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“7 आर्स टू गो” में मिलेगा इन्वेस्टिगेशन सीरीज का मजा

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24 जून को रिलीज हो रही फिल्म की प्रमोशन के लिए फिल्म के डायरेक्टर सौरभ वर्मा, एक्टर शिव पंडित, एक्ट्रेस संदीपा धार और म्यूजिक कम्पोजर सुमित सेठी दिल्ली पहुंचे। इस मौके पर फिल्म 7 आर्स टू गो की टीम ने मीडिया से फिल्म से रिलेटिड एक्सपीरियंस को शेयर किया। “7 आर्स टू गो” एक इन्वेसटिगेशन थ्रिलर पर बेस्ड फिल्म है जिसमें एक्टर यानि शिव पंडित पुलिस को 7 घंटे में कातिल घंटे में पकड़ने के लिए बोलता है। इन 7 घंटो के अंदर पुलिस कैसे कातिल को पकड़ती है इसी पर बेस्ड है फिल्म “7 आर्स टू गो”। एक्टर शिवपंडित से पूछा कि आपको यह रोल कैसे मिला ? शिव पंडित ने बताया कि ‘फिल्म के डायरेक्टर सौरभ वर्मा ने मेरा टैलेंट देखा और मुझ पर विश्वास किया इसके लिए मैं उनका आभारी हूं। क्योंकि हर कोई बड़े एक्टर की डिमांड करता है पर मुझे लगता है कि फिल्म को उसकी स्टोरी चलाती है।  फिल्म में पुलिस का रोल कर रही एक्ट्रेस संदीपा धार से जब पूछा गया कि आपने इस रोल के लिए अपने आप को कैसे तैयार किया? संदीपा ने कहा कि ‘मैंने फिल्म को करने से पहले मैंने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली फिर मैं इस फिल्म के लिए अपने आप को तैयार कर पाई। हां मगर मैंने जिम को अवॉइड किया।’

आचार्य तुलसी : जिनका संवाद सन्देश बन गया

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बीसवीं सदी के आध्यात्मिक क्षितिज पर प्रमुखता से उभरने वाले एक महान संत आचार्य श्री तुलसी की पावन स्मृति का अर्थ है समाज और देश को उन्नति दिशाओं की ओर अग्रसर करना। क्योंकि देश की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान में उनके अप्रतिम योगदान रहे हैं। सुप्रसिद्ध जैनाचार्य होते हुए भी उनके कार्यक्रम संप्रदाय की सीमा रेखाओं से सदा ऊपर रहें। उनका दृष्टिकोण असाम्प्रदायिक था। जब लोग उनका परिचय पूछते तब वे स्वयं अपना परिचय इस तरह से देते थे- ‘मैं सबसे पहले एक मानव हूँ। फिर मैं एक धार्मिक व्यक्ति हूँ, फिर में एक साधनाशील जैन मुनि हूँ और उसके बाद तेरापंथ संप्रदाय का आचार्य हूँ।’ आचार्य तुलसी सचमुच व्यक्ति नहीं, वे धर्म, दर्शन, कला, साहित्य और संस्कृति के प्रतिनिधि ऋषिपुरुष थे। उनका संवाद, साहित्य, साधना, सोच, सपने और संकल्प सभी मानवीय-मूल्यों के उत्थान और उन्नयन से जुड़े थे। जिनका हर संवाद सन्देश बन गया। बाल वय से संन्यास के पथ पर प्रस्थित होकर क्रमशः आचार्य, अणुव्रत अणुशास्ता, राष्ट्रसंत एवं मानव कल्याण के पुरोधा के रूप में विख्यात हुए हैं। काल के अनन्त प्रवाह में 80 वर्षों का मूल्य बहुत नगण्य होता है पर आचार्य तुलसी ने उद्देश्यपूर्ण जीवन जीकर जो उंचाइयां एवं उपलब्धियां हासिल की हैं वे किसी कल्पना के उड़ान से भी अधिक है। हमारे सामने समस्या यह है कि हम कैसे मापें उस आकाश को, कैसे बांधे उस समन्दर को, कैसे गिने वर्षात की बूंदों को? आचार्य तुलसी की मानव उत्थान की उपलब्धियां उम्र के पैमानों से इतनी ज्यादा हैं कि उनके आकलन में गणित का हर फार्मूला छोटा पड़ जाता है। 

जैन धर्म एवं तेरापंथ सम्प्रदाय से प्रतिबद्ध होने पर भी आचार्य तुलसी का दृष्टिकोण असाम्प्रदायिक रहा है। उनकी मानवीय संवदेना ने पूरी मानवता को करुणा से भिगोया था यह कहकर कि ‘मैं उस दिन की आशा लिये हूं जिस दिन किसी को फांसी तो क्या, जेल की सजा भी नहीं मिलेगी।’ और इसीलिये वे इंसान को सही मायने में इंसान बनाने और बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष में जुटे रहे। वे धर्म को व्यापक बनाने के प्रयास करते रहे। उन्हें यह चिन्ता नहीं थी कि इक्कीसवीं सदी कैसी होगी? उन्हें चिन्ता थी हमारा कल कैसे होगा? इंसान कैसा होगा? इसीलिये उम्रभर व्यक्तित्व-निर्माण की प्रयोगशाला में प्रयोक्ता बन कर वे एक शुभ-संस्कृति को आकार देते रहे। वे कहते थे- “ जैन धर्म मेरी रग-रग में, नस-नस में रमा हुआ है, किन्तु साम्प्रदायिक दृष्टि से नहीं, व्यापक दृष्टि से। क्योंकि मैं सम्प्रदाय में रहता हूं पर सम्प्रदाय मेरे दिमाग में नहीं रहता। मैं सोचता हूं मानव जाति को कुछ नया देना है तो साम्प्रदायिक दृष्टि से नहीं दिया जा सकता। यही कारण है कि मैंने सम्प्रदाय की सीमा को अलग रखा और धर्म की सीमा को अलग।” इसी व्यापक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर आचार्य तुलसी ने असाम्प्रदायिक धर्म का आन्दोलन चलाया, जो जाति, वर्ण, वर्ग, भाषा, प्रान्त एवं धर्मगत संकीर्णताओं से ऊपर उठकर मानव जाति को जीवन मूल्यों के प्रति आकृष्ट कर सके। इस असाम्प्रदायिक मानव धर्म का नाम है अणुव्रत आन्दोलन। आचार्य तुलसी ने धार्मिकता के साथ नैतिकता की नयी सोच देकर अणुव्रत दर्शन को प्रस्तुत किया, जिसका उद्देश्य था- मानवीय एकता का विकास, सहअस्तित्व की भावना का विकास, व्यवहार में प्रामाणिकता का विकास, आत्मनिरीक्षण की प्रवृति का विकास व समाज में सही मानदण्ड़ों का विकास। आचार्य तुलसी ने कल्पना की कि 21वीं सदी के भारत का निर्माता मानव होगा और वह अणुव्रती होगा । अणुव्रती गृह संन्यासी नहीं होगा वह भारत का आम आदमी होगा और एक नये जीवन दर्शन को लेकर भविष्य का मार्गदर्शन तय करेगा। 

आचार्य तुलसी ने संप्रदाय से भी अधिक महत्व मानवता को दिया। मानवता के उत्थान के लिए उन्होंने विविध प्रकार के कार्यक्रम प्रारंभ किए थे। जिनमें प्रेक्षाध्यान, जीवन विज्ञान आदि प्रमुख है। उन्होंने नैतिक एवं मानवीय मूल्यों को पोषण देने के लिये जैन विश्वविद्यालय की स्थापना की, करीब एक लाख किलोमीटर पैदल चले, सौ से अधिक पुस्तकें लिखी- इन्हीं सब व्यापक गतिविधियों के कारण वे जैनाचार्य की अपेक्षा एक मानवतावादी संत के रूप में अधिक जाने गए। जैन आचार्य तो वे थे ही अपने कार्यों से वे जनाचार्य भी बन गए थे। जैन, हिन्दू, मुस्लिम, सिख या अन्य संप्रदायों को मानने वाले लोग भी उनमें आस्था रखते थे। आचार्य तुलसी की पहचान बन गयी - वे भीड़ में भी सदा अकेले होते, ग्रंथों से घिरे रहकर भी वे निग्र्रंथ से दीखते और लाखों लोगों के अपनत्व से जुड़कर भी निर्बन्धता को जीते। देश में नैतिक मूल्यों के तेजी से होते हुए हृास को देखकर वे बडे़ चिंतित थे। उन्होंने यह महसूस किया था कि इस नैतिक पतन को अगर नहीं रोका गया तो राष्ट्र भीतर से खोखला (शक्तिहीन) हो जाएगा। अणुव्रत आंदोलन का प्रारंभ कर आचार्य तुलसी ने देश में नैतिक विकास का शंखनाद किया। इससे जुड़ी मानवीय एकता, सार्वभौम अहिंसा, सर्वधर्म समन्वय, सापेक्ष चिन्तनशैली से विकास की नई फिजाएं आकार लेने लगी। 

