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राहुल ने भाजपा के घोषणा-पत्र पर उठाए सवाल

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rahul in sirsa
लोकसभा चुनाव के लिए अब तक घोषणा-पत्र जारी करने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की असफलता पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को तीखे प्रहार किए। राहुल गांधी ने रविवार को हरियाणा के सिरसा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चुनावी जनसभाएं की और कहा कि भाजपा सिर्फ हवाई गुब्बारे फुला रही है, जो जल्द ही फूट जाएंगे। राहुल ने सिरसा में एक चुनावी रैली में कहा, "भाजपा अपना घोषणा-पत्र तक जारी नहीं कर पा रही, जबकि दो दिनों में मतदान शुरू होने वाले हैं। उनके पास आपके लिए अब तक कोई घोषणा-पत्र नहीं है।"

सिरसा से कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद अशोक तंवर को ही दोबारा मैदान में उतारा है। भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तंवर ने राहुल के काफी करीब रहकर काम किया है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने अपना घोषणा-पत्र तैयार करने से पहले समाज के हर वर्ग से राय ली और उसके बाद ही जारी किया। राहुल ने कहा, "भाजपा ने 2004 'इंडिया शाइनिंग'का गुब्बारा उड़ाया था जो कि फूट गया। 2009 में भी उनके गुब्बारे की हवा निकल गई। अब उन्होंने गुजरात मॉडल नामक गुब्बारे में गैस भरी है। उनका यह गुब्बारा भी फट जाएगा।"राहुल ने कहा कि भाजपा द्वारा प्रचारित गुजरात के विकास मॉडल की दूसरे राज्यों को कोई जरूरत नहीं है।

उन्होंने अपने भाषण में भाजपा पर जमकर प्रहार किया और कहा, "हरियाणा कई मायनों में गुजरात से आगे है। हरियाणा को गुजरात के विकास मॉडल की कोई जरूरत नहीं है। हरियाणा मॉडल विकास का सबसे अच्छा मॉडल है।"रविवार को ही दिल्ली में भी एक चुनावी रैली में राहुल ने भाजपा द्वारा घोषणा-पत्र जारी करने में देरी पर भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला किया।

राहुल ने कहा, "हमने पहले छह महीने तक समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से राय ली फिर अपना घोषणा-पत्र तैयार किया। भाजपा ने अब तक अपना घोषणा-पत्र क्यों नहीं जारी किया। उन्हें इसके लिए जनता से पूछने की कोई जरूरत ही महसूस नहीं होती, क्योंकि उनका मानना है कि सिर्फ एक व्यक्ति (मोदी) ही सही और गलत के बारे में सोच सकता है।"राहुल ने एक वर्ष पुरानी आम आदमी पार्टी (आप) पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली में आप को सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया, क्योंकि हमें लगा कि आप को जनता ने अपना समर्थन दिया है। "लेकिन वे सरकार चलाने से ही भाग गए।"

आयोग ने एग्जिट पोल पर बंदिश की याद दिलाई

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exit poll
सोमवार से शुरू होने जा रहे नौ चरणों वाले मतदान को देखते हुए चुनाव ने रविवार को मीडिया को मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक एग्जिट पोल पर लगे प्रतिबंध से संबंधित अपनी अधिसूचना की याद दिलाई है। आयोग ने 3 अप्रैल को अधिसूचना जारी की थी। रविवार को आयोग ने कुछ दैनिकों में प्रतिबंध से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित कराया है।

दिल्ली के मुख्य निर्वाची अधिकारी द्वारा जारी विज्ञापन में कहा गया है, "जन साधारण खास तौर से समाचार ब्यूरो, मीडिया घरानों, रेडियो और टीवी चैनलों का चुनाव आयोग की 3 अप्रैल को जारी अधिसूचना की तरफ ध्यान दिलाया जा रहा है। अधिसूचना में एग्जिट पोल और ओपीनियन पोल एवं अन्य मत सर्वेक्षणों के प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया या अन्य किसी माध्यम में प्रकाशन अथवा प्रसारण को प्रतिबंधित किया गया है।"सोमवार को असम के 14 में से 5 और त्रिपुरा के दो में से एक में मतदान होंगे। इसके बाद 12 मई तक मतदान के आठ दौर होंगे।

चुनाव के बाद जाहिर होगा तृणमूल-भाजपा का रिश्ता : वाम मोर्चा

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biman bose
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने हाल ही में दो पार्टियों के बीच का 'खेल'कहकर की भाजपा की कटु आलोचना की थी, जिसके जवाब में मुख्य विपक्षी वाम मोर्चा ने रविवार को कहा कि दोनों दलों के बीच सहमति का खुलासा लोकसभा चुनाव के बाद हो जाएगा। वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय मुजफ्फर अहमद भवन में मीडिया से बातचीत में कहा, "तृणमूल का भाजपा पर हमला दोनों के बीच महज लेन-देन का खेल है। दोनों के बीच आपसी सहमति है। चुनाव के बाद उनके तालमेल को सभी देखेंगे।"

एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने चुनावी रैलियों में ममता के हवाई दौरों पर हैरत जताई और कहा कि इसके बावजूद मुख्यमंत्री दावा करती हैं कि उनकी पार्टी 'वित्तीय रूप से गरीब'है। उन्होंने तृणमूल द्वारा ममता को 'ईमानदारी का प्रतीक'बताए जाने की भी खिल्ली उड़ाई। उन्होंने सवाल उठाया, "यदि उनकी छवि इतनी ही बेदाग है तो वे यह क्यों नहीं बतातीं कि किस चिट फंड के मालिक ने उनकी पेंटिंग खरीदी?"बोस ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के 'तथाकथित विकास प्रयासों'को 'झूठ का पुलिंदा'बताते हुए एक किताब प्रकाशित की है।

(आईआईटी) जेईई (मुख्य) परीक्षा में 14 लाख छात्र शामिल

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iit jee exam
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा रविवार को आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य)-2014 में करीब 14 लाख छात्र उपस्थित हुए। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) तथा भारत में केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित अन्य प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थानों में दाखिला मिलेगा। परीक्षा देशभर के 150 केंद्रों पर हुई और इसका परिणाम तीन मई को प्रकाशित होगा।

यह पत्र आधारित ऑफलाइन परीक्षा थी। ऑनलाइन परीक्षा 9,11 और 12 अप्रैल को होगी। परीक्षा के बाद एक परीक्षार्थी यश राज जैन ने कहा, "आज की परीक्षा बहुत आसान थी। मुझे 120 से अधिक अंक आने की उम्मीद है।"एक अन्य परीक्षार्थी बॉबी सिंह ने कहा कि उसे गणित विषय के प्रश्न कठिन लगे लेकिन अन्य विषयों के प्रश्न आसान लगे। मोहित शर्मा ने कहा, "रसायन विज्ञान और भौतिकी के प्रश्न आसान थे, लेकिन गणित के प्रश्न कठिन थे।"

एफआईआईटीजेईई के विशेषज्ञ रमेश बटलिश ने कहा कि जेईई (मुख्य) के प्रथम पत्र में उत्तीर्ण होने वाले विविध श्रेणियों के सिर्फ शीर्ष 1,50,000 छात्रों को जेईई (एडवांस्ड) में शामिल होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, "समकक्ष 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शीर्ष 20 पर्सेटाइल के दायरे में आने वाले और जेईई (एडवांस्ड) उत्तीर्ण करने वाले परीक्षार्थियों को भी आईआईटी की प्रतिभा सूची में शामिल किया जाएगा।"

तीसरे मोर्चे के नेता पर कोई विवाद नहीं : मुलायम

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Mulayam Singh yadav
समाजवादी पार्टी(सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने रविवार को कहा कि तीसरे मोर्चे का वही नेता चुना जाएगा जिसके दल की सबसे ज्यादा सीटें होंगी।  पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि चुनाव बाद केंद्र में तीसरे मोर्चे की सरकार बननी तय है। 

