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बिहार सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध : अशोक चौधरी

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पटना 03 मार्च, बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आज विधानसभा में कहा कि सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये गये हैं। श्री चौधरी ने शिक्षा विभाग की तृतीय अनुपूरक मांग पर हुई चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि सरकार ने विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई आवश्यक कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 993 विद्यालय भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। इससे छात्र-छात्राओं को उनके गांव में ही शिक्षा उपलब्ध हो सकेगी।  शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब विद्यालयों में बच्चों के नामांकन का आंकड़ा 99 प्रतिशत प्रतिशत पर पहुंच गया है और जो बच्चे छूट गये हैं, उनका भी नामांकन कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्कूल बन जाने से सरकार के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में किये जा रहे प्रयास फलीभूत होने लगेंगे। बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदन से बहिर्गमन के कारण विपक्षी सदस्यों की अनुपस्थिति में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए शिक्षा एवं अन्य विभागों का तृतीय अनुपूरक मांग प्रस्ताव पारित हो गया। इसके अलावा विधानसभा में वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी की ओर से पेश किये गये बिहार विनियोग विधेयक 2017 भी पारित हो गया। 


गुजरात में दो करोड के नकली नोट बरामद

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राजकोट, 03 मार्च, गुजरात के राजकोट शहर में पुलिस ने पुनीतनगर इलाके मे एक कार से दो करोड रूपये कीमत के दो हजार रूपये के नकली नोट बरामद किये। पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक कबाडी से 50 लाख रूपये की धोखाधडी के सिलसिले में पडताल के सिलसिले में जांच के दौरान पूर्व में 57 लाख रूपये के नकली नोट बरामद किये गये थे। इस मामले में दो फायनेंसर समेत छह लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इसी गिरोह के पास से दो करोड के नकली नोट मिले हैं। ये नोट कथित तौर पर अहमदाबाद से लाये गये हैं। इन्हें छापने के प्रिंटर और अन्य उपकरण भी मिले हैं। ज्ञातव्य है कि गत दिसंबर में राजकोट से 20 लाख से अधिक के दो हजार रूपये के नकली नोट मिले थे। 

वरिष्ठ लेखक किरावले की हत्या ,एक संदिग्ध गिरफ्तार

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कोल्हापुर ,03 मार्च, अंबेडकरवादी चिंतक और अंबेडकर चालवाल आंदोलन से सक्रिय रूप से जुड़े डा. कृष्ण किरावले पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर स्थित अपने मकान में आज मृत पाए गए। पुलिस ने उनकी हत्या की आशंका जताई है और इसी सिलसिले में एक व्यक्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि हत्या की खबर सुनते ही वह तुरंत हरकत में आयी और इस मामले में एक संदिग्ध व्यक्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि राजेन्द्रनगर स्थित उनके आवास से मिले शव पर चाकू से कई बार मारे जाने के निशान मिले हैं। 62 वर्षीय किरावले कोल्हापुर के शिवाजी विश्वविद्यालय के मराठी विभाग के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध व्यक्ति की पहचान प्रीतम गणपति पाटिल के रूप में हुयी है। वह उस समय श्री करावले के घर में घुसा जब प्रोफेसर आराम कर रहे थे। प्रीतम ने उनके बेडरूम में घुसकर उन पर चाकू से कई वार किये और श्री करावले की मौके पर ही मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि श्री किरावले के पड़ोसियों ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी। श्री किरावले के निधन के बाद बहुत से दलित संगठनों ने इसके विरोध स्वरूप पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मोर्चा निकाला और हत्या के पीछे दोषी व्यक्त को जल्द से जल्द कड़ा दंड देने की मांग की। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 03 मार्च

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श्री बारिया एवं दुबे का बसस्टेंड पर एकांगी मार्ग करने पर किया गया स्वागत
  • यात्री प्रतीक्षालय का निरीक्षण कर स्वच्छता के लिये दिये निर्देश

झाबुआ । नगर उदय अभियान के दौरान स्थानीय बस स्टेंड पर बस स्टेंड पर आने  जाने वाले मार्ग को नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया की पहल पर एकांगी मार्ग घोषित करने तथा इस मार्ग को पूरी तरह एकांगी कर दिये जाने पर स्थानीय बस स्टेंड पर बबलू कुर्रेशी मित्र मंडल, आटो  चालक संघ, बस स्टेंड के व्यापारियों तथा बबलु  कुर्रेशी, हाजी लाला, छाटा ठाकुर, बंटी सोलंकी नासीरखान, आदम भाई, मेहमूद लखा आदि ने आतिशबाजी के साथ नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य शैलेष दुबे, नगर मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा एवं अल्प संख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष इरशाद कुर्रेशी का पुष्पमालाऐं पहिनाकर उनका नागरिक अभिनंदन किया गया । इस अवसर पर धनसिंह बारिया ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद बस स्टेंड पूरे जिले का एक आदर्श बस स्टेंड बने और यात्रियों तथा बसस्टेंड के व्यवसायियोकं को सभी मूल भूत सुविधाऐं मिले यह पूरी परिषद का प्रयास रहा है और इसे अमलीजामा पहिनाना हमारा नैतिक दायित्व है । श्री शैलेष दुबे ने भी इस अवसर पर एकांगी मार्ग बन जाने से  यातायात की समस्या के निराकरण में एक अभिनव पहल बताया और कहा कि नगरपालिका पूरे नगर के समग्र विकास के लिये अपनी सक्रिय भूमिका नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया के नेतृत्व में निभा रही है । इस अवसर पर मुकेश, पूर्व नपा उपाध्यक्ष विजय चैहान, दीप्तिन मकवाना, जितेन्द्रपंवार टूई, अजय गणावा सहित बडी संख्या में नगवासी उपस्थित थे । स्वागत कार्यक्रम के बाद नपा अध्यक्ष श्री बारिया एवं दुबे ने बसस्टेंड प्रतीक्षालय का निरीक्षण भी किया तथा वहां पूरी तरह साफ सफाई बनाये रखने तथा हर दो घण्टे मे सफाई व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये । साथ ही प्रतीक्षालय में व्याप्त कमियों को भी तत्काल दूर करने का भरोसा दिलाया ।


सांसद भूरिया के नेतृत्‍व में आज देवझिरी से ककराना तक निकाली जाएगी नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा
  • सवा पांच क्विंटल दुध से किया जाएगा अभिषेकए होगा महाआरतीए प्रसादी एवं भंडारे का आयोजन

झाबुआ । आज दिनांक 4 मार्च शनिवार को प्रातरू 7 बजे से झाबुआ निकट स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल देवझिरी स्थित भूतभावन महादेव मंदिर परिसर से ककराना तक कांग्रेस एवं आमजनों द्वारा निकाली जाने वाली नर्मदा शुद्धीकरण यात्रा प्रारंभ होगी जो झाबुआए राणापुरए उदयगढ़ए कनासए जोबटए अलीराजपुर होती हुई ककराना पहुंचेगी। जिसमें झाबुआए अलीराजपुर एवं आस.पास के जिलों से हजारों की संख्‍या में कांग्रेस एवं आमजन सम्मिलित होंगे। उक्‍त जानकारी जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष निर्मल मेहताए कार्यवाहक अध्‍यक्ष सुश्री कलावती भूरियाए अलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्‍यक्ष सरदारसिंह पटेलए कार्यवाहक अध्‍यक्ष महेश पटेल एवं प्रवक्‍ता हर्ष भट्ट ने संयुक्‍त विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि प्रसिद्ध तीर्थस्‍थल देवझिरी से कांग्रेसजन एवं आमजन वाहन रैली के माध्‍यम से विभिन्‍न मार्गों से होते हुए ककराना पहुंचेंगे। झाबुआ में राजगढ़ नाका पर नर्मदा यात्रा का स्‍वागत किया जाएगा वहीं ढेकलए राणापुर उदयगढए कनासए जोबटए आंबुआए अलीराजपुरए उमरालीए सोंडवाए वालपुरए कुलवट होते हुए ककराना पर पहुचेगी एवं विभ्न्नि स्‍थलों पर नर्मदा यात्रा का स्‍वागत किया जाएगा। ककराना पहुंचने के पश्‍चात भूरियाजी के नेतृत्‍व में हजारों लोगों एवं साधुसंतों के सानिध्‍य में पवित्र नर्मदा मैया का विधीविधान से मंत्रोच्‍चार के साथ पूजन.पाठ कर सवा पांच क्विंटल दुध से नर्मदा मैया का अभिशेक कर शुद्धिकरण किया जाएगा तथा नर्मदा मैया की महाआरती की जाएगी। इस अवसर पर प्रसादी एवं भंडारे का आयोजन भी यात्री समिति द्वारा किया गया है। ज्ञातव्‍य है कि मॉ नर्मदा मैया जो कि पूरे प्रदेश एवं देश की जीवन दायिनी मानी जाती है जिसका आशीर्वाद से पूरे प्रदेश में हरियाली छाई हुई है तथा कृषि के माध्‍यम से लाखों लोगों एवं वन्‍यजीव प्राणियों का हजारों वर्षों से भरण पोषण कर रही है। लेकिन पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के नाम से निकाली गई ष्ष्नमामी देवी नर्मदेष्ष्  नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान प्रदेश के मुख्‍यमंत्री एवं भाजपा द्वारा अमरकंटक से लेकर ककराना तक अपनी यात्राएं निकालकर अपनी स्‍वार्थ की नीति से नर्मदा के नाम का दुरूपयोग किया है। भाजपा व मुख्‍यमंत्री ने नर्मदा के नाम से अपनी स्‍वार्थ व राजनैतिक की रोटियां सैकने में लगे है। तथा अपने स्‍वार्थ की सिद्धी के लिए नर्मदा मैया के नाम का दुरूपयोग कर नर्मदा के तट को दुषित किया है। नर्मदा सेवा के नाम पर जनता की गाढी कमाई का सरकारी खजाने से करोड़ो रूपया निकाल कर खर्च कर भ्रष्‍टाचार को बडावा दिया गया। नर्मदा यात्रा के माध्‍यम से मुख्‍यमंत्री व्‍यापमए डंपरए राशनए पोषण सहित अन्‍य बड़े.बड़े घोटालों से जनता का ध्‍यान भटकाने का कुसित प्रयास करने में लगे हैं तथा जनता‍की कमाई का रूपया बर्बाद कर अपने व अपने आपको महामंडित करने में लगे हैं। जिला कांग्रेस ने सांसद कांतिलाल भूरिया के नेतृत्‍व में देवझिरी से ककराना तक निकाली जा रही नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा में क्षेत्र की जनता व कांग्रेसजनों एवं नर्मदा मैया के परम भक्‍तों से भी शामिल होकर नर्मदा शुद्धिकरण यात्रा को सफल बनाने की अपील की।