आचार्य श्री तुलसी का सम्पूर्ण जीवन जहां मानवीय-मूल्यों का सुरक्षा प्रहरी था, वहीं वे सर्वधर्म समभाव के प्रतीक पुरुष थे। साम्प्रदायिक कट्टरता को उन्होंने कभी उचित नहीं माना। उनका कहना था कि धर्म का स्थान सम्प्रदाय से ऊपर है। उन्होंने सभी धर्मगुरुओं को भी साम्प्रदायिक आग्रहों को छोड़कर सद्भाव का वातावरण बनाने के लिए प्रेरित किया, सभी धर्म, जाति एवं वर्ग के लोगों को एक मंच पर लाने में वे कामयाब हुए थे। आचार्य तुलसी ने अणुव्रत को असाम्प्रदायिक धर्म के रूप में प्रतिष्ठित किया उनका कथन है “इतिहास में ऐसे धर्मों की चर्चा है, जिनके कारण मानव जाति विभक्त हो गयी है। जिन्हें निमित्त बनाकर लड़ाइयां लड़ी गई है किन्तु विभक्त मानव जाति को जोड़ने वाले अथवा संघर्ष को शान्ति की दिशा देने वाले किसी धर्म की चर्चा नहीं है। क्यों ? क्या कोई ऐसा धर्म नहीं हो सकता, जो संसार के सब मनुष्यों को एक सूत्र में बांध सके। अणुव्रत को मैं एक धर्म के रूप में देखता हूं पर किसी सम्प्रदाय के साथ इसका गठबन्धन नहीं है। इस दृष्टि से मुझे स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है कि अणुव्रत धर्म है पर यह किसी वर्ग विशेष का नहीं। अणुव्रत जीवन को अखण्ड बनाने की बात करता है। अणुव्रत के अनुसार ऐसा नहीं हो सकता कि व्यक्ति मन्दिर में जाकर भक्त बन जाय और दुकान पर बैठकर क्रूर अन्यायी। वे मानते थे कि भारत की माटी के कण-कण में महापुरूषों के उपदेश की प्रतिध्वनियां है। यहां गांव-गांव में मन्दिर है, मठ है, धर्म स्थान है, धर्मोपदेशक है फिर भी चारित्रिक दुर्बलता का अनुत्तरित प्रश्न क्यों हमारे समक्ष आज भी आक्रान्त मुद्रा में खड़ा है।

अणुव्रत की आचार संहिता से प्रभावित होकर स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आज के युग में जबकि मानव अपनी भौतिक उन्नति से चकाचैंध होता दिखाई दे रहा है और जीवन के नैतिक व आध्यात्मिक तत्वों की अवहेलना कर रहा है वहां अणुव्रत आन्दोलन द्वारा न केवल मानव अपना सन्तुलन बनाये रख सकता है बल्कि भौतिकवाद के विनाशकारी परिणाम से बचने की आशा कर सकता है। आचार्य तुलसी सभी के लिये प्रणम्य है, आपके विचार जीवन का दर्शन है, संवाद जीने की सही सीख है। यही कारण है कि उन्होंने अपने व्यापक दृष्टिकोण से सभी धर्मों के व्यक्तियों को नैतिक मूल्यों के प्रति आस्थावान बनाया है। वे किसी की व्यक्तिगत आस्था या उपासना पद्धति में हस्तक्षेप नहीं करते। आचार्य तुलसी ने यह दावा कभी नहीं किया है वे इस धरती से भ्रष्टाचार की जड़ें उखाड़ देगें परन्तु उनका मानना था कि वे सदाचार की प्रेरणा तब तक देते रहेगे जब तक हर सुबह का सूरज अन्धकार को चुनौती देकर प्रकाश की वर्षा करता रहेगा। आचार्य तुलसी की निर्वाण दिवस पर हमारा संकल्प हो कि हम उनके आदर्शों को जीवन में अपनायेंगे और एक आदर्श समाज निर्माण में सहभागी बनेंगे।


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(ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
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फोनः 22727486, 9811051133

जनता की खोई मुस्कान को वापस लाना है: रामलाल अकेला

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कहते है कि मुसीबत के समय अगर कोई काम आ जाए तो एक तरह से वह भगवान का रूप होता है। ऐसा ही कुछ कार्य सपा विधायक रामलाल अकेला ने अपने क्षेत्र की जनता के लिए किया।  खास कर यह बात देश के उस तबके पर अधिक लागू होती है, जो हताश, निराशा और गरीबी का दंश झेल रहे होते हैं। उनके परिवार को दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए यही उनके लिए बहुत बड़ी बात होती है। ऐसे में जब उनके कोई परिवार का सदस्य गम्भीर बीमारी का शिकार हो जाता है तो दुनिया की सारी मुसीबत उस परिवार के ऊपर होती है। जिस परिवार को खाने के लिए लाले पड़े हो वो कैंसर, किडनी, ह्दय रोग जैसे गम्भीर रोगों का इलाज कहा से करवाएगा। ऐसा ही कुछ हाल उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला के विधानसभा क्षेत्र बछरांवा में था। जिसमें कुछ परिवार के लोग इस तमाम गम्भीर बीमारियों का दंश झेल रहे थे। इन गरीब परिवारों को प्राइवेट क्या सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का धन नही था। निराशा की कोख में बैठे इन परिवारों को आशा की एक किरण उनके जनप्रतिनिधी विधायक रामलाल अकेला के पास दिखी। अपने जनप्रतिनिधत्व का दायित्व निभाते हुए लाचार और परेशान लोगों के लिए इलाज हेतु मुख्यमंत्री सहायता कोष से धन दिलवाकर बेहतर इलाज करवाया। 

विधायक रामलाल अकेला नें मुख्यमंत्री सहायता कोष से 60 लाख रूपए का अनुदान दिलाया। जिसमें कुछ गरीब परिवारों कों 2 लाख तो किसी को इलाज के लिए एक लाख तो किसी असहाय परिवार को 75 हजार रूपए की आवश्यकता थी। जिन परिवार का इन गम्भीर बीमारियों से इलाज करवाया गया, उसमें रामादेवी, सुरेंद्र कुमार, अनीता देवी, राजरानी, तेजनाथ रंजीत साहू, आदि सहित सैकड़ों की संख्या में गरीब परिवार लोग शामिल हैं। जिन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष से बीमारी के इलाज हेतु धन प्राप्त हुआ है, साथ ही इन परिवार के पीडित लोगों का सफल इलाज हुआ है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे इन गरीबों की मद्द के बाद विधायक रामलाल अकेला ने कहा कि गरीब परिवार में मेरा जन्म हुआ था, इसलिए गरीबी को मैं भली भांति जानता हूं। एक गरीब परिवार पर आर्थिक तंगी कितनी भारी पड़ सकती है, इस वाकये को मैंने करीब से देखा है। इसलिए मेरी पूरी कोशिश रहेगी की आर्थिक तंगी से बीमारी को लेकर किसी गरीब की जान न जाने पाए। साथ ही सपा नेता ने कहा कि मेरा एक ही संकल्प है क्षेत्र की जनता की खोई मुस्कान को वापस लाना। जिसके लिए मै हमेशा प्रयासरत रहूंगा।

महाराष्ट्र बना भारत में पहले साॅफ्टबाॅल लीग का विजेता

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  • महाराष्ट्र ने पंजाब को 2-1 से हराया

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नई दिल्ली: बैडबुल्स साॅफ्टबाॅल लीग 2016 के जीत का खिताफ महाराष्ट्र को मिला। इसका आयोजन साकेत स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में किया गया। फाइनल में महाराष्ट्र और पंजाब के बीच भिड़ंत में 2-1 से पंजाब को हरा दिया। साॅफ्टबाॅल लीग तीन दिन का आयोजन था। इसमें पुरुषों की 8 राष्ट्रीय टीमें थीं - दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, केरल, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़। यह लीग बैडबुल्स स्पोर्ट्स क्लब की परिकल्पना है और इसे दिल्ली साॅफ्टबाॅल संघ से मान्यता मिली है।  बैडबुल्स स्पोर्ट्स क्लब के आयोजक सचिव एवं कोषाध्यक्ष श्री ब्रिटो स्टीफन ने कहा, ‘‘विजेता टीम को आकर्षक नकद पुरस्कार के साथ ट्राॅफी भी दी गई। साॅफ्ट बाॅल लीग के सीज़न-2 में हम भारतीय टीमों से मुकाबले के लिए अंतर्राश्ट्रीय टीमों को आमंत्रित करेंगे।’’   