उन्होंने कहा कि, "तीसरे मोर्चे का नेता कौन होगा, इसमें कोई विवाद नहीं होगा। जिसके दल की सबसे ज्यादा सीटें होंगी वही नेता चुना जाएगा।"उन्होंने कार्यकर्ताओं और लोगों से अपील की कि वे सपा उम्मीदवारों को जिताएं, जिससे सपा एक बड़ी ताकत बने और केंद्र में उसकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हो।

मुजफ्फरनगर हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मुलायम ने कहा, "हमारी पूरी कोशिश रही कि पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद की जाए। सपा सरकार ने हिंसा पीड़ितों की इतनी मदद की जितनी किसी और सरकार द्वारा हिंसा पीड़ितों की नहीं की गई।"उन्होंने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर पर साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा वोट की खातिर भाईचारा तोड़ने की कोशिश कर रही है।

विवादित बयान पर अमित शाह के खिलाफ मामला दर्ज

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amit shah
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव अमित शाह पर कुछ दिनों पहले भड़काऊ भाषण देने के आरोप में रविवार को मामला दर्ज कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी और बताया कि अमित शाह को कुछ दिनों पहले मुजफ्फरनगर दंगों का 'बदला'लेने संबंधी बयान देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के निकट सहयोगी अमित शाह पर बिजनौर प्रशासन ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 153(ए) और 125 के तहत मामला दर्ज किया है।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार के इस मामले पर आगे आने के बाद शाह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। निर्वाचन आयोग ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है, और अमित शाह के बयान वाली एक सीडी नई दिल्ली स्थित निर्वाचन आयोग के मुख्यालय भी भेज दी गई है।

एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा, "निर्वाचन आयोग ने मामले को संज्ञान में ले लिया है और यदि शाह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई के बारे में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।"

कार्रवाई न किए जाने पर सख्त कदम उठाया जाएगा : संपत

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v s sampat
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) वी. एस. संपत ने रविवार को अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि 'भेदभाव'बरते जाने 'पक्षपातपूर्ण आचरण'किए जाने या 'कार्रवाई न किए जाने'पर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ और राजनीतिक दलों, नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और आय कर अधिकारियों के साथ पश्चिम बंगाल में कई दौर की बैठक करने के बाद संपत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अधिकारियों से आदर्श आचार संहिता को गंभीरता से लिए जाने और सख्ती से लागू करने के आदेश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा, "आयोग स्पष्ट कर देना चाहता है कि किसी भी स्तर के किसी भी अधिकारी यदि भेदभाव करने, पक्षपात करने या कार्रवाई न करने का मामला सामने आया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"राज्य में विपक्षी दलों द्वारा विभिन्न जिलों में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों पर लगातार पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाए जाने का आरोप लगाने के बाद चुनाव आयोग की तरफ से यह चेतावनी जारी की गई।

टी-20 विश्व कप : भारत को हराकर श्रीलंका बना चैम्पियन

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kumar sangakara
श्रीलंका क्रिकेट टीम अपने करियर का अंतिम टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे कुमार संगकारा (नाबाद 52) की शानदार अर्धशतकीय पारी और अपने गेंदबाजों को उम्दा प्रदर्शन की बदौलत ने रविवार को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत को छह विकेट से हराकर ट्वेंटी-20 विश्व कप का खिताब जीत लिया। श्रीलंका ने पहली बार ट्वेंटी-20 विश्व कप जीता है। श्रीलंकाई टीम ने 1996 के आईसीसी 50 विश्व कप की यादगार सफलता बाद पहली बार आईसीसी के किसी इलीट आयोजन का खिताब हासिल किया है। बांग्लादेश में बीते महीने एशिया कप की खिताबी सफलता से प्रेरित श्रीलंकाई टीम लगातार तीन बार फाइनल में स्थान बनाने का बाद टी-20 का सरताज बन सकी।

भारत ने श्रीलंका के सामने 131 रनों का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए उसने 17.5 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। विजेता टीम की ओर से संगकारा के अलावा अपना अंतिम मैच खेल रहे माहेला जयवर्धने ने 24 और थिसिरा परेरा ने नाबाद रनों का योगदान दिया। साथ ही तिलकरत्ने दिलशान ने 18 रन बनाए। परेरा ने 14 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। परेरा ने ही विजयी चौका लगाया। संगकारा की 35 गेंदों का सामना कर छह चौके और एक छक्का जड़ा। भारत की ओर से मोहित शर्मा, अमित मिश्रा, रविचंद्रन अश्विन और सुरेश रैना ने एक-एक सफलता हासिल की।

इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने विराट कोहली (77) की शानदार पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 130 रन बनाए। पारी की अंतिम गेंद पर रन आउट होने वाले कोहली ने 58 गेंदों पर पांच चौके और चार छक्के लगाए। यह उनका अब का सर्वोच्च टी-20 स्कोर है। भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही। उसने सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (3) का विकेट मात्र चार रनों के कुल योग पर गंवा दिया था लेकिन इसके बाद कोहली और रोहित शर्मा (29) ने दूसरे विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की।

यह साझेदारी 54 गेंदों पर हुई। रोहित का विकेट 64 के कुल योग पर गिरा। रोहित ने 26 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए। उन्हें रंगना हेराथ ने आउट किया। रोहित के बाद युवराज (11) विकेट पर आए लेकिन वह बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। युवराज ने 21 गेंदें खेलीं और निराशाजनक बल्लेबाजी की। युवराज के विकेट पर रहते कोहली ने जमकर रन बटोरे लेकिन दूसरे छोर पर युवराज की नाकामी पर खीझते नजर आए।

युवराज का विकेट 119 रनों के कुल योग पर गिरा लेकिन इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 4, सात गेंद) ने भी अपनी छवि के साथ न्याय नहीं किया और रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए। अंत के चार ओवरों में भारतीय टीम निराशाजनक तौर पर सिर्फ 19 रन बना सकी। श्रीलंका की ओर से हेराथ ने चार ओवरों में सिर्फ 23 रन दिए और एक सफलता हासिल की जबकि सचित्र सेनानायके ने चार ओवरों में 22 रन खर्च करते हुए एक विकेट लिया। एंजेलो मैथ्यूज को भी एक सफलता मिली।

श्रीलंका के दो महान बल्लेबाज-कुमार संगकारा और माहेला जयवर्धने ने फाइनल मुकाबले के बाद टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया। ये दोनों श्रीलंका ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे सफल ट्वेंटी-20 बल्लेबाजों में शामिल हैं। जयवर्धने ने अपनी अंतिम टी-20 पारी में 24 और संगकारा ने नाबाद 52 रन बनाए।

श्रीलंका और भारत की टीमें बीते तीन साल में दूसरी बार किसी आईसीसी आयोजन के फाइनल में भिड़ीं। 2011 में दोनों टीमें 50 ओवर के विश्व कप के फाइनल में भिड़ी थीं, जिसमें भारत विजयी रहा था। इस तरह श्रीलंका ने तीन साल पहले खिताबी मुकाबले में मिली हार का हिसाब बराबर कर लिया।

श्रीलंकाई टीम ने साथ ही धौनी को चौथा आईसीसी इलीट खिताब जीतने से भी रोक दिया। भारत ने धौनी की कप्तानी में 2007 में आयोजित टी-20 विश्व कप के पहले संस्करण का खिताब जीता था। 2011 विश्व कप के अलावा भारत बीते साल चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब जीता है।

मोदी के लिए संघ और कारपोरेट कर रहे काम : शिवानंद तिवारी

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shivanand tiwari
संघ और कारपोरेट घरानों को लोकतंत्र विरोधी करार देते हुए जनता दल (युनाइटेड) से निष्कासित सांसद शिवानंद तिवारी ने रविवार को आरोप लगाया कि दोनों ने भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए हाथ मिला लिया है। तिवारी ने कहा, "इतिहास में पहली बार लोकसभा चुनाव में संघ (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) और कारपोरेट घरानों ने खुले रूप से एक व्यक्ति (नरेंद्र मोदी) के लिए हाथ मिला लिया है।"

यहां से आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी योगेंद्र यादव के पक्ष में प्रचार करने आए तिवारी ने कहा, "लोग यादव को संसद में अपने प्रतिनिधि के रूप में देखना चाहते हैं।"उन्होंने कहा, "मैंने तीन दिनों तक उत्तर पूर्वी दिल्ली में आप के प्रत्याशी आनंद कुमार के लिए काम किया। पिछले नौ दिनों से गुड़गांव में योगेंद्र यादव का प्रचार कर रहा हूं और इसके बाद में वाराणसी जाऊंगा जहां आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मोदी को चुनौती दी है।"तिवारी लोहिया विचार मंच के बैनर तले आप के प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं।

बिहार : इधर से हट जाए और वहां पर जाकर रह जाए..........