भगौरिया पर्व में ड्रेस कोड में आने वाली उत्कृष्ट टोली को प्रशासन करेगा पुरस्कृत
  • भगौरिया पर्व में आने वाले लोगो को पिलाया जाएगा ठण्डा शर्बत

jhabua news
झाबुआ । झाबुआ जिले में 6 मार्च से 12 मार्च तक मनाये जाने वाले भगौेरिया उत्सव के दौरान इस बार प्रशासन द्वारा आमजन को व्यवस्थाएॅ दी जा रही है। ताकि भगौेरिया उत्सव का आनंद लोग अच्छे से ले पाये। भगौेरिया उत्सव में गाॅवों से सजधज कर आने वाली टोलियों अपनी परंपरागत वेशभूषा में आती है। महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले चाॅदी के परंपरागत गहने आकर्षण का केन्द्र रहते है। सांस्कृतिक धरोहर को संजोये रखने के लिए इस बार शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि उत्सव के दौरान जो टोली ड्रेस एवं गहनों के साथ उत्कृष्ट दिखाई देगी उसे पुरस्कृत किया जायेगा। भगोैरिया उत्सव के दौरान उत्सव में सहभागिता करने वाले लोगो को शासन द्वारा ठण्डा शर्बत पिलाया जाएगा। शुद्ध पेयजल की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। 

मंच पर प्रस्तृति देने वाले युवाओं को दिये जायेगे उपहार
प्रशासन द्वारा भगौरिया हाट में मंच एवं माईक की व्यवस्था भी की जाएगी। मंच पर आकर सामाजिक कुरीतियो, दहेज दापा, नशा,बाल विवाह इत्यादिको रोकने पर भाषण देने वाले, गीत, नाटक, इत्यादि की प्रस्तृति देने वाले युवाओं एवं मण्डलियों को प्रोत्साहन स्वरूप उपहार दिये जायेगे। भगौरिया उत्सव के दौरान जो गाॅव प्रस्तृति में सहभागिता करेगा उस गाॅव को पांच फलदार पौधे निःशुल्क दिये जायेगे।

नुक्कड नाटक रहेगे आकर्षण का केन्द्र
भगोैरिया उत्सव के दौरान शासन की विभिन्न योजनाओं एवं सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए नुक्कड नाटक दल द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। भगौरिया उत्सव के दौरान निर्देशानुसार व्यवस्थाएॅ सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने आज बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में सीईओं जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी एडीएम श्री दिलीप कपसे, एडीएम श्री वर्मा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर सहित संबंधित विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक 4 मार्च को अपरान्ह 4 बजे
भगौरिया उत्सव के दौरान व्यवस्थाए सुनिश्चित करने के लिए 4 मार्च को अपरान्ह 4 बजे एसडीएम, सीईओ, जनपद, संबंधित गाॅवों के सरपंच सचिव एवं पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक 4 मार्च को अपरान्ह 4 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी।

जिला स्तरीय दीनदयाल समिति की बैठक संपन्न

झाबुआ । कलेक्टर जिला झाबुआ श्री आशीष सक्सेना की अध्यक्षता में जिला स्तरीय दीनदयाल योजना समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में एडीएम श्री वर्मा सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में समिति द्वारा गरीबों के लिए संचालित शासन की कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्णय लिये गये।

बाल शिक्षा के लिए कम्युनिटी छात्रावास खोले-- कलेक्टर
  • बालिका शिक्षा के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक संपन्न

झाबुआ । बालिका शिक्षा के लिए जिले में काम कर रही एनजीओ टीम एवं टीम बालिका की पहचान के लिए विशेष केप अथवा ड्रेस प्रदान करे। सरपंचों से जीवंत संपर्क बनाये रखने के लिए अपना एक वाटसाप ग्रुप बनाकर संवाद करे। बच्चों की शिक्षा प्रभावित ना हो इसके लिए कम्यूनिटी छात्रावास खोले। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने बालिका शिक्षा के लिए संपन्न जिला टास्क फोर्स की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिये। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने की। बैठक में सीईओं जिला पंचायत श्री अनुराग चैधरी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर, डीईओ श्री सोलंकी डीपीसी श्री प्रजापति सहित बीआरसी, बीईओ में संकुल प्राचार्य उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री सक्सेना ने एनजीओ को निर्देशित किया कि गांव के स्कूलों में करने वाली प्रत्येक एक्विटी का गांववार डेटा उपलब्ध करवाये। शाला में प्रवेश से छूटे हुए बच्चों का सर्वे करने के लिए आपसी समन्वय से कार्य करे। शाला से छूटे हुए बच्चों की संख्या शून्य हो, ऐसे प्रयास करे। कम्यूनिटी छात्रावास की व्यवस्था करे, ताकि बच्चों के माता-पिता जब जिले से बाहर जाये, तो बच्चों को कम्यूनिटी छात्रावास में रखे, इससे बच्चों की पढाई प्रभावित ना हों और शासन की मंशानुसार बच्चों को संपूर्ण शिक्षा प्रदाय की जा सके। शिक्षा के लिए पलायन बाधा ना बने इसके लिए 15 दिवस में योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश संबंधित एनजी ओ को दिये गये। हर टीम बालिका के घर शौचालय बनवाये। प्रोत्साहन राशि 12 हजार रूपये शासन द्वारा प्रदान की जाएगी। जिन बालिकाओं के माता-पिता के पास जमीन है और सिंचाई के साधन नहीं है उन्हें कपिल धारा कूप प्रदाय किये जायेगे। जिल में शिक्षकों का युक्ति युक्तकरण करने के लिए आॅनलाइन कार्यवाही बोर्ड परीक्षा के बाद एक माह में पूर्ण करने के लिए सभी बीईओं को कलेक्टर श्री सक्सेना ने निर्देश दिये। शालाओं में जो स्वयं सहायता समूह नियमानुसार बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं दे रहे है। उन्हें हटाने की कार्यवाही करने के निर्देश डीपीसी को दिये एवं । मध्यान्ह भोजन योजना में भोजन बनाने वाले सूमह की बीपीएल महिलाओं को गैस कनेक्शन प्रदान करने के निर्देश खाद्य अधिकारी को दिये।

अपहरण के दो अपराध पंजीबद्ध

झाबुआ । फरि. लक्ष्मी बाई पति रसिया बारिया नि. रुनखेडा ने बताया कि मेरी लडकी रजनी बारिया बिना बताये घर से कही चली गयी शंका है कि संदेही आरोपी रमु पिता बादु अमलियार, निवासी पिपलिया का बहला‘फुसलाकर भगाकर ले गया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा मे अपराध क्रं. 63/17, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरि. गणेश पिता नाथु भूरिया नि. जामपाडा ने बताया कि सोनु घर से कंडे बिनने का बोलकर गयी थी जिसे संदेही आरोपी जीवन पिता भेरू हटीला, निवासी जामपाडा का फरि. की लडकी को बहला फुसलाकर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया मे अपराध क्रं. 77/17, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग के दो प्रकरण कायम 

झाबुआ । मांगु पिता कलजी मैडा उम्र 40 वर्ष नि. वालाखोरी की शराब के नशे में कुएं में गिरने व पानी मे डुबने से एवं अज्ञात पुरुष उम्र 40 वर्ष की मृत्यु होने पर प्रकरण में थाना थांदला, रायपुरिया में मर्ग क्रं. 24,08/17 धारा 174 जाफौ की कायमी की गयी।