बैडबुल्स स्पोर्ट्स क्लब के महासचिव  एंथनी वनराजा ने कहा, ‘‘ हम ने सबसे बड़ी बाधा पार कर ली है। अब इस खेल, साॅफ्टबाॅल और भारत के बाॅल खिलाड़िसों को मान्यता मिल गई है और इसके लिए दिल्ली के समर्थकों को हम धन्यवाद देते हैं। इस आयोजन की योजना बनाते हुए कई कठिनाइयां आईं पर लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए टीम बैड बुल्स ने सारी बाधाओं को दूर कर लिया। आज लीग के परिणाम हमारे सामने हैं। हम इसे उच्च स्तर पर ले जाना चाहते हैं।’’श्री एंथनी वनराजा ने कहा, ‘‘हम इस साल कम से कम 4 खिलाड़ियों को अंतर्राश्ट्रीय आयोजन में ले जाने का लक्ष्य रखते हैं।’’

साॅफ्टबाॅल लीग का मकसद आरंभिक स्तर पर बेसबाॅल और साॅफ्टबाॅल को लोकप्रिय बनाना है। स्कूलों और काॅलेजों में इसे वैकल्पिक खेल के रूप में पहचान दिलाना है। यह लीग मौजूदा टीमों के लिए प्रतिभा दिखाने का जरबदस्त मंच है जो कि इस खेल में बहुत कम मिलता है। हालांकि भारत में इस खेल का प्रामाणिक इतिहास है और यह खेल काफी वर्षों से भारत में खेला जा रहा है।’   

खिड़की‘ के साथ सरिता जोशी कॉमेडी में वापसी

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सब टीवी के नए शो ‘खिड़की‘ का कॉन्सेप्ट एकदम अनूठा है। यह शो देशभर से दर्शकों द्वारा भेजी गई कहानियों पर आधारित हैं। ये कहानियां मामूली फेरबदल के साथ छोटे परदे के अनुकूल बनाई गयी हैं। इनमें कलाकारों का एक समूह हर कहानी में नजर आएगा, लेकिन हर बार अलग-अलग किरदार निभाते हुए। सरिता जोशी भी ऐसे ही कलाकारों में से एक हैं, जो रंग-बिरंगे और दिलचस्प किरदारों में दिखाई देंगी। ये सारे किरदार दर्शकों का लगातार मनोरंजन करते रहेंगे। सरिता जिस दूसरी कहानी में शामिल हैं, उसमें वे दक्षिण भारतीय बुजुर्ग महिला की भूमिका में होंगी। इस महिला की आखिरी इच्छा तिरुपति में दर्शन करने की है, जो आखिर में अप्रत्यक्ष रूप से फिर से पूरे परिवार को जोड़ देता है।

विविधतापूर्ण भूमिकाएं निभाने वाली प्रतिभाशाली अभिनेत्री सरिता जोशी छोटे परदे पर वापसी के लिए तैयार हैं। सब टीवी के साथ पहली बार जुड़ी ये पुरानी अदाकारा चैनल के बिल्कुल नए शो ‘खिड़की‘ में दिखाई देंगी। यह शो बहुत जल्द शुरू होने वाला है। कई बॉलीवुड फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में नजर आने के अलावा सरिता का गुजराती रंगमंच में एक सक्रिय कॅरियर रहा है। वहां उन्होंने 150 से ज्यादा नाटक किए हैं, जिनमें से कई बेहद कामयाब रहे। वे उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने हास्य और गंभीर, दोनों तरह की भूमिकाएं बड़ी सहजता से निभाई हैं। सरिता जोशी के प्रशंसक उनकी वापसी का आनंद उठाने के लिए देखें ‘खिड़की‘, जिसका प्रसारण जल्द ही सब टीवी पर शुरू होने वाला है!

मुख्तार को लेकर मुलायम परिवार में मतभेद,

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  • खटाई में पड सकती है कौमी एकता दल का विलय

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लखनऊ 22 जून, उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवार में बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी को लेकर पैदा हुए मतभेद की वजह से कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी(सपा) में कल हुआ विलय खटाई में पड सकता है। मुलायम सिंह यादव परिवार में कौमी एकता दल के विलय और मुख्तार अंसारी को लेकर पैदा हुए मतभेद की वजह से माध्यमिक शिक्षामंत्री बलराम यादव को अपनी कुर्सी गंवानी पडी। उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल रात मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया। सपा सूत्रों के अनुसार बलराम यादव ने कौमी एकता दल के सपा में विलय की पृष्ठभूमि तैयार की थी। मुख्यमंत्री मुख्तार अंसारी की पार्टी से गठबन्धन या उसके सपा में विलय के खिलाफ थे। श्री अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सूबे के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में कल सपा में विलय हुआ है। हालांकि शिवपाल यादव ने स्पष्ट कहा था कि विलय के बावजूद कौमी एकता दल के दो विधायकों में से एक मुख्तार अंसारी को अभी सपा में शामिल नहीं किया गया है। सूत्रों ने बताया कि बलराम यादव की मंत्रिमण्डल से बर्खास्तगी के बाद उपजे विवाद का निपटारा पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव करेंगे। वह इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री और शिवपाल सिंह यादव से बात करेंगे। सिंचाई मंत्री ने कहा था कि कौमी एकता दल के विलय से पूर्वांचल में सपा को लाभ होगा और राजनीतिक ताकत बढेगी जबकि कौमी एकता दल के अध्यक्ष और मुख्तार अंसारी के भाई पूर्व सांसद अफजाल अंसारी ने कहा था कि उनकी पार्टी का सपा में विलय होने से साम्प्रदायिक ताकतों को पराजित करने में मदद मिलेगी।

उत्तर कोरिया ने दो मिसाइलों का प्रक्षेपण किया

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सोल, 22 जून, उत्तर कोरिया आज मध्यम दूरी तक मार करने वाली अपनी दो मिसाइलों का प्रक्षेपण किया और अमेरिका के अनुसार उसकी दोनों मिसाइलें जापान के पास समुद्र में जा गिरी। उत्तर कोरिया ने अपनी पहली मिसाइल का परीक्षण विफल होने के बाद दूसरी मिसाइल दागी जिसने 400 किलोमीटर की दूरी तय की। इसे अत्यन्त प्रभावशाली माना गया। दक्षिण कोरिया के अनुसार उसकी पहली मिसाइल का परीक्षण सफल रहा इसके दो घंटे बाद ही उसने दूसरी मिसाइल का प्रक्षेपण किया। जापान ने कहा है कि इससे उसकी सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है। उसने मिसाइल परीक्षण को देखते हुये अपनी सेना को सतर्क कर दिया था। उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइलों का प्रक्षेपण अपने पूर्वी तट के बाेनसफ शहर से किया। जिस मिसाइल का उसने प्रक्षेपण किया उसका नाम मुसूदन मिसाइल बताया गया है जो मध्यम दूरी तक मार करने वाली है। जापान ने उत्तर कोरिया की मिसाइलों के प्रक्षेपण का कड़ा विरोध किया है और कहा है कि इस प्रक्षेपण से उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन किया है। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण से उत्पन्न सुरक्षा स्थिति पर विचार के लिए अपनी सुरक्षा परिषद की बैठक बुलायी है।

भारतीय अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय, एक साथ 20 उपग्रह प्रक्षेपित

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श्रीहरिकोटा, आँध्र प्रदेश 22 जून, देश की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ते हुये भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज यहाँ सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एक साथ रिकॉर्ड 20 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। केंद्र के दूसरे प्रक्षेपण स्थल से सुबह 9.26 बजे ध्रुवीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी34 ने तीन भारतीय और 17 विदेशी उपग्रहों के साथ अंतरिक्ष की उड़ान भरी और तकरीबन आधे घंटे बाद इसरो के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार ने मिशन के सफतापूर्वक पूरा होने की घोषणा की। उन्होंने बताया सभी 20 उपग्रहों को उनकी यथेष्ट कक्षाओं में स्थापित कर दिया गया है। इससे पहले इसरो ने वर्ष 2008 में एक साथ सर्वाधिक 10 उपग्रह छोड़े थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुये अपने ट्वीट किया कि उन्होंने टेलीविजन पर प्रक्षेपण का सीधा प्रसारण देखा और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगाने के लिए कुछ तस्वीरें भी लीं। 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाई.एस. चौधरी ने कहा “20 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के साथ ही इसरो के मुकुट में एक और मणि जुड़ गया है। वैज्ञानिकों को बधाई!” इसरो के निदेशक पी. उन्नीकृष्णन ने कहा कि इस प्रक्षेपण के साथ ही इसरो ने एक और महत्वपूर्ण मुकाम हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा “मैं पूरी टीम के प्रति दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। हम अधिक से अधिक पेशेवराना कार्यशैली अपनाते जा रहे हैं। हमें खुशी है कि हम अपने ग्राहकों को विश्वस्तरीय सेवा देने में सफल रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस मिशन के पूरा होने के बाद इसरो जीएसएलवी मार्क-दो और मार्क-तीन के साथ अन्य चुनौतियों के लिए तैयार है। प्रक्षेपण के बाद नियंत्रण कक्ष में सभी वैज्ञानिकों की निगाहें कंप्यूटर स्क्रीनों पर टिकी थीं। 17 मिनट बाद जैसे ही प्रक्षेपण यान ने सबसे पहले मिशन में सबसे महत्वपूर्ण इसरो के उपग्रह कार्टोसैट-2 को उसकी कक्षा में छोड़ा नियंत्रण कक्ष में तालियों की गड़गड़ाहट गूँज उठी। इसके बाद भारतीय शैक्षणिक संस्थानों के उपग्रहों सत्यभामासैट और सत्यम् पीएसएलवी से अलग हो गये। शेष 17 विदेशी उपग्रहों में इंडोनेशिया के लापैन-ए3, जर्मनी के बाइरोस, कनाडा के एम3एमसैट, अमेरिका के स्काईसैटजेन2-1, कनाडा के जीएचजीसैट-डी तथा अमेरिका के 12 डव उपग्रहों को दो चरणों में छोड़ा गया। एक-एक कर उपग्रह प्रक्षेपण यान से अलग-होते गये और वैज्ञानिकों के चेहरों पर मुस्कान बढ़ती गई। सभी 20 उपग्रहों का कुल वजन लगभग 1288 किलोग्राम है। इसमें कार्टोसैट-2 727.5 किलोग्राम का तथा अन्य लघु तथा सूक्षम उपग्रहों का कुल वजन 560 किलोग्राम है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी बधाई