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bihar news
पटना। गांधी के देश में अहिंसात्मक आंदोलन करने वालों के कद्र नहीं। आप सही मायने में कुछ मुद्दों को उठाकर सत्याग्रह करते हैं। आप लाखों बार गांधीगीरी करके देख लें। बिहार सरकार के समक्ष किसी तरह की सुनवाई नहीं होती। अब तो सरकार ही संस्था बनाकर फंड का उपयोग कर रही है। इसी लिए सरकार किसी फंडी एजेंसी से प्रायोजित सत्याग्रह समझ कर सत्याग्रह को तवज्जों ही नहीं देती है। इसी के तहत रूपसपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत टेसलाल वर्मा नगर के आवासीय भूमिहीनों के संग व्यवहार किया है। एक दशक से अधिक ही विस्थापितों को पुनर्वास करने की मांग को सरकार अनदेखी करके रख दी। केवल इधर से हट जाए और वहां पर जाकर रह जाए करके ठग दी। 

 जन संगठन एकता परिषद केे नेतृत्व में टेसलाल वर्मा नगर के करीब 274 आवासहीन भूमिहीन परिवार के लोग गांधी, विनोबा, जयप्रकाश के मार्ग पर चलकर अहिंसक आंदोलन किए। लोकनायक जयप्रकाश के शिष्य कहलाने वाले पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आवासहीन भूमिहीन विस्थापितों के पक्षधर नहीं बने। इसका खामियाजा टेसलाल वर्मा नगर के वंचित समुदाय को भुगतना पड़ा। इन गरीबों को पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों ने आखिरकार सभी को दीवार के उस पार कर देने में कामयाब हो गए। रेलवे की दीवार और दीघा नहर के बगल में बची जमीन पर रहने को बाध्य हो गए हैं। लोगों ने आवाजाही करने के लिए मुर्गी के घर के दरवाजा की तरह दीवार तोड़कर राह तलाश लिए हैं। 

bihar news
तब रेल और दीघा नहर से खतराःपूर्व मध्य रेल ने पाटलिपुत्र स्टेशन के रेलखंड से झोपड़ी नसीब वालों को दीवार के उस पार करने में सफल हो गया। दीवार के उस पार पर फिल्म बनायी जा सकती है। जो अहिंसात्मक आंदोलन करने वालों पर आधारित हो सकता है। कैसे लोगों को संगठित करके सत्याग्रह किया जाता है। सत्याग्रह करने के दरम्यान तेतरी देवी नामक महिला शहीद हो जाती हैं। इस आंदोलन को दबाने के लिए आंदोलनकारियों पर दफा 107 लगाकर दानापुर एसडीओ के द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। दानापुर प्रखंड परिसर में 9 माह सत्याग्रह किया गया। 

महामहिम राज्यपाल से लेकर सीओ तक गुहार लगाया गया। उसी तरह पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों के समक्ष फरियाद किया गया। विभिन्न विभागों में मैराथन दौड़ लगाया गया। आज कुआं खोदो और आज ही पानी पीने वाले विस्थापित किस तरह से वसूल करके माननीय उच्च न्यायालय पटना में जनहित याचिका दर्ज किए। न्यायालय के आदेश को किस तरह से प्रशासन ठेंगा दिखाया। स्थानीय मीडिया के दबाव कायम करने के बाद भी विस्थापितों को पुनर्वास नहीं किया गया। विस्थापित करने के पहले पुनर्वास करने की सरकारी व्यवस्था होने के बाद भी पुनर्वास योजना से लोगों को लाभान्वित नहीं किया गया। इतना होने के बाद भी कल्याणकारी सरकार और रेलवे अधिकारियों के द्वारा लोगों को पुनर्वास नहीं किया गया। 

इतना करने के बाद भी अहिंसात्मक आंदोलन हिंसक आंदोलन में तब्दील नहीं हुआ। अधिकारियों के द्वारा आश्वासन और वादा करके आंदोलनकारियों को ठगा गया। आखिर किस तरह के नेतृत्व से प्रभावित थे। जो हिंसात्मक आंदोलन करके सरकार को बेदम नहीं कर सके। एक बार भी आंदोलन के तहत किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी। केवल कहा गया कि आप लोगों को नहीं हटाया जाएगा। नहीं हटाया जाएगा कहकर अपने कार्य अधिकारी करते चले गए। इधर से हट जाए और वहां पर जाकर रह जाए। ऐसा कहकर खेल ही समाप्त कर दिए। 



आलोक कुमार
बिहार 

भदोही : माफिया को जो हरायेगा उसी को पड़ेगा वोट

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  • न मोदी लहर, न जाति-बिरादरी, न गोत्र-मजहब, सिर्फ माफिया भगाओं भदोही बचाओं की लहर 
  • जीत-हार में मुस्लिम मत निर्णायक भूमिका में, अगर बैकवर्ड कार्ड चला तो नतीजे चैकाने वाले होंगे 
  • लगातार तीन बार से काबिज बसपा में इस बार भी सेंध लगाना तिल से तेल निकालना जैसा ही 
  • बड़े पैमाने पर मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण नहीं हुआ तो भाजपा-बसपा के बीच होगी जंग 


bhadohi candidate
पूर्वांचल में माफियाओं के खिलाफ भले ही लोग बोलने से कन्नी काटते हो, लेकिन भदोही में ठीक उलट है। यहां न मोदी लहर है, न जाति-बिरादरी, न गोत्र-मजहब। लहर है तो सिर्फ माफिया भगाओं भदोही बचाओं। इसके लिए खुलकर तो नहीं अंदर ही अंदर लोग किसी भी हद तक जाने की तैयारी कर रहे है। शहर हो या देहात हर तरफ दबी जुबान से इसारों ही इसारों में कहते देखा जा रहा, हमारा वोट उसी को जो माफिया को हराये। खासकर जदयू से सीनियर एडवोकेट तेजबहादुर यादव के मैदान में कूदने से लड़ाई दिलचस्प हो गई है। पिछड़ा हो या मुस्लिम या फिर बुनकर, व्यापारी व निर्यातक सबके सब जिताउ उम्मीदवार को ही समर्थन देने के मूड में है। बाजी किसके हाथ लगेगी यह तो 16 मई की गणना के बाद पता चलेगा, लेकिन मुजफ्फरनगर की पीड़ा का सार्वजनिक सियासी इस्तेमाल व सुप्रीम कोर्ट की मुहर लगने के बाद मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण तेजी से बदला है, ऐसे में किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार में मुस्लिम मत निर्णायक भूमिका में है। खासकर 14 फीसदी फ्लोटिंग वोट फाइटर प्रत्याशी के लिए सोने पे सुहागा साबित तो होंगे ही, अगर बैकवर्ड कार्ड चला तो नतीजे चैकाने वाले होंगे। वैसे भी लैपटाप न पाने से लाखों युवा पहले से ही खार खाएं बैठे है। 