विशेष : अभिव्यक्ति की आजादी नहीं अलगाववादी नारे

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भारत में देश विरोधी गतिविधियों को जिस प्रकार से समर्थन मिलता दिखाई दे रहा है, वह किसी भी प्रकार से सही नहीं कहा जा सकता है। यहां पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि हमारे देश में ही राष्ट्रवाद पर सवाल खड़े किए जाते हैं, जबकि अन्य देशों में ऐसे प्रकरणों पर कठोर कार्यवाही करने का प्रावधान है। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के रामजस महाविद्यालय में घटित हुए ताजे प्रकरण ने राष्ट्रवाद के हमले को नए सिरे से दोहराया है, एक बार फिर अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर अलगाववाद को महिमामंडित करने का प्रयास किया गया। ऐसे मामलों में कुछ राजनीतिक दलों से संरक्षण प्राप्त करने वाले लोग जानबूझकर राष्टविरोधी गतिविधियों को संचालित करते हैं, लेकिन पूर्व योजना के अनुसार सारा ठीकरा केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर फोड़ा जाता है। यह बात सही है कि ऐसे मामले नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने के लिए ही किए जा रहे हैं। जिन्हें हवा देने का काम हमारे देश के राजनीतिक दल कर रहे हैं।


दिल्ली विश्वविद्यालय में घटित पूर्व की घटना को ध्यान में रखा जाए तो यह बात दिखाई देती है कि उस समय खुले रुप में भारत के टुकड़े करने के नारे लगाए गए। जिसे हमारे देश के कांग्रेसी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का नाम देकर समर्थन दिया गया। इन नेताओं ने कभी भी इस बात का अध्ययन नहीं किया कि इस मामले में लगाए गए नारों का क्या अर्थ है। कश्मीर की आजादी के नारे का मतलब क्या है। हम जानते हैं कि जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा बिलकुल इसी तरह के नारे लगाए जाते हैं। भारत की धरती पर अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर ऐसे प्रदर्शन हालांकि कोई नई बात नहीं रह गये। देश के महाविद्यालयों में वामपंथी

विचारधारा से जुड़े छात्र संगठनों द्वारा ऐसे ही देश विरोधी प्रदर्शन किये जाते रहे। लेकिन ऐसे मौकों पर जब कोई राष्ट्रवादी संगठन विरोध के लिये उतरता है तो वामपंथी विचारधारा के समर्थक तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोग अभिव्यक्ति की आजादी का राग अलापने लगते हैं। तथाकथित बुद्धिजीवियों को केवल दिखायी पड़ता है तो राष्ट्रवादी संगठनो का विरोध। दिल्ली यूनीवर्सिटी के रामजश कॉलेज में भी देशद्रोही उमर खालिद के कार्यक्रम से बौखलाये वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा जमकर देश के विरूद्ध हुये नारेबाजीबीकी गयी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जब उसका मुंह तोड़ जवाब दिया तो भारत की पूरी राजनीति दिल्ली विश्वविद्यालय में जाकर सिमट गयी। हमेशा ही संघ तथा संघ से जुड़े राष्ट्रवादी संगठनों को निशाने पर लेने की ताक में रहने वाले भारत के दोगले राजनेताओं ने कॉलेज का यह विवाद अपने हाथों में ले लिया। विदेशी आर्थिक सहयोग के सहारे राजनीति करने वाले सीताराम येचुरी तथा अरविंद केजरीवाल जैसे सैकड़ों नेताओं को इसमे केन्द्र सरकार की साजिश नजर आने लगी। इन दोगले नेताओं से पूछा जाना चाहिये कि क्या वह ऐसी नारेबाजी का समर्थन करते हंै। जो भारत के टुकड़े करने की बात करती है।

धर्म निर्पेक्षता के नाम पर क्या यह देशद्रोहियों को यंू ही पनाह देते रहेंगे। आखिर इन्हें हिन्दु, हिन्दुत्व तथा राष्ट्रवाद की अवधारणा से परेशानी क्या है। हमेशा ही ऐसे लोग राष्ट्रद्रोह से जुड़े मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिये कुतर्कों का सहारा लेकर देश को गुमराह करते रहे हंै। इनसे पूछा जाना चाहिये कि इन्हें आखिर राष्ट्र सेवा करने वाले हर उस संगठन से आखिर इतनी नफरत क्यों है। वर्तमान में देश में जिस प्रकार का वातावरण तैयार करने की साजिश की जा रही है, वह देश के लिए घातक तो है ही, साथ राष्ट्रवाद को विवादित करने की भी एक बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है। यहां पर सबसे बड़ी विचित्र बात यह है कि भारत में धर्म निरपेक्षता के नाम पर होने वाली कार्यवाही को बहुत बड़ा समर्थन मिल जाता है, जबकि राजनीतिक तौर पर राष्ट्रवाद का विरोध किया जाता है। हमें यह ध्यान रखना होगा कि जब हमारा राष्ट्रवाद ही खतरा में आ जाएगा, तब हमारी क्या स्थिति होगी। इसका हमें अध्ययन करना होगा। हमारी कमजोरी दुश्मन देशों को मजबूत करने का काम करेगी। सवाल यह आता है कि आखिर राष्ट्रहित से जुड़े हर मुद्दे पर इनका विरोध प्रदर्शन करने का उद्देश्य क्या है। जब इन विरोध करने वाले नेताओं की ठीक प्रकार से जांच की जाएगी तो सारा षड्यंत्र सामने आ जाएगा, इससे बार-बार भौंकने वाले इन नेताओं की जुबान पर ताला तो लगेगा ही। साथ ही यह भी तय है कि देशद्रोह के आरोपों में इन्हें जेल भी जाना होगा। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली में कन्हैया नामक छात्र नेता मुख्य भूमिका में था उमर खालिद सहायक भूमिका निभा रहा था, इस बार उमर खालिद मुख्य भूमिका में आ गया। आयोजकों के दिमाग में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का वह प्रकरण अवश्य रहा होगा कि अलगाववादी ताकत ही ऐसे आयोजन करके विवाद उत्पन्न करते हैं, अन्यथा अलगाववादी मानसिकता के किसी छात्र नेता को व्याख्यान हेतु बुलाने का उचित था। वामपंथी व कांग्रेसी विचारधारा आज किस मुकाम पर पहुंच गई है, इन्हें अभिव्यक्ति की आजादी और ज्ञानवर्धन हेतु कन्हैया और उमर खालिद जैसे नेता ही क्यों मिलते हैं। इस बार पूरे प्रकरण को हवा देने के लिए एक शहीद की बेटी को भी आगे किया गया। कार्यक्रम का आयोजन करने वाले साजिशकर्ताओं को संभवत: इस बात की जानकारी होगी कि देश में शहीदों के परिजनों के प्रति बहुत सम्मान की भावना होती है। इसके बावजूद यह सच्चाई है कि कारगिल में घुसपैठ पाकिस्तान ने की थी। ऐसे में पाकिस्तानी कुटिलता के विरुद्ध देश की एकजुटता दिखनी चाहिए।

हम जानते हैं कि वर्तमान में देश के राजनीतिक दलों खासकर कांगे्रस और वामपंथी दलों का अस्तित्व सवालों के घेरे में आता जा रहा है। वह लगातार सिमटते जा रहे हैं, इतना ही नहीं उनका वैचारिक आधार भी समाप्त होता जा रहा है। इसके बाद इन दलों को जिस प्रकार से सुधार की कवायद करना चाहिए, वह नहीं की जा रही है। यह लगातार अपनी भूमिका के चलते विवादित होते जा रहे हैं। जिसे देश की जनता समझ भी रही है। लेकिन यह बार बार ऐसे आयोजनों का समर्थन करने की होड़ में लग जाते हैं, जो देश के लिए अत्यंत ही घातक हैं। अब दिल्ली की शिक्षण संस्थानों में अलगाववाद की बात करने वालों के समर्थन के लिए इन पार्टियों के नेता दौड़ पड़ते हैं मसला अभिव्यक्ति की आजादी तक सीमित होता है तो कोई आपत्ति नहीं थी, इसका विस्तार अलगाववाद तक नहीं होना चाहिए। राष्ट्रीय की एकता अखंडता के खिलाफ उठने वाली प्रत्येक आवाज संविधान के विरुद्ध होती है। हमारे नेताओं को अभिव्यक्ति की आजादी और अलगाववाद के बीच अंतर को समझना होगा। अलगाववाद की सीमा तक पहुंचने वाली आवाज को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं कहा जा सकता। ऐसी बातें किसी नागरिक को परेशान नहीं करती तो समझ लेना चाहिए उसकी देश के प्रति निष्ठा संदिग्ध है। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश विरोधी नारे लगाने वालों का विरोध ना करना भी गलत है। दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज का विवाद सोशल मीडिया पर एक युद्ध की तरह चल रहा है। आज ये विश्लेषण का विषय अवश्य है कि क्यों हर बार ऐसा होता है कि भारत में कोई भी देश-विरोधी गतिविधि होती है और लोगों द्वारा उसका विरोध होता है तो ये वामपंथी, कांग्रेसी और आप समेत सारे सेक्युलर पार्टियों के नेता उन देशविरोधी तत्वों के समर्थन में खुलकर सामने आ जाते हैं। पूरी तरह से निष्फल, अप्रांसगिक और आशाविहीन हो चुकी विपक्षी पार्टियों को इन देशविरोधी तत्वों में आशा की नई किरण दिखाई पड़ी है। वामपंथी खेमा तो पहले से ही देश-विरोधी कार्यों में संलिप्त रहा है, कांग्रेस के सामने अस्तित्व का संकट मँडरा रहा है और आम आदमी पार्टी इन मुद्दों को उछालकर दिल्ली में अपनी नाकामियों को छुपाने का विफल प्रयत्न कर रही है। इन सभी पार्टियों को ऐसा लगने लगा है कि असहिष्णुता के नाम पर छाती पीटकर और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पुरजोर उपयोग करके वे ऐसा ब्रह्मास्त्र चला रहे हैं जो शायद मोदी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने में कारगर हथियार साबित हो सकता है। वास्तव में इस प्रकार की राजनीति करके वे मानसिक दिवालिए पन को उजागर कर रहे हैं। भारत की जनता को आज भी वह लोग भोली भाली मानकर ही व्यवहार कर रहे हैं, जबकि वर्तमान समय में जनता बहुत समझदार हो चुकी है। उसे देश में होने वाले हर अच्छे बुरे कृत्य का ज्ञान है। इसी कारण जनता इन देश विरोधी दलों को कई बार चुनाव परिणाम के माध्यम से चेतावनी भी दे चुकी है। आगे भी जनता इनका निर्णय करेगी।