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नयी दिल्ली 22 जून, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ रिकॉर्ड 20 उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़ने का कारनामा कर दिखाने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। इसरो के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार को भेजे एक संदेश में श्री मुखर्जी ने कहा “कार्टोसैट-2 समेत 20 उपग्रहों को एक ही मिशन में अंतरिक्ष में छोड़ने वाले पीएसएलवी-सी34 के सफल प्रक्षेपण पर आपको और आपकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई। मैं समझता हूँ कि कार्टोसैट-2 से मिलने वाली तस्वीरें स्थान विशेष के तत्क्षण चित्रण में तथा माऩचित्रण से संबंधित अन्य कार्यों में सहायक होंगी। ये भूमि सूचना प्रणाली तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली के लिए भी महत्वपूर्ण होंगी।” 

उन्होंने कहा “अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करने वाली इस उपलब्धि पर देश को गर्व है। मेरा आपसे अनुरोध है कि अपनी टीम के सभी वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों तथा मिशन से जुड़े अन्य सभी लोगों तक मेरी बधाई पहुँचा दें। मैं भविष्य के सभी प्रयासों में इसरो की सफलता की कामना करता हूँ।” श्री मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा “हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों ने बारंबार लोगों के जीवन में बदलाव लाने की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की क्षमता को दर्शाया है। समय के साथ हमने अंतरिक्ष के क्षेत्र में उनके प्रयासों में दूसरे देशों की मदद करने योग्य कुशलता और क्षमता विकसित की है। यह हमारे वैज्ञानिकों का कौशल है। बेहद प्रसन्नता के साथ देखा कि पुणे और चेन्नई के छात्रों ने किस प्रकार उपग्रह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं इससे अभिभूत हूँ। एक आम नागरिक के रूप में हमारे युवाओं को विज्ञान में इतनी रुचि लेते हुये देखकर मैं खुशी से गदगद हूँ।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने टेलीविजन पर प्रक्षेपण का सीधा प्रसारण देखा और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगाने के लिए कुछ तस्वीरें भी लीं। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा “भारत को गौरवान्वित करने वाले इसरो के सभी वैज्ञानिकों और उनकी पूरी टीम को मेरी बधाई। पीएसएलवी के लगातार 35वें सफल प्रक्षेपण ने 20 उपग्रहों को एक ही प्रक्षेपण यान से अंतरिक्ष में छोड़कर एक इतिहास बना दिया है।” विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाई.एस. चौधरी ने कहा “20 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के साथ ही इसरो के मुकुट में एक और मणि जुड़ गया है। वैज्ञानिकों को बधाई!”

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (22 जून)

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प्र्रतिमा अनावरण समारोह एवं जनसभा में पहूंचने की भाजपा ने की अपील

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष दौलत भावसार, विधायकत्रय सुश्री निर्मला भूरिया,शांतिलाल बिलवाल, कलसंह भाबर, जिला सहकारी केन्दी्रय बैंक के अध्यक्ष गौरसिंह वसूनिया, एवं भाजपा के सभी पदाधिकारीगणों ने अपने संयुक्त रूप  से जिले एवं नगर के समस्त घार्मिक, सामाजिक,साहित्यिक संगठनों के पदाधिकारियों से कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है स्वर्गीय सांसद दिलीपसिंह भूरिया की प्रथम पूण्यतिथि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा स्वर्गीय सांसद दिलीपसिंह भूरिया की प्रतिमा का अनावरण किया जावेगा तथा स्थानीय शहीद चन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय के मैदान पर विशाल जनसभा को संबोधित किया जावेगा तथा जिले को कई सौगातो से नवाजा जावेगा । भाजपा नेताों ने सभी से अपील की है  िकवे अधिक से अधिक संख्या में कालेज मैदान पर पहूंच कर कार्यक्रम को सफल बनावे ।

नगर  मंडल मे घर घर जन संपर्क कर पूण्यतिथि आयोजन के लिये करेगें अनुरोध
  • हर बुथ पर लगाये जावेगें 5-5 पौधे

झाबुआ । भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष़्ा बबलू सकलेचा ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 जून की रात 8 बजे बीजेपी कार्यालय पर नगर मण्डल की बैठक 24 जून को दिवंगत सांसद स्वर्गीय दिलीपसिंह जी भूरिया की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर होने वाले विहंगम कार्यक्रम को लेकर आयोजित की गई । मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा ने इस कार्यक्रम के निमित्त बनाये गए नगर के तीनो सेक्टर प्रभारी विजय जी चैहान, ओ.पी. राय अजय पोरवाल युवा मोर्चा प्रभारी दिलीप कुशवाह, महिला मोर्चा प्रभारी निर्मला अजनार,नगर पालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया के साथ साथ सभी मंडल पदाधिकारी, वार्ड के अध्यक्ष, वार्ड प्रभारी, सभी पार्षद के साथ बैठक ली जिसमे 22 और 23 जून को घर घर जनसंपर्क, वार्ड में बैठक करके अधिक से अधिक कार्यकर्त्ता, आमजन को  24 तारीख को 12 बजे श्रद्धांजलि कार्यक्रम स्थल कॉलेज ग्राउंड पर लेकर पहुचना । नगर में तीन जगह एकत्रीकरण होगा राजवाड़ा क्षेत्र में, राजगढ़ नाके पर, और बस स्टैंड पर, एवं युवा मोर्चा प्रभारी और नगर अध्यक्ष पंवार ने भी तय किया की  सभी वार्ड से लगभग 500 युवाओ का एकत्रीकरण राजवाड़ा में कर के  कार्यक्रम स्थल पर पहुचेंगे। साथ ही ये भी तय किया गया की नगर के सभी प्रमुख स्थल पर फ्लेक्स लगाकर तथा साथ साथ 23 और 24 जून को नगर में प्रचार वाहन से भी आमजन को इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुचने का निवेदन किया जायेगा। इस अवसर नगर के महामन्त्री कीर्ति जी भावसार, पूर्व विधायक स्वरूप बेन, भी उपस्थित थे। इस बैठक में ये भी तय किया गया की 23 जून को बूथ लेवल पर  बीजेपी के पितृपुरुष डॉ. श्यामाप्रशाद जी मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर बलिदान दिवस के रूप में भी कार्यक्रम करना हे। उसके प्रभारियो ने भी अपनी अपनी रुपरेखा तैयार कर ली हेै। श्री सकलेचा ने बताया कि आज 23 जून को सभी बूुथो पर वार्ड प्रभारियों द्वारा 5-5 पौधों का रोपण भी किया जावेगा ।