bhadohi candidate
यहां भाजपा से दो बार सांसद रहे वीरेन्द्र सिंह मस्त, बसपा से पूर्वमंत्री राकेशधर त्रिपाठी, सपा से बाहुबलि विधायक विजय मिश्रा की बेटी सीमा मिश्रा, कांग्रेस से सरताज इमाम, जदयू से तेजबहादुर यादव, प्रमसपा से जयप्रकाश मौर्या चुनाव मैदान में है। गेद अपने पाले में डालने के लिए सभी हर हथकंडे अपना रहे है। लगातार तीन बार से काबिज बसपा में इस बार भी सेंध लगाना तिल से तेल निकालना जैसा ही है, लेकिन मौजूदा सियासी समीकरण ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। भाजपा की दमदार उपस्थिति व कमल की खुशबू बिखेरने के लिए बसपा को परेशान कर सकती है। हाल के चुनावों में सपा दुसरे नंबर पर रही है। ऐसे में अगर बड़े पैमाने पर मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण नहीं होता है तो भाजपा-बसपा के बीच जंग हो सकती है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रत्याशी पुरानी घटनाओं को भी चुनावी मुद्दे के रुप में उछाल रहे है। मुद्दों की चर्चा गांव की चैपालों से लेकर शहर के चट्टी-चैराहों पर हो रही है। धनापुर के प्रमोद मिश्रा कहते है-दगा किसी का सगा नहीं। कुरेदने पर कहा- यहां तो ब्राह्मण ही ब्राह्मण का हत्यारा है। पूर्व सांसद गोरखनाथ पांडेय के भाई की नृशंस हत्या के मामले में तीन-पांच के घनचक्कर में भले ही आरोपी बरी हो गया, लेकिन सच्चाई किसी से छिपी नहीं। भागवतपुर-केडवरिया के अनुज पांडेय कहते है कि कहने के लोग तिहरेकांड में मारे गए सूर्यनारायण शुक्ला के हत्यारों को सजा दिलाने का दंभ भरते है, लेकिन पूरा जिला जानता है कि लड़ाई वर्चस्व व ठेकेदारी की रही। आरोपी को सजा दिलाकर पूरे जनपद में सड़क से लेकर बालू खनन तक पर कब्जा कर लिया गया है। 
bhadohi candidate
ब्राह्मण समाज घडि़याली आंसू बहाने वाले को समझ चुकी है, इंतजार है तो बस उस वक्त का। हडि़या के शरद यादव व सलीम अंसारी, औराई के घनश्याम बिन्द व कमालुद्दीन भदोही के रामबलि यादव व कलाम अंसारी कहते है पिछले दिनों ताबड़तोड़ एक के बाद कालीन उद्यमियों, बायर एजेंटो, पत्रकारों सहित आम गरीब जनमानस सरेराह सड़कों पर पुलिस ने किसके इसारे पर लोगों को पीटा, जगह-जगह फर्जी मुकदमें दर्ज कर अवैध वसूली की गयी। गोपीगंज, औराई, मोढ़, सुरियावा, जंगीगंज, चैरी, ज्ञानपुर, डीघ सहित पूरे जनपद में जगह-जगह लोगों की जमीन कब्जा व लूटपाट किया गया। कार्यालय में दिनदहाड़े घुसकर एबीएसए रितुराज को मारा गया, निर्माणाधीन अस्पताल ठेकेदार से रंगदारी व कईयों से फिरौती वसूली गयी। गुंडई के बल पर जीते हुए ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी को हरा दिया गया। दरोपुर में साम्प्रदायिक हिंसा में किसकी मौजूदगी में बवाल हुआ। किस विधायक का सिर फटा, लेकिन मुजरिम आमजनमानस क्यों हुआ। लापरवाह अधिकारियों व संबंधित घटनाक्रम में शामिल लोगों पर कार्यवाही सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी उन पर माफिया विधायक का छत्रछाया रहा। यह सवाल हर जुबा पर है। 

जनता सब जानती है। अधिकारी चुप है, क्योंकि सब खेल दबंग गठजोड़ का है। दबी जुबा पर इसकों हर लेबल पर अधिकारी से लेकर राजनेता तक भी मानते है। यही वजह है कि सड़क निर्माण के 3 साल तक ठेकेदार की जिम्मेदारी होने के बावजूद लापरवाही पर कार्यवाही नहीं होती। निर्माण के दो-तीन माह बाद ही सड़के उखड़ जा रही है। कागजों में सब ओके है। ऐसे में किसी को कौन टोके इसलिए जनता की आवाज दब जाती है। असल में होता यूं है कि विभाग ठेकेदारों को सड़क बनाने का टेंडर देता है और यह टेंडर बाहुबलि विधायक का कोई करीबी ही लेता है। चैरी के लल्लन दुबे कहते है कद्दावर व जिले के विकास पुरुष नेता रंगनाथ मिश्र को किसके इसारे पर फांसा गया, यह बताने की जरुरत नहीं। चुनावी चर्चा करने पर जोरई के लालजी बिन्द व कसियापुर के बद्रीनाथ मौर्या कहते है इस जनपद से बड़े ही साफगोई से पिछड़े नेताओं को झांसा देकर कब्जा करने का कुचक्र किया गया। दो बार मंत्री व सांसद रहे रामरति बिन्द का टिकट काटकर जेब वाले नेता शारदा बिन्द व छोटेलाल बिन्द को टिकट दिलाकर सिर्फ इसलिए हरवाया गया कि टिकट उन्हें मिल जाय। तीन-तिकड़म से चचा-बाप-भतीज से भले ही टिकट पा लिया गया हो लेकिन जनता पिछड़ों की राजनीति खत्म करने वाले को सबक सिखाएगी। बाहुबलि द्वारा खुलेआम नोट व शराब बांटे जाने की चर्चा करते हुए कौलापुर के बाबूराम व प्रतापपुर के जवाहरलाल ने बात का समर्थन ऐसे शब्दों से किया कि आजकल नेता व दल मुद्दों पर नहीं बल्कि तिकड़म से चुनाव लड़ते है। जनता भूखी है नोट सामने सिधांत धरे रह जाते है। बीच में टोकते हुए बहादुर यादव व कालूराम बिन्द बोले भइया जो भी पिछड़ा वर्ग के लोगों का सम्मान व हित की बात करेगा, उसकों वोट देंगे। बगल में बैठे रजनीकांत मिश्रा ने आपत्ति करते हुए कहा भाजपा इस बार चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा देश में फैली भ्रष्टाचार व बेरोजगारी को लेकर मैदान में है। 

कृपाल पांडेय कहते है ऐसा नहीं है, देश में केवल एक समस्या है वह है देश के लिए मरने वाले नेताओं की कमी। जिस दिन यह जज्बा नेताओं मेंआ गया उसी दिन से देश की राजनीति बदल जायेगी। सुरियावा के श्यामराज दुबे ने वर्तमान राजनीति से उबते हुए कहा बहुत दिन तक देश के साथ मजाक हो चुका है अब मजबूत सरकार आनी चाहिए। और छुटभैये नेताओं और दलों का खात्मा होना चाहिए। आने वाली सरकार से उम्मीद लगाते हुए जर्नादन गिरी बोले शहर में सफाई हो, अतिक्रमण हटे, आवागमन हो और लोगों में भय खत्म हो, कानून व्यवस्था पूरी तरह सुधरे। कासिम अंसारी कहते है कि मुसलमान साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ व जीतने की अधिक संभावना रखने वाले धर्मनिरपेक्ष दल के उम्मीदवार को ही एकजूट होकर वोट देंगे। रामसजीवन ने कहा कानून व्यवस्था ठीक कर प्रशासनिक अधिकारियों की नकेल कसने वाले दल के प्रत्याशी को वोट देंगे। सपा का महत्वपूर्ण घोषणा हाईस्कूल पास विद्यार्थियों को लैपटाप योजना ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाते हुए युवा छात्र कमलेश तिवारी कहते है भदोही ही नहीं पूर्वांचल के लाखों छात्र स्थानीय विधायकों के चलते वंचित हो गए। जबकि नंदिता यादव ने कहा पढ़े बेटियां-बढ़े बेटिया योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले 90 फीसदी छात्राओं को लाभ नहीं दिया गया। अब वह वोटर हो गए है सबक सिखायेंगे। 



(सुरेश गांधी, भदोही)
चुनाव मैदान से 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 अप्रैल)

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निकली चुनरी व कलश यात्रा,   वंझिया डूंगर छापरी पर हूआ तिन दिवसीय मेले का शुभारम्भ