liveaaryaavart dot com

सुरेश हिन्दुस्थानी
झांसी (उत्तरप्रदेश)
मोबाइल 09455099388

आलेख : “मिशन 2018” का बजट

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मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार राजनीतिक रूप से पहले ही मिशन 2018 के मूड में आ चुकी थी. अब सूबे का नया बजट भी अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव के रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है. वित्तमंत्री जयंत मलैया द्वारा वित्त वर्ष 2017-18 के लिये पेश किये गये बजट में 2018 के जीत की चाभी तलाशने की कोशिश गयी है. यह घोषणाओं से भरपूर बजट है जिसके जरिए सभी को साधने की कोशिश की गई है. बजट में शहरी गरीबों के लिये पांच रुपये में भोजन, विधवा महिलाओं के लिये पेंशन और प्रदेश सरकार के कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग का लाभ देने जैसी घोषणायें दक्षिण के राजनीति की याद दिलाती हैं. इस लोक लुभावन बजट में कोई नया “कर” नहीं लगाया गया है और शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया गया है.मुख्यमंत्री द्वारा चलाये जा रहे नर्मदा सेवा यात्रा को भी ख़ास महत्त्व देते हुए इसके लिए धन की कमी ना होने देने का आश्वासन दिया गया है. जाहिर है भाजपा 2018 के चुनाव में नर्मदा को हिन्दुतत्व के एक मुद्दे के तौर पर कैश कराने की तैयारी में है. इसको लेकर कांग्रेस ने आरोप भी लगाया है कि नर्मदा नदी के संरक्षण के नाम पर चलायी जा रही ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ अगले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी के सियासी एजेंडा से जुड़ी है जिसमें सरकारी खजाने से सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि “यह राज्य को विकसित राज्यों की पंक्ति में खड़ा करने वाला और अवसंरचना विकास का बजट है जिसमें सामाजिक क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई है.”” उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि “प्रदेश सरकार ने बजट के नाम पर केवल आंकड़ों की बाजीगरी कर जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश की है.” उन्होंने बजट में पेट्रोलियम पदार्थों पर राहत ना देने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ‘प्रदेश सरकार की ऊंची कर वसूली के चलते जनता को लम्बे समय से काफी महंगा डीजल-पेट्रोल खरीदना पड़ रहा है, बजट में इस ‘लूट’ से जनता को कोई राहत नहीं दी गयी है”.’ 2018 में भाजपा को सूबे की सत्ता में आये हुए पंद्रह साल पूरे हो जायेंगें. बीते साल 29 नवंबर को शिवराज सिंह चौहान ने भी बतौर मुख्यमंत्री 11 साल पूरे कर लिए हैं ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि इतने लम्बे समय तक सत्ता में रहने के बाद सूबे की स्थिति में क्या सुधार हुए हैं? शिवराजसिंह 29 नवम्बर 2005 को मुख्यमंत्री बने थे और उनका पहला बजट 21 फरवरी 2006 को तत्कालीन वित्तमंत्री राघवजी द्वारा पेश किया गया था तब से लेकर अब तक बदलाव के अनेकों दावे किये जा चुके हैं. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तो जनता को लुभाने वाली घोषणाओं के लिए भी खासे मशहूर हैं. इसकी वजह से उन्हें घोषणावीर मुख्यमंत्री भी कहा जाता है. हालांकि एक दशक का अनुभव बताता है कि इनमें से ज्यादातर घोषणायें जमीन पर उतरती हुई दिखाई नहीं पड़ती हैं. 

मुख्यमंत्री हर मंच से यह दावा करना नहीं भूलते कि उन्होंने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य के टैग से छुटकारा दिलवा दिया है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर पेश करती है. सूबे के अधिकाशं लोग आज भी खेती पर ही निर्भर हैं,औद्योगिक विकास की गति धीमी है और इसके  लिए आज भी जरूरत के अनुसार अधोसंरचना नहीं बनायीं जा सकी है. सूबे में शिक्षा का स्तर भी काफी खराब है, यहाँ एक भी ऐसा ढ़ंग का शैक्षणिक संस्थान नहीं है जो गुणवत्ता के सभी मानकों पर खरा उतरता हो. इसी तरह से सांख्यिकी मंत्रालय की हालिया आंकड़े बताते हैं कि सूबे की प्रति व्यक्ति आय अभी भी राष्ट्रीय औसत से आधी है और इसके बढ़ने की रफ्तार बहुत धीमी है. बजट से एक दिन पहले प्रदेश का जो आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया है उसमें मानव विकास के क्षेत्र में सूबे की बदरंग तस्वीर उभर कर सामने आती है. राष्ट्रीय स्तर पर जहाँ शिशु मृत्यु दर 39 हैं, वहीँ मध्यप्रदेश में यह दर 52 हैं. प्रदेश के ग्रामीण में तो शिशु मृत्यु की दर 57 हैं. मातृ  मृत्यु दर के मामले में भी सूबे की तस्वीर बहुत स्याह हैं जहाँ राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 167 हैं. वही मध्यप्रदेश में इससे 32.33 फीसदी अधिक 221 पर खड़ा है. जाहिर है यह तस्वीर बहुत भयवाह है. मौजूदा बजट में मेडिकल शिक्षा के बजट में पिछले साल के मुकाबले 61 प्रतिशत की बढ़ोतरी और सात नए मेडिकल कालेज खोलने का प्रस्ताव किया गया है, इसी तरह से डॉक्‍टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए विशेष भत्ता दिए जाने की घोषणा भी की गयी है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की जर्जर हालत को देखते हुए ये नाकाफी लगते हैं. पिछले वित्त वर्ष के बजट में भी तीन नए मेडिकल कालेज खोलने का प्रस्ताव किया गया था जो कि अभी तक पूरे नहीं हो सके हैं  

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के अनुसार मध्यप्रदेश में पांच साल तक के 42.8 प्रतिशत कम वजन के हैं. पिछले एक दशक में भारी भरकम रकम खर्च होने के बावजूद म.प्र. में बच्चों के कुपोषण में कमी की वार्षिक दर 1.8 प्रतिशत ही है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 4 (2015-16) के अनुसार राज्य में 40 प्रतिशत बच्चे आज भी कुपोषित हैं, रिर्पोट के अनुसार 5 साल से कम उम्र के हर 100 बच्चों में से लगभग 40 बच्चों का विकास ठीक से नही हो पाता है,इसी तरह से 5 साल से कम उम्र के लगभग 60 प्रतिशत बच्चे खून की कमी के शिकार हैं और केवल 55 प्रतिशत बच्चों का ही सम्पूर्ण टीकाकरण हो पाता है. नये बजट में कुपोषित बच्चों के लिए 6 नए पोषण केंद्र खोलने की घोषणा के अलावा नया कुछ नहीं है. आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से चार प्रतिशत कम है और सूबे की चालीस प्रतिशत महिलायें तो अभी भी असाक्षर हैं. इसी तरह से बीच में ही पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार 2015-16 के दौरान  कक्षा 1 से कक्षा 5 के  6.2 प्रतिशत लड़कों और 6.1 प्रतिशत लड़कियों ने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दिया जबकि इसी दौरान कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के 8.2 प्रतिशत शाला त्यागी लड़के और 11 प्रतिशत लड़कियां दर्ज की गयी हैं. इसी तरह प्राथमिक स्तर पर (कक्षा 1 से कक्षा 5)बच्चों के नामांकन में भी कमी दर्ज हुई हैं जहाँ 2014-15 के दौरान प्राथमिक कक्षाओं में 86.62 लाख बच्चे दर्ज थे वही 2015-16 के दौरान यह संख्या घटकर 80.94 लाख हो गयी है. राज्य शिक्षा केंद्र के समग्र आईडी सर्वे के मुताबिक़ कक्षा एक से आठवीं तक के प्रदेश के करीब तीन लाख बच्चे स्कूल से दूर हैं. मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में भी 40 हजार से ज्यादा शिक्षकों की कमी है और बीस प्रतिशत स्कूल एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. जाहिर है इन सबका असर शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूलों में बच्चों की रूकावट पर देखने को मिल रहा है. नये बजट में 19,872.89 करोड़ रुपये का आवंटन स्कूली शिक्षा के लिये किया है जो कि कुल बजट का 12 प्रतिशत है. पिछले बजट में इसके लिये 18,094.04 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था.इस बार के बजट में  36 हजार शिक्षकों की भर्ती की बात की गयी है. उम्मीद है इससे स्कूली शिक्षा में कुछ सुधार देखने को मिलेगा.