पुलिस ने पकडी 1लाख 37 हजार की अवेध शराब

पारा---आज बुधवार की सुबह पारा पुलिस को अवेध शराब की तस्कारी के मामाले मे मुखबिर की सुचना पर भारी सफलता मीली।पुलिस ने अवेध शराब तस्करो का पिछा कर लाखेा की शराब जब्त की। प्राप्त जानकारी के अनुसार पारा पुलिस को मंगलवार  मध्यरात्री को मुखबिर से सुचना मिली की तिरला की तरफ से महिंद्रा मेक्स पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 46 जी 0540 अवेध शराब लेकर पारा की तरफ आ रही हे। पुलिस चोकी प्रभारी पी सी सांठे ने एसडीओपी व टी आई को सुचना दी व दिशा निर्देश लेकर प्रधान आरक्षक रुपसिह भुरीया जितेन्द्र सांकला आरक्षक चंदरसिह व तानसिह की टीम बनाकर प्रायवेट वाहन से निकले व बोरी रोड पर बेहरम पर अपनी अपनी पोजिशन लेकर बेठ गए । कुछ ही देर रात्री मे करिब तिन बजे के लगभग एक पिकअप वाहन आता दिखा जिसे रोेकने की कोशीस की पर वाहन चालक ने अपना वाहन न रोकते हुए वाहन की स्पीड बढा दी। पुलिस ने भी तत्काल अपना निजि वाहन पिकअप के पिछे लगा। अवेध शराब का परिवहन कर रहा वाहन बेहडवी होते हुए कलमोडा रोड पर दोडने लगा   तभी पुलिस ने अपने वाहन को अधिक तेज गति से दोडाते हुए ग्राम वराड मे स्कुल के समिप पिछ सेे टक्कर मारी जिससे पिकअप वाहन का संतुलन बिगड गया संतूलन बिगडते देख वाहन चालक पीकअप से कुद कर अंधेरे का लाभ उठा कर भाग निकला। जिससे पीकअप सामाने आए किसी पील्लर से टकरा कर छतिग्रसत होकर रुक गई। पीकअप को पुलिस टोचन कर पारा चोकी पर लेआई हे। चोकी प्रभारी श्री सांठे ने बताया की इस वाहन मे देशी शराब क्वाटर की 137 पेटी निकली जोकि  करिब 1233 बल्क लीटर हे जिनकी बाजार भाव से किमत करिब 1 लाख 37 हजार रुपए हे साथ मे जब्त वाहन की किमत भी पांच लाख के करिब हे पुलिस ने आबकारी अधिनियम की धारा 34 ;2द्ध व 36,46 मे प्रकरण पंजिबद्ध कर विवेचना मे लेलिया हे। आरोपीयो की तलाश कि जारही हे।

विश्व योग दिवस के अवसर पर हुए निजि व शासकिय स्कुलो मे हुआ योग 

पारा-- अंतराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में नगर स्थित संस्था सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मना दूसरा विश्व योग दिवस इस अवसर पर संस्था के आचार्य परिवार एवं भैया बहिनो ने विद्यालय के योग प्रशिक्षक रणसिंह डोडियार के मार्गदर्शन में विभिन्न योगासन किये और प्रशिक्षक द्वारा योगासनो से होने वाले लाभ भी बताए! योग दिवस के मोके पर राजेंद्र सूरी बाल विकास समिति के अध्यक्ष प्रकाश छाजेड़ और व्यवस्थापक प्रकाश तलेसरा भी उपस्थित रहे छाजेड़ ने विद्यालयिन भैया बहिनो को अपने उदबोदन में बताया की योग करनेसे मानव का मानसिक , शतिरिक व् आत्मिक बाल प्रबल होता हे और अनेक प्रकार व्याधियो एवं रोगों से निदान मिलता हे! वही प्रकाश तलेसरा ने बताया की हमारे यशस्वि प्रधानमंत्री के द्वारा दो वर्ष पूर्व संयुक्त राष्ट्र संघ में 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मानाने का प्रस्ताव रखा था जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा स्वीकृत करलिया गया आज लगभग 199 देश इस दिवस को मनारहे हे जिसमे 40 मुस्लिम राष्ट्र भी शामिल हे साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रयास की सराहना करते हुए योग युक्त भारत रोग मुक्त भारत का नारा भी दिया! वही नगर  शासकीय कन्या व बालक उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे कक्षा सात वी से 12 वी तक के छात्र छात्राओ ने भाग लिया। उक्त कार्यक्रम में रेडियो एवं योगा वीसीडी द्वारा विभिन्न योग मुद्राओ को प्रतिभागियों बालिकाओ ने सहजता से सम्पन्न किया वही कन्या शाला के प्रभारी प्राचार्य गुलबसिंग डावर व बालक स्कुल के प्रभारी प्राचार्या अबरार खान ने बताया की माननीय प्रधानमंत्री के उदबोदन से प्रतिभागियों में ऊर्जा का संचार हुआ इस अवसर पर संस्था के प्रधानपाठक जुवनसिंह सिंगार,डी एस चैहान एवं योग प्रशिक्षक आशीष पाण्डिया,राजेन्द्र पांचाल के दिशा निर्देश मे प्रतिभागियों ने योगासन किये और आजीवन योग करने का संकल्प लिया।इस अवसर पर संस्थाओ के सभी कर्मचारी उपस्थित थैं।

प्रभारी मंत्री श्री आर्य 23 एवं 24 जून को जिले के भ्रमण पर

झाबुआ । जिले के प्रभारी मंत्री एवं श्रम, पिछडा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्ध घुमक्कड जनजाति कल्याण विभाग मंत्री म.प्र. शासन श्री अंतरसिंह आर्य 23 एवं 24 जून को झाबुआ जिले के भ्रमण पर रहेगे प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार श्री आर्य 23 जून को सायं 7 बजे झाबुआ पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगे। अगले दिन 24 को प्रातः 1.00 बजे से पूर्व सांसद स्व. श्री दिलीप सिंह जी भूरिया की प्रतिमा का अनावरण करेगे। अनावरण कार्यक्रम के पश्चात सेधवा जिला बडवानी  के लिए प्रस्थान करेगे।

दो वर्ष में नल-जल योजना प्रारंभ नहीं कर पाने पर उपयंत्री को होगा नोटिस जारी
  • चैपाल में कलेक्टर ने दिये निर्देश

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झाबुआ । कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी, संयुक्त कलेक्टर श्री मण्डलोई एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने आज रामा ब्लाक के ग्राम कोकावद एवं नवापाडा में चैपाल लगाकर ग्रामीणो से समस्याएॅ सुनी एवं समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। ग्राम कोकावद में दो वर्ष पूर्व से बनी नल जल योजना प्रारंभ नहीं हो पाने पर संबंधित उपयंत्री को निलंबित करने के निर्देश कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने दिये एवं एसडीओ दुबे को आज ही नल-जल योजना प्रारंभ करने के लिये निर्देशित किया। नल जल योजना के लिए एमपीईबी को विद्युत कनेक्शन करने के लिए निर्देशित किया। कोकावद के ग्रामीणो ने जिस तालाब का गहरीकरण जन सहभागिता से किया है उसके आसपास पौधारोपण करवाने के लिए वनमण्डल को निर्देश दिये। सभी गर्भवती महिलाओं के कर्मकार मण्डल योजना में पंजीयन करने के निर्देश दिये। ग्राम कोकावद के ऐसे 12 हितग्राही जिन्होने अपने घर शौचालय बना लिये है, उन हितग्राहियों को राशि का भुगतान आज ही करने के निर्देश दिये। कोकावद के ग्रामीण द्वारा कालीदेवी में दुकानदार द्वारा कपास का बीज एम आरपी से अधिक दर में देने की शिकायत की गई। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने नायब तहसीलदार को तत्काल कार्यवाही करने के लिए भेजा। नायब तहसीलदार ने दोनो दुकानो को सील कर दिया। ग्राम कोकावद में कियोस्क सेन्टर संचालक को सप्ताह में एक दिन जाकर पेंशन एवं मजदूरी का भुगतान ग्रामीणों को करने के निर्देश दिये। सहकारी उचित मूल्य की दुकान से सेल्समेन द्वारा खुल्ले पैसे के बदले चायपत्ती एवं बिस्किट देने की जानकारी ग्रामीणो द्वारा दी गई। कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने बिस्किट व चायपत्ती नहीं दिये जाने के निर्देश दिये। भ्रमण के दौरान ग्राम रोटला के हायर सेकेण्डरी स्कूल का निरीक्षण भी कलेक्टर डाॅ. अरूणा गुप्ता ने  किया। कलेक्टर डाॅ.गुप्ता ने प्राचार्य को स्कूल परिसर की साफ-सफाई करवाकर वृक्षारोपण कार्य करवाने के निर्देश दिये। सभी बच्चों के खाते में गणवेश एवं साइकिल की राशि डालने के निर्देश दिये। सभी बच्चों को पुस्तके वितरित करवाने के निर्देश दिये। ग्राम नवापाडा का पंचायत भवन स्कूल के रिक्त कक्ष में शिफ्ट करने के निर्देश संचिव को दिये। ग्राम की आंगनवाडी में सभी बच्चों को दूध एवं नियमानुसार पोषण आहार देने के लिए आंगनवाडी कार्यकत्र्ताओं को निर्देशित किया।