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पारा--रविवार की सूबह वझिया डुगंर छापरी पर तिन दिवसीय अम्बे माता मेले का शुभारंभ हूआ। जिसमे बडी संख्या मे श्रद्धालू स्त्री पूस्ष व बच्चो ने माता के जय कारा लगाते हूए भाग लिया। झाबूआ पारा रोड स्थित वाकड घाटी से सूबह 10 बजे के लगभग सेकडो की तादाद मे श्रद्धालूओ ने करिब 65 मिटर लम्बी चूनरी यात्रा निकाली।ताम झाम व प्रचार प्रसार से दूर इस चूनरी यात्रा को कोई प्रयोजक नही हे हे बस केवल माता के भक्त श्रद्धालू।भिष्ण गरमी मे माता के प्रति अगाध श्रद्धा प्रकट करने के लिए इससे बडा कोई सबूत नही कि सभी श्रद्धालू करिब दो से तिन किलो मिटर दूर पदयात्रा के साथ माता को चूनरी अपर्ण करे। पदयात्रा के दोरान श्रद्धालूओ को लिए पिने के पानी की व्यवस्था मंदिर समिति की ओर से कि गई थी।

इन्होने कि माता को चूनरी भेंट---वांकड घाटी से प्रारंभ हूई चूनरी यात्रा करिब तिन किलो मिटर दूर वझिया डूगंर छापरी स्थित अम्बे माता के मदिर पर जाकर समाप्त हूई पश्चात कांग्रेस के प्रत्याशी कान्तिलाल भूरीया के सूपूत्र विका्रंत भूरीया व भाजपा के प्रत्याशी दिलीप सिह भूरीया की सूपूत्री व विधायक निर्मला भूरीया ने अपने समर्थको के साथ माता को चूनरी भेंट कर अम्बेमाता की महा आरती कि व दोनो भूरीया द्वय ने अपने अपने पिता को विजयी दिलवाने के लिए माता से प्राथना कि।

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भूरीया द्वय ने चूनाव को लेकर खोले पत्ते--एक वार्ता के दोरान सूश्री निर्मला भूरीया ने बताया की वे अपने पिता की विजय  लिए केन्द्र सरकार के खिलाफ सरहद,विकास जेसे मूख्य मूद्दो व प्रधानमंत्री पद के लिए घोषित प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी को लेकर जनता के बिच चूनाव प्रचार कर रही हे व अपने पिता कि जित के प्रति आशानवित हे। वही कांग्रेस के विका्रंत भूरीया ने बताया की हम भी क्षंेत्र मे विकास के मूद्दे को लेकर जनता के बिच जारहे ओर मतदाता को यह बता रहे हे कि हमन अपने संसदीय क्षत्रे़ मे क्या क्या विकास किया हे व कोन कोन सी योजनाए केन्द्र सरकार की हे विका्रंत भूरीया भी अपने पिता की जित के लिए पूरे आशानवित हे। दोनो ही भूरीया ने बताया की वे माता के दर्शन कर आज से ही चूनाव प्रचार का श्री गणेश कर रहे हे। इस अवसर अम्बे माता मेला समिति के अध्यक्ष केमता भाई डामोर ने  आए सभी अतिथियो का स्वागत साफा बंाध कर व महिलाओ को चूनरी भेट कर किया। मंदिर परिसर पर कांग्रेस के रूपसिह डामोर,कोमलसिह डामोर,सलेल पठान,राकेश कटारा,रशीद कूरेशी  वही  भाजपा के मनोहर सेठीया शेलेन्द्र राठोर ओकरसिह डामोर,सोमसिह सोलकी सहीत जिले कई भाजपा व कांग्रेस नेता  पंच सरपंच तडवी बडी संख्या मे ग्रामवासी श्रद्धालू उपस्थित थे।

विजय संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया भाजपा का स्थापना दिवस
  • नगर के सभी 26 बूथ केन्द्रों के समीप हुई बूथस्तरीय बैठक

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झाबुआ---भाजपा नगर मंडल द्वारा पार्टी का 34 वां स्थापना दिवस रविवार को विजय संकल्प दिवस के रूप में नगर के सभी बुथ केन्द्रों के समीप नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार की अध्यक्षता में मनाया गया। इस अवसर पर नगर के सभी 26 बूथों पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ 23 सदस्यों की समिति उपस्थित थी जहां पर अलग अलग वक्ताओं ने कार्यकर्ताआंे को पार्टी की रीति नीति से अवगत कराया। भाजपा नगर मीडिया प्रभारी अमित षर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि किशनपुरी बूथ के समीप संपन्न हुए कार्यक्रम में विधायक षांतिलाल बिलवाल ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की स्थापना का मुख्य उददेष्य भारत माता का परम वैभव प्राप्त करना व भारत माता की रक्षा करना है। जिस प्रकार से विधानसभा चुनाव में भाजपा को जो विजय प्राप्त हुई है उसे लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रख मिषन 272 में एक कमल इस संसदीय क्षैत्र से खिलाकर नरेन्द्र मोदी को देष का प्रधानमंत्री बनाना है और कांग्रेस व भ्रश्टाचार मुक्त भारत बनाना है। उन्होंने विधानसभा क्षैत्रवासियांे को भाजपा स्थापना दिवस की बधाई दी। गोपाल काॅलोनी स्थित बुथ पर नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार ने कहा कि इंदिरा गांधी के दमनकारी षासन को खत्म करने के लिए भाजपा की स्थापना हुई थी। भाजपा राश्ट्र की सबसे बडी पार्टी है और हमें गर्व है कि हम इस पार्टी के कार्यकर्ता है। लोकसभा चुनाव में झाबुआ नगर से कांग्रेस का सूपडा साफ कर 26 बूथों पर अपना परचम लहराकर नगर को कांग्रेस मुक्त करना है। स्थापना दिवस पर नगर के अलग अलग बूथ केन्द्रों पर दिन भर बूथ स्तरीय बैठक का दौर चलता रहा जिसमें वक्ता के रूप में दौलत भावसार, कीर्ति भावसार, भूपेष सिंगोड, बबलू सकलेचा, किरण षर्मा, किषोर खराडी, पं. महेन्द्र तिवारी ने उपस्थित होकर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्षन दिया। इस अवसर पर संजय षाह, मनीश कानूनगो, अमित षर्मा, अमित पंवार, विवेक मेडा, गुलाब परमार, अंबरीष त्रिवेदी, बाबूलाल अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

देष की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं, भाजपा और मोदीः माकपा

झाबुआ-- भाजपा और मोदी के पास देष में व्याप्त समस्याओं का कोई समाधान नहीं है। वह केवल जन भावनाओं को भड़काकर, साम्प्रदायिक विभाजन कर सत्ता की सीडि़या चढ़ना चाहती है। इसलिए भाजपा न तो कांग्रेेस का विकल्प है और न ही देष में व्याप्त समस्याओं भुखमरी, बीमारी, बेरोजगारी और लाचारी का मसाधान है। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की रतलाम झाबुआ लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याषी कामरेड लता भाबोर के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने नुक्कड़ सभायें और जन संपर्क के दौरान कही। माकपा कार्यकर्ताओं ने अलीराजपुर, झाबुआ रतलाम, सैलाना, जोबट और रानापुर में माकपा कार्यकर्ताओं ने व्यापक जनसंपर्क किया। माकपा कार्यकर्ताओं ने जनता को देष के भाईचारे के लिए खतरा पैदा करने वाली ताकतों से सावधान रहने की अपील की। माकपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कहा कि भाजपा और संघ परिवार हमेषा अल्पसंख्यक समुदायों को निषाने पर लेकर दुष्प्रचार करता है। समाज में नफरत फैलाना और बहुसंख्यक समुदाय को भावना के आधार पर एकजुट कर सत्ता पर कब्जाना और जनता की बुनियादी समस्याओं से ध्यान हटाना ही इनका मकसद होता है। माकपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनावों में भी भाजपा के पास दो ही मुद्दे हैं एक नीतियों की जगह मोदी और दूसरा साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करना। माकपा ने जनता से अपील की कि कांग्रेस संघ परिवार की साम्प्रदायिकता के खिलाफ लड़ने की बजाय अवसरवादी रुख अपनाती है, इसलिए दोनों को ही नकार कर धर्मनिरपेक्षता की सच्ची पक्षधर माक्र्सवादी कम्युुनिस्ट पार्टी औश्र उसकी प्रत्याषी कामरेड लता भाबोर को अपना समर्थन देकर संसद पहुंचाये।