शिवराज सिंह चौहान दावा करना नहीं भूलते कि उनकी सरकार ने खेती को फायदे का धंधा बना दिया है और आगामी पांच वर्षो में किसानों की आय दोगुना हो जायेगी. लेकिन विधानसभा में खुद उनके गृह मंत्री ने स्वीकार किया है कि प्रदेश में प्रतिदिन 3 किसान या खेतिहर मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं. इसी तरह से पिछले साल के मुकाबले इस साल सिंचाई क्षेत्र में 3.12 प्रतिशत की कमी हुई है. इन सब के बावजूद इस बजट में किसान कल्याण व् कृषि विभाग के बजट में 256 करोड़ की कमी की गयी है जोकि निराशाजनक है. महिला सुरक्षा की बात करें तो यहाँ रोजाना 12 दुष्कर्म होते है. विधान सभा के मौजूदा सत्र में गृह मंत्री द्वारा बताया गया है कि सूबे में फरवरी 2016 से लेकर अबतक करीब साढ़े चार हजार महिलायें दुष्कर्म का शिकार हुई हैं. इतनी गंभीर स्थिति होने के बावजूद बजट में महिला सुरक्षा के लिए कोई खास घोषणा नहीं की गयी है.  उपरोक्त परिस्थितयों को देखते हुए कहा जा सकता है कि भले ही इस बजट को एक पापुलर बजट का तमगा हासिल हो जाए लेकिन इसमें भविष्य को लेकर कोई विजन या विचार दिखाई नहीं पड़ता है. सदन में अपने बजट भाषण के दौरान वित्तमंत्री ने खुद स्वीकार कर किया है कि मध्यप्रदेश अभी भी बीमारू राज्य है लेकिन इससे बाहर निकलने के लिए उन्होंने कोई रोडमैप पेश नहीं किया है. 




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जावेद अनीस 
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javed4media@gmail.com

सन्दर्भ : अंबेडकरी विचारक किरवले की हत्या और विजयन के सर पर एक करोड़ का इनाम!

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  • संघ सिपाहसालार ने हजारों मुसलमानों को कब्रिस्तान भेजने की बात कहकर गुजरात दोहराने की चेतावनी दे दी!

krishna kirawale
यूपी में आखिरी चरण के लिए मतदान बाकी है।दलित शोध छात्र रोहित वेमुला के बाद कोल्हापुर में प्रखर अंबेडकरी विचारक किरवले की हत्या हो गयी।इससे ज्यादा खतरनाक बात यह है कि उज्जैन में आरएसएस ने गुजरात में हजारों मुसलमानों के कत्लेआम का इकबालिया बयान जारी करते हुए केरल के मुख्यमंत्री के सर पर एक करोड़ के इनाम का ऐलान कर दिया है। कलबुर्गी,पानेसर,दाभोलकर के बाद रोहित वेमुला की हत्या और नजीब की गुमशुदगी के साथ किरवले की हत्या को जोड़कर देखें तो साफ तौर पर आरएसएस ने गुजरात नरसंहार दोहराने का अल्टीमेटम जारी कर दिया है और बहुजनों को भी चचेतावनी दे दी है कि अब हिंदूराष्ट्र में अंबेडकर विमर्श के लिए कोई जगह नहीं है। जाहिर है कि केंद्र या राज्य में सत्ता हासिल करने या विशुध राजनीति या राजकाज से गांधी के हत्यारे कतई खुश नहीं हैं।वे राम राज्य से कम कुछ नहीं चाहते। रोहित के बाद किरवले की हत्या मनुस्मृति लागू करने के लिए भारतीय जनता के खिलाफ संघ परिवार की खुली युद्ध घोषणा है। चंद्रावत ने जिस तरह आम सभा में गुजरात में हजारों मुसलमानों को मौत के घाटउतारने का ऐलान किया है,यह गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के महिमामंडन का असल एजंडा है। चुनाव जीतने वाली स्थिर सरकार जिसे इशारे पर चल रही हो,वह अचानक इतना ज्यादा आक्रामक तेवर में आ जाये तो समझिये बहुत घनघोर संकट है। जिस तरह विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली में उधम मचाया और उसके बाद कोलकाता में भी वह सड़क पर बवाल खड़ा करने के मूड में है,जिस तरह केरल के मुख्यमंत्री के सर पर इनाम एक करोड़ का ऐलान करते हुए आरएसएस के सिपाहसालार ने अमेरिका और भारतीय न्याय प्रणाली की क्लीन चिट को हाशिये पर रखकर सीना ठोंककर कह दिया कि संघ ने गुजरात में हजारों मुसलमानों को कब्रिस्तान में भेज दिया।



इस ऐलान के बाद केरल के पलक्कड़ में तीन वाम कार्यकर्ताओं पर हमले भी हो गये।संघ परिवार इस इकबालिया बयान से पल्ला झाड़ने के लिए चंद्रावत को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है,लेकिन अभी तक मध्यप्रदेश सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसी के मध्य कोल्हापुर से खबर आयी है कि कामरेड गोविन्द पानसरे के बाद अज्ञात हत्यारों ने आज सुबह कोल्हापुर वि वि में मराठी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ कृष्णा किरवले की उन्हीं के घर में घुस कर हत्या कर दी । डॉ किरवले अपने प्रखर अम्बेडकरवादी विचारों के लिए जाने जाते थे । खबरों के मुताबिक इस नृशंस हत्या का पैटर्न वही है जो हत्यारों ने क्रमशः डॉ नरेंद्र दाभोलकर, कॉ गोविन्द पानसरे और प्रो एम एम कलबुर्गी की हत्या के समय अपनाया था । गौरतलब है कि  इन तीनों प्रकरणों में हत्यारे अभी तक पकडे नही गये हैं और समाज के प्रगतिशील बौद्धिक नेतृत्व को हत्या जैसे हिंसक तरीकों से खामोश किये जाने की कोशिशें एक लंबे अरसे से जारी है। इंडियन एक्सप्रेस ने चंद्रावत के कारनामे का ब्यौरा देते हुए हैरत जताया कि उन्हें  अभीतक गिरफ्तार क्यों नहीं किया है।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिकः
Standing before a heaving crowd of Hindutva supporters in Ujjain on Wednesday, RSS leader Kundan Chandrawat made a frank admission: His “Hindu society” had sent thousands of Muslims to their deaths during the polarizing Gujarat riots. His admission, anchored in rhetoric, had macabre overtones. At an event organized by the local Janadhikar Samiti, Chandrawat had launched a scathing attack on the Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan, alleging that Vijayan was responsible for the deaths of the RSS activists in Kerala. Enraged and excited, Chandrawat asked for Vijayan’s head: “I, Dr Kundan Chandrawat, declare from this dais – I have wealth that is why I say this… property worth more than Rs 1 crore. Cut off Vijayan’s head, and bring it to me, I will transfer my house and assets in your name! Such traitors don’t have the right to live in the country. Such traitors don’t have the right to murder democracy!” Leaning intimidatingly over the podium, his voice roared. “Have you forgotten Godhra? You killed 56, we sent 2000 to the graveyard,” referring to the colossal anti-Muslim pogrom that left Gujarat scarred in 2002. In response, Chandrawat received a resounding applause.

बिहार में भारी मात्रा में शराब बरामद , चार तस्कर गिरफ्तार

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पटना 04 मार्च, बिहार में वैशाली, दरंभंगा और गया जिले से भारी मात्रा में देशी-विदेशी शराब बरामद कर पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है । 



हाजीपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार वैशाली जिले के भगवानपुर थाने की पुलिस ने आज सुबह महुआ- बेलसर मार्ग पर घेराबंदी कर एक पिकअप वैन से 60 कार्टन विदेशी शराब बरामद किया । इस दौरान वैन पर सवार तस्कर फरार हो गये । बरामद शराब हरियाणा निर्मित है जिसे होली के मौके पर बिक्री के लिए लाया जा रहा था । 




दरभंगा से मिली सूचना के अनुसार उत्पाद विभाग की एक टीम ने सुबह में लहेरियासराय स्टेशन परिसर से एक तस्कर को गिरफ्तार कर उसके थैले से 11 बोतल विदेशी शराब बरामद किया । उत्पाद अधीक्षक दिनबंधु ने यहां बताया कि इस दौरान तस्तर प्रभात कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है । बरामद शराब बंगाल निर्मित है । उन्होंने बताया कि बहादुरपुर थाना क्षेत्र के ओझोल गांव से कल एक वाहन से विदेशी शराब की 22 बोतलें बरामद की गयी थी । 




गया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सूचना पर सरकारी रेल पुलिस ने झारखंड के धनबाद से पटना आ रही गंगा-दामोदर एक्सप्रेस ट्रेन के एक डिब्बे में देर रात छापा मारकर 600 पाउच देशी शराब बरामद कर तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया । तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वे कोडरमा से शराब लेकर आ रहे थे ।

होली से पहले चढा बनारस में चढा चुनावी रंग, मोदी,राहुल-अखिलेश और मायावती का “रोड शो”

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वाराणसी 04 मार्च, देश की सांस्कृतिक राजधानी कही जाने वाली वाराणसी होली से पहले चुनावी रंग में सरोबार नजर आयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावाती आज यहां चुनावी सभाएं एवं ‘रोड शो’ कर रहे हैं।