सचिव को लगाई फटकार
ग्राम पंचायत नवापाडा में सभी निर्माण कार्य अधूरे पाये जाने पर संचिव को फटकार लगाते हुवे नाराजगी जाहिर की एवं सीईओ जनपद को सभी अपूर्ण कपिल धाराकूप, शौचालय एवं आवास पूर्ण करवाकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। चैपाल में चैकीदार अपनी निर्धारित यूनिफार्म में उपस्थित नहीं हुआ इस पर कलेक्टर डाॅ.अरूणा गुप्ता ने नाराजगी जाहिर की एवं यूनिफार्म पहनने के लिए निर्देशित किया। चैपाल में कलेक्टर डाॅ.अरूणा गुप्ता के साथ एसडीएम झाबुआ श्री अली, सीईओ जनपद श्री टांक सहित शासकीय सेवक उपस्थित थे।

अवैध शराब का अपराध पंजीबद्ध 
    
झाबुआ । पुलिस थाना झाबुआ के द्वारा आरोपी पिकअप क्र. एमपी-46 जी-0540 में अवैध रूप से परिवहन करते 137 पेटी देशी मदिरा शराब कुल किमती 1,37,00/-रू व पिकअप किमती 5,00,000/- रू कुल मश्रुका 6,37,000/- रू जप्त किया गया। वाहन चालक वाहन छोड़कर भाग गया। प्र्रकरण में थाना झाबुआ में अपराध क्रमांक 416/16, धारा 34-बी, 36, 46 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

वाहन दुर्घटना मे मोत 

झाबुआ । थाना रानापुर पुलिस के द्वारा आरोपी मो.सा. क्र एमपी-45 एमएफ-8678 का चालक तेज गति व लापरवाही पूर्वक मो.सा. को चलाकर लाया व मृतक मुकेश पिता झिगु कटारा नि. कटारा धामनी की मो.सा. को टक्कर मार दी जिससे मृत्यु हो गयी। प्रकरण को थाना रानापुर में अपराध क्र. 243/16 में धारा 304-ए भादवि में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

डकैती के प्रयास का अपराध पंजीबद्ध
  
झाबुआ । मुखबीर की सूचना मिली थी कि आरोपी गुड्डु ,गुड्डु, मुकेश, हरम,सुरभान ने गोमला ामें डकैती की नियत से हथियार लेकर बैठे है सूचना पर पुलिस बल द्वारा आरोपीगणों को हिडी गोमला रोड रातीमाली फाटा पर डकैती की नियत से हथियार से लेस होकर बैठे पकड़ा आरोपीगणेां के कब्जे से दो लट्ठ व एक पिस्टल , एक लोहे का फालिया जप्त कर गिर. किया तथा आरोपी सुरभान भाग गया। प्रकरण को थाना कालीदेवी में अपराध क्र. 124/16 में धारा 399,402 में पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आर्ट काॅलेज में जारी आंदोलन के 54 वें दिन भी रहा काॅलेज बंद,

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छात्रों ने किया परीक्षा का बहिष्कार, आंदोलन के समर्थन मे पहुॅंचे जे एन यू छात्र ा संघ के पुर्व अध्यक्ष व कांग्रेस  विधायक शकील अहमद , 24 जून, 2016 को आयोजित जन कन्वेंशन में जुटेगें शहर के कई शिक्षाविद रंगकर्मी

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पटना - आज दिनांक 22 जून,2016 को आर्ट काॅलेज में जारी आंदोलन के 54 वें दिन भी छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार करते हुए काॅलेज को बंद रखा । आंदोलन में शामिल  छात्रो  ने एक स्वर में कहा कि छात्र प्रभारी प्रचार्य की बर्खास्तगी को लेकर  लगातार आंदोलन में हैं, परंतु विष्वविद्यालय प्रषासन लगातार छात्रों की मांगो की अनदेखी करते हुये वादा खिलाफी  कर रहा है, छात्र इसे कदापी बर्दाष्त नहीें करेंगें। आज छात्रों के जारी  आंदोलन के समर्थन मे पहुॅंचे जे एन यू छात्र संघ के पुर्व अध्यक्ष व कांग्रेस  विधायक शकील अहमद ने कहा  कि छात्रों की मांगे जायज है और हम इस मामले पर षिक्षा मंत्री से बात करके मांगो पर कारवाई करेंगे । वहीं आर्ट काॅलेज में आयोजित  जन कनवेंषन  की तैयारी  मे छात्रों ने  शहर मे कई जगह पर्चा - पोस्टर लगाने का काम किया। इस जन कन्वेषन मे शहर के कई  जाने माने षिक्षा विद, रंगकर्मी, साहित्यकार शामिल होंगंे।

सहरसा-दानापुर रात्रिकालीन ट्रेन जनहित एक्सप्रेस रवाना

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ग्यारह वर्षों के लम्बे इंतजार के बाद सहरसा के लोगों के रात्रिकालीन ट्रेन की मांग पूरी हुई। नई दिल्ली में रेल भवन से रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु व रेल राज्य मंत्री मनोज सिंहा ने हरी झंडी दिखाकर सहरसा-दानापुर रात्रिकालीन ट्रेन जनहित एक्सप्रेस को रवाना किया। सहरसा स्टेशन पर आयोजित समारोह में स्थानीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव व विधायक अरूण कुमार, पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक सुधांशु शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर उद्घाटन स्पेशल ट्रेन को रवाना किया। जनहित एक्सप्रेस 23 जून से नियमित रूप से सहरसा-दानापुर के बीच चलेगी। उक्त ट्रेन सहरसा से रात 11.35 में प्रस्थान कर मानसी, खगड़िया, बेगुसरराय, बरौनी, हाजीपुर, पाटलीपुत्र होते हुए दानापुर सुबह 6.15 बजे पहुंचेगी। दोवारा यही ट्रेन दानापुर से सुबह 9.25 बजे चलकर 3.30 बजे दिन में सहरसा पहुंचेगी। 

इसके अलावा कोसी एक्सप्रेस का पुणियां कोर्ट व जानकी एक्सप्रेस का कटिहार तक विस्तार किया गया। जनहित एक्सप्रेस के तेरह बोगी में एक एसी चेयर कार, एक शयनयान, नौ सामान्य व दो एसएलआर बोगी का संयोजन किया गया है। उक्त ट्रेन का सामान्य किराया 95 रूपैया, स्लीपर का 180 रूपैया व एसी कुर्सीयान का 375 रूपैया होगा। आज रवाना हुई स्पेशल ट्रेन के चालक के रूप में ए.क.ेधर सह चालक टी.के. चैधरी तथा गार्ड में रमेश कुमार सिंह मौजूद थे। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष मदन प्रसाद चैधरी, लोजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष झा, सरिता पासवान, जाप जिलाध्यक्ष अब्दुल सलाम, हरिहर गुप्ता, शैलेन्द्र सेखर, महबूब आलम, जितेन्द्र भगत, चन्द्रगुप्त, मो. कलीम, संजना तांती सिनियर डीसीएन बीरेन्द्र कुमार, सीपीआरओ अरविन्द कुमार रजक सहित हाजीपुर, समस्तीपुर मंडल के अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। 

उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण से जापान को खतरा

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सोल/ टोक्या, 22 जून, उत्तर कोरिया ने आज काफी ऊंचाई तक जाने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल का प्रक्षेपण जापान की दिशा में किया,जो 400 किलोमीटर दूर जाकर जापान के समुद्र में गिरी। सैनिक अधिकारियों का कहना है कि कई प्रक्षेपणों की विफलता के बाद आज के मिसाइल प्रक्षेपण से उत्तर कोरिया की विकसित मिसाइल टेक्नाॅलजी का संकेत मिलता है। उत्तर कोरिया ने अपनी इस मिसाइल का प्रक्षेपण आज ही किये गये पहले मिसाइल प्रक्षेपण की विफलता के दो घंटे बाद किया और उसकी दूसरी मिसाइल एक हजार किलोमीटर की ऊंचाई तक गयी । जापान के रक्षा मंत्री जनरल नकातनी ने बताया कि उत्तर कोरिया की दूसरी मिसाइल के एक हजार किलोमीटर की ऊंचाई तक जाने से साफ है कि उसने इस मामले में प्रगति की है। इससे जापान तथा दक्षिण कोरिया के लिए खतरा बढ़ गया है। जापान के रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल की क्षमता प्राप्त कर ली है।

एनएसजी में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन जुटाने जयशंकर सोल रवाना

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नयी दिल्ली,22जून, विदेश सचिव एस जयशंकर परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन जुटाने की मुहिम के तहत आज दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल रवाना हो गए। सोल में एनएसजी की दो दिवसीय समग्र बैठक कल से शुरु हो रही है। इस बैठक में भारत की सदस्यता पर विचार किए जाने की संभावना है। चीन इस प्रतिष्ठित क्लब में भारत को शामिल किए जाने का विरोध कर रहा है। उसकी दलील है कि भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं इसलिए उसे इसकी सदस्यता नहीं मिलनी चाहिए। उसका यह भी कहना है कि यदि भारत को शामिल किया गया और पाकिस्तान को दूर रखा गया तो इससे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शक्ति संतुलन बिगड़ सकता है। चीन की ओर से सोमवार काे यह बयान आया था कि सोल बैठक के एजेंडे में भारत की सदस्यता का मसला शामिल नहीं है हालांकि कल जारी बयान में उसने कहा कि इस मसले पर चर्चा के दरवाजे खुले हुए हैं। 