हत्या कर अज्ञात महीला की लाश पूलिया के निचे फेकी

झाबूआ--फरियादी दशरथ पिता लुणाजी डामर उम्र 50 वर्ष निवासी कसारबडी ने थाना आकर बताया कि ग्राम कसारबर्डी में पुलिया के नीचे अज्ञात महिला की लाश पडी है। मौका मुआयना करते महिला के सिर के पीछे चोट होकर गले में सूजन, नाखुन के निशान थे, अज्ञात व्यक्ति ने लडकी की हत्या कर साक्ष्य छुपाने की नीयत से लाश को घटनास्थल पर फेंक दिया। प्र्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्र0 124/14, धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग के 03 प्रकरण कायम 
झाबूआ---फरियादी दशरथ पिता लणाजी उम्र 50 वर्ष निवासी कसारबडी ने बताया कि अज्ञात लड़की, उम्र लगभग 15 वर्ष की लाश ग्राम कसारबर्डी में मिली। प्र्र्रकरण में थाना पेटलावद में मर्ग क्र0 17/14, धारा 174 जाफोै का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी राहुल पिता भीमसिंह सोलंकी उम्र 23 वर्ष निवासी पेटलावद ने बताया कि धर्मेन्द्र पिता प्रभाशंकर पाठक, उम्र 24 वर्ष निवासी बामनिया की एक्सीडेंट में टक्कर हो जाने से ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। प्र्र्रकरण में थाना पेटलावद में मर्ग क्र0 18/14, धारा 174 जाफोै का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। जोगडिया पिता हकरू, तैनात जिला अस्पताल झाबुआ ने बताया कि जाम्बु पिता हरचंद वसुनिया, उम्र 50 वर्ष, निवासी इटावा ने जहर खा लिया था ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। प्र्र्रकरण में थाना काकनवानी में मर्ग क्र0 13/14, धारा 174 जाफोै का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रताड़ना का प्रकरण कायम
झाबूआ--मृतिका सन्ताबाई पति खुनसिंग मकवाना उम्र 19 वर्ष को उसके ससुर आरोपी अमरसिंह पिता मकजी मकवाना, निवासी गोपालपुरा, शंका कर प्रताडि़त किया, जिससे सतीबाई ने कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या कर ली थी, मर्ग क्र. 7/14 धारा 174 जाफौ. की जांच पर से कायमी की गई। प्र्र्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्र0 89/14, धारा 306 जाफोै का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अप्राकृतिक कृत्य का 01 अपराध पंजीबद्ध:-
झाबूआ---फरियादी ने बताया कि वह शादी में नौतरा रखने के बाद खाट पर सो गया था कि आरोपी मुन्ना पिता हुरजी सिंगाड, मुन्ना पिता मलजी डामोर व कालु पिता मनजी सिंगाड निवासीगण भुतपाडा बेडावा आये व कपडे उतार मारपीट कर बारी-बारी से अप्राकृतिक संभोग किया, बाद उसकी पत्नी के आने पर भाग गये। प्र्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्र0 183/14, धारा 377,323,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।   

सर्व ब्राहमण समाज युवा संगठन की बैठक संपन्न, धूमधाम से मनाई जायेगी परषुराम जयंति

झाबुआ--- विप्र समाज के आराध्य देव श्री परषुरामजी के जयंति महोत्सव आगामी 2 मई की तैयारियों को लेकर सर्व ब्राहमण समाज युवा संगठन ने जगदीष मंदिर पर षनिवार को बैठक आयोजित की। बैठक में सर्व ब्राहमण समाज युवा संगठन ने गत वर्श की तरह इस बार भी धूमधाम से परषुराम जयंति मनाने का निर्णय लिया। बैठक में संगठन के सदस्यों ने अपने अपने सुझाव रखें एवं सभी ने जयंति समारोह को सफल बनाने के लिए विचार विमर्ष किया। बैठक में तय किया गया कि आगामी दिनों में जल्द ही समाज के वरिश्ठजनों, महिलाओं की विषेश बैठक का आयोजन कर मार्गदर्षन लिया जायेगा। इस अवसर पर सर्वब्राहमण समाज युवा संगठन ने सर्वसम्मति से मीडिया प्रभारी अमित षर्मा को नियुक्त किया। बैठक में अष्विनी षर्मा, सुनिल षर्मा, आषीश चतुर्वेदी, अमित षर्मा, गौतम त्रिवेदी, अजय रामावत, हिमांषु भटट, लोकेष दवे, दर्षन षुक्ला, विरेन्द्र, जगदीष पंडा, अभिशेक चतुर्वेदी सहित बडी संख्या में युवा वर्ग उपस्थित थे।

आलेख : कहां गई सुब्रत सहारा की 'सेलीब्रिटी ब्रिगेड'...!!

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subrato roy sahara
आसाराम बापू और सुब्रत राय सहारा के मामले में एक गजब की समानता देखी गई। वह यह कि अपने - अपने क्षेत्र के इन दोनों दिग्गजों पर जब कानून का शिकंजा कसना शुरू हुआ , तो दोनों ने पहले इसे काफी हल्के में लिया। उनके हाव - भाव से यही लगता रहा कि इनकी नजर में एेसी बातों का कोई महत्व नहीं है। उनके प्रताप से कानून की सारी कड़ाई धरी रह जाएगी। लेकिन कमाल देखिए कि एक बार ये कानून के शिकंजे में फंसे तो फिर इससे बाहर निकलने का कोई रास्ता फिलहाल इन्हें या इनके कुनबे को नहीं सूझ रहा। कुछ एेसा ही हाल 1990 के दशक में फिल्म अभिनेता संजय दत्ता का रहा था। मुंबई दंगों के दौरान घर में अवैध असलहा रखने के मामले में कानून ने जब संजय को गिरफ्त में लेना शुरू किया, तब  शुरू में संजय बिल्कुल बेपरवाह नजर आते रहे। पुलिस , अदालत औऱ जेल आदि उन्हें किसी  फिल्म की शूटिंग जैसा लगता रहा। आज भी चैनलों पर कभी - कभी उस दौर के फुटेज दिखाई देते हैं, तो साफ नजर आता है कि तब के अपेक्षाकृत दुबले - पतले संजय दत्त किस तरह लापरवाही से इधर - उधर आ - जा रहे हैं। लेकिन सच्चाई सामने आते ही संजय का जो हाल हुआ उसने उनके बूढ़े पिता को काफी रुलाया। 

अब सहारा प्रकरण में सुब्रत राय सहारा का हश्र सचमुच हैरान करने वाला है। ताजा प्रकरण के जरिए ही कई चैनलों पर सुब्रत राय की शानदार पार्टियों के फुटेज चले, जिसमें फिल्म से लेकर राजनीति औऱ खेल से लेकर विभिन्न क्षेत्रों की कई प्रतिष्टित हस्तियां उनकी पार्टी में शामिल होकर काफी गौरवान्वित नजर आई । इससे पहले दाऊद इब्राहिम की पार्टियों में भी एेसा नजारा देखा जा चुका है। बेशक सेलीब्रिटीज किसी के साथ एेसा रिश्ता खास तौर पर उपकृत होने के बाद ही बनाते हैं। अन्यथा देखा गया है कि जनजीवन में बेहद आत्मीयता व सम्मान के साथ सभा - समारोह में बुलाए जाने पर भी एेसे लोग किस तरह बात - बेबात नाक - भौं सिकोड़ते रहते हैं, औऱ पूरी उपस्थिति के दौरान एेसा साबित करते हैं कि उनके कार्यक्रम में उपस्थित होकर उन लोगों ने संबंधितों को अपना जीवन सुधारने का मौका दिया है। लेकिन  निवेशकों का पैसा लौटाने के मामले में सुब्रत राय की गिरफ्तारी के बाद से यही  ब्रिगेड जिसमें से शत - प्रतिशत एेसी ही पृवत्ति के लोग शामिल हैं, बिल्कुल खामोश है।   

