नयी दिल्ली, 12 जुलाई, एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक दिलाकर भारत को सीधे रियो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कराने वाले स्टार मिडफील्डर सरदार सिंह को दरकिनार करते हुये स्टार गोलकीपर पी आर श्रीजेश को इन खेलों के लिये भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी सौंपी गई है जबकि महिला टीम की कप्तान सुशीला चानू बनाई गई हैं। हॉकी इंडिया(एचआई) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह , केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल, बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) के महासचिव राजीव मेहता की उपस्थिति में रियो ओलंपिक के लिये भारत की 16 सदस्यीय पुरूष और महिला टीमों की घोषणा की। भाजपा अध्यक्ष शाह ने दोनों टीमों के कप्तान और विजय गोयल ने दोनों टीमों के उपकप्तानों का एलान किया। स्टार गोलकीपर श्रीजेश को पुरूष टीम का कप्तान और जबरदस्त फारवर्ड एस वी सुनील को उपकप्तान बनाया गया जबकि डिफेंडर सुशीला चानू को महिला टीम की कप्तान और डिफेंडर दीपिका को उपकप्तान बनाया गया। सरदार की कप्तानी बेशक छिनी है लेकिन वह टीम के अहम सदस्यों में शामिल है। इस अवसर पर दोनों टीमों के खिलाड़ी , कोच और सपोर्ट स्टाफ के सदस्य मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष लियांद्रो नेग्रे भी इस अवसर पर मौजूद थे।
भारत को 36 साल के लंबे अंतराल के बाद ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कराने वाली महिला टीम की कप्तान रितू रानी को पहले ही टीम से हटा दिया गया था जबकि सरदार को टीम में बरकरार तो रखा गया है लेकिन उनकी कप्तानी छीन ली गई है। इस तरह ओलंपिक के लिये अपनी कप्तानी में भारतीय टीमों को क्वालीफाई कराने वाले दोनों खिलाड़ियों में एक की टीम से छुट्टी हो गई है तो दूसरे की कप्तानी छिन गई है। श्रीजेश की कप्तानी में भारत ने हाल में लंदन में हुई एफआईएच चैंपियंस ट्राफी में शानदार प्रदर्शन करते हुये पहली बार फाइनल में पहुंचकर रजत पदक हासिल किया था। चैंपियंस ट्राफी के बाद स्पेन में छह देशों के टूर्नामेंट में सरदार कप्तान बने लेकिन टीम पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच जीत पाई और सरदार का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। सरदार के ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों ने भी उनकी कप्तानी छिनने में कहीं न कहीं कोई भूमिका निभाई है। हालांकि सरदार ने इसे व्यक्तिगत मामला बताते हुये इस बात को खारिज कर दिया कि इसका कप्तानी से कोई लेना देना है। दूसरी ओर नये कप्तान बने श्रीजेश ने कहा“ इस टूर्नामेंट में पदक जीतने के लिये एक टीम के रूप में खेलना सबसे ज्यादा जरूरी होगा।” भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस अवसर पर कहा“ दोनों टीमों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सरकार और भाजपा की ओर से हमारी शुभकामनाएं। बड़ी आशाओं और बड़े फख्र के साथ दोनों टीमें ओलंपिक में उतरेंगी। पूरे देश को उनसे बहुत उम्मीदें हैं। हॉकी का हमारा गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि भव्य भूतकाल की तरह हॉकी में हमारा भविष्य भी उज्जवल हो। हमें दोनों टीमों से पदक की उम्मीद है लेकिन पुरूष टीम से तो स्वर्ण पदक की खासी उम्मीद है।”
खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा“ पुरूष और महिला टीमों का हम इस अवसर पर अभिनंदन करते हैं। 125 करोड़ देशवासियों की शुभकामनाएं इनके साथ हैं। पुरूष टीम ने चैंपियंस ट्राफी में शानदार प्रदर्शन कर रजत पदक जीता था और हम उम्मीद करते हैं कि टीम रियो में भी ऐसा ही प्रदर्शन करेगी। साई और सरकार की ओर से इन टीमों को हमने पूरा समर्थन दिया है।” हॉकी इंडिया के अध्यक्ष बत्रा ने कहा“ हमारी टीमों ने ओलंपिक के लिये इस वर्ष बहुत अच्छी तैयारी की है और मैं गर्व से कह सकता हूं कि पिछले कई वर्षों में ये टीमें एक बेहतर ईकाई के तौर पर दिखाई दे रही है। इन टीमों का चयन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुये किया गया है। हमारी पुरूष टीम लंदन ओलंपिक के बाद 13वीं रैंकिंग से अब पांचवीं रैंकिंग पर पहुंच गई है। हमारी उम्मीदें बहुत ऊंची हैं और हम आशा करते हैं कि रियो में पूरे भारतीय दल में हॉकी का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण होगा।” टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने कहा“ अगर आप हमारा हाल का प्रदर्शन देखें तो हमने दुनिया को दिखाया है कि हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं। हमारा लक्ष्य ओलंपिक में कुछ कर दिखाना है। ओलंपिक में भारतीय हॉकी का प्रतिनिधित्व करने जा रही यह टीम सर्वश्रेष्ठ है और मेरा मानना है कि यह काफी अच्छे परिणाम देगी। हम एक अरब लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहेंगे।” महिला टीम के कोच नील हावगुड ने कहा“ इन लड़कियों के लिये यह एक ऐतिहासिक मौका है। हमारा पहला लक्ष्य क्वार्टरफाइनल में पहुंचना है जो हम कर सकते हैं। इन खिलाड़ियों ने यहां तक पहुंचने के लिये कड़ी मेहनत की है और टीम ने अभ्यास शिविरों में जो सीखा है अब उसे मैदान पर अमल में लाने की बारी आ गई है।”
इस अवसर पर पूर्व हॉकी कप्तान और देश के सर्वश्रेष्ठ फारवर्डों में एक धनराज पिल्लै भी मौजूद थे जिन्होंने हर खिलाड़ी का नाम लिये जाने और उसके मंच पर पहुंचने पर तालियां बजाते हुये उत्साहवर्धन किया। धनराज ने साथ ही पुरूष टीम को ओलंपिक के लिये सर्वश्रेष्ठ टीम भी बताया। ओलंपिक के लिये कप्तान बने श्रीजेश ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 156 मैच और सुशीला चानू ने 112 मैच खेले हैं। पुरूष टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी सरदार सिंह ने 247 मैच और वी आर रघुनाथ ने 214 मैच खेले हैं। टीम के उपकप्तान एस वी सुनील ने 190 मैच खेले हैं। पुरूष टीम में जूनियर टीम के दो खिलाड़ियों हरमनप्रीत सिंह अौर सुरेंद्र कुमार को उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत शामिल किया गया है। महिलाओं में उपकप्तान दीपिका 172 मैचों के साथ सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। पूनम रानी ने 159, रानी ने 154 और वंदना कटारिया ने 139 मैच खेले हैं। 16 सदस्यीय टीमों के अलावा दो दो वैकल्पिक खिलाड़ी भी चुने गये हैं जो इन टीमों के साथ रियो जाएंगे।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
पुरूष टीम-
गोलकीपर-पी आर श्रीजेश (कप्तान)।
डिफेडर-हरमनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, कोठाजीत सिंह, सुरेन्दर कुमार, वी आर रघुनाथ।
मिडफील्डर-मनप्रीत सिंह,सरदार सिंह, एस के उथप्पा, दानिश मुज्तबा, देविन्दर वाल्मीकि, चिंगलेनसाना सिंह।
फारवर्ड-एस वी सुनील(उपकप्तान), आकाशदीप सिंह, रमनदीप सिंह, निकिन तिमैया।
वैकल्पिक खिलाड़ी- प्रदीप मोर(मिडफील्डर) और विकास दहिया(गोलकीपर)।
महिला टीम-
गोलकीपर-सविता (कप्तान)।
डिफेडर-सुशीला चानू(कप्तान)दीप ग्रेस एक्का, दीपिका(उपकप्तान),नमिता टोपो, सुनीता लाकड़ा।
मिडफील्डर-नवजोत कौर,मोनिका,निक्की प्रधान, रेणुका यादव, लिलिमा मिंज।
फारवर्ड- अनुराधा देवी थाेकचोम ,पूनम रानी,वंदना कटारिया, रानी, प्रीति दुबे।
वैकल्पिक खिलाड़ी- नियालुम लाल रुआत फेली(डिफेंडर) और रजनी एटीमारपू ।