चीन के विरोध पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का कहना है कि चीन भारत की सदस्यता का विरोध नहीं कर रहा है बल्कि उसका विरोध प्रक्रियात्मक मानदंडों को लेकर है। चीन को मना लिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिन बाद ताशकंद में शुरु हो रहे शंघाई सहयोग शिखर बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग से मुलाकात होगी । हकीकत यह है कि एनएसजी का गठन 1974 में भारत द्वारा पहले परमाणु परीक्षण को देखते हुए ही किया गया था। पाकिस्तान आैर चीन इसी बात का हवाला देकर इसमें भारत की सदस्यता का विरोध कर रहे हैं। हालांकि इस मसले पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया पांच देशों की यात्रा के दौरान भारत एनएसजी के सदस्यों स्विट्जरलैंड और मेक्सिको समेत कई अन्य देशों का समर्थन जुटाने में भी सफल रहा है। एनएसजी सर्वसम्मति के सिद्धांत के तहत काम करता है और भारत के खिलाफ किसी एक भी देश का वोट उसकी दावेदारी को कमजोर कर सकता है। भारत परमाणु प्रौद्योगिकी के वैश्विक व्यापार का नियमन करने वाली संस्था एनएसजी की सदस्यता के लिए इस समूह के सदस्य देशों से समर्थन इसलिए मांग रहा है क्योंकि इसके सदस्य देशों को परमाणु प्रौद्योगिकी के व्यापार और निर्यात की अनुमति होती है। इस समूह की सदस्यता उसके लिए घरेलू परमाणु उर्जा कार्यक्रम के वास्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार के दरवाजे खोल सकती है। भारत पिछले कई साल से इस एनएसजी की सदस्यता के लिए प्रचार कर रहा है। लेकिन सदस्यता के लिए औपचारिक आवेदन उसकी आरे से इस साल 12मई को किया गया। एनएसजी ने साल 2008 में भारत को असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी तक पहुंच के लिए एक विशेष छूट दी थी। इस क्रम में चीन को भारत-अमेरिका के परमाणु समझौते के आधार पर न चाहते हुए भी भारत का समर्थन करना पड़ा था।

स्वामी का असली निशाना हैं जेटली : दिग्विजय

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नयी दिल्ली,22जून, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का असली निशाना वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं। श्री सिंह ने रिवर्ज बैंक आॅफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यन के बारे में दिए गए स्वामी के बयान पर तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा है कि श्री स्वामी इन दोनों की आड़ में असली निशाना श्री जेटली पर साध रहे हैं। लगता है कि नरेन्द्र मोदी सरकार में अगला वित्त मंत्री वहीं बनने जा रहे हैं। देश के अार्थिक मामलो से जुडे उच्च पदों पर बैठे लोगों के बारे में वह एक के बाद एक जो बयान दे रहे हैं उससे तो ऐसा ही लग रहा है। श्री स्वामी ने आरबीआई गवर्नर के खिलाफ पिछले दो महीने से मुहिम चला रखी थी और उन्हें समय से पूर्व ही पद से हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कई बार पत्र लिखा था। उनका आरोप है कि श्री राजन एक विदेशी मानसिकता वाले शख्स हैं जिन्हे भारत की अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है। श्री राजन के बाद अब श्री स्वामी ने मुख्य आर्थिक सलाहकार पर निशाना साधते हुए सरकार से उन्हें निकाल बाहर करने की बात कही है। 

स्वामी ने अपने ताजा ट्वीट में सरकार से कहा है कि श्री सुब्रह्मण्यन अमेरिका के पुराने पिट्ठू हैं और बौद्धिक संपदा से जुड़े एक विवाद में उन्हाेंने भारत की बजाए अमेरिका समर्थन किया था इसलिए उन्हें निकाल बाहर करना चाहिए। श्री स्वामी के इस बयान पर श्री जेटली ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए सवाल पर कहा कि सरकार को मुख्य आर्थिक सलाहकार श्री सुब्रह्मण्यन पर पूरा भरोसा है और वह उनके काम काज से खुश हैं। श्री सुब्रह्मण्यन श्री राजन के साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में काम कर चुके हैं। वर्ष 2014 में उन्हें श्री राजन के स्थान पर मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था। आरबीआई के गवर्नर के तौर पर श्री राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को समाप्त हो रहा है। उनका जाना लगभग तय है ऐसे में श्री अरविंद सुब्रह्मण्यन को गर्वनर पद दिए जाने की अटकले हैं।

राजन के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार स्वामी के निशाने पर

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नयी दिल्ली 22 जून, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर किये गये हमले के ‘सकारात्मक’ परिणाम निकलने से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आज सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को अपना निशाना बनाते हुये उन्हें पद से हटाने की माँग की। श्री स्वामी ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकर के अड़ियल रवैये की वजह से ही वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़ा संविधान संशोधन विधेयक राज्यसभा में अटका है और इस आधार पर श्री सुब्रमण्यम को पद से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके पास 27 नौकरशाहों की सूची है और सबको वह एक एक कर ठिकाने लगायेंगे। श्री स्वामी ने राजन की क्षमता और राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाते हुये उन्हें रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से हटाने की माँग की थी। श्री राजन ने पिछले सप्ताह कहा कि वह चार सितंबर को समाप्त हो रहे कार्यकाल के बाद अध्ययन अध्यापन की दुनिया में लौटना चाहते हैं।

2300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी की मंजूरी

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नयी दिल्ली 22 जून, सरकार ने देश के इतिहास में अब तक की सबसे बडी 2300 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी और उसके आधार मूल्य को आज मंजूरी प्रदान कर दी। हालाँकि, स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) के मुद्दे को फिर से दूरसंचार नियामक ट्राई को भेज दिया गया। इस नीलामी से सरकार को करीब 5700 अरब रुपये मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहाँ हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी देते हुये वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि स्पेक्ट्रम नीलामी को मंजूरी दे दी गयी है, लेकिन एसयूसी के मुद्दे पर दूरसंचार आयोग और अटाॅर्नी जनरल की राय के बाद उसे फिर से ट्राई को भेजने के लिए कहा गया है। 

गत 07 जून को दूरसंचार आयोग ने सभी बैंडों में एसयूसी को ऑपरेटरों के सकल राजस्व के तीन प्रतिशत तक रखने का प्रस्ताव किया था, जबकि जनवरी 2014 में सरकार ने इस शुल्क को पाँच फीसदी पर रखने का निर्णय लिया था। अभी एसयूसी की गणना ऑपरेटर के कुल स्पेक्ट्रम पर की जा रही है। दूरसंचार आयोग ने यह भी प्रस्ताव किया था कि 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज बैंड में एक गीगाहर्ट्ज से अधिक स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली कंपनियों को 50 फीसदी राशि का भुगतान पहले करना होगा और शेष राशि का भुगतान 10 वर्षाें में दो वर्ष की छूट बाद करनी होगी। पहले कंपनियों को 33 फीसदी राशि का अग्रिम भुगतान करना पड़ता था। 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज और 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में एक गीगाहर्ट्ज से अधिक स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली कंपनियों को 25 फीसदी राशि पहले चुकानी होगी और शेष राशि 10 वर्षाें में देनी होगी।

बेगूसराय (बिहार) की खबर (21 जून)

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बेगूसराय में दस्तक देगा छात्र नेता कन्हैया

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प्रद्योत कुमार,बेगूसराय।राजनीति  क्षितिज का नया सितारा जे एन यू छात्र यूनियन का नेता एक जुलाई को अपने गृह ज़िला बेगूसराय के बीहट गाँव जहां के वो मूल निवासी हैं में मध्य विद्यालय,बीहट के परिसर में एक सभा को सम्बोधित करेंगे जो निश्चय ही उनके लिए गर्व की बात होगी क्योंकि ये वो जगह है जहाँ उनका बचपन यहां की मिट्टी में खेला है,उतनी ही फक्र की बात यहाँ के लोगों के लिए भी होगा क्यूंकि यहां का धरती पुत्र आज राष्ट्रीय फलक का एक नया राजनीतिक सितारा बन कर उभर आया है।भाकपा के अंचल मंत्री रामरतन सिंह ने बताया कि छात्र नेता कन्हैया कुमार 30 जून को ही यहां आयेगा और उसके स्वागत की भव्य तैयारी की गई है।अपने गाँव,अपने जन्मभूमि में इस रूप में आने का फक्र तो उन्हें भी महसूस हो रहा होगा।