आज जब राय लगातार हिरासत में है, और उनके इस दुष्चक्र से बाहर निकलने की कोेई संभावना नजर नहीं आ रही है। लगता है सुब्रत राय की सेलीब्रिटी  ब्रिगेड ने उनसे दूरी बना कर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है। ताजा घटना भी चकाचौंध पसंद करने वालों के लिए एक सबक के समान है कि सेलीब्रिटीज किसी की नहीं होती। उसे सिर्फ पैसे औऱ पावर से मतलब होता है। यह जिसके पास होता है, सेलीब्रिटीज भी उन्हीं के बगल खड़े होना पसंद करते हैं। यह विडंबना गांव - कस्बे से लेकर राज्यों व देश तक समाज के हर क्षेत्र में फैली हुई है। सामान्य जीवन यापन में भी देखने को मिलता है कि किस तरह किसी के अचानक सफलता हासिल करने पर समाज के हर वर्ग के लोग उसके बगल खड़े होने में गर्व महसूस करते हैं। लेकिन किन्ही कारणों से उसके दुर्दिन शुरू होते ही लोग तत्काल  उससे मुंह भी  फेर लेते हैं।  कथित सफलता के एेसे शिखर की सच्चाई शायद सुब्रत राय को अब तक समझ आ गई होगी। इससे बेहतर तो समाज के निचले स्तर के वे लोग जिन्हें मुसीबत में उनके जानने वाले यूं असहाय नहीं छोड़ते, और जितना संभव हो पाता है, उनका साथ निभाने का भरसक प्रयास करते हैं। 





तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934 
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।

वाम दलों की नीतियां विकास में बाधक : प्रधानमंत्री

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manmohan singh in kerala
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यहां रविवार को कहा कि वाम दलों की नीतियां विकास दर में गिरावट और राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक दलों की लोकप्रियता में गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं। प्रधानमंत्री ने यहां एक रैली में कहा, "आप सभी केरलवासियों को यहां वामपंथी दल का अनुभव मिल चुका है। उनकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे बदलते समय के साथ अपनी नीतियों में बदलाव लाने में नाकामयाब रहे। उनकी नीतियों के कारण विकास दर में गिरावट आई है।"

उन्होंने आगे कहा कि वामपंथी दलों को केरल और पश्चिम बंगाल से उनकी गलत नीतियों के कारण सत्ता से हाथ धोना पड़ा। मनमोहन सिंह ने कहा, "लोग समझ चुके हैं कि वामपंथ को खुद में बदलाव लाना होगा, अन्यथा जनता खुद उन्हें बदलने का निर्णय कर लेगी। उनकी (वाम दलों) की गिरावट जारी रहेगी।"

प्रधानमंत्री यहां रविवार की अपराह्न पहुंचे, जहां से उनकी मंत्रिमंडल के साथी मंत्री के. वी. थॉमस वाम दल का समर्थन प्राप्त निर्दलीय प्रत्याशी एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी क्रिस्टी फर्नाडीज के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। फर्नाडीज पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल के सचिव रह चुके हैं। प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली में यह भी कहा कि केरला जैसे बहुलतावादी समाज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसी 'विघटनकारी'पार्टी की कोई जगह नहीं है।

लोकसभा चुनाव : असम और त्रिपुरा में मतदान शुरू

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First phase of voting begins in Assam, Tripura
देश की 16वीं लोकसभा के लिए नौ चरणों में होने वाले मतदान का आगाज आज पूर्वोत्तर राज्य असम और त्रिपुरा में हो गया। पहले चरण के तहत असम की 14 में से पांच लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों और त्रिपुरा की दो में से एक निर्वाचन क्षेत्र में सोमवार को मतदान सुबह सात बजे शुरू हो गया। असम के 8,588 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा। असम की तेजपुर, जोरहाट, कलियाबोर, डिब्रूगढ़ और लखीमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अनुमानत: 64 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।

निर्वाचन आयोग के अनुसार, सोमवार को पहले चरण के मतदान में 51 प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद होंगे। मतदान के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की है, क्योंकि राज्य में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा सोमवार को ही अपना स्थापना दिवस मना रहा है। असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "मतदान को लेकर उल्फा की तरफ से किसी तरह की धमकी नहीं मिली है, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं ले सकते।"उन्होंने बताया कि मतदान के लिए असम पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कुल 240 कंपनियां तैनात की जा चुकी हैं।

असम की इन पांच लोकसभा सीटों में से जोरहाट से 10, तेजपुर से नौ, कलियाबोर और लखीमपुर से 13-13 और डिब्रूगढ़ से छह प्रत्याशी मैदान में हैं। असम की शेष 12 लोकसभा सीटों में से तीन पर 12 अप्रैल को और छह सीटों पर 24 अप्रैल को मतदान होगा। असम में कांग्रेस सबसे बड़ा राजनीतिक दल रहा है, जबकि त्रिपुरा में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का दबदबा रहा है। लेकिन इस बार दोनों राज्यों में विपक्षी दलों ने बेहद आक्रामक चुनाव प्रचार चलाया है।

असम में चुनावी समर में उतरे प्रमुख प्रत्याशियों में राज्य के शीर्ष लॉटरी व्यवसायी मणि कुमार सुब्बा, मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई, कांग्रेस छोड़ चुके सांसद बिजोय कृष्णा हांडिक, वरिष्ठ वामपंथी द्रुपद बोर्गोहैन, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय जनजाति राज्यमंत्री रानी नाराह, केंद्रीय मंत्री पवन सिंह घटोवार शामिल हैं। त्रिपुरा की दो लोकसभा सीटों में से सोमवार को त्रिपुरा (पश्चिम) निर्वाचन क्षेत्र में भी सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया है। 

त्रिपुरा (पश्चिम) सीट से 13 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें एक महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। कुल 12 लाख मतदाता इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने वाले हैं। त्रिपुरा की इस सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव-2009 में माकपा के खगन दास ने कांग्रेस के सुदीप रॉय बर्मन को हराया था। त्रिपुरा की इस लोकसभा सीट से 1952 में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव से अब तक 11 बार वाम प्रत्याशी जबकि चार बार कांग्रेस प्रत्याशी जीत चुके हैं। इस वर्ष यहां से माकपा के शंकर प्रसाद दत्ता और कांग्रेस के अरुणोदय साहा के बीच मुख्य लड़ाई है।

त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आशुतोष जिंदल ने बताया कि मतदान के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत-बांग्लादेश सीमा को बंद कर दिया गया है। त्रिपुरा (पूर्व) सीट पर मतदान चौथे चरण में 12 अप्रैल को होगा। 

'महिला नक्सलियों का होता है दैहिक शोषण'

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women naxal
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सली संगठन दल्लीराजहरा के एरिया कमेटी के आत्मसमर्पण कर चुके सदस्य एवं पल्लेमाड़ी एलओएस के डिप्टी कमांडर दिनेश उर्फ नवल सिंह उर्फ बिल्लू का कहना है कि आंध्र प्रदेश के बड़े तेलुगू नक्सली नेता छत्तीगसढ़ की आदिवासी महिलाओं का दैहिक शोषण करते हैं। विरोध करने पर उन्हें अपमानित किया जाता है और यातना दी जाती है। दिनेश ने बताया कि उसे भी कई अवसरों पर अपमानित होना पड़ा। दिनेश पिछले सात वर्ष से नक्सलियों से जुड़ा था। पहली बार उसे शीर्ष नक्सलियों ने प्रलोभन देकर दलम में शामिल किया। उसे खेती करने योग्य जमीन देने का लालच दिया गया था, लेकिन दिनेश का कहना है कि उसे कुछ नहीं दिया गया। दिनेश का कहना है कि महिला नक्सलियों का दैहिक शोषण तो छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को नीचा दिखाने के लिए किया जाता है। बीते वर्षो में कई स्थानीय नक्सलियों एवं राजनांदगांव के अपने कई साथियों के आत्मसमर्पण के बाद आखिरकार दिनेश ने भी शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। दिनेश पर एक लाख रुपये का इनाम भी था।