श्री मोदी पूर्व निर्धारित समय पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे और तीन दिवसीय चुनावी कार्यक्रमों की शुरूआत लंका स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मुख्य द्वार भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर चुनावी “रोड शो” के जरिये शुरू कर दिया। अपराह्न लगभग दो बजे तक चलने वाले श्री मोदी के इस चुनावी “रोड शो” को “जनता दर्शन” बता रही है। श्री मोदी का रोड शो निर्धारित लगभग दस बजे के बजाये एक घंटे देरी से लगभग 11 बजे शुरू हुआ।



इससे पहले श्री मोदी अपने निर्धारि समय पर विशेष विमान से बातपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे, जहां से वह सेना के हेलीकॉक्टर से बीएचयू के हेलीपैड पहुंचे। बीएचयू हेली पैड पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित कुछ अन्य नेताओं ने उनकी आगवानी की।

श्री मोदी के वाराणसी आगमन से र भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। मंदिर के जाने के रास्ते में बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने सड़क किनारे खड़े होकर उनका अभियानत एवं स्वागत किया। भाजपा कार्यकर्ता ढोल-नगारों से उनका स्वागत कर रहे हैं। समर्थन मोदी जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री को खुले कार मेंसवार देखने के लिए मकान की छतों पर खड़े हैं और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे हैं।



लंका स्थित सिंह द्वार पर हजारों भाजपा कार्यकर्ता मौजद थे। कार्यकर्ता हाथों में पार्टी के झंडे एवं उसी प्रकार के रंग वाले बैलून लिये हुए थे। सिंह द्वार परमौजूद हजारों लोगों ने श्री मोदी को पुष्प और मालाओं से स्वागत किया। उन्होंने कई हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

खुली कार से निकले श्री मोदी लगभग चार घंटे के दौरान ऐतिहासिक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पुजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद जौनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद आज शाम लगभग साढे सात बजे वाराणसी लौटेंगे और शहर मैदागिन इलाके में टाउन हॉल मैदान में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहली चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।



इससे पहले श्री मोदी बाबा विश्वनाथ मंदिर जाने के रास्ते लंका, रविदास गेट,अस्सी, भदैनी, सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया और बांस फाटक के रास्ते पर जनता दर्शन करेंगे। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री मोदी तीसरी बार बाबा का दुग्धाभिषेक करेंगे तथा लगभग एक घंटे मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इसके लिए 51 किलो दुध की व्यवस्था की गई है।



इसी प्रकार शहर के कोतवाल माने जाने वाले बाबा काल भैरव मंदिर जाकर पहली बाद पूजा अर्चना करेंगे। बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद लेने के बाद श्री मोदी चौक, नीचीबाग, मैदागिन, कोतवाली थान,विशेश्वरगंज से गुजरात विद्यामंदिर होते हुए बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगायेंगे। लगभग आधे घंटे तक पूजा अर्चना करने बाद श्री मोदी पड़ोसी जिले जौनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने जाएंगे और वहां से लौटने के बाद लगभग साढ़े सात बजे से पौने नौ बजे तक शहर के भीड़भाड़ वाले मैदागिन इलाके में टाउन हॉल मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।



समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला अध्यक्ष डॉ0 पीयूष यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सुबह 12 बजे सेवापुरी और रोहनियां विधान क्षेत्र की संयुक्त चुनावी सभा मोहन सराय बाईपास के पास टड़िया शहाबाद तथा दोपहर लगभग एक बजे अगरा एवं शिवपुर विधान सभा क्षेत्र की संयुक्त चुनावी सभा में मुनारी लोगों को को संबोधित करेंगे। सेवापुरी से राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल और रोहनियां से उनके भाई महेंद्र सिंह पटेल, जबकि शिवपुर से अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले आनंद मोहन उर्फ गुड्डू यादव चुनावी मैदान में हैं।

खुली कार से निकले श्री मोदी लगभग चार घंटे के दौरान ऐतिहासिक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पुजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद जौनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद आज शाम लगभग साढे सात बजे वाराणसी लौटेंगे और शहर मैदागिन इलाके में टाउन हॉल मैदान में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहली चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। 



इससे पहले श्री मोदी बाबा विश्वनाथ मंदिर जाने के रास्ते लंका, रविदास गेट,अस्सी, भदैनी, सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया और बांस फाटक के रास्ते पर जनता दर्शन करेंगे। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री मोदी तीसरी बार बाबा का दुग्धाभिषेक करेंगे तथा लगभग एक घंटे मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इसके लिए 51 किलो दुध की व्यवस्था की गई है। 



इसी प्रकार शहर के कोतवाल माने जाने वाले बाबा काल भैरव मंदिर जाकर पहली बाद पूजा अर्चना करेंगे। बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद लेने के बाद श्री मोदी चौक, नीचीबाग, मैदागिन, कोतवाली थान,विशेश्वरगंज से गुजरात विद्यामंदिर होते हुए बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगायेंगे। लगभग आधे घंटे तक पूजा अर्चना करने बाद श्री मोदी पड़ोसी जिले जौनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने जाएंगे और वहां से लौटने के बाद लगभग साढ़े सात बजे से पौने नौ बजे तक शहर के भीड़भाड़ वाले मैदागिन इलाके में टाउन हॉल मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। 



समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला अध्यक्ष डॉ0 पीयूष यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सुबह 12 बजे सेवापुरी और रोहनियां विधान क्षेत्र की संयुक्त चुनावी सभा मोहन सराय बाईपास के पास टड़िया शहाबाद तथा दोपहर लगभग एक बजे अगरा एवं शिवपुर विधान सभा क्षेत्र की संयुक्त चुनावी सभा में मुनारी लोगों को को संबोधित करेंगे। सेवापुरी से राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल और रोहनियां से उनके भाई महेंद्र सिंह पटेल, जबकि शिवपुर से अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले आनंद मोहन उर्फ गुड्डू यादव चुनावी मैदान में हैं।

लोढा समिति की सिफारिशें चार से पांच महीने में पूरी तरह लागू होंगी : विनोद राय

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सिंगापुर, 4 मार्च, बीसीसीआई के संचालन के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति :सीओए: के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि क्रिकेट बोर्ड में लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने की प्रक्रिया अगले चार से पांच महीने में पूरी होगी। राय ने कहा, ‘‘हम सुनिश्चित करना चाहते थे कि न्यायालय के फैसले के अनुसार जितना जल्द संभव हो ढांचा और प्रणाली लागू की जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक बीसीसीआई का सवाल है, हम एक ढांचा तैयार करेंगे, हम खातों का प्रारूप तैयार करेंगे और हम सुनिश्चित करेंगे कि कुछ प्रक्रिया तैयार की जाएं जिनके जरिये भविष्य में बीसीसीआई का संचालन सहज और लोढा समिति की सिफारिशों के अनुसार हो।’’ राय ने सिंगापुर के थिंक टैंक इंस्टीट्यूट आफ साउथ एशियन स्टडीज की दक्षिण एशिया पर अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के इतर ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘यह लंबी प्रक्रिया नहीं होगी और समिति अधिक से अधिक चार से पांच महीने में इसे पूरा कर पाएगी।’’ उच्चतम न्यायालय ने जनवरी में भारत के पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राय की अगुआई में बीसीसीआई के संचालन के लिए चार सदस्यीय पैनल नियुक्त किया था।

इयोन मोर्गन के शतक से इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 45 रन से हराया

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सेंट जोंस :एंटीगा एवं बारबुडा:, 4 मार्च, इयोन मोर्गन के 10वें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक के बाद तेज गेंदबाजों लियाम प्लंकेट और क्रिस वोक्स के चार-चार विकेट की बदौलत इंग्लैंड ने पहले एकदिवसीय मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को 45 रन से हरा दिया। इंग्लैंड के कप्तान ने भारत के खिलाफ पिछली वनडे श्रृंखला की अच्छी फार्म को बरकरार रखते हुए 107 रन की पारी खेली जिससे मेहमान टीम ने छह विकेट पर 296 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। मोर्गन ने 116 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके और दो छक्के मारे। उन्होंने बेन स्टोक्स :55: के साथ पांचवंे विकेट के लिए 110 रन की साझेदारी भी की। इसके जवाब में प्लंकेट :40 रन पर चार विकेट: और वोक्स :47 रन पर चार विकेट: की तूफानी गेंदबाजी के सामने वेस्टइंडीज की टीम 47 . 2 ओवर में 251 रन पर ढेर हो गई। वेस्टइंडीज की ओर से जेसन मोहम्मद :72: और जोनाथन कार्टर :52: ने अर्धशतक जड़ने के अलावा छठे विकेट के लिए 82 रन की साझेदारी भी की लेकिन टीम को जीत नहंी दिला सके।