नये ट्रेन के परिचालन से यात्रियों में उत्साह


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अरुण कुमार,मटिहानी,बेगुसराय।आज दिनांक 22 जून 2016 से रेल यात्री समिति के प्रयास से 3205 अप,3206 डाउन रेल सेवा की शुरुआत हुई है जो सहरसा से दानापुर भाया हाजीपूर जायेगी।जिसका उद्घाटन सहरसा स्टेशन से माननीय रेल मंत्री ने हरी झण्डी दिखा कर किया। ट्रेन का आगमन बेगुसराय स्टेशन प्लेटफार्म नम्बर एक पर हुआ,ट्रेन आते ही सभी यात्री,रेल यात्री समिति एवं बेगुसराय जिला कराटे संघ ने ताली बजाकर ट्रेन का भव्य स्वागत  किया।ट्रेन रुकने पर कराटे संघ के लड़के-लड़कियों ने चालाक तथा उप-चालाक को माला पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया।आगे यह ट्रेन नियमित जनहित-एक्सप्रेस के नाम से चलेगी।इस अवसर पर दैनिक रेल यात्री संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार सिन्हा ने ट्रेन का स्वागत करते हुए कहा कि बेगुसराय के यात्रियों को रात्रि में पटना,पाटलिपुत्र,दानापुर के सफ़र में काफी सुविधा मिलेगी।यह ट्रेन हाजीपुर होते हुए पटना दानापुर तक जाएगी।स्वागत में मुख्य रूप से दिलीप कुमार सिन्हा,स्वामी अरुणानंद स्वामी,विरेन्द्र कुमार,विष्णुदेव सिंह,कराटे संघ के सचिव गोविन्द कुमार,ड़ॉ• संजीव कुमार,कविता कुमारी,सुप्रिया कुमारी,लक्ष्मी कुमारी.मोहित कुमार,भावेश,प्रियांशु,बाबू साहेब,मुरारी कुमार,ललन कुमार,अमर,राजा,ऋतू राज,नन्दन कुमार,गोपाल राज, श्रवण कुमार आदि थे।ट्रेन को आगे की ओर प्रस्थान के लिए झण्डी दिखाते विदा किया। इस ट्रेन के परिचालन से यात्रियों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है कि बेगुसराय के यात्री रात्रि में पटना के लिए सफर करके उसी दिन अपना सारा कार्य करते हुए संध्या तक घर लौट सकेंगे।

मैसी ‘मैजिक’ से अर्जेंटीना फाइनल में

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ह्यूस्टन (टेक्सास) , 22 जून, बार्सिलोना के स्टार खिलाड़ी गोंजालो हिग्वेन के शानदार दो गोल और लियोनल मैसी तथा एजीक्वील लावेजी के एक-एक गालों की मदद से गत उपविजेता अर्जेंटीना ने अमेरिका को एकतरफा अंदाज में 4-0 से हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस हार के साथ ही मेजबान अमेरिका की टूर्नामेंट में चुनौती समाप्त हो गयी। इस मैच में अपने टीम की अगुवाई कर रहे स्टार खिलाड़ी मैसी मैच के 32वें मिनट में गोलकर के अपने देश की ओर से सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बन गये। मैसी ने अमेरिका के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में अपना 55वां अंतरराष्ट्रीय गोल करके यह उपलब्धि हासिल की। इस गोल के साथ ही पांच बार विश्व के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर के खिताब से नवाजे जा चुके मैसी ने गेब्रियन बतिस्तुता के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। बतिस्तुता के 78 मैच में 54 गोल हैं। टूर्नामेंट में अब मैसी के पांच गोल हो गये हैं। 

मैच की शुरुआत से ही अर्जेंटीना टीम मेजबान अमेरिका पर हावी रही। पहले हाफ के तीसरे मिनट में ही अर्जेंटीना के फॉरवर्ड एजीक्वील लावेजी ने हेडर से पहला गोल दागकर टीम का खाता खोल दिया। अमेरिका अभी संभल ही पाता कि मैच के 32वें मिनट में मैसी ने दूसरा गोलकर पहले हाफ तक अर्जेंटीना को मैच में 2-0 से आगे रखा। कांटे की टक्कर वाले इस मैच में अमेरिका के समर्थक यह उम्मीद कर रहे थे कि उनकी टीम दूसरे हाफ में वापसी करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अमेरिका को हालांकि कुछ मौके मिले, लेकिन उसके खिलाड़ी इन मौकों को गोल में तब्दील करने में असफल साबित हुए। दूसरे हाफ के 50वें मिनट में गोंजालो हिग्वेन ने एक और गोल दागकर स्कोर 3-0 पर पहुंचा दिया। इसके ठीक 36 मिनट बाद यानि के मैच के 86वें मिनट में हिग्वेन ने मैच का अपना दूसरा तथा टीम का चौथा गोलकर स्कोर 4-0 कर दिया आैर अमेरिका को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया। फाइनल में अब अर्जेंटीना का मुकाबला चिली और कोलंबिया के बीच खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा।

मैच की शुरुआत से ही अर्जेंटीना टीम मेजबान अमेरिका पर हावी रही। पहले हाफ के तीसरे मिनट में ही अर्जेंटीना के फॉरवर्ड लावेजी ने हैडर से पहला गोल दागकर टीम का खाता खोल दिया। अमेरिका अभी संभल ही पाता कि मैच के 32वें मिनट में मैसी ने दूसरा गोल कर पहले हाफ तक अर्जेंटीना को मैच में 2-0 से आगे रखा। कांटे की टक्कर वाले इस मैच में अमेरिका के समर्थक यह उम्मीद कर रहे थे कि उनकी टीम दूसरे हाफ में वापसी करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अमेरिका को हालांकि कुछ मौके मिले, लेकिन उसके खिलाड़ी इन मौकों को गोल में तब्दील करने में असफल साबित हुए। दूसरे हाफ में 50वें मिनट में गोंजालो हिग्वेन ने एक और गोल दागकर स्कोर 3-0 पर पहुंचा दिया। मैच के 86वें मिनट में हिग्वेन ने मैच का अपना दूसरा तथा टीम का चौथा गोल दाग कर स्कोर 4-0 कर दिया आैर अमेरिका को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

अंजू बॉबी जॉर्ज ने दिया इस्तीफा

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तिरुवनंतपुरम , 22 जून, विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली देश की एकमात्र महिला एथलीट लांग जंपर अंजू बॉबी जार्ज ने केरल राज्य खेल परिषद के अध्यक्ष पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया और परिषद की कार्यशैली की जांच कराने की मांग की। अंजू बॉबी ने एक संवाददाता सम्मेलन में केरल राज्य खेल परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। उनके साथ पैनल के 13 सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया है। खेल परिषद ने बुधवार सुबह अपनी बैठक की जिसमें अंजू ने सदस्यों को अपने फैसले से अवगत कराया अौर फिर संवाददाता सम्मेलन में अपने फैसले की सार्वजनिक घोषणा की। पूर्व एथलीट का आरोप है कि केरल के खेल मंत्री ईपी जयराजन ने उनका अपमान किया है। जयराजन ने अंजू पर अध्यक्ष पद के रुप में वित्तीय अनियमितताएं करने कथित रूप से आरोप लगाया था। अंजू ने संवाददाताओं से कहा,“ खेल किसी पार्टी या राजनीति के दायरे से बाहर है। मुझे खुशी थी कि मुझे खेल परिषद की अध्यक्ष बनने का मौका मिला था लेकिन दुर्भाग्य से वह काम नहीं हाे पाया जो मैं चाहती थी। इसलिये मैंने अपना पद छोड़ने का फैसला कर लिया है।” अंजू ने साथ ही कड़े शब्दों में कहा,“वे खेल को मार सकते हैं लेकिन खिलाड़ियों को हराया नहीं जा सकता।” 

अंजू को उम्मन चांडी के नेतृत्व वाली पिछली यूडीएफ सरकार ने खेल परिषद के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया था। खेल परिषद के अन्य सदस्यों में भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश, वालीवॉल खिलाड़ी टॉम जोसफ आैर एथलीट प्रीजा श्रीधरन शामिल हैं। जयराजन के आरोपों के बाद भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) अंजू जॉर्ज के बचाव में आगे आया था। आईओए ने कहा था कि आईएएएफ विश्व एथलेटिक्स फाइनल की स्वर्ण पदक विजेता और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य विजेता एथलीट अंजू के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना बेहद दुखद और गैर जरूरी है। आईओए ने केरल के मुख्यमंंत्री पिनारायी विजयन से अपील की थी कि वह अंजू बॉबी को समर्थन दें और उनका सहयोग करें। इससे पहले भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने अंजू बॉबी के समर्थन में आगे आते हुये केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन से उन्हें समर्थन देने की अपील की थी। 
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