पुलिस नियंत्रण कक्ष में हुए संवाददाता सम्मेलन में एसपी संजीव शुक्ला ने बताया कि दिनेश इसी जिले के धुर नक्सल प्रभावित थाना खड़गांव के ग्राम घोड़ागांव का रहने वाला है। वह अपने परिवार के साथ गांव में 10 एकड़ जमीन में किसानी करता था, जिसकी पांच एकड़ जमीन वनभूमि है। उसके परिवार वाले विगत कई वर्षो से खेती करते आ रहे थे। लगभग आठ वर्ष पूर्व गांव के कुछ लोगों ने प्रस्ताव पास कर वनभूमि पर तालाब बना दिया, जिससे उसे और उसके परिवार को काफी परेशानी हुई।

गांव में पल्लेमाड़ी एलओएस के कमाण्डर रवि आंचला एवं अन्य सदस्यों का आना-जाना लगा रहता था। दिनेश ने अपने खेत में तालाब बनाने की बात को लेकर रवि आंचला से शिकायत की। इस पर रवि आंचला ने कहा कि वह गांव वालों के फैसले के खिलाफ नहीं जा सकता। यदि उसे कुछ करना है तो संघर्ष करना होगा और नक्सली संगठन में काम कर ही वह फिर से अपनी जमीन हासिल कर सकेगा।

उसकी बातों में आकर दिनेश वर्ष 2007 में डीएकेएमएस का अध्यक्ष बनकर नक्सलियों से जुड़ गया। शुरू में पोस्टर बैनर लगाने और प्रचार का काम करने लगा। इस बीच दिनेश ने कई बार अपनी जमीन की बात रखी। रवि आंचला ने इसे एक बार फिर पार्टी में शामिल होने का प्रलोभन दिया और कहा कि वे उसे जनताना सरकार में भेज देंगे, जहां वह जनताना स्कूल में अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ा सकेगा। जनताना सरकार की जमीन पर मनपंसद खेती कर सकेगा। इस प्रलोभन में आकर वह गांव और परिवार छोड़ कर पल्लेमाड़ी एलओएस में शामिल हो गया।

नक्सली संगठन में छह माह में ही परेशान होकर वह लौट आया। बाद में दबाव बनने पर फिर सक्रिय हो गया। इस बीच पल्लेमाड़ी एलओएस कमांडर भगत जाड़े द्वारा उसे सदस्य बनाकर 12 बोर बंदूक दिया गया। वर्ष 2011 में उसे 8 एमएम रायफल दिया गया। वर्ष 2012 में उसे 303 रायफल दिया गया। वर्ष 2013 मार्च माह में उसे पल्लेमाड़ी एलओएस का डिप्टी कमांडर एवं दल्लीराजहरा एरिया कमेटी सदस्य बनाया गया। फरवरी 2014 में डिवीसी भगत जाड़े द्वारा पार्टी छोड़ देने के बाद डीवीसी सचिव विजय रेड्डी द्वारा एसएलआर रायफल दिया गया।

दिनेश का कहना है कि लगभग 7 साल तक नक्सली दलम में रहने के बाद वह अब मुड़कर पीछे देखता है तो सिर्फ पछतावा ही होता है। उसे जो प्रलोभन दिए गए थे। सारे झूठे निकले। इसके अलावा अपमान भी काफी हुआ। दिनेश के कई साथी दलम छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुड़ गए। यह देख उसका मन भी बदला और कई माह के विचार-विमर्श के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया।

भाजपा का घोषणा पत्र जारी, अर्थव्यवस्था सुधारने पर जोर

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी किया। घोषणा-पत्र में अर्थव्यवस्था व आधारभूत संरचना को मजबूत करने और भ्रष्टाचार मिटाने पर जोर दिया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के दिन घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, "हमने घोषणा-पत्र में देश के आर्थिक हालात को सुधारने की योजना बनाई है। जहां तक आधारभूत संरचना का सवाल है, विनिर्माण में सुधार महत्वपूर्ण है। साथ ही इसका निर्यातोन्मुखी होना भी जरूरी है। हमें ब्रांड इंडिया बनाने की जरूरत है।"

उन्होंने कहा, "हम जितनी जल्दी ऐसा करेंगे, उतना ही शीघ्र अधिक से अधिक रोजगार का सृजन होगा।"प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी केवल खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ है। वैसे यह एफडीआई का विरोध नहीं करती, क्योंकि इससे रोजगार का सृजन होगा।

हम देश को सुशासन देंगे : नरेंद्र मोदी

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि यदि लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो देश में सुशासन लाया जाएगा। भाजपा की ओर से जारी घोषणा-पत्र के बाद मोदी ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य मजबूत और एकीकृत भारत का निर्माण करना है, जिसे विश्व का सम्मान हासिल हो। उन्होंने कहा, "इस मुद्दे पर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि मुझे अपने घोषणा-पत्र को दो शब्दों में परिभाषित करना पड़े, तो मैं कहूंगा- सुशासन और विकास।"

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भाजपा की तरफ से दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह निजी तौर पर अपने लिए कुछ नहीं करेंगे और न ही बदले की भावना से कोई काम करेंगे। घोषणा पत्र के बारे में मोदी ने कहा, "यह चुनाव से जुड़ी महज औपचारिकता नहीं है। यह सिर्फ एक दस्तावेज भी नहीं है, बल्कि यह हमारी पार्टी की दिशा और हमारे लक्ष्य को दर्शाता है।"

बिहार में रामनवमी की तैयारियां शुरू

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बिहार में राजधानी पटना सहित सभी इलाकों में रामनवमी की तैयारी शुरू हो गई है। जगह-जगह महावीर ध्वज, बैनर, राम नाम के पताके लगाए जा रहे हैं। रामनवमी को लेकर पटना जंक्शन के नजदीक स्थित महावीर मंदिर में विशेष व्यवस्था की गई है तथा राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। पटना में इस वर्ष रामनवमी के मौके पर मंगलवार को शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभयात्रा में शामिल महिलाओं की टोली और राम के जयघोष करते युवकों की टोली आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। सभी शोभायात्राओं का मिलन डाकबंगला चौराहे पर होगा, जहां भगवान की आरती की जाएगी। 

इधर, प्रसिद्ध महावीर मंदिर में भी विशेष व्यवस्था की गई है। महावीर मंदिर का पट अहल सुबह खोल दिया जाएगा, जबकि प्रसाद के लिए नैवेद्यम लड्डू की आपूर्ति बढ़ाई गई है। महावीर मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने बताया कि इस वर्ष 18 हजार किलोग्राम नैवेद्यम लड्डू बनावाए गए हैं। मंदिर में सोमवार रात 12 बजे राम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, उसके बाद मंदिर के तीनों ध्वज बदले जाएंगे।

रामनवमी को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। राजधानी के सभी मुख्य मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे के जरिये निगरानी की जाएगी तथा जगह-जगह पर अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की नियुक्ति की गई है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि रामनवमी के मद्देनजर पुलिस गश्त भी बढ़ाई गई है तथा परिचालन व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण मंदिरों में सादे वेश में भी पुरुष और महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

कांग्रेस की करारी हार होगी : प्रकाश करात

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prakash karat
मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव प्रकाश करात ने सोमवार को कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे करारी हार मिलेगी। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए करात ने यहां कहा कि 2004 से शासन कर रही कांग्रेस के खिलाफ जनता में गुस्से की लहर है।

करात ने कहा कि केरल के केंद्रीय मंत्रियों को भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार की असफलता और उनके शासनकाल में खाद्य पदार्थो की कीमत में वृद्धि और बढ़ते भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
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