कंसास की घटना को एक अकेली घटना के तौर पर देखा जाना चाहिए : जयशंकर

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वाशिंगटन, चार मार्च :भाषा: विदेश सचिव एस जयशंकर ने आज कहा कि कंसास में हुई गोलीबारी की घटना को अपनी तरह की ‘‘एक अकेली घटना’’ के तौर पर देखा जाना चाहिए और अमेरिका समाज इस तरह के कृत्यों के पूरी तरह खिलाफ है। कंसास में पिछले हफ्ते भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला :32: की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जिसे घृणा अपराध का मामला माना जा रहा है। अमेरिका के दौर पर गए जयशंकर और वाणिज्य सचिव रीटा तेवतिया ने ट्रम्प प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों और कांग्रेस के नेताओं के साथ मुलाकात की। विदेश सचिव ने कहा कि कंसास की दुखद घटना उनकी कई चर्चाओं में शामिल रही। उन्होंने कहा, ‘‘हमें बेहद उच्च स्तर, कैबिनेट स्तर से बताया गया कि हमें इसे एक अकेली घटना के तौर पर देखना चाहिए। दूसरी बात कि अमेरिकी न्याय तंत्र अपना काम कर रहा है, वह गुनहगारों को दंडित कर सकता है। इस मामले को घृणा अपराध के तौर पर देखा जा रहा है।’’ जयशंकर ने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ दिनों में देखा है कि चाहे वह व्हाइट हाउस का बयान हो, या राष्ट्रपति के संबोधन में घटना का संदर्भ या फिर हमसे मिलने के बाद :सदन के: अध्यक्ष ने जो कुछ कहा, लगभग वे सभी लोग जिनसे हम मिले, यहां तक कि वे लोग भी जिनकी इससे निपटने की सीधी जिम्मेदारी नहीं है, हमने गहरा दुख, अफसोस और वह भावना देखी कि हमें इसे एक अकेली घटना के तौर पर देखना चाहिए, और अमेरिकी व्यवस्था एवं अमेरिकी समाज इसके पूरी तरह खिलाफ है।’’ जयशंकर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रायन से मिले थे।

‘भारत चीन को एक दूसरे की चिंताओं के लिए अधिक संवेदनशील होना चाहिए’

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बीजिंग, चार मार्च, चीन की एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत और चीन के बीच संबंधों को ‘बेहद नजदीक’ करार देते हुए आज कहा कि दोनों देशों को अहम मुद्दों पर मतभेद दूर करने के लिए एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘अधिक संवेदनशील’ होना चाहिए। चीन की संसद द नेशनल पीपुल्स कांग्रेस :एनपीसी: की प्रवक्ता फू यिंग ने भारत चीन संबंधों पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा,‘‘ चीन-भारत संबंध काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।’’ उन्होंने सोमवार से शुरू हो रहे एनपीसी के वाषिर्क सत्र से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ हम काफी करीब हैं , हमारे नेता अक्सर मुलाकात करते हैं और हमने आतंकवाद निरोधक एंव अंतरराष्ट्रीय अपराध सहयोग तंत्र स्थापित किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दोनों देशों की सोच काफी मिलती जुलती है।‘‘ परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह :एनएसजी: में भारत की सदस्यता, जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी मसूद अजहर को संरा आतंकवादी सूची में शामिल करने, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीन पाकिस्तान अर्थिक गलियारा जैसे मामलों में भारत से मतभेद के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत के जरिए इन्हें हल कर रहे हैं। फू ने कहा कि भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर की सह अध्यक्षता में बीजिंग में आयोजित सामरिक वार्ता मुद्दों के समाधान के लिए व्यापक है। उन्होंने कहा,‘‘ यकीनन कुछ मतभेद हैं, कुछ तो वषरें से हैं। मैं चीन की चिंताओं को भी सुनती हूं। दोनों विदेश मंत्रालयों के बीच इन्हें समग्रता में रखा गया है और योजनाएं बनाई गई हैं।’’ 

जज ने यात्रा प्रतिबंध मुकदमे में ट्रंप के वकील को दिया दो सप्ताह का और समय

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सिएटल, 4 मार्च, सिएटल के एक संघीय न्यायाधीश ने न्याय विभाग को उस मुकदमे में दो सप्ताह का और समय दिया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आव्रजन संबंधी आदेश वैध निवासियों को युद्धग्रस्त देशों में फंसे अपने बच्चों से फिर से मिल पाने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न कर रहा है। अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज जेम्स रोबर्ट ने अपने आदेश में कहा कि इस मामले में संघीय सरकार को और समय दिया जा सकता है। जेम्स ने वाशिंगटन और मिनेसोटा द्वारा दायर किये एक अन्य मामले में ट्रंप के आव्रजन संबंधी आदेश पर फरवरी में देशभर में रोक लगा दी थी। न्याय विभाग ने दलील दी कि ट्रंप अपने आदेश को रद्द कर उसके स्थान पर नया आदेश लाने को तैयार हैं और संशोधित शासकीय आदेश ‘‘ कानूनी मुद्दों के आकार को प्रभावित कर सकता है। ’’ व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने गुरूवार को कहा था कि संशोधित आदेश अगले सप्ताह की शुरूआत से पहले जारी नहीं किया जाएगा। यह आदेश पहले भी कयी बार टाला जा चुका है।

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा: संदिग्ध बिचौलिए के सहयोगियों को मिली जमानत

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नयी दिल्ली, 4 मार्च, 3600 करोड़ रपए के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे संबंधी धनशोधन मामले में एक विशेष अदालत ने कथित बिचौलिए क्रिश्चियन माइकल जेम्स के दो भारतीय सहयोगियों की जमानत को आज मंजूरी दे दी। विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने आरोपियों आर के नंदा और जे बी सुब्रमण्यम की जमानत याचिकाओं को मंजूरी दे दी। इन दोनों को इससे पहले अदालत ने तलब किया था। अदालत ने दोनों को एक लाख रपए के निजी मुचलके और इतनी की राशि की जमानत जमा करने पर राहत दिए जाने को मंजूरी दे दी। अदालत ने उन्हें आदेश दिया कि वे अदालत की पूर्व अनुमति के बिना देश छोड़कर नहीं जाएं और सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करें या गवाहों को प्रभावित नहीं करें। प्रवर्तन निदेशालय का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील एन के मत्ता ने जमानत याचिकाओं का विरोध करते हुए कहा कि मामले में दोनों आरोपियों की संलिप्पता दर्शाने वाले पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। अदालत ने पिछले साल ब्रितानी नागरिक जेम्स के खिलाफ एक बेमियादी गैर जमानती वारंट जारी किया था और उसने उसके भारतीय सहयोगियों और मैसर्ज मीडिया एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड को तलब किया था। इस फर्म को जेम्स ने नंदा एवं सुब्रमण्यम के साथ मिलकर शुरू किया था। नंदा एवं सुब्रमण्यम इस फर्म के निदेशक हैं। निदेशालय ने पिछले साल जून में मामले में धनशोधन संबंधी अपनी जांच के संबंध में 1300 पृष्ठीय अभियोजन पक्ष की शिकायत :आरोप पत्र के समतुल्य: दर्ज कराई थी। उसने दावा किया था कि उसकी जांच में पाया गया है कि जेम्स ने मैसर्ज अगस्तावेस्टलैंड से कथित रूप से 225 करोड़ रपए लिए थे। उसने आरेाप लगाया था कि यह पैसा कुछ और नहीं, बल्कि कंपनी द्वारा दी गई रिश्वत थी ताकि भारत को 12 हेलीकॉप्टर बेचने के सौदों को उसके पक्ष में लागू किया जा सके। ईडी और सीबीआई जेम्स के अलावा गुइडो हैश्के और कालरे गेरोसा के संदिग्ध बिचौलिए होने के संबंध में जांच कर रही है।


बहुचर्चित दार्जिलिंग बाल तस्करी मामले में बाल संरक्षण अधिकारी गिरफ्तार

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जलपाईगुड़ी :पश्चिम बंगाल:, 4 मार्च, जलपाईगुड़ी के बहुचर्चित बाल तस्करी मामले में सीआईडी ने जिले के एक बाल संरक्षण अधिकारी और जिला बाल कल्याण समिति के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। इन लोगों की गिरफ्तारी भाजपा महिला शाखा की नेता जूही चौधरी, एक गैर सरकारी संगठन की मुख्य दत्तक अधिकारी सोनाली मंडल, इसके अध्यक्ष चदन चक्रवर्ती और चंदन के भाई मानस भौमिक की गिरफ्तारी के कई दिन बाद की गई है। मामले की जांच कर रही सीआईडी की टीम ने ही इन लोगों को गिरफ्तार किया था। सीआईडी और जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दार्जिलिंग जिला बाल संरक्षण अधिकारी मृणाल घोष और जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य देबाशीष चंद्रा को हिरासत में ले कर कल उनसे सिलीगुड़ी के पिंटाली गांव में लंबी पूछताछ की गई। गौरतलब है कि सीआईडी ने उत्तर 24 परगना जिले के बदुरिया क्षेत्र में घरों और नर्सिंग होम पर छापे मारकर बाल तस्करी के एक रैकेट का खुलासा पिछले साल नवंबर में किया था।

पूर्व सांसद सैयद शहाबुद्दीन का निधन

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 नयी दिल्ली 04 मार्च, पूर्व सांसद तथा भारतीय विदेश सेवा के पू‌र्व अधिकारी सैयद शहाबुद्दीन का आज तड़के नोएडा के एक अस्पताल निधन हो गया। सैयद शहाबुद्दीन को आज अपराह्न यहां निजामुद्दीन स्थित पंज पीरान कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार के मौके पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, अनेक बुद्धिजीवी, मुस्लिम विद्वान, परिजन और उनके दोस्त मौजूद थे। वह 82 वर्ष के थे। उनके परिवार में पांच बेटियां हैं। श्री शहाबुद्दीन को सांस लेने की तकलीफ के कारण नोएडा के जे पी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां सुबह करीब पांच बजकर 30 मिनट पर उनका निधन हो गया। 



