथा शराबबंदी के लिए लोगों में उत्साह को देखते हुये सरकार ने पूर्ण शराबबंदी लागू किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शराबबंदी का श्रेय सभी को देती है। शराबबंदी के बाद सरकारी कोष पर असर पड़ने को लेकर कई तरह की बातें की जा रही है लेकिन उनका मानना है कि शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लोगों का जो पैसा बचेगा वह अब दूसरे क्षेत्र स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पोषण में खर्च होगा। इससे मार्केट इकोनोमी बेहतर होगी और दूसरे क्षेत्रों का विकास होगा। श्री कुमार ने कहा कि शराबबंदी के बाद अब लोग अच्छे कार्यों में पैसे को खर्च करेंगे, जिससे उनका जीवन स्तर बढ़ेगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के लिए पूरा वातावरण तैयार हो रहा है। शराबबंदी के बिहार में सफलतापूर्ण लागू होने पर जन आन्दोलन के रूप में पूरे देश में इसकी मांग होगी। आज बिहार के बाद देश के लोग शराबबंदी के पक्ष में बोल रहे है। देश में सूखे की स्थिति को लेकर पूछे गये प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में सूखे की स्थिति भयंकर है। बिहार में भी कम वर्षा के कारण वाटर लेवल का स्तर नीचे जा रहा है। पूरे देश की स्थिति ऐसी ही है, गर्मी के मौसम में लोगों को अनेक प्रकार की कठिनाई हो रही है, पेयजल की भी समस्या है। आज केन्द्र सरकार एवं पूरे देश को इसकी चिंता होनी चाहिये। इस मुद्दे पर सभी को साथ मिलकर ज्यादा सक्रिय होकर काम करना चाहिये।