राजनयिक, राजदूत और राजनेता के तौर पर जाने जाने वाले श्री शहाबुद्दीन का जन्म 1935 में हुआ और बिहार स्कूल परीक्षा समित की मैट्रिक की परीक्षा के टॉपर रहे। वर्ष 1958 में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए चुने गये। वर्ष 1978 में उन्होंने आईएफएस से इस्तीफा देकर राजनीति में प्रवेश किया। वह लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे। श्री शहाबुद्दीन का नाम शाह बानो केस और बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद देश भर में सुर्खियों में छाया रहा। उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराये जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। 


उन्होंने 1989 में इंसाफ पार्टी का गठन किया था जिसे एक साल के भीतर ही भंग भी कर दिया था। वह भारत के संघीय ढ़ांचे के पैरोकार के तौर पर भी जाने जाते थे और उनकी राय में शासन के हर स्तर पर अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी होनी चाहिए।  वह कई मुस्लिम संस्थानों और संगठनों से भी जुड़े हुए थे। वह ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुसावरात के 2004 से 2007 के बीच अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने 1983 से 2002 के बीच और जुलाई 2006 से मासिक जरनल मुस्लिम इंडिया के रिसर्च का संपादन भी किया। वह ताजा घटनाक्रमों पर टीवी पर होने वाली बहसों में भी लगातार भाग लेते रहे। उन्होंने पाकिस्तान से लेकर सऊदी अरब के कई समाचारपत्रों में विभिन्न विषयों पर कई लेख भी लिखे। सैयद शहाबुद्दीन की एक पुत्री परवीन अमानुल्लाह, जो श्री अफजल की पत्नी हैं, वर्तमान में आम आदमी पार्टी की बिहार इकाई की एक पदाधिकारी हैं। वह बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।

भारत-अमेरिकी संबंधों पर ट्रंप प्रशासन का सकारात्मक नजरिया है: जयशंकर

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वाशिंगटन, 4 मार्च, विदेश सचिव एस जयशंकर ने आज कहा कि ट्रंप प्रशासन का भारत-अमेरिकी संबंधों को लेकर ‘काफी सकारात्मक दृष्टिकोण’ है और संबंधों को आगे ले जाने में काफी रूचि है। जयशंकर ने यहां वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों और शीर्ष अधिकारियों के साथ व्यापक बातचीत के बाद यह बात कही। द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने को लेकर ‘‘आशावादी’’ रूख जताते हुये जयशंकर ने यहां भारतीय पत्रकारों को बताया कि ओबामा प्रशासन के दौरान शुरू हुई भारत-अमेरिकी कूटनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता इस वर्ष भी आयोजित होगी। उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर यह दिख रहा है कि प्रशासन का भारत और उसके साथ संबंधों को लेकर सकारात्मक नजरिया है।’’ जयशंकर वाणिज्य सचिव रीता टीओटिया के साथ यहां आये हैं। अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर ने विदेश मंत्री टिलरसन, वाणिज्य मंत्री रॉस, होमलैंड सुरक्षा मंत्री जनरल:सेवानिवृत: जॉन कैली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आर मैकमास्टर और राष्ट्रपति के उप सहायक केन जस्टर से मुलाकात की। टिलरसन के साथ जयशंकर ने द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंधों के साथ-साथ अफगानिस्तान और एशिया प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर चर्चा की। वाणिज्य मंत्री के साथ चर्चा द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग पर केन्द्रित रही जबकि होमलैंड सुरक्षा मंत्री के साथ आव्रजन तथा भारतीयों और अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय के कल्याण से संबंधित मुद्दों पर बातचीत की गयी। पूर्व अमेरिकी नौसैनिक द्वारा भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की हत्या के परिदृश्य में होमलैंड सुरक्षा मंत्री के साथ जयशंकर की बातचीत को अहम माना जा रहा है।

वाराणसी पहुंचे मोदी, भाजपा ने कहा ‘‘चुनिंदा तरीके से’’ हटाए जा रहे हैं उसके पोस्टर

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वाराणसी, 4 मार्च, विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी पहुंचने के साथ भाजपा ने आज यहां प्रशासन पर चुनाव आचार संहिता के कार्यान्वयन के नाम पर ‘‘चुनिंदा तरीके से’’ पार्टी के पोस्टर हटाने का आरोप लगाया। हालांकि एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ बताते हुए कहा कि प्रशासन ‘‘निष्पक्ष’’ और ‘‘गैर पक्षपातपूर्ण’’ तरीके से काम कर रहा है। भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘पूरा शहर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और उसकी सहयोगी कांग्रेस के पोस्टर एवं बैनरों से अटा पड़ा है। लेकिन हमने देखा कि जिला प्रशासन ने हमारी पार्टी के पोस्टर चुनिंदा तरीके से हटा दिए, खासकर वे पोस्टर जिनमें प्रधानमंत्री मोदी थे जो इस समय शहर में हैं।’’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सपा-कांग्रेस गठबंधन साफ तौर पर घबराया हुआ है क्योंकि उसे विधानसभा चुनाव में निश्चित हार का डर सता रहा है। मोदी और अखिलेश एवं राहुल गांधी के समानांतर कार्यक्रम वाले दिन मंदिरों की नगरी में जनता की प्रतिक्रिया पता चल जाएगी।’’ प्रधानमंत्री आज सुबह यहां पहुंचे और वह विधानसभा चुनाव के लिए आज शाम अपनी पहली जन सभा को संबोधित करेंगे।


शर्मा ने कहा, ‘‘हालांकि प्रशासन जिस पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रहा है, वह हैरान करने वाली बात है। आचार संहिता लागू होने के साथ पूरा प्रशासनिक तंत्र केवल चुनाव आयोग के प्रति जवाबदेह हो जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन राजनीतिक आकाओं की सेवा करने की संस्कृति राज्य की नौकरशाही में गहराई से बस गयी है। यह सब 11 मार्च से बदल जाएगा जब नतीजे सामने आ जाएंगे और भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलेगा तथा वह नयी सरकार का गठन करेगी जिससे राज्य में कानून का शासन बहाल करने का रास्ता साफ हो जाएगा।’’ शर्मा के आरोपों को खारिज करते हुए वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक एन रविंदर ने फोन पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह आरोप बेबुनियाद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी राजनीतिक दल से डरे बिना या उनका पक्ष लिए बिना तथा चुनाव आयोग द्वारा तय दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए निष्पक्ष एवं गैर पक्षपातपूर्ण तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।’’

गांधी जी का नवाचार आधारित उद्यम का मॉडल सर्वश्रेष्ठ:प्रणव

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नयी दिल्ली 04 मार्च, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि आज जब वैश्विक अर्थव्यस्था कमजोर और औद्योगिक विकास रोजगारविहीन बना हुआ है, विकेन्द्रीकृत, वितरणशील और वैविध्यपूर्ण नवप्रवर्तन पर आधारित उद्यमों का राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मॉडल समस्याओं के समाधान का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में एक सप्ताह तक चलने वाले नवप्रवर्तन उत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमेशा सामुदायिक ज्ञान और संस्थाओं के साथ आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ मेल चाहते थे। उनका यह संदेश आज के संदर्भ में बहुत प्रासंगिक है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर निचले स्तर पर नवप्रवर्तन एवं उत्कृष्ट पारम्परिक ज्ञान के लिए नौवें राष्ट्रीय दिवार्षिक पुरस्कार वितरित किये, इन रेजिडेंसी कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति भवन में रुके नवाचार विद्वानों, कलाकारों और लेखकों से मुलाकात की और देश भर के निचले स्तर पर नवाचार के नवप्रवर्तकों की नवप्रवर्तन प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी जनता के लिए 10 मार्च तक सुबह दस से शाम पांच बजे तक खुली रहेगी। श्री मुखर्जी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अभी भी कमजोर है और औद्योगिक विकास होने के बावजूद लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। ऐसे में विकेन्द्रीकृत नवप्रवर्तन आधारित उद्यम का गांधी जी का मॉडल समस्याओं के समाधान का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। 


उन्होंने कहा कि समावेशी विकास के परिवेश में पारिस्थितिकी प्रणाली को और समृद्ध करने के लिए निचले स्तर पर नवप्रवर्तन की सभी सार्वजनिक और निजी प्रणालियों को अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है और भारत के लिए विशेष रूप से उपयुक्त समावेशी नवप्रवर्तित पारिस्थितिकी प्रणाली के उदय के लिए पहले से ज्यादा कई और कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि देश में निचले स्तर पर समावेशी नवप्रवर्तन को प्रोत्साहित करने के लिए इस बार नवप्रवर्तन उत्सव का एक सप्ताह तक आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों में भी वैज्ञानिक अभिरुचि और अनुसंधान की भावना विकसित करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए बच्चों के कौतूहल और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत स्टार्ट अप इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्वच्छ भारत जैसी पहलों के जरिये विकास का लाभ देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि नवप्रवर्तकों के विचारों से वास्तविक बदलाव तभी संभव है, जब विभिन्न भूमिकाओं में शामिल लोग और संस्थाएं देश में समवेदनशीलता और सृजनशीलता के लिए मिलकर काम करें।
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